कम्प्रोमाइज सफलता का रास्ता नहीं

कम्प्रोमाइजऔर कास्टिंग काउचजैसे रास्ते सफलता की ओर नहीं ले जाते. कड़ी मेहनत से ही सफलता हासिल की जा सकती है. कड़ी मेहनत का ही कमाल होता है कि वह लोग भी फिल्मी दुनिया में सफल होते है जिनमें कभी लोगों को आर्टिस्ट मैटेरियल नहीं दिखा था. इनमें हीरो और हीरोइन सभी शामिल है.

उत्तर प्रदेश के छोटे से जिले बुलन्दशहर से ताल्लुक रखने वाली रेखा राना बचपन में ही दिल्ली आ गई थी. दिल्ली के ही ग्रीन फील्ड स्कूल, दिल्ली कालेज औफ आर्ट एंड कामर्स से शिक्षा हासिल करने वाली रेखा रानी को फिल्मों में करियर बनाने का शौक था. इसलिए वह एक्टिंग की पढाई करने न्यूयार्क गई. रेखा ने मिस दिल्ली प्रतियोगिता में फोटोजेनिक फेस और ब्यूटीफुल स्माइल का खिताब जीता था. साल 2011 से रेखा राना को हॉलीवुड फिल्मों में काम मिलना शुरू हो गया

रेखा राना ने फिल्मों के साथ ही साथ मौडलिंग, और डांस शो भी किये. रेखा ने हॉलीवुड और बौलीवुड दोनों के ही बीच तालमेल बैठाया. हिन्दी में अपने अभिनय को धार देने के लिये रेखा ने थियेटर का सहारा लिया. उनके प्ले जिसने लाहौर न देख्याऔर हाय मेरा दिलके 200 से अधिक शो हुए. इसके साथ हिदीं फिल्मों में भी रेखा राना की इंट्री हुई. सामाजिक विषय पर बनी फिल्म अब होगा धरना अनलिमिटेड’, ‘तारा ए जर्नी लव एंड पैशन’, ‘यहां अमीना बिकती हैऔर तमिल फिल्म सिनेमा स्टार’  रेखा की उपलब्धि में शामिल है.

रेखा को शार्ट फिल्म टेक केयरके लिये बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड दिया गया. रेखा को अपनी आने वाली फिल्म ब्लैक सितम्बरसे बहुत उम्मीद है. रेखा ने लौस एंजिल और दक्षिण अफ्रीका में भी फिल्मों और म्यूजिक वीडियों में काम जारी रखा है. फिल्मों के साथ वह वीडियों एलबम में एक्टिंग और डांस करती नजर आती हैं. वह फ्रैंच और हिंदी में बनने वाले वीडियों में हिन्दी में गाने भी गा रही हैं. रेखा कहती हैं मुझे गाने का भी शौक है. मेरी कोशिश है कि मेरा गाया और एक्टिंग किया वीडियो तैयार हो.

रेखा ने कम उम्र में जितनी सफलता और अनुभव हासिल किया है वह तारीफ के काबिल है. वह कहती हैं, मैं दूसरे कलाकारों की तरह काम के बाद छुट्टी लेने में भरोसा नहीं करती. एक जगह काम खत्म होता है तो दूसरी जगह काम करने लगती हूं. इसके बाद भी जो समय बचता है उसमें मैं समाजसेवा के काम में लग जाती हूं.

रेखा राना दक्षिण अफ्रीका के स्टार एनजीओकी ब्रांड एम्बेसडर हैं. यह एनजीओ सेव अवर विमेन कंपेन पर काम कर रहा है. रेखा ने अपना खुद का एक एनजीओ आई विमेनशुरू किया है. जिसके जरीये वह लड़कियों की मुफ्त शिक्षा के अभियान को भारत में बढावा देना चाहती हैं. इस एनजीओ का दूसरा पार्ट आई चाइल्डहोगा. जिसमें अनाथ बच्चों को सहारा दिया जायेगा.

फिल्म, मौडलिंग में करियर बनाने वाले लड़के लडकियों को संदेश देते रेखा राना कहती हैं, यहां कम्प्रोमाइज और कास्टिंग काउच जैसे शार्टकट रास्तों से सफलता नहीं मिलती. सफलता के लिये केवल मेहनत और सही रास्ता ही जरूरी होता है. शार्टकट से सफलता की चमक दिख सकती है जो स्थायी नहीं होती है. मेहनत से वह कलाकार भी सफल हुये है जो कभी फिल्मी दुनिया ने नकार दिये थे. बिलियर्ड, रीडिंग, लिखने और गाने का शौक रखने वाली रेखा राना का कहना है कि युवाओं पर बहुत अंकुश लगाना ठीक नहीं रहता. उनको फ्री छोड़ने से ज्यादा क्रियेशन सामने आता है. यही वजह है कि हमारे देश और बाहर के युवाओं में यही अंतर है. वहां युवाओं को अपनी पसंद का करियर चुनने के ज्यादा अवसर होते हैं. 

जब बचाना हो इनकम टैक्स…

नौकरीपेशा लोगों को सबसे ज्यादा चिंता अपनी सैलरी पर लगने वाले टैक्स की होती है. सैलरी पर लगने वाले टैक्स के बारे में कम लोग ही जानते हैं.

जब बचाना हो सैलेरी पर इनकम टैक्स

1. मोबाइल या टेलिफोन रिम्बर्समेंट

अगर आपका नियोक्ता काम के लिए आपको मोबाइल, टेलिफोन या इंटरनेट कनेक्शन दे रहा है तो आप 100 फीसदी टैक्‍स छूट क्लेम की मांग कर सकते हैं. इसके लिए आपको बिल पेश करना होगा. इसके लिए केवल पोस्टपेड कनेक्शन ही वैध हैं.

2. मेडिकल अलाउंस

नियोक्ता अपने कर्मचारी को सेवा के दौरान किए गए मेडिकल खर्चे का भुगतान भी भत्ते के रूप में करता है. यह भुगतान आपको बिल के बदले मिलता है, इसके लिए आपको मेडिकल खर्च की रसीद देनी होती है. टैक्स की दृष्टि से 15,000 रुपए सालाना के मेडिकल बिल टैक्‍स मुक्त हैं.

3. लीव ट्रैवल अलाउंस (LTA)

छुट्टियों के दौरान कुछ नियोक्ता अपने कर्माचारियों को यह भत्ता भी देता है, जिसमें आपके परिवार का ट्रैवल खर्च भी शामिल होता है. टैक्स में राहत लेने के लिए सफर के खर्चे की सभी रसीदें जरूरी हैं. साथ ही सफर के खर्च के अलावा किसी भी प्रकार का खर्च आपके LTA में शामिल नहीं होगा. 4 वित्त वर्षों के दौरान सिर्फ 2 यात्राएं कर छूट के दायरे में आती हैं.

4. एंटरटेंमेंट अलाउंस

यह केवल सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है. 5,000 रुपए की राशि, सैलरी का पांचवा हिस्सा या फिर असल एंटरटेंनमेंट में से, जो भी कम होता है उसपर यह छूट मिलती है.

5. हाउस रेंट अलाउंस (House Rent Allowance)

घर का रेंट चुकाने के लिए मिलने वाला भत्ता. HRA बेसिक सैलरी का 40 से 50 फीसदी तक होता है, जो कि आपके स्थानीय निवास पर निर्भर करता है. कई नौकरीपेशा लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. यह असल एचआरए, सैलरी का 40 फीसदी, किराए में सैलरी का 10 फीसदी घटा कर, इसमें से जो भी कम होता है उस पर छूट दी जाती है.

6. बच्चों की पढ़ाई का अलाउंस

अगर आपका नियोक्ता यह अलाउंस दे रहा है तो आप 100 रुपए महीना प्रति बच्चे की छूट ले सकते हैं. यह केवल दो बच्चों के लिए ही दिया जाता है.

7. हॉस्टल एक्सपैंडिचर अलाउंस

अगर आपका नियोक्ता यह छूट दे रहा है तो 300 रुपए महीना प्रति बच्चे के लिए छूट की मांग कर सकते हैं. यह अधिकतम दो बच्चों के लिए ही वैध है.

8. यात्रा भत्ता

घर से ऑफिस और ऑफिस से घर तक आने-जाने के लिए कंपनी की तरफ से दिया जाने वाला भत्ता. इसमें अधिकतम 1600 रुपए या इससे कम की राशि, जो कि आपकी सैलरी स्लिप के मुताबिक देय है करमुक्त होती है.

9. यातायात भत्ता

यह ट्रांसपोर्ट भत्ता से अगल होता है. यह खर्चा कर्मचारी को ऑफिस से जुड़े कामों के लिए दिया जाता है. इसकी कोई लिमिट नहीं होती है. अगर यह 5,000 रुपए महीना है तो सारा अलाउंस छूट के दायरे में आता है.

10. परफोर्मेंस बोनस और स्पेशल अलाउंस

यह नियोक्ता की ओर से कर्मचारी के प्रोत्साहन के लिए दिया जाने वाला भत्ता होता है. इसकी 100 फीसदी रकम कर योग्य होती है.इसके अतिरिक्त भी सैलरी में कुछ अन्य अलाउंस शामिल होते हैं, जो पूरी तरह करयोग्य होते हैं.

इस एक्ट्रेस की होगी बिग बॉस में वाइल्ड कार्ड एंट्री

बिग बॉस 10 के शो में अब जबर्दस्त ट्विस्ट आने वाला है. ये ट्विस्ट है वाइल्ड कार्ड एंट्री, जिसके जरिए घर में एक ऐसी एक्ट्रेस एंट्री लेने वाली हैं, जिन्होंने इमरान हाशमी के साथ उनकी डेब्यू फिल्म में स्क्रीन स्पेस शेयर किया है.

टीवी एक्ट्रेस अपर्णा तिलक इस वीकेंड बिग बॉस के घर में वाइल्ड कार्ड एंट्री लेंगी. बिग बॉस के हर सीजन में वाइल्ड कार्ड एंट्री से कंटेस्टेंट को शामिल किया जाता रहा है. इस बार भी दर्शकों को इस खास एंट्री का इंतजार था और ये इंतजार अपर्णा के साथ खत्म होने वाला है.

अपर्णा ने कुछ फिल्में और कई टीवी शो में काम किया है. इनमें फैमिली नंबर वन, जीत और कोई आपना सा शामिल है. अपर्णा ने इमरान हाशमी की डेब्यू फिल्म फुटपाथ में भी एक रोल निभाया था. वो इमरान के अपोजिट थीं. हालांकि इस फिल्म की लीड स्टार कास्ट में आफताब शिवदसानी और बिपाशा बसु शामिल थे.

बिग बॉस 10 में अभी तक चार कंटेस्टेंट्स इविक्ट हो चुके हैं. इनमें करन मेहरा, लोकेश कुमार शर्मा, आकांक्षा शर्मा और प्रियंका जग्गा शामिल हैं. घर में इस वक्त मनु पंजाबी, मनवीर गुर्जर, स्वामी ओम जी, नितिभा कौल, मोनालिसा अंतरा, लोपोमुद्रा राउत, बानी जे, रोहन मेहरा और गौरव चोपड़ा बचे हुए हैं.

जाहिर है कि अपर्णा की एंट्री के बाद घर में सेलिब्रटी की स्ट्रेंग्थ फिर बढ़ जाएगी. हालांकि फिलहाल बिग बॉस ने सेलिब्रटी और इंडियावालों के बीच के फर्क को खत्म कर दिया है. फिर भी अपर्णा की एंट्री पर इंडियावालों का रिएक्शन देखने लायक होगा.

सामने आई अरबाज की ‘अफेयर’ की बात

सलमान खान के भाई अरबाज की निजी जिंदगी को लेकर तो अक्सर खबर आती रहती है लेकिन अब फिल्मी खबर ये है कि वो जल्द ही एक ‘अफेयर’ करने जा रहे हैं.

दरअसल अरबाज खान ने एक और फिल्म साइन कर ली है जिसका नाम है ‘रेड अफेयर’. निर्माता प्रदीप रंगवानी की इस फिल्म में अरबाज की भूमिका एक क्राइम ब्रांच अफसर के रूप में होगी. ये फिल्म करीब 100 से ज्यादा नॉवेल लिख चुके अमित खान की लिखी किताब ‘रेड अफेयर’ पर आधारित होगी. अरबाज खान ने इस फिल्म को साइन करने की पुष्टि करते हुए बताया है कि फिल्म का स्क्रीनप्ले और डायलॉग उन्हें बहुत पसंद आया है और वो इस फिल्म को लेकर काफी एक्साइटेड हैं.

अरबाज खान के साथ इस फिल्म में मंजरी फडनिस, कायनात अरोरा, अश्मित पटेल और मुकुल देव नजर आएंगे और फिल्म की पूरी शूटिंग मुंबई में होगी.

अरबाज खान आजकल खूब फिल्में साइन कर रहे हैं. अलग अलग किरदार में उन्हें देखा जा रहा है. पिछले दिनों उनकी मॉरीशस से तस्वीरें भी आई थी, जहां वो सनी लियोनी के साथ अपनी फिल्म ‘तेरा इंतजार’ की शूटिंग कर रहे हैं.

मैंने कभी फिल्म की कहानी नहीं सुनीः शाहरुख

फिल्म इंडस्ट्री में अपने 25 साल के शानदार सफर के बीच शाहरुख खान के लिए अपनी फिल्मों के चयन की प्रक्रिया काफी जटिल रही है लेकिन इस सुपरस्टार का कहना है कि उन्होंने फिल्म बनाने के लिए हमेशा फिल्म निर्माता-निर्देशकों से संपर्क साधा है.

शाहरुख का कहना है, ‘‘मैं कहानियों को सुनने के बजाए सीधा लोगों से मिलता हूं. आशुतोष गोवारिकर मेरे दोस्त हैं, उन्होंने ‘लगान’ फिल्म बनायी, मैं चाहता तो उनके साथ मैं काम कर सकता था लेकिन मैंने ‘स्वदेस’ को चुना. मैंने फिल्म को नहीं चुना, बल्कि मैंने उनको (गोवारिकर) चुना क्योंकि उनकी इच्छा थी कि हम साथ में ‘स्वदेस’ को बनाए.’’

शाहरुख ने बताया, ‘‘लोग सोचते हैं कि ‘अगर मैं उनके साथ एक फिल्म बना लूंगा तो वे फिल्म को सुपरहिट बना देंगे. लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है. मैंने कभी भी फिल्म की कहानियों को नहीं सुना और जब मैं ऐसा बोलता हूं तो लोग सोचते हैं कि मैं झूठ बोल रहा हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं हूं.’’

शाहरुख का कहना है कि निर्देशक आनंद एल राय के साथ वह अगली फिल्म में काम कर रहे हैं, जिसके बारे में उनका कहना है कि आनंद एल राय उन्हें फिल्म की पटकथा सुनाना चाहते थे लेकिन उन्होंने मना कर दिया. शाहरुख का मानना है कि यह करना असंगत होता क्योंकि वे पहले से ही राय के साथ जुड़े हुए थे और इसलिए उन्होंने फिल्म की कहानी सुनना जरूरी नहीं समझा.

शाहरुख ने कहा, ‘‘कभी-कभी तो यह अच्छा होता है और कभी-कभी उम्मीदें बिल्कुल अलग हो जाती है. मैं तो वास्तव में मानता हूं कि फिल्म पर फिल्म निर्माताओं का विशेषाधिकार होता है और अभिनेता को इसके बीच में नहीं पड़ना चाहिए.”

निजी जिंदगी पर ज्यादा बात नहीं करतीः दिव्या दत्ता

दिव्या दत्ता का पूरा परिवार डॉक्टरी पेशे से जुड़ा होने के बावजूद उन्होंने स्कूली दिनों से ही एक्टिंग की दुनिया में जाने की इच्छा परिवार से जाहिर कर दी थी. इसका पूरे परिवार ने विरोध किया पर मां का सहयोग रहा और उन्हीं के कारण दिव्या बौलीवुड में आने का अपना सपना साकार कर पाईं.

मुंबई आने से पहले उन्होंने पंजाब में मौडलिंग भी की. पहली फिल्म उन्हें पंजाबी नहीं हिंदी मिली. इस के बाद उन्हें पंजाबी फिल्मों में काम करने का मौका मिला. 1994 में आई फिल्म ‘इश्क में जीना इश्क में मरना’ से 17 साल की उम्र में दिव्या ने हिंदी फिल्मों में डेब्यू किया. मगर उन्हें बड़ा ब्रेक मिला फिल्म ‘वीरगति’ (1995) में. इस फिल्म में दिव्या ने सलमान खान की बहन संध्या का किरदार निभाया. नेपाली फिल्म ‘बसंती’ और मलयालम फिल्म ‘ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार’ में भी दिव्या ने काम किया है.

मगर ‘भाग मिल्खा भाग’ और ‘वैलकम टू सज्जनपुर’ फिल्मों में उनके काम को खूब वाहवाही मिली.

दिव्या ने पहली बार अपनी भूमिका फिल्म ‘चौक एंड डस्टर’ से बदली है. इस फिल्म में उनकी निगेटिव भूमिका है. इस समय लाइफ ओके के क्राइम शो ‘सावधान इंडिया’ को होस्ट कर रही हैं.

हाल ही में दिव्या से मुलाकात के दौरान अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए उन्होंने बताया, ‘‘मैं पंजाब के एक छोटे से गांव से हूं. वहां उस समय इंटर स्कूल भी नहीं था. मुझे अपनी सहेलियों के साथ दूसरे गांव में पढ़ने बस से जाना पड़ता था. बस स्टौप पर एक लड़का मुझे रोज घूरता था और जैसे ही बस आती तभी चढ़ने के बहाने से पीछे से धक्का मारा करता था. शुरू में तो मैं उस घटना को इग्नोर करती रही लेकिन मेरे इग्नोर करने से उस की हिम्मत और बढ़ने लगी. और वह बदतमीजियां करने लगा तब मैंने मां को बताया. तो उन्होंने कहा तूने बताने में देर कर दी है.  पहले ही दिन जब उसने तुझे टच किया था तभी तुझे उसे जवाब देना चाहिए था. तब मैंने ठान लिया कि अब मैं उसे सबक सिखा कर रहूंगी. दूसरे दिन जब में स्कूल के लिए बस पकड़ने निकली, मेरी मम्मी भी जो सरकारी जौब में थीं, वे भी सड़क पर अपने स्टाफ के साथ खड़ी हो गईं कि अगर बात आगे बढ़ी तो वो संभाल लेंगी. जैसे ही बस आई वह लड़का फिर से मेरे पीछे आया जैसे ही उस ने धक्का मारा मैं ने पलटकर तड़ाक से एक थप्पड़ उस के गाल पर रसीद कर दिया. थप्पड़ की आवाज सुन कर सभी देखने लगे. उस घटना के बाद वह लड़का कभी नजर नहीं आया. मेरे अंदर हिम्मत और आत्मविश्वास भर गया कि अपने ऊपर हो रहे अत्याचार को सहन नहीं वरन उस का डट कर सामना करना चाहिए.’’

मां का साथ हमेशा रहा

दिव्या ने बताया, ‘‘मेरे परिवार में जहां सभी डॉक्टर हैं. मेरे लिए भी मेरे पेरैंट्स पहले से तय कर चुके थे कि मुझे भी इसी लाइन में जाना है. पर मेरा दिल कहीं और लगता था. मुझे ऐक्टिंग पसंद थी. जब यह बात मैं ने मां को बताई तब सारे परिवार के विरोध के बाद मां ने मेरा साथ दिया और आज में उन्हीं की बदौलत यहां हूं. मेरी मां ने हमेशा यह बात समझाई कि जो मन करे वह करना चाहिए. इस पुरुषों के वर्चस्व वाली दुनिया में अगर तुम हिम्मत से परेशानियों का सामना करोगी तो कभी अपने आप को हारती नहीं पाओगी.’’

निजी जिंदगी सभी से शेयर नहीं करती

निजी जिंदगी की बातें कभी किसी से शेयर नहीं करने के सवाल पर दिव्या ने बताया, ‘‘मैं ने कभी किसी से नहीं कहा कि मुझ से पर्सनल सवाल न पूछें. बस मैं खुद इस के बारे में ज्यादा बात नहीं करती. मुझे लगता है कि एक कलाकार की जिंदगी कैमरे के पीछे और सामने बिल्कुल अलग होती है. मेरे साथ भी ऐसा ही है, मैं अपनी निजी जिंदगी को भुनाना जरूरी नहीं समझती और जो मुनासिब होता है उसे दर्शकों से शेयर करती हूं.’’

पार्टियों से दूरी

बौलीवुड अवार्ड फंक्शन और चमकदमक वाली पार्टियों से दिव्या हमेशा गायब रहती हैं. बुलाया नहीं जाता या खुद नहीं जाती? के सवाल पर दिव्या का कहना है, ‘‘मैं दूसरे सितारों से बिलकुल अलग हूं. मेरा मानना है कि हम लोगों को बड़ी मुश्किल से फ्री टाइम मिलता है. उसे भी क्यों दूसरों के चक्कर में खराब करें. मैं जब भी फ्री होती हूं तो पूरे घर की सफाई करती हूं. मुझे साफसफाई बहुत पसंद है. जब कुछ ज्यादा समय मिलता है तो अपने दोस्तों से मिलने चली जाती हूं. इस इंडस्ट्री में काम करने पर सब से बुरा यही होता है कि आप अपने दोस्तों को टाइम नहीं दे पाते. इसलिए मैं कोशिश करती हूं कि छुट्टी के दिनों में उन की शिकायतें भी दूर कर दूं.’’

सोच इनसान को नकारात्मक बनाती है

‘सावधान इंडिया’ जैसे शो समाज में अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं? के सवाल पर दिव्या का कहना है, ‘‘मुझे लगता है कि यह सिर्फ कुछ लोगों की सोच है और फिर जिसे अपनी सोच बनानी है वह ‘सावधान इंडिया’ देखने का इंतजार तो नहीं करेगा. हमारा उद्देश्य इस शो से लोगों को जागरूक करना है. मैं खुद ‘सावधान इंडिया’ में काम कर के काफी जागरूक हो गई हूं. मैं अब यों ही किसी पर भी भरोसा नहीं करती और जब किसी को मेरी मदद चाहिए होती है तो मैं पीछे भी नहीं हटती. कई बार गाड़ी में बैठे बैठे ही मुझे कई ऐसी चीजें दिखती हैं जो सही नहीं होती हैं तो मैं उसी समय उस के खिलाफ आवाज उठाती हूं.’’

लेखन का शौक

अभिनय में अपनी महारत सिद्ध कर चुकी अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने लेखन में भी हाथ आजमाया है. उन का कहना है कि लेखन सब से खूबसूरत काम है और वह इस वर्ष नाटकीयता से भरपूर अपने उपन्यास का भी लोकार्पण करेंगी. दिव्या ने एक समाचार पत्र के लिए लिखना भी तय किया और शीघ्र ही उन के प्रशंसक उन के कौलम के जरीए उन के विचारों से रूबरू हो सकेंगे.

दिव्या दत्ता ने बताया, ‘‘मैं एक उपन्यास लिख रही हूं. यह एक काल्पनिक कहानी है, जिसमें काफी नाटकीयता है. अगले साल तक इस के आने की उम्मीद है.’’

दिव्या ने बताया कि उन्हें लेखन बेहद पसंद है, लेकिन वे शुरू से ही जानती थीं कि अभिनय का क्षेत्र ही उनकी सही मंजिल है.

एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया, मैं अपने स्कूल की हैडगर्ल थी. एक बार स्कूल में मुझ से पूंछा गया कि मैं बड़ी हो कर क्या बनना चाहती हूं. तो मैं ने कहा कि अभिनेत्री. तब मुझसे कहा गया कि मैं ऐसी कहानियां न गढ़ूं. लेकिन वर्षों बाद वे सब मुझसे मिलने मुंबई आए और सब ने कहा कि उन्हें मुझ पर गर्व है. 

मैं 4 साल की उम्र से ही अमिताभजी की एक्टिंग किया करती थी. बचपन से ही स्कूल में होने वाले हर नाटक में मेरी भागीदारी होती थी. बड़े होने पर मौका मिला तो मेहनत कर आज आप लोगों के बीच पहचान बनाई.

तू खुद की खोज में निकल कभी…

‘क्वीन’ फिल्म तो आपने देखी होगी. अगर नहीं देखी तो जरूर देखिए. रानी (कंगना रनौत) की शादी टूट जाती है. इससे दुखी होकर रानी अकेले ही अपने हनीमून पर निकल पड़ती है. रानी अकेले ही विदेश में सब मैनेज करती है. वह सब करती है जिसे करने से उसे रोका गया, दोस्त बनाती है. जिन्दगी को खुलकर जीती है. माना की आप संबंधों में बंधी हैं, जो जरूरी भी है. पर जिन्दगी तो एक ही है(7 जन्मों का क्या भरोसा?), इसलिए बस एक बार, अकेले, आजाद होकर निकल पड़िए खुद की खोज में.

सोलो ट्रेवल करने से आपको जिन्दगी, इंसानों और अलग अलग कल्चर के बारे में जानने का मौका मिलता है. अकेले ट्रेवल करना सारे बंधनों से मुक्त होने जैसा है. सारे हदों से परे हो जाना है. किसी पर निर्भरता नहीं, किसी की चिंता नहीं, आपके पास अगर कोई है तो वो आप खुद हैं. अगर आपको लगता है कि आप इन सब के लिए तैयार हैं तो निकल पड़िए अकेले सफर पर. आइए जानते हैं की अकेले सफर करना क्यों जरूरी है-

1. डीसिजन मेंकिंग

जब आप अकेली होती हैं, तब छोटे से छोटे डीसिजन भी आपको खुद ही लेना पड़ता है. कहां सेल्फी के लिए रुकना है, कहां खाना खाना है और भी बहुत कुछ. आपको हिचक महसूस होगी और आप से गलतियां भी होंगी पर ऐसे ही तो हम नई चीजें सीखते हैं, है ना?

2. खुद के इम्तहान

सोलो ट्रिप पर आप अपनी हर इच्छा पूरी कर सकती हैं. आपको किसी भी चीज को करने से पहले हिचकिचाहट महसूस होगी. जैसे- ट्रेकिंग, स्कींग, डाइविंग. ज्यादा सोचने से बेहतर है उसे कर के देखना.

3. सुनें सिर्फ खुद की

आपके आसपास हमेशा भीड़ लगी रहती है. इतने शोर में आप अपनी आवाज ही नहीं सुन पाती. पर जब आप अकेली होती हैं तब आप अपने अंदर की आवाज को भी सुन सकती हैं.

4. खुद पर निर्भरता

आपकी सहायता के लिए कोई नहीं होगा. इसका ख्याल आपको विचलित भी कर सकता है. पर इंसान में सब कुछ करने की क्षमता होती है. आपको अपना ट्रिप खुद प्लान करना होगा. सबसे बुरी और अच्छी बात यह है कि अपने हर डीसीजन की जिम्मेदार आप खुद होंगी.

5. खुद की खोज

सोलो ट्रेवलिंग से आप खुद को ढूंढ सकती हैं. अकेले सफर में आप खुद के बारे में बहुत कुछ पता कर सकती हैं. जैसे कि क्या आप ट्रेकिंग कर सकती हैं या फिर क्या आप स्काई डाइविंग कर सकती हैं?

6. खुद से करें बातें

इस बात का जवाब तो आपको मिल ही जाएगा, क्योंकि कई दिनों तक आप अकेली होंगी. खुद से बातें करने का भी अपना एक अलग ही मजा है.

7. अजनबियों से दोस्ती

जिनसे आप कभी मिले नहीं और जिनसे शायद फिर कभी मिलना न हो, ऐसे लोगों से बातें करने का अलग ही अनुभव होता है. कई बार दोस्तों से ज्यादा अजनबी ही आपको समझ पाते हैं.

8. बनें थोड़ा मतलबी

सोलो ट्रेवल का मतलब आप अपनी मनमानी कर सकती हैं. जो जी में आए वो करिए, क्योंकि क्या पता कल हो न हो!

तो इंतजार किस बात का है, जैसे ही मौका मिले निकल पड़िए सोलो ट्रिप पर.

स्पिनच चीज नाकी ट्राई किया क्या?

सामग्री

– 2 उबले आलू

– 1/2 कप पालक बारीक कटा

– 1/2 कप चीज कसा

– 1/2 छोटा चम्मच कालीमिर्च पाउडर

– 1×1/2 बड़े चम्मच सूजी

– 2 बड़े चम्मच मक्खन

– 1 हरीमिर्च कटी

– लाल, पीली व हरी शिमलामिर्च बारीक कटी

– नमक स्वादानुसार

विधि

एक बाउल में उबले आलू मैश करें. इस में नमक, पालक, चीज और सूजी डाल कर मैश करें व छोटी बौल्स बनाएं. बौल्स को 10-15 मिनट स्टीमर में स्टीम करें. एक पैन में मक्खन गरम कर हरीमिर्च, तीनों शिमलामिर्च व स्टीम नाकी को सौते करें. ऊपर से कालीमिर्च पाउडर बुरक गरमगरम सर्व करें.           

व्यंजन सहयोग:

अनुपमा गुप्ता

मेकअप के नए नियम

अगर आप को पार्टी में अलग व खास दिखना है तो कुछ नया ट्राई करना ही होगा. लेकिन ज्यादातर महिलाएं अपने लुक के साथ ऐक्सपैरिमैंट करना पसंद नहीं करतीं. उन्हें लगता है कि पता नहीं कैसा लगेगा, उन पर सूट करेगा भी या नहीं. यही वजह है कि वे हर अवसर पर एक ही तरह का मेकअप करती हैं.

अगर आप चाहती हैं कि सब की निगाहें आप पर टिकें तो कुछ अलग ट्राई करना सीखें. आरती मेकओवर की मेकअप आर्टिस्ट रीतू अरोड़ा बता रही हैं मेकअप के कुछ खास तरीके. आप भी इन से अपने लुक में बदलाव ला सकती हैं:

आई मेकअप

मेकअप की शुरुआत हम फेस से करते हैं, लेकिन शुरुआत हमेशा आई मेकअप से करनी चाहिए ताकि अगर ऐक्स्ट्रा प्रोडक्ट गिर भी जाए तो बेस खराब न हो. आई मेकअप के लिए सब से पहले आंखों पर आई प्राइमर लगाएं. इस के बाद आईब्रोज के ऊपर और नीचे के हिस्से पर आई बेस लगाएं. इस से आईब्रोज शार्प नजर आती हैं. अगर आप के पास आई बेस नहीं है, तो आप आईब्रोज डिफाइन करने के लिए व्हाइट पैंसिल का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. आईब्रोज डिफाइन करने के बाद आप क्रीम बेस्ड रैड आईशैडो लगाएं. मेकअप में कोई भी प्रोडक्ट अप्लाई करने से पहले अच्छी तरह मिक्स जरूर कर लें. अकसर महिलाएं यह मिस्टेक करती हैं कि प्रोडक्ट लगाने के बाद मिक्सिंग नहीं करतीं, जिस की वजह से मेकअप में फिनिशिंग नहीं आती. इसलिए मिक्सिंग जरूर करें. आईशैडो लगाने के तुरंत बाद ग्लिटर लगाएं ताकि क्रीम बेस्ड आईशैडो पर ग्लिटर सही से डिपौजिट हो जाए.

इस के बाद व्हाइट व पर्ल हाईलाइटर मिक्स कर के आईब्रोज के नीचे लगाएं. मेकअप में डैप्थ दिखाने के लिए आंखों पर फिर से ब्लैक शैडो लगा कर अच्छी तरह मिक्स करें. देखने पर ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप ने मेकअप किया नहीं वरन थोप रखा है. अब आंखों पर लाइनर लगाएं. लाइनर हमेशा जैल लें. लाइनर के बाद काजल व मसकारा लगाएं.

फेस मेकअप

मेकअप शुरू करने से पहले चेहरे की क्लीनिंग करें. क्लीनिंग के बाद बारी आती है टोनिंग और मौइश्चराइजेशन की. लेकिन आजकल प्राइमर में ही मौइश्चराइजर मिला रहता है, इसलिए मौइश्चराइजेशन स्टैप को छोड़ सकती हैं और टोनिंग के बाद सीधे फेस पर प्राइमर अप्लाई कर सकती हैं. प्राइमर लगाने के बाद अच्छी तरह मिक्स करें, फिर कंसीलर लगाएं. अब कंसीलर को कवर करने के लिए डर्मा बेस लगा कर अच्छी तरह मिक्स करें. अंत में बेस को ट्रांसलूशन पाउडर से लौक करें.

हेयरस्टाइल फौर डिफरैंट लुक

सब से पहले इयर टू इयर पार्टिशन करें. अब फ्रंट के बालों को अलग करें. फिर क्राउन एरिया से बाल ले कर बैककौंबिंग करें. बैककौंबिंग के बाद हेयर स्प्रे करें. हेयर स्प्रे जितना दूर से करेंगी हेयरस्टाइल उतना ही अच्छा बनेगा. पीछे के आधे हिस्से में भी ऐसा ही करें. पूरा होने के बाद ऊपर से नीटनैस के लिए हेयर स्प्रे जरूर करें. अब हाफ एरिया पर पिन लगाएं. इस के बाद पिन के नीचे के बालों की हलके हाथों से बैककौंबिंग करें. फिर छोटेछोटे सैक्शन ले कर ऊपर से स्मूद कर के हेयर स्प्रे करें और रोल कर के बौब पिन लगा लें. अब आगे के बालों को साइड पार्टिशन कर के बैककौंबिंग करें. बैककौंबिंग के बाद हेयर स्प्रे जरूर करें और ऊपर से हलका सा स्मूद कर के फोल्ड करें. अंत में हेयर ऐक्सैसरीज लगाना न भूलें.

लिप मेकअप

लिपस्टिक लगाने से पहले लिप लाइनर से लिप लाइनिंग बहुत जरूरी है खासकर उन महिलाओं के लिए जिन का अपर लिप पतला और नीचे का बहुत मोटा होता है. इसलिए पहले लिपलाइनर से लाइनिंग करें, उस के बाद लिपस्टिक लगाएं. अंत में हाई पिगमैंट ग्लिटर लगाना न भूलें.

मेकअप करते समय सारा ध्यान चेहरे पर ही होता है ताकि मेकअप परफैक्ट हो और खूबसूरत लगे. लेकिन क्या आप जानती हैं कि हेयरस्टाइल से भी चेहरे को परफैक्ट शेप दी जा सकती है? अब मेकअप के साथसाथ हेयरस्टाइल पर भी ध्यान दें ताकि देखने वाला आप को देखता ही रह जाए.

फेस कंटूरिंग

कंटूरिंग से फीचर्स को उभारा जाता है. ओवल शेप के अनुसार चेहरे की कंटूरिंग करें. इस के लिए इयर टौप टू फेस हौलो लाइन तक कंटूरिंग करें. जब कंटूरिंग करें तो ब्लैंड करना न भूलें ताकि चेहरा नैचुरल दिखे.

ब्लशर

ब्लशर में महिलाएं अकसर यह मिस्टेक करती हैं कि वे हमेशा पिंक ब्लशर लगाना पसंद करती हैं, जबकि पिंक के बजाय औरेंज व पीच ब्लशर को मिक्स कर के लगाना चाहिए. सब से अच्छा तरीका है कि आप अपनी स्किनटोन के अनुसार ब्लशर का चुनाव करें. डार्क स्किन है, तो लाइट कलर के ब्लशर का चुनाव करें, जबकि फेयर स्किन पर नैचुरल कलर अच्छे लगते हैं.

इंडोवैस्टर्न मेकअप

फेस मेकअप

फेस क्लीनिंग व टोनिंग के बाद चेहरे पर मेकअप फौरऐवर का प्राइमर लगाएं. एअरब्रश मेकअप में कई महिलाएं कंसीलिंग नहीं करतीं. यह गलत है. एअरब्रश मेकअप में भी कंसीलिंग जरूरी है. कंसीलर चेहरे के दागधब्बों को छिपाने में मदद करता है. एअरब्रश मशीन में कंसीलर डाल कर धीरेधीरे राउंड मूव कर के स्प्रे करें.

आई मेकअप

आंखों पर सब से पहले आई बेस लगाएं, फिर सैंटर पार्ट में पीकौक कलर का आईशैडो अप्लाई करें. आईशैडो लगाने के तुरंत बाद ही हाईलाइटर लगाएं. इस के बाद लाइनर लगाएं. लाइनर लगाते समय ध्यान रखें कि वैस्टर्न मेकअप में लाइनर बहुत ज्यादा डिफाइन न करें. लाइनर लगाने के बाद इनर कौर्नर्स पर यलो शैडो लगा कर मर्ज करें. इस के बाद ग्रीन और ब्लैक शैडो से आंखों की गहराई को उभारें. फिर हाईलाइटर लगाएं, इस के बाद ग्रीन मैटेलिक आईलाइनर से फिनिश टच जरूर दें.

ब्लशर

ब्लशर लगाने का सब से आसान तरीका है कि अपने गालों को पाउट बना कर लगाएं, ब्लशर में पिंक, औरेंज व पीच कलर का चुनाव करें.

लिप मेकअप

पहले लिप पैंसिल से लिप की आउटलाइनिंग करें, फिर उसी से लिपस्टिक लगाएं.

हेयरस्टाइल

सब से पहले इयर टू इयर पार्टिशन करें. इस के बाद पीछे के बालों को ले कर पोनी बना लें. फिर क्राउन एरिया पर स्टफिंग लगा कर पिन से सैट करें. अब सैंटर एरिया से सैक्शन ले कर बैककौंबिंग करें और स्टफिंग से कवर करें. इस के बाद दोनों साइड से सैक्सन ले कर स्टफिंग को कवर करें. अब आईब्रोज को गाइड लाइन मान कर सैंटर भाग को अलग कर लें. फिर साइड के बालों में बैककौंबिंग कर के हेयर स्प्रे करें और हलके हाथों से ऊपरी हिस्से को नीट लुक दें.

दूसरी साइड के बालों में भी ऐसा ही करें. फिर सैंटर के बालों के छोेटेछोटे सैक्सन ले कर बैककौंबिंग करें और साइड में ला कर बौब पिन लगाएं. अब चोटी में स्टफिंग लगा कर पिन से सैट करें. फिर ऊपर से जूड़ा नैट लगाएं. ध्यान रहे जूड़ा नैट को भी पिन से सैट करें ताकि हिले नहीं. इस के बाद 2 आर्टिफिशियल चोटियां लें. उन पर भी हेयर स्प्रे करें. फिर जूड़े के ऊपर लगा कर पिन से सैट करें. अब एक सैक्शन ले कर नौट बनाएं और जूड़े के ऊपर फिक्स करें. एक सैक्शन छोड़ कर बाकी सारे सैक्शन से इसी तरह नौट बना कर जूड़े पर लगाएं.

अंत में आखिरी सैक्शन को 2 भागों में बांटें और ट्विस्ट कर के हेयर स्प्रे करें. फिर फैंटसी कौंब में 1-1 सैक्शन डाल कर बन के अंदर से निकालें.

-मेकअप आर्टिस्ट रीतू अरोड़ा से एनी अंकिता द्वारा की गई बातचीत पर आधारित

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शाहरुख नहीं कर सकते सेक्स पर बात

बॉलीवुड किंग शाहरुख खान और उनके किड्स हमेशा ही सुर्खियों में बने रहते हैं. शाहरुख ने अपने हाल ही के एक इंटरव्यू में बच्चों के साथ अपनी बॉन्डिंग को लेकर बात की. शाहरुख ने कहा कि वो सुहाना और आर्यन के साथ सेक्स को लेकर बात करने में झिझक महसूस करते हैं. शाहरुख ने कहा कि वो अपनी इस झिझक को कोई कमी नहीं समझते.

शाहरुख मानते हैं कि उनके बच्चों को सेक्स एज्यूकेशन की उनसे बेहतर जानकारी है. जब शाहरुख से पूछा कि वो अपने बच्चों से किस तरह की बात करते हैं. इसके जवाब में उन्होंने हंसते हुए कहा मुझे सेक्स एज्यूकेशन की क्लासेज मेरी मां ने दी हैं.

शाहरुख ने आगे कहा कि पर्सनली मैं बेहद शर्मीला हूं और हो सकता है कि मैं अपने बच्चों को सेक्स के बारे में एज्यूकेट नहीं कर सकता, इसलिए मैं इसका जिक्र भी नहीं करता.

शाहरुख ने कहा, कभी-कभी उनके साथ फिल्म देखते हुए मुझे लगता है कि वो इस मामले में मुझसे थोड़े से ज्यादा एजुकेटड हैं, उन्होंने हंसते हुए कहा कि शायद मुझे उनसे क्लास लेनी चाहिए.

बच्चों की परवरिश के बारे में शाहरुख ने कहा कि, मेरे पास अपने बच्चों और जिन्हें मैं प्यार करता हूं, उनके लिए सिंपल फिलॉसफी है. दो पहलुओं पर मैं कभी सवाल नहीं करता.

पहला- उनका एक्शन, जो कि मुझे लगता है कि सब कुछ अच्छा है.

दूसरा- उनका ये जवाब, ‘मुझे नहीं पता’. ये सबसे बेहतर जवाब है.

शाहरुख ने कहा, स्कूल टाइम में जब आपसे कोई सवाल पूछा जाता है और आप कहते हो, आपको नहीं पता, यह अक्सर थोड़ा अपमानजनक होता है. सही पता करना एक बच्चे का अधिकार है और अब बड़े शख्स का भी.

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