लाख दुखों की एक दवा: जीरा-काली मिर्च का दूध

अगर आप भी अपने स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति काफी सचेत रहते हैं और, तो जीरे और काली मिर्च वाला दूध पियें. इसको रोजाना सोने से पहले पियें और इसके फायदे देंखे.

इस स्‍वास्‍थ्‍य से भरे पेय में ढेर सारे विटामिन और मिनरल्‍स होते हैं जो बॉडी की कोशिकाओं को पोषण देते हैं और किसी भी बीमारी से लड़ने के लिये उसे तैयार करते हैं.

दूध, जीरे और काली मिर्च का यह पेय सर्दी, जुखाम, वायरल बुखार, अपच आदि में लाभदायक होता है. रोजाना पीने से आपका इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत होता है.

सामग्री-

दूध – 1 चम्‍मच 

जीरा- 1 चम्‍मच 

काली मिर्च पावडर – ½ चम्‍मच

बनाने की विधि- 

– एक पैन में दूध गरम करें. 

– दूसरी ओर मिक्‍सी में जीरा और काली मिर्च पावडर पीस लें.

– अब दूध को गिलास में डाल कर उसमें पिसा जीरा और काली मिर्च पावडर मिक्‍स करें. 

– आपका दूध रेडी है.

बहुत कुछ बदल जाएगा नागिन 2 में…

टेलीविजन पर जिस सीरियल का आपको बेसब्री से इंतजार है उसके शुरू होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. हम बात कर रहे हैं नागिन सीरियल के सीजन 2 की. जब नागिन सीरियल बंद हुआ था तो मौनी के फैन्स काफी मायूस हो गए थे. लेकिन जैसे ही खबर आई कि नागिन का सीजन 2 भी जल्द आपके सामने आने वाला है, तो लोग काफी खुश हुए. जब उन्हें ये पता चला कि मौनी एक बार फिर इस सीजन में दिखाई देंगी, तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा.

खबर है शो को पहले से ज्यादा दिलचस्प बनाने के लिए इसमें कई सारे नए चेहरे नजर आएंगे, जिन्हें आपने पहले सीजन में नहीं देखा होगा. पिछले सीजन में ऋतिक का किरदार निभाने वाले अर्जुन बिजलानी इस बार आपको इस शो में नजर नहीं आएंगे. खबर हैं कि टीवी एक्टर करणवीर बोहरा उनकी जगह लेंगे.

पहले बताया जा रहा था कि सीरियल में इच्छाधारी नागिन शेषा का किरदार निभाने वाली अदा अगले सीजन का हिस्सा नहीं होंगी. लेकिन ‘नागिन’ में उनके रोल की लोकप्रियता के चलते एकता ने उन्हें रिप्लेस करने का इरादा बदल लिया.

सीरियल ‘नागिन’ ने 1 नवंबर 2015 को शुरुआत की थी और जून 2016 में यह बंद हो गया था. 62 एपिसोड के प्रसारण के साथ यह शो काफी लोकप्रिय हुआ. इसके अगले सीजन की वापसी अक्टूबर में होगी. मौनी रॉय भले ही कई सीरियल्स में नजर आ चुकी हों लेकिन उन्हें असली लोकप्रियता तो ‘नागिन’ से ही मिली. पिछले सीजन की तरह मौनी इस सीजन में नजर तो आएंगी लेकिन इस बार रितिक और शिवन्या की बेटी के किरदार में. इसी के साथ खबर ये भी है कि मौनी रॉय इसमें आपको डबल रोल में दिखाई दे सकती हैं.

सुसाइड बॉम्बर्स पर बनेगी फिल्म

संजय दत्त के खाते में एक और फिल्म आई है. वेव ग्रुप के राजू चड्‌ढा ने उन्हें अपनी फिल्म टोरबाज के लिए साइन किया है. इसे अवॉर्ड विनिंग डायरेक्टर गिरीश मलिक निर्देशित करेंगे. यह फिल्म अफगानिस्तान की पृष्ठभूमि पर होगी. इसकी कहानी सुसाइड बॉम्बर्स बनने वाले बच्चों पर केंद्रित है. फिल्म बताएगी कि कैसे बच्चों को आतंकी बनाने के लिए उनका ब्रेनवॉश किया जाता है. उन्हें मौत के बाद जन्नत नसीब होने के सपने दिखाए जाते हैं.

फिल्म में संजय दत्त उस आर्मी ऑफिसर की भूमिका निभाएंगे, जो इन बच्चों को नई उम्मीद की किरण दिखाता है. संजय को स्क्रिप्ट पसंद आई है और वे जल्द इस पर काम शुरू करना चाहते हैं. अधिकतर शूटिंग मिडिल ईस्ट और अफगानिस्तान में प्लान की जा रही है.

निर्माता के अनुसार, ये एक पेचीदा विषय है. इसमें काफी रिसर्च की जरूरी है. इसलिए फिल्म देरी से ही शुरू होगी.

पूर्व क्रिकेटर रमीज राजा का है आइडिया

इस फिल्म का आइडिया सबसे पहले पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर रमीज राजा के दिमाग में आया था. वे गिरीश मलिक की फिल्म जल देखने के बाद उनसे मिले थे और फिर बाद में उन्होंने ये आइडिया उनसे शेयर किया.

‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड ले जाएंगे ये एक्टर!

अगले साल जब कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड्स अनाउंस होंगे तो हो सकता है कि उनमें बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड एक हीरो लेकर जाएगा. कम से कम राजकुमार राव की अगली फिल्म का लुक देखकर तो ऐसा ही लग रहा है. 

राजकुमार राव एक बंगाली फिल्म ‘आमी सायरा बानू’, में हिजड़े का किरदार निभा रहे हैं. फिल्म में उनका पहला लुक बाहर आ चुका है. गौरतलब है कि बॉलीवुड ने भी ऐसे किरदारों के साथ काफी एक्सपेरिमेंट किया है और ये एक्सपेरिमेंट कभी भी फूहड़ नहीं लगे. इन किरदारों में जान थीं, तो इन्हें निभाने वाले कलाकारों ने इसे बेहतरीन ढंग से निभाया.

अब आई बात बेस्ट एक्ट्रेस के अवार्ड की. दरअसल, ऐसा कहने के पीछे ठोस कारण है. 1996 में एक फिल्म आई थी ‘दायरा’. फिल्म में निर्मल पांडेय ने हिजड़ा की भूमिका निभाई थी. फिल्म की कहानी शानदार थी और फिल्म के लिए उन्हें एक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला था. जो उन्होंने फिल्म की हीरोइन सोनाली कुलकर्णी के साथ शेयर किया था. ऐसे कई कलाकार हैं जो परदे पर पूरी संजीदगी के साथ हिजड़े की भूमिका निभा चुके हैं.

नरगिस का क्लिवेज दिखा, चुकानी पड़ी कीमत

बॉलीवुड एक्ट्रेस नरगिस फाखरी इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘बैंजो’ का प्रमोशन करने में जुटी हुई है. हाल ही में नरगिस अपनी फिल्म का प्रमोशन करने के लिए रियलिटी शो ‘डांस प्लस’ का प्रमोशन करने पहुंची थीं. हमेशा से ही बोल्ड और सेक्सी दिखने वालीं नरगिस के लिए इस बार उनका यही अंदाज़ भारी पड़ गया.

रिपोर्ट्स की मानें तो हुआ यूं कि नरगिस इस शो पर एक काफी सेक्सी सी ड्रेस पहनकर गई थीं, जिसमें उनका क्लिवेज काफी दिखाई दे रहा था. बस शो के मेकर्स ने नरगिस को ड्रेस पर पिन लगाने के लिए कह दिया.

उनका मानना था कि नरगिस की ये ड्रेस एक फैमिली शो के हिसाब से ठीक नहीं है. शुरुआत में तो नरगिस ने ड्रेस को पिनअप करने से मना कर दिया लेकिन जब शो के डायरेक्टर तक ने भी ये बात बोल दी तो नरगिस के पास और कोई रास्ता नहीं बचा तो उन्हें भी अंत में अपनी ड्रेस को पिनअप करना ही पड़ा.

लेकिन अब सोचने वाली बात ये है कि बेचारी नरगिस के साथ ही ऐसा क्यों किया गया. जब कोई और एक्ट्रेस एक्पोज़ करती हैं तो उन पर आपत्ति क्यों नहीं जताई जाती. उदाहरण के तौर पर मलाइका अरोड़ा खान को ही ले लीजिए.

बैंक एफडी से बेहतर हैं शॉर्ट टर्म डेट फंड्स

मार्केट लिंक्ड रिटर्न होने के बावजूद शॉर्ट टर्म डेट फंड्स इस मामले में काफी स्टेबल होते हैं और 1 से 3 साल बाद के लक्ष्यों को पूरा करने के लिहाज से बेहतरीन होते हैं. टैक्स के मामले में भी ये फिक्स्ड डिपॉजिट से बेहतर होते हैं.

छोटी अवधि के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए बचत करने के लिहाज से बैंक डिपॉजिट्स को पसंदीदा इंस्ट्रूमेंट माना जाता है, लेकिन डेट म्यूचुअल फंड्स इनसे बेहतर विकल्प हो सकते हैं. अगर इन फंड्स में निवेश को तीन साल से अधिक समय तक बनाए रखा जाए तो ये टैक्स के लिहाज से भी निवेशकों को ज्यादा सहूलियत देते हैं. साथ ही, ये ज्यादा रिटर्न भी दे सकते हैं. हो सकता है कि आप कार खरीदने, विदेश में किसी जगह छुट्टियां मनाने के लिए जाने या अपने बच्चे के कॉलेज ऐडमिशन की फीस के लिए बचत कर रहे हों. आइए बेंगलुरु के वामन प्रभु के उदाहरण से इस बात को समझते हैं, जो 2-3 साल में कार खरीदने के लिए बचत कर रहे हैं. ]

शॉर्ट टर्म डेट फंड से उन्हें बैंक डिपॉजिट्स की तुलना में ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी और टैक्स एफिशंसी मिलेगी. प्रभु एक शॉर्ट टर्म डेट फंड में एसआईपी शुरू करना चाहते हैं. हालांकि निवेशक चाहें तो इन फंड्स में एकमुश्त रकम भी लगा सकते हैं. जेनी डिसूजा ने अपनी बेटी की फॉरन एजुकेशन के लिए करीब 7 लाख रुपये बचाए थे. उन्हें इस रकम की 16-18 महीनों में जरूरत पड़ सकती है. शॉर्ट टर्म डेट फंड उन्हें किसी फिक्स्ड टेनर में बांधे बगैर इस पैसे के निवेश की सहूलियत देगा.

क्या डेट फंड्स सुरक्षित होते हैं?

यह गलत धारणा है कि डेट फंड्स में नुकसान नहीं हो सकता. इनसे मिलने वाला रिटर्न इंट्रेस्ट रेट मूवमेंट से जुड़ा होता है. जब रेट्स में गिरावट हों तो बॉन्ड्स में म्यूचुअल फंड्स के निवेश की वैल्यू चढ़ती है और रेट्स बढ़ने पर इसका उलटा होता है. पिछले छह महीनों में इंट्रेस्ट रेट में कमी के कारण लॉन्ग टर्म बॉन्ड्स में रैली आई है. हालांकि शॉर्ट टर्म डेट फंड्स 1-2 साल की मच्योरिटी वाले बॉन्ड्स में निवेश करते हैं और इसके चलते इंट्रेस्ट रेट मूवमेंट्स का इन पर खास फर्क नहीं पड़ता है. इनकी अर्निंग्स मुख्य तौर पर इन बॉन्ड्स पर मिलने वाले ब्याज से होती है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले महीनों में इन बॉन्ड्स का प्रदर्शन अच्छा रहेगा. एक्सिस म्यूचुअल फंड के फिक्स्ड इनकम हेड आर शिवकुमार ने कहा, ‘हो सकता है कि एक-दो रेट कट्स हों, लेकिन उम्मीद है कि शॉर्ट टर्म बॉन्ड्स का प्रदर्शन आने वाले महीनों में शानदार रहेगा.’

दरअसल पिछले कुछ वर्षों से इस कैटिगरी में निवेश बढ़ रहा है. आईडीएफसी म्यूचुअल फंड के सीईओ कल्पेन पारेख ने कहा, ‘शॉर्ट टर्म डेट फंड्स की ऐसेट अंडर मैनेजमेंट पिछले एक साल में बढ़ी है. हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स दरअसल फिक्स्ड डिपॉजिट के टैक्स एफिशंट विकल्प के रूप में शॉर्ट टर्म डेट फंड्स का उपयोग कर रहे हैं.’

दूसरी ओर, इनकम फंड्स का मच्योरिटी पीरियड कुछ ज्यादा यानी 4-5 वर्षों का होता है. ब्याज दरों में और कमी हो तो इन फंड्स का प्रदर्शन अच्छा होगा, लेकिन एक्सपर्ट्स की राय इस बात पर बंटी हुई है कि आरबीआई रेट कट करेगा या नहीं. अगर रेट कट नहीं होता है तो इनकम फंड्स से रिटर्न कमजोर रहेगा. हालांकि ऐसा होने पर भी 30% टैक्स ब्रेकेट वालों को ये टैक्स कटने के बाद बेहतर रिटर्न देंग. हालांकि बॉन्ड्स यील्ड्स अभी 7 पर्सेंट के आसपास हैं और निकट भविष्य में इन फंड्स को कुछ दिक्कत हो सकती है. ऐतिहासिक रूप से लॉन्ग टर्म डेट फंड्स ने ऐसे दौर में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, जब बॉन्ड् यील्ड्स इतना नीचे हों. इनमें तभी निवेश करें, जब आप कम से कम 4-5 साल के लिए पैसा लगाने की सोच रहे हों.

डेट फंड में निवेश करते वक्त ध्यान रखें कि अगर आपने एक मिनिमम पीरियड से पहले पैसा निकाला तो आपको एग्जिट लोड (0.25-0.5%) चुकाना पड़ेगा. यह पीरियड आमतौर पर 6-12 महीनों का होता है, लेकिन कुछ मामलों में 12-18 महीनों का भी हो सकता है. एसआईपी निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि हर मंथली इंस्टॉलमेंट को अलग निवेश माना जाता है. आइए मान लेते हैं कि कोई फंड छह महीने से पहले निवेश भुनाने पर एग्जिट लोड लगाता है. ऐसे में अगर कोई निवेशक 12 महीने का एसआईपी सितंबर 2016 में शुरू करता है और पूरी रकम सितंबर 2017 में निकाल लेता है तो केवल पहली छह एसआईपी ही एग्जिट लोड से बचेंगी.

यहां नदी के ऊपर बहती है नदी

जर्मनी के मैगडेन शहर में नदी के उपर ऐसा ब्रिज है जिसमें नदी बहती है और साथ में बड़े-छोटे जाहज भी चलते है. इस ब्रिज की नदी शहर के बाहर एल्बे नदी में जा कर मिलती है. इस ब्रिज को मैगडेन वाटर ब्रिज के नाम से जाना जाता है.

व्यवसायिको के लिए ये नदी काफी महत्वपूर्ण है. इसके जरिए कई बड़े-छोटे व्यवसायिक जहाजों का उपयोग पूर्वी जर्मनी और पश्चिमी जर्मनी आने-जाने के लिए किया जाता है.नदी के ऊपर बने इस ब्रिज को साल 2003 में बनाया गया था. जहाजों के चलने के लिए ये दुनिया का सबसे लंबा जलमार्ग है, जो लगभग 1KM लंबा है.

मैगडेबर्ग शहर के बाहर हवेल और मिटेलैंड नहरे विपरित दिशाओं में बहती थीं. इसलिये इन नहरों को एक साथ मिलाकर नदी के ऊपर से ब्रिज के द्वारा ले जाया गया और शहर से काफी दूर एल्बे नदी में मिला दिया गया. तभी जहाजों के लिए एक नया रास्ता बन गया.

इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 3566 करोड़ रुपए थी. इस ब्रिज को बनाने का काम सन् 1930 में ही शुरू करना था, लेकिन दूसरे विश्वयुद्ध के कारण ऐसा नहीं हो सका. साल 1997 में इस ब्रिज को बनाने की प्रक्रिया फिर शुरू हुई और 2003 में ये पूरा हो गया.

हेल्दी गिफ्टिंग यानी फ्रूट बुके

किसी अपने का खास मौका हो तो सबसे बड़ी टेंशन होती है कि गिफ्ट क्या दिया जाए और जब कुछ समझ नहीं आता तो थक हार कर लगता है चलो फ्लावर बुके  ही ले लेते हैं, क्योंकि ये सबसे आसान गिफ्टिंग उपाय लगता है, पर हम आपको गिफ्टिंग का एक यूनिक आईडिया बताते हैं, जो न केवल हेल्दी होगा, बल्कि आकर्षक भी होगा.

हमारे यहां शुरू से चाहे बर्थडे पार्टी हो, मेरिज एनिवर्सरी हो, बुके देने का ही चलन है, लेकिन जहां फ्लावर बुके  की शोभा कुछ घंटों तक सिमित रहती है, वहीं फ्रूट बुके  आकर्षक होने के साथ हेल्दी ऑप्शन भी देता है. खास मौकों पर फ्रूट बुके भेजने का  यह यूनिक आईडिया है २८ वर्षीय नेहा अग्रवाल का. नेहा कुछ हटकर करना चाहती थी, जिसमे नयापन हो और लोगों के लिए हेल्दी भी हो. चूंकि नेहा के पास फ़ूड टेक्नोलोजिस्ट की डिग्री थी, इसलिये नेहा ने लोगों की हेल्थ का ध्यान रखते हुए सोचा क्यों कुछ ऐसा किया जाए कि लोगों को हेल्दी गिफ्ट मिलें और उन्होंने फ्रूटज कॉन्सेप्ट्स के नाम से फ्रूट बुके का काम शुरू किया.

आज नेहा के फ्रूट बुके पसंद करने वालों की लिस्ट दिनबदिन लम्बी होती जा रही है. फलों को कलात्मकता के साथ पेश करने का यह आईडिया लोगों को खासा पसंद आ रहा है. फ्रूट बुके में ताजा फलों के साथ चोकलेट्स व ड्राई फ्रूट्स को शामिल किया  जाता है. फ्रूट बुके बनाते समय फलों की ताजगी का पूरा ध्यान रखा जाता है. आप चाहें तो अपनी पसंद के अनुसार मनचाहे आकार और फ्रूट का बुके बनवा सकते हैं. यानी आप अपनी पसंद का कस्टमाइज फ्रूट बुके आर्डर कर सकते हैं.

नेहा बताती हैं कि बुके बनाते समय फलों की क्वालिटी व ताजगी का पूरा ध्यान रखा जाता है. बुके को डिलीवरी करने से कुछ घंटे पहले ही तैयार किया जाता है. फलों का बुके सजाते समय हाइजिन का पूरा ध्यान रखा जाता है. फ्रूट बुके बनाते समय  फलों को निर्धारित तापमान पर रखा जाता है, ताकि फलों की फ्रेशनेस बरक़रार रहे. तापमान का ध्यान बुके बनाते समय और डिलीवरी के दौरान भी रखा जाता है. बुके को बनाने के बाद उसे हाइजीनिक और जर्म फ्री रखने के लिए जर्म प्रोटेक्ट शील्ड से कवर किया जाता है.

फ्रूट बुके को आकर्षक बनाने के लिए किस्म किस्म की टोकरियों और वास का प्रयोग किया जाता है. कटर की सहायता से फलों को हार्ट, फ्लावर की आकर्षक शेप दी जाती है और फलों को इस तरह अरेंज किया जाता है कि वह बुके का रूप ले ले.  फ्रूट बुके 3 साइज़ में उपलब्ध  होते हैं – स्माल ,मीडियम और लार्ज, जहां स्माल फ्रूट बुके  5 लोगों के लिए काफी होता है, वहीं मीडियम बुके 8 लोगों के लिए और लार्ज बुके 12 लोगों के लिए काफी होता है. आप सप्ताह के सातों दिन 24X7 ऑनलाइन आर्डर कर सकते हैं. आप बुके में अपनी पसंद के फलों का चुनाव कर सकते हैं. बुके की पेमेंट आप क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग द्वारा कर सकते हैं. तो फिर तैयार हैं न आप हेल्दी गिफ्टिंग के लिए.

आप किसी भी तरह की जानकारी के लिए कस्टमर केयर नंबर 9871153804 पर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा hello@fruitzkoncepts.com से भी जानकारी हासिल कर सकते हैं.

ऐसे सुधारें अपना क्रेडिट स्कोर

घर, कार, बच्‍चों की पढ़ाई जैसे दूसरे बड़े खर्चों के लिए हम सभी को लोन की जरूरत होती है. लेकिन जरूरी नहीं कि बैंक आपकी जरूरत के मुताबिक लोन दे ही दें, और यदि दिया भी तो ब्‍याज दरें इतनी अधिक होंगी कि उसे भरते भरते आपकी कमर की टूट जाएगी.

कई बार हम ना-समझी में और कभी लापरवाही के चलते अपना क्रेडिट स्‍कोर खराब कर लेते हैं. ऐसे में जरूरी है कि लोन के लिए एप्‍लाई करने से पहले हम अपना क्रेडिट स्‍कोर ठीक कर लें.

क्रेडिट स्कोर के क्‍या हैं पैमाने

क्रेडिट ब्‍यूरो आपका क्रेडिट स्‍कोर 300 से लेकर 900 के बीच तय करते हैं. 750 का स्‍कोर बेहतर माना जाता है. वहीं 675 के क्रेडिट स्‍कोर को कई बैंक बैंच मार्क मानते हैं. इससे नीचे क्रेडिट स्‍कोर होने पर बैंक अक्‍सर लोन देने से मना कर सकते हैं. वहीं यदि बैंक लोन देने के लिए तैयार भी हो गए तो आपको अधिक ब्‍याज दर की पेशकश की जाएगी. ऐसे में आपका क्रेडिट स्‍कोर जितना ज्‍यादा होगा. आपको लोन भी उतनी जल्‍दी और आसान शर्तों पर मिल जाएगा.

समय समय पर जांचते रहें क्रेडिट स्‍कोर

अक्‍सर हम सिर्फ लोन लेने की स्थिति में ही क्रेडिट स्‍कोर का पता करते हैं. लेकिन इस स्थिति में आपकी जरूरत इतनी बड़ी होती है कि आप न तो क्रेडिट स्‍कोर को ठीक करने के बारे में सोच पाते हैं, और न हीं बैंक से कम ब्‍याज दर के लिए मोलतोल कर पाते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप समय-समय क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करते रहें. मकान लेने की सोच रहे हैं तो हर महीने क्रेडिट स्‍कोर जांच लें. इससे आपको अपने कमजोर पक्षों का पता चल जाएगा.

अनजानी गलतियां पड़ सकती हैं भारी

क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां होना बेहद सामान्‍य है. कई बार आपको अपनी गलतियां का अहसास भी नहीं होता जो आपका क्रेडिट स्‍कोर बिगाड़ देती हैं. कई बार बैंक रिकॉर्ड की गडबड़ी के कारण क्रेडिट रिकॉर्ड खराब हो जाता है और आपको पता ही नहीं चलता.

पेमेंट हिस्‍ट्री को तुरंत सुधारें

होम लोन के लिए एप्‍लाई करने से पहले जांच कर लें कि आपने पिछले 6 महीने में किसी लोन या क्रेडिट कार्ड की किश्‍त डिफॉल्‍ट तो नहीं की है. यदि ऐसा है तो बैंक से बात कर इस डिफॉल्‍ट की भरपाई कर दें.

गैर जरूरी खाते कर दें बंद

अक्‍सर हम एक से अधिक बैंक अकाउंट खोल लेते हैं. और बाद में उन्‍हें यूं ही छोड़ देते हैं. ऐसा करने से भी आपका क्रेडिट स्‍कोर खराब हो सकता है. बंद पड़े बैंक खाते के चलते बैंकों का आप पर बकाया जमा हो जाता है.

बार बार ने करें लोन के लिए आवेदन

आप जितनी बार लोन के लिए एप्‍लाई करते हैं, और जितनी बार होम लोन की एप्‍लीकेशन रिजेक्‍ट होती है. हर बार आपके क्रेडिट स्‍कोर छोड़ा बहुत गोता खा जाता है. ऐसे में जरूरी है कि एक ही जगह पर एक बार में लोन के लिए एप्‍लाई करें.

क्रेडिट लिमिट का सावधानी पूर्वक करें उपयोग

क्रेडिट कार्ड का गैर जरूरी इस्‍तेमाल भी आपका क्रेडिट रिकॉर्ड बिगाड़ सकता है. मान लीजिए आपके कार्ड की लिमिट 2 लाख है. इसका पूरा इस्‍तेमाल करने से बचें. माना जाता है कि आप यदि अपनी 40 फीसदी क्रेडिट लिमिट का उपयोग करते हैं तो आपका स्‍कोर बेहतर बना रहता है.

बनाएं अपना ट्रैक रिकॉर्ड

कई लोग अक्‍सर यही मान लेते हैं कि उन्‍होंने कोई लोन नहीं लिया है. तो उनका क्रेडिट स्‍कोर अच्‍छा ही होगा. लेकिन एसा नहीं है. अक्‍सर आपका कोई फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड न होने से भी आपको लोन मिलने में परेशानी हो सकती है. यदि क्रेडिट ब्‍यूरो के पास आपका कोई डाटा ही नहीं होगा तो वह किस आधार पर आपका स्‍कोर तय करेगा.

गारंटर बनने में बरतें सावधानी

अक्‍सर हम बिना सोचे समझे बैंक या फाइनेंशियल इंस्‍टीट्यूशन के सामने गारंटर के रूप में पेश हो जाते हैं. लेकिन यह अक्‍सर आप पर भारी पड़ जाता है. यदि वह व्‍यक्ति जिसकी आपने गारंटी ली है. डिफॉल्‍ट कर जाता है. तो इसका खामियाजा आपको भी अपने क्रेडिट पॉइंट खोकर चुकाना पड़ता है.

सभी तरह के लोन का हो रिकॉर्ड

आपके पास सभी प्रकार के लोन का रिकॉर्ड होना चाहिए. जैसे आपके पास क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन जिन के लिए कोलेटरल की जरूरत नहीं होगी. वहीं दूसा होम लोन या कार लोन जिसके लिए कोलेटरल आवश्‍यक है. सही मिश्रण होने पर आपको क्रेडिट एजेंसी से बेहतर अंक मिलते हैं.

महाराष्ट्र के खूबसूरत जलप्रपात

पहाड़ों के टेढ़े मेढ़े रास्तों से गुजरते हुए पानी के झरनों की मधुर आवाज किसे उत्साहित नहीं करती? अपने खूबसूरत सफ़र में पानी के इस मधुर आवाज को सुनते हुए, अंत में उस पानी की आवाज को खुद से बनते देखना एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला सुखद अनुभव होगा. खासकर की मॉनसून और मॉनसून के बाद का मौसम ऐसी जगहों की यात्रा करने का असीम सुख आपको देता है.

प्रकृति को हानि पहुंचा कर बनायी गयी बड़ी-बड़ी इमारतों और शहरों के ट्रैफिक की चैं-पौं से दूर, चलिए महाराष्ट्र के कुछ ऐसे खूबसूरत प्राकृतिक झरनों की सैर पर चलते हैं जिनकी पवित्र,प्राकृतिक व अनछुई खूबसूरती आपका मन मोह लेंगी.

1. लिंगमाला जलप्रपात

हरे-भरे चादर से ढका हुआ महाबलेश्वर बारिश के मौसम में खूब शानदार और प्रफ्फुलित लगता है. लिंगमाला जलप्रपात अपनी इसी खूबसूरती के साथ महाबलेश्वर के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है. ऊपर से गिरता हुआ यह झरना नीचे जा वेन्ना झील में मिल जाता है.

लिंगमाला जलप्रपात कैसे पहुंचें?

लिंगमाला जलप्रपात महाराष्ट्र के हिल स्टेशन महाबलेश्वर से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां आप महाबलेश्वर-पुणे रोड के जरिये पहुंच सकते हैं.

2. अम्बोली घाट जलप्रपात

अगर आपको बारिश और हरे-भरे प्रकृति से प्रेम है, तो इस मॉनसून के बाद आप अम्बोली घाट पर जाना न भूलें. घाट के आसपास बहती छोटी नदियां, पहाड़ियों से गिरते अस्थायी झरने इसकी घाट की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. अम्बोली घाट महाराष्ट्र की ऐसी खूबसूरती है जिसकी यात्रा करना आप बिल्कुल भी न भूलें.

अम्बोली घाट जलप्रपात कैसे पहुंचें?

अम्बोली घाट, स्वंतनवाड़ी के पास सिंधुदुर्ग में स्थित है. यह गोवा से लगभग 114 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. महाराष्ट्र के सभी मुख्य शहरों, जैसे मुम्बई, पुणे आदि से कई बसों की सुविधा स्वंतनवाड़ी तक के लिए उपलब्ध हैं. स्वंतनवाड़ी यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन भी है.

3. थोसेघर जलप्रपात

निःसंदेह ही शानदार थोसेघर जलप्रपात महाराष्ट्र के सबसे खूबसूरत जलप्रपातों में से एक है. एक खूबसूरत झरनों की श्रृंखला थोसेघर जलप्रपात की रचना करती है, जो सतारा शहर से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. खूबसूरत हरे-भरे पहाड़ियों की ऊंची ढलानों से दूध से सफेद पानी का गिरना एक आनंद भरे दृश्य की रचना करता है, जिसे देख आपको अद्भुत नैन सुख प्राप्ति का अनुभव होगा.

थोसेघर जलप्रपात कैसे पहुँचें?

पुणे से कई सारी बसें सतारा तक के लिए उपलब्ध हैं. आप सतारा पहुंच कर किसी भी ऑटो रिक्शा में सवार हो इस खूबसूरत जलप्रपात के सुन्दर दृश्य के नजारे लेने के लिए पहुंच सकते हैं.

4. पांडव कड़ा जलप्रपात

कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि महाभारत के पांचों पांडव भाइयों ने इसी झरने के निचे स्नान किया था. इसलिए इस झरने का नाम पांडव कड़ा जलप्रपात पड़ गया. यह झरना, नवी मुम्बई के आदर्श पिकनिक स्थलों में से एक है. दुर्भाग्य से इस झरने में कई लोगों की जानें भी गयी हैं. इसलिए आप जब भी कभी इस झरने की यात्रा पर जाएं तो पूरी सावधानी बरतें और इसका भरपूर मजा लें.

पांडव कड़ा जलप्रपात कैसे पहुंचें?

मुंबई और पुणे से कई सारी बस सुविधाएं खारघर तक के लिए उपलब्ध हैं. मुंबई सी.एस.टी स्टेशन से हारबर मार्ग से आने वाली ट्रेन से आप खारघर पहुंच सकते हैं. आप या तो खारघर या नेरुल स्टेशन पर उतर कर यहां तक पहुंच सकते हैं.

5. भिवपुरी जलप्रपात

भिवपुरी जलप्रपात, महाराष्ट्र के करजात में बसे भिवपुरी नगर में स्थित एक दिलचस्प आकर्षण है. यह पर्यटक स्थल होने के साथ-साथ रोमांचक क्रियाओं का भी स्थल है. यह भारत के सबसे खूबसूरत जलप्रपातों में से भी एक है.

भिवपुरी जलप्रपात कैसे पहुंचें?

भिवपुरी, करजात के निकट ही स्थित है. किसी भी निजी या सरकारी वाहन से यहां आराम से पहुंचा जा सकता है. करजात यहां के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है.  

6. कुने जलप्रपात

कुने जलप्रपात लोनावला और खंडाला के बीच में स्थित है. लोनावला बायपास पहुंचने के लिए मुम्बई-पुणे एक्सप्रेसवे से जाएं और उसके बाद इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए खंडाला की ओर बढ़ें.

प्रकृति के ऐसे सौन्दर्यों की यात्रा करना अपने में ही अलग एक अद्वितीय अनुभव होता है. ये जलप्रपात महाराष्ट्र के उन प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं, जिनके नजारों के मजे लेना आप बिल्कुल भी न भूलें. हालांकि इनमें से कई प्रपात, मौसमी जलप्रपात हैं और जुलाई से दिसम्बर तक के महीने इनकी यात्रा के लिए सबसे सही समय हैं.

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