तो इन आधारों पर बैंक पास करते हैं लोन

आपके क्रेडिट स्कोर ज्यादा हैं तो आपको लगता है कि आपके लिए लोन लेना आसान है. लेकिन, यह गलत धारणा है क्योंकि कई बार 900 में 750 प्लस क्रेडिट स्कोर के बावजूद लोन ऐप्लिकेशन रिजेक्ट हो गए. यानी, इतना तो तय है कि लोन देने से पहले बैंक या दूसरी संस्थाएं सिर्फ क्रेडिट स्कोर नहीं बल्कि कई बातों पर गौर करती हैं. आगे की स्लाइड्स पर देखिए, किन आधार पर पास होता है लोन

रिपोर्ट में कॉमेंट पर नजर

क्रेडिट रिपोर्ट में पिछले लोन लेंडर्स के कॉमेंट होते हैं जिनपर अब लोन देने वाले गंभीरता से विचार करते हैं. इन कॉमेंट्स में रीपेमेंट को लेकर आपके पिछले व्यवहार का जिक्र होता है. Written Off, Settled और Days past dues आदि जैसे नेगेटिव रिमार्क्स आपको आगे लोन लेने से रोक सकते हैं.

..तब ईमानदारी भी काम नहीं आती

अगर आप अपनी सैलरी का अच्छा-खासा हिस्सा अभी लोन चुकाने में दे रहे हैं तो बैंक या कंपनियां समझेंगी कि आपको लोन नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि आप आगे पैसे नहीं चुका पाएंगे. उनकी इस सोच पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने पुराने लोन के रीपेमेंट हमेशा समय पर किए हैं.

कर्जखोर हैं तो गड़बड़

अगर आपने पिछले साल लोन लिया और इस साल दुबारा लोन मांग रहे हैं तो बैंक इस सोच में पड़ जाते हैं कि कहीं यह कर्जखोर तो नहीं. यानी, बार-बार कर्ज मांगना भी नुकसान दायक साबित हो सकता है, भले ही रीपेमेंट का आपका ट्रैक रिकॉर्ड कितना भी साफ-सुथरा क्यों ना हो.

टैक्स हिस्ट्री

बैंक कम-से-कम दो सालों से टैक्स पे करने वाले लोगों को तवज्जो देते हैं. इससे किसी खास व्यक्ति के लोन की पत्रता की झलक मिल जाती है. रिटर्न फाइल करने से भी लोगों की फाइनैंशल हैबिट का पता चलता है.

पहले का कर्ज रखता है मायने

लोन देने वाले आपके पहले के लोन का नेचर देखते हैं कि क्या वे सिक्यॉर्ड थे या अनसिक्यॉर्ड. अगर आपने सिक्यॉरिटी या गारेंटर के मार्फत मिलने वाले लोन, मसलन ऑटो लोन या होम लोन आदि ले रखे हों तो बैंकों को बहुत चिंता नहीं होती है.

हालांकि, पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन जैसे अनसिक्यॉर्ड लोन ले रखे हों तो अगला लोन देने से पहले बैंक या कंपनियां यह चेक करेंगी कि आपने लोन के कितने आवेदन दे रखे हैं. अगर सिक्यॉर्ड लोन के मुकाबले अनसिक्यॉर्ड लोन का प्रतिशत ज्यादा है तो मुमकिन है कि बैंक आपको अनसेफ कैंडिडेट घोषित कर दें.

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण क्‍या हैं?

विश्व स्तर पर सबसे अधिक कैंसर फेफड़े, स्तन और कोलोरेक्टल के पाए जाते हैं. सामान्यत: ब्रेस्ट कैंसर के कोई विशिष्ट लक्षण नहीं होते. संकेतों की अस्पष्टता होने के कारण इसका पता लगाना मुश्किल होता है.

स्तन में गाँठ होना, निप्पल से खून आना, निप्पल में गड्ढा पड़ना, निप्पल में खिंचाव, छाती की रूपरेखा में बदलाव, निप्पल पर रैश आना, ये सभी चिंता का कारण हो सकते हैं.

सबसे प्रमुख लक्षण छाती में गाँठ आना है. वास्तव में छाती में आने वाली हर गाँठ खतरनाक नहीं होती. स्तन में होने वाली लगभग 10 प्रतिशत गांठें ही कैंसर की होती हैं.

यदि आपको फाइब्रोएडीनोमा है तो निसंदेह आपको स्तन कैंसर है. स्तन में तीन तरह की गांठे पायी जाती हैं. आपको किस तरह की गाँठ हुई है यह जानने के लिए सर्जन ट्रिपल असेसमेंट प्रक्रिया करते हैं. ब्रेस्ट की बायोप्सी भी की जाती है.

ब्रेस्ट की नलिकाओं में खराब कोशिकाओं के कारण निप्पल से खून आता है परन्तु यह बहुत ही दुर्लभ लक्षणों में से एक है और गणना के अनुसार केवल आठ प्रतिशत या उससे कम महिलाओं को ही स्तन से ब्लीडिंग होने पर ब्रेस्ट कैंसर होता है.

ब्रेस्ट कैंसर का अन्य लक्षण ब्रेस्ट की त्वचा में गड्ढे पड़ना या खिंचाव आना है. यह वास्तव में एकदम सही लक्षण है. यदि आपकी उम्र पचास वर्ष से अधिक है और आप देखती हैं कि आपकी त्वचा में गाँठ जैसी बन रही है तो आप गाँठ को स्पर्श करके देख सकते हैं. यदि यह हिलती नहीं है और गड्ढा पड़ता है तो यह चिंता का विषय हो सकता है.

किसी भी प्रकार के रेडिएशन से ब्रेस्ट कैंसर के मूल कारण का इलाज नहीं किया जा सकता. सभी परंपरागत उपचारों का एक ही उद्देश्य होता है या तो मार दिया जाए या काट दिया जाए. तो ध्यान रखें तथा नियमित तौर पर अपने स्तनों की जांच कराती रहें और यदि उपरोक्त लक्षणों में से कुछ लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर के पास जाएं.

फिल्‍म ‘दिल’ का बनेगा सीक्‍वल

युवा उम्र में एक लड़का-लड़की को प्यार हो जाता है, जिसके खातिर वो अपना घर-बार छोड़कर एक नई दुनिया बसा लेते हैं, मगर लड़का गरीब होता है और लड़की के परिवार वालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं होता है. फिर छिड़ जाती है एक जंग और अंत में जीत होती है ‘प्यार की. यही कहानी होती है ‘दिल’ की, जो दर्शकों के दिल को छूने में कामयाब रहती है और इसके साथ ही यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट साबित होती है. वहीं उस लड़के-लड़की की भूमिका में आमिर खान और माधुरी दीक्षित की जोड़ी भी जबरदस्त हिट रही थी.

अब इसी हिट रोमांटिक फिल्म का सीक्वल बनने जा रहा है और फिल्मकार इंद्र कुमार को पूरी उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट पर इस साल काम शुरू हो जाएगा. ‘आइएएनएस’ से बातचीत में इसकी योजनाओं के बारे में पूछेे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हम इस साल काम शुरू कर देंगे. मैं इस प्रोजेक्ट को लेकर बेहद उत्साहित हूं, क्योंकि ‘दिल’ हमेशा से मेरे दिल के करीब रही है. हम लोग स्टार कास्ट पर फैसला ले रहे हैं. चूंकि यह एक सफल फिल्म रही है, इसलिए मैं लोगों को निराश नहीं होने देना चाहता. मैं इसे खास बनाना चाहता हूं.’

इंद्र कुमार ने जोर देते हुए यह भी कहा कि वो रोमांटिक जोन में फिर से वापस जाना चाहते हैं. आपको बता दें कि इंद्र कुमार ज्यादातर एडल्ट-कॉमेडी फिल्मों का निर्देशन किया है. उन्होंने कहा, ‘मैं एक रोमांटिक फिल्म बनाना चाहता हूं. इसलिए यह (दिल का सीक्वल) एक सचेत प्रयास है.’ फिलहाल इंद्र कुमार की अगली फिल्म ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती’ है, जो सेक्स-कॉमेडी है. हालांकि यह फिल्म रिलीज से पहले ही लीक हो चुकी है. यह इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है. इसमें विवेक ओबेरॉय, रितेश देशमुख, आफताब शिवदसानी और उर्वशी रौतेला ने अहम भूमिकाएं निभाई हैं.

तो इन्हें नापसंद है सेल्फी

दिग्गज अभिनेत्री शबाना आजमी को घेरकर जब लोग सेल्फी लेने लग जाते हैं तो उन्हें यह पसंद नहीं आता. इसलिए जब बेंगलुरु में एक विवाह समारोह में किसी ने उनके साथ सेल्फी लेने की बजाय उनसे तस्वीर खिंचवाने का अनुरोध किया तो उन्हें बड़ा अच्छा लगा.

शबाना ने रविवार को ट्विटर पर लिखा, ‘मैं बेंगलुरु में एक शादी में गई थी, जहां मुझे यह देखकर खुश हुई कि लोग आपकी ‘इच्छा जाने-समझे बगैर’ भी सेल्फी नहीं, बल्कि फोटोग्राफ क्लिक करवाने का अनुरोध कर रहे थे. यह राहत भरा रहा.’

इससे पहले शनिवार को संजीव कुमार के जन्मदिन पर शबाना ने बताया था कि एक बार दिवंगत अभिनेता ने उनका मजाक बनाया था. उन्होंने लिखा, ‘एक बार मैंने संजीव कुमार को बताया कि मैं बहुत गंभीर और मेहनती अभिनेत्री हूं. उन्होंने जवाब दिया, कितना अच्छा है. काश इसके साथ-साथ प्रतिभा भी होती.’

देखें दीपिका का ये नया वीडियो

नाईकी के नए ऐड में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण महिला खिलाड़ियों की सराहना करती नजर आईं हैं. इन महिलाओं का लक्ष्य भारत में खेल में प्रतिभागिता को बढ़ावा देना है.

सोमवार को जारी तीन मिनट के इस विज्ञापन वीडियो ‘डा डा डिंग’ में नेशनल हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल के अलावा फुटबॉलर ज्योति आन बुरेट और क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और शुभलक्ष्मी शर्मा भी नजर आ रही हैं.

इस म्यूजिक वीडियो में अगली पीढ़ी से अपील की गई है कि वे पुरानी परंपराओं को तोड़कर अपने जीवन में खेल को जोड़ते हुए सफलता की नई कहानी लिखें.

तो करीना की ये है दिली ख्‍वाहिश

करीना कपूर इन दिनों प्रेग्नेंट हैं और दिसंबर में अपने पहले बच्चे को जन्म देने वाली हैं. इस बीच, उन्होंने एक चाहत जताई है कि वो अपनी बड़ी बहन करिश्मा कपूर के साथ काम करना चाहती हैं. एक समय में बॉलीवुड पर राज करने वालीं और ‘हीरो नंबर वन’, ‘दिल तो पागल है’ व ‘राजा हिंदुस्तानी’ जैसी पॉपुलर फिल्में देने वालीं करिश्मा पिछले काफी समय से पर्दे से गायब हैं.

करिश्मा आखिरी बार 2013 में आई ‘डेंजरस इश्क’ में दिखी थीं, मगर यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गई. हालांकि अब करिश्मा एक बार फिर बॉलीवुड में वापसी को लेकर तैयारियों में जुट गई हैं. उनका हाल ही में अपने पति संजय कपूर से आधिकारिक रूप से तलाक भी हो गया, जिसको लेकर वो काफी समय से कानूनी पचड़े में फंसी हुई थीं. हो सकता है करीना की यह चाहत करिश्मा को फिल्म दिलवाने में मदद कर सके.

दरअसल, करीना से पूछा गया कि क्या वो करिश्मा के साथ किसी फिल्म में काम करना चाहती हैं या या इसकी कोई योजना बना रही हैं तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘मैं हमेशा से चाहती हूं…कोई योजना नहीं है, मगर मैं उनके साथ काम करना चाहती हूं’. वैसे करीना ने यह भी कहा कि कोई योजना इसलिए नहीं है, क्योंकि उन्हें इस बारे में जानकारी ही नहीं है कि करिश्मा बॉलीवुड में वापसी करना चाहती हैं.

हालांकि करीना ने यह कहते हुए दोनों बहनों को एक साथ पर्दे पर देखने की उम्मीद जगा दी कि अगर कोई अच्छी स्क्रिप्ट मिलती है तो हो सकता है दोनों साथ काम करें. फिलहाल करीना, रिया कपूर और एकता कपूर की फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ की शूटिंग शुरू करने को लेकर उत्साहित हैं. प्रेग्नेंट होने के बावजूद करीना इस फिल्म में काम करेंगी और उनके साथ सोनम कपूर भी लीड रोल में नजर आएंगी.

क्या है गौरव के मौत का राज?

जिंदगी से ज्यादा वो मौत का सच जानना चाहता था. मौत के बाद की सच्चाई पता लगाना चाहता था. मुर्दों को ढूंढना उसका शौक था. अनजान और अदृश्य लोगों की पहेली बुझाना उसका पेशा, लेकिन अब खुद उसी की मौत एक पहेली बन गई. अपनी महारत, खास मशीन और कैमरे की मदद से ये हमेशा अनजान और अदृश्य लोगों को ढूंढता नजर आता. उनसे बातें करता. उनकी बातें सुनता. जी हां, हम बात कर रहे हैं पैरानार्मल जांचकर्ता गौरव तिवारी की, जिसकी रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई.

कभी किसी सुनसान हवेली में, कभी खंडहर में, कभी कब्रिस्तान में. यहां तक कि मुर्दाघर के अंदर भी. मुर्दों के साथ लेट कर वो उनका सच जानता था. उनसे बातें किया करता था. पर अफसोस वही गौरव तिवारी अपनी ही मौत को पहेली बना गया. इस बार इस पहेली को सुलझाने की जिम्मेदारी खुद की बजाए दिल्ली पुलिस के जिम्मे छोड़ गया. 32 साल का नौजवान गौरव अमेरिका से प्रोफेशनल पायलट की ट्रेनिंग बीच में छोड़ कर हिंदुस्तान लौट आया. यहां आकर उसने इंडियन पैरानॉर्मल सोसायटी का गठन किया.

देश और दुनिया के करीब छह हजार हॉन्टेड लोकेशन की जांच करने वाले गौरव की लाश सात जुलाई को दिल्ली के द्वारका इलाके में उसी के फ्लैट में पाई गई. वो अपने ही घर के बाथरूम में फर्श पर पड़ा था. उसके गले पर काले रंग के गहरे निशान मिले हैं. ये निशान कुछ-कुछ वैसे ही हैं जैसे अमूमन गले में फंदा कसने पर होता है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या गौरव ने खुदकुशी की? क्या उसका कत्ल किया गया? क्या उसका काम उसकी मौत की वजह बनी? क्या उसके अदृश्य मेहमान ही उसके दुश्मन बन बैठे? क्या निगेटिव सोच हावी हो गई थी?

मौत के बाद उठे रहस्यमयी सवाल

गौरव की जिंदगी जिन रहस्यों को तलाशने में बीती कुछ वैसे ही रहस्यमयी सवाल अब उसकी मौत के बाद भी उठ रहे हैं. उसको ना तो कोई माली तंगी थी और ना ही किसी तरह की परेशानी. हाल ही में शादी की और खुश भी था. कोई बीमारी भी नहीं थी. मौत से एक दिन पहले की आखिरी रात भी वो अपने काम पर लगा था. दिल्ली के एक और हॉन्टेड प्लेस की जांच कर रहा था. यहां तक कि मरने से बस मिनट भर पहले तक भी बिल्कुल ठीक था. अपने लैपटाप पर मेल चेक कर रहा था. इसके बाद वो अचानक उठ कर बाथरूम जाता है.

गौरव ने बीवी को बताई थी ये बात

कुछ देर बाद घर वालों को बाथरूम में कुछ गिरने की आवाज आती है. इसी के बाद जब गौरव के पिता और पत्नी बाथरूम में झांकते हैं तो वो फर्श पर बेसुध मिलता है. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया जाता है. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. गौरव की मौत के बाद पूछताछ के दौरान गौरव की बीवी ने पुलिस को एक अजीब बात बताई. उसने कहा कि उसने मरने से कुछ दिन पहले कहा था कि उसे कुछ निगेटिव ताकतें मरने के लिए मजबूर कर रही हैं. बीवी को तब लगा कि ज्यादा काम की वजह से वो डिप्रेशन में है.

अनजान शक्तियों की खोज में था

6 जुलाई को गौरव पूरे दिन अपने घर पर ही था. शाम साढ़े सात बजे वो जनकपुरी के एक हॉन्टेड प्लेस की छानबीन के लिए घर से निकला. वह जिन अनजान शक्तियों की खोज करता था, उसके लिए अक्सर देर रात तक घर से बाहर रहना पड़ता था. उसकी तफ्तीश अमूमन रात को ही हुआ करती. जनकपुरी में अपनी तफ्तीश पूरी करने के बाद वह रात डेढ़ बजे घर लौटता है. रात को देर से आने पर मियां-बीवी में झगड़ा हुआ. गौरव और घर के बाकी लोग सो गए. घर पर गौरव और उसकी पत्नी के अलावा उसके माता-पिता भी साथ रहते थे.

आखिर कैसे हुई गौरव की मौत

सात जुलाई की सुबह उठने के बाद सभी नाश्ता करते हैं. गौरव अपने कंप्यूटर पर लग जाता है. वो ईमेल चेक कर रहा था. करीब 11 बजे उसकी लाश बाथरूम में मिलती है. शुरूआती जांच के बाद पुलिस यही मान रही है कि गौरव ने खुदकुशी की है. वह अपने काम को लेकर डिप्रेशन था. इसकी जानकारी जुटाई जानी अभी बाकी है. गौरव के घर वाले यह कह रहे हैं कि वह कभी खुदकुशी नहीं कर सकता था. क्योंकि उसके पास मरने की कोई वजह ही नहीं थी. पुलिस अपनी जांच कर रही है. गौरव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.

दीपिका और मैं अच्छे दोस्त हैं: PeeCee

बॉलीवुड में दो हीरोइनों के बीच प्यार हो ना हो तकरार की खबरें हमेशा आती रहती हैं. कुछ समय से ऐसी ही तकरार की खबरें प्रियंका और दीपिका के बीच से भी आ रहीं है. हाल ही में स्पेन में हुए आईफा अवॉर्ड में भी ये तकरार नज़र आई. अब इसी तकरार पर प्रियंका चोपड़ा ने सफाई दी है.

दरअसल आईफा 2016 में प्रियंका और दीपिका का एक साथ बाजीराव मस्तानी के ‘पिंगा’ गाने पर परफॉर्मेंस होने वाला था जिसे आखिरी समय में रद्द कर दिया गया. अटकलें थी कि दीपिका प्रियंका के साथ स्टेज शेयर करने के लिए तैयार नहीं थी. इसलिए दीपिका ने ‘मल्हारी’ और पीसी ने ‘पिंगा’ गाने पर अलग- अलग परफॉर्मेंस दी थी.

हालांकि प्रिंयका ने आईफा समारोह में दीपिका के साथ मनमुटाव की खबरों का खंडन किया था. बाजीराव मस्तानी के लिए बेस्ट सपोर्टिंग रोल का अवार्ड लेने के बाद इस बॉलीवुड दिवा ने रणवीर के साथ साथ दीपिका को भी धन्यवाद दिया था. प्रिंयका ने इस मौके पर कहा कि,” थैंक्यू बाजीराव मस्तानी, हम फिल्म में भले ही एक दूसरे को नापंसद करते हों लेकिन असल जिंदगी में मैं, रणवीर और दीपिका एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त है”.

अब प्रिंयका चोपड़ा ने फिर से ये कहा है कि उनके और दीपिका के बीच सब ठीक है. मीडिया के इस सवाल पर कि आईफा में दोनों एक्ट्रेस ने साथ शो क्यों नहीं दिया इस पर प्रिंयका का जवाब था कि ये सब आईफा की ऑर्गेनाइजिंग कमेटी का काम था. इसे कोई अलग रंग ना दिया जाए.

प्रिंयका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण दोनों ही बॉलीवुड की हॉट एक्ट्रेसेज हैं. पीसी की बॉलीवुड के साथ साथ हॉलीवुड में भी खासी पहचान है. अपनी अपकमिंग फिल्म ‘बेवॉच’ से पीसी आजकल सुर्खियों में चल रही है. वहीं दूसरी ओर दीपिका भी हॉलीवुड में डेब्यू करने के लिए पूरी तरह तैयार है. दीपिका की आने वाली हॉलीवुड फिल्म ‘XXX: The Return of Xander Cage’ है. ऐसे में प्रियंका लाख कह लें लेकिन दोनों के बीच कोल्डवॉर तो नजर आ ही रही है.

 

जब आईडी चोरी हो जाए तो करें ये काम

आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस हमारे सबसे जरूरी डॉक्‍यूमेंट होते हैं. अगर ये खो जाएं तो हमें कई तरह की दिक्‍कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार चोरी हुई हमारी आइडी का गलत इस्‍तेमाल हो जाता है, जिसके चलते हम कानूनी पचड़ों में भी फंस जाते हैं.

रजिस्टर कराएं एफआईआर

आईडी चोरी होने या खाने के बाद सबसे पहले एफआईआर दर्ज कराएं. आईडी चोरी होने पर आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया सकता है. पुलिस स्टेशन में मौजूद इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी आपकी एफआईआर दर्ज करेगा.

अगर कोई व्यक्ति पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करने की स्थिति में नहीं है तो वह स्टेट पुलिस की वेबसाइट पर जाकर भी कंप्लेंट लिखा सकता है. वेबसाइट पर कंप्लेंट करने के बाद उसका प्रिंटआउट जरूर अपने पास रखें. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर भविष्य में आप किसी तरह से पकड़े जाते हैं तो आपको पुलिस परेशान नहीं करेगी.

स्‍टेप-1

रजिस्टर कराएं एफआईआर

– आईडी चोरी होने पर आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया सकता है.

– पुलिस स्टेशन में मौजूद इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी आपकी एफआईआर दर्ज करेगा.

स्‍टेप-2

दर्ज कराएं ऑनलाइन शिकायत

-अगर आप सीधे थाने में जाकर आईडी खोने की शिकायत दर्ज कराने की स्थिति में नहीं है तो स्‍टेट पुलिस की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं.

– ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने बाद आप इसका प्रिंट आउट लेना नहीं भूलें.

– चोरी हुई आईडी का किसी और की ओर से गलत इस्‍तेमाल होने के स्थिति में आप यह प्रिंट आउट तुरंत पुलिस को दिखाएं.

– इससे आप किसी भी कानूनी पचड़ें में फंसने से बच जाएंगे.

स्‍टेप-3

रिव्यू करें अपनी पर्सनल डिटेल्स

– आईडी खोने के तुरंत बाद अपने बैंक और अन्य जगह पर भी शिकायत दर्ज कराएं और डिटेल्स को चेंज करने की कोशिश करें.

– इसमें आप अपना फोन नंबर और ईमेल आईडी चेंज कर सकते हैं एवं डेबिट-क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक करवा कर नया कार्ड बनवा सकते हैं.

– हालांकि आधार कार्ड और पैन कार्ड की डिटेल्स को चेंज नहीं किया जा सकता है, लेकिन आप इनके लिए संबंधित अथॉरिटी को भी अपनी शिकायत भेज सकते हैं.

स्‍टेप- 4

गूगल पर लगाएं अपने नाम का अलर्ट

– गूगल पर ऐसे लोग अपने नाम को एलर्ट के रूप में सेव कर सकते हैं.

– इससे यह पता चल जाएगा कि आपके नाम का प्रयोग इंटरनेट पर कहीं कोई गलत तरीके से तो इस्तेमाल नहीं कर रहा है.

– अगर ऐसा है तो आप उसको आसानी से पकड़ सकते हैं.

– इसके साथ ही आप गूगल पर या किसी अन्य क्लाउड सर्विस पर अपने डाटा का बैकअप रख सकते हैं.

– सरकार की तरफ से भी डिजिलॉकर दिया गया है जहां पर डॉक्युमेंट्स की डिटेल्स को सुरक्षित तरीके से सेव किया जा सकता है.

साइबर क्राइम होती है आइडेंटिटी की चोरी

आइडेंटिटी की चोरी साइबर क्राइम के अंतर्गत आती है. यह तब होता है जब कोई और व्यक्ति आपके डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल लोन, क्रेडिट कार्ड, बैंक अकाउंट, मोबाइल या गैस का कनेक्शन लेने के लिए करता है. इसके अलावा इन डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल ऑनलाइन शॉपिंग के लिए भी किया जाता है. आईटी एक्ट के सेक्शन 66सी के अंतर्गत आईडेंटिटी चोरी करने वाले व्यक्ति को 3 साल तक की सजा हो सकती है और 1 लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है.

भारत के बेस्ट सेल्फी डेस्टीनेशन्स

विदेशों में सेल्फी का क्रेज इतना बढ़ गया है कि लोग सेल्फी के लिए लंबी लंबी यात्रायें करते हैं, ताकि वे अच्छी सेल्फी ले सके. अब यही दौर भारत में भी आ गया है. फिर चाहे नई ड्रेस लेने में हो या फिर एक्सीडेंट होने पर हो. हर जगह सेल्फी का बुखार सिर चढ़कर बोल रहा है.

अगर आप भी सेल्फी के दीवाने है. आपको कोई ऐसी जगह सर्च कर रहे है. जहां का हर नजारा देखने में लगे कि यह तो स्वर्ग है तो फिर ऐसी जगहों पर जाने के लिए तैयार हो जाइए. विदेशों में ही नहीं भारत में भी ऐसे-ऐसे प्लेस हैं जहां पर अगर आपने सेल्फी न ली तो आपका सेल्फी लेना ही बेकार है.

फूलों की घाटी, उत्तराखंड

हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड प्रकृति का एक अनोखा उपहार है. यहां पर स्थित फूलों की घाटी कुछ खास है. नेशनल पार्क बन चुका यह क्षेत्र देश के रसाथ-साथ विदेशियों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है. लगभग 90 किमी क्षेत्रफल में फैला यह क्षेत्र राष्ट्रीय धरोहरों में भी शामिल है. 3 किमी लंबी और आधा किमी चौड़ी फूलों की घाटी में मस्ती करते हुए सेल्फी लेना आपके लिए यादगार साबित होगा.

कच्छ, गुजरात

कभी खत्म न होने वाली यह जगह शांत की जगह है. इसे कच्छ का रण कहते हैं. गुजरात का यह मरुस्थल सूर्योदय और सूर्यास्त के अपने खास नजारे के कारण दुनिया भर में फेमस है. 45652 वर्ग किमी. के क्षेत्रफल में फैले गुजरात के कच्छ जिले का अधिकांश हिस्सा रेतीला और दलदली है. यहां पर अनेक ऐतिहासिक इमारतें, मंदिर, मस्जिद, आदि पर्यटन स्थल भी है. ऐसी खूबसूरत जगह पर सेल्फी तो बनती है न?

बनारस, उत्तर प्रदेश

बनारस को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है. धार्मिक कारणों से पूरी दुनिया में इसकी अलग पहचान है. अपने समृद्ध इतिहास के लिए गलियों में बसने वाला असली बनारस और हमेशा भीड़ से घिरे गंगा घाट सेल्फी के लिए अच्छे स्पॉट बन गए हैं.

इस शहर की पौराणिक मान्यता तो है ही, रास्तों पर घूमते हुए आपको कई बार ऐसे मौके मिलेंगे, जहां बिना फोटो क्लिक किए आपका मन नहीं मानेगा. खास बनारसी पान की दुकानें, सड़क किनारे खाने-पीने की दुकानें और शाम की गंगा आरती. यहां पर सेल्फी लेने में पीछे मत हटिएगा.

डल झील, कश्मीर

भारत का स्वर्ग कहा जाने वाले कश्मीर के बारे में कौन नही जानता है. श्रीनगर की खूबसूरत वादियां अपनी खूबसूरती के कारण सभी को अपनी ओर आकर्षित करती रहती है. डल झील अपने साफ पानी के साथ-साथ नक्काशीदार शिकारे में बैठकर सेल्फी लेने का अपना ही मजा है.

पेंगोंग झील, लद्दाख

लद्दाख तो ऐसे भी रोड ट्रिप्स के लिए बेस्ट है. यह झील लद्दाख को और खूबसूरत बनाती है. इस झील को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आते हैं. आप भी एक बार यहां जाएं और सेल्फी जरुर लें.

जैसलमेर, राजस्थान

जैसलमेर की तो अपनी अलग पहचान है. राजस्थान के एक छोर में बसा जैसलमेर अपने किलों के कारण प्रसिद्ध है. शांति और सुकून ऐसा जो आपको किसी भी जगह नहीं मिल सकता है. यहां पर आप ऊंट की सवारी करते हुए सेल्फी लेना न भूलें.

नूरानंग झरना, अरुणाचल प्रदेश

नूरानंग झरना अरुणाचल प्रदेश राज्य के तवांग शहर से 35 किमी की दूरी पर है. इस झरने को ‘जुंग झरने’ के नाम से भी जाना जाता है. नूरानंग झरने का सफ़ेद ठंडा पानी 100 मीटर से भी अधिक ऊंचाई से मूसलधार बारिश के रूप में गिरता है. घने हरे रंग का प्रतिवेश नूरानंग झरने की सुंदरता को बढ़ाता है.

हरियाली और हिमालय के पर्वत नूरानंग झरने को एक खूबसूरत पर्यटन स्थल बनाते है. यह जगह इतनी खूबसूरत है कि 1997 में बनी शाहरुख खान और माधुरी दीक्षित की फिल्म ‘कोयला’ की शूटिंग भी यहां हुई है.

पिछोला झील, उदयपुर, राजस्थान

पिछोला झील एक कृत्रिम झील है जिसे 1362 ई. में विकसित किया गया था, और पिछोली नामक गांव के नाम पर इसका नाम रखा गया है. उदयपुर की पीने और सिंचाई की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक बांध का निर्माण किया गया जिसके क्रम में झील बनी. इस कृत्रिम झील की खूबसूरती रेतीले राजस्थान को ठंडक पहुंचाती है.

यहां की खूबसूरती देखनी हो, तो झील किनारे के घाट या झील के बीचों-बीच बने होटल की छत से देखिए, नजारा यादगार बन जाएगा. झील में विभिन्न प्रजाति के पक्षियों का डेरा हमेशा बना रहता है. आप यहां से पक्षियों के साथ सेल्फी ले सकते है. जो कि एक यादगार पल होगा.

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