VIDEO : इस तरह बनाएं अपने होंठो को गुलाबी

ऐसे ही वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक कर SUBSCRIBE करें गृहशोभा का YouTube चैनल.

विश्वभर में कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सबसे ज्यादा लोगों की मौत होती है. आज विश्वभर में सबसे ज्यादा मरीज इसकी चपेट में हैं. कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिससे मरने वालों की संख्या AIDS जैसी घातक बीमारी से भी ज्यादा है.

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो जेनेटिक कारणों के अलावा खान-पान और जीवन शैली का भी नतीजा होती है. आज हम आपको ऐसी कुछ खाने की आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो कैंसर के लिए खुला निमंत्रण साबित हो सकती हैं..

कैन में पैक्ड फूड: हार्ड प्लास्टिक की केन में जो पैक्ड फूड प्रोडक्ट मार्किट में उपलब्ध हैं उनमें bisphenol-A (BPA) नाम का एक ऐसा तत्व पाया जाता है जो कि कैंसर का एक बड़ा कारक है. हालांकि इस तरह के प्रोडक्ट्स पर अक्सर BPA Free लिखा होता है लेकिन इसके बावजूद भी इस पैकिंग के बाद पैक्ड फूड में इसका पाया जाना सामान्य बात है.

स्मोक्ड फूड्स: इस तरह के सभी खाद्य पदार्थों में नाइट्रेट्स और नाइट्राइट सामान्य से बेहद ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं. इनमें बड़ी मात्र में रंग और मसाले भी इस्तेमाल किये जाते हैं. इन्हें जब पकाया जाता है तो नाइट्रेट्स और नाइट्राइट ऐसे कैमिकल कमपाउंड्स में बदल जाते हैं जो कैंसर के रिस्क को और भी बड़ा देते हैं.

फार्म्ड फूड: फूड एंड वाटर वॉच की एक रिपोर्ट के मुताबिक तालाब में पाली गई मछलियों में इंसानी शरीर में कैंसर पैदा करने वाले तत्व जंगली मछलियों की अपेक्षा ज्यादा पाए जाते हैं. मछलियों की पैदावार अच्छी करने के लिए भी कुछ ऐसी दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है जो इंसानी शरीर के लिए खास अच्छे नहीं माने जाते.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...