कहीं सेहत तो नहीं बिगाड़ रही लाइटिंग

क्याआप अपने घर में सुस्ती और थकान के बजाय खुशी और सकारात्मकता महसूस करना चाहते हैं? क्या हमारी रोजमर्रा की लाइफ  में लाइट महत्त्वपूर्ण है? क्या हमें अपने घर में उचित लाइट अरेंजमैंट करना चाहिए? अगर हां तो क्यों?

आइए, जानते हैं इस संबंध में सीईओ ऐंड फाउंडिंग पार्टनर, लाइट डाक्टर प्राची लाड से:

घर के किसी कोने में जब आप भरपूर सकारात्मकता ऊर्जा महसूस करते हैं तो आप का मूड अच्छा और आप खुद को रिफ्रैश भी महसूस करते हैं. तब मन में यह प्रश्न आना स्वाभाविक है कि ऐसा क्यों होता है? जब आप समझ नहीं पाते तब आप इस अनुभव को ‘सकारात्मक ऊर्जा’ से जोड़ देते हैं. लेकिन अब जब अगली बार आप ऐसा अनुभव करें तो कमरों की रोशनी के प्रकार का निरीक्षण जरूर करें.

अच्छे और बुरे प्रकाश का प्रभाव

हम सभी जानते हैं कि अपर्याप्त लाइट में देखने की कोशिश करने का मतलब है आंखों पर तनाव डालना और वहीं लाइट की अधिकता आंखों को नुकसान पहुंचा कर दृष्टिहीन कर सकती है. दोनों ही स्थितियां हमारी नजर को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती हैं और यदि इस तरह का दोषपूर्ण लाइट अरेंजमैंट डिजाइन घरों में लंबे समय तक बना रहता है, तो यह हमारी हैल्थ के लिए कभी न भरपाई करने वाला कारण बन सकता है. यही कारण है कि हमारे घर व वर्क एरिया में प्रौपर लाइट की आवश्यकता होती है.

एक घर में लाइट की कितनी आवश्यकता

लाइट की मात्रा को लैक्स में मापा जाता है और एक घर में प्रत्येक कमरे में खास लैक्स स्तरों की आवश्यकता होती है. दिन या रात में विभिन्न समय सीमा में हम अपने घर पर जो कार्य करते हैं, उस के आधार पर खास कोने या क्षेत्र में सही मात्रा में लाइट अरेंजमैंट करने की आवश्यकता होती है.

क्या है लाइट अरेंजमैंट

जब हम लाइट अरेंजमैंट के बारे में बात करते हैं तो लाइट अरेंजमैंट के विभिन्न पहलू हमारे सामने होते हैं जैसे लोग ज्यादा चकाचौंध करने को ही लाइट अरेंजमैंट मान बैठते हैं, जबकि हर समय इस से सही रिजल्ट मिले ऐसा जरूरी नहीं बल्कि हम अकसर महसूस ही नहीं करते हैं या अपने आसपास किए गए लाइट अरेंजमैंट को पर्याप्त महत्त्व भी नहीं देते हैं, लेकिन यकीन मानिए कि यह हमारी मनोदशा, स्वास्थ्य, नजर और हमारे सामान्य जीवन पर जबरदस्त प्रभाव डालता है.

सही लाइट अरेंजमैंट डिजाइन यह सुनिश्चित करता है कि आप जिस कार्य को करना चाहते हैं, उसे करने के लिए आप हर समय पर्याप्त लाइट अरेंजमैंट पा सकें.

लाइट अरेंजमैंट डिजाइन करना

घर के लिए लाइट अरेंजमैंट डिजाइन करना एक कला है. लाइट अरेंजमैंट डिजाइन सिर्फ घर के हर कोने में लाइट जोड़ने से संबंधित नहीं है, बल्कि यह शैडो और लाइट का एक खेल है. घर की लाइटिंग की लेयरिंग सब से कारगर होती है.

पहली परत ऐंबिएंट लाइट कहलाती है, जिसे सामान्य या आसपास बिखेरने वाली लाइट भी कहा जाता है. इसे डाउनलाइट्स, लीनियर लाइट्स और कोव लाइट्स लगा कर हासिल किया जा सकता है. खाना पकाने, सफाई जैसे हमारे प्रतिदिन के कार्यों में सामान्य विसारित प्रकाश व्यवस्था की आवश्यकता होती है. यह हमें टेबल टौप, दीवारों, छत और फर्श जैसी सतहों पर भी बिखेर कर रोशनी देने में मदद करता है.

दूसरी परत ऐक्सैंट लाइट की होती है. इस का उपयोग कलाकृति, दीवार की विशेष बनावट जैसी खास विशेषता को उजागर करने के लिए किया जाता है.

टास्क लाइटिंग अधिक फोकस्ड अरेंजमैंट है, जो पढ़ना, लिखना और अन्य तरीकों को आसान बनाता है. हम में से बहुत से लोगों की पसंदीदा जगहों पर पढ़ने या लिखने की आदत होती है. व्यसकों के लिए यह एक स्टडी कौर्नर या बिस्तर हो सकता है क्योंकि कुछ लोग सोने से पहले पढ़ना पसंद करते हैं. बच्चों के लिए यह उन की स्टडी डैस्क हो सकती है. हमारी स्वस्थ दृष्टि के लिए सही प्रकार की और सही मात्रा में लाइट अरेंजमैंट की आवश्यकता होती है. पढ़ने या लिखने के दौरान अपनी आंखों को तनाव से बचाने के लिए व्यक्ति को ग्लेर फ्री लाइटिंग अरेंजमैंट का उपयोग करना चाहिए.

वार्म और कूल कलर्स का संयोजन

हमारे घर में वार्म और कूल कलर्स की लाइटिंग का संयोजन होना चाहिए. हम अपने लिविंगरूम और बैडरूम में वार्मर कलर टोन डैकोरेटिव लाइटिंग फीचर्स लगा कर एक शांत वातावरण बना सकते हैं. रसोई जैसी जगहों के लिए कूलर रंगीन प्रकाश व्यवस्था पसंद की जाती है. बाथरूम में हमें मिक्स कलर टोन रखना चाहिए, बिस्तर पर लेटने से पहले कूलर कलर की लाइटिंग स्विचऔन करने से बचना चाहिए. विभिन्न अध्ययनों के अनुसार कूलर कलर लाइटिंग हमारे मस्तिष्क में मैलाटोनिन हारमोन के स्तर को दबाने में मदद करती है, जो हमें अधिक सक्रिय बनाती है. लेकिन बिस्तर पर जाते समय अच्छी नहीं हो सकती.

इस तरह परिपेक्ष्य में देखा जाए तो अच्छी लाइटिंग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में हमारी मदद करती है.

अच्छी हेल्थ के लिए घर में हो सही लाइटिंग

क्या आप अपने घर में सुस्ती और थकान के बजाय ख़ुशी और सकारात्मता महसूस करना चाहते हैं? क्या हमारी रोज़मर्रा  की लाइफ में लाइट महत्वपूर्ण है ? क्या हमें अपने घर में उचित लाइट अरैंजमेंट करना चाहिए, अगर है तो क्यों?  आइए जानते हैं इस सम्बंध में  सीईओ एंड फॉउन्डिंग पार्टनर, लाइट डौक्टर प्राची लौड से.

अक्सर शाम को अपने घरों में लाइट जलाते समय या अन्य घरों में चकाचौंध रोशनी को देखकर ये प्रश्न हम में से किसी न किसी के मन में आते ही हैं. उसी तरह घर के किसी कोने में जब आप भरपूर्ण सकारात्मता ऊर्जा अनुभव करते हैं  तो आपका मूड अच्छा और आप खुद को रीफ्रेश भी महसूस करते हैं. तब मन में ये प्रश्न आना स्वाभाविक है कि ऐसा क्यों होता है. जब आप समझ नहीं पाते तब आप इस अनुभव को ‘सकारात्मक  ऊर्जा’ से जोड़ देते हैं. लेकिन अब जब अगली बार आप ऐसा अनुभव करें तो कमरों की रोशनी के प्रकार का निरीक्षण जरूर करें.

हमारे स्वास्थ्य पर अच्छे और बुरे प्रकाश का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव 

हम सभी जानते हैं कि अपर्याप्त लाइट में देखने की कोशिश करने का मतलब है, आँखों पर तनाव डालना और वहीं लाइट की अधिकता आँखों को नुकसान पहुंचाकर दृश्टिहीन कर सकती है. दोनों ही स्तिथियां हमारी दृश्टि को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती हैं और यदि इस तरह का दोषपूर्ण लाइट अरैंजमेंट डिजाइन , घरों में लम्बे समय तक बना रहता है, तो यह हमारी हैल्थ के लिए कभी न भरपाई करने वाला कारण बन सकता है. और यही कारण है कि हमारे घर व वर्क एरिया में सही लाइट की आवश्यकता होती है.

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एक घर में लाइट की कितनी आवश्यकता

लाइट की मात्रा को lux (लैक्स ) में मापा जाता है और एक घर में प्रत्येक कमरे में विशिट लैक्स स्तरों की आवश्यकता होती है. दिन या रात में विभिन समय सीमा में हम अपने घर पर जो कार्य करते हैं , उसके आधार पर विशिट कोने या क्षेत्र  में सही मात्रा में लाइट अरैंजमेंट करने की आवश्यकता होती है.

क्या है लाइट अरैंजमेंट

जब हम लाइट अरैंजमेंट के बारे में बात करते हैं तो लाइट अरैंजमेंट के विभिन पहलू हमारे सामने होते हैं. जैसे लोग ज्यादा चकाचौंध करने को ही लाइट अरैंजमेंट मान बैठते हैं. जबकि हर समय इससे सही रिजल्ट मिले ऐसा जरूरी  नहीं. बल्कि हम अक्सर महसूस ही नहीं करते हैं या अपने आसपास की गई लाइट अरैंजमेंट को पर्याप्त महत्व भी नहीं देते हैं लेकिन यकीन मानिये कि यह हमारी मनोदशा , स्वास्थय , दृश्टि  और हमारे सामान्य जीवन पर जबरदस्त प्रभाव डालता है.

सही प्रकार का लाइट अरैंजमेंट डिजाइन यह सुनिश्चित करता है कि आप जिस कार्य को करना चाहते हैं , उसे करने के लिए आप हर समय प्राप्त लाइट अरैंजमेंट पा सकें.

लाइट अरैंजमेंट डिजाइन करना

घर के लिए लाइट अरैंजमेंट डिजाइन करना एक कला है. लाइट अरैंजमेंट डिजाइन सिर्फ घर के हर कोने में लाइट जोड़ने से संबंधित नहीं है, बल्कि यह शैडो और लाइट का एक खेल है. घर की लाइटिंग करने के लिए लाइटिंग की लेयरिंग सबसे कारगर होता है.

पहली परत एम्बिएंट लाइट कहलाती है, जिसे सामान्य या आसपास बिखेरने वाली लाइट भी कहा जाता है, इसे डाउनलाइट्स, लीनियर लाइट्स  और कोव लाइट्स लगाकर हासिल किया जा सकता है. खाना पकाने , सफाई जैसे हमारे प्रतिदिन के कार्यों में सामान्य विसरित प्रकाश व्यवस्था की आवश्यकता होती है. यह हमें टेबल टॉप, दीवारों , छत और फर्श जैसी सतहों पर भी बिखेर कर रोशनी देने में मदद करता है.

दूसरी परत xcent लाइट की होती है. इसका उपयोग कलाकृति, दीवार की विशेष बनावट जैसी विशित विशेषता को उजागर करने के लिए किया जाता है.

टास्क लाइटिंग अधिक फोकस्ड अरैंजमेंट है, जो पढ़ना , लिखना और अन्य तरीकों को आसान बनती है.  हममें से बहुत से लोगो को पसंदीदा जगहों पर पढ़ने या लिखने की आदत होती है. व्यसकों के लिए ये एक स्टडी कार्नर या बिस्तर हो सकते है, क्योंकि कुछ लोग सोने से पहले पढ़ना पसंद करते हैं. बच्चों के लिए यह उनका स्टडी डेस्क हो सकता है. हमारी स्वस्थ दृश्टि के लिए सही प्रकार की और सही मात्रा में लाइट अरैंजमेंट की आवश्यकता होती है. पढ़ने या लिखने के दौरान अपनी आँखों को तनाव से बचाने के लिए व्यक्ति को glare फ्री लाइटिंग अरैंजमेंट का उपयोग करना चाहिए.

वार्मर कलर्स  और कूलर कलर्स का संयोजन

हमारे घर में वार्मर कलर्स और कूलर कलर्स की लाइटिंग का संयोजन होना चाहिए. हममें से ज्यादातर लोग पारम्परिक फ्लोरोसेंट tube लाइट की वजह से अपने घरों में कूलर कलर लाइटिंग fickchers देखने के आदि हैं. उन्हें लगता है कि यह उनके घरों के लिए पसंदीदा लाइटिंग कलर है. हर किसी की अपनी पसंद होती है. लेकिन सबसे अच्छा तरीका यह है कि वार्मर  और कूलर कलर्स लाइटिंग fickchers दोनों का सही मिश्रण हो.

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हम अपने लिविंग रूम  और बैडरूम में वार्मर कलर टोन डेकोरेटिव लाइटिंग फीचर्स लगाकर एक शांत वातावरण बना सकते है. रसोई जैसे उन्मुख जगहों के  लिए कूलर रंगीन प्रकाश व्यवस्था पसंद की जाती है. बाथरूम में हमें  मिक्स कलर टोन रखना चाहिए, बिस्तर पर लेटने से पहले कूलर कलर की लाइटिंग स्विच ओन करने से बचना चाहिए.

विभिन अध्ययनों के अनुसार कूलर कलर लाइटिंग हमारे मस्तिक में मेलाटोनिन हार्मोन के स्तर को दबाने में मदद करता है, जो हमें  अधिक सक्रिय बनाता है , जो कि हमारे काम के दौरान पसंद किया जा सकता है लेकिन बिस्तर पर जाते समय अच्छा नहीं हो सकता.

इस तरह बड़े परिपेक्ष्य में देखा जाए तो अच्छी लाइटिंग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अच्छे स्वास्थय को बनाए रखने में हमारी मदद करती है.

अलग लुक के लिए ऐसे करें इंडोर लाइटिंग

घर पर लाइटिंग कुछ ऐसी की जानी चाहिए कि डिफरैंट लुक आने के साथ-साथ उस का हर कोना भी जगमग करे. आजकल बाजार में लाइटिंग के इतने विकल्प मौजूद हैं कि आप अपनी थोड़ी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल कर अपने घर को रोशनी से भर सकती हैं.

इन दिनों एलईडी लाइट्स का ट्रैंड है. इस के साथ ही ट्रैडिशनल लाइट्स का भी फैशन है, जिस की वजह से लाइटिंग में भी इंडोवैस्टर्न टच देखने को मिल रहा है. दीयों को नए अंदाज में बाजार में देखा जा सकता है, कैंडल्स की वैराइटी भी इतनी है कि उन से आप अपने घर के हर कमरे को नए स्टाइल में डैकोरेट कर सकती हैं.

दीप, कैंडल्स और इलैक्ट्रिक लाइट्स जो भी घर में लगाएं वे क्लासी हों पर बहुत हैवी शेड्स वाली नहीं और उन का प्रकाश इतना तेज न हो कि आंखों को चुभे. रोशनी तभी अच्छी लगती है जब वह आंखों को न चुभे और घर को जगमगा भी दे. घर के किसी कोने को उभारने के लिए ट्रेक लाइट तो स्टाइलिश लुक के लिए फेयरी लाइट्स का विकल्प चुना जा सकता है.

खास लुक के लिए एलईडी लाइट्स

एलईडी लाइट्स में 2 कलर कौंबिनेशन देखने को मिलते हैं. अपने ड्राइंगरूम की दीवार के रंगों से मैच या कंट्रास्ट के हिसाब से आप इस के कलर कौंबिनेशन चुन सकती हैं. जैसे हरा और पीला रंग फेस्टिवल  पर अच्छा लगता है या लाल व नारंगी. इन को बिना लाइट जलाए रखें तो ये साधारण वास जैसी लगती हैं, पर लाइट जलने पर एक अजीब सी हरी और पीली लाइट आप के कमरे को रोशन कर देगी.

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3-4 फुट लंबे म्यूजिकल लाइट ट्री को अपने लिविंगरूम में लगाएं. इस में एलईडी के छोटे बल्ब लगे होते है जिन्हें आमतौर पर आर्टिफिशियल फूल और पत्तियों से सजाया जाता है. इलैक्ट्रिक कलश लाइट्स यानी कलश के आकार की ये लाइट्स लगाने से घर में ट्रैडिशनल लुक क्रिएट किया जा सकता है. कई रंगों में उपलब्ध इन लाइट्स को आप घर के मुख्यद्वार या खिड़की पर भी लगा सकती हैं. 2 मीटर लंबी होने के कारण काफी हिस्सा इन से कवर हो जाता है.

ईको फ्रैंडली एलईडी लाइट्स भी फेस्टिवल  पर लगाई जा सकती हैं. सिंगल कलर एलईडी लाइट्स से ले कर मल्टीकलर और डिजाइनर लाइट्स तक उपलब्ध हैं. अंगूर, जामुन और लीची की शेप के अलावा फूल, डमरू और कैंडल की डिजाइन वाली कलरफुल लाइट्स भी खरीद सकती हैं.

डीजे वाली लेजर लाइट्स इस फेस्टिवल  पर आप के सैलिब्रेशन में भी रंग भर सकती हैं. एक लेजर पैनल से जो पैटर्न निकलते हैं, उन का कवरेज एरिया 100 से 200 मीटर तक होता है. कुछ पैनल से लेजर का एक ही पैटर्न निकलता है, तो कुछ से अलगअलग. खास बात यह है कि आप इन लेजर लाइट्स की स्पीड को अपने हिसाब से सैट कर सकती हैं.

नवरत्न और मल्टीकलर  झालर की भी डिमांड बाजार में है. इस साल  झालरों के भी कई विकल्प आ गए हैं. दूसरे प्रोडक्ट की तरह  झालर में भी एलईडी लाइट्स का प्रयोग काफी अधिक किया जा रहा है. एलईडी लाइट्स वाली नवरत्न  झालरें बहुत अच्छी लगती हैं. रंगबिरंगी रोशनी देने वाली ये  झालरें अधिक मात्रा में उजाला देती हैं. इस के अलावा ट्रैडिशनल  झालर में भी बड़े बल्ब का विकल्प मौजूद है. घर के लिए रैडिमेड फिटेड  झालर भी खरीदी जा सकती है.

लालटेन से सज्जा

फेस्टिवल  के मौके पर लगभग सभी घरों में लालटेन लगाई जाती हैं. ऐसे में अगर आप अनूठे स्टाइल में लालटेन से सजावट करती हैं तो घर की जगमगाहट देख मेहमान आप की तारीफ करने पर मजबूर हो जाएंगे. कलरफुल पेपर बैग का इस्तेमाल कर के पेपर लालटेन बनाएं. बैग के ऊपरी भाग को नीचे कर के उसे तार से बांध दें. बैग पर से हैंडल हटा दें और उस पर रिबन लटका दें. ऊपरी भाग पर एक छेद करें और अंदर एक बल्ब डाल कर जलाएं, साथ ही पारंपरिक कागज वाली कंदील की जगह आप गिलास वाली कंदील से भी घर सजा सकती हैं.

खुद बना सकती हैं लाइट्स

– पुराने कांच के जार पर अपना पसंदीदी रंग स्प्रे करें. इस के बाद ऊपर और नीचे गोल्डन रंग से अलग डिजाइन दे कर स्प्रे कर लें. अब इस पेंट किए जार में एलईडी लाइट या कैंडल रखें. आप का घर जगमगा उठेगा. आप कप केक के सांचों से भी फैंसी लाइट्स बना सकती हैं. एक लंबा तार ले कर उस में कप केक के सांचे को जोड़ें और अंदर के भाग में छोटा बल्ब लगा कर ड्राइंगरूम के कोने में लगाएं.

– कोल्डड्रिंक की प्लास्टिक की बोतल को कैंची से बीच से काट लें. बोतल का ऊपरी भाग ढक्कन के साथ इस्तेमाल करें. कैंची से प्लास्टिक की बोतल में एक लंबा कट डालें और उसे बाहर की तरफ पलट कर फूल की शेप दें. इस के बाद प्लास्टिक को फूल पत्ती की शेप दें और हर पत्ती पर थोड़ा सा ग्लिटर लगा दें. लाइट के लिए बीच में मोमबत्ती जलाएं और घर की लौबी व बालकनी के किसी कोने में सजा दें.

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– कुछ कांच की बोतलें इकट्ठी करें. बाजार में रंगबिरंगी ट्रांसपैरेंट शीट्स मिलती हैं. इन्हें बोतल पर लगाएं और अंदर सब से पतली वाली एलईडी लाइट्स डाल दें. सब बोतलों में यलो रंग की लाइट डालने से अलग असर दिखेगा.

– छिद्रों वाले सजावटी ब्रास लैंप्स रोशनी को एक खूबसूरत आयाम देते हैं. इन लैंप्स में सजावटी पैटर्न में बने छिद्रों से चारों ओर छन कर बिखरती रोशनी पूरे माहौल को रोशन कर देती है. साथ ही इस तरह के कुछ खास लैंप्स की रोशनी से दीवारों पर फूलों या अन्य तरह की खूबसूरत आकृतियां बनती हैं, जो घर को उत्सवी आभा देती है.

– रैड कलर क्रैक्ड ग्लास लैंटर्न टूटे कांच जैसा असर छोड़ता है. इस के अंदर कैंडल या दीया रखें. इस लैंटर्न की निखरती छवि आप को हैरान कर देगी.

– खूबसूरत फूलों और अन्य आकृतियों की टी लाइट्स भी रोशनी को एक अनूठा अंदाज देती हैं. इन छोटीछोटी टी लाइट्स से  िझलमिलाती रोशनी घर को खूबसूरत लुक देती है. इन्हें आकर्षक टी लाइट होल्डर्स में रख कर घर के हर अंधेरे कोने को खूबसूरती से रोशन कर सकती हैं.

कैंडल्स का कमाल

आम कैंडल्स जो रंगबिरंगे रंगों में मिलती हैं उन्हें जब एक कतार में लगाया जाता है तो चारों ओर जगमगाहट फैल जाती है. कैंडल्स भी अनगिनत शेप व साइज में इन दिनों मिल रही हैं. कैंडल्स को अपनी डैकोरेटिव चीजों के पास रख सकती हैं. इन्हें गोलाकार शेप देते हुए कोनों में सजा दें. इन की  िझलमिलाती लौ फेस्टिवल  में बहुत अच्छी लगती है. फ्लोटिंग कैंडल्स  भी खास और खूबसूरत विकल्प हैं. मिट्टी या मैटल के किसी बड़े बाउल या दीए में पानी भर कर कई सारी छोटी फ्लोटिंग कैंडल्स उस में रख दें. पानी में तैरती इन खूबसूरत फ्लोटिंग कैंडल्स का समूह बेहद आकर्षक दिखाई देगा. इस पानी में गुलाब के फूलों की पत्तियां डाल कर इस में रोशनी के साथ रंग का खूबसूरत तालमेल कर सकती हैं.

इस के अलावा आजकल बाजार में एलईडी कैंडल्स भी आ गई हैं. बिना किसी  झं झट के त्योहारों में घर को रोशन करने के लिए ये बेहतरीन हैं. आप पिलर कैंडल्स, अनूठे आकारों की सजावटी कैंडल्स, प्रिंटेड मोटिफ्स वाली कैंडल्स से भी घर को रोशनी से भर सकती हैं. कलर चेंजिंग कैंडल इन दिनों खूब चर्चा में हैं, क्योंकि ये रिमोट कंट्रोल से संचालित होती हैं, जिस वजह से आप 12 विकल्पों में से किन्हीं भी 3 रंगों को एक बार में प्रदर्शित कर सकती हैं. इन की खुशबू और रंग बदलने का स्टाइल आप के घर को एक नया रूप प्रदान करेगा.

दीयों से रोशन हो कोनाकोना

पारंपरिक मिट्टी के दीयों का चलन कभी खत्म नहीं होता. तभी तो इन्हें भी नएनए आकारों में ढाला जा रहा है, यहां तक कि हर कमरे की सजावट का खयाल रखते हुए इन्हें पेंट करने के साथसाथ उन पर खास डैकोरेशन भी की जा रही है. दीयों को आप घर के हर हिस्से में रख सकती हैं. घर के प्रवेशद्वार पर दीए का ही आकार देते हुए इन दीयों को रखा जा सकता है या फूलों का आकार देते हुए इन के आसपास ताजे फूलों की पत्तियां भी कलात्मक ढंग से सजाई जा सकती हैं.

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हर आकार व इनोवेटिव डिजाइनों में उपलब्ध ये दिए, पेंटेड भी उपलब्ध हैं और इन पर सजावट भी की जाती है. ड्राइंगरूम की दीवारों के साथसाथ पंक्ति सी बनाते हुए इन्हें रखें. एकसाथ निकलता इन का प्रकाश एक अलग ही उजास से भर देगा कमरे को. इन्हें मेज पर भी सजाया जा सकता है.

इस बार जो नया ट्रैंड देखने को मिल रहा है, वह है इलैक्ट्रिक दीयों का. 20 या ज्यादा दीयों वाली इन की लडि़यों को आप किसी भी कमरे में लगा सकती हैं. दरवाजों पर भी टांग सकती हैं. इस के अलावा हैंगिंग दीए और टावर जैसे घूमने वाले दीए भी आप के घर की डैकोरेशन में चार चांद लगा देंगे.

बैटरी के दीयों से भी आप घर को फैंसी लुक दे सकती हैं. बाजार में 30 से 40 रुपए में बैटरी वाला 1 दीया मिल जाता है. इस का फैंसी कवर बनाने के लिए आटे की लोई, संतरे का गोल छिलका या शंख आदि ले लें और उसे लेस, कुंदन, स्वरोस्की आदि से सजाएं. इस के अलावा आप इन्हीं सांचों में गरम वैक्स भर कर घर पर भी कैंडल बना सकती हैं. आप इस वैक्स कैंडल के चारों ओर दालचीनी की स्टिक लगा कर भी सजा सकती हैं.

बैटरीचलित गोलाकार सिल्वर एलईडी लाइट्स का प्रयोग घर के किसी भी हिस्से में किया जा सकता है. राइस लाइट्स भी एक अच्छा विकल्प हैं. इन लाइट्स में मौजूद 20 लैंटर्न दोनों तरफ से अलग रंग दिखाती हैं. इस में आमतौर पर 38 बल्ब होते हैं. इन्हें खिड़की पर लगाया जा सकता है. पूरी खिड़की इस से जगमग कर उठेगी.

DIWALI 2019: इन 9 डिफरेंट लाइट्स से सजाएं घर और पाए फेस्टिव लुक

दीवाली जैसे त्यौहार में सजावट का सब से अहम टूल है रोशनी. चूंकि यह त्यौहार ही रोशनी का है, इसलिए इस दिन हर घर में दीप, कैंडल्स और इलैक्ट्रिक लाइट्स जगमगाहट भर देती हैं. आजकल मार्केट में कईं तरह के लैम्प्स और लाइटें आ गईं हैं, जो बजट के साथ-साथ हमारे घर को सुंदर बना देती है. आइए आपको बताते हैं घर को ब्यूटीफुल लाइटिंग से सुंदर कैसे बनाएं…

1. डिजाइनर लैंप्स की चकाचौंध

सजावटी ब्रास लैंप्स घर को अलग ही लुक देते हैं. इन में सजावटी पैटर्न में बने छिद्रों में से चारों ओर छन कर बिखरती रोशनी माहौल को चकाचौंध कर देती है. साथ ही इस तरह के कुछ खास लैंप्स की रोशनी से दीवारों पर फूलों या अन्य तरह की खूबसूरत आकृतियां भी बनती हैं, जो घर को फैस्टिव लुक देती हैं.

2. कोव लाइटिंग से उभारें शैडो

कोव लाइटिंग का प्रयोग ज्यादातर घर की सीलिंग पर किया जाता है. इस से सीलिंग को हाईलाइट किया जाता है. कोव लाइटिंग में सीलिंग की तरफ फोकस करती रोशनी से दीवार पर उभरी शैडो बेहद आकर्षक लगती है.

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3. टी लाइट्स की जगमग

खूबसूरत फूलों और अन्य आकृतियों की टी लाइट्स भी बेहतरीन लाइटिंग करती हैं. इन छोटीछोटी टी लाइट्स से झिलमिलाती रोशनी पूरे घर को खूबसूरत लुक देती है. इन्हें आकर्षक टी लाइट होल्डर्स में रख कर आप के हर कोने में रोशनी कर सकती हैं.

4. मिट्टी के दीयों से करें रोशनी

मिट्टी के परंपरागत दीयों से ले कर टी लाइट्स, फ्लोटिंग कैंडल्स और फंकी लैंप्स के जरीए घर को सजाया जा सकता है. आजकल मिट्टी के दीए भी डिजाइनर लुक लिए होते हैं.

5. एलईडी कैंडल्स का है जमाना

आजकल एलईडी कैंडल्स भी काफी पसंद की जाती हैं. इन से बिना किसी मेहनत के मिनटों में रोशनी की जा सकती है. इन के अलावा पिलर कैंडल्स, अनूठे आकारों की सजावटी कैंडल्स, प्रिंटेड मोटिफ्स वाली कैंडल्स से भी घर सजा सकती हैं.

6. टीवी बैक लाइटिंग

फैस्टिवल पर कुछ नया ट्राई करना चाहती हैं, तो इस से अच्छा कुछ नहीं हो सकता है. एलईडी के पीछे फ्लैक्सिबल एलईडी स्ट्रिप लाइट आजकल ट्रैंड में हैं. इस का यूज करने के बाद टीवी देखने में आप को महसूस होगा कि आप टीवी को दीवार पर देख रही हैं. मेहमानों के आने से पहले इसे औन कर दें. सब की निगाहें बस यहीं थम जाएंगी.

7. करें स्पौट लाइटिंग

घर के अलगअलग हिस्सों में स्पौट लाइटिंग के माध्यम से इंटीरियर में बदलाव किया जा सकता है. ऐसी लाइटिंग की जाए कि एक बार में सिर्फ डाइनिंगटेबल पर ही लाइट पड़े या अगर कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं तो उस के ऊपर ही सुंदर से लैंप से लाइट आए तो कमरा बहुत ही सुंदर लगता है. यह प्रयोग विभिन्न कोनों में अलग रंग के लैंप के साथ किया जा सकता है. अपने डाइंगरूम के 4 में से 3 कोनों पर लाइट लगाएं, जिस में से एक लाइट किसी आर्ट पीस को फोकस करती हुई हो, जैसे चेयर, प्लांट या वास आदि. साथ ही फ्लोर और टेबल लैंप्स का कौंबिनेशन यूज करें. नीचे की तरफ फोकस करते हुए लैंप्स के पास सीटिंग अरेंजमैंट करें. इस के अलावा टेबल के ऊपर शैंडेलियर या पैंडेट यूज करें.

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8. प्रोजैक्टर से भी करें स्पौट लाइटिंग

अपने ड्राइंगरूम की एक दीवार पर आप पैटर्न प्रोजैक्शन करें. ड्राइंगरूम के परदों पर भी कलरफुल प्रोजैक्शन की लाइट डाल कर उन्हें न्यू लुक दे सकती हैं. इस के अलावा अन्य दीवारों पर भी तरहतरह के पैटर्न वाले प्रोजैक्शन से घर का लुक बदला जा सकता है. इस के लिए आप को प्रोजैक्टर से बाहरी दीवारों पर फोकस करना होगा. हमेशा लाइट सोर्स को कंसील रखें. जैसे किसी रौक या प्लांट के पीछे अथवा झुरमुट में. छत की फ्लोर पर भी प्रोजैक्टर से लाइटिंग की जा सकती है. छत की फ्लोर पर लाइट अच्छी तरह डालें ताकि ऊंचे और नीचे लैवल का पता चल सके. पेड़ों पर लाइट छत को जंगल लुक देगा. लाइट लगाते समय यह भी ध्यान रखें कि वह सही ऐंगल पर लगे.

9. लौन में करें पैटियो स्पौट लाइटिंग

फैस्टिवल के मौके पर पूरे घर के साथ आंगन को भी जगमगा दीजिए, इस के लिए एलईडी लाइटिंग का प्रयोग करना होगा. लौन में सोफे के नीचे आउटडोर पैटियो लाइटिंग करने से मेहमानों को ऐसा महसूस होगा जैसे वो तैरते हुए सोफे पर बैठे हैं. इस से त्योहार की रौनक और भी बढ़ जाएगी. इस के अलावा लौन को लालटेन से डैकोरेट करें. कलरफुल लालटेन लौन में लगाने से उस की सुंदरता बढ़ जाएगी. इलैक्ट्रिक दीए से भी आप अपने घर को मिनटों में नया लुक दे सकती हैं. घर के किसी कोने को उभारने के लिए ट्रैक लाइट तो स्टाइलिश लुक के लिए फेयरी लाइट का विकल्प ठीक है. घर के हर कोने में रोज जलने वाले दीए मिट्टी के बने हों. उन पर पेंट या ड्राइंग कर नया लुक दें.

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फैस्टिव होम डैकोर के लिए अपनाएं ये 8 टिप्स

त्यौहारों के करीब आते ही मन उत्साह से भर जाता है. बाजार नई-नई व यूनीक चीजों से भर जाते हैं. कई दिनों पहले से ही शौपिंग शुरू हो जाती है. घर की सफाई जोरों पर होती है. फ्रैंड्स व रिश्तेदारों को इनवाइट करना भी कई दिन पहले ही शुरू हो जाता है. मगर ये सब करने से ही काम नहीं चलता यानी घर से भी फैस्टिव वाइब्स आनी चाहिए. इस के लिए घर के माहौल को महकाना व उसे सजाना भी बहुत जरूरी होता है ताकि आप खुद को फैस्टिवल के लिए पूरी तरह तैयार कर सकें. आइए जानें कि फैस्टिवल के लिए घर को कैसे सजाएं:

1. परदों से बढ़ाएं घर का अट्रैक्शन

अगर आप ने काफी सालों से घर में एक ही परदे टांगे हुए हैं और उन्हें देख कर आप ऊब गई हैं तो इस बार उन्हें बदल डालें. आप दीवारों से मैच करते परदों के डिजाइन फौलो करें, जो घर को नया लुक देने का काम करेंगे. आप मौर्डन कर्टन की डिजाइनों से भी घर को सजा सकती हैं, क्योंकि ये बहुत ही बोल्ड पैटर्न के साथ मार्केट में उपलब्ध हैं. बस अपने रूम की बनावट और शेड को ध्यान में रख कर इन का चयन करें.

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2. पेंटिंग बढ़ाए दीवारों की रौनक

अगर आप क्रिएटिव सोचती हैं तो अपनी क्रिएटिविटी से दीवारों की रौनक बढ़ाएं. इस के लिए ऐंब्रोस पेंटिंग बना सकती हैं, जो न सिर्फ आप की क्रिएटिविटी को बढ़ाने का काम करेगी, बल्कि बनाई गई आकृति 3डी इफैक्ट के रूप में जब उभर कर आएगी तो आप के घर की दीवारों की रौनक में चारचांद लग जाएंगे.

3. कुशंस को कवर्स से बनाएं नए जैसा

अगर आप के कुशंस पुराने हो गए हैं और आप अभी उन्हें बजट बिगड़ने के डर से चेंज नहीं करना चाहतीं तो आप अपने पुराने कुशंस को स्टाइलिश कवर्स से फिर से नए जैसा बनाएं. इस के लिए आप आजकल ट्रैंड में चल रहे ब्लौक प्रिंट, हैंड ऐंब्रौयडर्ड कवर, जयपुरी पैचवर्क, बनारसी ब्रोकेड, फ्लोरल, कांशा वर्क आदि से कुशन कवर्स को सजाएं. इन प्रिंट्स की जहां फैस्टिवल्स के दौरान काफी डिमांड रहती है वहीं ये देखने में भी काफी अच्छे लगते हैं.

4. इंडोर प्लांट्स से सजाएं घर

पौधे न सिर्फ बाहर, बल्कि घर के माहौल को भी हराभरा रखने का काम करते हैं. ऐसे में इस फैस्टिवल आप इंडोर प्लांट्स जैसे मनीप्लांट, एयरप्यूरीफाई प्लांट, ऐलोवेरा, बैंबू आदि लगा कर न सिर्फ स्वच्छ वातावरण में सांस ले सकेंगी, बल्कि इस से घर के हर कोने को भी खूबसूरत बना सकती हैं. यकीन मानिए देखने वाले भी आप के घर की इस नैचुरल सजावट के कायल हो जाएंगे.

5. वौल पेपर से बदलें दीवारों का रूप

त्यौहारों के सीजन में हरकोई घर का रंगरोगन करवाने के बारे में सोचता है ताकि घर साफसुथरा व अच्छा दिखे. अगर आप का बजट है तो आप हर रूप में डिफरैंट कलर का पेंट करवा सकती हैं, साथ ही वौल पेपर से दीवारों की रौनक को भी बढ़ाएं. अगर आप सिर्फ घर के लुक में थोड़ाबहुत बदलाव करना चाहती हैं, तो स्टिकर से बैस्ट कोई औप्शन नहीं.

6. बदलें फर्नीचर की सैटिंग

अगर आप भी अपने घर के फर्नीचर को बहुत समय से एक ही जगह देख कर ऊब गई हैं तो इस फैस्टिवल सीजन अपने घर के फर्नीचर की सैटिंग में थोड़ा बदलाव कर के घर को दें डिफरैंट लुक.

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7. लाइटिंग से जगमगाएं घर

फैस्टिवल्स की बात हो और घर में खास लाइटिंग न हो तो वह फील नहीं आ पाता जो आना चाहिए. ऐसे में आप घर के अंदर व बाहर लाइटिंग से घर को जगमगाएं. अपने गार्डन एरिया को भी खास तरह की लाइटिंग से सजा सकती हैं.

8. फ्लौवर्स से खास सजावट

सैंटर टेबल को छोटे फ्लौवर्स व फ्लौवर पौट से सजाएं, जो न सिर्फ आप को वरन देखने वालों को भी फ्रैशनैस का एहसास करवाएगा. फैस्टिवल वाले दिन टेबल पर गिलास बाउल में फ्लोटिंग कैंडल्स भी रख सकती हैं. ये न सिर्फ दिखने में मोहक लगती हैं, बल्कि घर को फैस्टिव लुक देने का भी काम करती हैं.

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