अगर आप में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो किसी भी उम्र में कुछ भी कर सकते हैं. कुछ ऐसा ही कर दिखाया मुंबई से सटे भयंदर की रहने वाली 28 वर्षीय मोहिनी शर्मा माने ने. मोहिनी चेन्नई में आयोजित ‘मिसेज इंडिया वर्ल्ड 2016’ की विजेता हैं. स्वभाव से नम्र, हंसमुख और दृढ़ इच्छा रखने वाली मोहिनी व्यवसायी परिवार की हैं. वे लंदन में मैनेजमैंट की पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई आईं और 2 स्कूल चलाने का काम करने के साथसाथ अपने पति के व्यवसाय पर भी ध्यान देने लगीं.
मोहिनी की शुरू से ही कुछ अलग करने की इच्छा थी, पर यह किस रूप में होगी, पता नहीं था. कालेज के दौरान उन्होंने कई बार फैशन शो में हिस्सा लिया. पर मुंबई आ कर काम में इतनी बिजी हो गईं कि इस तरफ ध्यान देने का मौका ही नहीं मिला. मोहिनी ने बचपन से मां और दादी को कुछ न कुछ काम करते देखा है. वे ही उन की प्रेरणास्रोत रहीं. इस दौरान उन की शादी भी हो गई पर अपनेआप को फिट रखना मोहिनी ने कभी नहीं छोड़ा. जब मिसेज इंडिया के कंपीटिशन का पता चला तो फार्म भर दिया. पति आनंद माने, माता सुनीला और पिता सत्येंद्र शर्मा ने हौसला बढ़ाया तो मिसेज इंडिया वर्ल्ड का खिताब जीत गईं.
मोहिनी कहती हैं, ‘‘40 महिलाओं के बीच डर था कि पता नहीं मुझे यह खिताब मिलेगा या नहीं. मैं बहुत नर्वस थी, पर मेरे पति ने मेरा हौसला बढ़ाया.’’
परिवार के साथ तालमेल
व्यस्त दिनचर्या के बीच मोहिनी अपने परिवार के साथ तालमेल बना कर चलती हैं. कब क्या करना है, उस की प्लानिंग खुद कर लेती हैं. रात में पति के साथ बैठ कर डिनर करना, पिक्चर देखना आदि उन की दिनचर्या में शामिल है.
वे बताती हैं, ‘‘अगर मैं दिनरात काम करती रहूं, तो परिवार से दूरी बन जाती है, इसलिए यह जरूरी है कि आप काम के साथ परिवार को भी समय दें. इस से आप का कोऔर्डिनेशन परिवार के साथ अच्छा रहता है.’’
शादी के बाद अकसर महिलाएं ऐक्टिव नहीं रहतीं, क्योंकि वे सोचती हैं कि अब उन का काम परिवार देखना है. इस बारे में आप की क्या सोच है? यह पूछने पर मोहिनी कहती हैं, ‘‘यह तो उन महिलाओं के लिए ऐक्सक्यूज है, जो काम करने से कतराती हैं. अगर आप की इच्छा है तो आप किसी भी समय कुछ भी कर सकती हैं. मेरे हिसाब से हर एक दिन नया होता है, हर दिन कुछ नया सीखने को मिलता है. शादी के बाद सिर्फ आप की प्राथमिकताएं बदलती हैं, कैरियर नहीं खत्म होता. उसे अपने हिसाब से मैनेज करना पड़ता है और अगर परिवार का साथ हो तो कोई समस्या नहीं होती. हर महिला को प्रेजैंटेबल होना चाहिए. इस से हमेशा आत्मविश्वास बना रहता है. फैशन, स्टाइल को फौलो करना बहुत जरूरी है. अगर आप को इन की जानकारी नहीं है तो आप मैगजीन या इंटरनैट के जरीए जानकारी पा सकती हैं.’’
आगे की योजना
यह मंच मोहिनी के लिए खास है. वे आगे कई सोशल वर्क करना चाहती हैं. बहुत बड़ा प्लान अभी नहीं किया है. एक समय में एक काम करना ठीक समझती हैं. फिलहाल, वे मिसेज वर्ल्ड का सपना देख रही हैं, जहां उन्हें इंडिया को रिप्रैजेंट करने का मौका मिलेगा. इस के लिए मोहिनी नियमित वर्कशौप कर ट्रेनिंग ले रही हैं.
1 घंटे तक वर्कआउट करने और 1 घंटे तक टहलने के साथसाथ फ्रैश सब्जियां खाने और फलों का जूस पीने आदि पर भी वे ध्यान दे रही हैं.
खाली समय में मोहिनी अपने परिवार और दोस्तों से मिलती हैं. वे कहती हैं, ‘‘काम के बीच किसी से मिलने का समय नहीं होता. महीनों बीत जाते हैं. बात तक नहीं होती, इसलिए मैं उन के साथ समय बिताती हूं, क्योंकि चैरिटी घर से ही शुरू होती है. इस के अलावा मैं थोड़ी फैशनेबल भी हूं. मुझे इस प्रतियोगिता में ‘मिसेज फैश्निस्ता’ का भी खिताब मिला है.’’
मोहिनी को औटोबायोग्राफी पढ़ना बहुत पसंद है. वे कहती हैं, ‘‘आत्मकथाएं पढ़ते वक्त मैं केवल लोगों की सफलता को नहीं देखती, क्योंकि कोई भी सफलता अचानक नहीं मिलती. उस के लिए असफलता का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे में उन लोगों ने असफलता को कैसे हैंडल किया, कैसे फेल्योर ने उन्हें इंस्पायर किया आदि पढ़ती हूं. खुश रहने का मंत्र यही है कि आप को जो मिला है सैलिब्रेट करें.’’
‘गृहशोभा’ के जरीए वे महिलाओं से कहना चाहती हैं कि हर महिला सुपर वूमन है. उस में क्या खास है, वह खुद इसे समझे, खुद को वैल्यू दे. इस के अलावा अपने स्वास्थ्य और डाइट पर ध्यान दे ताकि हमेशा स्वस्थ रहे.