विष्‍णु ने जीता मिस्टर इंडिया 2016 का खिताब

मॉडल विष्‍णु राज मेनन ने पीटर इंग्लैंड मिस्टर इंडिया 2016 का खिताब जीत लिया है. इस मौके पर बॉलीवुड स्टार रितिक रौशन और कई फैशन डिजाइनर मौजूद थे. रितिक रौशन ने विष्‍णु को मिस्‍टर ‌इंडिया 2016 घोषित कर उन्हें क्राउन पहनाया.

साथ ही वीरेन बरमन को फर्स्ट रनरअप और अल्तमश फराज को सेकेंड रनरअप चुना गया. फैशन डायरेक्टर निवेदिता सबू और हेयर आर्टिस्ट माल्कोम फर्नांडिस ने तीनों कंटेस्टेंट के साथ फोटो शूट करवाया. ये कॉन्टेस्ट क्लोदिंग कंपनी पीटर इंग्लैंड की ओर से आयोजित किया गया था.

इस कॉन्टेस्ट में मिस्टर इंडिया 2015 प्रतीक गुजराल और रितिक रौशन को सेलेब्रिटी गेस्ट के तौर पर आए थे. इसका आयोजन मुंबई के प्ले ब्वॉय क्लब में हुआ. रितिक और प्रतीक के अलावा यहां कई नामचीन हस्तियों ने भी शिरकत की.

क्राउन सेरेमनी के बाद दोनों रनरअप अल्तमश फराज और वीरेन बर्मन ने भी मीडिया के लिए फोटोशूट करवाया. इस कॉन्टेस्ट में मिस्टर इंडिया 2015 के ‌फर्स्ट रनरअप राहुल राजेशखरन को भी इनवाइट किया गया था.

मिस्टर इंडिया 2016 विनर विष्‍णु राज मेनन को 50 हजार रुपए दिए गए. वहीं फर्स्ट रनरअप वीरेन बर्मन को 40 हजार और सेकेंड रनरअप अल्तमश फराज को 30 हजार रुपए की इनामी राशि दी गई. ये तीनों अब पीटर इंग्लैंड ब्रांड के नए चेहरे होंगे.

“लोग मेरी फिगर व बोलचाल का मजाक उड़ाते थे”

‘क्वीन’ फिल्म से चर्चा में आने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत आज बॉलीवुड की क्वीन कही जाती हैं. बेहद स्पष्ट भाषी और बोल्ड स्वभाव की कंगना ने फिल्मी दुनिया में गॉडफादर न होने के बावजूद अपने अभिनय के बल पर अपनी मंजिल पाईं. थिएटर से फिल्मों की ओर रुख करने वाली कंगना को बचपन से ही अभिनय का शौक था. उनके इस सफर में काफी मुश्किलें आईं, पर उन्होंने उन्हें दरकिनार कर अपना रास्ता तय किया.

शुरुआत में कई बार उनकी ईमानदारी, बोलने के लहजे और शरीर के आकार को ले कर काफी आलोचना की गई. लेकिन कंगना ने इस सब को नजरअंदाज किया. हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव की कंगना ने ‘गैंगस्टर’ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी. ‘क्वीन’ फिल्म उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट थी, जहां से वे फिल्म इंडस्ट्री में छा गईं.

अपने काम और उस की सफलता को ले कर वे अधिक चिंतित नहीं रहतीं, क्योंकि उन्हें हमेशा अभिनय करते रहना पसंद है. वे एकमात्र ऐसी अभिनेत्री हैं, जिसने ‘बी ग्रेड’ फिल्मों में भी काम किया है. चेतन भगत के नॉवल ‘वन इंडियन गर्ल’ के विमोचन पर उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश पेश हैं.

इस किताब की कोई ऐसी घटना, जिस से आप अपनेआप को रिलेट कर सकती हैं?

यह एक सैंसिटिव किताब है जिस की कई घटनाएं मुझ से जुड़ी हुई हैं खासकर कामकाजी महिलाओं से मैं अपने आप को जोड़ सकती हूं. मैंने कई जगह देखा है कि अगर कोई महिला पुरुष से सफल होती है तो उसकी वैल्यू कम हो जाती है.

अधिकतर पुरुष महिला को अपने से कमतर देखना चाहते हैं. वे आगे बढ़ने पर उसे कुछ न कुछ बात कह कर यह प्रूव करना चाहते हैं कि उनकी सोच सही नहीं. ऐसा मेरे साथ भी हुआ. इस से मुझ में और अधिक मेहनत करने की प्रेरणा जगी. दरअसल, किसी पुरुष की सफलता को महिला सब से अधिक सैलिब्रेट करती है. मुझे याद है कि मेरा रिलेशनशिप पार्टनर हमेशा मेरे विरुद्ध रहा.

जब मैं सफल नहीं थी, उस ने साथ दिया और ज्यों ही मैं सफल हुई, मेरा पार्टनर मुझ से ईर्ष्या करने लगा. उस का विश्वास मुझ से उठ गया और मेरा रिश्ता टूट गया. मैं बहुत दुखी हुई पर कोई चारा नहीं था, क्योंकि मैं अब पीछे नहीं जा सकती थी.

अभी आप एक सफल और सब से अधिक मेहनताना पाने वाली अभिनेत्री बन चुकी हैं. ऐसे में आप क्या कुछ खो रही हैं?

जीवन में सफलता के साथ प्यार जरूरी है और यह हर महिला के लिए आवश्यक है, जो मुझे नहीं मिला. जब मैं सफल हुई मुझ से मेरा प्यार छूट गया. मैंने हमेशा एक अच्छे जीवनसाथी की कल्पना की थी, जो मेरी सफलता को ऐंजौय करे, जो मुझे नहीं मिल पाया. ऐसे कम पुरुष होते हैं जो महिलाओं को सहयोग देते हैं. आज ऐसे पुरुषों की परिवार में आवश्यकता है. मुझे याद आता है जब मुझे पहली बार अवार्ड मिलने पर मैं ने एक पार्टी रखी तो मेरा बौयफ्रैंड खुश होने के बजाय अजीब नजर आया.

आप अपनी जर्नी को कैसे देखती हैं?

मैं ने जो करना चाहा, किया. मुझे इस बात का दुख नहीं कि मैं ने ‘बी ग्रेड’ फिल्में की हैं. मुझे जो फिल्म उत्साहित करे, उसे करती हूं. कोई मानदंड मैं ने अपने लिए तैयार नहीं किया है. मैं आगे बढ़ना चाहती हूं, इस में जो फिल्म मिल जाए उसे करती हूं. हर फिल्म मेरे लिए एक चुनौती ले कर आती है और जब फिल्म सफल होती है तो खुशी मिलती है.

एक आउटसाइडर को किसी फिल्म को न कहने का हक नहीं होता. यही वजह है कि आज मैं सफल अभिनेत्री बन पाई. फिल्म ‘गैंगस्टर’, ‘फैशन,’ ‘वो लम्हे,’ ‘तनु वैड्स मनु,’ ‘क्वीन,’ ‘कृष’ आदि सभी फिल्मों के द्वारा मेरी पहचान बनी. पहले लोगों ने मेरे पहनावे, बोलचाल और फिगर को ले कर मेरा काफी मजाक उड़ाया, पर मैं ने उसे नजरअंदाज किया. आज मेरे पहनावे की सब तारीफ करते हैं.

आप ऋतिक के साथ हुई कंट्रोवर्सी को कैसे लेती हैं?

मुझे बहुत अजीब लगता है कि 43 साल के बेटे को बचाने उस के पिता हमेशा क्यों आगे आते हैं. सारे बड़े नाम वाले पिता अपने बेटों को कितना अपने पीछे छिपा कर रखेंगे. उन का बेटा एडल्ट है. अपनी समस्या खुद सुलझा सकता है. वह मेरे सामने आए, मैं उस के किसी भी प्रश्न  का उत्तर देने के लिए तैयार हूं.

अगर आप को सुपर पावर मिले तो क्या बदलना चाहेंगी?

मैं पुरुष और समाज की सोच को बदलना चाहती हूं ताकि महिलाओं को अपनी इच्छानुसार सब कुछ करने का मौका मिले. उन की दखलंदाजी महिलाओं के जीवन में न हो.

आप के सपनों का राजकुमार कैसा होगा?

ऐसा इनसान जो मेरी सफलता से खुश हो, पर मिलना मुश्किल है. जब आप सफल नहीं होते तब आप का कोई मोल नहीं होता और सफल होने पर एक कंपीटिशन का सामना हमेशा करना पड़ता है. जब मैं सफल नहीं थी तो मैं क्या पहनूं, ड्रैस का मूल्य कितना है, कब सैक्स करूं, यह सब उस की मरजी पर निर्भर था. पर जब सफल हुई तो ‘ईगो’ सामने आया. इसलिए अब मैं सतर्क हो चुकी हूं और अपने काम पर ध्यान दे रही हूं.

क्या आप फैमिनिस्ट हैं?

नहीं, मैं नारीवादी हूं. मैं इसे ह्यूमनिज्म कहूंगी, जो एक पुरुष में होना चाहिए, जो बिना किसी शर्त के महिलाओं का साथ दे. सालों से महिलाएं त्याग के नाम पर प्रताडि़त की जा रही हैं. परिवार में बच्चों की देखभाल को एक जिम्मेदारी का नाम दिया जाता है. परिवार संभालने का काम कम नहीं होता. महिलाएं एक भविष्य का निर्माण कर रही हैं. मेरे हिसाब से एक हाउसवाइफ को मानसम्मान नहीं मिलता और करियर औरिऐंटेड महिला को प्यार और विश्वास नहीं मिलता. आधुनिक महिलाओं को ऐसी परिस्थिति से गुजरना पड़ रहा है.

आगे कौन सी फिल्में कर रही हैं?

कई फिल्में हैं. अभी मैं ‘सिमरन’ फिल्म की शूटिंग कर रही हूं, जिस में मैं एक तलाकशुदा महिला की भूमिका निभा रही हूं.

मनोज बाजपेयी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता अवॉर्ड से सम्मानित

भारतीय अभिनेता मनोज बाजपेयी ने 10वें ‘एशिया पेसिफिक स्क्रीन अवार्ड्स’ में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता. मनोज ने नवाजुद्दीन को मात देते हुए यह अवॉर्ड जीता. नवाजुद्दीन को इसी श्रेणी में एक विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

फिल्म जगत के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान के तौर पर पहचाने जाने वाले ‘एशिया पेसिफिक स्क्रीन अवार्ड्स’ (एपीएसए) की घोषणा ब्रिस्बेन में आयोजित एक समारोह के दौरान की गई. आस्ट्रेलियाई अभिनेता डेविड वेन्हम ने इसकी मेजबानी की. 2016 में आयोजित यह समारोह ‘एशिया पेसिफिक स्क्रीन अवार्ड्स’ का 10वां संस्करण था.

दुनिया के सबसे तेजी से विकसित हो रहे फिल्मी क्षेत्र की सिनेमाई उत्कृष्टता और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने और पहचान दिलवाने के लिए इसका आयोजन किया जाता है.

मनोज बाजपेयी को निर्देशक हंसल मेहता की फिल्म ‘अलीगढ़’ में निभाई उनकी प्रोफेसर ‘सिरास’ की भूमिका के लिए यह पुरस्कार मिला. एपीएसए में यह उनका दूसरा नामंकन था. इससे पहले 2012 में उन्हें अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के लिए भी नामंकन मिला था.

नवाजुद्दीन सिद्दीकी को अनुराग कश्यप की फिल्म ‘रमन राघव 2.0’ के लिए विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

डेली डियो लगाने वाले हो जायें सावधान

हममें से 80 परसेंट लोग डेली परफ्यूम या डियो का इस्तेमाल करते हैं. कोई खुशबू बिखेरने के लिए इसका उपयोग करता है तो कोई पसीने की गंध से बचाव के लिए इसका इस्तेमाल करता है. प्रतिदिन त्वचा पर इस्तेमाल किए जाने वाले डियोडरेंट या परफ्यूम आपकी त्वचा और सेहत को बिगाड़ भी सकते हैं.

रोजाना आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले डियोडरेंट या परफ्यूम में हानिकारक केमिकल मौजूद होते हैं, जो त्वचा में जलन पैदा कर उसे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करते हैं.

यह त्वचा में खुजली पैदा कर उसे हानि पहुंचाते हैं. कई बार इनमें मौजूद न्यूरो टोक्सिन सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करते है. कई बार इनके कारण त्वचा में घाव या अजीब तरह के निशान बन जाते हैं जिनमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं. इनमें मौजूद कुछ केमिकल सेहत को बिगाड़कर, हार्मोन्स में असंतुलन पैदा कर सकते हैं. हार्मोनल इम्बेलेंस का प्रभाव न केवल आपकी सेहत पर बल्कि आपके सौंदर्य पर भी पड़ता है. इसके अलावा महिलाओं में डियोडरेंट या परफ्यूम का प्रयोग मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है.

कुछ डियोडरेंट या परफ्यूम पसीने को रोकने का कार्य भी करते हैं. इस प्रकार के उत्पाद में मौजूद केमिकल बेहद खतरनाक होते हैं. शरीर में से पसीना न निकलने के कारण कई हानिकारक व अवांछित तत्व बाहर नहीं निकल पाते है, जो सेहत के लिहाज से बेहद हानिकारक साबित होते हैं. डियोडरेंट या परफ्यूम में मौजूद केमिकल आपको अल्जाइमर दे सकते हैं. इसके अलावा सांस संबंधी समस्याएं पैदा करने में यह केमिकल सहायक साबित होते हैं. अत्यधिक तेज गंध होने के कारण यह नाक के तंतुओं को भी क्षतिग्रस्त कर सकते हैं.

आज के यूथ की सोच पर बनी फिल्म ‘डियर जिंदगी’

आज के यूथ और उनकी सोच को लेकर बनी निर्देशक गौरी शिंदे की फिल्म ‘डियर जिंदगी’ कुछ हद तक इसे दिखाने में सफल हुई है. ये सही है कि आज के युवा हर चीज जल्दी पा लेने की कोशिश करते हैं, पर रास्ते में आई समस्याओं से वे डर कर पीछे हट जाते हैं. ऐसे में क्या सही, क्या गलत इसकी समझ से परे, वे अपनी जिंदगी से दूर भागना चाहते हैं. जिसमें उनकी नींद, चैन सब कुछ खो जाती है. हर रिश्ता उनके लिए जंजाल लगता है.

‘इंग्लिश विंग्लिश’ की अपार सफलता के चार साल बाद गौरी शिंदे ने इस फिल्म को बनाई है, जिसमें अलिया भट्ट ने पूरी मेहनत कर अपनी अभिनय को निखारा है. उनका बार-बार अलग-अलग तरह का व्यवहार करना, उनका मानसिक रूप से टूट जाना, अकेले रहना आदि सभी भाव उन्होंने बखूबी निभाया है. इसमें आलिया का साथ अंगद बेदी, कुनाल कपूर, अली जफर, आदित्य रॉय कपूर और शाहरुख खान ने दिया है. शाहरुख खान मनोरोग चिकित्सक के रूप में जंचे हैं. फिल्म में गोवा और मुंबई के लोकेशन को अच्छी तरह फिल्माया गया है.

कहानी इस प्रकार है

कायरा (अलिया भट्ट) विदेश से सिनेमेटोग्राफी का कोर्स करने के बाद मुंबई में अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऐड फिल्म्स बना रही होती है और उसे आगे चलकर बड़ी फीचर फिल्म बनाने की इच्छा है. काम के दौरान उसकी अच्छी पहचान रघुवेंद्र (कुनाल कपूर) के साथ होती है. दोनों की रिलेशनशिप ‘बेड’ तक पहुँच जाती है. ऐसे में जब वह अपने पुराने बॉयफ्रेंड सिड (अंगद बेदी) से यह बात कहती है तो वह उससे मुह मोड़ लेता है.

इधर कायरा जब वापस राघुवेंद्र के पास आती है तो उसे पता चलता है कि रघुवेंद्र अमेरिका एक बड़ी प्रोजेक्ट को लेकर अकेला जाने वाला है. वहां जाकर कुछ वजह से वह कायरा को इग्नोर करता है. ऐसे में कायरा गोवा अपने पेरेंट्स के पास जाती है, जहां उसे जाना कतई पसंद नहीं. वहां वह अपने पिता के एक दोस्त के होटल का वीडियो शूट करने के दौरान डॉ जहांगीर खान (शाहरुख खान) उर्फ जग से मिलती है. वह प्रभावित होती है और बार-बार मिलना जरुरी समझती है. वह उन्हें जीने की अलग-अलग तरीके बताते है. इस तरह कहानी धीरे-धीरे अंजाम तक पहुचती है.

कहानी अपने आप में पूरी है, लेकिन एक माता पिता अगर आर्थिक समस्या की वजह से अपने छोटी बच्ची को कुछ दिनों के लिए नाना-नानी या दादा-दादी के पास छोड़ जाते हैं और थोड़े दिनों बाद वापस आते हैं, तो गलत नहीं है. ऐसा हो सकता है. लेकिन ऐसे में बेटी का अपने माता-पिता से दूरियां बना लेना, हेट करना, किसी समस्या से भागना आदि कुछ हजम नहीं हुई.

फिल्म का पहला भाग अच्छा था पर दूसरे भाग में फिल्म धीमी थी और जरुरत से अधिक संवाद डॉक्टर जहांगीर और कायरा के बीच सिटींग में थी, जिसे कटशॉर्ट किया जा सकता था. फिल्म का टाइटल सांग ‘लव यू जिंदगी…’ कहानी के अनुसार थी. इसे थ्री स्टार दिया जा सकता है.

कम उम्र में ही सीख लें निवेश के गुर

सही समय पर अगर सही निवेश किया जाए तो आपका भविष्य सुनहरा हो सकता है. यहां निवेश से जुड़े कुछ ऐसे टिप्स हैं जो आपके सिक्योरड फ्यूचर के लिए जरूरी हैं.

1. कम बचत भी बेहतर

छोटी बचत भी बड़े काम की होती है. इसलिए हमें छोटी बचत में भी बड़ा फायदा सोचते हुए बचत की आदत डालनी चाहिए. मसलन, 8 वर्षों तक हर महीने 1000 रुपए इक्विटी फंड में निवेश कर आप तकरीबन 1 लाख रुपए की टैक्स फ्री रकम जमा कर सकते हैं.

2. टैक्स बचत की सही जानकारी

आमतौर 25 साल की उम्र में टैक्स सेविंग को लेकर युवा बहुंत गंभीर नहीं होते हैं. रेंट रिसिप्ट के जरिए मामूली टैक्स सेविंग के अलावा कोई बड़ी बचत या निवेश रणनीति युवाओं के दिमाग में नहीं आती. लेकिन उम्र के इस पड़ाव में अगर हम ELSS (Equity Linked Savings Scheme) जैसे निवेश विकल्पों में निवेश करने से टैक्स की बचत के साथ साथ अच्छे रिटर्न की भी संभावनायें हैं.

3. इक्विटी में निवेश की हो बेहतर जानकारी

लंबे समय तक इक्विटी फंड्स में निवेश आपको बेहतर रिटर्न दे सकता है. बीते 20 वर्षों के आंकड़े पर नजर डालें तो सेंसेक्स करीब 15 फीसदी की सालाना दर रिटर्न देने में सक्षम रहा है. ऐसे में अगर लंबे समय तक इंडेक्स फंड में ही आप सिप के माध्यम से निवेश करती हैं तो निश्चित तौर पर लंबी अवधि में बड़े रिटर्न प्राप्त कर सकती हैं.

4. उचित निवेश विकल्प का करें चुनाव

हमेशा ध्यान रखें कि अपनी बचत की रकम को ऐसी जगह निवेश करें जहां आपको रिटर्न महंगाई दर से ज्यादा मिले. मसलन, अगर आप बैंक में 8 फीसदी सालाना दर पर एफडी करवाती हैं और महंगाई की दर भी 8 फीसदी ही है तो आपके रिटर्न को महंगाई खत्म कर देती है. ऐसे में लंबे समय में आपके निवेश से आपको कोई फायदा नहीं होता है.

बालों से हर वक्त आयेगी भीनी-भीनी खुशबू

यह काफी नहीं है कि आपके बाल केवल दिखने में ही खूबसूरत लगें, बल्कि अगर उनमें खुशबू है तो आप किसी का भी ध्यान अपनी ओर खींच सकती हैं. बालों में खुशबू भरने के लिये आपको महंगे सीरम का प्रयोग करना जरुरी नहीं है बल्कि आप तो प्राकृति चीजों का भी प्रयोग कर सकती हैं.

बालों को अगर खुशबूदार बनाना है तो उन्हें गंदा बिल्कुल मत छोड़िये. क्या आप जानती हैं कि खुशबूदार तेल लगाने से भी आपके बाल महक सकते हैं. आज हम आपको कुछ आसान उपाय बताएंगे जिससे आप अपने बालों को महका सकती हैं.

बॉडी स्प्रे

अपने बालों पर बॉडी स्प्रे भी छिड़क सकती हैं. इससे आपके बालों में दिनभर खुशबू रहेगी. एक अच्छी क्वालिटी का स्प्रे खरीदें और उसे बालों से थोड़ी दूर पर स्प्रे करें, नहीं तो इसमें मौजूद अल्कोहल बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है.

खुशबूदार शैंपू लगाएं

रेगुलर शैंपू खरीदने के मुकाबले खुशबूदार शैंपू थोड़ा महंगे होते हैं. मगर कुछ खास मौके के लिये आपके पास इस तरह का शैंपू भी होना चाहिये.

ड्राय शैंपू

जब आपके पास बालों को शैंपू करने का समय ना हो तो, आपको ड्राय शैंपू लगाना चाहिये. इससे आपके बाल ना तो चिपचिपे होंगे और उनमें अच्छी सी खुशबू भी आती रहेगी.

लीव-ऑन कंडीशनर

बहुत सारे लीव ऑन कंडीशनर में फलों की खुशबू आती है, जो कि काफी अच्छी लगती हैं. ये बालों को नमी प्रदान करते हैं.

तकिये का कवर चेंज करें

अपने तकिये के कवर को हर हफ्ते बदलें क्योंकि तकिये के कवर पर धूल मिट्टी जल्दी भर जाती है.

हेयर मास्क लगाएं

अपने बालों में हर हफ्ते एक हेयर मास्क लगाएं. इनसे मिलने वाली खुशबू पूरे हफ्ते बालों में रहती है. इसके अलावा यह आपके बालों में मजबूती भी भरता है.

शादी में आप दिखेंगी सबसे अलग और खूबसूरत

हर लड़की की चाहत होती है कि शादी के दिन वह सबसे खूबसूरत दिखे और सब उसी की तारीफ करें. शादी के समय अधिकतर लड़कियों की पहली पसंद लहंगा-चोली होती है क्योंकि यह ट्रेडीशनल ड्रेस है और स्मार्ट लुक देती है. वैसे तो मार्केट में बेहद खूबसूरत लहंगा-चोली मिलती हैं लेकिन याद रखें, शादी की ड्रेसेज खरीदने अकेली नहीं जाएं. कम से कम 2-3 लोगों के साथ जाकर खरीदारी करें ताकि ये तय करना आसान हो कि किस दिन-किस रस्म में कौन सी ड्रेस आप पर फबेगी.

ड्रेस चुनते समय ध्यान रखें

– यह जरूरी नहीं कि हर किसी पर हर तरह की ड्रेस खूबसूरत लगे. अत: ये ध्यान रखा जाए. दुबली लडकियों को लहंगा अपनी नाभि से थोड़ा ऊपर बांधना चाहिए जिससे कर्व्ज नजर आएंगे और आप खूबसूरत लगेंगी.

– पतली लड़कियों पर नेट का लहंगा, जिसमें 32 कलियां हों, खूब फबता है और उनके दुबले पतलेपन को भी छिपाता हैं.

– मोटी लड़कियों को लहंगा नाभि से कुछ नीचे बांधना चाहिए, इससे आपका ऊपर का हिस्सा लंबा लगेगा. मोटी लडकियों के ब्रेस्ट हैवी होते है इसलिए उन्हें कभी पफ स्लीव्ज नहीं पहननी चाहिए, मोटी लडकियों को डीप नैक ब्लाउज पहनने चाहिए. – मोटी लड़कियों पर सॉफ्ट कपड़े ही अच्छे लगते हैं. उन्हें लेस, नैट के दुपट्टे नहीं खरीदने चाहिए क्योंकि ये पहनने के बाद आप और मोटी लगेंगी. मोटी लड़कियों को जार्जेट, सिल्क के कपड़े खरीदने चाहिए इनको पहनने से मोटापा कम दिखता है.

– लंबी लड़कियों को कंट्रास्ट रंग की ड्रेस खरीदनी चाहिए जिस पर चौड़े बौर्डर इस्तेमाल किए गए हों. लंबी लड़कियों पर छोटे ब्लाउज बहुत अच्छे लगते हैं.

– जिन लड़कियों की लंबाई कम हो उन्हें लहंगा चोली सिंगल कलर में खरीदना चाहिए और ड्रेस में ज्यादा चौडे बोर्डर का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. कम लंबी लड़कियों को ब्लाउज नहीं पहनना चाहिए, इसकी जगह चोली या कुर्ती पहन सकती हैं.

भारतीय समाज में विवाह की रस्में कई घंटे चलती हैं इसलिए ब्राइडल ड्रेस खरीदते समय कंफर्ट को अनदेखा न करें. आप को चाहिए कि ड्रेस शादी के दिन से 2 माह पहले ही खरीद लें जिससे ऐन वक्त किसी तरह की उलझन न रहे व आप शादी की हर रस्में आराम से निभा पाएं.

– इन दिनों कलीदार लहंगे सबसे ज्यादा फैशन में हैं जिनमें सबसे ज्यादा मल्टी कलर्ड, कलियों वाले, घेरदार लहंगे खूब पसंद किए जा रहे हैं. आजकल मिक्स एंड मैच का ट्रैंड है इसलिए लहंगों में भी कलियां डालने के लिए अलग-अलग फैब्रिक का प्रयोग किया जा रहा है. ज्यादातर लहंगे के निचले घेरे में चौड़े और पतले, बनारसी और एंब्रायडर्ड बोर्डर मिक्स एंड मैच किए जा सकते हैं.

– इन दिनों जार्जेट, क्रेप, साटन, सिल्क, बनारसी मैटीरियल का फैशन है. दोबारा कंट्रास्ट का फैशन आ गया है. लहंगे और ब्लाउज दोनों कंट्रास्ट कलर में होते हैं. मैंगो येलो, औरेंज, गोल्डन बेज के साथ रैड, मैरून आदि कलर आपको मार्केट में आसानी से मिल सकते हैं. नैट के लहंगे 64 कली तक के बन रहे हैं जिसके नीचे चौडा बोर्डर लगा मिलेगा.

– ब्लाउज इन दिनों ब्रोकेड के, डीप नैक वाले चलन में हैं. छोटे ब्लाउज के बैक में डोरियों वाली लंबी कुर्तियां भी फैशन में हैं.

– आजकल दुपट्टे खूब लंबे और चौड़े आ रहे हैं. इनकी लंबाई कम से कम 3 मीटर तक होती है. ये दुपट्टे हैवी वर्क व एंब्रायडरी के होते हैं जिन्हें आप अपनी ड्रेस के साथ अलग-अलग स्टाइल में ओढ़कर डिफरैंट लुक पा सकती हैं.

दिल्ली में भी खुलेगा मैडम तुसाद म्यूजियम

दुनिया भर में सिलेब्स के मोम के पुतलों के लिए मशहूर मैडम तुसाद अब दिल्ली में दिखाई देगा. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनियाभर के प्रतिष्ठित संग्रहालय में से एक मैडम तुसाद बीते 250 सालों से मोम के पुतले बनाने के लिए मशहूर है. म्यूजियम को दिल्ली लाने का काम यूरोप की मशहूर मीडिया एंटरटेनमेंट कंपनी मर्लिन एंटरटेनमेंट्स करेगी.

तुसाद के दिल्ली स्टूडियो में बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड की मशहूर हस्तियों के पुतले मौजूद होंगे. सिर्फ फिल्म जगत से ही नहीं बल्कि खेल, म्यूजिक के क्षेत्र की बड़ी हस्तियों के मोम के पुतले भी यहां नजर आएंगे. यह स्टूडियो दिल्ली के कनॉट प्लेस में रीगल सिनेमा के पास ही स्थापित किया जाएगा और 2017 में इसका उदघाटन होगा.

दिल्ली में खुलने वाला यह स्टूडियो 22वां मैडम तुसाद स्टूडियो होगा. न्यू ओपनिंग ऑफिसर जॉन जैकॉबसन ने कहा, ‘साल 2000 में मैडम तुसाद में अमिताभ बच्चन के वैक्स पुतले को जगह मिली थी, तब से भारतीयों के बीच मैडम तुसाद की लोकप्रियता बहुत बढ़ गई थी.’

यहां अमिताभ बच्चन के अलावा शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय, करीना कपूर खान और रितिक रोशन जैसी मशहूर बॉलीवुड हस्तियों के पुतले भी मौजूद होंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सचिन तेंदुलकर का पुतना भी लोग काफी नजदीक से देख पाएंगे.

कंपनी के प्रमुख जॉन जैकबसन ने कहा, “साल 2000 में जब से हमने अमिताभ बच्चन की प्रतिमा को लंदन स्थित ‘मैडम तुषाद संग्रहालय’ में जगह दी है, हमने देखा है कि किस तरह संग्रहालय में आने वाले भारतीय लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है.”

प्रियंका जग्गा की बिग बॉस में वाइल्ड कार्ड एंट्री

बिग बॉस के दसवें सीजन में फाइनली वाइल्ड कार्ड एंट्री का वक्त आ गया है. इस वीकेंड पर चार नए सेलिब्रिटी वाइल्ड कार्ड के जरिए घर में दाखिल होंगे, जिनमें एक नाम प्रियंका जग्गा भी है. जी हां, महज हफ्तेभर बाद बेघर हुईं प्रियंका इस वीकेंड घर में लौट रही हैं.

प्रियंका जग्गा कॉमनर टीम की सबसे स्ट्रांग कंटेस्टेंट थीं. उनके इविक्शन ने सबको हैरान किया था, मगर शायद बिग बॉस का घर प्रियंका को भुला नहीं सका और अब उनकी वापसी हो रही है. वैसे प्रियंका के साथ तीन और कंटेस्टेंट्स वाइल्ड कार्ड एंट्री कर रहे हैं. ये हैं मॉडल जेसन शाह, टीवी एक्ट्रेस अपर्णा तिलक और साहिल आनंद.

जेसन मूल रूप से ब्रिटिश हैं और इस साल फितूर में नजर आ चुके हैं. वो बॉलीवुड में संभावनाएं तलाशने के लिए मुंबई में अपना डेरा जमाए हुए हैं.

साहिल आनंद टीवी एक्टर भी हैं और घर की बिंदास कंटेस्टेंट बानी जे के अच्छे दोस्त हैं. चौथी एंट्री हैं ऐलेना कजान, जिन्होंने एजेंट विनोद में अभिनय किया था.

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