GHKKPM: पाखी को फैमिली प्लानिंग के लिए कहेगा सम्राट, मिलेगा ये जवाब

स्टार प्लस के सीरियल ‘गुम है किसी के प्यार में’ (Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin) की कहानी अब नया मोड़ लेने को तैयार हैं. जहां विराट और सई अब एक दूसरे के करीब आ रहे हैं तो वहीं पाखी की बेरुखी देख सम्राट बड़ा फैसला लेने वाला है. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

विराट के करीब जाने की कोशिश करती पाखी

अब तक आपने देखा कि भवानी के फैसले के बाद विराट और सई एक दूसरे के करीब आ गए हैं. हालांकि पाखी को ये बिल्कुल पसंद आ नही रहा है. लेकिन इन सबसे दूर विराट पूरी कोशिश कर रहा है कि इस बार वह अपने रिश्ते को एक नया मौका दे सके. लेकिन पाखी एक बार फिर उसके करीब जाने की कोशिश करती नजर आ रही है.

 

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पाखी की गलती और सम्राट का वार

 

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अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि भवानी की वारिस वाली बात को जानने के बाद सम्राट, पाखी को भी फैमिली प्लानिंग की बात कहेगा और उसके करीब जाने की कोशिश करेगा. लेकिन पाखी उससे दूर हो जाएगी, जिसे देखकर सम्राट भड़क जाएगा और उसे तलाक देने का फैसला करेगा. वहीं पूरे परिवार को बताएगा कि वह अब पाखी के साथ रिश्ता नहीं रखना चाहता.

विराट के सामने आएगी नई मुसीबत

 

इसके अलावा आप देखेंगे कि विराट के बचपन का दोस्त आतंकवादी बन जाएगा, जिसे सुधारने के लिए विराट दोबारा एक मिशन पर जाएगा.

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Anupama: काव्या ने शाह हाउस किया अपने नाम, वनराज समेत पूरे परिवार को निकाला घर से बाहर

रुपाली गांगुली (Rupali Ganguly) स्टारर सीरियल ‘अनुपमा’ (Anupama) में इन दिनों फैमिली ड्रामा देखने को मिल रहा है. जहां एक तरफ बापूजी के बाद बा भी अनुपमा के साथ आ गई हैं तो वहीं वनराज भी जल्द अनुपमा का सहारा लेने वाला है, जिसका अंदाजा शो के नए प्रोमो से लगाया जा सकता है. आइए आपको दिखाते हैं क्या है नए प्रोमो में खास…

बा-वनराज के बीच हुई बहस

अब तक आपने देखा कि बापूजी के बेइज्जती करने के बाद बा उनसे घर वापस आने के लिए कहती है. लेकिन वह मना कर देते हैं. दूसरी तरफ वनराज को पूरी खबर पता लग जाती है, जिसके बाद वह बा पर भड़कता नजर आता है और उन्हें घर से निकालने का फैसला करता है. वहीं अनुपमा इस दौरान बा का साथ नजर आती है.

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काव्या का सामने आया नया रुप

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि बा को अनुपमा के साथ देखकर काव्या एक बार फिर बौखला जाएगी. वहीं वनराज भी कुछ नहीं कह पाएगा. लेकिन वनराज इन सब का जिम्मेदार काव्या को ठहराएगा. दरअसल, शो का नया प्रोमो सामने आया है, जिसमें वनराज, काव्या पर चिल्लाता नजर आ रहा है. लेकिन काव्या पलटवार करते हुए वनराज पर भड़क जाती है और प्रौपर्टी के पेपर वनराज पर फेंककर कहती है कि अब शाह हाउस पर उसका हक है और अब वह पूरे परिवार को घर से निकाल देती है.

बापूजी लौटेंगे घर

 

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दूसरी तरफ शो में आने वाले एपिसोड में आप देखेंगे कि अनुपमा, वनराज को घर का दरवाजा बंद करने से रोकेगी और हाथ दरवाजे में फंसा लेगी. लेकिन वनराज जबरदस्ती दरवाजा बंद करने की कोशिश करेगा. इसी दौरान बापूजी का शाह हाउस में एक बार फिर एंट्री होती नजर आएगी. हालांकि देखना होगा कि शाह हाउस से निकलने के बाद वनराज और बा क्या अनुज और अनुपमा की दोस्ती के लिए राजी होंगे.

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Savings Tips in Hindi: हाउसवाइफ हैं आप तो ध्यान दें…

भारत में ऐसी हाउसवाइव्स की तादाद बहुत ज्यादा है जो पूरी तरह अपने पति पर निर्भर हैं और किसी भी तरह के वित्तीय फैसलों में उनकी भागीदारी न के बराबर हैं. इसके बावजूद वह घर की मैनेजर होती हैं और उनकी जिम्मेदारी अपने घर के बजट को मैनेज करने की होती है.

पिछले कुछ सालों में महंगाई तो बढ़ी है लेकिन उस अनुपात में लोगों की सैलरी नहीं बढ़ी है. लेकिन कई बार जब घर में कोई इमर्जेंसी आती है जैसे, पति की जॉब छूट जाना या कोई हेल्थ प्रॉब्लम तो ऐसे वक्त में महिलाओं को फाइनेंशियल प्लानिंग ही काम आती है.

1. मनी फ्लो मैनेजमेंट

ज्यादातर घरों में हाउसवाइव्स केवल ग्रॉसरी की खरीदारी तक ही सीमित हो जाती हैं. लेकिन हाउसवाइव्स को इसके आगे बढ़ते हुए फाइनेंस को मैनेज करने का तरीका पता होना चाहिेए. इससे पता चलेगा कि कहां आपको ज्यादा खर्च करना है और कहां बचाना है. और यह कोई रॉकेट साइंस नहीं और न ही इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह की जरूरत है. आप इसे खुद से या अपने पति के सलाह से भी कर सकती हैं.

2. खर्च कंट्रोल करना

अब जब आप मनी फ्लो मैनेजमेंट करना जान गईं हैं तो अब बारी है खर्चों पर कंट्रोल करने की, जैसे- अगर आपके घर का बिजली का बिल 2 हजार हर महीने आता है तो आपको सोचने की जरूरत है कि कैसे आप इसे कम कर सकती हैं. अगर आप हर रोज वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल करती हैं तो हफ्ते में 3-4 दिन ही इस्तेमाल करें. ऐसी ही कई चीजों का ध्यान रखकर आप खर्चों में कटौती कर सकती हैं.

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3. बचत, बचत और सिर्फ बचत

हमेशा पैसों की बचत के बारे में सोचें. इसके लिए सबसे पहला कदम है एक अकाउंट खोलना. इसके अलावा आप सरकार की ओर से चलाई जा रही जीवन ज्योति जैसी तमाम तरह की योजनाओं में भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा कर फायदा उठा सकती हैं. आप चाहें तो महंगी ब्रांडेड दवाओं की जगह सस्ती जेनेरिक दवाओं का इस्तेमाल करके भी पैसे बचा सकती हैं.

4. घर बैठे कमाएं पैसे

अगर आप पढ़ी लिखी हैं इसके बावजूद घर की जिम्मेदारियों के चलते आप अपने पति की कोई मदद नहीं कर पा रही हैं तो घर बैठे पैसे कमाने की तरकीब ढूंढना शुरू कर दें. आप फ्रीलांसर की तरह काम कर सकती हैं. इसके अलावा अगर आपकी पेंटिंग, डांसिंग, टीचिंग जैसी कोई हॉबी है तो आप इसके लिए अलग से क्लास चला सकती हैं और घर में क्लास लेकर पैसे कमा सकती हैं.

5. निवेश करें

निवेश की पहली सीढ़ी है बचत. अगर आप हर महीने पैसे बचाती हैं तो आपको सोचना चाहिए कि महंगाई को काटते हुए कैसे आप अपने पैसे को बढ़ा सकती हैं. कभी भी पैसे को अकाउंट में या घर पर भी खाली पड़े नहीं देना चाहिए. उसे फिक्स या फिर रिकरिंग डिपॉसिट में निवेश करना चाहिए. अगर आपका पैसा 10 हजार से बढ़कर 11 हजार भी हो जाता है तो यह एक फायदे का सौदा है.

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बढ़ते प्रदूषण में रखें अपना ख्याल

इस बार त्योहार खुशियों के साथ अपने साथ कुछ और भी लेकर आया है. यहां बात हो रही है, वातावरण में बढ़ते प्रदूषण की. दीवाली के बाद बढ़े हुए प्रदूषण ने हर बार के सारे आंकड़े पार कर दिए हैं. त्योहार खत्म होने के कई दिनों के बाद भी इसका असर खत्म होते नहीं दिख रहा है. ऐसे में सबसे ज्यादा चिंता का विषय कुछ है तो वह है आम लोगों की सेहत.

वैदिक ग्राम के डॉक्टर पीयूष जुनेजा का कहना है कि ऐसे समय में न केवल बीमार व्यक्तियों को बल्कि सेहतमंद लोगों को भी अपना ध्यान रखने की बहुत आवश्यकता है. बाहर की हवा में पटाखों के धुएं की वजह से रासायनिक पदार्थों में अचानक से काफी बढ़ोतरी हो गयी है. ये पदार्थ हवा में मिलकर हमारे फेफड़ों तक पहुंचते हैं, जिससे कई तरह की खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं. हम कुछ छोटी-छोटी बातों को अगर ध्यान में रखें, तो इन चीजों के प्रभाव को कम कर सकते है. कुछ दिनों के लिए सुबह की सैर तथा खुली जगह पर व्यायाम ना करें, हवा के सीधे संपर्क में आने से बचें जिसके लिए बाहर निकलते वक्त अपने मुंह पर मास्क या कपड़ा बांध लें, अपने खाने में शहद, नींबू व गुड का प्रयोग करे जो एन्टीइन्फेक्शन का काम करेगा.

बदलते मौसम और बढ़ते प्रदूषण में अपने शरीर का ख्याल रखना अत्यंत ही जरूरी है. कुछ छोटे कदमों से आप घर में ही इसके खतरनाक प्रभावों को कम कर सकते हैं. एनडीएमसी की रिटायर डायरेक्टर डॉक्टर अल्का सक्ससेना कहती हैं कि इस प्रदूषित हवा से बचने के लिए काफी छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. जैसे घर की साफ सफाई समय से करें, सोने से पहले भाप का सेवन करें, जिससे दिन भर की गंदगी आपके फेफड़ों से निकल जाएगी. बाहर के खाने से पूरी तरह से दूर रहें. ज्यादा से ज्यादा घर पर बनीं गर्म चीजें ही खाएं. इन सब चीजों से आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकेंगे, जो की आपको बीमारियों से दूर रखेगी.

एक कहानी ऐसी भी

अमित और उनकी पत्नी आकांक्षा मल्टिनैशनल कंपनी में काम करते हैं. दिल्ली में आने के बाद पति-पत्नी दोनों के करियर को परवाज मिली. बेटी सुगंधा के पैदा होने के बाद सब कुछ किसी परीकथा की तरह लग रहा था. एक दिन अचानक हल्की खांसी और बुखार के बाद 2 साल की सुगंधा को दमा डायगनोस हुआ. डॉक्टर ने बताया कि वह जिस इलाके में रह रहे हैं उसकी वजह से ही बच्चे को ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और अगर वह यहीं रहते रहे, तो परेशानी बिगड़ सकती है. सुयश और आकांक्षा ने दिल्ली छोड़ कर बैंगलुरु ऑफिस में ट्रांसफर का मन बना लिया है. उनका कहना है कि इस शहर ने हमें बहुत कुछ दिया है लेकिन अपनी बेटी की कीमत पर अपना करियर हमें मंजूर नहीं है.

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हवा में मौजूद हैं ये आठ विलेन

1. PM10 :  पीएम का मतलब होता है पार्टिकल मैटर. इनमें शामिल है हवा में मौजूद धूल, धुंआ, नमी, गंदगी आदि जैसे 10 माइक्रोमीटर तक के पार्टिकल. इनसे होने का वाला नुकसान ज्यादा परेशान करने वाला नहीं होता.

2. PM2.5 : 2.5 माइक्रोमीटर तक के ये पार्टिकल साइज में बड़े होने की वजह से ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं.

3. NO2 : नाइट्रोजन ऑक्साइड, यह वाहनों के धुंए में पाई जाती है.

4. SO2 : सल्फरडाई ऑक्साइड गाड़ियों और कारखानों से निकलने वाले धुंए से निकल कर फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचाता है.

5. CO : कार्बनमोनो ऑक्साइड, गाड़ियों से निकल कर फेफड़ों को घातक नुकसान पहुंचाता है.

6. O3 : ओजोन, दमे के मरीज और बच्चों के लिए बहुत नुकसानदेह

7. NH3 : अमोनिया, फेफड़ों और पूरे रेस्पिरेटरी सिस्टम के लिए खतरनाक

8. Pb : लेड, गाडियों से निकलने वाले धुंए के आलावा मेटल इंडस्ट्री से भी निकल कर यह लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचाने वाला सबसे खतरनाक मेटल हैं.

इन सबको औसत 24 घंटे तक नापने के बाद एक इंडेक्स तैयार किया जाता है. हमारे आसपास की हवा को नापने के लिए देश की सरकार ने एयर क्वॉलिटी इंडेक्स नाम का एक मानक तय किया है. इसके तहत हवा को 6 कैटगिरी में बांटा गया है.

– अच्छा (0-50)

– संतोषजनक (50-100)

– हल्की प्रदूषित (101-200, फेफडों, दमा और हार्ट पेशंट्स के लिए खतरनाक)

– बुरी तरह प्रदूषित (201-300, बीमार लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है)

– बहुत बुरी तरह प्रदूषित (301-400, आम लोगों को सांस की बीमारी की शिकायत हो सकती है)

– घातक रूप से प्रदूषित (401-500, हेल्दी और बीमार दोनों ही तरह के लोगों के लिए खतरनाक)

घर का प्रदूषण

– किचन में लगे वेंटिलेशन फैन को देखें. अगर उस पर ज्यादा कालिख जम रही है तो जान जाएं कि किचन में हवा नुकसानदायक स्तर तक बढ़ चुकी है.

– एसी का फिल्टर और पीछे की तरफ की वेंट में अगर ज्यादा धूल या कालिख जमा हो रही है तो यह इस बात की ओर इशारा है कि घर बुरी हवा के निशाने पर है.

– बिजी हाईवे या सड़कों के किनारे बने मकान, कारखानों के करीब बने मकानों में स्वाभाविक तरीके से धूल और मिट्टी के साथ कार्बन पार्टिकल पहुंच जाते हैं.

क्या करें

– किचन में इलेक्ट्रॉनिक चिमनी लगवाएं

– किचन में बेहतर वेंटिलेशन रखें

– अगर घर के आसपास बिजी रोज या कारखाने हों तो खिड़की दरवाजों को हैवी ट्रैफिक के वक्त बंद रखें. इससे भले ही पूरा बचाव न हो लेकिन धूल-मिट्टी कम से कम घर में घुस पाएगी.

स्मॉग

स्मॉग शब्द स्मोक और फॉग से मिल कर बना है. मतलब यह कि जब वातावरण में मौजूद धुंआ फॉग के साथ मिल जाता है तब स्मॉग कहलाता है. जहां गर्मियों में वातावरण में पहुंचने वाला स्मोक ऊपर की ओर उठ जाता है, वहीं ठंड में ऐसा नहीं हो पाता और धुंए और धुंध का एक जहरीला मिक्चर तैयार होकर सांसों में पहुंचने लगता है. स्मॉग कई मायनों में स्मोक और फॉग दोनों से ज्यादा खतरनाक होता है.

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कैसे बचें

– बीमार हों या हेल्दी, हो सके तो स्मॉग में बाहर न निकलें. अगर निकलना ही पड़े तो मास्क लगा कर निकलें.

– सुबह के वक्त काफी स्मॉग रहता है. इसकी वजह अक्सर रात के वक्त वातावरण में जमा धुंए का न छंट पाना होता है जो सुबह की धुंध में मिल कर स्मॉग बना देता है. – सर्दियों में ऐसा अक्सर होता है इसलिए बेहतर होगा भोर (5-6 बजे) की बजाय धूप निकलने के बाद (तकरीबन 8 बजे) वॉक पर जाएं.

– सर्दियों में जहां एयर पल्यूशन ज्यादा रहता है वहीं लोग पानी भी कम पीते हैं. यह खतरनाक साबित होता है. दिन में तकरीबन 4 लीटर तक पानी पिएं. प्यास लगने का इंतजार न करें कुछ वक्त के बाद 1-2 घूंट पानी पीते रहें.

– घर से बाहर निकलते वक्त भी पानी पिएं. इससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई सही बनी रहेगी और वातावरण में मौजूद जहरीली गैसे अगर ब्लड तक पहुंच भी जाएंगी तो कम नुकसान पहुंचा पाएंगी.

– नाक के भीतर के बाल हवा में मौजूद बड़े डस्ट पार्टिकल्स को शरीर के भीतर जाने से रोक लेते हैं. हाईजीन के नाम पर बालों को पूरी तरह से ट्रिम न करें. अगर नाक के बाहर कोई बाल आ गया है तो उसे काट सकते हैं.

– बाहर से आने के बाद गुनगुने पानी से मुंह, आंखें और नाक साफ करें. हो सके तो भाप लें.

– अस्थमा और दिल के मरीज अपनी दवाएं वक्त पर और रेग्युलर लें. कहीं बाहर जाने पर दवा या इन्हेलर साथ ले जाएं और डोज मिस न होने दें. ऐसा होने पर अटैक पड़ने का खतरा रहता है.

– साइकल से चलने वाले लोग भी मास्क लगाएं. चूंकि वे हेल्मेट नहीं लगाते इसलिए उनके फेफड़ों तक बुरी हवा आसानी से पहुंच जाती है.

इन लक्षणों के होते ही ध्यान दें

– सांस लेने में तकलीफ होने पर या सीढ़ियां चढ़ते या मेहनत करने पर हांफने लगने पर

– सीने में दर्द या घुटन महसूस होने पर

– 2 हफ्ते से ज्यादा दिनों तक खांसी आने पर

– 1 हफ्ते तक नाक से पानी या छींके आने पर

– गले में लगातार दर्द बने रहने पर

इनको जरा बचा कर रखें

– 5 साल से कम बच्चों की इम्युनिटी काफी कमजोर होती है इसलिए उन्हें एयर पल्युशन से रिस्क ज्यादा होता है. इसलिए सर्दियों में उन्हें सुबह वॉक के लिए न ले जाएं.

– अगर बच्चे स्कूल जाते हैं अटेंडेंट्स से रिक्वेस्ट कर सकते हैं कि बच्चों को मैदान में खिलाने की बजाए इनडोर ही खिलाएं.

– धूल भरी और भारी ट्रैफिक वाली मार्केट्स में बच्चों को ले जाने से बचें.

– टू वीलर में बच्चों को लेकर न निकलें.

– बच्चों के कार में बाहर ले जाते वक्त शीशे बंद रखें और एसी चलाएं.

– बच्चों को भी थोड़ी-थोड़ी देर पर पानी पिलाते रहें जिससे शरीर हाइड्रेट रहे और इनडोर पल्युशन से होने वाला नुकसान भी कम हो.

– बच्चे जब बाहर से खेल कर आएं तो उनका भी मुंह अच्छी तरह से साफ करें.

– उम्रदराज लोगों को बिगड़ती हवा काफी परेशान कर सकती है.

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– प्रदूषण स्तर बढ़ने पर बाहर जाने से बचें.

– धूप निकलने के बाद ही घर से बाहर निकलें. धूप निकलने पर हवा में प्रदूषण स्तर नीचे आने लगता है.

– अगर किसी बीमारी की दवाएं ले रहे हैं तो लगातार लेते रहें. ऐसा न करने पर हालत खराब हो सकती है.

– सर्दी के मौसम में ज्यादा एक्सरसाइज (ब्रिस्क वॉक या जॉगिंग आदि) न करें.

– सर्दियों में अगर बाहर निकलना ही पड़े तो अच्छी क्वॉलिटी का मास्क लगा कर निकलें.

– टू व्हीलर या ऑटो में सफर की बजाय टैक्सी या कंट्रोल माहौल वाले मेट्रो या एसी बसों में ही यात्रा करें.

Winter Special: डिनर में बनाएं ये Recipes

सर्दियों का मौसम हरी पत्तेदार सब्जियों के लिए जाना जाता है क्योंकि इन दिनों पालक, बथुआ, मैथी, सोया, सरसों का साग जैसी हरी सब्जियां बहुतायत में मिलतीं हैं. पालक में आयरन, मिनरल्स, विटामिन्स और कैल्शियम आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसीलिए इसे सुपर फ़ूड भी कहा जाता है. अपने पौष्टिक तत्वों के कारण यह एनीमिया, शुगर और वजन कम करने में लाभदायक है. सलाद और जूस के रूप में प्रयोग करने के साथ साथ आप इससे स्वादिष्ट व्यंजन भी बना सकतीं हैं. आज हम आपको पालक से बनने वाले ऐसे ही दो व्यंजनों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आप डिनर में बड़ी आसानी से बना सकते हैं.

-पालक पनीर परांठा

कितने लोगों के लिए                4

बनने में लगने वाला समय         30 मिनट

मील टाइप                              वेज

सामग्री(परांठे के लिए)

बारीक कटी पालक                 200 ग्राम

गेहूं का आटा                           1 कप

बेसन                                      1/4 कप

नमक                                   1/4 टीस्पून

अजवाइन                             1/4 टीस्पून

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सामग्री (भरावन के लिए)

किसा पनीर                            100 ग्राम किसी अदरक                          1 इंच

कटी हरी मिर्च                           4

अमचूर पाउडर                       1/4 टीस्पून

नमक                                   1/4 टीस्पून

लाल मिर्च पाउडर                   1/4 टीस्पून

बारीक कटा हरा धनिया            1 टीस्पून

सेंकने के लिए तेल             पर्याप्त मात्रा में

विधि

गेहूं के आटे में नमक, कटी पालक, बेसन, और अजवाइन मिलाकर पानी की सहायता से नरम गूंथकर आधे घण्टे के लिए ढककर रख दें. अब पनीर में  भरावन की समस्त सामग्री मिलाएं. आधे घण्टे बाद तैयार आटे को 1 टीस्पून तेल लगाकर फिर से मसलें. तैयार आटे में से बराबर की 8-10 लोई तोड़ लें. लोई को हथेली पर थोड़ा सा फैलाकर 1 चम्मच भरावन भरें…अब इसे चारों तरफ से बंद कर दें. अब इसे हल्के हाथ से बेलकर छोटा परांठा तैयार करें. तवे पर चिकनाई लगाकर दोनों तरफ से सुनहरा होने तक सेक लें. टोमेटो सॉस या हरी चटनी के साथ सर्व करें.

-पालक काजू करी

कितने लोगों के लिए              4

बनने में लगने वाला समय        30 मिनट

मील टाइप                            वेज

सामग्री

पालक                               500 ग्राम

काजू                                 10-12

दही                                   1 कप

बेसन                                  1 टेबल स्पून

बारीक कटी अदरक              1 इंच

बारीक कटी हरी मिर्च               4

टमाटर प्यूरी                         1/2 कप

जीरा                                   1/4 टीस्पून

हींग                                     1 चुटकी भर

लाल मिर्च पाउडर                  1/2 टीस्पून

धनिया पाउडर                        1 टीस्पून

गर्म मसाला                         1/2 टीस्पून

नमक                                   स्वादानुसार

तेल                                    2 टेबल स्पून

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विधि

पालक को अच्छी तरह धोकर उबलते पानी में डालें….5 मिनट में पालक नरम हो जाएगी तो गर्म पानी से निकालकर बर्फ के पानी में डालें इससे पालक का हरा रंग बरकरार रहेगा. दही में बेसन मिलाकर फेंट लें. एक पैन में तेल गरम करें और काजू को तलकर निकाल लें. जब काजू ठंडे हो जाएं तो आधे काजू को दरदरा कर लें. इसी पैन में जीरा और हींग तड़काएं. अब अदरक, हरी मिर्च और पिसा टमाटर मिलाकर भूनें, जब पेस्ट तेल छोड़ने लगे तो फेंटा हुआ दही मिलाएं. 3-4 मिनट तक धीमी आंच पर उबालकर दरदरे काजू, पालक पेस्ट और बचे मसाले मिलाकर 5 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं. ऊपर से बचे काजू से सजाकर सर्व करें.

Wedding Season: एथनिक वियर के साथ हो जाएं तैयार

देश में शादियों का सीजन शुरू हो गया है और इस बार यह शादी सीजन बहुत खास होने वाला है क्योंकि पिछले डेढ़ साल में कोविड के चलते शादिया बहुत कम हुई या सिमित लोगो की उपस्तिथि में हुई. भारत की शादियों में ड्रेसिंग एक दिलचस्प माइनफील्ड की खोज जैसा दिखता है-और हर कोई हमेशा कुछ नया और अलग ढूंढ़ने की कोशिश करता हैं. हम वास्तव में ऐसे आउटफिट चाहते हैं जो जो शादी में होने वाले हर प्रोग्राम के हिसाब से थीम में बैठे और आपको सुन्दर व आकर्षक भी दिखने में मदद करे.

यदि आप सोच रहे हैं कि इस खुशी के मौसम में क्या पहनना है, तो जयपुरकुर्ती डॉट कॉम के चेयरमैन और एमडी अनुज मुंद्रा के कुछ सुझावों पर एक नज़र डालें, ताकि आप इस शादी के मौसम में भीड़ से थोड़ा अलग व एलिगेंट दिख सकें –

सिल्क और फेस्टिवल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. अगर आप भी ऐसा ही महसूस करते हैं, तो इस सीजन में शरारा और घरारे जरूर ट्राई करें. अगर आप इस बार सबकी तरह साड़ी और लहंगा नहीं पहनना चाहते है तो स्पार्कलिंग कपड़े सबसे अच्छा विकल्प है. आपको आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए, चारों ओर बुने हुए सेक्विन के साथ शरारा और घरारा सेट और साथ में हैवी-वर्क डिजाइनर दुपट्टा हैप्पी लुक को पूरा करने के लिए बेस्ट है.

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अगर क्या पहनना है ये समझ ही आया तो अंडरकरंट और बेसिक टोन के लिए जाएं जो हमेशा पहनने के लिए बेस्ट हैं और ला मोड एक्सप्रेशन प्रदान करता हैं. सेलिब्रेशन के समय के लिए पैंट के साथ हल्का शेड का कुर्ता सबसे बेहतरीन विकल्प है. इसे ऑक्सीडाइज्ड इयररिंग्स के साथ कॉम्बिनेशन में पहना जा सकता हैं.

अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति हैं जो मानते हैं कि कम डिज़ाइन ज्यादा सुन्दर लगती है, तो पलाज़ो सेट आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है. उन लोगों के लिए जिन्हें एक बेसिक और सिंपल लुक रखना चाहते है, पलाज़ो सेट उनके लिए सही पसंद है और यह आवश्यकता को पूरा करेगा.

बॉटनिकल प्रिंट लगातार आपको फन और लाइवली लुक देते हैं. सिंपल गो-टू-लुक से लेकर फेट्सिब्वे सेलिब्रेशन तक, फ़्लुटरी बॉटनिकल सलवार सूट में आसान और एलिगेंट तालमेल होता है. फ्लावर आउटफिट को प्रो लुक देने के लिए झुमका और ट्रेडिशनल स्टड के साथ अपने करें.

शादी के इस सीजन में अनारकली जरूर पहनें. अनारकली हमेशा से पसंदीदा पहनावा है, जो इस मौसम में सुन्दर, एलिगेंट और क्लासी दिखेगा.

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शादी के सीजन में सबसे ज़रूरी कपडे होते है और यही अधिक समय भी लेते है इस लिए मॉडर्न ट्रेंड के हिसाब से कपड़े पसंद करना आपकी चिंता को आसानी से खत्म कर देगा. शादी के मौसम में उत्सव की पोशाक सबसे बुनियादी चिंता है और हम समग्र रूप से आपकी अलमारी पर जोर देने के लिए तैयार हैं. शानदार कंटेम्परेरी ड्रेसेस से लेकर बेसिक स्टाइलिश कुर्ते तक सिर्फ इस पसंद की बेसिक शुरुवात है, एलेगेंट लुक बेस्ट एथिक वियर के कॉम्बिनेशन के साथ ही आता है. सबसे महत्वपूर्ण बात, याद रखें कि इस शादी के मौसम में एलेगन्स और ‘लेस इज़ मोर’ आपके फैशन मंत्र होने चाहिए.

पालक में छिपा है रूप का खजाना

पालक की पत्तियां स्वास्थ्य के लिए तो अच्छी होती हैं ही, रूप निखारने में भी इनका खूब इस्तेमाल किया जाता है. अगर आप नियमित तौर पर इनका इस्तेमाल करेंगे तो खुद ही महसूस करेंगे कि त्वचा में एक अलग निखार आ गया है. पालक की पत्त‍ियों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके इस्तेमाल से ढलती उम्र के लक्षण कम नजर आते हैं.

पालक की पत्तियों में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है. इसके अलावा यह विटामिन ए और सी का भी एक अच्छा माध्यम है. लवणों की बात करें तो इसमें मैग्नीशियम, आयरन, पोटैशियम और ऑक्जेलिक एसिड होते हैं. ये सभी तत्व बालों के लिए अच्छे होने के साथ ही त्वचा की देखभाल के लिए भी बेहतरीन रहते हैं.

पालक की पत्त‍ियों के कुछ ऐसे उपाय जिन्हें आप अब तक नहीं जानते होंगे :

1. लंबे बालों के लिए

पालक में विटामिन बी, सी और ई पाया जाता है. इसके अलावा इसमें पोटैशि‍यम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और ओमेगा 3 फैटी एसिड्स भी भरपूर होते हैं. ये सभी तत्व बालों की लंबाई के लिए बेहद जरूरी होते हैं. पालक में मौजूद आयरन शरीर में ऑक्सीजन के बहाव को बढ़ाता है. इससे कोशि‍काओं में रक्त संचार बढ़ता है. इस वजह से पालक बालों की लंबाई बढ़ाने में मदद करता है.

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2. बालों का झड़ना कम करें

आयरन की कमी से एनीमिया होने की आशंका बढ़ जाती है. इस वजह से भी बाल गिरना शुरू हो जाते हैं. पालक में पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाने का काम करता है.

3. रंगत के लिए

पालक में विटामिन ए और सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. विटामिन ए जहां रंगत निखारने का काम करता है और वहीं विटामिन सी नई कोशिकाओं के निर्माण में उपयोगी होता है.

4. बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में

बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने के लिए पालक एक अचूक उपाय है. यह त्वचा की महीन रेखाओं, झुर्रियों और दाग-धब्बों को दूर करने में काफी असरदार होता है.

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5. सूरज की तेज किरणों से सुरक्षा

पालक की पत्तियों में विटामिन बी पाया जाता है, जो सूरत की तेज और खतरनाक अल्ट्रा वायलेट किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है. इससे कई तरह की त्वचा संबंधी बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है.

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‘मैं’ फ्रैंड से कैसे निबटें

हम सब के फ्रैंडसर्कल में ऐसे फ्रैंड्स जरूर होते हैं जो हमेशा अपनी तारीफ करते रहते हैं जैसे ‘मेरा फोन सब से अच्छा है, इस में सैल्फी बहुत अच्छी आती है. मेरे पास भी एकदम ऐसी ही ड्रैस है, तुम्हारी थोड़ी सस्ती क्वालिटी की है, लेकिन मैं ने तो काफी महंगी खरीदी थी.

कोई उन की बात सुने चाहे न सुने, लेकिन वे अपनी बात जरूर कहते हैं. कई बार तो ऐसा भी होता है कि उन्हें आते देख सब इधरउधर हो जाते हैं कि कौन इस की बात सुन कर बोर हो?

क्या करते हैं ऐसे फ्रैंड्स

दरअसल, हम ऐसे फ्रैंड्स को ‘मैं’ फ्रैंड कह सकते हैं. सामने वाले की चीज कितनी भी अच्छी क्यों न हो ये उस की तारीफ करने के बजाय अपनी ही तारीफ करते हैं. इन्हें लगता है कि इन के पास जो है वही अच्छा है.

‘मैं’ फ्रैंड बनना नुकसानदायक

भले ही आप अपने फ्रैंडसर्कल में अपनी बात मनवा कर खुद को श्रेष्ठ साबित करते होंगे, लेकिन ‘मैं’ फ्रैंड बनने के नुकसान भी हैं. आप के फ्रैंड्स आप से बातें शेयर नहीं करते. उन्हें लगता है कि आप से शेयर कर के क्या फायदा. अगर इस से कुछ कहेंगे तो भी यह सौल्यूशन देने के बजाय अपनी ही तारीफ करेगा.

अगर आप के सर्कल में भी कोई ‘मैं’ फ्रैंड है तो क्या करें

कटें नहीं फेस करें : अकसर ‘मैं’ फ्रैंड को जानने के बाद हम उस से कटने लगते हैं, उस से अलग रहने की कोशिश करने लगते हैं, सोचते हैं क्यों अपना मूड खराब करें. ऐसा करना गलत है. ऐसा कर के आप अपने लिए एक सुरक्षित दायरा बनाने लगते हैं और आप को इस तरह की पर्सनैलिटी के साथ ऐडजस्ट करने में प्रौब्लम होने लगती है इसलिए कटने के बजाय सामना करना सीखें. अपने ‘मैं’ फ्रैंड के सामने अपनी बात रखिए. भले ही वे आप की बात को बारबार काट, लेकिन अपनी बात पूरी करें.

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पहली ‘मैं’ में सहमति जताएं लेकिन दूसरी में नहीं : अगर आप कहीं बाहर घूमने गए हैं और आप के साथ ‘मैं’ फ्रैंड भी है तो मुंह न बनाते रहें कि इसे क्यों साथ ले कर आए हो बल्कि धैर्य से काम लें. किसी बात पर रिऐक्ट न करें. अगर वह कहे कि मुझे यह नहीं खाना, मैं यह नहीं खाता तो उस से कहें कि पिछली बार हम ने तुम्हारी पसंद की डिश खाई थी, इस बार तुम हमारी पसंद की डिश खाओ.

कभी-कभी नजरअंदाज करना भी सही है : कभी-कभी आप अपने ‘मैं’ फ्रैंड की बातों को अनसुना भी करें. वह कुछ कहे तो ऐसे बिहेव करें जैसे कि आप ने कुछ सुना ही नहीं ताकि धीरेधीरे उसे समझ आए कि आप उस की बातों में रुचि नहीं दिखा रहे और वह खुद को बदलने का प्रयास करे.

ग्रुप में न समझाएं : आप अपने ‘मैं’ फ्रैंड से परेशान हैं इस का मतलब यह नहीं है कि आप ग्रुप बना कर समझाएं या ग्रुप में सब के सामने कहें, बल्कि अकेले में मौका देख कर कहें क्योंकि किसी को भी यह अच्छा नहीं लगेगा कि सब के सामने आप उस की कमियां गिनवाएं.

खुद से पहल कर के बताएं : हम अपने फ्रैंड को उस की कमियों व खराब आदतों के बारे में नहीं बताते, क्योंकि हमें लगता है कि अगर हम बताएंगे तो उसे बुरा लगेगा और हमारी दोस्ती में दरार आ जाएगी. लेकिन इन बातों को सोचने के बजाय पहल कर के अपने फ्रैंड की कमियों को बताएं ताकि वह इन आदतों को सुधार सके.

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आदित्य को Imlie और आर्यन के खिलाफ भड़काएगी मालिनी! आएंगे नए ट्विस्ट

स्टार प्लस के सीरियल इमली (Imlie) में इन दिनों मालिनी (Mayuri Deshmukh) और आदित्य (Gashmeer Mahajani) साथ नजर आ रहे हैं तो वहीं इमली (Sumbul Tauqeer) की जिंदगी में आर्यन की एंट्री हो गई हैं, जिसके चलते सीरियल की कहानी में नए-नए ट्विस्ट आ रहे हैं. लेकिन अपकमिंग एपिसोड में सीरियल की कहानी दिलचस्प मोड़ लेने वाली है. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

आर्यन के घर पहुंची इमली

अब तक आपने देखा कि इमली, आर्यन की कार गंदी कर देती है, जिसके बाद वह उसे कार धोने के लिए कहता है. लेकिन इमली कार धोते धोते आर्यन की गाड़ी में ही बेहोश हो जाती है. लेकिन अर्पिता उसे कार में बेहोश देखती है और आर्यन को घर के अंदर ले जाने के लिए कहती है. दूसरी तरफ त्रिपाठी परिवार इमली के लिए परेशान नज आता है.

 

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आदित्य और आर्यन के बीच होगी जंग

 

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अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि जहां इमली, आर्यन की कंपनी में इंटर्नशिप के लिए हां कर देगी तो वहीं आदित्य को झटका लगेगा कि उसकी कंपनी का नया सीइओ और कोई नहीं बल्कि आर्यन है, जिसके बाद दोनों के बीच बहस देखने को मिलेगी. इसी के चलते इमली जहां आर्यन का साथ देती नजर आएगी तो वहीं मालिनी, आदित्य का साथ देगी.

मालिनी बनाएगी नया प्लान

 

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खबरों की मानें तो, आर्यन और इमली के बीच लड़ाइयों के बाद बौंडिग देखने को मिलेगी. वहीं आर्यन का परिवार भी इमली को काफी पसंद करेगा, जिसके चलते वह आर्यन के और करीब हो जाएगी. इसी के चलते मालिनी, आदित्य को खुद के करीब लाने की कोशिश करेगी और उसे इमली और आर्यन के खिलाफ भड़काती हुई नजर आएगी. हालांकि देखना होगा कि क्या आदित्य और इमली के बीच दूरियां खत्म होंगी.

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