गहराइयां : विवान को शैली की कौनसी बात चुभ गई?

हाई हील सताए तो अपनाएं ये उपाय

फैशन और ग्लैमर वर्ल्ड की ओर आकर्षित महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे बिना ही किसी भी प्रकार की हाई हील पहनने लगती हैं. एक सर्वेक्षण के मुताबिक हाई हील पहनने वाली 90% महिलाएं घुटनों, कमर, कूल्हों, कंधों और जोड़ों के दर्द से परेशान रहती हैं.

और्थोपैडिक सर्जन हमेशा हाई हील पहनने से होने वाली इन परेशानियों से महिलाओं को अवगत कराते हैं. पर महिलाएं इस पर ध्यान न दे कर हाई हील पहनती हैं. फलस्वरूप वे जोड़ों में दर्द, नसों में खिंचाव, कमर के आसपास चरबी बढ़ना आदि समस्याओं से ग्रस्त हो जाती हैं. कई बार तो कम उम्र में ही नी कैप बदलने तक की नौबत आ जाती है.

इस बारे में मुंबई के और्थोफिट के मोबिलिटी कंसलटैंट और पीडियाट्रीशियन, जो 15 सालों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, कहते हैं कि 10 में से 1 महिला सप्ताह में कम से कम 3 बार हाई हील पहनती है. इस से एडि़यां ऊंची हो जाती हैं, जिस से शरीर का झुकाव आगे की ओर हो जाता है. फलस्वरूप शरीर की मुद्रा बिगड़ जाती है. पंजों एवं एडि़यों में दर्द के अलावा पीठ दर्द, नसों में खिंचाव, घुटनों में दर्द जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं.

हाई हील सोचसमझ कर खरीदें

अब महिलाएं हील न पहनें ऐसा तो मुमकिन ही नहीं, लेकिन वे परेशानियों से बचने के लिए इन बातों पर ध्यान दें:

– हाई हील कम से कम पहनें.

– 1 से डेढ़ इंच की हाई हील पहनने में कोई हरज नहीं पर 4-5 इंच की पहने पर परेशानी होती है. अत: 4-5 इंच की हाई हील कभीकभार ही पहनें.

– कम समय के लिए शौपिंग पर जाती हैं, तो हील पहन सकती हैं. शौपिंग मौल में जाते समय हील पहनने से बचें.

– घूमनेफिरने जाते समय हाई हील कभी न पहनें.

– पैंसिल हील से आप के पैरों पर शरीर का वजन बढ़ता है, जिस से कमर और हिप्स में दर्द होता है. अत: इन्हें कम पहनें.

– औफिस में पूरा दिन हाई हील न पहनें. बीचबीच में उन्हें उतार दें.

– हमेशा हील शाम को ही खरीदें, क्योंकि पूरा दिन काम करने के बाद शाम तक पैरों का आकार थोड़ा बढ़ जाता है.

– हील खरीदते समय ध्यान दें कि वे कंफर्टेबल हैं या नहीं. फैंसी फुटवियर पर न जाएं. कोई भी ब्रैंड यह दावा नहीं कर सकता कि उस की हाई हील पहनने पर पैरों में दर्द न होगा.

– कभी औनलाइन हील की खरीदारी न करें.

– पैरों के दर्द को कभी सहन न करें. उसे व्यायाम या चिकित्सा से दूर करें. 

बालों का रखें खयाल

आमतौर पर देखा जाता है कि सर्दी के जातेजाते, मौसम बदलने पर बाल किनारों से दोमुंहे हो कर कमजोर होने लगते हैं. कमजोर बाल दिखने में तो खराब लगते ही हैं, चेहरे के सौंदर्य को भी कम कर देते हैं. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए उपाय अपनाया जाता है हेयर कट, जिस में बालों को ट्रिम कर के दोमुंहे बालों को निकाल दिया जाता है. सर्दी के खत्म होते ही बालों को फिर से स्वस्थ व चमकदार बनाए रखने के लिए जरूरी है कि उन में दोबारा नई जान लाई जाए. परंतु इस शुष्क मौसम में कुछ लोग जो बालों की अच्छी देखभाल को नजरअंदाज कर देते हैं, उन के बाल रूखे, भुरभुरे, भद्दे हो जाते हैं व किनारों से दोमुंहे होने लगते हैं. सर्दी के तुरंत बाद गरमी का आगमन भी बालों की सेहत को नुकसान पहुंचाता है. वैसे देखा जाए तो वसंत रहने तक अधिक गरमी नहीं होती लेकिन पिछले महीनों में जाड़े की ठंडी और शुष्क हवाओं के आदी हो चुके बालों के लिए ये हवाएं उन की तुलना में अधिक गरम होती हैं और इसी कारण बालों की उपत्वचा खुलने लगती है, जिस से बाल सिरों (किनारों) से दोमुंहे होने लगते हैं.

वसंत में बालों की देखभाल

आमतौर पर बालों के सिरों (किनारों) से दोमुंहे होने पर बाल रूखे और बेजान लगने लगते हैं. इस से बचने के लिए 2 महीनों में एक बार बालों की ट्रिमिंग करानी चाहिए और यह ट्रिमिंग सर्दी के मौसम में हर 6 हफ्तों में कराई जाए तो बेहतर है. बालों को स्टाइलिश करने के लिए हीटेड स्टाइलिंग टूल्स का इस्तेमाल करने से पहले बालों की सुरक्षा के  लिए हेयर कंडीशनर का प्रयोग करें. ऐसे में बालों की कंडीशनिंग या बालों की मरम्मत के लिए उपयोग में लाई जाने वाली क्रीम का भी प्रयोग करें. सर्दी के दौरान चूंकि बालोें को ज्यादा देखरेख की आवश्यता होती है, इसलिएएक डीप थेरैपी मास्क का उपयोग किया जाना चाहिए, खासतौर पर तब, जब बाल घुंघराले हों.

खानपान की बात की जाए तो संतुलित आहार का बालों पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है. संतुलित आहार लेते हुए जाड़े में भी यकीनन बालों को स्वस्थ व संतुलित बनाए रखा जा सकता है. आमतौर पर जो लोग पौष्टिक आहार कम लेते हैं, उन के बाल रूखे हो जाते हैं. गरमी में तो यह समस्या नहीं आती परंतु सर्दी में बाल अधिक रूखे लगते हैं. ऐसे में खूब पानी पीना चाहिए. सर्दी के मौसम में स्कार्फ और हैट लगाने से भी बाल फ्लैट हो जाते हैं. इस के लिए सिर की त्वचा पर उंगलियों के पोरों से मसाज करें.

केश उपचार के टिप्स

बालों को चैमोमाइल टी से धोने पर न सिर्फ बालों में रंगत व चमक आती है, बल्कि यह बालों के रोमकूपों के लिए भी सहायक है.

सर्दी के शुष्क मौसम के बाद बालों को नई जान देने के लिए हर प्रकार के बालों को डीप मौइश्चराइजिंग ट्रीटमेंट की जरूरत होती है, इस से बालों का रूखापन खत्म होता है.

कंडीशनर केशों में मौइश्चर लेवल को बढ़ाता है, जिस से बाल स्वस्थ व जवां नजर आते हैं और इसी के साथ सर्दी में गायब हुई बालों की चमक भी वापस लौट आती है.

बालों को धोते समय ध्यान रखें कि बाल धोने के बाद उन्हें अच्छे हेयर ब्लोड्रायर्स से सुखाएं.

बालों व सिर की त्वचा के लिए हौट स्टीम बाथ लेना भी फायदेमंद है. गरम तेल से सिर की त्वचा की मसाज करें और इस के बाद गरम तौलिए को कुछ मिनटों के लिए सिर पर लपेटें. इस के अलावा सोते समय भी गरम तेल से सिर की त्वचा की मसाज करें और अगली सुबह स्नान करने से 1 घंटे पहले नीबू के रस को सिरके के साथ मिला कर कौटन से सिर की त्वचा पर लगाएं और सिर को धोते समय आखिर में नीबू का रस मिला 1 कप गरम पानी इस्तेमाल किया जा सकता है. 2 बड़े चम्मच कौस्मैटिक विनेगर के साथ 6 बड़े चम्मच गरम पानी मिला कर इस मिश्रण को कौटन से सिर की त्वचा पर लगाएं व रात भर लगा छोड़ दें. अगली सुबह बालों को शैंपू करें. यह घरेलू उपचार भी रूखे बालों के लिए फायदेमंद रहेगा.

सिर की त्वचा व बालों पर थोड़ा सा दही लगाएं और 1 घंटे बाद बालों को अच्छी तरह तरह धो लें. इस से बालों की शुष्कता कम होगी और चमक बढ़ेगी.  आइए, जानें, बालों की खास समस्याओं को और पहचानें उन के दुरुस्त समाधानों को:

समस्या : डैंड्रफ का बारबार होना.

समाधान : बालों में डैंड्रफ होने का कारण सिर की त्वचा का शुष्क होना नहीं बल्कि सिर की त्वचा पर एक पपड़ीदार परत का बनना है. डैंड्रफ मृत त्वचा के कण होते हैं, इसलिए डैंड्रफयुक्त बालों को मैडिकेटेड शैंपू से साफ करें. लेकिन शैंपू का प्रयोग जल्दीजल्दी न करें. डैंड्रफ अधिक होने पर चर्मरोग भी हो सकता है, इसलिए अपने बालों की सफाई पर विशेष ध्यान दें.

समस्या : बालों का दोमुंहा होना और झड़ना.

समाधान : बालों की तेल से नियमित मालिश करें व पौष्टिक आहार लें. इस से आप के बालों को पोषक तत्त्व मिलेंगे जिस से वे स्वस्थ रहेंगे.

समस्या : बालों का सही तरह साफ न होना.

समाधान : झाग बनाने वाले शैंपू का मतलब यह नहीं है कि वह बालों को अच्छी तरह साफ करेगा ही. झागदार शैंपू के निर्माण में झाग बनाने वाले रसायनों को अधिक मिलाया जाता है. इन में बालों को अच्छी तरह साफ करने की क्षमता नहीं होती है. इसलिए हमेशा ऐसा शैंपू इस्तेमाल में लाएं, जिस में रसायन कम हों और बाल भी अच्छी तरह साफ हो सकें.

समस्या : बालों का चमकदार न होना.

समाधान : ध्यान रहे कि कंडीशनर्स केवल बालों की बाहरी सतह को ही चमकाने का काम करते हैं और उन की संरचना को सही नियंत्रण में रखते हैं. लेकिन ये बालों को अंदर से ठीक नहीं करते. इस के लिए बालों की देखभाल व उचित आहार से उन के पोषण पर उचित ध्यान दें.

क्या न करें

बालों में बारबार कंघी चलाना. इस से बाल अधिक मात्रा में टूटेंगे और उन की जड़ें कमजोर होंगी.   

दिखें हौट प्रैगनैंसी में भी

गर्भावस्था किसी भी महिला की जिंदगी का वह खूबसूरत समय होता है जब वह नित नया अनुभव करती है. उस के भीतर आंतरिक बदलावों के साथसाथ शारीरिक बदलाव भी आते हैं. जहां एक ओर नए मेहमान का आगमन खुशी देता है, वहीं दूसरी ओर बढ़ता वजन उसे परेशान भी करता है और वह सोचती है कि उसे तो अब बस ढीलेढाले कपड़े ही पहनने होंगे, जो उस की खूबसूरत और फैशनेबल दिखने की चाहत में बाधक बनेंगे. लेकिन वह गलत सोचती है. ऐसा नहीं है.

गर्भावस्था में भी महिलाएं खूबसूरत व फैशनेबल दिख सकती हैं और 2 से 3 होने की खुशी को फैशनेबल और कंफर्टेबल कपड़े पहन कर दोगुना कर सकती हैं. अब आप को अपने बढ़े हुए पेट को ढीली शर्ट से छिपाने की जरूरत नहीं. गर्भावस्था के इस खूबसूरत समय में टैंट की तरह दिखने के बजाय हौट व ग्लैमरस दिखें.

ढेरों हैं औप्शन

मार्केट में वुड बी मौम्स को फैशनेबल और मौडर्न दिखाने के ढेरों औप्शन मौजूद हैं. आइए नजर डालें उन पर:

कुरती : आप ऐंब्रौयडरी वाली कंट्रास्ट योक की कुरती, मैंडरियन कौलर की रोलअप स्लीव कुरती, लेस वाली कुरती, पैचवर्क वाली कुरती, फ्रंट स्मोकिंग व बैकटाई वाली कुरती को लैगिंग के साथ पहन सकती हैं. चाहें तो कैपरी के साथ भी पहन सकती हैं व हौट व ग्लैमरस दिख सकती हैं.

टौप्स: काफ्तान भी गर्भावस्था में पहनने वाला एक स्मार्ट औप्शन हो सकता है, जिसे लैगिंग व कैपरी के साथ पहना जा सकता है. यह आप को स्मार्ट लुक देगा. आप चाहें तो बटन वाली टीशर्ट भी स्पैगैटी के साथ पहन सकती हैं. यह आप के शरीर के ऊपरी हिस्से को सपोर्ट देगा. एंपायर कट रैप ड्रैसेज और टौप भी आप के शरीर के ऊपरी हिस्से को खूबसूरती देंगे. सफेद पोंचो को टाइट्स के साथ मैच कर के आप फ्लैट चप्पलें पहन कर आउटिंग पर जा सकती हैं. ये कंफर्टेबल होने के साथसाथ आप को फैशनेबल लुक भी देंगे.

जींस, पैंट: प्रैगनैंसी में स्मार्ट लुक के लिए आप जींस व निटेड पैंट भी पहन सकती हैं. ओवर द टमी स्टाइल की यह निटेड पैंट स्टै्रचेबल तो होती ही है, इस में लाइट इलास्टिक या वेस्टबैंड भी होता है, जो पेट के बढ़ते साइज के अनुसार ऐडजस्ट किया जा सकता है. बाजार में मैटरनिटी जींस व पैंट की पूरी रेंज उपलब्ध है. इन के साथ हैवी वर्क वाली कुरती या टीशर्ट पहन कर मौडर्न व ट्रैंडी लुक पाया जा सकता है. अगर आप गर्भावस्था में जींस पहनने का शौक रखती हैं, तो स्ट्रैचेबल डैनिम या सिल्की डैनिम पहन सकती हैं. इस के साथ आप कौटन फैब्रिक की औक्सफोर्ड शर्ट पहन सकती हैं.

ऐक्सैसरीज: आप प्रिंटेड कलरफुल स्कार्फ, स्टोल का प्रयोग कर के खुद को स्टाइलिश लुक दे सकती हैं. इस से देखने वाले की नजर आप के बढ़े शरीर के बजाय आप के स्टाइलिश लुक पर जाएगी. फंकी ब्रेसलेट, इयररिंग्स व बीड्स की माला को भी आप अपने फैशन स्टेटमैंट का हिस्सा बना सकती हैं.

बाजार में गर्भवती महिलाओं के लिए खास फ्लैट बेलेरीना शूज स्टाइल भी मौजूद हैं, जिन्हें आप जींस या पैंट के साथ पहन सकती हैं. गर्भावस्था के दौरान फैशनेबल दिखने की बात पर फैशन डिजाइनर मीनाक्षी खंडेलवाल कहती हैं, ‘‘महिलाओं व फैशन का गहरा संबंध है. लेकिन अधिकांश महिलाएं इस दौरान अपने बढ़े हुए पेट को छिपाने की कोशिश करती हैं और इस कोशिश में ढीलेढाले बेढंगे कपड़े पहन कर जिंदगी के इस खूबसूरत समय को निराशा में गंवा देती हैं. लेकिन अब समय बदल रहा है. विदेशी महिलाओं की तरह भारतीय महिलाएं भी गर्भावस्था के दौरान मौडर्न व फैशनेबल दिखने की राह पर हैं. इसी चाहत को ध्यान में रखते हुए बड़ीबड़ी कंपनियां भी वुड बी मौम्स के लिए खास डिजाइन किए कपड़ों के रिटेल स्टोर खोल रही हैं. ये स्टोर गर्भवती महिलाओं को स्मार्ट लुक देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.’’

मीनाक्षी खंडेलवाल ने गर्भावस्था के दौरान हौट व ग्लैमरस दिखने की चाहत को पूरा करने में मददगार कुछ टिप्स हमारे साथ शेयर किए. आइए, जानें क्या हैं वे खास टिप्स:

प्रैगनैंसी के समय ऐसा टौप चुनें जिस का फ्रंट डिजाइन प्लीटेड योक वाला हो. टौप आगे से भले ही चौड़ा हो पर पीछे से नौट वाला फिटेड हो. गारमैंट की हेमलाइन में वैरिएशन ला कर खुद को ऐक्साइटिंग लुक दें. कपड़ों का फैब्रिक कौटन व स्पैंडैक्स ही चुनें, जो कंफर्टेबल होने के साथसाथ स्ट्रैचेबल भी होते हैं. कपड़ों का चुनाव करते समय हलके रंगों के बजाय गहरे रंग चुनें. ऐसा करना आप को स्लिम लुक देगा. डै्रस से मैच करती ऐक्सैसरीज पहनें मसलन स्कार्फ, इयररिंग्स, बे्रसलेट आदि. स्लिम लुक के लिए छोटे प्रिंट के कपड़ों का चुनाव करें. कंफर्टेबल फील के लिए हैरम के साथ कुरती ट्राई करें. प्रैगनैंसी के दौरान बढ़े बैस्ट साइज को स्लिम लुक देने के लिए डीप वी नैक पहनें. इसे और स्मार्ट लुक देने के लिए स्कार्फ या स्टोल को स्टाइलिश अंदाज में लें. हाईहील फुटवियर के बजाय फ्लैट बेलेरीना या चप्पलें पहनें.

अब आप तैयार हैं प्रैगनैंसी के दौरान खुद को पूरी तरह फैशनेबल व स्टाइलिश लुक दे कर ऐंजौय करने के लिए. यकीनन अब लोग आप की तुलना सैलिब्रिटीज हैडी क्लम, निकोल रिची व जैनिफर गारनर से करेंगे, जो अपनी प्रैगनैंसी में भी हौट व ग्लैमरस दिखाई देती थीं और उन्होंने उस समय को पूरी तरह ऐंजौय किया था.

जिजीविषा: अनु पर लगे चरित्रहीनता के आरोपों ने कैसे सीमा को हिला दिया

सुसाइड करने के 15 मिनट पहले तुनिषा ने किससे की थी बात

तुनिषा शर्मा (Tunisha Sharma) सुसाइड केस में आरोपी शीजान खान (Sheezan Khan) की जमानत याचिका को 11 जनवरी तक के लिए टाल दिया गया है यानी अब बुधवार को शीजान की जमानत याचिका पर सुनवाई होगी. हालांकि शीजान की जमानत पर सुनवाई के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल कोर्ट में आरोपी के वकील शैलेंद्र मिश्रा ने बताया कि 24 दिसंबर को शीजान तुनिषा को मेकअप रूम में अकेला छोड़कर चला गया था. इसके बाद तुनिषा ने अपनी मौत से 15 मिनट पहले ‘अली’ नाम के एक शख्स से वीडियो कॉल पर बात की थी. वकील के इस खुलासे के बाद हर कोई हैरान है.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Tunisha Sharma (@_tunisha.sharma_)

डेटिंग ऐप पर हुई थी तुनिषा (Tunisha Sharma) और अली की मुलाकात

कोर्ट में शीजान खान (Sheezan Khan) के वकील ने खुलासा करते हुए बताया कि शीजान से ब्रेकअप के बाद तुनिषा की मुलाकात डेटिंग ऐप टिंडर के जरिए एक अली नाम के शख्स से हुए थी. अली के साथ तुनिषा डेट पर भी गई थीं. अपनी मौत से 15 मिनट पहले ‘अली बाबा: दास्तान ए काबुल’ फेम ने अली से वीडियो कॉल पर बात की थी. इसलिए शीजान नहीं बल्कि अली 21 से 24 दिसंबर तक तुनिषा के टच में था.

तुनिषा शर्मा के वकील का बयान

वहीं इस मामले में तुनिषा (Tunisha Sharma) के वकील ने भी कई सवाल उठाए हैं. सोशल मीडिया पर तुनिषा के वकील का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वकील पूछ रहे हैं कि जब शीजान मेकअप रूम से बाहर चला गया था तो उसे कैसे पता चला कि तुनिषा ने अली से बात की? जबकि वह मर चुकी थी. केवल इतना ही नहीं तुनिषा के वकील ने तो यह भी कहा कि हमें यह 302 का मामला लगता है.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Tunisha Sharma (@_tunisha.sharma_)

तुनिषा शर्मा के मामले में शीजान मोहम्मद खान को राहत नहीं

तुनिषा शर्मा की आत्महत्या के मामले में शीजान मोहम्मद खान को फिर झटका लगा है. दरअसल, वसई कोर्ट ने बीती 7 जनवरी को जमानत याचिका पर सुनवाई स्थगित कर 9 जनवरी को सुनवाई करने के लिए कहा था. अब कोर्ट ने 9 जनवरी को भी सुनवाई 11 जवनरी तक के लिए स्थगित कर दी है. इस तरह से शीजान मोहम्मद खान को कोर्ट से एक बार फिर राहत नहीं मिली है. वहीं, तुनिषा शर्मा के परिवार के वकील तरुण शर्मा ने कहा है, ‘हमने और तारीख मांगी है और हम 11 जनवरी को कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे.

अनुपमा हुई अनुज के लिए परेशान, काव्या लेगी वनराज से बदला

रुपाली गांगुली और गौरव खन्ना स्टारर ‘अनुपमा‘ इन दिनों कई उथल-पुथल से गुजर रहा है. शो में अनुपमा और अनुज के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं, लेकिन उन्हें संभालने के लिए देविका और अनुज के बेस्ट फ्रेंड धीरज ने भी कमर कस ली है. बीते दिन भी ‘अनुपमा’ में दिखाया गया कि अनुपमा अनुज को मनाने की हर कोशिश करती है, लेकिन अनुज की नाराजगी बढ़ती जाती है. ऐसे में अनुपमा भी अपने दिल का गुबार धीरज और अनुज के सामने निकाल बैठती है. लेकिन रुपाली गांगुली स्टारर ‘अनुपमा’ में आने वाले मोड़ यहीं पर खत्म नहीं होते हैं.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Anupamaa (@anupamaaofficial.01)

डिंपल से दिल की बात कहेगा समर

‘अनुपमा’ में समर डिंपल से कह बैठता है कि वह उसे पसंद करता है. उसकी यह बात सुनकर डिंपल हैरान रह जाती है और शांत हो जाती है.  लेकिन समर भी समझाता है कि वह उसे पसंद करता है और यह बात उसके दिल में थी तो उसने बोल दी.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Anupamaa❣️ (@sairaxmaan)

काव्या को दूसरे मर्दों के साथ देखकर भड़केगा वनराज

अनुपमा में जल्द ही दिखाया जाएगा कि काव्या शूटिंग से देर लौटती है. वह कार में कुछ आदमियों के साथ होती है जो उसे घर छोड़ने आते हैं. काव्या को उन लोगों के साथ देखकर वनराज तो भड़कता ही है, साथ ही मोहल्ले वाले भी चार बातें बनाना शुरू कर देते हैं. वह जब काव्या से इस बारे में पूछता है तो वह बताती है कि वो लोग उसके क्रू मेंबर थे. इतना ही नहीं, वह वनराज को वी की जगह उसका नाम कहकर पुकारती है.

अनुज को समझाने की कोशिश करेगा धीरज

रुपाली गांगुली स्टारर ‘अनुपमा’ में अनुज की नाराजगी को देखते हुए धीरज उसे समझाने की कोशिश करेगा। वह उसे समझाएगा कि जब तीन महीने के प्यार में तू छोटी के लिए कुछ भी कर सकता है तो भाभी अपने बच्चों को कैसे छोड़ दें. धीरज अनुज से बताता है कि अनुपमा ने उस घर में 26 साल गुजारे हैं, ऐसे में वह चाहकर भी उस घर को नहीं निकाल सकती हैं. इतना ही नहीं, धीरज उसे बताता है कि उसकी और प्रियंका की शादी में भी इसी तरह उतार-चढ़ाव आया था और कैंसर की वजह से उसकी पत्नी हमेशा के लिए उसे छोड़कर चली गई और वह हाथ मलता रह गया.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Anupamaa❣️ (@sairaxmaan)

अनुज को मनाने के लिए कमर कसेगी अनुपमा

रुपाली गांगुली स्टारर ‘अनुपमा’ में एंटरटेनमेंट का डोज यहीं खत्म नहीं होता है. धीरज अनुज को सलाह देता है कि वह अपने रिश्तों के बीच घमंड को बिल्कुल न आने दे। शो के प्रोमो वीडियो के मुताबिक, धीरज अनुज और अनुपमा के लिए पिकनिक प्लान करता है, लेकिन अनुज जाने से मना कर देता है. ऐसे में देविका और धीरज अनुपमा को समझाते हैं कि उसे अनुज को मनाने के लिए कुछ बड़ा करना पड़ेगा. अनुपमा भी इस चीज के लिए अपनी कमर कस लेती है.

जब पति को भाने लगे दूसरी औरत

भारतीय क्रिकेट जगत का जानामाना नाम मोहम्मद शमी पिछले दिनों सुर्खियों में रहे. उन की पत्नी हसेन जहान ने उन पर आरोप लगाया कि वे दूसरी औरत के चक्कर में घरेलू हिंसा का शिकार हो रही हैं.

जहान ने शमी के व्हाट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर के कई स्क्रीन शौर्ट दिखाए जिन में कितनी ही औरतों के साथ उनकी बातचीत के सुबूत थे. जब शमी दक्षिण अफ्रीका के दौर से लौटे और जहान ने इस सब के खिलाफ आपत्ति जताई तब उन्होंने जहान के साथ मारपीट शुरू कर दी. जहान कहती हैं कि उन्होंने शमी को काफी समय दिया खुद को सुधारने के लिए, लेकिन शमी ने अपना सारा गुस्सा जहान पर निकाला. हालांकि शमी इस सब से इनकार करते हैं.

साक्षी एक बैंक मैंनेजर हैं. अच्छा जौब, अच्छी शादीशुदा जिंदगी और ऊपर से देखने में सबकुछ बहुत बढि़या. लेकिन अंदर ?ांको तब पता चलता है कि जब साक्षी को अपने पति के दूसरी औरत के साथ संबंध के बारे में शक हुआ और उस ने अपने पति ने प्रश्न किया तो उस के पति ने आक्रामक रूप धारण कर लिया. चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत सच हो गई. जब कभी साक्षी कोई प्रश्न करती तभी उस का पति फौरन गुस्सा करने लगता. धीरेधीरे साक्षी का शक बढ़ता गया और उस के पति का उस के ऊपर गुस्सा.

मजबूरी में जिंदगी

बात घरेलू हिंसा तक पहुंची गई. हर बार ?ागड़े की स्थिति में साक्षी का पति उसे अपने जूते की हील से तो कभी लातघूंसों से पीटता, साक्षी फिर भी उस के साथ जीती जा रही थी, इस उम्मीद में कि उस के पति को गलती का एहसास होगा और वह उस के पास लौट कर आ जाएगा.

हिंसा के बाद जब अगली सुबह साक्षी अपने बैंक जाती तो मेकअप से अपनी चोटों के निशान छिपा कर, बढि़या लिपस्टिक, बिंदी लगा कर जाती. लेकिन उस की सहेली और सहकर्मी को फिर भी शक हो ही गया. उन के द्वारा किसी को न बताने का वादा करने पर साक्षी ने रोरो कर अपना हाल सुना दिया.

‘‘हमारे घर के पास एक बाबाजी रहते हैं जो सौतन से तुरंत छुटकारा दिलवा देते हैं. तू हिम्मत न हार. मैं तु?ो उन के पास लेकर चलूंगी.’’

सहेली की बातों में आ कर साक्षी बाबाजी की शरण में पहुंच गई. बाबाजी के आश्रम में जगहजगह संदिग्ध से पोस्टर लगे हुए थे, धूपदीप जल रहे थे, धुआं उठ रहा था. उन्होंने नाटकीय मुद्रा में आंखें बंद कीं और हाथ हवा में लहराते हुए कहने लगे, ‘‘अगर तेरा पति किसी और औरत के जाल में फंस गया है तो कमी जरूर तेरे ही प्यार में है तभी वो दूसरी की ओर आकर्षित हुआ है.

‘‘छुटकारा पाने के लिए तुम्हें अपनी यौवन की सुंदरता का मोहजाल बनाना होगा पर सब से असरदार टोटका है कि तुम भगवान कृष्ण की शरण में जाओ क्योंकि वे प्रेम के देवता हैं. उन की शरण में जाने से तुम्हारा प्रेम पुन: तुम्हें प्राप्त होगा. हर शुक्रवार को भगवान कृष्ण का ध्यान करते हुए मात्र 3 इलायची अपने शरीर पर स्पर्श कर के अपने पल्लू में बांध लेना और उन्हें बंधे रहने देना.

‘‘दूसरे दिन प्रात:काल उठ कर स्नान कर के भगवान कृष्ण का ध्यान करते हुए अपने पति को चाय में या भोजन में मिला कर इलायची खिला देना. यह टोटका तुम्हें 3 शुक्रवार करना होगा. देखना तुम्हारा पति तुम्हारी तरफ आकर्षित होने लगेगा और पहले से भी अधिक प्रेम करने लगेगा. जा अपनेआप सौतन से छुटकारा मिल जाएगा.’’

इतना सरल उपाय जान कर साक्षी खुश हुई और बाबाजी का जयकारा करती हुई आश्वस्त हो कर वापस लौट आई. लेकिन बाबाजी के टोटके से कोई लाभ न हुआ. पति की दूसरी औरत के प्रति आसक्ति भी वही रही और साक्षी के टोकने पर हिंसा भी जस की तस बनी रही. हां बाबा और उन के चेलों को सभी का रोजाना दर्शन लाभ अवश्य मिला.

आकर्षण की सीमा रेखा

किसी के प्रति आकर्षण होना एक अलग चीज है, लेकिन उस आकर्षण के चलते अपनी शादीशुदा जिंदगी को ताक पर रख देना बिलकुल गलत है. ऐसा नहीं कि शादी के बाद महिला या पुरुष इस बात के लिए प्रतिबंधित हो जाएंगे कि वे अपने साथी के अलावा न तो किसी को देखेंगे और न ही बात करेंगे.

शादी का अर्थ बंधन नहीं और न ही अपने साथी को किसी पिंजरे में रखना है. लेकिन अगर बात केवल देख कर तारीफ करने या बात करने से आगे बढ़ती है तो बेशक इसे गलत कहने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए.

हिंदू संस्कृति में सौतन से छुटकारा

मनुष्यों के रिश्तों में सब से महत्त्वपूर्ण है पतिपत्नी का रिश्ता जैसे इंसान स्वयं जोड़ता है. कभी अभिभावक जीवनसाथी चुनते हैं तो कभी हम खुद. दोनों ही स्थितियों में इस रिश्ते की गरिमा अनूठी और गरिमामई होती है. पुराने जमाने में पतियों को एक से अधिक पत्नी रखने की सामाजिक स्वीकृति प्राप्त थी. हिंदू समाज में पहली पत्नी का अपना स्थान होता था, लेकिन वहीं दूसरी औरत को हेय दृष्टि से न देख कर उसे भी पत्नी का स्थान प्राप्त हो जाता था.

किंतु हिंदू मैरिज ऐक्ट के आने से यह संभव नहीं है, इसलिए अब पहली पत्नी के होते हुए दूसरा विवाह करना संभव नहीं परंतु पराई स्त्री की ओर आकर्षण कैसे रोक सकता है कोई. ये सौतनों पतियों की दृष्टि में हमेशा से खटकती आई हैं. हिंदू शास्त्रों के अनुसार कामदेव की उपासना करने और उन के मंत्र जाप से पतिपत्नी में प्रेम बढ़ता है और सौतन से छुटकारा मिलता है. यहां पति को सौतन की कुदृष्टि से बचाने के लिए मंत्र भी है-

ॐ कामदेवाय: विद्मह्य: रति प्रियायौ धीमाहिं तन्नोह् अनंग: प्रचोदयात्. ऐसे ही कहा गया कि शुक्र मंत्र का जाप करने से भी सौतन से छुटकारा मिलता है और पतिपत्नी में प्रेम बढ़ता है.

ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय: नम:

टोनेटोटकों की दुनिया

सौतन से छुटकारा पाने के लिए टोनेटोटकों की कोई कमी नहीं है. चाहे आप औफलाइन जाएं या औनलाइन, टोटकों की भरमार आप को चकित कर देगी. ज्योतिसकथन साइट के उपेंद्र अग्रवाल पति वशीकरण का टोटका बताते हुए कहते हैं, ‘‘अगर आप अपने पति को वश में रखना चाहती हैं और आप को शक है कि आप का पति किसी अन्य स्त्री से प्रेम करता है तो शुक्ल पक्ष के किसी भी रविवार को अपने शरीर के उस स्थान पर लौंग रखें जहां पसीना आता हो और फिर उस लौंग को सुखा कर रख लें और अपने पति को किसी तरह खिला दें. आप का पति आप के वश में आ जाएगा और आप के कहे अनुसार चलेगा.’’

पाखंडियों का पाखंड

अघोरी को इन वैबसाइट के अनुसार पति को अपने प्रति मोहित करने के लिए शुक्र मंत्र का जाप अचूक उपाय माना जाता है जिस के नियमित रूप से पाठ करने से पति सौतन को छोड़ कर अपनी पत्नी के प्रति कामासक्त हो उठेगा.

एक और वैबसाइट ‘पामशास्त्र’ कहती है कि सौतन से छुटकारा पाना हो तो साबूत पान के पत्ते पर चंदन तथा केसर का चूर्ण मिला कर अपने मस्तक पर तिलक लगाएं तथा पति या उन के चित्र के समक्ष जाएं. ये प्रयोग 43 दिनों तक करें तथा नित्य नयापत्ता लें जो कहीं से भी कटाफटा न हो. अंतिम दिन सभी पान के पत्तों को एकत्रित कर बहते पानी में बहा दें. आप में सम्मोहक शक्ति आ जाएगी.

बैंगलुरु की ऐस्ट्रोलौजर साइट के मोहम्मद अली खान का दूसरी औरत से छुटकारा पाने का टोटका मानें तो सिंदूर में डूबी हुई कलाई में पहने लायक काली डोरी अपने पति की जेब या पर्स में रखें. अगर आप के पति रखने से मना कर दे तो आप अपने शयनकक्ष के बैड के सिरहाने कहीं भी छिपा के रख दें. ऐसे ही पति को औफिस के लिए खाना जिस बरतन में देते है उस बरतन पर सिंदूर का छोटा सा निशान कर दें.

मगर इन टोनेटोटकों से कुछ नहीं होता. आप को ध्यान रखना होगा कि जिंदगी में इन नकारा, मन बहलाने के कामों से कुछ हासिल नहीं होता. जो कुछ होगा वह ठोस कदम उठाने से होगा, इसलिए इन बहकावों में आ कर अपनी जिंदगी के महत्त्वपूर्ण समय को व्यर्थ न गवाएं बल्कि सही समय पर उचित कदम उठा कर अपने जीवन को सही राह पर लाने का भरसक प्रयास करें.

ऐक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कारण

ऐक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर होने के बहुत से कारण हो सकते हैं, लेकिन अगर समय रहते उन कारणों को जान लिया जाए तो इस मुसीबत से पार पाया जा सकता है. ज्यादातर मामलों में ऐक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर शादीशुदा जिंदगी में कलह होने की वजह से होते हैं, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है. कई बार घर वालों और समाज की वजह से कुछ लोगों की शादी बहुत कम उम्र में हो जाती है. ऐसे लोग जब जिंदगी के अगले पड़ाव पर पहुंचते हैं तो उन्हें यह लगने लगता है कि उन्होंने काफी कुछ मिस कर दिया है.

ऐसे में वे ऐक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की ओर कदम बढ़ाने लगते हैं. सैक्सुअल सैटिस्फैशन न मिलना भी एक प्रमुख कारण हो सकता है कि आप का साथी आप के अलावा किसी और के प्रति आकर्षित हो. कई मामलों में तो यह सब से बड़ी और एकमात्र वजह होती है. लेकिन कई बार कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन में अतिरिक्त संबंध बनाने की क्रेविंग होती है.

अपने साथी से संतुष्ट होने के बावजूद वे दूसरे के साथ संबंध बनाने के लिए आतुर रहते हैं. एक और बड़ी वजह है बच्चों का जन्म. मातापिता बनाने के बाद जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है. पत्नी अकसर मां की भूमिका को प्राथमिकता देने लगती है और पति इधरउधर भटक जाता है.

अफेयर होने के चांस

दांपत्य विश्वासघात के प्रसिद्ध थेरैपिस्ट डा. स्काट हाल्जमन कहते हैं कि सोशल मीडिया और ई कम्यूनिकेशन के आ जाने से विश्वासघात में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. कारण है नए लोगों से मुलाकातों के बढ़े हुए आयाम. कई लोगों से आप पहली बार नैट के जरीए मिल सकते हैं. और तो और पुराने जानकारों से व मित्रों से भी सोशल नैटवर्किंग साइट की मदद से आसानी से मिल सकते हैं, जिस से कई बार अफेयर होने के चांस बढ़ जाते हैं.

योगेश निजी कंपनी में ऊंचे ओहदे पर कार्यरत है. उस की सामाजिक छवि एक सफल गृहस्थ इंसान की है. किंतु उस की पत्नी पद्मा जानती है कि उस की भटकती हुई नजरें हर सामने आने वाली महिला पर बिखर जाती हैं. वो उस की इस आदत से काफी परेशान है. लेकिन हद तो तब हो गई जब योगेश का अफेयर उस के दफ्तर में कार्यरत एक महिला सहकर्मी से चल पड़ा.

धीरेधीरे वह उस महिला को घर लाने लगा. वह उसे घर लाता, अपने कमरे में ले जा कर दरवाजा अंदर से बंद कर लेता. पद्मा के पूछने पर कहता कि औफिस का कुछ खास काम है और उन दोनों को डिस्टर्ब न किया जाए.

जब यह सिलसिला बढ़ने लगा तो पद्मा ने इस पर आपत्ति जतानी शुरू की. लेकिन उस के मना करने पर योगेश उस पर हाथ उठाने लगा. पद्मा को आभास हो गया कि पानी सिर से ऊपर जा रहा है. आखिर ऐसे कब तक सहती वह.

यदि पतिपत्नी का संबंध तालमेल से चले तो जिंदगी एक सुमधुर गीत बन जाती है, परंतु ताल टूटते ही मेल भी बिखर कर रह जाता है और ऐसा अकसर तीसरे के कारण होता है जो दोनों के बीच आकर पूरा रिश्ता खराब कर देता है. पद्मा को एक परित्यक्ता का जीवन जीना स्वीकार नहीं था. उस ने ठोस कदम उठाने के बारे में सोचा.

परिवार को सम्मिलित किया

पद्मा ने पहले योगेश के और फिर जब बात नहीं बनी तो अपने परिवार को अपनी समस्या में सम्मिलित लिया. उस ने पारिवारिक मीटिंग बुलवाई और उन में योगेश के अफेयर और उस पर हाथ उठाने की बात को उठाया. वह इस शर्म से बाहर निकली कि समाज क्या कहेगा. उस ने अपने कुछ निकटतम दोस्तों और यहां तक कि योगेश के औफिस के बौस को भी ये बातें बताईं. योगश को अपनी छवि का बेहद खयाल था. अपनी छवि खराब होती देख उसे संभलना ही पड़ा. लेकिन बात यहां खत्म नहीं हुई. पद्मा ने इस प्रकरण के पीछे के असली कारणों को जानने की पूरी कोशिश की ताकि भविष्य में दोबारा ऐसा कभी न हो.

पहचानें असली कारणों को

एक अफेयर यों ही नहीं हो जाता. क्यों होता है? क्या कारण रहते हैं कि एक गृहस्थ पुरुष भटक जाता है? इस के पीछे छिपे कारण और असलियत जानने की कोशिश करनी चाहिए. अफेयर को नजरअंदाज करना ठीक वैसा ही होगा जैसे किसी चोटिल व्यक्ति को अस्पताल न ले जाना. देरसबेर चोट भले ही ठीक हो जाए पर उस का दर्द और निशान छूट ही जाएगा. भावनात्मक चोट भी शारीरिक चोट की तरह ही होती है.

यदि आप अपनी गृहस्थी बचाना चाहती हैं तो अफेयर का सामना करना, डट कर खड़े रहना और उस के वार के सामने अडिग रहना जरूरी है वरना कहीं ऐसा न हो कि एक अफेयर खत्म होने पर भी इस के पुन: आप के जीवन में आ कर आप को डराने की आशंका बनी रहे.

द्य सब से पहले तो पत्नी को अफेयर करने, अपनी पत्नी को धोखा देने और घरेलू हिंसा करने की जिम्मेदारी स्वीकार करनी होगी. वह मासूम सा बन कर या सारा दोष अपनी पत्नी पर मढ़ कर नहीं छूट सकता. जब अपनी गलती स्वीकारेगा, तभी तो सुधार की दिशा में कदम उठाएगा.

द्य अफेयर के पीछे कई कारण होते हैं. केवल पति को दोष देना भी ठीक नहीं. पत्नी को भी अपने अंदर ?ांकना होगा. हो सकता है कुछ ऐसे कारण दिखाई दे जाएं जिन की वजह से पति को शादी के बाहर भटकना पड़ गया.

द्य खुल कर आपसी बातचीत से हल निकाला जा सकता है. पतिपत्नी को एकदूसरे के प्रश्नों के उत्तर देने की कोशिश करनी चाहिए पर ध्यान रहे कि उत्तर ईमानदार हों.

द्य अपने अंदर के दर्द का सामना करें और जिस किसी चीज से आप को शांति मिले, वह करने का प्रयास करें.

काउंसलर की सहायता लें

डा. निशा खन्ना जोकि एक फैमिली काउंसलर हैं, कहती हैं कि जहां परिवार और दोस्त किसी एक पक्ष की तरफदारी कर सकते हैं, वहीं काउंसलर एक निष्पक्ष व्यक्ति होता है जो तटस्थ भाव से दोनों पक्षों की बात सुन कर बीच की राह ढूंढ़ने का प्रयास करता है. काउंसलर की कोशिश रहती है कि पतिपत्नी में आपसी कम्यूनिकेशन में सुधार हो और रिश्ते में जो दूरी आ गई है वह मिट सके.

सरलाजी के पति को उन के अफेयर के बारे में जब पता चला तो वे एकदम बिखर सी गईं. उन का विश्वास तारतार हो गया. उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि महेंद्रजी उस के साथ विश्वासघात करेंगे. बात पुरानी हो चुकी थी. महेंद्रजी को अपनी गलती का एहसास हो गया था और प्रायश्चित्त के तौर पर उन्होंने स्वयं ही यह बात सरलाजी को बताई.

पहले तो सरलाजी इतना नाराज हुईं कि कई दिनों तक महेंद्रजी से कोई बातचीत नहीं की. लेकिन फिर उन के मन में यह विचार आया कि क्या 6 माह के अफेयर के लिए वे अपनी 30 साल की शादी तोड़ देंगी? क्या एक भूल सुधरी नहीं जा सकती? क्या वे इतने पुराने गृहस्थ जीवन को एक गलती की कसोटी पर तोल नहीं पाएंगी? उन्होंने अपनी शादीशुदा जिंदगी को चुना और एक भूल को माफ  करने में ही सम?ादारी सम?ा.

ऐक्सट्रा मैरिटल अफेयर और घरेलू हिंसा

‘जर्नल औफ मैरिज ऐंड फैमिली’ के एक आलेख ‘वायलैंस पोटैंशियल इन ऐक्सट्रा मैरिटल रिस्पौंस’ के लेखक राबर्ट वाइटहर्स्ट की मानें तो ऐक्सट्रा मैरिटल सैक्स के कारण ही घरेलू हिंसा होती है. जब बात मारपीट पर उतर आए तो इसे हलके में नहीं लेना चाहिए. कोई भी पत्नी यह सह नहीं सकती कि उस का पति किसी और स्त्री के चक्कर में पड़ जाए. किंतु यदि विरोध करने से बात बिगड़ने लगे तो इस मुद्दे को गंभीरता से लेना होगा. यदि पति मारपीट न छोड़े तो पुलिस में जाने से भी नहीं हिचकना चाहिए.

ऐसी कितनी ही महिलाएं होंगी जिन के पति उन के साथ विश्वासघात करते हैं. यह बात बेहद उदासीन है, लेकिन सच है. मगर एक बात यह भी सच है कि हर किसी के जीवन में कोई न कोई कमी, कोई न कोई दुख होता है. कोई बीमारी से ग्रस्त होता है तो कोई जीवनसाथी के अभाव से. इस संसार मेंकौन है जो किसी भी दुखदर्द से वंचित है.

यदि आप का पति पराई स्त्री के रूपयौवन के पीछे दीवाना हो जाए तो आप की खुशियों को ग्रहण लग जाना स्वाभाविक है. ऐसे में कोई भी चीज आप को सुख नहीं देती, किंतु फिर भी इस कठिन समय से बाहर निकलना जरूरी है.

इसलिए जो कुछ भी संभव हो वह प्रयास करें और स्वयं को तथा अपने साथी को इस समस्या से उबारने की भरसक कोशिश करें ताकि भविष्य में आने वाली खुशियां आप का द्वार खटखटाएं और तब आप सोचें कि हम दोनों ने कितना अच्छा किया जो समय से चेत गए और सही राह चुन ली.

Makar Sankranti 2023: सर्दियों में बनाएं टेस्टी और हेल्दी तिल-गुड़ के लड्डू

सर्दियाँ का मौसम आ चुका है और ये मौसम खाने-पीने के शौकीन लोगों के लिए वैसे भी खास होता है.पर इस मौसम में कई लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी सचेत रहते हैं और स्वास्थ्यवर्धक खान-पान को अपनाते है . लेकिन अगर आपको स्वाद के साथ स्वास्थ्य भी मिल जाए तो क्या कहने. क्योंकि स्वस्थ खाने का मतलब हर बार अपने स्वाद से समझौता करना नहीं होता .
इसलिए आज हम बनाएँगे स्वादिष्ट तिल और गुड के लड्डू . ये लड्डू सर्दियों के लिए एक अच्छा वार्मिंग स्वीट स्नैक हैं और इनका स्‍वाद दिल को छू लेने वाला होता है और इनकी सबसे बड़ी खासियत ये है की ये यह गुड़ के साथ तैयार किए जाते है . मूल रूप से गुड़ की मिठास चीनी की तुलना में स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बहुत बेहतर होती है.
वैसे तो दुकानों पर तिल से बने लड्डू, चिक्‍की, गजक, रेवड़ी, आदि बिकना शुरु हो गए हैं. लेकिन अगर आप इन्हे घर पर ही बनाएँगे तो ये आपके लिए हेल्दी होने के साथ-साथ किफ़ायती भी होंगे.
तो चलिये जानते है की तिल के लड्डू कैसे बनाए-

कितने लड्डू बनेंगे – 20 (लड्डू की क्वान्टिटी इनके साइज़ पर निर्भर है)
कितना समय-20 से 25 मिनट

हमें चाहिए-

तिल – 250 ग्राम
गुड़ – 250 ग्राम
घी – 2 छोटी चम्मच

बनाने का तरीका-

1-सबसे पहले तिल को अच्छी तरह साफ कर लीजिये. अब एक कढ़ाई में तिल को डालकर करीब 7 से 8 मिनट तक भूनिए.

(ध्यान रहे: तिल बहुत जल्द जल जाते है ,इसलिए इन्हे ज्यादा तेज़ आंच पर मत भूने )

2-अब भुने हुए तिल को एक प्लेट में निकालकर थोड़ा सा ठंडा कर लीजिए.

3-अब गुड़ को या तो कद्दूकश की सहायता से घिस लीजिये या बारीक -बारीक टुकड़ों में तोड़ लीजिये.
(इससे गुड जल्दी पिघलेगा और चाशनी जल्दी तैयार होगी)

4-अब गुड की चाशनी बनाने के लिए एक कढ़ाई में एक चम्मच घी डालकर गरम कीजिये.
(घी डालने से लड्डू सख्त नहीं होंगे और लड्डुओं मे शाइन भी रहेगी.)

5-अब कढ़ाई में गुड़ को डाल कर पिघला लीजिये . जब गुड़ अच्छे से पिघल जाए तब गॅस को बंद कर दीजिये. याद रखे चाशनी को ज्यादा भी नहीं पकाना है वरना लड्डू बहुत सख्त हो जाएंगे.

(चाशनी चेक करने के लिए पिघले हुए गुड की 2 से 3 बूंदे एक कप ठंडे पानी मे डाल कर देखिये ,अगर वो घुलता नहीं है तो समझ लीजिये की चाशनी तैयार है)

6-चाशनी के थोड़ा ठंडा होने के बाद इसमें भुने हुये तिल अच्छी तरह मिलाइये. आप चाहे तो आप इसमे काजू ,बादाम या इलाइची का पाउडर भी मिक्स कर सकते है.
(ध्यान रहे: चाशनी ज्यादा ठंडी भी न हो वरना लड्डू बांधने मे दिक्कत होगी)

7-गुड़ तिल के लड्डू बनाने का मिश्रण तैयार है. इसे कढ़ाई से एक प्लेट में निकाल लीजिए और जरा सा ठंडा होने दीजिए.

8-अब लड्डू बांधने के लिए हथेली में थोड़ा सा घी या पानी लगाकर चिकना कीजिये,अब चम्मच से हाथ पर थोड़ा- थोड़ा मिश्रण लेकर गोल -गोल लड्डू बना लीजिये.
(ध्यान रहे: लड्डू गरम मिश्रण से ही बनाने पड़ते हैं, मिश्रण ठंडा होने पर जमने लगता है और लड्डू बनाना मुश्किल होता है).

9-गोल लड्डू बनाकर एक प्लेट में रख लीजिये.तिल गुड़ के लड्डू तैयार हैं.

10-तैयार लड्डू को 4-5 घंटे खुले में रख दीजिये, 4 से 5 घंटे बाद एअर टाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये .
(इनकी सबसे बड़ी खासियत ये है की ये जल्दी खराब नहीं होते)

चेहरे के अनुसार ज्वैलरी कैसे चुनें, जाने यहां

आभूषण हर महिला का श्रृंगार होता है, जिसके बिना उनका श्रृंगार अधूरा माना जाता है. हर युग में महिला गहने के बिना अधूरी मानी गई है. यही वजह है कि बदलते युग में भी जवेलरी का प्रयोग नई तरीके से की जाती है. फिर चाहे सोना, चाँदी हो या डायमंड हर प्रकार की ज्वेलरी को डिज़ाइनर नए-नए और एलीगेंट लुक देने की लगातार कोशिश करते रहते है, लेकिन वह किसी महिला को तभी सूट करता है, जब उन्होंने अपने चेहरे के अनुसार गहने पहने  हो.

देखा जाय तो हिंदी फिल्मों की अभिनेत्रियाँ भी अपने चेहरे के अनुसार ही गहने पहनती है, जो उनके स्टाइलिश द्वारा जांच परखने के बाद उन्हें पहनने के लिए दिया सुझाव दिया जाता है, लेकिन दैनिक जीवन में महिलाएं इस पर कम ध्यान देती है और आँखों को भानेवाली गहने खरीद कर वे इसे पहन नहीं पाती, क्योंकि उसे पहनने पर उनका लुक सही नहीं हो पाता.

अभिनेत्रियों की पसंद

ट्रेडीशनल पोशाक पसंद करने वाली अभिनेत्री विद्या बालन ने झुमके की क्रेज के बारें में बताया था. उन्होंने कहा था कि उन्हें झुमके  पसंद हैं कि वो इन्हें खरीदने का एक मौका भी नहीं छोड़ती हैं. उन्होंने ट्रेन में बिकने वाले 5 रूपये के सस्ते झुमकों को भी खरीदकर पहना है. विद्या बालन खुद को पारंपरिक गहनों की  बहुत बड़ी प्रशंसक हैं.

सोनम कपूर अक्सर अपने स्टाइल के साथ एक्सपेरिमेंट करती हैं और उनका यह लुक सभी को पसंद भी है. उन्हें भी गहनों का खास शौक है, गहने चाहे महंगे हो या कम दाम, ड्रेस के साथ मैच करती हुई पहनती है. ट्रेडिशनल ड्रेस हो या वेस्टर्न, गहने हर पहनावे में होने की जरुरत को मानती है. अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को बहुत ही ट्रेंडी गहने पहनना पसंद है. उन्हें अधिकतर लंबी और लटकती हुई इयररिंग पहने देखा जा सकता है, क्योंकि उनका चेहरा लम्बा है.

इस बारें में कृष्णा ज्वेलरी एक्सपर्ट पराग शाह कहते है कि चेहरा व्यक्ति के व्यक्तित्व का आइना होता है, सही आभूषण सुन्दरता को अधिक बढाती है, इसलिए भारी भरकम गहने से अधिक एलीगेंट लुक वाले गहने आज के यूथ की पसंद होती है और यही ट्रेंड है. इसलिए जब भी कोई महिला मेरे पास आती है तो उसे मैं चेहरे के अनुरूप ही गहने खरीदने की सलाह देता हूँ. इतना ही नहीं कई बार ऐसा देखा जाता है कि गहनों का चयन चेहरे के अनुसार नहीं किये जाने पर, पूरा चेहरा ही बदल जाता है, ऐसे में क्या करें? कैसे जाने, चेहरे के अनुसार कैसी ज्वेलरी पहनी जानी चाहिए, ताकि सबकी नजर आप पर ठहर जाय, आइये जाने .

ओवल फेस

ओवल फेस की सबसे अच्छी बात यह है कि ये महिलाएं किसी भी लम्बाई और स्टाइल के नेकलेस पहन सकती  हैं. इसी तरह ओवल या टियरड्रॉप डिज़ाइन वाले राउंड नेकलेस जो कि आपके चेहरे के आकार की नकल करते हैं,  एक बेहतरीन विकल्प माना जाता हैं. वंही ज्योमेट्रिकल पेंडेंट के साथ शॉर्ट नेकलेस मिनिमलिस्टिक लुक के लिए काफी शानदार होते हैं. लुक को परफेक्ट बनाने के लिए  स्टडेड इयररिंग्स या वाइड इयररिंग्स की मैचिंग काफी अच्छी लुक देती है.

लॉन्ग फेसेस

लॉन्ग फेसेस में माथे से चिन तक की लंबाई अधिक होती है, जो कि उन्हें ओवल फेसेस से काफी अलग बनाती है. इस तरह के चेहरों के लिए एक सरल  तरकीब यह है कि चेहरे की लंबाई को कम करते हुए ज्वैलरी  को चुनना, जो चेहरे की चौड़ाई पर अधिक बल देती हो. चौड़े चेहरे पर इम्प्रैशन देने के लिए गर्दन पर ऊंचे चंकियर नेक पीस का चुनाव  एक सही विकल्प है. ऐसे चेहरे के लिए फुल चोकर सेट भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है. इसके अलावा शैंडलियर इयररिंग्स लुक को कंप्लीट करने के लिए सबसे बेस्ट हैं. फ्लोरल डिज़ाइन भी इस प्रकार के चेहरे के लिए सबसे बेहतरीन होते हैं.

हार्ट शेप फेसेस

चेहरे अक्सर शॉर्टर, पॉइंटेड चिन वाले होते है और  चेहरे का ऊपरी आधा भाग चौड़ा होता है. इस तरह के चेहरे  के लिए किसी भी प्रकार की ज्वेलरी  को चुनने का सबसे सही तरीका है, माथे की चौड़ाई को कम करने और वाइडर जॉलाइन का इम्प्रैशन पैदा करने वाले नैक पीस और उसी के अनुसार इयर रिंग, इसमें लॉन्ग, वी शेप नेकलेस  चिन को हाईलाइट करते है,  इसलिए, लॉन्ग नेकलेस के बजाय, शार्ट नेकलेस,  कर्व और राउंड , गर्दन के चारों ओर कम्पलीट लुक देते है और माथे की चौड़ाई को संतुलित करने में भी मदद करते है. लेयर्ड नेकलेस भी एक बेहतरीन पीस है और यदि पेंडेंट के लिए उत्सुक हैं, तो एक अडजस्टेबल चेन के साथ इसे चुनें, ताकि  इसे  गले में जितना संभव हो उतना छोटा रख सकें. इसके अलावा टियरड्रॉप इयररिंग्स भी निश्चित रूप से लुक को और अधिक निखार देती है.

राउंड फेसेस

राउंड फेसेस ओवल फेसेस की तुलना में एक खास अनुपात में होते है,  राउंड फोरहेड और जॉलाइन चेहरे की खूबसूरती को अधिक बढाती है.  एंगुलर या शार्प  स्टोन ज्वैलरी का चयन  लुक में कुछ शार्पनेस लाने में मदद कर सकता है.  लंबे पेंडेंट और नेकलेस जो  कॉलरबोन के नीचे वी शेप बनाते हैं,  राउंड  चेहरे वालों को सुंदर लगते है. राउंड फेस वालों को चंकियर और चोकर नेकलेस पहनने से बचना चाहिए.  चेहरे के अनुसार उन्हें कंट्रास्ट के लिए चौकोर एवं आयताकार वाले नेकलेस का चुनाव करना बेहतर होता है.

स्क्वेर फेसेस

स्क्वाय चेहरे वालों के माथे, गाल और जॉलाइन  समान चौड़ाई की होती है,  माथे से लेकर चिन तक की ऊंचाई भी चेहरे की चौड़ाई के समान ही होती है. स्क्वेर फेसेस को स्टोंस की ज्वेलरी चुनना सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि ये चेहरे के शार्प एजेस को कम करते हुए होते है. इसके लिए शार्प ज्योमेट्रिक डिजाइनों से बचना सबसे बेहतर होता है,  क्योंकि ये चेहरे की स्क्वायर को कम करने के बजाय उनमे शार्पनेस को जोड़ता है. टैसल जैसे आकर्षक कॉम्पोनेन्ट के साथ लॉन्ग वर्टिकल नेकलेस, स्क्वेर फेसेस के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प हैं. लॉन्ग नेकलेस चुनने से चेहरा लंबा दिखता है और चेहरे की सॉफ्टनेस भी झलकती है.  लंबे इयररिंग्स ऐसे चेहरे वालों के लिए सही होता है.

पीयरशेप्ड फेसेस

इसमें चौड़ी चिन तथा नैरो माथा होता है,  ऐसे में वैसी ज्वैलरी का चयन करना चाहिए, जो समान अनुपात में  संतुलन बनाने के लिए जॉलाइन और चिकबोन्स की चौड़ाई को कम करती हुई  हों. मिक्स्ड -लंबाई की चेन, नेकलेस और पेंडेंट चुनाव करने पर महिला खास बन जाती है और उनके चेहरे से किसी की निगाह का हटना मुश्किल होता है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें