स्किन मौइस्चराइज न करें ये गलतियां

सर्दियां हों या गरमियां, स्किन को अच्छी तरह मौइस्चराइज करते रहना बहुत जरूरी होता है ताकि स्किन अंदर से हाइड्रैट हो कर आप को ड्राइनैस की समस्या से तो छुटकारा मिले ही, साथ ही स्किन ग्लोइंग भी नजर आए क्योंकि हाइड्रेशन के अभाव में स्किन ड्राई होने के साथसाथ एक्ने, टैनिंग, रैश इत्यादि की भी समस्या हो सकती है जबकि मौइस्चराइज करने से हैल्दी स्किन सैल्स भी प्रमोट होते हैं.

लेकिन कई बार हम स्किन को ज्यादा हाइड्रेट करने के चक्कर में स्किन को ओवर मौइस्चराइज करना शुरू कर देते हैं, जिस का परिणाम यह होता है कि स्किन खुद से कम मौइस्चर प्रोडूयस करना शुरू कर देती है. ऐसे में स्किन पर क्रीम्स की लेयर के नीचे की स्किन ड्राई हो जाती है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखने की जरूरत होती है कि स्किन को मौइस्चराइज जरूर करें, लेकिन जरूरत से ज्यादा नहीं.

आइए, जानते हैं इस संबंध में ब्यूटी ऐक्सपर्ट नमिता से कि स्किन को ज्यादा मौइस्चराइज करने के क्या नुकसान हो सकते हैं:

क्लोग पोर्स की समस्या

जब भी हम स्किन पर ड्राइनैस को खत्म करने के लिए ओवर मौइस्चराइजर का इस्तेमाल करते हैं तो यह पोर्स को क्लोग कर देता है क्योंकि ज्यादा मौइस्चराइजर स्किन पर जम जाता है, साथ ही इस का हैवी टैक्सचर स्किन को ब्रीथ करने में जब मदद नहीं करता है तो पोर्स क्लोग हो जाते हैं और क्लोग पोर्स से औयल और डैड स्किन सैल बाहर नहीं निकल पाते हैं जो एक्ने, ब्रेकआउट्स का कारण बनने के साथसाथ आप की खूबसूरती को कम करने का काम करता है. इसलिए स्किन पर बैस्ट मौइस्चराइजर लगाने के साथसाथ उस की क्वांटिटी का भी खासतौर पर ध्यान रखने की जरूरत होती है.

स्किन ड्राइनैस की समस्या

भले ही यह आप को सुनने में थोड़ा अजीब लगे, लेकिन यही सच है कि स्किन पर ओवर मौइस्चराइजर का इस्तेमाल करने से स्किन पर ड्राइनैस की समस्या हो जाती है, साथ ही स्किन डल व सैंसिटिव भी हो जाती है.

इस का कारण यह है कि चेहरे पर ज्यादा मौइस्चराइजर अप्लाई करने से आप की त्वचा का तेल उत्पादन कम होने लगता है, जो नैचुरली स्किन को ड्राई बनाने का काम करता है, जिस से स्किन तब तक तो सौफ्ट रहती है, जब तक उस पर मौइस्चराइजर की लेयर होती है, लेकिन जैसे ही वह हटती है तो स्किन ड्राई लगने लगती है क्योंकि स्किन का नैचुरल औयल जो खत्म हो जाता है. यह ड्राइनैस स्किन की रौनक को गायब करने के साथसाथ स्किन को सैंसिटिव बनाने का भी काम करती है जो और भी ढेरों स्किन प्रौब्लम्स का कारण बन सकती है.

एक्ने की प्रौब्लम

हेयर फौलिकल्स जब औयल व डैड स्किन सैल्स से भर जाते हैं, तो स्किन की स्थिति गंभीर हो जाती है, जो एक्ने के साथसाथ उन में जलन, इचिंग का भी कारण बनता है. ये एक्ने आप के पूरे चेहरे के नूर को चुराने का काम करते हैं. इसलिए स्किन को हाइड्रेट करने के लिए जरूरत से ज्यादा मौइस्चराइजर अप्लाई करने से बचें.

बंपी स्किन

हर महिला चाहती है कि उस की स्किन सौफ्ट हो. लेकिन जानेअनजाने में हमारी स्किन केयर गलतियों की वजह से स्किन पर डैड स्किन सैल्स जमा होने के साथसाथ स्किन रूखी भी होने लगती है जो न तो छूने पर अच्छी लगती है और न ही दिखने में. इस का एक कारण स्किन पर ओवर मौइस्चराइजर अप्लाई करना भी होता है. इस के कारण स्किन रिन्यूअल प्रोसेस भी स्लो हो जाता है, जो समय से पहले बूढ़ा बनाने का काम करता है, साथ ही बंपी स्किन पर इचिंग पैदा करने का काम करता है, जिसे समय रहते कंट्रोल करना जरूरी होता है.

रिड्यू नैचुरल ब्यूटी

जो बात नैचुरल ब्यूटी में होती है वह बात मेकअप में नहीं. ऐसे में जब हम स्किन को उस की जरूरत से ज्यादा मौइस्चराइज करना शुरू कर देते हैं तो वह अंदर से ड्राई होने के कारण अपनी नैचुरल ब्यूटी खोने लगती है.

इस से स्किन में मेकअप प्रोडक्ट्स भी आसानी से ऐब्जौर्ब नहीं हो पाते हैं जो स्किन को भद्दा दिखाने का काम करते हैं. ऐसे में स्किन की नैचुरल खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए अच्छा व कम मात्रा में ही मौइस्चराइजर लगाने की जरूरत होती है ताकि वह स्किन में अपना असर दिखा सके.

चिपचिपे मौइस्चराइजर से बचें

स्किन को मौइस्चराइज करने का यह मतलब नहीं कि आप स्किन पर ग्रीसी, स्टिकी स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें क्योंकि ऐसे प्रोडक्ट्स स्किन में आसानी से ऐब्सौर्ब होने के बजाय स्किन की सतह पर जमा होने के साथसाथ पोर्स को क्लोग करने का काम करते हैं, साथ ही स्टिकी स्किन पर आसानी से धूलमिट्टी जमा होने के साथ ये स्किन पर एक्ने, ऐलर्जी का कारण भी बनते हैं. इसलिए जब भी मौइस्चराइजर का चुनाव करें तो देखें कि वह आप की स्किन टाइप पर सूट करने के साथसाथ उस में स्किन को इरिटेट करने वाले इनग्रीडिएंट्स न हों.

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मेरी बस्ट बहुत ढीली हो गई है, मैं इसे टाइट करने के लिए क्या करूं?

सवाल-

मेरी उम्र 55 साल है. मेरी बस्ट बहुत ढीली हो गई है. मैं इसे टाइट करने के लिए क्या करूं?

जवाब-

उम्र के साथसाथ बस्ट ढीला होनी शुरू हो जाती है. अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो वह लटक भी सकती है. आप रोज किसी अच्छे औयल या क्रीम से बस्ट की दोनों हाथों से ऊपर की तरफ मसाज करें. इस के अलावा घर में कम से कम हफ्ते में एक बार यह ट्रीटमैंट भी कर सकती हैं. इस के लिए आप को बंदगोभी लेनी है. बंदगोभी के पत्तों को अलगअलग करें और थोड़ी देर पानी में भिगो दें. फिर थोड़ी देर फ्रिज में रख दें. फिर उन्हें बस्ट पर चारों तरफ लगा कर सीधी लेट जाएं. इस से बस्ट टाइट हो जाती है. किसी पार्लर में जा कर भी ट्रीटमैंट ले सकती हैं. इस के लिए वैक्यूम ट्रीटमैंट किया जाता है और खास तरीके से मसाज भी की जाती है. आजकल बोटोक्स, डर्मा फिलर्स से भी बस्ट को टाइट किया जाता है.

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बढ़ती उम्र का प्रभाव सब से पहले चेहरे पर ही दिखाई देने लगता है. चेहरे पर कब महीन रिंकल्स उभर आते हैं, इस का पता ही नहीं चलता. ये रिंकल्स चेहरे की चमक कम कर देते हैं, इसलिए ऐक्सपर्ट्स मानते हैं कि रिंकल्स को अवौइड नहीं करना चाहिए. रिंकल्स ही कुछ समय बाद एजिंग में बदलने लगते हैं. अकसर लोग 30-35 की उम्र के बाद ही रिंकल्स की समस्या को ले कर ऐक्सपर्ट्स के पास जाते हैं, लेकिन तब तक ट्रीटमैंट के लिए देर हो चुकी होती है. तब ट्रीटमैंट से सिर्फ 30% तक ही फायदा होता है. अगर आप 20-22 साल की उम्र से ही स्किन की केअर करेंगी तो रिंकल्स की समस्या आएगी ही नहीं.?

रिंकल्स होने के कारण

ऐक्सपर्ट्स का मानना है कि रिंकल्स होने के 2 कारण होते हैं, जेनेटिक व ऐक्सटर्नल. यदि रिंकल्स जेनेटिक वजह से हैं तो उन्हें ठीक किया जा सकता है.

अगर आप अपने आहार संतुलन का पूरा ध्यान रखती हैं तो आप की त्वचा जवां नजर आती है. भोजन में विटामिन ए,सी और ई को बढ़ाने से त्वचा ग्लो करने लगेगी और टाइट भी रहेगी.

वजन कम होना: दूसरों की देखादेखी यदि डाइटिंग शुरू करने की सोची और खाना कम कर दिया है तो इस से भले ही शरीर कुछ स्लिमट्रिम हो जाए, पर वजन तेजी से कम होने के कारण आप की स्किन ढीली होने लगती है और स्किन पर रिंकल्स पड़ने लगते हैं, जो देखने में अच्छे नहीं लगते.

प्रदूषण: आप कहीं भी निकल जाइए, चारों तरफ प्रदूषण से जुड़ी ऐसी समस्याएं घेरे रहेंगी जो वास्तव में धीरेधीरे ऐसा बहुत कुछ चुरा लेती हैं जो बड़ी मुश्किल से हासिल होता है.

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सनस्क्रीन की चिपचिपाहट से परेशान हो गई हूं, क्या करुं?

सवाल-

मैं दिल्ली में सर्विस करती हूं. गरमियों में मेरा रंग बहुत ही काला हो जाता है. मुझे समझ नहीं आता कि मुझे कौन सा चाहिए और किस एसपीएफ की सनस्क्रीन लगाना? मैं जो भी सनस्क्रीन लगाती हूं मुझे पसीना आने लग जाता है और इसे मैं लगाना बंद कर देती हूं.

जवाब-

आप को दिल्ली में रहते हुए 35-40 एसपीएफ का सनस्क्रीन लगाना चाहिए. आप किसी भी अच्छी क्वालिटी का सनस्क्रीन खरीद सकती हैं बस लगाने का तरीका सही होना चाहिए. घर से निकलने से 10 मिनट पहले सनस्क्रीन लगा लें. हर सनस्क्रीन से पसीना आता ही है इसलिए पसीना आने दें. परेशान न हों. हैंकी या टिशू पेपर से फेस पर थपथपा दें और पसीने को सुखा लें. दोबारा पसीना नहीं आएगा. इस के बाद आप ऐसे भी बाहर जा सकती हैं. इस के ऊपर मेकअप करना चाहे तो मेकअप भी कर सकती हैं.

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सनस्क्रीन को सनब्लौक क्रीम, सनटैन लोशन, सनबर्न क्रीम, सनक्रीम भी कहते हैं. यह लोशन, स्प्रे या जैल रूप में हो सकता है. यह सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों को अवशोषित या परावर्तित कर के सनबर्न से सुरक्षा उपलब्ध कराता है. जो महिलाएं सनस्क्रीन का उपयोग नहीं करती हैं उन्हें त्वचा का कैंसर होने की आशंका अधिक होती है. नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाने से झुर्रियां कम और देर से पड़ती हैं. जिन की त्वचा सूर्य के प्रकाश के प्रति संवेदनशील होती है उन्हें रोज सनस्क्रीन लगाना चाहिए.

क्या है एसपीएफ

एसपीएफ अल्ट्रावायलेट किरणों से सनस्क्रीन द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सुरक्षा को मापता है. लेकिन एसपीएफ यह नहीं मापता है कि सनस्क्रीन कितने बेहतर तरीके से अल्ट्रावायलेट किरणों से सुरक्षा करेगा. त्वचारोग विशेषज्ञ एसपीएफ 15 या एसपीएफ 30 लगाने की सलाह देते हैं. ध्यान रखें, अधिक एसपीएफ अधिक सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराता है.

सनस्क्रीन न लगाने के नुकसान

सनस्क्रीन हर मौसम में लगाना चाहिए. समर में इसे लगाना बहुत ही जरूरी है. इस सीजन को त्वचा के रोगों का सीजन कहा जाता है. इस मौसम में समर रैशेज, फोटो डर्माइटिस, पसीना अधिक आना और फंगस व बैक्टीरिया के संक्रमण से अधिकतर महिलाएं परेशान रहती हैं. समर में थोड़ी देर भी धूप में रहने से सनटैन और सनबर्न की समस्या हो जाती है. टैनिंग इस मौसम में त्वचा की सब से सामान्य समस्या है. अत: घर से बाहर निकलने से पहले अच्छी गुणवत्ता वाला सनस्क्रीन जरूर इस्तेमाल करें.

जो महिलाएं सनस्क्रीन का उपयोग नहीं करती हैं उन की त्वचा समय से पहले बुढ़ा जाती है, उस पर झुर्रियां पड़ जाती हैं. यूवी किरणों का अत्यधिक ऐक्सपोजर त्वचा के कैंसर का कारण बन सकता है.

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6 Tips: ग्लोइंग स्किन के लिए नहीं करनी पड़ेगी मेहनत

निखरी और खूबसूरत त्वचा पाना हर किसी का सपना होता है, खासतौर पर लड़कियों का. शायद ही कोई लड़की होगी जो अपने लुक्स को लेकर गंभीर न हो. मनचाही त्वचा पाने के लिए वे बहुत कुछ करती भी हैं. पार्लर जाना, घरेलू उपाय करना और न जाने क्या-क्या. पर वहीं कुछ लड़कियां ऐसी भी होती हैं जिन्हें निखरी त्वचा तो चाहिए होती है पर वे उसके लिए मेहनत करने से कतराती हैं.

अगर आप भी ऐसी ही लड़कियों में से हैं तो दिल छोटा करने की जरूरत नहीं है. अगर आप चाहें तो बिना किसी मेहनत के भी खूबसूरत और निखरी त्वचा पा सकती हैं. अगर आप अब भी इस बात पर यकीन नहीं कर पा रही हैं तो आपको बता दें कि ये किसी तरह का मजाक नहीं है और खूबसूरत त्वचा पाना कोई मुश्किल काम नहीं है. बस आपको करना ये है कि खुद के प्रति संवेदनशील बने रहें.

अगर आपकी त्वचा ड्राई या फिर ऑयली है तो आपको थोड़ा अधिक गंभीर होने की जरूरत है.

1. जितना ज्यादा हो सके उतना अधिक पानी पिएं. जी हां, ये खूबसूरत त्वचा पाने का एक नुस्खा है. इससे त्वचा की नमी बनी रहती है. साथ ही पानी पीने से त्वचा कोमल और ग्लोइंग बनती है.

2. जितनी बार भी आप बाहर से घर आएं उतनी बार चेहरे को साफ, ठंडे पानी से धोएं. जरूरी नहीं है कि आप हर बार फेसवॉश से ही चेहरा धोएं. पानी से भी चेहरा धोना फायदेमंद रहता है. इससे चेहरे पर मौजूद गंदगी धुल जाती है और सूक्ष्म रंध्र बंद नहीं होते हैं.

3. अगर आपने चेहरे पर मेकअप लगा रखा है तो कोशिश कीजिए कि उसे साफ करने के बाद ही सोएं. चेहरे पर बहुत देर तक मेकअप लगा रहना सही नहीं है. इससे त्वचा का नेचुरल ग्लो फीका पड़ने लगता है.

4. खूबसूरत त्वचा के लिए पर्याप्त नींद लेना भी बहुत जरूरी है. हमारी नींद हमारी बॉडी को रीचार्ज करने का काम करती है. ऐसे में फ्रेश त्वचा पाने के लिए पूरी नींद लेना बहुत जरूरी है.

5. दोपहर के समय सूरज की रोशनी में खुले बदन जाने से परहेज करना चाहिए. इससे त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है.

6. आपका खान-पान अच्छा होना चाहिए. साथ ही ये बेहद जरूरी है कि आप जो कुछ भी खाएं वो फ्रेश हो और अगर वो पौष्ट‍िक है तो इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता.

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7 टिप्स: खूबसूरत स्किन और बालों के लिए वोदका

पार्टी आदि में वोदका खूब पी जाती है लेकिन क्‍या आप जानती हैं कि यह वोदका आपके बालों तथा त्‍वचा के लिये कितनी ज्‍यादा फायदेमंद है. हम इसे पीने के लिये नहीं कह रहे हैं बल्‍कि हम इसे चेहरे पर लगाने तथा शैंपू की तरह प्रयोग करने की सलाह दे रहे हैं.

वोदका एक रशियन ड्रिंक है. क्‍या आपने कभी नोटिस किया है कि रशियन लेडिज के चेहरे हर वक्‍त चमकते क्‍यूं रहते हैं? ऐसा इसलिये क्‍योंकि वे वोदका को एक सौंदर्य सामग्री के रूप में प्रयोग करती हैं.

चेहरे को चमकदार बनाना हो या फिर चाहे मुंहासे हटाने हों, वोदका की बस कुछ बूंदे अपना असर दिखा सकती हैं. यह बालों को मजबूत बनाता है तथा बालों से रूसी का भी सफाया करता है. तो चलिये जानते हैं वोदका किस प्रकार से चेहरे तथा बालों के लिये अच्‍छी मानी जाती है.

1. चेहरे पर चमक भरे: चेहरे पर चमक भरनी हो तो आप थोड़े से वोदका को कॉटन बॉल में लगा कर चेहरे पर लगा सकती हैं. इससे मुर्झाया हुआ चेहरा बिल्‍कुल खिल उठेगा और चेहरे पर चमक आ जाएगी.

2. स्‍किन को टोन करे: इसे चेहरे पर लगाने से स्‍किन के खुले पोर्स बंद हो कर टाइट हो जाते हैं, जिस्‍से स्‍किन स्‍मूथ दिखने लगती है.

3. झुर्रियां मिटाए: वोदका में स्‍टार्च होता है जो लटकती हुई त्‍वचा को टाइट बनाने में मदद करता है. इसके नियमित प्रयोग से बारीक धारियां गायब हो जाती हैं.

4.एक्‍ने और मुंहासों से छुट्टी: वोदका में एंटीबैक्‍टीरियल गुण होते हैं इसलिये मुंहासों पर वोदका लगाने से मुंहासे जल्‍द ही सूख जाते हैं.

5. बालों और त्‍वचा को साफ करे: इसमें त्‍वचा तथा बालों से गंदगी साफ करने की क्षमता होती है. इसे लगाने से त्‍वचा और बाल सुंदर और स्‍वस्‍थ बनते हैं.

6. बाल बनें मुलायम: अपने शैंपू में थोड़ा सा वोदका मिला कर लगाने से बाल मुलायम बनते हैं तथा उनमें नमी आती है. साथ ही रूखे-सूखे बाल ठीक हो जाते हैं.

7. रूसी से मुक्‍ति: वोदका में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो फंगस और बैक्‍टीरिया का खात्‍मा करता है. यही बैक्‍टीरिया सिर में रूसी का कारण बनते हैं. इसके लिये आपको अपने शैंपू में कुछ बूंद वोदका की मिलानी होंगी और फिर उससे सिर धोना होगा.

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शेविंग करते वक्‍त कभी ना करें ये 6 गलतियां

कई बार लड़कियों को वैक्‍सिंग की बजाए पैरों को शेविंग करने में ही ज्‍यादा आसानी महसूस होती है. सैलून में घंटे बैठ कर दर्द सहने से अच्‍छा होता है शेविंग कर के कुछ ही मिनटों में काम खतम कर दिया जाए.

पर क्‍या आप जानती हैं कि कई लड़कियां पैरों को शेविंग करते वक्‍त कई गलतियां कर जाती हैं, जिसके बारे में उन्‍हें पता ही नहीं होता. ये गलतियां त्‍वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और इससे पैरों में आने वाले बाल थोड़े सख्‍त हो सकते हैं. आइये जानते हैं कौन सी हैं वे गलतियां, जिसे रोक कर आप शेविंग को एक आरामदायक प्रक्रिया बना सकती हैं.

1. बहुत तेजी से शेव करना

इस आदत की वजह से आपको घाव हो सकता है और रेजर की वजह से जलन महसूस हो सकती है. शेविंग हमेशा धीरे और सवधानी से करनी चाहिये.

2. क्रीम ना लगाना

क्रीम या साबुन लगा कर शेविंग ना करने से बाल ठीक तरह से नहीं निकल पाते.

त्‍वचा को गीला ना करना शेविंग करने से पहले अपने पैरों को कुछ देर के लिये पानी में भिगोएं या फिर शावर लेने के बाद ही शेव करें. इससे बाल नरम हो जाते हैं और आराम से शेव हो जाते हैं.

3. एक ब्‍लेड वाला रेजर प्रयोग करना

कई लोग एक ब्‍लेड वाला रेजर प्रयोग करते हैं, जिससे बाल ठीक प्रकार से साफ नहीं होते. वहीं पर दो दो ब्‍लेड वाला रेजर आपना काम बड़ी आसानी से करता है.

4. नियमित स्‍क्रब ना करना

अगर आप अपने पैरों को नियमित शेव करती हैं, तो आपको उन्‍हें स्‍क्रब भी करते रहना चाहिये जिससे उसमें धंसे हुए बाल निकल आएं.

5. मॉइस्‍चराइजन ना लगाना

शेविंग करने के बाद आपको पैरों को ठंडे पानी से धोना चाहिये और फिर उस पर मॉइस्‍चराइजर लगाना चाहिये, जिससे रैश ना पड़े या फिर उसमें जलन ना हो.

6. रेजर शेयर करना

अपना खुद का रेजर कभी भी शेयर नहीं करना चाहिये क्‍योंकि इससे इंफेक्‍शन और बीमारियां होने का डर रहता है.

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गरमियों में भी एड़ियां फटने से परेशान हूं, मैं क्या करुं?

सवाल-

ज्यादातर देखा गया है कि सर्दियों में एडि़या फटती हैं, पर मेरी एडि़यां गरमियों में भी फटने लग जाती हैं. क्या करूं?

जवाब-

गरमियों में हम न तो पैरों की मसाज करती हैं न ही उन पर कोई क्रीम लगाती हैं. कुछ महिलाओं की स्किन बहुत ड्राई होने की वजह से गरमियों में क्रीम न लगाने की वजह से उन की एडि़यां फटने लग जाती हैं. गरमियों में पैर जल्दी गंदे भी हो जाते हैं क्योंकि शूज के बदले चप्पलें पहनी जाती हैं. ऐसे में पैरों के फटने के चांसेज और ज्यादा बढ़ जाते हैं.

आप हमेशा रात को पैरों को ठीक से धो कर हलकी सी क्रीम लगा कर थोड़ी सी मसाज कर के सोएं. इस से एडि़या नहीं फटेंगी. यदि फटी हुई हैं तो कुछ दिन लगातार गरम पानी में थोड़ा सा नीबू का रस, थोड़ी सी फिटकरी और शैंपू डाल कर पैरों को भिगोए. कुछ देर बाद निकाल कर स्क्रब कर लें. पैरों को साफ पानी से धो व पोंछ कर कोई क्रीम लगा कर अच्छी तरह मसाज करें. हो सके तो कौटन की सौक्स पहन कर रखें. ऐसा लगातार करने से फटी एडि़यां ठीक हो जाएंगी. अगर बहुत ज्यादा फट गई हैं तो वैसलीन लगा लें.

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बदलते मौसम में हम अपने चेहरे और हाथों की स्किन का तो खूब खयाल रखते हैं, लेकिन अकसर यह भूल जाते हैं कि हमारी पर्सनैलिटी में जितनी इंपौर्टैंस चेहरे और हाथों की खूबसूरती की है उतने ही अहम हमारे पैर भी हैं, जिन पर मौसम की मार सब से पहले पड़ती है, लेकिन हम उन्हीं को अपनी टेक केयर लिस्ट में सब से आखिर में रखते हैं. नतीजा यह होता है कि हमारी एडि़यां फट जाती हैं, पैर बेजान नजर आने लगते हैं.

आप अपने पैरों का खयाल कैसे रख सकती हैं और ऐसी कौन सी चीजें हैं, जो आप के पैरों में फिर से जान डाल देंगी, यही बताने के लिए हम यह लेख आप के लिए ले कर आए हैं.

एडि़या फटने के कारण

एडि़या फटने की सब से आम वजह है मौसम का बदलना, साथ ही मौसम के अनुरूप पैरों को सही तरीके से मौइस्चराइज न करना और जब मौसम शुष्क हो जाता है तो यह परेशानी और बढ़ जाती है.

देखा जाए तो अधिकतर महिलाएं फटी एडि़यों से परेशान होती हैं, क्योंकि काम करते समय अकसर उन के पैर धूलमिट्टी का ज्यादा सामना करते हैं इस के साथ ही इन कारणों की वजह से भी एडि़यां फटती हैं:

– लंबे समय तक खड़े रहना

– नंगे पैर चलना

– खुली एडि़यों वाले सैंडल पहनना

– गरम पानी में देर तक नहाना

– कैमिकल बेस्ड साबुन का  इस्तेमाल करना – सही नाप के जूते न पहनना.

बदलते मौसम के कारण वातावरण में नमी कम होना फटी एडि़यों की आम वजह है. साथ ही बढ़ती उम्र में भी एडि़यों का फटना आम बात है. ऐसे में कई बार एडि़यां दरारों के साथ रूखी हो जाती हैं. कई मामलों में उन दरारों से खून भी रिसना शुरू हो जाता है, जो काफी दर्दनाक होता है.

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अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

Summer Special: बिना कॉस्मेटिक्स के दिखें सुंदर

आपको मेकअप प्रोडक्टस का इस्तेमाल करना चाहिए, पर इनका ज्यादा इस्तेमाल करना अपनी त्वचा से खिलवाड़ करना है.

यदि आप अपनी त्वचा से कॉस्मेटिक्स नहीं हटाती हैं तो आपके रॉम छिद्र बंद हो जाते हैं और इससे कील-मुंहासे हो सकते हैं. इसके अलावा, इन प्रोडक्टस से आपकी त्वचा ओइली भी हो जाती है. बिना कॉस्मेटिक के सुंदर दिखने के भी कई तरीके हैं. अजी मेकअप प्रोडक्टस छोड़िए, हम बताते हैं बिना मेकअप के कैसे सुंदर दिखें.

1. अपने खान-पान पर ध्यान दें

कॉस्मेटिक्स आपको केवल बाहर से सुंदर बना सकते हैं अंदर से नहीं. इसलिए अपने अंदर से खूबसूरत बनाने के लिए संतुलित भोजन करना बहुत जरूरी है. उदाहरण के लिए ओइली खाने से कील-मुहासे निकलते हैं. इसलिए खाने से पहले ध्यान दें कि क्या फायदेमंद है और क्या नहीं.

2. अपने आपको हायड्रेटिड रखें

बिना मेकअप के सुंदर दिखने का यह सबसे अच्छा तरीका है. यदि आप रोजाना 6 से 8 गिलास पानी पीती हैं तो इससे आपके शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं और आप सुंदर दिखती हैं. अपने आपको अंदर से पोषण देने के लिए पानी, जूस आदि लें.

3. त्वचा की परत उतारना (एक्सफोलिएट)

त्वचा के ऊपर कॉस्मेटिक लगाने से यह काली हो जाती है और दाग भी दिखने लगते हैं. मृत कोशिकाओं और धूल-मिट्टी से कील, मुहासे और काले धब्बे होते हैं. इससे निजात पाने के लिए सप्ताह में एक बार त्वचा को एक्सफोलिएट जरूर करें. आप इसके लिए हर्बल प्रोडक्टस इस्तेमाल कर सकती हैं या नींबू, शुगर या ओट्स का घरेलू स्क्रब इस्तेमाल कर सकती हैं.

4. टोनर इस्तेमाल करें

यह भी एक अच्छा तरीका है. एक्सफोलिएशान के बाद त्वचा के रॉम छिद्र बड़े हो जाते हैं और इनमें धूल ज्यादा जाती है. इन रॉम छिद्रों को छोटा करने के लिए टोनर का इस्तेमाल करें. टोनर आपकी त्वचा को मुलायम करते हुये उसमें कसावट भी लाता है. नीम का पानी और गुलाब जल भी अच्छे टोनर हैं.

5. मोश्चुराइजर काम में लें

आजकल के वातावरण में मोश्चुराइजर सर्दियों के साथ ही अन्य मौसम में भी काम में लें. गर्मियों में लाइट मोश्चुराइजर काम में लें. ऐसा मोश्चुराइजर खरीदें जो आपकी त्वचा को ठीक तरह सूट करे. ड्राई स्किन पर झाइयाँ जल्दी होती हैं और उम्र का असर ज्यादा होता है. इसे नम व मुलायम बनाए रखने के लिए मोश्चुराइजर का इस्तेमाल करें.

6. फेस वॉश जरूर इस्तेमाल करें

आपके चेहरे से तेल और मिट्टी हटाने के लिए इसका रोजाना इस्तेमाल करें. ब्यूटीशियन दिन में दो बार फेसवॉश इस्तेमाल करने का सुझाव देते हैं. एक बार सुबह और एक बार सोने से पहले.

7. सन स्क्रीन भी अच्छा है

चाहे फाउंडेशन ना लगाएं लेकिन सन स्क्रीन जरूर लगाएँ. यह ना केवल सूर्य की पराबैंगनी (यूवी) किरणों से आपकी रक्षा करता है बल्कि धूप की जलन से भी बचाता है.

8. अपने बाल साफ रखें

यदि आपके बाल गंदे और ओइली हैं तो आपका चेहरा भी साफ और फ्रेश नहीं दिखेगा. इसलिए शैम्पू करके अपने बाल और खोपड़ी साफ रखें. अपने बालों के अनुसार सप्ताह में दो या तीन बार शैम्पू करें.

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Summer Special: गुलाब जल के इन 5 टिप्स से निखारें रूप

मुंहासों की समस्या को दूर करने के लिए गुलाब जल का इस्तेमाल करना बहुत ही फायदेमंद होता है. यह त्वचा को साफ करने के साथ ही अपने एंटी-बैक्टीरियल गुण से संक्रमण भी दूर करता है. ये त्वचा पर मौजूद धूल और दूसरी अशुद्धियों को साफ करने का काम करता है. इसके अलावा, अगर आप नियमित रूप से गुलाब जल का इस्तेमाल करते हैं तो इससे त्वचा में कसावट आती है.

यह त्वचा के प्राकृतिक पीएच स्तर को बनाए रखने में मददगार होता है और मुंहासों के बनने के लिए उत्तरदायी बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है. हालांकि यह बेहद धीमी गति से अपना असर दिखाता है, इसलिए अगर आप मुंहासों की समस्या के लिए गुलाब जल का इस्तेमाल कर रहें हैं तो आपको पर्याप्त धैर्य रखने की जरूरत होगी. जिन लोगों की त्वचा अति संवेदनशील है, उनके लिए गुलाब जल के इस्तेमाल से बेहतर कुछ भी नहीं.

गुलाब जल को आप रुई में भिगोकर भी चेहरे पर लगा सकते हैं लेकिन आप चाहें तो गुलाब जल को इन तरीकों से भी इस्तेमाल में ला सकते हैं –

1. नींबू के साथ गुलाब जल मिलाकर

नींबू में अम्लीय गुण होता है जबकि गुलाब जल में ठंडक देने का. जब इन दोनों को साथ में मिलाया जाता है तो यह एक बेहतरीन उत्पाद बन जाता है. मुंहासों को बढ़ने से रोकने और उनकी रोकथाम के लिए यह एक बेहतरीन उत्पाद है. नींबू के रस की जितनी भी मात्रा आप लें, गुलाब जल की मात्रा उसकी दोगुनी होनी चाहिए. इस मिश्रण को चेहरे पर पंद्रह मिनट तक लगाकर छोड़ दें और फिर साफ पानी से चेहरा साफ कर लें.

2. संतरे के छिलके के पाउडर को गुलाब जल में मिलाकर लगाएं

संतरे के छिलके को धूप में सुखाकर उसे पीस लें. यह पाउडर त्वचा में निखार लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो मुंहासों की समस्या को दूर करने में मददगार होता है. इस पाउडर में थोड़ी सी मात्रा में गुलाब जल मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें. इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें. उसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर लें.

3. चंदन पाउडर के साथ गुलाब जल मिलाकर लगाना भी है फायदेमंद

चंदन पाउडर के साथ गुलाब जल मिलाकर लगाने से एक ओर जहां चेहरे पर निखार आता है वहीं मुंहासों की समस्या भी दूर हो जाती है. चंदन पाउडर में एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है जिससे बैक्टीरिया पनपने नहीं पाते हैं.

4. मुलतानी मिट्टी के साथ गुलाब जल का मिश्रण

रूप निखारने के लिए मुलतानी मिट्टी का इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा है. इसे गुलाब जल के साथ मिलाकर लगाने से एक ओर जहां त्वचा में निखार आता है वहीं त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं भी दूर हो जाती हैं.

5. अदरक के साथ गुलाब जल को मिलाकर लगाना भी है फायदेमंद

अदरक में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है. यह मुंहासों की समस्या के लिए बेहद कारगर उपाय है. मुंहासों की समस्या को दूर करने के लिए और भविष्य में उन्हें पनपने से रोकने के लिए इस मिश्रण का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद होता है.

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समर में ब्लैकहैड्स और पिंपल्स से कैसे बचें?

सवाल-

गरमियां शुरू होते ही मेरे चेहरे पर ब्लैकहैड्स और पिंपल्स निकलने शुरू हो जाते हैं. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब-

गरमियों में स्किन ज्यादा औयल प्रोड्यूस करती है और उस के ऊपर धूलमिट्टी व गंदगी मिल कर ब्लैकहैड बन जाते हैं. अगर इन ब्लैकहैड्स को न निकाला जाए तो इन में इन्फैक्शन हो कर ये एक्ने में तबदील हो जाते हैं. सब से ज्यादा जरूरी है कि चेहरे को साफ रखा जाए. अगर एक्ने नहीं हैं सिर्फ ब्लैकहैड्स हैं तो फेस पर रोज स्क्रब करने से एक्ने होने के चांसेज कम हो जाते हैं और अगर ऐक्टिव एक्ने हो चुके हैं तो स्किन टोनर से फेस को साफ करती रहें.

नीम के पत्ते या पुदीने के पत्ते पीस कर हरे रंग का रस निकाल लें और उसे ऐक्टिव एक्ने पर दिन में

2 या 3 बार लगाएं. इस से एक्ने निकलने भी कम हो जाते हैं. ज्यादा मीठा खाने से बचें. जब भी आप खाएं आम खाएं, उस के साथ ठंडी लस्सी पीएं. गरमियों में आम खाने की वजह से भी एक्ने बढ़ जाते हैं. गरमियों में खूब पानी पीएं. नीबू पानी भी पीती रहें.

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बेदाग स्किन की चाह हर महिला रखती है. मगर यदि चेहरे पर एक भी पिंपल आ जाए तो सुंदरता में कमी आ जाती है. पिंपल्स दूर करने के लिए महिलाएं न जाने कितने प्रयास करती हैं पर रिजल्ट कोई खास नहीं निकलता. मगर अब आप को परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम आप को कुछ ऐसे होममेड फेस पैक की जानकारी दे रहे हैं, जो चेहरे पर दिखाई देने वाले दागों व जिद्दी पिंपल्स को जड़ से खत्म कर आप को देंगे चमकती-दमकती स्किन.

क्यों होते हैं मुंहासे

वैसे तो मुंहासों की समस्या तैलीय त्वचा पर ज्यादा होती है, लेकिन आजकल हरकोई मुंहासों से परेशान रहता है. इस का कारण है खराब लाइफस्टाइल, हारमोनल बदलाव और गलत व जल्दीजल्दी कौस्मैटिक प्रोडक्ट्स चेंज करना.

मुंहासे तब होते हैं जब स्किन के रोमछिद्रों में तेल व डैड स्किन इकट्ठी हो जाती है. यह मुंहासों का कारण बनती है. असल में सीबम औयल स्किन के रोमछिद्र में उत्पन्न होता है. सीबम खराब सैल्स को रोमछिद्र से बाहर लाने में मदद करता है, जिस से नए सैल्स बनते हैं. मगर कई बार हारमोंस की गड़बड़ी के कारण सीबम औयल ज्यादा मात्रा में बनने लगता है, जिस से रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और मुंहासे हो जाते हैं.

ऐक्नों से छुटकारा पाने वाले फेस पैक

1. ऐलोवेरा व नीबू का कौंबिनेशन

ऐलोवेरा में ऐंटीऔक्सीडैंट गुण होने के कारण यह डैमेज स्किन की रिपेयर करता है. विटामिन सी, ई और जिंक की मौजूदगी मुंहासों को खत्म करने के साथसाथ दागधब्बों को हटाने का भी काम करती है, जिस से स्किन क्लीयर व स्मूद नजर आती है.

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