…तो बहुत लोगों को मरना पड़ेगा

सलमान खान की लाइफ को जानने के लिए उनके फैंस उतावले रहते हैं. ऐसे में यदि उनकी बॉयोपिक पर कोई फिल्म बनाई जाए तो क्या बात होगी.

लेकिन बता दें, सलमान खान खुद नहीं चाहते कि उनकी लाइफ पर बॉयोपिक फिल्म बने. सलमान खान को लगता है कि उनकी लाइफ बोरिंग है और कोई उसपर क्यों बॉयोपिक बनाएगा.

हाल ही में जब दबंग खान से यह सवाल किया गया कि क्या वो कभी किसी फिल्ममेकर को बॉयोपिक बनाने की मंजरी देंगे?  तो सलमान ने झट से कहा, नहीं, कभी नहीं. सलमान ने कहा कि मेरी लाइफ बहुत बोरिंग है. कोई इतनी बोरिंग लाइफ पर बॉयोपिक नहीं बनाता. मेरी बॉयोपिक में बहुत लोग मर जाएंगे.

उन्होंने कहा इसके लिए किसी को मेरी बॉयोपिक लिखनी पड़ेगी. और जो यह लिख सकता. वह या तो मैं खुद, या मेरे भाई और बहन. वो भी कुछ एक घटना ही, क्योंकि उन्हें भी सब कुछ नहीं पता.

इसके साथ ही सलमान खान ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मेरा किरदार कोई और एक्टर पर्दे पर निकाल पाएगा. वैसे कोई शक नहीं कि किसी और एक्टर के लिए सलमान बनना आसान नहीं होगा.

स्वादिष्ट लीची रसमलाई

सामग्री

– 1 लिटर फुलक्रीम मिल्क

– 1 बड़ा चम्मच किशमिश पेस्ट

– 1 बड़ा चम्मच बादाम पाउडर

– 2 बड़े चम्मच कोकोनट पोम शुगर

– 1/4 छोटा चम्मच छोटी इलायची चूर्ण

– 10 लीची 

– 50 ग्राम खोया

– 1 बड़ा चम्मच बादाम बारीक कटे

– 2 छोटे चम्मच पिस्ता बारीक कटा 

– 10-12 धागे केसर

– 1 छोटा चम्मच पोम शुगर

विधि

– दूध को आधा रहने तक उबालें. इस में बादाम पाउडर, किशमिश पेस्ट व पोम शुगर मिला कर  2 मिनट और पकाएं.

– फ्रिज में रख कर ठंडा कर लें. लीची छील लें. खोए में थोड़ा सा बादाम व पिस्ता, इलायची चूर्ण और 1 छोटा चम्मच पोम शुगर मिला लें.

– लीची के बीज निकालें और खोए वाला मिश्रण भर दें. गाढ़े दूध वाले मिश्रण को सर्विंग डिश में पलटें और उस में स्ट्फ्ड लीची रख दें.

– बादाम व पिस्ता और केसर के धागों से सजा कर सर्व करें. रसमलाई तैयार है. 

ऐसे बचें इनकम टैक्स के बोझ से

बहुत से लोगों को इनकम टैक्‍स का नाम सुनकर ही बुखार आ जाता है. हर कोई इनकम टैक्‍स बचाने की कोशिश करता है. इसके लिए हर रोज नए-नए तरीके और उपाय खोजे जाते हैं, बहुत से लोगों का आधे से ज्‍यादा समय टैक्‍स बचाने की युक्ति खोजने में ही निकल जाता है.

यदि आप यहां बताए गए तरीकों से कोई इनकम हासिल करते हैं तो इसके लिए आपको एक रुपए का भी इनकम टैक्‍स नहीं देना होगा. इस लेख में हम अपने पाठकों को कुछ इनकम पर मिलने वाले टैक्‍स छूट की जानकारी देने जा रहे हैं.

1. सेविंग बैंक एकाउंट पर मिलने वाला इंटरेस्‍ट

वर्ष 2013 में सेक्शन 80 TTA पेश किया गया, जिसमें सेविंग एकाउंट में एक वित्‍त वर्ष में अधिकतम 10,000 रुपए तक का इंटरेस्‍ट टैक्‍स योग्‍य नहीं है. इसलिए अगर सेविंग बैंक इंटरेस्ट एक साल के लिए 20,000 रुपए है तो इसमें से 10,000 रुपए टैक्स छूट के दायरे में आएगा और शेष 10,000 टैक्सेबल इनकम में जोड़ दिया जाएगा.

2. एनआरई (नॉन रेजिडेंट एक्सटर्नल) एकाउंट पर मिलने वाला ब्याज

एनआरई एकाउंट पर मिलने वाला ब्याज भारत में 100 फीसदी टैक्स फ्री होता है. इसमें फिक्स्ड डिपॉजिट और सामान्य सेविंग एकाउंट इंटरेस्‍ट दोनों शामिल हैं. एनआरआई के लिए यह दोनों टैक्स फ्री होती हैं. यह एनआरआई की ओर से की गई सेविंग्स पर ब्याज कमाने का अच्छा विकल्प है. कई लोग यूएई या सिंगापुर जैसे देशों में लोन लेते है जहां ब्याज दरें 2 से 3 फीसदी होती हैं और उस राशि को भारत के एनआरई एकाउंट में जमा कर देते हैं, जिसपर उन्हें 8 फीसदी से 9 फीसदी तक का ब्याज मिलता है. एनआरई एकाउंट डिपॉजिट पर टीडीएस नहीं कटता क्योंकि इसमें किसी भी तरह का कोई टैक्स नहीं लगाया जाता.

3. प्रोफिट का एक हिस्सा फर्म के पार्टनर को देना

अगर पार्टनरशिप फर्म के तौर पर आपने कोई मुनाफा कमाया और उसे शेयर ऑफ प्रॉफिट के तौर कुछ हिस्‍सा पार्टनर को दिया जाए तो पार्टनर के लिए यह इनकम टैक्स फ्री होगी, क्‍योंकि कंपनी पहले ही इस पर टैक्स अदा कर चुकी होती है.

4. लाइफ इंश्योरेंस की मैच्योरिटी या फिर क्लेम राशि

लाइफ इंश्योरेंस कंपनी की ओर से दी जाने वाली राशि 100 फीसदी टैक्स फ्री होती है अगर उसका प्रीमियम सम एश्योर्ड के 20 फीसदी से कम हो.

फाइनेंस एक्ट 2003 में हुए संशोधन के तहत सम एश्योर्ड के 20 फीसदी ज्यादा का प्रीमियम कर योग्य है. उदाहरण के तौर पर अगर सालाना प्रीमियम 10,000 रुपए है तो टैक्स छूट के दायरे में आने के लिए सम एश्योर्ड 50,000 रुपए का होना चाहिए.

5. नियोक्ता की ओर से दिया गया एलटीए

कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को हर वर्ष एलटीए देती हैं, जिसे कर्मचारी अपने परिवार के साथ घूमने के लिए इस्तेमाल करता है. यात्रा का प्रमाण देने पर इस राशि पर टैक्‍स नहीं लगता है. यदि आपकी कंपनी आपको एलटीए नहीं देती है तो आप अपनी सैलरी का कुछ हिस्‍सा एलटीए के मद में डालने के लिए अपने नियोक्‍ता से कह सकते हैं. क्‍योंकि हम साल में कुछ पैसा यात्रा पर तो खर्च करते ही हैं.

6. वीआरएस स्कीम के तहत 5 लाख रुपए तक की राशि

अगर किसी व्यक्ति ने वीआरएस यानि कि वॉलेंटरी रिटायरमेंट स्कीम लिया है तो 5 लाख रुपए तक की प्राप्त राशि टैक्स फ्री होगी. इसके लिए सब लोग योग्य नहीं है. केवल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां या फिर केंद्र या राज्य सरकार की ऑथोरिटी के कर्मचारी ही योग्य है.

7. पांच साल के बाद ईपीएफ एकाउंट पर मिलने वाली राशि

ईपीएफ एकाउंट से मिलने वाली राशि टैक्स फ्री होती है, लेकिन यह सर्विस के 5 वर्ष के बाद की गई निकासी पर योग्य होता है. कई बार निवेशक अपनी नौकरी 3 से 4 साल के भीतर ही बदल लेते हैं और ईपीएफ का पैसा निकाल लेते हैं. ऐसे में उन्‍हें टैक्‍स देना पड़ता है.

8. एक साल के बाद शेयर्स या इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पर मिलने वाला प्रॉफिट

एक साल के बाद शेयर्स या इक्विटी म्यूचुअल फंड्स को बेचने पर मिलने वाला प्रॉफिट टैक्स फ्री होता है. यदि आप खरीदे गए शेयर या म्‍यूचुअल फंड्स को अपने पास कम से कम एक साल तक रखते हैं तो उन्हें लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन कहा जाता है. यह 100 फीसदी टैक्स फ्री होता है.

9. शेयर्स या इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पर मिलने वाला लाभांश

स्टॉक या फिर इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पर मिलेन वाला लाभांश टैक्स फ्री होता है. कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को लाभांश देने से पहले सरकार को डिविडेंड डिस्ट्रिब्यूशन टैक्स का भुगतान कर चुकी होती हैं. इसकी वजह से आपको कंपनी के प्रॉफिट में कम हिस्‍सा मिलता है, लेकिन जो भी मिलता है वह टैक्‍स फ्री होता है.

10. शादी पर मिलने वाले गिफ्ट्स

शादी पर उपहार के रूप में मिलने वाली राशि और कीमती चीजें भी टैक्स फ्री होती हैं. शादी पर दोस्त या रिश्तेदारों से मिले गिफ्ट्स टैक्स फ्री होते हैं. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि यह सुनिश्चित कर लें कि आपकी शादी की तारीख और उपहार मिलने की तारीख एक जैसी है. आप ऐसा नहीं कर सकते कि शादी के दो साल बाद उपहार के रूप में मिली राशि पर टैक्‍स छूट का दावा नहीं कर सकते.

11. वसीयत या विरासत में मिली राशि

भारत में अभी तक किसी तरह का इनहेरिटेंस टैक्स नहीं है. मसलन, वसीयत या फिर विरासत में मिली संपत्ति या राशि टैक्स फ्री होती है. वह आपकी प्रॉपर्टी बन जाती है और उस पर केवल कमाए गए इंटरेस्‍ट पर ही टैक्‍स देना होता है.

इन रास्तों पर, गुमनाम है कोई…

आपने भूतिया रास्तों के बारे में सुना होगा , हो सकता है फिल्मों में या दोस्तों की डरावनी बातों में, मगर सोचिये क्या हो अगर सच में आपको किसी भूतिया रास्ते से गुजरना हो तो? अँधेरी सड़क पर लिफ्ट मांगती कोई बुढ़िया दिखे या कार के पीछे भागता कोई बच्चा? आप कैसा महसूस करेंगे? तो आइए आज आपका परिचय उन रास्तों से करवाते हैं , जहाँ से गुजरने वालों की मुलाकात होती है भूतों से! ये हमारा नहीं उन लोगों का दावा है जो इसे अनुभव कर चुके हैं. आइये जानते हैं भारत के दस भूतिया रास्तों से जहां से गुजरना हो तो जरा बच के..

1. मुंबई-गोवा हाईवे पर कशेडी घाट

ये हाईवे यूं तो जंगलों से हराभरा है मगर कशेडी घाट पर विशेषकर रात में रुकना खतरे से खाली नहीं है. लोगों ने रात के समय वहां अजीब से शोर की आवाज़ें सुनी हैं, और कई रुकने वालों की हत्याएं भी हो चुकी हैं.

2. मार्वे से मढ आइलैंड रोड (मुंबई)

कहते हैं इस रोड पर रात के समय अजीब से साये गुज़रते हुए देखे जाते हैं, जो लोगों से लिफ्ट मांगते हैं. ना देने पर खुद ही पीछे बैठ जाते हैं और दुर्घटनाएं करवाते हैं.

3.रांची-जमशेदपुर NH-33 (झारखंड)

कहने को तो ये हाईवे है, मगर रात में इसका व्यवहार अजीब सा हो जाता है ,अनेकों दुर्घटनाएं इसका प्रमाण हैं. कहते हैं इस हाईवे पर रात में कोई वाहन चालक रुकने की सोचता भी नहीं.

4.अन्ना फ्लाईओवर (चेन्नई)

यह भारत के सबसे भूतिया फ्लाईओवर्स में से एक है. यह जगह बहुत खौफ़नाक है. यहां दिन के समय भी अजीब बातें होती रहती हैं. रात के समय यहां कुछ अजीब आवाज़ें सुनाई देती हैं जिन्हें सुन कर अच्छे-अच्छों की हालत पतली हो जाती है.

5. IGMC वाली सड़क (शिमला)

शिमला में जो सड़क जंगल से IGMC को जोड़ती है उस पर कई भूतों का कब्जा है. इस सड़क पर सन् 1960 के समय में एक आदमी संतरे बेचने का काम करता था. कहा जाता है कि उसकी मौत भी उसी जगह पर हुई थी, लेकिन आज भी कई लोगों ने उसे वहां पर संतरे की टोकरी के साथ देखा है. वो आदमी आज भी उस सड़क पर टहलता दिख जाता है. लेकिन लोग ये भी बताते हैं कि वो किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाता है.

6.दुमास बीच रोड, (गुजरात)

इस बीच पर हिंदुओं के शवों का दाह-संस्कार किया जाता है. लेकिन शाम के बाद यहां कोई नहीं रुक पाता. क्योंकि लोगों को अकसर यहां अजीब-गरीब आवाज़ें सुनाई देती हैं. यहां कई बार गतिविधियां भी महसूस होती हैं, मानो जैसे वहां कोई हो. जबकि आस-पास कोई नहीं होता. ऐसा माना जाता है कि यहां पर मरे हुए लोगों की रूहें हर पल मौजूद रहती हैं.

7. 2-लेन ईस्ट कोस्ट रोड (चेन्नई)

यह सड़क ड्राइविंग के लिए कमाल की जगह है लेकिन सिर्फ़ दिन के समय. जैसे ही अंधेरा छाने लगता है वैसे-वैसे यहां से गुज़रने वाले यात्रियों में एक आत्मा का खौफ़ बढ़ने लगता है. कहा जाता है कि कई सालों पहले एक लड़की इसी सड़क पर दुर्घटना में मर गई थी, जिसकी आत्मा यहां भटकती है. कुछ लोगों ने इस सड़क से गुज़रते वक़्त ऐसे अजीबो-गरीब अनुभव किए हैं जिन्हें सुन कर किसी भी व्यक्ति की भी रूह कांप जाएगी.

8. चुड़ैल बाड़ी का रास्ता, (शिमला)

चुड़ैल बाड़ी शिमला में ही नवभार से छोटा शिमला जाने वाले एक हाईवे के बीच में स्थित है. ये वो जगह है जहां जाने पर आपके वाहन की स्पीड अपने आप धीमी हो जाती है. इससे पहले आप चाहें जितना तेज गाड़ी चला रहे हों या चाहें जितनी एक्सलेरेटर दबा रहे हों, लेकिन आपके वाहन की गति धीमी हो जाती है. यहां पर कई लोगों ने रात में एक औरत को सफेद साड़ी पहने देखा है जो अपने लंबे काले बालों से अपना चेहरा ढके रहती है. जो लोग रात को इस रास्ते पर सफर करते हैं, ये महिला उनसे लिफ्ट मांगती है. और अगर आप लिफ्ट देने से मना भी कर देते हैं तो भी आपको ये महसूस होता है कि कोई आपकी गाड़ी की पिछली सीट पर बैठा है. कुछ लोग इसी वजह से काफी परेशान हो जाते हैं और उनका एक्सीडेंट हो जाता है.

9. कुलधरा गांव के रास्ते, जिला (जैसलमेर, राजस्थान)

यह गांव है राजस्थान के जैसलमेर जिले में है. कहा जाता है कि यह गांव पिछले दो सौ सालों से रूहानी ताकतों के कब्जे में है. प्रशासन ने इस गांव की सरहद पर एक फाटक बनवा दिया है जिसके पार दिन में तो सैलानी घूमने आते रहते हैं लेकिन रात में इस फाटक को पार करने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता. ऐसा कहा जाता है कि गांव का यह वीराना एक दीवान के पाप के कारण है, यह गांव आज तक नहीं बस पाया उसके पीछे पालीवाल ब्राह्मणों का श्राप है जो उन्होंने राजा के पाप करने पर दिया था. आज वीरान खंडहरों में तब्दील हो चुका गांव बारहवीं शताब्दी में पालीवाल ब्राह्मणों की राजधानी हुआ करता था, जिसकी सम्रद्धि के चर्चे पूरे राजस्थान में थे. यहां की इमारतों की वास्तुकला मन को मोहने वाली हुआ करती थी, आज भी यहां के खंडहरों की नक्कासी देखकर उन पालीवाल ब्राह्मणों की सम्रद्धि का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.

10. भानगढ़ के किले का रास्ता (अलवर, राजस्थान)

भानगढ़ के किले के बारे में कौन नहीं जानता, भारत की सबसे डरावनी जगह के नाम से प्रसिद्ध है. कहते हैं इस किले में कोई भी रात को नहीं रुक सकता, यह सरकारी आदेश है. भानगढ़ के पास जाने वाली सड़कें रात के समय बेहद भ्रामक हो जाती हैं. इसलिए रात के समय यहाँ से वाहनों का गुज़ारना बंद हो जाता है.

पति पत्नी विवाद सामान्य माने जाने चाहिए

अमेरिका में एक शोध से पता चला है कि जिन लड़कियों के पिता विवाह के दौरान किसी दूसरी के साथ अफेयर रखते हैं या विवाह दूसरी के लिए तोड़ देते हैं, उन लड़कियों का आमतौर पर पुरुषों पर से विश्वास उठ जाता है. पिता का यह बरताव उन्हें इतना गहरा घाव देता है कि जीवन भर नहीं भरता है. इन लड़कियों को मां को पिता का दिया आघात खलता है. मां में तो पति के धोखा देने पर गुस्सा होता ही है पर लड़कियां भी कई बार सोचने लगती हैं कि शायद उन में ही कोई कमी है, जो पिता उन्हें प्यार न कर के घर के बाहर किसी और को प्यार करते हैं.

ऐसी लड़कियां यह सिद्ध करने के लिए कि वे प्यार के काबिल हैं, वे आकर्षक हैं और उन में पुरुष को सुख देने की क्षमता है, आमतौर पर गलत बौयफ्रैंड पाल लेती हैं, क्योंकि उन में फ्रस्ट्रेशन और वीकनैस भर जाती है. इस तरह के बौयफ्रैंड भी उन्हें धोखा देते हैं. उन्हें बनाए रखने के लिए वे उन के साथ सैक्स करती हैं, मादक दवाएं लेती हैं, पैसा लुटाती हैं.

ऐसी लड़कियां बड़ी होने पर विवाह कर लेती हैं, तो पति को बांध कर रखना चाहती हैं और इस प्रयास में अति कर जाती हैं. ऐसे में पति को घर कैदखाना लगने लगता है. वह मुक्ति चाहता है. फिर वह भी वही करता है, जो लड़की के पिता ने किया. लड़की को पिता से विरासत में पैसा मिला या न मिला, शक और हीनभाव जरूर मिल जाता है.

इस का इलाज यही है कि स्लेट को बारबार साफ किया जाए. पिता ने मां के साथ क्या किया यह भूल कर पिता के साथ संबंध मजबूत रखें. पिता में देरसवेर बेटी के प्रति मोह जागेगा ही. वह बेटी के प्रति हमेशा के लिए कू्रर नहीं हो सकता. अगर उस ने बचपन में मां को सबक सिखाने के लिए बेटी की अवहेलना की भी हो तो भी बाद में वह अपनी गलती सुधार लेता है.

बेटियों के लिए यह पाठ कठिन होता है. वे आसानी से पिता को उस के दिए जख्मों के दोष से मुक्त नहीं कर पातीं, पर पिता को इग्नोर कर के उसे दंड भी नहीं दिया जा सकता. यह दंड एक लकड़ी को तोड़ने के लिए अपने हाथों पर जख्म करने की तरह का होता है. लकड़ी टूट भी जाए तो भी खुद को भी दर्द होता ही है.

पतिपत्नी विवाद सामान्य माने जाने चाहिए. मां या पिता की दूसरे के प्रति आसक्ति को बच्चे सहजता से लें. यह बड़ों का अपना मामला है. ठीक है उन की सुरक्षा और प्यारदुलार में कमी हो सकती है पर यही तो जीवन है. प्रकृति ने स्त्रीपुरुष को सदा साथ रहने के लिए नहीं बनाया है.

सौतेला पिता या सौतेली मां को पहले दिन दुश्मन घोषित करने से माता या पिता को भी खोना पड़ेगा. यह सौदा महंगा है. कम से कम अमेरिका के सामाजिक वैज्ञानिकों का तो यही खयाल है.

शाहरुख पर भारी तारीख पर तारीख

बॉलीवुड में फिल्म रिलीज के लिए सितारे खास तारीख ढूंढते हैं.

सलमान ईद, ऋतिक और अजय दिवाली के मौके पर तो आमिर हर साल क्रिसमस और नए साल के आसपास अपनी फिल्म की रिलीज रखने की कोशिश करते हैं. मकसद एक ही है, त्योहार के मौके को बॉक्स ऑफिस पर कैश कराना.

इस साल भी यही होना है, पर इस बार सुपरस्टार शाहरुख खान खासे परेशान दिख रहे हैं. अपनी दो फिल्मों ‘दिलवाले’ और ‘फैन’ के ज्यादा न चल पाने से वह पहले ही थोड़े परेशान हैं. अब नई फिल्म ‘रईस’ की रिलीज के लिए उन्हें कोई तारीख नहीं मिल रही है. जो हैं, वो पहले ही बुक हो चुकी हैं.

साल 2015 में घोषित इस फिल्म को इस साल ईद के मौके पर सलमान की फिल्म ‘सुल्तान’ के साथ रिलीज होना था. शायद बॉक्स ऑफिस पर दोनों खानों की यह पहली टक्कर होती. मगर फिल्म पूरी न होने का हवाला देकर ‘रईस’ के निर्माता रिलीज की तारीख टाल गए.

सलमान खान ने कहा था कि “हमारी फिल्में साथ रिलीज करना किसी भी निर्माता के लिए फायदे का सौदा नहीं होगा क्योंकि इससे कमाई बँट जाएगी.”

शाहरुख ‘सुल्तान’ से टकराव तो बचा ले गए, पर अब ऐसे फँसे कि इस साल तो क्या, उनकी फिल्म अगले साल भी शायद ही थिएटर का मुँह देख पाए.

उनके सामने अगस्त में ‘रुस्तम’ (अक्षय कुमार) और ‘मोहनजोदारो’ (ऋतिक), दिवाली के मौके पर ‘शिवाय’ (अजय देवगन) और फिर ‘दंगल’ (आमिर खान) के साथ अपनी फिल्म रिलीज करने का ही रास्ता बचा है.

लेकिन वह पहले ही ‘बाजीराव मस्तानी’ के साथ टकराव का नतीजा झेल चुके हैं और अब किसी भी बड़े सितारे से टक्कर नहीं लेना चाहते. इसलिए उन्होंने तकरीबन मन बना लिया है कि वे अपनी फिल्म 26 जनवरी 2017 को रिलीज कर ही देंगे.

मगर यहां भी एक पेंच फँसा है. इसी दिन रौशन परिवार अपनी फिल्म ‘काबिल’ रिलीज करने को तैयार है.

शाहरुख का कहना है, “देश में वैसे ही थिएटर कम हैं और जब दो बड़ी फिल्में एक साथ आती हैं, तो दोनों को अच्छी संख्या में थिएटर नहीं मिल पाते और साथ ही बड़े बजट की फिल्मों को आर्थिक घाटा उठाना पड़ता है जिसे बचाने की हम कोशिश कर रहे हैं.”

उनका कहना था, “हम रौशन परिवार से बात कर रहे हैं कि वो ‘काबिल’ की डेट आगे बढ़ा लें क्योंकि उनकी फिल्म अभी शुरू नहीं हुई है.”

इस पर ऋतिक ने कन्नी काटते हुए कहा, “देखिए, रिलीज के फैसले पैसों से जुड़े होते हैं. मुझे अपनी फिल्म की रिलीज की तारीख किसी के साथ शेयर करने में कोई तकलीफ नहीं, पर चूंकि यह पैसे से जुड़ा फैसला है तो निर्माता ही इस पर बात करेंगे.”

वैसे ‘रईस’ के निर्माता शाहरूख ही हैं और ‘काबिल’ भी ऋतिक का होम प्रोडक्शन है. ऐसे में बात तो इन्हीं के बीच होगी. पर शायद वो इसे जाहिर नहीं करना चाहते.

हैरानी की हात ये है कि बॉलीवुड के सुपरस्टार को अपनी फिल्म की रिलीज डेट के लिए इतनी जद्दोजहद करनी पड़ रही है. हो सकता है कि इसकी वजह शाहरूख की पिछली फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर खराब परफॉर्मेंस हो.

‘रईस’ की हालत देखकर फिल्म ‘दामिनी’ का डॉयलॉग याद आता है, “तारीख पर तारीख मिलती रही है मीलॉर्ड….और अब मिली भी तो बस तारीख.”

नए अंदाज में आ रहा है ‘बिग बॉस’

हर बार की तरह इस बार भी फैन्स टीवी इंडस्ट्री के सबसे लोकप्रिय रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अब जबकी ये तय हो गया है कि ‘बिग बॉस’ का दसवां सीजन भी इंडस्ट्री के ‘सुल्तान’ ही होस्ट करेंगे, तो फैन्स का शो के लिए एक्साइटमेंट लेवल हाई होना तो लाजमी ही है.

सूत्रों के मुताबिक ‘बिग बॉस’ का दसवां सीजन मिड-अक्टूबर में शुरू होने की उम्मीद है. इतना ही नहीं, सलमान, कबीर खान की फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ के कुछ मेजर सीन्स की शूटिंग के बाद जल्द ही इस शो की शूटिंग भी शुरू करने वाले हैं.

बता दें कि इस बार बिग बॉस’ में कुछ ऐसा होने जा रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ. दरअसल इस बार शो के 10वें सीजन के दरवाजे आम लोगों के लिए भी खोल दिए गए हैं.

अभी तक के नौ सीजन में बिग बॉस के घर में सेलिब्रिटी ही हिस्सा लेते आए हैं. लेकिन अब कलर्स चैनल उन लोगों की इच्छा पूरी करने जा रहा है जो इस शो में हिस्सा लेने की इच्छा रखते हैं.

शाहरुख, सलमान से कोई कंपिटिशन नहीं: अक्की

इस साल 2 सुपरहिट फिल्में दे चुके सुपरस्टार अक्षय कुमार का कहना है कि उन्हें शाहरुख खान, सलमान खान से कोई कंपिटिशन नहीं हैं.

कोई शक नहीं कि अक्षय कुमार एक ऐसे सुपरस्टार हैं, जिन्हें बच्चे से लेकर उम्रदराज.. हर जेनेरेशन के दर्शक पसंद करते हैं. इस साल अक्षय ने एयरलिफ्ट और हाउसफुल 3 जैसी सफल फिल्में दी हैं. वहीं, रूस्तम रिलीज को तैयार है.

ऐसे में हर अगले दिन अक्षय की तुलना बॉलीवुड की खान तिकड़ी- शाहरुख खान, सलमान खान, आमिर खान से की जाती है. लेकिन अक्षय इसे सही नहीं मानते.

हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अक्षय ने साफ कहा कि वे किसी से कंपिटिशन नहीं करना चाहते. अक्षय कुमार ने कहा, अपने साथ वालों के साथ कंपिटिशन करना मूर्खता होगी. मैं खान्स के स्टार पॉवर को पसंद करता हूं. और उनकी सफलता को सेल्यूट करता हूं. वे भी मेरे साथ ऐसा ही करते हैं. लेकिन हम एक ही रेस में नहीं हैं.. ना थे.. ना होंगे.

”सलमान खान, अजय देवगन से ही मैंने मारपीट सीखी है….” अक्षय कुमार ने साफ कहा कि ना खान्स उनके साथ कंपिटिशन करते हैं और ही वे खान तिकड़ी के साथ करना चाहते हैं.

वहीं, हाल में ऋतिक रौशन और अक्षय कुमार को भी एक दूसरे की फिल्मों के लिए शुभकामनाएं देते देखा गया. बता दें, ऋतिक की मोहनजोदड़ो और अक्षय कुमार की रूस्तम 12 अगस्त को क्लैश हो रही है.

दीपिका की हॉलीवुड फिल्म XXX… का लोगो लाँच

भारतीय अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने अपनी आगामी हॉलीवुड फिल्म ‘एक्सएक्सएक्स: द रिटर्न ऑफ जेंडर केज’ का लोगो जारी किया है. इस फिल्म में अभिनेत्री को हॉलीवुड स्टार विन डीजल के साथ देखा जाएगा. इस फिल्म में दीपिका सेरेना उनगेर की भूमिका निभा रही हैं.

लोगो में डीजल की आवाज में कहा गया है, दुनिया बदल गई है. हमें कुशल और अलग नजरिए वाले लोगों की जरूरत है, जो ऐसे जोखिम उठा सकें, जिनके बारे में हमें पता भी नहीं होता. हमें अलग तरह के जवानों की जरूरत है.

इस वीडियो को जारी करते हुए दीपिका ने लिखा, ‘एक्सएक्सएक्स : द रिटर्न ऑफ जेंडर केज’ का लोगो जारी. डी.जे. कारुसो द्वारा निर्देशित हॉलीवुड फिल्म 2002 में आई फिल्म एक्सएक्सएक्स और 2005 में आई फिल्म ‘एक्सएक्सएक्स : स्टेट ऑफ द यूनियन’ का सीक्वल है. यह फिल्म 20 जनवरी, 2017 को रिलीज होगी.

फेशियल से हो सकते हैं ये नुकसान

चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने और त्वचा की समस्याओं से बचने के लिए अगर आप भी फेशियल करवाती हैं, तो जरा संभल जाएं. क्योंकि यह जरूरी नहीं कि फेशियल आपको सिर्फ दमकती हुई त्वचा ही दे. यह आपको कुछ समस्याएं भी दे सकता है. जानें फेशियल के यह 5 नुकसान …

1. खुजली – फेशियल में अक्सर केमिकल युक्त क्रीम और कॉस्मेटिक उत्पादों का प्रयोग किया जाता है, जो सभी को सूट करें ही यह जरूरी नहीं है. इनके साइड इफेक्ट के तौर पर आपको त्वचा पर खुजली भी हो सकती है. इतना ही नहीं यह आपकी त्वचा के लिए हानिकारक भी हो सकता है.

2. लालिमा आना – सही प्रक्रिया न होने के चलते या फिर अत्यधिक स्क्रबिंग और गलत मसाज से चेहरे की त्वचा लाल भी पड़ सकती है, जो आगे जाकर त्वचा की अन्य समस्याओं को जन्म दे सकती है.

3. मुहांसे – कई लोगों को यह शिकायत होती है कि फेशियल के बाद चेहरे पर मुहांसे हो जाते हैं. इसका मुख्य कारण आपके रोमछिद्रों का खुलना है. रोमछिद्र खुलने पर सीबम का निर्माण एवं स्त्राव होता है जिसके कारण त्वचा तैलीय होती है और मुहांसे  होने लगते हैं.

4. एलर्जी – चेहरे की खूबसूरती के लिए कई प्रकार के फेशियल किए जाते हैं जिनमें प्रयोग किए जाने वाले उत्पाद भी अलग-अलग होते हैं. त्वचा के लिए उसके टाइप के अनुरूप उत्पादों का चयन करना बेहद जरूरी होता है. ऐसा नहीं होने पर त्वचा पर एलर्जी भी हो सकती है.

5. पीएच बैलेंस – यदि आप नियमित रूप से चेहरे पर फेशियल करवाते हैं तो आपकी  त्वचा अपनी कुदरती नमी खो सकती है जिसके कारण त्वचा का पीएच बैलेंस भी बिगड़ सकता है.

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