23rd Zee Cine Awards: 20 मार्च 2025 को जे डब्लू मैरियट अंधेरी पूर्व मुंबई में मारुती सुज़ुकी प्रेजेंट ज़ी सीने अवॉर्ड 25 की प्रेस कौन्फ्रेंस आयोजित हुई जिस में बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियों ने शिरकत की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्तिक आर्यन, तमन्ना भाटिया, जैकलीन फर्नांडीज, और बाणी कपूर ने शिरकत की.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का मुख्य मकसद प्रशंसक और कलाकारों के बीच का प्रेम दर्शना था. लिहाजा इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत सभी कलाकारों के फैंस भी आए थे. जिन्होंने अपनी फेवरेट कलाकारों के लिए स्पेशल आइटम डांस परफॉर्म किया. क्योंकि ज़ी सिने अवार्ड के लिए स्त्री 2 के गाने भी नॉमिनेटेड है, इसलिए स्त्री 2 का लोकप्रिय गीत आज की रात गाने की गायिका शिल्पा राव भी उपस्थित थी. जिन्होंने अपनी सुरीली आवाज में गाना गाया. साथ ही प्रसिद्ध संगीतकार सचिन जिगर ने भी कॉन्फ्रेंस में अपने मधुर संगीत के जरिए समा बांध दिया , जिनके भी स्त्री 2 के गाने जी सिने अवॉर्ड में नॉमिनेट हुए है.
जी सिने अवॉर्ड का आयोजन 17 मई 2025 को मुंबई में ही आयोजित किया गया है. जिसका प्रसारण जी टीवी और जी सिनेमा पर होगा.
बौलीवुड में करण जोहर और उनकी प्रोडक्शन कंपनी ‘‘धर्मा प्रोडक्शन’’ एक बड़ा नाम है. करण जोहर ने 1995 में फिल्म ‘‘दिलवाले दुलहनिया ले जाएंगे’’ से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा था. मगर 1998 में ‘कुछ कुछ होता है’’ से वह लेखक व निर्देशक बन गए. फिर 2003 में फिल्म ‘‘कल हो न हो’’ से वह लेखक, निर्देशक व निर्माता बन गए. इतना ही नहीं इस फिल्म में छोटा सा किरदार भी निभाया. वह अब तक 52 फिल्मों का निर्माण या निर्देशन कर चुके हैं. तो वहीं सोलह फिल्मों में अभिनय,कुछ टीवी शो का संचालन वगैरह काफी कुछ कर चुके हैं. उनकी अकड़ व अहम जगजाहिर है. उनके बैनर की कई फिल्में बाक्स आफिस पर अपनी लागत तक नहीं वसूल पायी. मसलन ‘कलंक’,‘डाइव’,‘घोस्ट स्टोरीज’,‘सूर्यवंशी’,‘गहराइयां’,‘जुग जुग जियो’,‘लाइगर’,‘ब्रम्हास्त्र’, ‘सेल्फी’,‘रौकी और रानी की प्रेम कहानी’ जैसी फिल्में सुपर फ्लाप हो चुकी हैं. बीच में खबर आयी थी कि उन्हे मुकेश अंबानी से तीन सौ करोड़ का कर्ज लेना पड़ा. करण जोहर ने सिद्धार्थ मल्होत्रा के संग ‘योद्धा’ बनायी है,जो कि पिछले डेढ़ वर्ष से प्रदश्र्षित नही हो पा रही है.तो वहीं ‘मिस्टर एंड मिसेस माही’ भी बनी पड़ी. जिगरा’, ‘स्क्रूढीला’, ‘बेधड़क’, अनाम एक्षन फिल्म’ सहित छह फिल्मों की घोषणा कर चुके हैं.
लेकिन उनकी फिल्मों की शूटिंग आगे नहीं बढ़ पा रही है. गाड़ी एकदम से रूकी हुई है.ऐसे मोड़ पर करण जोहर ने कार्तिक आर्यन संग अपनी दुश्मनी भुला दी और कार्तिक के साथ कभी फिल्म न बनाने की कसम को तोड़ते हुए कार्तिक के साथ दोस्ती कर ली और कार्तिक आर्यन को हीरो लेकर एक फिल्म बनाने का ऐलान किया है,इस फिल्म का निर्देशन संदीप मोदी करेंगे और यह फिल्म 15 अगस्त 2025 में प्रदर्शित की जाएगी. इसके अलावा इस फिल्म को लेकर कुछ भी तय नही है.
ज्ञातब्य है कि कुछ वर्ष पहले कार्तिक आर्यन को लेकर करण जोहर फिल्म ‘दोस्ताना 2’’ बनाने जा रहे थे,पर अचानक दोनों के बीच अनबन हो गयी और तब करण जोहर ने कार्तिक आर्यन के खिलाफ काफी कुछ कहा था. उस वक्त खबर उड़ी थी कि इस झगड़े का बीज कार्तिक आर्यन के मैनेजर व पीआर ने बोया. उन दिनों कार्तिक आर्यन लगातार सफल हो रहे थे. लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. कार्तिक आर्यन की ‘फ्रेडी’,‘शहजादा’ व ‘सत्यप्रेम की कथा’ असफल हो चुकी हैं. कार्तिक आर्यन ने स्वयं ‘शहजादा’ का निर्माण भी किया था,इसके चलते उन्हे काफी बड़ा नुकसान हुआ. तो वहीं कार्तिक आर्यन ने उस पीआर व मैनेजर से छुटकारा पा लिया है,जिसकी वजह से करण जोहर के साथ उनके झगड़े की बात उड़ी थी. इन दिनों उनके पास फिल्म ‘‘चंदू चैंम्पियन’’ के अलावा कोई फिल्म नही है. यह फिल्म बनकर तैयार है,जिसके जनवरी 2024 में प्रदर्शित होने की खबरें हैं. ऐसे में कार्तिक आर्यन को भी मजबूत सहारे की तलाश थी.
सूत्रों पर यकीन किया जाए तो कार्तिक आर्यन ने सीधे करण जोहर से दोस्ती नही की. बल्कि एकता कपूर की कंपनी ‘बालाजी टेली फिल्मस’ के साथ की है.जी हाॅ! संदीप मोदी के निर्देशन में कार्तिक आर्यन जिस फिल्म को करने वाले हैं,उसका निर्माण एकता कपूर की कंपनी ‘बालाजी टेलीफिल्मस’ और करण जोहर की कंपनी ‘धर्मा प्रोडक्शन’ मिलकर कर रहा है. पर बौलीवुड का एक तबका मानकर चल रहा है कि यह फिल्म कभी नही बनने वाली है. इस फिल्म की घोषणा खुद को सूर्खियों में लाने के लिए की गयी है. बहरहाल,हम तो चाहेंगे कि कार्तिक आर्यन व करण जोहर का यह नया दोस्ताना बना रहे और फिल्में बनती रहें. भारतीय सिनेमा जिंदा रहेगा,तो लाखों लोगों का पेट भरता रहेगा.
2007 में अक्षय कुमार और विद्या बालन के अभिनय से सजी फिल्म ‘‘भूल भुलैय्या’’ ने बाक्स आफिस पर सफलता दर्ज करायी थी. अब 15 वर्ष बाद उसी का सिक्वल हॉरर कॉमेडी फिल्म ‘‘भूल भुलैय्या 2’’लेकर अनीस बज़मी आए हैं, जिसमें कार्तिक आर्यन व किआरा अडवाणी के साथ महत्वपूर्ण किरदार में तब्बू हैं. फिल्म की कहानी के अनुसार 18 वर्ष बाद मंजूलिका का भूत पुनः कमरे से बाहर आ गया है. बहरहाल, यह फिल्म अंध विश्वास को फैलाने काम करने वाली निराशाजनक फिल्म है. फिल्मकार ने यह सोचकर इस फिल्म को बनाया है कि सभी दर्शक अपना दिमाग घर पर रखकर आएंगे और वह जो कुछ भी बेसिर पैर का परोसंेगेे उसे हजम कर जाएंगे.
कहानीः
फिल्म की कहानी बर्फ से ढंके पर्यटन स्थल पर रूहान रंधावा (कार्तिक आर्यन ) और रीत(किआरा अडवाणी ) के आकस्मिक मिलन से शुरू होती है. रूहान, रीत को बताता है कि वह दिल्ली के एक बिजेस टाइकून का बेटा है, जो दून स्कूल में शिक्षित है, जो बिना नौकरी के गुजरात में पतंग उड़ाने के लिए उड़ान भरता है और बनारस में पान खाता है. जबकि रीत एक राजस्थानी लड़की है, जिसके पिता कड़क स्वभाव के हैं. वह चार साल की डाक्टरी की पढ़ाई पूरी कर चुकी है और अब अपने पारंपरिक परिवार के खिलाफ विद्रोह करती है. रीत का साथ पाने के लिए रूहान उसे वहां के एक संगीत कार्यक्रम में ले जाता है. वह दोनों जिस बस को छोड देते हैं, वह बस आगे जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है और सभी यात्री मारे जाते हैं. रीत के परिवार के लोगो को पता चल जाता है कि रीत की मौत हो गयी. सच बताने के लिए जब रीत अपने घर पर फोन करती है, तो वह अपनी बहन व अपने मंगेतर सागर की बातें सुनकर समझ जाती है कि यह दोेनो एक दूसरे से प्रेम करते हैं और शादी करना चाहते हैं. तब रीत सच बताने का इरादा बदल देती है. वह चाहती है कि सागर से उसकी बहन की शादी हो जाए. अब रीत अपनी मदद के लिए रूहान को अपने साथ लेकर अपने गांव पहुंचती है और दोनों अपनी उस पुश्ैतनी हवेली मंे जाकर छिप जाते हैं, जिसे भूतिया हवेली कहा जाता है. जिसके अंदर के एक कमरे में मंजूलिका(तब्बू) का भूत कैद है. मगर चैधरी को छोटे पंडित से हवेली में ेलाइट जलने की खबर मिलती है. पूरा परिवार वहंा आता है , जहां रूहान मिलता है. रीत छिप चुकी होती है. रूहान ख्ुाद को मृत आत्माओं से बात करने वाला बताकर मृत रीत की आत्मा की ख्ुाशी के नाम पर रीत के घर वालांे से कई काम करवाने लगता है. पूरे गांव में उसकी धाक बन जाती है. और बड़े पंडित की दुकानदारी बंद हो जाती है. इसलिए वह साजिश रचते हैं. रीत खुद को छिपाने के लिए मंजूलिका के कमरे के अंदर चली जाती है. मंजूलिका कमरे से बहार निकलती है. अंत में पता चलता है कि काला जादू करने वाली मंजूलिका ने अपनी बहन अंजूलिका के पति को पाने के लिए अंजूलिका को मार दिया था और ख्ुाद अंजूलिका(तब्बू ) बनकर मृत अंजूलिका के भूत को मंजूलिका बताकर तांत्रिक(गोविंद नामदेव ) की मदद से कमरे में बंद करा दिया था.
लेखन व निर्देशनः
अनीस बज़मी अतीत में कुछ बेहतरीन मनोवैज्ञानिक रोमांचक फिल्मंे दे चुके हैं. वह हास्य फिल्में भी बना चुके हैं. मगर हॉरर कॉमेडी फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ में वह बुरी तरह से मात खा गए है. कहानी में कुछ भी नयापन नही है. फिल्म की अवधारणाएं रूह हैं. फिल्म की पटकथा भी काफी गड़बड़ है. 15 साल पहले आयी फिल्म ‘भूल भुलैया’ का संदेश था कि भूत या आत्मा वगैरह कुछ नही होता है. यह हमारे मन का भ्रम है. मगर ‘‘भूल भुलैया 2’’ में रूह, भूत, आत्मा ही है. इसमें भूत दीवार पर चलती हुए नजर आते हैं. बेहूदगी की हद कर दी गयी है.
फिल्म में हास्य दृश्यों का अभाव है. लेखक व निर्देशक ने चुटकुलांे का सहारा लेकर फिल्म को हास्यप्रद बनाए रखने का असफल प्रयास किया है. जी हॉ! फिल्म में मंजुलिका के सफेद-चेहरे, लंबे-लंबे, काले कपड़े वाले लुक के अलावा एक अधिक वजन वाले मोटे बच्चे पर बार-बार चुटकुले हैं. इंटरवल के बाद फिल्म बेवजह खींची भी गयी है. फिल्म का क्लायमेक्स बहुत घटिया है.
अभिनयः
पूरी फिल्म में रीत के किरदार में किआरा अडवाणी के हिस्से करने को कुछ खास आया ही नही. रूहान के किरदार में कार्तिक आर्यन अपनी छाप छोड़ने मंे विफल रहे हैं. वह नृत्य वाले दृश्यों में ही अच्छे लगे हैं. कुछ दृश्यों मंे उनकी उछलकूद मंे जोश नजर आता है. तब्बू ने शानदार अभिनय किया है. सशक्त अभिनेता गोविंद नामदेव को महत्वहीन तांत्रिक के किरदार में देखकर निराश होती है. लोगों को हंसाने के लिए संजय मिश्रा और राजपाल यादव की जुगलबंदी अच्छी है. अमर उपाध्याय व मिलिंद गुणाजी के हिस्से करने को कुद राह ही नही. चाचा के किरदार में राजेश शर्मा भी निराश करते हैं. अश्विनी कलसीकर का अभिनय ठीक ठाक है.
कोरोनावायरस महामारी काल में जहां सभी कलाकार अपने प्रचार के मकसद से अपने घर के अंदर बैठ कर कई तरह के काम करते हुए वीडियो फिल्माकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते आ रहे हैं, वहीं अभिनेता कार्तिक आर्यन एक सामाजिक जिम्मेदारी के तहत सोशल मीडिया और इंटरनेट पर एक चैट शो “कोकी पूछेगा”की शुरुआत की और वह इसके हर एपिसोड में अलग-अलग कोरोना वारियर्स के साथ-साथ ऐसे लोगों से बातचीत करते आ रहे हैं. जिससे दूसरे आम लोगों को कुछ नई जानकारी मिले और लोगों में एक जागरूकता आए. अब कार्तिक आर्यन ने मनोचिकित्सक डॉ गीता जयराम के साथ मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर बड़ी गहन बात की है .
कार्तिक ने पिछले एपिसोडस में एक डॉक्टर और एक रिपोर्टर सहित विभिन्न क्षेत्रों के कई फ्रंटलाइनरों का इंटरव्यू कर चुके है और घातक वायरस के बारे में जागरूकता फैलाई है. लेकिन नवीनतम एपिसोड में वह एक बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाता है, जिसके बारे में कम बात की जाती है, एक महामारी के रूप में खतरनाक है और अत्यधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. सोशल मीडिया पर इंटरव्यू की एक झलक साझा करते हुए, कार्तिक ने वीडियो को कैप्शन देते हुए कहा, सबसे महत्वपूर्ण एपिसोड देखो और बाताओ !! एपिसोड 7 आउट नाउ , ‘और यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण एपिसोड है.”
कार्तिक आर्यन ने जॉन हॉपकिंस अस्पताल, बाल्टीमोर की मनोचिकित्सक डॉ गीता जयराम का इंटरव्यू लिया हैं. कार्तिक एपिसोड की शुरुआत में ही कहते हैं कि अवेयरनेस में बुरा है क्या (जागरूकता फैलाने में कुछ भी गलत नहीं है), वह मानसिक स्वास्थ्य के महत्व का संक्षिप्त परिचय भी देते है. बाद में मनोचिकित्सक विशेषज्ञ डॉ गीता जयराम से मिलवाते हैं और उन्हें आगाह करते हैं कि वे डी शब्द ( डिप्रेशन शब्द का हवाला देते हुए) का उपयोग न करें बल्कि इसे देवदास कहें.
तत्पश्चात यह आँखे खोलने वाला एपिसोड है और निश्चित रूप से प्रत्येक युवा और वयस्क को एक एपिसोड देखना चाहिए. जबकि डिप्रेशन और अन्य मानसिक बीमारियों के बारे में शायद ही कभी बात की जाती है और इससे पीड़ित लोग मुश्किल से अपना आघात साझा करते हैं. कार्तिक ने अतिथि-मनोचिकित्सक से सवाल पूछा है कि, डिप्रेशन में होने के वास्तविक संकेत क्या हैं, यह जानने के लिए, क्या शराब डिप्रेशन के लिए एक वास्तविक इलाज है ? यहां तक कि डिप्रेशन और आत्महत्या सह-संबंधित हैं?
कार्तिक आर्यन का दवा है कि उन्होंने इन संवेदनशील प्रश्नों को न केवल अपनी समझ के लिए बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए मनोचिकित्सक से पूछा है, कि जो दर्शक इसे देख रहे हैं वे इसके बारे में जागरूक हों.
जैसे ही यह एपिसोड आया ,इसने इंटरनेट पर धूम मचाई है, हैशटैग #KokiPoochega ने सोशल मीडिया पर ट्रेंड करना शुरू कर दिया क्योंकि नेटिज़न्स ने नए एपिसोड के लिए अपने प्यार को साझा किया और युवा सुपरस्टार के कदम की सराहना की. यह एपिसोड वास्तव में इस सीरीज का इंटरनेट-ब्रेकिंग एपिसोड है.
बौलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) ने अपने गानों के सिग्नेचर स्टेप्स से देश में सभी को प्रभावित किया है. इस साल, उन्होंने हमें अपने रैप और मोनोलॉग #CoronaStopKaroNa के साथ सोशल डिस्टन्सिंग के महत्व को समझाया है. लेकिन कौन जानता था कि यह रैप द ग्रेट खली (The Great Khali) के लिए कसरत में प्रेरणा के रूप में काम करेगा.
विश्व प्रसिद्ध पहलवान खली (The Great Khali) को उनके विशाल शरीर और उनकी मसल्स के लिए जाना जाता है. महान पहलवान ने अपने टिकटॉक प्रोफाइल पर हाल ही में एक वीडियो शेयर किया है. जहां वह अपने घर में वर्कआउट करते हुए ,वजन उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं. लेकिन जो बात इस वीडियो को असाधारण बनाती है वह है बैकग्राउंड में बजता संगीत- कार्तिक आर्यन का इंटरनेट-ब्रेकिंग कोरोना स्टॉप कारो ना रैप. यह किसे पता था कि रेप का इस्तेमाल कुछ गंभीर वर्कआउट सेशन के लिए किया जाएगा.
पहलवान अपने वर्कआउट को छोड़ नहीं सकते है और इसलिए वे घर में वर्कआउट कर रहे है और रैप खली को उपयुक्त लगा है. खैर, हम क्या कह सकते हैं, कार्तिक आर्यन के गाने, डांस मूव्स, मोनोलॉग्स और रैप्स ने सभी प्रभाव डाला हुआ है. रोल मोडल भी इस रैप का वर्कआउट में इस्तेमाल कर के यही कह रहे हो घर में रहकर कोरोना स्टॉप करोना .
कार्तिक आर्यन का एक और कदम जो सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है और देश भर में चर्चा होरही है ,वह है उनकी नई हिट यूट्यूब सीरीज़ कोकी पूछेगा. इस सीरीज के तहत वे कोरोना फाइटर्स के इंटरव्यू ले रहे है. इस वैश्विक महामारी के प्रति कार्तिक लगातार लोगों में जागरूकता फ़ैलाने का काम कर रहे हैं. #CoronaStopKaroNa मोनोलॉग से लेकर उनके रैप तक के जागरूकता अभियान की तारीफ पीएम् मोदी भी कर चुके हैं. इतना ही नहीं, इस महामारी से लड़ने के लिए पीएम केयर रिलीफ फंड में कार्तिक 1 करोड़ की राशि भी डोनेट कर चुके हैं.
कोरोना वायरस से इस वक्त भारत सरकार और भारत वासी एकजुट होकर लड़ रहे है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा की घड़ी में लोगों से अपील की है कि वह अपने सामर्थ्य के अनुसार आर्थिक तौर से सरकार का सहयोग करें. युवा सुपरस्टार कार्तिक आर्यन ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए प्रधानमंत्री केयर्स फंड में 1 करोड़ रुपये का योगदान करने का निर्णय लिया है.
कार्तिक का इस बारे में कहना है कि यह उनकी अपनी जिम्मेदारी है कि वह जरूरतमंदों के काम आ सकें. चूँकि कार्तिक साफ़ तौर पर मानते हैं कि आज वह जो कुछ भी हैं, वह आम लोगों की वजह से ही हैं. कार्तिक ने ट्विटर पर अपनी बात रखते हुए कहा, ” यह समय की मांग है कि हम सब एक देश के तौर पर साथ खड़े हो. जो भी आज मैं हूं, जो भी पैसे मैंने कमाए हैं, वो सब देश की जनता की वजह से कमाए हैं. और हमारे लिए मैं पीएम-केयर्स फंड में 1 करोड़ रुपये डोनेट कर रहा हूं.
मैं अपने सभी देशवासियों से निवेदन करता हूं वह इस विपदा के समय में ज्यादा से ज्यादा दान दें.” कार्तिक ने सभी लोगों से अपील की है कि वह भी इस नेक काम में आगे आयें और अपने सामर्थ्य के अनुसार जितना संभव हो सके, अपना योगदान दें. कार्तिक का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
बता दें कि कार्तिक ने कोरोना वायरस को लेकर कुछ दिनों पहले अपने मोनोलॉग का एक बेहतरीन वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपने चितपरिचित अंदाज में लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की थी. वह वीडियो खूब वायरल भी हुआ. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्तिक के इस कदम की सराहना करते हुए अपने पेज पर शेयर किया था. अब कार्तिक ने देश की मदद के लिए इतनी बड़ी धनराशि डोनेट करते हुए युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का प्रशंशनीय काम किया है.
पूरी दुनिया भर में कोरोना वायरस की दहशत का असर देखने को मिल रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी पूरे देश से घर से बाहर ना निकलने की अपील की है. वहीं बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी कोरोना वायरस को दूर करने की सलाह अपने -अपने तरीके से दे रहें हैं.ऐसे में सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहने वाले और लाखों की फॉलोअर्स वाले हैंडसम एक्टर कार्तिक आर्यन अपने फैंस को अपने दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के बारे में अपडेट करना पसंद करते हैं. कार्तिक सोशल मीडिया पर जो कुछ भी करते है वह तुरंत वायरल हो जाता है.
हाल ही में कार्तिक आर्यन ने फैंस के साथ कोरोनावायरस’ पर अपना नया रैप Video अपने सोशल हैंडल पर शेयर किया है अपने इस वीडियो में कार्तिक रैप करते नजर आ रहे हैं. इसमें उन्होंने कोरोनावायरस घातक महामारी के दौरान किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, उस बारे में बहुत खास ढंग से बताया है. इस वीडियो के कैप्शन में कार्तिक ने लिखा है, “जब तक घर नहीं बैठोगे, मैं याद दिलाता रहूंगा! हैशटैग कोरोना स्टॉप कोरोना हैशटैग कोरोना रैप करोना, इन शब्दों को फैलाते रहें.”
कोरोनावायरस को दूर करने लिए बॉलीवुड के कई स्टार हमे जागरूक कर चुके हैं. कार्तिक ने कोविड-19 को लेकर एक हफ्ते पहले कोरोना से संबंधित एक मोनोलॉग भी शेयर किया था, जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद किया गया था.
कार्तिक के वर्क फ्रंट की बात करें तो वह लास्ट फिल्म ‘लव आज कल’ में सारा अली खान के साथ नजर आए थे. अब कार्तिक अपनी अपकमिंग फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ में कियारा आडवाणी और तब्बू के साथ लीड रोल में नजर आएंगे. इसके बाद कार्तिक करण जौहर के डायरेक्शन में बन रही फिल्म ‘दोस्ताना-2’ जान्हवी कपूर उनके अपोजिट रोल में दिखेंगे.
कलाकार: कार्तिक आर्यन सारा अली खान आयुषी शर्मा रणदीप हुडा व अन्य
अवधि: 2 घंटे 22 मिनट
रॉकस्टार, (Rockstar) कभी सोचा ना था (Kabhi Socha Na Tha) जैसी फिल्मों के निर्देशक इम्तियाज अली ( Imtiaz Ali) 2009 में एक प्यारी सी प्रेम कहानी वाली फिल्म लव आज कल (Love Aaj Kal ) लेकर आए थे, जिसे काफी सराहा गया था. अब पूरे 11 वर्ष बाद इम्तियाज अली उसी फिल्म का सीक्वल लव आज कल दो लेकर आए हैं. इस फिल्म 90 के दशक और 21वीं सदी के प्यार को पेश करते हुए इम्तियाज अली जितनी खराब में खराब फिल्म बना सकते थे ,इतनी खराब फिल्म मनाई है.
कहानी
फिल्म फिल्म शुरू होने पर दर्शक कि समझ में नहीं आता की फिल्म शुरू हो गई या वह अभी भी फिल्म का ट्रेलर देख रहा है. फिल्म की शुरुआत के पहले दृश्य मैं स्कूल के बाहर रघु से लीना कहती है कि कि तुम मेरा पीछा क्यों कर रहे हो और रघु कहता है कि मैं नहीं कर रहा. फिल्म के दूसरे दृश्य में वीर से जोई कहती है कि तुम मेरे साथ सेक्स नहीं कर सकते ,तो फिर मेरा पीछा क्यों कर रहे हो. इसके बाद पता चलता है कि माजी नामक एक कैफे मैं जोई (सारा अली) (Sara Ali Khan) बैठी हुई है वह वहीं पर बैठकर अपनी इवेंट कंपनी खड़ी करने के लिए काम की तलाश कर रही है उसका पीछा करते हुए वहीं पर वीर (कार्तिक आर्यन) (Kartik Aaryan) पहुंच जाता है. दोनों में बात होती है और जोई , वीर के साथ वीर के घर पहुंच जाती है.
और वीर के साथ हमबिस्तर होकर सेक्स करना चाहती हैं. पर वीर उसे एक स्पेशल लड़की मानकर ऐसा करने से मना कर देता है. इससे जो ई नाराज हो जाती हैं. पर वीर उसका पीछा करना नहीं छोड़ता यह सब देख कर माजी कैफे का मालिक जो ई को अपनी जवानी की प्रेम कहानी को बताना शुरु करता है. तो पता चलता है कि जवानी में यह रघु थे, जिन्हें लीना से प्यार हुआ था. उसके बाद रघु और लीना की प्रेम कहानी के साथ-साथ वर्तमान में वीर और जोईकी प्रेम कहानी चलती रहती है. कैफे के मालिक उर्फ रघु अपनी कहानी को जिस तरह से पेश करते हैं उससे प्रभावित होकर जो अली अपनी मां की सलाह को दरकिनार कर कैरियर को भूल कर वीर के साथ हमबिस्तर होकर पूरी जिंदगी बिताने का निर्णय ले लेती है. एक दिन वीर जब जो ई को अपने माता-पिता से मिलाने ले जाता है ,तो उस वक्त जो ई की मां उसेसे कुछ ऐसा कह देती है की वीर के घर पहुंचते ही जो ई को लगता है कि कैरियर को छोड़कर शादी करने का गलत निर्णय ले रही है. और वह वीर के माता-पिता के सामने ही वीर से अलग होने की बात कह देती है. उसके बाद फिर कैफे का मालिक यानी कि रघु अपनी जिंदगी की कहानी को सुनाता है उधर जो ई बहुत बड़ी इवेंट कंपनी की मालकिन हो जाती है. पर उसे लगता है जिंदगी में कुछ कमी है जबकि वीर हिमालय में पानी बचाने को मुद्दों पर काम करने पहुंच गया है खैर रघु को दोबारा लीना नहीं मिली थी पर जो ई को एहसास होता है कि उसने वीर को छोड़कर गलती की तो वह वीर के पास हिमालय पर पहुंच जाती है.
लेखन और निर्देशन:
इस फिल्म मैं इम्तियाज अली ने कैरियर निजी जिंदगी और प्यार के बीच सामंजस्य बैठाने के मुद्दे को उठाया है मगर पहले दृश्य से ही वह पूरी तरह से कंफ्यूज नजर आते हैं निर्देशक के तौर पर इम्तियाज अली ने हर रिश्ते को जितना जितने बना सकते थे इतना जटिल बनाने की पूरी कोशिश की पर वह कहना क्या चाहते हैं या स्पष्ट नहीं हो पाया फिल्म की कहानी के नाम पर बेसिर पैर की कहानी है फिल्म की पटकथा बहुत ही खराब है फिल्म कब अतीत में जाती है कब वर्तमान में आ जाती है कुछ समझ में नहीं आता कुछ दृश्यों में अतीत और वर्तमान के दृश्य समानांतर चलते रहते हैं
जिन लोगों ने इम्तियाज अली की रॉकस्टार या पहली वाली लव आज कल देखी है उन सब को इस फिल्म से घोर निराशा होगी निर्देशक के तौर पर इम्तियाज अली अब तक इससे घटिया फिल्म नहीं दी होगी फिल्म में फूहर और अश्लील संवादों की भरमार है इतना ही नहीं निदेशक ने मान लिया है कि दर्शक सिर्फ सेक्स और बोल्ड व किसिंग दृश्य देखने के लिए ही फिल्म देखने आता है इसी के चलते अंदर इस तरह के दृश्य जबरन ठोसे गए हैं.
जहां तक अपने का सवाल है तो जब निर्देशन कहानी और पटकथा ही गड़बड़ हो तो कलाकारों से अच्छे अपने की उम्मीद करना भी बेमानी हो जाता है वैसे भी कार्तिक आर्यन निर्देशक के कलाकार है पर अफसोस इस फिल्में कार्तिक आर्यन को निर्देशक की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिल पाया परिणाम था इस फिल्म में रघु और वीर दोनों ही किरदारों में वह दर्शकों का दिल नहीं जीत पाते अब तक कार्तिक आर्यन फिल्म दर फिल्म अपनी परफॉर्मेंस को लेकर सराहना बटोर रहे थे पर इस फिल्म से उनकी अभिनय क्षमता पर सवालिया निशान खड़े होते हैं फिल्म केदारनाथ से सारा अली खान ने खुद को बेहतरीन अदाकारा साबित किया था मगर अफसोस इस फिल्म में उन्होंने भी निराश किया है और इसके लिए भी उससे कहीं ज्यादा गलती फिल्म की पटकथा और निर्देशक की है वह जोई के किरदार की गहराई में उतर पाने में कमतर साबित हुई हैं. नवोदित आरुषि शर्मा ने लीना के रूप में सहज और सुंदर अभिनय किया है. रणदीप हुडा का कैरियर ढलान पर है और इस फिल्म से उनके करियर में कोई अच्छा बदलाव नहीं आ पाएगा.
बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘लव आजकल’ के प्रमोशन में बिजी हैं, डायरेक्टर इम्तियाज अली की इस फिल्म में सारा अपने लॉन्ग टाइम क्रश और बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन के साथ रोमांस करती नजर आएंगी. ये फिल्म वेलेनटाइंस डे के मौके पर 14 फरवरी को रिलीज होगी. हाल ही में हमने सारा से एक खास मुलाकात की, जिसमें उन्होंने प्यार, फिल्मों और अपने दैनिक जीवन के बारें में बात की है. तो क्या है प्यार के लिए सारा के ख्याल आइये जाने उन्हीं से.
प्र. इस फिल्म को करने की खास वजह क्या है?
ये फिल्म आज की यूथ और उसकी सोच को बताती है. आज का यूथ अपने करियर को लेकर जागरूक हो चुका है. आज औरते भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो चुकी है, इसलिए वे आगे बढ़कर रिलेशनशिप में वो मांग रही है जो वो सालों से मांगना चाहती थी, क्योंकि समाज महिलाओं को वो आजादी अब तक नहीं दे पाया है, जिसे महिलाएं चाहती थी. ये बदली है और रिलेशनशिप भी आज काफी बदल चुका है.
प्यार को शब्दों में बयान करना मुश्किल है. ये एक फीलिंग है, जिसे व्यक्ति अनुभव कर सकता है. इसे समझने में सालों लग जाते है, जबकि ये एक फिल्म है, जिसमें हमारी कोशिश ये रहती है कि ढाई घंटे में उस अनुभव को दर्शकों तक ला सकूं. प्यार क्या होता है इसे बता पाना मेरे लिए असंभव है. प्यार को इज़हार करने का तरीका समय के साथ बदलता है पर उसकी प्रकृति एक ही रहती है. प्यार के बिना जिंदगी जीने का मज़ा ही नहीं होता.
प्र. कार्तिक आर्यन के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
कार्तिक काम को आसान बनाता है और काम करने के उत्साह को जगाता है, जिससे किसी भी दृश्य को करना मेरे लिए आसान था.
प्र. फिल्मों में आना एक इत्तेफाक था या बचपन से सोचा था?
बचपन में मैं काफी पढ़ाकू थी. मुझे पहले लगा था कि मैं इतिहास या कानून की पढ़ाई कर लूंगी या कुछ और करुंगी. मैं कॉलेज भी गयी और हर अलग-अलग विषय को पढ़ा, उसमें रुचि दिखाई, लेकिन कॉलेज के दौरान नाटकों में काम करने में मुझे बहुत मज़ा आया. मुझे एक एनर्जी महसूस हुई और मैंने तब निश्चय कर लिया था कि मुझे इसी फील्ड में ही काम करना है. कोलंबिया जैसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने के बावजूद मुझे अभिनय करने की ही इच्छा बनी रही और इसी में आगे बढ़ना चाहती हूं.
प्र. हिंदी फिल्मों में लव स्टोरी की बहुत सारी फिल्में बनती है, क्या किसी फिल्म का आपके जीवन पर प्रभाव पड़ा?
फिल्मों का दैनिक जीवन पर असर जरूर पड़ता है. लव के बारें में आज तक मैंने जो भी जाना है वह फिल्मों के जरिये ही जान पायी हूं. एक कलाकार के रूप में मेरी ये दूसरी लव स्टोरी है, पर रियल लाइफ में प्यार बहुत अलग होता है. मुझे अभी तक हुआ नहीं है और मुझे उसके बारें में पता भी नहीं है. मैंने निर्देशक इम्तियाज अली से भी इस बारें में एक बार मजाक में कहा थी कि आपकी वजह से युवा पीढ़ी बिगड़ गयी है, वे प्यार को लेकर अलग-अलग सपने देखते है, जबकि रियल लाइफ में ऐसा नहीं होता. आप लोग ऐसी कहानियां लिखते और दर्शाते है. असल में दर्शक कल्पनायुक्त कहानियों को थोड़ी देर के लिए देखना पसंद करते है, जो लार्जर देन लाइफ होती है.
प्र. क्या आपने लव स्टोरी वाली किसी किताब को पढ़ा है?
मैंने बुक से अधिक प्ले पढ़ा है, पर मुझे शेक्सपियर का प्ले रोमियो और जुलियट सबसे ज्याजा पसंद है. मुझे लव स्टोरी देखना बहुत पसंद है, फिल्म ‘अंखियों के झरोखे से’, ‘सदमा’ आदि मेरी फेवरेट पसंद है, जो आउट ऑफ़ द बॉक्स वाला प्यार हो.
प्र. फिल्म केदारनाथ की सफलता के बाद आप अपने आपको कितना सुरक्षित महसूस कर रही है?
यहां सुरक्षित कभी कोई महसूस नहीं कर सकता. फिल्म केदारनाथ से पहले ही मुझे बहुत प्यार मिल चुका था. मैंने कुछ ऐसा किया भी नहीं था, पर सबका प्यार मिला. मुझे मौके मिलते जाय और अच्छा काम कर अपने आपको सिद्ध कर सकूं, बस यही तमन्ना है. जिंदगी बदलती नहीं है, काम करने का तरीका बदलता जाता है.
प्र. आप स्पष्टभाषी है, इसका नुकसान क्या कभी आपको हुआ?
काम के दौरान मैंने अलग-अलग भूमिका निभाई है, ऐसे में कितनी भी स्ट्रोंग पर्सनालिटी हो, आपको उससे निकलकर भूमिका करनी पड़ती है, जो बहुत मुश्किल होता है.
प्र. ये इनर स्ट्रेंथ आपमे कैसे आई ?
हर चीज जो मैं जानती या करती हूँ वह मेरी मां की देन है. वह बहुत ही स्ट्रोंग और आत्मनिर्भर महिला है. उन्होंने अकेले मुझे और मेरे भाई की परवरिश की है. उनकी वजह से आज मैं यहां हूं.
प्र. स्ट्रोंग सारा के अंदर एक सिंपल और सॉफ्टसारा भी रहती है, उसे क्या पसंद होता है?
मैं अपनी भावनाओं को लेकर बहुत सिंपल और सॉफ्ट हूं, लेकिन मैंने ये समझा है कि सॉफ्टनेस को सोच समझकर ही आगे लाने में भलाई है. मैं कोमल और रोमांटिक भी हूं, लेकिन इसे अपनी जिंदगी में तब लाना चाहती हूं जब कोई इसके लायक हो. मैं बाहर से भी सारी भावनाओं को जीना चाहती हूं, इसलिए इसका सही फैसला लेना जरूरी है, क्योंकि यही चीज आपको घुटन और आज़ादी दोनों दिला सकती है.
प्र. आपको कई सारे उतार-चढ़ाव के साथ जिन्दगी गुजारनी पड़ी है, ऐसे में आपने अपनी मां का साथ कैसे दिया?
मैं मां को देख-देखकर ही बड़ी हुई हूं. मैंने देखा है कि जीवन में हर पल मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अपनी ताकत को कायम रखना बहुत जरुरी होता है. मैंने बहुत जल्दी ये भी जान लिया है कि जितनी जल्दी उतार होते है उतनी ही जल्दी चढ़ाव भी होते है. जब चीजे अधिक मुश्किल होती है तो मेरी मां मेरे साथ रहती है और मुझे उससे ही प्रेरणा मिलती है.
भाई को भी पढ़ाई छोडकर सब चीजो का शौक है. वह क्रिकेट भी खेलता है. फिल्में भी उसे पसंद है.
प्र. तनाव को कैसे दूर करती है?
तनाव होने पर एक घंटा जिम कर लेती हूं. जिससे शारीरिक और मानसिक दोनों को कूल महसूस होता है.
प्र. आगे आने वाली फिल्में कौन सी है?
मैंने 5 फिल्मों को साइन किया है और हर फिल्म के साथ-साथ मेरी एक जर्नी शुरू होती है, जिसे मैं एन्जॉय कर रही हूं.
बचपन से फिल्मों और नाटकों का शौक रखने वाले कार्तिक आर्यन ग्वालियर के है. कॉलेज के ज़माने से उन्होंने पढाई के साथ-साथ अभिनय के लिए ऑडिशन देना शुरू कर दिया था. पढाई समाप्त कर वे मुंबई आयें और तीन साल तक संघर्ष करने के बाद उन्हें पहली फिल्म ‘प्यार का पंचनामा’ मिली, जिसमें उनके अभिनय की काफी तारीफ की गयी. इसके बाद से उन्हें पीछे मुड़कर देखना नहीं पड़ा. वे सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव है और उनके फोलोवर्स भी बहुत हैं. आज उनका नाम सफल कलाकारों की सूची में गिना जाता है. हंसमुख स्वभाव के कार्तिक की फिल्म ‘लव आजकल’ रिलीज पर है. पेश है उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश.
सवाल. आपने कई सफल फिल्में दी है, इसे करने में कितनी मेहनत की है?
ये मेरे करियर की सबसे मुश्किल फिल्म है, ऐसा किरदार मैंने कभी नहीं निभाएं है. इसमें मेरी दो भूमिका है. दोनों ही भूमिकाएं मुश्किल है. ये चुनौतीपूर्ण फिल्म है. ये मेरे पहली इंटेंस रोमांटिक फिल्म है. निर्देशक इम्तियाज अली ने मुझपर भरोसा कर ये मौका दिया है. उम्मीद है दर्शक मुझे इस भूमिका में पसंद करेंगे.
सवाल. आपकी नजर में प्यार क्या है? आजकल का प्यार इमोशनल से अधिक फिजिकल हो चुका है, आपकी राय क्या है?
लव की परिभाषा मेरे लिए बताना मुश्किल है, लेकिन ये एक एहसास है, जिसे अनुभव कर सकते है. वह किसी भी फॉर्म में हो सकता है और मैं उनकी ख़ुशी के लिए कुछ भी कर सकता हूं. बिना कुछ उम्मीद किए अगर मैं कर पाऊं, तो वही मेरे लिए सच्चा प्यार है. लोग आज भी इमोशनल हैं. सही प्यार मिलना आजकल मुश्किल होता है, जिसे सभी ढूंढते हैं. इमोशन वाला प्यार कभी खत्म नहीं हो सकता.
वीर की भूमिका ऐसी है, जिसमें वह जो सोचता है उसे बिंदास कह देता है, अधिक सोचता नहीं. उसका सिद्दांत यही है और उसी दिशा में आगे बढ़ता है. जो लोगों को अजीब लग सकता है. उसे करना मेरे लिए मुश्किल था. दूसरा चरित्र रघु फ़िल्मी चरित्र है जो 90 के दशक का चरित्र है, जिसे फिल्मों का शौक है. ये भी मुश्किल था.
सारा के साथ काम करना मजेदार था. मैंने सारा के अभिनय के कॉन्फिडेंस को देखा है और मुझे उसके साथ काम करने की इच्छा थी, वह हमें मिला. दर्शकों को भी शायद हम दोनों की जोड़ी पर्दे पर पसंद आयेगी.
सवाल. आपका नाम सारा के साथ जोड़ा जाता है, इसमें कितनी सच्चाई है?
ये बातें बहुत पुरानी हो चुकी है. हम एक अच्छे दोस्त है. जब भी हम दोनों कही जाते है, एक न्यूज़ बन जाती है. एक शो में जब सारा ने मेरी बात कही थी, तब से लोगों ने उसे एक अलग रूप दे दिया है. फिल्म के प्रमोशन का इससे कुछ लेना देना नहीं होता, अगर कहानी अच्छी हो और दर्शको को पसंद आये तो चलेगी.
जैसा मेरा करियर ग्राफ जा रहा है उससे मैं बहुत खुश हूं. मैं चाहता हूं कि ये चलता रहे. मैंने सफलता और असफलता देखकर बहुत कुछ सीखा है. उसी के अनुभव को मैं पर्दे पर दिखाने की कोशिश करता हूं, इसलिए दर्शक मुझसे अपने आपको जोड़ पाते हैं. मैं डरता हूं कि ये जुड़ाव चला न जाए. इसलिए इसे रिफ्रेश करता रहता हूं.
सवाल. इंडस्ट्री में बाहर से आने वालों के लिए क्या मेसेज देना चाहते हैं?
मैं अपने संघर्ष को लेकर गर्वित हूं, मैंने शुरू से अपनी टर्म पर खुद की सोच से फिल्में की है. इसके लिए मेहनत बहुत की है. मैं इसी रास्ते पर था और इसी में मेहनत की है. सबसे बड़ी बात मेरे लिए खुद पर विश्वास का होना था. इस दौरान मैंने कई रिजेक्शन भी देखे हैं पर मैं टूटा नहीं. इसी से मैं आगे बढ़ा. धैर्य और आत्मविश्वास कभी जाना नहीं चाहिए.