रात को ये आजमायें और कमर घटायें

रात हमारी दिनभर की थकान को दूर करने का सबसे अच्छा टाइम होता है. रात में अक्सर लोग संगीत सुनना पसंद करते हैं. वहीं बुक्स पढ़ने का मजा भी तो रात की खामोशी में आता है और अगर कोई हमराही मिल जाए तो लेट नाइट डेट पर जाने का आइडिया भी बुरा नहीं है.

जब रात की इतनी सारी बातें हो रही हैं तो क्यों न हेल्थ से जुड़ी कुछ बातों पर भी नजर डाल ली जाए. अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं तो रात के समय आपको खुद पर ध्यान रखने की ज्यादा जरूरत है.

आइए जानें, रात में इन 6 बातों का ध्यान रखना आपको कैसे बनाता है सेहतमंद.

1. रात के खाने में नमक हो कम

अगर आप वजन तेजी से कम करना चाहते हैं तो रात के खाने में नमक की मात्रा को कम कर दें. डिनर में चाइनीज फूड को पूरी तरह न कहें और जितना हो सके उबली सब्जियां और सूप लें.

2. रात में एक्सरसाइज करना है फायदेमंद

2013 में हुए एक सर्वे का मानना है कि रात के समय वर्कआउट करने से नींद अच्छी आती है जिससे वजन संतुलित रहता है और सुबह के समय शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है.

3. लंच टाइम से करें

कई बार काम की वजह से या फिर खाना न बना पाने की वजह से हम लंच स्किप कर देते हैं. हाल में हुए एक शोध का मानना है कि लंच को समय पर करने की आदत डालें. ये आपके वजन को मेंटेन रखने का काम करता है.

4. पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं

पानी आपके शरीर से तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है. लेकिन रात के समय ढेर सारा पानी पीने से बचें. सोने से पहले बस एक ग्लास पानी पिएं ताकि रात भर वॉशरूम जाने से बच सकें.

5. बेडरूम को रखें रात के समय पूरी तरह डार्क

एक स्टडी के अनुसार हमारी बॉडी में बनने वाला मेलाटॉनिन शरीर से ब्राउन फैट को घटाने में मदद करता है. जब आप पूरी तरह अंधेरे में होते हैं तो मेलाटॉनिन ज्यादा बनता है. इसलिए आप इस बात का ध्यान रखें कि आपके बेडरूम की सारी लाइट्स बंद हों और कमरे में अंधेरा हो.

6. रूम टेम्परेचर का रखें खास ख्याल

National Institute of health clinical center study के मुताबिक जो लोग 66 डिग्री रूम टेम्परेचर पर सोते हैं, वह 7 प्रतिशत ज्यादा कैलोरी बर्न करते हैं उन लोगों के मुकाबले जिन्हें 75 डिग्री रूम टेम्परेचर पर सोने की आदत होती है.

खजुराहो के अजब-गजब मंदिर

खजुराहो, मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख शहर है, जो अपने प्राचीन एवं मध्यकालीन मंदिरों के लिये विश्वविख्यात है. खजुराहो मंदिर की आश्चर्यजनक वास्तुकला और कामुक मूर्तियां पर्यटकों का ध्यान अपनी और खिंचती हैं. यूनेस्को की विश्व धरोहर सूचि में शामिल यह मंदिर मध्य प्रदेश के छत्तरपुर जिले में स्थित है. खजुराहो, भारतीय आर्य स्थापत्य और वास्तुकला की एक नायाब मिसाल है.

खजुराहो के कलात्मक मंदिर दुनिया के लिए एक अनमोल तोहफा हैं. यहां की कलाकृतियां उस समय की कारिगरी का नायाब नमूना है. खजुराहो के मंदिरों को देखने के बाद कोई भी इन्हें बनाने वाले हाथों की तारीफ किए बिना नहीं रह सकता. खजुराहो में चंदेल राजाओं द्वारा बनवाए गए खूबसूरत मंदिरो में की गई कलाकारी इतनी सजीव है कि कई मूर्तियां सजीव प्रतीत होती हैं.

इन्हीं खूबियों के साथ खजुराहो के मंदिर से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें भी हैं जिन्हें जान आपकी उत्सुकता और बढ़ जाएगी और आप अपने अगला वेकेशन में यहां जरूर आना चाहेंगे. चलिए जानते हैं खजुराहो के बारे में ऐसी ही कुछ दिलचस्प बातें.

नाम की उत्पत्ति

‘खजुर’ शब्द से खजुराहो का नाम रखा गया क्योंकि शहर की बाहरी दीवारें खजूर के पेड़ों से घिरी हुई थीं. प्राचीन समय में खजुराहो, खजूरपुरा के नाम से भी जाना जाता था.

बलुई पत्थर से निर्मित मंदिर

खजुराहो के ज्यादातर मंदिर गुलाबी, बादामी और पीले रंग के साथ बलुई पत्थरों से बने हुए हैं.

विकृत मंदिर

मध्यकालीन युग में यहां 85 मंदिर हुआ करते थे, जिनमें से अभी यहां सिर्फ 22 मंदिर बचे हैं. बाकि मंदिर प्राकृतिक आपदाओं के कारण ध्वस्त हो गए.

कामुक मूर्तियां

जैसा कि खजुराहो के मंदिरों के बारे में आम धारणा है कि ये मंदिर कामुक मूर्तियों से भरे पड़े हैं, पर यहां सिर्फ 10% ही ऐसी कामुक मूर्तियां वर्णित हैं, बाकि मूर्तियों में मनुष्य की रोजमर्रा की जिंदगी और दिनचर्या को दर्शाया गया है, जैसे कुम्हार और किसान काम करते हुए, संगीतकार गीत गाते हुए,स्त्रियां वस्त्र पहनती हुईं आदि. कामसूत्र के देश में ऐसी मूर्तियों का होना स्वभाविक है. कामुक मूर्तियां उस समय की अग्रणी सोच को भी दर्शाती हैं.

मंदिरों के अंदर का भाग

मंदिरों के अंदर सारे कमरे पूर्व से पश्चिम की ओर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. हर एक कमरे में एक प्रवेश द्वार, एक हॉल, एक मंदिर और एक गलियारा बना हुआ है.

देवी देवताओं की छवियां

खजुराहो मंदिर में बनी देवी देवताओं की छवियां विभिन्न अभिव्यक्तियों को प्रदर्शित करती हैं जैसे, शिव और शक्ति, येन और यांग, महिला और पुरुष सिद्धांत आदि.

मंदिरों का विभाजन

खजुराहो के मंदिरों के समूह को तीन भागों में विभाजित किया गया है- पश्चिमी, पूर्वी और दक्षिणी.

मंदिरों की खोज

खजुराहो के मंदिर जिनका निर्माण मध्यकाल में हुआ था, इन्हें फिर से 20वीं सदी में पुनः खोज निकाला गया जिसके बाद इन्हें संरक्षित किया गया.

वास्तु प्रतिभा का सबसे बेहतरीन नमूना  

खजुराहो के मंदिरों को मध्यकालीन काल के दौरान का भारतीय वास्तु प्रतिभा का सबसे बेहतरीन नमूना माना जाता है.

बड़े पर्दे पर वापसी करेंगे बॉबी देओल

बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र के बेटे बॉबी देओल जल्द ही बड़े पर्दे पर वापसी करने वाले हैं. हाल ही में बॉबी से जुड़ी कई खबरें आई थीं कि वो डीजे बनने वाले हैं. लेकिन अब सुनने में आया है कि वो बॉलीवुड में वापसी कर रहे हैं.

आखिरी बार अपनी सनी देओल और पापा धर्मेंद्र के साथ यमला पगला दीवाना 2 में नजर आए बॉबी अब एक नए प्रोजेक्ट में दिखाई देने वाले हैं. जिस फिल्म से बॉबी वापसी कर रहे हैं उसे बॉबी खुद ही प्रोड्यूस भी कर रहे हैं.

यह फिल्म यूके में शूट की जाएगी. इस फिल्म को करीब एक महीने के अंदर शूट किया जाएगा. बताया जा रहा है कि यह फिल्म एक एक्शन थ्रिलर फिल्म होगी. यह बॉबी के अब तक के करियर से हटकर बताई जा रही है.

बता दें कि, बॉबी ने बरसात, सोल्जर, बादल आशिक जैसी हिट फिल्में दे चुके हैं. बॉबी के करीबियों का कहना है कि यह फिल्म बॉबी को फिर एक बार बॉलीवुड में एक नया मुकाम दिलाएगी. अब एक बार दोबारा इंडस्ट्री पर छा जाने की तैयारी में लगे बॉबी ने पहली बार बतौर चाइल्ड एक्टर कैमरा फेस किया था. वह साल 1977 में आई फिल्म धर्म वीर में नजर आए थे.

इसके बाद साल 1995 में उन्होंने ट्विंकल खन्ना के साथ फिल्म बरसात के जरिए बतौर हीरो अपनी शुरुआत की थी. इस फिल्म में बॉबी बादल के किरदार में थे. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बॉबी को चोट आई थी. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए लंदन जाना पड़ा था. इस फिल्म के लिए बॉबी को बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड भी मिला था.

इसके बाद साल 1997 में बॉबी गुप्त फिल्म में नजर आए थे. राजीव राय के डायरेक्शन नें बनी ये सस्पेंस थ्रिलर की काफी तारीफ हुई थी. हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी. अब लंबे अर्से से पर्दे से गायब रहने वाले बॉबी ने वापसी का प्लान बना लिया है. उम्मीद है कि यह फिल्म अच्छा करे और हमें उनका नया रूप देखने को मिले.

“मैं प्लेबॉय और सीरियल डेटर हूं”

रणबीर कपूर को शुरू से ही उनकी प्लेबॉय और कैसिनोवा इमेज को लेकर काफी कुछ कहा जाता रहा है और अब तो इस कपूर जूनियर ने भी मान लिया है कि उन्हें ‘सीरियल डेटर’ कहना कुछ हद तक सही है.

नेहा धूपिया के वॉयस टॉक शो ‘नो फिल्टर नेहा’ में इस बार रणबीर कपूर पहुंचे थे जहां उन्होंने कई तरह के खुलासे किये. सबसे बड़ा खुलासा अपनी इमेज को लेकर था. ये तो सबको पता ही है कि अपने करियर के शुरू से ही रणबीर फिल्मों में अपने काम को लेकर सुर्खियों में नहीं रहे उससे कहीं ज्यादा अपने पर्सनल लव रिलेशनशिप को लेकर.

दीपिका पादुकोण के साथ लंबे समय तक रिलेशनशिप रखने के बाद उनका अलगाव हो गया और फिर कटरीना कैफ के साथ भी उनका काफी समय तक रिश्ता रहा. हालांकि पिछले साल ही कैट और रणबीर ने अपने रिश्तों को तोड़ दिया.

नेहा के शो में रणबीर ने अपने बारे में एक खरी खरी बात भी की. रणबीर ने कहा “मुझे लगता है कि दुर्भाग्य से ही सही लेकिन जिस तरह मैंने अपने करियर के शुरू में जिस तरह की फिल्में की और जिस तरह से मेरा दो अभिनेत्रियों के साथ रिलेशनशिप रही, लोगों का ये परसेप्शन बन गया कि मैं एक प्लेबॉय और सीरियल डेटर हूं. ये पूरी तरह तो नहीं लेकिन कुछ हद तक सही है.”

रणबीर के कुछ हद तक कहने का मतलब तो वो अच्छी तरह बता सकते हैं लेकिन एक बात तो तय है कि रणबीर कपूर अपनी जनरेशन के ऐसे अभिनेता जरूर है जिन्हें उनकी पर्सनल लाइफ की खबरों की वजह से काफी प्रमोशन मिला है.

बिग बॉस से बाहर होंगे स्वामी ओमजी!

बिग बॉस 10 के ओम स्वामी जी शो की शुरुआत से ही अपने अजीब बर्ताव के चलते सुर्ख‍ियों में हैं. ओम स्वामी शो पर अपनी बेबाकी के चलते खूब फुटेज बंटोर रहे हैं. लेकिन अब इस शो के फैन्स के लिए बैड न्यूज है. और वो खबर यह है कि ओम स्वामी को बिग बॉस जल्द घर के बाहर का रास्ता दिखा सकता है.

सिर्फ शो में अपने व्यवहार के कारण ही नहीं बल्कि ओम स्वामी अपनी निजी जिंदगी से जुड़े कई विवादों के चलते भी खबरों में छाए रहे हैं. ओम स्वामी के खि‍लाफ दिल्ली कोर्ट में चोरी का केस चल रहा है और इसके तहत उनके खि‍लाफ वारंट भी जारी किया जा चुका है. ना सिर्फ चोरी बल्कि आर्म एक्ट और टाडा जैसे आपराधिक मामलों में ओम स्वामी का नाम सामने आया है.

ओम जी पर चल रहे कई आपराधिक मामलों को देखते हुए बिग बॉस मेकर्स उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाने की योजना बना रहे हैं. इस शो के सूत्रों के मुताबिक, ओम स्वामी की छवी को देखते हुए शो मेकर्स उन्हें घर से बाहर कर सकते हैं क्योंकि वे नहीं चाहते कि ओम जी के कारण शो को किसी भी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा.

इसमें कोई दो राय नहीं कि ओम स्वामी की मौजूदगी शो को खूब टीआरपी दे रही है, तो क्या ऐसे में बिग बॉस उन्हें घर से बाहर करने का रिस्क वाकई लेगें? खैर ये तो वक्त ही बताएगा.

‘नागिन’ फेम मौनी की बॉलीवुड में एंट्री

टीवी पर ‘नागिन’ सीरीज ने मौनी रॉय को बहुत पॉपुलर कर दिया है. इसके दूसरे सीजन में भी वह अभी तक टीआरपी के टॉप पर हैं.

वैसे बहुत कम लोग यह जानते हैं कि मौनी एक अच्छी एक्ट्रेस होने के साथ ही एक बेहतरीन डांसर भी हैं. यूं तो इसकी एक झलक हम ‘नागिन’ में देख चुके हैं लेकिन अब उनका यह टैलेंट पूरे एक गाने में दिखने जा रहा है और वह भी बड़ी स्क्रीन पर.

जी हां, मौनी रॉय एक आइटम नंबर के साथ बॉलीवुड में एंट्री कर रही हैं. यह फिल्म है इसी महीने रिलीज होने वाली डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की ‘तुम बिन 2’ . वैसे फिल्म में मौनी के इस गाने को रखे जाने की बात भी दिलचस्प है.

दरअसल, ‘तुम बिन ‘ में जहां 13 गाने थे, वहीं इसके सीक्वल में 5 ही गाने रखे गए हैं. जब इस बारे में टीम ने अनुभव सिन्हा को बताया, तो फिल्म में तुरंत एक आइटम नंबर रखना तय हो गया. इसी गाने में मौनी तीन सिंगर्स के साथ थिरकती नजर आएंगी. यह एक पुराने पंजाबी हिट नंबर ‘नचना नी औंदा…’ का रिमिक्स वर्जन होगा. मौनी जल्द ही इसकी शूटिंग शुरू करेंगी.

वैसे, मौनी के लिए बॉलीवुड अपने दरवाजे फिल्मों के लिए भी खोल दिए हैं. बताया जा रहा है कि हाल ही में मौनी ने एक फिल्म साइन की है. जानते हैं इसके डायरेक्टर कौन हैं? ये हैं बिजॉय नम्बियार, जो अमिताभ बच्चन और फरहान अख्तर के साथ ‘वजीर’ बना चुके हैं.

उम्मीद है कि मौनी की बॉलीवुड की पारी ऐसे ही हिट रहेगी, जैसे उनको छोटे पर्दे पर मिली है.

ऐसे बढ़ायें इम्युनिटी

अगर आप अपनी इम्युनिटी को बढ़ाना चाहती हैं तो आप अपने आहार में कुछ पोषक तत्‍वों को शामिल करें जैसे, विटामिन डी, एंटीऑक्‍सीडेंट, विटामिन सी आदि.

एक स्वस्थ जीवनशैली आपके इम्युन सिस्टम को बढ़ाने, संक्रमणों से रक्षा करने में, सूक्ष्म जीवों से और बीमारी पैदा करने वाले वायरसों से रक्षा करने में मदद करता है. शारीरिक व्यायाम, धूम्रपान छोड़ना, हेल्दी हार्ट और सही ब्लड प्रेशर रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए अनुकूल हैं, साथ ही बेहतर और स्वास्थ्यवर्धक खाना रोग प्रतिरोधकता बढ़ाते हैं. फैट सोल्यूबल विटामिन ई रोग प्रतिरोधक सिस्टम के लिए बेहतर है.

एक प्राकृतिक एंटी-ओक्सीडेंट्स के रूप में विटामिन ई फ्री रेडिकल्स का ओक्सीकरण कर वसा की झिल्ली की रक्षा करता है, साथ ही कोशिकाओं की रक्षा भी करता है. एंटी-ओक्सीडेंट्स तत्वों के कारण विटामिन ई आपको कैंसर, दिल की बीमारियों और अर्थेरोसक्लेरोसिस से बचा सकता है, साथ ही यह धमनी की दीवारों की फैटी मेटेरियल्स से रक्षा करता है जिनसे कि रक्त संचार रुक सकता है.

आपको वेजीटेबल ऑयल, ब्रोक्कोली, बादाम और मूंगफली बटर से पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई मिल सकता है. विटामिन सी एंटी-माइक्रोबियल और कोशिकाओं को नष्ट करने वाकई गतिविधियों को बढ़ाता है और लिम्फोसाइट पैदा करता है, जो कि सफ़ेद रुधिर कोशिकाएं हैं जो की शरीर की रोग प्रतिरोधकता बढ़ाती हैं.

विटामिन से भरपूर आहार लेने से चेमोटाक्सिस बढ़ता है, यह सफेद रुधिर कोशिकाओं की गतिविधि है जिसे संक्रमण की जगह न्यूटरोफिल्स कहते हैं. खरबूजा, ब्रोकोली, कीवी, संतरे का रस और लाल मिर्च जैसे खाद्य पदार्थों से आपको भरपूर विटामिन सी मिल सकता है.

कैरोटेनोड्स आपके इम्यून सिस्टम पर अनुकूल प्रभाव डालता है. साथ ही यह लिम्फोसाइटों को भी बढ़ाता है. यह साइटोकिन्स और प्रोटीन है को भी बढ़ाता है जिससे रोग प्रतिरोधकता बढ़ती है और जलन आदि भी नहीं होती है.

यह बलगम, पेट में एसिड और त्वचा व आंसुओं के एंजाइम के द्वारा शरीर में हानिकारक चीजों को जाने से रोकता है. साथ ही कई तरह के एंटीजन, प्रतिरक्षा में फायदेमंद सूक्ष्मजीवों और वायरसों को बढ़ाकर इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है. आपका शरीर एंटीबॉडी का निर्माण करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

विटामिन डी स्वाभाविक और अनुकूल दोनों तरह की रोग प्रतिरोधकता बढ़ाता है. विटामिन डी का फोर्टिफाइड जूस, डेयरी उत्पाद, मछली और दही में भरपूर विटामिन डी होता है.

यहां मिलते हैं फ्री प्रोडक्ट्स

अगर आपसे यह कहा जाए कि‍ आपको ब्रांडेड कंपनि‍यों के प्रोडक्‍ट फ्री में दि‍ए जा रहे हैं तो आप क्‍या कहेंगी? फ्री में मि‍लने वाले प्रोडक्‍ट को इनकार करना तो मुश्‍कि‍ल ही है. एफएमसीजी से लेकर कंज्‍यूमर गुड्स सेक्‍टर की कई कंपनि‍यां अपने नए और पुराने प्रोडक्‍ट्स और सर्वि‍सेज को प्रोमोट करने के लि‍ए प्रोमोशनल ऑफर्स पर डील्‍स के दौरान फ्री सैम्‍पल प्रोवाइड करती हैं. ये फ्री सैम्‍पल्‍स देश की कुछ वेबसाइट्स के जरि‍ए लि‍ए जा सकते हैं. यहां हम आपको उन वेबसाइट्स की जानकारी दे रहे हैं.

फ्री का माल

फ्री का माल वेबसाइट कोई नया नाम नहीं है लेकि‍न इसे केवल बेहतरीन डील्‍स और ऑफर्स को आसानी से ढूंढने के लि‍ए जाना जाता है. इस वेबसाइट पर रीचार्ज कूपन, फूड संबंधि‍त चीजें, ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट्स, मोबाइल ऐप्‍लीकेशन के अलावा दूसरी रोजाना इस्‍तेमाल होने वाले प्रोडक्‍ट्स के लि‍ए कई डील्‍स दि‍खते हैं. अगर आप फ्री सैम्‍पल लेना चाहते हैं तो आपको वेबसाइट के साथ रजि‍स्‍ट्रेशन कराना होगा.

माई टोकरी

इस वेबसाइट पर कई लोग रोज वि‍जि‍ट करते हैं और वह शैम्‍पू, मूवी टि‍कट बुकिंग, कॉफी, टोस्‍टर ओवन, फ्री कॉलिंग पैक्‍स और ट्रैवलिंग के लि‍ए कई ऑफर्स और डील्‍स का फायदा उठाते हैं. इस वेबसाइट के जरि‍ए भी ब्रांडेड कंपनि‍यां लोगों को फ्री सैम्‍पल देकर प्रोमोशन करती हैं.

सेव माई रुपी

डील्‍स प्रोवाइड करने वाली यह वेबसाइट दूसरे तरीके के ऑफर्स देती है जैसे कैश बैक, वाटर प्‍युरि‍फायर का फ्री होम डेमो, हेल्‍थ संबंधि‍त चीजें, फेस वॉश और कई और प्रोडक्‍ट्स. 

माल फ्री का

यहां कई वि‍भिन्‍न तरीके के प्रोडक्‍ट्स पर ऑफर्स मि‍ल सकते हैं जैसे बेबी डाइपर्स, हेयर रीमूवल क्रीम, कोल्‍ड क्रीम्‍स का फ्री सैम्‍पल, फ्री वेलकम गि‍फ्ट स्‍पाई पेन और कई दूसरे प्रोडक्‍ट्स. जो लोग जीरो कॉस्‍ट के प्रोडक्‍ट लेना चाहते हैं वह इस वेबसाइट को देख सकते हैं.

गेट फ्री डील्‍स

यहां कई चीजें मि‍ल सकती हैं जैसे नोटबुक्‍स, क्‍लॉथ और फुटवेयर, लैपटॉप और स्‍मार्टफोन, कार और बाइक एक्‍सेसरीज, ब्‍ल्‍यूथुट, मोबाइल फोन, डोरमैट, डबल बेड शीट, हार्ड डि‍स्‍क और कई दूसरे प्रोडक्‍ट्स के लि‍ए डि‍स्‍काउंटेड प्राइस और कूपन कोड मि‍लते हैं.

ऑर्डर फ्री स्‍टफ

यह डील प्रोवाइड करने वाली नई वेबसाइट है. यहां शूज, परफ्यूम, ब्यूटी क्रीम, हेयर ऑयल या हेयर केयर आइटम्‍स और पेन ड्राइव संबंधि‍त ऑफर्स के लि‍ए वि‍जि‍ट कि‍या जा सकता है.

आकर्षक लुक पाना अब अपने हाथ में

क्या आप को पता है कि कुछ ब्यूटी ट्रीटमेंट्स से आपका लुक आकर्षक हो जाएगा? पेश हैं, कुछ ऐसे ही खुद को खूबसूरत बनाने के आधुनिक तरीके. पर ध्यान रहे ये ट्रीटमेंट्स किसी अच्छे विशेषज्ञ से ही कराएं.

लिप औग्मैंटेशन

होंठों को खूबसूरत बनाने का आधुनिक तरीका है लिप औग्मैंटेशन. यह एक बेहद सरल प्रक्रिया है, जिस में चंद मिनटों का समय लगता है होंठों को खूबसूरत और आकर्षक लुक देने के लिए. उन में इंजैक्शन के जरीए कुछ फिलर भरते हैं. भराव के लिए भी कई विकल्प मौजूद हैं, जो अलगअलग प्रकार के बेहतरीन परिणाम देते हैं.

यह मुख्यरूप से एचए फिलर्स के साथ काम करता है. ऐसे में एचए फिलर्स के द्वारा किया गया लिप इन्हांसमैंट 8 से 10 महीनों तक रहता है. इस के बाद इसे दोबारा कराने की आवश्यकता होती है. यह अवधि इस बात पर भी निर्भर करती है कि कौन सा फिलर प्रयोग किया गया है और किस जगह पर इंजैक्शन लगाया गया है.

लिप इन्हांसमैंट से होंठ जहां एक ओर संपूर्ण और अधिक फूले दिखाई देते हैं, वहीं इस से मुंह के आसपास की झुर्रियां भी कम हो जाती हैं. लिप औग्मैंटेशन के द्वारा उन्हें खासा फायदा होता है जिन के होंठ बहुत पतले हों या फिर जिन का आकार ठीक न हो अथवा जिन के मुंह के चारों ओर बारीक लाइनें आ गई हों.

समय व खर्च

इस प्रक्रिया में 20 से 25 मिनट का समय लगता है और खर्च करीब 20 से 25 हजार तक आता है.

नोज शेपिंग

अगर आप की नाक की शेप प्रौपर नहीं है, तो आप 1-2 घंटों में हो जाने वाले नोज शेपिंग ट्रीटमैंट की मदद से सही शेप पा सकती हैं. इतना ही नहीं, इस के साथ आप अपने अपरलिप पार्ट और नोज के बीच नोज पौइंट का ऐंगल भी ठीक करवा सकती हैं. चाहें तो इसे फेस लिफ्ट के साथ भी करवा सकती हैं.

इसके लिए आप को बस 1 दिन के लिए ही ऐडमिट होना पड़ता है. हालांकि पूरी तरह से सूजन जाने में

2 महीने का वक्त लग जाता है. मगर आप अपने काम पर 2-3 हफ्तों बाद जा सकती हैं.

खर्च व समय

इस प्रक्रिया में 1 से 2 घंटों का समय लगता है व खर्च करीब 30 से 40 हजार तक आता है.

हाथों में फिलिंग

आप अपनी उम्र छिपाने की कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन आप के हाथोें की त्वचा उस की पोल खोल ही देती है. लेकिन आज बाजार में कई ऐसी प्रक्रियाएं उपलब्ध हैं, जो आप की इस समस्या को पलक झपकते दूर कर सकती हैं.

आखिर शादी हो या अन्य कोई फंक्शन हाथों की खूबसूरती सचमुच आप की सुंदरता को कई गुना बढ़ा देती है. इसीलिए आजकल बाजार में हैंड फिलिंग के लिए औटोमैटिक इंजैक्शन के विकल्प भी मौजूद हैं. यह तकनीक आप के हाथों को पहले की तरह नर्ममुलायम और भरा हुआ लुक देती है. यानी आप के हाथ पहले की तरह आकर्षक बन जाते हैं.

खर्च व समय

15 से 30 हजार का खर्च आता है और इस प्रक्रिया में 20 से 40 मिनट का ही समय लगता है. यह प्रक्रिया शुरू में 4 महीनों तक हर महीने 4 बार करानी होती है. फिर साल में 1 बार ट्रीटमैंट कराना होता है.

फेस लिफ्ट

फेस लिफ्ट कौस्मैटिक सर्जरी का औपरेशन है. इस के द्वारा कौस्मैटिक सर्जरी कर के ढीली त्वचा को खींच दिया जाता है. त्वचा को खींचने पर झुर्रियां अपनेआप खत्म हो जाती हैं तथा त्वचा में युवावस्था जैसा खिंचाव पैदा हो जाता है. कोई कितनी भी वृद्ध क्यों न हो, फेस लिफ्ट कर के उस की त्वचा में युवावस्था की त्वचा जैसा निखार पैदा किया जा सकता है.

एक बार केस लिफ्ट कराने का असर लगभग 10 वर्षों तक रहता है. तत्पश्चात दोबारा फेस लिफ्ट कराने की आवश्यकता पड़ती है. फेस लिफ्ट के औपरेशन के साथसाथ वृद्धावस्था के अन्य लक्षण मिटाने के भी औपरेशन किए जाते हैं जैसे लटकी भौंहों को ऊपर उठा दिया जाता है.

लटकी पलकों को तथा पलकों के नीचे होने वाली सूजन को हटा दिया जाता है. इस से आंखों की दशा यौवनावस्था जैसी हो जाती है, चिन तथा गरदन के नीचे की त्वचा को भी कस दिया जाता है.

खर्च व समय

इस प्रक्रिया पर लगभग 15 हजार से ले कर क्व1 लाख तक खर्च आता है और समय 1 से डेढ़ घंटा लगता है.

ऐंटीऐजिंग फेशियल

दिन भर की विभिन्न गतिविधियों के दौरान त्वचा धूप, धुएं और प्रदूषण से प्रभावित होती ही हैं. अल्ट्रावायलेट किरणें और प्रदूषणकारी तत्त्व त्वचा को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं. सूर्य की किरणों और फ्रीरैडिकल्स से क्षतिग्रस्त त्वचा की देखभाल के लिए ऐंटीऐजिंग मैडिफेशियल ट्रीटमैंट उपलब्ध है.

इस में ऐंटीऔक्सीडैंट, विटामिन सी और रेटिनोल का उपयोग किया जाता है. इसी तरह हाइड्रेटिंग फेशियल, सनडैमेज फेशियल, संवेदनशील त्वचा के लिए फेशियल, मेनोपौज के बाद त्वचा में हुए परिवर्तनों के लिए रिन्यूअल फेशियल और ऐक्ने ट्रीटमेंट्स भी दिया जाता है.

मैडिफेशियल के साथ कुछ अन्य ट्रीटमैंट भी दिए जाते हैं जैसे कैमिकल पील से ले कर हेयर रिमूवल, डर्मारोलर, बोटोक्स इंजैक्शन आदि. प्रशिक्षित व्यक्ति ही मैडिफेशियल देते हैं. इन्हें त्वचा और उस की समस्याओं का ज्ञान होता है, साथ ही उस के लिए उपयुक्त कौस्मैटिक्स व मैडिकल ट्रीटमैंट की भी जानकारी होती है. समस्या के आधार पर चिकित्सक द्वारा उपयुक्त मैडिकल फेशियल का चुनाव किया जाता है.

खर्च व समय

3 हजार से इस की शुरुआत होती है और 1-2 घंटों में यह ट्रीटमैंट पूरा हो जाता है.

एक महल 1000 दरवाजों का

किसी महल की यात्रा हमें उस समय में ले जाती है जब शाही खानदानों का बोलबाला था. भारत में तो कई ऐसे महल आज भी मौजूद हैं पर कोई समय के हाथों बर्बाद हो रहा है तो किसी पर सरकार निगेहबान है. इन्हीं सबके बीच शाही ठाठ-बाट के साथ आज भी अपनी ऐतिहासिक चमक को लिए हुए पश्चिम बंगाल में स्थापित हजारद्वारी महल खड़ा है.

जैसा कि आपको नाम से ही पता चल रहा होगा कि हजारद्वारी ऐसा महल है जिसमें हजार दरवाजे हैं. इस महल का निर्माण 19वीं शताब्दी में नवाब निजाम हुमायूं जहां के शासनकाल में हुआ जिन्होंने बंगाल. इनका राज्य बिहार और ओड़िशा तीनों तक फैला हुआ था. पुराने जमाने में इसे बड़ा कोठी के नाम से जाना जाता था. यह महल पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में स्थित है जो कभी बंगाल राजधानी हुआ करती थी. इस कृति को प्रसिद्ध वास्‍तुकार मैकलिओड डंकन द्वारा ग्रीक (डोरिक) शैली का अनुसरण करते हुए बनवाया गया था.

महल को कौन सी चीजें खास बनाती हैं?

भागीरथी नदी के किनारे बसे इस तीन मंजिले महल में 114 कमरे और 100 वास्तविक दरवाजे हैं और बाकि 900 दरवाजे आभासी(हूबहू मगर पत्थर के बने हुए हैं). इन दरवाजों की वजह से इसे हजारद्वारी महल कहा जाता है.

– महल की रक्षा के लिए ये दरवाजे बनवाये गए थे.

– दरवाजों की वजह से हमलावर भ्रमित हो जाते थे और पकड़े जाते थे.

– लगभग 41 एकड़ की जमीन पर फैले हुए इस महल में नवाब अपना दरबार लगाते थे.

– अंग्रेजों के शासनकाल में यहां प्रशासनिक कार्य भी किये जाते थे.

– इस महल का इस्तेमाल कभी भी आवासीय स्थल के रूप में नहीं किया गया.

महल के दीवार को निजामत किला या किला निजामत कहा जाता है. महल के अलावा परिसर में निजामत इमामबाड़ा, वासिफ मंजिल, घड़ी घर, मदीना मस्जिद और बच्चावाली तोप भी स्थापित हैं. 12-14 शताब्दी में बनी इस 16 फीट की तोप में लगभग 18किलो बारूद इस्तेमाल किया जा सकता था. कहते हैं कि इसे सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल किया गया है और उस समय धमाका इतना बड़ा और तीव्र हुआ था कि कई गर्भवती महिलाओं ने समय से पूर्व ही बच्चों को जन्म दे दिए था, इसलिए इसे बच्चावाली तोप कहते हैं.

भागीरथी नदी के तट से लगभग 40 फीट के दूरी पर बने इस महल की नींव बहुत गहरी रखी गई थी, इसलिए आज भी यह रचना इतनी मजबूती से खड़ी है. महल की ओर जाती भव्य सीढ़ियां और भारतीय-यूरोपियन शैली इस संरचना के अन्य मुख्य आकर्षण हैं.

महल का संग्रहालय

यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का सबसे बड़ा स्थल संग्रहालय है. सन् 1985 में इस महल के बेहतर परिक्षण के लिए इसे भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण को सौंप दिया गया. यह संग्रहालय भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण का सबसे बड़ा स्‍थल संग्रहालय माना जाता है और इसमें बीस दीर्घाएं प्रदर्शित हैं जिनमें 4742 पुरावस्‍तुएं मौजूद हैं जिनमें से जनता के लिए 1034 पुरावस्‍तुएं प्रदर्शित की गई हैं.

पुरावस्‍तुओ के संग्रह में विभिन्‍न प्रकार के हथियार, डच, फ्रांसिसी और इतालवी कलाकारों द्वारा बनाए गए तैल चित्र, संगमरमर की मूर्तियां, धातु की वस्‍तुएं, चीनी मिट्टी और गचकारी की मूर्तियां, फरमान, विरल पुस्‍तकें, पुराने मानचित्र, पाण्‍डुलिपियां, भू-राजस्‍व के रिकॉर्ड, पालकी आदि शामिल हैं जिनमें से अधिकतर 18वीं और 19वीं शताब्‍दियों से सम्‍बंधित हैं.

इस संग्राहलय में पर्यटक 2700 से अधिक हथियारों को देख सकते हैं. इन हथियारों में नवाब अलीवर्दी खान, सिराजुद्दौला और उनके दादाजी की तलवारें प्रमुख हैं. यहां घूमने के बाद पर्यटक विन्टेज कारों का अद्भुत संग्रह भी देख सकते हैं. इन कारों का प्रयोग शाही घराने के सदस्य किया करते थे.

संग्राहलय और पैलेस देखने के बाद पर्यटक यहां पर बने पुस्तकालय में भी घूमने जा सकते हैं. पुस्तकालय में घूमने के लिए पर्यटकों को पहले विशेष अनुमति लेनी पड़ती है. अकबरनामा की मूल प्रति भी यहीं रखी हुई है.

महल संग्रहालय के पुरावशेष में शाही परिवार के कई सामान मौजूद हैं, जिनमें दरबार हॉल में लगा हुआ खूबसूरत झूमर भी शामिल है. यह झूमर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा झूमर है, पहला बकिंघम महल में है. यह झूमर नवाब को रानी विक्टोरिया द्वारा तोहफे के रूप में भेंट किया गया था.

संग्रहालय की गैलरियों में शस्त्रागार विंग, राजसी प्रदर्शनी, लैंडस्केप गैलरी, ब्रिटिश पोर्ट्रेट गैलरी, नवाब नाज़िम गैलरी, दरबार हॉल, समिति कक्ष, बिलबोर्ड कक्ष, पश्चिमी ड्राइंग कक्ष और धार्मिक वस्तुओं वाली गैलरी शामिल हैं. इस महल को देखने के लिए कुछ प्रवेश शुल्क भी निर्धारित है. शुक्रवार के दिन यह महल पर्यटकों के लिए बंद रहता है.

यहां आने का सही समय

महल के भ्रमण के लिए सबसे अच्छा समय सितम्बर से मार्च तक का महीना है.

यहां कैसे पहुंचें?

मुर्शीदाबाद, पश्चिम बंगाल की वर्तमान राजधानी कोलकाता से लगभग 230 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

सड़क यात्रा द्वारा: कोलकाता से मुर्शिदाबाद के लिए नियमित बस सेवा उपलब्ध है.

रेल यात्रा द्वारा: कोलकाता से मुर्शिदाबाद के लिए कोलकाता के रेलवे स्टेशन से कई ट्रेनें चलती हैं.

हवाई यात्रा द्वारा: कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यहां का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है.

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