शॉपिंग करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान

शॉपिंग के मामले में महिलायें काफी आगे रहती हैं. शॉपिंग से पहले ये 6 टिप्स अपनाकर आप सेविंग कर सकती हैं.

लिस्ट बनाना है जरूरी

शॉपिंग करने से पहले मैं लिस्ट जरूर बनाती हूं. जिससे आप बेकार के सामान न खरीद लें और जरूरी सामान मिस न होने जाए. बाजार जाकर अक्सर महिलाएं सामान देखकर उलझ जाती हैं और जरूरी सामान ही भूल जाती हैं. इसलिए सामान की लिस्ट रखना बहुत जरूरी है.

ऑफ सीजन शॉपिंग है बेस्ट

ऑफ सीजन शॉपिंग सुनना भले ही अजीब लग रहा हो, लेकिन इसके बहुत फायदा है. जैसे कि सर्दी जब चली जाती है तो इसके बाद दो तीन हफ्तों तक कई दुकानों पर विंटर कलेक्शन रहते हैं. इस दौरान रेट भी कम कर दिए जाते हैं. इसलिए आप ऑफ सीजन में भी शापिंग कर सकती हैं.

बजट फिक्स करके करें शॉपिंग

शॉपिंग महिलाओं की कमजोरी होती है और जब भी हम शॉपिंग करते वक्त बजट को भूल जाते हैं, लेकिन शॉपिंग खत्म नहीं होती. इसके लिए जरूरी है कि शॉपिंग करने से पहले बजट जरूर फाइनल कर लें. ऐसा करके आप फिजूल खर्ची से बच सकती हैं.

कूपन्स का लाभ उठाएं

कई महिलाओं के पास कूपन्स पड़े होते हैं, लेकिन वे इसका इस्तेमाल नहीं करती हैं. क्योंकि वह भूल जाती हैं कि कोई कूपन्स भी पड़े हैं. इसीलिए जरूरी है कि यदि कहीं से कोई कूपन मिलता है तो उसका लाभ सबसे पहले और समय से उठाएं. इससे भी आप काफी अच्छी सेविंग कर सकती हैं.

सेल का भरपूर लाभ उठाएं

सेल का भरपूर लाभ उठाना चाहिए. जो भी बड़े-बड़े ब्रैंड्स हैं, वे एक टाइम पर अच्छे अच्छे ऑफर लाते हैं. ऐसे में कम बजट में ही काफी अच्छा सामान मिल जाता है, जिसकी क्वॉलिटी भी काफी अच्छी होती है और ये सौदा भी फायदेमंद होता है.

हीरोइन का नाम सुनते ही फिल्म करने से किया इनकार

इमरान हाशमी को एक बड़े बैनर की फिल्म ऑफर हुई. उन्होंने जब हीरोइन का नाम सुना तो फिल्म में काम करने से मना कर दिया. जानिए कौन है ये हीरोइन जिसके साथ इमरान काम नहीं करना चाहते.

फिल्म के डायरेक्टर ने इमरान को बताया कि ये एक रोमांटिक फिल्म होगी. पहले तो इमरान ने हां कर दी लेकिन हीरोइन का नाम सुनते ही उन्होंने स्क्रिप्ट तक पढ़ने से मना कर दिया.

ये हीरोइन हैं आलिया भट्ट. इमरान ने कहा कि आलिया मेरी कजिन हैं और वो उनके साथ किसी भी फिल्म में रोमांटिक रोल हरगिज नहीं कर सकते. इसके बाद डायरेक्टर को बैरंग ही लौटना पड़ा.

खबर है कि इस बात से निर्माता इमरान से थोड़े नाराज भी हो गए हैं. लेकिन हाशमी को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा है. उनका मानना है कि बहन-भाई की गरिमा को बनाकर रखना चाहिए.

इससे इमरान ने साफ कर दिया है कि वे आलिया के साथ किसी फिल्म में कोई रोमांटिक किरदार नहीं निभाएंगे. हां, कभी मौका मिला तो भाई-बहन या दोस्त की भूमिका में नजर आ सकते हैं.

आज भी शॉट देने से पहले डरते हैं अमिताभ

फिल्म जगत पर पिछले कई सालों से काबिज और अनेक किरदारों के जरिए दर्शकों के दिलो-दिमाग पर अपनी छाप छोड़ चुके दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन के बारे में शायद ही किसी ने सोचा होगा की आज भी उन्हें कोई किरदार चुनौतीपूर्ण लग सकता है.

लेकिन महानायक का कहना है कि आज भी उनके अंदर का अभिनेता कोई भी शॉट देने से पहले उसी तरह बेचैन हो जाता है जैसे चार दशक पहले होता था. आज भी यह 73 वर्षीय स्टार बेहतर करने का दबाव और बेचैनी महसूस करते हैं.

बच्चन ने कहा कि हर फिल्म एक कसौटी है, एक परीक्षा है. ‘पिंक’ (उनकी आने वाली फिल्म) भी उनमें से एक है. आज भी शॉट देने से पहले मुझे रातों को नींद नहीं आती और बेचैनी भी होती है और मैं ऐसे ही रहना चाहता हूं.

जिंदगी में कुछ भी आसानी से नहीं मिलता. निश्चित रूप से सफल फिल्में भी नहीं. राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘पिंक’ में एक वकील का किरदार निभा रहे हैं. फिल्म तीन लड़कियों की कहानी है जो एक उदासीन समाज से अपने हक की लड़ाई लड़ती हैं.

फिल्मों में मुख्य भूमिका से अलग सहायक किरदार निभाना उनके लिए कितना मुश्किल था, इस सवाल पर बच्चन ने कहा कि इस बारे में उनका नजरिया अलग है. बिग बी ने कहा कि यह आपके सोचने का अंदाज है जिसे समझने की जरूरत है. हर कलाकार की इसको लेकर अपनी एक धारणा होती है.

मुझे काम करना है और मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे काम करने का मौका मिल रहा है. अमिताभ ने अपनी फिल्म ‘पिंक’ के बारे में कहा कि वह फिल्म करने के लिए तुरंत तैयार हो गए थे क्योंकि वे इस कोर्टरूम थ्रिलर का हिस्सा बनने के लिए काफी उत्सुक थे.

इस साल ‘वजीर’ और ‘तीन’ के बाद ‘पिंक’ बिग बी की तीसरी फिल्म है. बंगाली ड्रामा फिल्मों के मशहूर निर्देशक अनिरूद्ध राय चौधरी इस फिल्म के जरिए बालीवुड में बतौर निर्देशक अपना पहला कदम रखने वाले हैं.

इसमें बिग बी के अलावा तापसी पन्नू, कृति कुल्हारी, अंद्रीया तारियंग और अंगद बेदी भी है. अभिनेता ने कहा कि उनके लिए फिल्म में वकील का किरदार निभाना कठिन नहीं रहा क्योंकि शूजित सरकार और उनकी टीम ने फिल्म की पटकथा पर गहन रिसर्च की थी.

..तो त्वचा में आएगी कसावट

क्या आपकी स्क‍िन भी ढीली पड़ गई है? क्या आप टाइम से पहले ही बूढ़ी नजर आने लगी हैं? बहुत से कारण आपको टाइम से पहले ही बूढ़ा बना देते हैं. ग्लोइंग स्क‍िन पाने के लिए, उसमें कसावट लाने के लिए आप कई केमि‍कल प्रोडक्ट यूज करती होंगी, पार्लर जाकर फेशियल कराती होंगी, मसाज लेती होंगी और ट्रीटमेंट कराती होंगी लेकिन फायदा…कुछ दिनों बाद आपकी स्क‍िन दोबारा बुझी-बुझी नजर आने लगती होगी..

ऐसे में आप चाहें तो इन टिप्स को अपनाकर अपनी त्वचा निखार सकती हैं और उसमें कसावट ला सकती हैं:

1. जितना ज्यादा हो सके पानी पिएं. इससे आपकी स्क‍िन हाइड्रेटेड रहेगी.

2. हर रोज कुछ देर फेस एक्सरसाइज करें.

3. पार्लर जाने की जरूरत नहीं है. घर पर ही हर रोज फेशियल मसाज करें.

4. खीरे के जूस से मसाज करें. खीरे का जूस स्क‍िन को पैंपर करने का काम करता है.

5. धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं.

6. हेल्दी डाइट लेना सबसे जरूरी है.

7. नेचुरल फेस मास्क का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है.

8. हर रोज स्क्रब का यूज करना सही नहीं है.

पुरुष मानसिकता को संदेश देती फिल्म ‘पिंक’

“अगर कोई महिला ‘ना’ कहे तो उसे ना को हां नहीं, ना ही समझना चाहिए, फिर चाहे वह गर्लफ्रेंड हो, दोस्त हो या पत्नी या फिर सेक्स वर्कर.” अमिताभ बच्चन द्वारा अंत में कहे गए ये संवाद पूरे हॉल में गूंज रहे थे.

शूजीत सरकार की फिल्म ‘पिंक’ जिसका निर्देशन अनिरुद्ध राय चौधरी ने किया है, पुरुष मानसिकता पर एक जोरदार तमाचा है, जहां महिलाओं के साथ वे कुछ भी करने से नहीं डरते. अगर वह पुरुष ‘सो कॉल्ड’ अमीर रईसजादे हो तो फिर क्या कहने, पुलिस से लेकर पूरा ‘सिस्टम’ उस आपराधी को पनाह देने की कोशिश करने लगता है. महिलाओं को कोर्ट कचहरी पुलिस कहीं भी न्याय मिलना मुश्किल हो जाता है.

महिलाओं के साथ ‘मोलेस्टेशन’ पर बनी इस थ्रिलर फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ-साथ सभी अभिनेत्रियों ने जबरदस्त अभिनय किया है. इस फिल्म के लेखक रितेश शाह की भी तारीफ करनी होगी, जिन्होंने हर जगह अपने अद्भुत लेखनी का परिचय देकर इस फिल्म से दर्शकों को बांधे रखा. इस फिल्म में कोर्ट रूम का प्रसंग काबिले तारीफ है.

कहानी इस प्रकार है…

दिल्ली के पॉश एरिया में तीन कामकाजी महिलाएं एक फ्लैट में रहती है. मिनल अरोड़ा (तपसी पन्नू), फलक अली (कीर्ति कुल्हारी) और आंद्रिया (आंद्रिया तेरियांग) ये सभी अपना-अपना जॉब करती है लेकिन शाम को समय मिलने पर ये मौज-मस्ती भी करती है. ऐसे ही एक कॉन्सर्ट में ये लड़कियां राजवीर (अंगद बेदी) और उनके दो दोस्तों से मिलती है. जिसे ये पहले से थोड़ी जानती थी.

कॉन्सर्ट के बाद राजवीर और उसके दोस्त उसे एक रिसोर्ट में डिनर के लिए बुलाते है जहां ये लड़कियां थोड़ी ड्रिंक्स ले लेती है, यहीं से उनकी मुसीबतें शुरू हो जाती है. नशे में चूर राजवीर गलत तरीके से मिनल को छूने लगता है और उसके बार-बार मना करने पर भी जब वह नहीं मानता और जबरजस्ती करता है तब वह एक बोतल से उस पर वार करती है. जिससे उसे गहरी चोट लग जाती है. तीनों लड़कियां वहां से भागती है, पर ये लड़के उसे छोड़ते नहीं है. उनपर फिर से कहर ढाने की साजिश रचते रहते है. पुलिस में उनके खिलाफ बदचलन और सेक्स वर्कर होने का इलजाम लगाते है.

ऐसे में वही पास में रहने वाला वकील दीपक सहगल (अमिताभ बच्चन) बायोपोलर डिसऑर्डर का शिकार है. वह इन हरकतों से परिचय होकर इस केस को लड़ता है और समाज में दोहरी मानसिकता रखने वाले लोगों को अगाह करता है कि वे लड़के और लडकियों में अन्तर करना छोड़े. फिल्म में कुछ बोल्ड संवाद है जो ऐसी परिस्थिती में सटीक लगी.

फिल्म के गाने कहानी के अनुरूप है. शांतनु मैत्र, फैजाद मुजाहिद और अनुपम रॉय के गाने सिचुएशन के आधार पर है. इसे 4 स्टार दिया जा सकता है.

कोठेवाली ने जीता दिल

समाज से कोठे भले ही खत्म हो गये हो पर कोठों के प्रति दिलचस्पी अभी बनी हुई है. कामेडी शो भाभी जी घर पर हैमें कोठेवाली बनी गुलफाम कली को लोग बहुत पंसद कर रहे हैं. यह बात सीरियल मेकर्स को पता चली तो न केवल गुलफाम कली का रोल बढाया गया बल्कि उसको ग्लैमराइज किया गया.

अब गुलफाम कली अपने कोठे पूरे गाने गाती है तो तिवारी और विभूती मिश्रा को गुलफाम कली में अपनी बीबी नजर आती है. गुलफाम कली का रोल अभिनेत्री फाल्गुनी राजाणी ने निभाया हैं. गुलफाम कली का किरदार निभाने वाली फाल्गुनी थिएटर से जुड़ी रही हैं. वह अपने परिवार की इकलौती लड़की हैं. गुजरात की रहने वाली फाल्गुनी की शिक्षा और पालन पोषण मुम्बई में हुई.

2004 में स्टेज प्ले से अपने करियर की शुरुआत करने वाली फाल्गुनी हिन्दी, गुजराती और मराठी में टीवी शो और स्टेज प्ले कर चुकी हैं. 12 साल के फिल्मी करियर में फाल्गुनी को सबसे अधिक पहचान कॉमेडी सीरियल भाभी जी घर पर है से मिली.

अब दर्शक भी उनको इस शो में सबसे अधिक पंसद करने लगे हैं. यही वजह है कि गुलफाम कली के किरदार को केन्द्र में रखकर एपीसोड तैयार किये गये.

फाल्गुनी कहती हैं मैंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 2004 में गुजराती स्टेज प्ले से की. फिल्म गुज्जूभाईमें फाल्गुनी ने धमाकेदार रोल किया. इस फिल्म की वजह से फाल्गुनी महाराष्ट्र, गुजरात और मुम्बई में काफी मशहूर हुई. गुजराती के साथ मराठी फिल्मों में भी काम किया. टीवी शो बड़ी दूर से आए हैंमें इला मॉसी का किरदार निभाया. इस भूमिका से वह बच्चों में काफी लोकप्रिय हुई.

मुंबई में पली बढी फाल्गुनी मेहनत पर भरोसा करती हैं. उनकी 3 बहने है. बड़ी बेटी होने के नाते फाल्गुनी परिवार की जिम्मेदारी 15 साल की उम्र से ही उठानी शुरू कर दी. शुरूआत में जॉब करके परिवार को सहारा दिया. बड़ी मेहनत के बाद स्टारडम तक पहुची हैं.

मुंबई में उनके साथ उनकी मां और बहनें रहती हैं. फाल्गुनी का कहना है कि वे फिल्मों में अपनी पहचान बनाना चाहती हैं. मुम्बई को वह अपनी कर्मस्थली मानती हैं.

उनका कहना है कि मुझे मुम्बई ने बहुत कुछ दिया मैं यहां रह कर ही अपनी पहचान बनाने चाहती हूं. काठे वाली के किरदार से लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया है. मैं पूरी मेहनत से उनकी अपेक्षाओं को पूरा करना चाहती हूं. फाल्गुनी की एक हिन्दी और 2 मराठी फिल्मे आने वाली है.

मोना सिंह ने ली कृष्णा-भारती की जगह

अभी कुछ दिनों पहले ही खबर थी कि कॉमेडी नाइट्स बचाओ खत्म हो रहा है. लेकिन अब इसके अगले सीजन की भी खबरें आ गई हैं. इसका अगला सीजन भी जल्द शुरू होने वाला है. अनीता हसनंदानी और करण वाही शो को खत्म करते हुए एक हिंट दी थी कि यह शो जल्द ही दोबारा शुरू होने वाला है.

कलर्स ने बताया कि कॉमेडी नाइट्स बचाओ-2 हफ्तेभर में शुरू होने वाला है. इस बात-चीत में कलर्स ने शो से जुड़ी कुछ खास बातें बताईं. इनमें से सबसे खास यह है कि इस नए शो को कृष्णा और भारती होस्ट नहीं करेंगे. जी हां कृष्णा और भारती की जगह मोना सिंह ने ले ली है. इससे पहले मोना सिंह एंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा होस्ट कर चुकी हैं.

नए सीजन में शो की कास्ट पूरी तरह बदलने वाली है. इसमें शरद मल्होत्रा, सुमित व्यास, निया शर्मा, अदिती भाटिया और गुजराती स्टैंड अप कॉमीडियन मयंक होंगे.

अभी तक इन एक्टर्स को सीरियस रोल में देखा गया है. ऐसे में इन्हें फनी अवतार में देखना वाकई लोगों के लिए एक अच्छा एक्सपीरियंस हो सकता है.

नए शो, नए होस्ट और नए कास्ट के साथ-साथ शो का फॉर्मेट भी बदला हुआ नजर आएगा. यह कुछ कुछ कॉमेडी सर्कस की तरह होगा.

इस शो की पहले गेस्ट प्रभु देवा, सोनू सूद होंगे. ये टीम अपनी फिल्म तूतक तूतक तूतिया को प्रमोट करने के लिए शो पर आएंगे. फिलहाल चैनल ने यह साफ नहीं किया है कि पहला शो कब टेलीकास्ट होगा. लेकिन खबर है कि कॉमेडी नाइट्स बचाओ-2 का पहला शो 25 सितंबर को आ सकता है.

पिता अनिल नहीं इनसे प्रेरणा लेते हैं हर्षवर्धन

‘मिर्जिया’ से हिन्दी फिल्म जगत में पर्दापण करने जा रहे अभिनेता अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन का कहना है कि जब पटकथा चुनने की बात आती है तो वह सुपरस्टार आमिर खान से प्रेरणा लेते हैं और उन्हें रणबीर कपूर का सहज अभिनय पसंद है.

हर्षवर्धन अभिनीत ‘मिर्जिया’ का निर्देशन राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किया है. इस फिल्म की कहानी पंजाबी लोककथा मिर्जा-साहिबा पर आधारित है.

यह पूछे जाने पर कि हिन्दी फिल्म जगत के किस अभिनेता से वो प्रेरित हैं तो हर्षवर्धन ने बताया, ‘आमिर से बहुत ज्यादा प्रभावित हूं. जब मेरी पीढ़ी बड़ी हो रही थी, उस समय 2001 में ‘दिल चाहता है’ आई थी, उसके बाद ‘लगान’ और उसके बाद ‘रंग दे बसंती’. यह हमारे लिए, हमारी पीढ़ी के लिए नया मापदंड पेश करने वाली फिल्में थीं.’

25 वर्षीय नवोदित अभिनेता ने बताया कि ऐसे समय में जब एक ही अभिनेता कई फिल्में करते थे, आमिर ने अलग तरह से काम करने का निर्णय लिया और एक समय में एक ही चीज पर ध्यान केन्द्रित किया.

आमिर का फिल्म चयन और उनकी प्रतिबद्धता और रणबीर कपूर का सहज अभिनय मुझे प्रेरणा देते हैं. गुलजार ‘मिर्जिया’ से 17 साल बाद पटकथा लेखन में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने आखिरी बार तब्बू और सुनील शेट्टी अभिनीत ‘हु तू तू’ के लिए पटकथा लेखन किया था.

इस फिल्म से सैयामी खेर भी फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत कर रही हैं. वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री तन्वी आजमी की रिश्तेदार हैं. यह फिल्म सात अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी.

तो इसलिए हुआ सलमान-ऐश्वर्या का ब्रेकअप

आज के दौर में सलमान उन स्टार्स में से एक हैं, जिनके साथ बॉलीवुड की लगभग हर एक्ट्रेस काम करना चाहती है. हालांकि, एक्स-गर्लफ्रेंड ऐश्वर्या राय के साथ उनका काम करना शायद ही कभी मुमकिन हो सके. इसके पीछे की वजह है उनका अतीत. ये बात सभी जानते हैं कि ऐश्वर्या कभी सलमान की गर्लफ्रेंड हुआ करती थीं.

1999 की सुपरहिट फिल्म ‘हम दिल चुके सनम’ की शूटिंग के दौरान दोनों करीब आए थे. करीब दो साल तक रिश्ता चला और फिर उनका ब्रेकअप हो गया. तब से अब तक दोनों साथ काम करना तो दूर आमने-सामने भी नहीं आते.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ऐसी क्या वजहें थीं, जिनके चलते दोनों का ब्रेकअप हुआ. हम आपको बता रहे हैं, सलमान-ऐश्वर्या के ब्रेकअप की वजह

सलमान का वायलेंट बिहेवियर

ऐश्वर्या राय ने खुद दावा किया था कि उनके और सलमान के ब्रेकअप की सबसे बड़ी वजह उनका वायलेंट बिहेवियर और फिजिकल अब्यूज था.

ऐश्वर्या के मुताबिक, हमारा ब्रेकअप होने के बाद सलमान ने मुझे फोन कर बेवकूफीभरी बातें कीं. इतना ही नहीं वो मेरे को-स्टार्स के साथ अफेयर्स को लेकर भी मुझ पर शक करता था. मैं उस वक्त अभिषेक बच्चन से लेकर शाहरुख खान तक हर बड़े एक्टर के साथ काम कर रही थी और इनके साथ जुड़ी थी.

यहां तक कि सलमान ने कई बार मेरे साथ मारपीट की. बावजूद इसके मैं काम पर ऐसे जाती थी, जैसे कुछ हुआ ही न हो.

ऐश्वर्या के पेरेंट्स का ऑब्जेक्शन

ब्रेकअप से पहले ऐश्वर्या राय अक्सर किसी ने किसी काम से सलमान के घर आती-जाती थीं. शायद ये बात ऐश्वर्या के पेरेंट्स को अच्छी नहीं लगती थी. खासतौर पर ऐश्वर्या के पिता ऐश और सलमान के रिलेशन को लेकर कतई खुश नहीं थे. दरअसल ऐश के पिता जानते थे कि ऐश्वर्या से पहले भी सलमान के कई लड़कियों से रिलेशन रह चुके हैं.

सलमान का ऑब्सेसिव बिहेवियर

सलमान का ऑब्सेसिव बिहेवियर भी दोनों के ब्रेकअप की एक बड़ी वजह बना. दरअसल, सलमान कई बार आधी रात को ही ऐश्वर्या के घर पहुंचकर उनका दरवाजा पीटने लगते थे.

एक बार तो सलमान रात को ऐश्वर्या के घर पहुंच गए और उनका दरवाजा जोर-जोर से पीटने लगे. यहां तक कि वो रात 3 बजे तक दरवाजा पीटते रहे और उनका हाथ भी जख्मी हो गया. सलमान ने गुस्से में बिल्डिंग से कूदने की धमकी भी दी थी.

सलमान खान चाहते थे कि ऐश्वर्या उनसे शादी का कमिटमेंट करें, जबकि ऐश्वर्या सलमान की इस बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं थीं. ऐश्वर्या उन दिनों अपने करियर के पीक पर थीं और तेजी से सफलता की सीढ़ियां चढ़ रही थीं.

यही वजह थी कि ऐश्वर्या, सलमान के साथ रिलेशन को आगे नहीं ले जाना चाहती थीं. जब सलमान को लगा कि ऐश्वर्या उनकी बात नहीं मानेंगी तो वो अपने गुस्से पर काबू नहीं रख पाए.

जब सलमान ने फिल्म सेट पर ही किया हंगामा

ऐश्वर्या से नाराज सलमान ने उनकी फिल्म ‘कुछ ना कहो’ के सेट पर भी हंगामा खड़ा कर दिया था. इस फिल्म के हीरो अभिषेक बच्चन थे. कहते हैं कि पहले तो गुस्साए सलमान ने शूटिंग के दौरान सेट तोड़फोड़ की, लेकिन जब इससे भी उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने ऐश्वर्या की कार को भी डैमेज कर दिया.

ऐश्वर्या के पेरेंट्स के साथ बुरा बर्ताव

सलमान की पास्ट रिलेशनशिप और उनकी बेटी के साथ सलमान के रिश्ते को नामंजूर करने के बावजूद ऐश्वर्या के पेरेंट्स ने दोनों (ऐश्वर्या-सलमान) को मिलने से कभी नहीं रोका. लेकिन दूसरी ओर, सलमान थे कि लगातार बुरा बर्ताव करते जा रहे थे. आखिरकार ऐश्वर्या भी अपने पेरेंट्स के साथ सलमान के बुरे बिहेवियर से नाराज हो गईं.

सलमान का अल्कोहलिक बिहेवियर

ऐश्वर्या ने बताया था कि मैं सलमान के शराब पीने की आदत और उसके बाद किए जाने वाले मिसबिहेवियर से ऐश्वर्या तंग आ गई थीं. सलमान उनको वर्बल, फिजिकल और इमोशनल अब्यूज करते था.

कई बार तो सलमान ऐशवर्या के मान-सम्मान और गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली बातें भी करते थें. कोई भी सेल्फ रेस्पेक्टिंग वुमन इस तरह की बात सहन नहीं कर सकती. यही वजह थी कि ऐश्वर्या ने सलमान के साथ रिश्ता खत्म करने का फैसला किया.

गेटवे ऑफ इंडिया से जुड़े दिलचस्प फैक्ट्स

सपनों के शहर मुंबई में बॉलीवुड के अलावा भी पर्यटकों के लिए कई आकर्षण के केंद्र हैं. मुंबई के इन्हीं प्रसिद्ध आकर्षक केंद्रों में से एक है गेटवे ऑफ इंडिया. यह मुंबई का प्रमुख लैंड मार्क भी है. जो भी मुंबई घूमने जाते हैं वे गेटवे ऑफ इंडिया जाना नहीं भूलते.

मुंबई का गर्व होने के साथ-साथ गेटवे ऑफ इंडिया की कुछ ऐसी दिलचस्प बातें भी हैं जो आपको शायद ही पता होंगे.

मुंबई का ताज महल

गेट ऑफ इंडिया को मुंबई के ताजमहल भी कहा जाता है. यह इस शहर का एक महत्वपूर्ण लैंडमार्क है और इसकी ऐतिहासिक महत्वता भी है.

गेटवे ऑफ इंडिया का महत्व

पहले गेटवे ऑफ इंडिया मछुआरों द्वारा एक कच्चे घाट की तरह इस्तेमाल किया जाता था. बाद में इसे पुनर्निर्मित कर ब्रिटिश अधिकारियों व अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों द्वारा अपने अवतरण स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा.

गेटवे ऑफ इंडिया की वास्तुकला

गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण भारत-सर्सेनिक वास्तुकला का उपयोग करके बनाया गया है, जो गुजराती और इस्लामिक वास्तु शैलियों का मिश्रण है. उन दिनों यह शैली काफी प्रचलित थी.

गेटवे ऑफ इंडिया की नींव

जब क्वीन मैरी और किंग जॉर्ज पंचम मुंबई की यात्रा पर गए तब उनकी यात्रा के उपलक्ष्य में, सन् 1911 में इस स्मारक की नींव रखी गयी, पर संरचना के डिजाइन को सन् 1914 में ही मंजूरी मिली थी.

गेटवे ऑफ इंडिया का डिजाइन

गेटवे ऑफ इंडिया का डिजाइन जॉर्ज विटेट द्वारा तैयार किया गया था, जो एक स्कॉटिश आर्किटेक्ट थे और जिन्होंने सबसे ज्यादा मुंबई में ही काम किया.

गेटवे ऑफ इंडिया की संरचना

गेटवे ऑफ इंडिया पीले बेसाल्ट और मजबूत कॉंन्क्रीट से बनाया गया है. जमीनी तल से संरचना की ऊंचाई लगभग 26 मीटर ऊपर है. इसकी दीवारों को खूबसूरत जाली के काम से सजाया गया है.

एलिफैंटा गुफाओं की ओर शुरुआती केंद्र

गेटवे ऑफ इंडिया, एलिफैंटा गुफाओं की ओर जाने के लिए एक प्रारंभिक केंद्र है.

स्मारकीय निशानी

गेटवे ऑफ इंडिया आज भी ब्रिटिश औपनिवेशक शासन को दर्शाता एक स्मारक है.

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