एश्वर्या-रणबीर के रोमांस पर चली कैंची

रणबीर कपूर, अनुष्का शर्मा और ऐश्वर्या राय स्टारर फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ एक बार फिर मुश्क‍िल में है. यह फिल्म जब से बनी है तब से खबरों में बनी हुई है. फिल्म में रणबीर और ऐश्वर्या की नजदीकियां दिखाई गई हैं, जो कि फैन्स तो बेहद पसंद कर रहे हैं पर सेंसर बोर्ड को ये रास नहीं आ रही है.

फिल्म को सर्टिफिकेट देने से पहले सेंसर बोर्ड ने इन दोनों पर फिल्माए गए तीन इंटीमेट सीन को हटा दिया है. ‘ऐ दिल है मुश्किल’ के निर्देशक करण जौहर ने हाल ही में यह फिल्म सेंसर बोर्ड को दिखाई.

सूत्रों के मुताबिक सेंसर फिल्म को ‘UA’ सर्टिफिकेट देने के लिए तभी राजी हुए जब तीन इंटीमेट सीन्स पर उसे कैंची चलाने को दी गई. इन तीनों सीन में एक सीन ट्रेलर में दिखाया भी गया है.

सूत्र बताते हैं कि करण जौहर फिल्म की स्क्रीनिंग में मौजूद रहे थे और उन्होंने सेंसर बोर्ड से सीन्स को न हटाने की गुजारिश की, लेकिन सेंसर बोर्ड ने सीन हटा दिए.

28 अक्टूबर को रिलीज हो रही ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान भी नजर आएंगे और इस कारण फिल्म का विरोध भी हो रहा है.

साइबर ठगों की पहली पसंद हैं सोनाक्षी

बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने साल 2016 की ‘सर्वाधिक सनसनीखेज सेलिब्रिटी’ की सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है क्योंकि साइबर ठग लोगों को गलत वेबसाइटों की ओर ले जाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करते हैं.

मैक्फी मोस्ट सेनसेशनल सेलिब्रिटी 2016 के अनुसार ‘सोनाक्षी सिन्हा प्लस टॉरेंट’ सर्च करने पर 21 फीसदी गुंजाइश गलत वेबसाइटों से जुड़ने की रहती है. अभिनेत्री के लिए सर्च में कुल खतरा 11.11 फीसदी का था.

इंटेल सिक्यूरिटी द्वारा प्रकाशित वैश्विक अध्ययन में इस बात को तलाशा गया है कि कैसे हैकर पॉप संस्कृति के आइकन यथा बॉलीवुड शख्सियतों का इस्तेमाल जोखिम भरे सर्च परिणामों के लिये करते हैं. इससे प्रशंसकों को वाइरस और मालवेयर के खतरे का सामना करना पड़ता है.

रिपोर्ट में पाया गया है कि सोनाक्षी सिन्हा, टाइगर श्रॉफ, अजरुन कपूर, श्रद्धा कपूर, कीर्ति सैनन और आलिया भट्ट 2016 की शीर्ष 10 की सूची का 50 फीसदी हिस्सा हैं.

प्रियंका चोपड़ा साल 2015 की सर्वाधिक सनसनीखेज सेलिब्रिटी थीं. वह इस साल 7.56 फीसदी के जोखिम प्रतिशत के साथ सातवें नंबर पर खिसक गई हैं.

‘बोर हो जाता हूं तो बाइक खरीद लेता हूं’

छोटे पर्दे से अपने करियर की शुरूआत करने वाले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अब बड़े पर्दे के बड़े खिलाड़ी बन चुके हैं. हाल ही में उन्होंने अपना अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट पूरा किया. यानि क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक को पूरा किया है.

उन्होंने सिर्फ शौहरत ही नहीं पैसा भी खूब कमाया है. लेकिन 30 वर्षीय इस कलाकार के लिए पैसा मायने नहीं रखता, सिर्फ उनकी काबिलियत रखती है. सुशांत ने कहा मेरे साथ कैमरा की इक्वेशन बदलती नहीं है आप कैमरा को मेरे सामने लगा दें, या मैं लाइव ऑडियंस के सामने रहूं, बस पे चेक बदलते हैं.

लेकिन मेरे लिए वह मायने नहीं रखता है क्योंकि मेरे पास बहुत पैसा है, मैं इस बारे में सोचता भी नहीं हूं. यह बस यहां पड़ा रहता है. अगर मैं बोर हो जाता हूं तो एक महंगी बाइक खरीद लेता हूं जिसकी मुझे जरूरत भी नहीं होती है.

सुशांत की 30 सितंबर को रिलीज हुई फिल्म एम एस धोनी:  द अनटोल्ड स्टोरी  ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार परफॉर्मेंस देते हुए 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. सुशांत ने कहा, बिलकुल, जब मैं आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा था तो पैसा मेरे लिए बहुत मायने रखता था, लेकिन मैंने यह तय किया कि हमेशा ऐसा नहीं रहे.

मुझे तब से अब तक बहुत से ऑफर मिले थे लेकिन मैं आत्मविश्वास से परिपूर्ण था और मैंने अपनी सभी 6 फिल्मों का चुनाव बहुत सोच समझ कर किया. लेकिन इस फिल्म के बाद मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच पाया हूं. अब यदि मैं व्योमकेश बक्शी जैसी फिल्म फिर से करूंगा तो और लोग इसे देखेंगे.

सुशांत ने थिएटर के बारे में अपने लगाव के राज खोलते हुए बताया कि लोगों को लगता है कि बॉलीवुड एक्टर्स के पास थिएटर के लिए टाइम नहीं होता है. लेकिन मैं इस बात की तस्दीक करता हूं कि मुझे जब भी समय मिलता है मैं प्ले देखने जाता हूं.

धोनी के प्रमोशन के आखिरी हफ्ते में मेरा थिएटर ग्रुप एकजुट अपने 35 साल पूरे होने का सेलेब्रेशन कर रहे थे. मैंने सब कुछ वहीं से सीखा है इसलिए मुझे वापस जाने में कोई आपत्ति नहीं है.

इस दिवाली अपनों को दें ये खास तोहफा

उपहार तब बेहद खास बन जाता है, जब वह देने वाले के साथ ही लेने वाले को भी पसंद आ जाए. भले ही आपने उपहार चुनने में कितना ही समय लगाया हो लेकिन लेने वाले को वह पसंद नहीं आया तो आपको भी संतुष्टि नहीं मिल पाएगी.

‘जर्नल ऑफ एक्सेपेरिमेंटल साइकोलॉजी’ में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, बेहद सोच-समझ कर दिया गया उपहार भी लेने वाले का पसंदीदा निकले यह कोई जरूरी नहीं. इस अन्य शोध के अनुसार, उपहार के पीछे की सोच उतनी मायने नहीं रखती, जितना खुद उपहार.

दीपावली का मौका है और ऐसे में आप ये बिल्कुल भी नहीं चाहेंगे कि इतनी मेहनत, समय और पैसा खर्च करके आप कोई उपहार खरीदें और वह लेने वाले को पसंद भी न आए. पर एक ओर जहां लोगों की पसंद में व्यापक बदलाव आया है वहीं गिफ्टिंग भी स्मार्ट हो गई है. अगर आप उपहार देने को लेकर अब भी दुविधा में हैं तो इसका बेहतरीन समाधान है, गिफ्ट कार्ड. ये प्री-पेड कार्ड होते हैं, जो डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.

आप अगर उपहार में गिफ्ट कार्ड देते हैं तो लेने वाला इसके जरिए अपने मन मुताबिक किसी भी पसंदीदा चीज की खरीदारी कर सकता है. गिफ्ट कार्ड के कई फायदे हैं. स्टोर वाउचर्स की तुलना में ये ज्यादा फायदेमंद होते हैं.

वाउचर को केवल एक बार में ही इस्तेमाल करना जरूरी होता है, जिसमें आपको पूरी राशि खर्च करनी होती है, लेकिन अगर आप गिफ्ट कार्ड उपहार में देते हैं तो इससे मनचाही चीज तो खरीदी जा ही सकती है. साथ ही इसे एक बार में इस्तेमाल न करके चाहें तो कई बार में इस्तेमाल किया जा सकता है. पर ध्यान रखें कि अधिकांश गिफ्ट कार्ड की अवधि एक साल की होती है.

गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए आपके पास दो विकल्प हैं. आप चाहें तो ओपन लूप कार्ड खरीद सकते हैं जो बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं. बैंक करीब सौ रुपये का शुल्क लेकर ये कार्ड जारी करते हैं, जिसे आप ऑनलाइन या सीधे बैंक से खरीद सकते हैं.

बैंक गिफ्ट कार्ड में आप 500 रुपये से लेकर 50,000 तक जितनी चाहे उतनी राशि डलवा सकते हैं. एक प्राइवेट बैंक की मैनेजर पायल अग्रवाल बताती हैं, ‘बैंक गिफ्ट कार्ड का फायदा यह है कि इन्हें इस्तेमाल करने के लिए किसी खास स्टोर से खरीदारी की बाध्यता नहीं होती. इनसे किसी भी स्टोर पर खरीदारी की जा सकती है.’

बैंक गिफ्ट कार्ड में पिन नंबर होता है, जिसका इस्तेमाल करके विभिन्न आउटलेट से या ऑनलाइन सुरक्षित खरीदारी की जा सकती है. इस पिन नंबर के जरिए कार्ड का बैलेंस और ट्रांसेक्शन विवरण भी पता किया जा सकता है.

दूसरा विकल्प हैं ऐसे कार्ड जो आप किसी विशिष्ट आउटलेट से खरीद सकते हैं. इनसे किसी खास ब्रांड या रिटेल चेन से ही खरीदारी की जा सकती है.

गिफ्ट कार्ड की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए अब कई वेबसाइट भी इस मैदान में उतर आई हैं. इनसे कई तरह के गिफ्ट कार्ड खरीदे जा सकते हैं.

गर जरा बता देतीं

‘‘कुलक्षणी,अभी से जवानी फूट पड़ी… शर्म नहीं आई तुझे? बाप तो चला गया और मेरे ऊपर यह मुसीबत… किस से कहूं? क्या करूं?’’

पड़ोसिन अचला के रोनेचिल्लाने की आवाजें सुन कर मैं ने उन के घर की घंटी बजाई. उन से हमारे बहुत ही अच्छे संबंध थे. दरवाजा खोलते ही मुझे देख कर वे रोते हुए बोलीं, ‘‘कहीं का नहीं छोड़ा इस ने मुझे… पिता तो चल बसे हैं… मेरा तो कुछ खयाल करती? मैं क्या इस के बारे में नहीं सोचती हूं? इसी के लिए तो जी रही हूं.’’

मैं ने पूछा, ‘‘पर हुआ क्या है?’’

‘‘अरे, पेट से है यह,’’ कह वे जोरजोर से रोने लगीं.

मैं भी सुन कर हैरान रह गई. फिर पूछा, ‘‘कैसे? कहां?’’

‘‘इसी से पूछो. मुझे तो कुछ बताती ही नहीं.’’

‘‘आप शांत रहें… मैं इसे अपने घर ले जाती हूं. वहां इस से सब कुछ प्यार से पूछती हूं,’’ कह मैं उसे अपने घर ले गई. निशा डरीसहमी चुपचाप मेरे साथ चल दी.

घर आ कर मैं ने उसे अपने साथ खाना खिलाया. जिस तरह से वह बड़ेबड़े निवाले खा रही थी उस से मालूम होता था सुबह से कुछ नहीं खाया है बेचारी ने. जब वह खाना खा चुकी तो मैं ने प्यार से पूछा, ‘‘सचसच बताओ यह किस का काम है? डरो नहीं.’’

उस के मुंह से सिर्फ एक ही शब्द निकला, ‘‘मामा.’’

‘‘क्या यह सच है?’’

वह बोली, ‘‘हां, मामा घर आते रहते थे. कभी चौकलेट लाते, कभी नई ड्रैस, तो कभी घुमाने ले जाते. मैं सोचती थी यह सब उन का लाडप्यार है… फिर एक दिन मां घर में नहीं थीं… और बस… मैं ने उन्हें मना भी किया, पर नहीं माने उलटे बाद में बोले कि मां को मत बताना… वे मर जाएंगी… मैं तुम से माफी मांगता हूं… फिर कभी ऐसा न होगा. यह सुन कर मैं बहुत डर गई और फिर मां को कुछ नहीं बताया,’’ और फिर वह जोरजोर से रोने लगी.

मात्र 13 वर्ष की थी बेचारी. अभी तो जवानी की दहलीज पर कदम ही रखा था. कैसे समझती वह सब, जब 42 वर्षीय मामा न समझा? फिर मैं उसे समझाते हुए बोली, ‘‘धैर्य रखो, सब ठीक हो जाएगा… मैं तुम्हारी मां से बात करती हूं… तुम यहीं रहो.’’

फिर जब मैं ने उस के घर जा कर उस की मां अचला को सच बताया तो उन के तो जैसे पैरों तले से जमीन खिसक गई. बोलीं, ‘‘क्या? काश, मेरी अभी मौत हो जाए,’’ और फिर दहाड़ें मार कर रोने लगीं.

मैं उन्हें धैर्य बंधाते हुए बोली, ‘‘चलिए, निशा से बात कीजिए.’’

थोड़ी ही देर बाद निशा अपनी मां की छाती से लग रोते हुए बोली, ‘‘मां, तुम ने बोला तुम देर शाम बाहर मत जाओ, मैं नहीं गई. स्कूल से सीधे घर आओ, मैं आई. दुपट्टा ठीक से लो, मैं ने लिया. महल्ले के लड़कों से मत बोलो, मैं नहीं बोली. पर तुम ने यह कभी नहीं कहा कि मामा, चाचा, फूफा, मौसा आदि से भी दूर रहो. मैं कैसे समझती कि जिन की गोद में खेल कर बड़ी हुई वे ही ऐसा करेंगे? अगर तुम बता देतीं तो यह न होता मां.’’

अचला अपने माथे पर जोर से हाथ मारते हुए बोलीं, ‘‘तुम ठीक कह रही हो बेटी… तुम्हारी कोई गलती नहीं… सब ठीक हो जाएगा… हम कोई उपाय सोचते हैं… तुम डरो नहीं, तुम्हारी मां तुम्हारे साथ है,’’ कह अचला ने मेरी तरफ ऐसे देखा गोया पूछ रही हों कि तुम्हीं बताओ क्या करें.

तब मैं ने उन का हाथ थाम कर कहा, ‘‘घबराएं नहीं, यह मेरी भी बच्ची है. मेरी जानपहचान की डाक्टर हैं. सब ठीक हो जाएगा…’’            

स्वीट बाइट्स: डेट ऐंड वालनट खीर

सामग्री

– 1 लिटर दूध

– 500 ग्राम खजूर कटे हुए

– 1/2 कप चीनी

– 1/2 कप अखरोट कटे हुए

– 3 बड़े चम्मच ओट्स

– 4 बड़े चम्मच रोस्टेड बादाम कटे हुए

– 300 एमएल ताजा क्रीम

– 2 कप पानी

विधि

ब्लैंडर में खजूर और पानी डाल कर महीन पेस्ट बना लें. अब एक पैन में दूध गरम करें और फिर चीनी औैर खजूर का पेस्ट डाल कर हलकी आंच में पकाएं. मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं. फिर इस में ओट्स डालें और आधे अखरोट और बादाम भी डाल दें. मिश्रण को उबालें. अब मिश्रण को ठंडा करें और इस में क्रीम डालें. बचे अखरोट और बादाम से गार्निश कर के सर्व करें.

व्यंजन सहयोग

शैफ आशीष राय

बारबेक्यू नैशन हौस्पिटैलिटी

क्या आपको भी आ रही है ‘दाढ़ी-मूंछ’

सभी औरतें बड़ी बेसब्री से त्योहारों का इंतजार कर रही हैं. सभी की ख्वाहिश होगी कि वो इस दिन सबसे ज्यादा सुंदर लगें. लेकिन क्या आपको लगता है कि सिर्फ अच्छे कपड़े और मेकअप कर के ही आप खूबसूरत लगेंगी.

आपके चेहरे पर जो अनचाहे बाल हैं उनका क्या? हो सकता है आप इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देती होंगी लेकिन यकीन मानिए ये बाल आपकी खूबसूरती पर धब्बे जैसे हैं. लेकिन आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप घरेलू उपाय अपनाकर आसानी से इससे छुटकारा पा सकती हैं.

चीनी, दही, ओटमील स्क्रब, नींबू का रस और शहद चेहरे के अनचाहे बालों से छुटकारा दिलाने में सहायक होते हैं. ऐसे करें उपयोगः

1. चार चम्मच शहद और दो चम्मच नींबू के रस को अच्छी तरह मिलाएं. फिर इसे रूई के फाहे से चेहरे पर लगाएं. इसे 10 मिनट तक लगा रहने दें और फिर धो लें. बढ़िया परिणाम के लिए इसे सप्ताह में दो बार लगाएं.

2. जौ का दलिया बेहतरीन एकस्फोलिएटिंग एजेंट होने के साथ ही आपके चेहरे के बालों को हटाने में भी मदद करता है. आधा चम्मच जौ का दलिया में आठ बूंद नींबू का रस मिलाएं. इसे अच्छी तरह से मिला कर 15-20 मिनट चेहरे पर लगा रहने दें फिर धो लें. इसे सप्ताह में दो दिन लगाएं.

3. एक चम्मच शहद में दही मिलाकर इसे चेहरे पर 15 मिनट तक लगा रहने दें . इसे सूखने पर चीनी से हल्के हाथों से रगड़ कर छुड़ाएं. चेहरा धोने के बाद टोनर या मॉइस्चराइजर लगाएं.

4. मकई का आटा, एक चम्मच चीनी और एक अंडा को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें. इसे चेहरे पर 15 मिनट लगाने के बाद धो लें. बेहतर परिणाम के लिए इसे हफ्ते में दो या तीन बार लगाएं.

5. एक कटोरी मसूर दाल को रात भर के लिए भिगों दें. इसे पीस कर इसमें पिसा आलू मिला लें. फिर इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने के बाद इसे धो लें. यह चेहरे के बाल हटाने का कारगर उपाय है.

इस त्योहार घर को दें नया लुक

नवरात्रि पूजन और रावण दहन के बाद दीवाली की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. इसी के साथ घरों की सफाई और मेकओवर की चिंता भी काफी लोगों को सताने लगती है. दीवाली के मौके पर ज्यादातर घरों पर पेंट और रेनोवेशन का काम कराया जाता है.

अगर आप भी इस दीवाली अपने घर को नए अंदाज में सजाने की सोच रहे हैं तो जरा इन बातों पर गौर फरमाएं.

सबसे पहले एक लिस्ट तैयार कर लें ताकी आपको याद रहे कि क्‍या-क्‍या काम करवाना है. घर में किसी खास डिजाइन को बनवाना है या फिर किसी एक कमरे या जगह को डेकोरेट करना है तो उसे भी नोट कर लें.

दूसरा जरूरी स्टेप है कि आप बजट बना लें ताकी त्योहार के मौके पर आपकी जेब पर ज्यादा बोझ न पड़े.

तीसरा काम ये है कि दो तीन लोगों से बात ले जिन्हें किसी अच्छे कांट्रेक्टर का पता हो और सही रेट जानते हों. ऐसा करने से आपका काम भी ठीक होगा और पैसे की सही जानकारी भी आपको मिल जाएगी.

जब भी घर का रेनोवेशन चल रहा हो थोड़ा समय निकालकर इस पर ध्यान देना भी जरूरी है, नहीं तो बाद में कुछ छूट गया या सही से हुआ जैसी चीजों से बचने का सही तरीका है.

अगर घर के मेकओवर पर ज्यादा खर्चा आ रहा है तो आप लोन लेने पर भी विचार कर सकते हैं. इसके लिए भी आपको सभी बैंक के बयाज और लोन की प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी लेना भी जरूरी है.

आप इन जरूरी बातों का ध्यान रखकर अपने घर का मेकओवर आसानी से करा सकते हैं. इसी के साथ त्योहार की रौनक को बढ़ाने का भी सही मौका है.

..तो आप हमेशा रहेंगी जवां

आमतौर पर हम सभी दिनभर तो अपनी त्वचा की देखभाल कर लेते हैं लेकिन रात को उसे अनदेखा करके सो जाते हैं. पर विशेषज्ञों की मानें तो रात के समय त्वचा की अनदेखी करना खतरनाक हो सकता है. कुछ छोटे से उपाय है जिन्हें सोने से पहले करके आप निखरी-जवान त्वचा पा सकती हैं.

1. भले ही आप कितनी भी थकी हुई क्यों न हों लेकिन बिना मेकअप उतारे सोने मत जाएं. बिना मेकअप उतारे सोने से आपकी त्वचा पर रसायनिक प्रभाव पड़ेगा और आपकी त्वचा पर मौजूद सूक्ष्म रंध्र बंद हो जाएंगे. त्वचा का सांस लेते रहना बहुत जरूरी है और रंध्रों के बंद हो जाने से त्वचा की चमक फीकी पड़ने लग जाती है.

2. अगर आपको फेशियल कराए काफी समय हो चुका है और आपकी त्वचा बेजान नजर आने लगी है तो रोज रात को अपने हाथों से चेहरे की अच्छी तरह मसाज करें. ऐसा करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और त्वचा में निखार आता है. फेशियल के लिए नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करना ज्यादा कारगर साबित होगा.

3. सोने से पहले हल्के गुनगुने पानी से नहाना आपको राहत देने का काम करेगा. अगर आप इसी पानी में कुछ मात्रा में नमक मिला सकें तो और अच्छा रहेगा. नमक में मौजूद तत्वों के चलते संक्रमण होने की आशंका कम हो जाती है.

4. अगर आप चाहती हैं कि आपके बाल लंबे हों तो रोज रात को सोने से पहले कंघी करके सोएं. इससे बालों का झड़ना भी कम हो जाएगा. दरअसल, बालों में कंघी करने से ब्लड सर्कुलेशन बूस्ट होता है और जड़ें मजबूत होती हैं.

5. दिनभर की थकान हमारी आंखों को भी बोझिल कर देती है. ऐसे में बेहतर होगा कि आप अपनी आंखों को अच्छी तरह से पानी से धोएं और उसके बाद ही सोने जाएं. ऐसा करने से डार्क सर्कल होने की आशंका कम हो जाएगी.

नील नितिन मुकेश ने की सगाई

तमाम कोशिशों के बावजूद अपने समय के मशहूर गायक स्व. मुकेश के पोते व गायक नितिन मुकेश के बेटे नील का करियर बौलीवुड में नही बन पाया. वैसे निजी जिंदगी में उनके रोमांस की काफी चर्चाएं रहीं. मगर दशहरे के दिन नील ने अपने पिता नितिन मुकेश व अपनी मां की पसंद की लड़की रूक्मणी के संग एक पांच सितारा होटल में सगाई कर सभी को चौंका दिया.

सूत्रों के अनुसार नील की रूक्मणी के संग सगाई व शादी की बात काफी पहले ही तय हो चुकी थी. इसी के चलते नील ने मुंबई में अंधेरी इलाके में अपने लिए नया घर खरीद कर उसे सजाना शुरू कर दिया था. सूत्रों के अनुसार मंगलवार, दशहरे के दिन सुबह साढ़े पांच बजे तक वह अपने घर का इंटीरियर करवाते रहे. उसके बाद रोका यानी कि सगाई की रस्म के लिए होटल पहुंचे थे.

अपनी इस सगाई को लेकर नील ने मीडिया से कहा-‘‘मेरा विवाह संस्था में पूरा यकीन है. इसीलिए मैंने एक अच्छी लड़की पसंद करने की जिम्मेदारी अपने माता पिता को सौंपी थी. अब रोका हो चुका है. शादी की तारीख भी जल्दी ही तय हो जाएगी.’’ सूत्रों के अनुसार रूक्मणी मुंबई की रहने वाली हैं और होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद एवीएश इंडस्ट्री में कार्यरत हैं.

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