व्हाट्सऐप ग्रुप में हैं तो ध्यान दें

हम सभी विभिन्न कारणों से व्हाट्सऐप ग्रुप क्रिएट करते हैं या ग्रुप का हिस्सा बनते हैं. कभी औफिस के काम की चर्चा के लिए, कालेज के प्रोजेक्ट के लिए, किसी ट्रिप की प्लानिंग के लिए, इस रविवार कहां खाने जाएं तय करने के लिए, परिवार से जुड़े रहने के लिए तो कभी दोस्तों से गपे मारने के लिए. लेकिन, व्हाट्सऐप ग्रुप में ऐसा कोई न कोई व्यक्ति जरूर होता है जो या तो ग्रुप का सही इस्तेमाल नहीं जानता या अजीब से मैसेज भेज सब का ध्यान भंग करता है और ग्रुप से रिमूव हो कर ही दम लेता है. कभीकभी अनजाने में हम ही वह व्यक्ति बन जाते हैं.

व्हाट्सऐप ग्रुप का हिस्सा बने रहने के लिए कुछ अनकहे नियम होते हैं जिन्हें जानना बेहद जरूरी है, नहीं तो आज नहीं तो कल या तो आप ग्रुप से निकाल दिए जाएंगे या सभी आप को उपद्रव की तरह देखने लगेंगे.

नवीन सर का ही उदाहरण ले लीजिए. वे हमारे औफिस के ग्रुप का हिस्सा हैं. उन्हें इमोजी इस्तेमाल करने में या तो दिक्कत होती है या वे शायद इमोटिकंस का सही मतलब नहीं समझते. वे अकसर ग्रुप में किसी मैसेज की तरफ इशारा करने के लिए उंगली वाली इमोजी की जगह मिडिल फिंगर वाली इमोजी का इस्तेमाल करते हैं. पहली बार तो ऐसा लगा जैसे सच में वह किसी को मिडिल फिंगर दिखाना चाहते हैं परंतु बाद में समझ आया कि यह उन की इमोटीकंस की गलत समझ है. हंसी तो बहुत आई पर बहुत ज्यादा जूनियर होने के नाते उन्हें टोकना मुझे सही नहीं लगा लेकिन किसी और ने भी उन्हें नहीं टोका यह देख कर आश्चर्य हुआ. खैर, यदि आप भी ऐसे ही भूल करते हैं तो संभल जाएं, क्या पता कोई आप को भी हंसी का पात्र समझता हो.

ये भी पढ़ें- पीरियड ब्लड स्टेन्स हटाने के 10 टिप्स

व्हाट्सऐप ग्रुप के निम्नलिखित अनकहे नियमों का पालन करें:

• किसी से बिना पूछे उन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप में ऐड न करें. यह व्यक्ति की निजी पसंद है कि वह किसी ग्रुप का हिस्सा बनना चाहता है या नहीं. पहले पर्मिशन लें उस के बाद ही उसे ग्रुप में ऐड करें. आप के बिना पूछे ऐड किए जाने पर यदि व्यक्ति ग्रुप लेफ्ट करता है तो उस के निर्णय का सम्मान करें और जबर्दस्ती ऐड न करें.

• अगर आप ग्रुप के एडमिन हैं तो ग्रुप कंट्रोल फीचर का इस्तेमाल करें. यदि आप चाहते हैं कि ग्रुप पर केवल इंपोर्टेंट नोटिस ही पोस्ट किए जाएं तो ग्रुप में सिर्फ एडमिन ही मैसेज भेज सकें, इस के लिए ग्रुप सेटिंग्स में सेंड मैसेजेस औप्शन में जा कर ‘ओनली एडमिन’ सिलैक्ट करें. इस से आप बेवजह के मैसेजेस से बच जाएंगे.

• ग्रुप पर वही मैसेज भेजें जो सभी लोगों के लिए रेलेवेंट हों न कि सिर्फ आप और आप के दोस्त के लिए. अगर किसी एक व्यक्ति को कुछ बताने के लिए मैसेज भेजा जा रहा है तो वह आप उसे डायरैक्ट मैसेज कर के भी बता सकते हैं. खासकर किसी एक ही व्यक्ति से लंबी बात करनी है तो ग्रुप में बाकी सभी को परेशान न करें.

• यदि व्हाट्सऐप ग्रुप पर किसी से बहस शुरू होती है तो उसे ज्यादा न बढ़ाएं. मैसेज पर आप की सीधी सी बात भी अहंकारी लग सकती है. आप के शब्दों का कुछ अलग ही मतलब निकाला जा सकता है. बहसबाजी के लिए कोई भी ग्रुप सही जगह नहीं है. किसी एक व्यक्ति से बहस करनी है तो पर्सनल मैसेज पर करें या आमनेसामने. कुछ लोगों के कारण पूरे ग्रुप की शांति भंग नहीं होनी चाहिए.

• ग्रुप पर यदि किसी चीज का फैसला लेने के लिए मैसेज किया जा रहा है तो यह उम्मीद न करें कि आप के मैसेज भेजते ही कोई उस पर रिप्लाई कर देगा. लोगों को समय दीजिए और मैसेज पढ़ लिए जाने के बाद ही कोई प्लान बनाइए या उसे वायरल कीजिए.

• हर ग्रुप में एक न एक व्यक्ति ऐसा जरूर होता है जिसे अपने सारे चुटकुले, मीम्स, गलतसलत जानकारी व्हाट्सऐप ग्रुप में भेजनी होती है. अगर आप यह करते हैं तो यकीन मानिए आप बाकी सब के लिए इर्रिटेटिंग से ज्यादा कुछ नहीं हैं. ग्रुप में ओवर स्पैमिंग न करें.

• अपनी पूरी बात को एक ही मैसेज में लिखें बजाए अलगअलग शब्दों को 10 अलग मैसेज में लिखने के.

• यह सब से जरूरी पौइंट है, कभी भी किसी भी तरह के फेक मैसेज को या अप्रमाणित जानकारी को ग्रुप में शेयर न करें. ‘गोमूत्र के सेवन से कोरोना भाग जाता है’ या ‘कश्मीरियों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए’ जैसी खबरें जबतक किसी प्रमाणित और विश्वसनीय स्त्रोत से न आए तब तक उन्हें फौरवर्ड न करें. आसान शब्दों में ‘व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी’ का हिस्सा न बनें. ग्रुप पर कोई इस तरह की सूचना भेजे तो उसे सख्त हिदायत दे कर मना करें.

• ‘यह साईं बाबा का चमत्कारी मंत्र है. इसे 7 लोगों को फौरवर्ड कीजिए और आप को 12 घंटों में सुखद समाचार मिलेगा’ जैसे मैसेज न केवल डिस्टर्बिंग हैं बल्कि आप का बददिमाग होना भी प्रमाणित करते हैं. पढ़ेलिखे हो कर भी आप ऐसी चीजें मानते और फौरवर्ड करते हैं तो आप मूर्ख हैं. यदि आप के पास इस तरह के मैसेज आते हैं और आप उस व्यक्ति को कड़े शब्दों में दोबारा फौरवर्ड करने से मना नहीं करते हैं तो आप महामूर्ख हैं.

ये भी पढ़ें- अब एक साथ 100 लोग कर सकेंगे वीडियो कांफ्रेंस, पढ़ें खबर

• अगर आप का बहुत बड़ा फैमिली ग्रुप है जिस से आप चाह कर भी नहीं निकल सकते और उस पर केवल ऋतु मामी या पूजा आंटी के बेटे के कम नंबर आने जैसी चुगलियां या बातें होती हैं तो उस ग्रुप को म्यूट कर दें. मैसेजेस आएंगे भी तो आप को पता नहीं चलेगा.

• अगर आप के दोस्तों के या औफिस के 5-6 ग्रुप हैं और सभी पर लगभग सभी लोग हैं, तो किसी जानकारी, फोटो या विडियो को एक ही ग्रुप में डालें. किसी को अपने फोन में एक ही तरह की विडियो या फोटो 5 बार सेव हुई अच्छी नहीं लगती.

• किसी एक ही व्यक्ति की बात का सटीक रिप्लाई देना हो तो उस व्यक्ति के मैसेज पर ‘रिप्लाई’ के औप्शन पर क्लिक कर के रिप्लाई दें जिस से यह स्पष्ट हो जाए कि आप ने किसे क्या कहा है.

• जब ग्रुप में बहुत सारी बातें हो रही हों तो किसी एक व्यक्ति को खासतौर पर कुछ कहने के लिए @ दबा कर उस के नाम को क्लिक करें जिस से वह टैग हो जाए. इस से जब भी वह व्यक्ती व्हाट्सऐप ग्रुप खोलेगा तो उसे नोटिफिकेशन दिख जाएगी कि उस के लिए कोई बात कही गई है.

• आज कल कई खबरें या मैसेज बिना किसी प्रोपर फैक्ट के होते हैं. इन मैसेजेस की भाषा भी अभद्र व किसी व्यक्ति या वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है. इस तरह के मैसेज शेयर करने से बचें. कोरोना के समय में तबलीगी जमात की खबरों में ऐसी कई तरह की बातें थीं जो पूर्ण रूप से गलत या सही तथ्यों के साथ छेड़खानी कर लिखी गई थीं. नफरत और घृणा फैलाने वाली सामग्री से दूर रहें और उसे फैलाने वालों को भी चेताएं.

• संवेदनशील घटनाओं की तस्वीरें व्हाट्सऐप ग्रुप में डालने से पहले ध्यान रखें कि यह किसी व्यक्ति को मानसिक क्षति भी पहुंचा सकती हैं. सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद उन की मृत तस्वीरें धड़ल्ले से पोस्ट की गई थीं. इस तरह की चीजें व्यावहारिक तौर पर भी सही नहीं हैं, इन्हें शेयर न करें.

• यदि कोई व्यक्ति व्हाट्सऐप ग्रुप पर अपनी किसी समस्या के बारे में बात करता है या यह कहता है कि वह सही महसूस नहीं कर रहा है तो उसे ‘यार, तेरा रोजरोज का ड्रामा है’ जैसे मैसेज न करें. आप यह कह सकते हैं कि ये ग्रुप शायद सही स्थान नहीं है जहां आप अपनी तकलीफ बता सकें. कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने से बचें. आप नहीं जानते कोई व्यक्ति किन हालातों से गुजर रहा है. सभी की भावनाओं का खयाल रखें.

• कोई व्यक्ति अगर व्हाट्सऐप ग्रुप पर किसी मैसेज को सीन या उस का रिप्लाई नहीं कर रहा है लेकिन औनलाइन है तो यह आप का काम नहीं है कि आप उसे बारबार मैसेज कर रिप्लाई करने के लिए कहें. व्यक्ति व्यस्त भी हो सकता है और यह उस की निजी पसंद है कि वह रिप्लाई कब करेगा.

• व्हाट्सऐप ग्रुप को समयसमय पर चेक करते रहें. ऐसा न हो कि आप के औफिस का ग्रुप हो जिसे आप 3 दिन बाद खोल कर रिपलाई कर रहे हों.

ये भी पढ़ें- धोखाधड़ी से बचने के लिए संभल कर करें यूपीआई पिन का इस्तेमाल

• अगर ग्रुप पर आप के लिए या आप से रिलेटेड बात की जा रही है तो उस का रिप्लाई दें. रिप्लाई न दे कर आप खुद की पहचान घमंडी या अहंकारी के रूप में बना रहे हैं. औफिशियल ग्रुप में इस तरह का व्यवहार आप को मुश्किल में डाल सकता है.

• ग्रुप पर लोगों से सम्मानपूर्वक बात कीजिए और यदि कोई आप को कुछ गलत कहता है तो यकीनन जवाब दीजिए. ग्रुप पर बात न कर के आप अपनी बात पर्सनल चैट में भी रख सकते हैं.

• किसी भी औफिशियल या फौर्मल ग्रुप का नाम और आइकन अपनी मर्जी से कभी भी न बदलें. आप के पास कोई अच्छा सुझाव है तो ग्रुप एडमिन से डिस्कस कीजिए और पर्मिशन लीजिए.

युवाओं के टूटते सपने

गिरतअर्थव्यवस्था, कोरोना के कहर और उस के बाद अब चीन के खतरनाक मंसूबों का युवा पीढ़ी पर बहुत असर पड़ेगा. जो पीढ़ी सपने देख रही थी कि इंटरनैट की तकनीक की वजह से दुनिया में सीमाएं नहीं रहेंगी, रंगभेद नहीं रहेगा, काम करने, पढ़ने और घूमने के मौके दुनियाभर में होंगे. यही नहीं, औटोमेशन की वजह से चीजें सस्ती होंगी, घरों में सामान भरा होगा, गरीबअमीर का भेदभाव नहीं होगा, वह सब भी अब सपना ही रह गया है. भारत के ही नहीं दुनियाभर के युवा अब काले कल को देख रहे हैं.

भारत ने अपने पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मारी है. भ्रष्ट सरकार को सत्ता से बेदखल करने के बाद देशवासियों को जो उम्मीद थी कि अच्छे दिन वाली सरकार आएगी, उस पर पानी फिर गया है क्योंकि न सिर्फ सरकार के फैसले एकएक कर के बेहद परेशान करने वाले साबित हो रहे हैं, बल्कि नोटबंदी और जीएसटी की वजह से देश के व्यापार का भट्ठा भी बैठ गया. नई नौकरियां उड़नछू हो गईं. स्कूलकालेज महंगे हो गए. कोरोना से पहले ही इंजीनियरिंग कालेजों में ताले लगने शुरू हो गए थे. सरकारी पढ़ाई भी कोरोना की वजह से महंगी होने लगी थी.

कोरोना ने अब, देश में पढ़ने का मौका न मिले तो, बाहर जा कर पढ़ने के अवसर भी बंद कर दिए. चीन की लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में घुसपैठ ने पढ़ाई के लिए चीन जाने के अवसरों को जीरो कर दिया. कोरोना की वजह से वुहान से भारतीय छात्र तो आए ही, अब दूसरे शहरों से भी आएंगे क्योंकि चीन व भारत के संबंध नेताओं की हठधर्मी की वजह से खराब से खराब होते जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- इस साल आकाशीय बिजली बन रही आफत

लाइन औफ ऐक्चुअल कंट्रोल, एलएसी, का विवाद नया नहीं है. 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद जो भी सीमा तय हुई थी वह सिर्फ कागजों पर थी. वास्तव में कौन से पत्थर कहां लगेंगे, यह तय नहीं हुआ था. इस बारे में छिटपुट गरमागरमी 1962 से अब तक होती रही है. पर दोनों देश समझते थे कि मामले को उभारने का लाभ नहीं है. दोनों देश तैयारी में लगे थे कि अगर युद्ध का माहौल बन ही जाए, तो 1962 वाली हालत न हो.

1962 से 2014 तक अगर चीन-भारत सीमा पर कुछ नहीं हुआ होता, तो बात दूसरी थी. इन सालों में भारत ने बेतहाशा सड़कें बनाईं, सैनिक चौकियां बनाईं, सीमा से थोड़ी दूरी पर फौजियों को जमा कर रखा, फौजियों को लगातार ऊंची पहाडि़यों में लड़ाई का अभ्यास कराया.

पिछली सरकारों ने और वर्तमान सरकार ने चीन से संबंध बिगड़ने नहीं दिए, पर अब जम्मूकश्मीर में हुए बदलाव के बहाने चीन और नेपाल नए भारतीय नकशे को ले कर बहसों पर उतर आए हैं. चीन से हाथापाई में जो 20 सैनिकों को जान देनी पड़ी और कई जवानों को गंभीर सी साधारण चोटें आई हैं, उस ने युवाओं के भविष्य पर एक और काला निशान लगा दिया है.

देश की अर्थव्यवस्था अब और लड़खड़ाएगी. चीन के साथ बिगड़ते आर्थिक संबंधों का मतलब है सस्ते चीनी सामान का न मिलना. हजारों व्यापारियों का धंधा ठप हो जाएगा. सरकार के पास फिलहाल जनता को शांत करने या भड़काए रखने का उपाय चीनी सामान का बहिष्कार का नारा लगाना ही है. चीन के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक उतनी आसान नहीं. कमजोर तो पाकिस्तान भी नहीं है, पर चीन की क्षमता का तो अमेरिका तक को पता है. भारत सरकार चीनी सामान और व्यापार की आड़ में अपना निकम्मापन छिपाएगी. जैसे पहले पंडेपुजारी गांव में हैजे का दोषी डायनों को मानते थे, यहां सीमा पर विवाद में सैनिकों की जानों के लिए दोषी चीनी सामान को माना जाएगा.

देशभक्ति के नाम पर यह आदेश सिर पर रखा जाएगा पर हजारोंलाखों नई नौकरियां गायब हो जाएंगी. कोरोना की वजह से पहले ही देश के अनेक धंधे ठप हो रहे थे, अब रहीसही उम्मीद भी समाप्त हो रही है.

ये भी पढ़ें- कोविड-19 पर कशमकश : हवा में भी नोवल कोरोना

मेरी शादी की बात चल रही है, क्या कौंटैक्ट लैंस की बात लड़के वालों को बताई जाए?

सवाल

मैं 23 वर्षीय युवती हूं. रिश्ते की बात चल रही थी. कई अच्छे प्रस्ताव इसलिए हाथ से निकल गए कि उन्हें चश्मा लगाने वाली बहू नहीं चाहिए. मैं ने अब कौंटैक्ट लैंस लगवा लिए हैं ताकि मेरे लिए उपयुक्त वर मिल सके.

1-2 जगह रिश्ते की बात चल भी रही है. क्या उन्हें कौंटैक्ट लैंस की बात बताई जाए? घर में काफी तनातनी चल रही है. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब
कौंटैक्ट लैंस चश्मे का बेहतर विकल्प है और यह कोई ऐब नहीं है. शादी से पहले दोनों पक्षों की ओर से पारदर्शिता बरतना जरूरी होता है. यदि आप के घर वाले नहीं चाहते कि लड़के वालों से इस का जिक्र किया जाए तो आप अकेले में लड़के से बात कर सकती हैं.

लड़का समझदार हुआ तो आप की साफगोई का कायल हो जाएगा और शादी के बाद आप को मलाल नहीं होगा कि आप ने उन्हें सचाई से रूबरू नहीं कराया.

ये भी पढ़ें- 

जिस्म का हर अंग बेहद अहम है, लेकिन आंखों से ज्यादा अहम दूसरा अंग नहीं होता. आप के आंखों की रोशनी सही है, देखने में कोई दिक्कत नहीं है तो आप को इस बात की फिक्र नहीं होगी कि आंखों पर कोई आंच आ सकती है. यह और बात है कि उम्र बढ़ने के साथ आंखों की रोशनी आज जैसी मजबूत नहीं रहेगी.

आंखों के सिलसिले में आंख खोलने वाली बात यह है कि आंख से जुड़ी बीमारियों के अलावा भी कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जो आंखों की रोशनी को इतना ज्यादा प्रभावित कर सकती हैं कि इंसान अंधेपन के करीब पहुंच जाए.

विशेषज्ञ डाक्टरों का कहना है कि ऐसी कई बीमारियां हैं जो आंखों से जुड़ीं नहीं होती हैं लेकिन वे आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं. वे कहते हैं कि डायबिटीज और हाइपरटेनसिव रेटिनोपैथी, तम्बाकू और अल्कोहल एम्ब्लौयोपिया, स्टेरौयड का इस्तेमाल और ट्रामा इंसान को अंधा बना सकते हैं और लोगों को इस का पता बहुत देर से चलता है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- ये रोग छीन सकते हैं आपके आंखों की रोशनी

Monsoon Special: फैमिली के लिए बनाएं आलू चाट

अगर आपको भी घर पर बैठे बैठे चाट खाने का मन है तो आज हम आपको चाट बनाने की आसानी रेसिपी बताएंगे, जिसे आप कम समय में अपनी फैमिली और बच्चों के लिए बना सकती हैं.

चाट मसाला बनाने के लिए  

–  11/2 छोटे चम्मच कालीमिर्च

–  3 छोटे चम्मच जीरा

–  2 छोटे चम्मच सौंफ

–  1/4 छोटा चम्मच अजवाइन

–  1 छोटा चम्मच साबूत धनिया

–  1 छोटा चम्मच चीनी

–  11/2 छोटे चम्मच अमचूर पाउडर

–  11/2 छोटे चम्मच लालमिर्च पाउडर

–  नमक स्वादानुसार.

ये भी पढ़ें- Monsoon Special: नाश्ते में परोसें आलू परांठा

बनाने के लिए फ्राई की

–  तलने के लिए औयल

–  3-4 उबले हुए आलू टुकड़ों में कटे हुए.

चाट बनाने के लिए बनाने के लिए

–  1 प्याज बारीक कटा हुआ

–  1 छोटा चम्मच अदरक कटा हुआ

–  थोड़ी सी धनियापत्ती –  थोड़ा सा नीबू का रस या फिर इमली का पानी.

विधि चाट मसाला की

पैन गरम कर उस में काली मिर्च, जीरा, सौंफ, अजवाइन व धनिया डाल कर अच्छी तरह भूनें. फिर इसे एक प्लेट में निकाल कर ठंडा होने के लिए रखें. फिर ग्राइंडर में डाल कर इस में नमक, चीनी, अमचूर पाउडर व लालमिर्च पाउडर डाल कर फाइन पाउडर तैयार करें.

विधि आलू फ्राई करने की

एक गहरे तले वाले पैन में तेल गरम कर के उस में आलुओं को दोनों तरफ से तब तक फ्राई करें जब तक वे कुरकुरे व सुनहरे न हो जाएं. फिर एक प्लेट में निकालें.

ये भी पढ़ें- Monsoon Special: स्वाद और सेहत से भरपूर है ये ‘स्टफ्ड पनीर कुलचा’

विधि चाट बनाने की

एक बाउल में फ्राई किए आलुओं में बारीक कटा प्याज, अदरक, धनियापत्ती और नीबू का रस डाल कर अच्छी तरह मिलाएं, तैयार चाट मसाला तुरंत सर्व करें.

Hyundai Grand i10 Nios: Exterior

हुंडई ग्रैंड आई 10 निओस एक स्पोर्टी कार है जो हर तरह से आरामदायक है, जिसे प्रमाण की कोई आवश्यकता नही है. एक बोल्ड, ग्लॉसी ब्लैक, कैस्केडिंग ग्रिल के साथ स्वेप्ट-बैक प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स आपको आकर्षित करती हैं. साथ ही Boomerang के आकार का LED DRLs  और प्रोजेक्टर फॉग लैंप एड कैरेक्टर को फ्रंट-एंड से जोड़ते हैं.

ये भी पढ़ें- Hyundai Grand i10 Nios: उम्मीद से कहीं ज्यादा

Hyundai Grand i10 Nios मे कोई बुरा एंगल नहीं है, ये आपकी सहूलियत के हिसाब से फिट बैठता है. इसीलिए हुंडई ग्रैंड आई 10 Nios निश्चित रूप से #MakesYouFeelAlive.

मलाइका अरोड़ा का फिटनेस सीक्रेट, इम्युनिटी बढ़ाने के लिए लेती हैं ये ड्रिंक

लेखक- बृहस्पति कुमार पाण्डेय

कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर के लोगों के रहन सहन और खान-पान की आदतों में सुधार देखनें की मिल रहा है लोग खुद के सेहत को लेकर बेहद सजग रहनें लगें हैं कोरोना महामारी के इस दौर में बॉलीवुड सिलेब्रिटीज भी खुद को सेहतमंद बनाए रखनें के लिए काफी सजगता बरत रहें हैं. बॉलीवुड सिलेब्रिटीज में ऐसा ही एक नाम है मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) का जो अपने डाईट में हेल्दी फूड्स को शामिल कर अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय अपना रहीं हैं.

मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) नें अपनें इन्स्टाग्राम (Instagram) एकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर इम्युनिटी बढ़ाने वाली स्पेशल रेसिपी के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने अपनें शेयर किये वीडियों में इम्युनिटी बढ़ाने वाले काढ़े के बारे में न केवल जानकारी दी है बल्कि उसे अपनें चाहनें वालों को बना कर दिखाया भी.

 

View this post on Instagram

 

This is a true blue make in India home remedy. Age old traditional tried and tested homemade immunity booster. Indian gooseberry (Aamla), fresh organic turmeric and ginger root with some Apple cider vinegar and a dash of peppercorns is all it takes to make this magic potion. For better results, ensure that yor ACV is with mother and in its purest form. Just blend these ingredients together and enjoy it’s health boosting properties. With all the immunity booster clutter suddenly available in the in the name of Covid 19, stick to this home made, quick and organic recipe for best results. #HomeRemedies #Malaika’sTrickOrTip #LoveYourGut #Malaika’sNuskha #HomeMadeWithLove

A post shared by Malaika Arora (@malaikaaroraofficial) on

ये भी पढ़ें- Health Tips: बादाम एक फायदे अनेक

उन्होंने अपनें इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है “ये मेक इन इंडिया होम रेसिपी है. ये बरसों पुराना पारंपरिक तरीका है जिससे अपनी इम्युनिटी को बढ़ाया जा सकता है. आंवला, एप्पल सिडेर विनेगर, आर्गेनिक हल्दी, अदरक और पेपरकॉर्न के सहारे आप इस मैजिक ड्रिंक को बना सकते हैं. इस क्लिप में देखा जा सकता है कि मलाइका आंवला, अदरक, हल्दी और पेपरकॉर्न को मिक्सर में डालती हैं. इसके अलावा वे थोड़ा सा एप्पल विनेगर और पानी भी डालती हैं. इस ड्रिंक में विटामिन सी भरपूर मात्रा में है और इससे इम्युनिटी काफी बेहतर होती है.”

इसके पहले भी मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) अपनें फैन्स को पानी पीनें के सही तरीके के बारे में इन्स्टाग्राम (Instagram) कर जानकारी दी थी. उन्होंने पानी पीनें के सही जानकारी देनें के बारे में वीडियो पोस्ट कर कहा था की “”जब भी पानी पी रहे हैं तो बैठकर पानी पीजिए. ध्यान रहे कि बैठकर पानी पीना है, खड़े होकर पानी बिल्कुल नहीं पीना है. यह वैज्ञानिक तौर पर बताया गया है कि बैठकर पानी पीना शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. यह आपकी बॉडी को हाइड्रेट करता है. मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) के इस वीडियो को 8 लाख से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है.

 

View this post on Instagram

 

Hey guys, I hope you are all enjoying the #14Days14Asanas challenge because I SO am! Keep those gorgeous pictures rolling in and do not forget to tag me, @sarvayogastudios @thedivayoga and #14Days14Asanas Today’s challenge is Vrikshasana or the Tree Pose – Stand erect with the soles of your feet flat on the ground – Fold the right leg and place the sole on the inner thigh of your left leg, with your toes pointing downwards – The right leg should be perpendicular to the left leg – Fix your gaze and slowly extend your arms upwards, in a namaskar position – Repeat on the other side This is an easy but a fundamental one, now let’s see you guys do it! #internationalyogaday #sarvayoga #divayoga #mylifemyyoga #fitindiamovement #malaikasmoveoftheweek

A post shared by Malaika Arora (@malaikaaroraofficial) on


मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) लॉक डाउन के दौर से ही अपनें सेहत से जुड़े राज अपनें फैन्स के लिए शेयर करती रहीं हैं. उन्होंने इन दोनों वीडियोज के अलावा भी कई ऐसे वीडियो जारी किये थे जिसमें उन्होंने इम्युनिटी बढ़ाने वाले रेसिपी की जानकारी दी थी. इसके अलावा उन्होंने खुद को फिट रखनें के लिए किये जाने वाले एक्सरसाइज की भी तस्वीरें शेयर कर जानकारी दी थी.

ये भी पढ़ें- #coronavirus: हड्डियों को न कर दें कमजोर

‘छइयां-छइयां’ गर्ल के नाम से मशहूर मलाइका अरोड़ा 46 साल की उम्र मे भी अपनी फिटनेस और डाइट की मदद से कई नई उम्र की अभिनेत्रियों को पीछे छोड़ रहीं हैं। यही वजह है की मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) अपनें फैन्स के बीच काफी पसंद की जाती हैं.वर्तमान में इन्स्टाग्राम (Instagram) पर उनके फैनफॉलोइंग की संख्या 11 मिलियन से भी अधिक है.

लॉकडाउन के बाद बदला गोयनका फैमिली की बहुओं का लुक, ‘नायरा’ बनीं टिपिकल देसी बहू

कोरोनावायरस के बढ़ते कहर के बीच अनलॉक 2.0 शुरू हो चुका है, जिसके चलते सीरियल्स की शूटिंग भी शुरू हो गई है. हाल ही में कुछ सीरियल्स के नए एपिसोड भी टीवी पर टेलीकास्ट होना शुरू हो गए हैं, जिसके बाद फैंस अपने पसंदीदा सीरियल्स का इंतजार कर रहे हैं.

सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ की शूटिंग पिछले हफ्ते से ही शुरु होने के बाद से फैंस शो के नए एपिसोड्स देखने को बेताब हैं, जिसके चलते वह नायरा कार्तिक की फोटोज सोशलमीडिया पर वायरल करते रहते हैं. इसी बीच शूटिंग की कुछ फोटोज वायरल हो रही हैं, जिसमें दोनों का लुक बेहद खूबसूरत लग रहा है. आइए आपको दिखाते हैं वायरल फोटोज…

कार्तिक से नजरें नहीं हटा पा रही है नायरा

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ के सेट से सामने आई इस फोटोज में नायरा अपने कार्तिक से नजरें ही नहीं हटा पा रही हैं. वहीं शूटिंग के बीचों बीच वक्त मिलते ही शिवांगी जोशी सेट पर आराम फरमाती भी नजर आई.

 

View this post on Instagram

 

Isss picture se mujhe feellsss milra hai🙈 pta nhi kyu😎 #shivin#mohsinkhan#shivangijoshi#kaira#yrkkh

A post shared by SHIVIN❤ (@shivinaddicts) on

ये भी पढ़ें- सुशांत की मौत के बाद ट्रोलिंग से खराब हुई करण जौहर की हालत! दोस्तों ने किया ये खुलासा

साथ दिखे मोहसिन खान और शिवांगी जोशी

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ के फैंस मोहसिन खान और शिवांगी जोशी की साथ फोटोज का इंतजार कर रहे थे, जिसके बाद वायरल हुई इन फोटोज को देख कर फैंस खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं.

साथ दिखा गोयनका परिवार

सीरियल के सेट पर पूरी टीम पहुंच चुकी है और हर कोई जोरो-शोरों से शूटिंग में जुट चुका है. वहीं इसी के साथ शो के नए ट्रैक का भी आगाज हो चुका है, जिसमें अपने परिवार को बुरी नजर से बचाने के लिए नायरा एक बड़ा दांव लगाने वाली है.

ये भी पढ़ें- ‘ससुराल सिमर का’ फेम मनीष का Wedding फोटोशूट, पत्नी को बांहों में लेकर दिए ऐसे पोज

डबल रोल में नजर आएंगी शिवांगी जोशी

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में अबसे शिवांगी जोशी डबल रोल निभाती हुई नजर आने वाली हैं, जिसमें एक तरफ नायरा सती सावित्री वाले लुक में नजर आएगी तो दूसरी तरफ मौर्डन टीना के लुक में नजर आएंगे.

बता दें, सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में डबल रोल का ड्रामा न्यू एंट्री अलका कौशल के कारण चलेगा, जिसमें ट्विस्ट एंड टर्न्स देखने को मिलेंगे.

सुशांत की मौत के बाद ट्रोलिंग से खराब हुई करण जौहर की हालत! दोस्तों ने किया ये खुलासा

बौलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में जहां एक तरह इंडस्ट्री के लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं तो वहीं सोशलमीडिया पर सुशांत के फैंस उनके लिए नेपोटिज्म को लेकर स्टार्स को ट्रोल कर रहे हैं. फिल्म इंडस्ट्री में ‘इनसाइडर’ और ‘आउटसाइडर’ की बहस के चलते फैंस में रोष बहुत ज्यादा हो गया है, जिसके शिकार करण जौहर, आलिया भट्ट, सोनम कपूर, अनन्या पांडे, सोनाक्षी सिन्हा और अर्जुन कपूर जैसी कई फिल्मी हस्तियां बन रही हैं.

सबसे ज्यादा असर कऱण जौहर पर पड़ा है. करण जौहर को लोग नेपोटिज्म फैलाने के आरोप में जमकर सोशलमीडिया पर सुना रहे हैं और मीम्स वायरल कर रहे हैं. जिसकी असर करण जौहर पर देखने को मिल रहा है. आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…

बेहद खराब है करण जौहर की हालत

सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से ऑनलाइन ट्रोलिंग का सामना कर रहे करण जौहर की हालत इस समय बेहद खराब है. जहां ट्रोलिंग के चलते उन्होंने ट्विटर पर हजारों लोगों को अनफॉलो कर दिया, जिन्हें वो पहले फॉलो कर रहे थे. तो वहीं, करण ने इंस्टाग्राम पर कमेंट सेक्शन को लिमिट कर दिया. वहीं अब करण जौहर के एक करीबी दोस्त ने बताया है कि वो इस वक्त बेहद बुरे दौर से गुजर रहे हैं.

 

View this post on Instagram

 

I blame myself for not being in touch with you for the past year….. I have felt at times like you may have needed people to share your life with…but somehow I never followed up on that feeling…will never make that mistake again…we live in very energetic and noisy but still very isolated times …some of us succumb to these silences and go within…we need to not just make relationships but also constantly nurture them….Sushants unfortunate demise has been a huge wake up call to me …to my level of compassion and to my ability to foster and protect my equations…..I hope this resonates with all of you as well….will miss your infectious smile and your bear hug ….💔💔💔

A post shared by Karan Johar (@karanjohar) on

ये भी पढ़ें- दिल बेचारा: Sushant Singh Rajput की आखिरी फिल्म का ट्रेलर रिलीज, इमोशनल हुए सेलेब्स

ट्रोलिंग टूट चुके हैं करण

करीबी सूत्र ने बताया है कि करण सोशल मीडिया ट्रोलिंग से बुरी तरह से टूट चुके हैं. लोग उनके परिवार और उनके 3 साल के बच्चों तक के लिए बुरी-बुरी बातें लिख रहे है, जिसने उन्हें अंदर तक हिलाकर रख दिया है. दोस्त ने बताया है कि उनकी तबियत भी इन दिनों बिगड़ रही है और वो अंदर से बेहद निराश है. इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि वो कब अपनी ओर से कमेंट करेंगे तो उन्होंने कहा है कि वो अभी अच्छी हालत में नहीं है और जब वो बेहतर महसूस करेंगे तभी खुद आकर बात करेंगे.

बता दें, करण जौहर ही नहीं बौलीवुड के स्टार किड्स भी इन दिनों ट्रोलिंग का सामना कर रहे हैं. आलिया भट्ट, सोनम कपूर और अन्नया पांडे जैसे सितारों को लोग बुरा भला कह रहे हैं, जिसके कारण सितारे सोशलमीडिया से दूर होते जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- डिप्रेशन को लेकर पोस्ट लिखने के बाद पार्थ समथान ने उठाया ये कदम, पढ़ें खबर

Monsoon Special: नाश्ते में परोसें आलू परांठा

अगर आप नाश्ते में अपने बच्चों के लिए हैल्दी और टेस्टी डिश बनाना चाहती हैं तो आलू परांठा आपके लिए बेस्ट औप्शन हैं.

हमें चाहिए

डो की

–  2 कप गेहूं का आटा

–  2 बड़े चम्मच बेसन

–  1/2 छोटा चम्मच अजवाइन

ये भी पढ़ें- Monsoon Special: स्वाद और सेहत से भरपूर है ये ‘स्टफ्ड पनीर कुलचा’

–  2 बड़े चम्मच घी

–  थोड़ा सा पानी

–  2 छोटे चम्मच औयल

–  नमक स्वादानुसार.

बनाने के लिए फिलिंग की

–  2 बड़े उबले हुए आलू

– थोड़ा सा अदरक कद्दूकस किया हुआ

–  2-3 हरीमिर्चें कटी हुई

–  थोड़ी सी धनियापत्ती

–  1/2 छोटा चम्मच धनिया पाउडर

–  1 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर

–  1/2 छोटा चम्मच जीरा पाउडर

–  1/2 छोटा चम्मच सौंफ

–  थोड़ा सा प्याज बारीक कटा

–  1/4 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर

–  थोड़ा सा घी –  गार्निशिंग के लिए बटर

–  थोड़ा सा योगर्ट

–  अचार

–  नमक स्वादानुसार.

डो बनाने के लिए  

एक बाउल में आटा, बेसन और घी डाल कर मिलाएं. फिर इस में जरूरत के हिसाब से पानी डालते हुए नर्म आटा गूंधें. फिर इसे मलमल के कपड़े से ढक कर 20 मिनट के लिए एक तरफ रख दें.

ये भी पढ़ें- Monsoon Special: बच्चों के लिए बनाएं टेस्टी और हेल्दी पनीर भुरजी

फिलिंग की बनाने के लिए

एक बाउल में उबले हुए आलुओं को अच्छी तरह मैश कर के उस में फिलिंग की सारी बनाने के लिए मिलाएं. फिर तैयार आटे से बराबर आकार में लोइयां तैयार करें. अब लोई ले कर उसे चकले पर बेलते हुए उस में बीचोंबीच स्टफिंग भरें. फिर उसे पोटली के आकार में बांधते हुए उस पर से अतिरिक्त आटा हटा कर हलके हाथों से बेलें. फिर तवे को गरम कर के उस पर बेला हुआ परांठा डालें. परांठे को तब तक सेंकें जब तक कि वह ब्राउन न दिखने लगे. फिर बटर लगा कर दही और अचार के साथ गरमगरम सर्व करें.

फेस हेयर हटाने के लिए लेजर ट्रीटमेंट सही है या नही?

सवाल-

मेरे चेहरे पर बहुत ज्यादा बाल हैं. मैं लेजर ट्रीटमैंट कराना चाहती हूं. इस से कोई नुकसान तो नहीं होता है?

जवाब-

शरीर के अनचाहे बालों को हटाने के लिए लेजर ट्रीटमैंट का इस्तेमाल किया जाता है. इस ट्रीटमैंट के लिए इंटेंस पल्स्ड लेजर और इंटेंस पल्स्ड डाइऔक्साइड लेजर का इस्तेमाल किया जाता है. लेजर का चुनाव अलगअलग लोगों के लिए अलगअलग होता है. डाक्टर लेजर के जरीए अनचाहे बालों के फौलिकल्स को नष्ट कर देते हैं. लेजर हेयर रिमूवल में पिगमैंट नष्ट किया जाता है. लेजर हेयर रिमूवल के दौरान और बाद में खुजली जैसी परेशानी आ सकती है.

कभीकभी लेजर वाला हिस्सा जल भी जाता है. मगर यह जल्दी ठीक हो जाता है. किसीकिसी को हाइपरपिगमैंट की परेशानी आ सकती है, क्योंकि लेजर पिगमैंट को जलाती है. इस से स्किन का रंग अलगअलग हो सकता है. लेजर पसीने वाली ग्रंथियों पर भी, असर डाल सकती है.

ये भी पढ़ें- 

चेहरे पर अत्यधिक बाल होना कुछ महिलाओं के लिए बहुत बड़ी समस्या होती है. कुछ पार्लर इस से छुटकारा पाने के लिए वैक्सिंग कराने की सलाह देते हैं परंतु विशेषज्ञों का मानना है कि चेहरे पर वैक्सिंग कराना नुकसानदायक हो सकता है. चेहरे की स्किन बहुत मुलायम होती है तथा इसे कराने से समय से पहले झुर्रियां पड़ सकती हैं. यदि बाल मोटे हैं तो लेजर हेयर रिमूवल सर्वश्रेष्ठ विकल्प है. आप ब्लीचिंग का विकल्प भी चुन सकती हैं. वैक्सिंग से हेयर फॉलिकल्स को बहुत नुकसान पहुंचता है जिससे संक्रमण और सूजन हो सकती है. इसके कारण दाग भी पड़ सकते हैं, जिनका उपचार करना कठिन होता है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए-19 दिन 19 टिप्स: फेस पर वैक्स करने से पहले जरूर जान लें ये बातें

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें