स्वीट पोटैटो वैज करी

सामग्री

– 2 शकरकंदी उबली

– 2 बड़े चम्मच शिमलामिर्च कटी

– 1 प्याज कटा

– 1 हरीमिर्च कटी

– 1 बड़ा चम्मच पनीर चिली मसाला

– 1 बड़ा चम्मच तेल द्य 1/2 कप पानी

– नमक स्वादानुसार

बनाने की विधि

– कड़ाही में तेल गरम कर प्याज व शिमलामिर्च भूनें.

– शकरकंदी को छील कर टुकड़ों में काट कर डालें.

– नमक, हरीमिर्च, पनीर, चिली मसाला और 1/2 कप पानी डाल कर पकने दें.

– गाढ़ा होने पर गरमगरम परोसें.

पार्टनर संग बिताएं यहां क्वालिटी टाइम

अगर आपको हौलिडे डेस्टिनेशन ढूंढने में परेशानी हो रही है तो हम आपकी मदद के लिए लाए हैं ऐसे जगहों की लिस्ट जो अक्टूबर में घूमने के लिए बेस्ट हैं. खास बात यह है कि यहां आपको पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का काफी अच्छा मौका मिलेगा.

पचमढ़ी, मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी को सतपुड़ा की रानी भी कहा जाता है. यहां आप प्रकृति को नजदीक से महसूस कर पाएंगे. चारों ओर हरियाली के बीच गुफाओं से लेकर तालाब और झरने देखने पर आपकी थकान मिट जाएगी. पचमढ़ी में सनराइज देखने का एक्सपीरियंस भी आप कभी नहीं भुला पाएंगे. इसके साथ ही आप सतपुड़ा नेशनल पार्क भी जा सकते हैं.

कच्छ, गुजरात

गुजरात का कच्छ दुनियाभर में मशहूर है. यहां बड़ी संख्या में लोग छुट्टियां मनाने के लिए आते हैं. कच्छ में देखने और करने के लिए बहुत ऐसी चीजें हैं जो आपके एक्सपीरियंस को यादगार बना देगी. कच्छ में घूमने के लिए, कच्छ का रण, प्राग महल और आईना महल, कच्छ म्यूजियम, मांडवी और धौलावीरा बेस्ट हैं.

हम्पी, कर्नाटक

कर्नाटक राज्य के बेल्लारी जिले में स्थित बेहद खूबसूरत और ऐतिहासिक गांव हम्पी अक्टूबर में छुट्टियां मनाने के लिहाज से बेहतरीन है. हम्पी मध्यकालीन हिंदू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था. उस समय के कई मंदिर समूहों के अवशेष आज भी आपको यहां देखने को मिल जाएंगे. इन ऐतिहासिक जगहों पर घूमने के साथ ही दारोजी स्लोथ भालू अभ्यारण्य, तुंगभद्रा बांध और मतंग हिल भी ट्रैवल के लिए शानदार हैं.

जिरो घाटी, अरुणाचल प्रदेश

अरुणाचल प्रदेश स्थित जिरो घाटी अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है. यहां आप कपल या सोलो ट्रिप प्लान कर सकते हैं. जिरो घाटी जाने पर आप टैली घाटी वन्य जीव अभ्यारण्य, मेघना गुफा मंदिर, जिरो पुटो, पाइन बाग और डोलो-मांडो जरूर घूमें. इन जगहों पर आप रोमांच और शांति का अनुभव कर सकेंगे.

ऋषिकेश, उत्तराखंड

रोमांच से लेकर स्पिरिचुअल टूरिज्म के लिए ऋषिकेश से बेहतर जगह शायद ही कोई हो. अक्टूबर से फरवरी महीने के बीच यहां का तापमान 19 डिग्री से 27 डिग्री तक रहता है, जो घूमने के अनुभव को सुहाना बना देता है. अडवेंचर पसंद हैं तो आप रिवर राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं.

मोटापे से पाएं निजात

वजन कम करना अपनेआप में एक चैंलेंज है. यदि आप खानेपीने के मामले में जितनी कैलोरीज ले रही हैं, उतनी ही बर्न नहीं करती तो आप का वजन बढ़ना तय है. असल में बची हुई कैलोरीज हमारे शरीर में फैट के रूप में इकट्ठी होती है.

खानपान : शरीर का वजन बढ़ने में सब से बड़ा हाथ खानपान का है अगर हमारे खानेपीने में कैलोरी की मात्रा अधिक होगी तो वजन भी उतनी ही तेजी से बढ़ेगा. ज्यादा तलाभूना फूड, फास्डफू्ड, कोलड्रिंक आदि ऐसी चीजों का सेवन करने से हमारे शरीर में ज्यादा कैलोरी इकट्ठी हो जाती है.

हां अगर आप इस बात का ध्यान रखें की आप के शरीर को हर रोज कितनी कैलोरी की आवश्यकता है और आप उतनी ही कैलोरी लें रही है तो आप का वजन नहीं बढ़ेगा. और अगर आप की दिनचर्या में रोज फिजीकल एक्टीविटी कम और मैनटली ज्यादा होती है यानी कि आप कुर्सी पर बैठी रहती हैं तो वजन बढ़ेगा ही. इसलिए आप अपनी दिनचर्या में फिजीकल एक्टीविटी शामिल करें जैसे की लिफ्ट की जगह सीढि़यों का प्रयोग करें. कोई खेल जैसे बैडमिंटन आदि खेलें.

अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखें तो आप अपना वजन कंट्रोल में रख सकती हैं.

  • हर रोज 45 मिनट टहलिए. हर रोज 30 मिनट टहलने से आप का वजन नहीं बढेंगा परंतु अगर आप अपना वजन कम करना चाहती हैं तो 45 मिनट टहलना चाहिए.
  • अपने खाने में टमाटर, लौकी, खीरा आदि अधिक शामिल करें.
  • चायकौफी बनाने के लिए स्कीम मिल्क इस्तेमाल करें. जिस में कि कैल्शियम ज्यादा और कैलोरीज कम होती है.
  • बाहर का खाना खाने से बचे. बाहर के खाने में ज्यादा हाई फैट और हाई कैलोरीज होती है.
  • धीरेधीरे खाएं. जब भूख लगे तभी खाए.
  • जूस पीने की जगह फल खाएं. फल आप की भूख को कम करेगा और आप कम खाएंगी.
  • ज्यादा से ज्यादा चलें, आसपास पैदल जाएं. मेट्रो स्टेशन से औफिस अगर 10-15 मिनट की दूरी है तो पैदल ही जाने की कोशिश करें.
  • नींबू और शहद का प्रयोग करें, रोज सुबह हल्के गुनगुने पानी के साथ नींबू शहद लें.
  • जितनी भूख है उस से कम खाएं. जबरदस्ती पेट न भरे.
  • भरपूर नींद लें. जब हम सोते हैं तो शरीर रिलैक्स मोड में रहता है. जो लोग पूरी नींद नहीं लेते है उन की बौड़ी का सिस्टम डिस्टर्ब हो जाता है, हारमोंस डिसबैंलंस हो जाते हैं, इस का असर शरीर पर पड़ता है और मोटापा बढ़ता है.

वजन कम करने के लिए आप को थोड़ा धैर्य रखना होगा, और आप वजन कम करने के लिए जो कुछ भी कर रही हैं उस पर यकीन रखना होगा.

मैं कोई रईस बाप का बेटा नहीं : नवाजुद्दीन सिद्दीकी

हिंदी फिल्म ‘शूल’ और ‘सरफरोश’ से अभिनय कैरियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरपुर जिले के बुधाना कस्बे के एक किसान परिवार से हैं. अभिनय की इच्छा उन्हें बचपन से ही थी. यही वजह थी कि विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल औफ ड्रामा से भी स्नातक की शिक्षा पूरी की और थिएटर में अभिनय करने लगे. शुरुआत में उन्होंने कई बड़े और छोटे फिल्मों में काम किया, पर वे अधिक सफल नहीं रहे. असली पहचान उन्हें फिल्म पिपली लाइव, कहानी, गैंग्स औफ वासेपुर, लंचबौक्स जैसी फिल्मों से मिली. साधारण कदकाठी के होते हुए भी उन्होंने फिल्मों में अपनी एक अलग पहचान बनायीं. अभी उनकी फिल्म ‘फोटोग्राफ’ रिलीज पर है. जिसे लेकर वे काफी उत्सुक हैं. पेश है कुछ अंश.

इस फिल्म में आपकी चुनौती क्या रही?

इसमें अपने आपको साधारण रखना ही चुनौती थी. निर्देशक रितेश बत्रा ने मुझे एक आम फोटोग्राफर की तरह लुक रखने को कहा, जो मेरे लिए आसान नहीं था, क्योंकि एक्शन बोलते ही एक्टिंग का सुर लग जाता है और उसी को निर्देशक ने दबाया है. एक्टिंग न करना ही इसमें चुनौती रही. जब हम कैजुअल होते थे, तभी निर्देशक उसे शूट करता था.

आपने इस चरित्र के लिए क्या-क्या तैयारियां की है?

गेट वे औफ इंडिया से कई फोटोग्राफर को बुलाया गया और उनके काम को मैंने नजदीक से देखा और पाया कि कैसे वे पूरा दिन काम करते हैं, दोपहर तक कैसे थक जाते हैं आदि सभी को फिल्म में दिखाने की कोशिश की गयी है.

आपने पहला पोर्टफोलियो कब बनाया था?

मैं साल 2000 में मुंबई आ गया था. उस समय मेरे पास पैसे नहीं थे, इसलिए वर्ष 2003 में मैंने पहला पोर्टफोलियो बनाया था.

इस फिल्म में दिखाए गए बेमेल रिलेशनशिप पर आप कितना विश्वास रखते हैं?

ऐसे रिश्ते बहुत होते हैं और इसमें मैं विश्वास रखता हूं. फिल्मों में उन्ही घटनाओं को दिखाया जाता है, जो रुचिकर और अलग हो. जिसमें ड्रामा होता है. इसमें एक पड़ाव है कोई ड्रामा नहीं है.

शादी का प्रेशर आप पर कितना था और अपने रिश्ते को परिवार तक कैसे ले गए?

मुझपर अधिक शादी का प्रेशर नहीं था. मैंने अपने रिश्ते को बताया और उन्होंने हां कर दी.

आपकी फिल्में लगातार आ रही हैं क्या आपको ओवर एक्सपोज होने का डर नहीं है?

मैंने अपने जीवन में थिएटर में 211 चरित्र निभाए हैं. 200 नाटक किये हैं और रियल लाइफ में मैंने तकरीबन 3 हजार लोगों को औब्जर्व किया है, क्योंकि जब मेरे पास काम नहीं था. आगे के सौ साल भी मेरे लिए कोई मुश्किल नहीं, क्योंकि मेरे पास मसाला बहुत है. मैंने हर तरह के लोगों के साथ मिलकर समय बिताया है, मैं कोई रईस बाप का बेटा नहीं हूं, जिसे आस-पास के बारें में पता न हो.

क्या आपको लगता है कि अभी फोटोग्राफ की कोई एल्बम नहीं बनती, जिसे देखकर पुरानी बातों की यादें ताजा की जा सके?

ये सही है कि अब यादें जल्दी धुंधली पड़ जाती है, क्योंकि मोबाइल और उसकी तस्वीरें अधिक दिनों तक नहीं रहती, पर जमाना ऐसा है और लोग इसे ही पसंद कर रहे हैं. तस्वीरों की एल्बम होना आवश्यक है, जिसे आप बाद में याद कर सकें.

आपने खेतिहर किसानों के लिए अपने गांव में काफी सारा काम किया है, अभी वह कैसा चल रहा है?

मैंने डेढ़ साल से गांव में जाना कम कर दिया है. मेरा किसान भाई आधुनिक तरीके से खेती कर रहा है, जिसमें कम पानी में अधिक फसल उगाई जा सकती है. इसके लिए अधिक से अधिक प्रयोग किसानों को करना जरुरी है, क्योंकि हमारे यहां ट्यूबवेल से जो पानी आता है. उसका लेवल कम हो रहा है. पहले जब मैं खेती करता था तो 80 फीट पर पानी आ जाता था. अब 400 फीट पर पानी आता है. मैं चाहता हूं कि किसानों में इस बारें में जागरूकता बढे. अभी हमारे गांव के आसपास के क्षेत्र में काम हो रहा है, आगे और अधिक काम करने की इच्छा है.

आप स्टारडम को कितना एन्जाय करते हैं?

मैं अभी काम कर रहा हूं, स्टारडम को एन्जाय करने का समय नहीं है.

क्या दूसरे भाषाओं की फिल्में करने की इच्छा है?

मैं अच्छी किसी भी भाषा की कहानी को करना पसंद करता हूं.

अभी आप अपने व्यक्तित्व में क्या परिवर्तन पाते हैं?

मेरी पर्सनालिटी कभी कुछ खास नहीं थी. मैंने सोच रखा था कि मुझे जो काम मिलेगा, उसे मैं करता रहूंगा. मेरा कोई ड्रीम नहीं था, उसकी कोई शुरुआत भी नहीं थी, पर अब मैं खुश हूं.

मधुरा नायक ने सोशल मीडिया पर बिखेरा बोल्ड अदाओं का जलवा

सोशल मीडिया पर अपनी कई हौट और बोल्ड तस्वीरे शेयर करने के बाद टीवी अभिनेत्री मधुरा नायक चर्चा में आ गई हैं. बता दें कि मधुरा स्टार प्लस के मशहूर सीरियल ‘दीया और बाती हम’ की अगली कड़ी ‘तू सूरज, मैं सांझ पियाजी’ में संस्कारी महिला ‘पालोमी’ की भूमिका निभा रही हैं.

 

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मगर ये टीवी अभिनेत्री असल जिंदगी में अपने छोटे पर्दे के अपने किरदार से काफी अलग और बोल्ड हैं. इस बात पर यकीन करने के लिए मधुरा की हालिया तस्वीर ही काफी है जिसे उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है.

 

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मधुरा टीवी इंडस्ट्री की उन ग्लैमर अभिनेत्री में से एक हैं जो अपनी एक्टिंग के साथ साथ अपनी खूबसूरती के लिए भी मशहूर हैं. कुछ दिनों पहले पूल के किनारे मधुरा का बोल्ड अंदाज उनके फैंस को काफी पसंद आया था. मधुरा की इन तस्वीरों पर उनके फैंस लाइक और कमेंट करते नहीं थकते हैं.

 

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मधुरा ने बोल्ड तस्वीरों को शेयर करने का सिलसिला जारी रखा है और वह लगातार अपनी बोल्ड तस्वीरों को अपने चाहने वालों के बीच शेयर करती रहती हैं. मधुरा एक लंबे समय से टीवी इंडस्ट्री का हिस्सा रही है. वह कई हिट शो जैसे ‘विदाई’, ‘दिल मिल गए’, ‘नागिन’ जैसे अन्य मशहूर सीरियलों का हिस्सा रह चुकी हैं.

दवाइयों से डिप्रेशन का इलाज संभव नहीं

आज की लाइफस्टाइल के कारण लोगों में डिप्रेशन का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इसके इलाज के लिए बहुत से लोग तरह तरह के उपाय करते हैं. बहुत से लोगों का मानना है कि केवल डाइट बदल देने से ये परेशानी दूर हो सकती है. कई लोग दवाइयों पर ज्यादा भरोसा करते हैं और कई तरह की दवाइयां लेने लगते हैं. इन सब के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं होता तो उनकी मानसिक हालत और खराब होने लगती है. हाल ही में एक नई स्टडी में दावा किया गया कि दवाइयों से डिप्रेशन को ठीक नहीं किया जा सकता है.

अमेरिका के एक जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट की माने तो न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट आपने डिप्रेशन को ठीक नहीं कर सकता. इस नतीजे पर पहुंचने के लिए एक शोध किया गया, जिसमें उन लोगों को शामिल किया गया जिन्हें डिप्रेशन है नहीं पर भविष्य में हो सकता है. स्टडी में करीब 1000 लोगों को शामिल किया गया. इस स्टडी को करीब एक साल तक किया गया. इसमें कुछ लोगों को न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट दिया गया. जबकि कुछ को प्लेसबो और कुछ लोगों को लाइफस्टाइल कोचिंग दी गई.

स्टडी का परिणाम किसी भी तरह से सकारात्मक नहीं था पर इसका नीचोड़ ये जरूर था कि डाइट में परिवर्तन और बिहेवियरल थेरेपी डिप्रेशन को कुछ हद तक कम करने में सक्षम है. जानकारों की माने तो डिप्रेशन अब एक बेहद समान्य सी परेशानी बन गई है. बहुत से लोग इसके चपेट में हैं. न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट लेने से लोगों में डिप्रेशन कम तो नहीं होता पर ये जरूर है कि डाइट में परिवर्तन करने से इसे कुछ हद तक कम जरूर किया जा सकता है. इस पर अभी और अधिक शोध करने की जरूरत है.

डाइट में फल, ताजी सब्जियां, दाल मछली और डेरी उत्पादों को डाइट में शामिल कर इस परेशानी से नीजात पाई जा सकती है. जो लोग मोटापे से परेशान हैं, वो अपना वजन कम कर के डिप्रेशन की तीव्रता कम कर सकते हैं.

अपने सपने को देखना कभीबंद न करें : फाल्गुनी नायर

सब से अच्छे और गुणवत्ता वाले ब्यूटी प्रोडक्ट्स तथा जो हर जगह आसानी से ग्राहकों को मिलें, इसी सोच के साथ 2012 में सफल बैंकर से व्यवसायी वूमन बनीं फाल्गुनी नायर ने ‘नायका डौटकौम’ की स्थापना की. आज वे एक सफल महिला उद्यमी बन चुकी हैं.

फाल्गुनी ने इंडियन ब्यूटी इंडस्ट्री के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है, जिस की वजह से उन्हें 2018 में ‘फौर्च्यून इंडिया’ की ‘50 मोस्ट पावरफुल वूमन इन बिजनैस’ में शामिल किया गया.

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इस के अलावा उन्हें ‘वूमन अहैड अवार्ड’ सहित और कई प्रसिद्ध पुरस्कारों से नवाजा गया है. उन से हुई बातचीत के अंश प्रस्तुत हैं:

इस क्षेत्र में आने की प्रेरणा कहां से मिली?

जब मैं ट्रैवलिंग के दौरान मल्टीब्रैंड स्टोर जाती थी, तो हमेशा मुझे ग्राहकों और उन की जरूरत के ब्यूटी प्रोडक्ट्स के बीच एक फासला महसूस होता था, क्योंकि हर ग्राहक को एक स्थान पर सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स नहीं मिलते थे. मैं ने इसी पर काम किया, जिस में हमारी पूरी टीम ने सहयोग दिया. ग्राहकों को भी हमारा कौंसैप्ट पसंद आया और फिर ई कौमर्स की बढ़ती पौपुलैरिटी को देख कर हम ने औनलाइन बिक्री की योजना बनाई, जिस में एक ही प्लेटफार्म पर ग्राहकों को सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स पूरी जानकारी के साथ मिलें.

इस क्षेत्र में क्या चुनौतियां होती हैं?

इस में अपनी ग्रोथ को हमेशा आगे बढ़ाते रहने की जरूरत होती है. जैसेजैसे ग्राहक बढ़ते हैं, हमें अपनी भंडारण क्षमता को बढ़ाना, डिलिवरी को चुस्त बनाना और ग्राहकों के अनुभव को जानना बहुत जरूरी हो जाता है. मगर ऐसे किसी भी काम के लिए सही टीम और रिसोर्स का होना आवश्यक है.

आप के प्रोडक्ट्स बाकी ब्यूटी प्रोडक्ट्स की तुलना में कितने किफायती और गुणवत्ता वाले हैं?

प्रोडक्ट सही हो इस की जांच पूरी टीम करती है, क्योंकि मैं हमेशा हर उत्पाद की गुणवत्ता और शुद्धता पर विश्वास रखती हूं, इसलिए मैं ने हर प्रोडक्ट के साथ उस की पूरी जानकारी भी औनलाइन मुहैया करवाई है. इस के अलवा हर उत्पाद के रिव्यू को भी मैं देखती हूं. अभी हमारे साथ 1 हजार ब्रैंड जुड़े हैं और 1 लाख प्रोडक्ट्स औनलाइन उपलब्ध हैं.

हर महिला का काम करना कितना जरूरी है?

हर महिला को कुछ न कुछ करते रहना चाहिए. ‘नायका’ का अर्थ है ‘वन इन स्पौटलाइट.’ मुझे महिलाओं से कहना है कि वे अपने सपने को कभी देखना बंद न करें. अपनेआप को सामाजिक दायरे में कभी कैद न करें. हम महिलाओं की उन के उद्देश्य तक पहुंचने में मदद करते हैं. बाहर निकलने के लिए उन्हें सिर्फ साहस की जरूरत है. थोड़े ही दिनों बाद वे खुद देख सकती हैं कि उन्होंने जो अपने बारे में सोचा था, उस से भी कहीं अधिक वे कामयाब हुईं.

महिला सशक्तीकरण की दिशा में अपने व्यवसाय के जरीए क्याक्या करती हैं?

वूमन ऐंपावरमैंट को मनाने के लिए हम ने टीवी पर एक कैंपेन ‘हसीन तू हसीन दिन’ शुरू किया है. इस में दिखाया गया है कि महिलाओं ने कितनी सुंदरता के साथ स्टीरियोटाइप इमेज को छोड़ कर अपनी एक सफल दुनिया बनाई.

आज की महिला अपनी सुंदरता को ले कर कितनी जागरूक हैं?

आजकल महिलाएं नए उत्पाद को परखना पसंद करती हैं और ‘नायका’ ने इस दिशा में उन्हें संतुष्ट किया है. हम ग्राहक के विश्वास को मजबूती देते हैं और उसे प्रोडक्ट रिव्यू, गाइड, वीडियो और ब्लौग्स के द्वारा शिक्षा प्रदान करते हैं ताकि उन्हें सही स्किन टोन के साथ सही फाउंडेशन, फेस पाउडर, लिपस्टिक आदि का ज्ञान हो. ‘ब्यूटी बुक’ और ‘ब्यूटी नो हाऊ’ इसी दिशा में काम करते हैं.

काम के साथ अपने परिवार की देखभाल कैसे करती हैं?

मुझे हमेशा पूरे परिवार का सहयोग मिला है, जिस से काम में कोई मुश्किल नहीं आई. मेरी बेटी भी मेरे व्यवसाय में बहुत हाथ बंटाती है.मुझे उस के नए विचार भी मिल रहे हैं, जिस से मैं खुश हूं.

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मैं 20 साल की हूं. मैंने अपने प्रेमी के साथ 3 महीने पहले सैक्स किया था. उस के ठीक 2 दिन बाद मुझे माहवारी हुई थी, लेकिन उसके बाद नहीं हुई. कहीं मैं पेट से तो नहीं हो गई हूं.

सवाल
मैं 20 साल की लड़की हूं. मैंने अपने प्रेमी के साथ 3 महीने पहले सैक्स किया था. उस के ठीक 2 दिन बाद मुझे माहवारी हुई थी और उस के बाद भी 2 महीने तक माहवारी हुई, लेकिन चौथे महीने माहवारी नहीं हुई. कहीं मैं पेट से तो नहीं हो गई हूं?

जवाब
हमबिस्तरी के बाद आप को 3 बार माहवारी आ चुकी है. इस का मतलब है कि आप पेट से नहीं हैं. इस बार माहवारी में देरी होने की वजह कुछ और हो सकती है. परेशान न हों, कुछ दिनों में आप को माहवारी हो जाएगी. इस उम्र में ऐसा होता रहता है. ज्यादा दिक्कत हो तो किसी माहिर डाक्टर से सलाह लें.

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प्यार के बदले सैक्स नहीं

प्यार एक गहरा और खुशनुमा एहसास है. जब किसी से प्यार होने लगता है तो हम शुरुआत में अकसर उस की सकारात्मक चीजें ही देखते हैं. उस समय हमें अपना अच्छाबुरा कुछ समझ नहीं आता और यही वह खुमारी होती है जब हम प्रेमी के प्यार के बदले में उस की हर जायजनाजायज मांग भी पूरी करने लगते हैं. लेकिन कुछ पल ठहर कर एक बार सोच लें कि कहीं आप प्रेमी को प्यार के बदले अपना शरीर तो नहीं सौंप रही हैं. अगर ऐसा है तो संभल जाइए, क्योंकि यह सही नहीं है. यह वक्त सिर्फ प्यार करने का है, सैक्स तो शादी के बाद भी हो सकता है. इस में आखिर इतना उतावलापन और जल्दबाजी क्यों?

प्यार को प्यार ही रहने दें

प्यार एक खूबसूरत एहसास है, इसे दिल से महसूस करें न कि शरीर से. एकदूसरे के साथ समय बिताएं, एकदूसरे को समझें, प्यारभरी बातें करें, भविष्य के सपने बुनें, एकदूसरे की केयर करें, अपनेपन का एहसास साथी के मन में जगाएं, उसे विश्वास दिलाएं कि आप उस के लिए एकदम सही जीवनसाथी साबित होंगे. अपने कैरियर पर ध्यान दें. खुद खुश रहें और साथी को भी खुश रखें. यह वक्त बस यही करने का है बाकी जो भावनाएं हैं उन्हें शादी के बाद के लिए बचा कर रखें.

प्यार में आकर्षण बना रहेगा

अगर आप किसी से प्यार करती हैं और सैक्स नहीं किया है तो सैक्स को ले कर चाह और एक आकर्षण बना रहने के कारण साथी के प्रति खिंचाव हमेशा बना रहेगा, लेकिन एक बार सैक्स हो जाने के बाद कोई नयापन नहीं रहेगा और वह आकर्षण जो आप को एकदूसरे के प्रति खींचता था, खत्म हो जाएगा.

अपराधबोध नहीं होगा

एक बार संभोग करने के बाद उसे बदला नहीं जा सकता. कई बार बाद में पता चलता है कि प्रेमी आप के लिए सही नहीं है तब वक्त से पहले संबंध बना लेने का अपराधबोध होता है. इसलिए जरूरी है कि जब तक पूरी तरह से आश्वस्त न हो जाएं तब तक संबंध न बनाएं.

उत्सुकता बनी रहेगी

जब कोई भी काम समय पर करते हैं तो उस का आनंद ही अलग होता है, लेकिन जब आप सैक्स शादी से पहले ही कर लेते हैं तो इसे ले कर कोई उत्सुकता नहीं रहती. यदि सैक्स न करने से आप की उत्सुकता बनी रहती है तो बेहतर है इसे शादी तक न किया जाए.

यौन रोगों से बचे रहेंगे

सैक्स के प्रति लापरवाही यौन रोग होने का खतरा काफी हद तक बढ़ा देती है. उस समय आप की प्राथमिकताएं शारीरिक आकांक्षाओं को पूरा करना होता है, लेकिन सैक्स करते समय किनकिन सावधानियों का खयाल रखना चाहिए यह बात आप सोचते नहीं हैं और गंभीर बीमारी की गिरफ्त में आ जाते हैं.

सच्चे प्यार में सैक्स का कोई मतलब नहीं

सच्चा प्यार किसी को देखते ही नहीं हो जाता, यह एकदूसरे को जानने और समझने के बाद होता है. सच्चे प्यार में कोई जल्दबाजी नहीं होती, इस में ठहराव होता है. एकदूसरे की आपसी अंडरस्टैंडिंग होती है, एकदूसरे पर भरोसा होता है, एकदूसरे की कद्र होती है. सच्चा प्यार हमेशा के लिए होता है. इस में प्रेमी एकदूसरे से दिल की गहराइयों से जुड़े होते हैं. एकदूसरे के प्रति अपनीअपनी जिम्मेदारियों का एहसास होता है इसलिए उन्हें पता होता है कि सैक्स का सही समय शादी के बाद ही है और ऐसा करने के लिए वे एकदूसरे पर जोर भी नहीं डालते, क्योंकि इस के लिए इंतजार करना भी उन के इसी सच्चे प्यार का एक अहम हिस्सा होता है.

प्रेमी की पहचान करने का सही वक्त

यदि प्रेमी बारबार आप से शारीरिक संबंध बनाने पर जोर दे रहा है तो इस का मतलब उसे आप से ज्यादा इंट्रस्ट संबंध बनाने में है. उसे आप की भावनाओं का खयाल रखते हुए शादी तक इस चीज के लिए सब्र रखना चाहिए, लेकिन अगर वह ऐसा नहीं कर पा रहा है तो या तो उस की नीयत में खोट है या फिर वह आप का साथ निभाने के काबिल ही नहीं है.

सैक्स के नुकसान

बोरियत हो जाएगी

कुछ लोगों के लिए सैक्स ही सबकुछ होता है और जब उन्हें उस की पूर्ति हो जाती है तो उन की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं और फिर उन्हें प्रेमिका में कोई रुचि नहीं रहती. उन्हें उस के साथ समय बिताने, घूमने, हंसीमजाक करने में बोरियत लगने लगती है. ऐसे में रिश्ते का लंबे समय तक खिंच पाना मुश्किल हो जाता है.

प्रैग्नैंट हो गईं तो मुश्किल

बाजार में कई तरह के गर्भनिरोधक उपलब्ध हैं, लेकिन कई बार वे भी पूरी तरह से सक्षम नहीं होते. कई बार आप को पता भी नहीं चलता कि आप गर्भवती हैं और जब पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. इस के बाद मानसिक परेशानी का ऐसा दौर शुरू होता है जो आप को अंदर तक तोड़ कर रख देता है.

शादी न हुई तो दिक्कत

आज सारी परिस्थितियां आप के पक्ष में हैं और आप को लग रहा है कि आप के प्रेमी से ही आप की शादी होगी, लेकिन समय बदलते देर नहीं लगती, हो सकता है कल परिस्थितियां कुछ और हों. आप दोनों की किन्हीं कारणों से शादी न हो पाए, तो फिर क्या करेंगी?

जिस के साथ आप की शादी होगी अगर उस को आप के शादी से पहले के संबंधों के बारे में पता चल गया तो जिंदगी दूभर हो जाएगी या फिर हमेशा आप डरती रहेंगी कि कहीं यह बात खुल गई तो? ऐसे में आप शादी के बाद के खूबसूरत पलों को ढंग से ऐंजौय नहीं कर पाएंगी.

रिश्ते से बाहर आना मुश्किल

अगर आप अपने बौयफ्रैंड के साथ बिना संबंध बनाए डेट कर रहे हैं और आप को लगता है कि आप दोनों इस रिश्ते को आगे बढ़ाने में सहमत नहीं हैं तो रिश्ता खत्म करना आप के लिए काफी आसान होता है, लेकिन एक बार शारीरिक संबंध बन जाने के बाद उस रिश्ते से बाहर आना भावनात्मक और सामाजिक स्तर पर बहुत कठिन हो जाता है.

मलाल न हो

आप जिस व्यक्ति के साथ संबंध बना रही हैं वह आप के लिए काफी महत्त्वपूर्ण होना चाहिए. केवल शारीरिक जरूरतें पूरी करने के लिए संबंध बनाना सही नहीं है.

ब्लैकमेलिंग का शिकार न हों

कई बार देखने में आता है कि जिस पर हम सब से ज्यादा भरोसा करते हैं वही हमारा विश्वास तोड़ता है. आएदिन अखबार ऐसी सुर्खियों से भरे रहते हैं कि प्यार करने के बाद सैक्स किया, फिर धोखा दिया. अकसर प्रेमी इस तरह की वारदात को अंजाम देते हैं इसलिए अगर बौयफ्रैंड धोखेबाज निकला और उस ने आप का कोई वीडियो बना लिया और फिर इस के जरिए आप को ब्लैकमेल करने लगा तो फिर क्या होगा?

माना कि आप का बौयफ्रैंड ऐसा नहीं है पर यह काम उस का कोई दोस्त या कोई अनजान भी तो कर सकता है, तब क्या करेंगी? किस से मदद मांगेंगी? इसलिए ऐसा काम करना ही क्यों, जिसे करने के बाद परेशानी भुगतनी पड़े. इसलिए तमाम बातों को ध्यान में रख कर ही आगे कदम बढ़ाएं अन्यथा ताउम्र इस का दंश झेलना पड़ेगा.      

 

मात्र 30 रुपये की सेविंग और आप बन सकती हैं करोड़पति

नौकरी करने के साथ आप अगर बचत के बारे में नहीं सोचती हैं तो आपको भविष्य में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन अगर आप सही समय पर सही जगह पर निवेश करती हैं तो आपको अपने भविष्य के बारे में चिंता करने की जरुरत नहीं है.

अगर आप रोजाना 30 रुपए भी बचाती हैं तो रिटायरमेंट की उम्र तक 1 करोड़ से ज्यादा की पूंजी एकत्र कर सकती हैं. दरअसल छोटी सी रकम को भी अगर लंबी अवधि तक निवेश किया जाए तो चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Intrest) के कारण छोटा सा निवेश बड़ी पूंजी में तब्दील हो जाता है.

कैसे और कहां करें निवेश

अगर आप की उम्र 20 साल की है और आप रोजाना 30 रुपए बचाती हैं तो आप करोड़पति बन सकती हैं. 30 रुपए प्रतिदिन बचाने से आपके पास महीने में 900 रुपए की पूंजी हो जाएगी. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अब इस पैसे को हर माह सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में निवेश करें.

अगर आपका फंड सालाना 12.5 प्रतिशत का रिटर्न देता है तो आप 40 साल के बाद 60 साल की उम्र में करोड़पति बन जाएंगी. 12.5 प्रतिशत का रिटर्न मिलने पर निवेशकर्ता 40 साल में 1 करोड़ से ज्यादा की पूंजी इकट्ठा कर सकता है.

अगर आप कम समय में ज्यादा रकम एकत्र करना चाहते हैं तो आपको रोजाना जमा करने वाले पैसे की कीमत बढ़ानी होगी. आप अपनी सुविधा से प्रतिदिन एक निश्चित अमाउंट सेव कर सकते हैं. हालांकि निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से अवश्य सलाह लेनी चाहिए.

कहां कर सकते हैं निवेश

myinvestmentideas.com की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ म्यूचुअल फंड्स के बारे में बताया गया था कि जिन पर लंबे समय की अवधि में निवेश करके अच्छा लाभ कमाया जा सकता है. साल 2017 में इन फंड्स में पैसा लगाना आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है. आइए नजर डालते कुछ फंड्स की परफौर्मेंस पर. प्रिंसिपल इमरजिंग ब्लू चिप फंड ने पिछले साल 17.5% का सालाना रिटर्न दिया था. वहीं, 3 और 5 साल में इस फंड का रिटर्न क्रमश: 31.7 और 27.5 प्रतिशत रहा. दूसरा फंड L&T इंडिया वैल्यू फंड है, जिसका पिछले एक साल में 16.8 प्रतिशत का रिटर्न दिया.

तू तो नामर्द निकला

अनिल और श्रुति का कई महीने से मिलनाजुलना था. वे दोनों इस रिश्ते को अब शादी में बदलना चाहते थे. एक दिन श्रुति ने उस से कहा कि शादी से पहले वह अनिल के साथ एक बार हमबिस्तर होना चाहती है, लेकिन अनिल शादी से पहले हमबिस्तर होने के पक्ष में नहीं था. दरअसल, श्रुति नहीं चाहती थी कि उसे शादी के बाद सैक्स संबंधों को ले कर किसी तरह की समस्या झेलनी पडे़, लेकिन जब अनिल श्रुति की दलील सुनने को तैयार नहीं हुआ तो श्रुति को अनिल की मर्दानगी पर कुछ शक होने लगा.

अब श्रुति अनिल को परखना चाहती थी. इसलिए उस ने अनिल के साथ एक दिन बाहर घूमने का प्रोग्राम बनाया और दोनों एक पिकनिक स्पौट पर साथसाथ एक ही कमरे में रुके, जहां श्रुति ने अनिल के साथ छेड़छाड़ शुरू की, लेकिन इस का अनिल पर कोई असर नहीं हुआ. वह अनिल को सैक्स संबंध बनाने के लिए खुला औफर दे रही थी, लेकिन अनिल के सैक्स के नाम पर दूर भागने से उस के मन में शक का कीड़ा कुलबुलाने लगा.

श्रुति ने कहा कि अगर उस ने उस के साथ सैक्स करने से इनकार किया तो वह लोगों से चिल्ला कर कहेगी कि होटल के कमरे में उसे अकेला पा कर उस ने जबरदस्ती करने की कोशिश की है. आखिर अनिल भी श्रुति के सामने अपने कपडे़ उतारने को तैयार हो गया, लेकिन लाख प्रयासों के बाद भी अनिल सैक्स के मामले में फुस्स साबित हुआ तो श्रुति का गुस्सा सातवें आसमान पर था, क्योंकि उसे अनिल के नानुकुर का राज पता चल चुका था. वह बोली कि तुम अपनी नामर्दी की बात जानते हुए भी मुझ से यह बात छिपाते रहे. तुम ने प्यार के नाम पर मेरे साथ धोखा किया है.

नामर्दी छिपाने के लिए की जाती है शादी

नामर्दी के मामले में होने वाली शादियां भी अकसर धोखे से ही की जाती हैं, जिस का बाद में खुलासा होना निश्चित होता है. फिर भी नामर्दी के शिकार लोग कालेज में घंटों लड़कियों का इंतजार करने व उन पर डोरे डालने से बाज नहीं आते और जब बात प्यार व सैक्स तक पहुंचती है तब वे अपने पार्टनर के साथ सैक्स करने में आनाकानी करते हैं, ज्यादातर मामलों में शादी से पहले सैक्स संबंध स्थापित न हो पाने की वजह से उस के होने वाले जीवनसाथी को यह पता ही नहीं चलता कि जो व्यक्ति उस के साथ अपनी मर्दानगी की बड़ीबड़ी बातें कर रहा है वह बिस्तर पर जाने के बाद फुस्स साबित होगा.

रिचा के मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ. डाक्टरी की पढ़ाई के दौरान ही वह अपने सहपाठी से प्रेम कर बैठी और बाद में दोनों ने शादी कर ली, लेकिन जब शादी की पहली रात रिचा के लाख प्रयास के बाद भी उस का पति संबंध नहीं बना पाया तो उस ने पति से कहा कि जब उसे पता था कि वह नामर्द है तो फिर मुझे धोखे में रख कर शादी क्यों की? उस के पति राजेश ने उसे विश्वास दिलाया कि उस की यह नामर्दी अस्थायी है जो कुछ दवाओं से दूर हो सकती है, चूंकि रिचा और राजेश मैडिकल सैक्टर से ही थे, इसलिए उन्होंने इस बात को सावधानी से लिया और राजेश आज अपनी अस्थायी नामर्दी से मुक्ति पा कर सफल वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहा है.

चूंकि रिचा एक डाक्टर थी इसलिए उसे पता था कि नामर्दी क्या होती है और उस का निदान किस तरह से संभव है, लेकिन ज्यादातर नामर्दी के मामलों में समस्या को दूर नहीं किया जाता. ऐसे में स्थिति तलाक तक पहुंच जाती है या फिर महिला के अपने पति के अलावा किसी दूसरे के साथ शारीरिक संबंध स्थापित हो जाते हैं, जो आगे चल कर हत्या या आत्महत्या का कारण भी बन जाता है.

सौम्या के मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ. उस ने कालेज लाइफ में एक युवक से प्रेम किया और उस की रजामंदी से शादी भी हो गई, लेकिन शादी की पहली रात जब सौम्या का पति उस से सैक्स संबंध न बना पाया तो सौम्या और उस के पति में तूतू मैंमैं हो गई और वह बोली कि जब तुम नामर्द थे तो तुम ने मुझ से प्रेम क्यों किया और यह बात छिपा कर शादी क्यों की.

शादी के दूसरे दिन ही सौम्या ने अपने सासससुर से कहा कि वह उन के बेटे से तलाक लेना चाहती है, क्योंकि वह नामर्द है.

सौम्या के मामले में उस का पति शादी न कर के अपनी किरकिरी से बच सकता था, लेकिन शादी के लिए उस ने नामर्दी की बात छिपा कर लोगों में अपनी जगहंसाई कराई, जिस की वजह से वह घोर मानसिक निराशा का शिकार हो गया.

इस तरह के तमाम मामले सामने आते हैं, जिस में युवकों द्वारा युवतियों से धोखे से शादी कर ली जाती है और बाद में पता चलता है कि उस के अंग में या तो तनाव ही नहीं आता या फिर वह सैक्स से पहले ही स्खलित हो जाता है.

शादी से पहले सैक्स संबंध

भारत में शादी से पहले सैक्स संबंध बनाना गलत माना जाता है. ऐसे में जब शादी हो जाए और बिस्तर पर जाने के बाद यह पता चले कि जिस मर्द के साथ उस की शादी हुई है वह नामर्द है तो शादी से पहले संजोए गए उस के सारे सपनों पर न केवल पानी फिर जाता है बल्कि वैवाहिक जीवन भी बरबाद हो जाता है. ऐसे में अगर युवती ने अपने होने वाले पति के साथ शादी से पहले सैक्स संबंध बनाए हैं तो निश्चित ही उस का वैवाहिक जीवन सुखमय बीतेगा, क्योंकि उसे यह पता होता है कि वह जिस के साथ शादी करने जा रही है उस के साथ सैक्स संबंध सफल होंगे या नहीं.

कालेज लाइफ के दौरान प्यार हो जाना आम बात है और ज्यादातर मामलों में प्यार शादी में बदल जाता है. ऐसे में प्यार करने वाले युवकयुवती में शादी से पहले सैक्स संबंध बन जाना आम बात है. इसे आमतौर पर अच्छा भी माना जा सकता है, क्योंकि इस तरह से शादी करने में धोखे की आशंका एकदम समाप्त हो जाती है.

शादी से पहले अपने होने वाले पति के सैक्स की जानकारी रखना हर महिला का अधिकार होना चाहिए और यह बिना सैक्स संबंध बनाए संभव नहीं है. इसलिए पुराने दकियानूसी खयालों से निकल कर युवाओं को इस की पहल करनी होगी.

नपुंसकता के कारण

सैक्स संबंध में संतुष्टि के मानदंडों का आकलन करना कठिन है, लेकिन शादी से पहले युवती व उस के परिवार वालों को चाहिए कि जिस युवक के साथ उस की बेटी की शादी होने जा रही है वे इस मसले पर उस से खुल कर बात करें और अगर कहीं शक की गुजाइंश हो तो उस युवक से दूरी बना लेनी चाहिए.

यह भी जरूरी नहीं कि पुरुष जिसे नामर्दी समझ रहा है वह असल में हो. यह उस का भ्रम भी हो सकता है, क्योंकि उस के अंग में तनाव न आना किन्हीं दूसरे कारणों की वजह हो सकता है. ऐसे में पुरुष को भी चाहिए कि एक बार सैक्स स्पैशलिस्ट से सलाह जरूर ले.

नामर्दी के ज्यादातर मामले स्थायी नहीं होते. अंग में तनाव न आना, कुछ ही क्षणों में हमबिस्तरी के दौरान पस्त हो जाना, अस्थायी नामर्दी में गिना जाता है. जिस का इलाज संभव है. अगर इस में उस की महिला मित्र द्वारा समझदारी और संयम दिखाया जाए तो पति की इस समस्या से नजात दिलाने में वह मदद कर सकती है.

सैक्स विशेषज्ञ डा. मलिक मोहम्मद अकमलुद्दीन का कहना है कि नामर्दी के मामले में यह देखा गया है कि या तो पुरुष के अंग में तनाव आता ही नहीं है और किसी तरह तनाव आता भी है तो वह सैक्स संबंध बनाने से पहले ही पस्त हो जाता है. इस का मतलब जरूरी नहीं कि वह नामर्द हो. हो सकता है कि वह अस्थायी नामर्दी का शिकार हो. इस अस्थायी नामर्दी के तमाम कारण हो सकते हैं, जिन में मानसिक अवसाद, नशा, धूम्रपान, मधुमेह, हृदय रोग, हाई ब्लडप्रैशर और दवा की अत्यधिक डोज लेना भी शामिल हैं. नामर्दी का कारण अंग में चोट लगने की वजह भी होता है, जिसे समय से इलाज कर दूर किया जा सकता है. इसलिए अगर कोई अस्थायी नपुंसकता का शिकार है तो उसे किसी योग्य डाक्टर को दिखाना चाहिए.

ज्यादा उम्र के शख्स से शादी करने से बचें

आप यदि अपनी उम्र से दोगुनी उम्र के बड़े व्यक्ति से शादी का विचार मन में ला रही हैं तो इस खयाल को मन से निकाल दीजिए, क्योंकि ज्यादातर मामलों में पति की उम्र में ज्यादा अंतर होने से सैक्स ताकत जल्दी खत्म हो जाती है फिर पत्नी को या तो सैक्स के बिना तड़पते हुए बाकी जीवन काटने पर मजबूर होना पड़ता है या तो किसी गैर मर्द से संबंध स्थापित करना पड़ता है, जो ठीक नहीं है.

दूर हो सकती है नामर्दी

पुरुषों की तंत्रिका तंत्र संबंधी बीमारियां भी नामर्दी का कारण बन सकती हैं. अगर इन समस्याओं से नजात पा ली जाए तो निश्चय ही नामर्दी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है. डा. अकमलुद्दीन के अनुसार अगर पुरुष को लगता है कि उस के अंग में तनाव नहीं आ रहा है तो उसे डाक्टर से परामर्श लेना नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि नामर्दी के 75त्न मामलों में नामर्दी से छुटकारा पाया जा सकता है.

पुरुष की नामर्दी को दूर करने में महिला पार्टनर भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. उसे कोशिश करनी चाहिए कि पार्टनर के साथ संयम और प्यार से पेश आए और उस में मानसिक तनाव और निराशा की भावना को न उपजने दे.

यदि पति की दिनचर्या अनियंत्रित है तो उस में भी सुधार करने के प्रयास करने चाहिए, पति के अच्छे खानपान व नियंत्रित लाइफस्टाइल को बढ़ावा देना चाहिए. इन उपायों को अपना कर कुछ हद तक नामर्दी की समस्या से नजात पाई जा सकती है.

नामर्दी से छुटकारा दिलाने वाली कई दवाएं भी बाजार में उपलब्ध हैं जिन का सेवन करने से अंग में पर्याप्त तनाव आ जाता है, लेकिन दवाओं का उपयोग बिना डाक्टर के परामर्श के नहीं करना चाहिए. यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.

नार्मदी दूर करने में वैक्यूम पंप कारगर साबित हुआ है. रक्त कोशिका संबंधित समस्या या रक्त विकार से पीडि़त पुरुषों के लिए यह उपयोगी साबित हुआ है. यह एक तरह का वैक्यूम पंप होता है जिस को पुरुष अपने अंग में डाल कर पंप करता है. इस से उस के अंग में तनाव आ जाता है और वह सैक्स के लिए तैयार हो जाता है. इस पंप का उपयोग बिना डाक्टरी सलाह के नहीं किया जाना चाहिए. सैक्स से पहले फोरप्ले व आफ्टर प्ले भी कारगर उपाय हैं. इस से जोश में वृद्धि होती है जिस से अंग में रक्त संचार बढ़ने से तनाव आ सकता है.

स्थायी नामर्दी की दशा में पुरुष को शादीविवाह जैसे पचडे़ से दूर रहना चाहिए, क्योंकि न तो यह शादी सफल हो सकती है और न ही उस का विवाहित जीवन.

अगर मातापिता की तरफ से अरेंज मैरिज का दबाव बनाया जाए तो नामर्दी के शिकार युवक को खुल कर अपनी समस्या उन्हें बतानी चाहिए, ताकि सोचसमझ कर फैसला लिया जा सके और शादी के बाद होने वाली किल्लत और जिल्लत दोनों से बच सकें.

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