महिलाओं में जिम आज फैशन स्टेटस बन गया है. पहले जहां महिलाएं खुद को स्लिम रखने के लिए डाइटिंग आदि करती थीं, वहीं आज जिम की तरफ रुख कर रही हैं. जिम में वे तरहतरह के व्यायाम कर के खुद को स्लिम व सैक्सी बना रही हैं.
दिल्ली के ‘जी जिम’ के ट्रेनर राज जुगल बताते हैं, ‘‘जिम में कुछ लड़कियां वजन कम करने आती हैं, तो कुछ शरीर के किसी खास अंग की चरबी घटाने के लिए. उन्हें उन की बौडी के अनुसार व्यायाम बताया जाता है और साथ ही डाइट प्लान भी दिया जाता है, जिसे फौलो करने पर बौडी शेप में आती है. जिम में वेट लिफ्टिंग, साइक्लिंग, टे्रडमिल, कार्डियो, स्टै्रचिंग, ट्विस्टर, क्रौस ट्रेनर, बैंच प्रैस, ऐब्डोमन आदि व्यायाम कराए जाते हैं.’’
आप भी जिम जौइन कर अपने मोटापे को कम कर परफैक्ट बौडीशेप दे सकती हैं. आइए जानें कैसे:
सैक्सी थाइज
अगर आप की थाइज बहुत ही मोटी हैं, तो आप कार्डियो ऐक्सरसाइज कर के अपनी थाइज को सही शेप में ला सकती हैं. कार्डियो में टे्रडमिल, साइक्लिंग व क्रौस टे्रनर करवाया जाता है. टे्रडमिल पर हर दिन 20 मिनट दौड़ने से थाइज कम होती हैं. रोइंग मशीन पर ऐक्सरसाइज करने से आप की थाइज, पेट और कूल्हों की अतिरिक्त चरबी कम हो जाती है. बैठ कर साइकिल चलाने से थाइज कम होती है तो खड़े हो कर व आगे झुक कर हैंडल पकड़ कर चलाने से थाइज व लोअर टमी कम होती है.
अगर आप के पैर पतले हैं और आप उन्हें मोटा करना चाहती हैं तो स्क्वैट लैग और लैग ऐक्सटैंशन ऐक्सरसाइज करें.
जीरो साइज कमर
दिल्ली के ही ‘बिग बौडी एम’ जिम के टे्रनर आशीष कुमार बताते हैं, ‘‘कमर के आसपास जमी चरबी को कम करने के लिए ट्विस्टर करवाया जाता है. इस से बौडी के निचले हिस्से का फैट कम होता है और बौडी में फ्लैक्सिबिलिटी आती है. कमर की साइड का फैट कम करने के लिए डंबल साइड वेट ऐक्सरसाइज करवाई जाती है. इस में एक हाथ में डंबल पकड़ कर डंबल वाली साइड की तरफ झुका जाता है. एक साइड में ऐसा 20-25 बार करने के बाद इसे दूसरी साइड में दोहराएं. इस तरह से इस के 2-3 सैट करने से कमर शेप में आ जाती है.’’
फ्लैट बैली
जब बौडी का मैटाबोलिज्म घटने लगता है तब बैली फैट बढ़ने लगता है. बैली फैट को कम करने के लिए कार्डियो ऐक्सरसाइज, स्ट्रैंथ टे्रनिंग और स्क्वैट करवाया जाता है. रोज 15 मिनट कं्रचेस करने से भी बैली फैट कम होता है.
लोअर बौडी
लोअर स्टमक, मिडल ऐब व हिप्स को कम करने के लिए लैग रेंज किया जाता है. सिटअप्स से भी ऊपरी स्टमक शेप में आता है. इस से पेट कम होता है. पेट कम करने के लिए क्रौस क्रंच भी किया जाता है. इस के लिए लेट कर दोनों हाथों को सिर के नीचे रख कर व पैरों को ऊपर उठा कर कुहनियों से घुटनों को क्रौस करते हुए टच किया जाता है.
स्लिम आर्म्स
जिन की आर्म्स मोटी होती हैं, उन्हें क्रौस ट्रेनर करवाया जाता है. इस से आर्म्स की शेप सही हो जाती है. कुछ लड़कियों की आर्म्स काफी पतली होती हैं और वे उन्हें मोटा करना चाहती हैं. आर्म्स मोटी करने के लिए डंबल के साथसाथ वेट लिफ्टिंग, आल्टरनेट डंबल कर्ल और हैमर भी करवाया जाता है.
मसल्स टोनअप
महिलाएं 2-3 किलोग्राम के डंबल से ही शुरुआत करती हैं और जहां तक सैट की बात है, तो शुरू में 1-2 सैट ही लगाए जाते हैं. उस के बाद धीरेधीरे 3 सैट तक पहुंचते हैं. मसल्स की टोनिंग के लिए डंबल कर्ल बैस्ट है. इस में दोनों डंबल्स को एकसाथ दोनों हाथों से उठाया जाता है.
मजबूत हड्डियां
स्ट्रैंथनिंग ऐक्सरसाइज जैसे वेट लिफ्टिंग, स्टैपर, ऐरोबिक्स, जौगिंग आदि से हड्डियों को मजबूत बनाया जाता है. नियमित रूप से टे्रडमिल पर दौड़ने से भी हड्डियों की मोटाई बढ़ती है. हड्डी जितनी मोटी होगी वह उतनी ही मजबूत होगी.
सिक्स ऐब्स
लड़कों की तरह अगर आप भी सिक्स ऐब्स बनाना चाहती हैं, तो जिमिंग के द्वारा आसानी से बना सकती हैं. सिक्स ऐब्स के लिए हाफ क्रंच, फुल क्रंच, लैग रेंज, लैग राउंड और सिटअप्स कराए जाते हैं.
ब्रैस्ट
अगर आप की ब्रैस्ट के पास का हिस्सा हैवी है और आप उसे परफैक्ट शेप देना चाहती हैं, तो आप को अपने शरीर से अतिरिक्त वसा को कम करना होगा. साथ ही ब्रैस्ट को शेप देने के लिए फ्लैट बैंच, इंकलाइन बैंच और बटरफ्लाई ऐक्सरसाइज करनी होगी. डंबल्स के साथ ऐक्सरसाइज करने से भी ब्रैस्ट की ऐक्सरसाइज होती है.
परफैक्ट फिगर
परफैक्ट फिगर के लिए कार्डियो ऐक्सरसाइज कराई जाती है. इस में टे्रडमिल, क्रौस ट्रैंड, वाकिंग, साइक्लिंग और रनिंग खास हैं. इन से पूरी बौडी की ऐक्सरसाइज होती है और फिगर को परफैक्ट शेप मिलती है.