ट्रिप पर स्टाइलिश लुक के साथ रहें लाइट

ट्रिप के दौरान लाइट रहने के साथ ही स्टाइलिश नज़र आने के लिए कुछ टिप्स एंड ट्रिक्स को जानना बेहद जरूरी है.गिनी-चुनी चीज़ों के साथ स्टाइलिश और कम्फर्टेबल नज़र आने का टास्क मुश्किल जरूर होता है लेकिन नामुमकिन नहीं. खासतौर से ट्रैवलिंग के दौरान. ट्रिप पर जाने की एक्साइटमेंट में हम बहुत सारी चीज़ों की पैकिंग तो कर लेते हैं लेकिन उनका इस्तेमाल होने और उनमें फैशनेबल नज़र आने की कोई गारंटी नहीं होती. तो आज ऐसे ही टिप्स एंड ट्रिक्स के बारे में जानेंगे जिनसे आप ये दोनों ही चीज़ें एक साथ मैनेज कर सकती हैं.

 फिटनेस आउटफिट्स हैं बेस्ट औप्शन्स

ऐसे कपड़ें जिन्हें आप एक्सरसाइजिंग के दौरान पहनते हैं उन्हें आप फैशनेबल और कम्फर्टेबल लुक के लिए ट्रैवलिंग में भी कैरी कर सकती हैं. सबसे अच्छी बात कि ये आसानी से फोल्ड हो जाते हैं और बैग में ज्यादा जगह भी नहीं लेते. जैसे- लैगिंग्स, ट्रैक पैंट्स, ट्रैक जैकेट पैक करना सही रहेगा.

मिक्स एंड मैच कलर्स के कपड़ों की पैकिंग करें

ट्रिप के लिए कपड़े पैक करते समय उन्हें तीन मैचिंग कलर्स में बांट लें इससे आप उन्हें मिक्स एंड मैच कर अलग-अलग तरीकों से कैरी कर सकती हैं. हां इन्हें चुनते समय जिस जगह जा रहे हैं वहां के मौसम का भी खास ध्यान रखें.

ड्रेस ऐसी हो जो हर जगह कर सकें कैरी

ट्रिप में बहुत हैवी ड्रेसेज़, सूट्स और जैकेट भी कैरी करने से बचें. क्योंकि इनकी पैकिंग के लिए ज्यादा जगह की जरूरत होती है साथ ही ये बैग को भी हैवी बनाते हैं. इसलिए ऐसी कोई एक या दो ड्रेसेज़ रखें जिन्हें आप फौर्मल से लेकर पार्टी हर जगह पहन सकें.

तीन फुटवेयर्स हैं काफी

फुटवेयर्स को कपड़ों से मैच कराने के चक्कर में न पड़ें बल्कि हर एक ट्रिप के लिए तीन जोड़ी फुटवेयर्स अलग ही रख लें. एक शूज़ या लोफर्स, लो बूट्स या सैंडल और एक हील्स. दिन में घूमने-फिरने के लिए जहां लोफर्स कम्फर्टेबल होते हैं वहीं रात में पार्टी या आराम से बैठकर डिनर एन्जौय करने के लिए हील्स या सैंडल्स. फुटवेयर्स की पैकिंग ऐसी करें, जिसे आप मल्टीपल तरीकों से इस्तेमाल कर सकती हैं.

ऐसे बनाएं लाजवाब आलमंड केक

सामग्री :

– 275 ग्राम मैदा

– 125 ग्राम मक्खन (पिघला हुआ)

– 1 बड़ा चम्मच क्रीम

– 275 ग्राम चीनी

– 100 ग्राम बारीक कटे हुए बादाम

– 1/4 चम्मच बेकिंग सोडा

– पानी 35 मिली

– 1 चम्मच बेकिंग पावडर

बनाने की विधि :

– लाजवाब आलमंड केक बनाने के लिए सबसे पहले चीनी व पानी को एक पैन में डालें.

– धीमी आंच पर चढ़ाएं और तीन तार की चाशनी बना लें.

– चाशनी में मक्खन डालें व अच्छी तरह मिला दें.

– अब मैदा, बेकिंग पावडर व सोडे को छानकर चाशनी में मिलाकर एकसार करें.

– क्रीम भी फेंटकर मिला दें.

– अब बादाम डालकर घी लगे केक पाट में डाल दें.

– और 180 डिग्री सेंटीग्रेड पर 30 मिनट बेक कर लें.

–  ठंडा होने पर लाजवाब आलमंड केक ऊपर क्रीम से डेकोरेट करके पेश करें.

छोटी सरदारनी: लोहड़ी सेलिब्रेशन के दौरान मेहर के सामने आयेगा परम का ये सच

कलर्स के शो छोटी सरदारनी में 2 महीने का लीप आ गया है, जिसके बाद परम के दस्तरबंदी और लोहड़ी सेलिब्रेशन के कारण गिल परिवार में खुशियों का माहौल है. वहीं मेहर भी अपने होने वाले बच्चे के साथ अपनी इस नई जिंदगी में खुश है, लेकिन क्या ये खुशियां बनीं रहेंगी. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

मेहर और हरलीन के बीच बढ़ रही हैं दूरियां

अब तक आपने देखा कि हरलीन दस्तरबंदी सेलिब्रेशन के लिए परम को पगड़ी पहनाने की कोशिश करती है, लेकिन परम पग पहनने से इंकार कर देता है. इस बात से हरलीन अपनी सास और ननद के सामने अपमानित महसूस करती है. वहीं मेहर परम को हरलीन से माफी मांगने को कहती है पर हरलीन सोचती है कि इन सबके लिए मेहर जिम्मेदार है.

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लोहड़ी सेलिब्रेशन में सरब देता है मेहर को गिफ्ट

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मेहर और सरब की दोस्ती गहरी हो रही है. वहीं सरब, मेहर को पायल गिफ्ट करता है और फिर मेहर से सरब अपना गिफ्ट मांगता है. मेहर कहती है कि सरब जो मांगना चाहे मांग ले, मेहर उसकी हर ख्वाहिश पूरी करेगी. इस बात पर सरब मेहर से सात जन्मों का साथ मांगता है.

मेहर को पता चलेगी परम की ये बात

सेलिब्रेशन के दौरान, मेहर देखती है कि परम गायब है. मेहर परम को वौशरूम से बाहर निकलते हुए देखती है. जहां वो फ्लश करना भूल जाता है, यहां मेहर देखती है कि परम का यूरीन पीला है और उसमें खून भी आ रहा. ये देखकर वो बुरी तरह हैरान हो जाती है.

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अब देखना ये है कि आखिर क्या हुआ है परम को, जिससे लग जाएगी मेहर, परम और सरब की खुशियों को नजर? जानने के लिए देखते रहिए ‘छोटी सरदारनी’, सोमवार से शनिवार, रात 7:30 बजे, सिर्फ कलर्स पर.

फैशन शो के साथ लौंच हुआ महिलाओं का फैशन ब्रांड ‘लिकोचर – अनअपोलॉजिटिकली सेक्सी’

महिलाओं के नया फैशन ब्रांड लिकोचर ने अपनी टैगलाइन ‘अनअपोलॉजिटिकली सेक्सी’ के साथ 21 दिसंबर को आयोजित फैशन शो के साथ फैशन उद्योग में प्रवेश किया.

ब्यूटी क्वीन और सुपरमॉडल मलाइका अरोड़ा ने शुरुआती फैशन शो में रैम्प वॉक किया. लिकोचर चार प्रमुख अवतारों पर फोकस कर रहा है, जो इस प्रकार हैं सिजारिना, प्लेएट, सोशल बटरफ्लाई और टेम्प्टरेस।

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सिजारिना कलेक्शन को आधुनिक महिला को दिमाग में रखते हुए डिजाइन किया गया है. इसमें आराम व सहजता के साथ क्लास का भी ध्यान रखा गया है, जबकि प्लेएट कलेक्शन ऐसी महिलाओं के लिए समर्पित है, जिन्हें अपने लुक्स पर गर्व है और सेक्सी कपड़े पहनना पसंद है.

सोशल बटरफ्लाई कलेक्शन आत्मविश्वास से भरी हुई और मुखर महिलाओं को समर्पित है, जबकि टेम्प्ट्रेस बोल्ड और साहसी महिलाओं के लिए है.

इस फैशन ब्रांड की मालकिन माया गुर्जर और मीता चोपड़ा ने कहा, “हमारा मानना है कि जिस तरह के कपड़े हमारे व्यक्तित्व को परिभाषित करते हैं, उनका बाजार में मिलना आसान नहीं होता है. भारत में कई सारे ब्रांड हैं जो पारंपरिक परिधानों को खूबसूरत और सेंसुअल एस्थेटिक प्रदान करते हैं. हालांकि, जब बात किसी खास मौके के लिए गाउन या ड्रेस तलाशने की आती है तो हमें भारत के बाहर जाना पड़ता है.

इस समस्या का आसान और तेज तरीका तलाशने के लिए हमने अपनी ड्रेस खुद बनाना शुरू किया. इस तरह हमारा बिजनेस शुरू हुआ. हमारा एकमात्र उद्देश्य महिला के व्यक्तित्व के अनुसार कपड़े बनाना है. हम चाहते हैं कि महिलाएं बोल्ड और सेक्सी तो रहे हीं, ‘अनअपोलॉजिटिकली सेक्सी’ भी रहें.

थाईलैंड है परफेक्ट वेकेशन डेस्टिनेशन

थाईलैंड बैचलर पार्टी के लिए ही नहीं फैमिली वेकेशन के लिए भी है बेहतरीन डेस्टिनेशन. यहां एक या दो नहीं बल्कि कई सारे आइलैंड्स हैं जहां जाकर आप सुकून से वेकेशन एन्जाय कर सकती हैं. एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए भी थाईलैंड टूरिस्टों की फेवरेट जगहों में से एक है. यहां का मौसम ज्यादातर एक समान ही रहता है जिसमें आप फ्री होकर घूम-फिर सकती हैं.

वैसे थाई भाषा में थाईलैंड का मतलब ही है ‘लैंड ऑफ फ्री’. थाईलैंड में आप सबसे बड़े से लेकर सबसे छोटे जीव तक को देख सकती हैं. यहां दुनिया का सबसे छोटा प्राणी बंब्लीबी बैट भी मौजूद है और सबसे बड़ी व्हेल शार्क भी.

थाईलैंड खाने-पीने के शौकिनों को भी काफी पसंद आता है क्योंकि यहां पैनकेक से लेकर फ्रूट चाट तक की इतनी वैराइटी मौजूद है जो हर बार एक नए स्वाद के साथ परोसी जाती है. नान वेजिटिरियन के लिए तो ये देश किसी जन्नत से कम नहीं क्योंकि यहां सी-फूड्स की भी भरमार है. बढ़ते टूरिज्म और डिमांड के साथ अब यहां भारतीय खाने का स्वाद भी लिया जा सकता है.

फैशनेबल, ट्रेंडी कपड़ों की बजट शापिंग के लिए थाईलैंड है मशहूर. जी हां, आउटफिट्स से लेकर फुटवेयर्स, गैजेट्स, डेकोरेशन आइटम्स, हैंडीक्राफ्ट्स हर एक चीज़ यहां के बाजारों में उपलब्ध है. तो जब भी थाईलैंड घूमने का प्लान बनें इन जरूरी चीज़ों के लिए जरूर वक्त निकालें.

30 से ज्यादा की उम्र में प्रेग्नेंसी हो सकती है खतरनाक

एक वक्त था जब बेहद कम उम्र में लड़कियों की शादी कर दी जाती थी. आज लोगों की सोच में बदलाव देखा जा रहा है. बहुत से लोग अब लड़की के 30 की उम्र के बाद शादी कर रहे हैं. लड़कियों की प्राथमिकता शादी नहीं रही. वो अपने करियर के लिए ज्यादा फोकस हैं. यही कारण है कि बच्चा होते होते लड़की की उम्र 32-34 हो जाती है. पर एक महिला की सेहत लिहाज से ये अच्छा नहीं है.

बढ़ती उम्र के साथ ही गर्भवती होने और बच्चे को जन्म देने से संबंधी कई समस्याएं हो जाती हैं. जिसमें मां और बच्चे दोनों को खतरा है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि अगर आप 30 की उम्र के बाद मां बनने की प्लानिंग कर रही हैं तो आपको क्या परेशानियां हो सकती हैं.

इसी उम्र में शुगर का खतरा तेज रहता है. प्रेग्नेंसी में इस परेशानी का होना बच्चे और मां, दोनों के लिए काफी खतरनाक है. इस स्थिति में अगर बच्चे का जन्म सर्जरी से होता है तो इसमें जोखिम और ज्यादा बढ़ जाता है.

35 की उम्र में गर्भ धारण करना काफी मुश्किल होता है. उम्र के इस पड़ाव के बाद गर्भ धारण करने पर गर्भपात होने की आशंका बहुत अधिक बढ़ जाती है.

आपको बता दें कि 35 से ज्यादा की उम्र में नार्मल डिलिवरी होने की संभावना काफी कम हो जाती है. ऐसे में सर्जरी आप की मजबूरी हो जाती है. अगर आप 35 की उम्र के पार हैं और बेबी प्लान कर रही हैं तो डाक्टर से जरूर संपर्क करें.

इस उम्र में प्रेग्नेंसी में महिलाओं में उच्च रक्तचाप की समस्या होने का खतरा काफी बढ़ जाता है. हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति में मां और बच्चे, दोनों का नुकसान है.

35 की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी में भ्रूण का विकास समान्य नहीं हो पाता. इसके कारण बच्चे में विकार होने की संभावना तेज हो जाती है.

अब इन घरेलू टिप्स से घर से दूर रहेंगे कौकरोच

सारा घर आपने बडे जतन से सजाया है, लेकिन कॉकरोच आपके घर में एक शानदार कॉलोनी बना कर मजे से रहते हैं. जब भी आप किचन में जाती हैं तब ही आपको 2-3 कॉकरोच इधर-उधर भागते हुए दिख जाया करते हैं. अगर आप इन गन्दगी फैलाने वाले कॉकरोच से परेशान हो चुकी हैं और अब आप एक असरदार दवाई ढूंढ रही हैं जो आपको इन कॉकरोच से छुटकारा दिला सके, तो अपनाइये कुछ घरेलू और आसान टिप्स.

लौंग-

लौंग को हम खाना बनाते समय यूज करते हैं लेकिन आप इसे कॉकरोच से मुक्ती पाने के लिये भी प्रयोग कर सकती हैं. किचन कैबिनेट के अंदर थोडा लौंग रख दीजिये और फिर देखिये कि ये कैसे भागते हैं.

रेड वाइन-

किचन की कैबिनेट के अंदर रेड वाइन रख दीजिये. बस एक कटोरी में 1/3 रेड वाइन डाल दीजिये और उसे कैबिनेट में रखें या फिर वहां पर जहां कॉकरोच का आतंक सबसे ज्यादा रहता है. फिर आपके किचन में कॉकरोच नहीं आएंगे.

चीनी पाउडर-

पाउडर वाली चीनी को किसी कटोरे या फिर किसी बोतल के ढक्कन में भर कर रख दें. आप चीनी को बोरिक एसिड के साथ भी मिला कर कैबिनेट में रख सकती हैं.

अण्डे के छिलके-

अगर आप अण्डा खाती हैं तो अण्डा खाने के बाद उसके छिलके को ना फेके क्योंकि यह कॉकरोच को भगाने के काम आ सकता है. अण्डे का छिलका भी कॉकरोच भगाने के बडे काम आता है. बस खाली अण्डे के छिलको को किचन कैबिनेट या स्लेब पर रख दें, इससे कॉकरोच किचन में प्रवेश नहीं करेंगे.

स्ट्रैच मार्क्स : टैंशन नहीं लेने का

कौस्मैटिक सर्जन के अनुसार स्ट्रैच मार्क्स मुख्य रूप से कोलोजन प्रोटीन समूह में आई खराबी के कारण उत्पन्न होते हैं. ये प्रोटीनयुक्त पदार्थ त्वचा को लचीलापन प्रदान करते हैं और त्वचा को बांधे रखने वाले फाइबर्स को भी नुकसान पहुंचाने से बचाते हैं.

स्ट्रैच मार्क्स होते ही इन का इलाज करा लें वरना इन का कलर ग्रे या व्हाइट हो जाने पर इन से छुटकारा पाना बेहद मुश्किल हो जाता है. टमी पर क्रीम की मसाज से फायदा होता है. अगर इस से फायदा न हो तो तुरंत कौस्मैटिक सर्जन से संपर्क करें. न्यू लुक लेजर क्लीनिक के वाइस प्रैसिडैंट परिचय उपाध्याय स्ट्रैच मार्क्स और इन के उपचार के बारे में जानकारी दे रहे हैं.

स्टै्रच मार्क्स स्कार्स का ही एक प्रकार हैं, जिस में त्वचा की सतह पर पहले गुलाबी रंगत वाली पतली नसों जैसी धारियां बनती हैं, जो बाद में चमकदार सफेद रंग की हो जाती हैं. जब लचीलेपन और खिंचाव के लिए जिम्मेदार त्वचा की मध्य परत पर लगातार खिंचाव पड़ता है, तो यह अनेक स्थानों पर फट जाती है और स्ट्रैच मार्क्स बन जाते हैं.

स्ट्रैच मार्क्स के लक्षण

त्वचा की सतह पर नसों जैसी धारियां हो जाती हैं, जिन का रंग गुलाबी, पर्पल हो सकता है. बाद में इन का रंग धूमिल हो कर चमकीला सफेद हो जाता है. ये मार्क्स पेट, नितंबों, जांघों, ऊपरी बांहों और स्तनों पर आमतौर पर पाए जाते हैं.

स्ट्रैच मार्क्स के कारण

गर्भावस्था या प्रसव के बाद: प्रैगनैंसी के अंतिम दौर में महिलाओं के पेट के आसपास अकसर स्ट्रैच मार्क्स उभरना आम बात है, जो पेट की त्वचा को भद्दा बना देते हैं. ये मार्क्स त्वचा के निरंतर खिंचाव और हारमोन के असंतुलन के कारण भी होते हैं.

वजन कम होने के बाद या वजन बढ़ने के बाद: वजन बढ़ने पर त्वचा मांसपेशियों के मुताबिक नहीं बढ़ती, जिस से त्वचा के अंदरूनी भाग के कोलोजन फाइबर खिंचने लगते हैं. इस के बाद ये पतले लाल या सफेद रंग के उभरे हुए निशान पेट, छाती और जांघों के निचले हिस्सों पर दिखने लगते हैं.

मसल्स की बढ़ोतरी के कारण: जो लोग जिम में जा कर वेटलिफ्टिंग करते हैं उन्हें या फिर खिलाडि़यों को मसल्स में वृद्धि के कारण स्ट्रैच मार्क्स का सामना करना पड़ता है.

शारीरिक विकास के चलते: ऐसे युवाओं में, जिन में कम आयु में ही यौवन का विकास हुआ हो शारीरिक विकास के चलते स्ट्राइप्स हो जाते हैं. ये अचानक बनने और तेजी से बढ़ने वाले स्ट्राइप्स आगे चल कर स्ट्रैच मार्क्स बन जाते हैं.

आनुवंशिक: यदि परिवार में किसी को स्ट्रैच मार्क्स की समस्या रही हो तो भी ये हो जाते हैं.

किसी खास बीमारी की वजह से: कुछ बीमारियों जैसे कुशिंग्स सिंड्रोम, मारफन सिंड्रोम या अन्य आनुवंशिक गड़बडि़यों के कारण भी ये मार्क्स हो सकते हैं.

सर्जिकल तरीके

कार्बोक्स थेरैपी: कार्बोक्स थेरैपी स्ट्रैच मार्क्स की समस्या से छुटकारा पाने का एक सरल उपाय है. इस ट्रीटमैंट के दौरान स्किन में कार्बनडाईऔक्साइड का इंजैक्शन लगाया जाता है जिस से नई कोशिकाएं बनती हैं, जो स्ट्रैच मार्क्स से बचाती हैं. इस में 1 सिटिंग का खर्चा 3 हजार से 4 हजार तक आता है.

कैमिकल पील: स्ट्रैच मार्क्स और चेहरे के दागधब्बों को दूर कर चेहरे पर चमक लाने के लिए कैमिकल पील करवाना भी खासा फायदेमंद है.

रिल्यूम लेजर: यह एक लाइट बेस प्रक्रिया है. यह दागधब्बों से नजात पाने की कारगर विधि है. इस में लेजर बीम को प्रभावित त्वचा पर डाला जाता है और परत दर परत त्वचा को सुधारा जाता है. यह प्रक्रिया पूरी तरह दर्दरहित है.

इस के जरीए शरीर के किसी भी हिस्से पर होने वाले स्ट्रैच मार्क्स को हटाया जा सकता है. जैसे पेट, नितंबों, जांघों, ऊपरी बांहों, स्तनों आदि.

ट्रीटमैंट से जुड़े सवालों के जवाब :

ट्रीटमैंट में कितना समय लगता है?

15 से 30 मिनट.

स्ट्रैच मार्क्स का ट्रीटमैंट किस आधार पर किया जाता है?

स्ट्रैच मार्क्स को दूर करने का कोई भी ट्रीटमैंट इस बात पर निर्भर करता है कि स्ट्रैच मार्क्स के जो गड्ढे पड़े हुए हैं वे लूज हैं या फिर टाइट? उन का कलर क्या है? वे काफी पुराने हो चुके हैं या फिर ताजा हैं? इसी के अनुसार उन का ट्रीटमैंट किया जाता है.

इस ट्रीटमैंट में कितनी सिटिंग्स लेनी पड़ती हैं?

आमतौर पर ट्रीटमैंट में 6 से 20 सिटिंग्स तक ली जाती हैं. वैसे सिटिंग्स की संख्या स्ट्रैच मार्क्स कितने पुराने हैं, इस बात पर भी निर्भर करती है.

सिटिंग्स के बीच कितना अंतराल होना चाहिए?

सिटिंग्स 1-1 हफ्ते के अंतराल में की जाती हैं.

कितना खर्च आता है?

ट्रीटमैंट का खर्च प्रभावित एरिया पर डिपैंड करता है कि वह कितना बड़ा है. फिर भी 15 हजार से 20 हजार तक का खर्च तो आता ही है.

क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

इस ट्रीटमैंट के बाद 24 से 48 घंटों तक सनलाइट में जाने के लिए मना किया जाता है, क्योंकि इस से ट्रीट किए गए एरिया पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. सनलाइट में जाना बहुत ही जरूरी हो तो सनस्क्रीन लोशन लगा कर ही जाएं.

ट्रीटमैंट के 2 दिन तक कोई दूसरा कौस्मैटिक प्रयोग न करें.

यदि आप को डायबिटीज या हृदय रोग है या फिर आप ब्लड थिनर्स की दवा ले रही हैं, तो ट्रीटमैंट लेने से पहले डाक्टर को यह बात बता दें.

यदि आप प्रैगनैंट हैं या फिर मां बने हुए अभी 3 महीने भी नहीं हुए हैं, तो इस ट्रीटमैंट को 3 महीनों के लिए टाल दें. डाक्टर की सलाह के बाद ही यह ट्रीटमैंट लें.

ट्रीटमैंट से पहले डाक्टर आप के थायराइड और हारमोन की जांच भी करते हैं. इन का सही होना भी जरूरी है.

ट्रीटमैंट का रिजल्ट कैसा रहता है?

इस ट्रीटमैंट का रिजल्ट काफी अच्छा रहता है. ट्रीटमैंट की 2 से 4 सिटिंग्स लेने पर ही कुछ मरीजों को सकारात्मक परिणाम दिखने लगता है तो कुछ को और थोड़े समय बाद फायदा दिखने लगता है.

ट्रीटमैंट के साइड इफैक्ट्स क्या हैं?

वैसे तो इस ट्रीटमैंट के साइड इफैक्ट्स नहीं होते हैं, अगर होते भी हैं तो वे इचिंग, स्वैलिंग, रैडनैस के रूप में होते हैं, जो कुछ ही दिनों में पूरी तरह ठीक हो जाते हैं.

घरेलू उपचार

  • कोका बटर में नारियल का तेल मिला कर उसे तब तक ओवन में रखें जब तक कि वह पिघल न जाए. फिर इसे अच्छी तरह से मिला कर ठंडा होने दें. ठंडे मिश्रण को छाती, हाथों, हिप्स, टमी और अन्य प्रभावित हिस्सों में लगा कर मसाज करें.
  • गरम पानी में 2 चम्मच शहद मिला कर बाथ लेने से त्वचा की नमी लौटती है. टमी पर सीधे ही शहद लगा कर नहाने के दौरान मसाज करने से भी लाभ मिलता है.
  • स्ट्रैच मार्क्स प्रिवैंशन लोशन भी प्रयोग किया जा सकता है. लोशन कब और कैसे लगाना है यह डाक्टर से अवश्य पूछ लें.
  • विटामिन ई और जैतून का तेल भी इस समस्या से नजात दिलाता है.
  • किसी भी साफ सफेद कपडे़ को गरम दूध में भिगो कर 15 मिनट टमी पर रखने से भी आराम मिलता है.
  • ऐलोवेरा को पीस कर पेस्ट बना लें. उस पेस्ट को प्रैगनैंसी के दौरान त्वचा पर लगाएं. इस से आप की स्किन पर स्ट्रैच मार्क्स नहीं उभरेंगे.
  • रोजाना संतुलित डाइट लें. इस में आप फू्रट, वैजिटेबल, फिश, लिवर औयल, बींस वगैरह शामिल करें. अगर आप की डाइट में सभी विटामिन व प्रोटीन होंगे तो आप की स्किन फ्रैश रहेगी.
  • पानी अधिक मात्रा में पीएं.
  • कैफिनेटेड पेयपदार्थों का सेवन कम कर दें. इस से त्वचा में नमी का स्तर बना रहता है.

कुछ यूं दिखा फरदीन खान का बदला बदला अंदाज

बौलीवुड अभिनेता फरदीन खान पिछले 8 सालों से फिल्‍मों से दूर हैं, लेकिन वह अपने लेटेस्‍ट लुक को लेकर एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं. आपको याद होगा कि आज से ठीक दो साल पहले फरदीन खान इंटरनेट पर अपने बढ़े हुए वजन की वजह से अचानक सुर्खियों में छा गए थे. उस समय उनकी तस्वीरें खूब वायरल हुई थीं. उनके बढ़े हुए मोटापे को टारगेट कर लोग कई तरह के मजाकिया पोस्ट करने लगे थे.

लेकिन अब दो साल बाद फरदीन खान की नयी तस्वीरें फिर से चर्चा में हैं. मुंबई एयरपोर्ट पर स्‍पाट हुए फरदीन खान पहले से फिट नजर आ रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों फरदीन मुंबई एयरपोर्ट पर नजर आए और उन्हें देखते ही वहां मौजूद कैमरे उनके पीछे पड़ गए. ब्लैक कपड़ों में फरदीन इस बार काफी फिट नजर आ रहे थे.

पिछली बार जब लोगों ने उनके बढ़े हुए वजन का मजाक बनाया था तो उन्होंने भी सोशल मीडिया पर अपने विचार रखे थे. उन्होंने लिखा था, ‘न तो शर्मिदा हूं, न ही दिखावटी हूं. न अपमानित हूं, न ही उदास और न तो अंधा हूं. क्या मैं खुश हूं? बिल्कुल, वास्तव में जीवन का सबसे खुशनुमा पल जी रहा हूं.’

उन्होंने लिखा था, ‘मैं खुश हूं कि मैं आप सभी के लिए हफ्ते भर से मनोरंजन का विषय बना हुआ हूं. यदि आपकी मस्ती काफी हो गई हो तो थोड़ा समय निकालकर अपनी तरफ देखें. अगर किसी का इस तरह मजाक उड़ाने से आपको अच्छा महसूस हो रहा है तो आपको सीरियसली अपने भविष्य के बारे में सोचना चाहिए. मेरी शुभकामनाएं.’

फरदीन की पर्सनल लाईफ की बात करें तो उन्होंने साल 2005 नताशा माधवानी से शादी की है. अगस्त 2017 में वे एक बेटे के पिता बने थे. उन्होंने बेटे के जन्म के दो दिन बाद ही एक प्यारी सी तस्वीर शेयर की थी. उन्होंने बेटे का नाम एजारियुस रखा है. उनकी एक बेटी डियानी भी है.

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