पिछले कुछ समय से मेरी एड़ियां बहुत फटने लगी हैं, कोई होममेड टिप्स बताएं?

सवाल-

मैं 35 वर्ष की युवती हूं. पिछले कुछ समय से मेरी एड़ियां बहुत फटने लगी हैं. क्या इन्हें घरेलू नुसखों से ठीक किया जा सकता है?

जवाब-

एड़ियाें का फटना आम बात है. यह समस्या किसी को भी हो सकती है. फटी एड़ियों को कोमल बनाने के लिए आप शिया बटर का इस्तेमाल कर सकती हैं. शिया बटर एक ऐसा मौइस्चराइजर है जिस का इस्तेमाल त्वचा को पोषण देने के लिए, कोमल और सुंदर बनाने के लिए किया जाता है. इस में विटामिन ई की भरपूर मात्रा होती है. शिया बटर का इस्तेमाल आप रात को कर सकती हैं. रात को पैरों को धो कर शिया बटर फटी एड़ियों में लगाएं और मोजे पहन कर सो जाएं. ऐसा करने से आप की फटी एड़ियां कुछ ही दिनों में कोमल दिखने लगेंगी.

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“आपके पैर बड़े खूबसूरत हैं इन्हें जमीन पर मत उतारिएगा”!! ये मशहूर डायलोग फिल्म पाकिजा से है जिसमें मीना कुमारी के पैरों की खूबसूरती की तारीफ करने के लिए राजकुमार कहते है. आज वह दोनों किरदार नहीं लेकिन आज भी लड़कियां इस डायलौग के लिए तरसती हैं.कौन सी ऐसी महिला या लड़की होगी जो नहीं चाहेगी कि उसके पैर खूबसूरत दिखें?

अकसर फटी एड़ियां ना सिर्फ आपके पैरों में दर्द देती हैं बल्कि उनकी खूबसूरती को भी कम कर देती हैं. अब आपको किसी फंक्शन या पार्टी में जाना हो तो एड़ियों को छुपाने की जरूरत नहीं. बल्कि आप अपने सुंदर-सुंदर पैरों को बेहिचक दिखाएं. बस आपको इसके लिए चौकलेट पेडिक्योर करना है.

जी हां चौकलेट पेडीक्योर पैरों में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है. साथ ही स्किन को मौइश्चर मिलता है. चौकलेट पेडीक्योर आप आसानी से घर पर भी कर सकती हैं. तो आइए आपको बताते हैं कि कैसे हो चौकलेट पेडीक्योर घर पर.

हमें चाहिए

4 ½ कप पिघली हुई चौकलेट

पूरी खबर पढ़ने के लिए- चौकलेट पेडीक्योर से कहें क्रैक हील्स को बाय-बाय

Mother’s Day 2020: फैमिली के लिए बनाएं पनीर कोल्हापूरी

पनीर कोल्‍हापुरी महाराष्‍ट्र की सुप्रसिद्ध पनीर रेसिपी है, जिसका खास जायका कोल्हापुरी मसाले के कारण आता है. यह रेसिपी उन लोगों को खास पसंद आती है जो खाने में अधिक मसाला पसंद करते हैं. तो अगर आप घर पर नई रेसिपी ट्राय करना चाहती हैं, तो पनीर कोल्‍हापुरी बनाना बिल्‍कुल भी ना भूलें. इसे बनाना बेहद आसान है. आइए इस आसान सी रेसिपी को बनाने की विधि जानें.

हमें चाहिए

पनीर – 250 ग्राम

टमाटर – 4 (250 ग्राम)

हरी मिर्च – 2

अदरक – 1 इंच टुकड़ा

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काजू – ¼ कप

सूखा नारियल – ⅓ कप (कद्दूकस किया हुआ)

तेल – 2-3 टेबल स्पून

हरा धनिया – 2-3 टेबल स्पून

तिल – 2 छोटे चम्मच

जीरा – 1.5 छोटा चम्मच

सौंफ – 1 छोटी चम्मच

साबुत गरम मसाला – 1 इंच दालचीनी,1 बड़ी इलायची, 2 छोटी इलायची, 4 लौंग, 8-10 काली मिर्च

साबुत लाल मिर्च – 2

नमक – स्वादानुसार

लाल मिर्च पाउडर – ½ छोटी चम्मच

हल्दी पाउडर – ¼ छोटी चम्मच

हींग – 1 पिंच

धनियां पाउडर – 1 छोटी चम्मच

कोल्हापुरी मसाला बनाने की विधि

कोल्हापुरी मसाला बनाने के लिए पैन को गरम कीजिये. तिल, 1 छोटी चम्मच जीरा, सौंफ, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, छोटी इलाइची और बड़ी इलाइची को छील कर डालिये और मसाले को लगातार चलाते हुये हल्का सा भून लीजिये. अब नारियल डालें, मसाले को हल्का सा और भून लीजिए. भूने मसाले को प्लेट में निकाल लीजिए और ठंडा होने दीजिए. फिर इसे मिक्सी में दरदरा पीस कर तैयार कर लीजिए.

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सब्जी के लिए ग्रेवी बनाने की विधि

सबसे पहले टमाटर, हरी मिर्च, अदरक और काजू को मिक्सी में पीस कर पेस्ट बना लीजिये.

पैन को गरम कीजिये और फिर उसमें तेल डाल दीजिये. गरम होने पर तेल में जीरा डाल कर भूनिये. अब हींग हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर डालकर हल्का सा भूनिये.

अब इसमें साबुत लाल मिर्च, टमाटर, हरी मिर्च, अदरक और काजू का पेस्ट डालिये और चमचे से चला कर मसाले को तब तक भूनिये जब तक मसाले से तेल अलग होते न दिखाई देने लगे. मसाले को भूनते समय गैस धीमी और मिडियम रखिये.

जब तक मसाला भूनता है तब तक पनीर काट कर तैयार कर लीजिये. पनीर को 1-1 इंच के चौकोर टुकड़ों में काट लीजिये.

मसाला थोडा़ भून जाने पर इसमें लाल मिर्च पाउडर डाल दीजिए, और तैयार कोल्हापुरी मसाला भी डाल दीजिए, और मिक्स करते हुये, भूनिये. मसाले में से तेल अलग होने लगे और अच्छी महक आने लगे तब आधा कप पानी डाल कर थोड़ा सा पकने दीजिए.

ग्रेवी में उबाल आने पर नमक और थोड़ा सा कटा हरा धनिया डाल कर मिक्स कर लीजिए, पनीर के टुकडे़ डाल दीजिए और 2-3 मिनिट के लिए धीमी आग पर ढककर पकने दीजिए.

पनीर कोल्हापुरी बनकर तैयार है. इसे पराठे, चपाती, नान, या चावल किसी के भी साथ परोसिये और खाइये.

 

#coronavirus: नाम परिवर्तन करेंसी का

हमारे देश भारत में अकसर शहरों, सड़कों, पार्कों आदि के नाम बदले जाते हैं. कोरोना ने तो विश्व को ही बदलने पर मजबूर कर दिया है. हालत यह हो गई है कि अब एक देश अपनी करेंसी को बदल रहा है.

भारत के दोस्तदेश ईरान की संसद ने अपनी राष्ट्रीय मुद्रा ‘रियाल’ से चार शून्य कम करने के लिए एक विधेयक पारित कर दिया है. ईरान की करेंसी रियाल को कुछ समय बाद ‘तोमान’ के नाम से जाना जाएगा.

इस प्रस्ताव को मंज़ूरी देने के पीछे एक कारण अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ईरानी करेंसी की छवि में सुधार करना बताया जा रहा है. इस योजना पर 2 वर्षों में अमल किया जाएगा, धीरेधीरे रियाल का संचालन बंद हो जाएगा और उसकी जगह तोमान ले लेगा. एक तोमान 10,000 रियाल के बराबर होगा.

मुद्रा यानी करेंसी, दरअसल, पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं जिस से दैनिक जीवन में क्रय और विक्रय होती है. इसमें सिक्के और काग़ज़ के नोट दोनों आते हैं. आमतौर से किसी देश में प्रयोग की जाने वाली मुद्रा उस देश की सरकारी व्यवस्था द्वारा बनाई जाती है. मसलन, भारत में रुपया व पैसा मुद्रा है.

ईरानी सांसदों का कहना है कि इस क़दम से नोटों की छपाई पर आने वाला अरबों रियाल का ख़र्च बच जाएगा. ईरानी करेंसी का नाम बदलने का यह फ़ैसला ऐसे समय में किया गया है जब अमेरिकी डौलर के मुक़ाबले में रियाल की क़ीमत बेहद गिर गई है. ओपन मार्केट में 1 डौलर की क़ीमत 1,50,000 रियाल से ज्यादा है.

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चार शून्यों के हटाने से न केवल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ईरान की करेंसी की छवि में सुधार होगा, बल्कि लोगों के लिए भी आसानी होगी, इसलिए कि किसी भी चीज़ की क़ीमत लगाने या पैसे ट्रांसफर करने में उन्हें कई शून्यों की गिनती करनी होती थी. इसके अलावा समय भी बरबाद होता था और कुछ लोग तो कभीकभी टोटल अमाउंट में ग़लती भी कर जाते थे. इससे विदेशी मुद्रा दरों के मुक़ाबले में ईरान की मुद्रा के अधिक मूल्यवान होने की भी उम्मीद है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा कहना आसान है लेकिन करना बहुत मुश्किल है.

दरअसल, रियाल से 4 जीरो हटाने की बातें साल 2008 से चल रही हैं. लेकिन इसको मजबूती साल 2018 के बाद से मिली. 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर एक बार फिर बेहद सख्त प्रतिबंध लगा दिए थे. अमेरिका ने 2015 में ईरान के साथ हुई न्यूक्लियर डील को नहीं माना था. इसके बाद रियाल अपनी 60 प्रतिशत से ज्यादा वैल्यू खो चुका है. फौरेन एक्सचेंज की वैबसाइट्स के मुताबिक, रियाल की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि एक डौलर के मुकाबले 1 लाख 56 रियाल का स्तर आ गया है.

ईरान के सैंट्रल बैंक का मानना है कि इससे देश के आर्थिक हालात में सुधार आएंगे और वैश्विक स्तर पर डौलर के सामने देश की करेंसी की स्थिति भी ठीक होगी. लेकिन ऐक्सपर्ट्स की राय है कि इससे वैश्विक विनिमय में भले ईरान की स्थिति सुधरे लेकिन देश के भीतर महंगाई पर इसका कोई असर नहीं होगा.

तोमन का होता रहा है इस्तेमाल :

ऐसा नहीं है कि तोमन का इस्तेमाल ईरान में पहली बार हो रहा है. दरअसल, ईरान की औफिशियल करेंसी रियाल है और दस रियाल को एक तोमान कहा जाता है. नए बदलाव के बाद 1तोमान अब 10,000 रियाल के बराबर होगा.

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कोरोनावायरस लॉकडाउन की वजह से हुई इस टीवी एक्ट्रेस की ऑनलाइन गोदभराई, देखें फोटोज

Lockdown के चलते पूरा देश घर में बंद है. वहीं इस बहाने कुछ सेलेब्स फैमिली के क्वौलिटी टाइम बिता रहे हैं. हाल ही में टीवी एक्ट्रेस एकता कौल (Ekta Kaul) ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रैग्नेंसी का खुलासा किया था, जिसके बाद वह पति सुमित व्यास(Summet Vyas) के साथ अपनी आने वाली खुशियों का जश्न मना रही हैं. दरअसल, एकता कौल (Ekta Kaul)ने हाल ही में अपनी गोदभराई सेलिब्रेट की हैं, लेकिन उनका गोदभराई फंक्शन सभी से अलग है. आइए आपको दिखाते हैं एकता (Ekta Kaul)की गोदभराई फंक्शन की फोटोज….

औनलाइन मनाया गोदभराई का फंक्शन

 

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Just like that!

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कोरोना वायरस में लॉकडाउन के चलते सुमित व्यास और एकता कौल अपनी खुशियां परिवार के साथ सेलीब्रेट नहीं कर पा रहे हैं. इसी के चलते एक्टर सुमित व्यास ने एकता कौल के लिए वर्चुअल बेबी शॉवर का इंतजाम किया. इस दौरान एकता कौल और सुमित व्यास का परिवार वीडियो कॉल के जरिए बात करता नजर आया, जिसका खुलासा एकता कौल ने अपने फेसबुक पेज के जरिए किया.

 

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Okay! You have a cute smile !! And a cute wife !! 😘😘 @sumeetvyas and My tiktok debut.. 🤣🤣

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ऐसे किया खुशी का इजहार

एकता कौल ने अपनी खुशी का इजहार करते हुए लिखा, ‘मेरी गोदभराई की रस्म वीडियो कॉल के जरिए पूरी की गई है. मैंने अपनी गोदभराई की उम्मीदें छोड़ दी थी. इस बीच पूरे परिवार ने चुपके से वीडियो कॉल करके मुझे इस रस्म का तोहफा दे दिया और अपना आशीर्वाद दिया.  केक कटिंग के दौरान सब लोग ताली बजाकर जश्न मना रहे थे. ‘

 

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कभी कभी लगता है, बच्चे के साथ साथ मैं विचारों से भी गर्भवती हूँ! फ़र्क़ इतना है कि मेरा दिमाग़, मेरे गर्भाशय की तरह आकार मैं नहीं बढ़ रहा! बल्कि उस छोटी सी जगह में, बढ़ रहे हैं मेरे विचार और मेरी भावनाएँ! और यह विचार और भावनाएँ जन्म दे रहीं हैं “मुझे”……… फिर से !! #pregnancyjourney #एकताराजेंद्रविम्मीकौल Captured by @nikkiisharma

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बता दें, हाल ही में एकता कौल ने अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर खुलासा करते हुए कहा था कि वह प्रैग्नेंसी की खबर सुनकर वो घबरा गई थीं क्योंकि उनको यकीन नहीं हो रहा था कि वह मां बनने वाली हैं. वहीं उन्होंने पति सुमित व्यास को बताने से पहले उन्होंने तीन बार प्रेग्नेंसी टेस्ट किया और पूरा भरोसा होने के बाद ही एकता कौल सबको खुशखबरी दी थी.

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क्या पूरा देश एक लावे पर बैठा है

बेकारी और आर्थिक कठिनाइयों में परिवारों का क्या होगा इस पर सोचने का समय अभी शायद न हो पर यह समझ लें कि पूरा देश एक लावे पर बैठा है, जिस में भयंकर भूख, बेकारी, बिगड़ती अर्थव्यवस्था के साथसाथ टूटतेबिखरते परिवार भी होंगे. यह समस्या आज लौकडाउन की वजह से बीमारों और मरने वालों के मोटे होते कारपैटों के नीचे छिपी है पर समाज का निस्संदेह दीमक की तरह खा रही है.

आज हजारों परिवार ऐसे हैं, जिन में पति कहीं है, पत्नी कहीं है. इन में बच्चों वाले भी हैं, बिना बच्चों वाले भी. पति की कमाई का ठिकाना नहीं तो पत्नी और बच्चों को कैसे पालेगा, इस का भरोसा नहीं. यह गुस्सा चीन से आए कोरोना पर उतारना चाहिए पर उतरेगा पति पर. हर पत्नी यह मान कर चलती है कि उस की जिम्मेदारी पति की है.

हर पतिपत्नी जो एक छत के नीचे रह रहे हैं या दूरदूर हैं, बेहद तनाव में हैं. सामाजिक मेलजोल के खत्म होने, बोरियत होने, एक सा खाना 3 बार खाने से जो भड़ास पैदा हो रही है, वह एकदूसरे पर उतर रही है, अगर आज साथ रह रहे हैं तो तब उभरेगी, जब भी और मिलेंगे.

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यह न सोचें कि इन में गरीब मजदूर ही हैं जो बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के गांवों से बड़े शहरों में आए थे. इन में वे भी हैं जो अच्छे वेतन की खातिर देश या विदेश में फंसे हैं और सिवा फोनों के बात नहीं कर सकते. जो लोग कुछ दिन के लिए गए थे और लौकडाउन के थोड़े दिन पहले ही गए थे और भी ज्यादा तनाव में होंगे.

मनोवैज्ञानिक डा. डोन्नर वापटीस्टे जो नौर्थवैस्ट यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल मनोविज्ञान पढ़ाती हैं, कहती हैं कि जबरन अलग होना भावनात्मक असुरक्षा और भविष्य के प्रति भ्रम पैदा कर देता है. इस में एकदूसरे पर विश्वास कम हो जाता है. प्यार की जगह धोखे का डर बस जाता है. यह तड़प अकसर उन जोड़ों में देखी जाती है, जिन्हें सेना की नौकरी, दूसरे देश में वीसा की कठिनाइयों के कारण अलगाव झेलना पड़ता है. सैक्स का अभाव एक अलग गुस्सा पैदा करता है.

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जो जोड़े साथ रहते हैं और बहुत ज्यादा सैक्स करने लगते हैं कि समय बिताना है, उन में तो सैक्स के प्रति वैसी ही वितृष्णा पैदा हो जाती है जैसी वेश्याओं में होती है जो किसी सैक्स संबंध का आनंद नहीं ले पातीं.

इस की वजह चाहे सरकार न हो पर जनता को भुगतना होगा. मध्य आयु के जोड़े तो इस तनाव को झेल जाएंगे पर युवा जोड़ों में 6 माह बाद तलाक की मांग होने लगे तो आश्चर्य न करें.

#coronavirus: साफ हाथों में है जिंदगी

चीन के वुहान शहर से फैली कोरोना नाम की बीमारी अब भारत के साथ अन्य कई देशों में अपने पैर पसार चुका हैं. यह इतना खतरनाक संक्रामण है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से पहुंच जाता है. कोरोना संक्रामण से बचाव के लिए सब से जरूरी है हाथों को साफ से धोया जाए. हालांकि लोग हाथ को धोने में अक्सर लापरवाही दिखाते है. कई लोगों के लिए हाथ धोने का मतलब पानी और साबुन को बहा देना है. यानी अधिकतर लोगों को हाथ धोने का सही तरीका ही नहीं मालूम. जिस वजह से लोगों में संक्रामण और तरह तरह की बीमारियां तेजी से फैल रही हैं.

मेडिकल साइंस सालों से मानते आ रहे हैं कि बीमारी से बचने के लिए हाथ धोने की प्रक्रिया सब से जरूरी है. एक शोध के अनुसार हमारे देश में 40 प्रतिशत लोग खाना खाने से पहले हाथ नहीं धोते. यदि हम हाथ धोने की प्रक्रिया को पूरी ईमानदारी से निभाए तो हम कई बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं. किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए हाथ धोना सब से पहला हथियार है.

क्यों जरूरी है हाथ धोना

हम दिन भर में जो भी काम करते हैं उस में हमारे हाथ का अहम रोल होता है. ऐसे में हाथों में किटाणुओं का होना आम बात है. हम जब भी सार्वजनिक जगहों पर जाते है हम लिफ्ट का इस्तेमाल करते है, बटन को छूते है, मेट्रो में हैंडल, औफिस के दरवाजों को छूना, नल की टोंटी, रेलिंग आदि को छूते हुए गुजरते है. जिस से हमारे हाथ संक्रमित हो जाते है. यदि हम अपने संक्रमित हाथों को बिना धोए खाना खाते है, किसी से हाथ मिलाते है, घर में बच्चों के साथ खेलते है या फिर अपने संक्रामण हाथों से उन्हें कुछ खिलाते है. ऐसे में आपके हाथों में जमा किटाणु रोगाणु बन कर आप के परिजनों तक आसानी से पहुंच जाता है.

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कोरोना जैसे खतरनाक बीमारी से बचने के लिए अमेरिका में डाक्टरों ने “डोंट टच योर फेस” अभियान चलाया था. इस अभियान के द्वारा डाक्टरों का कहना था कोविड-19 के संक्रामण से बचने के लिए सबसे आसान तरीका है हम अपने चेहरे को कम से कम छूएं. अगर हम अपने चेहरेको बारबार छूने की आदत से परहेज कर लें तो कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने की संभावना कम हो सकती हैं. एक रिसर्च के अनुसार यह पता चला है कि हम इंसान एक घंटे में लगभग 23 बार अपने चेहरे को छूते है.

इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन डबल्यूएचओ और रोग नियंत्रण एवं निवारण केंद्र सीडीसी ने कई एडवायजरी कर लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है. इन में हाथ धोना, मास्क पहनना, सोशल डिस्टैंसिंग प्रमुख है. इसके साथ ही चेहरे, आंख, नाक और मुंह को हाथ से न छूने की भी सलाह दी गई है.

इस पर आयुस्पाइन अस्पताल दिल्ली के सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट डाक्टर “सत्यम भास्कर” से बातचीत पर उन्होंनें बताया हाथ कैसे धोना चाहिए और कितनी देर तक धोना चाहिए.

सैनिटाइजर से ज्यादा बेहतर है कि आप साबुन से हाथ धोएं. क्योंकि मार्केट में जरूरी नहीं सभी सैनिटाइजर अल्कोहल बैस्ड हो. बच्चे हो या बढ़े सभी को कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोना चाहिए. हालांकि आप हाथ धोने के सही प्रक्रिया को अपनाएंगे तो आपके हाथ अच्छे से साफ हो जाएगा और आप को 20 सेकेंड गिनने कि जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

हाथ धोने के लिए यह 7 स्टेप है जरूरी:

हाथों को किटाणुओं से दूर रखने के लिए इन 7 स्टेप को जरूर फॉलो करें:

स्टेप 1: हाथ धोने के लिए जीवाणुरोधी साबुन का ही इस्तेमाल करें. सब से पहले हाथ को पनि से गीला करें और पर्याप्त साबुन का उपयोग करें.

स्टेप 2: दोनों हाथों कि हथेलियों को अच्छे से रगड़ें.

स्टेप 3: अब हाथ को उलटे साइड से भी साफ करें.

स्टेप 4: अपनी उंगलियों को दूसरी हाथ कि उंगलियों से मिला कर साफ करें.

स्टेप 5: अब अपने नाखूनों को अच्छी तरह से साफ करें.

स्टेप 6: अपने अंगूठे और अपनी कलाई को अच्छे से रगड़ें.

स्टेप 7: अब पानी से हाथों को अच्छी तरह से धोएं.

अगर आप बाहर है जहां आप हाथ धोने के लिए साबुन या पानी का इस्तेमाल नहीं कर सकते. ऐसे में आप अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस में 60 प्रतिशत अल्कोहल हो. तभी यह आप के लिए लाभकारी साबित होगा.

बच्चों को ऐसे सिखाएं हाथ धोना

बच्चों का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है जिस वजह से उन्हें संक्रामण जल्दी फैलता है. क्या अपने सोचा है बच्चे जल्दी जल्दी बीमार कैसे पड़ते है? दरअसल, बच्चों के गंदे हाथ उनके शरीर में संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदार होते हैं. अगर बच्चे का हाथ साफ नहीं है तो वह उन्हीं गंदे हाथों से खाना भी खाएगा और उसे आंख और मुंह में भी लगाएगा. बच्चों का हाथ धोना कब जरूरी होता है, इस बात की जानकारी सभी पैरेंट्स को होनी चाहिए. हाथ धोना कितना जरूरी है बच्चों को बताना बहुत जरूरी है. अगर बच्चों को समय रहते ये सिखा दिया जाए कि कौन सी चीजें गंदी होती हैं और उन्हें छूने के बाद हाथ धोना जरूरी होता है, तो बच्चे बीमारियों और वायरल इंफेक्शन से आसानी से बच सकेंगे.

सीडीसी के रिपोर्ट के अनुसार 5 साल से कम उम्र के बच्चे हर साल डायरिया और निमोनिया का शिकार होते है. डायरिया गंदगी से फैलने वाली बीमारी है. ऐसे में घर के साफ सफाई के साथ खुद को भी साफ रखना बहुत जरूरी है.

कब कब बच्चों को हाथ धोना चाहिए:

वाशरूम का इस्तेमाल करने के बाद.

छिकते, खांसते या नाक में उंगली डालने के बाद.

खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोना जरूरी है.

खेलने के बाद.

दूसरों से हाथ मिलाने के बाद.

पैसो को छूने के बाद.

जूते चप्पल को छूने के बाद.

क्लास में किसी दूसरे का समान इस्तेमाल करने के बाद.

किसी भी तरह के घाव या चोट या घाव को छूने के बाद.

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 ऐसे सिखाएं अपने बच्चों को हाथ धोना:

बच्चों को हाथ धोना सीखाने के लिए पहले उन्हें अंग्रेजी के यह 6 अक्षर SUMANK याद करवाएं. अब उन्हें इसका अर्थ बताइए:

S: एस का मतलब है सीधा. यानी पहले हाथ को सीधे तरफ से साफ करें.

U: यू का मतलब है उल्टा. अब हाथ को उल्टे तरफ से साफ करना है.

M: एम से मतलब है मुट्ठी. यानी दोनों हाथों को जोड़ कर मुट्ठी बना कर रगड़े.

A: ए से मतलब है अंगूठा. अंगूठा को साफ करें.

N: एन से मतलब अहि नाखून. अब दोनों हाथों के नाखूनों को साफ करें.

K: के से मतलब है कलाई. नाखून के बाद कलाई को मलें.

अंग्रेज़ो के 6 शब्दों से आप अपने बच्चों को आसनी से हाथ धोना सीखा सकती है. जिसे वह कभी नहीं भूलेंगे.

Mother’s Day 2020: 44 की उम्र में भी इतनी स्टाइलिश हैं रवीना टंडन

फैशन के मामले में बौलीवुड एक्ट्रेसेस का कोई जवाब नही है. कईं एक्ट्रेसेस ऐसी भी हैं जो उम्र बढ़ने के बावजूद अपने स्टाइल को कम नहीं होने देती. उन्हीं एक्ट्रेसेस में से एक हैं 44 साल की रवीना टंडन. रवीना इन दिनों स्टार प्लस के रियलिटी शो में जज बनती हुईं नजर आईं थीं, जहां वह ब्यूटीफुल लुक में दिखीं.  आज हम आपको रवीना के कुछ इंडियन लुक्स के बारे में बताएंगे, जिसे आप किसी भी पार्टी या शादी में ट्राय कर सकते हैं.

एक्ट्रेस रवीना टंडन 4 बच्चों की मां हैं, जिनमें पूजा और छाया नाम से दो बेटियां गोद ली हुई हैं. पूजा की उम्र 11 साल और छाया 8 साल थी, जब उन्हें गोद लिया गया था. रवीना ने हमेशा ही मां के तौर पर अपनी जिम्मेदारी समझी. बेटियों को पढ़ाया-लिखाया और उनकी शादी करवाई.

1. सिंपल आउटिंग के लिए परफेक्ट है रवीना की ये ड्रेस

अगर आप भी किसी सिंपल आउटिंग के लिए या बाहर घूमने का प्लैन कर रही हैं और कुछ सिंपल या ट्रैंडी कपड़े पहनना चाहती हैं तो रवीना की ये ड्रेस परफेक्ट है. रवीना की ये ग्रीन ड्रेस लौंग और फुल स्लीव है अगर आप थोड़े मोटे या थोड़े चबी हैं तो ये ड्रेस आपके लिए परफेक्ट रहेगी. आप इस ड्रेस के साथ सिंपल शूज या नौर्मल हिल्स भी ट्राय कर सकती हैं.

 

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#funnight #reemakahappywalabday with #bffs #crazydancingfun ♥️ #afeefa and @reemapandit

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2. ब्लैक कलर है पार्टी परफेक्ट

 

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@♥️ #today #saregamapa

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अगर आप पार्टी के लिए ब्लैक पहनने की सोच रहीं हैं तो रवीना की ये ड्रेस आपके लिए परफेक्ट रहेगी. सिंपल एंब्रौयडरी के साथ शर्ट नेक वाली ये ड्रेस आपके लिए परफेक्ट औप्शन है. शादी या सगाई के लिए आजकल ऐसी ड्रेसेस ट्रैंड में हैं.

3. सूट हो साड़ी बनारसी कपड़ा है परफेक्ट

 

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#weddingblues … love traditional handwoven banarasis .. jump always at the chance to do desi.. comfortable always ❤️♥️?? @warp_n_weft

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साड़ियों की बात करें तो लोगों की जुबान पर केवल बनारसी साड़ी का नाम आता है, लेकिन आजकल बनारसी सूट भी डिमांड में हैं. सिंपल डार्क ब्लू प्लाजो के साथ ग्रे कुर्ते के कौम्बिनेशन में रवीना का लुक स्टाइलिश के साथ-साथ ट्रेंडी भी है. आप इसे सगाई या साड़ी में सिंपल ज्वैलरी के साथ ट्राय कर सकती हैं.

4. साड़ी है औल टाइम परफेक्ट औप्शन

 

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When I get confused between long earrings or smaller ? Outfit : @raw_mango , bracelet @laramorakhia Jewellery : @motifsbysurabhididwania

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अगर आप किसी पार्टी में या फिर कहीं गैदरिंग में जाने की सोच रही हैं तो सिंपल साड़ी के साथ स्टाइलिश ब्लाउज ट्राय कर सकती हैं. आप ओकेशन के हिसाब से सिल्वर ज्वैलरी के साथ साड़ी को रवीना की तरह ट्राय कर सकती हैं.

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बता दें, इन दिनों नच बलिए के सीजन 6 में रवीना जज के रूप में नजर आ रही हैं, जिसमें वे जोड़ियों के डांस और कैमिस्ट्री को जज करती दिखाई दे रही हैं.

 8 टिप्स: जब पार्टनर हो शक्की

‘‘इतनी लेट नाइट किस से बात कर रहे थे? मेरा फोन क्या नहीं उठाया? वह तुम्हें देख कर क्यों मुसकराई? मेरी पीठ पीछे कुछ चल रहा है क्या?’’ यदि ऐसे सवालों से आप का रोज सामना होता है तो आप ठीक समझे आप का पार्टनर शक्की है.

यदि आप इन सवालों से थक गए हैं और यह रिश्ता नहीं निभा सकते, पर अपने बौयफ्रैंड या गर्लफ्रैंड को प्यार भी करते हैं और उसे इस शक की आदत पर छोड़ना भी नहीं चाहते, तो ऐसे शक्की पार्टनर से निबटने के लिए इन टिप्स पर गौर करें:

1. किसी भी रिश्ते में सब से बुरी चीज शक करना ही हो सकता है. इस से असुरक्षा, झूठ, चीटिंग, गुस्सा, दुख, विश्वासघात सब आ सकता है. रिश्ते की शुरुआत में एकदूसरे को समझने के लिए ज्यादा कोशिश रहती है. एकदूसरे पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है. एक बार आप दोनों में बौंडिंग हो गई तो आप जीवन की और महत्त्वपूर्ण बातों की तरफ ध्यान देने लगते हैं. इस का मतलब यह नहीं होता है कि पार्टनर में रुचि कम हो गई है. इस का मतलब है कि अब वह आप की लाइफ का पार्ट है और आप अब उस के साथ कुछ और बातों में, कामों में अपना ध्यान लगा सकते हैं.

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2. इस बदलाव को कभीकभी एक पार्टनर सहजता से नहीं ले पाता और वह अजीबअजीब सवाल पूछने लगता है, जिस से आप की लौयल्टी पर ही प्रश्न खड़ा हो जाता है. उस की बात ध्यान से सुनें उस के दिल में आप के लिए क्या फीलिंग्स है समझें, कई बार अनजाने में न चाहते हुए भी हमारी ही किसी आदत से उस के मन में शक आ जाता है, इसे समझें.

3. आप ने रिश्ते के शुरुआत के 3-4 महीने अपनी गर्लफ्रैंड पर पूरा ध्यान दिया है. वह आगे भी वही आशा रखती है, जबकि उतना फिर संभव नहीं हो पाता, पर उस में आप की गर्लफ्रैंड की इतनी गलती नहीं है, शुरू के दिनों में भी इतना बढ़ाचढ़ा कर कुछ न करें कि बाद में उतने अटैंशन की कमी खले.

4. पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम जरूर बिताएं. इस का मतलब यह नहीं कि एक बड़ी खर्चीली डेट ही हो, साथ बैठना, एकदूसरे की पसंद का कोई औनलाइन शो साथ देखना, एकदूसरे की बातें घर पर बैठ कर सुनना भी हो सकता है.

5. अपने गु्रप में उसे भी शामिल करें और उस का व्यवहार देखें कि वह सब से घुल मिल जाती है या अलगथलग रहती है. उसे महसूस करवाएं कि वह आप की लाइफ और आप के सोशल सर्कल का पार्ट है. उसे अपने फ्रैंड्स से मिलवाएं. उसे समझने का मौका दें कि वे आप के फ्रैंड्स हैं और आप के लिए महत्त्वपूर्ण है. जितना वह आप के फ्रैंड्स को समझेगी उतना कम शक करेगी.

6. उसे डबल डेट्स पर ले जाएं. अगर आप की लेडी फ्रैंड्स है और वे किसी को डेट कर रही हैं, तो अपनी गर्लफ्रैंड को उन के साथ ले कर जाएं. जिस से उसे अंदाजा होगा कि आप की फ्रैंड्स ही हैं और उन की आप से अच्छी दोस्ती ही है, कोई शक नहीं.

7. पार्टनर आप पर शक कर के बारबार कोई सवाल पूछती है और आप को गुस्सा आता है तो भी खुद को शांत रख कर जवाब दें, ढंग से बात कर के हर समस्या सुलझाई जा सकती है.

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8. पार्टनर को शक करने की आदत ही है और यह आदत कम नहीं हो रही है, आप ने सबकुछ कर लिया, क्वालिटी टाइम भी बिता लिया. अपनी लाइफ, अपने फ्रैंड्स में भी उसे शामिल कर लिया, बात भी कर ली, पर कुछ भी काम नहीं आ रहा है, पार्टनर बात खत्म करने, समझने को तैयार ही नहीं, इस रिश्ते से आप दोनों को दुख ही पहुंच रहा है तो पार्टनर को ही अब अपनी आदत पर ध्यान देना पड़ेगा. आप हर काम, हर बात पर हर समय सफाई देते नहीं रह सकते. जिसे आप पर विश्वास नहीं, उसे प्यार करना भी मुश्किल ही हो जाता है. अत: उसे क्लियर कर दें कि या तो वह इस रिश्ते में आप पर विश्वास करना सीखें या फिर दोनों अपनी राहें बदल लें.

#coronavirus: Cannes में डेब्यू नही करेंगी Shivangi Joshi, फैंस का टूटा दिल

कोरोनावायरस का जहां असर आम आदमी पर पड़ रहा है. वहीं इसका असर बौलीवुड और टीवी सितारों पर पड़ रहा है. दरअसल, सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) की नायरा यानी शिवांगी जोशी (Shivangi Joshi) अपनी पहली फिल्म ‘ऑवर ओन स्काई’ के लिए कांस फिल्म फेस्टिवल (Cannes film Festival) का हिस्सा नहीं बन पाएंगी. आइए आपको बताते हैं क्या है वजह….

कोरोनावायरस के चलते रद्द हुआ कांस

 

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लेटेस्ट रिपोर्ट्स की मानें तो शिवांगी जोशी इस साल कांस फिल्म फेस्टिवल में डेब्यू नहीं कर पाएंगी. कोरोना वायरस आउटब्रेक के चलते कांस फिल्म फेस्टिवल 2020 (Cannes film Festival) को रद्द कर दिया गया है, जिसके कारण शिवांगी जोशी की फिल्म भी नहीं रिलीज हो पाएगी.

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औनलाइन रिलीज होगी शिवांगी की फिल्म

Cannes film Festival के पोस्टपोन होने के बाद मेकर्स शिवांगी जोशी की फिल्म को ऑनलाइन प्लैटफौर्म पर रिलीज करने का मन बना रहे हैं. वहीं इस बारे में बात करते हुए फिल्म प्रोड्यूसर मोहम्मद नागामन लतीफ ने कहा है कि ‘कांस फिल्म फेस्टिवल में लोग केवल शिवांगी जोशी और बाकी स्टारकास्ट की फोटो देखकर काम चला लेते. मुझे नहीं लगता कि हम लोगों को हिना खान की फिल्म लायन्स जैसा रिस्पॉन्स कांस फिल्म फेस्टिवल में देखने को मिलता. मुझे कांस फिल्म फेस्टिवल में नहीं जा पाने का कोई अफसोस नहीं है. हम लोगों ने फिल्म की लंबाई एडिट करके 45 मिनट कुल कर दी है ताकि हम लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इस फिल्म को रिलीज कर सकें.’

फिल्म के सितारे ने दी ये राय

शिवांगी जोशी के अलावा इस फिल्म में साउथ स्टार आसिफा हक और आदित्य खुराना जैसे सितारे नजर आएंगे. कांस फिल्म फेस्टिवल के रदद् होने पर आसिफा हक काफी निराश नजर आई. इस बारे में आसिफा हक ने कहा, ‘हम लोगों ने कांस तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की थी. फिल्म फेस्टिवल के रद्द होने का मुझे बहुत बुरा लग रहा है. ऐसे में बस ये उम्मीद कर रही हूं कि लोगों को हमारा काम पसंद आए.’ वहीं फिल्म के मेन लीड के तौर पर नजर आने वाले एक्टर आदित्य खुराना ने कहा, ‘फिल्म के ऑनलाइन रिलीज होने से मुझे कोई परेशानी नहीं है. मुझे यकीन है कि हमारी फिल्म सोशल मीडिया पर तहलका मचा देगी. इस तरह की कहानी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अब तक भी रिलीज नहीं हुई है.’

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बता दें, कांस फिल्म फेस्टिवल में जाने की तैयारी शिवांगी जोशी काफी समय से कर रही हैं. वहीं फैंस को शिवांगी के कांस में न जाने से काफी निराश लग रहे हैं.

Hyundai #WhyWeLoveTheVenue: Warranty

हमने अभी तक हुंडई वेन्यू के बारे में आपको जो भी बताया है, उसे जान कर आप ये तो समझ चुके होंगे कि यह एक ऑल-राउंडर गाड़ी है. पर इसकी एक और खास बात है, जो इसे पूरी अपने आप में सपनों का कार बनाता है.

हुंडई वेन्यू एक 3 साल / असीमित किलोमीटर की व्यापक वारंटी के साथ आता है, जो इस गाड़ी में आपके आत्मविश्वास को और भी मजबूत बनाता है. आपको बस इतना ध्यान रखना है कि अपने वेन्यू की डिलीवरी के साथ उसका ओनर मैनुअल और सर्विस बुकलेट जरूर लें. इसके बाद जब तक आप निर्धारित सेवा अंतराल और ओनर मैनुअल में लिखे निर्देशों का पालन करते हैं, तब तक आप एक तनाव-मुक्त ओनरशिप अनुभव का आनंद ले सकते हैं.

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सिर्फ इतना ही नहीं, आप हुंडई के एक्सटैंड वारंटी कवर के साथ अपनी वेन्यू की वारंटी को 5 साल / 1,40,000 किमी के लिए एक्सटैंड भी कर सकते हैं.

इसी विश्वास के साथ हुंडई खड़ा है, इसलिए #WhyWeLoveTheVenue.

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