सवाल-

मेरे आईलैशेज घनी नहीं हैं साथ ही टूट भी जाती हैं. मैं ऐसा क्या करूं जिस से मेरी समस्याएं दूर हो जाएं?

जवाब-

घनी आईलैशेज के लिए अरंडी का तेल काफी फायदेमंद माना जाता है. इस में रिसिनोलिक ऐसिड पाया जाता है. यह बालों की जड़ों में रक्त प्रवाह का बढ़ाता है और पलकों के विकास के लिए उत्तेजित करता है. अरंडी के तेल से न सिर्फ आप की पलकें घनी होंगी बल्कि यह पलकों को टूटने से भी बचाएगा.

आप चाहें तो परमानेंट आईलैशेज का औप्शन भी चुन सकती हैं जिस में आप अपनी पसंद और जरूरत के अनुसार कोई भी कलर, लंबाई और जितने आईलैशेज चाहे चुन सकती हैं लेकिन हमारी सलाह है कि आप सब से मिनिमल लैशेज को चुने ताकि आप को नैचुरल लुक मिले.

इस प्रक्रिया से पहले स्किन टाइप को भी जांचा जाता है व फिर कंप्यूटर के माध्यम से चेहरों को विभिन्न आकार के लैश को सेट कर के देखा जाता है. बाद में सूट करता हुआ लैश फिट किया जाता है.

आइलैश ऐक्सटेंशन में किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता और यह बेहद सुरक्षित भी है. ये लैशेज वाटरप्रूफ, स्वेटप्रूफ्र और औयलप्रूफ होते हैं, हालांकि इस ऐक्सटेंशन को परमानेंट माना जाता है लेकिन नेल ऐक्सटेंशन की तरह इस में भी हर महीने रिफिलिंग की जरूरत पड़ती है. इस में पलकों पर फिर से आइलैश को सेट किया जाता  है. ऐक्सटेंशन को बारबार सुधारने की जरूरत होती है.

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मेकअप को युवतियों की सैकंड स्किन कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. हर उम्र की युवती या महिला ग्लैमरस, यंग, सैक्सी नजर आने के लिए मेकअप करती है, लेकिन इस बात से अनजान रहती है कि दिनभर किए मेकअप को हटाना भी बहुत जरूरी है वरना इस से स्किन को नुकसान पहुंच सकता है. अगर आप भी मेकअप रिमूव करने में कोताही बरतती हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि इस से आप को नुकसान हो सकता है, आइए जानें.

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