कभी फरहान के साथ रिश्तों को ले कर तो कभी बौलीवुड को पराया कहने वाली अदिति का फिल्मी जीवन भी उन के निजी जीवन की तरह ही उतारचढ़ाव

वाला रहा है. हैदराबाद की रौयल फैमिली की यह लड़की ऐक्टिंग के साथसाथ क्लासिकल डांस में भी महारत रखती है. दिल्ली के लेडी श्रीराम कालेज की ग्रैजुएट अदिति ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत 2006 में मलयालम फिल्म ‘प्रजापति’ से की थी पर बौलीवुड में ऐंट्री राकेश ओम प्रकाश मेहरा की फिल्म ‘दिल्ली 6’ में एक छोटे से रोल से मिली. इस फिल्म के बाद ग्लैमर और अदाकारी के बलबूते इस अदाकारा ने अपना फिल्मी सफर ऐसा शुरू किया कि पीछे मुड़कर नहीं देखा.

पिछले दिनों दिल्ली से सटे नोएडा में हुए फैशन शो में भाग लेने पहुंचीं अदिति से कुछ दिलचस्प बातें हुईं. पेश हैं कुछ अंश:

खबर आई थी कि आप अभी तक मानती हैं कि इंडस्ट्री ने आप को अपनाया नहीं है?

हां, कभीकभी यह महसूस जरूर होता है, जब आप इंडस्ट्री से नहीं होते या आप के पास ऐसे लोग न हों, जो सिर्फ आप के लिए फिल्में बनाते हों, तब ऐसा ही लगता है. मैं किसी फिल्मी बैकग्राउंड वाले परिवार से नहीं हूं. मुझे यहां जो कुछ भी मिला अपने बलबूते मिला है.

फिल्म वजीर में बड़े कलाकारों के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?

अमित जी के साथ काम करने का तो मेरा शुरू से ही सपना था. मैं जब छोटी थी तभी से उन की बहुत बड़ी प्रशंसक रही हूं. उन के साथ काम करना किसी सपने के सच होने जैसा था. ऐसे ही फरहान के साथ स्क्रीन शेयर करते हुए मुझे लग रहा था कि जैसे एक रौकस्टार के साथ उस की फैन काम कर रही हो. मुझे यह फिल्म भी मेरे टेलैंट को देख कर मिली. फिल्म के निर्देशक विनौय रौय ने रैंप पर वाक करते हुए मेरे कुछ फोटोग्राफ्स देखे तो मुझे इस रोल के लिए साइन कर लिया. सिर्फ 2 बार औडिशन और डांस टैस्ट के बाद मुझे इस रोल के लिए चुन लिया गया. पर इतने बड़ेबड़े कलाकारों के साथ एक ऐसे किरदार को स्क्रीन पर लाना, जिस के बारे में मुझे उस समय ज्यादा कुछ पता नहीं था, मेरे लिए बड़ा ही चैलेंजिंग काम था.

फरहान के साथ स्क्रीन शेयर करने का कैसा अनुभव रहा?

पूरी फिल्म की शूटिंग के दौरान मैं खुद को फरहान की एक महिला प्रशंसक के रूप में देखती रही हूं. एक फैन को जैसी फीलिंग होती है वैसी ही मेरे अंदर थी. लेकिन जब मैं कैमरे के सामने आती, तो पूरी तरह से किरदार में डूब जाती थी. फरहान जो करते हैं उस में पूरी तरह मौजूद रहते हैं. उन की आंखों में नजर आने वाली ईमानदारी मुझे बहुत अच्छी लगती है, क्योंकि उन की आंखें सच बोलती हैं.

खबर यह भी आई कि आप के कारण फरहान की मैरिज लाइफ टूट रही है?

ऐसा कुछ भी नहीं है. बातों को बढ़ाचढ़ा कर बताना मीडिया की पुरानी आदत है. मेरी वजह से किसी का घर बरबाद नहीं हो रहा है. अगर ऐसा कुछ हुआ भी है, तो वह उन लोगों की पर्सनल लाइफ है, मेरा इस से कुछ लेनादेना नहीं है.

कहा जाता है कि आप ग्लैमर के दम पर यहां टिकी हुई हैं?

आप बताएं कौन सी ऐसी ऐक्ट्रैस है, जो कहानी की मांग पर ऐक्सपोज करने से मना करती हो. अगर किसी फिल्म की कहानी में पूल पर या बीच पर किसी हीरोइन का सीन है, तो वहां पूरे कपड़े पहन कर तो कोई सीन करेगी नहीं. वहां तो स्वीमिंग सूट ही पहनना पड़ेगा. मेरा मानना है कि अगर आप के पास सुंदर फिगर है, तो उस की खूबसूरती को दिखाने में कैसी शर्म. अगर मेरी पिछली फिल्मों में किसिंग सीन्स हैं, तो मैं ने अपनी मरजी से नहीं, कहानी की मांग पर ही किए होंगे. इस में इतना होहल्ला मचाने की वजह मुझे समझ में नहीं आती.      

विवाद जिन से अदिति रहीं सुर्खियों में

– अदिति एक सैल्फी विवाद पर फंस चुकी हैं. हुआ यह कि स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय झंडे को बाएं हाथ से सलामी वाली सैल्फी अदिति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की. बाएं हाथ से झंडे को सलामी करने पर लोगों ने उन की काफी आलोचना की.

– अदिति एक बार ऊप्स मोमैंट का भी शिकार हो चुकी हैं. एक इवेंट के मौके पर उन की ड्रैस कुछ ज्यादा ही ऊपर थी, जिस से उन के अंडरगारमैंट्स साफ नजर आ रहे थे.

– निर्देशक आनंद रौय की फिल्म ‘रांझणा’ में स्वरा भास्कर वाला रोल पहले अदिति को औफर किया गया था, पर डेट्स की प्रौब्लम के चलते अदिति ने फिल्म के लिए मना कर दिया था, जो स्वरा की झोली में आ गया.

– अकसर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाली अदिति ने पिछली फिल्म ‘मर्डर 3’ के लिए कहा था कि फिल्म में गंदी बातें और गालियां ठूंसने से अच्छा है कि उस फिल्म में बैडरूम सीन दे दो, क्योंकि इंटीमेट सीन्स से फिल्म गंदी नहीं होती, जबकि गालियों से फिल्म अश्लील होती है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...