7 टिप्स: सही आहार में छिपा है खूबसूरती का राज

भोजन आप की त्वचा के रंग, बालों और यहां तक कि आप के मूड को भी प्रभावित करता है. अगर आप भीतर से सेहतमंद हैं, तो आप की त्वचा खुदबखुद चमकती रहेगी. त्वचा से ही आप की सेहत का पता चल जाता है. खाने में एंटीऔक्सीडैंट और मिनरल्स होते हैं, जो न केवल आप के तनाव को नियंत्रित रखते हैं, बल्कि त्वचा को भी चमकदार बनाए रखते हैं. आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ दिलचस्प बातें जिन्हें अपनाकर आप खूबसूरत और सेहतमंद बन सकती हैं…

1. सही खाने से वजन नियंत्रित रहता है: 

बहुत ज्यादा खाने और गलत आहार लेने से वजन बढ़ता है. मगर इस का यह अर्थ नहीं कि आप मौडल की तरह अपनेआप को बिलकुल पतला बना लें, मोटापा भी अच्छी चीज नहीं, क्योंकि यह डायबिटीज और दिल की बीमारियों तक का कारण बन सकता है.

2. सही आहार न लेने से बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं:

आप के बालों को भी पोषण की जरूरत होती है. आहार का सीधा असर बालों पर पड़ता है. अगर आप के भोजन में विटामिन और मिनरल्स पर्याप्त मात्रा में नहीं होंगे तो हेयर फौलिकल कमजोर हो जाएंगे, जिस से बाल कमजोर हो कर पतले होने लगेंगे.

3. नाखूनों को भी चाहिए पोषण:

अगर आप के नाखून आसानी से टूट जाते हैं, तो इस का मतलब है कि आप को अपने आहार में बदलाव लाना चाहिए. बालों की तरह ही नाखूनों को भी पोषण की जरूरत होती है. इसलिए अंडा, कम फैट युक्त डेयरी पदार्थोंं और लीन मीट का सेवन करें. इस से नाखूनों को पर्याप्त प्रोटीन मिलेगा.

4. पोषक पदार्थों के अभाव में मांसपेशियां कमजोर और छोटी हो जाती हैं:

आप की मांसपेशियों का खूबसूरती से सीधा संबंध है. अगर आप की मांसपेशियां कमजोर होने लगें तो आप वर्कआउट नहीं कर पाएंगी. इस का असर आप के शरीर की मुद्रा पर पड़ेगा. अपनी पेशियों को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रोटीन से युक्त खाद्यपदार्थों का सेवन करें ताकि वे अपना काम ठीक से करती रहें.

5. आप जो भी खाते हैं, वह आप की त्वचा से झलकता है:

रूखी व बेजान त्वचा आप के आहार का ही परिणाम होती है. अगर आप प्रोटीन का पर्याप्त सेवन करें, फल और सब्जियां भरपूर मात्रा में खाएं तो आप की त्वचा जवां और चमकदार बनी रहेगी. वसा से युक्त खाद्यपदार्थों एवं प्रोसैस्ड फूड का सेवन न करें. इस से त्वचा चिकनी हो जाती है और कील मुंहासों की समस्या बढ़ सकती है.

6. सेहतमंद आहार एजिंग की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है:

आप के भोजन का असर आप के शरीर में हो रही एजिंग की प्रक्रिया पर भी पड़ता है. एंटीऔक्सीडैंट युक्त आहार जैसे और्गेनिक फल और सब्जियां फ्री रैडिकल्स को दूर कर त्वचा को झुर्रियों और फाइन लाइंस से बचाती हैं.

7. आहार का असर आंखों और पलकों पर भी पड़ता है:

अगर आप सही आहार न लें और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीएं तो इस का असर आप की आंखों और पलकों पर पड़ने लगता है. पलकों के बाल भी सही पोषण न मिलने पर गिरने लगते हैं और हलके हो जाते हैं. सही आहार न लेने से आंखों की चमक भी जाती रहेगी.

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खूबसूरती के लिए आवश्यक पोषक तत्त्व…

विटामिन सी: विटामिन सी शक्तिशाली एंटीऔक्सीडैंट है. यह कोलोजन बनाने में मदद करता है, जो त्वचा को मुलायम बनाए रखने के लिए जरूरी है. ब्रोकली, अंकुरित अनाज अमरूद, अंगूर, स्ट्राबेरी, पार्सले में विटामिन सी बहुत अधिक पाया जाता है.

सेलेनियम: सेलेनियम भी शक्तिशाली एंटीऔक्सीडैंट है, जो त्वचा का लचीलापन बनाए रखता है. अखरोट, ट्यूना, लिवर, व्हीट जर्म, प्याज, सीफूड, साबूत अनाज, भूरे चावल और पोल्ट्री उत्पादों में सेलेनियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है.

विटामिन ई: विटामिन ई त्वचा के लिए बेहद जरूरी है. यह विटामिन ए के साथ मिल कर त्वचा को कैंसर से बचाता है. विटामिन ई में ऐंटीऔक्सीडैंट गुण होते हैं, जो प्रदूषण, धुएं, प्रोसैस्ड फूड एवं धूप के कारण त्वचा में बनने वाले फ्री रैडिकल्स को दूर करते हैं. बादाम, अंडा, अखरोट, ऐवोकाडो, ऐस्पैरेगस, सूरजमुखी के बीज, पाइन नट, पालक, ओटमील और जैतून विटामिन ई से युक्त खाद्यपदार्थ हैं.

ओमेगा 3: ये ऐसेंशियल फैटी ऐसिड कहलाते हैं और त्वचा की कई बीमारियों जैसे एक्जिमा में कारगर पाए गए हैं. ऐसेंशियल फैटी ऐसिड त्वचा में नमी और लचीलापन बनाए रखते हैं. शरीर खुद इन का निर्माण नहीं कर सकता, इसलिए इन का सेवन भोजन के साथ करना बहुत जरूरी है. ओमेगा-3 के अच्छे स्रोत हैं- अखरोट, सालमन, अलसी, चाइना सीड.

विटामिन ए और बीटा कैरोटिन: विटामिन ए त्वचा की मरम्मत और रखरखाव के लिए बहुत जरूरी है. अगर आप की त्वचा रूखी है, उस से पपड़ी उतरती है तो समझ लीजिए कि आप के शरीर में विटामिन ए की कमी है. यह धूप से त्वचा को होने वाले नुकसान से भी बचाता है. विटामिन ए और बीटा कैरोटिन के अच्छे स्रोत हैं- लिवर, ऐस्पैरेगस, आड़ू, बीट ग्रीन, पालक, अंडा, शकरकंदी, रैड पैपर.

जिंक: जिंक एक महत्त्वपूर्ण ट्रेस मिनरल है, जो त्वचा के क्षतिग्रस्त उतकों की मरम्मत करने और घाव भरने में मददगार होता है. अगर आप कील मुंहासों से परेशान हैं तो हो सकता है कि शरीर में जिंक की कमी हो. जिंक के स्रोत हैं- ओएस्टर, पेकान, पोल्ट्री उत्पाद, कद्दू के बीज, अदरक, दालें, सीफूड, मशरूम, साबूत अनाज आदि.

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सेहतमंद त्वचा के लिए 6 सुझाव….

खूब पानी पीएं: पानी पीने से त्वचा की नमी बरकरार रहती है और उस में मौजूद विषैले पदार्थ निकल जाते हैं, जिस से त्वचा मुलायम बनी रहती है.

सलाद खाएं: सलाद, कच्चा पालक व उबले अंडों का सेवन करें. इन में कैरोटिनौएड, ऐटीऔक्सीडैंट होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं.

हल्दी का सेवन करें: भूरे चावल, मांस के व्यंजनों और शेक आदि को हल्दी डाल कर लें.

सेहतमंद पशु उत्पाद: सप्ताह में 2-3 सालमन लें. इन में बेहतरीन गुणवत्ता के ओमेगा-3 फैटी ऐसिड होते हैं. ग्रास फेड मीट और ग्रास फेड बटर का सेवन करें.

चीनी का सेवन कम मात्रा में करें: चीनी और चीनी युक्त पदार्थों के सेवन से बचें. ये ग्लाइसैशन को बढ़ाते हैं, जिस का त्वचा के उतकों पर बुरा असर पड़ता है.

बुरे फैट से बचें, अच्छे फैट का सेवन करें: वनस्पति तेल जैसे कौर्न औयल, कपास का तेल, कनोला और मूंगफली के तेल का सेवन न करें. इन के बजाय नारियल का तेल, ऐवोकाडो, जैतून का तेल, ऐक्स्ट्रा वर्जिन औलिव औयल और ग्रास फेड बटर या घी का सेवन करें.

 श्रुति शर्मा, बैरिएट्रिक काउंसलर और न्यूट्रिशनिस्ट, (जेपी हौस्पिटल, नोएडा) 

Child Abuse: गंदे अंकल से ऐसे बचाएं बच्चे को

हाल ही में दिल्ली की एक घटना पर जरा गौर करें. शाहदरा के विवेक विहार इलाके में 9 साल की बच्ची से किराएदार छेड़छाड़ करता था. मासूम नासमझ बच्ची को पता ही नहीं था कि उस के साथ क्या हो रहा है. उसे बुरा लगता, मगर कुछ समझ नहीं पाती. एक दिन जब टीचर ने क्लास में गुड टच औैर बैड टच के बारे में विस्तार से बताया तो बच्ची को बात समझ में आई और फिर उस ने तुरंत अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी. उस ने बताया कि उन के घर में किराए पर रहने वाले अंकल उसे इधरउधर छूते हैं जो उसे अच्छा नहीं लगता.

बात पुलिस तक गई. पुलिस ने बच्ची के बयान पर मामला दर्ज कर आरोपी किराएदार को गिरफ्तार कर लिया. इस तरह एक बड़ा हादसा होने से बच गया. ईस्ट दिल्ली के स्कूलों में अगस्त, 2018 से ले कर जनवरी, 2019 तक रेप और मौलेस्टेशन के 209 मामले सामने आए.

‘राष्ट्रीय अपराध रिकौर्ड ब्यूरो’ की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध के दर्ज मामलों में 193% की वृद्धि हुई है. इन की संख्या 2012 में 33,353 से बढ़ कर 2016 में 98,344 हो गई. बच्चों के विरुद्ध होने वाले कुल 98,344 आपराधिक मामलों में अपहरण के 48,582 और बलात्कार के 18,862 मामले पाए गए.

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2016 में बलात्कार की कुल 36,657 घटनाएं हुईं, जिन में से 16,000 रेप माइनर के साथ हुआ. बच्चों के साथ हुए 2,17,184 आपराधिक मामले ट्रायल पर रहे तो वहीं बच्चों के विरुद्ध हुए क्राइम के लिए केस पैंडेंसी रेट 89.5% रहा.

बच्चों के साथ यौन शोषण की घटनाएं घरबाहर, स्कूल, पासपड़ोस कहीं भी हो सकती हैं. कई बच्चे ऐसे होते हैं जो यौन शोषण के बाद शर्म या पिटाई के डर से किसी को कुछ नहीं बताते. ज्यादातर मामलों में शोषण करने वाला शख्स वह होता है जिस पर बच्चे के घर वाले पूरा विश्वास करते हैं. करीब 30% अपराधी बच्चे के संबंधी होते हैं और 60% पारिवारिक दोस्त, बेबीसिटर, टीचर या पड़ोसी होते हैं.

भारत सरकार द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार बच्चों में यौन दुर्व्यवहार मुख्य रूप से 5 और 12 साल की उम्र में होता है. तब वे अपने दर्द को बयां करने में सक्षम नहीं होते हैं, क्योंकि इस उम्र में उन में प्यार और शोषण के बीच अंतर करने की समझ नहीं होती है. इसी वजह से बच्चों के मामलों में अधिकांश अपराधों का पता ही नहीं चल पाता और न ही दोष सिद्ध हो पाता है, जिस से अपराधियों का मनोबल बढ़ता जाता है.

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इस तरह मासूम बच्चे को बचाए यौन शोषण से…

बात करें: बचपन से ही बच्चों को इस संदर्भ में जागरूक करना और सिखाना जरूरी है कि इस तरह की स्थिति आने पर अपनी सुरक्षा कैसे करें. बच्चों के आगे बात गोलमोल करते हुए उन के निजी अंगों के लिए कोई निकनेम देने के बजाय सही शब्दों का इस्तेमाल करें. उन्हें अपने शरीर के बारे में बातें करने को बढ़ावा दें. ऐसा कर के अभिभावक बच्चों के मन से झिझक और शर्म दूर कर उन के साथ ज्यादा दोस्ताना माहौल में बात कर पाएंगे.

बौडी प्राइवेसी के बारे में बताएं: बच्चों को समझाएं कि अपने शरीर पर सिर्फ उन का अधिकार है और किसी को भी उन के शरीर को छूने का अधिकार नहीं है. उन्हें बौडी प्राइवेसी के बारे में बताएं. उन्हें समझाएं कि शरीर के कुछ हिस्से प्राइवेट यानी निजी होते हैं. इन निजी अंगों को मातापिता के सिवा किसी और को देखने या छूने का हक नहीं होता. डाक्टर भी उन्हें तभी देख सकते हैं जब बच्चे के साथ कोई परिवार का व्यक्ति मौजूद हो.

बच्चों को शुरू से ही यह समझाया जाता है कि उन्हें बड़ों की बात माननी चाहिए. मगर उन्हें यह बताना भी न भूलें कि कभीकभी न कहना भी जरूरी होता है ताकि कोई व्यक्ति अपनी सीमा पार करने की हिम्मत न करे यानी उन के शरीर के साथ कुछ गलत न करे.

बच्चे जब प्रीस्कूल और प्राइमरी स्कूल जाने लगें तो अभिभावकों को चाहिए कि उन्हें बताएं कि कब और किसे स्टौप कहना है, कैसे उसे उस की लिमिट समझानी है और कैसे स्वयं को सुरक्षित रखना है.

फीलिंग्स समझाएं: जब बच्चे इतने बड़े हो जाएं कि वे अपने इमोशंस को पहचानते हुए उन्हें नाम दे सकें तब उन्हें यह सिखाना शुरू कर दें कि कौन सी बातें या चीजें उन्हें अच्छा महसूस कराती हैं और कौन सी नहीं, कब उन्हें गुस्सा आता है और कब प्यार, कब कंफर्टेबल महसूस करते हैं और कब नहीं. उदाहरण के लिए अभिभावक उन्हें हग करते हैं तो उन्हें वार्म फील होता है और वे अच्छा महसूस करते हैं. मगर जब कोई उन के खिलौने छीन ले तो उन्हें बुरा महसूस होता है और गुस्सा आता है.

बच्चों को अपनी फीलिंग्स के बारे में बात करना सिखाएं ताकि समय रहते वे अपनी समस्याएं जाहिर कर पाएं और कह पाएं कि किसी एडल्ट के किसी खास व्यवहार पर उन्हें गुस्सा आता है या बुरा लगता है. इस से आप सतर्क हो सकेंगे.

गुड टच बैड टच की जानकारी: बच्चे को गुड टच और बैड टच के बारे में विस्तार से समझाएं जैसे मांबाप के अलावा किसी और के द्वारा प्राइवेट पार्ट के आसपास छूना बैड टच है. इसी तरह किसी और के द्वारा गलत तरीके से गाल, होंठ, कमर या दूसरे हिस्सों को छूने पर बुरा लगे, अच्छा महसूस न हो तो यह बैड टच है. वहीं गुड टच में किसी के छूने पर अच्छा महसूस होता है जैसे अपने परिवार का कोई सदस्य प्यार से गालों को छुए.

अपनों से भी रखें सावधान: अकसर मांबाप बच्चों को अजनबियों से सावधान रहना सिखाते हैं. मगर हकीकत में बहुत से करीबी या पड़ोसी भी बच्चे के लिए खतरा बन सकते हैं. इसलिए बच्चों को ट्रिकी या अनसेफ बिहेवियर समझाने का प्रयास करें. उदाहरण के लिए बच्चों को समझाएं कि यदि कोई बाहरी व्यक्ति (भले रिश्तेदार या पड़ोसी ही क्यों न हो) उसे अभिभावकों से कोई बात छिपाने को कहे या बिना घर वालों से पूछे कहीं चलने को कहे तो वह ट्रिकी बिहेवियर है. ऐसा व्यवहार करने वालों से वे सावधान रहें और मांबाप से इस बारे में हर बात कहें.

बातचीत का रास्ता खुला रखें: अभिभावकों को हमेशा बच्चों को बातें करने या अपने डर, चिंता और परेशानियों को शेयर करने का मौका देना चाहिए. यदि अभिभावक बच्चों द्वारा सैक्स या रिलेशनशिप से जुड़े सवाल करने पर सहजता से जवाब दे कर उन की जिज्ञासा शांत करते हैं तो बच्चे आगे चल कर अभिभावकों से कुछ भी नहीं छिपाते. यदि बच्चे अपने साथ घटी सैक्सुअल असौल्ट की घटना शेयर करते हैं तो ओवररिएक्ट करने के बजाय शांति से उन की बात सुनें और आगे क्या करना है यह तय करें.

बच्चों को विश्वास दिलाएं कि आप के पास आ कर उन्होंने बिलकुल ठीक किया है. उन्हें समझाएं कि इस सब में उन काकोई दोष नहीं और अब उन्हें कोई परेशान नहीं करेगा. आप पुलिस, काउंसलर या डाक्टर जिस की भी जरूरत हो उस की हैल्प लें. आप खुद भी इस घटना की वजह से शर्मिंदगी महसूस न करें, क्योंकि इस में न आप का दोष है और न ही बच्चों का.

कैसे पहचानें बच्चे की समस्या: यदि बच्चा अचानक कुछ बेचैन और डरा सा रहने लगे, बिस्तर पर पेशाब कर दे, कपड़े उतारने से मना करे, अकेला रहने से कतराए, बातबात पर रोने लगे तो समझिए कि मामला गड़बड़ है. ऐसे में उस की फिजिकल जांच कर देखें कि सब ठीक है या नहीं. कहीं ब्लीडिंग वगैरह तो नहीं या फिर प्राइवेट पार्ट्स में इरिटेशन तो नहीं हो रही है.

आवाज उठानी जरूरी: अध्ययनों के मुताबिक बाल शोषण के 70% मामलों में पीडि़त अपने साथ हुए अत्याचार की न तो पुलिस में रिपोर्ट करते हैं और न ही किसी और को बताते हैं. ऐसे में सही काउंसलिंग के अभाव में उन के पुन: पीडि़त होने की आशंका बहुत अधिक रहती है. जिन्होंने कभी अपने बचपन में हुए शोषण के बारे में बात नहीं की होती है उन में इतना आत्मविश्वास भी नहीं होता कि शोषण करने वाला फिर से आगे बढ़े तो उस का विरोध कर सकें.

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हाल ही में ‘राष्ट्रीय गरिमा अभियान’ के तहत 10,000 किलोमीटर की दूरी तय कर 25,000 रेप विक्टिम सर्वाइवर दिल्ली पहुंचे. यह एक ऐसा अनूठा मंच था जहां देशभर के बच्चों और महिलाओं ने 200 नीतिनिर्माताओं और 2000 वकीलों के आगे बिना किसी शर्म के यौन शोषण से जुड़े अपने अनुभव बताए और सामाजिक व्यवहार और नीतिगत सीमाओं के बीच के भारी अंतर को उजागर किया.

इस अभियान में मौजूद झांसी जिले की गीता देवी अपना दर्द बांटते हुए बताती हैं कि आज से करीब 5 साल पहले क्लास 6 में पढ़ने वाली उन की बेटी के साथ बलात्कार की घटना हुई और वह भी 4-5 बार. एक लड़का आतेजाते उसे छेड़ा करता. प्रतिरोध करने पर उस लड़की ने मेरी बेटी के साथ जबरदस्ती की. जब हम न्याय की मांग ले कर थाने पहुंचे तो पुलिस ने हमारी मदद करने के बजाय दुराचारी की सपोर्ट की. हम से पैसों की मांग की पर हमारे पास पैसे नहीं थे. ऐसे में उन्होंने हम से झूठी चार्जशीट पर साइन करा लिए और कहा कि आप की लड़की ने झूठे आरोप लगाए थे. बहुत गुहार लगाने के बावजूद फैसला हमारे पक्ष में नहीं हुआ और वह लड़का आज खुला घूम रहा है.

ऐसे में यह जरूरी है कि अभिभावकों के साथसाथ समाज और कानून भी इस दिशा में जागरूक बने और बच्चों को इस तरह के अंधेरों में घिरने से बचाए.

औफिस में करें प्यार पर छुप छुप कर

उस दिन शमशेर सिंह धीरे से नेहा चौहान के पीछे आकर फुसफुसाया, ‘आज लंच के लिए मेरे केबिन में आइये.’ नेहा ने पहले तो उसको घूर कर देखा और अगले ही क्षण वह पूरे स्टाफ के सामने उस पर बरस पड़ी. तेरी हिममत कैसे हुई… तूने मुझे समझ क्या रखा है… अपनी शक्ल देखी है कभी आइने में… जब से मैंने ये औफिस ज्वाइन किया है उल्लू की तरह आंखें फाड़-फाड़ कर घूरता रहता है… पहले कोई लड़की नहीं देखी क्या तूने…? मजनूं की औलाद, यौन उत्पीड़न का केस कर दूंगी तुझ पर… समझ क्या रखा है तूने मुझे? वगैरह वगैरह. शमशेर सिंह तो उस दिन मारे शर्म के चूहा सिंह बन गये.

अगले चार दिन तक औफिस से गायब रहे. बाद में औफिस आये तो पूरे वक्त अपने केबिन में ही बंद रहने लगे. अपमान, शर्म और तिरस्कार के तीर खाकर उनके प्रेम का उफान पूरी तरह ठंडा पड़ चुका था. कहां गलती हो गयी? शायद जल्दबाजी कर दी मैंने? उसको समझ नहीं पाया? ऐसे ही सवाल उनके दिमाग में चक्कर मारते रहते थे. काम में मन ही नहीं लग रहा था. उधर बौस तक बात पहुंचने से नौकरी पर भी तलवार लटक रही थी. जो तीन-चार दोस्त लंच टाइम में उनके केबिन में आकर साथ खाना खाते थे, वह भी नहीं आ रहे थे, कि कुछ सफाई पेश कर पायें. औफिस में बड़ी अटपटी सी स्थिति हो गयी थी. पहले वो औफिस में नेहा को घूरते रहते थे अब पूरा स्टाफ उन्हें घूर-घूर कर देखता है.

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दरअसल शमशेर सिंह को नेहा चौहान से प्रेम हो गया था. नेहा ने यह औफिस कोई महीना भर पहले ही ज्वाइन किया था. देखने में सुन्दर थी. काम में भी तेज. शमशेर तो देखते ही रीझ गया था. लगा कि कोई उनकी जीवनसंगिनी अगर बन सकती है तो वह बस नेहा ही है. वे दिन-रात उसके सपने में खोये रहते. बिना इस बात को समझे कि नेहा उनके बारे में कुछ पौजिटिव सोचती भी है या नहीं. नेहा ज्यादा किसी से बात नहीं करती थी, हर वक्त बस अपने काम में ही व्यस्त दिखती थी. मगर उसको इस बात का अहसास था कि शमशेर उसको घूरता रहता है. वह अक्सर सामने पड़ने पर नजरें झुका लेती थी. इस बात को शमशेर ने उसकी शर्म समझ ली. मन ही मन शर्मीली लजीली नेहा की कल्पनाएं करता बार-बार अपने केबिन से निकल कर उसकी कुर्सी के आसपास मंडराने लगा. उस दिन मौका पाते ही लंच का औफर दे दिया और तब पहली बार उसने नेहा का असली रूप देखा और अपने बारे में उसके विचार जाने.

शमशेर का प्यार एकतरफा था. वह न तो नेहा को अच्छी तरह जानता था और न ही उसने इस बात की कोई तस्दीक की थी कि नेहा के दिल में उसके लिए कुछ है भी या नहीं? नेहा की छठी इन्द्री ने उसको शमशेर के प्रति पहले ही सचेत कर दिया था. वह जानती थी कि यह व्यक्ति उस पर लगातार नजरें जमाये हुए है. उसको इस बात से शमशेर से चिढ़ हो गयी थी. इसलिए वह उसके सामने पड़ने पर उसे इग्नोर करने के इरादे से नजरें झुका लेती थी. मगर शमशेर ने इसका गलत अर्थ निकाल लिया. औफिस में एकतरफा रोमांस की ऐसी सजा शमशेर को मिली कि वह अवसादग्रस्त हो गया.

वहीं, अभिमन्यु और आरिफा का औफिस -रोमांस ऐसा परवान चढ़ा कि आज न सिर्फ वे अच्छे कलीग हैं, बल्कि अच्छे पति-पत्नी भी हैं. मगर जब तक दोनों की शादी नहीं हो गयी, तब तक उनके औफिस में किसी को भनक तक नहीं लगी कि डेढ़ साल से दोनों का औफिस में रोमांस चल रहा था. डेढ़ साल के लम्बे समय में दोनों ने एकदूसरे को बखूबी जांचा-परखा मगर दूसरों की नजरों से छुप-छुप कर. वे अलग-अलग औफिस आते. लंच टाइम पर अपने-अपने दोस्तों के साथ अलग-अलग खाना खाते. कभी एकदूसरे से बात भी करते थे तो ‘सर’ या ‘मैडम’ के सम्बोधन के साथ, जैसे कि औफिस में अन्य लोग करते थे. छुट्टी के वक्त भी अलग-अलग निकलते मगर दोनों के मिलने की जगह फिक्स थी. औफिस के बाहर वह लम्बे समय तक एक-दूसरे के साथ रहते. वीकेंड साथ बिताते और दो-तीन दिन की छुट्टियां पड़तीं तो आसपास किसी पिकनिक स्पाट या हिल स्टेशन पर चले जाते थे. मगर औफिस टाइम में अगर उन्हें कोई पर्सनल बात करनी होती थी तो वह मोबाइल मैसेज या इंटरनेट चैट के जरिये ही करते थे कभी एक-दूसरे के पास आकर निजी बातें करते उन्हें किसी ने नहीं देखा था.

औफिस में इश्क परवाना चढ़ने के किस्से अक्सर सुनने को मिलते हैं और अब एक सर्वेक्षण के जरिए भी यह बात सामने आयी है. इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि करीब 85 फीसदी लोगों को अपने सहकर्मी के साथ रोमांस में कोई झिझक नहीं है, बशर्ते दोनों के काम जुदा हों. किसी ने ठीक ही कहा है कि प्यार पर किसी का जोर नहीं चलता. प्यार कभी भी, कहीं भी, किसी से भी हो सकता है. लेकिन अगर ये प्यार अपने औफिस के ही किसी कलीग से हो जाए तो ये समझना थोड़ा मुश्किल हो जाता है कि उसके साथ औफिस में कैसा व्यवहार किया जाए.

आज का खुले दिल-दिमाग वाला युवा अपनी पसन्द और स्टेटस के अनुसार अपना जीवनसाथी चुनना चाहता है. घर-परिवार की पसन्द से होने वाली अरेंज मैरिज का सिस्टम अब धीरे-धीरे सिमटता जा रहा है. अब तो जोड़ियां कौलेज या औफिस में ही बनने लगी हैं. हर औफिस में आपको दीवाने भी मिल जाएंगे और फ्लर्टी भी, जो हर समय लड़कियों से फ्लर्ट करने से नहीं चूकते. वहीं ऐसी लड़कियां भी मिलेंगी जो लड़कों को और खासतौर पर अपने युवा बौस को अपनी अदाओं से रिझाने में लगी रहती हैं. दफ्तरों में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो अपना भावी जीवनसाथी तलाशते रहते हैं. पेशेवर लोगों के 9 से 10 घंटे औफिस में गुजरते हैं. ऐसे में सहकर्मी के प्रति लगाव होना आम बात है. रोमांस करना बुरी बात नहीं है, लेकिन जब बात हो औफिस में रोमांस करने की तो थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत होती है. अकसर औफिस में रोमांस के दौरान लोग कई ऐसी बातों को भूल जाते हैं जिसका उन्हें भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.

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वहीं अगर आप अपने रिश्ते को लेकर गम्भीर हैं तो कोशिश करें कि जब तक आप और आपका पार्टनर शादी के निर्णय तक न पहुंच जायें,  किसी को इस बात की खबर ना लगे. आप युवा हैं, शादी लायक हैं, आपको अपने औफिस में ही कोई पसन्द आ रहा है तो औफिस में रोमांस जरूर करिये, मगर कुछ सावधानी के साथ और दूसरों की नजरों से बच कर. हम आपको बताते हैं कि आप अपने कलीग, जिससे आपको प्यार हो गया है, के साथ औफिस में कैसा बर्ताव करें जिससे आप और आपके प्यारे साथी को लोगों के सामने शर्मिंदा न होना पड़े.

इन बातों का रखें ख्याल

आइये जानते हैं कि आफिस में किस तरह से रोमांस किया जाए कि वहां पर मौजूद किसी दूसरे इंसान को जरा सा भी शक ना हो पाए.

–  सबसे जरूरी बात यह जानने की है कि आप जिसे पसन्द करते हैं, वह भी आपको पसन्द करता है कि नहीं. रोजाना की मुलाकात में उसका आपके प्रति व्यवहार, आकर्षण, बात करने का तरीका इस बात का इशारा कर देता है कि वह आपके बारे में क्या धारणा रखता है.

–   औफिस में अपने प्रेमी से चैटिंग या रोमांटिक बातचीत करने के लिए कभी भी कम्पनी द्वारा दिये गये ई-मेल आई डी का प्रयोग ना करें क्योंकि कम्पनी को कभी भी आप पर शक हो सकता है और वह आपसे आपका अकाउंट खुलवा कर कुछ भी चेक कर सकती है.

–  छोटे औफिस में रोमांस करना बड़ा रिस्क होता है. वहां बातें तेजी से फैलती हैं. ऐसे में जरूरी है कि आपके प्रेम के चर्चे किसी तीसरे के कान में न पड़ें.

–  अगर आप नये-नये आफिस में आये हैं, तो कोशिश करिये कि कुछ महीने तक अपना बेस्ट बिहेवियर ही दिखाएं. इसी तरह अगर औफिस में आयी किसी नई लड़की से आपको इश्क हो गया है तो पहले कुछ महीने तक उसके बिहेवियर और पसन्द को समझने और जानने की कोशिश करिये. अगर वह आपमें इंटरेस्टेड होगी तो कोई न कोई संकेत जरूर करेगी. इसके बाद ही आप उससे अपने प्रेम का इजहार करें.

–   औफिस में एक दूसरे से बात करने की बजाये आप दोनों औफिस के बाहर कोई जगह निश्चित कर लें, जहां आप दोनों रोजाना मिल पाएं.

–   औफिस में आपके दूसरे दोस्त भी काम करते हैं, इसलिए यह जरूरी नहीं कि आप हर समय अपने प्रिय साथी के ही पास चिपके बैठे रहें. अन्य साथियों को भी समय दें और अपने काम पर भी उतना ही फोकस करें.

–  अगर आप उससे सीनियर हैं, जिससे आप प्यार करने लगे हैं तो औफिस में उससे एक सीनियर की तरह ही व्यवहार करें. दूसरों के सामने उससे ज्यादा घुलना-मिलना या हंस-हंस कर बात करना ठीक नहीं है, इससे लोगों को शक हो जाएगा और आप दोनों को लेकर अनेक कहानियां  औफिस में सुनायी देने लगेंगी, जो आप दोनों के करियर के लिए ठीक नहीं होगा. एक दूसरे के सम्मान का बराबर ख्याल रखें.

–  अपनी प्यार भरी बातों के लिए किसी तीसरे को मीडिएटर ना बनाएं यानी किसी तीसरे व्यक्ति से अपनी बातें साझा ना करें बल्कि सीधे अपने पार्टनर से बात करें.

–  अपने प्रेम प्रसंग को गलती से भी बॉस तक न पहुंचने दें क्योंकि इससे उन्हें लगेगा कि आप दोनों औफिस के काम के लिए सीरियस नहीं हैं.

–  अच्छा होगा कि औफिस में आप अपने पार्टनर से ज्यादा बात ना करें. साथ ही ब्रेकफास्ट, लंच और टी ब्रेक में भी उनके साथ जाने से बचें.

–   औफिस में जरूरी नहीं कि हर समय आप अपने पार्टनर को सपोर्ट करें. यदि आप ऐसा बार-बार करते हैं तो अन्य सहकर्मी आपके खिलाफ हो जाएंगे या आप दोनों के बारे में बातें बनाने लगेंगे.

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–  भले ही आप दोनों एक दूसरे के प्यार में हो, लेकिन औफिस के माहौल को बनाकर रखें. औफिस में आपका रोमांस और लोगों को परेशानी दे सकता है.

–  आप चाहे काम के प्रति कितने भी सीरियस हैं, लेकिन आपका रोमांस आपकी परफॉरमेंस बिगाड़ सकता है. इसलिए औफिस के दौरान सिर्फ और सिर्फ अपने काम पर ध्यान दें.

–   औफिस के कैफेटेरिया में आप दोनों अकेले बैठने के बजाय ग्रुप में साथ बैठें. इससे आप दूसरों को भी बराबर समय दे पाएंगे.

–  आपने कई बार अनुभव किया होगा कि कुछ लोग फ्लर्टिंग के चक्कर में डबल मीनिंग मजाक करते हैं, ऐसे में आप ध्यान रखें कि ना ही आप किसी से ऐसे मजाक करें और अगर कोई आप से करे तो उसे कोई प्रतिक्रिया ना दें या फिर असहमति जाहिर कर दें. इससे सामने वाला व्यक्ति समझ जाएगा कि आपको उसका मजाक बुरा लगा है. अगर आप पुरुष हैं तो किसी भी महिला से इस तरह के मजाक न करें. इससे आपका अपना किरदार खराब साबित होगा.

–  कलीग से प्यार हो जाए तो औफिस आने का उत्साह दस गुना बढ़ जाता है. वहां अच्छा काम करके तारीफ हासिल करना भी लक्ष्य बन जाता है, क्योंकि इससे आप अपने पार्टनर की नजर में भी चढ़ते हैं, मगर इस अतिउत्साह में अगर आपके प्रेम का पर्दाफाश हो जाए तो बाकी लोग बेकार की गौसिप करने लगते हैं, जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके रिश्ते, व्यवहार और काम पर पड़ने लगता है. इसलिए औफिस में रोमांस जरूर करें, मगर चोरी-चोरी, चुपके-चुपके.

तो क्या अप्रैल में होगी मलाइका और अर्जुन की शादी! सामने आई वेडिंग डेट

लगता है बौलीवुड में जल्द ही एक और शहनाई बजने वाला है और ये शहनाई बजेगी बोनी कपूर के घर. दरअसल ये खबर तेजी से वायरल हो रही है कि बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर और मलाइका अरोड़ा अगले महीने शादी के बंधन में बंध सकते हैं. यहां तक की दोनों की वेडिंग डेट भी फाइनल हो चुकी है.

एक साल से हैं सुर्खियों में…

जब से मलाइका अरोड़ा और अरबाज खान का तलाक हुआ है. तभी से अर्जुन कपूर, मलाइका के साथ नजर आ रहे हैं. ये दोनों काफी समय से एक दूसरे को डेट कर रहे हैं. लेकिन मीडिया के सामने कभी साथ नहीं आए. लेकिन पिछले एक साल में इन्हें कई बार साथ देखा गया है.

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मलाइका-अर्जुन ने नहीं किया कंफर्म…

इस खबर को लेकर मलाइका अरोड़ा और अर्जुन कपूर ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है. एक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, अर्जुन और मलाइका अपने रिश्ते को नाम देते हुए शादी रचाने जा रहे हैं. मिली जानकरी के मुताबिक, 19 अप्रैल को शादी के बंधन में बंधेगे. इनकी शादी क्रिश्चियन रीति रिवाज से होगी.

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शादी में शामिल होंगे सिर्फ करीबी दोस्त…

मिली जानकरी के मुताबिक, इस शादी में मलाइका और अर्जुन की ओर से कम लोगों को न्यौता भेजा गया है. इस शादी में इनके कुछ करीबी दोस्त की शामिल होंगे. शादी में करीना कपूर खान और करिश्मा कपूर के अलावा रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण को भी शादी का न्यौता भेजा गया है.

पहली भी वायरल हुई थी शादी की अफवाह..

वैसे आपको बता दें, ये पहली बार नहीं है जब मीडिया में मलाइका-अर्जुन की शादी की खबर आग की तरह फैल रही हैं. इससे पहले भी इनकी शादी को लेकर कई खबरें सामने आ चुकी है.

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मलाइका से 12 साल छोटे हैं अर्जुन…

मलाइका अरोड़ा की अर्जुन कपूर के साथ ये दूसरी शादी होगी. अर्जुन मलाइका से उम्र में 12 साल छोटे हैं. मलाइका की पहली शादी सलमान खान के भाई अरबाज खान के साथ हुई थी. लेकिन आपसी सहमती से ये दोनों अलग हो गए. अरबाज और मलाइका का एक बेटा भी है. उनके बेटे का नाम अरहान है.

ऐसे बनाए चटपटा मूंग दाल नमकीन

मूंग दाल की नमकीन बच्चों और बड़ों सभी को पसंद आती है. आप ये नमकीन घर में बना सकती हैं तो फिर सोच क्‍या रहे हैं,  झटपट मूंग दाल नमकीन बनाने की रेसिपी ट्राई करके देखें.

सामग्री :

– मूंग दाल  01 कप (बिना छिलके वाली)

– चाट मसाला  (स्वादानुसार)

– तेल  (तलने के लिए)

– नमक  (स्वादानुसार)

मूंग दाल नमकीन बनाने की विधि

– सबसे पहले मूंग की दाल को अच्छी तरह से 2-3 बार धो लें.

– इसके बाद एक बर्तन में दाल लेकर उसमें दाल भीगने भर का पानी और सोडा डाल कर रात भर के लिए     भिगा दें.

– भीगी हुई दाल को एक बार फिर अच्छे से धो लें और उसका सारा पानी निकाल दें.

– इसके बाद पंखे के नीचे एक सूती कपड़ा बिछाकर दाल को फैला दें और एक घंटे तक सूखने दें.

– दाल सूखने के बाद कढ़ाई में तेल डाल कर गरम करें.

– तेल गरम होने पर एक बड़ी स्टील की छलनी लेकर उसमें थोड़ी सी दाल लें और छलनी को तेल में रख   कर उसे चम्मच की मदद से चलाते रहें.

– जब दाल गोल्डेन कलर की हो जाए, छलनी को तेल से बाहर निकाल लें और दाल को टिश्यू पेपर पर पलट दें.

– इसी तरह से सारी दाल तल लें.

– अब आपकी मूंग दाल की नमकीन तैयार है और बस इसमें स्वादानुसार नमक और चाट मसाला डाल     कर मिक्स कर लें.

आप पापा बनने वाले हैं: जब सुनानी हो खुशखबरी, ट्राय करे ये 10 टिप्स

सही मायनों में पतिपत्नी एक परिवार तभी बनते हैं जब 2 से 3 होते हैं. ऐसे में ये खुशखबरी अपने पति को कैसे सुनाना है, इसकी भी तैयारी उतनी ही दिलचस्प होनी चाहिए. अगर आप के घर में भी इस खुशी का स्वागत होने वाला है तो आइए हम आप के साथ कुछ रोचक उदाहरण शेयर करते हैं. अपनी आने वाली खुशियों में चार चांद लगाने के लिए इन उदाहरणों में जो आप को पसंद आए उसे आप अपना सकती हैं:

  1. फोटो में छिपाया मैसेज:

प्रेरणा ने रोहित से जिद की, ‘‘चलो न आज स्टूडियो में फोटो खिंचवा कर आते हैं. कितने दिनों से हम ने एक अच्छी पिक नहीं ली. एक बहुत अच्छा फोटो स्टूडियो खुला है पास में.’’ वहां फोटोग्राफर ने दोनों को एकदूसरे की तरफ पीठ कर के खड़ा कर दिया और फिर दोनों के हाथ में 1-1 स्लेट देते हुए कहा, ‘‘इस पर एकदूसरे के बारे में कुछ अच्छा लिखें. जब मैं कहूं तब एकदूसरे की ओर मुंह करना और अपनी अपनी स्लेट दिखाना. कैमरे में आप के चेहरों के ऐक्स्प्रैशन कैच करूंगा.’’ दोनों को फोटोग्राफर की बात दिलचस्प लगी. रोहित ने लिखा कि तुम्हारे बिना मेरा जीवन जीने लायक नहीं होता तो प्रेरणा ने लिखा कि आप पापा बनने वाले हैं. दरअसल, प्रेरणा ने पहले ही फोटोग्राफर से मिल कर सब तय कर लिया था.

  1. मुंह मीठा कराते हुए बताया:

अनुश्री ने मीठा पसंद करने वाले ईशान के लिए एक प्लेट में उस की पसंदीदा मिठाइयां परोसी. खुशी से मिठाई खाते समय ईशान कारण पूछता रहा और अनुश्री बस मुसकराती रही. प्लेट खाली होने पर मिठाई के नीचे रखी परची साफ दिखने लगी जिस पर सुंदर अक्षरों में लिखा था ‘आप पापा बनने वाले हैं.’

  1. प्रेगनेंसी किट ने खोला राज:

आभा ने एक दिल शेप का लाल कागज काटा और उसे बैड के ठीक बीचोंबीच रख दिया. उस पर अपनी पौजिटिव प्रैगनैंसी किट रख दी. जब रात को गौतम कमरे में सोने आया तो माजरा समझते देर न लगी. आखिर वह पापा बनने वाला था.

स्वस्थ गर्भावस्था के लिए 5 नियमित जांच

  1. तिलिस्मी गोला:

‘‘तुम कब से इन सब चक्करों में पड़ने लगीं?’’ नटखट स्वभाव की प्रीति को एक तिलिस्मी गोले के पास बैठे देख आर्यन ने पूछा. उस गोले पर एक सफेद रूमाल ढका था. ‘‘मेरी सहेली कहती है कि यह बिलकुल सच बताता है. जब हम इस रूमाल को हटाएंगे तो इस में हमारा भविष्य दिखेगा.’’ कहते हुए प्रीति ने आर्यन से रूमाल हटाने का निवेदन किया. रूमाल हटाते ही उस गोले के अंदर एक नन्हीं गुडि़या बैठी थी जिस के कपड़ों पर लिखा था ‘आप पापा बनने वाले हैं.’

  1. ग्रीटिंग कार्ड ने करी कानाफूसी:

यशिका को कलाकारी का बहुत शौक है. इप्सित जब नाश्ता कर के दफ्तर जाने लगा तो उसे गाड़ी की चाबी के साथ एक सुंदर सा ग्रीटिंग कार्ड थमाते हुए यशिका अंदर चली गई. उस पर लिखा- ‘हम और तुम, तुम और हम, 2 जिस्म 3 जान.’ बस फिर क्या था, इप्सित ने फौरन उस दिन दफ्तर से छुट्टी ले ली.

  1. नन्हे मुन्ने का सामान:

गौतम जब नहाने के लिए बाथरूम गया तो अपने ब्रश के साथ एक नन्हा ब्रश देख कर आश्चर्यचकित रह गया. पर बात समझ नहीं आई. फिर दफ्तर जाने के लिए तैयार होने लगा तो अपनी कमीज के साथ एक नन्ही कमीज टंगी देख कर एक बार फिर हैरान हुआ. अलमारी खोली तो उस के अंदर चिपका था ‘आप पापा बनने वाले हैं.’

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  1. आज की ताजा खबर:

अर्णव सुबह उठते ही चाय और अखबार मांगता. राजश्री ने अपनी रचनात्मकता दिखाई और अखबार की सुर्खियों में सब से ऊपर कटिंग कर के खबर चिपकाई ‘आप पापा बनने वाले हैं.’ उस सुबह जैसी चाय अर्णव ने कभी नहीं पी थी.

  1. नन्ही सी रोटी:

जब रचना ने खाना परोसा तो हर चपाती के साथ एक बेहद नन्ही सी चपाती भी प्लेट में आती देख भावेश का माथा ठनका. ‘‘दाल और देना,’’ भावेश की पुकार पर, रचना ने किचन से ही पूछा, ‘‘नन्हे को भी दाल चाहिए क्या?’’ बात समझते ही खुशी के मारे भावेश की भूख ही उड़ गई.

कहने से क्या होता है

  1. पैट ने दी गुड न्यूज:

सान्वी और शुभान ने मफिन नाम का एक कुत्ता पाला हुआ था. गुड न्यूज देने में सान्वी ने उस की मदद ली. जब शाम को शुभान शोरूम से घर लौटा तो मफिन के गले में एक पट्टी टंगी थी, जिस पर लिखा था ‘गार्ड ड्यूटी शुरू होने वाली है.’ पास ही खड़ी सान्वी के चेहरे की रौनक ने सारी बात साफ कर दी.

  1. गुब्बारों में छिपा सरप्राइज:

शोभित जब दुकान से लौटा तो अपने कमरे में कई गुब्बारे पंखे से लटके देखे. हरेक पर कुछ न कुछ लिखा था जैसे ‘जानू’, ‘मेरे शोना’, ‘स्वीटहार्ट’. इन प्यारभरे संबोधनों के बीच एक गुब्बारे पर लिखा था ‘पापा.’ शोभित ने खुशी से वाणी को गोद में उठा लिया.

 

ये दो फल कब्ज की परेशानी को जड़ से दूर करेंगे

कब्ज, गैस और अपच गंभीर बीमारियां है. आजकल लोगों में ये बेहद आम हैं पर कई बार इनका परिणाम बेहद गंभीर होता है, इसलिए जरूरी है कि इसे नजरअंदाज ना किया जाए. कब्ज, पाचन तंत्र की उस स्थिति को कहते हैं जिसमें व्यक्ति को मलत्याग में बहुत मुश्किल होती है.

आज जिस तरह की लोगों की लाइफस्टाइल हो गई है, इस तरह की परेशानी बेहद आम है. ऐसे में लोगों को अपने खानपान पर खासा ध्यान देने की जरूरत है. जानकारों की माने तो आज 100 में से हर 90 इंसान को कब्ज की परेशानी है. इसमें सबसे बड़ी परेशानी होती है कि ये बीमारी अकेले नहीं आती, बल्कि अपने साथ बहुत सी बीमारियां लाती है.

इस खबर में बिना किसी दवा के इस्तेमाल के हम आपको इसका घरेलू इलाज बताने वाले हैं. जिसकी मदद से आप आसानी से इस परेशानी का इलाज कर सकेंगी. तो आइए जाने इस क्या है इस परेशानी का इलाज.

सेब का जूस

सेब हमारे पेट के लिए काफी फायदेमंद होता है. पाचन से लिए कब्ज जैसी समस्याओं में इसका सेवन काफी लाभकारी होता है. आपको बता दें कि सेब में सोर्बिटोल होता जिस वजह से इसका एक लेक्साटिव इफेक्ट पड़ता है.

नाशपाती का जूस

जानकारों की माने तो पेट भरने के लिए नाशपानी काफी अच्छा होता है. नाशपाती में सेब की तुलना में आठ गुना अधिक सोर्बिटोल होता है. यानि कि नाशपाती सेब से ज्यादा फायदेमंद है. रोज एक गिलास नाशपाती का जूस पीने से कब्ज से काफी आराम मिलता है. आप अपनी सुविधा के हिसाब से इसे साबुत भी खा सकती हैं.

घबराहट में क्यों आता है पसीना

क्या आप के साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि आप कौंफ्रैंस रूम में खड़े हो कर प्रेजैंटेशन दे रहे हैं, सामने बौस, सीनियर्स और को-वर्कर्स बैठे हैं. मीटिंग काफी महत्त्वपूर्ण है और आप के दिल की धड़कनें बढ़ी हुई हैं. हथेलियां पसीने से भीग रही हैं?

अपने हाथों को आप किसी तरह पोंछने का प्रयास कर रहे होते हैं और घबराहट में आप के हाथों से नोट्स गिरते गिरते बचते हैं. ऐसी परिस्थिति में न सिर्फ आप का आत्मविश्वास घटता है बल्कि आप के व्यक्तित्त्व को ले कर दूसरों पर नकारात्मक असर पड़ता है. यह एक सामान्य प्रक्रिया है जो अकसर हमारे साथ होती है. यह अत्यधिक तनाव अथवा तनावपूर्ण परिस्थितियों की एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है.

पहली मुलाकात, सामाजिक उत्तरदायित्व अथवा किसी निश्चित कार्य को न कर पाने के भय के दौरान भी कुछ इसी तरह की स्थिति महसूस होती है. कई दफा तीखे मसालेदार भोजन, जंक फूड्स, शराब का सेवन, धूम्रपान या कैफीन के अधिक प्रयोग से भी ऐसा हो सकता है.

पसीना शरीर के कुछ खास हिस्सों में अधिक आता है. जैसे हमारी हथेलियां, माथा, पैर के तलवे, बगल की जगहों आदि में, क्योंकि इन हिस्सों में स्वेटग्लैंड्स अधिक मात्रा में होते हैं.

पसीना निकलता है ताकि हमारे शरीर का तापमान घट जाए. यही वजह है कि जब आप जौगिंग पर जाते हैं, व्यायाम करते हैं, मेहनत का काम करते हैं या फिर गरमी अधिक हो रही होती है तो आप को पसीना आने लगता है. तनावपूर्ण परिस्थिति में भी हमारे शरीर का तापमान बढ़ जाता है और पसीना आता है.

सरोज सुपर स्पैश्यल्टी हौस्पिटल के डा. संदीप गोविल कहते हैं कि जब आप नर्वस होते हैं तो आप के स्ट्रैस हारमोन ऐक्टिवेट हो जाते हैं. इस से आप के शरीर का तापमान और हृदय की धड़कनें बढ़ जाती हैं. मस्तिष्क में मौजूद हाइपोथेलेमस जो पसीने को नियंत्रित करता है, स्वेट ग्लैंड्स को संदेश भेजता है कि शरीर को ठंडा करने के लिए थोड़ा पसीना निकालना जरूरी है. सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम इमोशनल सिग्नल्स को पसीने में बदल देता है. आप इस प्रक्रिया को नियंत्रित नहीं कर सकते.

कैसे बचें इन परिस्थितियों से परेशान न हों और न ही घबराएं. इस से आप की परेशानी और बढ़ जाएगी. घबराहट में सांसें तेजतेज चलने लगती हैं. रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है, जिस से और अधिक पसीना निकलने लगता है.

रिलैक्सेशन और मैडिटेशन

अगर आप के दिल की धड़कनें तेज हो गईं हों तो थोड़ा रिलैक्स होने का प्रयास करें. अपनी ब्रीदिंग पर फोकस करें. गहरी सांसें लें. कुछ देर तक (5-6 सेकंड) रोक कर रखें और फिर छोड़ दें. इस से आप का मन शांत होगा और स्ट्रैस घट जाएगा.

नियमित रूप से एक्सरसाइज करें

जो लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं, उन्हें तनाव कम होता है. आत्मविश्वास बढ़ता है. आप जितने अधिक आत्मविश्वासी होंगे तनावपूर्ण स्थितियों को उतने बेहतर तरीके से हैंडल कर पाएंगे.

शरीर में जल का स्तर बनाए रखें

अपने शरीर का तापमान कम रखने के लिए पानी अधिक पीएं ताकि अधिक ऊष्मा को आप का शरीर त्वचा से पसीने के रूप में बाहर निकाल दे.

ऐंटीपर्सपिरैंट इस्तेमाल करें

ऐंटीपर्सपिरैंट में पसीने को ब्लौक करने की क्षमता होती है. अगर आप को नर्वस, स्ट्रैस या ऐंग्जाइटी स्वैट की समस्या है, हथेलियों में पसीना ज्यादा आता है तो ऐंटीपर्सपिरैंट लगाएं.

अपने पास थोड़ा बेकिंग पाउडर, कौर्नस्टार्च आदि रखें और किसी तनावपूर्ण स्थिति का सामना करने से पहले इसे हथेलियों पर अप्लाई करें.

ये 10 ब्यूटी टिप्स रखेंगे आपको हमेशा खूबसूरत और जवान…

आज की महिलाओं के पास अनगिनत ब्यूटी हैक्स और ट्रिक्स हैं. और इन्हीं ब्यूटी हैक्स और ट्रिक्स का इस्तेमाल कर के ये खूब तारीफें बटोरती हैं. लेकिन हर कोई इन की इस कमाल की कारीगरी को नहीं जानता है. अगर आप भी इन हैक्स और ट्रिक्स से अंजान हैं तो हम यहां आप को ऐसे ही दस ब्यूटी टिप्स के बारे में बता रहें हैं, जो हर महिला को पता होना चाहिए.

  1. SPF में है सब कुछ…
    अगर आप बढ़ती उम्र में भी हमेशा खूबसूरत लगना चाहती हैं तो SPF आप के लिए, सबसे जरूरी है. अगर आप एसपीएफ का यूज नहीं करती हैं, तो अब करना शुरू कर दीजिए. सब से पहले शुरुआत रेगुलर सनस्क्रीन से करें और फिर इसके बाद ऐसे फाउंडेशन या कौम्पैक्ट का प्रयोग करें, जिसमें एसपीएफ शामिल हो. इस तरह से मेकअप के साथ साथ आप एसपीएफ का भी यूज कर रही हैं.इसके लिए आप नायका के लौरियल पेरिस यूवी परफेक्ट एक्वा ऐसेंस एसपीएफ 50 और नायका गेट सेट क्लिक SPF30, 3 In 1कौम्पैक्ट, कंसीलर और फाउंडेशन का इस्तेमाल भी कर सकती हैं.

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लौरियल पेरिस यूवी परफेक्ट एक्वा ऐसेंस एसपीएफ 50

नायका गेट सेट क्लिक SPF30, 3 In 1कौम्पैक्ट, कंसीलर और फाउंडेशन

2. सल्फेट से लें आजादी…

रेगुलर शैंपूज में सल्फेट होता है जो बालों को रूखा बनाता है और उनके कलर को फेड करता है. इसलिए ऐसे शैंपू और कंडीशनर का यूज न करे. अपने बालों के लिए आप को ऐसे सल्फेट फ्री शैंपू और कंडीशनर की जरूरत है, जो उन्हें मुलायम बनाएं और साथ ही बालों के नेचुरल कलर और उसकी चमक को बनाए रखें, इसके लिए आप वेला प्रोफेशनल एलीमेंट्स रिन्यूयिंग शैंपू (सल्फेट फ्री) और वेला प्रोफेशनल एलमैंट्स रिन्यूयिंग माक्स (सल्फेट फ्री) का यूज कर सकती हैं. जो सल्फेट फ्री है और आपके बालों के लिए भी अच्छा है.

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वेला प्रोफेशनल एलीमेंट्स रिन्यूयिंग शैंपू (सल्फेट फ्री)
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3. क्लासिक लुक…
ऐसा माना जाता है कि 18 से 25 साल की उम्र नए मेकअप ट्रेंड का प्रयोग करने के लिए सब से बेहतरीन समय है, लेकिन जब आप 25 साल के पड़ाव पर पहुंचती हैं ‘कम ही ज्यादा’है वाली कहावत को याद रखें. साथ ही मेकअप, कपड़ों व हेयर कट और अपने लुक को लेकर नए एक्सपेरीमेंट करते रहे. किसी अच्छी प्रोफेशनल हेयर स्टाइलिस्ट से अपाइंटिमेंट लेकर मिलें और उससे सलाह लें कि आप पर कैसा लुक अच्छा दिखेगा.

4. अपने त्वचा विशेषज्ञ से मिलें…
अपनी व्यस्त दिनचर्या की वजह से अक्सर महिलाएं त्वचा की देखभाल को नजरअंदाज कर देती हैं.ऐसे में आपको नायका स्किन केयर सीक्रेट शीट मास्क और द फेसशौप के फेस मास्क का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए जो कम वक्त में बेहतर रिजल्ट देता है. इसके साथ ही आपको हर 4 से 6 हफ्तों में अपने त्वचा विशेषज्ञ से मिलना चाहिए.

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नायका स्किन केयर सीक्रेट शीट मास्क 

द फेसशौप के फेस मास्क

5. मेकअप उतारना है जरूरी…
आप चाहें कितनी भी थकान महसूस करें, लेकिन मेकअप उतारना ना भूलें. यदि आप मेकअप नहीं उतारती हैं, तो इससे आपके चेहरे के पोर्स ब्लौक हो सकते हैं, जिस वजह से आप ऐक्ने का भी शिकार हो सकती हैं.इसलिए जरूरी है कि आप मेकअप उतारना न भूले. मेकअप रिमूवर वाइपस को हमेशा अपने पास रखें. ताकि जब आप थकान महसूस कर रही हों या जल्दी में हैं तो आसानी से मेकअप साफ
कर सके. नायका आप को लेक्मे एब्सैल्यूट बीआई फेसड मेकअप रिमूवर और कलरबार औन द गो मेकअप रिमूवर वाइपस इस्तेमाल करने का सुझाव देता है.

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लेक्मे एब्सैल्यूट बीआई फेसड मेकअप रिमूवर

कलरबार औन द गो मेकअप रिमूवर वाइपस

6. अंडर आई क्रीम न भूलें…
आप के लिए अंडर आई क्रीम बेहद जरूरी है. क्योंकि यह आप की आंखों के नीचे आने वाली सूजन, फाइन लाइंसको कम करती है. इसलिए Atchi अंडर आई क्रीम  खरीदे जो आपकी आंखो को हमेशा यंग दिखाए. साथ ही आप की अंडर आई स्किन को लाइट भी करे और टाइट भी. नायका इसके लिए आपको एवने यस्थेएल आई और लिप कान्ट्यूर केयर यूज करने की सलाह देता है.

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एवने यस्थेएल आई और लिप कान्ट्यूर केयर

7. अच्छा खाना खाएं…

अच्छा खाने से हमारा मतलब फास्टफूड या आइसक्रीम नहीं है. अच्छा खाने का मतलब फल, हरी सब्जियां, प्रोटीन, अनाज, नट, मछली आदि जैसे हेल्दी खाने से है. तभी तो कहा जाता है कि अच्छा खाएंगे तो अच्छा दिखेंगे. खाने का असर आप के शरीर और आप की त्वचा पर जरूर पड़ता है और यदि आप प्रोटीन और पोषण युक्त खाना खाएंगी तो यकीनन आप की त्वचा चमकेगी. इसके लिए आप चाहे तो अपनी आहार में सेंट बोटानिका ओमेगा 3 फिश औयल-60 सौफ्ट जेल और इनलाइफ एंटीऔक्सीडैंट, टेबल्ट्स के साथ लायकोपीन जैसे सप्लीमैंट्स को शामिल कर सकती हैं.

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सेंट बोटानिका ओमेगा 3 फिश औयल-60 सौफ्ट जेल

इनलाइफ एंटीऔक्सीडैंट, टेबल्ट्स के साथ लायकोपीन

8. ब्यूटी विटामिन लें…

यदि आप के पास अच्छे खाने का औप्शन नहीं है, तो रोजाना विटामिन सी लें. विटामिन सी को ब्यूटी विटामिन का नाम दिया गया है क्योंकि यह त्वचा में चमक बनाए रखता है, साथ ही आप की प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाता है और आप के नाखूनों और बालों को मजबूत बनाता है.इसके लिए नायका, हेल्थ एंड विटामिन सी 1000 एमजी औरेंज से बेहतर कुछ नहीं है.

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हेल्थ एंड विटामिन सी 1000 एमजी औरेंज

9. रेगुलर मौइश्चराइज करना न भूले…

मौइश्चराइजेशन ही आप की त्वचा के लिए सब से उपयोगी है, अगर आप आज अपनी त्वचा को अच्छे से मौइश्चराइज करती हैं, तो आप जब 40 या 50 साल की होगी, तो आप की त्वचा स्वस्थ व मुलायम होगी. चाहे दिन हो या रात अपनी त्वचा को मौइश्चराइज करना न भूलें. मौइश्चराइज लगाने का सबसे सही समय
नहाने के बाद होता है क्योंकि इस वक्त आपकी त्वचा में नमी होती है. नायका का वैसलीन इनटेंसिव केयर डीप रिस्टोर बौडी लोशन और न्यूट्रोजीना नोरवेजियन फौर्मूला बौडी मौइश्चराइजर इस मामले में काफी पॉपुलर है.

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वैसलीन इनटेंसिव केयर डीप रिस्टोर बौडी लोशन

न्यूट्रोजीना नोरवेजियन फौर्मूला बौडी मौइश्चराइजर

10. बिना परेशानी के ऐसे हो मिनटों में तैयार…

आप को औफिस के बाद कहीं बाहर जाना है, लेकिन दोबारा मेकअप करने का समय नहीं है, तो चिंता की बात नहीं है फेस मिस्ट को चेहरे पर लगाएं और दोबारा अपना मेकअप सेट पाएं. यह फेस मिस्ट आप के फाउंडेशन और कंसीलर की दरारों को सोख लेगा और आप को फिर से फ्रेश लुक देगा और सामने वाले को यह महसूस भी नहीं होगा कि आप ने दोबारा मेकअप नहीं किया है. इसके लिए आप प्लम ग्रीन टी रेविटालीजिंग फेस मिस्ट का यूज कर सकती हैं.

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प्लम ग्रीन टी रेविटालीजिंग फेस मिस्ट

पति के साथ करीना के गाने पर यूं नाचीं प्रियंका चोपड़ा, देखें VIDEO

बौलीवुड से दूर प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अपने पति निक जोनस और ससुरालवालों के साथ फुर्सतभरे पल बिता रही हैं. अब तो प्रियंका ने जोनस फैमिली को भी अपने रंग में रंग लिया है, जिसका सबूत है उनका ये लेटेस्ट वायरल वीडियो. इस वीडियो में प्रियंका अपने पति और जेठ जेठानी के साथ करीना कपूर और सोनम के पौपुलर तारीफां सौन्ग पर डांस करती नजर आईं. ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसे सोशल मीडिया यूजर्स काफी पसंद कर रहे हैं.

मियामी में मना रहे हैं छुट्टियां…

प्रियंका इन दिनों जोनस फैमिली के साथ मियामी में छुट्टियां मना रही हैं. उनके साथ पति निक और उनके भाई जो जोनस, केविन जोनस और होने वाली जेठानी सोफी टर्नर (गेम ऑफ थ्रोन्स फेम) भी हैं. प्रियंका ने मस्ती भरा अपना यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. इस वीडियो में वह बीच में बेबो का नाम लेती हुई भी सुनाई दे रही हैं.

 

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When Bollywood music kicks in.. #tareefan #kareenakapoor @sonamkapoor @badboyshah ❤️ @nickjonas @joejonas @sophiet

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सोनम ने की तारीफ…

प्रियंका और निक के इस वीडियो पर करीना का रिएक्शन तो पता नहीं चला है लेकिन सोनम कपूर ने जरूर देसी गर्ल के इस डांस पर रिएक्शन दिया है. उन्होंने प्रियंका की तारीफ करते हुए लिखा- वाह पीसी.

 

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When the crew looks this good ???❤️

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कुछ दिन पहले ही करीना कपूर और प्रियंका चोपड़ा, करण जौहर के चैट शो ‘कॉफी विद करण’ में साथ नजर आई थीं, जहां उन्होंने अपने कौमन एक्स शाहिद कपूर के बारे में भी बातचीत की थी. बहरहाल आप हमे ये जरूर बताइएगा कि आपको ये वीडियो कैसा लगा.

 

 

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