Vitamin B12 Deficiency: विटामिन बी12, जिसे खनिज कोबाल्ट की उपस्थिति के कारण कोबालामिन भी कहा जाता है, एक महत्त्वपूर्ण पानी में घुलनशील विटामिन है. यह अनेक शारीरिक गतिविधियों के लिए आवश्यक होता है. विटामिन बी12 के कई रूप होते हैं. इन की प्रत्येक की रासायनिक संरचना थोड़ी भिन्न होती है. इन में साइनोकोबालामिन (सीएनसीबीएल), हाइड्रोक्सिकोबालामिन, मिथाइलकोबालामिन (एमईसीबीएल) और एडेनोसिलकोबालामिन (एडोसीबीएल) होते हैं. जब आप एक विटामिन बी12 सप्लिमैंट चुनते हैं तो आप को यह पता चलेगा कि इन उत्पादों में बी12 के निम्नलिखित में से कोई एक रूप शामिल हो सकता है.
वर्तमान में साइनोकोबालामिन विटामिन बी12 का सब से अधिक उपयोग किया जाने वाला रूप है जो आहार सप्लिमैंट्स में पाया जाता है.
हालांकि इस के अतिरिक्त एडेनोसिलकोबालामिन, मेथाइलकोबालामिन और हाइड्रोक्सिकोबालामिन जैसे अन्य रूप भी सप्लिमैंट्स के रूप में उपलब्ध हैं.
लोगों की अलगअलग जरूरतों और पसंद को ध्यान में रखते हुए विटामिन बी12 सप्लिमैंट्स विभिन्न रूपों में उपलब्ध हैं जैसे:
– मुंह से निगली जाने वाली टैबलेट्स.
– सब्लिंगुअल टैबलेट्स जो जीभ के नीचे रख कर घुलने दी जाती हैं.
– इंजैक्शन के रूप में दी जाने वाली दवाइयां और नाक में स्प्रे के रूप में उपयोग किए जाने वाले फार्म.
ये सभी विकल्प इस बात पर निर्भर करते हैं कि व्यक्ति को किस प्रकार का अवशोषण सब से अधिक लाभदायक होता है और उस की चिकित्सकीय जरूरतें क्या हैं?
इस के अतिरिक्त एक विटामिन सप्लिमैंट एक एकलघटक उत्पाद हो सकता है, जिस में केवल विटामिन बी12 हो या यह एक अधिक व्यापक मल्टीविटामिन और मिनरल फौर्मूलेशन हो सकता है.
क्यों शरीर को विटामिन बी12 की जरूरत होती है
विटामिन बी12 शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्त्व है जो हमें स्वस्थ रखने में कई अहम भूमिकाएं निभाता है खासतौर पर विटामिन बी12 स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए जरूरी है जो हमारे पूरे शरीर में औक्सीजन पहुंचाती हैं. यह डीएनए संश्लेषण की प्रक्रिया में भी शामिल होता है जो नई कोशिकाएं बनाने की प्रक्रिया है. इस के अलावा यह हमारे ऊर्जा उपापचय में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिस से हमारा शरीर भोजन को ऊर्जा में बदल पाता है और यह हमारे मस्तिष्क और तंत्रिकाओं के सही तरीके से कार्य करने में भी मदद करता है.
इन सभी कार्यों के कारण स्वस्थ विकास और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विटामिन बी12 वास्तव में आवश्यक है. यह सुनिश्चित करना कि हमें इस विटामिन की पर्याप्त मात्रा मिले, हमारे स्वास्थ्य के लिए अहम है.
कौन से खा-पदार्थ विटामिन बी12 के अच्छे स्रोत होते हैं
सभी विटामिनों की तरह शरीर विटामिन बी12 का निर्माण नहीं कर पाता और यह मुख्य रूप से भोजन से प्राप्त होता है. विटामिन बी12 मुख्य रूप से पशु आधारित खा-पदार्थों में पाया जाता है.
विटामिन बी12 के लिए सिफारिश की गई दैनिक खुराक क्या है
विटामिन बी12 के लिए सिफारिश किए गए आहार की अनुमति (आरडीए) किशोरों और वयस्कों के लिए 2.4 माइक्रोग्राम प्रतिदिन है. गर्भवती महिलाओं 2.6 माइक्रोग्राम प्रतिदिन या स्तनपान कराने वाली महिलाओं 2.8 माइक्रोग्राम प्रतिदिन के लिए यह थोड़ा ज्यादा है.
विटामिन बी12 के पर्याप्त स्तर को बनाए रखने और इस की कमी को रोकने के लिए प्रतिदिन 2.4 माइक्रोग्राम का सेवन करने की सलाह दी जाती है.
विटामिन बी12 सप्लिमैंट लेने की आवश्यकता का पता कैसे लगाएं
अनुमान है कि लगभग 75% भारतीय आबादी में विटामिन बी12 की कमी है. शाकाहारियों, बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, पुराने शराब के आदी लोगों और कुछ आंत संबंधी विकारों से ग्रस्त व्यक्तियों में विटामिन बी12 की कमी होने का खतरा अधिक होता है. यदि आप को निम्नलिखित में से कोई भी शिकायत है तो हो सकता है कि आप को विटामिन बी12 की कमी हो:
– सामान्य कमजोरी, थकान.
– त्वचा और नाखूनों का पीला पड़ना.
– जीभ का पीलापन या दर्द.
– भूख न लगना और कब्ज.
– पैरों और हाथों में सुन्नपन और झनझनी.
– चलने और संतुलन बनाए रखने में कठिनाई.
– मनोदशा में बदलाव, याददाश्त कमजोर होना, भटकाव और मनोभ्रंश.
शरीर में विटामिन बी12 की कमी का पता कैसे किया जाए
यह पता लगाने के लिए कि किसी व्यक्ति को विटामिन बी12 सप्लिमैंट लेने की आवश्यकता है या नहीं, उस के लिए निम्नलिखित रक्त परीक्षण किए जाते हैं:
– सीरम विटामिन बी12 का लैवल.
– सीरम मिथाइलमेलोनिक ऐसिड (एएमएएमए) का लेवल.
– सीरम होमोसिस्टीन का लैवल.
– सीरम होलोट्रांसकोबालामिन (होलोटीसी) का लैवल.
इन परीक्षणों के परिणामों के आधार पर डाक्टर विटामिन बी12 की कमी के निदान की पुष्टि कर सकते हैं. क्लीनिकल प्रयोगशालाएं विटामिन बी12 की कमी को उस स्थिति में परिभाषित करती हैं जब रक्त में विटामिन बी12 का स्तर 150 पिकोग्राम प्रति मिलीलिटर (110.67 पिकोमोल प्रति लिटर) से कम होता है या कुछ मामलों में 200 पिकोग्राम प्रति मिलीलिटर से कम होना भी कमी माना जाता है.
क्या विटामिन बी12 सप्लिमैंट से कोई साइड इफैक्ट होता है
विटामिन बी12 की सिफारिश की गई दैनिक मात्रा (2.4 माइक्रोग्राम) से 1,000 गुना अधिक खुराक तक सुरक्षित मानी गई है और यह गर्भावस्था के दौरान भी सुरक्षित होता है. यहां तक कि अधिक मात्रा में लेने पर भी विटामिन बी12 आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है क्योंकि शरीर इस का अतिरिक्त हिस्सा संग्रहित नहीं करता. हालांकि कभीकभी कुछ लोगों को विटामिन बी12 के इंजैक्शन लेने के बाद चक्कर आना, खुजली, त्वचा पर रैशेज या मितली जैसी हलकी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं.
क्या विटामिन बी12 का अधिक मात्रा में सेवन हानिकारक होता है
बिलकुल नहीं. विटामिन बी12 एक जल में घुलनशील विटामिन है, जिस की अधिक मात्रा लेने पर शरीर उसे मूत्र के माध्यम से बाहर निकाल देता है. वर्तमान में उपलब्ध शोधों के अनुसार, विटामिन बी12 को अत्यधिक मात्रा में लेने चाहे मौखिक रूप से या अंत:शिरा इंजैक्शन द्वारा से कोई विषाक्त प्रभाव या प्रतिकूल प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. स्वस्थ व्यक्तियों द्वारा मुंह या सप्लिमैंट्स से उच्च मात्रा में इस का सेवन सुरक्षित पाया गया है. यह देखा गया है कि जब विटामिन बी12 अधिक मात्रा में मुंह से लिया जाता है, तब भी केवल एक सीमित प्रतिशत ही शरीर द्वारा अवशोषित किया जाता है. यह सीमित जैवउपलब्धता इस की न्यून विषाक्ता का एक संभावित कारण हो सकता है.
विटामिन बी12 की अत्यंत कम विषाक्तता को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी खा- एवं पोषण बोर्ड ने इस के लिए ली जाने की ऊपरी सेवन सीमा निर्धारित नहीं की है.
अत्यधिक मात्रा की खुराक जैसेकि 2 मिलीग्राम प्रतिदिन मुंह से या 1 मिलीग्राम मासिक इंट्रामस्क्युलर (आईएम) इंजैक्शन द्वारा, बिना किसी महत्त्वपूर्ण दुष्प्रभाव के खतरनाक ऐनीमिया रोग के इलाज के लिए उपयोग किया गया है.
किसी भी विटामिन सप्लिमैंट को शुरू करने से पूर्व ध्यान रखने वाली बातें:
– स्वस्थ और संतुलित आहार आमतौर पर शरीर के लिए आवश्यक सभी विटामिन और खनिज पदार्थ प्रदान करता है.
– कोई भी विटामिन सप्लिमैंट अपनी मरजी से लेने से पहले हमेशा अपने डाक्टर से परामर्श करें.
– अपनी विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और उन के लिए आप कौन सी दवाएं ले रहे हैं, इस के बारे में अपने डाक्टर को बताएं.
– आप जो विटामिन सप्लिमैंट ले रहे हैं उन के कंटैंट के बारे में जानकारी प्राप्त करें. अलगअलग विटामिन सप्लिमैंट में अलगअलग विटामिन और खनिज पदार्थ होते हैं और उन की मात्रा भी अलगअलग होती है.
– विटामिन सप्लिमैंट केवल अपने डाक्टर की सलाह के अनुसार ही लें.
– अपने डाक्टर से यह मालूम करें कि विटामिन सप्लिमैंट कितनी खुराक में और कितने समय तक लेना है.
– अगर विटामिन सप्लिमैंट लेने के बाद कोई भी अवांछित दुष्प्रभाव दिखाई दे तो तुरंत अपने डाक्टर को बताएं.
वैज्ञानिक सलाहकार,
एल्कोमेक्स जीबीएन फार्मा गु्रप, यूएसए
ई-मेल www.drsanjayagrawal.in
Vitamin B12 Deficiency