रिश्ता खुशबू और खूबसूरती का

खुशबू व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाती है. एक शोध के अनुसार, सुगंध व्यक्ति की संवेदना से जुड़ी होती है. अधिकतर महिलाएं और पुरुष मानते हैं कि सही खुशबू से ऊर्जा मिलती है अर्थात् यह एक प्रकार की ऐनर्जी है, जो शरीर को स्फूर्तिवान बनाती है.

दरअसल, सुगंध हमारी भावनाओं से जुड़ी होती है और काफी हद तक यह हमारे मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है. अगर आप किसी खुशबू के दीवाने हैं या आप को वह सुगंध अच्छी लगती है तो आप अनायास उस तरफ खिंचे चले जाते हैं.

यों सुगंध का इतिहास काफी पुराना है. हजारों साल पहले भी इस का प्रयोग राजारजवाड़े करते थे. जानकारों के अनुसार, सब से पहले परफ्यूम का चलन मिस्र में हुआ था. जरमन वैज्ञानिकों को मिस्र के पिरामिड से धातु की बोतल में सूख चुका इत्र मिला है, जिस के राज के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है. यह साढ़े तीन हजार साल पुरानी बोतल है.

सुगंध को ले कर महिलाओं और पुरुषों की पसंद में अंतर होता है. महिलाओं को फूलों की खुशबू अधिक अच्छी लगती है. वे मानती हैं कि परफ्यूम का प्रयोग उन के जीवन को तरोताजा बनाता है. इस का एक शावर उन्हें स्फूर्ति प्रदान करता है.

इस दिशा में लक्स ने हमेशा ध्यान दिया है. लक्स के साबुन में प्रयोग किए जाने वाले ‘फाइन फ्रैगरैंस’ के एक शावर का असर असली फूलों की तुलना में दोगुना होता है. इस के बाद महिला अपनेआप को असाधारण महसूस करती है.

अपनी खूबसूरती को बनाए रखने के लिए लक्स को ब्यूटी रूटीन में शामिल करना बेहद आवश्यक है ताकि आप की खूबसूरती अद्भुत महक के साथ हमेशा बरकरार रहे और आत्मविश्वास दिखे सब से अलग. अधिकतर लड़कियां 20 से 30 की उम्र में अपनी सुंदरता को ले कर ज्यादा सजग रहती हैं और रहें भी क्यों न? यह समय उन के विकास और कैरियर का होता है. वे सब से अलग और अट्रैक्टिव लगना चाहती हैं. वे ग्लैमरस, कामुक और साहस की महत्त्वाकांक्षी होती हैं. वे विश्वास करती हैं कि उन के सपनों को सच करने में खूबसूरती सब से अधिक जरूरी है. सुगंध एक महिला की ब्यूटी को पूरा करती है.

महिलाएं यह भी मानती हैं कि चंचलता आत्मीय, खुशनुमा और सुरक्षित संबंधों की निशानी है. इसलिए वे अपनी खूबसूरती को संभालने के लिए अपने सीमित साधनों की तलाश में जुट जाती हैं, जिस में ‘लक्स’ साबुन की ‘ब्यूटी रीजिम’ सब से अहम होती है. उस की महक उन्हें अपने लिए अच्छा महसूस करती है. लेकिन उन्हें तब और अच्छा लगता है, जब दूसरे उन्हें नोटिस करते हैं. इस कामुक महक  की तरफ लोग अनायास खिंचे चले आते हैं और तारीफ  करते नहीं थकते.

यह सही है कि लक्स केवल एक क्लींजर ही नहीं, बल्कि उस से भी अधिक है, जो महिलाओं की खूबसूरती की देखभाल अदृश्य रूप से करता है. लक्स को अपने ब्यूटी रूटीन में शामिल करें और इस की अद्भुत सुगंध का खुद भी आनंद लें और आसपास के लोगों को भी इस की महक से सराबोर करें.   

यौन संचारित सर्वाइकल कैंसर

भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं की कैंसर की वजह से होने वाली मृत्यु में सब से प्रमुख है. इसलिए इस के बारे में जानना और इस के प्रति सावधानी बरतने में ही समझदारी है.

भारत में हर घंटे सर्वाइकल कैंसर की वजह से 8 महिलाओं की मृत्यु हो रही है और यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में 2020 तक सर्वाइकल कैंसर के लगभग 2,05,496 नए मामले सामने आएंगे और 1,19,097 लोगों की मृत्यु होगी. आइए, जानते हैं इस के बारे में कि यह बीमारी क्या है और इस से किस तरह बचें:

सर्वाइकल कैंसर क्या है

कैंसर, जिस में शरीर की कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं, जब गर्भाशय ग्रीवा से शुरू होता है तब इसे सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है. गर्भाशय ग्रीवा महिला यूटरस का निचला संकीर्ण भाग है, जो योनि को यूटरस के ऊपरी भाग से जोड़ता है.

सर्वाइकल कैंसर कब हो सकता है और इस के होने के प्रमुख कारण कौन से होते हैं? आइए, जानते हैं:

ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी): एचपीवी वायरस का एक ऐसा समूह है, जो गर्भाशय ग्रीवा को संक्रमित करता है. यह सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण होता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में असुरक्षित यौन संपर्क के दौरान ट्रांसफर होता है.

कई यौन साथी: एक व्यक्ति से अधिक से शारीरिक संबंध बनाने पर एचपीवी की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि एचपीवी मुख्य रूप से सैक्स के माध्यम से फैलता है. कम उम्र में यौन संबंध बनाने वाली महिलाओं और कई यौन साथी वाली महिलाओं में एचपीवी की संभावना अधिक होती है.

जल्दी यौन गतिविधि: गर्भाशय ग्रीवा के कोशिका परत 18 साल की उम्र तक पूरी तरह से परिपक्व नहीं होते. इसलिए इस उम्र से ही यौन संबंध बनाने की वजह से एचपीवी का खतरा बढ़ जाता है.

यौन संचारित रोग: सर्वाइकल कैंसर वाली महिलाओं में आमतौर पर यौन संक्रमण का एक इतिहास होता है. क्लैमाइडिया, सिफलिस, एचआईवी/एड्स जैसे रोग एचपीवी का खतरा बढ़ाते हैं.

धूम्रपान: धूम्रपान करने वाली महिलाओं को भी सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है.

मौखिक गर्भनिरोधकों का लंबे समय से प्रयोग करना

लंबी अवधि तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन (5 वर्ष से अधिक) महिलाओं में  एचपीवी संक्रमण के साथ सर्वाइकल कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है. 3 से ज्यादा बच्चों को जन्म देने पर भी इस का खतरा हो सकता है.

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

– शुरुआती समय में सर्वाइकल कैंसर के कोई संकेत व लक्षण नहीं दिखाई देते. जब कैंसर बढ़ता है तब योनि से रक्तस्राव होता है.

– मासिकधर्म के बीच नियमित रूप से रक्तस्राव होता है.

इस के अलावा

– संभोग के बाद भी रक्तस्राव.

– रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्राव.

– योनिस्राव में वृद्धि, बदबूदार महक, गाढ़ा पानी व बलगम निकलना.

– पेड़ू का दर्द: हर घंटे दर्द होता है, जो सामान्य मासिकधर्म से संबंधित नहीं होता.

– सैक्स के दौरान दर्द.

– पेशाब के दौरान दर्द.

अगर आप को इन में से कोई भी संकेत दिखाई दे, तो डाक्टर से संपर्क करें. लेकिन यह याद रखें कि ये सर्वाइकल कैंसर के सुनिश्चित संकेत नहीं हैं.

इस के कौनकौन से स्तर

सर्वाइकल कैंसर के 5 स्तर हैं:

पहला स्तर: कैंसर की कोशिकाएं केवल गर्भाशय ग्रीवा की सतह पर पाई जाती हैं.

दूसरा स्तर: कैंसर गर्भाशय ग्रीवा के बाहर नहीं फैला होता.

तीसरा स्तर: कैंसर योनि के ऊपरी भाग में फैल गया होता है.

चौथा स्तर: कैंसर योनि के निचले हिस्से तक फैल गया होता है.

पांचवां स्तर: कैंसर मूत्राशय या गुदा तक पहुंच गया होता है या कैंसर की कोशिकाएं शरीर के अन्य भाग में फैल गई होती हैं.

कैसे बचें

– एचपीवी टीका लगवाएं.

– पैप टैस्ट के लिए नियमित रूप से अपने डाक्टर के संपर्क में रहें.

– धूम्रपान न करें.

– सैक्स के दौरान कंडोम का प्रयोग करें.

जो हूं अपने बलबूते हूं: अदिति राव हैदरी

कभी फरहान के साथ रिश्तों को ले कर तो कभी बौलीवुड को पराया कहने वाली अदिति का फिल्मी जीवन भी उन के निजी जीवन की तरह ही उतारचढ़ाव

वाला रहा है. हैदराबाद की रौयल फैमिली की यह लड़की ऐक्टिंग के साथसाथ क्लासिकल डांस में भी महारत रखती है. दिल्ली के लेडी श्रीराम कालेज की ग्रैजुएट अदिति ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत 2006 में मलयालम फिल्म ‘प्रजापति’ से की थी पर बौलीवुड में ऐंट्री राकेश ओम प्रकाश मेहरा की फिल्म ‘दिल्ली 6’ में एक छोटे से रोल से मिली. इस फिल्म के बाद ग्लैमर और अदाकारी के बलबूते इस अदाकारा ने अपना फिल्मी सफर ऐसा शुरू किया कि पीछे मुड़कर नहीं देखा.

पिछले दिनों दिल्ली से सटे नोएडा में हुए फैशन शो में भाग लेने पहुंचीं अदिति से कुछ दिलचस्प बातें हुईं. पेश हैं कुछ अंश:

खबर आई थी कि आप अभी तक मानती हैं कि इंडस्ट्री ने आप को अपनाया नहीं है?

हां, कभीकभी यह महसूस जरूर होता है, जब आप इंडस्ट्री से नहीं होते या आप के पास ऐसे लोग न हों, जो सिर्फ आप के लिए फिल्में बनाते हों, तब ऐसा ही लगता है. मैं किसी फिल्मी बैकग्राउंड वाले परिवार से नहीं हूं. मुझे यहां जो कुछ भी मिला अपने बलबूते मिला है.

फिल्म वजीर में बड़े कलाकारों के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?

अमित जी के साथ काम करने का तो मेरा शुरू से ही सपना था. मैं जब छोटी थी तभी से उन की बहुत बड़ी प्रशंसक रही हूं. उन के साथ काम करना किसी सपने के सच होने जैसा था. ऐसे ही फरहान के साथ स्क्रीन शेयर करते हुए मुझे लग रहा था कि जैसे एक रौकस्टार के साथ उस की फैन काम कर रही हो. मुझे यह फिल्म भी मेरे टेलैंट को देख कर मिली. फिल्म के निर्देशक विनौय रौय ने रैंप पर वाक करते हुए मेरे कुछ फोटोग्राफ्स देखे तो मुझे इस रोल के लिए साइन कर लिया. सिर्फ 2 बार औडिशन और डांस टैस्ट के बाद मुझे इस रोल के लिए चुन लिया गया. पर इतने बड़ेबड़े कलाकारों के साथ एक ऐसे किरदार को स्क्रीन पर लाना, जिस के बारे में मुझे उस समय ज्यादा कुछ पता नहीं था, मेरे लिए बड़ा ही चैलेंजिंग काम था.

फरहान के साथ स्क्रीन शेयर करने का कैसा अनुभव रहा?

पूरी फिल्म की शूटिंग के दौरान मैं खुद को फरहान की एक महिला प्रशंसक के रूप में देखती रही हूं. एक फैन को जैसी फीलिंग होती है वैसी ही मेरे अंदर थी. लेकिन जब मैं कैमरे के सामने आती, तो पूरी तरह से किरदार में डूब जाती थी. फरहान जो करते हैं उस में पूरी तरह मौजूद रहते हैं. उन की आंखों में नजर आने वाली ईमानदारी मुझे बहुत अच्छी लगती है, क्योंकि उन की आंखें सच बोलती हैं.

खबर यह भी आई कि आप के कारण फरहान की मैरिज लाइफ टूट रही है?

ऐसा कुछ भी नहीं है. बातों को बढ़ाचढ़ा कर बताना मीडिया की पुरानी आदत है. मेरी वजह से किसी का घर बरबाद नहीं हो रहा है. अगर ऐसा कुछ हुआ भी है, तो वह उन लोगों की पर्सनल लाइफ है, मेरा इस से कुछ लेनादेना नहीं है.

कहा जाता है कि आप ग्लैमर के दम पर यहां टिकी हुई हैं?

आप बताएं कौन सी ऐसी ऐक्ट्रैस है, जो कहानी की मांग पर ऐक्सपोज करने से मना करती हो. अगर किसी फिल्म की कहानी में पूल पर या बीच पर किसी हीरोइन का सीन है, तो वहां पूरे कपड़े पहन कर तो कोई सीन करेगी नहीं. वहां तो स्वीमिंग सूट ही पहनना पड़ेगा. मेरा मानना है कि अगर आप के पास सुंदर फिगर है, तो उस की खूबसूरती को दिखाने में कैसी शर्म. अगर मेरी पिछली फिल्मों में किसिंग सीन्स हैं, तो मैं ने अपनी मरजी से नहीं, कहानी की मांग पर ही किए होंगे. इस में इतना होहल्ला मचाने की वजह मुझे समझ में नहीं आती.      

विवाद जिन से अदिति रहीं सुर्खियों में

– अदिति एक सैल्फी विवाद पर फंस चुकी हैं. हुआ यह कि स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय झंडे को बाएं हाथ से सलामी वाली सैल्फी अदिति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की. बाएं हाथ से झंडे को सलामी करने पर लोगों ने उन की काफी आलोचना की.

– अदिति एक बार ऊप्स मोमैंट का भी शिकार हो चुकी हैं. एक इवेंट के मौके पर उन की ड्रैस कुछ ज्यादा ही ऊपर थी, जिस से उन के अंडरगारमैंट्स साफ नजर आ रहे थे.

– निर्देशक आनंद रौय की फिल्म ‘रांझणा’ में स्वरा भास्कर वाला रोल पहले अदिति को औफर किया गया था, पर डेट्स की प्रौब्लम के चलते अदिति ने फिल्म के लिए मना कर दिया था, जो स्वरा की झोली में आ गया.

– अकसर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाली अदिति ने पिछली फिल्म ‘मर्डर 3’ के लिए कहा था कि फिल्म में गंदी बातें और गालियां ठूंसने से अच्छा है कि उस फिल्म में बैडरूम सीन दे दो, क्योंकि इंटीमेट सीन्स से फिल्म गंदी नहीं होती, जबकि गालियों से फिल्म अश्लील होती है.

फ्रूट पिज्जा

सामग्री

– 2 आटे के बिस्कुट

– 50 ग्राम चीज

– 50 ग्राम क्रीम

– 30 ग्राम आइसिंग शुगर

– 1 छोटा चम्मच वैनिला ऐसेंस

– 1 केला कटा

– 20 ग्राम अंगूर कटे

– 20 ग्राम कीवी कटी

– 20 ग्राम अनन्नास कटा

– 20 ग्राम चेरी कटी

– 20 ग्राम आम कटा.

विधि

एक बाउल में चीज, क्रीम और आइसिंग शुगर अच्छी तरह मिलाएं. फिर वैनिला ऐसेंस डाल कर अच्छी तरह मिला कर आइसिंग कोन में भर कर फ्रिज में रख दें. बिस्कुट के ऊपर आइसिंग की लेयर बना कर कटे फलों से सजा कर तुरंत सर्व करें.

देखिए ‘ए फ्लाइंग जट’ का टीजर

‘‘हीरोपंती’’ और ‘‘बागी’’ जैसी सफल फिल्मों के बाद टाइगर श्रॉफ अपनी तीसरी फिल्म ‘‘फ्लाइंग जट’’ को लेकर अति उत्साहित हैं. जिसमें उनके साथ जैकलीन फर्नांडिस और हालीवुड अभिनेता नॉथन जॉन्स हैं.

रेमो डिूसजा निर्देशित फिल्म ‘‘ए फ्लाइंग जट’’ का पहला पोस्टर और ट्रेलर बाजार में आ चुका है. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि इस फिल्म में टाइगर श्रॉफ ने पंजाबी सुपर हीरो का किरदार निभाया है. पोस्टर से पता चलता है कि इस फिल्म में टाइगर श्रॉफ नीले रंग की पगड़ी पहने,आंखों में मास्क लगाए तथा नीले व पीले रंग की सुपर हीरो की पोशाक में हैं. फिल्म का पोस्टर और टीजर आने के बाद टाइगर श्रॉफ ने फिल्म के निर्देशक रेमो डिसूजा का धन्यवाद अदा किया कि उन्होंने उनको एक नए परिवेश में ढ़ालने का काम किया है.           

सूत्रों की माने तो टाइगर श्रॉफ ने इस फिल्म में पंजाब के एक ऐसे सुपर हीरो का किरदार निभाया है, जो कि बिगड़ते पर्यावरण को बचाने के काम में लगा हुआ है. यूं तो फिल्म के फिल्मकार इसकी कथा को बताने में यकीन नहीं रखते. मगर बहुत कुरेदने पर टाइगर श्रॉफ स्वीकार करते हैं – ‘‘फिल्म ‘ए फ्लाइंग जट’ में मेरा सुपर हीरो का किरदार एक बच्चा है, जो कि बच्चों की तरह दिखता है. बच्चों की तरह हरकतें करता है.इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पहली बार किसी फिल्म में एक सुपर हीरो एक बहुत बडे़ मुद्दे को लेकर आता है. और यह बड़ा मुद्दा है- बिगड़ा हुआ पर्यावरण. इससे अधिक इस फिल्म को लेकर मैं कुछ नहीं कह सकता.’’

 

 

खेल से अधिक रिश्तों को दर्शाती ‘सुल्तान’

भले ही फिल्म ‘सुल्तान’ के अभिनेता सलमान खान द्वारा दिए गए विवादित इंटरव्यू के बाद लोंगों का गुस्सा सलमान पर था, लेकिन फिल्म का मिजाज़ इमोशनल और एक्शन से भरपूर होने की वजह से फिल्म मनोरंजक बनी है. सलमान ने इस फिल्म में अपनी इमेज से निकलकर दंगल के दांव-पेंच, स्फूर्ति, चतुराई सभी को बखूबी निभाया है. उम्र के इस पड़ाव में आकर अगर अभिनेता इतना अच्छा परफोर्मेंस दे, तो ज़ाहिर है कि नए कलाकारों के लिए यह चुनौती होगी.

सलमान के साथ अनुष्का शर्मा ने पूरा तालमेल बिठाया है. निर्देशक अली अब्बास ज़फर ने सही जोड़ी को पर्दे पर उतारा है. पूरी फिल्म सलमान के कन्धों पर है और सलमान ने अभिनय के द्वारा उसे जीवंत किया है, फिल्म में बाकी चरित्र कि भूमिका भले ही कम हो, पर सबका काम असर छोड़ने में सफल रहे. फिर चाहे वह दादी हो, दोस्त गोविन्द हो, अमित साध या रणदीप हुडा.

फिल्म में सुल्तान अली खान (सलमान खान) हरियाणा के रेवाड़ी जिले के बुरोली गाँव का एक नौजवान है, जिसे पतंग लूटने और मौज-मस्ती करने में मजा आता है. अचानक एक दिन सुल्तान की मुलाकात स्टेट चैंपियन रेसलर आरफा (अनुष्का शर्मा) से होती है. इधर आरफा के पिता की इच्छा है कि वह अपने देश के लिए ओलंपिक का स्वर्ण मेडल लेकर आये. आरफा भी उसी दिशा में आगे बढ़ रही थी कि सुल्तान उससे अपने प्यार का इज़हार कर देता है.

आरफा अपने एटीट्युड से उसे मना कर देती है और उसे कुछ बनकर दिखाने को कहती है. ऐसे में सुल्तान भी अखाड़े में उतर कर आरफा के पिता का शागिर्द बन जाता है. सुल्तान की कुश्ती से प्रभावित होकर आरफा उसकी दोस्त बन जाती है. इस बार सुल्तान का दोस्त उसे होने वाली भाभी कहकर बुलाता है तो वह गुस्सा हो जाती है, तभी सुल्तान उसे शादी का प्रस्ताव देता है और आरफा उसे थप्पड जड़ देती है.

यहीं से सुल्तान का मकसद बदल जाता है. स्टेट चैंपियन के बाद वह वर्ल्ड चैंपियन बन जाता है. आरफा और सुल्तान की अब शादी हो जाती है. लेकिन उनकी जिंदगी में कुछ ऐसा होता है कि एक बार फिर दोनों अलग हो जाते हैं. आरफा अपने पिता के पास रहने चली जाती है. सुल्तान रेसलिंग छोड़ सरकारी नौकरी करने लगता है.

तभी सुल्तान की जिंदगी में आकाश ओबेरॉय (अमित साध) की एंट्री होती है जो दिल्ली में कुश्ती चैंपियनशिप करवा रहा है और एक अच्छे रेसलर की जरूरत है. यहाँ से सुल्तान एक बार फिर अपनी कुश्ती की दुनिया में लौटकर अपने प्यार को वापस पाता है.

फिल्म में हरियाणवी भाषा का अच्छी तरह प्रयोग हुआ है सलमान और अनुष्का भी इसे सही तरह से बोलने में सफल रहे. अनुष्का ने अपने अभिनय को पूरी तरह समझकर काम किया है. फिल्म की शुरूआती भाग थोड़ा धीमा है, पर बाद में रफ़्तार सही रही. फिल्म में एक जगह सलमान की उम्र 30 साल बताई गयी जबकि उसका चेहरा उम्र को छुपाने में असफल रहा. विशाल शेखर  के गीत दृश्य के अनुरूप है. बहरहाल फिल्म देखने योग्य है इसे थ्री स्टार दिया जा सकता है.                 

परिणीति के इतने बुरे दिन, उठाना पड़ा ये कदम!

परिणीति चोपड़ा के फिल्मी करियर की शुरुआत बहुत अच्छी रही. कुछ सालों में ही वो ‘लेडिज वर्सेज रिकी बहल’, ‘इश्कजादे’, ‘शुद्ध देसी रोमांस’ और ‘दावत-ए-इश्क’ जैसी फिल्मों से दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित करने में कामयाब हो गईं. मगर 2014 में आई उनकी फिल्म ‘किल दिल’ बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित रही और इसके बाद परिणीति भी रहस्यमयी तरीके से लाइमलाइट से गायब हो गईं. पिछले दो साल तक उनकी कोई खोज-खबर नहीं मिली, मगर अचानक जब इस साल परिणीति अवतरित हुईं तो काफी बदली-बदली नजर आईं. वो इतनी स्लिम-ट्रीम नजर आईं कि लोग उनके लुक को देख हैरान रह गए. फिर लगा कि परिणीति कहां बिजी थीं.

दरअसल, वो बॉलीवुड में फिर से मजबूती से अपना पैर जमाने की कोशिश में जुटी हुई थीं और इसके लिए उन्होंने अपनी बॉडी पर कड़ी मेहनत की. आते ही उन्होंने एक के बाद एक हॉट फोटोशूट कराए और फिर खबर आई कि परिणीति फिल्म ‘मेरी प्यारी बिंदू’ से बॉलीवुड में वापसी कर रही हैं. फिलहाल इस फिल्म की शूटिंग चल रही है और इसमें उनके हीरो आयुष्मान खुराना हैं. मगर लगता है परिणीति कुछ धमाकेदार वापसी करना चाहती हैं और इसके लिए भी वो कोशिशों में जुटी हुई हैं.

परिणीति किसी बड़े स्टार के साथ फिल्म करना चाहती हैं, खास तौर से सलमान खान के साथ. उन्होंने कई हीरोइनों का करियर संवारा है और वाकई में परिणीति की जो मौजूदा स्थिति है, उसके लिए सलमान जैसा सुपरस्टार ही कुछ कर सकता है. इसलिए परिणीति भी सलमान के साथ फिल्म करने के लिए उनके पीछे पड़ गई हैं. एक सूत्र का कहना है, परिणीति, सलमान के साथ काम करना चाहती हैं. यहां तक कि वो सलमान से मुलाकात करने की कोशिश भी कर रही हैं, ताकि उनके साथ काम करने की पूरी संभावना बन सके.

साथ आये रणबीर-कैटरीना

बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर और अभिनेत्री कैटरीना कैफ अपनी बहुचर्चित फिल्म ‘जग्गा जासूस’ का प्रचार इकट्ठे ही करेंगे. ऐसी अफवाहें थी कि रणबीर और कैटरीना लंबे समय तक चले अपने रिश्ते के टूट जाने के बाद अब फिल्म का प्रचार एक साथ नहीं करेंगे.

फिल्म निर्माता और डिजनी इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ सिद्धार्थ राय कपूर ने से कहा ‘ रणबीर और कैटरीना पूरी तरह पेशेवर हैं और दोनों ही वह सब करेंगे जो ‘जग्गा जासूस’ के प्रचार के लिए जरूरी होगा.’ निर्देशक अनुराग बसु की जासूसी-ड्रामा फिल्म की रिलीज की तारीख की घोषणा जल्द ही की जाएगी. ‘जग्गा जासूस’ पहले 2014 अक्तूबर या नवंबर में रिलीज होने वाली थी लेकिन मुख्य किरदारों की पूर्व प्रतिबद्धताओं के चलते इसकी रिलीज की तारीख आगे बढ़ा दी गई.

सिद्धार्थ ने कहा, ‘ शूटिंग अंतिम चरण में है, कुछ ही दिनों में शूटिंग पूरी हो जाएगी. इसके बाद ही हम रिलीज की तारीख की घोषणा करेंगे. ’ फिल्म के अगले साल रिलीज होने के सवाल पर सिद्धार्थ ने कहा कि शूटिंग खत्म होने के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा.

सलमान खान की मुश्किलें बढ़ीं

सुप्रीम कोर्ट ने साल 2002 के बहुचर्चित हिट एंड रन मामले में महाराष्ट्र सरकार की याचिका को सुनवाई के लिए मंजूरी दे दी है. इससे फिल्म अभिनेता सलमान खान की मुसीबत बढ़ सकती है. महाराष्ट्र सरकार की उस याचिका को सुनवाई के लिए मंजूरी दे दी, जिसमें सलमान को बरी करने के फैसले को चुनौती दी गई है.

महाराष्ट्र सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसमे सलमान खान को बरी कर दिया गया था. हाईकोर्ट के फैसले के बाद 22 जनवरी को महाराष्ट्र सरकार ने याचिका दायर की थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई योग्‍य मानते हुए मंजूरी दे दी है.

हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि पुलिस यह साबित ही नहीं कर पाई है कि ऐक्सिटडेंट के समय सलमान गाड़ी चला रहे थे और वह नशे में थे. गौरतलब है कि 28 अक्टूबर 2002 को सलमान खान की लैंड क्रूजर कार बांद्रा वेस्ट में एक बेकरी के सामने फुटपाथ पर सो रहे लोगों पर चढ़ गई थी. इस ऐक्सिडेंट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 4 अन्य घायल हो गए थे.

रिटर्न फाइल करने से पहले रखें इन बातों का ध्यान

इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते समय आमतौर पर टैक्स पेयर्स के कुछ गलतियां हो जाती हैं, इन छोटी गलतियों के कारण इनकम टैक्सपेयर को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार इन गलतियों के कारण डिपार्टमेंट की ओर से इनकम टैक्स रिटर्न को रद्द भी कर दिया जाता है. हमें उन छोटी छोटी गलतियों के प्रति सचेत हो जाना चाहिए..

1. सही फार्म का करें चयन

लोग कई बार गलत फॉर्म का चयन कर लेते हैं. आईटीआर के कुल सात फॉर्म होते हैं. इसमें से उस फॉर्म का चयन करें जो आपकी आय के स्रोत का विवरण देने के अनुरूप हो. नौकरीपेशा लोगों के लिए आईटीआर1 और आईटीआर2 दोनों फॉर्म्स का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन आईटीआर1 केवल एक ही हाउस प्रॉपर्टी से आय के स्रोत को मानती है, जबकि आईटीआर2 एक से ज्यादा हाउस प्रॉपर्टी से आय को शामिल करती है.

2. निजी जानकारी में न हो कोई चूक

कई बार इनकम टैक्स फाइल करते समय टैक्सपेयर से अपनी निजी जानकारी भरने में गलती हो जाती है. लोग अक्सर पैन कार्ड का नंबर, स्थायी पता और बैंक जानकारी गलत दे देते हैं. रिटर्न फाइल करने से पहले जरूर जांच लें. अपना नाम, डेट ऑफ बर्थ आदि सभी जानकारियां ठीक प्रकार से भरी हैं कि नहीं. टैक्सपेयर कई बार गलती से गलत आईएफएससी कोड (IFSC) या बैंक एकाउंट नंबर डाल देते हैं. इससे रिफंड प्रक्रिया पर प्रभाव पड़ता है क्योंकि रिफंड की राशि इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम के माध्यम से की जाती है.

3. सभी स्रोत से होनी वाली आय का दें विवरण

नौकरीपेशा लोगों के लिए फॉर्म 16 जरूरी होता है. एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि ब्याज या कैपिटल गेन से होने वाली आय का विवरण फॉर्म 16 में नहीं होता, लेकिन फिर भी इसको स्पष्ट करना जरूरी है.

अधिकांश लोग कर छूट के दायरे में आने वाली आय या फिर जिसपर वह पहले से टैक्स अदा कर चुके हैं उसे स्पष्ट नहीं करते हैं जैसे कि फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सेविंग एकाउंट पर मिलने वाला ब्याज एकाउंट में 10 हजार रुपए तक मिलने वाला ब्याज कर छूट के दायरे में आता है, लेकिन तब भी रिपोर्ट करने बाद ही छूट के लिए क्लेम किया जा सकता है. किस स्रोत से हुई आय पर टैक्स भुगतान करना है यह जानने के लिए फॉर्म 26एएस को पढ़ें.

4. अपनी रिटर्न को ई-वेरिफाइ करना न भूलें

टैक्स फाइलिंग की प्रक्रिया तब ही पूरी होती है जब उसे वेरिफाइ कर दिया जाता है. रिटर्न सब्मिट करने के बाद रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी पर आईटीआर V यानि कि एक्नॉलिजमेंट मिलता है जिसे आपको वेरिफाई करना होता है. इसे पूरा करने के लिए सबसे सरल तरीका यह है कि इसका प्रिंट आउट लें, साइन करें और फिर बैंगलुरु के टैक्स डिपार्टमेंट के सेंटर के पते पर भेज दें. रिटर्न फाइल करने के 120 दिनों के भीतर सामान्य पोस्ट या फिर स्पीड पोस्ट के जरिए भेज सकते हैं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें