Serial Story: आई विल चेंज माईसेल्फ- भाग 4

लेखक- राजेश कुमार सिन्हा

एक संडे कोमल पूरा लंच बना कर सपरिवार मेरे घर आ गई और फिर वहीं सब ने लंच किया. हमारी शादी की तारीख तय हो गई. शादी मुंबई में ही होनी थी. तय यही हुआ कि एंगेजमेंट और शादी सब एकसाथ ही हो जाएगी.

जब मैं ने इस की जानकारी अपने औफिस के लोगों ने दी, तो सभी खुश हुए क्योंकि शादी यहीं होनी थी तो सभी उस में शामिल हो सकते थे.

शादी की तारीख में जब 15 दिन बचे तो उस ने बूआ को भी मुंबई ही बुला लिया. फ्लैट के लिए सभी जरूरी सामान की शौपिंग कोमल, उस की मम्मी और उस ने साथ मिल कर ही की थी, बाकी तैयारियां कोमल के पापा और उन के करीबी मिल कर कर रहे थे. उस की अपनी शौपिंग भी उस ने कोमल के साथ मिल कर ही की थी.

शादी की तारीख के 2 दिन पहले एंगेजमेंट की रस्म हुई. उस की तरफ से औफिस के कुछ लोग थे और कोमल की तरफ से काफी लोग थे और उसी दिन उस का सभी से परिचय भी हुआ. कार्यक्रम काफी अच्छा रहा. सभी ने ऐंज्वाय किया और उन के सुखमय जीवन की कामना की. 2 दिन बाद ही शादी थी. उस के कुछ पुराने दोस्त भी आ गए थे, जो उस के घर ही रुके हुए थे. ऐसे में पूरा माहौल खुशनुमा बना हुआ था.

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शादी के दिन बरात के लिए सभी को शाम 7 बजे हाल पहुंचना था और उसी के अनुसार उस ने सभी को आमंत्रित किया हुआ था. वह अपने दोस्तों और बूआजी के साथ शाम 6 बजे ही पहुंच गया था. कोमल के परिवार के भी सभी करीबी लोग हाल पहुंच चुके थे. बरात में उस के औफिस के लगभग सभी लोग शामिल हुए. सबकुछ समायानुसार बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ.

अनुज के दोस्तों ने जब कोमल को देखा, तो उन्होंने अनुज को सही मामले में लकी माना.

शादी का मुहूर्त रात का था. खाने की व्यव्स्था बहुत ही बढिया थी. सभी लोग पूरे आयोजन की दिल से तारीफ कर रहे थे.

मुहूर्त के अनुसार सात फेरे के साथ शादी संपन्न हो गई और विदाई की रस्म के साथ वह कोमल को ले कर अपने घर आ गया. उस के दोस्त भी अगले दिन ही लौट गए, पर उस ने बूआजी को एक हफ्ते के लिए और रोक लिया था. उस ने एक हफ्ते की छुट्टी ले रखी थी. इस बीच जैसा बूआ या कोमल की मम्मी कहती थी, वैसा ही दोनों कर लिया करते थे.

अगले संडे को बूआ को भोपाल लौटना था. उस दिन कोमल के पैरेंट्स भी आ गए और सब लोग साथ ही एयरपोर्ट गए. बूआ ने दोनों को जी भर कर आशीर्वाद दिया और कोमल से कहा, “मैं इसे तुम्हारे हवाले कर रही हूं. अब तुम्हीं इस की सबकुछ हो.”

कोमल ने भी हंसते हुए बूआ को इस का आश्वासन दिया.

कोमल का साथ मिलते ही अनुज की जिंदगी को मानो पर लग गया था. वह बहुत ही खुश रहने लगा था. कोमल वाकई बूआ को दिए गए प्रोमिस को पूरा कर रही थी. वह औफिस की अपनी जिम्मेदारियों के साथसाथ अनुज का भी पूरा खयाल रखती थी. आमतौर पर दोनों के औफिस से वापस आने का समय एक ही था और मेड भी उसी समय आती थी, जिस के जिम्मे डिनर का काम था. लंच के लिए दोनों का डब्बा कोमल खुद तैयार करती थी और ब्रेकफास्ट का जिम्मा अनुज ने खुद ले रखा था.

इस तरह जिंदगी की गाड़ी एक पटरी पर चलने लगी थी. अनुज जब कभी टूर पर जाता था तो कोमल अपने घर चली जाती थी. इस से अनुज भी टेंशन फ्री रहता था और घर लौटने पर कोमल उस का ऐसे स्वागत करती थी मानो वह कई दिनों बाद लौटा हो.

एक दिन कोमल ने औफिस से लौट कर बहुत उत्साहित हो कर बताया कि उस की कंपनी को एक बहुत बड़ा प्रोजैक्ट मिला है और इसी सिलसिले में उसे अगले हफ्ते एक महीने के लिए सिंगापुर जाना होगा.

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यह सुनते ही अनुज का मन छोटा हो गया, जिस की गवाही उस का चेहरा दे रहा था. कोमल ने पूछा भी, “क्यों तुम्हें मेरी इस कामयाबी से खुशी नहीं हुई?”

“नहींनहीं, ऐसी बात नहीं है. कौंग्रेट्स, इन्फैक्ट मैं यह सोच रहा था कि हमारी नईनई शादी हुई है. ऐसे में तुम्हारा इतने दिनों के लिए जाना परेशान कर रहा है. मुझे तुम्हारी चिंता हो रही है.”

“इस में चिंता की क्या बात है? मैं बच्ची थोड़े ही हूं. मैं अपना खयाल रख सकती हूं और मैं ने मम्मी से भी बात कर ली है. उन्होंने तो यहां तक कहा है कि इसी बहाने अनुज कुछ दिनों के लिए हमारे साथ रह लेगा तो हमारा भी अच्छा टाइम निकल जाएगा और उसे भी खानेपीने की तकलीफ नहीं होगी.”

“कोमल, मैं यहीं ठीक हूं. ऐसी कोई बात नहीं है, हां, बीचबीच में जा कर मिल जरूर लूंगा. चलो, नो टेंशन. तुम जरूर जाओ.”

“थैंक्स डीयर, तुम ने मेरी टेंशन कम कर दी. मैं तुम को ले कर रियली बहुत परेशान थी,” कोमल ने हंसते हुए कहा.

“चलो, आज डिनर के लिए कहीं बाहर चलते हैं,” अनुज ने कोमल को जाने के लिए कह तो दिया था, पर वह अंदर ही अंदर बहुत दुखी था. उसे लग रहा था कि उस से बिना पूछे कोमल ने इतना बड़ा निर्णय कैसे ले लिया? क्या कोमल के लिए उस की कोई अहमियत नहीं? अगर ऐसा ही हर बार होता रहा, तो क्या जिंदगी की गाड़ी चल पाएगी?

ऐसे तमाम सवाल उसे बारबार परेशान कर रहे थे, पर वह बाहर से खुद को बहुत खुश दिखाने की कोशिश जरूर कर रहा था. एक हफ्ता कुछ जल्दी ही गुजर गया. सिंगापुर के लिए संडे अर्ली मार्निंग की फ्लाइट थी, जिस का टिकट क्लाइंट ने ही बिजनेस क्लास में बुक किया था, जिसे ले कर कोमल बहुत उत्साहित थी. उस के पापा गाड़ी लेकर आ गए थे और हम सब मिल कर उसे छोड़ने एयरपोर्ट गए थे. चेकइन के लिए अंदर जाते वक्त उस की आंखें गीली हो गई थीं. वह बारबार कह रही थी, “अनुज, तुम ठीक से रहना. मम्मी के पास चले जाओ ना… अकेले तुम टेंशन में ही रहोगे, पर मुझे उस समय यह सब नाटकीय लग रहा था.

“एयरपोर्ट से लौटते वक्त मम्मीजी ने भी मुझे घर चलने के लिए कहा था, पर मैं ने कह दिया था कि छुट्टियों के दिन आ जाया करूंगा.

घर पहुंचने पर ऐसा लगा कि जैसे घर काटने को आमादा हो, कोमल मेरे लिए पूरे 2 दिन का खाना फ्रिज में रख कर गई थी, इसलिए खाना बनाने का टेंशन तो नहीं था, पर ऐसा लगता था मानो कोई ऐसी चीज अचानक गायब हो गई हो जो मेरी आदत में शुमार हो.

कोमल ने सिंगापुर पहुंचते ही उसे मैसेज कर दिया था, इसलिए एक टेंशन से उसे मुक्ति मिल गई थी. किसी तरह संडे का दिन बीता. मंडे सुबह जब वह औफिस पहुंचा, तो उस का मूड उखड़ाउखड़ा सा था. पूरे दिन उस का काम में मन नहीं लगा.

कोमल ने सुबह ही उसे मैसेज किया था कि उस के लिए जो अरेंजमेंटस वहां किए गए हैं, उस से वह संतुष्ट है और वह पूरी कोशिश करेगी कि अपना बेस्ट दे सके. साथ ही, उस ने यह भी लिखा था कि वह उसे बहुत मिस कर रही है.

अनुज के जेहन में एक बात बारबार आ रही थी कि अगर कोमल इतनी कैरियर माइंडेड है तो आगे सबकुछ कैसे चलेगा. हालांकि यह सही है कि उस ने पहले ही सबकुछ क्लीयर किया था. पर, अमूमन शादी के पहले लड़कियां अपने कैरियर को ले कर सीरियस रहती हैं, पर शादी के बाद भी इतना सीरियसनेस… इस बात को वह स्वीकार नहीं कर पा रहा था.

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आज कोमल को गए 15 दिन हो गए थे और इस बीच शायद ही कोई ऐसा दिन नहीं रहा होगा, जब कोमल ने उस से यह नहीं कहा होगा कि उस के बगैर उसे बिलकुल अच्छा नहीं लग रहा है, पर अनुज को लगता था कि कोमल कम से कम उस से एक बार पूछ तो लेती कि उसे औफिस के काम से सिंगापुर जाना है. वह थोड़े ही उसे मना करता, उसे यही बात बारबार परेशान करती थी.

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प्यार की भी भाषा होती है

साल 1993 में शाहरुख खान की मशहूर थ्रिलर फिल्म ‘बाजीगर’ आई थी. इस फिल्म के नायक और खलनायक शाहरुख ही बने थे. फिल्म ब्लौकबस्टर साबित हुई और शाहरुख खान रातोंरात सुपरस्टार बन गए, जिस के बाद उन के पांव कभी थमे नहीं. इस फिल्म का जिक्र करने का मकसद शाहरुख की बुलंदियों को बताने का नहीं है, बल्कि फिल्म के एक खूबसूरत गाने, ‘छिपाना भी नहीं आता, जताना भी नहीं आता…’ से है जो एक पार्टी में बज रहा होता है. यह गाना आशिकों की साइकोलौजी को दर्शाता है. अब इस गाने के बोल और उस में दिखाए कैरेक्टर हैं ही इतने दिलचस्प कि बात बननी लाजिमी है.
मामला यह है कि इस फिल्म में इंस्पैक्टर करण की भूमिका निभा रहे सिद्धार्थ रे कालेज के दिनों से ही प्रिया (काजोल) से प्यार करते थे. अपनी हथेलियों में प्रिया का नाम गुदवाए जहांतहां घूमा करते थे, चोरीचुपके उसे देखा करते थे, अंदर ही अंदर उसे अपनी प्रियतमा बना चुके थे, लेकिन जनाब कभी समय पर हाल ए दिल का इजहार ही नहीं कर पाए. फिर क्या, अजय शर्मा (शाहरुख) इतने में एंट्री मारते हैं और प्रिया के प्रेम की बाजी मार ले जाते हैं. अब ये करण जनाब पछताते हुए पूरी पार्टी में यही गाना गाते फिर रहे हैं. अजय के हाथों में प्रिया का हाथ देख रहे हैं तो खुद पर अफसोस जताते रह जाते हैं. यह तो है कि अगर करण साहब समय पर प्रिया से प्रेम का इजहार कर देते तो शायद पार्टी में अपना दुखड़ा न सुना रहे होते. हो सकता था इंस्पैक्टर करण ही बाजीगर कहलाए जाते.

खैर, यह तो रही फिल्म की बात. असल जिंदगी में क्या ऐसा नहीं होता कि फीलिंग्स और इमोशन तो गहरे होते हैं लेकिन जता ही नहीं पाते. खुल कर अपनी भावनाओं को उड़ेल ही नहीं पाते. यह बता नहीं पाते कि इस पल या किसी पल उन्हें कैसा एहसास हुआ था. बस, छिपतेछिपाते मन मसोस कर रह जाते हैं.
अपनी फीलिंग्स और इमोशंस को न जता पाना क्या यह सचाई नहीं? खासकर बात जब भारत की हो, तो यह और भी मुश्किल हो जाता है. लड़का, लड़की से प्यार करता है लेकिन जीवनभर कह नहीं पाता. यह समस्या सिर्फ जोड़ों से अधिक शादी के बाद पतिपत्नी के रिश्तों में भी दिखाई देती है, खासकर तब जब शादी अरेंज मैरिज हो. पति, पत्नी से प्यार करता है लेकिन कभी अपने प्यार, अपनी भावनाओं को खुल कर जता नहीं पाता. वहीं परिवार में यह भी देखा जाता है कि बाप, बेटे से प्यार करता है, उस की जरूरतों का खयाल तो रखता है, लेकिन मजाल है कि ठीक से गले लगा पाए. आम घरों में अकसर प्यार, इमोशन, फीलिंग जताने में एक असहजता सी महसूस होती है. प्यार में इन सब बुनियादी चीजों को न समझने से आपसी अंडरस्टैंडिंग में समस्या आने लगती है. रिश्ते बिखरने लगते हैं. तारतम्य नहीं बैठ पाता. भावनाएं व्यक्त नहीं हो पातीं. अब सवाल यह कि कहीं अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्दों की कमी तो नहीं या उन माध्यमों की कमी है जिन से प्रेम व्यक्त किया जा सके.

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द फाइव लव लैंग्वेजेज

भारत में रिश्तों के बीच यह सब से आम समस्या है कि हम अपने इमोशन और फीलिंग्स को सामने वाले से जाहिर ही नहीं कर पाते. लोग रिश्तों की परवा तो करते हैं लेकिन फिर भी अधिकतर प्यार दिखाते समय जूझते दिखाई देते हैं. क्या यह सामान्य नहीं कि एक आम परिवार में जन्मदिन का प्रोग्राम तो कर लिया जाता है लेकिन जन्मदिन विश करते समय असहजता आड़े आने लगती है.

साल 1992 में गैरी चैपमैन की एक किताब आई थी, नाम था- ‘द 5 लव लैंग्वेजेज’. यह किताब इतनी फेमस हुई थी कि पहले एडिशन करोड़ों कौपियां बिक चुकी हैं. पुस्तक लिखने से पहले डा. चैपमैन ने अपने रुझन बनाने के लिए जोड़ों के साथ वर्षों का समय बिताया. उन्हें पता चला कि जोड़े एकदूसरे को व एकदूसरे की जरूरतों को गलत समझ रहे थे. अपने बनाए नोट्स के जरिए उन्होंने पाया कि प्रेम की भाषा होती है. जिसे उन्होंने ‘5 प्रेम भाषाएं’ कह कर संकलित किया.

चैपमैन के अनुसार, प्रेम भाषाएं आप के बच्चों, मातापिता, आप के सहकर्मियों और यहां तक कि आप के मित्रों के साथ आप के रिलेशन पर लागू होती हैं. हालांकि रिश्तों के अनुसार वे कुछ हद तक भिन्न हो सकती हैं. साथ ही, आप की प्रेमभाषा भी कभीकभी बदल सकती है. उदाहरण के लिए, यदि आप के लिए औफिस में एक बुरा दिन था तो आप एक निराशाजनक शब्द कहने के बजाय अपने साथी से गले मिलना पसंद कर सकते हैं. दुखी हैं तो बात शेयर करने और समय बिताने जैसा काम कर सकते हैं. प्रेम की असल चाबी आप का हमेशा संवाद में बने रहना होता है. प्रेम का कोई अंतबिंदु नहीं होता, यह सतत व निरंतर गतिमान रहता है.

प्रेम की भाषा कौन सी है

बोल प्रशंसा के : प्रशंसा व प्रोत्साहन के माध्यम से प्रेम को खूबसूरती से व्यक्त किया जा सकता है. यह एक प्रकार से अपनी सहमति व्यक्त करने जैसा भी होता है. आमतौर पर 2 लोगों के बीच काफीकुछ चीजें घटती हैं. कई चीजें ऐसी होती हैं जो प्रोत्साहन की हकदार होती हैं. लेकिन पार्टनर से अच्छा रिस्पौंस न मिलने के चलते निराशा हाथ लगती है, जिस के कारण रिश्ते में नीरसता आने लगती है. अच्छे रिश्तों को गढ़ने के लिए कौम्प्लीमैंट, एन्करेजमैंट, प्रेज की जरूरत होती है. आप प्यार जताने के लिए अपने पार्टनर की तारीफ कर के या उन्हें बता सकते हैं कि वे क्या अच्छा करते हैं, जिस से उन का कौन्फिडैंट बूस्ट होगा.

क्वालिटी टाइम : एक बड़ी समस्या यह बनी रहती है कि आज के समय में ध्यान भटकाने वाली कई चीजें आ चुकी हैं. सीधी नजरों से वार्त्तालाप सिमटता जा रहा है. इस का मतलब है, जब आप का पार्टनर आप से बात करे तो सैलफोन को नीचे रखना और टेबलैट, लैपटौप को बंद करना, सीधा आंखों से संपर्क बनाना और सक्रिय रूप से सुनना आदि ‘प्रेमभाषा’ का मजबूत बिंदु है. इसलिए जब आप अपने नजदीकी के साथ हों, जिसे आप अपना महसूस करते हों, तो कोशिश करें कि क्वालिटी टाइम बिताएं. क्वालिटी टाइम के लिए अलग से समय निकालें. सुनिश्चित करें कि जब आप अपने पार्टनर से बात करें तो सीधे कौन्टैक्ट बनाबना कर बात हो, ध्यान से सुनें कि दूसरा व्यक्ति क्या कह रहा है. हो सकता है वह आप को बात बताते समय ऐसी बात बता जाए जिस में आप की प्रतिक्रिया जरूरी हो और आप वह अनसुना कर दें, तो यह आप को गैरजिम्मेदार ही साबित करेगा.

कार्यभाव से प्रेमभाव : यह प्रेमभाषा का सब से जरूरी माध्यम है. कार्यभाव को समझना हो तो सब से बेहतर तरीके से मां के रूप में इसे समझ जा सकता है. जब मां अपने बच्चों के लिए कुछ करती है तो वह प्यार व सराहना महसूस करती है. क्या ऐसा भाव प्रेम का उत्तम स्थान नहीं? जब किसी के लिए स्वयं कार्य करने का मन करता है तो भीतर से प्यार उमड़ने लगता है. एकदूसरे के लिए दिल से काम करना, चाहे वह छोटा काम ही क्यों न हो, प्रेम की कसौटी को दिखाता है. लेकिन यहां समस्या यह है कि इस कसौटी पर खरा उतरने की जिम्मेदारी सामान्यतौर पर सिर्फ महिलाओं के पल्ले ही बांध दी जाती है. कार्यभाव म्यूचुअल होना जरूरी है वरना टकराव पैदा होने लगते हैं.

फिजिकल टच : इस प्रेमभाषा वाला व्यक्ति फिजिकल टच के माध्यम से प्यार महसूस कर/करा सकता है. यह टच जरूरी नहीं कि सैक्स का ही माध्यम बने. फिजिकल टच का मतलब अपने साथी/रिश्ते को किसी तरह से शारीरिक स्नेह दिखाना है, जैसे हाथ पकड़ना, बांह को छूना या सहलाना इत्यादि. यह एक प्रकार से ऐसा है जैसे, बस, शारीरिक रूप से अपने सहयोगियों/रिश्तों के करीब होना हो.

आप किसी समय दिखाते हैं कि आप किसी की केयर कर रहे हैं, इस के लिए फिजिकल टच सब से जरूरी भूमिका अदा करता है. मान लीजिए, कोई बहुत दुखी है. उसे उस समय किसी के कंधे का सहारा चाहिए, किसी करीबी से टाइट हग चाहिए. आप उस के करीबी हैं, आप अपने कंधे का सहारा देते हैं, गले लगाते हैं तो उसे यह सुकून देता है.

कपल्स के लिए फिजिकल टच की ‘प्रेमभाषा’ बहुत अहमियत रखती है. यह सुखदुख में प्यार जताने मात्र के लिए ही नहीं, बल्कि रोमांस, सैक्स और कामोत्तेजना में भरपूर काम आती है. सैक्स कपल्स के प्रेम को बनाए रखने का सब से इंपौर्टैंट पार्ट होता है. इस में किसिंग, फोरप्ले, इंटरकोर्स इत्यादि आते हैं. किसी कपल्स के लिए इस की जरूरत इस से समझ जा सकती है कि रिश्तों के टूटने या बिखरने में इस का बहुत महत्त्व होता है. यहां तक कि शादीशुदा जोड़ों में तलाक होने का इस की कमी को बड़ा आधार बनाया जाता है.

गिफ्ट्स : गिफ्ट्स एक बहुत ही सरल प्रेमभाषा है. आप प्यार महसूस करते हैं जब लोग आप को ‘प्यार के प्रतीक’ के तौर पर गिफ्ट देते हैं, जैसा कि चैपमैन कहते हैं, ‘‘यह किसी महंगेसस्ते उपहारों के बारे में नहीं है, बल्कि गिफ्ट देने के पीछे प्रतीकात्मक सोच के बारे में है जिसे प्रेमी को जताया जाता है. इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि गिफ्ट महंगा है या सस्ता, बल्कि फर्क इस से पड़ता है कि गिफ्ट देने के लिए पार्टनर ने अपना समय, अपना विचार और इच्छा जताई है. यह चीज पार्टनर को भीतर से बेहद खुश करती है.

प्रेमभाषा प्रेम सिखाती है

प्यार एकदूसरे के लिए जीना सिखाता है. जब आप किसी से प्रेम में हों, चाहे उस का आप से किसी प्रकार का रिश्ता हो, आप को उस के प्रति जिम्मेदार बनाता है. यह सैल्फ की भावना को खत्म करता है. यह सहानुभूति रखना सिखाता है. यह इस बात पर ध्यान देना सिखाता है कि दूसरे व्यक्ति को क्या महत्त्वपूर्ण और अच्छा लगता है. जोड़े प्रेम भाषाओं को सीखने और उन्हें अपनाने के लिए कमिटेड होते हैं, तो वे सीखते हैं कि किसी और की जरूरतों को अपने से ऊपर कैसे रखा जाए.

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जब लोग एकदूसरे से प्रेमभाषा में डील शुरू करते हैं, तो वे ज्यादा ईमानदार होते हैं. जब यह भाषा आप अपने इर्दगिर्द बना रहे होते हैं तो आप के रिश्ते संतुष्ट और मजबूत बनते हैं. एक बार जब आप एकदूसरे की प्रेमभाषा को समझ गए तो आप देखेंगे कि चीजें पहले से कितनी आसान हो जाएंगी. याद रखें, हैल्दी रिश्ते पैदा नहीं होते हैं, वे सही केयर और कोशिशों के जरिए डैवलप किए जाते हैं. अगर आप एकदूसरे से प्यार करने के लिए कमिटेड हैं और अपनी प्रेमभाषा डैवलप कर चुके हैं, तो आप खुद को न केवल प्यार में और अधिक गहरा पाएंगे, बल्कि एक खुशहाल और अच्छे रिश्ते में भी आप खुद को देख पाएंगे. इसलिए प्यार को भीतर में दबा कर नहीं, उसे जता कर और बढ़ाया जा सकता है. इसे जताने के लिए पोलाइट तरीका अपनाए जाने की जरूरत है जिस से प्रेम सार्थक बन सके.

BIGG BOSS 14 की ट्रॉफी जीतने के बाद रुबीना को मिला किन्नर समाज का आर्शीवाद, देखें वीडियो

बिग बौस 14 का खिताब अपने नाम कर चुकीं एक्ट्रेस रुबीना दिलैक इन दिनों अपनी जीत का जश्न मनाने में बिजी हैं, जिसकी वीडियो वह लगातार अपने फैंस के लिए सोशलमीडिया पर शेयर कर रही हैं. इसी बीच रुबीना दिलैक ने अपनी जीत के जश्न की खुशी किन्नर समाज के साथ भी शेयर की हैं, जिसके वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं. आइए आपको दिखाते हैं वायरल वीडियो…

घर पर किया स्वागत

दोस्तों और परिवार के साथ अपनी जीत का जश्न मनाने के बाद रुबीना दिलैक ने अपने घर पर किन्नर समाज की गुरु का स्वागत किया है. दरअसल, रुबीना ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह किन्नर समाज की गुरु का आशीर्वाद लेते हुए नजर आ रही हैं. साथ ही काफी सारी फोटोज भी क्लिक करवाती दिख रही हैं.

 

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अभिनव से मिलना चाहतीं थीं गुरु मां

रुबीना के घर पहुंची गुरु मां की वीडियो सोशलमीडिया पर शेयर करते हुए रुबीना ने लिखा कि , “अन्नूजी हमें आशीर्वाद देने के लिए आई थीं. वह किन्नर समाज में गुरुमा हैं और वह सक्रिय रूप से मेरे शो #shakti का हिस्सा रही हैं. और खास तौर पर गुरु मा अभिनव से मिलना चाहता था क्योंकि वह उन्हें एक अच्छे इंसान लगते हैं.

 

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तलाक को लेकर किए कई खुलासे

 

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हाल ही सोशलमीडिया के जरिए फैंस से के सवालों का जवाब देते हुए कुछ दिनों पहले रुबीना दिलैक से अभिनव शुक्ला से तलाक की नौबत आने का कारण पूछा गया तो उनका कहना था कि ये असल में इसलिए शुरू हुआ था क्योंकि वो रुबीना के लिए कॉफी लाना भूल गए थे.

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बता दें, बिग बौस 14 में रुबीना दिलैक अपनी शादी टूटने का खुलासा कर चुकी हैं. साथ ही इसी शो में वह अपनी शादी को दूसरा मौका देने की बात भी कह चुकी हैं.

बापूजी के साथ डांस करती नजर आईं काव्या तो अनुपमा ने की #Pawri, देखें वीडियो

स्टार प्लस का सीरियल अनुपमा इन दिनों टीआरपी चार्ट्स में पहले नंबर पर बना हुआ है, जिसके चलते शो के सितारे भी अपनी मेहनत को डबल कर रहे हैं. इसी बीच शो के सेट से कुछ वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) की बहू यानी काव्या के रोल में नजर आ रहीं मदालसा शर्मा (Madalsa Sharma) औऱ अनुपमा यानी एक्ट्रेस रुपाली गांगुली मस्ती करते हुए नजर आ रही हैं. आइए आपको दिखाते हैं वायरल वीडियो….

बापूजी संग डांस करती दिखीं काव्या

सीरियल अनुपमा (Anupama) में काव्या के रोल से फैंस के बीच पहचान बना चुकीं एक्ट्रेस मदाससा शर्मा का डांस वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वह बापूजी संग ठुमके लगाती दिख रही हैं. हाल ही में मदलसा ने इंस्टाग्राम पर अपनी एक वीडियो शेयर की है. पोस्ट में मदलसा ने Shimmer साड़ी पहने हुए कोस्टार के साथ एक्ट्रेस ‘गुड़ नाल इश्क मीठा’ पर थिरकती नजर आ रही हैं.

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अनुपमा भी नहीं हैं पीछे

 

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काव्या ही नहीं बल्कि अनुपमा के रोल में नजर आने वालीं एक्ट्रेस रुपाली गांगुली भी सेट पर काफी मस्ती करती हुईं नजर आती हैं. वहीं सोशलमीडिया पर वायरल हो रहे #Pawri पर रुपाली भीं एक वीडियो बनाती नजर आईं थीं, जो इन दिनों फैंस के बीच छाई हुई है.

कोरोना से जंग जीता ये एक्टर

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बीते दिनों अनुपमा के बेटे के रोल में नजर आने वाले एक्टर पारस कलनावत कोरोना से पीड़ित हो गए थे. हालांकि अब वह ठीक होकर सेट पर शूटिंग करने के लिए लौट आए हैं, जिसकी जानकारी रुपाली गांगुली ने अपने सोशलमीडियो अकाउंट पर वीडियो शेयर करके दी. वहीं वीडियो में पारस के ठीक होने को जश्न मनाते हुए महिला गैंग नजर आ रही है.

 

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बता दें, शो में इन दिनों काव्या की वनराज को पाने के लिए चाहत नया रुप लेने जा रही है. जहां वह अनुपमा समेत उसके परिवार को घर से बाहर निकालने की तैयारी करते दिख रही है. अब देखना है कि अनुपमा की जिंदगी अब कौन सा नया मोड़ लेती है.

कुर्सी से गिरने के कारण मेरे बाएं घुटने में चोट लग गई, लेकिन वह दर्द ठीक नही हो रहा?

सवाल-

कुछ दिनों पहले कुरसी से गिरने के कारण मेरे बाएं घुटने में चोट लग गई थी. 1-2 दिन कोई खास समस्या नहीं थी, लेकिन उस के बाद घुटने में सूजन आ गई. बर्फ से सिंकाई की, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला. अब दर्द बहुत ज्यादा हो रहा है. डाक्टर को दिखाया तो उन्होंने एमआरआई और ऐक्सरे की सलाह दी है. इस का कारण मुझे समझ नहीं आया. कृपया मेरी शंका दूर करें?

जवाब-

आप की समस्या और जांचों से पता चलता है कि आप को बेकर्स सिस्ट की समस्या है. ऐसे में डाक्टर आप के घुटने को छू कर गांठ की गंभीरता को महसूस करता है. यदि गांठ लगातार बड़ी हो रही है और गंभीर दर्द के साथ बुखार का कारण भी बन रही है तो डाक्टर आप को नानइनवेसिव इमेजिंग टेस्ट की सलाह देता है. इस में एमआरआई या अल्ट्रासाउंड शामिल है. एमआरआई की मदद से डाक्टर सिस्ट को अच्छी तरह देख पाता है, जिस से वह उचित इलाज बताने में समर्थ रहता है. ऐक्सरे पर गांठ का पता लगना संभव नहीं है, लेकिन डाक्टर अन्य समस्याओं जैसेकि गठिया आदि की पहचान के लिए इस की सलाह दे सकती हैं. इसलिए घबराएं नहीं, यह जांच सिर्फ समस्या की सही पहचन के लिए है.

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ठंड का मौसम वैसे तो अधिकतर लोगों के चेहरे पर मुस्कान ले आता है लेकिन दूसरी ओर कइयों की परेशानी का कारण भी बनता है. क्या ठंड का नाम सुन कर आप को भी जकड़े हुए जोड़ याद आते हैं? क्या ठंड आप को बीमारियों की याद दिलाता है?

ऐसा नहीं है कि ये समस्या केवल एक निर्धारित उम्र के लोगों को ही परेशान करती है. वास्तव में गतिहीन जीवनशैली के कारण ये समस्या अब हर उम्र के लोगों में देखने को मिल रही है. जोड़ों का दर्द ही नहीं बल्कि मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, सिरदर्द, गर्दन दर्द, तंत्रिका दर्द, फाइब्रोमायल्जिया आदि समस्याएं इस मौसम में बहुत ज्यादा परेशान करती हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- सताता है जोड़ों का दर्द ऐसे पाएं राहत

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

फैशन के मामले में जैस्मीन भसीन से कम नहीं अली गोनी की बहन, TV एक्ट्रेसेस को देती हैं मात

बिग बौस 14 के कंटेस्टेंट इन दिनों सुर्खियों में हैं. वहीं टीवी एक्टर अली गोनी भी जैस्मीन भसीन के साथ रिलेशनशिप के कारण फैंस के बीच छाए हुए हैं. दरअसल, बिग बौस 14 में अपने प्यार का इजहार करने वाले अली गोनी इन दिनों अपनी फैमिली और जैस्मिन भसीन संग वेकेशन का लुत्फ उठा रहे हैं वहीं जैस्मिन भसीन भी अली गोनी की बहन इल्हाम संग मस्ती करती हुईं नजर आ रही हैं. अगर बात करें इल्हाम गोनी के फैशन सेंस की तो वो किसी टीवी एक्ट्रेस से कम नहीं है. जी हां अली की बहन का ड्रेसिंग सेंस इतना कमाल का है कि वो स्टाइल के मामले में जैस्मिन भसीन को भी कड़ी टक्कर देते हुए नजर आती हैं. उनके ये लुक्स देखकर आप भी उनके फैन हो जाएंगे.

सूट की शौकीन हैं इल्हाम

इंडियन और वेस्टर्न दोनों लुक्स में इल्हाम खूबसूरत लगती हैं. लेकिन इल्हाम के इंस्टाग्राम पर नजर डालें तो देखकर लगता है कि वह इंडियन लुक्स ट्राय करना पसंद करती हैं. उनके इस सूट की बात करें तो प्रिंटेड पैटर्न में इल्हाम का सूट काफी ट्रैंडी लग रहा है.

 

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2. सिंपल लुक भी लगता है खास

 

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इल्हाम अपने लुक्स काफी ख्याल रखती हैं. इसीलिए वह सिंपल लुक्स कैरी करना पसंद करती हैं. प्लेन रेड कलर के लौंग कुर्ते के साथ ब्लैक पैंट उनके लुक को कम्पलीट कर रही थीं.

3. वेस्टर्न लुक कर सकती हैं ट्राय

 

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अगर आप वेस्टर्न लुक ट्राय करना चाहती हैं तो जींस के साथ कुर्ती भी एक अच्छा औप्शन है. ये आपके लुक के लिए परफेक्ट औप्शन रहेगा.

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4. पैंट के साथ परफेक्ट है सूट

 

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ब्लैक कलर के सूट के साथ पैंट का कौम्बिनेशन उनके लुक को कम्पलीट कर रहा है. ये पार्टी हो या फंक्शन में ट्राय कर सकते हैं.

क्यों होते हैं ‘एक्सट्रा मैरिटल अफेयर

लगभग एक साल पहले भंवरताल गार्डन जबलपुर में रहने वाली आयशा ने स्वास्थ्य महकमे में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात अपने पति डा. शफातउल्लाह खान की हत्या इसलिए करवा दी थी, क्योंकि उस का पति अपने विभाग की कई महिला कर्मचारियों से अवैध संबंध रखता था. अपनी अय्याशी की वजह से पत्नी के साथ संबंध भी नहीं बनाता था और पत्नी को प्रताडि़त करता था. हद तो तब हो गई जब पति ने पत्नी की नाबालिग भतीजी को अपनी हवस का शिकार बना लिया और इस से नाबालिग को गर्भ ठहर गया. तंग आ कर पत्नी ने सुपारी दे कर उस की हत्या करवा दी. इसी तरह दिसंबर 2019 में नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव थाना क्षेत्र में एक युवक आशीष की हत्या उस के दोस्त पंकज ने इसलिए कर दी थी, क्योंकि आशीष ने पंकज की पत्नी से सैक्स संबंध बना रखे थे.

ये घटनाएं साबित करती हैं कि समाज में बढ़ते व्यभिचार और विवाहेत्तर संबंधों के कारण अपराधों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है. आमतौर पर विवाह होने के बाद पति और पत्नी के बीच के सैक्स संबंध प्रारंभ के कुछ वर्षों में तो ठीक रहते हैं, परंतु बच्चों के जन्म के बाद पार्टनर की जरूरतों पर पर्याप्त ध्यान न देना और सैक्स संबंधों के प्रति लापरवाही कलह का कारण बन जाते हैं.

सैक्स स्पैशलिस्ट बताते हैं कि सुखद सैक्स उसी को माना जाता है जिस में दोनों पार्टनर और्गेज्म पा सकें. यदि पतिपत्नी सैक्स संबंधों में एकदूसरे को संतुष्ट कर पाने में सफल होते हैं तो उन के दांपत्य संबंधों की कैमिस्ट्री भी अच्छी रहती है.

राकेश और प्रीति की शादी को 5 वर्ष हो चुके हैं. उन की 2 साल की एक बेटी भी है, परंतु बेटी के जन्म के साथ ही प्रीति का ध्यान अपनी बेटी में ही रम गया है. पति की छोटीछोटी जरूरतों का ध्यान रखने वाली प्रीति अब पति के प्रति बेपरवाह सी हो गई है. कभी रोमांटिक मूड होने पर राकेश सैक्स संबंधी बातों के साथ जब सैक्स करने की पहल करता है तो प्रीति उसे यह कह कर झिड़क देती है कि तुम्हें तो बस एक ही चीज से मतलब है. इस से राकेश कुंठित हो कर चिड़चिड़ाने लगता है. वह अपनी कामेच्छा को मन मसोस कर दबा लेता है, परंतु सैक्स न करने की कुंठा से उस के मन में कहीं और शारीरिक संबंध बनाने के खयाल भी आने लगते हैं. प्रीति जैसी अनेक महिलाओं का यही व्यवहार राकेश जैसे पुरुषों को दूसरी स्त्री के साथ संबंध बनाने को प्रोत्साहित करता है.

जिस तरह स्वादिष्ठ भोजन करने के बाद कुछ और खाने की इच्छा नहीं होती, ठीक उसी तरह सैक्स क्रिया से संतुष्ट पतिपत्नी अन्यत्र सैक्स के लिए नहीं भटकते. दांपत्य जीवन में सुख प्राप्त करने के लिए पतिपत्नी को उन की सैक्स जरूरतों का भी ध्यान रखना चाहिए.

सैक्स की पहल आम तौर पर पति द्वारा की जाती है. पत्नी को भी चाहिए कि वह सैक्स की पहल करे. पतिपत्नी में से किसी के भी द्वारा की पहल का स्वागत कर सैक्स संबंध स्थापित कर एकदूसरे की संतुष्टि का खयाल रख कर विवाहेत्तर संबंधों से बचा जा सकता है.

बच्चों के जन्म के बाद भी सैक्स के प्रति निरुत्साहित न हो. सैक्स दांपत्य जीवन का मजबूत आधार है. शारीरिक संबंध जितने सुखद होंगे भावनात्मक प्यार उतना ही मधुर होगा. घर में पत्नी के सैक्स के प्रति रूखे व्यवहार के चलते पुरुष अन्यत्र सुख की तलाश में संबंध बना लेते हैं. कामकाजी पति द्वारा पत्नी को पर्याप्त समय और यौन संतुष्टि न देने के मामलों में भी पत्नी द्वारा अन्य पुरुष से शारीरिक संबंध बना लिए जाते हैं, जिस की परिणिति से दांपत्य जीवन में तनाव और बिखराव देखने को मिलता है.

1. स्वाभाविक होता है बदलाव

मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि संबंधों में यह बदलाव स्वाभाविक है. शादी के आरंभिक सालों में पतिपत्नी एकदूसरे के प्रति जो खिंचाव महसूस करते हैं, वह समय के साथ खत्म होता जाता है और तब शुरू होती है रिश्तों में उकताहट. आर्थिक, पारिवारिक और बच्चों की परेशानियां इस उकताहट को बढ़ावा देती है. फिर इस उकताहट को दूर करने के लिए पतिपत्नी बाहर कहीं सुकून तलाशते हैं जहां उन्हें फिर से अपने वैवाहिक जीवन के आरंभिक वर्षों का रोमांस महसूस हो. यहीं से विवाहेत्तर संबंधों की शुरुआत होती है.

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2. कौन से कारण हैं उत्तरदाई

समाज के अलगअलग वर्गों में किए गए अध्ययन से पता चलता है कि अलगअलग लोगों में विवाहेत्तर संबंधों के कारण भी अलगअलग होते हैं. कई बार वर्क प्लेस पर लगातार एकांत में काम करने से तो कभी किसी से भावनात्मक जुड़ाव हो जाने से भी संबंध बन जाते हैं. सैक्स लाइफ से असंतुष्टि, सैक्स से जुड़े कुछ नए अनुभव लेने की लालसा, वक्त के साथ आपसी संबंधों में प्रेम का अभाव, अपने पार्टनर की किसी आदत से तंग होना और कई बार एकदूसरे को जलाने के लिए भी विवाहेतर संबंध स्थापित हो जाते हैं.

3. स्त्री के प्रति दोयम दर्जे का व्यवहार

भारतीय समाज और संस्कृति में स्त्रियों के प्रति दोयम दर्जे का व्यवहार आज भी देखने को मिलता है. सामाजिक परंपराओं की गहराई में स्त्री द्वेष छिपा है और यही परंपराएं पीढि़यों से महिलाओं को गुलाम मानती आई हैं. सामाजिक ढांचे में उन्हें इस तरह ढाला जाता है कि वे अपने शरीर के आकार से ले कर निजी साजसज्जा तक के लिए स्वतंत्र नहीं हैं. जो महिला अपने ढंग से जीने के लिए परंपराओं और वर्जनाओं को तोड़ने का प्रयास करती है उस पर समाज चरित्रहीन होने का कलंक लगा देता है.

पुरुष को घर में व्यवस्था, पत्नी का समय व बढि़या तृप्तिदायक खाना, सुख चैन का वातावरण और देह संतुष्टि की कामना रहती है, परंतु कभी पुरुष उन की सुखसुविधाओं और शारीरिक जरूरतों का उतना खयाल नहीं रखता. पत्नी से यह अपेक्षा जरूर की जाती है कि वह पति की नैसर्गिक चाहें पूरी करती रहे. मनोवैज्ञानिकों के अनुसार विवाहेत्तर संबंधों को रोकने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. यदि आपसी रिश्तों की गरमाहट कम हो गई है तो रिश्तों को पुराने कपड़े की तरह निकाल कर नए कपड़े की तरह नए रिश्ते बनाना समस्या का हल नहीं है.

अपने पार्टनर को समझाने के कई तरीके हैं. उस से बातचीत कर समस्या को सुलझाया जा सकता है. सैक्स को ले कर की गई बातचीत, सैक्स के नएनए तरीके प्रयोग में ला कर एकदूसरे की शारीरिक संतुष्टि से विवाहेत्तर संबंधों से बचा जा सकता है.

4. फोर प्ले से आफ्टर प्ले तक का सफर

सफल दांपत्य जीवन जीने वाले पतिपत्नी के अनुभव बताते हैं कि किस तरह एकदूसरे को जरूरतों का ध्यान रख कर पार्टनर को भटकाव से बचाया जा सकता है.

सैक्स को केवल रात्रिकालीन क्रिया मान कर निबटाने से सहसंतुष्टि नहीं मिलती. जब दोनों पार्टनर को और्गेज्म का सुख मिलेगा तभी सहसंतुष्टि प्राप्त होगी. स्त्री और पुरुष का एक साथ स्खलित होना और्गेज्म कहलाता है. सुखद सैक्स संबंधों की सफलता में और्गेज्म या चरम सुख की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है. और्गेज्म पाने में फोर प्ले का रोल अहम रहता है.

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सैक्स को शारीरिक तैयारी के साथ मानसिक तैयारी के साथ भी किया जाना चाहिए. यह पतिपत्नी की आपस की जुगलबंदी से ही मिलता है. सैक्स करने के पहले की गई सैक्स से संबंधित चुहल और छेड़छाड़ भूमिका बनाने में सहायक होती है. सैक्स के दौरान घरपरिवार की समस्याएं बीच में नहीं आनी चाहिए. सैक्स संबंधों के दौरान छोटीछोटी बातों को ले कर की जाने वाली यही शिकायतें संबंधों को बोझिल बनाती और सैक्स के प्रति अरुचि भी उत्पन्न करती हैं. सैक्स के लिए नए स्थान और नए तरीकों के प्रयोग कर संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा सकता है. सैक्स की सहसंतुष्टि निश्चित तौर पर दांपत्य जीवन को सफल बनाने के साथ विवाहेत्तर संबंधों को रोकने में मददगार साबित हो सकती है और विवाहेत्तर संबंधों की वजह से समाज में बढ़ रहे अपराधों पर भी काबू पाया जा सकता है.

स्मोकी लुक आंखों के लिए इस्तेमाल करें घर पर बनाएं जेल आईलाइनर

आईलाइनर हमारी आंखों के पूरे लुक को ही बदल देता है और यदि हम इसका प्रयोग नहीं करते हैं तो हमें ऐसा महसूस होता है कि किसी चीज की कमी है. यदि आप अगली बार किसी फंक्शन या डेट के लिए स्मोकी आई लुक क्रिएट करना चाहती हैं और आप किसी अच्छे आईलाइनर की तलाश में हैं और आपका बजट भी ज्यादा नहीं है तो आप इस बार घर पर स्वयं ही आईलाइनर बना सकती हैं.

जी हां आपने सही सुना, यह आईलाइनर बनाना बहुत ज्यादा क्रिएटिव व इंटरस्टिंग भी होगा. और इसे बनाने के लिए हमें केवल 2 इंग्रेडिएंट्स की आवश्यकता पड़ेगी. तो आइए जानते हैं इस आईलाइनर को किस प्रकार बनाया जा सकता है.

इंग्रेडिएंट्स

आईशैडो ( पाउडर फॉर्म में )

आधा चम्मच पैट्रोलियम जेली

तरीका

स्टेप 1 : सबसे पहले जिस रंग का आप आईलाइनर बनाना चाहती हैं उस रंग का अपना मन पसंदीदा आईशैडो चुन लें और उसे पेलेट से बाहर निकाल लें. आपको इस आईशैडो को तोड कर इसे पाउडर फॉर्म में बदलना होगा. इस काम के लिए आप किसी चाकू या ब्रश का प्रयोग कर सकते हैं.

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स्टेप 2 : अब आईशैडो के लूज पाउडर को एक समतल जगह पर रखें ताकि उसे आसानी से मिक्स किया जा सके.

स्टेप 3 : अब इस पाउडर में थोड़ी से मात्रा में पैट्रोलियम जेली मिला दें.

स्टेप 4 : थोड़ी सी पैट्रोलियम जेली से शुरुआत करें और फिर जरूरत के हिसाब से इसमें और ज्यादा मिलाती जाएं ताकि यह एक स्मूथ मिश्रण बन जाए.

स्टेप 5 : अब इन दोनों इंग्रेडिएंट्स को एक साथ मिला लें और आपका जेल आईलाइनर एकदम तैयार है.

कैसे करें इसका प्रयोग?

यदि आप इस जेल आईलाइनर से अपना स्मोकी लुक क्रिएट करना चाहते हैं तो आप एक ब्रश की सहायता से इसे अपनी आंखों पर अप्लाई कर सकते हैं.

जैसा कि हम जानते हैं कि आजकल लंबे समय तक टिकने वाले आईलाइनर बहुत ज्यादा महंगे आते हैं और वह बहुत जल्दी खत्म भी हो जाते हैं. यदि आप एक बजट में DIY करना चाह रही हैं तो आपको यह जेल आईलाइनर जरूर बनाना चाहिए. यदि यह आपको सूट नहीं करता है तो आप इसे केवल अपातकालीन स्थिति या जब आपके पास कोई आईलाइनर नहीं होता है और आपको प्रयोग करना है तो आप इसे घर पर ही 5 मिनट के अंदर अंदर बना सकते हैं. यह एक बहुत ही आसान प्रक्रिया है व इसके लिए आपको बाहर से कुछ खरीदना भी नहीं पड़ता है.

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यदि आपके पास पैट्रोलियम जेली नहीं है तो आप नारियल के तेल का भी प्रयोग कर सकती हैं. यदि आप केवल ब्लैक लाइनर बनाना चाहती हैं तो आप नारियल तेल में एक्टिवेटेड चारकोल मिला कर भी एक मिश्रण बना सकती हैं और उसको ब्रश की सहायता से अपनी वॉटर लाइन पर लगा सकती हैं. यह बहुत ज्यादा पिगमेंटेड व अच्छा आईलाइनर बनेगा और इसे बनाने के बाद आप बाहर से आईलाइनर लेना भी बंद कर देंगी. इसलिए इनमें से एक बार किसी एक तरीके का प्रयोग करके अवश्य देखें.

5 टिप्स : सेंधा नमक के इस्तेमाल से पाएं बेदाग स्किन

क्या आप जानती हैं, सेंधा नमक एक बेहतरीन ब्यूटी प्रोडक्ट है. आप इसका इस्तेमाल स्क्रब के रूप में कर सकती हैं. ये स्किन से जुड़ी कई समस्याओं से राहत दिलाता है. ये पूरी तरह नेचुरल है. इसके इस्तेमाल से डेड स्क‍िन तो साफ हो ही जाती है और साथ ही ब्लैकहेड्स भी दूर होते हैं. आइए जानते हैं, रूप निखारने के लिए सेंधा नमक का इस्तेमाल  कैसे करते हैं.

1. आलमंड औयल

अगर आपकी स्क‍िन ड्राई है तो सेंधा नमक और आलमंड औयल का ये मिश्रण आपके लिए काफी फायदेमंद रहेगा. आप चाहें तो एप्सम सौल्ट में बादाम के तेल की या फिर जैतून के तेल की कुछ बूंदे मिला सकते हैं. इससे चेहरा तो साफ हो ही जाएगा, साथ ही चेहरे की नमी भी बरकरार रहेगी.

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2. शहद

गर्मियों के लिहाज से ये बेहतरीन स्क्रब है. शहद टैनिंग दूर करने का काम करता है और साथ ही स्किन के नेचुरल मौइश्चर को लौक भी करता है. इस स्क्रब को सप्ताह में दो बार लगाकर आप खूबसूरत, बेदाग स्किन पा सकते हैं.

3. लेमन स्‍क्रब

सेंधा नमक में कुछ बूंदें नींबू की मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें. इसे चेहरे पर गोलाई में घुमाकर लगाएं. सप्ताह में दो बार इस स्क्रब का इस्तेमाल करने से मुंहासे, डेड स्क‍िन, ब्‍लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स आसानी से साफ हो जाते हैं.

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4. ओटमील

सौल्ट और ओटमील का स्क्रब औयली स्क‍िन वालों के लिए बेहतरीन है. ओटमील और सेंधा नमक को अच्छी तरह मिला लें और इसमें नींबू का रस, बादाम का तेल मिक्स कर लें. इस मिश्रण को गोलाई में चेहरे पर हल्के हाथों से लगाएं. उसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें.

5. नेल्स का पीलापन हटाने के लिए

नेल्स का पीलापन हटाने के लिए सेंधा नमक का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है. नाखूनों से पीलापन का हटाने के लिए पानी में सेंधा नमक डालकर उसमें हाथों को डुबोएं. ऐसा करने से नाखूनों के पीलापन  जल्द से जल्द छूट जाता है.

स्टाइलिश दिखने के लिए ट्राय करें जाह्नवी कपूर के क्लोसेट की ये 5 ड्रेस

जाह्नवी कपूर किसी भी ड्रेस के सिंपल से लुक को भी बहुत ज्यादा एक्स्ट्रा आर्डिनरी बना देती हैं. यदि आप उनका वॉर्डरोब देखेंगे तो आपको उसमें मैक्सी ड्रेसेस से लेकर बॉडी कॉन ड्रेसेस तक हर प्रकार की ड्रेस मिलेंगी. जाह्नवी कपूर के पास हर किसी के लिए कुछ न कुछ ड्रेस आइडिया मिल ही जाएगा.

चाहे आप कॉकटेल पार्टी के लिए ड्रेस लेने जा रहे हों या फिर कोई रोजाना पहनने वाली मैक्सी ड्रेस में निवेश करने की सोच रही हैं, हमने आपके लिए ऐसे 5 आउटफिट आइडिया चुने हैं जिनसे आप प्रेरणा ले सकती हैं.

1. लेस कट आउट के साथ एक रोमांटिक ड्रेस :

यदि आप लोग और आरामदायक कपड़ों को पहनते पहनते थक गयीं हैं और कुछ बदलाव चाहती हैं आप भी जाह्नवी कपूर के इस ड्रेस सेंस को अपनायें. जिसमें उन्होंने एक स्लीप ड्रेस के पहनकर सभी को हैरान कर दिया. उनकी यह ड्रेस पर्पल व ब्ल्यू का एक कॉम्बिनेशन में है. जिसमें वेस्ट पर सफेद रंग की लेस लगी हुई थी और इस ड्रेस की गहरी नेकलाइन थी. इस सेटिन ड्रेस का बैक भी ओपन था और आप में से किसी के पास भी यकीनन ऐसी ड्रेस अभी तक नहीं होगी.

 

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2. रेड बॉडी कॉन ड्रेस :

 

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जाह्नवी ने यह ड्रेस पहनी थी तो उनकी इस लुक को सबने सराहा था. उन्होंने ट्रेडिशनल ड्रेस पहनने की बजाय इस वेस्टर्न ड्रेस को ही ट्रेडिशनल की तरह पहना हुआ था. जाह्नवी ने इस लुक को पूरा करने के लिए पैरों में न्यूड कलर के पंप्स पहने थे. उन्होंने से कानों में भी ड्रॉप इयररिंग्स पहने हुए थे.

3. फॉक्स फैदर पार्टी लुक :

 

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जाह्नवी कपूर की तरह आप भी पहन सकती है सफेद रंग की स्ट्रेपलेस मिनी ड्रेस. उनका यह आउटफिट पूरा फॉक्स फैदर से बना हुआ था और इस आउटफिट को कमर से समेटने के लिए उन्होंने डाइमंड एंक्रस्टेड बेल्ट का प्रयोग किया था. उनकी फैशन सेंस के कारण उन्हें एक इवेंट में इमर्जिंग फैशन स्टार के ख्वाब से भी नवाजा गया.

4. न्यू एज गाउन :

 

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भले ही इवेंट के मुताबिक जाह्नवी को ड्रेसअप होना पड़े, लेकिन वह इस बात का पूरा पूरा ध्यान रखते हैं कि उनकी स्टाइल स्टेटमेंट बिल्कुल अलग हो, नई हो और सब को अपनी ओर आकर्षित करें. एक दुबई बेस्ड लेबल द्वारा बनाया गया स्ट्रेपलेस गाउन पहनने के साथ साथ उन्होंने इसे मेटैलिक हील्स के साथ कंबाइन किया. उन्होंने अपने लुक को पूरा करने के लिए लेयर्ड ज्वैलरी का भी प्रयोग किया. पर्पल रंग के इस गाउन के साथ ड्रैमेटिक इफेक्ट देने के लिए उन्होंने अपने नेल्स को भी न्योन रखा.

5. रात के लुक के लिए एक प्रिंटेड मैक्सी :

 

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एक नाईट आउट के दौरान जाह्नवी कपूर ने एक मैक्सी ड्रेस पहनी हुई थी जो बहुत ही प्यारे फ्लोरल प्रिंट के साथ थी. इस प्रकार की बहुत सारी ड्रेसेस उनके पास हैं जो मुंबई जैसे शहर में एक लंबे दिन के लिए बहुत परफेक्ट रूप से सूट करती हैं. स्काई ब्लू शेड में लंबे इयररिंग्स पहनने के साथ उन्होंने अपना यह लुक पूरा किया.

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यदि आप भी कहीं बाहर जाने की सोच रही थी और क्या पहनूं इस प्रश्न ने आपकी हालत खराब कर रखी है तो आशा करते हैं कि इन 5 आउटफिट आइडिया में से आपको अपने लिए कोई एक आइडिया तो मिल ही गया होगा जिससे आप सबकी निगाहें स्वयं पर टिका सकती हैं.

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