वो 5 मसाले जो रखेंगे आपके दिल का ख्याल

मसालों का सेवन केवल स्वाद के लिए नहीं किया जाता है बल्कि स्वास्थ की बेहतरी में भी इनका योगदान बेहद अहम होता है. मसालों में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो आपके दिल के लिए काफी फायदेमंद होते हैं.

इस खबर में हम आपको उन पांच मसालों के बारे में बताएंगे जिनके सेवन से आप अपने दिल को हेस्दी रख सकेंगी.

दाल चीनी

खाने में दालचीनी का इस्तेमाल शरीर में खून के बहाव को बोहतर बना कर रखता है. इससे शरीर में ब्लड क्लौटिंग का खतरा काफी कम हो जाता है. दिल की परेशानियों को दूर रखने के लिए जरूरी है कि आप रोज एक चुटकी दालचीनी का सेवन करें.

लहसुन

दिल का काफी नुकसान होता है बढ़े हुए कौलेस्ट्रोल से. लहसुन दिल की बीमारियों में काफी कारगर होता है. बढ़े हुए कौलेस्ट्रोल को कम करने में ये बेहद फायदेमंद होता है. आपको बता दें कि लहसुन में एलिसिन नाम का एक एंटीऔक्सिडेंट पाया जाता है, इसका काम होता है कौलेस्ट्रोल को नियंत्रण में रखना. इसके अलावा ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी लहसुन काफी असरदार होता है.

हल्दी

आपको बता दें कि हल्दी में एंटीऔक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. ये तत्व हमारे शरीर में ब्लड कौलेस्ट्रोल को कम करने में बेहद असरदार होते हैं. डायबिटिज से बचाव करन के लिए ये काफी प्रभावशाली उपाय है.

काली मिर्च

काली मिर्च कौर्डियोप्रोटेक्ट‍िव एक्शन को सक्रिय करने का काम करती है. ये औक्सीडेटिव डैमेज से हमे सुरक्षा देता है इसके साथ ही कार्डियक फंक्शन को भी सही रखता है.

धनिया के बीज

धनिया के बीजों में एंटीऔक्सिडेंट की मात्रा अधिक होती है. इसमें मौजूद तत्व हमारे दिल को फ्री रेडिकल्स से सुरक्षित रखते हैं. कौलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने के लिए और ब्लड फ्लो बढ़ाने के में धनिए का बीज बेहद कामगर होता है.

FD जमा करना है? जानिए कौन सा बैंक दे रहा है सबसे अधिक ब्याज

कमाई के साथ बचत करने का एक बेहतर विकल्प है एफडी. इससे ना सिर्फ लोगों को बचत की सुविधा मिलती है बल्कि एक अच्छे निवेश के विकल्प के तौर पर भी इसे देखा जा सकता है. बैंकों की ओर से पेश की जाने वाली खास निवेश विकल्पों में से एक है फिक्स्ड डिपौडिट. आपको बता दें कि अधिकतर बैंक्स जमा योजना सावधि जमा (एफडी) पर अच्छा रिटर्न देते हैं. इसमें निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा है कि जरूरत के वक्त इसमें से पैसा विड्राल किया जा सकता है.

एफडी आपको लौंग टर्म और शौर्ट टर्म निवेश की सुविधा देती है. शौर्ट टर्म में निवेश की अवधि 1 से 2 सालों की होती है. अभी हम आपको शौर्ट टर्म निवेश के बारे में बात करेंगे. इस खबर में हम एफडी पर ज्यादा रिटर्न देने वाले बैंकों के बारे में बताएंगे.

RBL Bank

ये बैंक एक साल की अवधि पर 8 फीसदी का ब्याज दर देती है. वहीं सिनियर सिटिजन के लिए ये दर 8.50 फीसदी का है.

YES Bank

यस बैंक एक करोड़ से कम की रकम पर  7.25 फीसदी का सलाना ब्याज दर देती है. वहीं इस मियाद पर सिनियर सिटिजन्स के लिए 7.75 फीसदी का ब्याज दर है.

इंडसइंड बैंक

इस बैंक में भी एक साल की मियाद पर एक करोड से कम की राशि पर 8 फीसदी का ब्याज दर है. सिनियर सिटिजन के लिए ये दर बढ़ कर  8.50 फीसदी हो जाता है. HDFC Bank

ये बैंक एक करोड़ से कम के रकम पर एक साल के निवेश पर सालाना 7.30 फीसदी का ब्याज दर देता है. जबकि सीनियर सिटिजन्स के लिए ये दर 7.80 हो जाती है. एक करोड़ से पांच करोड़ की रकम पर बैंक 7.50 की दर पर ब्याज देती है. इसी रकम पर सिनियर सिटिजन्स को 8 फीसदी के दर पर बैंक ब्याज देती है.

IDFC Bank

एक साल की मियाद पर एक करोड़ से कम की रकम पर ये बैंक 7 फीसदी ब्याज दर देती है. सिनियर सिटिजन के लिए ये दर बढ़ कर 7.50 फीसदी का हो जाता है.

 

दक्षिण अफ्रीका ने पर्यटन को बढ़ाने की दिशा में किया आकर्षक रोड शो

आज के भागदौड़ भरे जीवन में पर्यटन हर किसी के लिए जरूरी होता है. काम से निकलकर फुरसत के दो पल अपने परिवार जनों के साथ बिताने का यही सबसे अच्छा मौका होता है. इसके अलावा पर्यटन से आप किसी दूसरे स्थान की कला, संस्कृति और रहन-सहन के बारें में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. कुछ ऐसा ही विचार रखती हैं, दक्षिण अफ्रीका पर्यटन हब हेड नेलिस्वा नकानी, जो भारतीय पर्यटकों को दक्षिण अफ्रीका में अधिक से अधिक जाने की दिशा में काम कर रही हैं. वह कहती हैं कि एक अनुसंधान से पता चला है कि साल 2018 में मुंबई के टूरिस्टों की संख्या सबसे अधिक रही, इसके बाद दिल्ली,चेन्नई और कोलकाता की रही. यहां आने की सबसे बड़ी वजह यहां की यादगार चीजों को देखना है, साथ ही यहां भारतीयों को पैसे की कीमत अधिक मिलती है. इसके अलावा यह देश भारतीयों की तरह ही परिवारवाद को अधिक महत्व देता है.

इसके आगे वह कहती हैं कि दक्षिण अफ्रीका एक गरीब देश है. यहां बेरोजगारी 27 प्रतिशत है. एक पर्यटक के आने पर यहां 23 लोगों को रोजगार मिलता है जो इस देश के लिए बहुत जरुरी है. केपटाउन, जोहानसवर्ग और डरबन जैसे प्रतिष्ठित शहरों के साथ ही कई और शहरों को भी विकसित करने की कोशिश की जा रही है. यहां आने वाले हर पर्यटक को नए अनुभव से परिचित करवाने के लिए पर्यटन बोर्ड विशेष रूप से काम कर रही है. करीब 3000 से अधिक ऐसे साहसिक गतिविधियां जिसमें लौन्ग टर्म, टोबोगन राइडर्स , फैटबाइक टूर्स, माउंटेन बोर्डिंग, वाल्टो सफारी, पेराग्लाईडिंग आदि शामिल है.

असल में दक्षिण अफ्रीका वन्यजीवों से भरपूर है, इसलिए यहां की संस्कृति और कहानियों में वन्यजीवों के उल्लेख मिलते हैं. इसलिए यहां आने वाले भारतीय पर्यटकों को ये पसंद है. इसके लिए वीजा की प्रक्रिया को भी आसान बनाया गया है. महावाणिज्य दूत मरोपिन रामोक्गोपा बताती हैं कि यहां मैंने फ़ास्ट ट्रैक वीजा पालिसी को अपनाया है. जिसमें 5 से 7 दिनों में वीजा मिलता है और इसे कोई भी आम आदमी अप्लाई कर सकता है.

दक्षिण अफ्रीका टूरिज्म को और अधिक पौपुलर बनाने के लिए इस साल सबसे बड़ी ट्रेवल ट्रेड 16 वें वार्षिक रोड शो का आयोजन किया गया, जिससे लोगों को अधिक से अधिक इसके बारें में जानकारी प्राप्त हो सकें.

बेसन शिमला मिर्च की सब्जी बनाने की रेसिपी

सामग्री :

– शिमला मिर्च  250 ग्रा.

– बेसन 02 बड़े चम्मच

– प्याज  01 नग

– दही 03 बड़े चम्मच

– रिफाइंड तेल 01 चम्मच

– हल्दी पाउडर (01 छोटा चम्मच)

– जीरा पाउडर (1/2 छोटा चम्मच)

– लाल मिर्च पाउडर (1/4 छोटा चम्मच)

– काली मिर्च पाउडर (01 चुटकी)

– नमक (स्वादानुसार)

बेसन शिमला मिर्च बनाने की विधि :

– सबसे पहले शिमला मिर्च को धोकर उसके डंठल निकाल दें.

– इसके बाद उसे छोटे-छोटे कयूब्स मे काट लें.

– प्याज को छीलकर लम्बाई में काट लें.

– बेसन और दही को आपस में मिलाकर अच्छी तरह से फेंट लें.

– बेसन को फेंटते समय इस बात का ध्यान रहे कि उसमें कोई गांठ न रहे.

– अब गैस पर नौन स्टिक पैन गर्म करें.

– बर्तन गर्म हो जाने पर उसमें रिफाइंड तेल डालें.

– तेल गर्म होने पर उसमें शिमला मिर्च डालें और चलाते हुए भूनें.

– जब शिमला मिर्च थोडा भुन जाए, पैन में प्याज डाल दें.

– इसके बाद पैन में नमक और हल्दी पाउडर उालें और चलाते हुए अच्छी तरह से भूनें.

– इसके बाद दही और बेसन का घोल पैन में डालें कर चलाने के बाद ढ़क कर 3-4 मिनट तक पकाएं.

– बीच-बीच में सब्जी को चलाते भी रहें, नहीं तो बेसन तली में चिपकने लगेगा.

– जब बेसन गाढ़ा हो जाए, तो पैन में लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर और काली मिर्च पाउडर डालें और चलाते हुए 2 मिनट तक पकाएं, उसके बाद गैस बंद कर दें.

 

जब सजाना हो नाखूनों को नेल आर्ट से

सुंदर नाखून आपकी सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करते हैं. सुंदर नाखूनों के लिए आप अपने नाखून पर आर्ट बना सकती हैं. आप चाहें तो अपने नाखूनों को रंग, मौसम, थीम, मूड किसी के भी अनुसार, सजा सकती हैं. नाखूनों को आप हल्‍के या गहरे रंगों में रंग सकती हैं. अगर आप थोड़ी सी क्रिएटिव हैं तो नाखूनों पर ग्राफिक प्रिंट डिजायन भी बना सकती हैं. इसके लिए आपको कुछ सामानों जैसे – सेलो टेप, ट्रांसपेरेंट नेल एनमेल और नेल कलर की आवश्‍यकता होती है. इस आर्टिकल में हम आपको नेल आर्ट और उसकी केयर करने से संबंधित जानकारी दे रहे हैं.

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नेल आर्ट की केयर

  • अगर आपके नाखून टूटे, कुतरे या छोटे हों, तो उन्‍हें सही से फाइल कर लें. उसके बाद उन पर क्‍यूटीकल साफ्टनर लगाएं. इसके बाद, अपने हाथों को हल्‍के गुनगुने पानी में डाल लें. इससे आपके नाखूनों पर बनी आर्ट ज्‍यादा समय तक चलेगी.

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  • नेल आर्ट की केयर का दूसरा चरण यह है कि उस पर बेसिक कोट लगाएं. बेस कोट उतना ही जरूरी होता है जितना जरूरी नेल पेंट का नाखूनों पर लगना. इससे आपके नाखूनों में किसी भी प्रकार के दाग नहीं पड़ते हैं. बेस कोट हमेशा अच्‍छे ब्रांड का लगाएं, इससे नाखूनों में पीलापन नहीं आता है.
  • अब अपनी पसंद का रंग चुनें. इसे सही से लगाएं. आप अपने नाखूनों पर अपनी पर्सनालिटी से मैच करता हुआ कलर लगाएं.

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  • पहला कोट सूख जाने के बाद, नेलपौलिश या पेंट का दूसरा कोट लगाएं. आसपास लग जाने वाले कलर को हटा लें. और उस पेंट को अच्‍छी तरह से सूख जाने दें.
  • नेलपेंट लगाने के बाद अगला चरण यह है कि आप ग्‍लीटर पौलिश को लें और उसे ब्रश की सहायता से नाखूनों पर लगाएं. इसे बहुत ज्‍यादा न लगाएं. इसके बाद नेल्‍स पर हल्‍की सी आर्ट बनाएं. इसे अच्‍छे से सूख जाने दें.

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  • बनी हुई आर्ट के सूख जाने के बाद, उस पर शाइनर को लगाएं. इसके बाद उस पर आप चाहें तो पेंट का एक्‍ट्रा कोट लगा सकती हैं. इसे लगाने के बाद नाखूनों को थोड़ी देर कहीं टच न होने दें. अब आपके सुंदर नाखून, नेल आर्ट के साथ सज चुके हैं.

पैरों में जलन को न करें नजरअंदाज

पैरों में जलन की समस्या को आमतौर पर अधिकतर लोग नजरअंदाज करते हैं. उसे गंभीरता से नहीं लेते और सोचते हैं कि अपनेआप ठीक हो जाएगी, लेकिन जानकारों का मानना है कि इस में लापरवाही बरतना बिलकुल भी सही नहीं है. यह समस्या शरीर के बाकी हिस्सों में भी परेशानी पैदा कर सकती है.

रोजमर्रा की जिंदगी में कई बार हमें आने वाली बीमारी के बारे में कतई अहसास नहीं हो पाता और यह बीमारी विकराल रूप धारण कर लेती है जिस की वजह से घातक नतीजे भुगतने पड़ते हैं. ऐसी ही एक समस्या है पैरों में जलन. पैरों में जलन का मुख्य कारण है शरीर में विटामिन बी, फोलिक एसिड या कैल्शियम की कमी होना.

यह परेशानी न केवल एक खास आयुवर्ग के लोगों में होती है बल्कि यह किसी को भी अपना का शिकार बना सकती है.

क्या हैं कारण

  • पैरों में जलन हलकी से तेज और गंभीर हो सकती है. अकसर यह जलन तंत्रिकातंत्र में गड़बड़ी या शिथिलता के कारण होती है.
  • न्यूरोपैथी बीमारी भी पैरों की जलन का कारण हो सकती है, क्योंकि न्यूरोपैथी का असर सभी नसों पर पड़ता है. इसलिए यह जरूरी रूप से सभी अंगों और तंत्रों को प्रभावित कर सकती है. इस में पैरों में जलन, दर्द और चुभन काफी संवेदनशील तरीके से महसूस होती है.
  • विटामिन बी12 तंत्रिकातंत्र सहित हमारे शरीर के कई कार्यों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
  • पैरों में जलन हाइब्लड प्रैशर के कारण भी हो सकती है. हाइब्लड प्रैशर के कारण ब्लड सर्कुलेशन में भी परेशानी होती है. इस से त्वचा के रंग में बदलाव, पैरों की पल्सरेट और हाथपावों के तापमान में कमी रहती है, जिस से पैरों में जलन की समस्या महसूस होती है.
  • किडनी संबंधी बीमारी होने पर भी पैरों में जलन होना स्वाभाविक है.
  • पैरों में जलन का प्रमुख कारण डायबिटीज होता है. इन लोगों में इस बीमारी के निदान के लिए किसी अतिरिक्त परीक्षण की जरूरत नहीं होती. और डाक्टर तुरंत इस पर नियंत्रण कर लेता है.
  • थायरायड हार्मोन का लैवल कम होने से भी पैरों में जलन की समस्या होती है.
  • दवाओं का दुष्प्रभाव, एचआईवी की दवाएं लेने और कीमोथेरैपी से भी पैरों में जलन हो सकती है.

जांच अवश्य कराएं

  • इलैक्ट्रोमायोग्राफी  :  ईएमजी टैस्ट के लिए मांसपेशियों में सूई डाली जाती है और इस की क्रियाओं के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाती है.
  • लैबोरटरी टैस्ट :  पैरों में जलन के कारणों का पता लगाने के लिए लैबोरटरी में ब्लड, यूरिन और रीढ़ का लिक्विड टैस्ट किया जाता है.
  • नर्व बायोप्सी :  गंभीर परिस्थितियों में इस टैस्ट को भी किया जाता है. इस में डाक्टर शरीर से नर्व टिशू का एक टुकड़ा निकाल कर माइक्रोस्कोप से उस की पूरी जांच करते हैं.
  • फायदेमंद है सिरका :  पैरों की जलन से सिरका भी नजात दिलाता है. एक गिलास गरम पानी में 2 बड़े चम्मच कच्चा व अनफिल्टर्ड सिरका मिला कर पीने से आप के पैरों की जलन खत्म हो जाएगी.

घरेलू उपचार

  • पैरों की जलन से तुरंत राहत देने में सेंधा नमक कारगर है. मैग्नीशियम सल्फेट से बना सेंधा नमक सूजन और दर्द को कम करने में मददगार साबित होता है. इस के लिए एक टब कुनकुने पानी में आधा कप सेंधा नमक मिला कर पैरों को 10 से 15 मिनट तक उस में डुबो कर रखें. इस उपाय को कुछ समय तक नियमित करते रहें. सेंधा नमक के पानी का इस्तेमाल डायबिटीज, हाइब्लड प्रैशर या हार्ट डिसीज वालों के लिए सही नहीं है. इस के इस्तेमाल से पहले अपने डाक्टर से एडवाइज अवश्य लें.
  • सरसों का तेल प्राकृतिक औषधि है और यह पैरों की जलन को दूर करने में मददगार साबित होता है. एक कटोरी में 2 चम्मच सरसों का तेल लें और उस में 2 चम्मच ठंडा पानी या एक बर्फ का टुकड़ा मिला दें, फिर इस से अपने पैर के तलवों में खूब मालिश करें, सप्ताह में 2 बार ऐसा करने से आप को आराम मिलेगा.
  • सिरका भी पैरों की जलन से आराम दिलाता है. एक गिलास गरम पानी में 2 चम्मच कच्चा व अनफिल्टर्स सिरका मिला कर पिएं. ऐसा करने से आप के पैरों की जलन दूर हो जाएगी.
  • इस बीमारी के दौरान शाकाहारी लोगों को अपने खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए. दूध दही. पनीर, चीज, मक्खन, सोया मिल्क या टोफू का उन्हें नियमित सेवन करना चाहिए. जबकि मासाहारियों को अंडे, मछली रैडमीट, चिकन और सी फूड से विटामिन बी12 भरपूर मात्रा में मिलता है.
  • लौकी को काट कर उस का गूदा पैरों के तलवों पर मलने से भी जलन दूर होती है.
  • पैरों में जलन होने पर करेले के पत्तों के रस की मालिश करने से भी लाभ होता है.
  • हलदी में भरपूर मात्रा में पाए जाने वाला करक्यूमिन पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है. हलदी में मौजूद एंटीइनफ्लेगेटरी गुण पैरों की जलन और दर्द को दूर करने में मददगार साबित होता है. हलदी को दूध के साथ भी ले सकते हैं.

टैक्स एग्जेंप्शन, टैक्स डिडक्शन, टैक्‍स रिबेट में अंतर जानिए

टैक्स के पेंच सभी की समझ से परे  है. बहुत से लोग इन टर्मिनोलौजी में उलझ कर रह जाते हैं. उन्हें असल चीजों के बारे में नहीं पता चल पाता है. ऐसे में हम आपके लिए कुछ खास शब्दों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो अक्सर टैक्स संबंधी बातचीत में आते रहते हैं.

जब भी टैक्स संबंधी बातें होती हैं, टैक्स एग्जेंप्शन, टैक्स डिडक्शन और टैक्स रिबेट जैसे टर्म सुनने को मिलते हैं. पर बहुत से लोगों को इन टर्म्स का मायने नहीं मालूम होता. इसलिए इस खबर में हम आपको इन शब्दों का अर्थ समझाएंगे.

टैक्स डिडक्शन (टैक्स की कटौती)

टेक्सपेयर की कुल आय से कुछ चीजें घटाकर टैक्स योग्य आय निकाली जाती है. इसका प्रमुख उद्देश्य है टैक्स योग्य आय को घटाना. इसमें मेडिकल, ट्रांसपोर्ट, ट्यूशन आदि के खर्च को शामिल किया जाता है। करदाता को कितना कर देना है, इसका भुगतान व्यक्ति की बची हुई टैक्स योग्य आय के आधार पर किया जाता है.

टैक्स एग्जेंप्शन (टैक्स छूट)

टैक्स एग्जेंप्शन वो खर्च, आय या निवेश होते हैं जिनपर कोई टैक्स नहीं लगता है. इससे आपकी टैक्स योग्य आय कम हो जाता है. उदाहरण के लिए अगर आप साल भर में 7 लाख कमाती हैं और इसी में 2 लाख का निवेश करती हैं तो आपके केवल 5 लाख पर ही टैक्स देना होगा.

छूट योग्य सारे आय और निवेश के बारे में कर्मचारी को अपनी कंपनी को बताना जरूरी है. जिसके बाद बचे रकम पर कंपनी टैक्स काटती है.

टैक्स रिबेट

टैक्स रिबेट वो राशि होती है जिसपर टैक्सपेयर को कोई कर नहीं देना होता है. जैसे 87A के तहत मिलने वाला रिबेट. इसके अनुसार अगर आपकी सालाना आय 3।5 लाख रुपये से कम है तो आप 2,500 रुपये तक के रिबेट का दावा कर सकते हैं. छूट और रिबेट के बाद जो राशि बचती है उसपर आपको टैक्स देना होता है. टैक्‍स की गणना करने के बाद रिबेट आपको इनकम टैक्‍स की राशि के भुगतान में राहत देता है.

जानें और किस देश में है ताजमहल…

दुनिया के सात अजुबों में से एक, ताजमहल देखने के लिए आगरा में दुनिया भर से लोग आते हैं. ताजमहल के दिवाने हर देश में पाए जा सकते हैं. कई देशों ने ताजमहल का प्रतिरूप बनाने की कोशिश की है. ब्रिटेन, अमरिका इन देशों में भी ताजमहल का प्रतिरूप बनाया गया हैं. भारत का पडोसी देश बांग्लादेश में भी एक ताजमहल है.

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यह प्रतिरूप बांग्लादेश की राजधानी ढाका से लगभग 12 किमी की दूरी पर स्थित सोनारगांव में है. बांग्लादेश के फिल्म प्रोड्युसर अहसानुल्लाह मोनीने अपने गांव में इसका निर्माण किया. बांग्लादेश में कई गरीब लोग हैं जो भारत में जाकर असली ताजमहल नहीं देख पाते.

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उनका यह सपना अधुरा रह जाता है. इसलिए उन्होंने अपने गांव में ही इसे बनवाया. इसे देखने के लिए 50 टाका फीस रखी गयी है. दिनभर में कम से कम 20,000 लोग इसे देखने के लिए आते हैं इस भवन के निर्माण में पांच वर्ष लगे और इस पर 5.8 करोड़ डौलर खर्च किया गया है.

सुष्मिता सेन का यह डांस वीडियो हो रहा वायरल, क्या आपने देखा…

लगता है बौलीवुड अदाकारा सुष्मिता सेन इन दिनों शादी के मूड में हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी घूंघट वाली फोटो शेयर की है.

 

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दरअसल बात यह है कि सुष्मिता अपने भतीजे की शादी में शरीक होने के लिए दिल्ली गई थीं. उन्होंने इस शादी की कई झलकियां शेयर की. सुष्मिता सेन ने फोटोज के अलावा अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर दो वीडियो पोस्ट किए हैं, इन वीडियोज में वह शादी में जमकर डांस करती नजर आ रही हैं.

 

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इस दौरान सुष्मिता, नीता लुला की एक क्लासी ब्लैक साड़ी में नजर आईं. साड़ी में वह बेहद खूबसूरत लग रही थीं, लेकिन उन्होंने इसके साथ-साथ तैयार होते हुए की भी फोटोज डाली. इन फोटोज की खास बात यह है कि इन्हें सुष्मिता के बौयफ्रेंड रोहमन शाल ने क्लिक किया. रोहमन उनकी यह खूबसूरती देखते रह गए. सुष्मिता ने इसे एक फन शूट बताया. रोहमन ने इस पोस्ट पर शायराना अंदाज में कमेंट भी किया. दोनों की यह इंस्टाग्राम कैमेस्ट्री काफी क्यूट लग रही थी.

 

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आपको बता दें कि सुष्मिता ने मौडल रोहमन के साथ अपने रिश्ते की बात को कभी नहीं छिपाया. वह रोहमन के साथ फिटनेस वीडियोज भी शेयर करती रहती हैं. वहीं रोहमन भी उनकी पोस्ट पर क्यूट कमेंट्स करते हुए नजर आते हैं. रोहमन, सुष्मिता की दोनों बेटियों के साथ काफी घुल-मिल गए हैं. फैंस इन दोनों की शादी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा के बाद सुष्मिता सेन भी शादी के बंधन में बंधती हैं या नहीं.

अक्षय के साथ फिल्म नहीं करना चाहते शाहरुख, क्या है वजह

इस समय बौलीवुड में मल्टीपल एक्टर्स की फिल्मों का बोलबाला है. मगर अभी तक बौलीवुड के किंग खान और खिलाड़ी अक्षय कुमार को एक साथ किसी भी फिल्म में स्क्रीन शेयर करते नहीं देखा गया. लंबे वक्त से प्रशंसक दोनों को एक साथ देखना चाहते हैं. लेकिन ऐसा हो नहीं सका. दोनों स्टार्स की जोड़ी पर्दे पर अब तक क्यों नहीं दिखी? शाहरुख ने एक इंटरव्यू में इस बारे में बात की है.

शाहरुख खान से जब अक्षय कुमार के साथ काम करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “इस बारे में मैं क्या कह सकता हूं? मैं उनकी तरह सुबह जल्दी नहीं जाग सकता. जब अक्षय जागते हैं, उस समय मैं सोने जाता हूं. उनके दिन की शुरुआत तड़के होती है. जब मैं काम की शुरुआत करता हूं, उस समय वह घर जाने की तैयारी कर रहे होते हैं. मैं निशाचर हूं. अधिकतर लोगों को रात में शूटिंग करना पसंद नहीं होता.”

हालांकि शाहरुख खान ने मजाक में ही ऐसा कहा है. शाहरुख खान ने आगे कहा, “अक्षय के साथ काम करना मस्ती भरा होगा. दोनों सेट पे ही नहीं मिलेंगे. वो जा रहा होगा और मैं आ रहा होउंगा. मैं उनके साथ काम करना चाहूंगा लेकिन हम दोनों का टाइम मैच नहीं करेगा.” हालांकि अक्षय कुमार ने शाहरुख खान की फिल्म ‘दिल तो पागल है (1997)’ में कैमियो भी किया था. यही नहीं, अक्षय कुमार की फिल्म ‘हे बेबी (2007)’ के सौन्ग ‘मस्त कलंदर’ में शाहरुख खान कैमियो कर चुके हैं.

शाहरुख खान और अक्षय कुमार की टाइमिंग के अलावा फिल्में बनाने का तरीका भी बहुत अलग है. शाहरुख खान जहां साल भर में 1-2 फिल्में बनाते हैं, वहीं अक्षय कुमार एक साल 3-4 फिल्में दर्शकों के लिए ले आते हैं. शाहरुख खान की हालिया रिलीज ‘जीरो’ बौक्स औफिस पर पस्त रही और उनकी अगली फिल्म एस्ट्रोनॉट राकेश शर्मा की बायोपिक “सारे जहां से अच्छा’ है. इस फिल्म में शाहरुख खान एकदम अलग अंदाज में दिखेंगे. वहीं अक्षय कुमार भी अंतरिक्ष पर आधारित फिल्म ‘मिशन मंगल’ कर रहे हैं. इसके अलावा अक्षय कुमार ‘केसरी’ और ‘हाउसफुल 4’ में भी दिखेंगे.

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