Anupama: अनुज का घर छोड़ेगी मालविका, पहुंचेगी शाह हाउस

सीरियल अनुपमा (Anupama) में मालविका (Aneri Vajani) और अनुज (Gaurav Khanna) के रिश्ते ने जहां शाह परिवार को चौंका दिया है तो वहीं दोनों के कई पुराने राज जल्द ही शो में खुलने वाले हैं. वहीं इसका असर काव्या-वनराज (Madalsa Sharma- Sudhanshu Panday) की शादीशुदा जिंदगी पर भी पड़ते हुए नजर आने वाला है. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे(Anupama Latest Update)…

काव्या को लगेगा डर

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि मालविका के कहने पर अनुपमा, अनुज के घर जाएगी. हालांकि मालविका, अनुज और अनुपमा के रिश्ते में आने की कोशिश करती नजर आएगी, जिससे अनुपमा परेशान होगी. दूसरी ओर शाह हाउस में बापूजी, अनुपमा के लिए परेशान होते हुए सोचेंगे कि कहीं अनुपमा ने जो एक कदम आगे बढाया है वह मालविका के आने से पीछे ना ले ले. वहीं मालविका के आने से काव्या, वनराज के लिए डर साफ नजर आएगा कि वह कहीं वनराज को खो न दे.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Ayisha (@love.u.anupma)

ये भी पढ़ें- Bigg Boss 15: Umar Riaz के साथ Cozy होते हुए दिखीं Rashami Desai, Rakhi Sawant ने कही ये बात

मालविका जाएगी शाह हाउस

 

View this post on Instagram

 

A post shared by @tellytvpk

अपकमिंग एपिसोड में काव्या को जहां झटका लगेगा. वहीं अनुपमा की जिंदगी में भी परेशानियों का दौर शुरु हो जाएगा. दरअसल, आप देखेंगे कि अनुज और मालविका के बीच पुरानी बातों को लेकर बहस होती नजर आएगी, जिसके कारण मालविका घर छोड़कर भाग जाएगी. हालांकि अनुज और अनुपमा उसे ढूंढने की कोशिश करेंगे. लेकिन मालविका शाह हाउस चली जाएगी. जहां वनराज और काव्या हैरान हो जाएंगे. लेकिन काव्या ये बात अनुपमा को बता देगी, जिसके कारण शाह हाउस में बवाल होता नजर आएगा.

मालविका ने पूछा अनुपमा से सवाल

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Ayisha (@love.u.anupma)

अब तक आपने देखा कि अनुज, अनुपमा के घर जाता है और उससे माफी मांगता ते हुए उसके सामने अपनी जिंदगी का राज खोल देता है. हालांकि मालविका, अनुपमा को कमरे में भेजकर अनुज को बाहर वालों के साथ घर के सीक्रेट शेयर करने की बात करते हुए गुस्से में नजर आती है. लेकिन अनुज उसे समझाता है. इसी बीच अनुपमा, अनुज और मालविका साथ में मिलकर बातें करते हैं. वहीं मालविका, अनुपमा से अनुज को प्यार करने की बात कहती है, जिसे सुनकर वह चौंक जाती है.

ये भी पढ़ें- Anupama के सामने फूट-फूटकर रोएगा अनुज, मालविका कहेगी ये बात

Christmas Special: घर पर कर रही हैं क्रिसमस पार्टी तो ऐसे सजाएं घर

क्रिसमस आते ही लोगों के जहन में केक, क्रिसमस ट्री, रंग-बिरंगी रोशनियां और कार्डस की तस्वीरें सामने आ जाती है. बाजारों में भी इन दिनों इन चीजों की मांग बढ़ जाती है. लोग अपने घरों को सबसे ज्यादा सुंदर बनाने में लग जाते हैं. इसलिए बाजारों में छोटे-छोटे प्लास्टिक के सितारे, प्यारी-प्यारी बौल्स की डिमांड बढ़ जाती है.

अगर आप भी क्रिसमस पर अपने घर पर पार्टी रखने वाली हैं तो आज हम आपको क्रिसमस पार्टी में सेंटरपीस डेकोरेशन और घर सजाने के कुछ आइडियाज बताएंगे, जो क्रिसमस डेकोरेशन आसान बना देंगे.

1. क्रिसमस ट्री

christmas tree

हर कोई इस दिन को पूरी तरह से कलरफूल बनाना चाहता है. तो सबसे पहले बात करते हैं क्रिसमस ट्री की. अगर आप क्रिसमस ट्री को घर में बनाने की सोच रही हैं तो सबसे पहले क्रिसमस ट्री से मिलता-जुलता कोई ट्री लें और इसमें सजाने के लिए बौल ड्रम, स्नो मैन, स्टार बेल, स्टार्स, झालर लें. इन सब चीजों को आप क्रिसमस ट्री के ऊपर लगा दें.

ये भी पढ़ें- 5 Tips: Emergency Funds भी है जरूरी

2. क्रिसमस ट्री के ऊपर लाईटिंग

christmas tree lighting

अगर आप क्रिसमस ट्री के ऊपर लाईटिंग करती हैं तो यह आपके पेड़ को और खूबसूरत बना देगा. इसके अलावा आप अपने घरों को सुंदर-सुंदर कैंडिल से भी सजा सकती हैं. चमकीले पेपर्स के स्टार से भी आप अपने घरों को सुंदर बना सकती हैं.

3. क्रेनबेरी डेकोर आइडिया

craneberry decoration

क्रेनबेरी डेकोरेशन लिए एक कांच का बाउल लें और उसमें क्रेनबेरी और पानी डालें. फिर इसके बीच कैंडल रखें. इसे सेंटरपीस डेकोरेशन का हिस्सा बनाएं.

4. फेयरी लाइट्स

आप क्रिसमस पार्टी पर फेयरी लाइट्स का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके लिए एक कांच के कंटेनर में फेयरी लाइट डालें और उन्हें सेंटरपीस का हिस्सा बनाएं.

5. फ्लोटिंग कैंडल्स

flaoting candles

क्रिसमस के मौके पर आप फ्लोटिंग कैंडल का भी प्रयोग कर सकती हैं तो अगर कुछ ज्यादा पैसे खर्च नहीं करना चाहती हैं तो मोमबत्तियों से भी घर को ग्रैंड लुक दिया जा सकता है, जिसमें अगर फूलों का साथ हो जाए तो सोने पर सुहागा हो सकता है.

ये भी पढ़ें- फटाफट काम के लिए ऐसे करें किचन तैयार

6. सांता कोण

santa cone

आप चाहें तो क्रिसमस पार्टी सेंटरपीस डेकोरेशन के लिए सांता कोण का इस्तेमाल भी कर सकती हैं. सबसे पहले हार्ड पेपर से कोण बनाएं और उसे रेड पेंट करें और उस पर ग्लिटर लगाएं. फिर कोण के टौप और नीचे वाले हिस्से पर व्हाइट फर चिपकाएं.

ऐसे बनें अच्छे हसबैंड-वाइफ

आज की जीवनशैली में घर और औफिस की बढ़ती जिम्मेदारियों को निभाना यों तो आसान लगता है किंतु वास्तव में आसान है नहीं. स्वस्थ मानसिकता के अभाव में इस रिश्ते को निभाने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आइए, उन बातों का अध्ययन करें जो कमजोर पड़ते रिश्तों को और अधिक कमजोर बनाती हैं.

विवाह के बाद के पहले 5 वर्ष पति पत्नी के लिए पहले 5 वर्ष बहुत अहमियत रखते हैं. शुरू के 5 वर्षों में जो गलतियां करते हैं वे हैं:

– खुद को बदलने की जगह पार्टनर से बदलने की चाह रखना.

– लाइफपार्टनर से जरूरत से ज्यादा अपेक्षाएं रखना.

– छोटीछोटी बातों को मुद्दा बना कर लड़ाईझगड़ा करना. न खुद चैन से रहना, न दूसरे को चैन से रहने देना.

– एकदूसरे के दोषों को ढूंढ़ढूंढ़ कर आलोचना और ताने मारने की प्रवृत्ति रखना.

इन कारणों से पतिपत्नी में दूरी बढ़ती जाती है और वक्त रहते अगर सूझबूझ से अपनी समस्याओं का समाधान पतिपत्नी नहीं कर पाते हैं तो अलगाव होना और फिर तलाक की संभावना बढ़ जाती है. अत: दोनों को इस बात का आभास होना चाहिए कि रिश्ते बहुत नाजुक होते हैं. इन्हें अथक प्रयास द्वारा, स्वस्थ मानसिकता के साथ संभालना बहुत जरूरी होता है.

गलतियों को मानें

सब से विचित्र बात यह है कि पतिपत्नी अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं कर पाते जबकि जीवन से संबंधित ये गलतियां जीवन को अधिक सीमा तक प्रभावित करती हैं. इन्हें छोटी गलतियां मानना ही मूलरूप से गलत है. रिश्ते को हर हाल में टूटने से बचाने की जिम्मेदारी पति और पत्नी दोनों की होती है. मुश्किलें पतिपत्नी की हैं, तो समाधान भी उन के द्वारा ही ढूंढ़ा जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें- शादी से पहले, शादी के बाद

दिल खोल कर प्रशंसा करें

रिलेशनशिप ऐक्सपर्ट मानते हैं कि एकदूसरे के प्रति तारीफ के शब्द न केवल पार्टनर्स को एकदूसरे के नजदीक लाते हैं, बल्कि टूटने के कगार पर आ गए रिश्तों में ताजगी भरने की भी संभावना रखते हैं. वैवाहिक जीवन की कामयाबी बहुत सीमा तक इस बात पर निर्भर करती है कि पतिपत्नी एकदूसरे की प्रशंसा कर के जीवन को आनंदपूर्ण बनाए रखें.

रिलेशनशिप टिप्स

ऐक्सपर्ट स्टीव कपूर ने अपनी पुस्तक में हैल्दी रिलेशनशिप के निम्न टिप्स दिए हैं:

– पतिपत्नी को सैंस औफ ह्यूमर रखना चाहिए. चीजों और समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए, जब यह स्थिति और समस्या की मांग हो.

– पतिपत्नी को एकदूसरे की ड्रैस सैंस की तारीफ करनी चाहिए. अच्छी बातों के लिए तारीफ करने में कंजूसी बिलकुल नहीं करनी चाहिए.

– एकदूसरे को कौंप्लिमैंट दें. विश्वास के आधार पर रिश्ते में मिठास भरें.

– यदि पतिपत्नी में से कोई एकदूसरे की बात मानने को तैयार नहीं है तो इस के कारण को जानने की कोशिश करें न कि उस के साथ विवाद कर उसे परेशान करें और खुद भी परेशान हों.

– दूसरे की भावनाओं से खिलवाड़ ठीक नहीं होता है. एकदूसरे को ब्लैकमेल करने से या उस की कमजोरी पर फोकस करने की आदत आत्मघाती होती है. भावनात्मक स्तर पर एकदूसरे के साथ जुड़ाव के लिए वक्त निकाल कर घूमने अवश्य जाएं. भूल कर भी अपने प्यार का प्रदर्शन लोगों के सामने न करें.

– बहसबाजी अच्छी आदत नहीं है. जब भी ऐसा अवसर आए अपने संवाद को कट शौर्ट कर के सुखद मोड़ देते हुए अपने रिश्ते को बचाएं और संवारें.

रिलेशनशिप की समस्याओं की पृष्ठभूमि

आइए, रिलेशनशिप की समस्याओं को नीतिपूर्वक तरीके से निबटने के बारे में जानें:

– आप अपने पार्टनर को बेहद प्यार करते हैं, लेकिन जब बात आती है इगो को बैलेंस करने की तो चुपचाप सहन करते हुए कभी खुल कर एकदूसरे के सामने नहीं आ पाते हैं. चुप रहना एक बहुत बड़ी कमजोरी बन जाती है. बेहतर होगा कि अपनी तरफ से आप स्पष्ट रूप से पार्टनर का सहयोग कर विवाहित जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोचें.

– रिलेशनशिप का सारा दारोमदार क्रिया और प्रतिक्रिया का है. अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने में जल्दबाजी न करें. सोचसमझ कर व सूझबूझ के साथ सही प्रतिक्रिया दें. एक सिंगल वार्तालाप से हमेशा समस्या सुलझ जाने की आशा न करें.

– अपनी रिलेशनशिप को बेहतर बनाए रखने के लिए एकदूसरे से सुझाव मांगें और अध्ययन करने के बाद उन सुझावों को अमल में लाएं जो रिलेशनशिप के लिए कारगर और उपयोगी हैं. यह काम धैर्यपूर्वक समस्या को खुले दिल से स्वीकार करने के बाद ही हो सकता है.

– बेकार का वादविवाद न करें और न ही दूसरे लोगों को उस का हिस्सा बनाएं. कम से कम शब्दों में समस्या को परिभाषित करें. एकदूसरे को उचित समय दें. ऐसा माहौल बनाएं जिस में आप खुले दिल और दिमाग से समस्या का निवारण करने की जिम्मेदारी पूरी लगन और सचाई के साथ कर सकें.

– हर समस्या के समाधान पर एकदूसरे को पार्टी, लंच, डिनर दे कर यह एहसास कराएं कि जो कुछ हुआ बहुत अच्छा हुआ.

ये भी पढ़ें- पति-पत्नी के रिश्ते में नयापन बनाए रखें ऐसे

ऐसे निकालें समस्याओं के हल

पतिपत्नी का रिश्ता जब विवाह के बाद प्रारंभिक चरण में होता है तो सब रिश्तेदारों की अपेक्षाएं वास्तविक आधार पर नहीं होतीं. संबंधी नई बहू से आशा करते हैं कि वह हर रिश्ते को दिल से सम्मान दे. अपनी सुविधा को नजरअंदाज कर वह रिश्ते का निर्वाह इस तरह करे जैसे वह उन्हें बरसों से जानती है. अधिकतर पत्नियां जन्मदिन या शादी की वर्षगांठ पर यह उम्मीद रखती हैं कि पति उपहार में डायमंड या गोल्ड के आभूषण, डिजाइनर वस्त्र आदि उसे गिफ्ट करे. दोनों पार्टनर जीवन के लिए प्रैक्टिकल अप्रोच अपनाएं तो वे जीवन को क्रोध, तानों और दोषारोपण की मौजूदगी में भी उत्तम तरीके से बिता सकते हैं.

मनोवैज्ञानिक जौन गोटमैन का सुझाव है कि पतिपत्नी का महत्त्वपूर्ण कर्तव्य है कि वे एकदूसरे पर कीचड़ न उछालें. एकदूसरे के प्रशंसक बनें. एकदूसरे के लिए चिंता तो करें, लेकिन रचनात्मक सोच के साथ. उन का हर फैसला सहयोग के आधार पर होना चाहिए.

हर विवाह की स्थिति ऐसी होती है कि अगर आप खूबियां ढूंढ़ेंगे तो आप को सब कुछ अच्छा नजर आएगा. अगर एकदूसरे की कमियों पर फोकस करना चाहेंगे तो बहुत कमियां नजर आएंगी. इसलिए बेहतर होगा कि अच्छाई पर फोकस रखें व पौजिटिव नजरिया अपनाएं. आप में वे सब गुण और काबिलीयत हैं, जो आप को ‘विन विन’ स्थिति में रख कर विजयी घोषित कर सकते हैं. प्यार मांगने से नहीं मिलता है. प्यार के लिए डिजर्व करना पड़ता है. जीवन का हर लमहा आनंद से सराबोर होना चाहिए. यह पतिपत्नी का जन्मसिद्ध अधिकार है.

हवाई जहाज दुर्घटना: क्या हुआ था आकृति के साथ

crime story in hindi

महिलाओं के लिए खास फायदेमंद है कसूरी मेथी

हर घर में किचन के जरूरी मसालों में मेथी जरूर होती है. मेथी की खास बात ये हैं कि इसके पौधे से लेकर बीज तक का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के काम आता है. सामान्य मेथी के अलावा इसकी एक और वेराइटी होती है जिसे हम कसूरी मेथी के नाम से जानते हैं.

कसूरी मेथी खाने की खूशबू बढ़ाने के काम आती है ये बात तो ज्यादातर लोग जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कसूरी मेथी आपकी सेहत के लिए भी बहुत कारगर है. इसका उपयोग कई तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है.

आइए जानते हैं आपकी सेहत के लिए कसूरी मेथी के पांच बड़े फायदों के बारे में..

1. एनीमिया

महिलाओं में खून की कमी यानि एनीमिया की बीमारी को अक्सर ही देखा जाता है. इसी समस्या को घर पर ही सही डाइट की मदद से आसानी से ठीक किया जा सकता है. मेथी को अपने खाने का हिस्सा बनाएं. मेथी का साग खाने से एनीमिया की बीमारी में लाभ मिलता है.

2. ब्रेस्टफीड कराने वाली मांओं के लिए

ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं के लिए भी कसूरी मेथी काफी फायदेमंद रहती है. कसूरी मेथी में पाया जाने वाल एक तरह का कंपाउंड, स्‍तनपान करवाने वाली महिलाओं के ब्रेस्‍ट मिल्‍क को बढ़ाने में मदद करता है.

ये भी पढ़ें- 6 TIPS: Pregnancy में पहनें मैटरनिटी बेल्ट

3. हार्मोनल चेंज को कंट्रोल करने में

कसूरी मेथी महिलाओं में होने वाली सबसे बड़ी समस्याओं में से एक मेनोपॉज में होने वाली परेशानी में भी बचाता है. कसूरी मेथी में फाइटोएस्ट्रोजन काफी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो मेनोपॉज के दौरान हो रहे हार्मोनल चेंज को कंट्रोल करता है.

4. शुगर से बचाव

स्‍वाद में थोड़ी कड़वी मेथी लोगों को डायबिटीज से बचाने के भी काम आती है. एक छोटे चम्मच मेथी दाना को रोज सुबह एक ग्लास पानी के साथ लेने से डायबिटीज में राहत मिलती है. हेल्थ एक्सपर्टस का मानना है कि कसूरी मेथी टाइप 2 डायबिटीज में ब्लड में शुगर के स्तर को कम करती है.

5. पेट के इंफेक्‍शन से बचाए

पेट की बीमारियों से बचना चाहती हैं तो इसे अपने खाने का हिस्सा बनाएं. इसी के साथ यह हार्ट, गैस्ट्रिक और आंतों की समस्‍याओं को भी ठीक करती है.

ये भी पढ़ें- गुप्त रोग लाइलाज नहीं

Christmas Special: घर पर ऐसे करें क्रिसमस पार्टी के लिए मेकअप

यह तो आपको पता ही होगा कि आपके व्‍यक्तित्‍व को निखारने में मेकअप का बड़ा अहम रोल होता है. अगर सही जानकारी हो तो घर पर ही पार्टी मेकअप किया जा सकता है. पार्टी मेकअप का मतलब सिर्फ ब्यूटी पार्लर ही नहीं है. और अगर आपका व्‍यक्तित्‍व निखरा होगा, तो आपमें आत्‍मविश्‍वास भी अधिक होगा. इसलिए मेकअप को नजरअंदाज करना सही नहीं होगा.

पार्टी के‍ लिए तैयार होते समय हर महिला की चाहत सबसे अलग और खूबसूरत दिखने की होती है. मेकअप उसी का एक चरण है. यह आपकी खूबसूरती को निखारने के साथ-साथ आपके रूप को अधिक आकर्षक भी बनाता है.

सही प्रकार से किया गया मेकअप आपके चेहरे को चुंबक की तरह बना देता है कि जिसकी नजर एक बार गयी, फिर वह अपनी नजर हटा ही नहीं पाएगा.

लेकिन, पार्टी में कैसा मेकअप किया जाए, इस बात को लेकर अक्‍सर दुविधा रहती है. एक बात तो हम आपको बता ही देते हैं कि ज्‍यादा मेकअप सुंदरता हासिल करने का तरीका नहीं है. सही प्रकार से और सही अनुपात में किया जाने वाला मेकअप ही आपके रूप को नया निखारने में मदद करता है. जहां तक बात घर पर स्‍वयं मेकअप करने की है, तो इसके लिए सबसे जरूरी है सही उत्‍पादों का चयन. अच्‍छे और सही उत्‍पाद आपको मनमाफिक रूप हासिल करने में मदद करेंगे.

1. फेस मेकअप

अपने चेहरे को मेकअप के जरिये निखारने के लिए सबसे पहले क्लींजिंग से चेहरे को अच्छी तरह से साफ करें. फिर टोनिंग और मौश्चरराइजिंग करें. इसके बाद कंसीलर लगाएं. कंसीलर से फेस के दाग-धब्बों को छिपाने में मदद मिलती है. फिर फाउंडेशन लगाएं. ध्यान रहे कि फाउंडेशन, स्किन कलर से मैच करता हुआ ही हो. शिमर लुक देने के लिए क्रीम ब्लशर लगाएं. इसके बाद फेस पाउडर लगाएं और एक नेचुरल बेस बनाएं.

ये भी पढ़ें- लिप्स ही नहीं, आई मेकअप रिमूवर के लिए भी कर सकते हैं वैसलीन का इस्तेमाल

2. आंखों का मेकअप

रात की पार्टी के लिए आंखों पर डार्क मेकअप आकर्षक बनाता है. दिन के समय लाइट शेड्स वाले आईशैडो का प्रयोग करे. लगाने से पहले ऊपरी पलकों पर फाउंडेशन और लूज पाउडर बारी-बारी से हल्के ब्रश से लगाएं, साथ ही आई पेंसिल से ऊपर की पलकों के ऊपर पतली रेखा खींच कर उसे ब्रश से फैला दें, ताकि आईलिड बड़ी दिखे. यहां एक बात का ध्यान रहे कि थकी आंखों पर अधिक अथवा गहरा मेकअप भूल कर भी न करें.

3. हेयरस्टाइल हो कुछ खास

मेकअप के अलावा आपको हेयरस्टाइल भी बहुत मायने रखता है. हेयरस्टाइल्स में भी आप कुछ नया ट्राई कर सकती हैं. लूज कर्ल्स और रोमांटिक अपडोज के साथ बालों को स्टाइलिश लुक देने का ट्रेंड हौ. इसके साथ ही टाइट लो या हाई पोनीटेल फिर से फैशन में है.

4. होंठों का मेकअप

होंठों को पतला दिखाने के लिए लिपस्टिक के शेड से मैच करते लिप लाइनर का प्रयोग होंठों के अंदर की तरफ यानी इनर लाइन पर करें. डार्क शेड का प्रयोग बिल्कुल न करें और लिप ग्लौस का सिंगल कोट चढ़ाएं. इसके विपरीत होठों को मोटा दिखाने के लिए लिप लाइनर को होठों के बाहरी किनारों पर लगाएं. लिपस्टिक का कोई भी रिच शेड लगाएं और लिप ग्लौस की सहायता से ऊपर व नीचे के होंठ के बीच के हिस्से को हाईलाइट करें.

बस तो फिर देर किस बात की. पार्टी में जाने के लिए आप पूरी तरह तैयार हैं.

ये भी पढ़ें- Christmas Special: पार्टी सीजन में बालों की देखभाल कैसे करें?

Christmas Special: बची रोटियों से बनाएं हैल्दी लजानिया

सर्दियों का मौसम है, बाजार में सब्जियों की भरमार भी है, और बच्चों की हरदम कुछ अच्छा खाने की फरमाइश भी आपके पास आती ही रहती है. आजकल के बच्चों को चायनीज इटैलियन जैसे कॉन्टिनेंटल फ़ूड बहुत पसंद आता है तो क्यों न आज बाजार में अच्छे खासे महंगे दामों पर मिलने वाले लजानिया को घर में ही हैल्दी और हाइजीनिक तरीके से बनाया जाए. घर पर इन्हें बनाने का सबसे बड़ा लाभ है कि हम इसमें मनचाही सब्जियों को डालकर बच्चों को आसानी से खिला सकते हैं. रेस्टोरेंट में इसे बाजार में मिलने वाली सीट्स से बनाया जाता है, जब कि घर में हम इसे आटे से बनी रोटियों से भी आसानी से बना सकते हैं. तो आइए हम देखते हैं कि घर में बची रोटियों से इसे कैसे बनाया जाता है-

सामग्री (लजानिया बनाने के लिए )

गेहूं के आटे की रोटियां            3

चीज स्लाइस                         6

चीज क्यूब                             2

चिली फ्लैक्स                         1/4 टीस्पून

ऑरिगेनो                              1/4 टीस्पून

सामग्री (फिलिंग के लिए)

गाजर                 3

शिमला मिर्च        1

प्याज                  3

बीन्स                 10-12

पनीर                  50 ग्राम

बटर                  1 टेबलस्पून

नमक                1/2टीस्पून

ओरेगेनो             1/4 टीस्पून

चिली फ्लैक्स      1/4 टीस्पून

लहसुन अदरक पेस्ट  1 टीस्पून

ये भी पढ़ें- Winter Special: सर्दियों में बनाएं ये 4 वन ड्राप आयल अचार

सामग्री (रेड सॉस के लिए)

बारीक कटा प्याज         2

बारीक कटा लहसुन       4 कली

बटर                             1 टीस्पून

टमाटर                          6

नमक                           1/4 टीस्पून

ओरेगेनो                       1/4 टीस्पून

लाल मिर्च पाउडर          1/2 टीस्पून

टोमेटो सॉस                  1 टेबलस्पून

सामग्री (व्हाइट सॉस के लिए)

बटर                          1 टीस्पून

मैदा                           1 टेबलस्पून

नमक                         1/4 टीस्पून

दूध                             डेढ़ कप

काली मिर्च पाउडर       1/4 टीस्पून

किसा चीज क्यूब                   1

विधि

लजानिया बनाने के लिए सबसे पहले हम फिलिंग तैयार करेंगे. सभी सब्जियों, पनीर और प्याज को बारीक काट लें. एक पैन में बटर डालकर प्याज और अदरक लहसुन पेस्ट डालकर 2-3 मिनट तक भूनें. सभी सब्जियां, कटा पनीर और नमक डालकर सब्जियों के गलने तक पकाकर ऑरिगेनो और चिली फ्लैक्स मिलाएं. तैयार फिलिंग को एक बाउल में निकाल लें.

रेड सॉस बनाने के लिए टमाटर को काटकर मिक्सी में पीसकर छलनी से छान लें. अब एक पैन में बटर डालकर प्याज और अदरक लहसुन के पेस्ट को भून लें. टमाटर प्यूरी, नमक, ऑरिगेनो और लाल मिर्च डालकर तेज आंच पर 3-4 मिनट तक पकाएं. गैस बंद करके टोमेटो सॉस मिलाकर एक बाउल में निकालें.

ये भी पढ़ें- Winter Special: सर्दियों में बनाएं ये टेस्टी और हैल्दी Recipe

व्हाइट सॉस बनाने के लिए एक पैन में बटर पिघलाकर मैदा को हल्का सा भून लें. लगातार चलाते हुए धीरे धीरे दूध मिलाएं ताकि गुठली न पड़ें. नमक, काली मिर्च और किसे चीज क्यूब को डालकर गैस बंद कर दें.

लजानिया बनाने के लिए एक नॉनस्टिक तवे पर 1 टीस्पून रेड सॉस फैलाकर 1 रोटी रख दें. रोटी के ऊपर पहले 1 टीस्पून रेड सॉस फिर 1 टेबलस्पून सब्जियों की फिलिंग, फिर 1 टीस्पून व्हाइट सॉस इस तरह फैलाएं कि रोटी पूरी तरह कवर हो जाये. अब इसके ऊपर 2 चीज स्लाइस रखें. इसी प्रकार शेष 2 रोटियों को भी क्रम से रेड सॉस, फिलिंग, व्हाइट सॉस और चीज स्लाइस से कवर करके एक के ऊपर एक लेयर लगा लें. सबसे ऊपरी सतह पर चीज स्लाइस के साथ साथ चीज क्यूब को भी किस दें. ऊपर से 1 टीस्पून पानी स्प्रिंकल कटके ऑरिगेनो और चिली फ्लैक्स डाल दें. अब इसे एकदम धीमी आंच पर 10 मिनट तक ढककर पकाएं. 10 मिनट बाद खोलकर तेज धार वाले चाकू से काटकर सर्व करें.

‘बुके नहीं बुक उपहार में दीजिये’- मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति

किताबों के पढने से जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आता है. इससे न केवल अच्छी सोंच का विकास होता है बल्कि जीवन में आने वाली कठिनाईयों का मुकाबला कैसे किया जाय इसकी क्षमता का भी विकास होता है. वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी (आईएएस) और उत्तर प्रदेश  के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव के रूप में कार्यरत मुकेश मेश्राम के करियर को देखे तो जीवन में किताबों के महत्व का पता चलता है. मुकेश मेश्राम मध्य प्रदेश  के बालाघाट जिले के वनग्राम बोरी गांव के रहने वाले है. इनके पिता प्राइमरी स्कूल में अध्यापक और मां खेतों में काम करती थी. मुकेश मेश्राम अपने घर से 5 किलोमीटर दूर स्कूल में पढने जाते थे. पढाई में अच्छे होने के कारण ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा की छात्रवृत्ति में तीसरी रैंक पाकर अच्छे स्कूल में दाखिला मिला. वहां से शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढे.

भोपाल के मौलाना आजाद टेक्नलौजी कालेज से आर्किटेक्ट में बीआर्क किया. आईआईटी रूढकी से एमआर्क करने के बाद इसरों में सांइटिस्ट के रूप में अपना कैरियर शुरू किया. वहां से भोपाल के मौलाना आजाद कालेज औफ टेक्नॉलौजी में प्राध्यापक के रूप में तैनात हो गये. जहां से उन्होने सिविल सर्विसेज की तैयारी की. पहली बार असफल होेने के बाद हार नही मानी. 1995 में वह सविल सर्विसेज में चुने गये. जम्मू-कश्मीर  कैडर मिला. 1998 में वह उत्तर प्रदेश आये और यहां विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहते खुद की एक अलग पहचान बनाई. आज भी उनके जीवन में बेहद सरलता और सहजता है. वे घूमने फिरने, कविताएं लिखने व किताबे पढने का शौक  रखते है. चिडियों के कलरव व नदियो के कलकल ध्वनि को सबसे अच्छा संगीत मानते है. मुकेश मेश्राम का व्यकितत्व इंजीनियरिग और कला साहित्य का अदभुत संगम है. पेश है उनके साथ एक खास बातचीत के प्रमुख अंश :-

सवाल  – आपका बचपन बहुत संघर्षपूर्ण और रोमांचक रहा है. आगे बढने में किन चीजों ने मदद की?

जवाब- हमारे पिता जी स्कूल टीचर थे. वह घर से 10-12 किलोमीटर दूर पढाने के लिये जाते थे. उस समय स्कूल टीचर का वेतन बहुत नहीं होता था. हम 5 भाई और 4 बहने थे. ऐसे में बहुत परेशानी थी. मेरी मां खेतों में काम करने जाती थी जिससे घर की आर्थिक मदद हो सके. हमने मेहनत से पढाई की. 8 कक्षा के बाद स्कालरशिप के लिये ग्रामीण प्रतिभा खोज परीक्षा पास की. वहां से खुद से आत्मनिर्भर बनाना षुरू किया. हम स्कूल में पढाई के साथ ही साथ दूसरे काम करते थे. प्रकृति से लगाव था तो गांव में ‘प्रेरणा बाल सभा’ बनाई. जिसके जरिये पौधे लगाने और कल्चरल कार्यक्रम करने लगे. मुझे कहानी और कविता लेखन का शोक था. इसमें मुझे राज्यस्तरीय पुरस्कार भी मिले. किताबों और अपने मातापिता का सहयोग आगे बढाने मे मददगार रहा.

सवाल  – स्कूल से जब आप कालेज पहंुचे तो वहां पत्रिका का प्रकाशन भी शुरू किया?

जवाब- आर्किटैक्चर की पढाई के पहले साल में ही 16 वर्ष की उम्र में हमने एक पत्रिका ‘सुबास’ नाम से शुरू की. जिसमें विज्ञान, साहित्य, क्विज के साथ ही साथ युवाओं और बच्चों को लेकर जो भी फैसले सरकार करती थी उसको प्रकाशित किया जाता था. इसका आरएनआई रजिस्ट्रेशन भी कराया था. हमने तमाम बडे साहित्यकारों से संपर्क किया. इसके लिये उन सबने लिखा. 3 साल यह पत्रिका प्रकाशित हुई. हमारे साथी इसमें सहयोग देते थे. जब बीआर्क के 4 साल में पहुंचे पढाई में ज्यादा वक्त देने लगे तो यह पत्रिका बंद हो गई. इस पत्रिका को लोग बहुत पसंद करते थे. संपादक के नाम इतने पत्र आते थे कि पोस्ट ऑफिस वालों ने हमारे लिये अलग बॉक्स लगवा दिया था.

सवाल  – ‘आर्किटेक्ट’ से सिविल सर्विसेज मेे कैसे जाना हुआ?

जवाब- बीआर्क के बाद एमआर्क करने के बाद मैं जॉब करने लगा. पहले दिल्ली में फिर इसरों में. इसके बाद भोपाल में रीजनल इंजीनियरिंग कालेज में पढाते वक्त मुझे साथियों ने प्रोत्साहित किया कि सिविल सर्विस की परीक्षा मुझे देनी चाहिये. पहली बार सफल नहीं हुये. हमने इतिहास विषय लिया था. तैयारी पूरी नहीं थी. इसके बाद दूसरी बार में सफल हुये और 1995 में सिविल सर्विस में आ गया. वहा से बहुत सारे पदो पर काम करने का मौका मिला. समाज को अलग तरह से देखने और समझने के साथ ही साथ उनके लिये कुछ करने का मौका मिला. जिससे मन को सुकून मिलता है.

सवाल  – आमतौर पर कहा जाता है कि हिंदी बोलने और लिखने वाले लोग इस परीक्षा में बहुत सफल नहीं होते. आपकी क्या राय है?

जवाब- ऐसा नहीं है. अगर हम आंकडों को देखे तो अब तक सिलेक्ट हुए  26 फीसदी लोग उत्तर प्रदेश और बिहार से आते है. जो हिंदी बेल्ट कही जाती है. सिविल सर्विस में हर किसी को भी अवसर मिलता है. अगर वह अपने विषय का अच्छा जानकार हो. अच्छे से पढने वाले इस परीक्षा को पास कर लेते है. किताबों और अनुभव से जो ज्ञान मिलता है. वह इस कैरियर में आगे बढाने में मदद करता है. हमंेे लगता है कि लोगो को उपहार में बुके की जगह बुक देनी चाहिये. इससे लोग पढेेगे और समझदार बनेगे.

सवाल  – आप पतिपत्नी दोनो ही प्रशासनिक सेवा में है. कैसे तालमेल होता है?

जवाब- हम घर में कभी ऑफिस का काम नहीं ले जाते. एक दूसरे के काम का सम्मान करते है. इस तरह से जब समझदारी से काम होता है तो कोई दिक्कत नहीं आती है.

सवाल  – आपकी और हॉबीज क्या है?

जवाब- पर्यटन, स्केचिंग, म्यूजिक सुनने का शौक  है. मैं अक्सर इसके लिये प्राकृतिक जगहों पर पर्यटन करता हॅू.

Bigg Boss 15: Umar Riaz के साथ Cozy होते हुए दिखीं Rashami Desai, Rakhi Sawant ने कही ये बात

कलर्स के रियलिटी शो बिग बॉस 15 (Bigg Boss 15) की टीआरपी बढ़ाने के लिए मेकर्स जमकर कोशिश करते नजर आ रहे हैं. शो के कंटेस्टेंट भी लड़ाई और रोमांस से दर्शकों का दिल जीत रहे हैं. इसी के चलते तेजस्वी प्रकाश और करण कुंद्रा (Tejran) की नजदीकियों के बाद अब शो में नया लव एंगल देखने को मिल रहा है. दरअसल, बिग बॉस 13 का हिस्सा रह चुकीं एक्ट्रेस रश्मि देसाई (Rashami Desai) और उमर रियाज (Umar Riaz) की लव स्टोरी शुरू होती नजर आ रही है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

रश्मि-उमर आए करीब

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Sehar 💞 (@seharkhan1428)

हाल ही के एक एपिसोड में रश्मि देसाई ने देवोलीना से हुई एक लड़ाई में उमर रियाज से प्यार का इजहार किया था. हालांकि सभी ने इजहार को सीरियस नहीं लिया था. लेकिन वीकेंड के वार पर दोनों ने एक दूसरे को पसंद करने की बात कही थीं, जिसके बाद दोनों का रोमांस देखने को मिल रहा है. दरअसल, बीते एपिसोड में रश्मि देसाई और उमर रियाज काउच पर बैठकर रोमांस करते नजर आए थे, हालांकि इस दौरान दोनों देवोलीना भट्टाचार्जी के गेम के बारे में बात कर रहे थे. इसी बीच रश्मि देसाई और उमर रियाज ने एक दूसरे को गले लगा लिया था.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rashami_Holics (@rashami_holics)

ये भी पढ़ें- मालिनी संग रोमांटिक पोज देगा आदित्य, Imlie को होगी जलन!

राखी सावंत ने कही ये बात

 

View this post on Instagram

 

A post shared by BIGG BOSS ND PKYEK (@biggboss_pkyek)

रश्मि देसाई और उमर रियाज को करीब देख राखी सावंत ने दोनों से पूछा कि लव लपाटा हो रहा है यहां? उमर रियाज बोले मौसम ही ऐसा है. जब आपको सर्दी लगती है तो आपको वॉर्म फीलिंग की जरूरत होती है. जब भी मुझे लगता है कि मेरे हाथ पैर नॉर्मल हो गए हैं मैं सामने वाले जो चल हट बोल देता हूं. हालांकि अगले दिन राखी सावंत ने दोनों की बात देवोलीना भट्टाचार्जी से करते हुए कहा कि क्या दोनों घर से बाहर जाने के बाद भी इस रिश्ते को बरकरार रखेंगे? वहीं देवोलीना कहती हैं कि मुझे नहीं पता. मैं रश्मि देसाई से कई बार इस बारे में बात कर चुकी हूं. वो हर बार मुझसे नाराज हो जाती है जब भी मैं उसका नाम उमर रियाज के साथ जोड़ती हूं. मुझे लगता है कि रश्मि देसाई मजाक कर रही है. राखी सावंत बोलती है कि किसी को गोद में बैठना जोक कैसे हो सकता है. मुझे लगता है शो में बने रहने के लिए दोनों दिखावा कर रहे हैं. बाहर जाने के बाद इन दोनों के बीच कोई रिश्ता नहीं रहेगा.

बता दें, शो में इन दिनों तेजरान यानी तेजस्वी प्रकाश और करण कुंद्रा की लवस्टोरी फैंस को काफी पसंद आ रही है. वहीं शो से हाल ही में बाहर हुए कंटेस्टेंट राजीव अदातिया ने भी दोनों की लव स्टोरी को सच बताते हुए शादी तक की बात कह दी थीं. वहीं ये खबर सुनकर फैंस काफी खुश हुए थे.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rashami_Holics (@rashami_holics)

ये भी पढ़ें- Anupama के सामने फूट-फूटकर रोएगा अनुज, मालविका कहेगी ये बात

5 Tips: Emergency Funds भी है जरूरी

मुसीबतें किसी को बताकर नहीं आती. इसके लिए जरूरी है कि आप पहले से तैयार रहें. भविष्य की जरूरतों के लिए आप जैसे काफी सारे लोग एक बड़ी राशि इंश्योरेंस, यूलिप, फिक्स डिपॉजिट और म्यूचुअल फंड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते रहते हैं. लेकिन इन सब के बाद भी अक्सर आप कई बार ऐसी मुसीबत से निपटने में असमर्थ हो जाते हैं. पैसों की अचानक जरूरत के लिए हम अपनी एफडी और यूलिप का प्रीमैच्योर विड्रॉल कर लेते हैं, नतीजन पूरी रकम भी नहीं मिल पाती. ऐसे गलतियां लोग इमर्जेंसी फंड न बनाकर करते हैं.

1. तुरंत जरूरतों के लिए इमर्जेंसी फंड बनाएं

आजकल बढ़ती महंगाई के साथ हमारी अन्य जरूरतें भी उसी तेजी से बढ़ रही हैं. ऐसे में बीमारी, नौकरी छूटने या अन्य वजह से अचानक सामने आने वाले बड़े खर्चों से हमारा सारा बजट खराब हो जाता है. ऐसी ही समस्याओं से निपटने के लिए इमरजेंसी फंड बहुत जरूरी होता है. यह फंड ऐसी सेविंग होती है, जिसे तुरंत जरूरत के समय में आप खर्च कर सकते हैं.

2. कितना होना चाहिए इमर्जेंसी फंड

इमर्जेंसी फंड की राशि उतनी होनी चाहिए जो आपके 6 महीनों के खर्चों को पूरा कर सके. यदि आपके पास हैल्थ इंश्योमरेंस पहले से है तो तीन से चार महीने का इमर्जेंसी फंड भी पर्याप्त है. इसके लिए हर महीने अपनी सेविंग का 10 फीसदी हिस्साए इमर्जेंसी फंड के लिए तैयार करें. एक तय सीमा से अधिक बचत होने पर अपनी शेष राशि को अन्य विकल्प में निवेश कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- फटाफट काम के लिए ऐसे करें किचन तैयार

3. लिक्विड फंड में निवेश करें

इमरजेंसी फंड के लिए बैंक बचत खाता और लिक्विड म्युचुअल फंड में भी निवेश किया जा सकता है. इन फंड्स में लॉक-इन पीरिएड नहीं होता और विड्रॉल में भी ज्यादा समय नहीं लगता. बचत खाते में इमर्जेंसी फंड के तौर पर जमा राशि किसी भी समय एटीएम की मदद से निकाल सकते हैं. इमर्जेंसी के लिए कोशिश करें कि बैंक एफडी या म्यूचुअल फंड में निवेश न करना पड़े.

4. इमरजेंसी में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं

इमर्जेंसी के लिए आपका क्रेडिट कार्ड भी सहायक बन सकता है. क्रेडिट कार्ड के साथ 50 से 60 दिनों तक का क्रेडिट पीरिएड मिलता है. ऐसे में अस्पताल के खर्चों का भुगतान और दूसरे खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर सकते हैं. लेकिन आपको बता दें कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेामाल विड्रॉल के लिए न करें. क्योंकि इससे ब्याज काफी बढ़ जाएगा.

ये भी पढ़ें- Christmas Special: घर पर बनाएं क्रिसमस ट्री

5. जरूर करवाएं हेल्थ इंश्योसरेंस

बीमारी या दुर्घटना के दौरान इमर्जेंसी फंड की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है. ऐसे में किसी भी अनिश्चितता से सुरक्षा के लिए अपने और परिवार के लिए एक हेल्थि इंश्योररेंस पॉलिसी होना बहुत जरूरी है. हेल्थ पॉलिसी की मदद से अस्पताल और इलाज के खर्च से बच जाते हैं. कैशलैस प्लान की स्थिति में इलाज के दौरान कोई भी धन राशि देने की जरूरत नहीं होती. लेकिन यदि कैशलैस नहीं है तो कुछ समय के लिए पैसों की जरूरत अवश्य पड़ सकती है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें