Ladli Behna Yojana: 12 दिसंबर 2023 को जब डाक्टर मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तब प्रदेशवासियों में नये और युवा उर्जावान मुख्यमंत्री मिलने का उत्साह तो था ही लेकिन खासतौर से महिलाओं के मन में यह आशंका भी थी कि वे कहीं लाडली बहना योजना बंद न कर दें. वक्त रहते न केवल यह बल्कि दूसरी कई आशंकाएं भी निर्मूल साबित हुईं.
सवाल जहाँ तक लाडली बहना योजना का है तो प्रदेश की महिलाओं के चेहरे उस वक्त खिल उठे जब डाक्टर मोहन यादव ने यह घोषणा की कि इस बार बहनों को 250 रु राखी बंधाई के शगुन के रूप में दिए जायेंगे. यानी इस बार बहनों को 1500 रु मिलेंगे.
बीती 12 जुलाई को उज्जैन की ग्राम पंचायत नलवा में मोहन यादव ने लाडली बहना सम्मेलन में बहनों की झोली शगुन के साथ साथ सौगातो से भी भर दी. उन्होंने प्रदेश की 1 करोड़ 27 लाख बहनों के खाते में 1543.16 करोड़ की राशि वितरित की. यह सफल और दुनिया भर में चर्चित लाडली बहना योजना की 26वीं किश्त थी. इस मौके पर रक्षाबन्धन के एक महीना पहले से ही माहौल त्यौहारमय हो गया जिसे मोहन यादव के उद्बोधन ने और भी भावुक बना दिया. उन्होंने कहा, राखी भाई बहन के परस्पर स्नेह का बंधन है.
यह अनंतकाल से चला आ रहा अटूट बंधन है राखी आई है तो भाई का बहन को शगुन देना लाजिमी है. इसलिए राखी से पहले हमारी सरकार सभी लाडली बहनों को 250 रु की अतिरिक्त राशि बतौर शगुन देगी.
हम यहीं नहीं रुकेंगे, डाक्टर मोहन यादव ने कहा, बल्कि प्रदेश की हर लाडली बहन को पक्का मकान भी बना कर देंगे. प्रदेश की सभी बहने हमारा मान हैं अभिमान हैं. इनके मान सम्मान और कल्याण के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. दीवाली के बाद आने वाले भाईदूज तक राज्य सरकार सभी लाडली बहनों को 1250 से बढ़ाकर हर महीने 1500 रु सहायता राशि देगी.
यह घोषणा सुनते ही पांडाल उपस्थित महिलाओं की तालियों से गूंज उठा. महिलाओं की ख़ुशी उस वक्त और बढ़ गई जब उन्होंने यह कहा कि यह राशि धीरे धीरे बढ़ाकर 3000 रु महीना कर दी जाएगी. बकौल डाक्टर मोहन यादव बहनें अपने पैसों को अच्छी तरह से सहेजना जानती हैं. उनके हाथ में पैसा रहे तो बच्चों को भी बेहतर जिन्दगी मिलती है. बहनों के जतन से ही घर में खुशियां आती हैं.
इस दिन नलवा में लगभग एक महीने पहले ही राखी का त्यौहार मन गया. कई महिलाओं ने डाक्टर मोहन यादव को राखी बाँधी. इन बहिनों ने अपने लाडले सीएम भैया को एक बड़ी राखी भी भेंट की. एवज में मुख्यमंत्री सौगातों की बौछार करते गये. उन्होंने कहा कि देश भर में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में नारी सशक्तिकरण का अभियान जारी है. 4 करोड़ से भी ज्यादा पक्के मकानों की रजिस्ट्री बहनों के नाम पर हो रही है. बहने देश का सौभाग्य हैं वे मायके और ससुराल दोनों पक्षों को धन्य करती हैं.
इस आयोजन में मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी योजना, प्रधानमन्त्री मातृवंदन योजना व प्रधानमन्त्री उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों को भी राशि वितरित की. उन्होंने 30 लाख से भी ज्यादा महिलाओं के खाते में प्रधानमन्त्री उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर रिफलिंग के लिए 46.34 करोड़ रु सब्सिडी के डाले. इसके अलावा 56,74 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को उनके खाते में 340 करोड़ की राशि अंतरित की.
उन्होंने यह घोषणा भी की कि प्रदेश में अब तक 5 लाख किलोमीटर लंबी सड़के बनबाने के बाद सरकार प्रदेश के सभी मजरे टोलों तक भी सड़कें बनवाएगी. किसानों के लिए भी उन्होंने राहत देते 90 प्रतिशत अनुदान पर सोलर पम्प देने की घोषणा की. मध्यप्रदेश को मिल्क केपिटल बनाने के लिए शुरू की गई डाक्टर भीमराव आंबेडकर कामधेनू योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने दूध की पैदावार को 9 से बढ़ाकर 20 फीसदी तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया.
सावन की शुरुआत में ही घोषणाओं और योजनाओं की सुहानी बौछारों के बीच लाडली बहना सम्मेलन प्रदेश की लाडली बहनों के लिए एक यादगार आयोजन बन गया. एक आर्थिक निश्चिंतता और गारंटी महिलाओं में स्वाभिमान के साथ साथ आत्मविश्वास भी भर रही है इसमें कोई शक नहीं. Ladli Behna Yojana