क्या आपको भी अक्सर चक्कर आते हैं?

कई बार कमजोरी और थकान की वजह से चक्कर आ जाते हैं और ऐसा होना एक आम समस्या हो सकती है. लेकिन कई बार यह आम परेशानी कई अलग कारणों से भी होती है. कई बार शरीर में हारमोनल प्रॉब्‍लम की वजह से चक्‍कर आने लगते हैं और कई बार ब्लडप्रेशर की वजह से भी ऐसा होता है.

चक्‍कर आने के दौरान कम सुनाई देना, धुंधला दिखाई देना और बात करने में तकलीफ होना जैसे लक्षण महसूस होते हैं. इसी के साथ चक्‍कर आने की एक और वजह वर्टिगो भी हो सकता है जिसमें व्‍यक्ति को हमेशा ऐसा महसूस होता है कि वह चक्‍कर खाकर गिर जाएगा. अधेड़ उम्र की महिलाओं में ये समस्‍या अक्‍सर देखने को मिलती है. कई व्‍यक्ति अपना संतुलन भी खो देता है और गिर जाता है. इसके अलावा ब्लडप्रेशर में अचानक से बदलाव आने से भी ऐसा होता है.

इन बीमारियों से बचने के लिए हमें अपनी फिटनेस और हेल्थ प्राब्लम्स पर पूरी नजर रखनी चाहिए. इसके लिए समय पर भोजन करना चाहिए और कभी भी भोजन को स्किप नहीं करना चाहिए. कई बार एंटीबायोटिक के सेवन के दौरान भी चक्‍कर आने जैसी समस्या हो सकती है. इसलिए डॉक्‍टर की सलाह पर ही दवाओं का सेवन करें.

एनीमिया होने की स्थिति में चक्‍कर आना सामान्‍य है क्‍योंकि शरीर में रेड ब्‍लड सेल्‍स की कमी हो जाती है. अगर किसी के शरीर में पानी की कमी है तो उस अवस्‍था में भी चक्‍कर आ सकता है. ऐसे में अपने साथ हमेशा एक बोतल पानी रखें और समय-समय पर पीते रहें. अगर चक्कर की समस्या अक्सर रहती हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर ट्रीटमेंट शुरू कर दें.

चलिए चाय के बगान घूम आयें…

चाय का एक प्याला सुबह की ताजगी और शाम के सुकून के पलों का मजा दोगुना कर देता है. क्या आप जानते हैं कि कई चाय बागान ऐसे हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं. आइए चलें दुनिया के 10 ऐसे ही मनमोहक चाय बागानों की सैर पर.

1. मलेशिया

मलेशिया के पहांग राज्य के कैमरन हाइलैंड्स में है बोह टी प्लान्टेशन. इस प्लान्टेशन की शुरुआत 1929 में हुई थी और यह मलेशिया का सबसे बड़ा टी प्रोड्यूसर है.

2. केरल

केरल के मुन्नार के टी गार्डन्स में हर साल विश्व भर से लाखों पर्यटक आते हैं.

3. साउथ कोरिया

साउथ कोरिया के सियोल से लगभग 397 किमी दूर स्थित है बोजूंग टी गार्डन.

4. ताइवान

ताइवान के जूंग हू गांव के चाय बागान की फैली हरियाली देखते ही बनती है. यह गांव चाय और कॉफी के उत्पादन के लिए जाना जाता है.

5. केन्या

केन्या के किरिचो के प्लान्टेशन की खूबसूरती आपके सारे गम भूला देगी.

6. चीन का हुबेई प्रांत

चीन के हुबेई प्रांत में हरे-भरे चाय बागान से स्प्रिंग चाय फेमस है.

7. चीन का यान सिचुआन

चीन के यान सिचुआन प्लान्टेशन में कियांग एथनिक मायनोरिटी चाय के बगानों में काम करती है. पर हरियाली के आगे ये सब कौन देखता है?

8. रवांडा

रवांडा की राजधानी किगाली का मुलिंदी टी इस्टेट तो हरियाली पसंद करने वालों के लिए स्वर्ग है.

9. त्रिपुरा

त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के दुर्गाबाड़ी चाय बागान जाकर आप खो जायेंगे.

10. चीन का अनहुई प्रांत

चीन के अनहुई प्रांत के श्यूनिंग काउंटी में गुलदाउदी के फूलों से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल मार्केट के लिए चाय और दूसरे पेय पदार्थ बनते हैं.

‘पद्मावती’ के लिए शाहिद की अनोखी शर्त

‘बाजीराव मस्तानी’ के बाद संजय लीला भंसाली अपनी अगली फिल्म ‘पद्मावती’ लेकर आ रहे हैं, जो पिछले काफी समय से अपने स्टार कास्ट को लेकर सुर्खियों में रही है. वैसे तो पद्मावती के लिए दीपिका पादुकोण और उनके प्रेमी अलाउद्दीन खिलजी के लिए रणवीर सिंह का नाम फाइनल हो गया था, मगर पद्मावती के पति राजा रतन रावल सिंह का किरदार कौन निभाएगा, इस बात को लेकर ही मामला अटका हुआ था.

कई अभिनेताओं के नाम सामने आए, मगर कई ने किरदार को कम आंकते हुए मना कर दिया तो कुछ को दीपिका ने अपना पति बनाने से इंकार कर दिया. अब फाइनली उस अभिनेता की तलाश शाहिद कपूर पर आकर खत्म हो गई.

मगर ‘पद्मावती’ में दीपिका के पति का किरदार निभाने के लिए हां कहने से पहले उन्होंने दो बड़ी शर्तें रखी हैं. अब जैसा कि आपको पता चल चुका होगा कि शाहिद एक बच्ची के पिता बन चुके हैं तो वो फिलहाल उसे पूरा समय देना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने शर्त रखी है कि वो अपने सीक्वेंस की शूटिंग कुछ महीनों बाद ही करेंगे, जबकि कहा जा रहा है कि ‘पद्मावती’ का सेट महबूब स्टूडियो में तैयार किया जाने लगा है और जल्द ही शूटिंग शुरू होने की संभावना है.

वहीं शाहिद की दूसरी शर्त के बारे में सुनने को मिला है कि उन्होंने ‘पद्मावती’ साइन करने से पहले स्क्रिप्ट में बदलाव करने की मांग रख दी. सूत्रों के मुताबिक, शाहिद ने कहा कि ‘पद्मावती’ में रणवीर के समान उनका स्क्रीन स्पेस होना चाहिए.

इसके बाद भंसाली को शाहिद को दिमाग में रखते हुए स्क्रिप्ट के कुछ हिस्सों में बदलाव करना पड़ा और दोनों के रोल की लंबाई लगभग बराबर करनी पड़ी. कुल मिलाकर शाहिद इस फिल्म में किसी भी मामले में रणवीर से खुद को कमतर नहीं आंकने देना चाहते. खैर, अब असली टक्कर तो बड़े पर्दे पर ही देखने को मिल सकती है.

क्या है बेबी के सीक्वल का ट्विस्ट

जबसे खबरें थीं कि अक्षय कुमार अपनी धमाकेदार फिल्म बेबी का सीक्वल लेकर आ रहे हैं फैन्स बहुत एक्साइटेड थे. नीरज पांडे की इस फिल्म को फैन्स ने काफी पसंद किया था और दूसरा कारण था पाकिस्तान के खिलाफ खुलकर दो टूक बात करना.

फिर ये तय हुआ कि बेबी के सीक्वल में अक्षय कुमार मेन लीड नहीं होंगे और ये अक्षय कुमार का ही आईडिया था. बेबी का सीक्वल दरअसल, प्रीक्वल होगा और इसकी लीड होंगी तापसी पन्नू.

फिल्म का नाम ‘मीरा’ होगा और फिल्म की कहानी तापसी पन्नू के स्पेशल फोर्स जॉइन करने की होगी. फिल्म में अक्षय कुमार एक स्पेशल रोल में दिखाई देंगे.  फिलहाल फिल्म के लिए मनोज बाजपेयी और पृथ्वीराज को साइन कर लिया गया है और तापसी अपनी मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग भी ले रही हैं.

ये अक्षय कुमार का ही आईडिया था कि जब लड़कियों को मार्शल आर्ट्स सिखाने की बात होती रहती है तो इस पर पूरी कहानी होनी चाहिए. वैसे भी वो बेबी में तापसी के फाइट सीन से खासा इंप्रेस थे. बस इसलिए अक्षय ने तय किया कि फिल्म के मेन लीड वो नहीं होंगे.

गौरतलब है कि फिल्म में बेबी, अक्षय कुमार के मिशन का नाम होता है, जो 5 रॉ एजेंट्स को चुनकर बनाया जाता है. इस मिशन का हर इंसान खुफिया ज़िंदगी बिताता था. अबकि बार फिल्म का फोकस एक लड़की पर होगा जो काबिले तारीफ है.

..और एयरपोर्ट पर थिरकने लगीं कटरीना

‘बार बार देखो’ की वजह से सिद्धार्थ मल्होत्रा और कटरीना कैफ की जोड़ी काफी चर्चा में हैं. फिल्म के प्रमोशन को लेकर दोनों सितारे इन दिनों खूब व्यस्त हैं और हर जगह कैमरे में कैद हो रही है इनकी मस्ती. पिछले दिनों कैट और सिद्धार्थ फिल्म प्रमोशन के सिलसिले में ही अहमदाबाद पहुंचे, जहां दर्शकों ने इनका भव्य स्वागत किया.

जैसे ही दोनों सितारे अहमदाबाद एयरपोर्ट से बाहर निकले वहां लोग बैंड बाजे के साथ उनका स्वागत करने के लिए तैयार दिखे. इतना ही नहीं बैंड बाजे पर कटरीना और सिद्धार्थ भी खूब थिरके. दोनों स्टार्स ने इस मौके को खूब इंजॉय किया. सिद्धार्थ ने ट्वीट करते हुए इतने भव्य स्वागत के लिए अहमदाबाद के लोगों का धन्यवाद किया.

कटरीना कैफ और सिद्धार्थ मल्होत्रा की जोड़ी पहली बार पर्दे पर साथ नजर आ रही है. फिल्म के ट्रेलर और तस्वीरों में दोनों सितारों की हॉट केमिस्ट्री देखने को मिली है. अब देखना यह है कि अगले वीक 9 सितंबर को रिलीज होने जा रही इस फिल्म को दर्शक कितना पसंद करते हैं.

कंगना कर रहीं होटल मैनेजमेंट क्लास, क्यों?

कंगना रनौत ऐसी एक्ट्रेस हैं, जो नए-नए हुनर सीखती रहती हैं, और आजकल वो अमेरिका में होटल मैनेजमेंट के गुर सीख रहे हैं, मगर इसके पीछे एक खास वजह है.

कंगना इन दिनों अपनी फिल्म ‘सिमरन’ की तैयारियों में जुट गयी हैं. हंसल मेहता की फिल्म ‘सिमरन’ में कंगना मुख्य भूमिका निभा रही हैं. फिल्म में उनके किरदार का होटल मैनजमेंट से गहरा कनेक्शन है. इसीलिए वो अमेरिका में होटल मैनेजमेंट के तहत वो हाउसकीपिंग की वर्कशॉप कर रही हैं.

कंगना फिलहाल अटलांटा में हैं, और फिल्म सिमरन में उन्हें एक हाउसकीपिंग करने वाली लड़की का किरदार निभाना है. इसीलिए वो इस प्रोफेशन की हर एक बारीकी सीख रही हैं, ताकि अपने किरदार के साथ न्याय कर सकें.

अपनी अगली फिल्म ‘रानी लक्ष्मीबाई’ के लिए कंगना ने घुड़सवारी भी सीख ली है. ये तो रील लाइफ की बात है, वैसे रियल लाइफ में भी कंगना ने काफी कुछ सीखा है. अभिनेत्री बनने के बाद उन्होंने कथक, अंग्रेजी और हाल ही में स्क्रिप्ट राइटिंग की ट्रेनिंग ली है.

कंगना रनौत ऐसी एक्ट्रेस हैं, जो नए-नए हुनर सीखती रहती हैं, और आजकल वो अमेरिका में होटल मैनेजमेंट के गुर सीख रहे हैं, मगर इसके पीछे एक खास वजह है.

कंगना इन दिनों अपनी फिल्म ‘सिमरन’ की तैयारियों में जुट गयी हैं. हंसल मेहता की फिल्म ‘सिमरन’ में कंगना मुख्य भूमिका निभा रही हैं. फिल्म में उनके किरदार का होटल मैनजमेंट से गहरा कनेक्शन है. इसीलिए वो अमेरिका में होटल मैनेजमेंट के तहत वो हाउसकीपिंग की वर्कशॉप कर रही हैं.

कंगना फिलहाल अटलांटा में हैं, और फिल्म सिमरन में उन्हें एक हाउसकीपिंग करने वाली लड़की का किरदार निभाना है. इसीलिए वो इस प्रोफेशन की हर एक बारीकी सीख रही हैं, ताकि अपने किरदार के साथ न्याय कर सकें.

अपनी अगली फिल्म ‘रानी लक्ष्मीबाई’ के लिए कंगना ने घुड़सवारी भी सीख ली है. ये तो रील लाइफ की बात है, वैसे रियल लाइफ में भी कंगना ने काफी कुछ सीखा है. अभिनेत्री बनने के बाद उन्होंने कथक, अंग्रेजी और हाल ही में स्क्रिप्ट राइटिंग की ट्रेनिंग ली है.

माचो नाचो विद सालसा ऐंड सॉर क्रीम

सामग्री

– 4 कप होम मेड टोरटिला चिप्स

– 150 ग्राम ब्लैक बींस भिगाई व सुखाई हुई

– 1/2 कप बोतल बंद सालसा

– 2 कप चैडर चीज एवं मोंटेरे जैक चीज

– 1/2 कप बोतल बंद भुनी लालमिर्च पतली कटी

– 3-4 बड़े चम्मच जैलपीनो कटा

– 100 ग्राम राजमा का पेस्ट

– 1 हरा प्याज कटा

सामग्री टौपिंग्स की

– बोतल बंद सालसा

– गुआकामोल

– 2 स्कूप खट्टी मलाई.

विधि

350 डिग्री पर ओवन को गरम करें और कौर्नफ्लोर से बने 7-8 इंच के 6 होममेड टोरटिला को गरम करें. चाकू से टोरटिला को टुकड़ों में काटें और सिंगल लेयर बेकिंग शीट पर रख कर 10-12 मिनट तक सुनहरा भूरा होने तक बेक करें. यदि होममेड टोरटिला चिप्स हैं तो उन्हें 425 डिग्री तापमान पर गरम ओवन में 11-12 इंच ओवनप्रूफ प्लैटर में रख कर बेक करें. फिर एक पैन में ब्लैक बींस और 1/2 कप सालसा डालें. इस मिश्रण को मध्यम आंच पर पकाएं. अब इस मिश्रण को बेक्ड चिप्स पर डालें. ऊपर से चीज, रोस्टेड लालमिर्च और जैलपीनो पैपर डालें. अब इसे 3 से 5 मिनट तक बेक करें या चीज के मैल्ट होने तक बेक करें. अब नाचोज पर राजमा का पेस्ट डाल कर सर्व करें या फिर खट्टी मलाई, सालसा या हरे प्याज के साथ सर्व करें.

अनिद्रा से आते हैं सुसाइड करने के ख्याल

अच्छी नींद स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है. एक अध्ययन में यह बात पता चली है कि कई रात जागने से या अच्छी नींद नहीं लेने से आत्महत्या करने जैसे ख्याल भी आ सकते हैं या ऐसी कोशिश बढ़ने का खतरा हो सकता है. अध्ययन में शोधकर्ताओं ने नींद की समस्या, आत्महत्या के ख्याल और व्यवहार में बदलाव के बीच संबंध को समझाया है.

इस अध्ययन में 18 लोगों को शामिल किया गया और उनसे आत्महत्या की प्रवृत्ति में नींद से जुड़ी समस्याओं की भूमिका को लेकर सवाल किए गए.

इसमें सोने में दिक्कत की वजह से पैदा होने वाले आत्महत्या के ख्यालों के आपस में जुड़े तीन कारणों का पता चला.

इसमें रात में जागने की वजह से आत्महत्या के ख्याल या कोशिश का खतरा सर्वाधिक होने की बात सामने आई है. शोध में इसका भी खुलासा हुआ कि लंबे समय तक रात में अच्छी नींद नहीं ले पाने से अवसाद, नकारात्मक सोच, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी और निष्क्रियता बढ़ जाती है.

शोध के दौरान प्रतिभागियों ने बताया कि नींद आत्महत्या के विकल्प की तरह है, जो उन्हें समस्याओं से बच निकलने में मदद करती है.

यह अध्ययन पत्रिका ‘बीएमजे ओपन’ में प्रकाशित हुआ है. मैनचेस्टर विश्वविद्यालय की शोधकर्ता डोना लिटिलवुड के अनुसार, हमारा अध्ययन मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, आत्महत्या के ख्याल या ऐसी कोशिशों से जूझने में अच्छी नींद के महत्व को बताता है.

बालों से आती रहे भीनी-भीनी खुशबू

यह काफी नहीं है कि आपके बाल केवल दिखने में ही खूबसूरत लगें, बल्‍कि अगर उनमें खुशबू है तो आप किसी का भी ध्‍यान अपनी ओर खींच सकती हैं. बालों में खुशबू भरने के लिये आपको महंगे सीरम का प्रयोग करना जरुरी नहीं है बल्‍कि आप तो प्राकृति चीजों का भी प्रयोग कर सकती हैं.

बालों को अगर खुशबूदार बनाना है तो उन्‍हें गंदा बिल्‍कुल मत छोड़िये. क्‍या आप जानती हैं कि खुशबूदार तेल लगाने से भी आपके बाल महकदार बन सकते हैं. आज हम आपको कुछ आसान उपाय बताएंगे जिससे आप अपने बालों को महका सकती हैं.

अगर आपके सिर में काफी ज्‍यादा पसीना आता है तो, नीचे दिये गए एक भी उपाय काम नहीं करेंगे. अच्‍छा होगा कि आप अपने बालों को हमेशा ड्राई रखें.

बॉडी स्‍प्रे

अपने बालों पर बॉडी स्‍प्रे भी छिड़क सकती हैं. इससे आपके बालों में दिनभर खुशबू रहेगी. एक अच्‍छी क्‍वालिटी का स्‍प्रे खरीदें और उसे बालों से थोड़ी दूर पर स्‍प्रे करें, नहीं तो इसमें मौजूद कैमिकल बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है. खुशबूदार शैंपू लगाएं

रेगुलर शैंपू खरीदने के मुकाबले खुशबूदार शैंपू थोड़ा महंगे हेाते हैं. मगर कुछ खास मौके के लिये आपके पास इस तरह का शैंपू भी होना चाहिये.

ड्राय शैंपू

जब आपके पास बालों को शैंपू करने का समय ना हो तो, आपको ड्राय शैंपू लगाना चाहिये. इससे आपके बाल ना तो चिपचिपे होंगे और उनमें अच्‍छी सी खुशबू भी आती रहेगी.

लीव-ऑन कंडीशनर

बहुत सारे लीव ऑन कंडीशनर में फलों की खुशबू आती है, जो कि काफी अच्‍छी लगती है. ये बालों को नमी प्रदान करते हैं.

तकिये का कवर चेंज करें

अपने तकिये के कवर को हर हफ्ते बदलें क्‍योंकि तकिये के कवर पर धूल मिट्टी जल्‍दी भर जाती है.

हेयर मास्‍क

लगाएं अपने बालों में हर हफृते एक हेयर मास्‍क लगाएं. इनसे मिलने वाली खुशबू पूरे हफ्ते बालों में रहती है. इसके अलावा यह आपके बालों में मजबूती भी भरता है.

कम सैलरी में भी अच्छी गुजरेगी लाइफ

सैलरी पूरे परिवार के खर्च और दूसरी जरूरतों को पूरा करने का जरिया होती है. अगर सैलरी का प्रबंधन बेहतर तरीके से करें तो मौजूदा जरूरतें तो पूरी होंगी साथ ही आप फ्यूचर के लिए भी खुद को वित्तीय तौर पर मजबूत बना पाएंगे.

टर्म प्‍लान

किसी भी सैलरीड पर्सन को अपनी मौजूदा इनकम के हिसाब से खुद आकलन करके टर्म इन्‍श्‍योरेंस प्‍लान जरूर खरीदना चाहिए. टर्म प्‍लान से किसी भी अनहोनी की सूरत में परिवार को एक मजबूत आर्थिक सहारा मिलता है. यहां ध्‍यान देने की बात है कि इन्‍श्‍योरेंस कंपनी से आपको टर्म प्‍लान ही खरीदना चाहिए.

इमरजेंसी फंड

आपको अपनी मौजूदा मासिक इनकम को तीन से गुणा करना चाहिए. इससे जो राशि आती है. इतनी राशि का इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए. आप इमरजेंसी फंड सेविंग अकाउंट में डाल सकते हैं. किसी भी आपात स्थिति में यह फंड आपके काम आएगा.

हेल्‍थ इन्‍श्‍योरेंस

यह आकलन करना चाहिए कि आपको अपने और अपने परिवार के लिए कितना हेल्‍थ इन्‍श्‍योरेंस कवर लेना चाहिए. आप यह आकलन खुद कर सकते हैं. इससे आप खुद को और अपने परिवार को किसी मेडिकल इमरजेंसी के लिए सिक्‍योर कर सकते हैं.

रिटायरमेंट प्‍लानिंग

इसके बाद खुद से आकलन करें कि आपका पीएफ, ग्रेच्‍युटी और सुपरएन्‍एुशन क्‍या आपके रिटायरमेंट यानी 60 से 80 की उम्र के बीच के खर्चो को पूरा करने के लिए पर्याप्‍त होगा. अगर यह पर्यापत नहीं है तो आप रिटायरमेंट के लिए अलग से फंड बनाएं.

बच्‍चों की एजुकेशन के लिए करें प्‍लानिंग

अगर आप मैरिड हैं और आपके बच्‍चे छोटे हैं तो आपको उनकी एजुकेशन के लिए प्‍लानिंग करनी चाहिए. इसके लिए आपको सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लानिंग एसआईपी में निवेश करना चाहिए. आप इसके लिए खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि 18 साल या 21 साल की उम्र में आपके बच्‍चे की एजुकेशन के लिए कितने खर्च की जरूरत होगी.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें