लड़कियों के बचकानेपन का लाभ

मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने एक बलात्कार के अभियुक्त के प्रति नरमी बरतते हुए उसे जमानत पर रिहा कर दिया है क्योंकि अदालत के अनुसार वह लडक़ी अपनी इच्छा से नवंबर 2018 में उस के साथ मंदसौर से सूरत चली गर्ई जहां उसे एक बच्चा भी दोनों के प्रेम से हुआ.

आमतौर पर अदालतों का ऐसे मामलों में भी रुख बहुत ही संख्त होता है और 18 साल से कम की लडक़ी के साथ किसी भी तरह का यौन संबंध बलात्कार ही माना जाता है चाहे लडक़ी के  उकसाने और सहमति पर ही क्यों न यौन संबंध बने हो, कानून मानता है 18 वर्ष से पहले लडक़ी को रत्ती भर अक्ल नहीं होती और उस के बचकानेपन का लाभ उठाने का हक किसी को नहीं. जब लडक़ी भागी थी तो वह 15 साल की थी और लडक़ा 19 साल का.

अदालतों के सामने अब ये समस्या आनी शुरू होगी जब लडक़ालडक़ी स्पष्ट रूप से सहमती से संबंध बनाएंगे और बाद में मुकर जाएंगे. इस आयु में लडक़ी के पिता का खून खौल जाता है और वह ही पुलिस के दरवाजे खटखटा कर अपनी भड़ास निकालता है. इस तरह के स्पष्ट मामले में लडक़ों को दोषी ठहराना या लंबे समय तक जेल में बंद कर देना एक तरह से लडक़ीलडक़े का पूरा जीवन खराब कर देना होगा.

‘मेरी बेटी को मेरी नाक के नीचे से भगा ले गया’ वाली भावना बहुत सा रोष पैदा करती है और मातापिता अक्सर कानूनों का हवाला देकर भागे युगल को पकड़ ही नहीं लाते, पुलिस अदालत की शरण में जा कर अपने वर्षों और बड़ा पैसा खराब कर डालते हैं. अदालतें तो शिकायत होने पर लडक़े को गिरफ्तार करने का आदेश देंगी ही पर कम अदालतें ही समझती हैं कि किशोरावस्था के प्रेम परिपक्व न हों पर गहराई पूरी होती है, यह प्राकृतिक जरूरत है.

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या तो हम लोग लड़कियों को बंद तालों, बुरकों, घूंघटों, परदों में रखें या फिर उन्हें पूरी छूट दें, आगे बढऩे की, अपने सहीगलत फैसलों की, यौन स्वतंत्रता की. वे घर का संबल भी बनें अैर संस्कृति व धर्म के नाम पर अपने पर कंट्रोल भी रखें, संभव नहीं है.

मातापिता का फर्ज है कि वे विवेक से काम लें, आवेश से नहीं. लडक़ी ने बेवकूफी की है तो वे भी उस से बढ़ कर बेवकूफ बन कर लडक़ी पर दुश्चरित्र होने का ठप्पा न लगाएं. समाज तो क्या कोई और उदार युवक भी उन के इस बेकार के पब्लिसिटी वाले काम को माफ नहीं करेगा. वे लडक़ी का पूरा भविष्य भी खराब करेंगे, लडक़े का भी.

हमेशा ही किशोर मांऐ होती रही हैं और पहले जहां उन्हें कूएं में कूद जाने का या चक्ले पर बैठ जाने को बाध्य किया जाता था, आज अकेली मां का वजूद बनता जा रहा है. बेटी 18 साल से कम हो तो भी उसे बलात्कार का मामला दर्ज कराने को उकसाने से उतना ही नुकसान होगा जितना उसके प्रेमी के साथ भागने से हुआ था.

15 साल की उम्र में जो लडक़ी 3 साल युवक के साथ रही. कैसे कह सकती है कि उस के साथ जबरदस्ती हुई या उसे बहकाया गया. अदालत ने वैसे तो सही संदेश दिया है कि उन्हें अपने हाल पर छोड़ दो पर पुलिस और मातापिता इसे मानेंगे, इस में शक है.

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जानें क्या है हैटेरोटोपिक Pregnancy

कुछ अरसा पहले गुड़गांव स्थित पारस अस्पताल में एक दुर्लभ मामला तब सामने आया जब 32 वर्षीय पूजा हांडा को पेट में तेज दर्द और योनि से अनियमित रक्तस्राव के चलते अस्पताल लाया गया. जांच करने पर उस में हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी का पता चला. इस समस्या की पहचान करने में 1 माह का समय लग गया. 1 महीना पहले उस की एमटीपी कराई गई. तब वह 7 सप्ताह की गर्भवती थी. एमटीपी के पहले ही उसे पैल्विक क्षेत्र में दर्द था और सर्जरी के द्वारा गर्भपात करने के बाद भी उसे दर्द रहता था. इस स्थिति में यूटरस और फैलोपियन ट्यूब में प्रैगनैंसी एकसाथ होती है. इसलिए संभवतया इस डायग्नोसिस के बारे में नहीं सोचा जाता है.

हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी है क्या

हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी एक असामान्य अवस्था है, जिस में 2 या 3 से अधिक गर्भधारण एक ही समय पर अलगअलग स्थानों यानी गर्भाशय के भीतर और बाहर दोनों जगह हो जाते हैं. हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी के मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं. भारत में 10 से 30 हजार गर्भवती महिलाओं में से 1 को यह समस्या होती है. अमेरिका और पश्चिमी देशों में जरूर लगभग 2% महिलाओं में यह समस्या पाई जाती है. हाल ही में हुए कई अध्ययनों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इस प्रकार के मामले असिस्टेड रिप्रोडक्शन आईवीएफ में अधिक देखे गए हैं. आईवीएफ के दौरान हाइड्रोस्टैटिक प्रैशर उत्पन्न होता है, जिस से भू्रण को गर्भाशय में हस्तांतरित करने के दौरान खतरा और अधिक बढ़ने की आशंका बनी रहती है. पिछले कुछ वर्षों से हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, क्योंकि गर्भधारण के लिए आईवीएफ और दूसरी असिस्टेड रिप्रोडक्टिव तकनीकों का उपयोग काफी बढ़ रहा है.

बढ़ जाता है मृत्यु का खतरा

आंकड़ों के अनुसार गर्भावस्था और प्रसूति के दौरान होने वाली कुल मौतों में से 10 से 15% का कारण हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी है. चूंकि इस का डायग्नोसिस कठिन होता है, इसलिए इस के कारण होने वाला रक्तस्राव घातक साबित होता है.

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कारण

हाल में हुए सर्वेक्षणों के अनुसार उन महिलाओं में हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी होने का खतरा 35% होता है, जिन में पहले भी यह समस्या हुई हो. 31% में श्रोणि सूजन की बीमारी पहले से हो सकती है. 33% महिलाओं में जिन की पहले पुनर्निर्माण ट्यूबल सर्जरी हुई होती है उन में भी इस की आशंका बढ़ जाती है. वैसे हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी के अधिकांश मामले असिस्टेड रिप्रोडक्टिव तकनीकों से ही संबंधित होते हैं. इस के अलावा उन महिलाओं में भी इस की आशंका बढ़ जाती है जो तंबाकू का सेवन करती हैं.

लक्षण

पेट के निचले भाग में दर्द हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी का सब से सामान्य लक्षण है. योनि से रक्तस्राव और पेट की बाईं ओर दर्द होना भी इस का लक्षण है. कई महिलाओं में हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी के कारण आंतरिक रक्तस्राव भी होता है.

रिस्क फैक्टर्स

निम्न परिस्थितियां हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी के खतरे को बढ़ा देती हैं:

  1. जिन महिलाओं में पहले भी हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी हुई हो.
  2. संक्रमण जिस के कारण फैलोपियन ट्यूब की सामान्य अवस्था गड़बड़ा जाती है. इस के कारण फैलोपियन ट्यूब्स क्षतिग्रस्त हो जाती हैं या उन में रुकावट आ जाती है, जिस से हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी का खतरा बढ़ जाता है.
  3. फैलोपियन ट्यूब्स का ट्यूमर भी महिलाओं में हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी का खतरा बढ़ा देता है.
  4. पैल्विक क्षेत्र का संक्रमण भी इस का खतरा बढ़ा देता है.
  5. कई लोगों से शारीरिक संबंध होने के कारण भी संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है.
  6. गर्भधारण के समय में सिगरेट पीने से भी हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी की आशंका बढ़ जाती है.

डायग्नोसिस

हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी का डायग्नोसिस ब्लड हारमोन टैस्ट और पैल्विक अल्ट्रासाउंड के द्वारा किया जाता है. पैल्विक क्षेत्र में होने वाले दर्द और प्रजनन की उम्र में रक्तस्राव की कभी अनदेखी न करें. कोई भी गर्भवती चाहे वह प्राकृतिक रूप से गर्भवती हुई हो या असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टैक्नोलौजी के द्वारा, अगर वह पेट दर्द की शिकायत करती है तो जो विभिन्न डायग्नोसिस किए जाते हैं उन में हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी की संभावना का भी ध्यान रखना चाहिए.

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उपचार

इस का उपचार सर्जरी और दवाओं दोनों के द्वारा किया जाता है. हैटेरोटोपिक प्रैगनैंसी के लिए पारंपरिक सर्जरी के बजाय लैप्रोस्कोपी सर्जरी ही डाक्टर और मरीज की प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि इस में रक्तस्राव और दर्द कम होता है. फिर अस्पताल में भी अधिक दिनों तक नहीं रहना पड़ता. ठीक होने में भी कम समय लगता है और खर्च भी अधिक नहीं आता.

-डा. नुपुर गुप्ता

कंसलटैंट ओब्स्टिट्रिशन ऐंड गाइनोकोलौजिस्ट, पारस अस्पताल, गुड़गांव

Hina Khan से लेकर Shivangi Joshi तक, Iconic Gold Awards 2021में छाया टीवी हसीनाओं का जलवा

कोई फंक्शन हो या पार्टी टीवी हसीनाओं के लुक्स के जलवे सुर्खियों में रहते हैं. इसी बीच मुंबई में हुए आइकॉनिक गोल्ड अवार्ड्स 2021 (Iconic Gold Awards 2021) के रेड कार्पेट में भी टीवी हसीनाओं के लुक्स ने चार चांद लगा दिए. हिना खान से लेकर शिवांगी जोशी तक हर किसी का लुक्स सोशलमीडिया पर वायरल हो रहा है. आइए आपको दिखाते हैं Iconic Gold Awards 2021 में हसीनाओं के लुक्स की झलक…

हिना खान का ग्लैमरस अंदाज

 

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टीवी एक्ट्रेसेस का लुक आए दिन बदलता रहता है. वहीं संस्कारी बहू अक्षरा के रोल से दिल जीतने वाली हिना खान (Hina Khan) का लुक भी Iconic Gold Awards 2021 के रेड कार्पेट पर सुर्खियां बटोरता नजर आया ग्रीन कलर के स्टाइलिश सूट में वह बेहद खूबसूरत लग रही थीं. फैंस को उनका ये लुक काफी ट्रैंडी लगा.

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बेटी नायरा भी नहीं रही पीछे

अक्षरा की बेटी नायरा यानी शिवांगी जोशी (Shivangi Joshi) भी रेड कार्पेट पर खूबसूरत औफशोल्डर रेड कलर के गाउन में नजर आईं, जिसमें वह किसी परी से कम नहीं लग रही थीं.

नागिन का दिखा जलवा

 

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नागिन के रोल में फैंस का दिल जीत चुकीं फेमस एक्ट्रेस सुरभि चंदना भी ब्लैक ड्रेस में रेड कार्पेट पर उतरी, जिसमें उनका लुक फैंस के दिलों पर बिजलियां गिरा रहा था. सोशलमीडिया पर उनके इस लुक की काफी तारीफें हो रही हैं.

 Bigg Boss की हसीनाओं के दिखे जलवे

हाल ही में Bigg Boss OTT की विनर बनीं दिव्या अग्रवाल जहां ग्लैमर्स अंदाज में व्हाइट ड्रेस पहने नजर आईं तो वहीं शो में उनकी दोस्त रहीं एक्ट्रेस रिद्धिमा पंडित ब्लैक ड्रेस में बिजलियां गिरातीं नजर आईं. इस दौरान बिग बॉस 14 के बाद कपल बनें एजाज खान और पवित्रा पुनिया भी रेड कार्पेट पर नजर आए. इस दौरान दोनों का लुक एक दूसरे को कौम्पिलिमेंट दे रहा था.

 

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किडनैप हुई Imlie, क्या करेंगे आदित्य-मालिनी

सीरियल इमली (Imlie) में इन दिनों काफी ड्रामा देखने को मिल रहा है. जहां मालिनी (Mayuri Deshmukh) अपनी एक के बाद एक चाल से त्रिपाठी परिवार को अपनी तरफ कर रही है तो वहीं आदित्य (Gashmeer Mahajani) और इमली (Sumbul) के बीच दूरियां बढ़ रही हैं. इसी बीच खबरे हैं कि अपकमिंग एपिसोड में कुछ ऐसा होने वाला है, जिससे इमली की जान खतरे में पड़ जाएगी. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

मालिनी ने चली नई चाल


अब तक आपने देखा कि इमली के वकील को अपनी तरफ करके मालिनी अपने खिलाफ सारे सबूत मिटा देती है, जिसके चलते कोर्ट में आदित्य और इमली के खिलाफ फैसला सुनाया जाता है. वहीं घर पहुंचकर इमली, आदित्य को मालिनी का असली चेहरा दिखाने की कोशिश करती है. लेकिन आदित्य पूरे परिवार को बताता है कि मालिनी उसके बच्चे की मां बनने वाली है.

 

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इमली को लगा झटका

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि मालिनी की प्रैग्नेंसी की बात सुनकर इमली को गहरा झटका लगेगा. वहीं मालिनी पूरी कोशिश करेगी कि प्रैग्नेंसी का फायदा उठाकर वह इमली को आदित्य की जिंदगी और त्रिपाठी हाउस से बाहर निकाल सके. इसी के चलते वह कदम कदम पर इमली की बेइज्जती करेगी और उससे नौकर की तरह बरताव करेगी.

किडनैप होगी इमली

 

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इसी बीच आदित्य को अपकमिंग एपिसोड में झटका लगेगा. अनु अपने बदले इमली का सौदा करेगी और उसे किडनैप करवा देगी. दरअसल, कुछ लोग लेबर डिपार्टमेंट से त्रिपाठी हाउस में घुसेंगे. जहां पर इमली को किडनैप कर लेंगे वहीं इस बात का पता आदित्य और मालिनी को लगेगा और वह परेशान हो जाएंगे. दूसरी तरफ इमली की जान खतरे में पड़ी होगा. अब देखना होगा कि क्या आदित्य इमली की जान बचा पाएगा.

 

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सागर किनारे Anuj- Anupama का रोमांस! वनराज-काव्या भी पहुंचे मुंबई

सीरियल ‘अनुपमा’ (Anupama) इन दिनों फैंस के बीच छाया हुआ है. जहां अनुज (Gaurav Khanna) के कारण अनुपमा (Rupali Ganguly) की जिंदगी में नया बदलाव आ गया है तो वहीं वनराज (Sudhanshu Panday) का बदलता व्यवहार काव्या (Madalsa Sharma) को परेशान कर रहा है. इसी बीच अनुपमा और अनुज कपाड़िया का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह समंदर किनारे रोमांटिक गाना गाते नजर आ रहे हैं. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर….

रोमांटिक वीडियो किया शेयर

 

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अब तक आपने देखा कि बा की नाराजगी के बावजूद अनुपमा, अनुज के साथ मुंबई के लिए रवाना होती है, जिसके कारण वनराज काफी परेशान होता है. वहीं इससे बेफिक्र अनुज कपाड़िया पूरी कोशिश करता है कि अनुपमा का ख्याल रखते हुए अपनी दोस्ती का फर्ज निभाए. इसी बीच दोनों साथ में मुंबई पहुंच गए हैं, जहां दोनों प्यार भरे पल बिताते नजर आ रहे हैं. दरअसल, अनुपमा के किरदार में नजर आने वाली रुपाली गांगुली ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह अनुज कपाड़िया यानी गौरव खन्ना के साथ नजर आ रही हैं. फैंस को यह वीडियो काफी पसंद आ रहा है.

 

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वनराज-काव्या पहुंचेंगे मुंबई

 

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अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि वनराज, अनुपमा के अकेले अनुज के साथ जाने से परेशान होगा, जिस पर काव्या सवाल करेगी कि क्या वह आज भी अनुपमा को नहीं भुला पाया है, जिसके जवाब में वनराज कहेगा कि उसे नही पता क्या हो रहा है. वहीं वनराज फैसला करेगा कि वह और काव्या भी मुंबई जाएंगे. जहां पर दोनों की मुलाकात Beach पर अनुपमा (Anupama) और अनुज से होगी. लेकिन वनराज एक बार फिर ताना मारते हुए कहेगा कि यहां पर दोनों काम करने के लिए आए हैं, जिसे सुनकर अनुपमा को गुस्सा आ जाएगा.

 

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नंदिनी पर आएगी मुसीबत

 

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जहां अनुपमा अपनी जिंदगी के खूबसूरत लम्हें जीएगी तो वहीं शाह हाउस में बड़ा हंगामा होगा. दरअसल, नंदिनी का एक्स बौयफ्रेंड समर को उसकी इंटिमेट फोटोज दिखाएगा. हालांकि समर पर इसका कोई असर नही होगा. लेकिन एक्स रोहन नंदिनी की फोटोज वायरल कर देगा. वहीं यह फोटोज बा-बापूजी को भी भेजेगा. अब देखना होगा अनुपमा की जिंदगी में कौन सी नई मुसीबत आती है.

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सरकार किसानों के जीवन में व्यापक बदलाव लाने के लिए हर सम्भव कदम उठाने के लिए तत्पर : मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के जीवन में व्यापक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हर सम्भव कदम उठाने के लिए तत्पर है. उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार ने गन्ना किसानों के हित में गन्ना मूल्य में वृद्धि का निर्णय लिया है. 325 रुपये प्रति कुन्तल के गन्ने का गन्ना मूल्य बढ़ाकर 350 रुपये प्रति कुन्तल, 315 रुपये प्रति कुन्तल के सामान्य गन्ने का गन्ना मूल्य 340 रुपये प्रति कुन्तल तथा अनुपयुक्त गन्ने के गन्ना मूल्य में 25 रुपये प्रति कुन्तल वृद्धि की जा रही है. गन्ना मूल्य में इस वृद्धि से प्रदेश के 45 लाख गन्ना किसानों की आय में 08 प्रतिशत की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी होगी. उन्हांेने विश्वास व्यक्त किया कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से प्रोत्साहित होकर किसान उत्पादन क्षमता बढ़ाकर प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाएंगे.
मुख्यमंत्री जी आज यहां आयोजित किसान सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे. किसान सम्मेलन में हल भेंट कर मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया गया.

किसान सम्मेलन में किसानों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्नदाता किसान कठिन परिश्रम करके अन्न पैदा करता है. अन्न जीवन चक्र का आधार है. किसान द्वारा अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से बिना भेदभाव के सभी के लिए अन्न उत्पन्न करना पुण्य का कार्य है. इससे पूर्व, कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के पश्चात उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. प्रदर्शनी में कृषि उत्पादक संगठनों के उत्पाद, आधुनिक कृषि यंत्रों, पराली प्रबन्धन विधियों, जैविक कृषि उत्पादों आदि को प्रदर्शित किया गया था.
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 मंे श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने पर देश का भाग्योदय हुआ. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व की सरकार ने गांव, गरीब, नौजवान, महिलाओं तथा समाज के सभी तबकों के लिए कार्य किया. धरती माता की सेहत का ध्यान रखा जा सके, इस उद्देश्य से उन्होंने मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किया. कृषकों के हित और कल्याण के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना जैसी योजनाएं संचालित की गयीं. वर्ष 2017 में वर्तमान राज्य सरकार के सत्ता में आने के बाद पहला निर्णय प्रदेश के 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ करने का लिया गया.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्नदाता किसान के खुशहाल होने से राज्य प्रगति और समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर होता है. इस उद्देश्य से वर्तमान राज्य सरकार ने बिचौलियों को समाप्त कर सीधे किसानों से उनके कृषि उत्पादों की खरीद के लिए अप्रैल, 2017 में प्रोक्योरमेन्ट पॉलिसी लागू की. विगत साढ़े चार वर्षाें में प्रदेश में किसानों से रिकॉर्ड मात्रा में उनके कृषि उपज की खरीद की गयी है. एम0एस0पी0 पर गेहूं खरीद के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने 19,02,098 किसानों को 12,808 करोड़ रुपये का भुगतान किया. वर्तमान सरकार ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में 43,75,574 किसानों को 36,405 करोड़ रुपये का भुगतान किया.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 में वर्तमान सरकार के सत्ता में आने पर पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल का वर्ष 2009-10 से लेकर वर्ष 2018-19 तक का किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान बकाया था. इससे गन्ने का रकबा सिकुड़ता जा रहा था. वर्तमान सरकार ने गन्ना किसानों के हित में बन्द चीनी मिलों का संचालन प्रारम्भ कराया. पिपराइच, मुण्डेरवा, रमाला में पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा बेची गयी चीनी मिलों के स्थान पर नये संयंत्र स्थापित कराए. साथ ही, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान सुनिश्चित कराया. विगत साढ़े चार वर्षों में किसानों को 01 लाख 44 हजार करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया. 30 नवम्बर, 2021 तक गन्ना मूल्य के भुगतान एवं चीनी मिलों के संचालन के निर्देश दिए गए हैं. कोरोना कालखण्ड में जब देश और दुनिया में चीनी उद्योग प्रभावित हो रहा था, वर्तमान राज्य सरकार ने तकनीक का उपयोग करते हुए प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलों का संचालन कराया. जब तक किसानों के खेत में गन्ना उपलब्ध था, चीनी मिलें चलायी गयीं.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार ने किसानों के हित को ध्यान में रखकर नीतियां बनायीं. वर्ष 1918 में स्पैनिश फ्लू में बीमारी के साथ-साथ भूख से भी बड़ी संख्या में मौत हुई. कोरोना के समय में प्रधानमंत्री जी के देशवासियों का जीवन और जीविका बचाने के संकल्प का अनुसरण करते हुए राज्य सरकार ने कार्य किया. देश व प्रदेश में किसी भी व्यक्ति की भूख से मृत्यु नहीं हुई. कोरोना के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से देश के 80 करोड़ व प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को अप्रैल, 2020 से लेकर नवम्बर, 2020 तथा मई, 2021 से लेकर नवम्बर, 2021 तक निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है.

मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों को निःशुल्क खाद्यान्न एवं वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य ने अब तक 10 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराने में सफलता प्राप्त की है. इससे प्रदेश में कोरोना का संक्रमण समाप्त प्राय हो गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में सावधानी व सतर्कता बरतने के साथ ही जीवन और जीविका को बचाने के लिए प्रभावी प्रयास जारी रहेंगे. राज्य सरकार ने पराली जलाने के सम्बन्ध में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस ले लिए हैं.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देश व प्रदेशवासियों का जीवन एवं जीविका बचाने के साथ ही किसानों के हित में लगातार कदम उठाए गए. किसान को 24 जिन्स के लिए लागत का डेढ़ गुना दाम दिलाने की घोषणा प्रधानमंत्री जी ने की. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गयी कृषि उपज की खरीद की धनराशि का भुगतान किसान के खाते में किया गया. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से बिना भेदभाव के सभी किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. प्रदेश में 02 करोड़ 54 लाख किसान इससे लाभान्वित हो रहे हैं.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसानों को सिंचाई के बेहतर साधन सुलभ कराने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं. किसानों को सोलर पम्प तथा खेत-तालाब योजना के तहत लाभान्वित किया गया है. वर्षों से लम्बित बाणसागर परियोजना को पूर्ण कराकर प्रारम्भ कराया गया. अर्जुन सागर परियोजना बनकर लगभग तैयार हो चुकी है. अगले महीने इसे प्रधानमंत्री जी से राष्ट्र को समर्पित कराने के प्रयास किए जा रहे हैं. सरयू नहर परियोजना लगभग पूरी हो गयी है. इसके अलावा पहाड़ी बांध, जमरार बांध, रसिन बांध सहित विभिन्न परियोजनाओं को पूर्ण कराया गया है.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तराई एवं विन्ध्य क्षेत्र में अक्सर किसानों और जंगली जानवरों के मध्य संघर्ष हो जाता है. राज्य सरकार ने इसे आपदा घोषित करते हुए वन्य जीवों के हमले में मृत व्यक्ति के आश्रितों को 04 लाख रुपये अथवा कृषक बीमा योजना के तहत 05 लाख रुपये की धनराशि देने की व्यवस्था भी की. किसानों के बिजली बिल के सम्बन्ध में ब्याज माफ करते हुए एकमुश्त समाधान योजना के माध्यम से शीघ्र ही एक ठोस योजना लागू की जाएगी. प्रधानमंत्री जी ने सब्सिडी की दर बढ़ाकर डी0ए0पी0 और यूरिया की कीमतों में वृद्धि नहीं होने दी. किसानों को समय पर उर्वरक तथा विद्युत की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित की गयी.

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ किया है. वर्तमान में खेत में किसान की मोटर सुरक्षित है, उसे कोई ले नहीं जा सकता. विगत साढ़े चार वर्षों में प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ है. अवैध स्लॉटर हाउस बंद करा दिए गए हैं. राज्य सरकार द्वारा निराश्रित गोआश्रय स्थलों का संचालन कराया जा रहा है. यह व्यवस्था भी की गयी है कि कोई भी इच्छुक किसान निराश्रित गोवंश में से 04 गोवंश का पालन-पोषण करने के लिए अपने पास रख सकता है. इसके लिए उसे 900 रुपये प्रति गोवंश प्रति माह प्रदान किए जाने की व्यवस्था की गयी है. कुपोषित महिला अथवा कुपोषित बच्चों के लिए दूध की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु उनकी इच्छा पर एक निराश्रित गोवंश दिए जाने की व्यवस्था की गयी है. इस गोवंश के रख-रखाव के लिए उन्हें 900 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाने की भी व्यवस्था है.

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार ने लगातार देश और समाज की उन्नति व समृद्धि तथा सभी वर्गों के उत्थान के लिए कार्य किया है. वर्तमान राज्य सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट में किसानों के ऋण माफ करने का निर्णय लिया. बड़ी मात्रा में किसानों से उनकी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय की गयी. प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को दिए जा रहे प्रभावी प्रोत्साहन से वर्तमान में राज्य गेहूं, गन्ना, आलू, सब्जी, फलों आदि के उत्पादन में देश में नम्बर एक है. किसानों को खाद, बीज, पानी की समय पर उपलब्धता से प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन में देश में सबसे ऊपर है.
गन्ना विकास मंत्री श्री सुरेश राणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने चीनी मिलों को बेचा और बंद किया.

मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार ने बंद चीनी मिलों का संचालन कराया. गन्ना किसानों के हित में कोरोना काल में भी जरूरी सतर्कता बरतते हुए सभी 119 चीनी मिलों का संचालन कराया गया. 18 से अधिक चीनी मिलों की पेराई क्षमता में वृद्धि की गयी. मुख्यमंत्री जी ने पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान कराया. विगत साढ़े चार वर्षों में 01 लाख 44 हजार करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया है. खाण्डसारी उद्योगों को लाइसेंस देने से पेराई क्षमता में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है.

किसान सम्मेलन को पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद श्री राधा मोहन सिंह, सांसद श्री राजकुमार चाहर, विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी सम्बोधित किया.
इस अवसर पर महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह, उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीराम चौहान, कृषि राज्य मंत्री श्री लाखन सिंह राजपूत सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में कृषक समुदाय उपस्थित था.
सम्मेलन में अतिथियों का स्वागत श्री कामेश्वर सिंह ने किया. कार्यक्रम का संचालन श्री घनश्याम पटेल द्वारा किया गया. मंचासीन अतिथियों का स्वागत श्री सुधीर सिंह, श्री रामबाबू द्विवेदी एवं श्री सतेन्दर तुगाना ने किया.

सिंपल साड़ी को भी Hot लुक देती हैं Bigg Boss OTT की Urfi Javed, देखें फोटोज

 डायरेक्टर करण जौहर के रियलिटी शो बिग बौस ओटीटी(Biggg Boss OTT) का हिस्सा रह चुकीं एक्ट्रेस उर्फी जावेद (Urfi Javed) इन दिनों अपने अजीबोगरीब फैशन को लेकर सोशलमीडिया पर छाई हुई हैं. कभी एयरपोर्ट पर ब्रा के साथ डेनिम कैरी करते हुए तो कभी बैकलेस ड्रैस पहनकर उर्फ जावेद इन दिनों सुर्खियों में छाई हुई हैं. लेकिन आज हम आपको उर्फी जावेद के वेस्टर्न नहीं बल्कि हौट इंडियन लुक की झलक दिखाएंगे.

 

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सिंपल साड़ी को हौट लुक देने वाली उर्फी जावेद का हर लुक लाजवाब है, जिसे फैंस काफी पसंद करते हैं. हालांकि कई बार वह अपने फैशन के कारण ट्रोलिंग की शिकार भी हुई हैं. लेकिन उनके फैशन पर इसका कोई असर नही हुआ है. तो आइए आपको दिखाते हैं उर्फी जावेद के हौट साड़ी कलेक्शन (Urfi Javed Saree Look)की झलक…

सिपल साड़ी को दिया नया लुक

 

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ब्लू कलर की सिंपल साड़ी के साथ रफ्फल ब्लाउज पहने उर्फी का लुक बेहद खूबसूरत लगता है. वहीं इस लुक को हौट अवतार बनाने के लिए उर्फी ने एक साथ औफ स्लीव कौम्बिनेशन रखा है, जिससे उनका अवतार बेहद खूबसूरत लग रहा है.

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500 रुपए की साड़ी से बनाया नया अवतार

 

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इन दिनों साड़ियों के कई सारे कलेक्शन मार्केट में मौजूद हैं. वहीं उर्फी जावेद अपने फैंस को सस्ते कपड़ों के साथ लुक को कैसे फैशनेबल बनाएं इसकी टिप्स देती रहती हैं. हाल ही में उर्फी ने 500 रुपए की साड़ी के साथ औफ स्लीवस वाला ब्लाउज कैरी किया, जो उनके लुक को और भी खूबसूरत बना रहा था.

प्रिंटेड साड़ी को दिया हौट लुक

 

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प्रिंटेड साड़ी के कई सारे पैटर्न हैं, जिसे लड़कियां ट्राय करना चाहते हैं. वहीं उर्फी जावेद ने भी प्रिंटेड साड़ी कैरी की, जिसके साथ उन्होंने ब्रा पैटर्न ब्लाउज कैरी किया है, जो बेहद खूबसूरत लग रहा है.

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वेडिंग कलेक्शन के लुक है परफेक्ट

 

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अगर आप वेडिंग कलेक्शन के लिए टिप्स चाहते हैं तो उर्फी जावेद का ये लुक बेहद खूबसूरत है.

 

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फोटो क्रेडिट- उर्फी जावेद इंस्टाग्राम

5 Tips: जब अक्ल दाढ़ का दर्द सताए…

अगर आपकी अक्ल दाढ़ आ चुकी है तो आपको इसके दर्द का अंदाजा होगा और अगर आपकी अक्ल दाढ़ अभी तक नहीं आई है तो आपको बता दें कि ये काफी दर्दभरा अनुभव होता है.

ज्यादातर लोगों की अक्ल दाढ़ (विज्डम टुथ) 17 से 25 साल के बीच में आ जाती है लेकिन कई लोगों में ये 25 के बाद भी आती है. ये हमारे मुंह के सबसे आखिरी, मजबूत दांत होते हैं और सबसे अंत में आते हैं.

सबसे पहले तो ये जानना जरूरी है कि विज्डम टुथ आने के पहले दर्द क्यों होता है. दरअसल, विज्डम टुथ सबसे अंत में आते हैं और इसके चलते उन्हें मुंह में पूरी जगह नहीं मिल पाती. इसकी वजह जब ये दांत आते हैं तो बाकी के दांतों को भी पुश करते हैं. इसके साथ ही मसूड़ों पर भी दवाब बनता है. इस वजह से दांतों में दर्द, मसूड़ों में सूजन और असहजता की शिकायत हो जाती है.

इस दौरान न केवल तेज दर्द होता है बल्क‍ि कई बार मुंह से दुर्गंध, खाने में तकलीफ और सिर दर्द की शिकायत भी हो जाती है. अक्ल दाढ़ का दर्द कभी भी हो सकता है और ये कम से कम एक या दो दिन तक तो रहता ही है. ऐसे में आप चाहें तो इन घरेलू उपायों को अपनाकर इस दर्द से राहत पा सकते हैं.

1. लौंग

दांत के दर्द के लिए हममें से ज्यादातर लोग लौंग का इस्तेमाल करते हैं. अक्ल दाढ़ निकलने के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका anesthetic और analgesic गुण दर्द को शांत करने में मददगार होता है. इसके अलावा इसका एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी इंफेक्शन नहीं होने देता है. आप चाहें तो कुछ लौंग मुंह में रख सकते हैं या फिर उसके तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

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2. नमक

दांत दर्द में नमक का इस्तेमाल करना भी बहुत फायदेमंद होता है. ये मसूड़ों की जलन को कम करने में मददगार है. इसके अलावा नमक के इस्तेमाल से इंफेक्शन का खतरा भी कम हो जाता है.

3. लहसुन

लहसुन में antioxidant, antibiotic, anti-inflammatory और दूसरे कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो अक्ल दाढ़ के दर्द को कम करने में मदद करते हैं. ये मुंह के बैक्टीरिया को भी पनपने नहीं देता.

4. प्याज

प्याज में एंटी-सेप्ट‍िक, एंटी-बैक्टीरियल और दूसरे कई गुण पाए जाते हैं. इसके इस्तेमाल से दांत दर्द में आराम मिलता है. ये मसूड़ों को भी इंफेक्शन से सुरक्षित रखने में मददगार है.

5. अमरूद की पत्त‍ियां

अमरूद की पत्तियां दांत दर्द में दवा की तरह काम करती हैं. अमरूद की पत्त‍ियों में anti-inflammatory और antimicrobial गुण भी पाया जाता है जो दांत दर्द में फायदेमंद है.

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मेरा वजन 70 किलो है, मुझे अपनी फिगर को बरकरार रखने के लिए क्या करना चाहिए?

सवाल-

मैं 30 वर्षीया महिला हूं. मेरा वजन 70 किलो है और लंबाई 5.1 फुट है. मुझे अपनी फिगर को बरकरार रखने के लिए क्या करना चाहिए?

जवाब-

आपने सही समय रहते अपने फिगर को बरकरार रखने के विषय में सोचा है. खाने पर थोड़ा कंट्रोल कीजिए और सुबह पार्क में जा कर टहलिए व एक्सरसाइज कीजिए. दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीजिए. हो सके तो हिलतेडुलते रहने वाले कार्य कीजिए, एक ही जगह पर बैठने वाले नहीं. इस तरह आप अपने वजन को बरकरार रख पाएंगी. यह भी हो सकता है कि आप की फिगर पहले से और बेहतर हो जाए.

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फिटनेस दिवा के नाम से मशहूर एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी कुंद्रा एक्ट्रेस के अलावा व्यवसायी, निर्माता, मौडल, ब्रिटिश रियलिटी टीवी शो ‘बिग ब्रदर 5’ की विजेता और एक सफल मां भी है. उन्होंने अपने जीवन को बहुत ही संजीदगी से जिया है, इसलिए जब भी मिलती है खुश दिखती है. उन्हें फिट और हेल्दी रहना पसंद है और जिसके लिए वह हमेशा तत्पर रहती हैं. बी नैचुरल की ब्रांड एम्बेसेडर शिल्पा शेट्टी से पेश है बातचीत कुछ अंश…

किसी भी ब्रांड से जुड़ते वक़्त आप किस बात का खास ध्यान रखती है?

मैं उस ब्रांड की बारीकी से जांच करती हूं, उनका दावा कितना सही है इसे परखती हूं. इसके अलवा अगर वह खाने-पीने की उत्पाद है तो उसे परिवार में परिचय करवा सकती हूं या नहीं इसे भी देखती हूं, क्योंकि मेरी ये जिम्मेदारी है कि मैं सही प्रोडक्ट को लोगों तक पहुंचाऊ.

नेचुरल रहना किसी व्यक्ति के लिए कितना मुश्किल होता है?

वह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे कैसे लेते है. मैं हमेशा रियल रहना पसंद करती हूं. उसमें एक सादगी रहती है और मैंने वैसे ही अपनी जिंदगी जी है. इसमें कुछ याद नहीं रखना पड़ता कि कब मैंने क्या कहा था. बनावटी होने पर कई बार अपनी पिछली बातों को भूल जाते है, जो आपके किसी भी रिश्ते के लिए खतरा होता है. हमेशा सच्चाई के पथ पर रहना अच्छा होता है, क्योंकि सच्चाई ही आगे तक जाती है.

गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या आम होती है, आप इसका ध्यान कैसे रखती है?

मैं कोशिश करती हूं कि गरमी में तरल पदार्थ अधिक लूं. मैं जूस पीती हूं, पर उसे लेने से पहले उसमें थोड़ा पानी भी मिला लेती हूं. इससे उसका शुगर लेवल थोड़ा कम हो जाता है. इसके अलावा मैंने पहली बार एक सेलेब्रिटी एप लौंच किया है जो फिटनेस और वेलनेस के बारें में बताती है इसमें मैंने कोशिश की है कि अधिक से अधिक महिलाएं और पुरुष फिट और स्वस्थ रह सकें. फिटनेस से अधिक जरुरी है वेलनेस. जब आप स्वस्थ रहते है तो अच्छा सोच सकते है इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य भी सही रहता है.

पूरी खबर के लिए यह पढ़ें- वेलनेस से जुड़ी है फिटनेस-शिल्पा शेट्टी कुंद्रा

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बकरा: क्या हुआ था डिंपल और कांता के साथ

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