Winter Special: मूली से बनाएं ये टेस्टी Dishes

सफेद रंग की मूली सर्दियों में बहुतायत से पाई जाती है. इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, पोटैशियम, फाइबर और मिनरल भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के साथ साथ यह कब्ज तथा डायबिटीज रोगों में भी लाभकारी है इसलिए इसे अपनी डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए. चूंकि इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए इसे शाम या रात की अपेक्षा सुबह या दिन में खाना उचित रहता है. जड़ के साथ साथ इसके पत्ते भी स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट होते है. सलाद के साथ साथ मूली से आप विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन भी बना सकतीं हैं इसी तारतम्य में हम आज आपको मूली से बनने वाली कुछ व्यंजन विधियों के बारे में बता रहे हैं, तो आइए देखते हैं कि इन्हें कैसे बनाते हैं-

-मूली रोल

कितने लोगों के लिए            4

बनने में लगने वाला समय     30 मिनट

मील टाइप                          वेज

सामग्री

मूली के ताजे चौड़े पत्ते       4

बेसन                               2 टेबल स्पून

नमक                              1/2 टीस्पून

अजवाइन                         1/4 टीस्पून

हल्दी पाउडर                      1/4 टीस्पून

लाल मिर्च पाउडर                1/4 टीस्पून

हींग                                   1/4 टीस्पून

दही                                   2 टेबल स्पून

अदरक, हरी मिर्च पेस्ट         1 टीस्पून

बघार के लिए

तेल                                  1 टेबल स्पून

तिल                                  1 टीस्पून

साबुत लाल मिर्च                 3-4

राई                                   1 टीस्पून

नीबू का रस                        1/2 टीस्पून

विधि

मूली के पत्तों को धोकर पोंछ लें. इनकी डंडी को काट दें. घोल की सारी सामग्री को एक बाउल में डालकर मिलाएं फिर आवश्यकतानुसार पानी डालकर पकौड़े जैसा गाढ़ा घोल तैयार करें. अब मूली के पत्तो के पीछे के हिस्से पर चम्मच से अच्छी तरह घोल फैलाकर पत्तो को गोल गोल लपेटकर रोल बना लें. एक पतीले में दो ग्लास पानी गर्म करें, जब पानी उबलने लगे तो ऊपर एक छलनी रखकर उसके ऊपर तैयार रोल रख दें. इन्हें ढककर 10 से 15 मिनट तक पत्तों के अच्छी तरह गलने तक पकाएं. जब ठंडे हो जाएं तो आधे आधे इंच के रोल काट लें. कड़ाही में तेल गरम करके बघार की समस्त सामग्री डाल कर कटे रोल डाल दें. अच्छी तरह चलाकर नीबू का रस डालकर सर्व करें.

ये भी पढ़ें- Winter Special: झट से बनाइये टेस्‍टी कश्‍मीरी साग

-प्रोटीन रिच मूली भुजिया

कितने लोगों के लिए            6

बनने में लगने वाला समय    20 मिनट

मील टाइप                        वेज

सामग्री

मूली के बारीक कटे पत्ते      250 ग्राम

छिल्के वाली मूंग दाल         1/4 कप

हींग                                 चुटकी भर

जीरा                                 1/4 टीस्पून

नमक                              स्वादानुसार

हल्दी पाउडर                    1/4 टीस्पून

अदरक, हरी मिर्च पेस्ट       1 टीस्पून

नीबू का रस                     1 टीस्पून

सरसों का तेल                  1 टीस्पून

विधि

गरम तेल में हींग, जीरा तड़काकर अदरक, हरी मिर्च का पेस्ट भून लें. मूंग दाल को पानी से धोकर तेल में डालें, आधा कप पानी डालकर धीमी आंच पर दाल के गलने तक पकाएं. जब दाल गल जाए तो कटे पत्ते , नमक और सभी मसाले डालकर भली भांति चलाएं. 5 मिनट तक ढककर पकाएं, फिर खोलकर पानी के सूखने तक पकाकर गैस बंद कर दें. नीबू का रस डालकर पूरी या परांठे के साथ सर्व करें.

-मूली का स्वादिष्ट अचार

कितने लोंगों के लिए           8

बनने में लगने वाला समय     20 मिनट

मील टाइप                        वेज

सामग्री

ताजी मूली                 6

सरसों की दाल           1 टीस्पून

राई की दाल               1 टीस्पून

हल्दी पाउडर              1/4 टीस्पून

हींग                           चुटकी भर

काला नमक               1 टीस्पून

लाल मिर्च पाउडर        1 टीस्पून

सरसों का तेल             1 टेबल स्पून

विधि

मूली को छीलकर गोल गोल रिंग्स में काट लें. गर्म तेल में हींग, राई की दाल डालकर हल्दी डाल दें. अब मूली के रिंग्स डालकर सभी मसाले डाल दें. अच्छी तरह चलाकर कांच के जार में भरकर रखें. 3-4 दिन धूप में रखकर प्रयोग करें.

ये भी पढ़ें- Winter Special: Macaroni राइस पुलाव कुछ अलग अंदाज में

क्या Liquid Dishwash का ऐसे इस्तेमाल किया है आपने?

आप लिक्विड डिशवाश से बर्तन धोती हैं. कई लिक्विड डिशवाश बर्तन बार के मुकाबले ज्यादा कारगर होते हैं. सबसे खास बात की यह साबुन की तरह गलता नहीं, क्योंकि आप इसे अपने जरूरत के हिसाब से ही पाउच या बोतल से निकालती हैं. पर बर्तनों को चमकाने के अलावा भी लिक्विड डिशवाश का कई तरह से प्रयोग किया जा सकता है.

लिक्विड डिशवाश से आसान करें अपने ये काम-

1. गार्डन से घास-फूस हटाए

आपने बहुत मेहनत से एक खूबसूरत किचन गार्डन तैयार किया है. पर घास-फूस आपके गार्डन की रंगत बिगाड़ रहे हैं. और इन्हें काट-छांट के हटाने में भी काफी वक्त लग जाता है. पर लिक्विड डिशवाश से आपका ये काम काफी आसान हो जाएगा. डिशवाश, नमक और सिरके का मिश्रण तैयार कर लें. अब इस मिश्रण को स्प्रे बोतल में डालें और घास-फूस पर डालें. स्प्रे करते वक्त जरा सावधानी बरतना जरूरी है. क्योंकि ये मिश्रण आपके पौधों को भी नुकसान पहुंचा सकता है.

2. पंचर आसानी से पता लगाएं

साईकल, बाइक या कार के टायर, एयर-मैट्रेस में छेद का आसानी से पता लगाने के लिए डिशवाश लिक्विड का इस्तेमाल किया जा सकता है. पानी में लिक्विड को मिलाएं और उस जगह पर स्प्रे करें, जहां आपको पंचर होने की आशंका है. अगर टायर या मैट्रेस में छेद है तो वहां से लिक्विड बुलबुला बन निकलने लगेगा.

ये भी पढ़ें- 6 Tips: हाईड्रोजन पेरोक्साइड से साफ करें घर

3. फ्रूट फ्लाइ की नो एन्ट्री

फ्रूट फ्लाई अगर आपके घर पर भी कब्जा कर रही हैं, तो आप डिशवाश की मदद से आसानी से जाल बिछा सकती हैं. एक बाउल को सिरके से आधा से थोड़ा ज्यादा भर लें. अब इसमें 10-12 बूंदें डिशवाश की डालें. और बाकी आधे बाउल को हल्के गर्म पानी से भर दें. फ्लाई इसमें फंस जाएंगी.

4. चश्मे की सफाई

आप अपने चश्मे के लेन्स को भी डिशवाश की मदद से आसानी से साफ कर सकती हैं. एक सुखे कपड़े पर डिशवाश की कुछ बूंदें डालें और लेन्स को साफ करें.

5. दरवाजें और खिड़कियों की चरचराहट

कई बार दरवाजें और खिड़कियों से चरचराहट की आवाजें आने लगती हैं. ये कई वजहों से होती है. पर इस आवाज से बहुत ज्यादा चिढ़ होती है. आप डिशवाश लिक्विड से भी इस इरीटेटिंग आवाज को दूर कर सकती हैं. जिस दरख्त से यह आवाज आ रही है, वहां पर डिशवाश की कुछ बूंदें डाल दें और शांत माहौल का लुत्फ उठायें.

6. पौधों की सुरक्षा

डिशवाश लिक्विड से आप अपने पौधों की भी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती हैं. ये जहरीला नहीं है, पर कीड़े-मकौड़ों को भगाने में काफी असरदायक है. 7-8 चम्मच लिक्विड को हल्के गर्म पानी के साथ घोलें. अब इस मिश्रण को एक स्प्रे बोतल में डालें और पौधों पर छिड़कें. पर ध्यान रखें की आपके डिशवाश लिक्विड में ब्लीच, ऐंटीबैक्टीरिल इंग्रीडियंट्स न हो.

ये भी पढ़ें- सोच समझकर करें फाइनेंशियल प्लैनर का चुनाव

7. कार्पेट और टाइल की भी सफाई

आप अपने बर्तनों को तो लिक्विड डिशवाश से साफ करती हैं, पर आप अपने घर के टाइल्स को भी इससे साफ कर सकती हैं. अगर आपके घर में भी टाइल्स या कार्पेट पर ग्रीज लग गया है तो डिशवाश लिक्विड का प्रयोग जरूर करें.

बेटी नहीं बेटे की परवरिश पर भी दें ध्यान

“मां, मुझे अपनी सहेली निशा के घर जाना है आज. उस ने क्लास में बहुत अच्छा नोट बनाया है. कल टैस्ट है. एक बार उस के घर जा कर पढ़ आती हूं. पास ही तो रहती है. स्कूटी से तुरंत जा कर आ जाऊंगी,’’ राशि ने अपनी मां सुधा से कहा.

‘‘यह कोई वक्त है लड़कियों का घर से बाहर निकलने का? देख रही हूं सुधा तूने इसे कुछ ज्यादा ही छूट दे रखी है. कुछ ऊंच-नीच हो जाएगी, तो सिर धुनती रहना जीवन भर,’’ मां के कोई जवाब देने से पहले ही राशि की दादी बोल उठीं.

‘‘तुम्हें क्लास में ही उस से नोट ले लेना चाहिए था. आखिर रात होने का तुम ने इंतजार ही क्यों किया?’’ पापा ने घर में घुसते ही कहा.

‘‘बेटा, उस नोट को छोड़, खुद नोट बना ले. अब रात के 9 बजे तुम्हारा बाहर जाना उचित नहीं,’’ मां ने भी समझाया.

मन मसोस कर राशि अपने कमरे में जा कर पढ़ने बैठ गई.

करीब 1 घंटे के बाद राशि का भाई अपने कमरे से निकला और मां से बोला, ‘‘मां, शाम से बाहर नहीं निकला हूं, एक चक्कर लगा कर आता हूं,’’ और फिर बाइक ले बाहर चला गया. कहीं से कोई आवाज नहीं आई. किसी ने उस से कुछ नहीं पूछा या कहा.

दोहरी सोच

आम भारतीय घरों में कमोबेश यही स्थिति होती है. बेटी को तो हर समय आचारव्यवहार सिखाते रहेंगे. कभी दूसरे के घर जाने के नाम पर तो कभी जमाना बहुत खराब है के नाम पर. ऐसे न बोलो, ऐसे न चलो, ऐसे न करो आदि की लंबी सूची होती है बेटियों को सिखाने के लिए. कभी सीधेसीधे तो कभी घुमाफिरा कर बेटियों को बताया जाता है कि रास्ते में शोहदों को कैसे नजरअंदाज करना है. कोई फबती कसे तो कैसे चुपचाप कोई बखेड़ा खड़ा किए निकल लेना चाहिए. अगर कोई ऊंचनीच हो भी जाए तो गलतियां खोज कर लड़की को ही कुसूरवार ठहराया जाता है कि उस ने कपड़े ही ऐसे पहन रखे थे या रात के वक्त भला कहीं अच्छे घर की लड़कियां बाहर घूमती हैं? अखबार में छपी बलात्कार क ी खबरों को सुना कर उन्हें और भीरु बनाया जाता है. मगर बेटों के लिए यही सोच है कि अरे लड़का है इस के लिए क्या सोचना. कोई लड़की है क्या जो फिक्र की जाए कि कहां जा रही है? क्या कर रही है? दरअसल, परेशानी इसी सोच से है.

क्या ऐसा नहीं लगता कि परेशानी दरअसल लड़कों से ही है? क्या आप ने कभी सुना है कि कुछ लड़कियों ने मिल कर एक लड़के के साथ छेड़खानी की, बलात्कार किया या कुछ ऐसा ही और? नहीं न? सड़कों पर तेजी से दोपहिया वाहन चलाते हुए कुछ अपवादों को छोड़ दें, तो दुर्घटनाग्रस्त या मरने वाले भी ज्यादातर लड़के ही होते हैं जबकि दोपहिया अब तो लड़कियां भी चलाती हैं.

ये भी पढ़ें- क्यों होते हैं एक्सट्रा मैरिटल अफेयर्स

बचपन से ही सिखाएं

लड़कियां शुरू से ही बहुत समझदार और संवेदनशील होती हैं. अब कुछ ज्ञान लड़कों को भी दिया जाना चाहिए. बेटों से बचपन से ही कहा जाता है, ‘अरे लड़की हो क्या जो रो रहे हो?’ ‘डरपोक, तुम लड़की हो क्या?’ ‘चूडि़यां पहन रखी हैं क्या?’ ‘अरे, तुम किचन में क्या कर रहे हो?’ वगैरहवगैरह. ऐसा बोल कर उन्हें शुरू से ही संवेदनहीन बना दिया जाता है.

बेटों को भी बचपन से ही सिखाना चाहिए कि लड़कियों की इज्जत करें. मां का यह कर्तव्य है कि अपने जिगर के टुकड़े को सिखाए कि राह चलती लड़कियों को घूरा न जाए. उन्हें कैसे इज्जत दी जाए.

दोष किस का

घर में बेटियों को नालायक लड़कों से बचने के गुण सिखाने के साथसाथ बेटों को लायक बनने के गुण भी बताए जाएं. बच्चे तो बच्चे होते हैं, कच्ची मिट्टी की तरह. जैसा चाहें हम उन्हें गढ़ सकते हैं, जैसा चाहें हम उन में सोच रोपित कर दें. फिर क्या लड़का और क्या लड़की.

आज जब हम किसी सड़क छाप मजनू या किसी बलात्कारी अथवा हिटलरशाही पति को देखते हैं, जो मनमानी करने को अपना हक समझता है, तो यह समझ लेना चाहिए कि दोष उस की परवरिश का भी है. सुधा ने तो बेटी को बाहर नहीं जाने दिया कि कुछ अनर्थ न हो जाए पर हो सकता है उस का भोला सा दिखने वाला लाल ही बाहर कोई अनर्थ कर आया हो.

ये भी पढ़ें- जब वर्जिन हो गर्लफ्रैंड

रेप और भारत की छवि

अमेरिकी सरकार ने हाल में एक चेतावनी जारी की है कि अमेरिकी नागरिक भारत जाते समय यह ध्यान में रखें कि यहां बलात्कार बहुत होते हैं. यह बहुत ही गंभीर है कि महान ङ्क्षहदू सांस्कृतिक राष्ट्र बनने की राह पर चलने वाला देश दुनिया में बलात्कार केंद्र माना जाए और यह चेतावनी भारत जैसे थोड़े से ही देशों में दी जाए भारत के अपने नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरों के अनुसार 2020 में 28,000 मामले तो  दर्ज किए गए थे. बलात्कार के मामलों में ज्यादातर में लड़कियां खुद ही रेप छिपा जाती हैं और जहां मातापिता को पता चल भी जाए वे भी मुंह पर जिप लगा लेते हैं.

भारत में रेप पौराणिक युग से चला आ रहा है और कभी कोई देवता बलात्कारी को दंड देने के लिए अक्तरित हुआ, ऐसा नहीं लगता, यहां तो बलात्कार की शिकार को दोषी माना जाता है, वह अहिल्या या सीता की तरह दोषी मान ली जाती है और या तो पत्थर बन जाती है या घर निकाला दे दिया जाता है.

यह आश्चर्य की बात है कि जब भारत के भगवा गैंग किसी को भी जय श्री राम बोलने को मजबूर कर सकते हैं कहीं भी मांस की बिक्री बंद कर सकते हैं, किसी भी सडक़ या किसी की निजी संपत्ति पर मंदिर बना सकते हैं, किसी मसजिद को तोड़ सकते हैं.

ये भी पढ़ें- कोविड-19 में मृत्यु और प्रमाणपत्र

हाल में एक बाल गृह में रह रही लडक़ी ने आरोप लगाया कि 16 वर्ष की आयु में उस का 400 लोगों ने रेप किया है जिस में बहुत से पुलिस वाले हैं. क्या भगवाई इन अपराधियों को अपने प्रवचनों से नहीं रोक सकते? क्या इन अपराधों को रोकने के लिए हर नुक्कड़ पर खाकी वर्दी वाले बैठाए जाएं जबकि हर नुक्कड़ एक तिलकधारी, सीता-राम का दुपट्टा ओड़े बैठा है जो दान तो ले रहा है पर आदर्श व्यवहार लागू नहीं कर सकता.

अमेरिकी सरकार की नजर में नेपाल भारत से ज्यादा सुरक्षित है, बांग्लादेश सुरक्षित है, अफ्रीका का मलावी देश ज्यादा सुरक्षित है. अमेरिकी चेतावनी ने अपने नागरिकों को भारत में धाॢमक ङ्क्षहसा के प्रति भी आगाह किया गया है कि धर्म परिवर्तन का बहाना बना कर किसी भी विद्यर्मी विदेशी को भारत में निशाना बनाया जा सकता है.

रेप के मामलों में चेतावनी ने सख्त शब्दों में कहा है कि अमेरिकी नागरिकों का इस अपराध को झेलना पड़ा है चाहे उन्होंने सही ढंग के कपड़े क्यों न पहन रखे हों. अगर अमेरिकी महिला अश्वेत है तो उस के साथ भारत में कुछ ज्यादा ही बुरा व्यवहार रिपोर्ट किया गया है.

अपराध दुनिया में हर जगह होते है पर जितने मंदिर और प्रवचन भारत में हो रहे हैं और जितना ज्ञान यहां व्हाट्सएप और फेसबुक पर बांटा जा रहा है उस से तो हर ङ्क्षहदू भारतीय विशुद्ध आचरण वाला बन जाना चाहिए था. जो पूजापाठ, ईश्वर भक्ति, चढ़ावा, दानपुण्य, तीर्थ यात्रा भारत में है शायद कहीं और नहीं और फिर भी औरतें सुरक्षित न हों यह आखिर कैसे संभव है.

ये भी पढ़ें- सपने सच होने का आनंद ही कुछ और होता है- शीतल निकम

अमेरिकी या विदेशी नागरिकों के लिए ही नहीं भारत में भी शाम ढलते ही औरतें घरों में घुस जाती हैं क्योंकि धर्मशास्त्र सुनने के बाद भी सडक़ों पर अपराधियों का जाल बिछा रहता है. आखिर क्यों? अगर धर्म सत्य के मार्ग पर चलाने वाला है तो भारत के लोगों को दुनिया का सब से सक्षम होना चाहिए, अगर धर्म परिवार प्रेम सिखाता है तो भारत में तो पारिवारिक विवाह शून्य के बराबर होने चाहिए, अगर धर्म हर पाप का लेखाजोखा रखने वाला है तो यहां कोई  पापी होना ही नहीं चाहिए.

पर यहां तो कुछ और ही हो रहा है. इस का दोष सरकार को दें, पुलिस को दे या इन के ऊपर की शक्ति धर्म के ठेकेदारों को?

काव्या की बेइज्जती करेगी Anupama तो वनराज बनेगा बिजनेस टाइकून

स्टार प्लस के सीरियल ‘अनुपमा’ (Anupamaa) जल्द नया मोड़ लेने वाली है, जिसके चलते मेकर्स पूरी तैयारी कर चुके हैं. काव्या (Madalsa Sharma) का असली चेहरा सामने आने के बाद जहां वनराज  (Sudhanshu Pandey) बदले की तैयारी करने वाला है तो वहीं अनुपमा (Rupali Ganguly) भी अनुज (Gaurav Khanna) के साथ मिलकर नया प्लान बनाने वाली है. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो (Anupamaa Latest Episode) में आगे…

वनराज ने किया काव्या से बदला लेने का फैसला

अब तक आपने देखा कि बापूजी, अनुपमा को अनुज को दिल में जगह देने के लिए कहते हैं. वहीं काव्या के नए रुप को देखकर वनराज बदला लेने की ठानता नजर आती है, जिसके चलते वह घर से दूर जाने का फैसला करता नजर आता है. लेकिन अब सीरियल की कहानी में नया मोड़ दिखने वाला है.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Anupamaa (@anupamaaofficial.01)


ये भी पढ़ें- Imlie की जिंदगी में दोबारा जहर घोलेगी मालिनी, करेगी ये काम

बापूजी की बात मानेगी अनुपमा

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि बापूजी के कहने पर अनुपमा, अनुज को दिल में रखने का फैसला करेगी, जिसे सुनकर अनुज बेहद खुश नजर आएगा. वहीं काव्या, वनराज के लिए शाह परिवार को एक ही छत के नीचे रहने के लिए कहेगी. लेकिन वनराज इस बात से काव्या को बिल्कुल माफ नही करेगा और घर से दूर निकल जाएगा.

नया वनराज लौटेगा

 

View this post on Instagram

 

A post shared by ANUPAMAA_Fp (@anupamaa_fp.1)

दूसरी तरफ, घर से दूर जाने के बाद वनराज एक बिजनेस टाईकून बन जाएगा और काव्या की जिंदगी में लौटेगा. लेकिन वह काव्या को तलाक देने का फैसला करेगा. वहीं अनुपमा को एक बार फिर अपनी जिंदगी में वापस लाने का फैसला करेगा. हालांकि अनुपमा, अनुज का साथ निभाने का ही फैसला करेगी, जिसके बाद अनुज और वनराज के बीच जंग देखने को मिलेगी. इसी बीच अनुपमा, काव्या को खरी खोटी सुनाती नजर आएगी.

ये भी पढे़ं-बेटी अनाया को Shaheer Sheikh ने दिया हेयरकट, क्यूट वीडियो हुई वायरल

Imlie की जिंदगी में दोबारा जहर घोलेगी मालिनी, करेगी ये काम

सीरियल इमली Imlie में इन दिनों काफी मजेदार ट्विस्ट देखने को मिल रहे हैं. जहां आर्यन की नोकझोंक इमली से बढ़ती जा रही है तो वहीं मालिनी, आदित्य के दिल में इमली के खिलाफ बातें डाल रही है, जिसके चलते सीरियल की कहानी दिलचस्प हो रही है. आइए आपको बताते हैं क्या होने वाला है शो में आगे…

आदित्य की मदद लेने से इमली ने किया इनकार

 

View this post on Instagram

 

A post shared by mahiii_emaan (@mahiii.36)

अब तक आपने देखा कि आर्यन हर कदम पर इमली को चैलेंज करता नजर आ रहा है. हालांकि आदित्य कोशिश कर रहा है कि वह इमली की मदद कर सके. लेकिन वह अपनी मेहनत से हर परीक्षा में सफल हो रही है. इसके कारण वह आर्यन के दिल में धीरे-धीरे जगह बना रही है.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by ❤adilie❤ (@imlie._adilie)

ये भी पढे़ं- जल्द दुल्हन बनेंगी Ghum Hai Kisikey Pyaar Mein की ‘पाखी’, बैचलर्स पार्टी में की जमकर मस्ती

मालिनी फिर बिछाया जाल

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Aishwarya (@aishwarya_imlie)

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि आर्यन एक बार फिर इमली बड़ा टास्क देते हुए एक दिन में आर्टिकल पूरा करने को कहेगा, जिसे इमली स्वीकार भी कर लेगी. लेकिन आदित्य इमली की मदद करने की कोशिश करेगा. इसी बीच इमली को परेशान करने के लिए मालिनी, अर्पणा के इमली के लिए बनाए लड्डू में नींद की दवा मिला देगी, जिससे इमली सो जाती है.

आर्यन को होगी इमली की फिक्र

 

View this post on Instagram

 

A post shared by sweet_dreams.94 (@adilie_admirer.94)

दूसरी तरफ आप देखेंगे कि आर्यन घर पहुंचकर इमली के बारे में सोचता नजर आता है, जिसे देखकर उसकी मां परेशानी की वजह पूछती नजर आती है. वहीं आदित्य, मालिनी को इमली के टास्क के बारे में बताता है, जिसे जानकर मालिनी मन ही मन खुश होगी कि इमली अपना टास्क पूरा नहीं कर पाएगी क्योंकि उसके लड्डू में नशीली दवा मिली है. लेकिन इमली टाइम से औफिस पहुंचकर आर्यन को चौंका देगी. वहीं आर्यन, इमली को निहारता हुआ नजर आएगा.

ये भी पढे़ं-अनुज के लिए Anupama से ये बात कहेंगे बापूजी, वनराज लेगा काव्या से बदला

बेटी अनाया को Shaheer Sheikh ने दिया हेयरकट, क्यूट वीडियो हुई वायरल

टीवी के पौपुलर एक्टर शाहीर शेख (Shaheer Sheikh) जहां पवित्र रिश्ता 2 (Pavitra Rishta 2) के कारण सुर्खियों में हैं तो वहीं पर्सनल लाइफ के चलते सोशलमीडिया पर छाए हुए हैं. दरअसल, शाहीर शेख की बेटी अनाया (Anaya Sheikh) को 2 महीने पूरे हो गए हैं, जिसके चलते उन्होंने फैंस के लिए वीडियो शेयर की है. वहीं सोशलमीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रही है. आइए आपको बताते हैं वीडियो में क्या है खास…

बेटी की शेयर की वीडियो

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Shaheer Sheikh (@shaheernsheikh)

पर्सनल लाइफ को छिपा कर रखने वाले एक्टर शाहीर शेख इन दिनों फादरहुड इन्जौय कर रहे हैं औऱ अपनी फैमिली के साथ पूरा वक्त बिता रहे हैं. वहीं इसी के चलते उन्होंने एक वीडियो शेयर की है, जिसमें शाहीर शेख दो महीने की बेटी (Shaheer Sheikh haircut to daughter) अनाया का पहला हेयरकट करते नजर आ रहे हैं. हालांकि वीडियो में अनाया का चेहरा नजर नही आ रहा है, लेकिन सेलेब्स और फैंस पिता का ये प्यार देखकर जमकर कमेंट कर रहे हैं.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Shaheer Sheikh (@shaheernsheikh)


ये भी पढ़ें- जल्द दुल्हन बनेंगी Ghum Hai Kisikey Pyaar Mein की ‘पाखी’, बैचलर्स पार्टी में की जमकर मस्ती

हिना खान ने दिया ये रिएक्शन

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Shaheer Sheikh (@shaheernsheikh)

शाहीर शेख की वाइफ रुचिका कपूर (Ruchikaa Kapoor) ने इस वीडियो को देखकर जहां हार्ट इमोजी शेयर किया तो वहीं हिना खान ने इस प्यारी वीडियो पर ‘awww’ लिखा साथ ही बुरी नजर से बचाने वाला इमोजी भी शेयर किया है. इसके अलावा सोशलमीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो गया है.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Shaheer Sheikh (@shaheernsheikh)

बता दें, शाहीर शेख और रुचिका कपूर ने 2020 में कोर्ट मैरिज की थी. वहीं अगस्त में रुचिका कपूर के बेबी शौवर की फोटोज भी काफी वायरल हुई थी, जिसके बाद 10 सितंबर 2021 को अनाया का जन्म हुआ था. हालांकि शाहीर ने दीवाली के मौके पर बेटी की फोटो शेयर की थी. लेकिन चेहरा नही दिखाया था.

ये भी पढ़ें- अनुज के लिए Anupama से ये बात कहेंगे बापूजी, वनराज लेगा काव्या से बदला

क्या Migraine आपकी Daily Life को Effect कर रहा है?

अगर आपको तेज सिरदर्द, मतली और प्रकाश और ध्वनि के प्रति ज्यादा संवेदनशीलता है, तो आपका यह सिरदर्द मामूली नहीं है. दरअसल यह सिरदर्द माइग्रेन हैं, जो न केवल आपको पूरी तरह से बिस्तर पर पहुंचा सकता हैं बल्कि आपकी रोजमर्रा की गतिविधियों को भी बाधित कर सकता हैं.द लाइफकार्ट .इन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ प्रवीण जैकब के मुताबिक यह एक सामान्य स्थिति है, जिसका  अनुमानित वैश्विक प्रसार 14.7% है अर्थात यह 7 लोगों में से लगभग 1 को होता है. जब माइग्रेन अटैक होता है, तो माइग्रेन से पीडित व्यक्ति कष्टदायी दर्द से छुटकारा पाने के लिए लगभग हर संभव तरीके को अपनाते हैं. दवा दर्द को कम करने में मदद कर सकती है, और एंटीडिपेंटेंट्स और बीटा-ब्लॉकर्स एपिसोड को रोकने में मदद कर सकते हैं. हालांकि इन सभी दवा की विधियों में मतली, अनिद्रा, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक सहित संभावित साइड इफेक्ट होते हैं. क्लीनिकल स्टडी से पता चला है कि सामान्य देखभाल की तुलना में घरेलू उपचार दर्द से राहत दिलाने में ज्यादा प्रभावी साबित हुआ है.

इस समस्या से निपटने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि पहले यह जान जाएं कि यह समस्या किस वजह से हो रही है. जिन चीजों से यह समस्या ज्यादा होती है उनमे मुख्य रूप से  हाई ब्लड प्रेशर, गर्दन या कंधे की मांसपेशियों में अकड़न, भावनात्मक तनाव, कुछ विशेष दवाएं, एडिटिव्स, या कुछ खाद्य पदार्थ शामिल है. हेलिकोबैक्टर पाइलोरी को आमतौर पर एच-पाइलोरी बैक्टीरिया के रूप में जाना जाता है, यह माइग्रेन, अल्सर और अन्य गैस्ट्रिक समस्याओं को पैदा करने के लिए जाना जाता है. माइग्रेन के लक्षणों को जांचने के लिए  प्राकृतिक उपचारों को अपनाना एक दवा-मुक्त तरीका है. ये घरेलू उपचार माइग्रेन को रोकने में मदद कर सकते हैं या इसकी गंभीरता और इससे पीड़ित होने के समय को कम से कम करने में मदद कर सकते हैं.

1. हाइड्रेशन बहुत जरूरी है 

बिना दवा के माइग्रेन का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप ढेर सारा पानी या इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक  को पिएँ. यह देखा गया है कि डीहाइड्रेशन होने से सिरदर्द होता है. सुनिश्चित करें कि जिस इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक को आप पी रहे हो उसमे  चीनी या रंग न मिलाहो क्योंकि इससे सिरदर्द और ज्यादा बढ़ सकता हैं. विटामिन सी युक्त ड्रिंक पीना सबसे बढ़िया होता है. अगर व्यक्ति को डायबिटीज है तो ड्रिंक में कितनी चीनी है, इसको जरूर जांच लेना चाहिए.

ये भी पढ़ें- Winter में वर्कआउट करने से होते हैं बहुत फायदे

2. नियमित रूप से योग करें

रिसर्च से पता चला है कि योग करने से सिरदर्द को कम करने में मदद मिल सकती है. योग एक बहुत पुरानी परंपरा है, जिसमे सांस लेने की तकनीक और आसन के माध्यम से दर्द से  छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है. इन आसनों और प्राणायामों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. एक प्रमाणित ट्रेनर के मार्गदर्शन में हर दिन दो बार करने से माइग्रेन के दर्द की गंभीरता कम हो जाएगी और भविष्य के माइग्रेन अटैक  के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी.

3. एक्यूपंक्चर

एक्यूपंक्चर एक ऐसी  वैकल्पिक चिकित्सा तकनीक है जिसमे शरीर के प्रेशर पॉइंट की पहचान करके सुइयों को चुभा करके दर्द और माइग्रेन के अन्य लक्षणों को सही करने में मदद की जाती है. स्टडी ने एक्यूपंक्चर को पुराने सिरदर्द से पीड़ित लोगों के लिए दर्द से छुटकारा पाने के लिए सबसे  विश्वसनीय वैकल्पिक चिकित्सा तकनीक मानी गयी है. यहां तक कि थ्रोबिंग माइग्रेन के दर्द से पीड़ित मरीज को एक्यूपंक्चरिस्ट के साथ सेशन करने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि एक्यूपंक्चरिस्ट भी एक्यूपंक्चर से माइग्रेन के दौरान दर्द से राहत पाने के लिए सबसे सुरक्षित बिना दवा के इस विकल्पों को अपनाने की सलाह देंगे.

4. मेडिटेशन

माइंडफुल मेडिटेशन में बिना किसी निर्णय वाले दिमाग के साथ वर्तमान समय पर ध्यान केंद्रित करना शामिल होता है. मेडिटेशन एक तरह से तनाव को कम करने में मदद करता है, जैसा कि सभी को पता है कि माइग्रेन को बढ़ाने में तनाव सबसे बड़ा कारण है. मन-तन की तकनीक जैसे मेडिटेशन और कुछ समय के लिए आराम करने से  तनाव को कम करके सिरदर्द को दूर  करने में मदद मिल सकती है.

5. एक्सरसाइज

नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से माइग्रेन अटैक होने की संख्या  और  गंभीरता  को कम करने में मदद करता है. लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि ज्यादा मेहनत वाली एक्सरसाइज करने से माइग्रेन के लिए हानिकारक हो सकता है. एक्सरसाइज वास्तव में तनाव से बचाव में मदद करता है, तनाव होना एक सामान्य माइग्रेन ट्रिगर होता है. जब हम एक्सरसाइज करते हैं तो हम फील-गुड हार्मोन रिलीज करते हैं, इन हार्मोन को शरीर के प्राकृतिक दर्द निवारक और एंटी- डिस्पेरेंट भी माना जाता है. अगर आप  माइग्रेन दर्द से पीड़ित हैं तो एक्सरसाइज न करें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और खराब हो जाएगी.

ये भी पढे़ं- हार्ट पेशंट के लिए हानिकारक हो सकती हैं सर्दियां, जानिए दिल को स्वस्थ रखने के टिप्स

6. ख़ुद से मसाज करना मददगार हो सकता है

टेम्पल्स, कंधों और सिर के पिछले हिस्से के आसपास खुद से मालिश करने से तनाव से होने वाले सिरदर्द में राहत मिल सकती है. खुद से मालिश करने या किसी मालिश चिकित्सक के साथ काम करने से क्रोनिक  गर्दन के दर्द को हल किया जा सकता है और कंधे का तनाव को कम किया जा सकता है, इससे सिरदर्द नहीं होगा. यह हमेशा सलाह दी जाती है कि प्रेशर पॉइंट पर दबाव I-4 पर दबाव डाला जाए, इस पॉइंट को हेगू भी कहा जाता है, यह आपके अंगूठे और तर्जनी के आधार के बीच स्थित होता है. इससे आपको दर्द और सिरदर्द से राहत पाने में मदद मिलेगी.

7. अपने पेट के स्वास्थ्य को  बेहतर रखें

पेट और दिमाग के बीच एक मजबूत संबंध होता है. इसका मतलब है कि अगर हमारे पेंट का स्वास्थ्य सही है तो  इसका असर माइग्रेन की समस्या पर भी पड़ेगा. यही कारण है कि जीआई डिसऑर्डर, जैसे इरिटेबल बोवेल

सिंड्रोम और इन्फ्लेमेटरी बोवेल की बीमारी, और माइग्रेन अक्सर व्यक्ति द्वारा एक साथ अनुभव किया जाता है. अस्वास्थ्यकर खानपान की आदतों और एंटीबायोटिक दवाओं के ज्यादा सेवन में वृद्धि होने से  मानव शरीर में एच-पाइलोरी बैक्टीरिया की संख्या (मानव-आंत के अंदर) अच्छे और महत्वपूर्ण बैक्टीरिया को कम कर देते है, जिससे पेट की समस्या होती है और परिणामस्वरूप माइग्रेन होता है.

8. प्राकृतिक माइग्रेन रिलीफ किट

इन स्टेप्स का पालन करने के बाद भी अगर राहत नहीं मिलती है, तो प्राकृतिक माइग्रेन रिलीफ किट को आजमा सकते हैं. ये सभी किट ऑनलाइन उपलब्ध हैं और माइग्रेन और सिरदर्द से लड़ने तथा ठीक करने के लिए 100% प्राकृतिक इलाज प्रदान करती हैं. ये हर्बल प्रोबायोटिक किट देशी जड़ी बूटियों से बनाई जाती हैं जिनमें काला जीरा, जीरा, चाँद की पत्ती, अदरक, और पुदीना शामिल हैं जो आपके पेट में इंटेस्टिनल फ़्लोरा (आंतों के वनस्पतियों) को पनपने की अनुमति देकर सिरदर्द और दर्द को हल करने में मदद करते हैं.

ये भी पढ़ें- बढ़ते प्रदूषण में रखें अपना ख्याल

6 Tips: हाईड्रोजन पेरोक्साइड से साफ करें घर

घर को साफ रखने के लिए आप कितनी मेहनत करती हैं. पर कुछ जिद्दी दाग ऐसे होते हैं, जो साफ ही नहीं होते. पर हाईड्रोजन पेरोक्साइड से घर के कई चीजें साफ हो सकती हैं. आपने हाईड्रोजन पेरोक्साइड से पेडीक्योर करते सुना होगा, पर इससे घर की बहुत सी चीजें भी साफ की जाती हैं.

इन चीजों को साफ करें हाईड्रोजन पेरोक्साइड से

1. चौपिंग बोर्ड

चौपिंग बोर्ड पर रॉ मीट काटने के बाद उसे हाईड्रोजन पेरोक्साइड से साफ करें. चौपिंग बोर्ड से बैक्टीरिया भी क्लीन हो जाएंगे. हल्का सा नमक लगाकर धो लें और धूप में सुखायें.

2. आपका टूथब्रश

आप टूथब्रश से अपने दांतों की सफाई करते हैं. जाहिर सी बात है कि आपका टूथब्रश भी कीटाणु से भरा होगा. आप हर दिन उसी टूथब्रश से अपने दांतों की सफाई करते हैं. अपने टूथब्रश को कुछ दिनों के अंतराल पर जरा से हाईड्रोजन पेरोक्साइड में डूबा कर रखें. इससे आपके टूथब्रश से कीटाणु की मात्रा कम हो जाएगी.

ये भी पढ़ें- सोच समझकर करें फाइनेंशियल प्लैनर का चुनाव

3. पौधों को फंगस से बचाये

आप हाईड्रोजन पेरोक्साइड से पौधों की सफाई नहीं कर सकतीं. पर पौधों को फंगस से जरूर बचा सकती हैं. 30ml हाईड्रोजन पेरोक्साइड को 1 कप पानी में मिलायें और इस मिश्रण को एक स्प्रे बोतल में डालें. पौधों पर रोजाना स्प्रे करें. पौधे फंगस फ्री रहेंगे.

4. बच्चों के कमरे की सफाई

4:1 के रेशियो में हाईड्रोजन पेरोक्साइड और पानी को स्प्रे बोटल में भर लें. अब इससे बच्चों के कमरे में रखे खिलौनों, डोरनोब, कार्पेट आदि को डिस्इन्फेक्ट करें. कार्पेट पर स्प्रे करने से पहले इसे कार्पेट के एक कोने पर ट्राई जरूर कर लें.

5. वाशिंग मशीन

टूथब्रश की तरह ही हाईड्रोजन पेरोक्साइड का इस्तेमाल आप किसी भी ऐसी चीज को साफ करने के लिए कर सकते हैं, जिससे दूसरों को चीजों को साफ किया जाता है. 1 कप हाईड्रोजन पेरोक्साइड डिटरजेंट कंपार्टमेंट में डालें. और मशीन को एक लंबे साइकल के लिए चला दें.

ये भी पढ़ें- 6 TIPS: ऐसे करें नए बेबी का स्वागत

6. टी-शर्ट

हमारे कपड़ों पर पसीने के दाग लग जाते हैं. आप टी-शर्ट से पसीने के दाग को भी हाईड्रोजन पेरोक्साइड की मदद से हटा सकती हैं.

Skin Tone हल्‍का करने के लिये नेचुरल Bleach

आपकी त्वचा की स्थिति इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आप त्वचा पर क्या लगाती हैं परंतु इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप क्या खाती हैं तथा आप अपनी त्वचा की देखभाल किस तरह करती हैं. अपना त्वचा को हाथ लगाने से बचें, केमिकल आधारित उत्पादों का उपयोग न करके अपने रोम छिद्रों को बंद होने से बचाएं, त्वचा के लिए सुरक्षित क्लीन्ज़र्स का उपयोग करें और सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात कि अपने शरीर को हाइड्रेट रखें.

बाहर जाने से 30 मिनिट पहले सनस्क्रीन लगायें, सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक धूप में न जाएँ तथा चेहरे को बचाने के लिए उसे स्कॉर्फ से न ढंके. ऐसा करने से बाहर के बैक्टीरिया और धूल आपके स्कॉर्फ में फंस जाते हैं जो त्वचा की सतह से रगड़ खाने के बाद खुजली का कारण बन सकते हैं.  यहां त्वचा की रंगत को निखारने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके बताए गए हैं.

1. संतरे

संतरे में सिट्रिक एसिड और विटामिन सी पाया जाता है जो त्वचा को प्राकृतिक रूप से ब्लीच करता है.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच संतरे के छिलके के पाउडर को दूध के साथ मिलकर पेस्ट बनायें. इसे अपनी गर्दन और चेहरे पर लगायें. इसे सूखने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए इस आयुर्वेदिक उपचार को प्रतिदिन अपनाएं.

2. हल्दी

हल्दी में प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं तो त्वचा से विषारी पदार्थों को बाहर निकालते हैं तथा टैनिंग को दूर करते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच हल्दी में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दही मिलाकर पेस्ट बनायें. इस पेस्ट की पतली परत अपने चेहरे और गर्दन पर लगायें. इसे 30 मिनिट तक सूखने दें फिर धो कर साफ़ कर लें.

ये भी पढ़ें- खूबसूरती निखारे ब्लशर

3. पपीता

पपीते में विटामिन ए, सी और एंजाइम्स होते हैं जो त्वचा को पुनर्जीवित करते हैं तथा त्वचा की रंगत को निखारते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

एक पके हुए पपीते का गूदा लें तथा इसमें एक चम्मच नीबू का रस मिलाएं. इसे गीले चेहरे पर लगायें. इसे 30 मिनिट तक लगा रहने दें तथा बाद में धो डालें. यह स्किन को प्राकृतिक रूप से ब्लीच करने का सबसे सुरक्षित तरीका है.

4. आंवला

आंवला या भारतीय गूसबेरी एंटीऑक्सीडेंटस, विटामिन सी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरा हुआ है अत: यह आपकी त्वचा के लिए एक वरदान है. फाइन लाइंस को दूर करना, त्वचा की रंगत को सुधारना तथा त्वचा में कसाव लाना आदि सब कुछ आंवला कर सकता है.

इसका उपयोग कैसे करें

एक चम्मच आंवले का रस लें तथा इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं. रुई का एक फाहा लें तथा इस घोल में डुबायें, अतिरिक्त घोल को निचोड़कर निकाल दें तथा इसे थपथपा कर अपने चेहरे पर लगायें. इसे सूखने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए इसे प्रतिदिन रात में सोने से पहले लगायें.

5. मूली

मूली में त्वचा की रंगत निखारने के गुण होते हैं जो त्वचा को एक सप्ताह में गोरा बना सकते हैं तथा त्वचा में कसाव ला सकते हैं.

इसका उपयोग कैसे करें

मूली को कद्दूकस करके इसका रस निकाल लें. इसे अपने चेहरे पर लगाकर छोड़ दें तथा 15 मिनिट बाद धो डालें.

ये भी पढ़ें- जानें क्या है Rebonding और Smoothing का तरीका

6. दही

दही में लेक्टिक एसिड पाया जाता है जो त्वचा की अशुद्धियों को दूर करता है त्वचा को एक्स्फोलियेट करता है (मृत त्वचा को निकालता है) और रोम छिद्रों को खोलता है जिससे त्वचा उजली होती है.

इसका उपयोग कैसे करें

प्रतिदिन रात में सोने से पहले चेहरे पर दही लगायें. इसे 15 मिनिट तक लगा रहने दें तथा बाद में धो डालें. उत्तम परिणामों के लिए प्राकृतिक स्किन ब्लीचर्स का उपयोग प्रतिदिन करें.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें