#coronavirus: Lock Down शुरू होते ही जियो, BSNL और वोडाफोन-आइडिया लाए  Work From Home डेटा प्लान

कोरोना वायरस का कहर दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है. हर कोई कोरोना से बचने के लिए घर से काम कर रहा है. वहीं वर्क फ्रौम होम के जरिए लोग अपने घर के अंदर वक्त बिता रहे हैं, लेकिन जनता की घर पर रहकर पहली जरूरत इंटरनेट की है. इसी बीच इंटरनेट कनेक्टिविटी को बनाए रखने के लिए कई सिम कंपनियों ने नए-नए औफर निकाल दिए हैं. जो जनता के लिए एक गिफ्ट है.  रिलायंस जियो, वोडाफोन-आइडिया और बीएसएनएल जैसी कंपनियो ने रोजाना कम से कम 2 जीबी डेटा औफर वाले प्लान्स वर्क फ्रौम होम में लोगों की मदद करने के लिए जारी किए हैं. आइए आपको बताते हैं क्या हैं सिम कंपनियों के नए प्लान औफर्स….

1. रिलायंस जियो ने जारी किए इंटरनेट प्लान

कीमत         कॉलिंग             डेटा                                     वैलिडिटी

251 रुपये     N/A           2 जीबी प्रतिदिन                            51 दिन

249 रुपये अनलिमिटेड जियो से जियो (1000 FUP मिनट)     2 जीबी प्रतिदिन      28 दिन

359 रुपये अनलिमिटेड जियो से जियो (1000 FUP मिनट)     3 जीबी प्रतिदिन      28 दिन

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2. रिलायंस जियो के डबल डेटा वाउचर्स

कीमत         कॉलिंग                           डेटा

21 रुपये       200 ऑफ नेट मिनट्स      2 जीबी

11 रुपये       75 ऑफ नेट मिनट्स        400 एमबी

51 रुपये       500 ऑफ नेट मिनट्स      6 जीबी

101 रुपये     1000 ऑफ नेट मिनट्स    12 जीबी

3. वोडाफोन और आइडिया प्लान्स के बारे में

कीमत         कॉलिंग                       डेटा                      वैलिडिटी

249 रुपये    अनलिमिटेड          3  (1.5+1.5) जीबी प्रतिदिन     28 दिन

399 रुपये    अनलिमिटेड          3  (1.5+1.5) जीबी प्रतिदिन     56 दिन

599 रुपये    अनलिमिटेड          3  (1.5+1.5) जीबी प्रतिदिन     84 दिन

4. वोडाफोन-आइडिया डेटा वाउचर्स

कीमत         कॉलिंग            डेटा                 वैलिडिटी

16 रुपये      N/A     1 जीबी प्रतिदिन         1 दिन

48 रुपये      N/A    3 जीबी प्रतिदिन         28 दिन

599 रुपये    N/A    6 जीबी प्रतिदिन         28 दिन

5. बीएसएनएल प्लान्स के बारे में

कीमत            कॉलिंग                     डेटा                   वैलिडिटी

365 रुपये    अनलिमिटेड           2 जीबी प्रतिदिन         60 दिन

485 रुपये      N/A                    3 जीबी प्रतिदिन        134 दिन

997 रुपये    अनलिमिटेड        6 जीबी प्रतिदिन        180 दिन

1098 रुपये  अनलिमिटेड         अनलिमिटेड          84 दिन

6. बीएसएनएल डेटा वाउचर्स

कीमत         कॉलिंग        डेटा       वैलिडिटी

56 रुपये      N/A    1.5जीबी प्रतिदिन          14 दिन

198 रुपये    N/A     2 जीबी प्रतिदिन        54 दिन

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जल्द होगी नायरा-कार्तिक की बेटी की धमाकेदार एंट्री, दादी के जन्मदिन पर होगा खुलासा

देश में जहां लोग कोरोनावायरस से परेशान हैं तो वहीं घर से काम करना उनके लिए मुसीबत बन रहा है, लेकिन ये रिश्ता क्या कहलाता है (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) फैंस के लिए यह खुशी का मौका है. दरअसल हाल ही में खबर थी कि जल्द ही नायरा (Shivangi Joshi)-कार्तिक (Mohsin Khan)  की बेटी की शो में एंट्री होगी. इसी बीच नई खबर से फैंस खुश होने वाले हैं. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

बेटी को ढूंढने के लिए हर कोशिश कर रहा है कार्तिक

कार्तिक (Mohsin Khan) को जब से पता चला है कि उसकी बेटी कायरा जिंदा है, तबसे वह अपनी बेटी को ढूढ़ने के लिए हर कोशिश कर रहा है, जिसके चलते कार्तिक ने एक डिटेक्टिव को हायर भी कर लिया है और समय-समय पर उससे बेटी से जुड़ी जानकारियां लेता रहता है.

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दादी का बर्थडे सेलिब्रेट करेंगे नायरा-कार्तिक

 

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कार्तिक, अपनी बेटी कायरा से जुड़ी बातें नायरा (Shivangi Joshi) से छिपा रहा  ताकि वह और परेशान ना हो. इसी बीच खबरों की माने तो जल्द ही गोयनका हाउस में खुशी का माहौल भी देखने को मिलने वाला है.  नायरा और कार्तिक पूरे परिवार के साथ मिलकर दादी के जन्मदिन को धूमधाम से सेलीब्रेट करने वाले है.

कायरा से जुड़ा मिलेगा सुराग

खबरों की मानें तो दादी के जन्मदिन के सेलिब्रेशन के दिन कार्तिक को कायरा से जुड़ा बड़ा सुराग पता चलेगा. डिटेक्टिव दादी के जन्मदिन पर कार्तिक को फोन करेगा और उससे कहेगा कि उसे कायरा से जुड़ी कई बातें पता चली है.

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वंश को पता चलेगा सच


रमा की एंट्री के चलते नायरा वंश को लेकर काफी परेशान है. दरअसल रमा वंश वापस लेने के लिए ही गोयनका हाउस (Goenka House) आई है और ऐसे में नायरा इस कोशिश में जुटी हुई है कि वंश गोयनका हाउस से कहीं भी ना जाए, लेकिन इसी बीच कहा जा रहा है कि जल्द ही वंश को समर्थ के अपने पिता ना होने की सच्चाई पता चल जाएगी.

#coronavirus: अक्षय कुमार से लेकर जाह्नवी कपूर तक कुछ ऐसे समय बिता रहे हैं ये फिल्मी सितारे

देश में कोरोना रोज बढ़ते कदम से किसी को घबराने की जरुरत नहीं है, बहुत हद तक इसका इलाज भी संभव हो रहा है. इसके अलावा साफ़ सफाई, अच्छी तरह संतुलित आहार लेना, अपनी नींद पूरी करना और समूह में इकट्ठा होने से बचना आदि का नियमित पालन करना आज जरुरी हो चका है. डॉक्टर्स का कहना है कि ये भी आम फ्लू की तरह ही है, जिसे सावधानी और जागरूकता से निपटा जा सकता है और ये हर नागरिक कर सकता है. इस संक्रमण के फैलने से अपने आपको रोकना कठिन नहीं. इस दिशा में मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री ने बहुत ही कारगर कदम उठाया है, क्योंकि किसी फिल्म की शूटिंग में कमसे कम 100 से 200 लोगों की यूनिट होती है, ऐसे में इसे स्थगित रखना जरुरी था. फिल्मों की शूटिंग पर इस माह के अंत तक रोक लगा दी गयी है. ऐसे में सभी कलाकार घर पर बैठकर अपने परिवार के साथ समय बिताना, पेंडिंग वर्क करना, हॉबी और वर्कआउट पर ध्यान दे रहे है और आवश्यक सेवा देने वाले व्यक्ति के काम को सराह रहे है, आइये क्या कहते है बॉलीवुड के ये सितारें,

वरुण धवन

मैं सभी यूथ से कहना चाहता हूं कि इस समय वे अपने माता-पिता और घर के बुजुर्गों पर ध्यान दे और उन्हें संक्रमित होने से बचाए, इसके लिए वे घर पर रहकर कुछ काम करें, बाहर जाकर भीड़ इकट्ठा न करें.  इस बीमारी को कम करने के लिए जो लोग दिन रात मेहनत कर रहे है, वे सभी धन्यवाद के पात्र है.

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विकी कौशल

मैं उन सभी रियल हीरो को सलाम करता हूं जो इस लॉक डाउन होने की हालात में भी काम कर रहे है. डॉक्टर्स, नर्सेज, वालंटियर्स, पुलिस और सरकार सब इसमें लगे है. मैं उन्हें और उनके परिवार के सब लोग सही रहे, इसकी कामना करता हूं. इतना ही नहीं मैं इन दिनों अपना समय परिवार के साथ बिता रहा हूं और खुश हूं.

अक्षय कुमार

मुझे घर पर रहना अच्छा लग रहा है और इस दौरान मैं अपने मिस किये काम कर रहा हूं, पर मुझे उनकी भी चिंता है, जो इस बीमारी को रोकने और हमें सुरक्षित रखने के लिए निरंतर काम कर रहे है. ऐसे सभी लोग जो जरुरी सामान हम तक पहुंचा रहे है. उनके लिए आभार व्यक्त करता हूं.

जान्हवी कपूर

 

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Self isolation productivity ??? #ilovepineapple #stayhomestaysafe #fightcorona

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मुझे सेट पर जाकर काम करना हमेशा से पसंद है, लेकिन शूटिंग बंद होने के बाद मैं भी घर पर रहकर अपना काम कर रही हूं. इस बीमारी से घबराएं नहीं, बल्कि बताएंगे नियमों का पालन करें, जरुरत न हो बाहर न निकले और घर पर बैठकर काम करें, मैं उन सभी लोगों को बधाई देना चाहती हूं जो इस काम को दिन रात कर रहे है.

फातिमा सना शेख

मैं पर्सनल लेवल पर भी एहियात बरत रही हूं. घर पर ही रह रही हूं. सोशल दूरी बहुत जरूरी है. हमारे देश की आबादी बहुत है. अगर यह वायरस यहां फैला तो बहुत जल्दी फैलेगा. लिहाजा इस समय जो हमारी सरकार कह रही है, उसे फोलो करना चाहिए. हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि हमारी तरफ से कुछ भी न फैले, हालांकि शूटिंग बंद है, इसलिए इन दिनों खाली समय में ‘सेवेरेंस’ एक साइंस फिक्शन नॉवेल पढ़ रही हूं. इसकी कहानी भी इन्हीं चीजों पर आधारित है, जिसमें एक वायरस आया, दुनिया खत्म हो गई है और पांच लोग बचे हुए हैं, लिंग मा इसकी लेखिका है. वे चीनी अमरीकी मूल की है. यह नावेल पिछले साल रिलीज हुई थी, लेकिन मैं अब पढ़ रही हूं. मेरा मानना है कि ऐसे समय में इंडस्ट्री के बाहर जो भी डेली वेजेज पर काम कर रहे है, उन तक कुछ मदद पहुंचनी चाहिए.

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सान्या मल्होत्रा

पिछले आठ महीनों से मैं लगातार काम कर रही थी, अब भले रोजन सही, पर लीव तो मिली है. जो भी काम पिछले आठ महीनों में नहीं कर पा रही थी, वो सब अब हो रहे हैं, मैं किताबें पढ़ रही हूं और फिल्में देख रही हूं, कई सारे विज्ञापनों की कमिटमेट्स थी, वह भी पुश हो गई हैं, इसलिए मैं दूसरे कामों को पूरा कर रही हूं. फिल्ममेकिंग का एक ऑनलाइन कोर्स भी शुरू कर दिया है. उसमें कैमरा के बारे में भी जानने का मौका मिल रहा है. शूटिंग बंदी का नोटिस आने तक मेरी फिल्मों की शूटिंग पूरी हो चुकी थी. पहले दिन से तो न्यूज ही देख रही थी और लगातार चेक करती रही कि क्या- क्या सावधानियां बरतनी चाहिए. उम्मीद है ये हालात जल्दी ठीक हो जाएंगे. आईसोलेशन से निकलने का मौका मिले. दो तीन दिन तो काफी तनाव में रही, क्योंकि ऐसी सिचुएशन में नेगेटिव न्यूज ही ज्यादा फैलते हैं. गुड न्यूज पर नजर नहीं पड़ती.  प्रोड्यूसर्स गिल्ड और बाकी संगठन से जो लोग सिने वर्कर्स की मदद करने के लिए सामने आए है, वह बड़ा अच्छा जेस्चर है.

कुनाल खेमू

इंडस्ट्री में अभिनय और जिम बंद होने की वजह से हम सब अभी घर में रह रहे है, तो मेरे लिए ये एक अच्छा अवसर है और फिटनेस को घर पर बनाये रखने के लिए मैं फ्री वेट ट्रेनिंग, जिसमें स्ट्रेचेस, सूर्य नमस्कार, फ्री स्क्वाट्स, कुछ फ्लोर वर्क व्यायाम आदिकर रहा हूं. इसके अलावा अपनी बेटी इनाया के साथ समय बिताना और जिन फिल्मों मैंने देखा नहीं है उसे देखने की कोशिश कर रहा हूं.

इंडियन लुक में नजर आईं न्यासा देवगन, आप भी कर सकती हैं ट्राय

बौलीवुड स्टार अजय देवगन जल्द ही फिल्म सूर्यवंशी (Sooryavanshi) में कौमियो करते हुए नजर आने वाले हैं, जिसके कारण वह सुर्खियों में हैं. अजय देवगन (Ajay Devgan) फैमिली मैन हैं. वह अक्सर फैमिली के साथ नजर आते हैं. वहीं बेटी न्यासा देवगन (Nysa Devgan) भी अक्सर अपने पापा के साथ वक्त बिताती हुई नजर आती हैं. लेकिन खास बात ये हैं कि पिता के साथ हो या अकेले न्यासा की फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल होती हैं. हाल ही में न्यासा देवगन (Nysa Devgan) की इंडियन लुक में फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसमें वह बेहद खूबसूरत लग रही हैं. अगर आप भी वेडिंग सीजन या फैमिली पार्टी के लिए सिंपल और खूबसूरत इंडियन लुक तलाश रही हैं तो न्यासा देवगन के ये लुक जरूर ट्राय करें.

लहंगे में दिखा अलग लुक

न्यासा देवगन (Nysa Devgan) इस बार इंडियन लुक में नजर आईं, लाइट ग्रीन कलर के लहंगे में न्यासा बेहद खूबसूरत लग रहीं हैं, जिसके साथ हैवी इयरिंग्स उनके लुक पर चार चांद लगा रहे हैं. वहीं इन फोटोज में न्यासा का शरमाना फैंस को काफी पसंद आ रहा है.

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2. न्यासा का रफ्फल लुक करें ट्राय

 

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I was patiently waiting for these and guess what? It was worth the wait cah look at her?❤️ • #nysadevgan

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अगर आप वेडिंग सीजन में कुछ ट्रैंडी और नया ट्राय करना चाहती हैं तो रफ्फल लुक आपके लिए परफेक्ट औप्शन है. रफ्फल पैटर्न वाला लहंगा आपको नया लुक देगा साथ ही आपकी खूबसूरती को और बढ़ाने में मदद करेगा.

3. परफेक्ट औप्शन है वाइट कलर

 

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So I posted. Yay! • #nysadevgan #kajol

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 अगर आप सोच रही हैं कि वाइट कलर वेडिंग सीजन में अच्छा नहीं लगेगा तो आपकी सोच गलत है. वेडिंग सीजन में आप न्यासा देवगन की मिरर वर्क के कौम्बिनेशन वाली ड्रेस ट्राय कर सकती हैं. ये आपके लुक के लिए परफेक्ट औप्शन है.

4. पिंक कलर है परफेक्ट

 

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The amount of digging I had to do just to find this ?? it was all worth it ? • #nysadevgan #kajol #ajaydevgan

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ज्यादातर लड़कियों का फेवरेट कलर पिंक होता है, लेकिन पिंक के औप्शन बहुत कम होते हैं. अगर आप वेडिंग या पार्टी के लिए पिंक कौम्बिनेशन वाला लहंगा ढूंढ रही हैं तो न्यासा देवगन का ये पिंक और गोल्डन कौम्बिनेशन वाला लहंगा परफेक्ट औप्शन है.

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5. हल्दी फंक्शन के लिए परफेक्ट है ये लहंगा

 

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Yellow ? @kajol @nysadevgan #nysadevgan #kajol #ajaydevgan #yellow

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आजकल बनारसी पैटर्न वाले लहंगे मार्केट में काफी पौपुलर है. अगर आप किसी शादी की रस्मों में बनारसी ड्रेस ट्राय करना चाहती हैं तो न्यासा देवगन का ये लहंगा आपके लिए परफेक्ट औप्शन है.

शह और मात: भाग-3

उस की इच्छाओं की पूर्ति करतेकरते भी उस से गालियां सुनती है, मार खाती है. पल्लवी उन मूर्खों में से थी जिस ने खुद अपना पैर कुल्हाड़ी पर दे मारा था. अपनी गलतियों के कारण वह संजीव की बिछाई शतरंज की बिसात पर सिर्फ एक मुहरा बन कर रह गई थी. पल्लवी ने आंसू पोंछे और मन मार कर संजीव को खाना परोसने चली गई.

इस के बाद कुछ दिनों तक तो संजीव शांत रहा, लेकिन वह ₹10 हजार रुपयों पर आखिर कितने दिन ऐश करता? उस ने पल्लवी को शरद से ₹1 लाख निकलवाने के लिए कहा और इस के लिए योजना भी समझा दी.

पल्लवी ने संजीव के कहे अनुसार अभिनय करना शुरू कर दिया. एक दोपहर शरद के साथ खाना खाते समय उस ने अपनी छोटी बहन से फोन पर बात करने का नाटक किया और रोने लगी. पल्लवी को इस तरह रोता देख कर शरद परेशान हो गया.

“पल्लवी तुम इस तरह क्यों रो रही हो? घर पर सब ठीक है न?” शरद ने पूछा.

“शरद मेरी मां की तबीयत बहुत खराब है. मुझे उन के औपरेशन के लिए ₹1 लाख का इंतजाम करना होगा और वह भी 2 दिनों के अंदर. मैं इतनी जल्दी इतनी बड़ी रकम कहां से लाऊंगी?” पल्लवी ने परेशान होने का नाटक किया.

“तुम फिक्र मत करो पल्लवी. कोई न कोई इंतजाम हो जाएगा,” शरद ने उसे हौसला बंधाते हुए कहा.

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“कैसे फिक्र न करूं शरद. मेरा बैंक अकाउंट संजीव खाली कर चुका है. जो थोड़ेबहुत गहने थे वे मैंने कर्ज उतारने के लिए बेच दिए थे. अभी कुछ दिन पहले मेरे पास घर का किराया देने के लिए एक फूटी कौड़ी तक नहीं थी. उस वक्त तुम ने मेरी मदद की थी. अब मैं किस के आगे हाथ फैलाऊं?” पल्लवी अपने चेहरे को हथेलियों के पीछे छिपा कर रो पड़ी.

शरद अपनी कुरसी खींच कर पल्लवी के पास ले आया और उस के कंधे पर हाथ रख कर कहा,“पल्लवी ‌सब ठीक हो जाएगा, पहले तुम रोना बंद करो प्लीज.”

शरद को पिघलता देख कर पल्लवी ने उस की बांह को कस कर पकड़ लिया और अपना सिर उस के कंधे पर टिका दिया और रोते हुए कहा, “अगर मां को कुछ हो गया तो मैं खुद को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी. मैं क्या करूं मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है. मैं बहुत अकेली हो गई हूं शरद.”

“तुम अकेली नहीं हो पल्लवी. मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं,” शरद ने पल्लवी के हाथ पर अपना हाथ रखा. वह उस के चेहरे पर उभरती कुटिल मुसकान से बेखबर था.

अगले दिन औफिस पहुंचने से पहले ही पल्लवी को मालूम था कि शरद ने रुपयों का इंतजाम कर लिया होगा. आखिर उस ने अभिनय भी तो कमाल का किया था.

पल्लवी का अंदाजा बिलकुल सही निकला. शरद ने लंच ब्रैक के समय उस के हाथ में ₹1 लाख थमा दिए.

“थैंक यू सो मच शरद. मैं तुम्हारा यह एहसान कभी नहीं भूलूंगी. मैं जल्द से जल्द तुम्हारे सारे रुपए लौटा दूंगी,” पल्लवी ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा.

“कैसी बातें करती हो पल्लवी, क्या मेरा सब कुछ तुम्हारा नहीं है? अब बातें करने में समय बरबाद मत करो. जाओ और अपनी बहन को यह रुपए दे दो,” शरद ने मुसकरा कर उस का माथा चूम लिया.

पल्लवी ने एक बार फिर से शरद को धन्यवाद कहा और रुपए ले कर अपने घर आ गई. ₹1 लाख देख कर संजीव खुशी से उछल पड़ा और एक पल गंवाए बिना पल्लवी के हाथ से नोट झपट लिए, “अरे वाह पल्लवी, आज तो तुम ने कमाल ही कर दिया. अच्छा यह बताओ शरद को तुम पर शक तो नहीं हुआ?”

“नहीं…”

“वैरी गुड… अब अगली बार ₹2 लाख से कम मत मांगना,” संजीव ने हिदायत दी.

“लेकिन संजीव, इस तरह बारबार बहाने कर के ज्यादा रुपए मांगूगी तो शरद को मुझ पर शक हो जाएगा,” पल्लवी ने तर्क दिया.

“पल्लवी, तुम अपने छोटे से दिमाग पर ज्यादा जोर मत डालो. यह शरद तुम पर पूरी तरह से लट्टू हो चुका है. इस का जितना फायदा उठा सकती हो उठा लो. फिर कोई नया बकरा फंसा लेना,” संजीव ने बेशर्मी से हंसते हुए कहा और चलता बना.

संजीव के जाने के बाद पल्लवी का हाथ अनायास ही अपने माथे पर चला गया. जब शरद ने उस के माथे को चूमा था तो उसे अजीब सी सुखद अनुभूति हुई थी. शरद ने उसे भीतर तक छू लिया था. आज से पहले उस ने न जाने कितने लोगों के साथ प्यार का नाटक किया था मगर उसे ऐसा तो कभी महसूस नहीं हुआ. सिर्फ यही नहीं, शरद के रुपए संजीव को देते समय उसे ग्लानि हो रही थी. वह संजीव के पूछने पर इनकार कर देती थी लेकिन सच तो यह था कि उसे शरद का साथ अच्छा लगने लगा था.

पल्लवी को आभास हुआ कि उस का मन भटक रहा है. वह शादीशुदा होते हुए भी पता नहीं क्याक्या सोचने लगी थी. उसने मन ही मन खुद को फटकारा और अपना ध्यान बंटाने के लिए घर के काम में व्यस्त हो गई.

₹1 लाख रुपए मिलने के बाद भी संजीव का पेट नहीं भरा. उस;ने जल्द ही सारे रुपए उड़ा दिए और पल्लवी को शरद से दोबारा रुपए मांगने के लिए मजबूर करने लगा. इस बार उस:के लालच के साथ रुपयों की मांग भी बड़ी थी. पल्लवी के इनकार करने पर वह उसे प्रताड़ित करने लगा.

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इधर औफिस में पल्लवी और शरद के बीच नजदीकियां बढ़ती जा रहीं थीं. संजीव का बुरा बरताव आग में घी का काम कर रहा था. संजीव के दिए जख्मों को शरद के प्रेम का मरहम भरने लगा था. पल्लवी के प्रति शरद की परवाह उसे शरद की तरफ खींचती चली जा रही थी. जब पल्लवी शरद के करीब होती तो खुद को बेहद सुरक्षित महसूस करती थी. उसे लगता था कि शरद की बांहों में ही उस का घर है. पल्लवी के लिए प्यार का नाटक धीरेधीरे सच होता चला गया. उस ने बहुत कोशिश की मगर वह खुद को शरद से प्यार करने से नहीं रोक पाई. पल्लवी ने निश्चय कर लिया था कि अब चाहे जो हो जाए, वह शरद से कभी रुपयों की मांग नहीं करेगी.

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#coronavirus: घर पर रहकर करें नियमित व्यायाम

कोरोना के दिनों दिनों बढ़ते केसेज और इसे पेंडेमिक रोग के तौर पर घोषित किये जाने से पूरे विश्व में इंडस्ट्री, वर्क प्लेस, जिम, स्कूल कॉलेज, फिटनेस के सभी सेंटर्स आदि सब इस महीने के अंत तक बंद है,ऐसे में यूथ और फिटनेस फ्रीक सभी को सबसे अधिक समस्या आ रही है. वे घर में कैद होकर अपने आप को रेस्टलेस फील कररहे है. ये सही है कि सरकार इसे कम्युनिटी में फैलने नहीं देना चाहती, इसलिए हर संभव प्रयास की जा रही है,ताकि अधिक से अधिक लोग घर में रहकर इस रोग को फैलने से रोके . इस बारें में फिटरनिटी कीसीनियर वाईस प्रेसिडेंटधारा तन्ना कहती है कि जिममेम्बेर्स और अपने कर्मचारियों की फिटनेस को लेकर मैं बहुत जागरूक है, इसलिए कुछ जिम ओपरेटर्स, इन्टरनेट के ज़रिये अपने ट्रेनर को शिक्षित कर रहे है और ये ट्रेनर ऑनलाइन के ज़रिये सबकी फिटनेस को बनाये रखने में समर्थ हो रहे है. उनके  कुछ  सुझाव निम्न है,

 1. सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए और जब तक सबकुछ नार्मल नहीं हो जाता तब तक हेल्थ और फिटनेस सेंटर्स ने वीडियो कॉल और वर्चुअल वर्कआउट के द्वारा उन्हें फिट रखने की कोशिश कर रहे है, इतना ही नहीं इनमें ऑनलाइन फ्री वर्कआउट सुझाव, स्काइप के द्वारा वन एन वन पर्सनल ट्रेनिंग और फ्री फिटनेस एप भी शामिल है.

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2. मेम्बरशिपएकाउंट को अभी फ्रीज कर दिया गया है ताकि सोशल डिस्टेंस बनी रहे और उन्हें कुछ पैसे देने की भी अब जरुरत नहीं, जब सब नार्मल हो जायेगा, वे जिम में आ सकते है, तब उनके दिए गए पैसे तबसे लागू होंगे,उन्हें घबराने की जरुरत नहीं, वे घर पर रहकर अपनी फिटनेस को बनाये रख सकते है,

3. जब आप आइसोलेशन रूम में है औरअधिक से अधिक समय सोशल मीडिया पर एक्टिव है, ऐसे में फ्री फिटनेस गाइड को फोलो करें, जो हर जिम सेंटर ने निकाले है,इसमें हर वर्कआउट के सही तरीके को पूरी पिक्चर और मूवमेंट के साथ दिखाया गया है,इसकेअलावा कुछ जिम ट्रेनर ने बहुत ही कम दाम मेंऑनलाइन प्रोग्राम और फिटनेस के तरीके कोभी शामिल किये है.

4. कुछ वर्कआउट जिन्हें कर आप फिट रह सकते है, मसलनपुश अप और कार्डियो एक्सरसाइज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढेगा और आप फिट रहेंगे,

5. इसके अलावा नियमित प्राणायाम और सूर्यनमस्कार भी फिटनेस के लिए काफी फायदेमंद होता है, नियमित तरल पदार्थ का सेवन अवश्य करें, अच्छी संतुलित भोजन करें और घर पर रहकर अपने शिड्यूल का पालन करें.

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6. ये सही है कि बाहर खुले में जाकर फिटनेस की प्रैक्टिस करना सबसे अधिक अच्छा होता है, लेकिन जब समस्या ऐसी हो और आपको घर पर कैद में रहना है तो घबराएं नहीं,बल्किबताये गए तरीके से अपने आपको फिट और स्वस्थ रखें.

#coronavirus: ब्यूटी एक्सपर्ट की 8 टिप्स से घर पर बैठे करें खुद की पैम्परिंग

इंसान एक सोशल एनिमल है. मेट्रो सिटीज में ही नही बल्कि गाँव और कस्बों में भी सामुदायिक मुलाकाते और मेल जोल सभी की लाइफस्टाइल का अभिन्न हिस्सा है. भारत जैसे देश में तो सामजिक मेल जोल, उत्सव और पार्टीज लोगों के लिए एक वे ऑफ़ लाइफ़ है और इनका अलग ही चार्म है और लोगों में इनके प्रति अलग ही उमंग और उत्साह होता है . लेकिन दुर्भाग्यवश इनपर हाल ही में एक ब्रेक सा लग गया है और रुकावट आ गयी है और इसका कारण भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एक ही है – कोरोना वायरस. इस एक शब्द ने ना केवल पूरी दुनिया को डरा दिया है बल्कि दुनिया को एक दूसरे से काटते हुए सभी को अपने घरों में लॉक डाउन होने पर मजबूर कर दिया है.

अब लॉक डाउन के इन नियमो का पालन करना ना केवल एक मजबूरी ही है बल्कि ज़रूरत भी , खुद के लिए और पूरे समाज के लिए. covid 19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यही समय की मांग और हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम कुछ दिनों तक सामजिक डिस्टेंस मेन्टेन करते हुए फिजिकल कांटेक्ट को अवॉयड करें. सरकार की तरफ से इस ओर जागरूकता भी फैलाई जा रही है साथ ही सभी को सलाह दी जा रही है की ज़रूरत ना हो तो घर पर ही रहते हुए अपने काम करें, ऑफिस के काम घर से ही करें और बाहर जाना कुछ समय टाल दें. लेकिन खुद को आईसोलेट करने के विचार से ही आज लोग तनाव ग्रसित हो रहे है और एंग्जायटी और डिप्रेशन का शिकार हो रहे है, उन्हे यह सोच सबसे ज़्यादा परेशान कर रही है की वो घर पर खुद को आईसोलेट कर के क्या करे. ना तो वो किसी तरह की यात्रा कर सकते हैं और अपनी सेहत और सौंदर्य का ध्यान रखने के लिए जिम, स्पा सैलून भी नहीं जा सकते हैं. यह स्थिति हेल्थ और फिटनेस फ्रीक्स के लिए एक नाइटमेयर की तरह साबित हो रही है लेकिन थोड़ी सी सावधानीपूर्वक बरत कर और स्मार्ट डिसीशन लेते हुए हम पूरी स्थिति को अपने लिए एडवांटेज की स्थिति में बदल सकते हैं और सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.

पर्सोना ब्यूटी सैलून और मेकओवर एकेडमी से ब्यूटी एक्सपर्ट, मल्लिका गंभीर, घर पर ही खुद को पैंपर करने और अपनी स्किन और हेयर केयर और अपनी पर्सनालिटी को निखारने के लिए उपयोगी टिप्स और ट्रिक्स शेयर कर रही हैं जिनकी मदद से ना केवल आपकी हेल्थ बेहतर होगी बल्कि आपकी सुंदरता में भी चार चाँद लगेंगे. और आइसोलेशन का यह समय आपके लिए ब्यूटी एनहांसमेंट का समय बन जाएगा.

1. समय का सदुपयोग इस तरह

आप अपने समय का अच्छा उपयोग कर सकती हैं और अपने और अपने परिवार के परिवर्तन के लिए इस समय का सदुपयोग कर सकती हैं. आप इस बात से भी सहमत होंगे कि अब आपको अपना समय ट्रेवल में नहीं खर्च करना है और आपके पास घर में अपने लिए अधिक समय है. आपको बच्चों या अपने पति के लिए लंचबॉक्स पैक करने की भी कोई जल्दी नहीं है. इस दौरान आप उनके आहार का अच्छा ख्याल रख सकती हैं सुनिश्चित करें कि आप और आपका परिवार खुद को हाइड्रेटेड रखते हुए त्वचा को बाहर और अंदर से मॉइस्चराइज और हाइड्रेटेड रखे और ऐसा करते हुए आप अपनी त्वचा और सिस्टम को डिटॉक्स भी कर सकते हैं.

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2. स्किन और सिस्टम को डिटॉक्स करें

इसके लिए आप एक गिलास के ज़ार में नींबू और पुदीना मिक्स करते हुए डिटॉक्स पानी बनाए आप इस पानी को दिन में पीती रहे और साथ ही इससे दिन में एक दो बार चेहरा भी साफ़ कर सकती हैं.ऑफिस में नियमित अंतराल पर चाय या कॉफी पीने की लगातार आदत को घर पर डंप करने का यह अच्छा मौका है.

3. हेल्दी विकल्प लें

इस दौरान आप कैफीन युक्त बेवरेजेज की जगह हेल्दी विकल्प लें. हम सभी जानते हैं कि हम एक विषाक्त वातावरण में रह रहे हैं, इसलिए उन सौंदर्य उत्पादों के उपयोग से बचने की कोशिश करें जो रसायनों से युक्त हैं और उनकी जगह आप प्राकृतिक और आर्गेनिक सौंदर्य प्रोडक्ट्स को प्राथमिकता दें. अधिकांश नेचुरल सौंदर्य प्रसाधन आपकी किचेन में ही होते है, उदाहरण के लिए आप ताजा एलोवेरा जेल लें उसमें कुछ बूंदें नींबू और गुलाब जल की मिलाएं, इसे कांच की छोटी बोतल में स्टोर करें, इसे फ्रिज में रखें और रोजाना इसका दिन में तीन बार इस्तेमाल करें. यह पावर-पैक हाइड्रेटिंग पैक दो इशूज़ को हैंडल करेगा. यह पैक बनाने में बेहद आसान और उपयोगी है. यह आपकी स्किन MOISTURISE करते हुए आपकी त्वचा को टोनिंग और कसाव भी देगा. यह पैक स्किनक्लीन्ज़र,मॉइस्चराइज़र और टोनर का काम करेगा , यह हैस्ल फ्री है और उपयोग में भी आसान है . यह पैक पारदर्शी है और आप इसे लैपटॉप पर काम करते हुए और या फिर खाना बनाते समय भी लगा सकते हैं.आप घर पर रहते हुए यह सुनिश्चित करें कि आप किसी भी तरह के अनावश्यक और जंक फूड से बचें जिसकी आपके शरीर को बिलकुल भी आवश्यकता नहीं है.

4. फल और हरी सब्जियों का सेवन जितना हो सके करें

इसके स्थान पर आप सलाद, स्मूदी और सूप के रूप में ले सकते हैं और फल और हरी सब्जियों का सेवन जितना हो सके करें. यदि आप फलों का रस पीना पसंद करते हैं, तो उसकी जगह फाइबर युक्त फल खाएं लेकिन सुनिश्चित करें कि आप उन्हें ठीक से धोएं.आप यह भी ध्यान में रखे कि अनार, संतरे, तरबूज और टमाटर जैसे फल इस वक्त मौसमी फल हैं और अत्यधिक एल्कलाइन हैं और हर स्किन टाइप को सूट करता हैं.

5. फलों को खाने के अतिरिक्त अपनी स्किन पर भी करें अप्लाई

आप इन फलों को खाने के अतिरिक्त अपनी स्किन पर भी इनको अप्लाई कर सकते हैं आप जो भी फल खा रहे हैं, उन्हे क्रश करें और इस ज़ार में डाल कर रखे, उन्हें अपने चेहरे पर १० मिनट लगा कर धो दें. . या आप रस को लागू कर सकते हैं, जई / चावल पाउडर / लाल पल्स पाउडर / का मिश्रण कर सकते हैं, एक अच्छा पेस्ट बना सकते हैं और चेहरे पर लागू कर सकते हैं. इस पैक को चेहरे, गर्दन और हाथों पर भी लगाया जा सकता है. स्नान करने से पहले इसका सही उपयोग करें और जब आप स्नान करने जा रहे हों तब इसे धो लें. ध्यान रखे की फल काटने के लिए साफ़ चाक़ू का ही इस्तेमाल करें.

6. आहार में पर्याप्त मात्रा में फाइबर शामिल करें

अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में फाइबर शामिल करें, अनाज में मल्टीग्रेन और बाजरे के आटे का उपयोग करें. भिगोए हुए नट्स, गर्म पानी, जैस्मीन टी , ग्रीन टी और नारियल पानी का सेवन करते रहे जो वेट वॉचर्स के लिए एक अच्छा विकल्प है. लेकिन अगर आपकी कोई मेडिकल स्थिति है, तो आप पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें. ग्रीन टी एक उत्कृष्ट एंटीऑक्सीडेंट है, यह शरीर में आपकी स्किन से वाटर रिटेंशन कम करने के साथ स्किन डेटॉक्स का भी काम करती है.

7. आंखों के लिए ग्रीन टी थेरेपी

यदि आप अंडर-आई बैग की समस्या से जूझ रहे हैं तो आंखों के लिए ग्रीन टी थेरेपी कर सकते हैं. एक बार जब आप अपनी ग्रीन टी बना रहे हों तो एक कटोरी में टी बैग और थोड़ा सा पानी मिला कर फ्रिज में रख दें आउट थोड़े थोड़े अंतराल में आँखों के ऊपर और आई बैग एरिया पर लगाएं. बहुत से लोग मानते हैं कि बाहर ना जाने का भी मतलब है सूरज के संपर्क में नहीं आना, यह धारणा गलत है क्यूंकि आपके घर के अंदर ट्यूब लाइट,टीवी और लैपटॉप से निकलने वाली यूवी रेज़ आपकी स्किन को पिग्मेंटेड करने के साथ स्किन टैनिंग कर सकती है. इसलिए आप अच्छी सनस्क्रीन एसपीएफ़ 30 का इस्तेमाल ज़रूर करें. आप एक अच्छी ब्रांड की सनस्क्रीन लगा सकते हैं या फिर आर्गेनिक सनस्क्रीन भी लगा सकते हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल होती हैं .

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8. फैमिली बॉन्डिंग

हेल्थ फ्रीक्स के लिए योग, डांस और एरोबिक्स एक अच्छा विकल्प है, घर पर बिताने वाला यह टाइम आप घर के बच्चों के साथ या फॅमिली मेंबर्स के साथ जो एक्टिविटी उनको और आपको अच्छी लगती है कर सकते हैं. यह समय आप फैमिली बॉन्डिंग करते हुए खुद को फिट और हेल्दी बनाने में कर सकते हैं. इसके लिए यूट्यूब आपका अच्छा दोस्त साबित हो सकता है, क्यूंकि आप योग, एरोबिक्स या फिर अलग अलग तरह के डांस विडिओ देख कर सीख सकते हैं. YOutube पर, अनुभवी योग चिकित्सकों द्वारा साझा किए गए बहुत उत्कृष्ट योग ट्यूटोरियल हैं. यदि योग और एरोबिक्स करना आपको पसंद नहीं है और नृत्य आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है या फिर एरोबिक्स आपके लिए उत्कृष्ट कार्डियो है और आपको वजन कम करने में शीघ्र परिणाम दे सकता है. तो आप बिना जिम या फिर सैलून और स्पा जाए बिना भी अपनी हेल्थ बरकरार रखते हुए अपना जब तक हम कोरोना को अलविदा नहीं करते, तब तक रोजाना खुद की पम्पेरिंग करते हुए अपने ऑफिस का काम भी करें और अपने घर के कम्फर्ट का आनंद भी लें.

ब्यूटी एक्सपर्ट, मल्लिका गंभीर

#coronavirus: इन 9 टिप्स से घर पर बच्चों को करें Engage

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण पूरे देश  में सभी स्कूल ऑफिस मॉल आदि असमय ही बंद कर दिए गए हैं. जिस कारण आप और  बच्चे घर पर ही हैं. अब बच्चों का घर पर होना कहीं ना कहीं  मुसीबत बन रहा होगा.ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि बच्चों का मान किस काम की ओर लगाएं ताकि वह सारे दिन  उधमबाजी न करते रहें.

अभी हाल में ही शिल्पा शेट्टी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि ऐसे समय में बच्चों के साथ कैसे वक्त बिताया जा सकता है. इस वीडियो में उन्होंने बच्चों के साथ की जा सकने वाली एक्टिविटीज DIY शेयर की है और उन्होंने उसमें एक कैप्शन भी लिखा है

– मैं अपने बच्चे को कैसे बिजी रखूं? ये हर पैरेंट के दिमाग में इस समय यही सवाल है. हमें ही इसके लिए कुछ करना होगा. जब आप ये सुनेंगे कि, “मम्मी, मैं ऊब गया हूँ !!” और आप उन्हें आईपैड नहीं देना चाहते हैं तो आप क्या करेंगे!….

इस वीडियो में वह अपने बच्चे के साथ  टाई एंड डाई करती दिख रही हैं.

तो क्यों ना आप भी इन टिप्स की मदद से अपने बच्चों के साथ एक अच्छा वक्त बिताएं.  आइए जानते हैं

1. टोकन इकोनॉमी

हम उनके लिए टोकन इकोनॉमी की योजना बना सकते हैं.आप सोचेंगी कि टोकन इकोनॉमी क्या है? इसमें बच्चों के हर अच्छे काम के लिए अच्छे अंक देंगे और बुरे काम के लिए नकारात्मक अंक (अच्छे काम और बुरे काम माता-पिता और बच्चे दोनों द्वारा तय करेंगे. महीने के अंत तक यदि अंक सकारात्मक होंगे तो उन्हें उपहार मिलेगा.

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2. एक स्टॉप वॉच लें और उन्हें सिखाएं कि इसका उपयोग कैसे करें

उदाहरण- बच्चा कितने समय तक  एक पैर पर खड़ा रह सकता है या कितने समय तक किसी ऑब्जेक्ट को बिना पलके झपके निहार सकते हैं इस तरह के गेम्स बच्चे के साथ खेले और उसे इंवॉल्व करें.

3. रसोई को ट्रेनिंग स्कूल में बदल दें

यदि आपका बच्चा बहुत छोटा है तो समय सेक्स करन और बच्चे से कहें उस समयस किचन में आकर सभी सब्जियों और फलों के कलर और नेम पहचाने और यदि बच्चा थोड़ा बड़ा है तो उसे सभी सब्जी फल धोने का काम सिखायें.

या फिर आप बच्चे को किचन या बाथरूम में मेजरमेंट भी सिखा सकती हैं. इसके लिए गिलास या मग का प्रयोग करें.

4. डिनर टाइम इंजॉय करें

यह वह समय है जब घर पर हर मेंबर डिनर टेबल पर साथ बैठकर और बोल सकता है. आप अपने बच्चों को इस समय अपने साथ बिठायें. उनसे बातें करें उनसे चुटकुले सुने और उन्हें चुटकुले सुनाए. उन्होंने सारे दिन क्या किया यह जानने की कोशिश करें.अपने बच्चों के साथ हंसी के साथ बात करें.उनके साथ बचपन का खेल साझा करें. उनको नए विचारों का आइडिया दें

5. उनके साथ कुछ गेम खेलें

बच्चों के साथ इनडोर गेम्स खेलने का यह सबसे अच्छा मौका है. जैसे की शतरंज लूडो कार्डस, जंबल ,वर्ड्स मेकिंग ,सूडोको आदि.

6. गैजेट्स का टाइमर सेट करें

कहीं ऐसा ना हो घर में बच्चे सारे दिन ही यूट्यूब वीडियोस या मोबाइल से ही चिपके रहें इसके लिए टाइमर सेट कर दे ताकि बच्चे फिक्स टाइम पर यूट्यूब आईपैड और मोबाइल का उपयोग करें बाकी टाइम और किसी दूसरी क्रिएटिविटी में लगायें.

7. बुक रीडिंग हैबिट डिवेलप करें

यह बेस्ट टाइम है बच्चों में रीडिंग हैबिट डिवेलप करवाने का बच्चों को पढ़ने के लिए कुछ अच्छी किताबें दें या ऑनलाइन उपलब्ध ई बुक्स पढ़वायें. साथ ही खाली समय में बच्चों को स्टोरीज लाने मैथ्स साइंस जैसे विषयों पर कोई न कोई टिप्स बतायें. हां बस इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे असमय स्कूल बंद होने की वजह से पढ़ाई से पीछे ना हो इसलिए दिन के 2 घंटे स्कूल स्टडीज के लिए भी सेट करें.

8. खाने की आदत में सुधार करें

यह बेस्ट टाइम है जब आप बच्चों की ईटिंग हैबिट्स में कुछ बदलाव कर सकती हैं. अधिकतर बच्चे जंक फूड खाना ही पसंद करते हैं. इस समय आप घर में रहकर बच्चों के साथ डिफरेंट डिफरेंट चीजें ट्राई कीजिए. इसमें बच्चों का भी इंवॉल्वमेंट कर सकती हैं. जैसे कि स्मूदी, सलाद, जूस आदि और बच्चों को भी दे और खुद भी पीयें.

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9. बच्चे की पसंद की एक्टिविटी

यदि आपके बच्चे को ड्राइंग पेंटिंग डांस सिंगिंग या इंस्ट्रूमेंट पसंद है तो अप्रिशिएट करें और उसके साथ आप भी इंटरेस्ट लें. असमय में स्कूल,आफिस बंद होने का सदुपयोग करें .यह बेस्ट टाइम होगा आप लोगों की बॉन्डिंग स्ट्रांग बनाने के लिए.

डॉक्टर स्वाति मित्तल, मनोवैज्ञानिक फोर्टिस हॉस्पिटल दिल्ली.

डॉक्टर प्रकृति पोद्दार, एक्सपर्ट इन मेंटल हेल्थ डायरेक्टर ऑफ पोद्दार वैलनेस लिमिटेड से बातचीत पर आधारित.

#coronavirus: लाइफ इन Lockdown

जुवेंटस (फुटबौल क्लब) के मिडफील्डर समी खेदिरा पियानो बजाना सीख रहे हैं, ला लीगा के क्लब प्लेस्टेशन पर एक दूसरे का मुकाबला कर रहे हैं और एटलांटा के रोबिन गोसेंस अपनी परीक्षा (मनोविज्ञान) की तैयारी कर रहे हैं. उच्च स्तर से लेकर लोअर लीगों के हजारों फुटबॉल खिलाड़ियों का लॉकडाउन में यही हाल है. जबकि कोरोना वायरस पूरे यूरोप में फैलता जा रहा है. यह खिलाड़ी न सिर्फ अपनी बोरियत दूर करने में लगे हुए हैं बल्कि इनकी जिम्मेदारी अपने को फिट रखने की भी है ताकि जैसे ही स्वास्थ्य सलाहकार हरी झंडी दिखाएं वैसे ही यह खेलना चालू कर दें.

जहां अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) पर टोक्यो 2020 खेल स्थगित करने का दबाव बढ़ता जा रहा है, वहीं ओलंपिक पदक की प्रबल भारतीय उम्मीद बजरंग पुनिया गांव खुदान (जिला झज्झर, हरियाणा) में अपने घर में कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण ‘कैद’ हैं, वह विदेश जाकर प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं. इसलिए घर पर बैठकर ही (जीत की) योजना बना रहे हैं. पुनिया कहते हैं, “इस कठिन समय में हर किसी के लिए आवश्यक है कि अपना हाइजीन स्टैंडर्ड बनाये रखे. मैं भी यही कर रहा हूं. साथ ही मैं यह सुनिश्चित कर रहा हूं कि जो कुछ मैं खाऊं वह सब घर का बना हो और बाहर से न आया हो. मेरा टॉप गोल इंजरी मुक्त रहना भी है.”

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आईपीएल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. मुंबई इंडियंस के स्तंभ व वेस्टइंडीज के सीमित ओवर के कप्तान कीरन पोलार्ड का मानना है कि कोविड-19 महामारी के कारण जो ब्रेक मिला है, वह करियर के बारे में ‘मंथन’ करने के लिए अच्छा समय है और खिलाड़ियों को इसका उपयोग ‘मानसिक व शारीरिक रूप से फिट’ रहने के लिए करना चाहिए. वह कहते हैं, “खुद को गुड शेप में रखो ताकि जब घंटी बजे और वह कहें ‘ओके, हर चीज सामान्य हो गई है’ तो हम टूर पर निकल जायें.”

ये तो सेलिब्रिटीज की बातें हैं, लेकिन इस लॉकडाउन में आम आदमी क्या कर रहा है? एक कैब ड्राइवर मोहन कुमार ने एक वीडियो पोस्ट किया है, जो वायरल (मालूम नहीं कि कोरोना वायरस के दौर में ‘वायरल’ शब्द प्रयोग करना ठीक है या नहीं) हो रहा है, जिसमें वह कहते हैं कि लॉकडाउन में उनके लिए घर पर रुकना विकल्प नहीं है. अगर वह एक सप्ताह तक सड़क से दूर रहेंगे तो अपने परिवार की रोटी का इंतजाम कैसे करेंगे और अपनी कार की मासिक किस्त कैसे चुकायेंगे? वर्किंग प्रोफेशनल्स ऑफिस न जाकर अपने घर से ही लॉग-इन कर सकते हैं, अगर वह कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव टेस्ट होते हैं या क्वारंटाइन में रहते हैं तो उन्हें अपनी कंपनी से पेड-लीव व अन्य उपचार सुविधाएं मिल जायेंगी, लेकिन दुनियाभर में अधिकतर गिग वर्कर्स (जो जितना काम उतना मेहनताना पर अनुबंधित होते हैं) को कम्पनियां फुल-टाइम कर्मचारी नहीं मानती हैं, इसलिए उन्हें एम्प्लोयी बेनिफिट जैसे गारंटीशुदा वेतन व सिक लीव नहीं मिलते हैं.

साथ ही ऐसे कामगार घर पर भी नहीं रुक सकते क्योंकि उनका काम लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना, फूड, ग्रोसरी, दवा आदि डिलीवर करना होता है. ध्यान रहे कि कोरोना वायरस के कारण फूड ऑर्डर्स बहुत कम हो गये हैं, जिससे डिलीवरी एजेंट्स का इंसेंटिव व कुल आय प्रभावित होते हैं. मराठी कामगार सेना के अध्यक्ष महेश जाधव का कहना है, “कैब ड्राइवर्स अपनी बचत को खर्च कर रहे हैं. दैनिक ट्रिप कम हो गई हैं. हमें नहीं मालूम कि ऐसा कब तक चल पायेगा.” लॉकडाउन को लेकर अलग-अलग वर्गों से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. घर में खाली बैठना आसान काम नहीं होता है, घबराहट भी होती है और डर भी लगता है, खासकर सोशल मीडिया पर अफवाहों व फेक न्यूज के कारण.
गलत सूचनाएं कितनी घातक हो सकती हैं, खासकर खाली बैठे व्यक्ति को जब वह थोक में मिल रही हों, इसका अंदाजा स्वास्थ्य विभाग को मिल रही पैनिक कॉल्स से लगाया जा सकता है. डर का आलम यह है कि पिलखुवा (जिला हापुड़, उत्तर प्रदेश) में 22 मार्च को 32 वर्षीय सुशील कुमार ने जब अपने अंदर कोरोना वायरस-जैसे लक्षण (खांसी व बुखार) देखे तो शेविंग ब्लेड (उस्तरे) से अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली ताकि ‘वायरस उसके दो बच्चों में न पहुंच सकें’. गौरतलब है कि सुशील कुमार सैलून चलाता था. लॉकडाउन के कारण कुछ लोगों ने अपने परिवार में होने जा रहे विवाह को स्थगित भी किया है. मसलन, अमरोहा (उत्तर प्रदेश) के इस्लामनगर मोहल्ला के नसीम अहमद की बेटी की शादी 22 मार्च को होना तय थी, जिसे उन्होंने स्थगित कर दिया.

नसीम अहमद ने बताया, “मैं लोगों की जानें खतरे में नहीं डाल सकता, इसलिए अपनी बेटी का निकाह स्थगित कर दिया है.” लेकिन ऐसे दुस्साहसियों की भी कमी नहीं है जो लॉकडाउन का विरोध करते हुए कोरोना पार्टियों का आयोजन कर रहे हैं. युवा जर्मन वयस्क ‘कोरोना पार्टियों’ का आयोजन कर रहे हैं और बुजुर्ग व्यक्तियों की तरफ मुहं करके खांस रहे हैं. स्पेन में एक व्यक्ति अपनी बकरी की रस्सी पकड़कर, लॉकडाउन को ठेंगा दिखाते हुए, वाक पर निकल जाता है. फ्रांस से लेकर फ्लोरिडा तक काईटसर्फर, कॉलेज छात्र व अन्य समुद्र तटों पर एकत्र हो रहे हैं. मोरक्को से मेरठ तक युवा लॉकडाउन का उल्लंघन करने में अपनी शान समझ रहे हैं. कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए सरकारी आदेशों व वैज्ञानिक सलाहों का यह विरोध प्रशासनों को पसंद नहीं आया है और अनेक जगहों पर बल प्रयोग की जरूरत भी पड़ी है.

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वायरस विद्रोही यह समझते हैं कि नियम तोड़कर वह हीरो बन जायेंगे. लेकिन नहीं, वह पागल हैं और अपने लिए विशेषरूप से खतरा हैं. इस दौर में अक्लमंदी यह है कि कनेक्टिकट (अमेरिका) में जब एक व्यक्ति कोरोना वायरस से मर रहा था, तो उसके लिए पास्टर बिल पाइक ने फोन से ही अंतिम प्रार्थना की, नर्स ने रोगी के कान पर फोन लगा दिया था. टाइमपास हमेशा से ही महान भारतीय परम्परा रहा है, लॉकडाउन में तो इसका अधिक अवसर मिल गया है कि ताश खेलो, लूडो खेलो… गाने गाओ व फिल्म देखो. हां, अब जब लॉकडाउन का सोशल डिस्टेंसिंग भी जब अहम हिस्सा है, तो ‘जुम्मा चुम्मा दे दे’ जैसे गाने गाना ‘अपराध’ है, लेकिन क्या किया जाये कि ‘बस यही अपराध मैं बार बार करता हूं /आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं’. खैर, मजाक छोड़ो, अब जब घर पर हो और करने के लिए कुछ नहीं है तो अपने हाथों से ताली बजाओ और उन्हें नियमित धोते भी रहो.

ज़िंदगी एक पहेली: भाग-4

पिछला भाग- ज़िंदगी-एक पहेली: भाग-3

अविरल सुमि से काफी जुड़ाव महसूस करता था.  पर जैसा की हम जानते हैं की समाज की निगाह में एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते. तो बहन का रिश्ता  तो बहुत दूर की बात है. स्कूल change  होने के बाद अविरल और सुमि एक दूसरे से मिलना  तो दूर बात भी नहीं कर पाते  थे.  अविरल और सुमि कभी- कभी अमित  के घर पर मिलते थे. अब आगे-

सुमि आसू से नफरत करती थी. इसका शायद एक  कारण यह भी था कि अविरल ही सुमि को आसू  के बारे में सब कुछ बता चुका था जैसे कि आसू की गुंडागर्दी, उसके कई अफेयर और ब्रेकअप. सुमि अविरल को आसू की propose करने वाली बात बताकर  उसे दुखी नहीं करना चाहती थी. इसलिए  उसने यह बात अविरल से  नहीं बताई.

सारी बातों से अनभिज्ञ अविरल को अब आसू का साथ अच्छा लगने लगा था. अब वह अपना कॉलेज बंक करके आसू के साथ ही घूमता रहता. वह अनु से भी बातें छुपाने लगा. अनु से अविरल थोड़ा दूर होने लगा. अनु को दुःख तो होता था लेकिन वह यह देखकर खुश होती कि अविरल अब घर से बाहर भी खुश रहने लगा. अब अविरल थोड़ा सा खुलने लगा था, उसका हकलापन भी अब पहले से थोड़ा कम हो गया था. लेकिन अगर अविरल नर्वस होता तो उसका हकलापन कई गुना बढ़ जाता.

आसू का बर्ताव अब धीमे धीमे बदलने लगा था. वह लड़कियों से दूर रहने लगा था. कुछ अनमना सा रहता था आशू. अविरल ने कई बार आसू से कारण पूंछा लेकिन हर बार वह बहाना बनाकर चला गया.  लेकिन एक  दिन अविरल ने बहुत जिद की तो आसू ने बुरा न मानने का promise लेकर बता दिया कि वह सुमि से मोहब्बत करने लगा है. अविरल के पैरों के नीचे  से जमीन खिसक गयी. उसे आसू की मोहब्बत पर विश्वास नहीं हुआ. उसे लगा कि आसू दूसरी लड़कियों की तरह ही सुमि  के  साथ भी फ्रॉड करेगा. अविरल वहां से उठा और बिना कुछ बोले वहां से चला गया. आसू को भी कहीं न कहीं ये शक था कि कहीं अविरल भी तो सुमि को प्यार नहीं करता.

अविरल अपने घर चला गया और रात दिन इसी बारे में सोचता रहा. अविरल को आसू के बदलते रवैये को लेकर उसके प्यार में कुछ सच्चाई तो नजर आई लेकिन वह कंफ्यूज था. उसने अमित के घर में सुमि से इस बारे में बात की तो सुमि ने सारी बात बताई. यह जानकर अविरल को बड़ा आश्चर्य हुआ कि ये बात 1 महिना पुरानी है और आसू जैसा बिगड़ा हुआ लड़का दोबारा सुमि के पास नहीं गया. अब अविरल को आसू की बातों पर विश्वास हो चला था.

कुछ दिनों तक अविरल आसू के घर नहीं गया. एक  दिन आसू के पापा अविरल  के घर आए.  उन्होंने बताया कि काफी दिनों से आसू की हालत ठीक नहीं है उसका किसी चीज में मन नहीं लगता है.  उसका खाना-पीना भी बहुत कम हो गया था.  अभी कुछ दिनों पहले ही उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी तो उसे हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा था और एक दिन पहले ही आसू डिस्चार्ज होकर घर आया है.  अविरल आसू से मिलने आसू के घर पहुंचा तो उसे आसू के कमरे से रोने की आवाज़ सुनाई दी.  वह खिड़की के बाहर से  छुपकर देखने लगा. आसू अन्दर सुमि की फोटो लेकर बुरी तरह रो रहा था . तभी जाकर अविरल ने उसका हाथ पकड़ लिया.  आसू अविरल के गले लग बुरी तरह रोते हुए बोला ,“मैं सारी बुरी आदतें छोड़ दूंगा, प्लीज मेरी मदद करो”.

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आसू ने अविरल को बताया कि वह हर समय सुमि को देखने के लिए सुमि के घर के रास्ते  में बैठा रहता और छुपकर उसे देखता रहता.  जिस भी दिन सुमि नहीं दिखती, कहीं भी उसका मन नहीं लगता.  अविरल को आसू पर बहुत दुख हुआ और अविरल ने उसका साथ देने का निश्चय किया.

अविरल ने सुमि से आसू के बारे में बात की लेकिन सुमि तो आसू से नफरत करती थी तो सुमि ने साफ-साफ अविरल से बोल दिया कि मेरे सामने आसू की बात मत करना.  अविरल अब अपने आप को बीच में फंसा हुआ महसूस कर रहा था.  उसका मन बिल्कुल भी पढ़ाई में नहीं लगता था.  अनु जब भी उसे कोई question  पूछती, उसके बारे में अविरल को कुछ भी पता नहीं होता. अनु थोड़ा गुस्सा भी होती और उसे समझाती भी, लेकिन अब अनु की बातें अविरल को अच्छी नहीं लगती थी. अब अविरल अनु की बाते अनसुनी करने लगा था. वह अपनी कोचिंग में एक्सट्रा क्लास का बहाना बना कर अपनी कोचिंग 1 घंटे पहले ही  चला जाता और 1 घंटे बाद आता था.  बाकी का सारा समय वह आसू और उसके दोस्तों के बीच बिताने लगा.

अविरल ने आसू के बारे में पल्लवी से बात की और पल्लवी से सुमि को  समझाने के लिए बोला.  अब अविरल और पल्लवी अक्सर सुमि से  आसू की बातें बताते  रहते . ऐसा होते होते 6 माह और बीत गए.  और कहते हैं ना कि पत्थर पर बार-बार रस्सी घिसने से पत्थर पर भी निशान बन जाता है तो सुमि तो इंसान थी.

अब सुमि को भी लगने लगा था कि शायद आसू बदल गया है.  आसू हर दिन उसके कोचिंग आने और जाने का इंतजार करता और जैसे ही सुमि दिखती वह छुप जाता था.  सुमि को उसकी यह हरकत देखकर मन ही मन बहुत हंसी आती .

शायद अब सुमि के मन में कहीं ना कहीं आसू के लिए जगह बनने लगी थी.  अब वो भी जब आते जाते आसू को देख लेती तो आंखें झुका कर निकल जाती थी.  पल्लवी और सोनी का घर आसपास ही था तो वे दोनों रोज मिलती थी और उन दोनों के बीच में रोज ही आसू की बातें होती थी.  अब  सुमि को आसू की बातें अच्छी लगने लगी थी.  इसका एहसास पल्लवी और अविरल को भी हुआ.  अविरल  ने खुशी होकर आसू को सारी बात बताई. आसू भी बहुत खुश हुआ.

आसू अब एनसीसी में सीनियर हो चुका था था तो उसने अविरल का एडमिशन भी एनसीसी में करा लिया.  अविरल अब केवल खाने और सोने के लिए ही घर पर रहता था.  अनु को अविरल की इन हरकतों से बहुत दुख होता था.  अनु ने अविरल को बैठा कर उससे बात की तो अविरल  को भी एहसास हुआ कि वह क्या कर रहा है? लेकिन अब अविरल के लिए काफी देर हो चुकी थी. अविरल का फाइनल एक्जाम आने वाला था.  और कुछ समय बाद अविरल का फाइनल रिजल्ट आया जो कि बहुत ही खराब था.  अविरल ने आसू की मदद से एक फर्जी रिजल्ट बनवाया और घर में दिखाया.  लेकिन अनु को इस बात पर शक था क्योंकि वह जानती थी कि अविरल ने बिल्कुल भी पढ़ाई नहीं की है.

अनु भी मेडिकल की तैयारी कर रही थी और उसका सेलेक्शन MBBS  में हो गया.  घर में सभी लोग बहुत खुश थे.  अनु के पापा और अनु काउंसलिंग के लिए दिल्ली गए और अनु का एडमिशन करा दिया गया.  एडमिशन के बाद अनु और उसके पापा वापस देहरादून आ गए.  अनु को 15 दिन बाद हॉस्टल जाना था.  अविरल को जब यह बात पता चली उसे बहुत दुख हुआ.  वह अनु से बोला कि, “दीदी यही पढ़ाई कर लो ना”.

अनु का भी दिल्ली जाने का मन नहीं था तो उसने अपने पापा से बात की.  अनु के पापा अपने बच्चों की भावना समझते थे तो उन्होंने बड़े प्यार से बच्चों को समझाया कि अनु  को देश का सबसे अच्छा कॉलेज मिला है.  बहुत समझाने के बाद अविरल और अनु  मान तो गए लेकिन उनका मन बेचैन था.

अगले भाग में हम जानेंगे की अविरल के जीवन में अब कौन सा बड़ा तूफान उसका इंतज़ार कर रहा था ?

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