9 TIPS: बालों को बनाएं सिल्की और शाइनी

बालों को सही पोषण न मिलने की वजह से वह रूखे और मुर्झाए हुए से दिखाई देते हैं. वहीं अगर बाल स्‍वस्‍थ रहते हैं तो बालों में शाइन रहती है और वह देखने में भी बहुत खूबसूरत लगते हैं. लेकिन हममें से कई लोगों को यह कुदरत का तोहफा नहीं प्राप्‍त हो पाता और हम अपने बालों को स्वस्थ और शाइनी बनाने के लिए तरह तरह के उपाय अजमाते हैं पर कोई फायदा नहीं मिलता.

अगर आपके बालों की भी यही कंडीशन है तो आप चिंता ना करें. बल्‍कि आपको अपने खान-पान को सुधारने के आलावा भी सिर में हेयर पैक लगाने की आवश्‍यकता है. अपने बालों में हफ्ते में दो बार तेल लगा कर मालिश करें. अगर बाल साफ रहेंगे तो भी उनमें काफी शान आ जाएगी. आइये जानते हैं बालों में शाइन भरने के जानदार टिप्‍स.

1. अंडे

यह सिर को ना खूब सारा प्रोटीन देता है बल्‍कि जब इसमें शहद, नींबू या दूध मिला कर सिर पर लगाया जाए तो बाल एक दम कोमल बन जाते हैं. इसे आधे घंटे के लिये छोड़ दें.

2. शहद

शहद को अंडे या फिर दूध में मिक्‍स कर के सिर पर लगाएं. पर इस पेस्‍ट को ज्‍यादा देर के लिये सिर पर न छोड़े क्‍योंकि शहद आपके बालों का रंग हल्‍का कर सकता है.

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3. दूध

इसमें बहुत सारा प्रोटीन होता है, जो कि बालों के लिये बहुत अच्‍छा होता है. इसे सिर पर हेयर पैक में डाल कर लगाएं. इसेस बाल मजबूत और कोमल बनते हैं.

4. तेल

बालों की देखभाल बिना तेल लगाए हो ही नहीं सकती. अगर आप बिना तेल लगाए बालों को धोएंगी तो बाल बहुत रूखे बन जाएंगे.

5. नींबू

जब इसे हेयर पैक के साथ मिक्‍स कर के लगाया जाएगा तो बाल स्‍मूथ बन जाएंगे. आप इसे अंडे , तेल , दूध या शहद के साथ मिक्‍स कर के लगाएं.

6. बेसन

इसमें बहुत सारा प्रोटीन होता है इसलिये इसको दही के साथ मिक्‍स कर के हेयर मास्‍क बनाएं. जब बालों और सिर में यह पेस्‍ट अच्‍छी तरह से लग जाए तब इसे पानी से धो लें. आपके बाल सिल्‍की नजर आएंगे.

7. केला

जितने लंबे आपके बाल हों, उस हिसाब से केला ले कर उसे मैश कर लें. फिर उसे बालों में ऊपर से नीचे की ओर लगाएं और कुछ देर के बाद उसे धो लें.

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8. दही

इसमें बहुत सारा प्रोटीन होता है. यह बालों में नमी पहुंचाता है. इसमें बेसन मिक्‍स कर के लगाएं या फिर अंडे या मेथी पावडर डाल कर लगाएं.

9. एप्‍पल साइडर वेनिगर

सिर को शैंपू से धोने के बाद एप्‍पल साइडर विनेगर लगाएं. उसके बाद इसे साफ पानी से धो लें. इससे बालों में नमी आ जाएगी और वह कोमल बन जाएंगे.

Holi Special: बालों को दें नैचुरल केयर

जमाना चाहे बदल जाए लेकिन लंबे, घने व काले बालों का फैशन कभी आउट नहीं होता है. लेकिन क्या करें हमारी भागदौड़ भरी जिंदगी, धूलमिट्टी, प्रदूषण व कैमिकल वाले प्रोडक्ट्स के ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण हमारे बालों की नैचुरल ब्यूटी, शाइन, सौफ्टनैस धीरेधीरे गायब होने लगती है, जो हमारी खूबसूरती को कम करने का काम करती है. ऐसे में अगर आप अपने बालों को सुंदर बनाना चाहती हैं तो हेयर केयर के लिए ऐसे शैंपू का इस्तेमाल करें जो नैचुरल इन्ग्रीडिऐंट्स से बने हों, जैसे:

ग्रीन ऐप्पल:

ग्रीन ऐप्पल में विटामिन ए, सी, फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, आयरन होने के कारण यह सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है. इस से शरीर की न्यूट्रिशन संबंधित जरूरतें पूरी होती हैं. ग्रीन ऐप्पल ऐक्सट्रैक्ट आप की स्कैल्प को क्लीन करने के साथसाथ आप के बालों में मौजूद ऐक्स्ट्रा औयल को रिमूव कर के बालों को फ्रैश लुक देने का भी काम करता है. इस में बालों को मौइस्चराइज करने वाली प्रौपर्टीज होती है, जिस से डैमेज बाल रिपेयर होते हैं. साथ ही यह आप के बालों को वौल्यूम प्रदान कर के उन्हें सिल्की व शाइनी बनाने का काम भी करता है.

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ऐलोवेरा:

ऐलोवेरा में प्रोटोलिटिक ऐंजाइम्स होते हैं, जो स्कैल्प पर मौजूद डैड स्किन सैल्स को रिमूव कर के स्कैल्प पर होने वाले डैंड्रफ व जलन को कम करने का काम करते हैं. इसे अगर बैस्ट हेयर कंडीशनर कहा जाए तो गलत नहीं होगा, क्योंकि यह हेयर ग्रोथ को प्रमोट कर के प्रदूषण व कैमिकल्स के ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण बालों में जो ड्राइनैस आ जाती है उसे कंट्रोल कर के बालों को सौफ्टनैस प्रदान करने का काम करता है. इस में विटामिनट बी12 और फौलिक ऐसिड होने के कारण यह बालों को झड़ने से भी रोकता है.

टीट्री औयल:

अगर शैंपू में टीट्री औयल मिला हो, तो वह बालों से कैमिकल के इफैक्ट को कम करने के साथसाथ स्कैल्प से डैड स्किन को भी रिमूव करता है. खास बात यह है कि यह बालों को हैल्दी व मौइस्चराइज रखता है, जिस से हैल्दी सैल्स प्रमोट होने से बालों की अच्छी ग्रोथ होती है. टीट्री औयल ब्लड फ्लो को इंप्रूव कर के व न्यूट्रिएंट्स को हेयर फौलिकल्स तक पहुंचाने का भी काम करता है. स्कैल्प के पीएच लैवल को बैलेंस में रखने में भी सक्षम है.

नीबू:

नीबू में मौजूद सिट्रिक ऐसिड नैचुरल ब्लीच का काम करता है, जिस से धीरेधीरे ग्रे हेयर की प्रौब्लम कम होती जाती है. इस में ऐंटीमाइक्रोबियल प्रौपर्टीज होने के कारण यह स्कैल्प को क्लीन करने का काम करता है, साथ ही हेयर फौलिकल्स को टाइट कर के बालों को डैंड्रफ से बचाता है. यह कोलेजन प्रोडक्शन को भी प्रमोट कर के डैमेज स्किन सैल्स को रिपेयर करता है. 2015 के एक अध्ययन के अनुसार नीबू में मौजूद सिट्रिक ऐसिड स्कैल्प के लिए नैचुरल पीएच ऐडजस्टर का काम करता है. इसलिए नीबू युक्त शैंपू काफी असरदार साबित होता है.

आंवला:

यदि आप आंवला युक्त शैंपू का इस्तेमाल करती हैं तो यह आप के ब्लड को प्यूरीफाई करने के साथसाथ आप के बालों के नैचुरल कलर को मैंटेन रखने का काम भी करता है, जिस से आप के बाल सफेद नहीं होते हैं. आंवले में पाया जाने वाला विटामिन सी कोलेजन प्रोटीन का उत्पादन करता है, जो बालों की लंबाई, उस के वौल्यूम व न्यू हेयर सैल्स को प्रमोट करने में मददगार होता है.

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वीट प्रोटीन:

यह प्रोटीन आप के बालों के मौइस्चर को मैंटेन रखने का काम भी करता है. इस से बाल ज्यादा घने, सिल्की भी नजर आते हैं. अगर आप के बालों में ज्यादा ड्राइनैस है या वे कर्ली हैं तो वीट प्रोटीन आप के बालों को वौल्यूम देने के साथसाथ बालों की हैल्थ का भी ध्यान रखेगा. यह बालों में फ्रिजीनैस, उन्हें उलझने और टूटने से रोकता है. कह सकते हैं कि यह बालों में नई जान डालने का काम करता है.

कोकोनट औयल शैंपू:

कोकोनट औयल शैंपू डैंड्रफ को कंट्रोल करने के साथसाथ बालों को मौइस्चर प्रदान करने का भी काम करता है. यह स्प्लिट ऐंड्स की समस्या से भी नजात दिलाता है, साथ ही यह हर तरह के बालों में प्रोटीन की कमी को दूर करने का भी काम करता है, जो हैल्दी बालों के लिए बहुत जरूरी होता है. इस से धीरेधीरे बालों की फ्रिजीनैस भी कम हो जाती है और बाल ज्यादा चमकदार व हैल्दी दिखने लगते हैं. इन सभी गुणों से युक्त शैंपू खरीदना चाहती है तो रोजा हर्बलकेयर आंवला शिकाकाई, रोजमैरी, सोया प्रोटीन, हीना तुलसी, हेयर ऐंड स्कैल्प, कोकोनट, व्हीट प्रोटीन, ग्रीन ऐप्पल शैंपू आप के लिए सही विकल्प हो सकते हैं.

ओजोन हेयर ट्रीटमेंट से बनाएं बाल को जडों से मजबूत  

नेहा की सबसे बडी परेशानी यह थी कि वह जब भी अपने बालों में कंघी करती थी उसके बाल उलझकर टूट जाते थे. धीरे धीरे उसके बाल कम हो रहे थे. नेहा ने कई बार इसका इलाज कराया पर उसको कोई लाभ नही हुआ. नेहा ने इसके लिये कई बार हेयर एक्सपर्ट से बात भी की तब उसको ‘ओजोन हेयर ट्रीटमेंट’ के बारे में पता चला. नेहा को लगता था कि कही इससे बालों को कोई नुकसान न हो जाये. नेहा ने जब ओजोन ट्रीटमेंट कराया तो उसके बालों को बहुत लाभ हुआ और उनका झडना कम हो गया. नेहा ने ब्यूटी एक्सपर्ट पायल श्रीवास्तव से बात की. उन्होने बताया कि ‘ओजोन हेयर ट्रीटमेंट बालों की जडो को मजबूत बनाता है. यह एक मशीन के द्वारा किया जाता है. यह काम कभी भी अपने आप नही करना चाहिये. ओजोन ट्रीटमेंट एक्सपर्ट ब्यूटी क्लीनिक के द्वारा कराया जाना ही सही रहता है. आज छोटे बडे सभी शहरों में इस तरह की सुविधा मौजूद है.‘

ओजोन ट्रीटमेंट मशीनः 

ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये बालो की जडों और स्कल्प में आक्सीजन को पहुचाया जाता है. ओजोन ट्रीटमेंट  में आक्सीजन में के अलावा बालों में विटामिन ए और डी को भी पहुचाया जाता है. ओजोन हाई फिकेवेंसी मशीन में एक होल्डर लगा होता है. जिसमें जरूरत के हिसाब से कांच के कई आकार वाले इलक्ट्रोड लगाये जाते है. इसके बाद मशीन से यूबी अल्ट्रावायलेट रेज निकाली जाती है. इनके जरीये बालों में 5 से 10 मिनट तक मसाज किया जाता है. मसाज के बाद बालों में अच्छे किस्म का तेल लगाकर छोड दिया जाता है. अगर बाल ड्राई है तो उसमें गर्म पानी में भिगो कर तौलिया लपेट कर बालों को स्टीम दी जाती है.

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ब्यूटी एक्सपर्ट पायल कहती है कि अगर बाल आयली है तो स्टीम देने की जरूरत नही होती है. बालों को ताजगी देने के लिये आंवला और शिकाकाई का बना हुआ हेयर पैक भी लगाया जा सकता है. 20 मिनट बाद बालों को पानी से धो दे. बालों को ध्ुलने का काम अगले दिन के लिये रखे. अगले दिन शैम्पू करना ठीक रहता है.

ओजोन ट्रीटमेंट का बालों में प्रभावः

ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये बालों में रक्त संचार को बढाया जाता है. ओजोन ट्रीटमेंट से बालों में पहुचने वाले कीटाणु का सपफाया हो जाता है. जो बालों को चुपचाप नुकसान पहुचाते रहते थे. रूसी की वजह से बालों में होने वाले संक्रमण को भी ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये सही किया जा सकता है. ओजोन ट्रीटमेंट बालों के अंदर पाये जाने वाले सीबम को सही करता है. ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये स्कल्प में आक्सीजन सही मा़त्रा पहुच जाती है. इससे बाल और स्कल्प स्वस्थ्य हो जाता है. बाल भी सेहतमंद हो जाते है.

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ओजोन ट्रीटमेंट में सावधनियां:

पायल श्रीवास्तव का कहना है ‘अगर स्कल्प पर घाव, सूजन ताजी चोट हो तो ओजोन ट्रीटमेंट नहीं कराना चाहिये. जिन लोगो को दिल की बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो तो भी ओजोन ट्रीटमेंट नही कराना चाहिये. ओजोन ट्रीटमेंट का लाभ यह होता है कि बालो का गिरना रूक जाता है. बालो का असमय सफेद होना भी रोका जा सकता है. इसको सप्ताह में एक बार कराना चाहिये. 10 से 15 बार यह इलाज कराने से बालों में बदलाव दिखने लगता है.

ओजोन ट्रीटमेंट वही से कराये जहां पर सापफ सफाई और इसके एक्सपर्ट लोग हो. एक बार के ट्रीटमेंट का खर्चा कम से कम 200 रूपये से शुरू होता है. शहर और पार्लर के हिसाब से यह खर्च बढता जाता है. ओजोन ट्रीटमेंट के जरीये बालों के सेल्स को एक्टीवेट कर दिया जाता है. जिससे बाल स्वस्थ्य और सुंदर बन जाते है.

एमीनेक्सल ट्रीटमेंट:

ओजोन ट्रीटमेंट के अलावा भी कुछ दूसरे ट्रीटमेंट होते है जिससे बालों को सुधरा जा सकता है. इनमें एमीनेक्सल ट्रीटमेंट का भी नाम आता है. एमीनेक्सल ट्रीटमेंट के जरीये बालो को गिरने से रोका जाता है. इस इलाज मे इंजेक्शन नुमा शीशी जिसको एम्पूयल कहा जाता उसमें अलग अलग तरह की तेल नुमा दवा भरी होती है. हर राज एक एम्पूयल के पेस्ट को बालों में लगाया जाता है. इसको लगाने से पहले बालों को शैम्पू करना चाहिये. मुलायम ढंग से सिर और बालों का मसाज करना चाहिये. यह मसाज क्लाक वाइज और एंटी क्लाक वाइज करना चाहिये. शुरूआत में यह इलाज अच्छे ब्यूटी पार्लर में ही करना चाहिये. इसके बाद चाहे तो ब्यूटी पार्लर के बताये अनुसार घर पर भी इस इलाज को कर सकते है. यह इलाज मंहगा होता है.

स्कल्प सीरम ट्रीटमेंटः

स्कल्प सीरम ट्रीटमेंट को हेयर स्पा भी कहा जाता है. यह बालों की ग्रोथ को बढाने के काम आता है. इससे बालों का गिरना भी कम हो जाता है. इस इलाज में भी तेलनुमा पेस्ट एम्प्यूल में भरा होता है. यह अलग अलग तरह का होता है. इसको लगाने से बालो की रूसी और बालों में होने वाला एक्स्ट्रा आयल रोका जा सकता है. कभी कभी बालो को कलर करने से बालों की संवेदनशीलता खत्म हो जाती है. इसके जरीये इस संवेदनशीलता को भी ठीक किया जा सकता है. जो शैम्पू बालों के नेचर के हिसाब वाले नही होते वह भी बालो का नुकसान पहुचाते है. स्कल्प सीरम ट्रीटमेंट के जरीये इसका इलाज भी हो जाता है.

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स्कल्प सीरम ट्रीटमेंट  में  प्रयोग होने वाला पेस्ट छोटी छोटी शीशी में होता है. बालो को पहले शैम्पू कर ले . तौलिया का प्रयोग करके इसको थोडा सूखा ले. इस तरह गीले बालो टावल ड्राई बाल भी कहा जाता है. इसके बाद शीशी से निकाल कर पेस्ट का बालों में लगा ले. 1 से 2 मिनट के बाद बालों को पानी से धे दे. अगले दिन शैम्पू कर ले. 4 से 5 सेटिंग के बाद इस इलाज का लाभ बालों में दिखने लगता है . यह भी मंहगा इलाज होता है. यह बालो से रूसी को खत्म करने का काम भी करता है. किसी भी तरह का इलाज एक्सपर्ट ब्यूटी क्लीनिक से ही कराये. अपने मन से कोई भी इलाज न करे. कभी कभी इसी तरह से इलाज करने से नुकसान हो जाता है.

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