नाखूनों से जानें सेहत का राज, पढ़ें खबर

हमारे शरीर में किस चीज की कमी है या कौन सी बीमारी दस्तक दे रही है, उस की कंडीशन क्या है आदि हमारे नाखून आसानी से बता देते हैं.

इस बारे में मुंबई की ‘द स्किन इन’ की डर्मेटोलौजिस्ट डा. सोमा सरकार बताती हैं कि नाखूनों की सहायता से मिनरल्स, विटामिंस की कमी के अलावा थायराइड, ऐनीमिया, कार्डियक डिजीज, लंग्स डिसऔर्डर आदि बीमारियों का पता आसानी से लगाया जा सकता है. हैल्दी नाखूनों का रंग हमेशा हलका गुलाबी होता है. हर दिन हैल्दी नाखून 0.003 मिलीमीटर से 0.01 मिलीमीटर तक बढ़ते हैं, लेकिन यह व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है. कम उम्र में नाखून जल्दी बढ़ते हैं, जबकि अधिक उम्र होने पर इन के बढ़ने की रफ्तार धीमी हो जाती है. ठंड के मौसम में नाखून जल्दी नहीं बढ़ते, जबकि गरमी के मौसम में जल्दी बढ़ते हैं.

क्या कहते हैं नाखून

– अगर नाखूनों का आकार तोते की चोंच की तरह हो रहा है, तो उस व्यक्ति को कार्डियक की बीमारी या लंग्स डिसऔर्डर होने की संभावना होती है.

– नाखून की सतह पर सफेद लकीरें बायोटिन की कमी का संकेत देती हैं. बायोटिन शरीर में उपस्थित बैड कोलैस्ट्रौल को घटा कर शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है. इस के अलावा ऐसे नाखून लिवर संबंधी बीमारी की ओर भी इशारा करते हैं. इस के लिए फ्रैश वैजिटेबल्स और सलाद खाना लाभदायक रहता है.

– कैल्सियम, प्रोटीन और विटामिंस की कमी से नाखून ब्रिटल हो जाते हैं. इस में नाखूनों के ऊपर से पपड़ी निकलने लगती है. असल में ऐसे नाखूनों में ब्लड सर्कुलेशन कम होता है. ऐसे नाखून वाले व्यक्ति अधिकतर थायराइड या आयरन की कमी के शिकार होते हैं. अत: समय रहते इलाज कराना जरूरी है. एग, फिश, बादाम आदि का सेवन इस में लाभदायक होता है.

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– जिन के नाखूनों का रंग नीला होता है उन की श्वास की बीमारी, निमोनिया या दिल से संबंधित बीमारियों से पीडि़त होने की संभावना होती है.

– पीले नाखून वाले व्यक्ति अधिकतर पीलिया के शिकार होते हैं. इस के अलावा सिरोसिस और फंगल इन्फैक्शन जैसी बीमारियां भी उन्हें हो सकती हैं. धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के नाखून भी पीले या बदरंग हो जाते हैं.

– आधे सफेद और आधे गुलाबी रंग के नाखून वाले व्यक्ति को किडनी से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं. ऐसे नाखून खून की कमी का भी संकेत देते हैं.

– सफेद रंग के नाखून लिवर से संबंधित बीमारियों जैसे हैपेटाइटिस का संकेत देते हैं.

– कई बार नाखूनों के आसपास की त्वचा सूखने लगती है. इस की अनदेखी न करें. ऐसा विटामिन सी, फौलिक ऐसिड या प्रोटीन की कमी से होता है, इसलिए अपने आहार में प्रोटीनयुक्त पदार्थ, पत्तेदार सब्जियां आदि जरूर शामिल करें.

डा. सोमा कहती हैं कि महिलाएं पानी में अधिक काम करती हैं. इसलिए उन में नाखूनों की बीमारी अधिक देखी जाती है. उन्हें अपने नाखूनों की देखभाल ऐसे करनी चाहिए:

– काम करने के बाद हलके गरम पानी से नाखूनों को साफ करने के बाद नेल क्रीम या किसी भी कोल्ड क्रीम से नाखूनों को मौइश्चराइज करें.

– ऐसीटोन युक्त नेल रिमूवर से नेल पौलिश कभी साफ न करें.

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– नाखूनों को समयसमय पर काट कर नेल फौइलर द्वारा साफ करें.

– नेल पौलिश लगाने से पहले नेल हार्डर लगाएं ताकि नाखून कैमिकल से सुरक्षित रहें.

– नाखूनों की बाहरी त्वचा का खास ध्यान रखें. नेल क्यूटिकल्स ही नाखूनों को फंगल और बैक्टीरिया के इन्फैक्शन से बचाते हैं.

– खाने में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स वाले पदार्थ अधिक लें.

Skin Care Tips: बेजान Nails में ऐसे भरें जान

हॉट ऑइल मेनीक्‍योर अब तक का बससे बहुत ही महंगा ट्रीटमेंट है. अपने नाखूनों और हाथों को पैंपर करने का इससे अच्‍छा तरीका आपको और कोई नहीं मिलेगा.

महिलाओं के हाथ किचन में काम करते करते बहुत ही ज्‍यादा खराब हो जाते हैं. इसका सीधा असर आपके नाखूनों पर पड़ता है, जो कि रूखे और कमजोर पड़ जाते हैं.

स्‍पा में या पार्लर जा कर हॉट ऑइल मेनीक्‍योर करवाना काफी महंगा पड़ सकता है इसलिये आज हम आपको घर पर ही आराम से इसे करना सिखाएंगे. तो तैयार हो जाइये स्‍पा जैसा ट्रीटमेंट घर पर ही पाने के लिये.

जरूरत की चीजें

– सूरजमुखी तेल और कैस्‍टर ऑइल, मिक्‍स किया हुआ

– थोड़ा सा बादाम तेल

– विटामिन ई तेल और ऑलिव ऑइल

– टी ट्री ऑइल

– विटामिन ई कैप्‍सूल

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अब आपको क्‍या करना चाहिये

– सभी सामग्रियों को एक साथ मिक्‍स कर के माइक्रोवेव में 30 सेकेंड के लिये गरम करें. आप इसमें विटामिन ई के कैप्‍सूल को तोड़ कर अंदर के मिश्रण को इसमें मिक्‍स कर सकती हैं.

– कोशिश करें कि तेल बहुत ज्‍यादा ना गरम हो.

– अब धीरे से तेल के अंदर अपनी उंगलियों को डुबोएं और जब तक तेल ठंडा ना हो जाए अपनी उंगलियां बाहर ना निकालें.

– अगर आपको ऐसा करना पसंद आया हो, तो तेल को और 10 सेकेंड के लिये गरम कर के यह विधि करें.

– एक बार मेनीक्‍योर होने पर उंगलियों को बाहर निकालें और हाथों को प्‍लेन पानी से धो लें.

– फिर उन्‍हें साफ तौलिये से पोछ लें.

– लीजिये हो गया आपका हॉट ऑइल मेनीक्‍योर.

– आप इसे हफ्ते में दो बार रात को सोने से पहले कर सकती हैं. इसके अलावा याद रखें कि सोते समय आपको अपने हाथों को मॉइस्‍चराइजर से भी मसाज करना है.

इसके फायदे

– नियमित हॉट ऑइल मेनीक्‍योर करने से आपके नाखूनों की उम्र जल्‍दी नहीं घटती.  – इसके साथ ही ब्‍लड सर्कुलेशन भी सुधरता है जिससे त्‍वचा हमेशा हेल्‍दी रहती है.  – लंबे समय के बाद आपकी त्‍वचा और भी जवान बनी रहेगी.

– इससे आपके नाखूनों में चमक रहेगी और उसका टेक्‍सचर भी सुधरेगा.

– आपके नाखून देखने में साफ लगेंगे और वे जल्‍दी जल्‍दी बढ़ेंगे.

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Health Tips: Nails से जानिए सेहत का राज

गलत खान-पान और गलत जीवनशैली का प्रभाव हमारे शरीर पर हमेशा पड़ता है, जिसे हम नहीं जान पाते और जब तक इस बारें में पता चलता है, तब तक बहुत देर हो जाती है. हमारे नाखून भी ऐसे ही है, जो हमारे शरीर की आधी बीमारी को बताने में सफल होते है. असल में नाखून हमारे शरीर में किस चीज की कमी है या कौन सी बिमारी दस्तक दे रही है, उसकी कंडीशन क्या है आदि सभी बातें आसानी से बता देती है. इसके अलावा सालों साल आप क्या खा रहे है या किसे अधिक खा रहे है, इन सबका असर नाखूनों पर पड़ता है. नाखून की सतह पर सफेद दाग या धब्बे या नाखूनों का ‘ब्रिटल’ होना या नीला पड़ जाना, उसके आकार में परिवर्तन होना आदि शामिल है.

इस बारें में मुंबई की ‘द स्किन इन’ की डर्मेटोलोजिस्ट डा. सोमा सरकार बताती है कि नाखूनों की सहायता से मिनरल्स, विटामिन्स की कमी के अलावा मालन्युट्रिशन, थाइरोइड डिसआर्डर, एनीमिया, कार्डियाक डिसीज, लंग्स डिसआर्डर आदि बीमारियों का पता आसानी से लगाया जाता है. हेल्दी नाखून का रंग हमेशा हल्का गुलाबी होता है. हर दिन हेल्दी नाखून 0.003 मिलीमीटर से 0.01 मिलीमीटर तक बढ़ता है, लेकिन ये व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है. कम उम्र में नाखून जल्दी बढ़ते है जबकि अधिक उम्र होने पर इसके बढ़ने की रफ्तार कम हो जाती है. ठंडी में नाखून जल्दी नहीं बढ़ पाते, जबकि गर्मी के मौसम में ये जल्दी बढ़ते है. यहां कुछ बातें निम्न है, जिसे जानना जरुरी है,

– अगर नाखून के आकार तोते की चोंच के तरह हो रहे है तो, व्यक्ति को कार्डिएक की बीमारी या लंग्स डिसआर्डर होने की संभावना होती है,

– नाखून की सतह पर सफेद स्पाट या लकीरे होने पर बायोटिन की कमी होती है, बायोटिन हमारे शरीर में उपस्थित बैड कोलेस्ट्रोल को घटाकर शरीर को उर्जा प्रदान करती है, इसके अलावा ऐसे नाखून लीवर सम्बन्धी बिमारी की ओर इशारा करते है, इसके लिए फ्रेश वेजिटेबल्स और सलाद का खाना लाभदायक होता है.

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– कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन्स की कमी से नाखून ‘ब्रिटल’ हो जाते है, इसमें नाखून के ऊपर से पपड़ी निकलने लगते है, असल में ऐसे नाखूनों में ब्लड सर्कुलेशन कम होता है, ऐसे नाखून वाले व्यक्ति अधिकतर थाइरोइड या आयरन की कमी के भी शिकार होते है, जिसे समय रहते इलाज करना जरुरी है, एग, फिश, बादाम, आलमंड्स आदि का सेवन भी इसमें लाभदायक होता है.

– नीले रंग के नाखून वाले अधिकतर व्यक्ति श्वास की बिमारी, निमोनिया या दिल से सम्बंधित बिमारियों से पीड़ित होने की संभावना होती है.

– पीले नाखून वाले व्यक्ति अधिकतर पीलिया के शिकार होते है, इसके अलावा सिरोसिस और फंगल इन्फेक्शन जैसी बीमारियां उन्हें हो सकती है, धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के नाखून भी पीले या बदरंग हो जाते है.

– आधे सफेद और आधे गुलाबी रंग के नाखून वाले व्यक्ति को किडनी से सम्बंधित बीमारियां हो सकती है, ऐसे नाखून खून की कमी को भी संकेत देती है.

– सफेद रंग के नाखून लीवर से सम्बंधित बिमारियों जैसे हेपेटाइटिस की खबर देते है.

– कई बार नाखूनों के आस-पास की त्वचा सूखने लगती है, इसे अनदेखा न करें, ये विटामिन सी, फोलिक एसिड या प्रोटीन की कमी से होती है, इसलिए अपने आहार में प्रोटीनयुक्त पदार्थ, पत्तेदार सब्जियां आदि लें.

इसके आगे डा. सोमा कहती है कि महिलाएं खासकर पानी में अधिक काम करती है. इसलिए उनमें नाखून की बिमारी अधिक देखी जाती है, ऐसे में उन्हें अपने नाखूनों की देखभाल अच्छी तरह से करनी चाहिए, जो निम्न है.

– काम करने के बाद हल्के गरम पानी से नाखूनों को साफ करने के बाद, नेल क्रीम या किसी भी कोल्ड क्रीम से अपने नाखूनों को मोयास्चराइज करें.

-एसीटोन युक्त नेल रिमूवर से नेलपॉलिश कभी साफ न करें.

– नाखूनों को समय-समय पर काटकर उसे नेल फाइलर द्वारा साफ करें.

– नेल पालिश लगाने से पहले नेल हार्डर लगाकर नेलपालिश लगायें, जिससे नाखून केमिकल से सुरक्षित रहे.

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– नाखून की बाहरी त्वचा का खास ध्यान रखें, नेल क्यूटिकल्स ही नाखूनों को फंगल और बेक्टेरिया के इन्फेक्शन से बचाते है.

– खाने में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स वाले पदार्थ अधिक लें.

नाखून, हेयर और स्किन हमारे अंदर की स्वस्थता को प्रतिबिंबित करते है, इसलिए उसमें आये किसी भी परिवर्तन को नजरंदाज नहीं करना चाहिए और समय रहते डाक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए.

जानें क्या है नेल्स की हैल्थ का राज

सोचिए आप फ्रैंड की मैरिज में जाने के लिए बिलकुल रेडी हो, सब कुछ मैचिंग का और आप भी अपने इस अलग लुक में काफी गॉर्जियस लग रही हो. लेकिन जैसे ही आपकी उंगली आपके नाखून पर लगी तो एकदम से आपका नेल्स टूट गया. ऐसे में आखिरी समय में आपके पास कोई ओप्शन नहीं बचा है. बस आप अपना दिल छोटा कर वहां चली तो जाएंगी, लेकिन सारा ध्यान आपका अपने टूटे हुए नेल्स पर ही टिका रहेगा. और आप बस मन ही मन यही सोचेगी कि मैंने तो मैचिंग की नेलपौलिश व नेलआर्ट से अपने हाथों को खूबसूरत लुक दिया था, लेकिन मेरी मेहनत पर तो पानी फिर गया. अब तो मैं खुल कर अपने हाथों को भी सबके सामने नहीं ला पाऊंगी. तो ऐसा सिर्फ इसलिए हुआ कि आपने अपने नेल्स की सिर्फ बाहरी सुंदरता को बढ़ाने पर ध्यान दिया, और उसकी हैल्थ को पूरी तरह इग्नोर किया. जिस कारण वे कमजोर होने के कारण टूट गए. लेकिन अब परेशान होने से नहीं बल्कि नेल्स को हैल्दी व शाइनी बनाने पर ध्यान देना है. ताकि आपके नेल्स का अट्रैक्शन इस कदर बढ़ जाए कि सब उसे देखते ही रह जाएं , नज़रें उस पर से हटे ही नहीं, फिर चाहे आपने अपने नेल्स को रंगा हो या नहीं. तो जानते हैं कैसे नेल्स को बनाएं हैल्दी व शाइनी.

1. नेल मसाज

क्यूटिकल आयल मार्केट से आपको आसानी से मिल जाएगा. ये एक ऐसा प्रोडक्ट है , जो आपके नेल्स व क्यूटिकल्स को मॉइस्चरिजे करके नेल्स की हैल्थ का खास ध्यान रखने का काम करता है. क्योंकि ये वेजिटेबल आयल, विटामिन्स व सिट्रिक एसिड से मिलकर बनता है. जो नेल्स को पोषण देकर उन्हें शाइनी भी बनाए रखता है. क्योंकि जब नेल्स व उसके आसपास की स्किन ड्राई रहती है तो न तो वो सुंदर दिखते हैं और डॉयनेस धीरेधीरे नेल्स को कमजोर करके उन्हें तोड़ने का भी काम करती है. इसके लिए जरूरी है क्यूटिकल आयल से नेल्स व आसपास मसाज करने की.

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कैसा हो क्यूटिकल आयल- आयल थिन हो, ताकि उसे स्किन में एब्सॉर्ब होने में आसानी हो. जो भी क्यूटिकल आयल खरीदें, उसमें जोजोबा आयल, एन्टिओक्सीडैंट्स प्रोपर्टीज , विटामिन इ, व सिट्रिक एसिड जरूर हो. ताकि वो नेल्स को डीप नौरिश करके उनकी ग्रोथ को बढ़ाने व शाइन को वापिस लौटाने में मददगार हो.

2. मैनीक्योर से एक्सफोलिएट करें

अकसर हम यही सोचते हैं कि सिर्फ स्किन की क्लीनिंग ही जरूरी होती है. लेकिन हम आपको बता दें कि स्किन के साथसाथ नेल्स को भी क्लीन करते रहना जरूरी होता है, वरना वे केयर के अभाव में टूटने व पीले पड़ने शुरू हो जाते हैं. क्योंकि जब नेल्स पर डेड स्किन जमा हो जाती है , तो वो डल नजर आने के साथसाथ उनके टूटने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं. जबकि मैनीक्योर से डेड स्किन सेल्स निकलने से न्यू स्किन सेल्स की ग्रोथ होती है. जो हैल्दी , स्ट्रौंग नेल्स के लिए बहुत जरूरी है. मैनीक्योर करने के लिए मसाज लोशन, माइल्ड स्क्रब, हैंड क्रीम, क्यूटिकल रिमूवर आदि की जरूरत होती है. आपको इसके लिए पार्लर जाने की जरूरत नहीं है बल्कि आप मार्केट से मैनीक्योर किट खरीद कर घर पर खुद से कर सकती हैं. अगर आप स्किन केयर रूटीन में इसे भी शामिल कर लेती हैं तो कुछ ही दिनों में आपके नेल्स स्ट्रौंग व चमक उठेंगे.

3. नेल्स को भी दें थोड़ा स्पेस

अधिकांश लड़कियों व महिलाओं की ये हैबिट होती है कि वे नेल्स को हमेशा रंगे ही रखती हैं. यहां तक कि एक नेल पेंट के ऊपर दूसरा नेलपेंट लगाने से भी नहीं हिचकती हैं. जबकि आपको बता दें कि ऐसा करने से नेल्स की हैल्थ पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है. क्योंकि इससे नेल पीले व हार्ड होकर अपनी नेचुरल साफ्टनेस खोने लगते हैं. इसलिए उन्हें हवा लगाना बहुत जरूरी होता है. इसलिए जब भी आप नेलपेंट उतारे तो 2 – 3 दिन बाद ही दूसरा नेलपेंट लगाएं.

4. बेस कोड से दें प्रोटेक्शन

अगर आपका लाइफस्टाइल बहुत बिजी है और आपके पास मैनीक्योर करने का टाइम नहीं है तो आप मार्केट में मिलने वाले नेल्स को हाइड्रेट व मजबूती प्रदान करने वाले बेस कोड का इस्तेमाल करें. और अगर आप कमजोर, नाजुक व पीलिंग नेल्स की समस्या से परेशान हैं तो जब भी नेल बेस कोड खरीदें तो देखें कि उसमें केराटिन , विटामिन इ, कैल्शियम, सोया प्रोटीन, कैस्टर आयल जैसे इंग्रेडिएंट्स जरूर होने चाहिए. ये नेल्स को डैमेज होने से बचाकर उन्हें हैल्दी रखने में अहम रोल निभाते हैं. बेस कोड के ऊपर ही हमेशा नेल पेंट लगाएं.

5. ब्रैंडेड नेलपेंट ही हो चोइज

आज जिस तरह से आए रोज फैशन बदलते रहते हैं , उसी तरह नेलपेंट का बाजार भी काफी गरम है. लड़कियों की पसंद को देखते हुए हर तरह के नेल पेंट मार्केट में उपलब्ध है वो भी सस्ते दामों में. ऐसे में बस पसंद आते ही आप सस्ते नेलपेंट न ख़रीद लें, क्योंकि इनमें टोल्यूनि व इससे मिलते जुलते केमिकल्स डाले जाते हैं. जिससे नाखून कमजोर होने के साथसाथ सिरदर्द की भी शिकायत होती है. साथ ही अगर आपको जैल व अक्रिलिक्स नेल पेंट लगाने का शौक है, तो सावधान हो जाएं. क्योंकि इसमें ढेरों केमिकल्स नेल्स की नेचुरल ग्रोथ पर इफेक्ट डालने का काम करते हैं. इसलिए आपका नेलपेंट ऐसा हो, जिसमें केमिकल्स का ज्यादा इस्तेमाल न किया गया हो. केमिकल फ्री नेलपेंट भले ही थोड़ी महंगी होती है, लेकिन नेल्स को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाती हैं.

6. नेल बाइट की आदत तो नहीं

अधिकांश लोगों की यह आदत होती है कि वे नाखूनों को नेल कटर से काटने व फाइल करने के बजाह मुंह से ही उन्हें काट देते हैं. जो एक तो उनके तनाव को दर्शाने का काम करता है और दूसरा नाखूनों की शेप खराब होने के साथसाथ उन्हें कमजोर बनाने का भी काम करता है. साथ ही इससे कई बार नेल्स इतने अधिक निकल जाते हैं , कि इससे स्किन को भी नुकसान पहुंच जाता है. सबसे अहम बात कि इससे नेल्स के जरिए पेट में इंफेक्शन होने का भी डर बना रहता है. इसलिए हमेशा नेल कटर से ही नेल्स को काटकर उन्हें फाइलर की मदद से फाइल करें. इससे प्रोपर कट होने के साथसाथ नेल्स की खूबसूरती भी बरकरार रहेगी.

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7. नेल रिमूवर में कहीं एसीटोन तो नहीं

नेल रिमूवर जो नेल पौलिश को रिमूव करने का काम करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें एसीटोन नामक तत्व आपके नेल्स को पीला, कमजोर बनाने के साथसाथ कई बार क्यूटिकल्स ड्राई होने के साथसाथ उनमें से ब्लड भी निकलने लगता है. यहां तक कि इंफेक्शन के चांसेस भी काफी बढ़ जाते हैं. इसलिए एसीटोन नेल रिमूवर के बजाय आपको मार्केट में नोन एसीटोन , नेचुरल व आर्गेनिक नेल रिमूवर मिल जाएंगे, उन्हें ही इस्तेमाल करें. इससे नेल्स हैल्दी भी रहते हैं.

8 . ओमेगा 3 फोर शाइनी नेल्स

हमारी इंटरनल हैल्थ का सीधा असर हमारी स्किन, बालों व नेल्स पर दिखाई देता है. ऐसे में अगर आपके नेल्स ड्राई, उनकी शाइन चली गई है तो आप अपनी डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड को जरूर शामिल करें. क्योंकि ये हैल्दी सेल्स को प्रमोट करने का काम जो करता है. इसके लिए आप अपनी डाइट में फिश, एप्रीकॉट, सोया, अंडे आदि को शामिल कर अपने नेल्स को बनाएं खूबसूरत.

Beauty Tips: बेस्ट मैनीक्योर आप भी करें ट्राय

नेल आर्ट नाखूनों को रंगने, सजाने, बढ़ाने और संवारने का एक रचनात्मक तरीका है. यह एक प्रकार की कलाकृति है जिसे नाखूनों और पैर की उंगलियों पर किया जा सकता है, आमतौर पर मैनीक्योर या पेडीक्योर के बाद. मैनीक्योर और पेडीक्योर सौंदर्य उपचार हैं जो नाखूनों को ट्रिम, आकार और पॉलिश करते हैं. ब्यूटी क्वीन काइली जेनर मैनीक्योर की रानी हैं और उनका इंस्टाग्राम फीड भी इस बात का प्रूफ है. वे अक्सर सोशल मीडिया फीड पर अपने नेल आर्ट के लाजवाब डिजाइन पोस्ट कर के अपने फैंस को इंप्रेस करती है. वाइब्रेंट ह्यूज , मल्टीकलर , से लेकर पोल्का डॉट्स तक कुछ भी ऐसा नहीं है जिसे काइली ने आजमाया नहीं है. उनके नेल आर्ट आइडिया काफी लड़कियों के लिए प्रेरणा है. अगर आप भी उनकी तरह ही अमेजिंग नेल आर्ट चाहती है तो आप भी ट्राई करें, वैसे भी अपने हाथों को सुंदर और प्यारा देखना हर लड़की का हक है. हम आपके लिए कुछ नेल आर्ट डिजाइन लाएं हैं जिन्हे आप आजमा सकती है.

1 बंदना प्रिंट नेल आर्ट

बंदना प्रिंट सिर्फ कपड़ों में ही नहीं बल्कि मैनीक्योर में भी काफी ट्रेंड में है. आप भी ऐसे नेल आर्ट डिजाइन बना सकती है और चाहे तो ब्लैक कलर से अपने नेल्स की आउटलाइन भी कर सकती है. बंदना प्रिंट वैसे तो काफी पुराना डिजाइन है लेकिन  इसका दोबारा ट्रेंड और अमेजिंग ट्रेंड आया है. आप बंदना प्रिंट पर किसी भी तरह का डिजाइन बना सकती है जैसे स्वर्ल्स , डॉट्स , जिगजाग , जिससे आपका बंदना प्रिंट और भी क्लासिक लुक दे.

 

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2. पोल्का डॉट्स

 

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पोल्का डॉट्स एक ऐसी नेल आर्ट है जिसे बनाना तो आसान है ही साथ ही यह हर तरह की ड्रेस के साथ जंचती भी है. पोल्का डॉट्स कभी भी फैशन से बाहर नहीं जाएंगे. ये पोल्का डॉट्स नेल आर्ट के रूप में भव्य दिख सकते हैं. ये नेल आर्ट न सिर्फ आपके नाखूनों की खूबसूरती बढ़ाता है, बल्कि आपके लुक को स्टाइलिश भी बनाता है. इसे लगाना कोई मुश्किल काम नहीं है. इसके लिए सबसे पहले अपने नाखूनों पर सिंगल रंग के बेस शेड का नेलपेंट लगाएं. गुलाबी, ऑरेन्ज या काले रंग का नेलपेंट इसके लिए ठीक रहेगा. इसके बाद एक टूथपिक से उस पर डॉट्स बना दें. आप चाहे तो बिना ब्रश के भी डॉट्स बना सकती है. ड्रेस पर पोल्का डॉट्स प्रिंट खूब पसंद किया जाता है. साथ ही नेल आर्ट में भी लड़कियों और महिलाओं को यह पैटर्न पसंद आता है. आप भी पोल्का डॉट्स के ट्रेंड को फॉलो कर अपनी नेल्स को खुबसूरती को बढ़ाए.

3.टाई डाई नेल आर्ट

 

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गर्मियों का परफेक्ट ट्रेंड है टाई डाई मैनीक्योर.  काइली जेनर ने भी इसको आजमाया है. टाई डाई के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना होगा. आपको सबसे पहले सफेद नेल पॉलिश से शुरुआत करनी है. बेस के लिए आप व्हाइट या न्यूट्रल शेड का इस्तेमाल करें. एक बढ़िया और शानदार टाई डाई इफेक्ट के लिए मैचिंग पेस्टल कलर से ही डिजाइन बनाए. आप चाहे तो अलग अलग रंगों का भी इस्तेमाल कर के भी पैटर्न बना सकती है.

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महिलाएं अपने चेहरे के साथ ही हाथों-पैरों की खूबसूरती पर भी पूरा ध्यान देती हैं. इसके लिए वे पेडिक्योर, मेनिक्योर करवाती हैं. नेल पेंट भी अप्लाई करती हैं. लेकिन हाथों की सुंदरता के लिए डिफरेंट नेल आर्ट करवाना ज्यादा अच्छा ऑप्शन है. इससे हाथों का लुक चेंज नजर आता है और ज्यादा खूबसूरत भी लगते हैं.तो आप भी इन नेल आर्ट को ट्राई करें और काइली की तरह इस ट्रेंड को रॉक करें.

अगर आपको भी है नेल्स चबाने की आदत, तो हो जाइए अलर्ट

आजकल की डेली बिजी लाइफस्टाइल में कईं लोगों में नेल्स को खाने की आदत हो जाती है. नेल्स हमारी खूबसूरती को बढ़ाते है, लेकिन नेल्स चबाकर हम अपनी खूबसूरती में दाग लगा देते हैं. नेल्स में कई तरह की बिमारियों वाले जर्म यानी विषाणु पाए जाते हैं, जो हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं. कई बार यह भी कहा जाता है कि नेल्स चबाना टेन्शन होने की निशानी होती है, जिससे हम छुटकारा जल्दी नहीं पा पाते. लेकिन क्या आपको पता है कि नेल्स चबाने की आपकी ये आदत आपकी हेल्थ को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है. आज हम आपको नेल्स चबाने से होने वाली बिमारियों के बारे में बताएंगे…

1. गंदे नेल्स चबाने से पनपते हैं रोगजनक बैक्टीरिया

नेल्स में साल्मोनेला और ई कोलाई जैसे रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया पनपते हैं. जब आप दांतों से नेल्स काटते हैं तो ये बैक्टीरिया आपके मुंह में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं. ऐसे में आपका बीमार होना तय है. कई शोध भी कहते हैं कि हमारे नेल्स उंगलियों से दोगुने गंदे होते हैं. ऐसे में नेल्स चबाना हमारे लिए बेहद हानिकारक हो सकता है.

2. स्किन इन्फेक्शन होने का हो सकता है खतरा

नेल्स चबाने से उसके आस-पास की स्किन सेल्स को भी नुकसान होता हैं. ऐसे में पैरोनिशिया से पीड़ित होने का खतरा होता है. यह एक स्किन इन्फेक्शन है जो नेल्स की आस-पास की त्वचा में होता है.

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3. दांतों को भी पहुंचता है नुकसान

नेल्स चबाने से आपके दांतों पर बहुत बुरा असर पड़ता है. नेल्स से निकलने वाली गंदगी आपके दांतों को कमजोर करने लगती है. एक रिसर्च से ये बात सामने आई है कि अधिक नेल्स चबाने वाले लोग तनाव में ज्यादा रहते हैं. नेल्स चबाने से नाखूनों की गंदगी दांतों तक पहुंचती रहती है जिससे दांत भी कमजोर होने लगते हैं.

4. स्किन में हो सकता है घाव

लगातार नेल्स चबाने वाले लोग डर्मेटोफेजिया नाम की बीमारी के शिकार हो जाते हैं. इस बीमारी में स्किन पर घाव बनने लगते हैं. यहां तक की इसके इंफेक्शन से नसों को भी नुकसान पहुंचता है.

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5. कैंसर का भी होता है खतरा

हमेशा नेल्स चबाने से आंतों का कैंसर हो सकता है. दरअसल नेल्स चबाने से नेल्स में मौजूद बैक्टीरिया हमारी आंतों तक पहुंच जाते हैं जो कैंसर जैसे रोग भी दे सकते हैं.

मुझे बताइए कि मैं अपने नेल्स को खूबसूरत बनाने और बढ़ाने के लिए क्या करूं?

सवाल-

मैं अपनी सगाई में अपने नेल्स सुंदर और बड़े रखना चाहती हूं जबकि मेरे नेल्स बेहद छोटे हैं. मुझे बताइए कि मैं अपने नेल्स को खूबसूरत बनाने के लिए क्या करूं?

जवाब-

यदि नाखून छोटे हैं तो पहले नेल ऐक्सटैंशन करवा लें. ये कुछ ही घंटों में नाखूनों को बढ़ाने की प्रक्रिया है. ये उन सभी लोगों के लिए वरदान है जिन के नाखून बढ़ते नहीं या फिर जल्दीजल्दी टूट जाते हैं. इस तकनीक के तहत टूटे हुए नाखूनों को फिर नैचुरल शेप में लाया जा सकता है.

यदि आप के नाखून छोटे हैं तो नेल ऐक्सटैंशन करवा कर आप जितनी मरजी चाहे उतनी लंबाई पा सकती हैं. नेल ऐक्सटैंशन किए गए नाखून दिखने में और काम करने में बिलकुल नैचुरल नाखून की ही तरह नजर आते हैं. इन नाखूनों को एक्रिलिक पाउडर और कुछ तरल पदार्थों से बनाया जाता है. इस से आप के नेल्स को मनचाहा आकार व लंबाई मिल जाती है.

नेल ऐक्सटैंशन किए गए नाखून लगभग 1 महीने यानी आप के हनीमून तक अपनी शेप में बरकरार रहते हैं. इस के साथ आप सेमीपरमानैंट नेलआर्ट तकनीक से नाखूनों को विभिन्न रंगों और सामग्रियों से बेहद कलात्मक रूप से सजा सकती हैं. आप इसे भी आजमा कर देखिए, आप के नाखून लगभग 3 महीनों तक आकर्षक और मनभावन बने रहेंगे.

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सुंदर नाखून आपकी सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करते हैं. सुंदर नाखूनों के लिए आप अपने नाखून पर आर्ट बना सकती हैं. आप चाहें तो अपने नाखूनों को रंग, मौसम, थीम, मूड किसी के भी अनुसार, सजा सकती हैं. नाखूनों को आप हल्‍के या गहरे रंगों में रंग सकती हैं. अगर आप थोड़ी सी क्रिएटिव हैं तो नाखूनों पर ग्राफिक प्रिंट डिजायन भी बना सकती हैं. इसके लिए आपको कुछ सामानों जैसे – सेलो टेप, ट्रांसपेरेंट नेल एनमेल और नेल कलर की आवश्‍यकता होती है. इस आर्टिकल में हम आपको नेल आर्ट और उसकी केयर करने से संबंधित जानकारी दे रहे हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- जब सजाना हो नाखूनों को नेल आर्ट से

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6 टिप्स: लंबे समय तक टिकी रहेगी नाखूनों पर नेल पौलिश

खूबसूरत नेल पौलिश हमारे नाखून को और भी आकर्षक बनाते हैं. पर नेल पौलिश कुछ ही दिनों में नाखून पर से उतर जाती है या कलर छोड़ देती है और बार बार नेल पौलिश लगाना संभव नहीं हो पाता. इस समस्या से हम में से कई लडकियां परेशान हैं. अगर गहरे रंग की नेल पौलिश छूटने लगे तो वह बहुत ही खराब लगती है. लेकिन आप हर दिन वही नेल पौलिश तो नहीं लगाती फिरेंगी और ना ही घर के काम काज या खाना बनाना छोड देंगी. नेल पौलिश किस तरह से लंबे समय तक नाखूनों पर टिके इसके लिये आइये जानते हैं कुछ टिप्सः

1. साफ नाखूनों पर लगाएं

हमेशा नेल पौलिश को साफ नाखूनों पर ही लगाएं. इससे कोई फरक नहीं पडता कि आपने पहले कोई नेल पौलिश लगाई थी या नहीं. नाखून के आस पास का प्राकृतिक तेल, नेल पौलिश को ज्यादा समय के लिये ठहरने नहीं देती. इसलिये नाखूनों को अच्छे से साफ करें.

2. नाखून साफ करें

नया कलर कोट लगाने से पहले अपने नाखूनों को साफ करें. पुरानी नेल पौलिश को नेल रिमूवर से छुड़ा कर फाइलर से नेल को शेप करें. उसके बाद हाथों को साफ पानी से धोएं.

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3. रंग पसंद करें

अपने मूड और उत्सव के अनुसार नेल पौलिश का कलर पसंद करें. नेल पौलिश की बोतल को कुछ मिनट के लिये हिलाएं जिससे वह गाढ़ी हो जाए. इससे रंग आसानी से बाहर निकलेगा और नाखून पर अच्छी तरह से बिना किसी बबल के फैलेगा.

4. बेस कलर लगाएं

नेल पौलिश को देर तक रखने के लिये, एक कोट बेस का लगाएं, जो कि दिखने में ट्रांसपेरेंट होता है. इसको सूख जाने दें और फिर उसके बाद नेल पेंट लगाएं. अगर दूसरे कोट की जरूरत महसूस हो रही है तो दुबारा नेल पौलिश लगाएं और कुछ देर के लिये सूखने दें.

5. गाढ़ा कोट लगाने से बचें

गाढ़ा कोट लगाने से नेल पौलिश 2 ही दिनों में छूटने लगती है. इसलिये थोडी़-थोडी़ देर पर 2-3 कोट लगाइये जिससे नेल पौलिश कस के चिपक जाए.

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6. जरूरी है टौप कोट

नेल पौलिश लगा लेने के बाद बेस कोट से एक बार दुबारा नाखूनों को पेंट करें. इससे नेल शाइन करेंगे और नेल पौलिश मजबूती से लग भी जाएगी. बेस कोट को नेल पौलिश पर कई-कई दिनों पर लगा सकती हैं

बढ़ाएं मैनीक्योर की उम्र

अगर मैनीक्योर कराने के कुछ समय बाद ही आपके हाथ व नाखून की चमक चली जाती है तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि आज इस लेख में हम कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने मैनीक्योर की उम्र को थोड़ा बढ़ा सकती हैं.

विनेगर का करें इस्तेमाल

ये सलाह दी जाती है कि बेस कोट लगाने से पहले आप विनेगर से एक बार नाखूनों को वाइप कर लें. आप ईयरबड्स की मदद से नाखूनों पर इसे लगा सकती हैं. विनेगर नेचुरल आयल को हटाने में मदद करता है जिससे नेल पेंट लंबे वक्त तक रह पाता है. नाखूनों पर लगा विनेगर जैसे ही सूख जाए आप बेस कोट लगा सकती हैं.

पानी के सम्पर्क में आने से बचें

अपने नाखूनों पर नेल पेंट लगाने से पहले कोशिश करें जितना हो सके आप पानी के सम्पर्क में कम ही आएं. नाखूनों में पानी लग जाने के बाद उन पर नेल पेंट्स का टिक पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. जब नाखून डीहाईड्रेटेड हो जाते हैं तो वो सिकुड़ने लगते हैं और इसकी वजह से नेल पेंट नाखूनों पर सही से नहीं लग पाता है.

नेल पालिश की शीशी को अच्छे से रोल करें

अगर आपकी नेल पेंट काफी समय से ऐसे ही रखी हुई थी तो आप उसे इस्तेमाल से पहले अच्छे से रोल करें ताकि उसका फार्मूला सही ढंग से आपस में मिक्स हो जाए. ज्यादातर महिलाएं नेल पेंट की शीशी को ऊपर से नीचे की तरफ हिलाती हैं जिसकी वजह से उसमें हवा के कारण छोटे बबल बन जाते हैं. एक अच्छे मैनीक्योर के लिए बुलबुले वाला नेल पेंट ठीक नहीं होता है.

ठंडी हवा में सुखाएं नेल पेंट

गर्म हवा में नेलपेंट नहीं सूख पाता है बल्कि ये इसके टेक्सचर को खराब कर देता है. अपने नेल पेंट को सूखाने के लिए नेचुरल तरीके से ठंडी हवा में रहने दें. इसके अलावा आप ब्लो ड्रायर का इस्तेमाल कर सकती हैं, बस इसकी सेटिंग कोल्ड एयर पर कर दें. नेल पेंट सूखाने के लिए आप एक और तरीका अपना सकती हैं, आप अपनी उंगलियों को बर्फ वाले पानी में दो से तीन मिनट के लिए रख दें.

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