जीवन के अंतिम समय तक काम करते रहना चाहती हूं : अरुणा ईरानी

बाल कलाकार, हिरोइन, खलनायिका और चरित्र अभिनेत्री के रूप में फिल्म इंडस्ट्री पर अपनी अमिट छाप छोड़ने वाली अरुणा ईरानी की शख्सियत अनूठी है. उन्होंने साल 1961 में फिल्म ‘गंगा जमुना’ में बाल कलाकार के रूप में अभिनय शुरू किया था. उस समय वह केवल 9 साल की थी. उन्होंने बचपन से कला का माहौल देखा है, क्योंकि उनके पिता की भी एक थिएटर कंपनी थी, जिसमें वे थिएटर करते थे.

स्वभाव से विनम्र और हंसमुख अरुणा ने कई बड़े-बड़े अभिनेताओं के साथ अलग-अलग भूमिका निभाई, पर उनकी और महमूद की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया. उनके जीवन की सबसे सफल फिल्म ‘कारवां’ थी, जिसमें उन्होंने एक तेज- तर्रार बंजारन की भूमिका निभाई थी. अरुणा ईरानी केवल फिल्मों में ही नहीं, टीवी पर भी एक सफल आर्टिस्ट रही हैं. इन दिनों वे स्टार प्लस की धारावाहिक ‘दिल तो हैप्पी है जी’ में दादी की भूमिका निभा रही हैं. उनसे मिलकर बातचीत हुई, पेश है अंश.

इस शो को साईन करने की खास वजह क्या है?

यह एक पंजाबी शो है और मुझे हिंदी पंजाबी बोलना है. जिसमें सिर्फ लहजा पंजाबी का होगा. ये मुझे मजेदार और अलग लगा. इसका शीर्षक ही मुझे बहुत अच्छा लगा था.

टीवी में कितना बदलाव आप देखती हैं?

टीवी में बहुत बदलाव आ गया है. मेकिंग बहुत बदल चुकी है. फिल्मों के स्तर पर अब टीवी धारावाहिक बन रहे हैं, जो अच्छी बात है.

आज की धारावाहिकें अधिकतर अंधविश्वास पर बन रही है, इसे आप कितना सही मानती हैं?

ये सही है कि जो बिकता है उसे ही लोग बनाते है, क्योंकि हर कोई यहां व्यवसाय कर रहा है. ऐसे में उन्हें ऐसा करना पड़ता है. वे अगर कुछ अलग बनाते हैं, तो उसमें रिस्क रहता है. मैं टीवी कम देखती हूं. मुझे शेयर मर्केट में अधिक रूचि है और समय मिलने पर उसमें ही व्यस्त हो जाती हूं. प्रोडक्शन हाउस बंद करने के बाद से ये शौक लगा है. घर पर भी इसे लेकर काफी बवाल मचता है, पर मुझे यही काम पसंद है.

आपने अपना प्रोडक्शन हाउस बंद क्यों किया?

इसे करना बहुत मुश्किल था. पहले कर लिया था, लेकिन उसमें काम का तनाव बहुत अधिक रहता था. मेरे लिए इस उम्र में उसे मेनेज करना आसान नहीं था. इसलिए मैंने उसे बंद कर दिया. अभी मैं ब्रेन हेमरेज या स्ट्रोक नहीं चाहती.

आप हमेशा से चुस्त-दुरुस्त और हंसमुख दिखती है, इसका राज क्या है?

मैंने अपने जीवन में हमेशा सामंजस्य से काम किया है. खराब दिन हो या अच्छे सबको झेला और सकारात्मक विचार बनाए रखा, क्योंकि ये सबके जीवन में आता है. मुझे अच्छे विचार हमेशा खुश करते हैं.

इतने सालों तक काम करने के बाद अभी इंडस्ट्री में आपके दोस्त कौन-कौन से हैं?

हम जब काम करते हैं, तो अच्छे दोस्त बन जाया करते हैं. जैसे कि एक दूसरे के लिए इन्तजार करना, भोजन साथ खाना, हर चीज साथ में करते हैं और शो के खत्म होने के बाद दुखी भी हो जाते हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद सब भूलकर अपनी जिंदगी में चले जाते हैं.

आपने फिल्मों में एक लम्बी सफल पारी खेली है, लेकिन अब फिल्मों में दिखाई नहीं पड़ती, इसकी वजह क्या है?

मैंने साल 2000 में ही फिल्मों में काम करना छोड़ दिया था, क्योंकि वैसी औफर नहीं मिल रहे थे. असल में मेरे जमाने के हीरो पिता की भूमिका करने लगे थे और उन्हें हिरोइन यंग चाहिए थी, जिसमें मैं नहीं चल पाती. वहां काम नहीं रहा और यहां टीवी पर मुझे मुख्य भूमिका मिली. इसलिए मैंने इसे करना ही उचित समझा.

कादर खान के साथ आपने बहुत सारी भूमिकाएं की, उनसे जुड़ी कुछ यादों को शेयर करें.

हां मैंने उनके साथ बहुत काम किया है. हमारी आपस में बहुत अच्छी बौन्डिंग थी हम चार लोग, जिनमें मैं ,कादर खान, शक्ति कपूर और असरानी सभी एक परिवार की तरह थे.

कादर खान की तबियत तब बिगड़ी, जब उनके पास काम नहीं था. जब आप एक ऊंचे मुकाम पर पहुंच जाते हैं, तो वहां से नीचे आना मुश्किल होता है. ऐसा उनके साथ हुआ था. वे एक अच्छे अभिनेता और एक अच्छे लेखक थे. जाहिर है कि वहां से वे कहां आ गए थे और बहुत तनाव में रहते थे. उनकी मृत्यु के बाद जब मैंने फोन किया तो परिवार वालों ने भी मुझसे कहा था कि वे किसी से न तो बात करते थे और न ही किसी का फोन उठाते थे. हमेशा चिड़चिड़े रहते थे. उन्होंने अपने आप को अकेला कर लिया था, जिससे उनका चलना-फिरना उठना- बैठना सब खत्म हो गया था.

क्या इंडस्ट्री ऐसे अनुभवी कलाकार को भी इग्नोर करती है और उनकी मृत्यु के बाद कोई भी उन्हें देखने तक नहीं पहुंचता?

इंडस्ट्री कभी किसी आर्टिस्ट को इग्नोर नहीं करती. एक्टर जब चलता है तो सब साथ होते हैं और जब वह नहीं चलता है, तो कोई उसे सहानुभूति भी नहीं देता. मेरे हिसाब से आपको तब मर जाना चाहिए, जब आप लाइम लाइट में हैं. ये पुराना रिवाज है. पहले तो किसी को पता भी नहीं चलता था कि कोई कब मर गया. आज तो मीडिया है, जो ऐसी खबरों को दिखाती है और सबको पता चलता है. मुझे समझ में नहीं आता कि ऐसे कलाकार अपने आप को सबसे अलग क्यों कर लेते है.

आज के तनाव भरे माहौल में खुश रहने का मंत्र क्या है?

सभी को आगे आने वाली किसी भी समस्या को समझदारी से लेना चाहिए. जीवन में उतार-चढ़ाव आता और जाता है.

खाली समय में आप क्या करती हैं?

मैं खाली समय में अपनी डौगी ‘फिरंगी’ के साथ समय बिताती हूं. खाना बनाती हूं और शौपिंग करती हूं. घर में नहीं बैठती. इसके अलावा सुबह उठकर फिटनेस के लिए वर्कआउट करती हूं.

नए जेनरेशन के साथ काम करना कैसा लगता है?

बहुत अच्छा लगता है, वे मुझे सम्मान देते हैं और उनसे भी मैं बहुत कुछ सीखती हूं.

कोई अवार्ड जिसे पाकर आप खुश हुईं?

जब मुझे लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला, तो बहुत खुशी हुई थी.

उस दौर के निर्देशक जिससे आप बहुत प्रभावित थीं?

राज कपूर, जिनसे मैं बहुत प्रभावित थी.

क्या महिलाओं के लिए कोई मेसेज देना चाहती हैं?

मैं उन्हें कहना चाहती हूं कि हमेशा घर में न रहें. घर केवल सोने के लिए होता है. वहां रहे, बच्चों को देखे, खाना बनाये और जितना समय मिले बाहर निकलकर काम करें. नहीं तो आप मन ही मन कुछ न कुछ बुदबुदाते रहती हैं, जो आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं.

आप की कोई ड्रीम जो रह गयी हो?

मैं अपने जीवन के अंतिम समय तक काम करते रहना चाहती हूं, ताकि जीवन में कभी डिप्रेशन न आयें.

 ये टिप्स आपके ट्रैवल को बनाएंगे दिलचस्प

अगर आप ग्रीनरी जगहों पर जाने की शौकीन हैं तो इसे दिलचस्प बनाने के लिए आप अपनी यात्रा को पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करें. पर्यावरण को साफ रखने में मदद करें. तो आइए आज बताते हैं कि आप किन तरीकों को अपना कर पर्यावरण को साफ रख सकती हैं.

– पर्यावरण को सहायता करने में सफाई का अहम योगदान होता है. ऐसे में आप अपने साथ कूड़ा जमा करने का एक बैग रखें. जैसे घर साफ रखना जरूरी होता है वैसे ही हम जहां घूमने जाते उसे भी साफ रखना चाहिए. ग्लास, पेपर, प्लास्टिक, कैन आदि को अगल बैग में रखना चाहिए और बचे हुए खाना का गारबेज बैग अलग रख दें.

– यात्रा करते समय हम अक्सर अपनी सुविधा के लिए प्लास्टिक का प्रयोग करते हैं, जो पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. अगर आप ट्रैवेल करने के शौकीन है तो प्लास्टिक की जगह रीयूजेबल वाटर बटल का प्रयोग करें. प्लास्टिक बैग्स की जगह कपड़े का बैग प्रयोग कर सकती हैं. कहीं भी घूमने जा रहे है तो वहां के स्थानीय लोगों की मदद जरूर करें. प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करना उनकी बड़ी मदद होगी.

– आप कहीं घूमने जा रही हैं तो वहां के स्थानीय बाजार को बढ़ावा जरूर दें. वहां के स्थानीय खाने और पहनावें दोनों को तरजीह दें. वहां के हैंडीक्राफ्ट खरीदें. ये वहां की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते है.

– जहां कहीं भी घूमने जा रही हैं तो वहां होटल के बजाय होम स्टे में रहना चुनें. ये आपको नया अनुभव  देता है. होटल जैसी लक्जरी तो भले ही आप ना पाए पर घर जैसा प्यार और अनसुने किस्से सुनने को आपको जरूर मिलेगें. ये आपकी यात्रा को अधिक दिलचस्प बना देते है.

जानिए क्यों हमें कैश छोड़ डिजिटल पेमेंट को अपना लेना चाहिए

आजकल देशभर में कैशलेस ट्रांजेक्शन को काफी बढ़ावा दिया जा रहा. सरकार भी डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार में लगी है. लोगों को इस बारे में जागरुक करने के लिए टीवी, अखबार जैसे माध्यमों पर विज्ञापनों की लंबी फेहिस्त लगी है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि डिजिटल ट्रांजेक्शन के क्या फायदे होते हैं. और क्यों हमें कैश ट्रांजेक्शन से अधिक डिजिटल लेनदेन करनी चाहिए.

अच्छी सुविधा है डिजिटल ट्रांजेक्शन

डिजिटल ट्रांजेक्शन बेहद ही सुविधाजनक और आसान तरीका है लेनदेन का. इस माध्यम से सारे लेनदेन काफी आसानी से होते हैं. आप कहीं भी जाएं कैश की टेंशन से दूर रहें. इसके माध्यम से पेमेंट और बिल प्राप्त करना सब आसान हो जाता है.

सुरक्षित होता है डिजिटल ट्रांजेक्शन

अगर आप कैश रखती हैं और आपका पर्स गुम हो जाता है तो उसका वापस मिलना नामुंकिन होता है. जबकि डिजिटल पेमेंट में ऐसा नहीं है. अगर आपका कार्ड खो जाए तो आप उसे ब्लौक करा सकती हैं. या फिर कोई ऐसा लेनदेन जिसमें आपसे गलती से शुल्क लिया गया है उस पर आप दावा भी ठोक सकती हैं. यदि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है और आप समय पर इसकी रिपोर्ट करते हैं, तो वापस आपको वह राशि मिलने की संभावना रहती है.

 

मिलते हैं वित्तिय लाभ 

 

डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कैशबैक जैसे कई औफर्स दिए जा रहे हैं. जैसे कार्ड से पेमेंट करने पर पेट्रोल खरीदने पर छूट, रेल टिकट पर छूट, बीमा खरीदने जैसे कई छूट मिलते हैं. ई-वालेट कंपनियां कैशबैक औफर, रिवार्ड पौइंट्स भी देती हैं.

 

नहीं होता फाइनेंशियल खतरा

 

भारत जैसे देश में जहां हर छोटे बड़े काम के लिए अधिकारियों को पैसा खिलाना पड़ता है. योजनाओं के लाभ का भी आधे से ज्यादा पैसा सरकारी अधिकारी खा जाते हैं. ऐसे में डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (पीडीएस) से लाभार्थी तक पहुंचने वाले पैसे में भ्रष्टाचार की गुंजाइश नहीं रह जाती है.

डिनर में ऐसे बनाएं गोली पुलाव रेसिपी

सामग्री-

– चावल – 2 कप

– बेसन- 2 कप दही

– गरम मसाला पाउडर (1 कप)

– धनिया पाउडर (1 टेबलस्पून)

– लाल मिर्च पाउडर (1 टेबलस्पून)

–  2 चम्मच अजवाइन (1 टेबलस्पून)

– गार्निश करने के लिए (2 चम्मच मिंट पत्तियां)

– नमक (स्वादानुसार)

– आवश्यकतानुसार (तेल)

बनाने की विधि

– बेसन, दही, नमक और अजवाइन को मिक्‍स करें.

– फिर उसके छोटे छोटे बौल्‍स बनाएं.

– अब फ्राइंग पैन में तेल गरम करें, आंच को मध्‍यम रखें.

– इन बौल्‍स को फ्राई करें.

– प्रेशर कुकर में बासमती चावल चढाएं और पका कर किनारे रखें.

– 1 पैन में 2 चम्‍मच घी डालें.

– उसमें सौंफ को 2 सेकेंड के लिये फ्राई करें.

– फिर उसमें गरम मसाला पावडर, धनिया पावडर, लाल मिर्च पावडर डाल कर 10 सेकेंड पकाएं.

– आंच बंद कर दें, अब इसमें पका हुआ चावल, नमक और तैयार गोलियों को डालें.

– इसे अच्‍छी तरह से मिक्‍स करें, फिर पुदीने की पत्‍ती से गार्निश कर के सर्व करें.

 

कच्चे कटहल का कबाब

सामग्री:

– कच्चा कटहल (आधा किलो टुकड़ों में कटा हुआ)

–  एक कप प्याज का पेस्ट (आधा कप बारीक कटी हुई)

– कच्चे पपीते का पेस्ट (2 चम्मच)

–  कबाब मसाला (2 चम्मच)

– नमक (स्वादानुसार)

– लाल मिर्च पाउडर (स्वादानुसार)

– कसूरी मेथी (1 चम्मच)

– लाल मिर्च पाउडर (2 चम्मच)

– चाट मसाला (2 चम्मच)

– कोटिंग के लिए ब्रेड क्रम्ब तेल

बनाने की विधि :

– कटहल को तब तक उबालें जब तक वे बिल्कुल मुलायम न हो जायें.

– कटहल को छान लें और चम्मच से इसे अच्छी तरह मैश कर लें.

– इसमें कोई भी गांठ नहीं होनी चाहिए.

– तेल को छोड़कर बाकी सभी सामग्री इसमें मिला दें और पूरे मिश्रण को अच्छी तरह मिक्स करें.

– अब इस मिश्रण को 18-20 बराबर टुकड़ों में बांट लें.

– इनकी छोटी-छोटी लोई या पेडे बनाकर हाथो से गोल करें.

– और फिर दबाकर चपटा कर कटलेट की शेप में ढाल लें.

– कटलेट बनाते समय अपनी हथेलियों में थोड़ा सा तेल लगायें, जिससे ये हाथों में चिपके नहीं.

– अब इन कटलेट को ब्रेड क्रम्ब में लपेटें.

– तवे को तेज आंच पर गर्म करें और फिर उसमें तेल डालकर उसे और गर्म होने दें.

– अब उसपर कटलेट को रखकर दोनों तरफ से पलट-पलटकर पकाएं.

पाइये साफ और दमकती त्वचा

आज हम आपके लिए कई ऐसे स्‍किन टिप्‍स लेकर आए हैं जिसे अपना कर आप साफ, बिना दाग-धब्‍बो वाली और चमकीली त्‍वचा पा सकती हैं. अच्‍छा होगा कि अगर आपको चमकदार त्‍वचा चाहिए तो आप बाजार में मिलने वाले कैमिकल युक्त उत्पाद की जगह होममेड ब्‍यूटि प्रोडक्‍ट लगाइये. आज हम आपको बताएंगे ऐसे 15 तरीके जिससे आप चमकदार और दाग धब्‍बे रहित त्‍वचा पा सकेंगी.

  • खूब सारा पानी पीजिये और अंदर से तरोताजा रहिये. इसेस शरीर से गंदगी बाहर निकलती है और बौडी में नए सेल्‍स बनते हैं.
  • आपको हर दिन दो गिलास जूस अवश्‍य पीना चाहिये. इससे स्‍किन में पोषण पहुंचेगा और स्‍किन ग्‍लो करेगी.
  • अगर आप औफिस के काम की वजह से या किसी अन्य वजह से देर रात तक जगती हैं और सुबह आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती तो, इससे आपकी स्‍किन पर असर पड़ सकता है. दिन में कम से कम 8 घंटे जरुर सोना चाहिये.
  • अपनी डाइट में नींबू का प्रयोग करें. इसमें विटामिन सी पाया जाता है जो कि शरीर से गंदगी को दूर करता है. नींबू का चाहे तो सदाद में छिड़क कर खाएं या फिर गरम पानी में निचोड़ का पी जाएं.
  • संतरा आपकी त्‍वचा को चमकाने में बहुत मदद कर सकता है. इसका जूस पीजिये चाहे इसके छिलके को सुखा कर इसका पेस्‍ट बना कर लगाइये. यह हर तरह से स्‍किन को चमकदार बनाने में मदद करेगा.
  • ग्रीन टी सनबर्न को ठीक कर के त्‍वचा से दाग-धब्‍बों को हटा कर उसे कोमल बनाती है.
  • टमाटर को नियमित खाने से शरीर पर बुढापा धीरे धीरे आता है. यह त्‍वचा को फ्री रैडिक्‍ल से बचाता है और स्‍किन को चमकदार बनाता है.
  • केले को मैश कर के उसमें शहद और नींबू की कुछ बूंदे मिला लें. इस पेस्‍ट को गर्दन और चेहरे पर लगा कर 15 मिनट तक छोड़ दें और फिर धो लें. ऐसा करीबन हफ्ते में 1 बार करने से त्‍वचा में चमक आ जाएगी.
  • अंडा खाने से न केवल बॉडी बनती है बल्‍कि यह स्‍किन के लिये भी अच्‍छा होता है. अंडे को अपनी डाइट में शामिल करें और चमकदार त्‍वचा पाएं.
  • अनार में एंटीऔक्‍सीडेंट पाया जाता है जो कि त्‍वचा में आई किसी भी प्राकार की चोट और खरोच को जल्‍दी भरने में मददगार होता है. इसको पीने से खून भी बढता है, इसलिये त्‍वचा को लाल दिखाने में यह सहायक होता है.
  • दाल में प्रोटीन होता है, जिसे खाने से त्‍वचा की कोशिकाएं नई बनती हैं और त्‍वचा चमकदार बनता है.
  • आंखों के नीचे डार्क सर्कल को दूर करने के लिये अंडर आई क्रीमल लगाएं. क्रीम अच्‍छी क्‍वालिटी की होनी चाहिये.
  • स्‍क्रब करें त्‍वचा को स्‍क्रबर से स्‍क्रबर करने से नई त्‍वचा आती है और पुराने दाग धब्‍बे हल्‍के पड़ने लग जाते हैं. हफ्ते में 2 बार स्‍क्रब करना चाहिये.
  • अपनी त्‍वचा पर करीबन 10 मिनट तक माइस्‍चराइजर लगा कर चेहरे पर गोलाई में मसाज करें. अगर इसे रेगुलर किया जाएगा तो आपकी त्‍वचा फ्रेश, हेल्‍दी और यंग दिखेगी.
  • जब भी आप बाहर कड़ी धूप मे बाहर जाएं तो सनस्‍क्रीन हमेशा साथ में रखें. सूरज की कठोर किरणें त्‍वचा की रंगत को खराब कर देती हैं. सूरज कि किरणें आंखों के आस पास की त्‍वचा को खराब कर सकती हैं इसलिये इससे बचने के लिये धूप वाला चश्‍मा लगाएं.

जानिए नारियल पानी के फायदे

नारियल का पानी सेहत के लिए काफी लाभकारी है. ब्लड सर्कुलेशन की परेशानियों में ये बेहद लाभकारी है. इसके अलावा कई तरह की बीमारियों में ये बेहद असरदार है. अच्छी सेहत के साथ साथ ये आपको खूबसूरत और आकर्षक दिखने में भी काफी मदद करता है.

इस खबर में हम आपको बताएंगे नारियल पानी से होने वाल फायदों के बारे में.

किडनी के लिए है फायदेमंद

इसमें मौजूद मिनरल्स, पोटैशियम, मैग्नीशियम की वजह से किडनी से होने वाली बीमारियों में राहत मिलती है. यह यूरीन के उत्पादन और प्रवाह को दुरुस्त रखता है.

त्वचा के लिए है फायदेमंद

त्वचा संबंधी कई बीमारियों में, जैसे पिंपल या दाग-धब्बों में नारियल पानी काफी असरदार होता है. नारियल पानी को आप सीधे अपने चेहरे पर भी लगा सकती हैं.

अच्छा होता है इम्यून

नीरियल पानी में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. इसके पाए जाने वाले कई एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण इम्यूनिटी बढ़ाने का प्रमुख आहार बन जाता है नारियल. नारियल पानी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है व फ्लू जैसी बीमारियों से बचाता है.

प्रेग्नेंसी में है लाभदायक

जानकारों की माने तो प्रेग्नेंसी में नारियल पानी सेहत के लिए अच्छा होता है.  प्रेंग्नेंसी में होने वाले कब्ज, हार्ट बर्न जैसी परेशानियों में बेहद कारगर होता है नारियल पानी.

वजन घटाने में करता है मदद

अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं तो आज ही अपनी डाइट में नारियल पानी को शामि कर लें. इसके सेवन से आपको ज्यादा भूख भी नहीं लगती और साथ में आपका वजन भी काफी कम रहता है.

प्लास्टिक की बोतल पर होती है टौयलेट से ज्यादा गंदगी

हाल ही में हुए एक अध्ययन में ये बात सामने आई कि जिस प्लास्ट‍िक के बोतल का इस्तेमाल लोग बार-बार पीने के पानी के लिए करते हैं, उसमें दरअसल टौयलेट सीट से भी ज्यादा कीटाणु होते हैं, जो बीमारियों का कारण बनते हैं.

इस अध्ययन की मानें तो बोतलों में पाए जाने वाले कीटाणुओं में ज्यादातर ऐसे होते हैं जिससे लोगों को गंभीर बीमारियां होती हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप कुछ जरूरी बातों का खासा ख्याल रखें जिससे आप खुद को इन बीमारियों से दूर रख सकें.

प्लास्टिक बोतलों से होने वाली परेशानियों से बचने के लिए जरूरी है कि आप यूज्ड बोतलों का दोबारा इस्तेमाल ना करें. खासतौर पर बाजार में मिलने वाले बोतलों का दोबारा इस्तेमाल करने से बचें.

सबसे जरूरी बात कि घर की जरूरतों के लिए आप बीपीए फ्री प्लास्टिक की बोतलों को ही खरीदें. इसके अलावा शीशे और स्टेनलेस स्टील वाली बोतलों का इस्तेमाल सेहत के लिए अच्छा होता है.

तो अब रोहित शेट्टी संग काम करेंगे सलमान खान

बौलीवुड के दबंग खान यानी सलमान खान साल 2018 से ही फिल्म ‘भारत’ को लेकर चर्चा में हैं. लोग उनकी फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इसी बीच खबर आ रही है कि सलमान रोहित शेट्टी के साथ एक प्रोजेक्ट पर काम करने जा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो रोहित शेट्टी और साजिद नाडियाडवाला कई दफा सलमान को लेकर फिल्म बनाने और फिल्म के कंटेंट पर विचार करने के लिए मिल चुके हैं. जिन आइडियाज पर दोनों ने बात की है उनमें से किक फिल्म में सलमान द्वारा निभाया गया देवी लाल सिंह (डेविल) का रोल उनके दिमाग में चल रहा है. फिल्म में सलमान के कैरेक्टर को खाकी वर्दी में दिखाया गया था. अगर ये आइडिया प्लान के मुताबिक चलता है तो सलमान, रोहित की फिल्म में एक पुलिसवाले के रोल में नजर आ सकते हैं.

साल 2010 में ‘दबंग’ रिलीज हुई थी. फिल्म में पुलिस अवतार में सलमान ने सभी का दिल जीत लिया था. इसका दूसरा पार्ट भी काफी सफल रहा था. फिलहाल सलमान खान अली अब्बास जफर के निर्देशन में बन रही फिल्म भारत की शूटिंग कर रहे हैं. इसके बाद वे दबंग 3 की शूटिंग शुरू करेंगे. साल 2019 के अंत में रोहित शेट्टी संग सलमान इस नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर सकते हैं.

रोहित शेट्टी की बात करें तो उनकी पिछली रिलीज सिम्बा ब्लौकबस्टर साबित हुई. देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में फिल्म ने शानदार कमाई की. इसमें पहली बार रणवीर सिंह पुलिस की वर्दी में नजर आए. इसके अलावा रोहित शेट्टी बौलीवुड के मिस्टर खिलाड़ी अक्षय कुमार संग भी काम कर रहे हैं. मालूम हो कि फिल्म सूर्यवंशी में पहली बार दोनों की जोड़ी साथ नजर आएगी.

फैमिली वेकेशन पर जा रही हैं तो रखें इन बातों का ध्यान

अगर आप फैमिली वेकेशन पर जाने की प्लान कर रही हैं तो हर एक चीज़ की पहले से प्लानिंग करके ही आप उस ट्रिप की आनंद ले पाएंगी. ट्रांसपोर्ट से लेकर होटल्स की प्री-बुकिंग जहां आपके पैसे बचाने का काम करते हैं वहीं ट्रैवलिंग के दौरान होने वाली भागदौड़ से भी बचाते हैं.सोलो या ग्रूप ट्रैवल में जहां कई सारी चीज़ों के साथ समझौता करना संभव होता है वहीं फैमिली में इसके चांसेज न के बराबर होते हैं. तो आइए जानते हैं कि फैमिली वेकेशन पर किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

फैमिली फ्रेंडली रूम

होटल्स के रूम और बाथरूम साफ-सुथरे हैं या नहीं? टीवी, वाई-फाई, रूम के अंदर फोन और पार्किंग, ऐसी ही दूसरी सर्विसेज़ के बारे में, इंटरनेट पर मौजूद कस्मटर रिव्यूज़ में आसानी से पढ़ सकती हैं. इसके बाद ही बुकिंग बटन पर क्लिक करें.

होटल्स में डाइनिंग के जितने ज्यादा औप्शन होंगे उतना ही बेहतर होता है. लंच, डिनर और कौफी पीने के लिए अलग स्पेस न सिर्फ भीड़-भाड़ से दूर रखते हैं बल्कि अलग-अलग वैराइटी वाली डिशेज को भी ट्राय करने का औप्शन देते हैं.

रूम का साइज

रूम इतना बड़ा है या नहीं जिसमें पूरी फैमिली एक साथ रूक सकती है. और अगर कहीं एक्स्ट्रा बेड की जरूरत पड़े तो उसे लगवा सकते हैं या नहीं. बाथरूम रूम से अलग तो नहीं? इन सारी चीज़ों की जानकारी पहले ले लें.

होटल का लोकेशन

फैमिली के साथ जिस भी जगह जाने की प्लानिंग कर रही हैं. सबसे पहले वहां होटल के बारे में पता कर लें. ऐसे होटल में बुकिंग कराएं जो शहर बहुत दूर न हो जो सेफ्टी के लिहाज से बहुत जरूरी है. आसपास घूमने वाली जगहें नज़दीक हों. जिससे ट्रांसपोर्ट में बहुत ज्यादा पैसे न खर्च करने पड़े.

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