क्यों फिल्म व सीरियल निर्माता मुंबई व महाराष्ट्र राज्य से बाहर जाने को हो रहे मजबूर

महाराष्ट्र में शिवसेना,कॉग्रेस और एनसीपी की सरकार के रवैए से एक बात साफ तौर पर सामने आ रही है कि यह सरकार फिल्म इंडस्ट्री की तबाही का कारण बन रही है. और इस सरकार की अपनी कार्यशैली के ही चलते धीरे धीरे फिल्म निर्माताओं ने अपनी फिल्म,सीरियल,वेब सीरीज आदि की शूटिंग मुंबई व महाराष्ट्र राज्य से बाहर दूसरे राज्यों में करने पर मजबूर हो रहे हैं,जिसका फायदा गुजरात,मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश को हो रहा है. पर महाराष्ट्र सरकार को इस दिशा मेंं नए सिरे गंभीरता से सोच विचार करने की जरुरत है.

कोरोना महामारी व लॉक डाउन के चलते देश की ही तरह महाराष्ट्र राज्य में भी पिछले लगभग सवा एक वर्ष में सभी उद्योग धंधे चैपट हुए हैं. फिल्म,सीरियल व वेब सीरीज की शूटिंग बंद हुई,जिसके चलते तकरीबन पॉंच लाख से अधिक डेली वेजेस वर्कर के सामने दो वक्त की रोटी का संकट गहरा गया है. कोरोना की पहली लहर के बाद  जुलाई 2020 में कई तरह की पाबंदियों व सुरक्षा उपायों के साथ फिल्म व सीरियल की शूटिंग थोड़ी बहुत शुरू हुई थी,लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दो माह से कड़क लॉक डाउन लगाकर फिल्म,सीरियल आदि की शूटिंग व फिल्म निर्माण से जुड़े हर काम पर पूरी पाबंदी लगा रखी है. जबकि दूसरे राज्यों में ऐसा नही है. मुंबई व महाराष्ट्र के दूसरे शहरो में  सुरक्षा उपायों के साथ लगातार फिल्म व टीवी सीरियल की शूटिंग हो रही है. महाराष्ट्र सरकार ने पाबंदी लगायी, तो कई सीरियल निर्माता अपनी पूरी युनिट के साथ गोवा व गुजरात पहुंच गए. मसलन,‘सब टीवी’के लोकप्रिय हास्य सीरियलों ‘हप्पी की उलटन पलटन’और ‘भाबी जी घर पर है’’को इन दिनों गुजरात के सूरत शहर के एक होटल में फिल्माया जा रहा है और निर्माता बेनीफर व संजय कोहली का दावा है कि इससे उनके सीरियलांे के कथानक में एक नई ताजगी आ गयी है.

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इतना ही नही 15 जून से कई निर्माता अपनी फिल्मो की शूटिंग करने के लिए मुंबई,महाराष्ट्र से बाहर जाने पर मजबूर हो रहे हैं. जी हॉ!मध्य प्रदेश में जून से फिल्में, वेब सीरीज और सीरियलों की शूटिंगों को इंडस्ट्यिल वर्क्स के दायरे में लाने की कवायद जारी है. जिससे  वहां 15 जून से आधा दर्जन फिल्मों की शूटिंग शुरू हो जाएगी. एमपी टूरिज्म के ऑफिसर हनी दीक्षित के मुताबिक,’वर्बली तो ग्लैमर जगत से जुड़े काम इंडस्ट्रियल वर्क्स माने जाते हैं,मगर लिखित में ऐसा है कि नहीं,वह देखा जा रहा है. वैसे भी राज्य के 90 फीसदी जिले अनलॉक हो गए हैं. एकाध दिनों में साफ हो जाएगा कि कहां-कहां शूटिंग करना मुमकीन हैं. ‘

सूत्रों के अनुसार फिल्म ‘ह्विस्लब्लोअर’की शूटिंग भोपाल में शुरू होगी. नेटफ्लिक्स वालों ने ‘नैना’ तो लॉकडाउन लगने से पहले ही पूरी कर ली थी. अब बॉबी देओल, विक्रांत मैस्सी और सान्या मल्होत्रा की फिल्म ‘लव होस्टल’की शूटिंग  भी भोपाल में की जाएगी. भोपाल, इंदौर जैसे शहरों में ‘ब्रीद3’ की शूटिंग को अभिषेक बच्चन भी आने वाले थे, मगर अब यह दिल्ली शिफ्ट हो चुकी है. यह आम प्रक्रिया के तहत हुआ है. दिल्ली से सूत्रों ने बताया कि ‘ब्रीद3’ में पिछली कहानी की कंटीन्यूटी नहीं रहेगी. कई अन्य फिल्में भी मध्यप्रदेश में फिल्मायी जानी है. फिल्म ‘पोन्नियन सेल्वन’ की फिर से मध्यप्रदेश में शूटिंग होगी. इसमें  ऐश्वर्या राय बच्चन और विक्रम की अहम भूमिकांए हैं. इन दोनों कलाकारों के साथ सैकड़ों जूनियर आर्टिस्ट भी पुराने शहर के दृश्यों का फिल्मांकन मंडावा और महेश्वर में करेंगे. आनंद एल राय अपनी फिल्म‘अतरंगी रे’व एक अन्य फिल्म की शूटिंग के लिए उत्तर प्रदेश जाने वाले हैं. अक्षय कुमार की फिल्म‘‘रामसेतु’भी अब उत्तर प्रदेश में ही फिल्माने की चर्चा हो रही है.

एक फिल्म प्रोडक्शन हाउस से जुड़े शख्स ने अपना नाम उजागर न करते हुए कहा-‘‘मध्यप्रदेश में 15 जून से कई बड़े बजट की फिल्मों का फिल्मांकन शुरू हो जाएगा. क्योकि वहां पर एंटरटेनमेंट से जुड़े कार्यों को औद्योगिक विषय में रखा गया है. इस आधार पर अब शूटिंगें शुरू करने की इजाजत मिल जाएगी.

यूं तो ‘फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज’और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई संगठन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मुंबई व उसके आसपास,जहंा पर कोरोना के मामले कम आ रहे हैं,वहां पर शूटिंग शुरू करने की इजाजत देने की मांग कर चुके हैं. एफडब्लूआइसीई  ने मुंबई में फिल्म व सीरियल की शूटिंग को इंडस्ट्री एक्ट के तहत इजाजत देने की मॉंग कर चुकी है. एफडब्लूआइसीई के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने कहा,’ पिछले डेढ़ साल से लाखों सिने आर्टिस्ट, वर्कर्स और टेक्नीशियन बेरोजगार घर पर बैठे हुए हैं. डेली वेजेज वर्कर्स तो पूरी तरह शूटिंग पर निर्भर हैं. मुंबई में  लॉकडाउन फिर से 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है. ऐसे में हालात और विकट हो जाएंगे,जबकि हम भी इंडस्ट्रयिल एक्ट के दायरे में आते हैं. हम भरोसा दिलाते हैं कि हम सेट पर पूरे एहतियात और प्रोटोकॉल के तहत शूट करेंगे. ‘मगर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चुप्पी साध रखी है. परिणमतः यश राज फिल्मस को अपनी फिल्म‘‘टाइगर 3’’का सेट तोड़ना पड़ा. अब वह भी दूसरे राज्य में शूटिंग करने पर विचार कर रहे हैं.

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सूत्रों की माने तो महाराष्ट्र सरकार के अंदर ही खींचतान चल रही है. गुरूवार,तीन जून को आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेत्तिवार,जो कि कॉंग्रेस कोटे से मंत्री हैं, ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के बाद घोषणा की कि चार जून से 18 जिले पूरी तरह से खुल जाएंगे,मगर चंद घंटों बाद ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस आदेश को पलट दिया. यानी कि सरकार के मंत्रियों के बीच भी समन्वय का अभाव है.

इसके बाद से कई दूसरे फिल्मकारो ने भी अब दूसरे राज्यो में जाकर शूटिंग करने पर विचार करना शुरू कर दिया है.

13 साल की हुई बजरंगी भाईजान की ‘मुन्नी’, शेयर की बर्थडे फोटोज

बौलीवुड के दबंग खान यानी सलमान खान संग फिल्म बजरंगी भाईजान में स्क्रीन शेयर करने वाली चाइल्ड मुन्नी उर्फ एक्ट्रेस हर्षाली मल्होत्रा 13 साल की हो चुकी हैं, जिसकी फोटोज शेयर करते हुए फैंस को जानकारी दी है. फैंस के साथ अपने बर्थडे की फोटोज शेयर करते हुए अपने बर्थडे सेलिब्रेशन की झलक दिखाई हैं. आइए आपको दिखाते हैं सेलिब्रेशन की खास फोटोज…

हर्षाली मल्होत्रा ने शेयर की फोटोज

हर्षाली मल्होत्रा ने इंस्टाग्राम पर अपनी केक काटते हुए फोटोज शेयर की हैं. परिवार संग हर्षाली के लिए पिंक कलर के केक संग फोटोज शेयर की है. कोरोना के चलते छोटे सेलिब्रेशन के साथ हर्षाली मल्होत्रा ने फैमिली के साथ अपना बर्थडे सेलिब्रेट किया.

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टीनएजर हुईं हर्षाली

अपने बर्थडे के मौके पर हर्षाली मल्होत्रा ने बेहद खुश नजर आईं क्योंकि 13 साल की होने पर वह टीनएजर हो गई हैं. हर्षाली की क्यूट फोटोज फैंस को काफी पसंद आते हैं. इस मौके पर हर्षाली की फैमिली ने घर को गुब्बारों से सजाया था. इस मौके पर हर्षाली मल्होत्रा ने पिंक कलर की ड्रेस पहने हुए नजर आईं थी, जिसमें वह बेहद खूबसूरत लग रही थीं.

इतने मिलियन हुए फौलोअर्स

बजरंगी भाईजान स्टार हर्षाली मल्होत्रा सोशलमीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं, जिसके चलते उनके फैंस की गिनती बढती जा रही है. हाल ही में हर्षाली मल्होत्रा के फौलोअर्स 1.1 मिलियन हो गए हैं, जिसके सेलिब्रेशन पर सोशलमीडिया के जरिए फैंस का शुक्रिया करते हुए हर्षाली ने केक काटकर मनाया.

बता दें, एक्ट्रेस हर्षाली बौलीवुड की किसी बड़ी फिल्म का हिस्सा बनने की तैयारी कर रही हैं, जिसके चलते वह अभी अपनी पढ़ाई और ग्रुमिंग पर ध्यान दे रही हैं.

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Karan Mehra के सपोर्ट में आईं Yeh Rishta Kya Kehlata Hai की ये एक्ट्रेस, कही ये बात

स्टार प्लस के पौपुलर सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है के नैतिक यानी एक्टर करण मेहरा इन दिनों अपनी शादीशुदा जिंदगी को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. जहां उनकी वाइफ निशा रावल घरेलू हिंसा का आरोप करण मेहरा पर लगा चुकी हैं तो वहीं उनके बेटे काविश की कस्टडी को लेकर दोनों के बीच मतभेद चल रहे हैं. वहीं इस मामले में कई लोग जहां निशा रावल का सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं तो वहीं अब करण मेहरा के सपोर्ट में उनकी औनस्क्रीन बहन आ खड़ी हुई हैं. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

औनस्क्रीन बहन ने किया सपोर्ट

 

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करण मेहरा और निशा रावल दोनों ही खुद को सही साबित करने में जुटे हुए हैं. वहीं अब इस मामले में टीवी सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) में काम कर चुकी एक्ट्रेस निधि उत्तम भी करण मेहरा के सपोर्ट में आ गई हैं. सीरियल में करण मेहरा की बहन का रोल निभा चुकीं निधि उत्तम ने एक इंटरव्यू में कहा है कि ‘मैं बुरे सपने में भी नहीं सोच सकती हूं कि करण हिंसात्मक होगा. वो मेरे लिए भाई जैसा है और मुझे याद है जब हम ये रिश्ता क्या कहलाता है में काम करते थे तो वो सेट पर हर एक औरत की कितनी इज्जत करता था. मैं इस वजह से उसकी खूब तारीफ किया करती थी.’

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निशा के लिए कही ये बात

 

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निधि उत्तम ने आगे कहा, ‘जब करण ये रिश्ता क्या कहलाता है की शूटिंग कर रहा था तब वो निशा को डेट कर रहा था. तो सेट पर हर किसी को उस रिश्ते के बारे में पता था. मैंने देखा कि वो निशा को पागलों की तरह प्यार करता था. वो निशा का खूब ख्याल रखता था. करण बिना बात के अपनी निजी जिंदगी को लेकर कुछ भी नहीं कहता है. हम जब साथ में डिनर करने जाते थे तो निशा भी आती थी और हर कोई इनकी खूबसूरत बॉन्डिंग को महसूस करता था. मुझे तो यकीन नहीं हो रहा है कि इनके रिश्ते में भी भूचाल आ सकता है. निशा हमेशा से ही चंचल रही है और मैंने खबरों में उसके बाइपोलर डिसॉर्डर के बारे में पढ़ा है. मुझे नहीं पता कि इस डिसऑर्डर से जूझ रहा इंसान किस तरह से रिएक्ट करता है. मुझे इतना पता है कि निशा हमेशा से ही नई-नई चीजों को लेकर काफी उत्साहित रहती थी. कोरोना वायरल लॉकडाउन की वजह से कई लोगों की मेंटल हेल्थ पर असर पड़ा है लेकिन इतना यकीन के साथ कह सकती हूं कि करण ने निशा को नहीं मारा होगा. मैं चाहती हूं कि दोनों के बीच सब ठीक हो जाए और दोनों अपने बच्चे के लिए साथ आ जाए.’

 

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बता दें, हाल ही में निशा रावल ने करण मेहरा के अफेयर होने की बात कही थी, जिसके चलते इन दिनों जी पंजाबी पर आने वाले टीवी शो ‘मावां दी ठंडिया छावां’ में करण मेहरा संग काम कर रही हिमांशी पराशर (Himanshi Parashar)  फैंस के गुस्से का शिकार हो रही हैं. कुछ लोगों का कहना है कि वह उनके कारण करण मेहरा का घर टूटा है.

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क्या आपके बच्चे के बालों में जूंएं हैं

लेखिका-सोनिया राणा

एक मां अपने बच्चे का गर्भधारण से ले कर जीवनपर्यंत उस का खयाल रखती है. उस के लिए क्या बेहतर है, किस खाने और शारीरिक ऐक्टिविटी से बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास बेहतर होगा से ले कर उस के भविष्य तक को ले कर एक मां ही है, जो सब से ज्यादा सोचती है.

ऐसे में जब कभी बच्चा बीमार हो जाए तो मां उस के ठीक होने के लिए क्या कुछ नहीं करती. एक मां की केयर में सब से पहले उस के बच्चे ही आते हैं. उस की कोशिश रहती है कि उस के बच्चे चिंतामुक्त हो खुशहाल और स्वस्थ जीवन बिताएं.

अगर ऐसे में हम कहें कि कोई है, जो दिनरात आप के बच्चे का खून चूस रहा है तो कैसे कोई मां चैन की नींद सो सकती है.

दरअसल, यहां बात जूंओं की हो रही है, जो स्कूल या पार्क में खेलखेल में मासूम बच्चों के बालों में घुस कर उन के सिर से खून चूसती हैं, जिस से बच्चा खेल और पढ़ाई से हट कर हर वक्त सिर्फ सिर में खुजली कर के परेशान होता रहता है.

दरअसल, जूंओं की प्रकृति ऐसी होती है कि वे बहुत जल्दी बालों में गंदगी और पसीने से पैदा हो जाती हैं एकदूसरे की टोपी प्रयोग करना या फिर दूसरे का तकिया, कंघी या फिर तौलिया प्रयोग करने से फैल जाते हैं.

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यों करें जूंएं खत्म

अगर आप के बच्चे भी दोस्तों के साथ जूंएं साथ ले कर घर आएं तो आप को उन की दोस्ती खत्म करने के बजाय जूंओं को खत्म करने की जरूरत है. अब इस के बाद आप यह भी सोचेंगी कि कहीं बाजार में मिलने वाले जूंओं से छुटकारा दिलाने का वादा करने वाले प्रोडक्ट्स में मौजूद कैमिकल्स से आप के बच्चे को कोई नुकसान तो नहीं होगा? तो परेशान होने की जरूरत नहीं, बल्कि इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स को चुनने की जरूरत है, जो आप के बच्चे के लिए सेफ भी हों और जूंओं के लिए असरदार भी.

हालांकि बहुत से लोग आप को जूंओं से छुटकारे के लिए नीम का तेल, टीट्री औयल, बेकिंग सोडा और विनेगर जैसे घरेलू नुसखों को आजमाने की सलाह भी देंगे, लेकिन देखा गया है कि ये नुस्खे जुंओं पर कुछ हद तक ही काम कर पाते हैं और परेशानी लगातार बनी रहती है, क्योंकि जूंएं रोजाना 8 से 10 अंडे देती हैं.

इन से छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि आप ऐसे प्रोडक्ट्स चुनें, जो गुलदाउदी, शिकाकाई और रीठा के गुणों से युक्त हों, जिस में गुलदाउदी ऐक्सट्रैक्ट जूंओं से आप के बच्चे को छुटकारा देगा, साथ ही उस में मौजूद शिकाकाई और रीठा बालों को मजबूती देंगे.

कैसे करें इस्तेमाल

– बालों को पहले किसी साधारण शैंपू से अच्छी तरह धो लें.

– बालों को तौलिए से पोंछें, लेकिन उन में नमी रहने दें.

– बालों में अच्छी तरह ऐंटीलीस क्रीम लगाएं, कानों के पीछे भी अच्छी तरह क्रीम लगाएं.

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– बेहतर परिणाम के लिए 10 मिनट तक बालों में क्रीम को लगा रहने दें.

– 10 मिनट के बाद बालों को साफ पानी से अच्छी तरह धो लें.

– गीले बालों में पतले दांतों वाली कंघी करें.

पर्यावरण बचाना है तो फिर से कहना होगा ‘जीयो और जीने दो’

दुनिया में तमाम खूबसूरती उसकी प्राकृतिक बहुलता और विविधता के कारण है. यह बात सिर्फ निर्जीव प्रकृति पर ही लागू नहीं होती बल्कि जीवित जीवों की दुनिया पर भी लागू होती है. दुनिया में जीवन का जो चक्र है, उसमें हर जीव एक दूसरे के साथ जुड़ा हुआ है. कुछ आॅक्सीजन का उत्पादन करते हैं (ध्यान रखिए वनस्पतियों और पेड़ों को भी जीवन का हिस्सा माना जाता है) ताकि किसी भी जीव को सांस लेने में किसी तरह की दिक्कत न हो. कुछ छोटे जीव बड़े जीव प्रजातियों का भोजन बनते हैं ताकि बड़े जीव इन छोटे जीवों को नियंत्रित रखें और धरती में जीवन का अनुपात और संतुलन बना रहे. कहने का मतलब यह कि धरती में जीवन की जो मौजूदगी है, उसके लिए जीवन की यह विविधता ही जिम्मेदार है. इसलिए इस विविधता को बनाये रखना बहुत जरूरी है. अगर जीवन की विविधता नहीं बची तो फिर धरती में जीवन भी नहीं बचेगा.

वैज्ञानिक इसीलिए सबसे ज्यादा चिंतित है. क्योंकि धरती में बहुत तेजी से बायोडायवर्सिटी का क्षरण हो रहा है. सिर्फ जमीन में रहने वाली हजारों जीव प्रजातियां ही पिछले सैकड़ों सालों में नष्ट नहीं हुई हैं बल्कि समुद्र के अंदर की हजारों जीव प्रजातियों को भी या तो इंसानों ने खाकर खत्म कर दिया है या फिर अपनी ऐशपूर्ण जीवनपद्धति के चलते इनकी जिंदगी को खतरे में डाल दिया है. पूरी दुनिया में समुद्र के रास्ते जैविक तेल यानी पेट्रोल, डीजल का एक जगह से दूसरी जगह धड़ल्ले से जाने का नुकसान यह हुआ है कि समुद्र मंे सैकड़ों जीव प्रजातियां खत्म हो गई हैं. इंसान पहले मछली पकड़कर खाता था, फिर वह नदियों, तालाबों और समुद्र से मछलियां पकड़कर अपनी जीविका बनाने लगा और अब तो पिछले 50 सालों में हजारों कंपनियां समुद्र से हर दिन लाखों टन मछलियां निकालकर उन्हें अपने मुनाफे में बदल रही हैं.

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यह अकारण नहीं है कि पिछली सदी के 70 के दशक तक दुनिया की कुल 5 से 10 फीसदी जीव प्रजातियों को ही इंसानी जीवन को सुविधा और स्वादजनक बनाने के कारण अपने आपकी कुर्बानी देनी पड़ी थी. लेकिन पिछले 50 सालों में दुनिया की 50 फीसदी से ज्यादा जैव विविधता खत्म हो गई है तो इसमें इंसान के अलावा किसी और की कोई भूमिका नहीं है. हमने इतने किस्म के स्वाद और इतने किस्म के लालच पाल लिये हैं कि हर दिन समुद्र से इतनी मछली निकाली जाती है कि उसकी एक तिहाई की भी भरपायी नहीं हो पाती. धीरे-धीरे स्थितियां ये हो गई हैं कि समुद्र मछलियों से करीब करीब खाली हो गया है. सिर्फ मछलियां ही नहीं हमने न जाने कितने सीधे-सादे जानवरों को मारकर खा लिया है. आज धरती के हर कोने में हिरणों, नील गायों और हजारों ऐसे ही दूसरे जानवरों के अस्तित्व पर तलवार लटक रही है. इस सबके लिए सिर्फ इंसान ही जिम्मेदार है.

लेकिन कुदरत में कभी भी किसी की हमेशा नहीं चलती. अगर बात सिर्फ इतनी होती कि इंसान प्रकृति को भरपूर रूप से इस्तेमाल करके छोड़ देगा और उसे इसकी जरा भी कीमत नहीं देनी होगी, तो इंसान कभी भी पर्यावरण या जैव विविधता जैसे विचारों और कार्यक्रमों को नहीं जानता और न ही प्रोत्साहित करता. लेकिन इंसान जान गया है कि अगर उसे धरती में प्रलय की आशंकाओं को निर्मूल बनाना है तो उसे न सिर्फ कुदरत के साथ अस्तित्व बनाना होगा बल्कि दुनिया की तमाम जीव प्रजातियों के जिंदा रहने के लिए स्थितियां भी बनाना होगा. दुनिया में इंसान तभी बचा रह सकता है, जब वह इस ध्येय पर चले कि ‘जीओ और जीने दो’. पहले हमने अपनी तमाम बेवकूफाना हरकतों से धरती की हवा खराब की, उसका पानी खराब किया, उसकी मिट्टी खराब की. इससे नतीजा यह हुआ कि जैव विविधता के क्रम में एक तो हम कमजोर हुए और फिर हम अपने आपको बनाये रखने के लिए दुनिया के बाकी जीवों की परवाह नहीं की.

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हम लाखों जीवों को मारकर खा गये और अनगिनत जीवों के लिए अपनी सुख, सुविधाओं के चलते जीना मुहाल कर दिया. यही वजह है कि पिछले 50 सालों में 50 फीसदी से ज्यादा जैव विविधता का अंत हुआ है. अगर इस हरकत को जल्द से जल्द नहीं रोका गया तो धरती में इंसान का अस्तित्व बस कुछ ही दशकों तक सीमित रहेगा. आज दुनिया में जो 20 से ज्यादा जानलेवा वायरस मौजूद हैं, उन सबका कहीं न कहीं रिश्ता इस जैव विविधता से भी है. लोगों ने अपने पेट और स्वाद के लिए ऐसे ऐसे जानवरों को खाना शुरू कर दिया, जिनकी पहले से ही धरती में बहुत कमी थी. नतीजा यह हुआ कि वे प्रजातियां या तो नष्ट हो गईं या कहें अपने अस्तित्व से लड़ रही हैं. इन्हीं जानवरों से तमाम वायरस विकसित हुए हैं, जिनमें कोरोना भी है. हमें इन डराने वाली आपदाओं और महामारियों का कारण बनने वाले वायरसों से अगर बचना है तो हर हाल में दुनिया की बायोडायवर्सिटी को बचाना होगा.

बच्चों के ऑनलाइन क्लास के समय कुछ बातों का ध्यान रखें

कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए पिछले एक साल से बच्चों के स्कूल बंद है. जिससे बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे ऐसे में सरकार के जारी नोटिस के आधार पर पिछले कुछ समय से स्कूल और ट्यूशन टीचर द्वारा ऑनलाइन क्लास स्टार्ट हो गया है. बच्चे घर पर अपने मम्मी-पापा के मोबाइल, लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप पर पढ़ाई कर रहे हैं. अधिकतर बच्चे ऑनलाइन क्लासेस से खुश है, क्यूंकि उनको कुछ दिन पहले मोबाइल, लैपटॉप या डेस्कटॉप जो कभी मम्मी-पापा द्वारा छूने को नहीं मिल रहा था, आज क्लास के लिए मिल रहा है, लेकिन इस सब के बाद भी बच्चों के ऑनलाइन क्लासेस को सही बनाने के लिए पैरेंट्स को भी कुछ बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत है. बच्चों के ऑनलाइन क्लासेस में कोई परेशानी नहीं आए इसके लिए हम लेकर आये है कुछ आईडिया..

1.. ऑनलाइन क्लास के लिए एक अलग रूम तैयार करें

कोरोना संक्रमण के कारण बच्चों के क्लासेस ऑनलाइन हो गए, ऐसे में ऑनलाइन क्लास के लिए सबसे ज़रूर है कि बच्चे लिए एक ऐसा रूम या फिर जगह तैयार करे जहां वो शांति से पढ़ाई कर सके. कभी-कभी क्या होता है कि बच्चे को हम ऐसी जगह क्लास के लिए बैठा देते हैं जहां घर के कई सदस्य आते-जाते रहते हैं. इससे बच्चे का ध्यान भटक जाता है और फिर पढ़ाई में पीछे रह जाते हैं. इलसिए सबसे पहले बच्चे की ऑनलाइन क्लासेस के लिए एक शांत जगह का चुनाव ज़रूर करें.

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2.. क्लासेस के ब्रेक में जाकर मिलें

ऑनलाइन क्लासेज में एक क्लास लगभग 30 से 45 मिनट का होता है. 30 से 45 मिनट के क्लास के बाद दस मिनट का ब्रेक ज़रूर होता है. इस ब्रेक के दौरान बच्चे से जाकर ज़रूर मिले और उसे प्रोत्साहित ज़रूर करें. उनसे ये भी पूछे कि कुछ चाहिए तो नहीं या कोई दिक्कत तो नहीं? सब ठीक है ना? ऐसे सवाल पूछने से बच्चे में सकारात्मक सोच बनी रहती है.

3.. नेट स्पीड पर खास ध्यान रखें

बच्चों के ऑनलाइन क्लासेज शुरू होने से पहले ही आप यह देख ले की मोबाइल, लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप में जो नेट चल रहा है वो ठीक से काम कर रहा है की नहीं कई बार नेट प्रॉब्लम होने से बच्चे की पढ़ाई में रुकावट की वजह बन जाती है. ये भी ध्यान दें कि जिस जगह बच्चा क्लास लें रहा है उस जगह नेटवर्क या नेट चलने में कोई दिक्कत तो नहीं हो रही.

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क्लासेस के समय वीडियो गेम, सोशल मीडिया से दूरी बना के रखे

ऑनलाइन क्लास करते समय बच्चे कई बार कुछ टाइम मिला नहीं कि मोबाइल, लैपटॉप या डेस्कटॉप के दूसरे पेज में वीडियो गेम, सोशल मीडिया या कुछ और देखने या खेलने लगते हैं. इसलिए बच्चों के क्लास के दौरान इन बातों का भी ध्यान रखें ताकि बच्चे अच्छे से पढाई कर सकें.

Summer Special: डिनर में बनाएं मशरूम तवा फ्राई

मशरूम ऐसी सब्जी है जिसे आमतौर पर लोग कम ही पसन्द करते हैं यही नहीं कुछ लोग इसे शाकाहारी ही नहीं मानते. सफेद और हल्के क्रीम रंग की मशरूम पौष्टिक गुणों से भरपूर होती है. इसमें आयरन, पोटेशियम, विटामिन डी, और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. चूंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है जिससे इसमें ब्लड शुगर को  नियंत्रित करने की क्षमता होती है.  मशरूम में निहित चोलीन नामक पोषक तत्व शरीर की मांसपेशियों की एक्टिविटी और याददाश्त को मजबूत करने का काम करता है. इसे सूप, पिज्जा, पास्ता और सब्जी आदि बनाने में प्रयोग किया जाता है.आज हम आपको मशरूम की एक आसान रेसिपी की विधि बताते हैं.

कितने लोंगों के लिए               4

बनने में लगने वाला समय        20 मिनट

मील टाइप                             वेज

सामग्री 

ताजे मशरूम                  250 ग्राम

बारीक कटा टमाटर          1

बारीक कटा प्याज            1

लहसुन                           4 कली

बारीक कटी हरी मिर्च        4

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जीरा                               1/4 टीस्पून

हल्दी पाउडर                   1/4 टीस्पून

लाल मिर्च पाउडर             1/4 टीस्पून

गरम मसाला                     1/4 टीस्पून

धनिया पाउडर                    1 टीस्पून

नमक                                स्वादानुसार

नीबू का रस                       1 टीस्पून

कटा हरा धनिया                 1 टीस्पून

तेल                                   2 टेबलस्पून

विधि

मशरूम को साफ सूती कपड़े से पोंछकर पानी से धो लें. तने को थोड़ा सा काटकर मशरूम को  4 टुकड़ों में काट लें. भारी तले के तवे पर तेल गरम करके प्याज, लहसुन, हरी मिर्च को सॉते करें. अब टमाटर, शिमला मिर्च व सभी मसाले डालकर ढककर धीमी आंच पर 5 मिनट तक पकाएं. जब मसाला तेल छोड़ दे तो मशरूम और आधा कप पानी डालकर ढक दें. 5 मिनट बाद खोलकर पलटें और पुनः 5 से 7 मिनट तक ढककर पकाएं. नीबू का रस और हरा धनिया डालकर सर्व करें.

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विश्वास के घातक टुकड़े: इंद्र को जब आई पहली पत्नी पूर्णिमा की याद

फैशन के मामले में टीवी एक्ट्रेसेस को टक्कर देती हैं ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की ‘सोनू’, देखें फोटोज

पिछले 13 सालों से औडियंस को एंटरटेन कर रहा सब टीवी का पौपुलर कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ (Tarak Mehta Ka Ooltah Chashma) आज भी टीआरपी चार्ट्स में धमाल मचा रहा है. टीआरपी की बात करें तो ये सालों से टॉप-5 में अपनी जगह बनाता है. वहीं शो के कलाकार भी आज घर-घर में फेमस हैं. इसीलिए आज हम भिड़े की बेटी सोनू भिड़े के रोल में नजर आने वाली पलक सिधवानी की बात करेंगे.

पलक सिधवानी (Palak Sidhwani) जहां तारक मेहता में सोनू भिड़े के रोल में फैंस का दिल जीतती हैं. तो वहीं सोशलमीडिया पर अपनी स्टाइलिश फैशन के चलते फैंस के बीच सुर्खियां बटोरती हैं. आइए आपको दिखाते हैं सोनू भिड़े यानी पलक सिधवानी के फैशन की खास झलक…

पोल्का ड्रैस में दिखा अलग अंदाज

 

 

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पलक सिधवानी मौर्डन लुक में बेहद खूबसूरत लगती हैं. इसी लिए वह सोशलमीडिया पर अक्सर अपनी फैशन फोटोज शेयर करती रहती हैं. पोल्का ड्रैस की बात करें तो इन दिनों इस फैशन का काफी ट्रैंड है. पार्टी हो या आउटिंग हर ओकेजन में ये लुक ट्राय किया जाता है.

 

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औफिस लुक किया शेयर

 

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इन दिनों औफिस के लिए लड़कियां मौर्डन लुक में नजर आती हैं. वहीं उनका फैशन भी काफी ट्रैंडी होता है. हाल ही के एक फोटोशूट में पलक सिधवानी ने इसी ट्रैंड को फौलो करते हुए पिंक कलर का कोट विद स्कर्ट कैरी किया, जिसमें वह बेहद स्टाइलिश लग रही थीं.

गर्ल्स को दिए फैशन टिप्स

 

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पलक सिधवानी की फैशन फोटोज गर्ल्स के लिए फैशन टिप्स से कम नही हैं. पलक का हर लुक कौलेज हो या कोई औफिस गर्ल हर किसी के लिए कई औप्शन देता है.

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इंडियन लुक में लगती हैं खूबसूरत

 

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वेस्टर्न ही नहीं बल्कि इंडियन लुक्स में भी पलक सिधवानी बेहद खूबसूरत लगती हैं. उनका हर लुक बेहद स्टाइलिश और कम्फरटेबल होता है.

ननद भाभी बन जाएं सहेलियां

ननदभाभी का संबंध बेहद संवेदनशील होता है. कहीं न कहीं दोनों के मन में एकदूसरे के प्रति ईर्ष्या और प्रतिस्पर्धा की भावना रहती है. लेकिन आपसी समझदारी से न केवल आप अपने रिश्ते को प्रगाढ़ बना सकती हैं वरन एकदूसरे की अच्छी सहेलियां भी बन सकती हैं.

मैथिली शादी कर के ससुराल आई, तो सब ने हाथोंहाथ लिया, लेकिन उस की छोटी ननद नैना हर बात में नुक्ताचीनी करती थी. अगर वह अपने पति के लिए कुछ बनाने जाती, तो तुरंत मना कर देती कि रहने दीजिए भाभी आप का बनाया भैया को पसंद नहीं आएगा.

मैथिली बहुत परेशान थी. उसे ननद के व्यवहार से बहुत कोफ्त होती थी. लेकिन चाह कर भी कुछ कह नहीं पाती. यहां तक कि मैथिली जब अपने पति अरुण के साथ अकेले कहीं जाना चाहती, तो भी नैना उस के साथ चलने को तैयार हो जाती.

एक दिन मैथिली ने नैना से कह ही दिया कि लगता है आप के भैया को मेरी जरूरत नहीं है. आप तो हैं ही उन के सारे काम करने के लिए, फिर मैं यहां रह कर क्या करूंगी. मैं अपने मायके चली जाती हूं.

मैथिली की बात सुन कर नैना ने पूरे घर में हंगामा मचा दिया. मैथिली अपने मायके चली गई. फिर बहुत समझाने पर वह इस शर्त पर ससुराल आने को तैयार हुई कि अब नैना उस के और अरुण के बीच न आए.

आमतौर पर जब तक भाई की शादी नहीं होती है घर पर बेटी का एकछत्र राज होता है. मातापिता और भाई उस की हर जायजनाजायज बात मानते हैं. पर जैसे ही भाई की शादी होती है, उस का ध्यान अपनी बीवी की ओर चला जाता है. वह बहन को उतना समय नहीं दे पाता है, जितना पहले देता था. यह बात बहन को बर्दाश्त नहीं हो पाती और वह यह सोच कर कुंठित हो जाती कि अब भाई मेरी नहीं भाभी की बात को ज्यादा अहमियत देता है. यह सोच उसे नईनवेली भाभी का प्रतिद्वंद्वी बना देती है. इस वजह से न चाहते हुए भी ननदभाभी के बीच कटुता आ जाती है.

अगर ननद शादीशुदा हैं तो आमतौर पर उन के संबंध मधुर ही होते हैं, लेकिन अविवाहित ननद और भाभी के बीच संबंधों की डोर को मजबूत होने में समय लगता है. विवाहित ननद भी अगर मायके में ज्यादा दखलंदाजी करती है, तो यह बात ननदभाभी के रिश्ते को सहज नहीं बनने देती.

प्रतियोगी नहीं दोस्त बनें

आप के भाई की शादी हुई है. आप के घर में प्यारी सी भाभी आई है. थोड़ी सी समझदारी से आप उसे अपनी सब से अच्छी सहेली बना सकती हैं. इस के लिए आप को ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है. अपने मन में यह बात बैठाने की है कि वह आप की भाभी है आप की प्रतियोगी नहीं. भाभी तो नईनई आई है. ननद होने के नाते अब यह आप की जिम्मेदारी है कि आप उसे अपने घर के वातावरण से अवगत कराएं, उसे बताएं कि परिवार के सदस्यों को क्या अच्छा लगता है और कौन सी चीज नापसंद है. आप की इस पहल से भाभी के मन में आप के प्रति प्यार और आदर की भावना पनपेगी.

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एक दूसरे से सीखें

आप दोनों अलग परिवार की हैं. आप दोनों की परवरिश भी अलग परिवेश में हुई है. इस नाते आप दोनों के पास एकदूसरे से सीखनेसिखाने के लिए ढेरों चीजें होंगी. मसलन, अगर आप को कोई अच्छी रैसिपी आती है, तो एकदूसरे से सीखेसिखाएं. इस से आप दोनों को फायदा होगा. इसी तरह सिलाईकढ़ाई, होम डैकोरेशन जैसी बहुत सारी चीजें हैं, जो आप एकदूसरे से सीख कर अपनी पर्सनैलिटी को ऐनहांस कर सकती हैं. अगर आप की भाभी का पहननेओढ़ने, बातचीत करने का तरीका अच्छा है, तो उस से जलनेकुढ़ने के बजाय यह गुर सीखने में कोई हरज नहीं है. इस से जब आप ससुराल जाएंगी, तो आप को सब की चेहती बनते देर नहीं लगेगी.

आप को भी जाना है ससुराल

अगर आप किसी की ननद हैं और अविवाहित हैं, तो इस बात का हमेशा खयाल रखें कि आप को भी एक दिन विवाह कर के ससुराल जाना है, इसलिए आप के लिए यही बेहतर होगा कि आप अपने व्यवहार और बातचीत पर नियंत्रण रखने की कला सीखें. अगर आप अपनी भाभी के साथ बुरा बरताव करेंगी, तो इस का नुकसान आप को ही होगा. अगर भाभी के साथ आप का रिलेशन अच्छा है, तो विवाह के बाद भी आप को मायके में उतना ही प्यार और सम्मान मिलेगा, जितना पहले मिलता था. लेकिन अगर आप दोनों के संबंध अच्छे नहीं हैं, तो आप की शादी के बाद भाभी की यह इच्छा नहीं होगी कि आप मायके में ज्यादा आएं. यह सोचिए कि अगर आपसी कटुता की वजह से वह आप के पति के सामने आप से अच्छा व्यवहार न करे, तो आप को कितना बुरा लगेगा. आप जिस जगह शादी कर के जाएंगी, वहां आप की भी ननद होगी, अगर वह आप के साथ बुरा बरताव करेगी, तो आप को कैसा महसूस होगा, यह सब सोच कर अपनी भाभी के साथ मधुर संबंध बना कर रखें ताकि वह आप के सुखदुख में आप की भागीदार बन सके.

अगर ननद है विवाहित

अगर आप शादीशुदा ननद हैं और भाई की शादी से पहले आप घर के हर छोटेबड़े निर्णय में दखलंदाजी करती थीं, तो भाई के विवाह के बाद आप के लिए बेहतर यही होगा कि आप अपने मायके के मामले में दखल देना बंद कर दें. मायके में उतना ही बोलें जितना जरू री हो. एक महत्त्वपूर्ण बात और भी है कि भाभी के आने के बाद न तो मायके में बिना बुलाए जाएं और न बिनमांगी सलाह दें, क्योंकि अगर किसी ने आप की बात को काट दिया, तो यह बात आप को चुभेगी.

इस बात का खास खयाल रखें कि ससुराल में आप की बात को तभी महत्त्व दिया जाएगा जब आप को अपने मायके में उचित सम्मान मिलेगा. अगर आप की ससुराल वालों को यह पता चल गया कि आप के मायके में आप की बात को महत्त्व नहीं दिया जाता है, तो वहां पर आप को इस के लिए उलाहना भी सुनना पड़ सकता है.  आप की जरा सी असमझदारी से आप के पति का आप के मायके वालों से संबंध खराब भी हो सकता है, इसलिए बेहतर यही होगा कि भाई के विवाह के बाद आप अपनेआप को मायके के मामलों से दूर रखें.

भाभी भी दिखाए समझदारी

ऐसा नहीं है कि हर जगह ननदें ही गलत होती हैं. कभीकभी ऐसा भी होता है कि भाभी ननद को अपनी आंखों का कांटा समझती है और उस के साथ बुरा व्यवहार करती है. अगर आप किसी घर में विवाह कर के गई हैं, तो आप को यह बात समझनी होगी कि अब आप उस घर की बहू हैं. अपने पति का भरपूर प्यार और सम्मान पाने के लिए आप को अपने पति के साथसाथ उस के पूरे परिवार को भी प्यार और सम्मान देना होगा. अगर आप शुरूशुरू में अपनी ननद की थोड़ीबहुत बात बरदाश्त भी कर लेंगी, तो आप को घाटा नहीं होगी. अपने व्यवहार से आप अपनी नखरीली ननद को भी अपनी सहेली बना सकती हैं. लेकिन अपनी छोटी सी गलती से आप अपनी अच्छी ननद की दोस्ती को भी खो सकती हैं.

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फुरसत में क्या करें

– एकदूसरे से अपने अनुभव बांटें. आप को जो भी चीजें अच्छी तरह से आती हैं एकदूसरे को सिखाएं और सीखें. इस का फायदा यह होगा कि आप दोनों एकदूसरे के साथ अच्छा समय बिताने के साथसाथ अपनी जानकारी में बढ़ोतरी भी कर पाएंगी.

– ननद भाभी से अपने दिल की बात शेयर करे और भाभी ननद से परिवार के सदस्यों की पसंदनापसंद के बारे में जाने. आप के पति को क्या अच्छा लगता है, इस बात की जानकारी आप की ननद से बेहतर आप को कोई नहीं दे सकता.

– ननद से अपनी सास के बारे में पूरी बातें जानें और हमेशा न सही कभीकभार ही सही उन की पसंद का काम कर के उन्हें हैरान कर दें. इस से सास के साथ आप के संबंध बेहतर बनेंगे और ससुराल में आप की पकड़ मजबूत होगी.

– कभीकभी मूवी देखने और शौपिंग पर भी साथसाथ जाएं.

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