4 Tips: चावल से स्किन को बनाएं और भी खूबसूरत

क्या आप जानते हैं राइस यानी की चावल खाने के साथ साथ हमारे सौंदर्य को निखारने के लिए भी उपयोगी होता है. कोरिया देश में सालों से महिलाएं अपने सौंदर्य को संवारने के लिए चावल का इस्तेमाल करती हैं. चावल में अमीनो एसिड और विटामिन नामक पोषण तत्व पाए जाते हैं जो कि स्किन व्हाइटनिंग एजेंट की तरह काम करते हैं. कोरिया में चावल को पका कर एक ऐसी क्रीम बनाई जाती है जो की स्किन व्हाइटनिंग के काम आती है.

चावल का पानी भी स्किन और बालों की हैल्थ के लिए अच्छा और लाभदायक माना गया है. वहीं चावल के आटे का उपयोग स्क्रब करने के लिए किया जाता है. चलिए जान लेते हैं चावल के सभी उपयोग जो आपकी स्किन और हेयर के लिए लाभकारी होते हैं.

1) दाग धब्बों को कम करने के साथ साथ चावल का पानी रंगत निखारने में भी मदद करता है. चेहरे पर बड़े रोम छिद्रों को कम करने के लिए भी यह उपयोगी होता है. अगर आप फेस पर नेचरल ग्लो पाना चाहतीं हैं तो चावल के पानी को आप टोनर की तरह रोज़ाना अपने फेस पर इस्तेमाल कर सकते हैं. थोड़ा सा चावल का पानी एक कॉटन में ले कर फेस पर रोज़ाना अप्लाई करें. एक हफ्ते में ही आपको रिजल्ट्स दिखने लगेंगे.

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2) चावल के पानी का इस्तेमाल बालों के लिए भी किया जाता है. मुलायम और चमकदार बाल पाने के लिए महिलाएं अपने बालो को चावल के पानी से धोना सही समझती हैं. चावल के पानी से बाल धोने से बाल मजबूत होते हैं और दो मुहे बालों से छुटकारा भी मिलता है. और अगर आप डैंड्रफ  जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो केशो को चावल के पानी से ज़रूर धोएं. कुछ दी दिनों में आपको इसका पॉजिटिव इफेक्ट दिखाई देगा.

3) चावल के आटे के बारे में तो सभी जानते हैं और रोटी बनाने के लिए इसको इस्तेमाल भी करते हैं. लेकिन क्या आपको मालूम है कि चावल का आटा खाने में उपयोग होने के साथ साथ एक अच्छा स्क्रब भी है. एक चम्मच चावल के आटे में एक चम्मच दूध और थोड़ा सा शहद मिला कर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट से अपने चेहरे पर एक मिनट तक स्क्रब करें और फिर गुनगुने पानी से मुंह धो लें. आपकी त्वचा पहले से ज़्यादा मुलायम और साफ नज़र आयेगी.

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4) चेहरे की रंगत और ब्राइटनेस बढ़ाने के लिए आप घर में ही राइस क्रीम भी बना सकती हैं. ये क्रीम चावल से बनी होती है और कैमिकल फ्री होती है. राइस क्रीम बनाने के लिए एक कटोरी चावल रात भर के लिए भिगो दें. अगले दिन इन चावल को पैन में दूध के साथ उबाल लें. अब इसमें एलो वेरा जेल डाल दें और मिश्रण को 15 मिनट तक पकने  के बाद गैस ऑफ कर दें. ठंडा होने के बाद सारी सामग्री को छान लें. अब इसमें नारियल का तेल और गुलाब जल डाल कर मिक्स कर लें. इस राइस क्रीम को किसी एयर टाइट कंटेनर में स्टोर कर लें. आपकी राइस क्रीम तैयार है. ध्यान रखें इस क्रीम को रूम टेंप्रेचर पर 3 दिन तक के लिए रखा जा सकता है. लेकिन, अगर आप इसको फ्रिज में रखते हैं तो यह 6-7 दिन तक इस्तेमाल की जा सकती है. उसके बाद आप दोबारा इसी प्रक्रिया से अगले सप्ताह के लिए क्रीम तैयार कर सकते हैं.

Summer Special: बच्चों के लिए बनाएं टेस्टी Cheesy कटलेट

बच्चों के लिए घर पर कुछ टेस्टी और हेल्दी बनाना मुश्किल का काम है. लेकिन आज हम आपको चीजी कटलेट की रेसिपी बताएंगे, जिसे आसानी से बनाकर आप अपने फैमिली को खिलाकर तारीफें पा सकती हैं.

हमें चाहिए

–  3-4 उबले आलू

–  2-3 हरीमिर्चें

–  1/4 कप धनियापत्ती कटी

–  1/2 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर

–  1/2 छोटा चम्मच धनिया पाउडर

–  1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च कुटी

–  नमक स्वादानुसार.

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सामग्री भरावन की

–  3 बड़े चम्मच चीज स्प्रैड

–  2 बड़े चम्मच कसा पनीर

–  तेल तलने के लिए

–  3 बड़े चम्मच मैदा

–  1 कप ब्रैडक्रंब्स.

बनाने का तरीका

उबले आलुओं को छील कर कद्दूकस कर लें. भरावन की सामग्री छोड़ बाकी सारी सामग्री एकसाथ मिला कर अच्छी तरह गूंध लें. अब इस के मध्यम आकार के गोले बना लें. अब 1-1 बौल्स लें. उस में उंगली से एक छेद बना उस में पनीर और चीज स्प्रैड को मिला कर बना मिश्रण भरें और सावधानी से छेद बंद कर दें. मैदे का घोल बना लें. बौल्स को मैदे के घोल में डुबो कर ब्रैडक्रंब्स में लपेटे गरम तेल में तल कर चटनी के साथ परोसें.

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5 टिप्स: ऐसे तेज करें चाकू की धार

किचन के काम को जल्दी खत्म करने के लिए हम तेज धार वाले चाकूओं का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कुछ दिनों के बाद चाकू मंद हो जाता है. ऐसे में चीजों को काटना मुश्किल हो जाता है. इसलिए, आज हम आपको चाकू की धार को तेज करने के कुछ आसान तरीके बता रहे हैं. आप अपने आम चाकू को पत्थर या ईंट पर रगड़ कर तेज कर सकती हैं. लेकिन कुछ विशेष चाकू केवल शार्पनर की सहायता से तेज होते हैं. इसलिए आपको अपने चाकू का प्रकार भी पता होना चाहिए. इन तरीकों और उपकरणों की मदद से आप अपने मंद चाकू की धार तेज कर सकती हैं.

1. स्टील या लोहे की शीट

चाकू की धार को तेज करने के लिए स्टील की या लोहे की शीट खरीदें. काम शुरू करने से पहले शीट को पानी से धोएं और पोंछ कर गर्म होने के लिए धूप में रखें. जब यह शीट अच्छे से गर्म हो जाए, इस पर चाकू की धार तेज करना आरंभ करें. घर्षण के कारण चिंगारियां उठेंगी, इसलिए ध्यान से काम करें.

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2. लोहे का रौड

शीट ना होने पर आप लोहे के रॉड का इस्तेमाल कर सकती हैं. रेस्तरां में लोहे के रॉड का उपयोग मांस-मछली को काटने के लिए किया जाता है. इस उपकरण से चाकू को तेज करना बहुत आसान है.

3. ग्रेनाइट

चाकू को तेज करने के लिए रसोई के स्लैब पर लगे ग्रेनाइट के पत्थर को भी काम में लाया जा सकता है. चाकू को पत्थर पर रखें और ब्लेड के दोनों हिस्सों को पत्थर पर 20 सेकंडों के लिए लगातार रगड़ते रहें. इस प्रक्रिया में भी आपको चिंगारियां उठती नजर आएंगी.

4. चाकू शार्पनर

खराब हुए चाकू को तेज करने के लिए आप बाजार से चाकू शार्पनर (नाइफ शार्पनर) खरीद सकती हैं. हालांकि, ये शार्पनर बहुत महंगे होते हैं और केवल कुछ प्रकार के चाकूओं को ही तेज करते हैं.

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5. ईंट

ईंट के माध्यम से अपने चाकू को नवीन करना एक आसान व सरल उपाय होगा. इन तरीकों से चाकू की धार तेज करने के बाद उन पर जंग लग जाते हैं. तो आप इन जिद्दी जंग को कुछ ऐसे हटा सकती हैं. चाकू को तेज करने के बाद, उसे गर्म पानी के डिटर्जेंट के घोल में डुबाएं. फिर 15 मिनट के बाद, चाकू को डिटर्जेंट के घोल से निकालकर एक कप पानी व आधा कप विनगर के घोल में डुबाएं. यह उपाय आपके चाकू को जंग से बचाएगा एवं उसके ब्लेड को चमकदार बनाएगा.

 

Summer वेकेशन पर मालदीव पहुंचीं Madhuri Dixit, फैशन से जीत रहीं फैंस का दिल

डांसिंग रियलिटी शो डांस दीवाने 3 (Dance Deewane 3) में बतौर जज के रुप में नजर आ रही बौलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) बीते दिनों शो में अपने इंडियन लुक्स को लेकर चर्चा में रहीं थीं. वहीं अब वह मालदीव का लुत्फ उठाते हुए अपने फैंस को समर फैशन के टिप्स देती नजर आ रही हैं. आइए आपको दिखाते हैं एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के मालदीव वेकेशन की खास फोटोज…

वेकेशन में दिखा माधुरी दीक्षित का अलग अंदाज

एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित मालदीव में फैमिली संग सूकून के पल बिता रही हैं, जिसका अंदाजा अदाकारा की इस फोटोज से लगाया जा सकता है. जहां वह बेड पर आराम फरमा रही हैं.

 

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वेकेशन फैशन था अलग

 

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माधुरी दीक्षित अपने फैशन की झलक फैंस को दिखाती रहती हैं वहीं इस समर वेकेशन में भी माधुरी दीक्षित ने फैंस का दिल जीत लिया है. दरअसल, वेकेशन में अदाकारा प्रिंटेड शर्ट और Sea ग्रीन कलर के शॉर्ट्स में नजर आईं. इस लुक में माधुरी काफी यंग लग रही थीं.

श्रग में था अलग लुक

 

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53 साल की उम्र में माधुरी दीक्षित का अलग अंदाज देखने को मिला. फ्लावर प्रिटेंड श्रग के साथ शाइनी ब्लू टौप के साथ ब्लैक शौट्स में माधुरी बौलीवुड एक्ट्रेस को टक्कर देती नजर आ रही थीं.

 

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समर वेडिंग के लिए परफेक्ट है लुक

 

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हाल ही में माधुरी लाइट ग्रीन कलर के हैवी लहंगे में नजर आईं थीं, जो समर वेडिंग कलेक्शन के लिए परफेक्ट औप्शन साबित हो सकता है. वहीं इसके साथ मैचिंग ज्वैलरी आपके लुक पर चार चांद लगा सकता है.

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शो में गिराती हैं लुक से बिजलियां

 

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डांस दीवाने 3 (Dance Deewane 3) की शूटिंग के दौरान माधुरी खूबसूरत लुक में नजर आती हैं. बीते दिनों प्रिंटेड लौंग स्कर्ट के साथ प्लेन वाइट टौप अदाकारा के लुक को और भी खूबसूरत बना देते हैं.

ब्यूटी के बारें में क्या कहती है ‘मिसेज इंडिया वर्ल्ड’ मोहिनी शर्मा, पढ़ें खबर  

एजुकेशनिष्ट और ‘मिसेज इंडिया 2016’ मोहिनी शर्मा ने बचपन में मिस इंडिया बनने का सपना देखा था, क्योंकि वह मिस वर्ल्ड प्रियंका चोपड़ा, मिस यूनिवर्स सुस्मिता सेन और मिस वर्ल्ड ऐश्वर्या राय से बहुत अधिक प्रेरित थी. इस ड्रीम को उन्होंने शादी के बाद पूरा किया, लेकिन वह मिसेज वर्ल्ड का क्राउन जीत नहीं सकी. उस दिन से उन्होंने प्रण लिया है कि वह इस सपने को बहुत जल्द साकार कर देगी और भारत को मिसेज वर्ल्ड के ख़िताब से परिचय करवाएगी. इसके लिए उन्हें ‘मिसेज इंडिया आई एन सी’ को करने का लाइसेंस मिला और मोहिनी जी जान से इसमें लग गई है. मोहिनी इन दिनों मिसेज श्री लंका 2020 के लिए एक जज के रूप में गई है, जिसमे वह उस देश की खूबसूरती के साथ-साथ इंटेलीजेंसी का निर्णय करेगी. श्री लंका से मोहिनी ने बात की और बताया कि मैं उन सभी महिलाओं के सपने को साकार करना चाहती हूँ, जिन्होंने मिसेज इंडिया में जीतने का ख्वाब देखा है. 

            बातचीत के दौरान उनका कहना है कि भारतीय महिलाओं में खूबसूरती के साथ-साथ प्रतिभा भी बहुत है, केवल उन्हें सही गाइड करने की जरुरत है, जिसे मैं करने की कोशिश कर रही हूँ. इसके अलावा हर लड़की मिस इंडिया बनकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ताज जीतने का सपना देखती है. मैंने भी देखा था, लेकिन तब मेरे पेरेंट्स की सोच मुझसे अलग थी, जिसे मैंने शादी के बाद पूरा किया. इसके लिए मुझे आत्मनिर्भर बनना पड़ा, जिससे मेरे अंदर निर्णय लेने की क्षमता जगी. मैं मिस इंडिया में भले ही न जा पाई हो, मिसेज इंडिया में पूरी तैयारी के साथ गई और पेजेंट जीती. मुझे साल 2016 में ‘मिसेज इंडिया वर्ल्ड’ का टाइटल मिला और वर्ल्ड में इंडिया को रिप्रेजेंट करने के लिए कोरिया के सियोल में काफी तैयारी के साथ गयी थी, लेकिन मिसेज वर्ल्ड के टाइटल नहीं जीत पाई. आज जितनी भी महिलाएं ब्यूटी पेजेंट के लिए आती है, सभी हमारे देश की ताज को जीत चुकी सुंदरियों से प्रेरित होकर ही देश के कोने-कोने से आती है और मैं उन्हें स्टाइलिश, ग्रूमिंग एक्सपर्ट, फिटनेस एक्सपर्ट, मेकअप आदि के बारें में गाइड करती हूँ.  

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           शादी के बाद अधिकतर महिलाएं अपने व्यक्तित्त्व को भूलकर घर परिवार में लग जाती है, ऐसे में किसी ब्यूटी पेजेंट में भाग लेने की बात सोच नहीं पाती, पर मोहिनी ने अपने सपने को मरने नहीं दिया और आगे बढ़ी. इस बारें में मोहिनी बताती है कि हर महिला के परिवार में लोगों की सोच अलग-अलग होती है, कुछ परिवार में महिलाएं घर से बाहर नहीं जाती, तो कुछ में जाती भी है तो निश्चित  समय पर घर आ जाती है, क्योंकि उस परिवार की महिलाओं ने बचपन से इसी माहौल को देखा है और अब घर बहू आने के बाद उन्हें आज़ादी नहीं देती, ऐसे में चाहकर भी महिला आगे कुछ सोच नहीं पाती. इसके अलावा आसपास के माहौल और परिवार का भी असर उन पर पड़ता है. उससे निकलकर किसी निर्णय को आत्मनिर्भर महिला ही ले सकती है. अभी जमाना काफी बदल चुका है, तकनीक और डिजिटल मीडिया ने बहुत सारी सुविधाएं पैसे कमाने का दिया है. घर पर रहकर घर-गृहस्थी  सम्हालना भी बड़ी बात है, लेकिन अगर किसी प्रकार की हॉबी या शौक महिला को है, तो उसे भी करने की कोशिश करनी चाहिए.  

           परिवार के सहयोग के बारें में मोहिनी कहती है कि मिसेज इंडिया जीतने के 2 साल बाद मुझे मिसेज इंडिया करने का लाइसेंस मिला. मेरे पति आनंद माने ने शुरू में बहुत सपोर्ट किया, क्योंकि मुझे व्यवसाय के क्षेत्र में अधिक जानकारी नहीं थी. उन्होंने लोगों से परिचय करवाया, व्यवसाय की बारीकियां समझाई. अब मैं सबकुछ सीख गयी हूँ और उन्होंने भी इसका दायित्व मुझपर छोड़ दिया है. 

         आज किसी ब्यूटी पेजेंट को जीतना आसान नहीं होता, क्योंकि कॉम्पिटिशन बहुत टफ हो चुका है. ऐसे में किसी महिला का इसमें भाग लेने के लिए बहुत पहले से अच्छी तैयारी करनी पड़ती है. मोहिनी कहती है कि अभी सब एडवांस हो गया है. ब्यूटी पेजेंट जीतने के कुछ खास टिप्स निम्न है,

  • नेशनल इवेंट में पहले बॉडी प्रेजेंटेशन की बारी आती है, जिसमें बॉडी प्रेजेंटेबल होनी चाहिए, न तो अधिक दुबला और न ही अधिक हैवी. 
  • एटिकेट्स यानि मैनर्स, व्यवहार के तरीके, जिसमें महिला का चलना, उठना, हँसना, बैठना आदि सही होने की जरुरत होती है, 
  • बातचीत का तरीका, इसमें किसी बड़े ओहदे के व्यक्ति या फिर कोई गरीब से बात करने का तरीका, जिसमें किसी को अपमानित न करना आदि पर विशेष ध्यान देना पड़ता है, 
  • डाइट जो महिला की शारीरिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखने में सहयोग दे, 
  • स्ट्रेस को भगाने की दिशा में खुद को अधिक मजबूत होना पड़ता है, जिसमें योगा, मैडिटेशन, वर्कआउट आदि से महिला को मजबूत होने की जरुरत होती है. 

कई बार ऐसा देखा गया है कि फिनाले में जज के प्रश्न पूछने पर प्रतियोगी, थोड़ी भी घबरा जाने या हकलाने पर वे जीत के करीब पहुंचकर भी हार जाती है. नेशनल प्रतियोगिता में इन सब बातों को ठीक कर लेने से महिला को जीतने से कोई नहीं रोक सकता. इंटरनेशनल ब्यूटी पेजेंट में प्रतियोगिता बहुत अधिक कठिन होती है, क्योंकि वहां अलग-अलग देशों से उनकी विनर्स आती है, वहां क्राउन जीतने के लिए एडवांस स्तर की तैयारी करनी पड़ती है. इसके अलावा रैम्प वाक् प्रैक्टिस और सोशल मीडिया में प्रेजेंस का होना भी बहुत जरुरी है. 

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               ब्यूटी पेजेंट में महिला का खूबसूरत होना जरुरी है या नहीं पूछने पर मोहिनी का कहना है कि आज विज्ञान इतना एडवांस हो गया है कि ब्यूटी, खूबसूरत दिखना, सही कद-काठी सब  खरीदी जा सकती है, लेकिन इंटेलीजेंसी ख़रीदा नहीं जा सकती. इसलिए हमारी ये कोशिश रहती है कि मॉडरेट लुकिंग, कॉंफिडेंट और इंटेलीजेंट महिला, जो अंतर्राष्ट्रीय मंच पर फिट हो उसे ही भेजा जाता है. पिछले 20 सालों से कोई मिसेज इंडिया वर्ल्ड का ख़िताब जीत नहीं पाई है, मैं उसी को लाने की तैयारी में लगी हूँ. मेरा सभी से गुजारिश है कि आप सपने अवश्य देखें, तभी आप उसे पूरा कर सकेंगे. 

            इसके आगे मोहिनी कहती है कि अप्रैल का महीना ‘सेक्सुअल असॉल्ट अवेरनेस मंथ’ के रूप में माना जाता है, ताकि महिलाओं का इस बारें में जागरूकता हो. दुष्ट आचरण अधिकतर महिला और बच्चों के साथ होता है. जितना अधिक जागरूकता बढ़ेगी, महिला उतनी एलर्ट रहेगी. एलर्टनेस ही एक महिला को किसी भी अनहोनी से बचा सकती है, इसके लिए स्ट्रोंग होना या मार्शल आर्ट सीखने की जरुरत नहीं होती, क्योंकि महिला एलर्ट रहने पर आसानी से आने वाली समस्या को समझ जाती है. अवेरनेस से ही एलर्ट आती है. 

बच्चों में डिप्रैशन से निबटना जरूरी

15 साल की रिया जब भी स्कूल जाती, क्लास में सब से पीछे बैठ कर हमेशा सोती रहती. उस का मन पढ़ाई में नहीं लगता था. वह किसी से न तो ज्यादा बात करती और न ही किसी को अपना दोस्त बनाती. अगर वह कभी सोती नहीं थी, तो किताबों के पन्ने उलट कर एकटक देखती रहती. क्या पढ़ाया जा रहा है, इस से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता. हर बार उस की शिकायत उस के मातापिता से की जाती, पर इस का उस पर कोई असर नहीं पड़ता था.

वह हमेशा उदास रहा करती थी. इसे देख कर कुछ बच्चे तो उसे चिढ़ाने भी लगते थे, पर वह उस पर भी अधिक ध्यान नहीं देती थी. परेशान हो कर उस की मां ने मनोवैज्ञानिक से सलाह ली. कई प्रकार की दवाएं और थेरैपी लेने के बाद वह ठीक हो पाई.

दरअसल, बच्चों में डिप्रैशन एक सामान्य बात है, पर इस का पता लगाना मुश्किल होता है. अधिकतर मातापिता इसे बच्चे का आलसीपन समझते हैं और उन्हें डांटतेपीटते रहते हैं. इस से वे और अधिक क्रोधित हो कर कभी घर छोड़ कर चले जाते हैं या फिर कभी आत्महत्या कर लेते हैं.

बच्चों की समस्या न समझ पाने की 2 खास वजहें हैं. पहली तो हमारे समाज में मानसिक समस्याओं को अधिक महत्त्व नहीं दिया जाता और दूसरे, अभी बच्चा छोटा है, बड़ा होने पर समझदार हो जाएगा, ऐसा कह कर अभिभावक इस समस्या को गहराई से नहीं लेते. मातापिता को लगता है कि यह समस्या सिर्फ वयस्कों को ही हो सकती है, बच्चों को नहीं.

शुरुआती संकेत : जी लर्न की मनोवैज्ञानिक दीपा नारायण चक्रवर्ती कहती हैं कि आजकल के मातापिता बच्चों की मानसिक क्षमता को बिना समझे ही बहुत अधिक अपेक्षा रखने लगते हैं. इस से उन्हें यह भार लगने लगता है और वे पढ़ाई से दूर भागने लगते हैं. अपनी समस्या वे मातापिता से बताने से डरते हैं और उन का बचपन ऐसे ही डरडर कर बीतने लगता है, जो धीरेधीरे तनाव का रूप ले लेता है. मातापिता को बच्चे में आए अचानक बदलाव को नोटिस करने की जरूरत है. कुछ शुरुआती लक्षण निम्न हैं :

–       अगर बच्चा आम दिनों से अधिक चिड़चिड़ा हो रहा हो या बारबार उस का मूड बदल रहा हो.

–       बातबात पर  गुस्सा होना या रोना.

–       अपनी किसी हौबी या शौक को फौलो न करना.

–       खानेपीने में कम दिलचस्पी रखना.

–       सामान्य से अधिक समय तक सोना.

–       अलगथलग रहने की कोशिश करना.

–       स्कूल जाने की इच्छा का न होना या स्कूल के किसी काम को न करना आदि.

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इस बारे में दीपा आगे बताती हैं कि किसी भी मातापिता को बच्चे को डिप्रैशन में देखना आसान नहीं होता और वे इसे मानने को भी तैयार नहीं होते कि उन का बच्चा डिप्रैशन में है.

तनाव से निकालना : निम्न कुछ बातों से बच्चे को तनाव से निकाला जा सकता है–

–       हमेशा धैर्य रखें, गुस्सा करने पर बच्चा भी रिवोल्ट करेगा और आप उसे कुछ समझा नहीं सकते.

–       बच्चे को कभी यह एहसास न होने दें कि वह बीमार है. यह कोई बीमारी नहीं है, इस का इलाज हो सकता है.

–       हिम्मत से काम लें, बच्चे को डिप्रैशन से निकालने में मातापिता से अच्छा कोई नहीं हो सकता.

–       बच्चे से खुल कर बातचीत करें, तनावग्रस्त बच्चा अधिकतर कम बात करना चाहता है. ऐसे में बात करने से उस के मनोभावों को समझना आसान होता है. उस के मन में कौन सी बात चल रही है, उस का समाधान भी आप कर सकते हैं.

–       हमेशा बच्चे को लोगों से मिलनेजुलने के लिए प्रेरित करें.

–       बातचीत से अगर समस्या नहीं सुलझती है, तो इलाज करवाना जरूरी है. इस के लिए आप खुद उसे मनाएं और ध्यान रखें कि डाक्टर जो भी दवा दे, उसे वह समय पर ले, इस से वह जल्दी डिप्रैशन से निकलने में समर्थ हो जाएगा.

अपना दायित्व समझें : मातापिता बच्चे के रिजल्ट को ले कर बहुत अधिक परेशान रहते हैं. इस बारे में साइकोलौजिस्ट राशिदा कपाडि़या कहती हैं कि बच्चों में तनाव और अधिक बढ़ जाता है जब उन की

बोर्ड की परीक्षा हो. ऐसे में हर मातापिता अपने बच्चे से 90 प्रतिशत अंक की अपेक्षा लिए बैठे रहते हैं और कम नंबर आने पर वे मायूस होते हैं. ऐसे में बच्चा और भी घबरा जाता है. उसे एहसास होता है कि नंबर कम आने पर उसे कहीं ऐडमिशन नहीं मिलेगा, जबकि ऐसा नहीं है, हर बच्चे को अपनी क्षमता के अनुसार दाखिला मिल ही जाता है.

कई ऐसे उदाहरण हैं जहां रिजल्ट देखे बिना ही बच्चे परीक्षा में अपनी खराब परफौर्मेंस के बारे में सोच कर आत्महत्या तक कर लेते हैं. इस से बचने के लिए मातापिता को खास ध्यान रखने की जरूरत है :

–       अपने बच्चे की तुलना किसी अन्य बच्चे से न करें.

–       वह जो भी नंबर लाया है उस की तारीफ करें और उस की चौइस को आगे बढ़ाएं.

–       अपनी इच्छा बच्चे पर न थोपें.

–       उस की खूबियों और खामियों को समझने की कोशिश करें. अगर किसी क्षेत्र में प्रतिभा नहीं है, तो उसे छोड़ उस के हुनर को उभारने की कोशिश करें.

–       एप्टिट्यूड टैस्ट करवा लें, इस से बच्चे की प्रतिभा का अंदाजा लगाया जा सकता है.

–       उस के सैल्फ स्टीम को कभी कम न करें.

–       उस की मेहनत को बढ़ावा दें.

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–       समस्या के समाधान के लिए बच्चे से खुल कर बातचीत करें और उस के मनोभावों को समझें तथा उस के साथ चर्चा करें.

–       अपनी कम कहें, बच्चे की ज्यादा सुनें, इस से बच्चा आप से कुछ भी कहने से हिचकिचाएगा नहीं.

–       बच्चे को हैप्पी चाइल्ड बनाएं, डिप्रैशनयुक्त नहीं.

FWICE ने रोकी आलिया भट्ट की फिल्म ‘‘गंगूबाई काठियावाड़ी’’ की शूटिंग, जानें क्या है मामला

‘फेडरेशन औफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज(एफडब्लू एसीई)’ने अभिनेत्री आलिया भट्ट के ‘कोविड-19’से संक्रमित पाए जाने के बाद अपने सभी वर्करों और तकनीशियनों को कुछ दिनों के लिए आलिया भट्ट की फिल्म‘‘गंगूबाई काठियावाड़ी’’की शूटिंग में शामिल न होने और संकमण के लक्षण पाए जाने पर कोविड टेस्ट और  जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए हैं.  एफडब्लूआइसीई के अध्यक्ष बीएन तिवारी कहते हैं-‘‘जैसे ही हमें  पता चला कि फिल्म‘‘गंगूपाई काठियावाड़ी’ की अभिनेत्री आलिया भट्ट ने कोविड टेस्ट कराया है और वह पॉजीटिव हैं,वैसे ही हमें अपने वर्करों की स्वास्थ्य की चिंता ने घेर लिया. हम वर्करों और तक्नीशियनों की सुरक्षा की अनदेखी नहीं कर सकते. ’’

फेडरेशन के महासचिव अशोक दुबे ने बताया-‘‘आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म “गंगूबाई काठियावाड़ी’के सेट से युनिट के एक तकनीशियन ने मुझे पिछली रात 9 बजे से थोड़ा पहले यह कहने के लिए फोन किया कि वह आज के लिए जल्दी ही शूटिंग पैक कर चुके हैं. इस पर जब मैंने उनसे वजह पूछी,तब उसने कहा कि फिल्म की एक प्रमुख अभिनेत्री ने कोविड टेस्ट कराया है. इससे चिंता बढ़ी. तब मैने संजय लीला भंसाली प्रोडक्शन में प्रोडक्शन की जिम्मेदारी संभाल रहे चेतन को फोन किया,तब उसने बताया कि आलिया भट्ट कोरोना संक्रमित हैं. इसके बाद मैने ‘गंगूबाई काठियावाड़ी‘ फिल्म के डांस को- और्डिनेटर सोनू श्रीवास्तव से बात की. उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की कि आलिया की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आयी है. हालांकि चेतन ने हमें बताया कि वह पिछले दो दिनों से शूटिंग के सेट पर नही गया है. जब रात 8: 45 बजे आलिया भ्ज्ञट्ट की रिपोर्ट आई,तो आलिया ने तुरंत सेट छोड़ दिया. ‘ गंगूबाई काठियावाड़ी’ की शूटिंग अब अगले कुछ दिनों तक नहीं होगी. ’’

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‘एफडब्लूआइसीई’के प्रेसीडेंट बीएन तिवारी ने कहा-‘‘हम यह भी पता लगा रहे हैं कि ‘कोविड 19’ से संक्रमित रहते हुए कहीं आलिया भट्ट ने किसी फिल्म की शूटिंग या डबिंग तो नहीं की. ’’

एफडब्लूआइसीई के ट्रेजरार गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ने कहते हैं-‘‘हम बार बार कह रहे है कि निर्माताओ को भी चाहिए कि वह इस बात पर ध्यान दें कि कोविड रोकथाम के लिए बनी गाइडलाइन का ठीक से पालन हो रहा है या नहीं. ’’

टीवी इंडस्ट्री पर कोरोना की मार, ‘अनुपमा’ का ‘बेटा’ भी हुआ शिकार

देश में दिन पर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिसका मुंबई में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. वहीं कोरोना का असर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है. दरअसल, हाल ही में जहां अनुपमा के रोल में नजर आने वाली रुपाली गांगुली कोरोना का शिकार हो चुकी हैं. तो वहीं खबर है कि उनके बेटे तोषू यानी आशीष मेहरोत्रा (Aashish Mehrotra) भी कोरोना के शिकार हो गए हैं. आइए आपको बताते हैं अब तक कौन -कौन से टीवी सितारे कोरोना के शिकार हो चुके हैं.

रुपाली गांगुली

सीरियल अनुपमा बीते कई हफ्तों से टीआरपी चार्ट्स में पहले नंबर पर बना हुआ है, जिसके कारण शो की कास्ट भी कड़ी मेहनत करने में जुटे हुए हैं. हालांकि इस बीच खबर है कि शो की लीड एक्ट्रेस अनुपमा यानी रुपाली गांगुली कोरोना की शिकार हो गई हैं, जिसकी जानकारी सोशलमीडिया के जरिए उन्होंने अपने फैंस को दी है.

 

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आशीष मेहरोत्रा

 

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खबरे हैं कि सीरियल अनुपमा में तोषू के रोल में नजर आने वाले एक्टर आशीष मेहरोत्रा भी रुपाली गांगुली के बाद कोरोना के शिकार हो गए हैं, जिसके कारण वह इन दिनों सुर्खियों में हैं.

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 नील भट्ट (Neil Bhatt) और ऐश्वर्या शर्मा

सीरियल गुम हैं किसी के प्यार में (Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin) एक्टर नील भट्ट (Neil Bhatt) भी कोरोना संक्रमित हो गए थे, जिसके कारण शो की शूटिंग पर रोक लग गई थी. हालांकि अब वह स्वस्थ होकर लौट चुके हैं.  वहीं उनकी मंगेत्तर और पाखी के रोल में नजर आने वाली एक्ट्रेस ऐश्वर्या शर्मा भी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ठीक होकर शो में दोबारा एंट्री कर चुकी हैं.

मोनालिसा

 

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भोजपुरी फिल्मों में धमाल मचाने वाली एक्ट्रेस मोनालिसा (Monalisa) भी कोरोना की शिकार हो चुकी हैं. हाल ही में सीरियल ‘नमक इश्क का’ (Namak Issk Ka) में नजर आ रहीं मोनालिसा के कोरोना पौजिटिव होते ही शो की शूटिंग को रोक दिया गया है.

अमर उपाध्याय और प्रियल महाजन

 

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कलर्स के सीरियल मोलक्की में लीड रोल में नजर आ रहे टीवी एक्टर अमर उपाध्याय (Amar Upadhyay) और एक्ट्रेस प्रियल महाजन भी हाल ही में कोरोना पौजीटिव पाए गए थे, जिसके कारण शो की शूटिंग को रोक दिया गया है.

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अनुपमा-वनराज के ‘तीन दिन’ में तलाक का सच जानेगा परिवार, काव्या का प्लान होगा पूरा

स्टार प्लस के सीरियल अनुपमा में आए दिन नए ट्विस्ट आ रहे हैं, जिसके लिए मेकर्स और कलाकार कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसी बीच खबर है कि अनुपमा के किरदार में नजर आने वाली रुपाली गांगुली कोरोना की शिकार हो गई हैं. हालांकि इसके बाद शो की कहानी में नया ट्विस्ट देखने को मिलेगा. आइए आपको बताते हैं क्या होगी शो की कहानी….

साथ पिकनिक पर जाते हैं अनुपमा-वनराज

अब तक आपने देखा कि माता-पिता को साथ लाने के लिए पाखी और बा पिकनिक का प्लान बनाते हैं, जिसके कारण अनुपमा सूट में नजर आती है. वहीं बा और पाखी अनुपमा-वनराज को बाइक पर जाने के लिए कहते हैं, जिसके चलते दोनों बाइक पर साथ निकल जाते हैं और खूबसूरत पल बिताते हैं. इसी बीच बा पैर में चोट लगने का नाटक करने पूरे परिवार को घर पर ही रोक देती है ताकि अनपुमा वनराज साथ वक्त बिता सकें और तलाक की बात भूल जाएं.

 

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काव्या के हाथ लगता है सच

पिकनिक के दौरान जहां अनुपमा और वनराज परिवार का इंतजार करते हैं तो वहीं अनुपमा डांस करती नजर आती है. साथ ही दोनों अपने तीन दिन में होने वाले तलाक की बात को परिवार के सामने लाने की बात करते हैं. वहीं वनराज के फोन ना उठाने पर काव्या परेशान होती नजर आती है. इसी बीच तीन दिन में होने वाले वनराज और अनुपमा के तलाक के कागज घर पर आते हैं, जो कि काव्या के हाथ लग जाते हैं, जिसे देखकर काव्या हैरान हो जाती है.

 

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परिवार को पता चलता है तलाक का सच

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि काव्या के हाथ में तलाक के कागज लगने के बाद वह पूरे परिवार के सामने तीन दिन में होने वाले तलाक का सच सामने लाएगी. वहीं पाखी ये बात जानकर टूट जाएगी. तो वहीं काव्या तलाक करवाने के लिए पूरा जी जान लगाती दिखेगी.

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Beauty Tips: क्रैक लिप्स पर लगाएं ब्रैक

लिपस्टिक के बिना मेकअप अधूरा माना जाता है, लेकिन यदि लिपस्टिक अप्लाई करने के बाद भी लिप्स की ड्राईनैस बनी रहे व उन के क्रैक होने के कारण वह बात न आए तो मेकअप पर पानी फिर जाता है. ऐसे में अगर आप के लिप्स पर ड्राईनैस है व उन के क्रैक होने की प्रौब्लम है तो आप के लिए बैस्ट है कि आप बीटरूट के रस में थोड़ी सी मलाई मिला कर उस से लिप्स पर 10 मिनट तक मसाज करें. इस से लिप्स पिंकिश नजर आने के साथसाथ उन की ड्राईनैस भी धीरेधीरे खत्म होने लगेगी. बीटरूट न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है और मलाई में मौइस्चराइजिंग प्रौपर्टीज होने के कारण ये दोनों लिप्स के लिए काफी लाभकारी हैं.

ग्रीन टी बैग:

आप ग्रीन टी बैग भी अप्लाई कर सकती हैं. इसे हलका गरम कर लिप्स पर इस्तेमाल करें. इस से लिप्स के क्रैक होने की समस्या का निदान होगा, क्योंकि इस में बहुत सारे ऐंटीऔक्सीडैंट्स होने के साथसाथ टैनिन्स भी होते हैं, जो स्किन को हील करने के साथसाथ उन्हें स्मूद और हाइड्रेट करने का भी काम करते हैं. आप 1/2 चम्मच मलाई में 4-5 बूंदें शहद व 3 पत्ती गुलाब डाल कर उन्हें अच्छी तरह मैश कर लें, फिर इसे लिप्स पर लगा कर 15 मिनट के लिए छोड़ दें. बाद में अच्छी तरह मसाज करें. इस से लिप्स की ड्राईनैस दूर होने के साथसाथ वे खूबसूरत भी बनते हैं.

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कैसी हो लिपस्टिक:

जब भी कोई लिपस्टिक इस्तेमाल करते हैं, तो उस में आमतौर पर 3 चीजें रहती हैं- बीज वैक्स, कोई औयल और कलर. इन्हीं सब को मिला कर लिपस्टिक तैयार की जाती है. बहुत ही महंगी लिपस्टिक में बीज वैक्स और औयल के साथसाथ रैड वाइन भी डाली जाती है. बीज वैक्स बैस्ट होती है. लेकिन जो महिलाएं ऐनिमल वसा जैसी चीजें इस्तेमाल करना नहीं चाहती, उन के लिए लिपस्टिक में कोनोवा वैक्स डाली जाती है, जो प्लांट बेस्ड यानी पाम ट्री से निकलती है. वह भी लिप्स के लिए अच्छी मानी जाती है.

लिपस्टिक की कीमत उस में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट्स पर निर्भर करती है. जैसे कोई उस में मिनरल औयल इस्तेमाल करता है, कोई कोको बटर यूज करता है, कोई कैस्टर औयल, कोई जोजोबा औयल, कोई औलिव औयल. इन में कौन सा औयल इस्तेमाल किया गया है और वह कितना महंगा है, इस पर लिपस्टिक की कीमत निर्भर करती है. दोनों ही वैक्स बैस्ट हैं. ये लिप्स को शेप देने का काम करती हैं.

औयल आप के लिप्स की हैल्थ का ध्यान रखने के साथसाथ उसे मौइस्चर भी प्रदान करता है. जिस लिपस्टिक में औयल ज्यादा होता है, वह ज्यादा ग्लौसी नजर आती है, वहीं जिस लिपस्टिक में वैक्स ज्यादा होगी, उस में ग्लौस कम और कलर यानी थिकनैस ज्यादा दिखेगी. खास बात यह है कि लिपस्टिक में पिगमैंट्स कौन से डाले गए हैं, क्योंकि अच्छे पिगमैंट्स से लिपस्टिक अपने वास्तविक कलर में नजर आती है.

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लिपस्टिक में लेड का इस्तेमाल हानिकारक होता है, यह लिपस्टिक में ज्यादा देर तक स्टे करने के लिए डाला जाता है. इसलिए कोशिश करें कि लिपस्टिक में पैराबीन, मिथाइल पैराबीन, पोलिपेरा बिन, लिडन न हों. इन के बजाय सोडियम बैंजोएट, रैटिनोल, साल्ट, क्ले, हनी हों. इस तरह आप अपने लिप्स को ड्राईनैस से बचा सकती हैं.

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