किसी खान के होने से ही फिल्म हिट नहीं होती

फिल्म ‘सनम तेरी कसम’ से बौलीवुड में ऐंट्री कर चुकी पाकिस्तानी सुंदरी मावरा हुसैन का मानना है कि बौलीवुड में किसी खान के साथ डैब्यू करना आप की फिल्म की सफलता की निशानी नहीं है. पाकिस्तानी वीजे मौडल और टीवी सीरियलों में काम कर चुकीं मावरा हर्षवर्धन राणे के साथ बौलीवुड में कदम रख रही हैं. वे कहती हैं कि शानदार स्क्रिप्ट की फिल्म सिर्फ इसलिए छोड़ देना कि उस में कोई खान नहीं है, को मैं बेवकूफी समझती हूं.

बाबा का आसन डोला

ग्लैमर के आगे बड़ोंबड़ों का आसन डोल जाता है फिर दूसरों को आसन सिखाने वाले बाबाजी का ध्यान गड़बड़ा जाए तो कोई बड़ी बात नहीं. पिछले दिनों एक योगा शिविर में शिल्पा शेट्टी और बाबा रामदेव एकसाथ योगा कर रहे थे. शिल्पा का ध्यान तो योगा में था पर बाबा का ध्यान डगमगा गया और वे योग सुंदरी की तरफ एकटक देखने लगे. पर बाबा को इस का ध्यान नहीं रहा कि वे मीडिया के कैमरों के निशाने पर हैं.

 

कंगना रितिक के बीच अब क्या चल रहा

गत वर्ष कंगना अपनी फिल्मों के कारण छाई रहीं. मगर नए साल में वे हर किसी से उलझने के चलते चर्चा में हैं. उन्होंने हाल ही में विशाल भारद्वाज के साथ पंगा ले लिया. कंगना विशाल की फिल्म कर रही हैं पर मैडम ने मूड अच्छा न होने के कारण 3 दिनों के लिए शूटिंग स्थगित कर दी और वह भी नया सैट तैयार होने के ऐन पहले. रितिक के साथ भी उन की जबानी लड़ाई जारी है. जब इस सिलसिले में उन से पूछा गया कि रितिक रोशन ने उन्हें ‘आशिकी-3’ से निकलवाया? तो कंगना ने कहा कि पूर्व प्रेमी ऐसी मूर्खता करते रहते हैं. लेकिन वे सब कुछ भूल चुकी हैं और गड़े मुरदे नहीं उखाड़ती हैं. इस के बाद रितिक ने ट्वीट किया था कि वे पोप से अफेयर कर सकते हैं, लेकिन मीडिया में सुझाई जा रही महिलाओं (कंगना) के साथ अफेयर की संभावना नहीं.

अपने एक बेटे से दूर हो गई हूं

प्रियंका चोपड़ा की तो अभी शादी भी नहीं हुई, फिर यह बेटों का क्या चक्कर है? दरअसल, प्रियंका अपने गायन और अभिनय को बेटों की तरह मानती हैं. अभिनय के जौहर तो प्रियंका ने फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ में भी खूब दिखाए, पर गायकी से नाता टूट सा गया है. ‘दिल धड़कने दो’ और ‘मैरीकौम’ फिल्मों के बाद उन की आवाज सुनाई नहीं दी. तभी तो प्रियंका ने एक शो के दौरान कहा कि उन्हें लगता है कि एक बेटा उन से दूर हो रहा है.

अचारी जुकीनी

सामग्री

300 ग्राम जुकीनी

1 बड़ा चम्मच सरसों का तेल

1/6 छोटा चम्मच हींग पाउडर

1/2 छोटा चम्मच राई

1/2 छोटा चम्मच सौंफ

1 छोटा चम्मच धनिया साबूत

1/2 छोटा चम्मच मेथी दाना

1 साबूत लालमिर्च

1/2 छोटा चम्मच हलदी पाउडर

1 इंच दालचीनी का टुकड़ा

1 तेजपत्ता

1/2 छोटा चम्मच जीरा

1 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर

1/4 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर

1/2 छोटा चम्मच चाटमसाला

नमक स्वादानुसार.

विधि

जुकीनी को छोटे टुकड़ों में काट लें. अब एक नौनस्टिक कड़ाही में तेल गरम कर के तेजपत्ता, दालचीनी और फिर सभी साबूत मसाले व हींग डाल कर कुछ क्षण भूनें. इस में हलदी पाउडर व जुकीनी के टुकड़े डालें. फिर नमक डाल कर उलटेंपलटें और 1 बड़ा चम्मच पानी डाल कर आंच धीमी कर रख कर जुकीनी गलने व पानी सूखने तक पकाएं. बीचबीच में उलटतीपलटती रहें. जब सब्जी गल जाए तब मिर्च, अमचूर पाउडर व चाटमसाला डालें. आंच तेज कर 1 मिनट उलटेंपलटें. अचारी जुकीनी तैयार है.

 

आइरिस मजू, मिसेज इंडिया इंटरनैशनल 2015 की सैकेंड रनरअप

ज्यादातर युवतियां शादी के बाद अपनी दुनिया घरपरिवार तक ही समेट लेती हैं, पर कुछ अपनी मेहनत, लगन और महत्त्वाकांक्षा के चलते अपने जीवन में कुछ ऐसा हासिल करती हैं, जो उन की अलग पहचान बनाता है. ऐसी ही पहचान बनाई है कोचीन में जन्मी आइरिस मजू ने. इन का विवाह आर्मी के कर्नल मजू से हुआ. इन का एक 13 साल का बेटा भी है.

आइरिस मजू आर्मी स्कूल में अंगरेजी टीचर के साथसाथ गोग्रीन नामक कैंपेन में भी बहुत सक्रिय रही हैं. इन्होंने अपने छात्रों के साथ मिल कर बहुत सी रैलियों का आयोजन कर लोगों को वातावरण संरक्षण की जरूरत के बारे में बताया. इन का नारा था कि मोटापे को जलाओ न कि तेल.

रंग लाई मेहनत

विवाहित महिलाओं की इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए 300 से भी अधिक प्रविष्टियां आई थीं, जिन में केवल 34 महिलाओं को भाग लेने के लिए चुना गया था. यह प्रतियोगिता केवल ग्लैमर देखने की नहीं थी, बल्कि उन महिलाओं को चुनने की थी, जो किसी सामाजिक अभियान से जुड़ी हों और आइरिस मजू इस से संबंधित सभी मुद्दों का काफी लंबे समय से प्रचार करती आ रही थीं. देश भर में अलगअलग जगहों में रह चुकीं आइरिस को बहुत कुछ जानने को मिला. वातावरण की सुरक्षा व उस के बारे में इन की चाह ने ही इन्हें इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित किया.

इन्होंने अपनी उपलब्धियों की सूची में एक और उपलब्धि तब जोड़ी जब इन्हें एशिया इंटरनैशल के लिए कम्यूनिटी ऐंबैसेडर चुना गया. आइरिस मजू पुणे में आयोजित ईआरएम ग्रुप औफ कंपनीज द्वारा आयोजित ‘मिसेज इंडिया इंटरनैशनल 2015’ की मिसेज इंडिया प्लैनेट प्रतियोगिता की सैकेंड रनरअप रह चुकी हैं.

नई पहचान

दूसरी सौंदर्य प्रतियोगिताओं की तरह इस में भी रैंप वाक था पर यह इस प्रतियोगिता का बहुत छोटा हिस्सा था. जब इन्होंने पहली बार रैंप पर वाक किया तो अपना सारा ध्यान इसी पर केंद्रित किया. इस के लिए सभी प्रतियोगियों को एक विषय दिया गयाजिस के बारे में उन्हें कुछ देर बात करनी थी और उस से संबंधित परियोजनाओं की पहचान भी करनी थी. आइरिस ने उन सब चीजों के बारे में सोचा जो हमारे वातावरण को और अच्छा बना सकें. आइरिस ने इन सब चीजों के लिए बहुत मेहनत की. उन्होंने टेलैंट सैगमैंट के लिए माउथऔर्गन बजाना भी सीखा. समाज के प्रति प्रतिबद्धता इस खिताब का बहुत अहम हिस्सा था. पर प्रतियोगियों का स्वस्थ होना भी जरूरी था.

आइरिस कहती हैं, ‘‘अगर पति और बेटा मदद न करते तो मेरे लिए यह काम बहुत कठिन हो जाता. मैं अपने काम को ले कर बहुत ऐक्साइटेड हूं.’’

आइरिस मजू ने बताया कि एक बार उन के एचओडी ने उन से कहा कि तुम मुझे ‘ए टीचर फौर औल सीजन्स’ कविता की याद दिलाती हो, मुझे उन की यह प्रशंसा आज भी याद है और यह मेरे लिए अब तक की सब से बड़ी प्रशंसा है.

आइरिस को एक ऐसा अवसर मिला, जिस में इन्होंने सभी जवानों के परिवार कल्याण के लिए छोटाबड़ा काम किया. इसे ये अपनी उपलब्धि बताती हैं. इन का कहना है कि जब तक आप का सपना पूरा न हो तब तक आने वाली हर बाधा को पार करें

योजनाएं जो जीवन को बेहतर बनाएं

जीवन की अनिश्चिंतताओं एवं तनाव के बीच हमारी योजनाएं ही हमारे जीवन को सरल, सफल और सुखद बनाने की राह दिखाती हैं. हर व्यक्ति का हर दिन किसी न किसी योजना के तहत ही बीतता है. अचानक घटने वाली घटनाओं को भी यदि प्लानिंग के तहत संभाला जाए तो ही सफलता मिलती है. ऐसे में आने वाले सालों में अपनी प्राथमिकताओं को योजनाबद्ध करना जरूरी है खासकर महिलाओं के लिए प्लानिंग के लिए कई फायदे हैं. लेकिन उन्हें यह तय करना होगा कि जीवन के वे कौन से क्षेत्र हैं जहां उन्हें प्लानिंग की सब से ज्यादा आवश्यकता है. आइए हम इस में आप की मदद करते हैं:

फार्मूला फिट रहने का

हाल ही में हैल्थ और्गेनाइजेशन मैट्रोपोलिस हैल्थकेयर लिमिटेड द्वारा देश के 4 महानगरों दिल्ली, कोलकाता, बैंगलुरु और मुंबई में रहने वाली महिलाओं के बीच किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि युवा महिलाओं में यूटरस, माउथ कैंसर, डायबिटीज, थायराइड और यूटीआई की बीमारी तेजी से बढ़ रही है. इस बाबत डाक्टर मीता वर्मा, मूलचंद अस्पताल, दिल्ली, बताती हैं कि प्रिजर्वेटिव फूड, नौनऔर्गेनाइज्ड फूड आजकल चलन में है. कार्यालय से थकीहारी आई महिला में जब खाना बनाने की हिम्मत नहीं होती, तो वह इस तरह के भोजन का सहारा लेती है. लेकिन इस से उस का कोलैस्ट्रौल लैवल बढ़ जाता है और वह हारमोनल डिसबैलेंस की शिकार हो जाती है. ऐसा यंग गर्ल्स में ज्यादा देखा जाता है खासकर उन में जो अपने परिवार से दूर रहती हैं, क्योंकि घर पर खाना बनाने का उन में आलस्य ज्यादा होता है. मगर सोचिए थोड़े से आलस्य की वजह से आप एक बड़ी बीमारी का शिकार हो सकती हैं, इसलिए इस वर्ष प्रण करें कि चाहे कुछ भी हो खाना घर का बना ही खाएंगी.

डाक्टर मीता महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े और कई टिप्स देती हैं, जो उन्हें एकदम फिट ऐंड फाइन बना देंगे:

द्य सर्वाइकल कैंसर भारत में महिलाओं को होने वाली दूसरी सब से बड़ी बीमारी है. मगर अब इस से बचने के लिए वैक्सीन उपलब्ध हैं. यदि आप अनमैरिड हैं तो यह वैक्सीन जरूर लें.

द्य कामकाजी महिलाओं के लिए सब से जरूरी है वैजाइनल केयर. उन्हें कार्यालय में जौइंट टौयलेट इस्तेमाल करना पड़ता है. ऐसे में यूटीआई का खतरा रहता है, इसलिए वैजाइनल केयर के लिए आदत डालें कि टौयलेट जाने पर हर बार प्यूबिक ऐरिया और वैजाइना को किसी वैजाइनल वाश से साफ करें और वैजाइना को गीला न रखें.

द्य हमेशा वाटर कंटैंट अच्छा लें. असौर्टेड ड्रिंक्स लेना कम कर दें. साफ पानी का ही सेवन करें. विटामिन सी युक्त पेयपदार्थ लें. इस से इम्यूनिटी भी अच्छी होगी. शरीर को आयरन की भरपूर मात्रा मिले, इस के लिए गुड़ व चने का रोजाना सेवन करें.

फाइनैंशियल प्लानिंग

एचडीएफसी लाइफ द्वारा 2 वर्ष पूर्व किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार महिलाएं जिंदगी के विभिन्न मामलों में यह तय नहीं कर पाती हैं कि उन के लिए क्या उचित रहेगा खासतौर पर जब बात वित्तीय उत्पादों की आती है तो उन्हें इस की बहुत ही कम जानकारी होती है. जबकि हर वर्किंग और नौनवर्किंग महिला में बचत की भावना प्राकृतिक रूप से होती है. लेकिन बचत करने का तरीका सब को पता नहीं होता.

फाइनैंस स्पैशलिस्ट अरविंद सेन के अनुसार संपत्ति का निर्माण करने और वित्तीय रूप से आत्मनिर्भरता के लिए योजना का होना जरूरी है. यदि आप सोचती हैं कि रातोंरात फाइनैंशियली मजबूत हो जाएंगी या फिर एकमुश्त धनराशि बचा कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार लेंगी तो यह गलत सोच है. आर्थिक मजबूती के लिए समय लगता है, इसलिए एक निश्चित योजना के तहत समय पर बचत करने में ही समझदारी है.

अरविंद बताते हैं कि कई महिलाओं के लिए निवेश एक भारीभरकम शब्द है. निवेश के नाम पर उन्हें अधिक पूंजी और जोखिम का डर सताने लगता है. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. पुरुषों की तरह ही महिलाएं भी अलगअलग उत्पादों में धन निवेश कर अच्छा मुनाफा कमा सकती हैं. महिलाओं के लिए सब से बेहतर और सेफ निवेश का रास्ता बताते हुए अरविंद कहते हैं कि आजकल इन्फ्रास्ट्रक्चर बौंड्स लेना फायदे का सौदा है, क्योंकि ये प्रौफिटेबल बौंड्स होते हैं. कंपनी को मुनाफा हो या नुकसान ग्राहक को एक निश्चित दर से जमा राशि पर ब्याज दिया जाता है. अच्छी बात यह है कि यह शौर्ट टर्म इनवैस्टमैंट है, इसलिए कम से कम 5 साल के लिए आप का पैसा सुरक्षित हो जाता है.

2 से 3 होने का प्लान

शादी के बाद हर पतिपत्नी की ख्वाहिश होती है कि उन के एक संतान हो. लेकिन समाज के बदलते ढांचे और मानसिकता ने संतान के सुख को भी नहीं बख्शा. अब लोग शादी भी समय पर नहीं करते. शादी हो भी जाए तो बच्चे की जिम्मेदारी उठाने से हिचकते हैं. महिलाएं भी खुद को गर्भ के दौरान होने वाली तकलीफों को झ्ेलने के लिए मैंटली तैयार नहीं कर पातीं. कुछ तो कैरियर के आगे फैमिली प्लानिंग को वेस्ट औफ टाइम समझती हैं. लेकिन डाक्टर मीता के अनुसार आज की जैनरेशन की सब से बड़ी गलती सही वक्त पर सही काम न करना है. शरीर की कुछ आवश्यकताएं होती हैं, जो शादी से जुड़ी होती हैं. इस के अतिरिक्त हमारे शरीर में हमेशा एक जैसी क्षमता नहीं रहती, इसलिए गर्भधारण समय रहते कर लेना चाहिए. हां, इस के लिए सही प्लानिंग की जरूरत होती है. फैमिली  प्लानिंग के कुछ जरूरी टिप्स:

द्य यदि आप के एक भी संतान नहीं है और आप की उम्र 30 के ऊपर हो चुकी है, तो बेबी प्लानिंग के बारे में एक बार जरूर सोचें, क्योंकि 30 की उम्र से पहले गर्भधारण सेफ प्रैगनैंसी कहलाता है और इस के बाद की प्रैगनैंसी में कौंप्लिकेशन होते हैं और कई बार तो संतान पाने के लिए अप्राकृतिक तरीके तक अपनाने पड़ते हैं. द्य यदि 1 बच्चा है और दूसरी संतान कुछ वक्त बाद चाहती हैं तो डाक्टर की सलाह पर गर्भनिरोधक गोलियां लें. कुछ महिलाएं अपनी मरजी से पिल्स लेनी शुरू कर देती हैं, लेकिन इस से माहवारी का अनियमित होना और चक्कर आने शुरू हो जाते हैं.

द्य 6 माह में एक बार यूटरस माउथ का चैकअप जरूर करवाएं. इस से सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना को रोका जा सकता है.

एक रिसर्च के अनुसार विकसित देशों में ऐबनौर्मल डिलिवरी के केस बढ़ते जा रहे हैं, क्योंकि लोग यह तो तय कर लेते हैं कि बच्चा किस साल चाहिए, लेकिन वह सेहतमंद हो इस की प्लानिंग भी सही तरीके से होनी चाहिए. डाक्टर मीता बताती हैं कि बेबी प्लान करने के 2-3 महीने पहले से फौलिक ऐसिड लेना शुरू करें. कोई भी ऐंटीबायोटिक लेने से पहले डाक्टर की सलाह जरूर लें. यह बच्चे के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.

ब्यूटी मेकओवर प्लानिंग

हर महिला खूबसूरत दिखना चाहती है और इस के लिए तरहतरह के प्रयत्न भी करती है. लेकिन खूबसूरती पाना उतना आसान नहीं कि चुटकी बजाते ही काया पलट हो जाए. यदि ऐसा होता भी है तो ऐसी खूबसूरती को आर्टिफिशियल की श्रेणी में रखा जाता है. ब्यूटीशियन रेनू महेश्वरी कहती हैं कि खूबसूरती को भी एक प्लानिंग के तहत पाया जा सकता है, क्योंकि खूबसूरती का आशय सिर्फ चेहरे की सुंदरता से नहीं होता, बल्कि केश, दांतों और त्वचा की खूबसूरती भी बहुत महत्त्व रखती है.

प्राकृतिक तरीकों और तकनीक के तालमेल से वाकई काया पलट की जा सकती है. आइए जानते हैं कैसे:

द्य आप के दांतों में गैप है और इस से आप की खूबसूरती प्रभावित होती है. 4 साल भर बाद आप की शादी होने की संभावना है तो यह समय ब्रसेस लगवाने के लिए पर्याप्त है, क्योंकि ब्रसेस लगवाने और हटवाने में 2-3 साल का वक्त लगता है. ऐसे में इस साल आप अपने मेकओवर के लिए पहला कदम अपने दांतों पर ब्रसेस लगवा कर उठा सकती हैं.

द्य लंबे घने केश महिलाओं का गहना होते हैं, लेकिन अगर आप के केश न तो लंबे हैं और न ही घने, तो परेशान न हों, क्योंकि आप हेयर ट्रीटमैंट ले सकती हैं. ब्यूटी के क्षेत्र में बहुत से प्राकृतिक हेयर ट्रीटमैंट आ गए हैं, जो केशों को संवारने में फायदेमंद हैं. इस के अलावा यदि केशों की लैंथ बढ़ाना चाह रही हैं तो 4 वर्ष का समय इस के लिए भरपूर है.

द्य ब्रैस्ट का आकार ज्यादा हो या कम, बहुत सारी दवाएं बाजार में मनचाहा ब्रैस्ट साइज पाने के लिए उपलब्ध हैं. लेकिन इन के साइडइफैक्ट भी हैं, इसलिए वक्त निकालें और व्यायाम की मदद से ब्रैस्ट को सही आकार दें. इस में वक्त जरूर लगता है, लेकिन इस का कोई साइडइफैक्ट नहीं है.

कैरियर प्लानिंग

पलानिंग की कड़ी में महिलाओं के लिए एक और बेहद महत्त्वपूर्ण क्षेत्र उन का कैरियर भी आता है. आधुनिकता ने महिलाओं की सोच को काफी प्रभावित किया है. अब कैरियर को भी वे परिवार की तरह ही प्राथमिकता देने लगी हैं. मगर इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि परिवार की जिम्मेदारियों के साथ सफल कैरियर पाने की राह उन के लिए आसान नहीं होती. लेकिन सही वक्त पर लिए गए सही निर्णय काफी हद तक परिवार और कार्यक्षेत्र में कुशल भूमिका निभाने में मदद करते हैं.

द्य यदि आप की शादी नईनई हुई है तो जाहिर है नए परिवार को समझने में कुछ वक्त लगेगा और उन्हें आप को समझने में. ऐसे में कई बार लड़कियां जौब यह सोच कर छोड़ देती हैं कि एक बार परिवार में सैटल होने के बाद फिर से नौकरी तलाश लेंगी.यह गलत निर्णय है. ऐसा करने पर लगीलगाई नौकरी छोड़ कर घर बैठने का अफसोस तो आप को होगा ही, साथ ही घरेलू माहौल में एक बार रम जाने पर आप का दोबारा नौकरी से मन भी उचट जाएगा.

द्य महिलाओं के साथ बड़ी समस्या यह होती है कि बेबी प्लान करते ही कैरियर चौपट हो जाता है. लेकिन इस के पीछे न तो बच्चा, न परिवार और न ही कोई और वजह होती, बल्कि महिला खुद इस की वजह होती है. सभी संस्थानों में मैटरनिटी लीव मिलती है. इस लीव के दौरान मां की सेहत भी ठीक हो जाती है और बच्चे की जिम्मेदारी उठाने का अनुभव भी हो जाता है. लेकिन इस दौरान बच्चे और औफिस के लिए समय कैसे निकालना है, यह आप को तय करना होता है.

इन योजनाओं के अलावा यदि आप बिजनैस की तरफ रुख करना चाहती हैं या फिर घरेलू महिला से बिजनैसवूमन बनना चाहती हैं तो खुद को आजमाने में कोई बुराई नहीं है. बशर्ते आप को जिस भी उत्पाद का बिजनैस करना हो उस की अच्छी जानकारी हो.  

सौंदर्य समस्याएं

मैं 20 वर्षीय युवती हूं. मेरी समस्या यह है कि मेरे चेहरे की त्वचा पर ओपन पोर्स हैं, जिन की वजह से त्वचा खराब दिखती है और मेकअप भी अच्छा नहीं दिखता है. मैं ऐसा क्या करूं, जिस से मेरी समस्या का समाधान हो?

त्वचा पर ओपन पोर्स की समस्या ज्यादा स्क्रबिंग की वजह से होती है. स्क्रबिंग के बाद अगर त्वचा के ओपन पोर्स को क्लोज करने के लिए पैक न लगाया जाए तो त्वचा पर ओपन पोर्स हो जाते हैं. इस समस्या के समाधान के लिए आप 1 चम्मच टमाटर का रस, 1 चम्मच मैदा और थोड़ा सा गुलाबजल मिला कर चेहरे पर लगाएं. जब पैक सूख जाए तो पानी से मसाज करते हुए चेहरे को धो लें.

मैं 35 वर्षीय महिला हूं. मेरे चेहरे पर बहुत झांइयां हैं. मैं ने कई उपाय कर लिए पर कोई फायदा नहीं हुआ. कोई घरेलू उपाय बताएं जिस से मेरे चेहरे की झांइयां कम हो जाएं?

चेहरे पर झांइयां होने का कारण खानपान में पौष्टिक तत्त्वों की कमी के अलावा धूप में अधिक घूमना भी हो सकता है. आप अपने भोजन में आयरन की मात्रा अधिक से अधिक लें. हरी पत्तेदार सब्जियां भोजन में शामिल करें. इस के अलावा घरेलू उपाय के तौर पर सब को कद्दूकस कर के चेहरे पर लगाएं और फिर सूखने पर धो लें. अगर सेब न मिले तो केले का पैक भी चेहरे पर लगा सकती हैं. इस पैक को रोजाना चेहरे पर लगाएं. धीरेधीरे झांइयां हलकी पड़ जाएंगी.

मेरी त्वचा सांवली है और साथ ही औयली भी है, जिस की वजह से चेहरे पर रौनक नहीं दिखती. कृपया त्वचा की रंगत निखारने का कोई उपाय बताएं?

किसी का गोरा या काला होना जीन्स पर निर्भर करता है. फिर भी घरेलू उपायों से चेहरे की रंगत को थोड़ा निखारा जा सकता है. आप बेसन में दही व शहद मिला कर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं. पेस्ट के सूखने के बाद उसे पानी से मसाज करते हुए धो लें. बेसन जहां चेहरे के औयल को कम करेगा, वहीं शहद रैशेज होने से बचाव करेगा. इस के अलावा आप बादाम के पाउडर में मिल्क पाउडर और रोजवाटर मिला कर पैक बना कर चेहरे पर लगाएं. सूखने पर कच्चे दूध की सहायता से धो लें. यह पैक भी आप के चेहरे की रंगत को निखारने में मदद करेगा.

मैं स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा हूं. मैं ने समाचारपत्रपत्रिकाओं में पढ़ा है कि त्वचा की खूबसूरती बनाए रखने के लिए उस की नियमित क्लींजिंग करनी चाहिए. मैं जानना चाहती हूं कि क्या नियमित क्लींजिंग करने से कोई साइड इफैक्ट तो नहीं होगा? साथ ही यह भी बताएं कि अगर रोजाना क्लींजिंग करनी हो तो किस चीज से करें?

त्वचा की खूबसूरती बनाए रखने के लिए रोजाना क्लींजिंग करनी चाहिए खासकर सोने से पहले अवश्य करनी चाहिए. आप चाहें तो माइल्ड फेसवाश या कच्चे दूध में नीबू का रस मिला कर उस से भी क्लींजिंग कर सकती हैं. इस का कोई साइड इफैक्ट नहीं होता. अगर आप की त्वचा रूखी है तो आप गुलाबजल से भी क्लींजिंग कर सकती हैं.

मैं 23 वर्षीय युवती हूं. मेरी समस्या यह है कि मेरे चेहरे पर मुंहासे होते हैं और बाद में उन के निशान रह जाते हैं, जिस से चेहरा बहुत भद्दा दिखता है. मैं ने बहुत कुछ ट्राई किया पर कोई फायदा नहीं हुआ. उलटे चेहरा सांवला दिखने लगा है. कृपया कोई घरेलू उपाय बताएं?

मुंहासों के बाद चेहरे पर उन के दाग रह जाना एक आम समस्या है. दागों से छुटकारा पाने के लिए खीरे के रस में मिल्क पाउडर और मुलतानी मिट्टी मिला कर मुंहासों के निशानों पर लगाएं. सूखने पर पानी से धो लें. नियमित ऐसा करने से मुंहासों के दाग धीरेधीरे हलके पड़ जाएंगे.

मेरी उम्र 26 वर्ष है. अगले साल विवाह होने वाला है. मेरी समस्या मेरे बालों को ले कर हैं. मेरे बाल सफेद होने लगे हैं. मैं मेहंदी लगाती हूं तो सफेद बाल लाल दिखते हैं. क्या बालों को कुदरती रूप से काला करना संभव है? साथ ही सिर की त्वचा में खुजली भी होती है और बाल बेजान, शुष्क व कमजोर भी हो रहे हैं. मुझे हेयर केयर के टिप्स बताएं जिन से कि मेरे बाल मजबूत और चमकदार हो जाएं?

सफेद बालों को कुदरती रूप से काला नहीं किया जा सकता. मेहंदी से बालों को अस्थाई रूप से काला करने के लिए उस में आंवला पाउडर मिलाएं और साथ ही मेहंदी को लोहे की कड़ाही में भिगोएं. इस से मेहंदी लगाने के बाद बाल कम लाल दिखेंगे. साथ ही बालों की नियमित औयलिंग करें. सिर की त्वचा पर खुजली की समस्या के समाधान व मजबूत, चमकदार बालों के लिए एक हेयर पैक बनाएं, जिस में मेथी पाउडर में काले तिल का पाउडर बराबर मात्रा में मिला कर उस में दही मिलाएं और फिर इस पेस्ट को बालों में लगाएं. आधे घंटे बाद बालों को सादे पानी से धो कर शैंपू कर लें. नियमित ऐसा करने से बाल घने, मजबूत व चमकदार हो जाएंगे.

मैं 23 वर्षीय युवती हूं. मेरी समस्या मेरे काले होंठ हैं, जिन पर कोई भी लिपस्टिक सूट नहीं करती. मैं चाहती हूं कि मेरे होंठ प्राकृतिक रूप से गुलाबी हो जाएं. उपाय बताएं?

होंठों का कालापन दूर करने के लिए गुलाब की पंखुडि़यों को पीस कर उस में थोड़ी सी ग्लिसरीन मिला कर इस लेप को रोजाना अपने होंठों पर लगाएं. होंठ गुलाबी हो जाएंगे. इस के अतिरिक्त दही के मक्खन में केसर मिला कर होंठों पर लगाने से भी लाभ होगा.

-समाधान ब्यूटी ऐक्सपर्ट परमजीत सोई के सहयोग से

सजना हो जब सजना के लिए

फरवरी माह में आने वाले स्पैशल दिन पर आप अपने को खास तरह से सजाएं. यों तो पति या प्रेमी को रिझाने के लिए गुलदस्ता, खूबसूरत कार्ड और अन्य तमाम तरह के उपहार दिए जाते हैं. मगर इतना ही पर्याप्त नहीं. अपने प्रिय के दिल को चुराने के लिए अपनेआप को भी सजाना होगा ताकि आप की खूबसूरती को देख कर वह रोमांचित हो जाए, उस का मन आप को अपनी बांहों में ले कर डांस करने का हो जाए.

त्वचा की देखभाल

लैक्मे ब्यूटी सैलून की ब्यूटी ऐक्सपर्ट अनीता बी. मिश्रा कहती हैं, ‘‘फरवरी में जाड़ा जा रहा होता है और गरमी शुरू होने को होती है. मौसम के इस बदलते अंदाज का प्रभाव शरीर के हर हिस्से पर पड़ता है. सब से ज्यादा प्रभाव त्वचा पर पड़ता है. इसलिए त्वचा की देखभाल बहुत जरूरी होती है. बदलते मौसम में त्वचा में रूखापन आ जाता है. त्वचा खिंचीखिंची भी रहने लगती है. इस के लिए त्वचा के हिसाब से मौइश्चराइजर का प्रयोग करें.’’

फेस शरीर का सब से अहम हिस्सा होता है. इसलिए इस की देखभाल भी ज्यादा होनी चाहिए. आप का चेहरा सुंदर और दमकता दिखे, इस के लिए जरूरी है कि दिन में 3 बार क्लींजर से चेहरे को साफ करें. अगर आप की त्वचा औयली है तो कम मौइश्चराइजर का प्रयोग करें और रूखी है, तो ज्यादा मौइश्चराइजर का प्रयोग करें. आमतौर पर महिलाएं यही मानती हैं कि त्वचा का खतरनाक सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाव केवल गरमी के मौसम में ही करना चाहिए. मगर सच यह है कि सूर्य की खतरनाक किरणों से त्वचा का बचाव फरवरी माह में भी करना चाहिए. इस के लिए जब भी धूप में निकलना हो उस से पहले किसी अच्छी सनस्क्रीन का प्रयोग जरूर करें.

स्पैशल डे का मेकअप हो खास

स्पैशल डे का मेकअप कुछ इस तरह का हो कि आप की सुंदरता खुल कर सामने आए. कभीकभी ज्यादा मेकअप होने से स्वाभाविक सुंदरता छिप जाती है. इसलिए मेकअप नैचुरल और बैलेंस लगने वाला करें. मेकअप में बनावटीपन अटपटा लगता है. दूसरों की देखादेखी ऐसा मेकअप कभी न करें, जो आप पर सूट न करे. अच्छा और नैचुरल मेकअप कर के आप उस दिन का आकर्षण बन सकती हैं. मेकअप की शुरुआत चेहरे को क्लीन कर के करें. क्लींजर से चेहरे को साफ करें. स्किन टोनर का प्रयोग कर के त्वचा को चमकदार बनाएं. स्पंज से मिक्स करते हुए फाउंडेशन चेहरे पर लगाएं. उस के ऊपर हलका टैलकम पाउडर लगाएं. उभरी चीकबोंस चेहरे को खूबसूरत दिखाती हैं. इस के लिए अपनी ड्रैस से मैच करते रंग का रूज लगाएं. पिंक और पीच कलर ज्यादा सूट करते हैं.

चेहरे के बाद आंखों का मेकअप भी बहुत खास होता है. आंखों पर आईशैडो हलका और ड्रैस से मैच करता लगाना चाहिए. आंखों को कजरारा बनाने के लिए आईलाइनर का प्रयोग करें. यह ब्लैक और ब्राउन के अलावा दूसरे कई रंगों में भी मिलता है. आंखों को और भी अधिक खूबसूरत दिखाने के लिए मसकारे का प्रयोग करें. चेहरे को खूबसूरत दिखाने के लिए होंठों का मेकअप भी बहुत सावधानी से करना चाहिए. होंठों पर लगाई जाने वाली लिपस्टिक का रंग भी चेहरे के मेकअप और ड्रैस के हिसाब से होना चाहिए. ब्राउन और प्लम कलर हर ड्रैस पर जंचते हैं. होंठों में चमक लाने के लिए लिपस्टिक के ऊपर लिपग्लौस का प्रयोग करें.

उस दिन अपने बालों को नया लुक दें. अगर आप की हाइट कम है तो बालों को ऊंचा दिखाने वाला कोई स्टाइल प्रयोग करें. इस के लिए स्टाइलिश जूड़ा भी बना सकती हैं और क्लिप के सहारे बालों को नया स्टाइल भी दे सकती हैं. अगर बाल घुंघराले हैं तो उन्हें ड्रायर से सीधा कर सकती हैं. सीधे बालों को घुंघराला भी बनाया जा सकता है. बालों को कलर भी कर सकती हैं. बालों का कलर अपने चेहरे के रंग के हिसाब से करें.

फेशियल रूखी त्वचा के लिए

फेशियल त्वचा की गहराई में जा कर उसे साफ करता है. साथ ही त्वचा को पोषण भी देता है. फेशियल के दौरान क्लींजिंग, टोनिंग, स्क्रबिंग व मसाज के जरीए चेहरे की सफाई की जाती है जिस से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और त्वचा में कसाव आता है.

फेशियल करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें:

द्य क्लींजिंग के बाद चेहरे के संवेदनशील हिस्सों जैसे आंखों और होंठों के आसपास औयल लगा सकती हैं. इस के अलावा आंखों को गुलाबजल से डूबी रुई से ढकें.

द्य फेशियल के समय चेहरे की कुछ देर तक मालिश करना न भूलें.

द्य रूखी त्वचा पर क्लीजिंग करने के लिए क्लीजिंग मिल्क का इस्तेमाल करें. इस के बाद कुनकुने पानी से चेहरे की त्वचा को साफ करें.

द्य टौवेल डिप कर अपने चेहरे की 10 मिनट तक हलके हाथ से मसाज करें. स्ट्रोक्स लय में होने चाहिए. इस से चेहरे की मांसपेशियां शिथिल हो जाती हैं और त्वचा में रक्तसंचार सुचारु हो जाता है.

मिनरल फेशियल: रूखी व खुश्क त्वचा के लिए मिनरल फेशियल बेहतर है. इस फेशियल के जरीए स्किन के अंदर मिनरल्स की कमियों को पूरा किया जाता है, जिस से त्वचा को पर्याप्त पोषण मिलता है.

इस में सब से पहले स्क्रबिंग कर के त्वचा की डीप क्लीनिंग करें. फिर जैट मशीन का प्रयोग कर के मिनरल्स को स्किन के अंदर जाने दें. इस फेशियल से त्वचा निखरी व स्वस्थ नजर आती है.

ऐलोवेरा फेशियल: यह फेशियल भी रूखी त्वचा के लिए काफी अच्छा होता है. इस में एलोवेरा के पल्प को चेहरे पर लगा कर मसाज करें. यह त्वचा को पोषण देने के साथसाथ उसे हाइड्रेट भी करता है. इस फेशियल से स्किन में मौइश्चराइजर लेवल बढ़ता है, जिस से त्वचा ग्लो करने लगती है.              

फेशियल के इन तरीकों को अपना कर न सिर्फ आप की त्वचा का रूखापन दूर होगा, उस में गजब का निखार भी आएगा.

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