19 दिन 19 टिप्स: 200 के बजट में खरीदें ये 4 मैट लिपस्टिक

मेकअप में लिप्स्टिक अपने आप में एक मेकअप किट के बराबर है. औफिस हो या पार्टी सभी के लिए लिपस्टिक एक सबसे खास प्रौडक्ट है. आजकल मार्केट में कई तरह की लिपस्टिक मौजूद हैं, जिनमें मैट लिप्सटिक भी है. आज हम आपको मार्केट में मौजूद मैट लिपस्टिक के बारे में बताएंगे, जिसे आप 200 रूपए के अंदर खरीद सकते हैं. आइए आपको बताते हैं 200 रूपए में ब्रैंडेड मैट लिपस्टिक के बारे में..

1. nykaa की ब्रैंडेड मैट लिपस्टिक करें ट्राय

आजकल मार्केट में कई मैट लिपस्टिक मौजूद है. उन्हीं में से एक नाइका की Wicked Wine कलर की मिनी मैट लिपस्टिक है. अगर आप कुछ नया ट्राय करना चाहते हैं तो औनलाइन या मार्केट से 199 रूपए में खरीद सकते हैं. ये लिपस्टिक आपके लुक को कम्पलीट करने में मदद करेगा. आप चाहें तो नाइका के औनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं.

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2. matte me की मैट लिपस्टिक करें ट्राय

matte me की लिक्विड मैट लिपस्टिक आपके किसी भी लुक के लिए मार्केट या औनलाइन खरीद सकते हैं. ये आपके लिक कम्पलीट करने में मदद करेगा. ये लिक्विड होने के कारण लंबे समय तक टिका रहेगा. आप इसे 199 रूपए में खरीद सकते हैं. ये ब्रैंडेड है इसीलिए आपके लुक को कम्पलीट करने में मदद करेगा.

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3. Maybelline New York की मैट लिपस्टिक करें ट्राय

Maybelline New York की Super Stay Matte Ink Liquid Lipstick आपके पार्टी लुक के लिए परफेक्ट औप्शन है. ये आपके लुक को फैशनेबल और ज्यादा टाइम तक खूबसूरत दिखाने में मदद करेगा.

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4. Huda की मैट लिपस्टिक करें ट्राय

Huda के प्रौडक्ट इन दिनों मार्केट में काफी पौपुलर हैं क्योंकि ये लंबे समय तक टिकने वाले प्रौडक्ट हैं. अगर आप भी मैट लिपस्टिक खरीदना चाहते हैं तो Huda  एक बेहतर प्रौडक्ट है. ये लौंग टाइम तक आपके लिप्स की ब्यूटी को बरकरार रखने में मदद करेगी. ये आपको मार्केट या औनलाइन 169 रूपए में आसानी से मिल जाएगी.

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#lockdown: बंद हुए 3 पॉपुलर शो, Jennifer Winget का Beyhadh 2 भी लिस्ट में शामिल

कोरोनावायरस आउटब्रेक के चलते जहां लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है तो वहीं इसका असर आम आदमी से लेकर स्टार्स के ऊपर तक पड़ रहा है. हाल ही में लॉकडाउन के कारण टीवी से लेकर बौलीवुड इंडस्ट्री में शूटिंग रोक दी गई थी, जिसके कारण चैनल पुराने शो चला रहे हैं. इसी बीच कुछ सीरियल्स को बंद करने का फैसला लिया गया है. आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो पौपुलर शोज…

जेनिफर के फैंस को होगा दुख

जेनिफर विंगेट (Jennifer Winget) के पौपुलर टीवी शो ‘बेहद 2’ (Beyhadh 2), ‘इशारों इशारों में’ (Ishaaron Ishaaron Mein) और ‘पटियाला बेब्स’ (Patiala Babes)जैसे टीवी शोज को बंद किया जा रहा, जिसका कारण शो की कहानी को बताया जा रहा है. शो के निर्माताओं का कहना है कि सोनी टीवी के ये तीनों ही शो की कहानी फिक्शन है. जिसकी वजह से हमको शो के टाइम बाउंडेशन का ख्याल रखना पड़ेगा. मार्च से टीवी शोज की शूटिंग नहीं हुई है और हमें नहीं पता कितने समय बाद काम शुरु होगा.

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फैंस को पसंद आ रही थी सीरियल्स की कहानी

कोरोना वायरस के चलते एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री बहुत बुरे दौर से गुजर रही है। ‘बेहद 2’, ‘इशारों इशारों में’ और ‘पटियाला बेब्स’ तीनों ही शो की कहानी शानदार चल रही थी, जो फैंस को काफी पसंद आ रही थी, लेकिन शो के बंद होने से फैंस को काफी दुख होने वाला है. पटियाला बेब्स में लीड किरदार निभा रही अशनूर कौर ने शो के बंद होने पर रिएक्शन देते हुए कहा है कि मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि हमारा शो अब बंद होने जा रहा है. मैं दुखी हूं लेकिन मुझे इस बात की खुशी है मैंने पटिया बेब में मिनी का किरदार निभाया.’

बता दें, सोनी टीवी के ये तीनों शो फैंस के बीच बहुत पौपुलर थे, लेकिन अब देखना ये है कि शो बंद होने के बाद फैंस का इस पर क्या रिएक्शन आता है.

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#lockdown: क्या कपड़ों और बालों से हो सकती है घर पर कोरोनावायरस की दस्तक ?

दुनिया में नोवल कोरोना वायरस से उभरी बीमारी कोविड-19 के कोहराम के चलते इंसानों के बीच यह आम चर्चा है कि क्या यह वायरस उनके जूतों, उनके बालों, उनके कपड़ों और अख़बार के ज़रिए भी उनके घरों में पहुंच रहा है. इस संबंध में वायरस रोग विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के कथनों पर गौर करना चाहिए. हालांकि, हमें व आपको हर हालत में सावधानी बरतने की ज़रूरत है.

औफ़िस से या किसी दुकान से ख़रीदारी करके लौटने के बाद क्या हमें अपने कपड़ों को धोना चाहिए और शौवर लेना चाहिए?

कोविड-19 की महामारी के कारण सभी लौकडाउन या सामाजिक दूरी बनाए रखने का अनुभव कर रहे हैं और बहुत ही ज़रूरत के कारण घर से बाहर निकलते हैं. उसके बाद जब घर लौटते हैं तो, विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कपड़ों को धोना या शौवर लेना जरूरी नहीं है. हालांकि, आप को हमेशा अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए.

यह सच है कि संक्रमित व्यक्ति की छींक या खांसी हवा में मौजूद छोटे-छोटे कणों के जरिए वायरस को फैला सकती है, लेकिन उनमें से ज्यादातर कण ज़मीन पर गिर जाते हैं.

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ध्यान दें, शोध से पता चला है कि कुछ बहुत ही छोटे कण आधे घंटे तक हवा में उड़ सकते हैं, लेकिन वे एकदूसरे से चिपके नहीं होते हैं और कपड़ों में नहीं चिपकते हैं. एक छोटी बूंद जो थोड़ी देर के लिए हवा में तैर सकती है, एयरोडायनामिक्स की वजह से कपड़ों पर नहीं टिक सकती. वर्जीनिया टैक के एक एयरोसोल वैज्ञानिक लिनसी मैर का कहना है, “बूंदें काफ़ी छोटी होती हैं, इतनी, कि वे आपके जिस्म और कपड़ों के चारों ओर हवा में तैरती हैं.”

डाक्टर मैर ने अपनी बात को साफ करते हुए कहा कि इसे समझने का सबसे अच्छा तरीक़ा यह है कि ये बूंदें व्यक्ति के चारों ओर स्ट्रीमलाइन यानी वायुप्रवाह का अनुसरण करती हैं, क्योंकि हम अपेक्षाकृत धीमी गति से चलते हैं या हिलते हैं. ये धूल के उन छोटेछोटे कणों की तरह होती हैं जो धीमी गति से हवा में उड़ती रहती हैं, लेकिन हमें दिखाई नहीं देतीं और हमसे टकराती नहीं हैं.

सो, अगर आप शौपिंग कर रहे हैं और किसी ने आप पर छींक दिया, तो आप घर वापस लौटकर कपड़े बदलना और स्नान करना चाहेंगे.  लेकिन आपको हड़बड़ाने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि घर लौटते समय पूरी तरह से शांति से रहें इसलिए कि आपका धीमे चलने वाला शरीर हवा और वायरस के कणों को आपके कपड़ों से दूर धकेल रहा होता है, यह फ़िज़िक्स यानी भौतिकी का आसान फ़ार्मूला है.

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क्या वायरस हमारे बालों पर भी चिपक सकता है?

आप अगर सामाजिक दूरी का ख़याल रख रहे हैं तो आपको अपने बालों या दाढ़ी पर वायरस के कणों के बारे में चिंतित होने की ज़रूरत नहीं है. यहां तक ​​कि अगर कोई आपके सिर के पीछे छींकता है, तो भी बहुत ही कम संभावना है कि आपके बालों पर लगने वाली बूंदें आपके संक्रमित होने का कारण बन जाएं.

#lockdown: फैमिली के लिए बनाएं टेस्टी दही वड़े

दही वड़े तो लोग बड़े चाव से खाते है. दही वड़े उरद और मूंग दाल मिलाकर या और सिर्फ मूंग दाल से भी बनाए जाते हैं. आप घर में ये स्वादिष्ट व्यंजन बना सकती हैं. तो आइए जानते है कैसे बनाते है दही वड़े.

हमें चाहिए

उरद की दाल – 250 ग्राम

दही – 1 किलो ग्राम

नमक – स्वादानुसार

हींग – 1-2 चुटकी

काजू – 1 टेबल स्पून (छोटे छोटे काट लीजिये)

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किशमिश – 1 टेबल स्पून

भुना हुआ जीरा – 1 टेबल स्पून

लाल मिर्च पाउडर – 1 छोटी चम्मच

रिफाइन्ड तेल – तलने के लिए

विधि

  • दाल को धो कर दो घंटे के लिए पानी में भिगो दें.
  • अब पानी निकालकर और दाल को हल्की दरदरी पीस लें.
  • एक चम्मच पानी में हींग घोल कर दाल में मिला दीजिए.
  • दाल को एक चौथाई छोटी चम्मच नमक मिलाकर अच्छी तरह फेंट लीजिए.

वड़े तलने के लिए

  • एक कढ़ाई में तेल डालिए और गरम कीजिए.
  • एक छोटी कटोरी लीजिये उस पर एक साफ धुला हुआ कपड़ा ढक कर पीछे की ओर से पकड़ लीजिए कपड़े पर हाथ से थोड़ा सा पानी लगाइए.
  • अब उंगलियों के सहारे से थोड़ी सी दाल निकालिए और कपड़े के ऊपर रखिए.
  • दाल के ऊपर 2 काजू के टुकड़े और एक किशमिश डालिए, किशमिश काजू को चारो ओर दाल उठाकर बन्द कर दीजिये.
  • वड़े को उंगलियों से दबाकर चपटा और गोल कर लीजिए. हलके हाथ से उसे कपड़े से हटा कर कड़ाई में तलने के लिये डालिये.
  • जब वड़े ब्राउन हो जाएं तब उन्हें कड़ाई से निकाल कर प्लेट में रखिए. अब एक बरतन में एक लीटर पानी लीजिए और हलका गरम कीजिए.

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  • इसमें थोड़ा सा नमक मिला दीजिए.
  • अब सारे वड़े नमकीन पानी में डाल दीजिए.
  • खाने के आधा घंटे पहले तले हुये वड़े पानी में भिगोएं.
  • आधा घंटे बाद वड़े पानी में भीग कर नरम हो जाएंगे.
  • एक वड़ा पानी से निकालें और हथेली से दबाकर देखें.
  • उससे अधिक पानी को निकाल दीजिये और दूसरे बर्तन में रख दीजिए.
  • दही को मथ लीजिए और आधा चम्मच नमक और 2 छोटे चम्मच चीनी मिलाएं.
  • दही को वड़ों के ऊपर डाल दीजिए.
  • भुना हुआ जीरा, काला नमक और लाल मिर्च बुरक दें और सर्व करें.

अरहान खान के खिलाफ बोलना Devoleena Bhattacharjee को पड़ा भारी, मिली जान से मारने की धमकी

टीवी की गोपी वहू यानी देबोलीना भट्टचार्जी (Devoleena Bhattacharjee) इन दिनों सुर्खियों में हैं. कभी ट्रोलिंग तो कभी धमकियों का शिकार हो रही हैं. देबोलीना भट्टचार्जी (Devoleena Bhattacharjee) को अपनी खास दोस्त और बिग बॉस 13 (Bigg Boss 13) कंटेस्टेंट का साथ देना मुसीबत में डाल दिया है. दरअसल हाल ही में टीवी की इस हसीना को जान से मारने की धमकी मिली है, जिसका खुलासा उन्होंने सोशल मीडिया पर किया है. आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…

अरहान खान के खिलाफ बयानबाजी पर मिली धमकी

देबोलीना भट्टचार्जी (Devoleena Bhattacharjee) को शबीना अमीन नाम की एक महिला ने सोशल मीडिया पर धमकी दी है. धमकि देते हुए महिला ने लिखा है कि देबोलीना भट्टचार्जी ने कभी भी अरहान खान (Arhaan Khan) के खिलाफ बयानबाजी की तो वह दिन उनका आखिरी दिन होगा. साथ महिला ने अपनी धमकी में रश्मि देसाई और सिद्धार्थ शुक्ला का भी नाम लिया है.

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देबोलीना ने साइबर क्राइम में शिकायत

धमकी भरे मैसेज आने के बाद देबोलीना भट्टचार्जी ने साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाई और इस महिला के मैसेज को सोशल मीडिया पर अपने फैंस के साथ शेयर भी किया. जिसमें उन्होंने पुलिस को भी टैग किया है.

पहली बार नहीं मिली है धमकी

 

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Requesting everyone to quarantine for atleast 2weeks.B safe Be happy

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देबोलीना भट्टचार्जी को सोशल मीडिया पर पहले भी धमकियां मिली हैं. सिडनाज के खिलाफ बात करने के चलते भी देबोलीना भट्टचार्जी को धमकी भरे मैसेज मिल थे, जिसके बाद अब ये धमकी उन्हें परेशान कर रही है.

 

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#devoshami 🥰 @imrashamidesai ❤️ . . . #devoshamiforever #devotheomggirl #devoleena #rashmidesai #bb13 #bff

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बता दें, पिछले कुछ दिनों से रश्मि देसाई की बैंक स्टेटमेंट वायरल हो रही है और खबरों की माने तो उस बैंक स्टेटमेंट में ये साफ साफ नजर आ रहा है कि अरहान खान ने रश्मि देसाई के अकाउंट से काफी ज्यादा पैसे निकाले हैं. रश्मि देसाई की बैंक स्टेटमेंट की फोटोज देख रश्मि के फैंस काफी भड़क उठे हैं और अरहान खान को काफी खरी-खोटी सुना रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि रश्मि के फैंस ने सोशल मीडिया पर #FraudArhaanKhan भी ट्रेंड किया.

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रिश्ता कागज का: भाग-3

प्रिया ने पता नहीं क्या समझा और फिर मेरे गले लग कर बोली, ‘‘डोंट वरी मां आप के सपने को आप की बेटी पूरा करेगी,’’ फिर अपने भाई का कान पकड़ कर बोली, ‘‘सुन नालायक मैं अब डाक्टर नहीं बनूंगी तू बनेगा और पापा का हौस्पिटल संभालेगा. मैं तो अपनी मम्मा का सपना पूरा करूंगी.’’

उस दिन के बाद से वह जैसे नए जोश में भर गई. तुरंत विज्ञान विषय को बदल कर हिस्ट्री, इंग्लिश और इकौनोमिक्स ले लिया. मेरा मार्गदर्शन तो था ही. जल्दी ही वह दिन आ गया जब एमए करने के बाद उस ने यूपीएससी की परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में कुछ कम नंबर आने पर दोबारा परीक्षा में बैठी. इस बार शुरू के 50 लोगों में नंबर था. मसूरी से ट्रेनिंग करने के बाद उस की रायपुर में ही अतिरिक्त कलैक्टर के पद पर प्रशिक्षु के रूप में नियुक्ति हो गई. उस के बैच के 6 और लड़के थे. उन को हम ने खाने पर बुलाया. सभी बहुत खुशमिजाज थे. खाना खाने के बाद भी बड़ी देर बातचीत चलती रही. मैं ने महसूस किया कि उन में से एक की नजर प्रिया पर ही थी. प्रिया भी उस को अलग नजर से देख रही थी. पूछताछ करने पर पता चला कि वह गुजरात का रहने वाला था. उस के पापा आर्मी में थे. उस का नाम शरद था. मैं लड़की की मां की तरह सोच रही थी कि लड़का अच्छा है. बराबर के पद पर है और सब से बड़ी बात कि प्रिया को पसंद भी कर रहा है. प्रिया भी शायद उसे पसंद करती है. मैं ने इन से बात करनी चाही पर इन्होंने मुझे मीठी झिड़की दी कि अरे कुछ तो सोच बदलो. आजकल का जमाना नया है. लड़केलड़की बराबरी से हंसीमजाक करते हैं. जरूरी नहीं कि वे आपस में प्यार करते हों. मुझे गुस्सा आ गया और मैं करवट बदल कर सो गई. पर मेरा अंदाजा कितना सही था, यह मुझे दूसरे दिन पता लग गया. शाम को जब प्रिया औफिस से आई तब कार में उस के साथ शरद भी था. मैं ने तुरंत चायनाश्ता लगवाया. कुछ देर इधरउधर की बातें करने के बाद मैं ने देखा दोनों एकदूसरे को कुछ इशारे कर रहे हैं. मुझे भी हंसी आने लगी. मैं जानबूझ कर औफिस और राजनीति की बातें करती रही.

आखिर प्रिया ने कहा, ‘‘मां, शरद को आप से कुछ कहना है.’’

मेरे कान खड़े हो गए. जब कोई बात मनवानी होती थी तब दोनों बच्चे मुझे मां कहते थे. अत: मैं ने कहा, ‘‘हां, बोलो बेटा क्या बात है?’’

शरद ने धीरेधीरे पर बड़े विश्वास से मुझे अपने और परिवार के बारे में बताया. उस के पापा आर्मी में ब्रिगेडियर थे. वह अकेला लड़का था. प्रिया उस को पसंद थी. मसूरी में ही उन की अच्छी दोस्ती हो गई थी. उस के मातापिता को शादी पर कोई ऐतराज नहीं. प्रिया को मेरी मंजूरी चाहिए थी.

मुझे इस शादी पर तो कोई ऐतराज था ही नहीं और मैं तो कल रात से ही सपने देख रही थी पर मुझे एहसास हुआ कि शरद को सच बता देना चाहिए. कुछ सोचने के बाद मैं ने कहा कि मैं उस से अकेले में बात करना चाहती हूं. यह सुन कर प्रिया ने हंसते हुए कहा, ‘‘मम्मी जरूर तुम्हें अपनी लड़की का पीछा छोड़ने के लिए पैसे देने वाली हैं. तुम फिल्मी हीरो की तरह पैसे ठुकरा मत देना. अच्छीखासी रकम मांग लेना. फिर हम दोनों खूब शौपिंग करेंगे.’’

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मैं ने उस के इस मजाक का कोई जवाब नहीं दिया. बस उसे वहीं रुकने की बोल शरद को अपने कमरे में ले गई. कमरा बंद कर मैं ने अपनी अलमारी से वे बरसों पुराने कोर्ट के कागज निकाल कर उसे दिखाए और बताया कि प्रिया हमारी अपनी बच्ची नहीं, गोद ली हुई है, पर वह है इसी घर की बच्ची. संक्षेप में उसे प्रिया की कहानी बताई.

अंत में मैं ने कहा, ‘‘हम इस बात को भूल चुके हैं, पर तुम उसे जीवनसाथी बना रहे हो तो इस के लिए यह जरूरी है कि तुम सच जान लो. अब तुम्हारा जो फैसला हो बता दो,’’ कह कर मैं आंखें बंद कर बैठ गई. दिल धकधक कर रहा था कि पता नहीं मैं ने अपने ही हाथों अपनी बेटी का बुरा तो नहीं कर दिया.

थोड़ी देर बाद महसूस हुआ कि शरद मेरे आंसू पोंछ रहा है. शरद ने सारे कागज वापस अलमारी में रखे और मेरे हाथों को अपने माथे से लगाते हुए बोला, ‘‘अब तो किसी भी कीमत पर मैं इस घर से रिश्ता जोड़ कर रहूंगा.’’

बस इस के बाद शरद के मम्मीपापा आए. बड़े ही अच्छे माहौल में सारी बातें तय हुईं और सगाई तय कर दी. प्रियंक भी अमेरिका से अपनी एमएस की पढ़ाई पूरी कर वापस आ गया. शहर के बड़े होटल में हम ने प्रिया की सगाई रखी. पापा के बहुत पुराने दोस्त आर्मी से रिटायर हो कर गवर्नर बन गए थे. पापा ने उन्हें भी बुलाया. वे सहर्ष आए. शहर के कुछ प्रमुख लोग, कुछ परिचित और प्रिया और शरद के औफिस के अधिकारी सब मिला कर करीब सौ मेहमान हो गए थे. गवर्नर साहब के आने से फोटोग्राफर्स ने तो बस मौका ही नहीं छोड़ा. हजारों फोटो ले डाले और उन्हीं में से एक फोटो समाचारपत्रों में छपा था, जिसे मैं उस दिन देख रही थी. तभी वह फोन आया था.

मैं वापस वर्तमान में लौट आई. पता नहीं क्याक्या हुआ होगा. प्रिया को सब पता लग गया क्या? क्या वह मुझ से नाराज हो गई? यदि नहीं तो वह यहां क्यों नहीं दिख रही? मुझे कुछ हो और प्रिया पास न हो ऐसा कभी हो सकता है?

तभी रूम की घड़ी ने सुबह के 6 बजाए. बेटा झटके से उठा और मेरी तरफ बढ़ा. मुझे आंखें खोले देख खुशी से चिल्ला पड़ा, ‘‘ओह मां, आप जाग गईं. पता है तुम्हारी बेटी ने तो मेरा 4 दिन से जीना मुश्किल कर दिया था. कल रात जब मैं ने बोला कि अब मां ठीक हैं सुबह तक ठीक हो जाएंगी तब पापा को घर ले जाने के बहाने उसे घर भेज पाया हूं. दोनों बोल गए थे चाहे कितनी रात को तुम्हें होश आए उन्हें जरूर बुला लूं,’’ फिर दरवाजे की तरफ देख कर बोला, ‘‘लो, आप के देवदास और आप की चमची दोनों हाजिर हैं. बिना बुलाए सुबह 6 बजे आ धमके.’’

मैं ने भी दरवाजे की तरफ देखा. प्रियांशु और प्रिया भागे चले आ रहे थे. दोनों आ कर बैड की एक तरफ खड़े हो गए. प्रिया तो मेरे गले लग कर रोने ही लगी, ‘‘क्या मां, आप ने तो डरा ही दिया. मेरी शादी का इतना दुख है, तो मैं नहीं करती शादी.’’

मेरा बेटा फौरन बोला, ‘‘अरे, जाओ, मम्मी तो खुशी बरदाश्त नहीं कर पाईं… और अटैक तो मुझे आना था खुशी का कि अब कम से कम घर पर मेरा राज होगा.’’

प्रिया ने तुरंत उस का कान पकड़ा, ‘‘बड़ा आया… विदेश से क्या पढ़ कर आया है. 4 दिन लगा दिए मम्मी को ठीक करने में… पहले डाक्टरी तो ठीक से कर, फिर घर पर राज करना.’’

दोनों की नोकझोंक सुन कर मैं निहाल हुई जा रही थी. प्रिया पहले की तरह ही थी. लगता है वह नहीं आया होगा. मैं ने चैन की सांस ली.

1 सप्ताह बाद मैं अपने घर की राह पर थी. कार में प्रियांशु और शरद आगे बैठे थे. प्रिया मुझे संभाले पीछे थी. अचानक प्रिया ने कहा, ‘‘मुझे पता है आप को किस बात का सदमा लगा. वह आदमी आया था जिस के कारण आप हौस्पिटल पहुंची.’’

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मैं ने चौंक कर उसे देखा. तभी प्रियांशु ने बात संभाली और बोला, ‘‘हां पारुल वह आया था. मुझे तो समझ ही नहीं आया कि क्या करूं पर अच्छा हुआ तुम ने शरद को सब बता दिया था. उस ने ही प्रिया को तुम्हारे कमरे में ले जा कर कोर्ट के सारे कागज दिखाए और फिर बाकी कहानी मैं ने प्रिया को बताई. इन दोनों ने उस का वह हाल किया कि मजा आ गया. मेरी बहन और पापा के मन को भी शांति मिल गई होगी.’’

सारी बात जानने को उत्सुक हो गई तब इन लोगों ने बताया कि प्रिया ने उसे बहुत खरीखोटी सुनाई. उस के बेटे निकम्मे निकले. सारी संपत्ति पहले ही खो चुका था, इसलिए सोचा होगा कि तुम्हें डरा कर कुछ पैसे ऐंठ लेगा, पर तुम तो उस का फोन सुनते ही बेहोश हो गईं. वह जब घर आया तब तुम हौस्पिटल में थीं. उस ने यह नहीं सोचा था कि उस का सामना प्रिया से ही हो जाएगा. वह अपनी बेटी के आधार पर भरणपोषण का दावा करने की सोच रहा था पर प्रिया ने सारे कागज उस के सामने लहरा दिए और धमकी भी दे डाली कि यह सोच कर आए थे कि मेरे मम्मीपापा से पैसे वसूल करोगे? तुम हो कौन? मेरी मां से तो तुम्हारा कोई संबंध ही नहीं, यह तो तुम कई बरस पहले कोर्ट में बता चुके हो. मैं तुम्हारी बेटी नहीं. फिर कैसे मुझ से भरणपोषण मांगने का केस करोगे और केस तो अब मैं करूंगी… मेरे परिवार को तुम ने नुकसान पहुंचाया है. मेरी मां तुम्हारे कारण हौस्पिटल में हैं. अब जाते हो या पुलिस को बुलाऊं?’’ और फिर तुरंत एसपी साहब को फोन भी कर दिया कि एक आदमी धमकी देने आया है. अब वह इस शहर में दिखना नहीं चाहिए. तुरंत पुलिस आ गई और उसे यह कह कर चले जाने को कहा कि दोबारा इस शहर में पैर रखा तो सीधे जेल में दिखोगे.

प्रिया ने मेरे गले लगते हुए कहा, ‘‘आप की बेटी इतनी कमजोर नहीं मां और न हमारा रिश्ता इतना कमजोर है जो किसी के कुछ कहने से खत्म हो जाए, फिर आप क्यों दिल से लगा कर बैठ गईं उस की धमकी को? उस की तो शक्ल देखने लायक थी… अब पता चलेगा बच्चू को. सुना है भूखे मरने की नौबत आ गई है उस की.’’

मैं ने राहत की सांस ले कर प्रिया को गले लगा लिया. घर आ गया था, पर फिर मेरा भावुक मन यह सोच कर परेशान हो गया कि आखिर है तो प्रिया का पिता ही… भूखों मर रहा है यह तो ठीक नहीं…

प्रिया ने जैसे मेरे मन की बात जान ली. बोली, ‘‘आप चिंता न करो मां. मैं ने और शरद ने मेरठ के कलैक्टर से बात कर के उसे वृद्धाश्रम भेजने का प्रबंध कर लिया है. जब तक जीवित है निराश्रित पैंशन भी उसे मिलती रहेगी. वह भूखा नहीं मरेगा.’’

मैं ने जब नजर भर कर उसे देखा तो मेरे गले लग कर बोली, ‘‘मुझे धरती पर लाने का एहसान तो किया था उस ने वरना इतनी प्यारी मां कैसे मिलतीं, इसलिए वह कर्ज चुका दिया. अब और इस से ज्यादा की आशा मत रखना कि मैं कभी उस से मिलने जाऊंगी या और कुछ करूंगी.’’

मैं ने हंस कर अपनी बेटी को गले लगा लिया. हमारा रिश्ता कागज से बना था पर खून के रिश्ते से ज्यादा गहरा और प्यारा था. मैं ने अपनी प्यारी बिटिया को गले लगाए घर में प्रवेश किया.

#coronavirus: घर पर कपड़े से ऐसे बनाएं मास्क

कोरोना के कारण मास्क की डिमांड काफी बढ़ गई है लेकिन मार्केट में मेडिकल स्टोर्स पर या तो स्टौक नहीं है और अगर है भी तो इसकी प्राइस काफी ज्यादा है. दोस्तों, अगर आप चाहें तो घर पर ही बड़ी आसानी से मास्क बना सकते हैं. यह मास्क काफी लोगों को संक्रमण से बचा सकता है. इसलिए इस वीडियो में हम आपको कुछ ऐसी ट्रिक्स बता रहे हैं जिसे फौलो कर आप घर पर ही कपड़े से एक बढ़िया मास्क बना सकते हैं. इस मास्क की खासिय यह है कि इसे आप जितनी बार चाहें यूज कर सकते हैं और

इसे धो भी सकते हैं. बिना देरी आइये शुरू करते हैं.-

इसके लिए आपके पास चाहिए, साफ कॉटन का कपड़ा, कैंची, स्टेपलर और रबरबैंड

सबसे पहले अपने हाथों को अच्छे से धो लें

इसके बाद घर में रखा कौटन का साफ कपड़ा लें

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कपड़ा किसी भी रंग या साइज का ले सकते हैं

अब कपड़े को इस साइज में काट लें जिससे ये आपके नाक और मुंह को अच्छी तरह से कवर कर सकें

ध्यान रहे अगर कपड़ा ज्यादा मोटा हो तो उसे बीच से काट लें और पतला हो तो उसे बीच से मोड़ लें

अब कैंची से कपड़े को किनारे को सफाई से काट लें

इसके बाद रबर बैंड लें और कपड़े के एक किनारे पर इसे लगाकर स्टेपल कर दें

कपड़े के ठीक दूसरे किनारे पर भी रबर बैंड लगाकर स्टेपल कर दें

अगर आपके पास स्टेपलर नहीं है तो सुई धागे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं

ध्यान रहे रबरबैंड कमजोर नहीं होना चाहिए

लीजिए आपका मास्क बनकर तैयार है

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इस्तेमाल करने से पहले इसे धो लें

साथ ही मास्क का इस्तेमाल करने से पहले अपने हाथों को धो लें, अगर आपने ऐसा नहीं किया तो मास्क पहनने का कोई फायदा नहीं मिलेगा.

याद रखें यह मास्क हेल्थवर्क्स या उनके लिए नहीं है जो कोरोना के मरीजों की देखभाल कर रहे हैं या खुद मरीज हैं.

#lockdown: quarantine में अपनी खूबसूरती का कैसे रखें ध्यान

पूरा देश लगभग 22-23 दिनों से अपने घर पर ही है और इस अनदेखी भयानक वायरस से लड़ने की कोशिश कर रहा है.  ऐसे में कुछ लोग ऑफिस का काम घर से ही कर रहे है. पूरे देश में लॉकडाउन है तो अधिकतर चीज़े बंद है. इस लॉकडाउन के चलते हमारे पास घर पर ही काफी समय है और यही सही वक़्त है की हम जो काम करने से कतराते थे या जो काम हम समय की कमी की वजह से नहीं कर पाते थे करें.

अपने मेकअप ब्लैंडर स्पंज को आप घर पर रहकर ही बड़े आराम से धो सकती है.  जिस स्पंज  को आलास और समय की कमी के कारण महीना-महीना नहीं धोती थी.  सबसे पहले आप एक बड़े बर्तन में हल्का गुनगुना पानी भर लें .फिर उसमें डिश लिक्विड सोप लें. अब आप इसमें अपने सारे ब्लैंडर स्पंज  डाल दें और कम से कम घंटा भर उसे छोड़ दे.  आप देखेंगे की आपको ब्लैंडर स्पंज अच्छे से साफ़ हो चुका होगा और स्पंज पर लगा हुआ मेकअप पानी में घुल जायेगा. गलती से किसी पर थोड़ा सा मेकअप लगा हुआ हो तो आप उसे हाथ से रगड़ कर साफ़ कर लें.  अंत में अब आप एक साफ़ पानी में सभी मेकअप ब्लैंडर स्पंज को एक साफ़ में धो लें ताकि वह और अच्छे से साफ़ हो जाए. सूखने दें  पहले की ही तरह इस्तेमाल करें.

अब  हम अधिकांश सभी काफी दिनों से घर है और वर्क  फ्राम होम कर रहे हैं. डेली रूटीन में बदलाव आया है. देर से सोना और देर से उठना जिसकी वजह से आंखों के नीचे काले घेरे बढ़ते जा रहे हैं.  यदि आप भी जाती हैं इन डार्क सर्कल्स को हटाना तो अपनाएं यह घरेलू टिप्स.

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आपको अपने डार्क सर्किल हटाने के लिए सिर्फ दो चीज़ो की ज़रूरत होगी, विटामिन-ई कैप्सूल और एलोवेरा जेल. एक छोटी सी डिब्बी में आप दो विटामिन-ई कैप्सूल और दो चम्मच एलोवेरा जेल मिलाएं.  अब एक टूथपिक की मदद से आप इन दोनों को अच्छे से मिलाये लगभग 2 से 3 मिनट.  आप देखेंगी कि यह मिलाते- मिलाते सफ़ेद रंग का हो गया होगा. इसका मतलब यह पूरी तरह से इस्तेमाल करने के लिए तैयार है.  अब इस जेल को रोज़ाना  रात को सोने से पहले डार्क सर्कल पर लगा कर मसाज करें फिर फेस वॉश कर लें. जल्दी ही इन डार्क सर्कल से छुटकारा मिलेगा.

मैकेट्रेस बाई पारुल (पारुल बुद्धिराजा अरोड़ा)

क्या हंसने को व्यायाम के रूप में देखना सचमुच विवेकपूर्ण है?

सवाल-

मेरे पति और मैं रोजाना सुबह पास के पार्क में घूमने जाते हैं. वहां हर दिन हमारा कुछ ऐसे लोगों से सामना होता है, जो सामूहिक रूप से कई मिनटों तक खूब जोरजोर से हंसते हैं. मुझे उन का यह बनावटी हंसना कुछ समझ में नहीं आता, पर मेरी एक मित्र का कहना है कि यह हास्य योग है जो स्वास्थ्य के नजरिए से बेहद लाभकारी सिद्ध होता है. क्या यह सोच वैज्ञानिक है? क्या हंसने को व्यायाम के रूप में देखना सचमुच विवेकपूर्ण है?

जवाब-

यह बात बिलकुल सच है कि हंसना स्वास्थ्य के लिए हर लिहाज से बहुत अच्छा है. हास्य योग की सोच सदियों से जीवित है. समाज में इसी सोच के अंतर्गत लाफ्टर थेरैपी की बात कही गई है और आधुनिक वैज्ञानिक शोध से भी हंसने के शरीर और मन पर पड़ने वाले सद्प्र्रभावों की पुष्टि हो गई है.

भौतिक स्तर पर हंसना एक भरपूर व्यायाम है. उस से छाती, पेट और हाथों की पेशियों की कसरत तो होती ही है, दिल, फेफड़ों और रक्तसंचार व्यवस्था का भी खूब अच्छा व्यायाम हो जाता है. दिल और संचरण की गति तेज हो जाती है और सांस नलियों में कहीं बलगम हो तो वह बाहर आ जाता है. यह मन के लिए भी बहुत अच्छा टौनिक है. खुल कर हंस लेने से आदमी जीवन की नीरसता, एकाकीपन, तनाव, अवसाद और थकान से भी छुटकारा पाता है.

इतना ही नहीं शोध चिकित्सकों ने हंसने के उपयोगी गुणों का जैव रासायनिक आधार भी तलाश किया है. पाया गया है कि हंसने से मस्तिष्क में अनेक महत्त्वपूर्ण जैव रसायन उत्पन्न होते हैं. उन में स्ट्रैस में काम आने वाले कुछ प्राकृतिक पीड़ाहारी जैव रसायन प्रमुख हैं.

बात यहीं खत्म नहीं हो जाती. हंसने के बहुपयोगी गुणों को देखते हुए आधुनिक चिकित्सा में हास्य का प्रयोग रोगोपचार औषध के रूप में होने लगा है. बीते कई दशकों से लाफ्टर थेरैपी अमेरिका में कई अस्पतालों में उपचार का अंग बनी हुई है.

स्वस्थ बने रहने के लिए आप और आप के पति भी लाफ्टर थेरैपी क्लब के सदस्य बनें और खूब हंसें. इस से सस्ती, अच्छी चिकित्सा भला और क्या हो सकती है.

  -डा. यतीश अग्रवाल 

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#coronavirus: किलर वायरस पर भिड़ते सुपरपावर्स

आलोचनाओं के मद्देनजर, विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अदनोम घेबरियिसस ने कहा है कि कृपया कोरोना वायरस को राजनीति से अलग रखें. यदि हम इससे जीतना चाहते हैं तो हमें उंगलियों को इंगित करने में समय बरबाद नहीं करना चाहिए. वहीं, संयुक्त राष्ट्र संघ यानी यूएनओ के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने सदस्य देशों से डब्लूएचओ को समर्थन देते रहने का आग्रह किया है. संयुक्त राष्ट्र ने जानलेवा वायरस के फैलाव के बारे में ग़लत सूचना देने व प्रकाशित करने पर सचेत करने के साथसाथ दुनिया के सभी देशों से अपील की है कि वे एकता और एकजुटता के साथ इसका मुक़ाबला करें.

दरअसल, वायरस से उभरी कोविड-19 की महामारी में संदिग्ध भूमिका को लेकर चीन पूरी दुनिया में घिरने लगा है. दुनिया के तमाम देश वायरस के पीछे चीन की साज़िश महसूस कर रहे हैं जिसे वे तरहतरह से बयान भी कर रहे हैं. कुछ देश तो डब्लूएचओ पर भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि नोवल कोरोना वायरस के लिए चीन जिम्मेदार निकला तो उसे गंभीर सजा भुगतनी होगी. वहीं, आस्ट्रेलिया ने भी चीन पर पारदर्शिता न बरतने का इल्ज़ाम लगाते वायरस के क्रिएशन की अंतरराष्ट्रीय जांच किए जाने की मांग की है. आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मैरिस पाइन ने कहा है कि कोरोना के संदर्भ में उनकी चिंता स्वाभाविक है. आस्ट्रेलिया इस वैश्विक महामारी को लेकर जांच चाहता है, जिसमें वुहान में कोरोना संक्रमण का पहला मामला आने के बाद चीन के ऐक्शन की भी जांच की जाए.

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ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमनिक रौब ने कड़े शब्दों में कहा कि चीन को बताना होगा कि कोरोना महामारी कैसे फैली और उसे रोकने के लिए क्या कोशिशें की गईं.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने वायरस के चलते चीन में होने वाले संक्रमण और मौतों के लिए चीन द्वारा बताई गई संख्या पर संदेह जताया है.

उधर, जरमनी ने वायरस से हुआ अपना नुकसान तो बाकायदा गिनाया ही, साथ ही, चीन को इसका बिल भी भेज दिया है. जरमनी ने चीन को 149 बिलियन यूरो का बिल भेजा है ताकि कोरोना से हुए उसके नुकसान की भरपाई हो सके.

इसी बीच, आस्ट्रेलिया और जरमनी ने अपने देशों में चीनी कंपनियों के नए निवेश पर रोक लगा दी है, ताकि वे उनके देशों की कमजोर कंपनियों को टेकओवर न कर सकें. वहीं, चीन को अपना कड़ा प्रतियोगी मानने वाले भारत ने चीन से आने वाले विदेशी प्रत्यक्ष निवेश यानी एफडीआई की जांच के लिए कड़े कदम उठा लिए हैं.

इस सबके बीच, चीन के हुबेई प्रांत के शहर वुहान में स्थित इंस्टिट्यूट औफ वायरोलौजी की लैबोरेट्री के डायरेक्टर युवान ज़ीमिंग, जो वायरोलौजिस्ट हैं, ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि यह असंभव है कि कोरोना वायरस हमारी प्रयोगशाला से बाहर आया हो.

चीनी वायरोलौजिस्ट ज़ीमिंग ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने में वुहान प्रयोगशाला की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी तरह मालूम है कि इस प्रयोगशाला में क्या रिसर्च हो रही है और वहां सैंपल और वायरसों को किस तरह संभाला जाता है.

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बहरहाल, सब देशों के कथनों में उनके अपने कारण छिपे हैं. वास्तविकता पर संदेह है. वे चीन को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं तो चीन उनके बयानों को झूठ करार दे रहा है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि चीन की अपेक्षा दूसरे ताकतवर देश कोरोना से लड़ने में पीछे रह गए हैं.

ऐसी हालत में कुछ विश्लेषकों का कहना है कि महामारी से निपटने में अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की नाकामी चीन को अगुआई करने का मौका देगी जबकि कुछ का कहना है कि कोरोना संकट की वजह से चीन के प्रति दुनिया में अविश्वास पैदा होगा और तमाम देशों के साथ उसके रिश्ते कमजोर हो जाएंगे.

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