Serial Story: फैसला दर फैसला- भाग 3

पिछला भाग- फैसला दर फैसला: भाग 2

‘‘मैं समझाती, तो कु्रद्ध हो उठता, प्यार का प्रदर्शन करती तो उस का पुरुषार्थ जाग्रत हो उठता और दया दिखाती तो नन्हे बालक के समान आत्महीनता का केंचुल ओढ़ कर नन्हे बालक के समान सुबकने लगता. यही समझौता कर लिया था मैं ने कि प्रसन्न अब कुछ नहीं करेगा.

‘‘धीरेधीरे मेरा कार्यक्षेत्र बढ़ने लगा. समय, सितारों और संघर्ष ने हाथ मिलाया और काफी धन अर्जित किया मैं ने. पक्षी भी घर लौटते होंगे तो वे 2 पल सुस्ता लेते होंगे, लेकिन प्रसन्न के परिवारजन मुझ पर यों टूटते थे जैसे कबूतरों के झुंड दाना डालने पर टूटते हैं. पैसा देते समय बुरा नहीं लगता था.

‘‘हां, प्रसन्न को देख कर मन जरूर क्षुब्ध हो उठता था. एक प्रतिभाशाली, कर्मठ व्यक्ति की तरह धन अपनी प्रतिभा को अपनी जड़मति से समाप्त कर रहा था. जब तक हम दोनों पतिपत्नी एकजुट हो कर धन अर्जित नहीं करते, उन उत्तरदायित्वों का निर्वहन कैसे करते, जिन्हें हम ने विरासत में पाया था? प्रसन्न की 2 बहनों का ब्याह रचाना था, देवर की शिक्षा का दायित्व था मुझ पर, लेकिन उसे किसी बात से सरोकार नहीं था.

‘‘अब एक नई धुन सवार थी उस पर… अपनी भवन निर्माण कंपनी खुलवाना चाहता था वह. दिनरात मुझ से पैसे मांगता. उधर मां को बेटियों की चिंता थी. अपने सीमित साधनों से एक ही समय में सारे दायित्व निभाना कठिन था मेरे लिए. हर समय घर में क्लेश रहता. जवान ननदों का विवाह करना मेरी पहली प्राथमिकता थी.

अपनी सारी जमापूंजी एकत्रित कर के ननदों का ब्याह किया तो मां बहुत खुश हो गई थीं. झोली भर कर आशीर्वाद मिले मुझे. प्रशंसा मिली, मान मिला, लेकिन यह प्रशंसा ही मेरे दांपत्य पर ग्रहण के रूप में छा गई. प्रसन्न मेरी प्रशंसा से ईर्ष्यालु हो उठा. अब तक जिन्हें प्रसन्न करने के लिए अपनी पत्नी को अपमानित करता आया, वह ही क्योंकर प्रशंसा की पात्र बन गई? उस का अहं दर्प के समान उजागर हो उठा. हर समय मुझ पर फिकरे कसता, शक करता.

‘‘प्रतिस्पर्धा की थका देने वाली दौड़ की थकान से चूर शरीर और मस्तिष्क, महत्त्वाकांक्षा के ऊंचेऊंचे क्षितिज ढूंढ़ती आंखें, घर लौट कर पति का प्यार पाने को लालायित रहतीं, लेकिन वहां मेरे लिए प्रसन्न के मन में थी वितृष्णा और कई ऐसे अनबूझे प्रश्न, जो मेरे चरित्र पर कीचड़ उछालते थे. शक में बंधी जिंदगी से मुक्ति पाने के लिए मैं ने एक निर्णायक कदम उठाना चाहा कि काम पर जाना बंद कर दूं.

‘‘रोज के झगड़ों का बेटे के व्यक्तित्व पर बुरा असर पड़ रहा था. मेरे इस निर्णय से प्रसन्न घबरा गया. नन्हे बालक के समान गिड़गिड़ाने लगा. आखिर जीने के लिए 2 वक्त का खाना और कपड़ा तो चाहिए ही था न.

‘अब हमारा तलाक हो ही जाए तो ही ठीक,’ मन के एक कोने से पुरजोर स्वर उभरा. एक हलकी सी उम्मीद थी मन में, शायद तलाक मंजूर होने से पहले अदालत द्वारा मिलने वाली समयावधि मौका देगी और प्रसन्न को अपनी गलती का एहसास होगा और हम फिर पहले जैसे जी सकेंगे.

‘‘तलाक लेने से पहले अवधि देने का नियम बनाने वाले कितने

समझदार रहे होंगे दीदी… या तो दंपती भावनाओं में और बंध जाते हैं या फिर प्रसन्न जैसे संकल्प कर चुके होते हैं कि तुम चाहे जो भी करो हम तो ऐसे ही जिंदगी काटेंगे.

‘‘मेरी हर उम्मीद निर्मूल साबित हुई. न बेटे के आगमन ने उसे घर से बांधा और न ही उस की जिम्मेदारियों ने. इस कमरतोड़ महंगाई में सब की इच्छाएं, जरूरतें पूरी करतेकरते न जाने कितने पल मुट्ठी में बंद रेत की तरह फिसल गए. आकर्मण्य सा वह व्यक्ति घर के छोटेछोटे दायित्व भी नहीं निभाता था.

‘‘दिन यों ही बीतते चले गए. रोहन अब वयस्क था. पिता के संबंध में कई प्रश्न पूछता. कभी मुझे दोषी ठहराता कभी पिता के अनर्गल वाक्यों का मर्म समझने की चेष्टा करता. मैं बड़ी सतर्कता से उस के प्रश्नों के उत्तर देती. उस के मन में  मैं ने पिता की ऐसी छवि उतारी कि वह आदरणीय हो उठा था उस के मन में. शायद कोई भी औरत अपने पति का अनादर अपने बेटे से नहीं करवाना चाहती.

‘‘ग्रहक्लेश और वातारण के कलुषित होने के डर से मैं ने होंठ सी लिए थे. कई संभ्रांत परिवारों से मुझे आमंत्रण मिलते, आखिर मेरा अपना भी कोई अस्तित्व है और फिर प्रतिष्ठा, मान, यश, धन सबकुछ था मेरे पास, लेकिन जी नहीं करता था कहीं भी जाने का. लोग पति से संबंधित प्रश्न पूछते तो क्या उत्तर देती? मेरा पति मुफ्त में रोटियां तोड़ने वाला एक आलसी पुरुष है? एक क्रोधी व्यक्ति के रूप में परिचय देती उस का?

‘‘जानती हो दीदी, अपने बेटे को अपने पिता की देखरेख में छोड़ कर जब काम पर जाती तो लगता, पिता के संरक्षण में सुरक्षित है मेरा बेटा, कम से कम उसे तो वह पढ़ा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं था. प्रसन्न मेरे बेटे के मन में विष घोलता रहा. उस ने रोहन के मन में मेरे प्रति घृणा के ऐसे बीज बोए कि अब वह मेरी तरफ एक नजर भी नहीं देखना चाहता.’’

उस ने विस्फारित नजरों से मुझे देखा जैसे मुझ से ही प्रश्न कर रही हो.

फिर कुछ देर बाद आगे बोली, ‘‘दीदी, विश्वास कर सकती हो तुम इस नीच हरकत पर?’’

‘‘तुम ने प्रतिवाद नहीं किया?’’

‘‘कई बार किया था पर मनुष्य कभी आत्मविश्लेषण नहीं करता. करता भी है तो

सामने वाले को ही दोषी मानता है. यही प्रसन्न

ने भी किया. कई बार मनुष्य के अच्छे संस्कार उसे बुरा करने से रोकते हैं, लेकिन प्रसन्न के मन में शायद अच्छे संस्कार थे ही नहीं और फिर किसी के प्रति मन में पे्रम या सद्भावना हो तो मनुष्य अपने दोष ढूंढ़ने का प्रयत्न भी करता है.

‘‘प्रसन्न के मन में मेरे लिए घृणा थी, प्यार नहीं. नीचा दिखाने की चाहत थी, सम्मान की भावना नहीं. एकतरफा संबंध था हमारा. संबंध भी नहीं समझौता कहो इसे… क्या नहीं किया मैं ने उस के परिवार के लिए? एक कुशल योद्धा की तरह हर कर्तव्य का पालन किया मैं ने और फिर मैं ने तो एक सभ्य, सुसंस्कृत और शिक्षित व्यक्ति से विवाह किया था और उस ने असभ्यता की हर सीमा का उल्लंघन किया. पत्नी के शरीर को जागीर समझ कर पीड़ा दी. मैं चुप रही, मेरी अनमोल धरोहर को छल से मुझ से दूर किया, फिर भी होंठ सी लिए… शत्रु की तरह व्यवहार किया मुझ से उस ने.’’

ये भी पढ़ें- #coronavirus: कोरोना वायरस पर एक हाउसवाइफ का लेटर

‘‘है कहां प्रसन्न आजकल?’’

‘‘खाड़ी देश में. एक बड़ी भवन निर्माण कंपनी खोल ली है उस ने.

आगे पढ़ें- पिछले वर्ष उस का एक मित्र उसे वहां ले गया था….

फैसला दर फैसला: तलाकशुदा इशिका ने कैसे बनाई नई पहचान

मिस इंडिया नहीं बनी लेकिन सबके दिल तक जरूर पहुंची मान्या सिंह

वो  कहते हैं  कि यदि आपके अंदर टैलेंट है और मेहनत है तो कामयाबी आपके कदम जरूर चूमेगी. मान्या सिंह भी एक ऐसी ही कामयाबी का नाम है. दरअसल मिस इंडिया हो या कोई भी ब्यूटी कॉन्टेस्ट हो उसमें अक्सर लोगों की धारणा ये बनती है कि ये अमीरों के लिए होता है जिनके पास पैसे होते हैं वही लोग जा सकते हैं लेकिन यहां बात एक ऐसी लड़की की हो रही है जो एक मिडिल क्लास फैमिली से आती हैं .उनका नाम है मान्या सिंह जो उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रहने वाली हैं.वो कहते हैं न की पैसा नहीं आपका टैलेंट बोलता है तो बस कुछ ऐसा ही हुआ है उत्तर प्रदेश की मान्या सिंह के साथ.उनके पिता मुंबई में एक ऑटो ड्राइवर हैं और मां टेलर हैं.आज उनकी बेटी ने उनका सर गर्व से ऊंचा किया है और होगा भी क्यों नहीं क्योंकि बेटी ने काम ही ऐसा किया. मिस इंडिया 2020 में भले ही मान्या मिस इंडिया नहीं बनी लेकिन वो  मिस इंडिया फर्स्ट रनरअप रहीं.जो मान्या के परिवार के बहुत ही गर्व की बात है.

रास्ते आसान नहीं थे मान्या के लिए लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और यहां तक पहुंची. उनकी ये कहानी ऐसी कई लड़कियों के लिए मिसाल साबित हो सकती है जो अपने सपने पूरा करना चाहती हैं औऱ जीवन में कुछ बड़ा करना चाहती हैं.आज जो भी मान्या सिंह के बारे में सुन रहा है या पढ़ रहा है वो उनके बारे में जानने के लिए उत्सुक है.मान्या सिंह इस वक्त सोशल मीडिया पर इतनी फेमस हो रही हैं कि उनके बारे में हर कोई जानना चाहता है.

ये भी पढे़ं- प्रैग्नेंसी के बाद नौकरी पर तलवार

मान्या सिंह का जीवन भी संघर्षों से भरा रहा है. यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है.क्योंकि एक ऐसा देश जहां अभी भी लड़कियों के लिए कुछ लोग ये सोच रखते हैं कि वो आगे नहीं बढ़ सकती हैं और उनका काम घर संभालना और किचन संभालना है , लेकिन फिर भी मान्या सिंह जैसे लोग ऐसे लोगों को गलत साबित करती हैं और आगे बढ़ कर दिखाती हैं. मान्या का बचपन काफी मुश्किलों भरा रहा है. उनकी राह इतनी आसान नही रही है.मान्या ने खुद कहा कि लोगों की सोच अलग-अलग होती है. देश में कुछ राज्य ऐसे हैं जहाँ कुछ लोग सोचते हैं कि लड़कियां ज़्यादा आगे नहीं बढ़ सकतीं.लेकिन मुझे तो इसे गलत साबित करना ही था ठान लिया था.उनके माता- पिता ने भी मान्या का पूरा-पूरा साथ दिया खुद मान्या ने भी कॉल सेंटर काम किया ताकि पैसे जुटा सकें. एक खबर के मुताबिक मान्या ने खुद कहा कि “मैं हमेशा मानती हूँ कि औरतों में एक अलग ताकत होती है. इसलिए मैं जब भी अपने माता-पिता की तरफ देखती हूँ तो यही सोचती हूँ कि रुकना नहीं है क्योंकि अगर रुक गई तो कहीं माता-पिता के मन में ये बात ना जाए कि शायद बेटा होता तो संभाल लेता. इसलिए मैंने बड़ी बेटी होने का फर्ज निभाया और कुछ करना है ठान लिया था.मैं लड़का तो नहीं बन सकती थी लेकिन मैंने ऐसा ज़रूर किया कि उन्हें बड़े लड़के की ज़रूरत ही नहीं हो. मेरी मेहनत अगर 20 फीसदी है तो उनकी लगन और मेहनत भी 80 फीसदी या कहें कि उससे ज्यादा ही है क्योंकि उन्होंने मेरा हर कदम पर साथ दिया है और मेरे लिए वो मेरे प्रेरणा हैं.

ये भी पढे़ं- जब मां-बाप करें बच्चों पर हिंसा

अभ्युदय योजना से प्रदेश के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में मिलेगी मदद

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अभ्युदय योजना प्रदेश के युवाओं के उत्कर्ष का मार्ग प्रशस्त करने की राज्य सरकार की एक अभिनव योजना है. यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए समर्पित है. अभ्युदय योजना राज्य के युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी. जब बड़ी-बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रदेश का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा, तो उसका लाभ भी प्रदेश को होगा.

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर अभ्युदय योजना का शुभारम्भ करने के पश्चात इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने ने कहा कि युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए यह योजना प्रारम्भ की गयी है. अभ्युदय योजना के अन्तर्गत 16 फरवरी, 2021 को बसन्त पंचमी से प्रदेश में क्लासेज शुरू हुई. जिन युवाओं का टेस्ट के माध्यम से चयन हुआ है, उन्हें मण्डल मुख्यालय में साक्षात क्लास अटेण्ड करने का अवसर मिलेगा. शेष अभ्यर्थी वर्चुअल माध्यम से ऑनलाइन क्लास से जुड़ सकेंगे. उन्होंने कहा कि युवाओं को जिस भी फील्ड में जाना हो, उसकी शुरुआत अच्छे से करें. मजबूत बुनियाद ही मजबूत इमारत का आधार होती है. अभ्युदय योजना को लेकर यही भाव रखा गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 लाख से अधिक लोगों ने इस योजना में रुचि दिखायी है. 05 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया, जो योजना की लोकप्रियता को स्वतः दर्शाता है. अभ्युदय योजना के माध्यम से प्रतियोगी युवाओं को आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, पीसीएस, सहित मेडिकल, आईआईटी के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. अभ्युदय योजना को सफल बनाने के उद्देश्य से बेहतर फैकल्टी की व्यवस्था की जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में यह बात सदैव याद रखनी चाहिए कि सकारात्मक सोच ही व्यक्ति को बड़ा बना सकती है. उन्होंने कहा कि आप सभी ने बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में व्यापक परिवर्तन देखा होगा. इस परिवर्तन का आधार एक जिलाधिकारी की सोच का परिणाम है. आज प्रदेश के 90 हजार से अधिक विद्यालयों का कायाकल्प किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्युदय योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत बनाने की नींव और मजबूत होगी. अभ्युदय योजना को पहले चरण में 18 मण्डल मुख्यालयों में प्रारम्भ किया जा रहा है. आने वाले समय में इसका विस्तार जनपदों में भी किया जाएगा.

इस योजना में साप्ताहिक, मासिक टेस्ट भी होंगे, जिसके आधार पर स्क्रीनिंग की जाएगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रतिभा की कमी नहीं है. आवश्यकता है एक योग्य मार्गदर्शक की. अभ्युदय योजना के माध्यम से इस कार्य को एक स्वरूप प्रदान किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कोई कमी नहीं है. प्रदेश के सभी जनपदांे में विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज या अन्य संस्थान हैं, जिनमें अभ्युदय की कोचिंग संचालित की जा सकेगी. योजना को तकनीक के साथ जोड़ना होगा. फिजिकली क्लास में 50 से 100 विद्यार्थी इसका लाभ ले सकेंगे, वहीं सरकार का लक्ष्य वर्चुअली माध्यम से एक करोड़ युवाओं को योजना से जोड़ने का है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्युदय योजना प्रदेश के युवाओं को समर्पित योजना है. प्रदेश का युवा योजना के माध्यम से अपनी प्रतिभा का लोहा देश व दुनिया में मनवा सकेगा. वर्तमान राज्य सरकार द्वारा बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं. अब तक चार लाख से अधिक युवाओं को सरकारी सेवाओं में निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्ति प्रदान की गयी है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने अभ्युदय योजना में 05 मण्डलों के पंजीकृत अभ्यर्थियों से संवाद किया. इसके अन्तर्गत उन्होंने जनपद वाराणसी के कपिल दुबे, जनपद गोरखपुर की साक्षी पाण्डेय, जनपद प्रयागराज की शिष्या सिंह राठौर, जनपद मेरठ के हिमांशु बंसल से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया. जनपद लखनऊ कीप्रियांशु मिश्रा व अनामिका सिंह से मुख्यमंत्री ने साक्षात संवाद किया. पंजीकृत अभ्यर्थियों से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री जी ने जीवन में सफल होने के कुछ मंत्र दिये. उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच से एकाग्रता आती है. व्यक्ति को संयमित जीवनचर्या रखनी चाहिए. विपत्ति में व्यक्ति का सबसे बड़ा मित्र धैर्य होता है.

संवाद के दौरान एक अभ्यर्थी द्वारा ओडीओपी पर पूछे गये प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओडीओपी देश में परम्परागत उत्पाद को आगे बढ़ाने की एक महत्वपूर्ण योजना है. ओडीओपी योजना देश को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है.

एक अन्य अभ्यर्थी के प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार व राज्य सरकार किसानों के हितों में कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसानों की चिन्ता का समाधान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किया गया है. प्रधानमंत्री जी द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से जमीन का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की कृषि मानसून आधारित है, ऐसे में कभी-कभी कृषकांे को काफी नुकसान होता है. इसके दृष्टिगत प्रधानमंत्री जी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से उन्हें सम्बल प्रदान करने का कार्य किया है. कृषि को तकनीक से जोड़कर किसानों के जीवन को बेहतर बनाने का कार्य किया गया है. किसानों को एमएसपी का लाभ दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री जी किसानों के हित में तीन नये कृषि कानून लाये हैं, जिससे किसानों को काफी लाभ होगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कृषि विविधीकरण को बढ़ावा दे रही है. झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती इसी का परिणाम है.

एक अभ्यर्थी द्वारा कोविड प्रबन्धन के विषय में पूछे गये प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए एक रणनीति तैयार की गयी थी, जिसका परिणाम था कि प्रदेश में कोरोना पर प्रभावी अंकुश लगा. जब प्रदेश में पहला कोरोना केस आया था, तब प्रदेश में कोविड-19 की जांच की लैब नहीं थी. लेकिन आज प्रदेश में प्रतिदिन 02 लाख कोरोना जांच की क्षमता विकसित की गयी है. सभी जनपदों में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल और इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर ने कोरोना को रोकने में महती भूमिका निभायी.

उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है. उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए एक अच्छा प्लैटफॉर्म है. इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने का कार्य किया है. विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त हो सके, इसके लिए पाठ्यक्रमों में भी व्यापक बदलाव किया गया है.

समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को लाभान्वित करने के लिए संकल्पित हैं. निश्चित ही अभ्युदय योजना आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित होगी.

इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, मण्डलायुक्त लखनऊ श्री रंजन कुमार, आईजी रेन्ज लखनऊ श्रीमती लक्ष्मी सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

Dia Mirza Wedding: 39 की उम्र में दोबारा दुल्हन बनीं दीया, इस शख्स से की दूसरी शादी

बौलीवुड में शादियों का सिलसिला शुरु हो चुका है. जहां पिछले दिनों एक्टर वरुण धवन ने अपनी गर्लफ्रेंड नताशा दलाल संग शादी की तो वहीं अब एक्ट्रेस दीया मिर्जा (Dia Mirza) ने वेलेंटाइन डे के एक दिन बाद दूसरी शादी करके फैंस को चौंका दिया है. इसी बीच सोशलमीडिया पर दीया मिर्जा की शादी की फोटोज वायरल हो रही हैं, जिसे फैंस काफी पसंद कर रहे हैं. आइए आपको दिखाते हैं दिया मिर्जा की शादी के बाद की खास फोटोज…

बिजनेसमैन संग रचाई दूसरी शादी

एक्ट्रेस दीया मिर्जा (Dia Mirza) ने पूरे रीति-रिवाज के साथ बिजनेसमैन वैभव रेखी (Vaibhav Rekhi) संग दूसरी शादी कर ली है. जहां दीया मिर्जा की इस ग्रैंड शादी में कई सितारों ने शिरकत की तो वहीं मीडिया के सामने पति के साथ दीया ने कई फोटोज क्लिक करवाई.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)

ये भी पढे़ं- BIGG BOSS 14: फिनाले से पहले रुबीना-अभिनव की रोमेंटिक डेट, दोबारा करेंगे शादी!

मीडिया के सामने दिए पोज

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)

शादी की खबरों से दूर दीया मिर्जा की अचानक दूसरी शादी की खबर से जहां फैंस चौंक गए तो वहीं मीडिया में इस खबर के सामने आने के बाद हलचल मच गई. हालांकि अपनी शादी के बाद दीया ने मीडिया के सामने जमकर पोज दिए.

कुछ यूं था दिया मिर्जा का लुक

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)

पूरे पारंपरिक रीति रिवाज के साथ शादी करने वाली दीया मिर्जा ने लाल रंग की सिल्क साड़ी पहनी थीं, जिसमें वह दुल्हन के लुक में बेहद खूबसूरत लग रही थीं.

दोनों की है दूसरी शादी

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)

दीया मिर्जा की जहां पहले साहिल सांघा संग शादी रचाई थी. हालांकि तलाक के कारण वह सुर्खियों में भी रही थीं. वहीं दीया मिर्जा के पति वैभव रेखी की भी ये दूसरी शादी है. साथ ही वह एक बेटी के पिता भी हैं.

ये भी पढ़ें- Valentine Day पर Neha Kakkar को पति Rohanpreet ने दिया खास गिफ्ट, देखें फोटोज

बता दें, दीया कई हिट बौलीवुड फिल्मों में अपनी एक्टिंग से फैंस का दिल जीत चुकी हैं. हालांकि अब वह कम ही फिल्मों का हिस्सा बनती नजर आती हैं.

BIGG BOSS 14: फिनाले से पहले रुबीना-अभिनव की रोमेंटिक डेट, दोबारा करेंगे शादी!

कलर्स के रियलिटी शो ‘बिग बॉस 14’ में हाल ही में वेलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया गया था, जिसमें राहुल वैद्य की गर्लफ्रेंड दिशा परमार नजर आईं थीं. हालांकि फैंस को रुबीना दिलैक के पति अभिनव शुक्ला का इंतजार था. लेकिन अब फैंस का ये इंतजार खत्म होने वाला है. दरअसल, हाल ही में रिलीज किए गए प्रोमो में अभिनव शुक्ला और रुबीना डेट का लुत्फ उठाते नजर आ रहे हैं. आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…

डेट पर जाएंगी रुबीना

अपकमिंग एपिसोड में अभिनव और रुबीना दिलैक (Rubina Dilaik) डेट पर जाते हुए नजर आने वाले हैं.  दरअसल, ‘बिग बॉस 14 के प्रोमो में अभिनव शुक्ला (Abhinav Shukla) शीशे की एक दीवार के दूसरी ओर बैठे हुए नजर आ रहे हैं. जहां अभिनव और रुबीना एक-दूसरे से प्यार भरी बातें करते दिख रहे हैं. वहीं इस बीच अभिनव, रुबीना दिलाइक को शादी के लिए प्रपोज कर रहे हैं.

https://www.youtube.com/watch?time_continue=1&v=pmKyVoDzkvw&feature=emb_logo

ये भी पढ़ें- Bigg Boss 14: Rahul और Rubina ने संग किया रोमांस तो गर्लफ्रेंड दिशा ने दिया ये रिएक्शन

राहुल और रुबीना की हुई दोस्ती

https://www.youtube.com/watch?v=34Dfzf66Dec

शो की शुरुआत से ही राहुल और रुबीना की लड़ाईया होती रही है, जिसे देखकर फैंस अंदाजा भी नही लगा सकते थे कि ये दोनों कभी दोस्त भी बन सकते हैं. लेकिन अब राहुल और रुबीना की दोस्ती हो गई हैं. जहां शो में दोनों इन दिनों मस्ती करते नजर आ रहे हैं तो वहीं शो के बाहर फैंस को इनकी मस्ती देखने को मिल रही हैं.

एक कंटेस्टेंट होगा बेघर

https://www.youtube.com/watch?v=2sopj2ObKa0

खबरों की मानें तो शो के फिनाले वीक में एक टास्क होने वाला है, जिसमें खास बात यह है कि इविक्शन भी होता नजर आएगा. कहा जा रहा है कि फिनाले वीक में रातोंरात कोई एक कंटेस्टेंट बेघर होगा और जो टॉप-4 में बचेंगे, उनके बीच मनी बैग वाला टास्क होगा.

ये भी पढे़ं- ‘अनुपमा’ की कास्ट को बड़ा झटका, कोरोना की चपेट में आया ये एक्टर

बता दें, शो में अभी 5 फाइनलिस्ट अली गोनी, रुबीना दिलैक, राहुल वैद्य, निक्की तम्बोली और राखी सावंत हैं, जिनके बीच बिग बौस का खिताब किसे मिलेगा ये देखना दिलचस्प होगा.

इन 6 Steps से घर पर करें क्लीनअप

महिलाएं अक्सर पार्लर जा कर हफ्ते या महीने में एक बार अपने चेहरे का क्लीन अप करवाती हैं, जो कि ज़रूरी भी है. बढ़ती उम्र के साथ चेहरे का खास ख्याल रखना आवश्यक हो जाता है. एजिंग से बचने के लिए महिलाओं को फेशियल और क्लीनअप करते रहना चाहिए. ऐसा करने से चेहरे की सारी गन्दगी और डैड स्किन सेल्स निकल जाते हैं जिसकी वजह से पोर्स क्लीन होते हैं.

क्लीनअप करने से दाग धब्बे भी दूर होते हैं और साथ ही फेस का ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा होता है, जिससे कि फेस ग्लोइंग नज़र आने लगता है. लेकिन‌ क्लीनअप के लिए आपको टाईम-टू-टाईम पार्लर जाने की जरूरत नहीं है. आप चाहें तो पार्लर का काम खुद घर पर भी कर सकती हैं. ये कुछ आसान स्टैप्स दिए हैं जिनको फॉलो कर के आप घर में ही पार्लर जैसा निखार पा सकती हैं.

स्टेप 1- क्लींजिंग

क्लीन-अप के लिए सबसे जरूरी है क्लींजिंग करना. पहले अपने चेहरे को नॉर्मल या गुनगुने पानी से धो लें जिससे कि आपकी त्वचा के छिद्र खुल जाएं. फिर किसी भी क्लींज़र को लेकर २ मिनट तक अपने चेहरे पर सर्कुलर मोशन में मासाज करें. आप चाहें तो शहद और नींबू के रस को बराबर मात्रा में मिला कर क्लींज़र की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं. क्लींजिंग करने के बाद अच्छे से चेहरे को पानी से साफ कर लें.

ये भी पढ़ें- जानें क्या हैं स्किन एजिंग के कारण

स्टेप 2- स्क्रब

क्लींजिंग के बाद अगला स्टेप है फेस को स्क्रब करना. इसके लिए आप चाहें तो बाज़ार से लाकर कोई भी स्क्रब इस्तेमाल कर सकते हैं. या फिर अपने घर पर ही स्क्रब तैयार कर सकते हैं. कॉफी स्क्रब सभी स्किन टाइप को सूट करता है. कॉफी स्क्रब बनाने के लिए २ चम्मच कॉफी पाउडर में १ चम्मच चीनी और नारियल तेल मिक्स कर लें. इसको हल्के हाथों से फेस पर ५ मिनट तक रब करें. स्क्रबिंग करने से त्वचा के छिद्र साफ होते हैं और साथ ही आपकी स्किन का टेक्सचर भी अच्छा हो जाता है.

स्टेप 3- स्टीमिंग

स्क्रब कर के चेहरा धो लें. अब बारी है स्टीमिंग की. इसके लिए किसी बड़े बर्तन में गर्म पानी लें. और फिर चेहरे को तौलिए से ढक कर उस बर्तन के ऊपर करके ५ मिनट तक फेस पर स्टीम लें. आप चाहें तो गर्म पानी में ऑलिव ऑयल या किसी भी एसेंशियल ऑयल की ३-४ बूंदें डाल सकते हैं. स्टीम लेने के बाद त्वचा बहुत नरम हो जाती हैं. अगर आप चाहें तो ऐसे में रिमूवर की मदद से ब्लैकहेड्स रिमूव कर सकती हैं. पर ध्यान रखें कि इस टूल को ज़्यादा ज़ोर से इस्तेमाल ना करें. आराम से सभी ब्लैकहेड्स को निकालने की कोशिश करें.

स्टेप 4- फेस पैक

अब बारी है फेस पैक लगाने की. आप चाहें तो बाज़ार में मिलने वाला कोई भी फेसपैक अपनी स्किन टाइप के अनुसार इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर घर पर भी फेसपैक बना सकती हैं. घर पर फेसपैक तैयार करने के लिए १ चम्मच बेसन में १/४ चम्मच हल्दी, थोड़ा सा शहद और गुलाब जल मिक्स कर लें. फिर इस पैक को चहेरे व गर्दन पर अच्छे से लगा लें. २० मिनट बाद चेहरे को पानी की मदद से साफ कर लें.

स्टेप 5- टोनिंग

टोनर त्वचा के पी.एच लेवल को संतुलित रखने में लाभदायक होता है. आप किसी भी टोनर को अच्छे से फेस पर डैब करते हुए लगा लें. अगर आपके पास टोनर नहीं है तो आप गुलाब जल या खीरे के रस का इस्तेमाल भी कर सकती हैं क्यूंकि ये दोनों ही नेचुरल टोनर का काम करते हैं. टोनर लगाने के बाद थोड़ी देर चेहरे को ड्राय होने के लिए छोड़ दें.

ये भी पढ़ें- 5 लिपस्टिक ब्रैंड्स जो हैं बजट फ्रैंडली 

स्टेप 6- मॉइश्चराइजिंग

मॉइश्चराइज़र चेहरे में नमी बनाए रखने में मदद करता है और फेस को लॉक कर देता है. मॉइश्चराइजिंग करना चेहरे के लिए बहुत जरूरी होता है इसलिए इस स्टेप को करना ना भूलें. टोनिंग करने के बाद अपने स्किन के हिसाब से कोई भी लाइट वेट मॉइश्चराइज़र अपने चेहरे पर लगा लें.  इससे आपकी त्वचा कोमल बनी रहेगी.

ये 8 चीजें आप के पार्टनर में तो नहीं

जल्दबाजी में न लें कोई फैसला

बढ़ती उम्र में एकदूसरे के प्रति आकर्षण होना आम बात है. यह आकर्षण कब सैक्स संबंधों में परिवर्तित हो जाता है पता ही नहीं चलता. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पार्टनर को परखने में जल्दबाजी न करें, बल्कि देखें कि वह आप की कद्र करता है, ईमानदार है, उस के विचारों में परिपक्वता है, ओपन माइंडेड है, कूल है, आप को दिल से प्यार करता है, हमेशा आप पर अपना हक नहीं जताता है, आप पर भरोसा करता है, आप को बराबर का महत्त्व देता है, आप को अपने तरीके से जीने का मौका देता है, अगर ये सब गुण उस में हैं तो आप उसे अपना लाइफ पार्टनर बनाने के बारे में सोच सकते हैं.

आजकल जितनी तेजी से प्रेम संबंध बनते हैं, उतनी ही तेजी से टूटते भी हैं, क्योंकि इस रिश्ते में अधिकतर प्यार को पाने, एकदूसरे को समझने, एकदूसरे की भावनाओं की कद्र करना, अपना हर पक्ष अपने पार्टनर को बताने से ज्यादा उस के साथ संबंध बनाने की जल्दी होती है और फिर एक बार मतलब निकल जाने के बाद रिश्ते में कुछ नहीं बचता है और संबंध टूट जाता है.

यही कारण है कि आज प्रेम संबंध ज्यादा टिकते नहीं हैं. ऐसा आप के साथ न हो, इसलिए हम आप को बताते हैं ऐसी 8 बातों के बारे में, जिन्हें जान कर आप समझ जाएंगी कि आप का प्रेमी आप से प्यार नहीं बस टाइम पास कर रहा है.

ये भी पढ़ें- जब पति का प्यार हावी होने लगे

जिस्मानी संबंध बनाने की जल्दी

आप की दोस्ती को अभी महीना भी नहीं हुआ है और आप अभी एकदूसरे को अच्छी तरह जाने भी नहीं हैं. लेकिन आप का पार्टनर जब भी मिलता हो तो आप से हमेशा सैक्स की ही बात करता हो कि यार हम कब सैक्स करेंगे, मेरे फ्रैंड ने तो अपनी गर्लफ्रैंड के साथ कई बार संबंध बना लिए हैं. तुम बताओ कब तक इंतजार करवाओगी.

ऐसे में आप के कुछ नहीं बोलने पर पार्टनर द्वारा मुंह बना लेता है, आप से बात करना बंद कर देता है और समझने पर भी नहीं समझता है तो समझ जाएं कि आप का पार्टनर आप से सिर्फ जिस्मानी संबंध बनाने के लिए ही दोस्ती किए  हुए है.

बातबात पर शक

किसी भी रिश्ते की नींव विश्वास पर टिकी होती है और जब एक बार किसी भी रिश्ते से विश्वास खत्म हो जाता है तो उस रिश्ते को टूटने में देर नहीं लगती. आप का पार्टनर अगर आप पर छोटीछोटी बातों को ले कर शक करे, जैसे जब मैं तुम्हें कौल कर रहा था तब तुम किस से बात कर रही थीं, तुम्हारा फोन अकसर बिजी क्यों आता है, कहीं तुम्हारा किसी और के साथ अफेयर तो नहीं चल रहा, मैं जब भी तुम्हें बुलाता हूं तो तुम्हें आने में इतनी देर कैसे हो जाती है.

अगर इस पर आप के सफाई देने के बाद भी वह बारबार आप पर शक करे तो समझ जाएं कि यह रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चलेगा. इसलिए समय रहते छोड़ने में ही समझदारी है, क्योंकि जिस रिश्ते में विश्वास नहीं उस रिश्ते की नींव हमेशा ही कमजोर रहती है.

अंकुश लगाने की कोशिश

यह सच है कि प्रेमी के लिए अपने बाकी दोस्तों को नहीं छोड़ा जा सकता. लेकिन अगर आप का पार्टनर आप से आप के बाकी दोस्तों को छोड़ने के लिए कहे, उन के साथ मूवी देखने पर रोक लगाए, उन के साथ आउटिंग पर जाने से रोके, यहां तक कि उन से फोन पर बात करना भी उसे अच्छा न लगे तो समझ जाएं कि वह आप को अपने हाथों की कठपुतली बना कर रखना चाहता है, जबकि यही सब चीजें वह खुद करता है और तब आप उसे नहीं रोकती हैं.

ऐसे में आप उसे प्यार से समझ दें कि मैं अपने प्यार और अपने दोस्तों के बीच बैलेंस बना कर चलना जानती हूं और अगर तुम्हें मेरे दोस्तों पर एतराज है तो मैं शायद इस रिश्ते को और आगे न बढ़ा पाऊं. ऐसे में अगर उसे अपनी गलती का एहसास हो जाए तो ठीक है वरना उसे बाय कहने में ही समझरी है.

आप के पैसों में रखे इंटरैस्ट

हो सकता है कि आप के पार्टनर ने आप से प्यार का नाटक सिर्फ आप से पैसे ऐंठने की खातिर ही किया हो. ऐसे में अगर पार्टनर आप से बारबार कोई न कोई बहाना बना कर पैसे लेने की कोशिश करे, आप को महंगे रैस्टोरैंट में ले जा कर आप से ही बिल पे करवाए, आप से ही महंगेमहंगे गिफ्ट्स वसूले, बातोंबातों में आप के नाम क्या प्रौपर्टी है व आप का बैंक बैलेंस कितना है पूछने की कोशिश करे और जब देने की बारी आए तो पैसों का रोना रोने लगे तो समझ जाएं कि उस ने आप से दोस्ती ही पैसों के लिए की है.

ऐसे में जो रिश्ता सिर्फ पैसों पर टिका होता है उस में न ही प्यार होता है और न ही रिश्ते की अहमियत का एहसास. इसलिए ऐसे रिश्ते को ढोने से अच्छा है छोड़ देना.

तुलना कर के नीचा दिखाने की कोशिश

अधिकांश लड़कों की यह आदत होती है कि उन्हें खुद की चीजों से संतुष्ट न हो कर दूसरों की चीजें ज्यादा अच्छी लगती हैं. यही बात उन की गर्लफ्रैंड पर भी लागू होती है. भले ही उन की गर्लफ्रैंड काफी स्मार्ट हो, लेकिन फिर भी उन्हें दूसरी लड़कियां ही ज्यादा स्मार्ट लगती हैं. इतना ही नहीं वे यह बात अपनी गर्लफ्रैंड से कहने से भी नहीं हिचकिचाते कि यार देखो तुम उस की तरह हौट क्यों नहीं रहती, देखो वह कितने सैक्सी कपड़े पहनती है और एक तुम हो कि हमेशा आंटी लुक में ही रहती हो.

अगर आप ने उस के लिए अपने लुक को बदल भी लिया, फिर भी यही बातें आप को सुनने को मिल रही हैं तो समझ जाएं कि ऐसा कर के वह आप को बस नीचा ही दिखाने की कोशिश करता है. इसलिए ऐसे इंसान के साथ रह कर अपने कौन्फिडैंस को लूज करने से अच्छा है कि उस से दूर हो जाएं.

ये भी पढे़ं- दोस्ती को चालाकियों और स्वार्थ से रखें दूर

सीरत से ज्यादा सूरत से प्यार

अगर रिश्ते में सिर्फ सूरत ही देखी जा रही है और सीरत नहीं यानी आप की अच्छाइयों की जरा भी परवाह न हो तो समझ जाएं कि यह रिश्ता सिर्फ तब तक ही टिका है जब तक आप के पार्टनर को आप से ज्यादा सुंदर कोई और नहीं मिल जाता.

फिर जिस रिश्ते में सिर्फ और सिर्फ सुंदरता को ही महत्त्व दिया जाता है, उस रिश्ते की नींव पक्की नहीं होती है, जिस के कारण उसे ढहने में देर नहीं लगती. इसलिए आप सिर्फ खुद की सुंदरता के कारण ही किसी के साथ खुद को शेयर न करें वरना बाद में चोट लगने पर खुद को संभालना मुश्किल हो जाएगा.

कैरियर के लिए प्रमोट नहीं करना

सच्चा प्यार वही होता है, जिस में मस्ती के साथसाथ कैरियर जैसे गंभीर विषयों पर भी चर्चा होती हैं ताकि एकदूसरे के दिशानिर्देशों से आगे बढ़ने में सहायता मिल सके. लेकिन अगर आप का पार्टनर सिर्फ और सिर्फ आप के साथ मस्ती करना चाहता है और उसे आप के कैरियर से कोई मतलब नहीं है और आप की राय मांगने के बाद भी आप को सिर्फ यही जवाब दे कि यार पढ़लिख कर क्या करोगी, तुम तो सिर्फ किचन और हमें खुश करने के लिए बनी हो तो समझ जाएं कि आप का पार्टनर आप के कैरियर को ले कर बिलकुल भी सीरियस नहीं है. उसे सिर्फ अपनी मस्ती से मतलब है.

परवाह नहीं करना

प्यार में रूठनामनाना चलता रहता है. लेकिन आप का पार्टनर अगर आप की खुशी के समय साथ दे और आप के परेशान होने पर आप का हालचाल भी न पूछे तो आप के लिए यह इशारा काफी है कि यह रिश्ता सिर्फ आप की खुशी तक आप के साथ है.

इसलिए ऐसे रिलेशन से अच्छा है कि आप बाकी चीजों पर अपना फोकस कर के इस तरफ से अपना ध्यान हटा लें.

Winter Special: हरियाली पनीर क्यूब

पनीर से बेहतर आपके लिए और कुछ नहीं हो सकता.पनीर सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत का भी पर्याय बना हुआ है. यह प्रोटीन का पावरहाउस और कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है जो दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाता है. इसीलिए आज हम आपको पनीर की हेल्दी और टेस्टी रेसिपी बताएंगे, जिसे आप अपने बच्चों को या बड़ो को स्नैक्स में परोस सकते हैं.

हमें चाहिए

–  500 ग्राम पनीर

–  2 बड़े चम्मच पानी निकला दही

–  1 बड़ा चम्मच अदरकलहसुन का पेस्ट

–  1 बड़ा चम्मच धनियापत्ती पेस्ट

ये भी पढ़ें- रेस्टोरेंट जैसी मटर पनीर की सब्जी

–  एकचौथाई चम्मच अजवाइन

–  1 बड़ा चम्मच बेसन

–  तेल आवश्यकतानुसार

–  1 बड़ा चम्मच हरी चटपटी चटनी

–  एकचौथाई चम्मच लालमिर्च पाउडर

–  1 छोटा चम्मच चाटमसाला

–  नमक स्वादानुसार.

बनाने का तरीका 

पनीर के मोटे चौकोर टुकड़े काट लें. इन्हें बीच में  1 कट लगाएं और धनिए की चटपटी चटनी लगा कर एक ओर रख दें. बेसन को 1 चम्मच तेल में सौंफ और अजवायन के साथ भून लें. इस में बाकी सारी सामग्री अच्छी तरह मिलाएं. इस में थोड़ा सा तेल मिलाएं और हरी चटनी भरे पनीर को इस मिश्रण में अच्छी तरह से लपेट कर 2-3 घंटों के लिए अलग रख दें. फिर इसे बिजली से चलने वाले तंदूर में पनीर टिक्का की तरह भून लें. यदि आप के पास इलैक्ट्रिक तंदूर नहीं है तो इन पनीर के टुकड़ों को कौर्नफ्लोर के घोल में डुबो कर गरम तेल में सुनहरा होने तक तल लें और चटनी के साथ गरमगरम परोसें.

ये भी पढ़ें- टेस्टी और हेल्दी नारियल पनीर कोफ्ते

मेरे चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशान फाइन लाइंस के रूप में दिखाई देने लगे हैं, मैं क्या करुं?

सवाल-

मेरे चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशान फाइन लाइंस के रूप में दिखाई देने लगे हैं. मुझे इस प्रौब्लम से बचने का उपाय बताएं?

जवाब-

आप किसी भी अच्छे कौस्मैटिक क्लीनिक से हर माह 1 बार ट्रिपल आर फेशियल कराएं. इन 3 आर का मकसद स्किन को रिहाइड्रेट, रिजनरेट और रिजूविनेट करना होता है. इस फेशियल में शामिल प्रोडक्ट्स से त्वचा में कोलाजन बनने का प्रोसैस बढ़ जाता है, जो त्वचा को साइंस औफ ऐजिंग से प्रोटैक्ट करता है. इस के अलावा इस से ऐक्सफौलिएशन और नए सैल्स बनने की प्रक्रिया तेज होती है, जिस से त्वचा में नवीनीकरण दिखाई देता है. इस ट्रीटमैंट में माइक्रो मसाजर या फिर अपलिफ्टिंग मशीन द्वारा फेस को लिफ्ट किया जाता है जिस से सैगी स्किन अपलिफ्ट हो जाती है और उस में कसाव आ जाता है.

इस के अलावा 5-6 बादाम रातभर पानी में भिगो दें. सुबह उन्हें पीस लें और फिर उस में थोड़ा कैलेमाइन पाउडर, पका केला व गुलाबजल डाल कर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर स्क्रब करें. इस स्क्रब से स्किन को कंप्लीट पोषण मिलेगा और त्वचा चमक उठेगी.ॉ

ये भी पढ़ें

हर उम्र में त्वचा की जरूरत अलग होती है. उसी के अनुसार ब्यूटी प्रोडक्ट्स की आवश्यकता होती है. आप अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार ही उस का ध्यान रखें, क्योंकि आप की ढ़लती त्वचा ही आप की बढ़ती उम्र का राज खोलती है. ऐसे में यंग लुक बरकरार रखने के लिए स्किन टैक्निकल ऐक्सपर्ट उज्मा सिद्दीकी नौनसर्जिकल फेशियल की सलाह देती हैं. इस फेशियल द्वारा आप अपने चेहरे की त्वचा को बिना सर्जरी के ही फेस लिफ्ट करा कर टाइटनिंग इफैक्ट दे यंग लुक पा सकती हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- फेशियल: बढ़ती उम्र में भी ग्लो रखें बरकरार

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem
अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें