सोलमेट: भाग 3- शादी के बाद निकिता का प्रेमी ने उसके साथ क्या किया?

ऋतिक मु झे जीवन का भरपूर सुख दे रहा था. मैं ऋतिक से एक पोस्ट ऊपर थी तो मु झे सैलरी भी उस से ज्यादा मिलती थी. ऋतिक ने बैंक में क्लर्क से जौइन किया था और फिर उस की प्रमोशन हुई थी जबकि मैं डाइरैक्ट औफिसर बन कर बैंक में आई थी. मगर इस बात को ले कर कभी हमारे बीच कोई भेदभाव जैसी बात नहीं होती थी बल्कि मैं खुद आगे बढ़ कर ज्यादा ही खर्च कर दिया करती थी घर में. सबकुछ सही चल रहा था. हमारे जीवन में रोज नएनए रंग भर रहे थे. इस तरह साथ रहते हुए हमें 1 साल हो गया.

एक दिन अचानक ऋतिक की मां की तबीयत खराब हो गई तो वह अपने शहर यूपी चला गया. वहां से उस ने बताया कि उसे अपनी मां के इलाज के लिए कुछ पैसों की जरूरत है तो मैं दे दूं वह बाद में वापस कर देगा. मैं ने बिना कुछ पूछे जाने उसे पैसे भेज दिए और ऐसा उस ने कई बार किया पर एक बार भी ऋतिक ने मु झे मेरे पैसे नहीं लौटाए. बस प्रौब्लम ही बताता रहा कि उस के जीवन में कितनी समस्याएं हैं. मैं ने कभी उस से अपने पैसे नहीं मांगे यह सोच कर कि जब होंगे खुद ही दे देगा. बेचारा वैसे ही परेशान है. इधर मेरे मांपापा ने मेरी शादी के लिए एक लड़के का फोटो भेजा. लड़का सीए था और काफी स्मार्ट भी. लड़के का घरपरिवार भी अच्छा था. लेकिन मेरे दिल में तो ऋतिक बसा था. मैं उसे ही अपना जीवनसाथी बनाना चाहती थी. ऋतिक भी तो कई बार बोल चुका था कि मैं उस की सोलमेट हूं यानी वह भी मु झ से प्यार करता. वैसे जुड़े तो हम एक एकदूसरे के साथ जरूरत के लिए थे, लेकिन साथ रहते हुए हमें एकदूसरे की आदत बन चुकी थी.

इसलिए मैं हर बार मांपापा के सामने शादी न करने का कोई न कोई बहाना रख देती थी और वे मान भी जाते थे. ऋतिक अभी भी अपने गांव में ही था. अपनी को देखने. कहीं न कहीं मु झे उस की मां की सेहत की फिक्र होने लगी थी. मैं अपने एक कुलीग से इसी विषय पर बात करने लगी तो वह जोर से हंसते हुए बोला कि मैं चिंता न करूं क्योंकि ऋतिक की मां की कोई तबीयत खराब नहीं है बल्कि वह अपनी मां की झूठी मैडिकल रिपोर्ट दिखा कर बैंक से हर महीने पैसे लेता है. ‘क्या,’ मैं तो सुन कर हैरान रह गई. लेकिन मु झे उस आदमी की बात पर विश्वास नहीं हुआ क्योंकि कोई भी इंसान इतनी नीच हरकत नहीं कर सकता है और वह भी अपनी मां को ले कर? सब से बड़ी बात यह कि क्या उसे अपनी नौकरी की नहीं पड़ी जो वह ऐसा गलत काम करेगा? लेकिन शक की सूई तो मेरे दिमाग में घुस ही गई थी क्योंकि पहले भी कई बार मैं ने उसे छोटेछोटे ही पर बैंक में गलत बिल रखते देखा था.

उस पर मैं ने उसे टोकते हुए कहा भी था कि वह ठीक नहीं कर रहा है. मेरी दादी कहा करती थीं, ‘‘खीरा चोर और हीरा चोर दोनों बराबर ही होते हैं. लेकिन मेरी बात पर उस ने बेफिक्री से हंसते हुए कहा था कि सब करते हैं, कुछ नहीं होता और कौन सा वह बैंक लूट रहा है. मु झे भी इंस्टीट किया था उस ने ऐसा करने को कहा पर मैं ने तो साफ मना कर दिया. कुछ दिन बाद ऋतिक ने फिर अपनी मां की तबीयत की कह कर मु झ से पैसे की मांग की तो मैं ने पैसे देने में असमर्थता जताई और कहा कि क्या सच में उस की मां की तबीयत खराब है या यों ही वह बहाने बना रहा है? मेरी बात सुन कर वह एकदम से गुस्सा हो गया और कहने लगा कि वह उस से पैसे कर्ज मांग रहा है तो वह इतना सवाल क्यों कर रही है? मुझे लगा मैं ने बेकार में ही उस से पूछ लिया. हो सकता वह आदमी झूठ बोला हो और सच में इस की मां की तबीयत खराब हो.

ऋतिक मु झ से रूठ न जाए इसलिए उसे पैसे भेज दिए और पूछा कि वह कब आएगा? तो ऋतिक ने सिर्फ इतना कह कर फोन रख दिया कि कह नहीं सकता. एक दिन फिर मैं ने उसे फोन लगाया तो फोन किसी महिला ने उठाया. पूछने पर वह बोली कि वह ऋतिक की पत्नी बोल रही है. ‘‘पत्नी,’’ मु झे जोर का झटका लगा. मैं कुछ और पूछती कि तभी एक दूसरी महिला की आवाज आई. वह शायद किसी को आवाज दे रही थी. ऋतिक की पत्नी फोन टेबल पर औन रख कर ही उस महिला की आवाज पर भागी. मु झे ऋतिक की आवाजें साफसाफ सुनाई पड़ रही थीं. वह अपनी पत्नी से कुछ बोल रहा था. फिर कुछ हंसने की आवाजें आई. जब मु झ से सुना नहीं गया तो मैं ने फोन रख दिया. मु झे सारा मामला सम झ में आ गया कि ऋतिक एक झूठा और फरेबी इंसान है. उस ने सिर्फ बैंक के साथ ही फ्रौड नहीं किया बल्कि मेरे साथ भी फ्रौड किया है. वह मेरे शरीर और पैसे के लिए मु झ से प्यार का नाटक करता रहा आज तक.

आज तक वह अपनी मां की झूठी रिपोर्ट बैंक में दिखा कर बैंक को चूना लगता रहा. लेकिन अब नहीं, मैं ने सोच लिया उस की करनी का परदाफास कर के रहूंगी मैं. इसलिए मैं ने बैंक मैनेजर साहब को ऋतिक के बारे में सब कुछ सचसच बता दिया कि वह बैंक के साथ क्या कुछ गलत कर रहा है क्योंकि अगर मैं सबकुछ जानते हुए भी ऐसा न करती तो गलत तो मैं भी होती न. मु झ पर भी ऐक्शन लिया जाता क्योंकि गलत का साथ देने वाला भी उतना ही गलत होता है. जांच बैठाई गई और पाया गया कि ऋतिक ने सच में बैंक के साथ फ्रौड किया है और इसलिए उसे बैंक से सस्पैंड कर दिया गया. इतना ही नहीं, उस डाक्टर को भी, जो कुछ पैसों के लालच में उस की मां की गलत मैडिकल रिपोर्ट बनाता रहा. उस के खिलाफ भी एक्शन लिया गया. बैंक में यह रूल है कि अगर किसी इंप्लोई के मातापिता उसी पर आश्रित हैं, तो बैंक उन का भी मैडिकल खर्चा देती है और ऋतिक इसी बात का फायदा उठा कर हर महीने बैंक से हजारों रुपए ऐंठ रहा था.

मुझे यह भी पता चला कि ऋतिक ने अपने मांपापा के बारे में जो कहानियां बताईं वे सब झूठी थीं. शादीशुदा होने के बावजूद उस ने मु झ से झूठ कहा कि उस का उस की पत्नी के साथ तलाक का केस चल रहा है और मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा. लेकिन बेवकूफ तो मैं ही थी न कि उस की असलियत जाने बिना उस के झांसे में आ गई. लेकिन अब मैं उस के झांसे में नहीं आने वाली थी. मैं ने अपने मन में सोच लिया और तुरंत अपने मांपापा को फोन लगा कर उस रिश्ते के लिए हामी भर दी जहां मेरी शादी की बात चल रही थी पर मैं ही टाल रही थी कब से. गोरा रंग, लंबेसुनहरे बाल, मोटीमोटी आंखें और प्यारी सी गोल नाक में छोटी सी नथनी पहने देख प्रणय मु झ पर लट्टू हो गए और तुरंत शादी के लिए हां बोल दिया. 6 फुट लंबे, सांवले रंग और प्यारे सा हंसमुख चेहरे वाले प्रणय पर मैं भी मोहित हो उठी थी.

मुझे तब यही लगा था कि ऋतिक कहीं से भी प्रणय के बराबर नहीं है और वह पागल थी जो उस के पीछे मर रही थी. खैर, लड़कालड़की और दोनों परिवारों के रजामंदी से जल्द ही हम दोनों की सगाई और फिर शादी हो गई. शादी के बाद मैं अपने पति प्रणय के साथ मुंबई शिफ्ट हो गई. मैं अपना पुराना सारा कुछ भूल कर प्रणय के साथ हंसीखुशी जीवन व्यतीत कर रही थी कि ऋतिक नाम का कांटा जीवन में चुभने लगा. पता नहीं उसे कैसे पता चला गया कि मैं ने ही बैंक मैनेजर साहब को उस के बारे में सबकुछ बता दिया था और जिस के कारण उस की नौकरी चली गई. लेकिन उस की नौकरी तो उस की गलत हरकतों के कारण गई थी यह बात उसे सम झ नहीं आई. ऋतिक मु झे धमकाता और मेरा अतीत मेरे पति के सामने लाने की बात कह कर मेरे पैसे और शरीर की मांग रखता. इसलिए ही तो मैं ने उस का फोन ब्लौक कर दिया था. लेकिन फिर पता नहीं किस नंबर से उस ने मु झे फोन किया और मैं फिर फंस गई लेकिन अब मु झे सम झ नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं?

कैसे ऋतिक जैसे इंसान से निबटूं क्योंकि उस का क्या भरोसा पैसे लेने के बाद भी वह मु झे तंग करे. मु झे बिछावन पर चिंतित करबटें बदलते देख कर प्रणय ने पूछा कि क्या हुआ, इतनी परेशान क्यों लग रही हूं मैं? तो मैं ने फिर वही अपने पीरियड का बहाना बनाया कि इस वजह से मेरी तबीयत ठीक नहीं लग रही है. लेकिन प्रणय को सम झ आ रहा था कि बात कुछ और है और मैं उन से छिपाने की कोशिश कर रही हूं. ‘‘बोलो न कोई बात है जो तुम्हें परेशान कर रही है?’’ मेरे शरीर को हौले से स्पर्श करते हुए प्रणय बोले, ‘‘मैं ने तुम्हें शादी के समय ही कहा था कि हम एकदूसरे के सुखदुख के साथी बनेंगे तो फिर क्यों तुम मु झ से अपना दुख छिपा रही हो. बताओ न क्या बात है? कई महीनों से देख रहा हूं तुम काफी परेशान दिख रही हो. क्या बात है निक्की?’’ प्रणय की बात पर मैं ने कस कर उन्हें पकड़ लिया और फफक कर रोने लगी.

उन्होंने जब प्यार से मेरे बालों को सहलाया तो एकएक कर के शुरू से अंत तक मैं ने सारी बात बता दी. ‘‘ओह, तो यह बात है,’’ प्रणय बोले. ‘‘सौरी प्रणय लेकिन मैं ने तुम्हें कोई धोखा नहीं दिया सच में बल्कि मैं तुम्हें सबकुछ सचसच बताना चाहती थी, लेकिन…’’ ‘‘लेकिन तुम्हें मौका नहीं मिला, यही कहोगी तुम? पहले उठ कर बैठो तुम,’’ मु झे दोनों हाथों से पकड़ कर उठाते हुए प्रणय बोले, ‘‘मेरा भी अतीत था. मैं भी एक लड़की के साथ रिलेशन में था और यह बात शादी के पहले मैं ने तुम्हें बताई थी? यह भी कहा था कि तुम भी अपने अतीत के बारे में बे िझ झक मु झे बता सकती हो.’’ ‘‘हां, लेकिन मु झे लगा मेरा अतीत जानने के बाद कहीं तुम मु झ से शादी करने से इनकार न कर 2 और मेरी मां ने भी मु झे ऐसा ही सम झाया था. ‘‘मां को रहने दो… शादी तुम से हो रही थी मेरी, साथ हमें जीवन बिताना था, तो मां को बीच में क्यों ला रही हो?’’ प्रणय के तेवर देख मैं एकदम डर गई कि पता नहीं अब क्या होगा. मगर वे मेरे करीब आते हुए बोला, ‘‘देखो निकिता शादी जैसे पवित्र बंधन में बंधने से पहले पतिपत्नी को एकदूसरे के प्रति ईमानदार होना जरूरी है. नहीं, मैं ऐसा नहीं कहना चाहता कि तुम गलत हो. नहीं हो गलत तुम क्योंकि वह उम्र ही ऐसी होती है. कोई बुराई नहीं है इस में. लेकिन एकदूसरे से बात छिपाना गलत है. अगर तुम ने मु झे सबकुछ बता दिया होता अपने बारे में तो क्या उस ऋतिक की हिम्मत होती तुम्हें ब्लैकमेल करने की?’’ बात तो प्रणय सही कह रहे थे लेकिन अब क्या किया जा सकत था. इसलिए मु झे रोना आ गया.

मु झे सिसकते देख प्रणय बोले, ‘‘अब रोनाधोना बंद करो और जैसा मैं कहता हूं करो. तुम उस ऋतिक को फोन लगाओ और कहो कि उसे जो करना है कर ले. लेकिन अब तुम भी उस की बीवी को हम दोनों के रिश्ते के बारे में सबकुछ बता दोगी क्योंकि तुम्हारे पास भी तुम दोनों के कुछ फोटो और वीडियो हैं.’’ जब मैं ने ऋतिक को फोन कर के कहा कि उसे जो भी प्रणय को बताना है बता दे लेकिन यह भी याद रखे कि उस के पास भी हम दोनों के कुछ फोटो और वीडियो हैं और अब वह उन्हें उस की बीवी के व्हाट्सऐप पर सैंड करने जा रही है. हालांकि मेरे पास ऐसा कोई फोटो और वीडियो नहीं था, सिर्फ उसे डराने के लिए बोल रही थी. मेरी बात सुनते ही ऋतिक के पसीने छूट गए. शेर की तरह दहाड़ने वाला ऋतिक पल में मेरे सामने भीगी बिल्ली बन गया और गिड़गिड़ाते हुए कहने लगा कि मैं ऐसा न करूं क्योंकि उस का साला पुलिस इंस्पैक्टर हैं.

अगर उसे पता चल गया कि उस ने उन की बहन के साथ धोखा किया है तो वह उसे खड़ेखड़े गोली मार देगा.बड़ी मुश्किल से तो नौकरी मिली है, वह भी हाथ से चली जाएगी. कहीं का नहीं रहेगा वह. इसलिए वह उसे माफ कर दे. वैसे, मैं यह सब करने वाली नहीं थी बल्कि सबूत के तौर पर उस की बातें रिकौर्ड कर रख लीं ताकि वह कभी फिर मु झे परेशान न कर सके. मैं ने उस से सख्त लहजे में कहा कि ध्यान से सुन लो, मेरा सोलमेट सिर्फ मेरा पति है और आज के बाद कभी तुम ने मु झे परेशान करने की सोची भी तो मैं तुम्हें नहीं छोड़ूंगी. प्रणय की सू झबू झ के कारण मैं इस भंवरजाल से निकल पाई.

गर्दन में सन टैनिंग हो गई है, क्या इसे पीलिंग से ठीक कर सकते है?

सवाल

मेरी गरदन सन टैनिंग के कारण काली पड़ गई है, क्या इसे पीलिंग द्वारा ठीक किया जा सकता है? क्या इस से कोई साइड इफैक्ट हो सकता है?

जवाब

जी हां, फेस पीलिंग का इस्तेमाल स्किन की व्हाइटनिंग और ब्राइटनिंग के लिए किया जाता है. फेस पीलिंग के बाद नई हैल्दी स्किन की लेयर चेहरे पर आ जाती है, जिस से आप का कौंप्लैक्शन एकसार दिखता है, स्किन सौफ्ट और टाइट भी हो जाती है. सन ऐक्सपोजर के चलते होने वाली टैनिंग भी पीलिंग से ठीक हो जाती है, साथ ही रफ या ड्राई स्किन को स्मूद बनाने में भी पीलिंग का रोल बेहद असरदार है. इस के अलावा इस का इस्तेमाल ऐक्ने ट्रीटमैंट के लिए भी किया जाता है.

अगर आप भी ड्राई, रफ त्वचा से पीलिंग द्वारा छुटकारा पाना चाहती हैं, लेकिन इस के साइडइफैक्ट से डर लगता है, तो जान लीजिए किस हद तक त्वचा के लिए पील करना है, यह त्वचा की स्थिति और तरीके में कितना दम है, जैसी बातों पर निर्भर करता है. ज्यादातर पील्स पौधे या फलों पर आधारित होते हैं और बहुत ही सुरक्षित होते हैं. अभी तक जितने भी स्किन ट्रीटमैंट्स बाजार में उपलब्ध हैं, उन में कैमिकल पील्स सब से कम नुकसानदायक स्किन ट्रीटमैंट है.

 -समस्याओं के समाधान

ऐल्प्स ब्यूटी क्लीनिक की फाउंडर, डाइरैक्टर डा. भारती तनेजा द्वारा

पाठक अपनी समस्याएं इस पते पर भेजें : गृहशोभा, ई-8, रानी झांसी मार्ग, नई दिल्ली-110055.

 व्हाट्सऐप मैसेज या व्हाट्सऐप औडियो से अपनी समस्या 9650966493 पर भेजें.

अपनी डाइट में शामिल करें ये चीजें, कैंसर का खतरा होगा कम

दुनियाभर में लोगों के हो रहे मौत के कारणों में कैंसर प्रमुख कारणों में से एक है. ये 100 से भी अधिक तरह की होती है. दुनियाभर की एक बड़ी आबादी कैंसर के चपेट में है. इसके होने वाले तमाम कारणों में खानपान प्रमुख है. आप जो भी खाते पीते हैं इसका सीधा असर आपकी सेहत पर होता है.

इस खबर में हम आपको कुछ खास चीजों के बारे में बताने वाले हैं जिनके सेवन से आप कैंसर के खतरे को कम कर सकेंगी.

1. अखरोट

अखरोट में कई तरह के स्वास्थवर्धक तत्व पाए जाते हैं. कुछ स्टडीज के मुताबिक अखरोट खाने से ब्रेस्ट कैंसर नहीं होता है. इसके अलाव प्रोस्टेट कैंसर में भी ये काफी असरदार होता है. इसके साथ ही डीएनए की सुरक्षा में भी ये काफी असरदार होता है.

2. क्रैनबेरिज

क्रैनबेरिज फाइबर, विटामिन-सी और एंटीऔक्सिडेंट का प्रमुख स्रोत होता है. इससे शरीर में पैदा होने वाले कैंसर के तत्व समाप्त हो जाते हैं.

3. सेब

सेब कई तरह की बीमारियों में बेहद लाभकारी होता है. इसके एंटीऔक्सिडेंट और  एंटी इंफ्लामेट्री गुण कैंसर के खतरे को काफी कम कर देते हैं. खासकर के कोलोरक्टल कैंसर में ये काफी प्रभावी है. अधिकतर लोग सेब के छिलके को छील कर खाते हैं, पर इससे आपका काफी नुकसान हो जाता है. अगर आप अपनी ये आदत बदल लें तो आपकी सेत के लिए ये काफी फायदेमंद हो जाता है. इसके छिलके में बहुत से गुणकारी तत्व होते हैं. कोलोरेक्टल कैंसर के अलावा सेब फेफड़ों, ब्रेस्ट और पेट के कैंसर से भी बचाव करता है.

4. ब्लू बैरीज

ब्लू बेरीज में कई तरह के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं. इसमें फाइटोकेमिकल, एलेजिक एसिड, युरोलिथिन जैसे कई खास गुण पाए जाते हैं. ये हमारे डीएनए को हमारे शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स से सुरक्षा प्रदान करते हैं, जिससे कैंसर का खतरा काफी कम  हो जाता है. आपको बात दें कि ब्लू बैरीज के सेवन से मुंह, ब्रेस्ट, कोलोन और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है.

5. ग्रीन टी

पुराने समय में कई तरह के रोगों का इवलाज करने के लिए चाय का सहारा लिया जाता था. आपको बता दें कि ग्रीन टी और ब्लौक टी में कई तरह के फायदेमंद तत्व पाए जाते हैं. स्टडी के मुताबिक, ग्रीन टी के सेवन से शरीर में कोलोन, लिवर, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाएं बन नहीं पाती हैं. वहीं कई दूसरी स्टडी में बताया गया है कि ग्रीन टी फेफड़ों, स्किन और पेट के कैंसर से भी सुरक्षित रखता है.

हर वक्त आइना निहारना आदत ही नहीं, हो सकता है बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर

अन्नू देखने में बहुत खूबसूरत है. मोटी मोटी ऑंखें, गोरा रंग, सुराही सी गर्दन, पंखुड़ी से होठ, हल्की लम्बी नाक जो उसके चेहरे पर बहुत फबती है. फिर भी जाने क्यों वो कभी भी अपनी नाक को देखकर ख़ुश नहीं होती।उसे हमेशा लगता है कि उसकी नाक उसके चेहरे की रंगत बिगाड़ रही है. जिस कारण वह डॉक्टर के यहां जाने से भी नही चुकती कभी प्लास्टिक सर्जरी की बातें करती है, तो कभी ना-ना प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती है. इसके बावजूद उसके मन में यह धारणा बन चुकी हैं उसकी नाक उसकी खूबसूरती को खराब कर रही हैं जिस कारण वह कभी कभी तो पार्टीज़ में जाना,लोगो से मिलना भी छोड़ देती है. उसकी इस सोच के पीछे का कारण कोई मामूली नहीं बल्कि यह एक तरह की बीमारी है जिसमे कोई व्यक्ति हर वक़्त सिर्फ अपने शरीर के केवल अंग दोष के बारे में ही सोचता रहता है इस विकार को बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर कहते हैं.

हर किसी व्यक्ति की बॉडी पर्सनालिटी भिन्न होती है कोई साँवला,तो कोई गोरा, किसी के होंठ मोटे,तो किसी के पतले इसी तरह हर एक बॉडी पार्ट अलग होते हैं जो की प्रकृति की देन है लेकिन इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति इन सब बातों को नहीं मानता बल्कि उसे सनक हो जाती है की वो दिखने में बहुत खराब हैं और वह अपने अंगों में दोष निकलता रहता है. अगर यह बीमारी अधिक बढ़ जाए तो वह खुद को नुकसान पहुंचाने से भी नहीं चुकता.

इसलिए जरूरी हैं की आपको इसके लक्षण व बचाव के बारे में जानकारी हो जिससे आप अपने या किसी परिचित की स्थिति को समय रहते जान सकें व किसी अनहोनी को होने से बचा सकें.

डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के लक्षण -इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अपने अंगों में दोष निकालना या अपने शरीर की बनावट की तुलना किसी अन्य से करना उसकी आदत में शुमार हो जाता है अपने शरीर की बनावट को लेकर खुद से घृणा करना व नकरात्मक विचार आना उसके जीवन का हिस्सा बन जाते हैं जिस कारण वह लोगो से कटने लगता है व खुद को सब से अलग कर लेता हैं कोशिश करता हैं कि वह लोगो की नज़रो से खुद को बचा सकें।बीमारी जब अधिक बढ़ने लगती है तो आत्महत्या तक के विचार मरीज को आने लगते हैं.

बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर से बचाव -यदि किसी को इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो तुंरत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी स्वास्थ्य स्थिति पर ध्यान दें ताकि मेंटल हेल्थ पर और अधिक असर न पड़े।अगर बीमारी बढ़ गई हैं तो डॉ.आपको दवाई भी दे सकता हैं जिससे जूनूनी विचार और व्यवहार को बदला जा सके. इससे बचने के लिए जरूरी हैं कि परिवार का साथ मिले व खुद से प्यार करें नकरात्मक विचारों से दूरी बनाएं. दुनिया में कोई दो व्यक्ति एक जैसे नहीं होते इसलिए किसी से भी अपनी तुलना ना करें, अपने आपको व्यस्त रखें, अपने दोस्तों के साथ वक़्त बिताए, खुद को समझें व अपने गुणों पर ध्यान दें,अच्छी डाइट लें.

Wedding Special: बेसन का ब्यूटी कनैक्शन

बेसन के नाम से जाने जाना वाला चने का आटा रसोई में तो इस्तेमाल होता ही है, साथ ही साफ और दमकती त्वचा पाने का भी बेहद पुराना तरीका है. बेसन त्वचा की सफाई तो करता ही है, साथ ही इस में रंग गोरा करने का खास गुण भी पाया जाता है. अगर आप प्राकृतिक रूप से गोरा होना चाहती हैं, तो रोजाना बेसन का प्रयोग करें.

बेसन को कई तरह के उत्पादों के साथ मिला कर त्वचा के सौंदर्य को प्राकृतिक रूप से बढ़ाया जा सकता है. इस की सब से अच्छी बात यह है कि यह हर तरह की त्वचा पर प्रयोग किया जा सकता है. इस से किसी तरह का नुकसान नहीं होता.

बिना किसी झिझक के किसी भी त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल कर सकती हैं. चाहे त्वचा तैलीय हो, शुष्क हो या फिर संवेदनशील. बेसन टैन और मृत त्वचा को निकालने में मदद करता है और साथ ही देता है कांति भरी त्वचा. गोरा बनाने के साथ ही बेसन त्वचा की कई समस्याओं को भी दूर करता है. यह मुरझाई त्वचा को ठीक करता है. कीलमुंहासों और काली होती त्वचा के लिए बेसन बेहतरीन इलाज है.

बेसन के फायदे

त्वचा पर बेसन का फेस पैक एवं मास्क का प्रयोग कर के आप इसे चमकदार तथा गोरा बना सकती हैं. बेसन क्षारीय होता है, जिसे दही में मिला कर अम्लीय बनाया जा सकता है. अपनी त्वचा के मुताबिक बेसन फेस पैकों को इस्तेमाल करें.

पुराने जमाने से ही महिलाएं बेसन को चेहरे और बालों पर लगाती आ रही हैं.

अगर गरदन और बगलें काली हैं तो भी बेसन पैक लगा कर उन्हें साफ किया जा सकता है.

आइए, जानते हैं बेसन के सौंदर्य लाभ आश्मीन मुंजाल से:

मुंहासे दूर करने के लिए: अगर आप की त्वचा पर बहुत पिंपल्स होते हैं तो परेशान न हों. बेसन के साथ चंदन पाउडर, हलदी और दूध मिलाइए और चेहरे पर 20 मिनट तक लगा रहने के बाद धो लें. इसे हफ्ते में कम से कम 3 बार लगाएं. इस के अलावा बेसन में शहद मिला कर चेहरे पर लगा कर भी मुंहासों की समस्या से निबटा जा सकता है.

औयली स्किन के लिए: अगर आप की स्किन औयली है तो आप दही, रोजवाटर और बेसन का पेस्ट चेहरे पर लगा सकती है. इस से त्वचा से सारी गंदगी साफ हो जाएगी और वह कोमल हो जाएगी. बेसन, शहद, चुटकी भर हलदी और थोड़ा सा दूध मिला कर पेस्ट बना कर चेहरे पर लगाएं, 20 मिनट बाद चेहरे को धो लें.

खुले रोमछिद्रों के लिए: त्वचा को साफ रखने व रोमछिद्रों को टाइट करने के लिहाज से भी बेसन फायदेमंद है. इस के लिए बेसन और खीरे के रस को मिला कर पेस्ट बनाएं. फिर फेसपैक की तरह ही इस का इस्तेमाल करें. सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें. खुले रोमछिद्रों की समस्या दूर हो जाएगी.

टैनिंग दूर करने के लिए: बेसन टैनिंग दूर करने के लिए काफी प्रभावशाली माना जाता है. टैनिंग दूर करने वाले इस पैक को बनाने के लिए 4 बादाम का पाउडर, 1 चम्मच दूध, थोड़ा नीबू रस व बेसन मिला कर चेहरे पर 30 मिनट तक लगाए रखने के बाद चेहरे को धो लें. कुछ दिन लगातार इस्तेमाल करने से टैनिंग दूर हो जाएगी.

अनचाहे बालों के लिए: अगर आप के चेहरे पर अनचाहे बाल हैं और आप ब्लीच नहीं करना चाहती हैं तो इस के लिए भी बेसन काम कर सकता है. बेसन में थोड़ा सा नीबू का रस और पानी की कुछ बूंदें मिला कर गाढ़ा पेस्ट बनाएं और फिर प्रभावित स्थानों पर हलके हाथों से इस पेस्ट को रगड़ें. कुछ देर चेहरे पर लगे रहने के बाद यानी जब वह सूख जाए तो चेहरे को धो लें. आप इस में मेथी के दानों को भी पीस कर मिला सकती हैं.

रूखी त्वचा के लिए: इस की समस्या से बचने के लिए बेसन आप की मदद कर सकता है. इस के लिए बेसन में मलाई या दूध, शहद और 1 चुटकी हलदी मिलाएं और इस पैक को करीब 15-20 मिनट चेहरे पर लगाए रखने के बाद चेहरे को पानी से धो लें. बेसन लगाने से रूखी त्वचा को प्राकृतिक नमी मिलती है और उस में निखार आता है.

डार्क अंडर आर्म्स और गले के लिए: कई महिलाएं अपनी बगलों और गरदन की सफाई पर ध्यान नहीं देतीं. इस वजह से इन जगहों की त्वचा का रंग डार्क हो जाता है. अत: इन स्थानों को साफ और गोरा रखने के लिए बेसन, दही और हलदी को मिला कर इन जगहों पर लगाएं. 30 मिनट बाद धो कर तिल के तेल से मसाज करें.

-आश्मीन मुंजाल ब्यूटी ऐक्सपर्ट

चलो एक बार फिर से

‘कुछ तो था हमारे दरमियां… आज भी तुम्हें देख कर दिल की बस्ती में हलचल हो गई है…’

नेहा को देखते ही यह शायरी अमित के होठों पर खुद ब खुद आ गई थी. वही खुले लंबे बाल, बड़ीबड़ी झील सी गहरी आंखें, माथे पर लंबी सी बिंदिया और आंखों में कितने ही सवाल…अपनी साड़ी का पल्लू संभालती हुई नेहा मुड़ी तभी दोनों की नजरें टकरा गई थीं.

अमित एकटक उसे ही निहारता रह गया. नेहा की आंखों ने भी पल भर में उसे पहचान लिया था. अमित कुछ कहना चाहता था मगर नेहा ने खुद को संभाला और निगाहें फेर लीं.

अमित को लगा जैसे एक पल में मिली हुई खुशी अगले ही पल छिन गई हो. नेहा ने चोर नजरों से फिर उसे देखा. अमित अबतक उसी की तरफ देख रहा था.

“हैलो नेहा” अमित से रहा नहीं गया और वह उस के पास पहुंच गया.

“हैलो कैसे हो ?” धीमे स्वर में नेहा ने पूछा.

“जैसा छोड़ कर गई थीं.” अमित ने जवाब दिया तो नेहा ने एक भरपूर निगाह उस पर डाली और हौले से मुस्कुराती हुई बोली, “ऐसा तो नहीं लगता. थोड़े तंदुरुस्त हो गए हो.”

“अच्छा” अमित हंस पड़ा.

दोनों करीब 4 साल बाद एकदूसरे से मिले थे. 4 साल पहले ऐसे ही स्टेशन पर नेहा को गाड़ी में बिठा कर अमित ने विदा किया था. नेहा उस की जिंदगी से दूर जा रही थी. अमित उसे रोकना चाहता था मगर दोनों का ईगो आड़े आ गया था. वह गई तो मायके थी पर दोनों को ही पता था कि वह हमेशा के लिए जा रही है. लौट कर नहीं आएगी और फिर 2 महीने के अंदर ही तलाक के कागजात अमित के पास पहुंच गए. एक लंबी अदालती कार्यवाही के बाद दोनों की जिंदगी के रास्ते अलग हो गए.

“चाय पीओगी या कॉफी ?” पुरानी यादों का साया परे करते हुए अमित ने पूछा था.

“हां कॉफी पी लूंगी. तुम तो चाय पियोगे न. बट आई विल प्रेफर कॉफी.”

“ऑफकोर्स. अभी लाता हूं.”

नेहा अमित को जाता हुआ पीछे से देर तक देखती रही. तलाक के बाद उस ने शादी कर ली थी पर अमित अब तक अकेला था. वह नेहा को अपने दिलोदिमाग से निकाल नहीं सका था. शायद यही हालत नेहा की भी थी. मगर शादी के बाद प्राथमिकताएं बदल जाती हैं और वैसा ही नेहा के साथ भी हुआ था.

“और बताओ कैसी हो? सब कैसा चल रहा है? ”

अमित चाय और कॉफी ले आया था. नेहा के पास बैठते हुए उस ने पूछा तो एक लंबी सांस ले कर नेहा बोली,” सब ठीक ही चल रहा है. बस आजकल अपनी तबीयत को ले कर थोड़ी परेशान रहती हूं.”

“क्यों क्या हुआ तुम्हें?” चिंतित स्वर में अमित ने पूछा.

“कुछ नहीं बस अस्थमा से थोड़ी प्रॉब्लम हो रही है. सांस की तकलीफ रहती है.”

“आजकल तो वैसे भी कोरोना फैल रहा है. तुम्हें तो फिर अपना खास ख्याल रखना चाहिए.”

“हां वह तो रखती हूं. बस 2 दिन का देहरादून में काम है और फिर वापस नागपुर लौटना है. सुजय अभी नागपुर में ही शिफ्टेड है न.”

“अच्छा. मैं भी दिल्ली काम से आया था. मुझे भी वापस कोटा जाना है.*

“मेरी ट्रेन सुबह 6.40 की है. अमित जरा तुम देखो न, ट्रेन कब आएगी? स्टेशन मास्टर से पूछ कर बताओ न जरा. ट्रेन टाइम पर है या लेट है?”

“हां अभी पूछता हूं.” कह कर अमित चला गया.

पूछताछ करने पर पता चला कि लॉकडाउन हो गया है और इस वजह से ट्रेनें रद्द हो गई हैं. नेहा घबरा गई.
“अब क्या होगा ट्रेन कब चलेगी?”

“देखो नेहा. अभी तो यही पता चल रहा है कि 31 मार्च तक ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. सब कुछ बंद है. लौकडाउन में ट्रेनों के परिचालन पर पाबंदी लग गई है.”

“अरे अब मैं कहां जाऊंगी? ऐसा कैसे हो गया? होटल खुले हैं या नहीं?”

नेहा घबरा गई थी. उसे शांत कराते हुए अमित बोला,” नेहा परेशान मत हो. मेरे कजिन ब्रदर का घर है यहां. वह आजकल मुंबई में जॉब कर रहा है. इसलिए घर की चाबी मुझे दी हुई है. मुझे अक्सर यहां आना पड़ता है तो मैं उसी घर में ठहर जाता हूं. डोंट वरी. तुम भी मेरे साथ चलो. अभी तुम्हें वहीं ठहरा देता हूं. इतना तो विश्वास कर ही सकती हो मुझ पर. ”

“ओके डन. चलो.” नेहा अमित के साथ चल दी.

अमित उसे ले कर कजिन के घर पहुंचा. एक बेडरूम के इस घर में बाहर बड़ी सी बालकनी और झूला भी था. अच्छाखासा लौन था. गलियारे में सुंदर पेड़पौधे भी लगे हुए थे. घर छोटा मगर काफी खूबसूरत था.

अमित के घर पहुंच कर नेहा ने सारी बातें अपने वर्तमान पति यानि सुजय को बता दीं. परेशानी के वक्त पुराने पति की मदद लेने और उस के घर पर ठहरने के फैसले को सुजय ने पॉजिटिव वे में लिया और उस के सुरक्षित होने की खबर पर खुशी जाहिर की.

“गुड. थैंक्स अमित.” नेहा ने घर का मुआयना करते हुए कहा

” चलो तुम फ्रेश हो जाओ. मैं खाना बनाता हूं. तुम मेरी गेस्ट हो ना.”

“अच्छा तो अब तुम बनाओगे खाना? जब हम साथ थे तब तो कभी किचन में झांकते भी नहीं थे.”

“वक्त और परिस्थितियां बहुत कुछ सिखा देती हैं नेहा मैडम. आप हमारे हाथ का खाना खा कर देखना. उंगलियां चाटती रह जाओगी.”

“क्या बात है. बातें बनाना तो तुम्हें खूब आता है.” न चाहते हुए भी नेहा की जुबान पर पुरानी यादों की तल्खी आ ही गई थी.

तुरंत बात सुधारती हुई बोली,” वैसे अमित काफी अच्छे बदलाव नजर आ रहे हैं तुम में.”

“थैंक्यू” अमित मुस्कुरा कर काम में लग गया. वाकई उस ने बहुत स्वादिष्ट खाना बनाया था.

नेहा ने स्वाद से खाना खाया. थोड़ी देर बातचीत करते हुए पुरानी यादें ताजा करने के बाद सोने की बारी आई. बेडरूम एक ही था. अमित ने बेड की तरफ इशारा करते हुए कहा,” नेहा तुम आराम से सो जाओ यहां.”

“तुम कहां सोओगे?”

“मेरा क्या है? मैं बैठक में सोफे पर एडजस्ट हो जाऊंगा.”

“ओके”

नेहा आराम से बैड पर लुढ़क गई. बहुत नींद आ रही थी उसे. थकी हुई भी थी फिर भी रात भर करवटें बदलती रही. मन के आंगन में पुरानी यादें, कुछ कड़वी और कुछ मीठी, घेरा डाले जो बैठी थीं. अमित का भी यही हाल था. सुबह 8 बजे नेहा की नींद टूटी. बाहर आई तो देखा कि अमित नहाधो कर नाश्ता बना रहा है.

“क्या बात है. आई एम इंप्रैस्ड. पूरी गृहिणी बन गए हो.”

“घरवाली छोड़ कर चली जाए तो यही हाल होता है मैडम जी.”

अमित ने माहौल को हल्का बनाते हुए कहा. नेहा लौन में टहलने लगी तभी अमित चाय ले कर आ गया. नेहा ने चाय पीते हुए कहा,” अमित मुझे अजीब लग रहा है. सारे काम तुम कर रहे हो. देखो कहे देती हूं. दोपहर का खाना मैं बनाऊंगी और रात का भी. तुम केवल बर्तन साफ कर देना.”

“जैसी आप की आज्ञा मोहतरमा.” हंसते हुए अमित बोला.

इस तरह दोनों मिल कर लौकडाउन के इस समय में एकदूसरे की सहायता करते हुए वक्त बिताने लगते हैं. अमित जितना संभव होता सारे काम खुद करता. उसे नेहा की तबीयत को ले कर चिंता रहती थी. झाड़ू पौंछा या सफाई का काम नेहा को छूने भी नहीं देता.

एक दिन सुबहसुबह नेहा की तबीयत ज्यादा ही खराब हो गई. नेहा ने बताया कि उस का इनहेलर नहीं मिल रहा है. अमित उसी वक्त बाजार भागा. बड़ी मशक्कत के बाद उसे एक मेडिकल शॉप खुली मिली. वहीं से इनहेलर और जरूरी दवाइयां खरीद कर भागाभागा घर लौटा. इस समय एकएक पल महत्वपूर्ण था. नेहा की तबीयत काफी बिगड़ रही थी. मगर समय पर इनहेलर मिल जाने से वह बेहतर महसूस करने लगी.

तब तक अमित ने जल्दी से एक बाउल में पानी गर्म किया और उस में लैवेंडर ऑयल की 5-6 बूंदें डालीं. इसे वह नेहा के पास ले आया और 5 -10 मिनट तक स्टीम लेने को कहा. इस से नेहा को काफी आराम मिला.

अब अमित ने एक गिलास गर्म पानी में शहद मिला कर उसे धीरेधीरे पीने को कहा. कुल मिला कर नेहा की तबीयत में काफी सुधार आ गया. अमित ने प्यार से नेहा का माथा सहलाते हुए कहा,” आज के बाद तुम्हें रोज शहद या हल्दी डाल कर गर्म पानी पीना है. इस से तुम्हें आराम मिलेगा.”

उस दिन नेहा को महसूस हुआ कि अमित वाकई उस से प्यार करता है और अलग हो कर भी वह दिल से उस से जुड़ा हुआ है. यह बात उस ने शिद्दत से महसूस की.

वह अमित के पास आ कर बैठ गई और उस के हाथों को थामते हुए बोली,” मैं अपना अतीत पूरी तरह भूल जाना चाहती हूं. आज से मैं केवल तुम्हारे साथ बिताए हुए ये खूबसूरत और प्यारे लम्हे याद रखूंगी. रियली आई मीन इट.”

“नेहा कौन कहता है कि एक्स हसबैंडवाइफ दोस्त नहीं हो सकते. अब तुम तो जिंदगी में आगे बढ़ चुकी हो. हमारा पुराना रिश्ता तो अब जुड़ नहीं सकता. फिर भी दोस्ती का एक नया रिश्ता तो हम बना ही सकते हैं न.”

उस दिन पहली बार दोनों गले लग कर खुशी के आंसू रोए थे.

अगले दिन सुबह नेहा एक फूल ले कर अमित के पास पहुंची.

“यह क्या है?” वह अचकचाया.

“फूल है गुलाब का.”

” वह तो है मगर इस नाचीज पर आज इतनी मेहरबान क्यों?”

“क्यों कि आज ही हम पहली दफा मिले थे. ईडियट भूल गए तुम?” शरारत से देखते हुए नेहा बोली.

“ओह याद आया. रियली मैं सरप्राइज्ड हूं. तुम्हें आज का दिन याद रह गया?”

“हां चलो, आज का दिन कुछ खास मनाते हैं.”

“फाइन ”

फिर दोनों ने मिल कर घर में एक शानदार डेट ऑर्गेनाइज की. घर को फूलों से सजाया. बरामदे में टेबल और कुर्सी लगा कर दोनों ने लंच किया. एकदूसरे की पसंद के कपड़े पहने. लंच में एकदूसरे की पसंद की चीजें ही ऑर्डर कीं गई. एक आर्डर करता और दूसरा किचन से सामान ले कर आता. दोनों ने पहली मुलाकात याद करते हुए एकदूसरे के लिए गाने गाए. शायरियां सुनाईं. गिफ्ट का आदानप्रदान किया. मजेदार बातें कीं और फिर एक खुशनुमा शाम का वादा कर एकदूसरे से विदा ली.

यह सब दोनों ने इतने मजे लेते हुए और फ्रेंडली अप्रोच के साथ किया कि उन के लिए यह डेट यादगार बन गई.

रात में नेहा ने अमित को अपने पास ही सो जाने का न्योता दिया और बोली,” आज मैं एक खूबसूरत भूल करना चाहती हूं . बस केवल आज के लिए अपने हस्बैंड को चीट करूंगी अपने दोस्त की खातिर.”
“तुम तो बड़ी पाप पुण्य की बातें करती थीं कि विवाह के बाद परपुरुष को देखने पर भी नर्क मिलता है या सती सावित्री ही आदर्श होती है वगैरह-वगैरह.” अमित बोला.

नेहा मुंह बिचकाकर बोली, “वे सब पाखंड तो मैं अपनी मौसी से सीख कर आई थी. पता  है उन्होंने मां को ही चूना लगा डाला था. उनका पैसा एक ऐसी जमीन में लगवा दिया था जो थी ही नहीं और सिर्फ कागज थे. बचपन से हम समझते थे कि वे सुबह तीन घंटे पूजा करतीं हैं तो सही ही होंगीं. उन्होंने मां का वह कागजी हिस्सा भी बेच कर पैसे बेटे बहू को दे दिए. मां बहुत रोई थीं. तब से मैंने फैसला कर लिया कि इस झूठ फरेब में नहीं पड़ूंगी और अपनी शर्तों पर अपनी समझ से जिऊंगी.”

“काश तुम्हें यह समझ पहले होती” कहता हुआ अमित कपड़े फेंकते हुए नेहा के साथ बिस्तर पर लेट गया.

दोनों की जिंदगी में लौकडाउन का वह पूरा दिन उम्र भर के लिए यादगार बन गया था. पुरानी गलतफहमियां और कड़वाहट दूर हो गई थीं. एकदूसरे के ऊपर अधिकार न होते हुए भी वे एकदूसरे के लिए कुछ भी करने को तैयार थे. एक अलग सा कंफर्ट लेवल था जिस ने तकलीफ के उन दिनों को भी नए रंग में रंग दिया था.

Ameen Sayani: नहीं रहे रेडियो की ‘मखमली आवाज’ अमीन सयानी, 91 साल की उम्र में ली आखिरी सांस

Ameen Sayani: बात उन दिनों की है जब किसी घर में रेडियो का होना शान की बात समझा जाता था. खेत में थकाहारा किसान और सरहद पर दुश्मन से रखवाली करता जवान रेडियो को ही अपना पसंदीदा टाइमपास मानता था.

उस जमाने में फिल्मी गानों का रेडियो पर बजना बड़ा ही कर्णप्रिय लगता था. तभी एक आवाज ने रेडियो श्रोताओं को अपना दीवाना बना लिया था. वह कोई गायक नहीं था, पर आवाज में गजब की खनक और मिठास थी.

इस शख्सियत का नाम नाम था अमीन सयानी. ‘रेडियो सिलोन’ और फिर ‘विविध भारती’ पर‌ तकरीबन 42 सालों तक चलने वाला हिंदी गीतों का उन का कार्यक्रम ‘बिनाका गीतमाला’ इतना ज्यादा फेमस हो गया था कि लोग हर हफ्ते उन्हें सुनने के लिए बेकरार रहा करते थे.

अब वही मखमली आवाज चुप हो गई है. 91 साल की उम्र में अमीन सयानी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. मंगलवार, 20 फरवरी की शाम को हार्ट अटैक से अमीन सयानी की मौत हो गई. उन के बेटे राजिल सयानी ने इस दुखद खबर की पुष्टि की थी.

राजिल सयानी ने बताया कि अमीन‌ सयानी को मंगलवार को उन के दक्षिण मुंबई स्थित घर पर शाम के 6 बजे हार्ट अटैक आया था. इस के बाद उन्हें दक्षिण मुंबई स्थित एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर इलाज करने के कुछ देर बाद ही डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

91 साल के अमीन सयानी को हाई ब्लड प्रैशन और उम्र संबंधी दूसरी कई बीमारियां थीं और पिछले 12 साल से उन्हें पीठ दर्द‌ की भी शिकायत थी.

अमीन सयानी ने‌ नाम पर 54,000 से ज्यादा रेडियो कार्यक्रम प्रोड्यूस/कंपेअर/वायसओवर करने का रिकौर्ड दर्ज है. लगभग 19,000 जिंगल्स के लिए आवाज देने‌ के लिए भी अमीन सयानी का नाम ‘लिम्का बुक्स औफ रिकौर्ड्स’ में दर्ज है.

अमीन सयानी ने ‘भूत बंगला’, ‘तीन देवियां’, ‘कत्ल’ जैसी फिल्मों में अनाउंसर के तौर पर भी काम किया था. रेडियो पर फिल्मी सितारों पर आधारित उन का शो ‘एस. कुमार्स का फिल्मी मुकदमा’ भी काफी लोकप्रिय साबित हुआ था.

21 दिसंबर, 1932 को जनमे अमीन सयानी अपने जमाने मे रेडियो की दुनिया के सुपरस्टार थे. उन का कर्यक्रम की शुरुआत में ही ‘बहनो और भाइयो’ के साथ रेडियो श्रोताओं को संबोधित करने का तरीका बड़ा फेमस हुआ था और आज उन के वही बहन और भाई इस दुखद समाचार से सदमे में हैं.

बालों का सुरक्षा कवच है कंडीशनर, एक नहीं बल्कि होते हैं कई फायदे

चमकीलें, बिना उलझन वाले बाल हर किसी की चाहत होती है. अच्छे स्मूद बाल जहां आपकी ब्यूटी को बढ़ाते हैं, वहीं उलझे बेजान बाल इसे खराब भी कर सकते हैं. ऐसे में शैंपू के बाद कंडीशनर को बालों के लिए जरूरी माना गया है. हालांकि अधिकांश लोग कंडीशनर की अहमियत को नहीं समझते. विशेषज्ञों के अनुसार प्रदूषण, गंदगी और वातावरण में मौजूद धूल के कणों के साथ ही स्कैल्प से नेचुरल ऑयल निकलता है, जिसके कारण सिर गंदा हो जाता है. शैंपू आपकी स्कैल्प को साफ करता है. वहीं कंडीशनर स्कैल्प में नमी बनाए रखता है और बालों को पोषण देकर उन्हें स्मूथ और शाइनी बनाता है. शैंपू के बाद कंडीशनर लगाने के कई अन्य फायदे भी हैं.

बाल रहते हैं हाइड्रेट

शैंपू के बाद बालों को कंडीशनर करने से आपका स्कैल्प हाइड्रेट रहता है. इससे नमी आपके स्कैल्प में लॉक हो जाती है. जिससे बाल चिकने और स्मूथ रहते हैं.

उलझन होती है कम

कंडीशनर में सिलिकोन और एमोलिएंट्स जैसे कई पोषक तत्व होते हैं. ये तत्व बालों की उलझन कम करते हैं. जब आपके बाद स्मूद होते हैं तो वो कम झड़़ने लगते हैं. घर्षण कम होने के कारण दोमुंहे बालों का खतरा भी कम होता है.

बालों पर आती है चमक

हर किसी की चाहते होती है कि उनके बालों में ऐसी शाइनिंग हो, जो हर किसी को इंप्रेस करे. कंडीशनर इस काम को आसान बनाता है. कंडीशनर आपके बालों के क्यूटिकल्स को चिकना बनाते हैं. इससे बाल मजबूत होते हैं और कम टूटते हैं.

सुधारता है बालों की बनावट

कंडीशनर का नियमित रूप से उपयोग करके आप बालों की बनावट में भी सुधार कर सकते हैं. इससे बाल ज्यादा लचीले बनते हैं. और कई प्रकार की क्षति से बच पाते हैं.

बालों की जड़ों को मिलती है मजबूती

विशेषज्ञों के अनुसार कंडीशनर आपके बालों की जड़ों को मजबूती देता है. इसकी मदद से प्रोटीन की कमी दूर होती है. जिससे बालों को सुरक्षा मिलती है.

इन नुकसानों से भी होगा बचाव

आजकल लोग हेयर स्टाइलिंग को काफी महत्व देते हैं. हालांकि इससे बालों को काफी नुकसान पहुंचता है. कंडीशनर आपको इस परेशानी से बचाता है. इसी के साथ प्रदूषण, यूवी किरणों के कारण भी बाल क्षतिग्रस्त होते हैं, लेकिन कंडीशनर इनसे भी बालों का बचाव करता है.

स्कैल्प होगी हेल्दी

कंडीशनर सिर्फ आपके बालों को ही सुरक्षा नहीं देता, बल्कि आपकी स्कैल्प को भी पोषण देता है. यह स्कैल्प का पीएच लेवल संतुलित रखता है और उसका सूखापन दूर करता है. इससे स्कैल्प में नेचुरल नमी बनी रहती है. इससे डैंड्रफ जैसी परेशानियां भी कम होती हैं.

हेयर कलर के लिए लाभदायक

इन दिनों हेयर कलर करवाना काफी आम बात है, लेकिन ये कलर कुछ ही समय बाद फीके पड़ने लगते हैं और कैमिकल के कारण बालों को भी रूखा कर देते हैं. कंडीशनर इन परेशानियों को दूर करने में काफी हद तक मदद करता है. यह आपके बालों से कलर निकलने से रोकता है और उनमें कंडीशनिंग बनाए रखता है, जिससे बालों में चमक आती है.

पोहे से बनाएं ये हैल्दी डिशेज

पोहा मध्यभारत का एक स्ट्रीट फ़ूड है जिसे नाश्ते में खाया जाता है. चावल को आधा पकाकर दबाने से पोहा बनता है. नाश्ते में भिगोकर बनाया जाने वाला पोहा मोटा और स्नैक्स के तौर पर सेककर बनाया जाने वाला पतला होता है जिसे कागजी या पेपर पोहा कहा जाता है. पोहा आयरन, कार्बोहाइड्रेट और बसा से भरपूर होता है. चूंकि इसमें नाममात्र की कैलोरी होती है इसलिए यह वजन को कम करने में भी मददगार है. आज हम आपको पोहे से बनने वाली कुछ हैल्दी डिशेज बनाना बता रहे हैं जिन्हें आप आसानी से बनाकर परिवार के सदस्यों को खिला सकतीं हैं-

-स्टफ्ड पोहा बॉल्स

कितने लोगों के लिए             4

बनने में लगने वाला समय       30 मिनट

मील टाइप                            वेज

सामग्री (कवर के लिए)         

नाश्ता पोहा                      1 कटोरी

ताजा दही                        1 कटोरी

प्लेन ओट्स                   1/4 कटोरी

नमक                            1/4 टीस्पून

बारीक कटा हरा धनिया    1 टीस्पून

हल्दी पाउडर                1/4 टीस्पून

ब्रेड क्रम्ब्स                    1 टेबलस्पून

तलने के लिए तेल          पर्याप्त मात्रा में

सामग्री (स्टफिंग के लिए)

उबले मैश किये आलू        2

बारीक कटा प्याज            1

बारीक कटी हरी मिर्च          4

बारीक कटा हरा धनिया       1 टीस्पून

उबले मटर                         1/4 कप

जीरा                                1/4 टीस्पून

नमक                                स्वादानुसार

लाल मिर्च पाउडर             1/4 टीस्पून

गरम मसाला पाउडर          1/4 टीस्पून

तेल                                 1टीस्पून

अमचूर पाउडर                 1/2 टीस्पून

धनिया पाउडर                  1/4 टीस्पून

चाट मसाला                     1/4 टीस्पून

विधि

पोहे को धोकर 2-3 बार अच्छी तरह धोकर दही के साथ मिक्सी में पीस लें. ओट्स, नमक, हल्दी और कटा हरा धनिया मिलाकर 15 मिनट के लिए ढककर रख दें.

स्टफिंग बनाने के लिए गरम तेल में जीरा तड़काकर प्याज और हरी मिर्च को भून लें. मैश किये आलू, मटर और समस्त मसाले डालकर अच्छी तरह चलाएं. हरा धनिया डालकर 5 मिनट धीमी आंच पर भूनें और  गैस बंद कर दें. जब मिश्रण ठंडा हो जाये तो 1 टीस्पून मिश्रण लेकर छोटी छोटी बॉल्स तैयार कर लें.

पोहे के मिश्रण को हाथों में चिकनाई लगाकर एकसार करें और 1 टेबलस्पून मिश्रण लेकर हथेली पर फैलाएं, तैयार आलू की बॉल रखकर चारों तरफ से बंद करके  ब्रेड क्रम्ब्स में अच्छी तरह लपेटें. इसी प्रकार सारे बॉल्स तैयार करें. गरम तेल में मध्यम आंच पर फ्राई करके हरे धनिए की चटनी या टोमेटो सॉस के साथ सर्व करें. आप चाहें तो इन्हें शैलो फ्राई भी कर सकतीं हैं.

-इंस्टेंट पालक पोहा डोसा

कितने लोगों के लिए           6

बनने में लगने वाला समय      30 मिनट

मील टाइप                         वेज

सामग्री

पोहा                                1/2 कप

रवा या सूजी                    1 कप

पालक प्यूरी                       1 कप

पानी                                1 कप

खट्टा दही                          1/2 कप

नमक                               1/4 टीस्पून

जीरा                                 1/4 टीस्पून

ईनो फ्रूट साल्ट                    1 सैशे

तेल                                   1 टेबलस्पून

विधि

रवा और पोहा को मिक्सी में बारीक पीस लें. अब इसमें पालक प्यूरी, नमक, जीरा, दही और पानी मिलाकर 20 मिनट के लिए ढककर रख दें. 20 मिनट बाद ईनो फ्रूट साल्ट डालकर अच्छी तरह चलाएं. नॉनस्टिक तवे पर चिकनाई लगाकर 1 बड़ा चम्मच बेटर डालकर फैलाएं. धीमी आंच पर दोनों तरफ से सेककर चटनी या सांभर के साथ सर्व करें.

Wedding Special: शादी के बाद ऐसा हो आपका फैशन, 15 टिप्स

शादी के दिन खूबसूरत दिखने के लिए लड़कियां इस की तैयारी शादी के कुछ महीने पहले से ही करने लगती हैं. इस के लिए ब्राइडल ड्रैसेज, ब्राइडल ज्वैलरी, फुटवियर और मेकअप आदि पर ज्यादा ध्यान देती हैं. लेकिन सिर्फ शादी के दिन ही खूबसूरत दिखना काफी नहीं है. शादी के बाद भी आप अपनी इस खूबसूरती को मेकअप, ड्रैसेज व ज्वैलरी से बरकरार रख सब के आकर्षण का केंद्र बनी रह सकती हैं.

  1. शादी के बाद क्या पहनें

इस संबंध में फैशन डिजाइनर ज्योति ढिल्लों का कहना है, ‘‘शादी के बाद भी दुलहन पर सब की निगाहें होती हैं. इसलिए उसे चाहिए कि वह कलरफुल ड्रैसेज का चुनाव करे. भारतीय परंपरा के अनुसार नई दुलहन पर ट्रैडिशनल ड्रैसेज ही ज्यादा अच्छी लगती हैं. वे उस के रूपसौंदर्य को और अधिक निखारती हैं. ट्रैडिशनल ड्रैसेज में साड़ी एक ऐसा पहनावा है, जो हर दुलहन की खूबसूरती को बढ़ाता है. पर अब न्यूक्लियर फैमिली का दौर है जिस में दुलहन अपनी मनमरजी के अनुसार किसी भी ड्रैस का चयन कर सकती है. साड़ी को भी फैशन के अनुसार स्टाइलिश तरीके से पहन सकती है.’’

2. स्टाइलिश साड़ी कैसे पहनें

टिशू, सिल्क, शिफौन, क्रेप, जौर्जेट वाले टैक्सचर की साडि़यों के साथ डिजाइनर ब्लाउज पहनें, क्योंकि किसी भी साड़ी पर सैक्सी ब्लाउज आप के सौंदर्य में चार चांद लगा देता है. प्लेन शिफौन साड़ी के साथ डिजाइनर ब्लाउज, बड़ी नैकलाइन और शौर्ट स्लीव्स का पहनें. सिंपल जौर्जेट की साड़ी के साथ डिजाइनर ब्लाउज पहनें, जिस में आप सिंपलिसिटी में भी ग्रेस ऐड कर सकती हैं.

 

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3. उलटे पल्ले की साड़ी

यह साड़ी पहनने का पारंपरिक व सदाबहार अंदाज है. यह कभी फैशन से बाहर नहीं होता है. इस स्टाइल में प्लीट्स बनाने के बाद पल्लू को कंधे पर ला कर उस की प्लीट्स बना कर वहीं पर पिनअप कर देते हैं. इस के अलावा खुले पल्ले की साड़ी डीपनैक ब्लाउज के साथ पहनें. यह खूबसूरत लुक देगी.

4. ब्लाउज के स्टाइल

किसी भी साड़ी को ग्रेसफुल बनाने के लिए ब्लाउज बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो सिंपल से सिंपल साड़ी को भी हौट लुक देता है. ब्लाउज के कट को हाईलाइट करने के लिए ऊंचा जूड़ा बनाएं. बिकनी ब्लाउज बैकलैस ब्लाउज, चोली स्टाइल ब्लाउज साड़ी को सैक्सी लुक देते हैं. वहीं साड़ी में भी लहंगा साड़ी, स्टिच साड़ी, कौकटेल वर्जन आदि हैं. जिन्हें पहन कर दुलहन खास लुक पाती है. वैस्ट शेपिंग के लिए कोर्सेट ब्लाउज पहनें.

5. पार्टी लुक के लिए

पार्टी लुक के लिए थ्री डी लहंगासाड़ी पहनें. ये 3 कलर्स में होती है. इन में ब्लाउज अलग कलर का, लहंगा अलग और चुनरी अलग रंग की होती है. इसे लहंगे व साड़ी दोनों तरह से प्रयोग कर के पहन सकते हैं. इस का पल्ला नीचे घेरे के साथ जोड़ कर पहना जा सकता है, साथ में डिजाइनर सैक्सी ब्लाउज इस की खूबसूरती और बढ़ाता है. इस के साथ नैट का दुपट्टा होता है, जो पारंपरिक होने के साथसाथ आधुनिकता लिए भी होता है. इस के अलावा डिजाइनर बनीबनाई साडि़यों को भी हलकी ज्वैलरी और लाइट मेकअप के साथ पहनें. बांधनी, लहरियां, गोटावर्र्क का कौंबिनेशन पहनें. नैट की साड़ी के साथ ज्वैल्ड लुक वाली जैकेट पहनें.

 

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प्लेन शिफौन की साड़ी के साथ चंकी, बीडेड ज्वैलरी स्टाइलिश लुक देगी जबकि वर्क वाली साडि़यों के साथ ऐंटीक स्टोन या मुगल ज्वैलरी आप को ग्लैमरस दिखाने के साथसाथ औरों से अलग भी दिखाएगी.

6. फुटवियर

इन साडि़यों के साथ हाईहील के सैंडल पहनें, जो आप को परफैक्ट लुक देंगे. साथ ही प्लेटफार्म हील का चुनाव भी दुलहन को कंफर्टेबल रखेगा.

7. कौन सा सूट पहनें

नई दुलहन अनारकली सूट पहने. यह ज्यादा घेरे व कम घेरे दोनों ही में मिलता है. इस में हैवी वर्क भी होता है और लाइट वर्क भी. इस के अलावा पटियाला सलवारसूट, बीड सूट, एथेनिक फैब्रिक वाला सूट भी पहन सकती हैं. जाड़े के मौसम में सिल्क, साटन की कसीदाकारी सलवारकमीज खूब जंचती है. ये सभी सूट ब्राइट कलर के ही पहनें. ये कलर दुलहन के फेस में निखार लाएंगे. मेकअप भी लाइट ही करें. अनारकली सूट को ऊंची हील के सैंडल के साथ पहनें. पटियाला सलवारसूट को कोल्हापुरी जूतियों के साथ पहनें.

8. अनारकली सूट

आजकल अनारकली सूट फैशन में है. इसे पहन कर किसी भी दुलहन का व्यक्तित्व अलग ही उभर कर आता है. आप इसे ट्रैडिशनल और ट्रैंडी का मिक्स ऐंड मैच कर के भी पहन सकती हैं. अगर दुलहन लंबी है तो जूतियां ठीक लगती हैं नहीं तो हील वाले सैंडल ही पहनें. अगर अनारकली सूट के साथ दुपट्टा ले रही हैं तो किसी पार्टी में जाते समय दुपट्टे को गले में डालने के बजाय पीछे से ले कर हाथों पर संभालें. अगर गला ज्यादा डीप है तो दुपट्टे को आगे की तरफ ले सकती हैं.

अनारकली सूट के साथ ज्यादा ज्वैलरी पहनना ठीक नहीं. इस सूट के साथ गले में हलका सा नैकपीस पहनें. बड़ेबड़े झुमके या विंटेज, डैंगल्स इयररिंग्स बहुत आकर्षक लगते हैं. इस सूट को दुपट्टे के बिना भी पहन सकती हैं. दुलहन पर ब्रोकेट कुरती लैगिंग के साथ बहुत खूबसूरत लगती है. ब्राइट कलर के ऐंब्रौयडरी वाले अनारकली सूट में मेकअप शोवर ही रखें. इन सब के अलावा कलरफुल कुरतियां लैगिंग या जैगिंग के साथ पहनें. ये दुलहन को स्मूद लुक देंगी.

9. टेल हेमलाइन ड्रैस

ऐसी घेरदार ड्रैस, जो आगे से छोटी और पीछे से लंबी होती है. यह दुलहन को आकर्षक बनाएगी. यह ट्रैडिशनल या फ्यूजन आउटफिट में भी नजर आएगी. फैशन डिजाइनर मीनाक्षी खंडेलवाल कहती हैं, ‘‘आजकल दुलहन ट्रैडिशनल डै्रसेज के अलावा अपनी कास्ट, रिलीजियन और स्टेट्स के अनुसार ही शादी की ड्रैसों का चुनाव करती हैं. इन में ट्रैडिशनल के अलावा वैस्टर्न आउटफिट की भी काफी वैराइटी है, जो दुलहन को एक अलग ही लुक देती है.’’

10. वैस्टर्न ड्रैसेज में क्या पहनें

रफ्ल्ड स्कर्ट को प्लेन वन शोल्डर ब्लाउज के साथ मिक्स ऐंड मैच कर के पहनें. इस के साथ ऐक्सैसरीज में स्टेटमैंट इयररिंग्स पहनें.फ्लोरल प्रिंट हैरम पैंट के साथ ट्यूब टौप बहुत स्मार्ट लगेगा. इस के साथ लंबी चेन, बेज हील्स और सनग्लासेज पहनें.पैरों को सैक्सी दिखाने के लिए मिनी स्कर्ट और रैंप राउंड स्कर्ट पहनें.  जंप सूट के साथ डंगरीज पहनें. यह ड्रैस कंफर्टेबल होने के साथसाथ खूबसूरत भी लगती है. रेनबो कलर की मिनी स्कर्ट को व्हाइट टौप के साथ पहनें. यह दुलहन को ट्रैंडी लुक देगी. स्कर्ट पहन रही हैं तो नीलैंथ स्कर्ट ही पहनें. दिन में शौर्ट ड्रैस को टाइट्स या लैगिंग्स के साथ पहनें. यह आप को स्टाइलिश दिखाएगी. हैरम पैंट को स्टाइलिश बनाने के लिए ट्यूब टौप और कोर्सेट से फ्यूजन टच दें. शौर्ट व लौंग श्रग पहन कर कोई भी दुलहन परफैक्ट लुक पाएगी. वैस्टर्न आउटफिट के साथ बूट्स जरूर पहनें.कैप्रीज थ्रीफोर्थ पैंट या फिर शौटर्स पैंट ही पहनें.

ऐसे कलर और प्रिंट का चुनाव करें जिन में रोमांस हो, फ्रैशनैस हो, फन हो यानी बोल्ड और ब्राइट कलर्स ही प्रयोग करें, जो मूड को ताजा कर दें. स्मार्ट लुक के लिए नीलैंथ ड्रैस या शौर्ट स्लीव्स शर्ट या फिर जैकेट पहनें. स्ट्राइप्स पैटर्न की ड्रैस को डैनिम की जैकेट के साथ कंबाइंड पहनें, साथ में पिंक कलर के बूट पहनें, जो डिफरैंट लुक देंगे.

11. क्या ज्वैलरी पहनें

अगर कलरफुल आउटफिट पहन रही हैं तो मैटल, गोल्ड या सिल्वर ज्वैलरी पहनें.अगर ड्रैस मैटेलिक या ब्लैक है, तो बड़ी और हैवी ज्वैलरी की जगह सिंपल स्टोन ज्वैलरी पहनें. ब्लैक कलर सौफिस्टिकेशन का सिंबल होता है और यह सैक्सी लुक देता है. ऐसी ड्रैस के साथ स्वरोस्की ब्रेसलेट पहनें. वैस्टर्न आउटफिट के साथ कलरफुल वुडन ज्वैलरी पहनें. फंकी बैंगल्स फ्लौवरी ड्रैस के साथ पहनें. मल्टीकलर के लौंग बीडेड नैकपीस, प्लेन टौप के साथ पहनें.

12. कैसे टौप पहनें

प का चयन ड्रैस के अनुसार करें. स्लीवलैस शौर्ट टौप और बौडी हैंगिंग कौटन टौप पहनें. इन के अलावा स्लीवलैस स्ट्रैपी टौप और फ्लोरल प्रिंट पहनें. इस में आप हौट नजर आएंगी.

ब्राइट कलर के शौर्ट्स के साथ न्यूट्रल जिप्सी टौप पहनें. शौर्ट ब्लैक ड्रैस के साथ स्टेटमैंट कलर्ड शूज और फ्लोरल लौंग इयररिंग्स पहनें. फ्लौवरी टौप और लैगिंग अपने वार्डरोब में जरूर शामिल करें.

इन सब के अलावा मोटो पैंट, जैगिंग्स, सीक्वेंड लैगिंग, फ्लेयर्ड पैंट, फंकी कैप्रीज, क्राप्ड, ऐंकललैंथ पैंट, फ्यूजन धोती, हैरम पैंट जरूर रखें. प्लाजो पैंट और वाइड लेग पैंट के साथ स्मार्ट टौप या जैकेट पहनें. प्लाजो पैंट को कमर के काफी ऊपर पहनें यानी हाई वैस्ट पहनें. इस से पैर खूबसूरत लगेंगे.

ट्यूलिप स्कर्ट को पोल्का डौट टौप और नीटेड स्कार्फ के साथ पहनें. ट्यूलिप स्कर्ट के साथ हाईहील पहनें. ट्यूनिक, काफ्तान को स्टाइलिश तरीके से पहनें. काफ्तान जींस या लैगिंग के साथ भी पहना जा सकता है. शौर्ट काफ्तान को जींस के साथ पहनें.

13. सैंडल

वैस्टर्न आउटफिट के साथ कलरफुल फ्लैट चप्पलें पहनें. टी स्ट्रैप सैंडल या हलकी हील वाले सैंडल पहनें. कलरफुल फ्लैटचप्पलों में एक अलग ही लुक नजर आता है.

14. नाइटवियर ड्रैसेज

नाइटवियर में फ्लोरल प्रिंट विद टू पीस, फ्लौवर नैट टिड विद साइडकट, पोलका डौट विद स्टाइलिश नैक गाउन, विद आउट स्ट्रैप रेजर बैक, बौंड स्ट्रेप की ड्रैसेज आदि पहनें, जो दुलहन के अंदाज को और हौट बनाएंगी और दिखेंगी सैक्सी.

15. औफिस के पहले दिन की ड्रैस

फैशन डिजाइनर मीनाक्षी खंडेलवाल का कहना है, ‘‘शादी के बाद औफिस बहुत सी लड़कियां काफी बनसंवर कर जाती हैं. यह औफिस के वातावरण के अनुसार ठीक नहीं लगता. माना आप की नईनई शादी हुई है, पर इस का मतलब यह नहीं है कि आप औफिस में लकदक साड़ी व ज्वैलरी में जाएं. आप औफिस के पहले दिन शिफौन या जौर्जेट की हलकी ऐंब्रौयडरी वाली साड़ी पहनें और उस के साथ हलका मेकअप कर के लाइट ज्वैलरी पहनें. ऐसी ज्वैलरी जिस में आवाज न हो. चूडि़यों की जगह कंगन पहन सकती हैं, जो आप को एक सोबर लुक देंगे और आप अपनेआप को कंफर्टेबल महसूस करेंगी. 1-2 दिन साड़ी पहनने के बाद आप सूट पहनें. वह भी ज्यादा हैवी ऐंब्रौयडरी व ज्यादा चमक वाला नहीं. आप कलरफुल कुरती के साथ लैगिंग या शौर्ट कुरती के साथ जींस पहन सकती हैं. ऐसी ड्रैस पहन कर आप आसानी से औफिस में काम कर सकती हैं

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