ये क्या एक दिन के एक करोड़

फिल्मकार सुभाष कपूर की नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली फिल्म ‘जॉली एलएलबी'(2013) का सीक्वल बनने वाला है और इसकी शूटिंग अगस्त में शुरू होने वाली है. हाल ही में अक्षय ने ‘जॉली एलएलबी 2’ साइन की. ‘जॉली एलएलबी’ में मुख्य किरदार अशरद वारसी ने निभाया था. सीक्वल में अक्षय ने उन्हें रिप्लेस किया है.

बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार एक दिन की फीस एक करोड़ रुपए ले रहे हैं. शूटिंग भी लगभग 42 दिन चलेगी, इस लिहाज से वे हर दिन के एक करोड़ लेंगे. फिल्म की शूटिंग जुलाई से शुरू होनी है और इसका बजट 62 करोड़ है. ‘

इसका बजट 62 करोड़ रुपए तय हुआ है, जिसमें अक्षय की फीस 42 करोड़ है. सुभाष की यह मूवी कोर्ट रूम ड्रामा है, जिसका सेट कोर्ट ही होगा. 50 दिन के एक ही शेड्यूल यह पूरी कर ली जाएगी. इसमें अक्षय को 42 दिन देने हैं.

चर्चा है कि अक्षय कुमार स्टारर इस फिल्म की हीरोइन भी अब तय हो गई है. अगर सब ठीक रहा तो इस फिल्म में एक बार फिर सोनाक्षी सिन्हा और अक्षय कुमार की जोड़ी दिखेगी.

खबरी ने बताया ‘2013 की फिल्म को जबरदस्त रिव्यू मिले थे. फिल्म ने खासी कमाई भी की थी. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए फिल्मकार इसके दूसरे हिस्से को पहले के मुकाबले काफी भव्य बनाने की कोशिश में हैं. अक्षय कुमार और मनोज वाजपेई का नाम तय करने के बाद निर्माताओं ने सोनाक्षी सिन्हा और कुछ दूसरी बड़ी हीरोइनों से बात की थी.’

बता दें कि इस फ्रेंचाइज की पहली फिल्म में अमृता राव हीरोइन थीं. पहले उन्हें ही इस सीक्वल में लिया जा रहा था लेकिन उनको एक टीवी शो की वजह से उन्हें इसके शूट के लिए वक्त नहीं है.

खबरी ने आगे बताया ‘सोनाक्षी पहले भी अक्षय के साथ काम कर चुकी हैं. लोग उनकी जोड़ी को काफी पसंद भी करते हैं. उनकी फीस भी फिल्म के बजट के लिहाज से है. अगर सब ठीक रहा तो वे ही इस फिल्म में होंगी.’

नेमार और दीपिका के बीच क्या है कनेक्शन

आप सोच रहे होंगे कि आखिर ब्राजील के फुटबॉलर नेमार और बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण में क्या कनेक्शन हो सकता है? अरे, ज्यादा मत सोचिए इनके बीच ऐसा-वैसा कुछ नहीं चल रहा है. दरसअल, दीपिका की डेब्यू हॉलीवुड फिल्म ‘ट्रिपल एक्स: द रिटर्न ऑफ जेंडर केज’ में नेमार भी नजर आएंगे.

बताया जा रहा है कि दीपिका की हॉलीवुड फिल्म में नेमार ने छोटा-सा, लेकिन बहुत महत्वपूर्ण किरदार निभाया है. फिल्म में नेमार ने कैमियो किया है. दीपिका फिल्म में नेमार के साथ स्क्रीन शेयर करते हुए भी नजर आएंगी. बता दें कि दीपिका पादुकोण ‘ट्रिपल एक्स: द रिटर्न ऑफ जेंडर केज’ की शूटिंग खत्म कर पिछले हफ्ते भारत लौट आई हैं. इस फिल्म में दीपिका पादुकोण के अपोजिट विन डीजल नजर आएंगे.

सूत्र ने बताया, ‘नेमार का नाम वर्ल्ड के बेस्ट स्टाइकर्स में शुमार किया जाता है. इस बार उन्होंने सोचा की एक्टिंग की फील्ड में भी हाथ आजमाया जाए. फिल्म के सेट पर नेमार को देखकर सभी बहुत एक्साइटेड हो गए थे. विन डीजल और दीपिका के साथ नेमार के कई सीन नजर आएंगे.

सुल्तान ने नहीं मानी अरिजित की अर्जी

 

सलमान खान की फिल्म ‘सुल्तान’ में अरिजीत सिंह ने जो गाना गाया था उसे सलमान ने फिर से नए सिंगर से गवा लिया है. सलमान खान ने ट्वीट कर कहा पेश है राहत फतेह अली खान द्वारा गाया गया यह गाना ‘जगघुमया…’ इसी के साथ यह साफ हो गया कि लगातार माफी मांगने के बाद भी सुल्तान ने अरिजित की अर्जी ठुकरा दी. अरिजित ने अपने द्वारा गाए इस गाने को न हटाने के लिए सलमान खान से अपील की थी.

बता दें कि सलमान खान इन दिनों फिल्म ‘आशिकी-2’ से फेमस हुए सिंगर अरिजित सिंह से काफी खफा नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि अरिजित ने फेसबुक पर सलमान से माफी मांगी और सलमान से विनती की थी कि फिल्म ‘सुल्तान’ से उनका गाया हुआ गाना वह नहीं हटाएं. हालांकि बाद में अरिजित ने उस पोस्ट को डिलीट भी कर दिया.

हालांकि, अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि कैसे अरिजित ने सलमान का अपमान किया है. सिर्फ यह अफवाहें उड़ी कि अरिजित ने सलमान का अपमान किया. कई जगहों पर इस बात कि अफवाहें उड़ाई जा रही है कि सलमान ने जब ‘गिल्ड अवॉर्ड’ को होस्ट किया था और अरिजित जब इनाम लेने आए थे तो दोनों के बीच में मजाकिया बहस हुई थी. बताया जा रहा है कि इसी के बाद से सलमान अरिजित में नाराज चल रहे हैं.

अरिजित सिंह की सफाई, कहां हुई गलती

अरिजित सिंह ने इस बात को और साफ करते हुए बताया था कि आखिर सलमान उनसे नाराज क्यों हैं. बकौल अरिजित सिंह यह मामला उसी अवार्ड फंक्शन का है जिसे सलमान खान होस्ट कर रहे थे. उन्होंने बताया था कि वह काम में व्यस्त थे और संगीतकार प्रीतम और कुछ अन्य लोगों के आग्रह पर इस अवार्ड कार्यक्रम में जाने के लिए तैयार हुए. काम के तुरंत बाद उन्होंने फ्लाइट पकड़ी और सीधे कार्यक्रम में पहुंच गए.

थके हुए अरिजित का कहना था कि मैं कार्यक्रम में अपनी जगह पर सो गया और जब अवार्ड की घोषणा हुई तो उनका नाम आया और वह सो रहे थे. जब कैमरा उन पर गया तो सभी ने देखा कि वो सो रहे हैं. उन्हें उठाया गया और फिर वे मंच की ओर चले. इस दौरान यह देखा गया कि साधारण से कपड़े में चप्पल पहने अरिजित स्टेज पर जा रहे हैं.

पूरे कैमरे उनकी इस तस्वीर पर फोकस कर रहे थे और मंच से सलमान कह रहे थे, इसे अवार्ड मिला है. तभी मंच पर सलमान ने कहा कि तू अवार्ड लेने आया है. तू सो रहा था, तभी अरिजित ने उनके कान में कहा कि मंच का संचालन ठीक नहीं था जिस कारण नींद आ गई. यहीं से सलमान खान नाराज हो गए.

इसलिए नाराज हुए सलमान

अरिजित का यह भी कहना है कि सलमान ने कहा कि यह दर्शाता है कि आप अवार्ड का अपमान कर रहे हैं. आप कार्यक्रम का अपमान कर रहे हैं.

अरिजित ने इसलिए चुना माफी मांगने का यह तरीका…

अरिजित ने लिखा कि उन्होंने सलमान का अपमान नहीं किया था और वह हर तरह से उन्हें यह समझाने की कोशिश कर थक चुके हैं. इसलिए उन्होंने सोचा कि सार्वजनिक तौर पर फेसबुक पर माफी मांगना ही अब आखिरी तरीका बचा है. अरिजित ने लिखा कि सलमान को गलतफहमी हुई है और इसे दूर करने के लिए उन्होंने कई बार मैसेज भी किए, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ. हार कर उन्होंने यह तरीका चुना है.

नीता जी के यहां मैं मांफी मांगने आया था…

अरिजित ने लिखा था कि गलतफहमी में सही, सलमान को अपमानजनक लगने के लिए वह उनसे माफी मांगते हैं. उन्होंने लिखा है,  “नीता जी के यहां मैं केवल आपसे माफी मांगने के लिए ही आया था, लेकिन आप समझे नहीं. कोई बात नहीं, मैं यहां सबके सामने आपसे माफी मांगता हूं, लेकिन आपसे एक निवेदन है कि प्लीज़ आप उस गाने को हटाइएगा मत, जो मैंने आपके लिए ‘सुल्तान’ में गाया है. यदि आप यह गाना किसी और से गवाना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन कम से कम उस वर्ज़न को जरूर रखिएगा. मैंने बहुत सारे गाने गाए हैं सर, लेकिन चाहता हूं कि मैं रिटायर हूं तो आपके लिए गाया हुआ कम से कम एक गाना मेरी लाइब्रेरी में हो. प्लीज़ मेरी इस फीलिंग को मुझसे दूर मत करिए.“

मुझे नहीं पता मैं यह क्यों कर रहा हूं

अरिजित ने लिखा कि मुझे नहीं पता मैं यह क्यों कर रहा हूं. मुझे पता है इसका नतीजा क्या हो सकता है. लोग अपने मन से इस मामले पर पता नहीं क्या-क्या लिखेंगे. मैं यह भी जानता हूं मिस्टर सलमान खान कि इस सबसे आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा. लेकिन, मुझे यह कहना जरूरी लगा. आखिरकार मुझे इस सच्चाई के साथ जीना होगा कि आपने सुनिश्चित किया है कि मैं आपके लिए न गाऊं, जबकि कई लोगों ने आपसे इसके लिए गुज़ारिश की. लेकिन, मैं हमेशा एक फैन रहूंगा भाईजान… जग घुमेया थारे जैसा न कोई..

दोस्ती में सलमान और दुश्मनी में सलमान की कोई बराबरी नहीं कर सकता

हालांकि, अरिजित ने अपना दूसरा फेसबुक पोस्ट डिलीट नहीं किया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह उम्मीद करते हैं कि किसी न किसी प्रकार से यह खत सलमान को मिल जाएगा. लेकिन आज यह साबित हो गया कि दोस्ती में सलमान और दुश्मनी में सलमान की कोई बराबरी नहीं कर सकता.

रिटायरमेंट से पहले जरूरी है फाइनेंशियल प्लैनिंग

वास्तव में, एक व्यक्ति को रिटायरमेंट को एक विशेष लक्ष्य के तौर पर लेना चाहिए और उसके हिसाब से निवेश करना चाहिए. अपनी भविष्य निधि (पीएफ) के समान ही अपने पहले वेतन के समय से ही आप को म्यूचुअल फंड के माध्यम से इक्विटी में निवेश करना चाहिए.

इक्विटी फंड में सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) नियमित एवं अनुशासित बचत का मार्ग प्रशस्त करती है और साथ ही साथ दीर्घकालिक तौर पर उच्च स्तरीय रिटर्न प्रदान कर मंहगाई से निजात पाने में सहायता करती है.

जैसे वेतन बढ़ने पर पीएफ की राशि में बढ़ोतरी होती है, वैसे ही वेतन बढ़ने पर एसआईपी में भी बढ़ोतरी की जानी चाहिए. एक व्यक्ति को पीएफ एवं एसआइपी दोनों में समान योगदान करने की नीति अपनानी चाहिए (नियोक्ता व कर्मचारी दोनों द्वारा).

वास्तव में इन राशियों में जितनी ही वृद्धि होगी, रिटायरमेंट के बाद उतना ही सुख प्राप्त होगा. एसआईपी के अतिरिक्त व्यक्ति को इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए एक इक्विटी फंड में वार्षिक बोनस, इंसेंटिव के एक भाग का भी निवेश करना चाहिए.

बचत के एक हिस्से को ईएलएसएस (इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम) फंड में निवेश करना चाहिए, जो वर्तमान समय में आयकर अधिनियम, 1961 के अनुभाग 80 सी के अंतर्गत कर में छूट प्रदान करता है. यह आप के रिटायरमेंट के लिए एक और अच्छी बचत हो सकती है.

कैसे लगाएं रिटायरमेंट कोष का अनुमान

वास्तविक रिटायरमेंट कोष का पूर्वानुमान लगाना कई बार मुश्किल लगता है, लेकिन एक अनुमानित महंगाई दर के आधार पर आप अपने वर्तमान खर्चे को नियंत्रित कर सकते हैं और आप को इस आधार पर रिटायरमेंट के लिए आवश्यक कोष की अनुमान लगा सकते हैं.

आप इस राशि तक पहुंचने के लिए अपने मासिक निवेश को भी निर्धारित कर सकते हैं. यह ध्यान रखना भी आवश्यक है कि किसी भी स्थिति में एसआईपी में अवरोध नहीं आना चाहिए, क्योंकि इससे अंतिम कोष पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. निवेश के नियमित होने पर ब्याज के बेहतर होने की संभावना बढ़ जाती है.

ग्लाइड पाथ की नीति का करें पालन

हालांकि इक्विटी एक उथल-पुथल वाला निवेश है. इसमें रिटर्न के मामले में कुछ वर्ष बहुत अच्छे होते हैं, जबकि कुछ मामूली. इस समस्या पर विजय प्राप्त करने के लिए आप को कम अवस्था में ही बड़ी राशि का निवेश करना चाहिए और रिटायरमेंट के निकट आने पर इक्विटी आवंटन में क्रमिक रूप से कमी करनी चाहिए.

इसे ‘ग्लाइड पाथ’ कहते हैं, इससे आप रिटायरमेंट के नजदीक पहुंचने के समय इक्विटी की उथल-पुथल से बच सकते हैं और इक्विटी आवंटनो को अपेक्षाकृत कम उथल-पुथल वाले फिक्स्ड आय सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान (एसटीपी) द्वारा अंजाम दिया जा सकता है.

इसके अतिरिक्त आप को इक्विटी से पूरी तरह बाहर निकलने की आवश्यकता नहीं है. जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार रिटायरमेंट के दौरान मार्जिनल एलोकेशन पर ध्यान देना चाहिए.

नियमित खर्चों के लिए आप एक फिक्स्ड मासिक राशि को निर्धारित कर पोर्टफोलियो से एक सिस्टेमेटिक विड्रॉल प्लान (एसडब्लूपी) को भी शुरू कर सकते हैं. इससे आवश्यकतानुसार यूनिटों का नगदीकरण हो जाएगा.

दुर्भाग्य को दूर रखते हैं फेंगशुई के ये उपाय

परंपरागत फेंगशुई में डिवाइन गार्जियन बीस्ट और ड्रैगन का काफी महत्व है. इन्हें अच्छे स्वास्थ्य और किस्मत के लिए साथ रखा जा सकता है. आप चार गार्जियन बीस्ट वाले डिस्क वॉल हैंगिंग के रूप में अपने घर में लगा सकते हैं. इन्हें कार में भी लगवाया जा सकता है.

जानिए कुछ टिप्स-

– पूर्व दिशा का गार्जियन बीस्ट ब्ल्यू ड्रैगन है, जबकि पश्चिम का वाइट टाइगर. इसी तरह दक्षिण का गार्जियन बीस्ट सुजाकू (नदी) है और उत्तर का ड्रैगन प्लस (पहाड़).

– यदि इन्हें एक साथ एक ही गैजेट में स्थान दिया जाए तो सकारात्मक ऊर्जा यानी ‘ची’ का प्रवाह होता है.

– इन्हें आप स्टडी रूम या ऑफिस की दीवारों पर भी लगा सकते हैं.

– इन्हें मैटल के पाइप्स के साथ अटैच कर घर के दरवाजे पर विंड चाइम के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

– इन्हें कार के डैशबोर्ड पर या लटकते हुए भी लगाया जा सकता है. ये गैजेट ऑनलाइन साइट्स पर उपलब्ध हैं.

लाइफ में चाहिए लोनलीनेस, घूम आयें यहां

वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम के बढ़ते क्रेज ने जाने-अनजाने ट्रैवल के ट्रेन्ड को भी बढ़ाने का काम किया है. लेकिन वहीं कुछ लोग अपने वेकेशंस को फोन और नेट से दूर शांति से एन्जॉय करने में बिलीव करते हैं.

चांगलांग, अरुणाचल प्रदेश

नॉर्थ ईस्ट की ये अलग सी जगह आजकल टूरिस्ट्स के नेट फ्री वेकेशन की लिस्ट में टॉप पर है. नेचुरल ब्यूटी से घिरी इस जगह में गर्मियों के दौरान बहुत सारे टूरिस्ट देखे जा सकते हैं. रोड ट्रिप प्लान करके आप चांगलांग की खूबसूरती को बेहतर तरीके से एन्जॉय कर सकते हैं.

घूमने के लिए यहां लेक नो रिर्टन, हेल पास(Hell’s Pass’s) जैसी कई सारी जगहें हैं.

जाने का सही समय– अप्रैल से अक्टूबर

कैसे पहुंचें

हवाई सफर- डिब्रूगढ़, असम एयरपोर्ट से चांगलांग की दूरी महज 136 किमी है.

रेल- तिनसुकिया रेलवे स्टेशन यहां पहुचने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है.

रोड- डिब्रूगढ़ से 140 किमी, तिनसुकिया से 95 किमी और मार्गरिटा से 44 किमी का सफर तय करके यहां तक पहुंचा जा सकता है.

खीरगंगा, हिमाचल प्रदेश

शहर के भीड़भाड़ से दूर खीरगंगा, हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची जगहों में से एक है जहां तक आप ट्रैकिंग करके भी पहुंच सकते हैं. ऊपरी छोर पर पहुंचकर आपको कई सारे खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे. चारों ओर ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और उनके बीच गर्म पानी के झरने, सफर के थकान को मिटाने का काम करते हैं. ऑफिस, फ्रेंड्स और फैमिली के फोनकॉल्स से दूर रहना चाहते हैं तो खीरगंगा आने का प्लान करें.

जाने का सही समय– मई से नवंबर

कैसे पहुंचें

हवाई सफर- खीरगंगा का सबसे निकटतम एयरपोर्ट पंतनगर है जो लगभग 235 किमी दूर है. जहां से आप टैक्सी और बस भी ले सकते हैं.

रेल- खीरगंगा के सबसे पास का रेलवे स्टेशन काठगोदाम है जो महज 198 किमी दूर है. यहां से बस और टेक्सी लेकर बारशैनी पहुंचा जा सकता है जो खीरगंगा से 11 किमी दूर है.

रोड- खीरगंगा तक पहुंचने के लिए बारशैनी तक बस की सुविधा भी मिलती है.

आइस किंगडम, जंसकार, जम्मू-कश्मीर

जम्मू-कश्मीर को भारत का स्वर्ग कहा जाता है और यहां घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं. लेकिन यहां का आइस किंगडम, एक ऐसी जगह है जहां की नेचुरल ब्यूटी आपको अपनी ओर खींचती है. चारों और फैली बर्फ आपको फिल्म आइस एज की याद दिला सकती है. सबसे अच्छी बात कि आपको यहां परेशान करने वाले फोन कॉल्स और मैसेज से भी राहत मिलेगी मतलब छुट्टियों को पूरा एन्जॉय कर सकते हैं.

जाने का सही समय– अप्रैल से अगस्त

कैसे पहुंचे

हवाई सफर- जंसकार का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट लेह है जो जम्मू-कश्मीर, श्रीनगर और दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ता है. एयरपोर्ट से टैक्सी लेकर आराम से यहां तक पहुंचा जा सकता है.

रेल- जम्मू तक की रेल सुविधा जंसकार पहुंचने के लिए लेनी होती है और यहां से बस मिलती है.

रोड- जम्मू-कश्मीर से रोजाना लेह और कारगिल तक के लिए बसें चलती हैं जो सुरु और जंसकार वैली तक पहुंचने के लिए बेस्ट हैं. इसके अलावा मोटरसाइकिल और टैक्सी हायर करके भी यहां तक पहुंच सकते हैं.

चिटकुल, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश का चिटकुल, भारत-तिब्बत के बॉर्डर पर बसा अकेला गांव. शोर-गुल, भीड़-भाड़, फोन कॉल्स से दूर यहां जाकर बहुत ही सुकून भरा वेकेशन बिताया जा सकता है. यहां की खुबसूरती, चारों ओर फैली वादियां आपको अट्रैक्ट करने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगी.

जाने का सही समय– मार्च से अक्टूबर

कैसे पहुंचे- हिमाचल के लिए कई बसें, रेल की सुविधाएं लगभग रोजाना और हर समय अवेलेबल रहती हैं.

लंगथुंग-धुपीधारा, सिक्किम

सिक्किम की ज्यादातर जगहें बर्फ से ढ़की और टूरिस्ट्स से भरी मिलेंगी लेकिन लंगथंग-धुपीधारा जाना बहुत ही अच्छा एक्सपीरियंस साबित हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां से कंचनजंगा की ऊंची-ऊंची, बर्फ से ढ़की चोटियों को देख सकते हैं और लगभग पूरा सिक्किम भी यहां से साफ नजर आता है. अगर आप किसी ऐसी जगह जाना चाहते हैं जहां कोई आपको परेशान न कर सके तो यहां जाने की प्लानिंग बेस्ट रहेगी.

जाने का सही समय– जनवरी से अप्रैल तक यहां चारों ओर बर्फ रहती है. मई से जुलाई यहां बारिश होती है. अगस्त से सितंबर बेस्ट होता है यहां जाने के लिए.

कैसे पहुंचे

हवाई सफर- यहां कोई एयरपोर्ट नहीं है. गंगटोक से 124 किमी दूर पश्चिम बंगाल के बागडोरा में एयरपोर्ट है. जहां से पूरे 5 घंटे लगते हैं यहां तक पहुंचने के लिए. वैसे बागडोरा से गंगटोक तक हेलीकॉप्टर की सुविधा भी मिलती है.

रेल- न्यू जलपाईगुड़ी यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है.

रोड- सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग इन जगहों से टैक्सी लेकर यहां तक पहुंचा जा सकता है.

अगुंबे, कर्नाटक

अगुंबे को किंग कोबरा का घर कहा जाता है. यूनेस्को ने इसे अपने वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में शामिल किया हुआ है. उन लोगों को ये जगह बहुत पसंद आएगी जो मोबाइल, ऑफिस से कुछ दिनों का ब्रेक लेना चाहते हैं.

जाने का सही समय– जनवरी से फरवरी और अक्टूबर से दिसंबर अच्छा मौसम रहेगा.

कैसे पहुंचे

हवाई सफर- मैंगलोर एयरपोर्ट यहां का नजदीकी एयरपोर्ट है. जहां से दिनभर टैक्सी और ऑटोरिक्शा मिलते हैं.

रेल- शिमोगा रेलवे स्टेशन की दूरी 90 किमी और उडुपी की 55 किमी है. दोनों ही जगहों से अगुंबे के लिए टैक्सी मिलती है.

रोड- बेंगलुरु से यहां कई सारी बसें डायरेक्ट अगुंबे के लिए चलती हैं.

स्वर्गारोहिणी, उत्तराखंड

इस चोटी से कई नदियां निकलती हैं. जिनमें सिन्धु, गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र और यांगत्सी बड़ी नदियां शामिल हैं. ऊपर बादल और नीचे साफ मैदान एक अलग ही सुकून का अहसास दिलाते हैं. जहां आप सुकून भरे पल बिता सकते हैं.

जाने का सही समय– अप्रैल से अक्टूबर तक

कैसे पहुचें– उत्तराखंड पहुंचकर यहां से टैक्सी और बस की सुविधा ली जा सकती है.

आ गया है ‘नागिन 2’ का प्रोमो

छोटे पर्दे का सबसे लोकप्रिय सीरियल ‘नागिन’ शुरुआत से ही टीआरपी में सबसे आगे रहा. रविवार 5 जून, 2016 को इस सीरियल का अंतिम एपीसोड टेलीकास्‍ट किया गया और इसी के साथ इस शो ने हमसे विदाई ले ली.

लेकिन ‘नागिन’ के फैन्स को उदास होने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि फर्स्ट सीजन खत्म होते ही ‘नागिन’ सीजन 2 की तैयारियां शुरू हो गई हैं. मौनी राय और अजरुन बिजलानी का परालौकिक ड्रामा ‘नागिन’ अक्तूबर में अपने दूसरे सीजन में फिर टीवी के पर्दे पर नजर आएगा.

कलर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज नायक ने नये सीजन के ट्रेलर को लिंक करते हुए ट्वीट किया, ‘‘हमारे सभी नागिन दर्शकों के लिए सीजन 2 इस अक्तूबर में वापस आएगा”.

इसी क्रम में सीजन 2 का पहला प्रोमो भी सामने आ गया है जिसे देखकर साफ है कि शिवन्या एक बार फिर शो में दिखाई देंगी.

लेकिन इस बार वह शिवन्या बनकर नहीं बल्कि शिवन्या-रितिक की बेटी के किरदार में नजर आएंगी. इतना ही नहीं शो में इच्छाधारी नागिन का किरदार निभा चुकीं अदा खान की भी वापसी होगी. इस शो का प्रसारण तीन महीने बाद यानी अक्टूबर से शुरू होगा.

अब देखना होगा एकता कपूर अगले सीजन में क्या कुछ नया लेकर आने वाली है.

मोहनजोदड़ो का मोशन पोस्टर रिलीज

बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म मोहनजोदड़ो के बारे में चर्चा करते नहीं थक रहे हैं. मोहनजोदड़ो फिल्म का फर्स्ट  लुक रिलीज कर दिया गया. जिसमें ऋतिक और मगरमच्छ नजर आ रहे हैं. इसका ट्रेलर अगले सप्ताह आउट किया जाएगा.

लोगों को इस फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार है. इसका बड़ा कारण है फिल्म की शूटिंग का वह हिस्सा जिसमें ऋतिक मगरमच्छ से लड़ाई करते है. जबलपुर के भेड़ाघाट में शूट किया गया था और इसके लिए ऋतिक सहित आशुतोष गोवारीकर व फिल्म की पूरी यूनिट ने जबलपुर में डेरा डाला था.

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म मोहनजोदड़ो में करीब साढ़े चार हजार साल पुरानी शहरी सभ्यता को जीवंत करने के लिए डायरेक्टर आशुतोष गोवारीकर अपनी 200 सदस्यीय यूनिट के साथ जबलपुर आए थे. वॉल्ट डिजनी प्रोडक्शन में बनी इस फिल्म में एआर रहमान ने संगीत दिया है.

चुना भेड़ाघाट मोहनजोदड़ो शहरी सभ्यता के अवशेष पाकिस्तान में हैं. डायरेक्टर को शूटिंग के लिए रियल लगने वाली और सुरक्षित जगह की तलाश थी. जो कि भेड़ाघाट की स्वर्गद्वारी में पूरी हुई. फिल्म में रानी महल का ढांचा, पुराने शिला लेखों की मौजूदगी, दत्तात्रेय की गुफा, हजारों साल पुरानी, चट्टानों से होकर गुजरती नर्मदा, बंदरकूदनी, स्वर्गद्वारी, पंचवटी सहित लम्हेटाघाट के पुराने खंडहर हो चुके मंदिर भी दिखाया जाएगा.

कृत्रिम मगरमच्छ मोहनजोदड़ो की सबसे प्राचीन सभ्यता इस फिल्म में आकर्षण का केंद्र है. जो कि दर्शकों को कुछ सिंधु सभ्यता के काल से नवीनता की ओर ले जाएगा. इसमें ऋतिक आदिम युग के मानव के रूप में दिखाई देंगे. इस फिल्म में कृत्रिम मगरमच्छ को दिखाया गया.

जिसे लेकर गोवारीकर को वन विभाग के अफसरों की आपत्ति का भी सामना करना पड़ा था. हालांकि बाद में मामला सुलझ गया. इस फिल्म में इस्तेमाल किया गया मगरमच्छ विदेश से निर्मित कराया गया है. जिसकी कीमत भी करोड़ो में बताई जा रही है.

स्‍ट्रेच मार्क से ऐसे पायें छुटकारा

स्‍ट्रेच मार्क एक ऐसी समस्‍या है जो आपको मन चाहे कपड़े पहनने से रोकती है. अगर बाजुओं पर स्‍ट्रेच मार्क है तो आप स्‍लीवलेस टॉप नहीं पहन सकती हैं और अगर पेट पर स्‍ट्रेच मार्क है तो, साड़ी पहननी मुश्‍किल हो जाती है.

क्‍या आप जानती हैं कि आलू का रस और कैस्‍टर ऑइल, दो ऐसी चीज़ें हैं, जो फटी हुई स्‍किन को दुबारा रिपेयर करने का काम अच्‍छी तरह से करती हैं.

आज हम जो आपको स्‍किन पैक बनाना सिखाएंगे, उसमें विटामिन ई काफी मात्रा में होता है, जो आपके मार्क को धीरे धीरे दूर करेगा. तो अगर आप भी स्‍ट्रेच मार्क से परेशान हैं, तो इस पैक को कुछ दिनों तक नियमित लगाइये. आइये जानते हैं इसे बनाने का तरीका-

सामग्री

कैस्‍टर ऑइल- 1 चम्‍मच 

आलू का जूस- 2 चम्‍मच

विधि  

-सबसे पहले मिक्‍सर में आलू के पीस काट कर उसे ब्‍लेंड कर लें और जूस निकाल लें. 

-अब दो चम्‍मच जूस लें और उसमें 1 चम्‍मच कैस्‍टर ऑइल का मिलाएं. 

-इस लेप को किसी भी स्‍ट्रेच मार्क वाली जगह पर लगाएं और 30 मिनट तक छोड़ दें. 

-उसके बाद त्‍वचा को गुनगुने पानी और साबुन से धो कर साफ कर लें.

बार-बार पेनकिलर लेना कहीं पड़ न जाए भारी

आम तौर पर लोग सिर दर्द हो या पीठ में दर्द पेनकिलर बिना सोचे समझे ले लेते हैं. ये आदत आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है इसके बारे में शायद ही किसी ने सोचा होगा! हाल के एक रिसर्च से ये ज्ञात हुआ है कि पेनकिलर लेने से पुराने दर्द की समस्या जटिल रूप धारण कर सकती है. बार-बार दर्द निवारक दवायें पुराने यानि क्रॉनिक पेन का प्रॉबल्म बढ़ाने में अहम् भूमिका निभाती हैं.

अल्पकालिक दर्द को दूर करने में दर्द निवारक का सेवन स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक दुष्प्रभाव डाल सकता है. नए शोध में चेतावनी दी गई है कि दर्द निवारक खाने से कई पुराने दर्द की अवधि बढ़ जाती है. इन निष्कर्षों ने पिछले कुछ दशकों में दर्द निवारक दवा की लत के दुष्परिणामों की जानकारी दी है.

अमेरिका की युनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बाउल्डर से इस अध्ययन के मुख्य लेखक पीटर ग्रेस ने कहा, ‘हमने अपने शोध के जरिए बताया है कि मादक दवाओं का संक्षिप्त सेवन दर्द पर लंबी अवधि के नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.’ शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि नशीले पदार्थ जैसे अफीम ने चूहों के पुराने दर्द में वृद्धि कर दी.

ग्रेस के अनुसार, परिणाम बताते हैं मानवों में दर्द निवारकों की वृद्धि पुराने दर्द को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकती है. हमने पाया है कि यह उपचार समस्या को हल करने के बजाए उसे बढ़ा सकता है. यह शोध ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.

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