रीटेक से घबरा एक्टर ने डायरेक्टर को निकलवाया

 

रजत टोकस जल्द ही आपको शुरू होने वाले नए सीरियल में काम करते दिखाई देने वाले हैं. इस सीरियल का नाम है ‘चंद्रनंदिनी’. लेकिन रजत से जुड़ी एक खबर आ रही है.

खबर ये है कि रजत ने इस सीरियल में काम करने की एक शर्त रखी है. रजत ने एक डायरेक्टर के साथ काम करने से साफ मना कर दिया है. उस डायरेक्टर का नाम है संत राम वर्मा.

दरअसल, रजत का कहना है कि डायरेक्टर संत राम वर्मा अपने सीन्स को लेकर काफी प्रोफेशनल हैं और जब तक सीन के लिए शॉट पर्फेक्ट न हो जाए वो रीटेक पर रीटेक करते रहते हैं.

इस बात का पता सीरियल की प्रोड्यूसर एकता कपूर को पता चला तो उन्होंने साफ जाहिर कर दिया हमेशा की तरह बालाजी टेलीफिल्म के सीरियल्स के डायरेक्शन की शुरुआत डायरेक्टर संत राम वर्मा ही करेंगे. इस बात को लेकर खबर आ रही है कि चैनल स्टार प्लस रजत टोकस की बातों पर सहमत है और उनकी शर्त को मानते हुए डायरेक्टर को शो से अलग करने की निर्देश जारी कर चुका है.  

हाल ही में चैनल और शो के तमाम कास्ट और निर्माताओं के साथ एक मीटिंग हुई जिसमें सभी लोग पहुचें थे, लेकिन डायरेक्ट संत राम वर्मा नहीं पहुंचे थे. अब ये खबर है कि फिलहाल संत राम वर्मा एकता कपूर के सीरियल को डायरेक्ट नहीं कर रहे हैं और किसी अन्य सीरियल को डायरेक्ट करने में व्यस्त हैं.

आपको बता दें कि एकता कपूर का ये सीरियल स्टार प्लस पर चल रहे सीरियल ‘सिया के राम’ की जगह लेगा. जो अक्टूबर के महीने में खत्म हो रहा है. इस शो की शूटिंग सेट पर नहीं, बल्कि रीयल लोकेशंस पर की जाएगी. यह शूटिंग पटना (बिहार) में की जाएगी, जहां मगध और पाटलिपुत्र है.

टीवी पर पृथ्वीराज चौहान और अकबर जैसे ऐतिहासिक किरदारों को निभा चुके रजत टोकस ‘चन्द्रनंदिनी’ में चन्द्रगुप्त मौर्य का रोल करते नजर आएंगे. वहीं, श्वेता बसु का रोल शो में नंदिनी का होगा.

विद्या की जान खतरे में!

विद्या बालन इन दिनों फिल्म कहानी-2 की शूटिंग में बिजी हैं. इसी की शूटिंग के लिए अमेरिका गईं थीं. जब वो अमेरिका से भारत लौटीं तो एक भयानक बीमारी की चपेट में आ गईं हैं.

अमेरिका से लौटते के बाद उन्हें थकान महसूस हो रही थी. फिर उन्हें तेज बुखार हो गया. डॉक्टर्स को दिखाया तो पता चला कि उन्हें डेंगू हुआ है. देश के कई राज्यों में डेंगू और चिकनगुनिया तेजी से फैल रहा है.

सिर्फ दिल्ली में ही चिकनगुनिया से 12 लोगों की मौत हो चुकी है. हाल ही में खबर आई थी कि इमरान हाशमी को भी मलेरिया हो गया है. विद्या के एक करीबी ने उन्हें डेंगू होने की पुष्टि की है.

उन्होंने बताया ‘विद्या बालन को डेंगू हुआ है और डॉक्टर ने उन्हें लगभग 10 दिनों तक आराम करने की सलाह दी है.’ फिलहाल विद्या ने अपने सारे शूटिंग शेड्यूल कैंसिल कर दिए हैं.

अगले साल रिलीज होगी जुड़वा-2

निर्माता साजिद नाडियाडवाला की फिल्म ‘जुड़वा 2’ 29 सितंबर 2017 को रिलीज होगी. इसमें अभिनेता वरुण धवन की दोहरी भूमिका होगी. यह फिल्म 1997 की हिट कॉमिडी फिल्म ‘जुड़वा’ का सीक्वल है.

उस फिल्म में सलमान खान ने प्रमुख भूमिका निभाई थी. मूल फिल्म के निर्देशक डेविड धवन ही इस फिल्म का भी निर्देशन करेंगे. नाडियाडवाला ग्रैंडसन्स के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस फिल्म के रिलीज होने की जानकारी दी गई है. वरुण ने भी फिल्म के रिलीज होने की तारीख शेयर की है.

फिलहाल वरुण अपनी अगली फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनियां’ की शूटिंग में व्यस्त हैं, जिसमें उनके साथ आलिया भट्ट भी नजर आएंगी. इस फिल्म को सलमान की फिल्म ‘जुड़वा’ का सीक्वल बताया जा रहा है, जिसमें सलमान खान डबल रोल में नजर आएंगे.

Movie Review: राज रीबूट

राज फ्रेंचाइजी की नई हारर फिल्म ‘‘राज रीबूट’’ में कुछ नयापन नही है. फिल्म डराने की बजाय हंसाती है. विक्रम भट्ट की हारर फिल्मों की ही तरह इस फिल्म में भी दरवाजों की आवाज, अपने आप दरवाजा खुलने, नारी का भूत के अधीन होना, खून का टपकना, किसी काले अतीत का उजागर होना वगैरह मौजूद है.

फिल्म की कहानी के अनुसार रेहान (गौरव अरोड़ा) और शायना (कृति खरबंदा) शादीशुदा हैं. शायना व रेहान कभी रोमानिया में रह चुके हैं. शानिया के ही कहने पर रेहान फिर से रोमानिया में बेहतर काम ढूढ़ता है और यह दंपति रोमानिया पहुंचता है. वहां पर नए मकान में रहना शुरू करते ही रेहान का शायना के प्रति व्यवहार बदल जाता है. अब रेहान उसके साथ हम बिस्तर भी नहीं होना चाहता. जबकि शायना चाहती है कि वह रोमानिया में रहते हुए मां बन जाए. शायना को रेहान के इस बदले हुए व्यवहार की वजह नहीं पता चलती. इस बीच उसे अहसास होता है कि उस मकान में उन दोनों के अलावा भी कोई और है. वह अपने पति को यह बात समझाने का असफल प्रयास करती है. धीरे धीरे वह खुद भूत के अधीन हो जाती है.

शायना अपने साथ हो रही घटनाओं का जिक्र अपनी सहेलियों से करती है, तो उसकी सहेलियां कहती हैं कि भूत होते हैं. तब अपने पति के सामने सबूत रखने के लिए शायना वीडियो कैमरा खरीदने जाती है. उसी दुकान पर उसकी मुलाकात आदित्य श्रीवास्तव (इमरान हाशमी) से होती है, जो कि शायना का पुराना प्रेमी है. शायना उसे गंदा इंसान समझती है. आदित्य उससे कहता है कि उसे पता है कि उसके साथ क्या क्या हो रहा है. वह बताता है कि शायना को अपने वाश बेसिन के शीशे में आंख दिखती है. बाथरूम में खून टपकता है…वगैरह वगैरह. आदित्य का दावा है कि इन सब से सिर्फ वही उसे बचा सकता है. पर शायना उसकी बात सुने बगैर घर चली जाती है. रात में वह कैमरा लगाकर सोती है. सुबह लैपटाप पर उसे नजर आता है कि एक भूत चल रहा है. वह अपने पति रेहान को बुलाकर देखने के लिए कहती है, पर रेहान को कुछ दिखायी नहीं देता.

तभी लैपटाप के सामने भूत आकर बैठ जाता है. वह कहता है कि तुम्हारा पति तुम्हारी बात पर यकीन नहीं करेगा. क्योंकि रेहान ने पिछली बार यहां से जाते समय एक इंसान की हत्या की थी. जिसकी हत्या हुई थी, उसकी आत्मा अब शायना के माध्यम से रेहान से बदला लेना चाहती है. आदित्य कहता है कि उसे यह सब बातें सपने में नजर आयी हैं. आदित्य श्रीवास्तव कहता है कि पहले तुम लोग जिस पुराने मकान में रहते थे, उस मकान में जो पुरानी दीवार है, उसके नीचे खोदकर देखो तो रेहान के खून से सने कपड़े मिल जाएंगे. शायना वहां जाकर खुदवाती है, तो दीवार के नीचे से एक प्लास्टिक बैग में टीशर्ट मिलती है, जिस पर ‘आर के’ लिखा होता है. रेहान आदतन अपने कपड़ों में कहीं न कहीं आर के जरूर लिखवाता है.

इधर रेहान अपने दोस्त की मदद से एक तांत्रिक के पास जाता है. तांत्रिक के कहने पर रेहान अपनी पत्नी शायना का हेअर ब्रश जाकर देता है. इससे वह बता देता है कि रेहान के घर में भूत का वास है. विस्तार से जानने के लिए तांत्रिक उसके घर आता है. रेहान बहाने से शायना को दो घंटे के लिए घर से बाहर भेज देता है. इधर तांत्रिक कागज पर लिखना शुरू करता है कि उसकी पत्नी अब कहां है? क्या कर रही है? उधर अचानक शायना को कुछ अजीब सा लगता है और वह वहां से भागती है. छिपकली की तरह उछलते कूदते वह घर के अंदर पहुंचकर तांत्रिक पर झपट्टा मारती है. तांत्रिक का ध्यान भंग होता है. बात वहीं खत्म.

परेशान शायना, आदित्य से मिलकर भूत से छुटकारा दिलाने की बात कहती है. आदित्य उसे एक टैरोकार्ड रीडर के पास ले जाता है. वह बताना शुरू करती है, पर जैसे ही शायना दो पत्ते खींचती है, टैरोकार्ड रीडर डरकर उनसे जाने के लिए कहती है. इस बीच रात हो जाती है. वापसी में एक होटल के सामने इनकी कार खराब हो जाती है. मजबूरन रात में होटल में अलग अलग कमरा लेकर रूक जाते हैं. आदित्य, शायना के कमरे में आता है. दोनों का पुराना प्यार जाग जाता है. पर जैसे ही आदित्य, शायना को किस करने जाता है, शायना के गले में पड़े मंगलसूत्र की वजह से पीछे हटता है. वह यह कहकर अपने कमरे में चला जाता है कि वह मंगलसूत्र पहनी औरत को किस नहीं करता. तब शायना मंगलसूत्र उतार कर आदित्य के कमरे में जाती हैं फिर दोनों रात भर मौज मस्ती करते हैं.

इधर रेहान कई तांत्रिको से मिलता है. एक तांत्रिक कहता है कि जब वह हत्या की बात स्वीकार करेगा तभी उसे रास्ता मिलेगा. तब रेहान अपना अतीत याद करता है. जब वह और शायना लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे. रेहान की मां ने उसके पास मंगलसूत्र भेजा था कि यह बहू को पहना दे. मां कहती है कि मंगलसूत्र में बहुत बड़ी ताकत होती है. इस मंगलसूत्र में दोहरी ताकत है. क्योंकि इसे उन्होंने वैष्णोदेवी मंदिर में चढ़ाकर प्रसाद के रूप में लिया है. शादी से एक दिन पहले रेहान को संदेश मिलता है कि वह शायना से शादी ना करे. शायना पर किसी और का हक है. रेहान उस आदमी की तलाश करते हुए एक माडलिंग स्टूडियो में पहुंचता है. जहां आदित्य (इमरान हाशमी) मौजूद होता है. रेहान और आदित्य में बहस हो जाती है. रेहान को आदित्य अपने लैपटाप पर शायना के साथ अपनी गंदी तस्वीरें दिखाता है. जिसे देखकर रेहान गुस्से में लैपटाप उठाकर आदित्य को मारता है, आदित्य गिरता है, उसका माथा फट जाता है और उसकी मौत हो जाती है. अब रेहान यह सारी घटना तांत्रिक को बताता है. तब तांत्रिक कहता है कि घर के कमरे में शायना को रस्सी से बांधकर गजस्तोत्र का पाठ करना पड़ेगा.

गज स्तोत्र की हिंदू धर्म के अनुसार कहानी यह है कि जब समुद्र में एक मगरमच्छ ने हाथी का पैर पकड़ लिया था, तब हाथी ने विष्णु भगवान को याद करते हुए स्तोत्र पढा था, जिससे उस मगरमच्छ ने हाथी का पैर छोड़ दिया था. तांत्रिक के कहे अनुसार कमरे में शायना को बांध दिया जाता है. तांत्रिक गज स्तोत्र पढ़ना शुरू करता है. कई मुसीबतें आती हैं. भूत नहीं भागता. तभी अलमारी खुलती है. कपड़ों से मंगलसूत्र गिरता है. रेहान मंगलसूत्र को हाथ में लेकर शायना से चिपक जाता है. मंगलसूत्र कि ताकत रंग लाती है और भूत भाग जाता है.

विक्रम भट्ट अपनी हर हारर फिल्म में हिंदू धर्म के किसी न किसी कथा टोटके को अपनी फिल्म का हिस्सा जरूर बनाते रहे हैं. यदि हम रोमानिया के खूबसूरत लोकेशन को भूल जाएं, तो फिल्म में ऐसा कुछ नही है, जो देखने लायक हो. इसके लिए कैमरामैन मनोज सोनी बधाई के पात्र हैं. जिन्होंने रोमानिया की खूबसूरत लोकेशन को कैमरे में कैद किया है. फिल्म का संगीत ठीक ठाक है. घटिया पटकथा और बेमन निर्देशित यह फिल्म पूरी तरह से बोर करती है. फिल्म डराने में असफल रहती है. कथानक के स्तर पर भी विक्रम भट्ट मात खा गए. विक्रम भट्ट ने अपनी कुछ पुरानी फिल्म के अलावा कुछ अंग्रेजी फिल्मों के सीन चुराकर चूंचूं का मुरब्बा बना डाला. इंटरवल से पहले फिल्म की गति धीमी है, इंटरवल के बाद लंबे और हिले डुले सीन बेड़ा गर्क कर देते हैं. फिल्म में गालियों की भरमार है.

जहां तक अभिनय का सवाल है, तो गौरव कहीं से भी अभिनेता नहीं लगते. उन्होंने बहुत घटिया काम किया है. कृति खरबंदा भी अपनी छाप छोड़ने में असफल हैं. कमोबेश यही हाल इमरान हाशमी का भी है. उन्हे देखकर लगता है कि वह अभिनय भूल चुके हैं. शायद महेश भट्ट ने फिल्म ‘‘राज रीबूट’’ को पहले ही देख लिया था और समझ गए थे कि अब इसमें वह किसी भी तरह से दर्शकों को बांध नहीं पाएंगे. इसीलिए उन्होंने कहा हैं कि वह इसके बाद राज का अगला सिक्वअल नहीं बनाएंगे.

रोजाना 15 मिनट की सैर बढ़ा देगी लाइफ

सैर करने के ढेरों फायदे हैं. सैर करने से न केवल इम्यून सिस्टम दुरुस्त रहता है बल्क‍ि मांस-पेशि‍यां भी मजबूत होती हैं. पर क्या आप जानते हैं हर रोज या फिर सप्ताह में कितने मिनट की सैर करनी चाहिए?

एक अध्ययन के मुताबिक, एक शख्स को हर रोज 15 मिनट और सप्ताह में करीब 90 मिनट की सैर करनी चाहिए. हर रोज 15 मिनट के स्लो वॉक से असमय मौत होने की आशंका 14 फीसदी तक कम हो जाती है. अध्ययन में कहा गया है कि इस तरह की लाइफस्टाइल अपनाने वालों की उम्र करीब 3 साल तक बढ़ जाती है.

हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के.के. अग्रवाल ने लांसेट में प्रकाशित एक अध्ययन का हवाला देते हुए बताया कि कम से कम 15 मिनट के बाद की जाने वाली हर अतिरिक्त 15 मिनट की सैर मौत की संभावना को 4 प्रतिशत और कम कर देती है. रेग्युलर सैर करने से हर तरह के कैंसर का खतरा भी लगभग 1 प्रतिशत तक कम हो जाता है.

उनके अनुसार, व्यायाम के यह सभी फायदे हर उम्र, वर्ग, लिंग और दिल के रोगियों में भी देखे गए हैं.

तो एक साथ आ गए शाहरुख और सलमान

इस साल शाहरुख खान की फिल्म ‘फैन’ रिलीज हुई है. वहीं सलमान खान की भी सिर्फ एक फिल्म ‘सुल्तान’ आई. दोनों ही फिल्में यशराज बैनर तले बनी है. लिहाजा, दोनों ही फिल्मों को एक साथ ‘बुसान इंटरनेश्नल फिल्म फेस्टिवल’ में स्क्रीन किया जाएगा.

6 से 15 अक्टूबर तक चलने वाले इस फिल्म फेस्टिवल में अली अब्बास जफर निर्देशित फिल्म ‘सुल्तान’ ओपन सिनेमा सेक्शन में प्रदर्शित की जाएगी. वहीं मनीष शर्मा निर्देशित ‘फैन’ एशियन सिनेमा सेक्शन में दिखाई जाएगी. कोई शक नहीं कि खान्स फैन इस खबर से बेहद खुश होंगे. आखिर साल खत्म होते होते शाहरूख- सलमान एक साथ आ ही गए.

बहरहाल, फिल्म फेस्टिवल की बात छोड़ दें तो सलमान, शाहरुख की कई फिल्में लाइन में हैं. दोनों खान एक के बाद एक धमाकेदार फिल्मों के साथ फैंस के सामने आने वाले हैं.

ये रहे बाल सुखाने के सही तरीके

नहाने के बाद बालों को सुखाना बड़ा ही झंझट का काम लगता है. मगर यह उतना भी मुश्किल नहीं है जितना आपको लगता है, बस जरूरत है एक्स्ट्रा केयर की. क्‍या आपको पता है कि नहाने के बाद हमारे बाल और अधिक कमजोर हो जाते हैं और अगर उन्‍हें ठीक से ना सुखाया गया तो 30% से 40% तक बाल झड़ जाते हैं.

अगर आप बालों को रगड़ रगड़ कर पोछती हैं तो, बाल बीच से टूट कर दो मुंहे भी हो सकते हैं. इसलिये आज हम आपको बालों को कैसे सुखाया जाए, यह बात बताने वाले हैं. तो ज़रा ध्‍यान दें…

हाथों से बालों को निचोड़ें: अपने हाथों से गीले बालों को निचोड़ें और फिर तौलिये का प्रयोग करें. गीले बालों को मोडे़ नहीं तो वह टूट सकते हैं.

मोटे तौलिये का प्रयोग ना करें: मोटा तौलिया बालों के लिये बहुत खराब होता है. इससे बाल फिजी हो जाते हैं, तथा कमजोर हो कर टूटने लगते हैं. बालों को पोछने के लिये महीन तौलिये का या फिर पुरानी टी शर्ट का प्रयोग करें क्‍योंकि वह बहुत मुलायम होते हैं.

तौलिये से बालों को पोछें: बालों में पानी हो तो उसे कभी भी तौलिये से तेजी से ना रगड़ें. इसकी बजाए बालों के नीचे छोर को पकड़ कर उसमें से पानी निचोड़ें. ऐसा तब तक करें जब तक कि बालों का सारा पानी न निचुड़ जाए.

बालों को झटकें: गीले बालों को झटक कर उसमें से पानी निकालें. फिर अपनी उंगलियों से बालों की जड़ो की थोड़ी देर मसाज करें. इससे बालों की जड़ों में खून का फ्लो तेज होगा और बालों की ग्रोथ अच्‍छी तरह से होगी.

हेयर सीरम लगाएं: हेयर सीरम लगाने से बाल ऊपर से सुरक्षित रहते हैं. हाथों में हल्‍का सा हेयर सीरम लें और उसे बालों की जड़ों तक लगाएं.

ब्‍लो ड्राय: अगर हो सके तो ब्‍लो ड्राय करने से बचें. अगर इसका उपयोग भी कर रही हैं, तो कोशिश करें कि बाल 80 प्रतिशत तक सूख चुके हों. ड्रायर को कूलेस्‍ट मोड पर सेट कर के ही प्रयोग करें.

“मैं शाहरुख की खोज हूं”

जी हां, राखी सावंत ने हाल ही में बॉलीवुड नाउ को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि वह शाहरूख खान की डिस्कवरी हैं. शाहरूख की फिल्म रईस में सनी लियोन एक आईटम नंबर करने वाली हैं.

लिहाजा, जब राखी से पूछा गया कि क्या वे भी शाहरूख की फिल्म में काम करना चाहेंगी? तो राखी सावंत ने कहा, “मैं तो शाहरूख की खोज हूं. फिल्म ‘मैं हूं ना’ से लेकर अब तक मैंने शाहरूख खान के साथ कई फिल्में की हैं. सनी लियोन को तो अब जाकर फिल्म मिली है. और कितने आईटम नंबर कर लेगी. आखिर में तो उसे पोर्न फिल्म ही करनी है. मेन काम तो वही है.”

इसमें कोई शक नहीं कि राखी सावंत की बातों से सनी लियोन के खिलाफ जमकर गुस्सा दिखता है. और भी क्यों ना. कभी राखी बॉलीवुड भी टॉप आईटम गर्ल थीं.

यहां देखें बॉलीवुड नाउ को दिए इंटरव्यू में राखी ने क्या कहा…

‘जंगलादेश’ का नाम सुना है?

पुराने समय की बात है जब एक प्रसिद्ध प्रांतीय राजा का दूसरा पुत्र राजसिंहासन प्राप्त न कर पाने पर अपने पिता का राज्य छोड़ कर चला गया. अपने राज्य से दूर, थार मरुस्थल के शुष्क क्षेत्र में जाकर उसने एक पुराने पत्थर का किला खड़ा कर अपने खुद के राज्य की स्थापना की. कुछ सालों बाद यह राज्य राजस्थान के लोकप्रिय राजवंशो में से एक प्रसिद्द राजवंश के रूप में उभरा और इसी तरह ‘जंगलादेश’ का गठन हुआ.

राव बीका ने जंगलादेश राज्य की स्थापना की और आज वो बीकानेर के नाम से पूरी दुनिया में प्रसिद्द है. राव बीका, जोधपुर के संस्थापक, महाराजा राव जोधा के दूसरे पुत्र थे. बीकानेर जैसे गढ़ वाले शहर में एक पुराना पत्थर का किला है जहां राव बीका ने अपने वंश की स्थापना की. बाद में इसी पुराने किले के सामने एक नए और विशाल किले का निर्माण किया गया जिसे जूनागढ़ का किला कहते हैं.

चलिए आज हम आपको इस लेख में जूनागढ़ के शानदार किले के बारे में कुछ और अधिक बातें बताते हैं जिसे जानकर आपकी यहां जाने की उत्सुकता और बढ़ जाएगी.

जूनागढ़ का किला

बीकानेर के हर शासक का जूनागढ़ के किले में अपना एक अलग प्रभाव पड़ा है. किले के अंदर बने कई महल, मंदिर, बगीचे इस विविध वास्तुकला के शानदार नमूने हैं.

अगर तुलना की जाये तो, यह नया जूनागढ़ का किला पुराने किले से काफी बड़ा और शानदार है. बीकानेर के शासक राजा राय सिंह ने इस किले का निर्माण कार्य आरम्भ करवाया था. सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस किले पर कभी किसी दुश्मन ने आक्रमण नहीं किया, सिर्फ एक दिन को छोड़कर जब कामरान मिर्ज़ा ने इस किले पर आक्रमण किया था.

जूनागढ़ किले के आकर्षक केंद्र

जूनागढ़ किला एक कीमती वास्तुकला का नमूना और राजस्थान के सबसे सुन्दर किलों में से एक है. धरोहर प्रेमियों के लिए, यह एक सपने की तरह है जहां उन्हें देखने और समझने के लिए बहुत सारे आकर्षण के केंद्र हैं. ऐसा कहा जाता है कि वहां राज करने वाले हर शासक ने उस किले में कुछ नया जोड़ा और हर बार उसकी मरम्मत करवाई है. किले का हर कोना एक नई कहानी कहता है.

किले की सैर शुरू होते ही, जूनागढ़ किले के हर द्वार पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. इस किले में 7 द्वार हैं और अब यहां का सूरज पोल यहां का मुख्य द्वार है. प्रवेशद्वारों पर बारीकी से की गई वास्तुकला की छोटी-छोटी कृतियां, रक्षात्मक संरचनाएं अपने आप ही इन प्रवेशद्वारों को एक आकर्षण के रूप में पेश करती हैं.

अब बात आती है यहां के महल और मंदिरों की जो राजस्थान के वास्तुकला और शिल्पकला को बखूबी दर्शाते हैं. जैसा कि इस किले की संरचना के अलग-अलग प्रभाव हैं, किले में की गयी अलग-अलग वास्तु शैलियों को बखूभी देखा जा सकता है. किले की सबसे प्रमुख शैलियां हैं, राजस्थानी, मुगल और पश्चिमी वास्तुकला.

जूनागढ़ किले के महल

यहां स्थित हर महलों की अपनी अलग विशिष्टता और शैली है. महल में इस्तेमाल किये गए संगमरमर के पत्थर, लाल पत्थर, आर्किटेक्चर, नक्काशीदार दीवारें, और महलों में किये गए भित्ति चित्र उस समय की भव्यता को बखूबी दर्शाते हैं. अनुप महल, करण महल, गंगा महल, बादल महल और फूल महल जूनागढ़ किले के अंदर स्थापित कुछ मुख्य महल हैं.

जूनागढ़ किले के अंदर ही जूनागढ़ किले का संग्रहालय भी पर्यटकों का प्रमुख स्थल है. इस संग्रहालय में कई कलाकृतियों, चित्रों और बीकानेर के राजसी परिवारों से सम्बंधित कई सारी वस्तुओं का संग्रह है.

आपकी जूनागढ़ किले की यात्रा सबसे शानदार और मजेदार यात्रा होगी जहां आप इसके अंदर ही एक अलग और खूबसूरत दुनिया को देख सकेंगे. आप यहां किले के अंदर बीकानेर के राजाओं के शाही राज घराने की ठाठ-बाठ को पूरी तरीके से सराह सकते हैं.

कटरीना को मिलेगा स्मिता पाटिल मेमोरियल अवॉर्ड

‘फितूर’ और ‘बार बार देखो’ के फ्लॉप होने के बावजूद कटरीना कैफ की लोकप्रियता कम नहीं हुई है इसलिए अब उन्हें बॉलीवुड में योगदान के लिए एक बड़ा अवॉर्ड दिया जायेगा.

कटरीना को 19 सितंबर को मुंबई में स्मिता पाटिल मेमोरियल अवॉर्ड से सम्मानित किया जायेगा. साल 2012 में यही अवार्ड दीपिका पादुकोण को मिल चुका है.

प्रियदर्शनी अकादमी नाम की संस्था हर साल अलग अलग क्षेत्र की हस्तियों को सम्मानित करती है. आयोजकों के मुताबिक कटरीना कैफ सिर्फ लोकप्रिय और सफल अभिनेत्री ही नहीं हैं बल्कि आकर्षक सिलेब्रिटी भी हैं.

हिंदी फिल्मों में दिए गए उनके योगदान को देखते हुए कटरीना को ये सम्मान दिया जा रहा है.

इसमें कोई दो राय नहीं कि कटरीना ने विदेशी होते हुए भी हिंदी फिल्मों में बड़ा नाम कमाया है लेकिन पिछले एक दो साल कटरीना के लिए ठीक नहीं रहे हैं. फिल्में भी फ्लॉप हुई और रणबीर कपूर से ब्रेकअप के चलते उनका दिल भी टूटा.

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