प्रेमी और बच्चे के बीच उलझी तलाकशुदा

सीमा का जब अपने पति के साथ तलाक हुआ तो उस के बेटे सोनू की उम्र 14 साल की थी. तलाक होने के 2 महीने बाद ही सोनू के पिता ने दूसरी शादी कर ली. अब सोनू न चाहते हुए भी अपने पिता और सौतेली मां के साथ रहने को मजबूर है. वजह, उस का स्कूल वहां से पास है. तलाक होने के बाद सोनू की मां सीमा जहां रहती हैं वहां वह अकसर जाता रहता है पर इन दिनों उस की मां उसे पहले की तरह समय नहीं दे पातीं. मां या तो अपने काम में व्यस्त रहती हैं या फिर अपने एक परिचित रोहित के साथ बातें करती रहती हैं. सोनू खुद को अब बहुत अकेला पाता है. रोहित को सोनू की मनोस्थिति समझते देर न लगी. उस ने सोनू से दोस्ती करनी शुरू कर दी. बहुत जल्द सोनू व रोहित आपस में हिलमिल गए. अब सोनू अकेलापन महसूस नहीं करता है बल्कि रोहित के साथ वीकेंड पर घूमने जाता है और खूब मस्ती करता है. रोहित जब भी सोनू से मिलता है, उस के लिए कुछ न कुछ उपहार ले कर आता है. सोनू को भी रोहित और अपने उपहार का इंतजार रहता है. सीमा जब यह सब देखती है तो उस की सारी चिंता काफूर हो जाती है.

इधर पिछले कुछ दिनों से रोहित को सबकुछ बहुत बदलाबदला सा नजर आ रहा है. अचानक सोनू ने उस से उपहार लेना बंद कर दिया और पहले की तरह अब न तो वह रोेहित से खुल कर मिलता है और न ही उस के साथ वीकेंड पर घूमने जाता है. सीमा भी अब उस से खुद को दूरदूर रखने लगी है. रोहित इस बदलाव को महसूस तो कर रहा है पर न तो वह इस का कारण समझ पा रहा है, न यह कि क्या करे कि सबकुछ फिर से पहले की तरह ठीक हो जाए. सीमा भी जानती है कि रोहित की उपेक्षा कर वह ठीक नहीं कर रही है लेकिन वह यह समझ पाने में असमर्थ है कि इस परेशानी का हल वह कैसे निकाले? कुछ साल पहले जब पति ने उस का साथ छोड़ा था तो वह बिलकुल अकेली हो गई थी. ऐसे में रोहित ने उसे संभाला था. धीरेधीरे रोहित का साथ उसे भी अच्छा लगने लगा था.

उस दिन सीमा की मौसी आईं तो उस के घर में रोहित की दखलंदाजी देख उन्हें ठीक न लगा. उन्होंने सीमा को समझाया, ‘‘बेटी, अभी तेरी उम्र ढली नहीं है इसलिए रोहित तेरे इर्दगिर्द चक्कर लगा रहा है. सोनू को भी बहुत प्यार कर रहा है लेकिन जैसे ही तुम दोनों ने शादी की और तुम्हारी औलाद हुई कि वह सोनू से चिढ़ने लगेगा और घर में एक बार फिर कलह होने लगेगी. अभी तो सोनू अपने पापा के साथ है लेकिन स्कूल पूरा करते ही वह तुम्हारे साथ आ कर रहना चाहेगा और रोहित की परेशानियां तुम्हें भी परेशान करने लगेंगी. इसलिए कोई भी कदम उठाने से पहले कई बार विचार कर लेना.’’ मौसी ने सीमा को समझाया तो उस के मन में कई सवाल एक साथ खड़े हो गए. वह तय नहीं कर पा रही है कि उसे क्या करना चाहिए? सच है, रोहित आज उसे और सोनू को बहुत प्यार करता है लेकिन अपने बच्चे होने पर भी क्या यह प्यार कायम रहेगा? रोहित की अपनी कोई औलाद नहीं है. ऐसे में वह अपने बच्चे की जिद भी जरूर करेगा तब फिर क्या होगा? यह सब सोच कर ही सीमा परेशान हो उठती. इन सब का कोई हल उसे नहीं सूझ रहा था. बस, मन की इसी उलझन ने उसे रोहित से दूर रहने को मजबूर कर दिया. लेकिन क्या सीमा का यह फैसला सही है?

वजह चाहे कोई भी हो लेकिन आज तलाक शादी का पर्याय बन चुका है. शादी, जिसे एक समय में जन्मजन्मांतर का बंधन माना जाता था, आज अपनी पहचान बदल चुका है. आज समझौता और समर्पण की जगह ईर्ष्या व अहं ने ले ली है. ऐसे में कानूनी रूप से तलाक लेने के सिवा उन्हें दूसरा रास्ता नजर ही नहीं आता. तलाक के बाद जिंदगी रुक तो नहीं जाती. इस को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि नए जीवनसाथी की तलाश की जाए.

कई बार दूसरी शादी भी सफल नहीं हो पाती जैसा कि सुनैना के साथ हुआ. प्रेमी की बेवफाई उसे किसी भी लड़के से शादी को तैयार नहीं होने दे रही थी. कई रिश्ते आते और वह उन में कोई न कोई कमी निकाल कर ठुकरा देती. अच्छा रिश्ता और पुरानी जानपहचान के बाद भी जब सुनैना ने एक जगह का रिश्ता ठुकरा दिया तो उस की छोटी बहन ने वहां शादी के लिए हामी भर दी. यह बात सुनैना को चुभी लेकिन वह सबकुछ भूलने की कोशिश करती रही. इसी दौरान एक दिन पूर्व प्रेमी से सुनैना की मुलाकात हुई तो पता चला कि उस के प्रेमी ने अपनी पत्नी से तलाक ले लिया है और वह अब सुनैना से शादी कर पुरानी गलती को सुधारना चाहता है. पुरानी बातें भूल सुनैना ने भी शादी के लिए हां कर दी, लेकिन एक बच्चे के बाद दोनों में तलाक हो गया. अब सुनैना के बूढ़े मांबाप उस के लिए तलाकशुदा लड़के की तलाश करने लगे क्योंकि पहाड़ सा यह जीवन अकेले तो नहीं काटा जा सकता न.

तलाक होने के 8 माह बाद एक दिन बाजार में उस का पूर्व प्रेमी पति मिल गया. उस ने सुनैना को समझाया, ‘‘क्या हुआ जो हमारा तलाक हो गया, आखिर हम एकदूसरे से प्यार करते थे और कुछ मनमुटाव के कारण हम ने अलग होने का फैसला लिया था. अब तुम जिस से भी शादी करोगी उस के साथ भी तो तुम्हें कई तरह के समझौते करने होंगे तो दूसरों के बजाय क्यों न हम अपनों के लिए ही समझौता कर लें और फिर से एक हो जाएं?’’ सुनैना को पति की बात जंच गई और उस ने फिर से अपने पति के साथ रहने का फैसला ले लिया. आखिर समझौते तो जीवन में करने ही पड़ते हैं तो क्यों न उसे सब के भले को ध्यान में रख कर किया जाए. सुनैना ने तो समझदारी से सही फैसला ले लिया लेकिन क्या सीमा की समझ में बात आई? दरअसल, सीमा अपने बच्चे सोनू के भविष्य को ले कर कुछ ज्यादा ही चिंतित हो रही थी और अपने बारे में तो वह कुछ सोच ही नहीं पा रही थी.

सीमा समझ नहीं पा रही थी कि 2-3 साल बाद जब उस का बेटा सोनू बड़ा हो जाएगा और आगे की पढ़ाई के लिए उस से दूर चला जाएगा तब वह खुद को इस के लिए कैसे तैयार करेगी? बेशक मौसी की यह बात सच है कि आज वह उम्र की ढलान पर नहीं है इसलिए रोहित उस का साथ देने को तैयार है लेकिन उम्र के जिस मुकाम पर वह है वहां से आगे ढलान ही तो शुरू होती है. ऐसे में बेटे को उस की जितनी जरूरत है, उस के लिए सीमा को अपने भविष्य के साथ समझौता नहीं करना चाहिए. इस तरह सीमा को रोहित के साथ जिंदगी की गाड़ी को आगे बढ़ने देना चाहिए और समझदारी इसी में है कि वह रोहित, जो कि इतना सुलझा हुआ व समझदार युवक है, से शादी कर फिर से अपना घर बसा ले. यही उस के लिए बेहतर होगा, यद्यपि इस दौरान उसे कुछ परेशानियां आ सकती हैं लेकिन रोहित का साथ मिलने पर वे मिल कर उस का समाधान भी ढूंढ़ सकते हैं.

रोहित जवान होते सोनू को समझने की कोशिश कर सकता है. फिर यदि सीमा खुद बेटे को अपनी परेशानियां बताए तो वह उसे जरूर समझेगा. हां, बेटे को अपने पक्ष में कर के यह कदम उठाए तो बेहतर होगा. ठीक इसी तरह, यदि रोहित से भी वह साफसाफ हर बात कर ले और अपनी परेशानियों को उसे भी बता दे तो जीवन में कभी परेशानी आने की नौबत ही नहीं रह जाएगी. कहा जा सकता है कि छोटीछोटी पर महत्त्वपूर्ण बातों का खयाल रखें तो सीमा व सुनैना जैसी कई महिलाएं अपने जीवन को एक नई दिशा देने में सक्षम हो सकेंगी. तलाक के बाद भी वे समझदारी से सही निर्णय लें और जीवन को सहज रूप से आगे बढ़ने दें, इसी में सब की खुशहाली है.

महंगे ब्रश की जगह इन 5 चीजों से करें मेकअप

परफेक्‍ट मेकअप के लिए परफेक्‍ट मेकअप टूल्‍स का होना भी जरूरी है. बढ़िया क्‍वालिटी के मेकअप ब्रश बहुत महंगे होते हैं जिन्हे खरीदना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. एक बात ये भी समझने वाली है कि एक ही ब्रश से आप पूरे फेस का मेकअप नहीं कर सकती. हर ब्रश का अपना अलग अलग काम होता है. जैसे कि लिप कलर लगाने के ब्रश और आई लाइनर के ब्रश में अंतर होता है. इसी तरह ब्लशेज और पाउडर के लिए भी आईशैडो से अलग ब्रश होता है. मेकअप ब्रश के बारे में आपको एक बात ध्‍यान रखनी चाहिए कि इन्‍हें अच्‍छे से रखने के साथ ही समय-समय पर बदलते रहना भी बहुत जरूरी है.

आज हम आपके लिए ऐसे कुछ सस्‍ते विकल्‍प लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप महंगे ब्रश खरीदने से बच सकती हैं और परफेक्‍ट मेकअप भी कर सकती हैं. तो चलिए जानते हैं इन सस्‍ते मेकअप ब्रश के विकल्‍पों के बारे में…

1. आईशैडो लगाने के लिए कौटन स्‍वैब स्‍मज

आईशैडो लगाने के लिए आप कौटन स्‍वैब का इस्‍तेमाल कर सकती हैं. ये काजल को स्‍मज भी कर सकता है. आप काजल को लंबे समय तक टिकाए रखने के लिए भी काजल को इससे सेट कर सकती हैं और आईशैडो के ऊपर कौटन स्‍वैब से काजल को सैट कर सकती हैं. मस्‍कारा या आई लाइनर लगाते समय जैसे ही कोई गलती हो तो तुरंत उसे कौटन स्‍वैब की मदद से साफ कर दें. इससे वो जल्‍दी निकल जाएगा. कौटन स्‍वैब को आराम से एक ही मोशन में इस्‍तेमाल करें. कौटन स्‍वैब बहुत सस्‍ते होते हैं और इसे बड़ी आसानी से आप अपने मेकअप किट में शामिल कर सकती हैं.

ये भी पढ़ें- मैगी से लेकर कुरकुरे वाला मेकअप करें ट्राय

2. ब्‍लश या पाउडर के ब्रश की जगह टिश्‍यू पेपर

हर लड़की के पर्स में चेहरे के तेल को साफ करने के लिए ब्‍लोटिंग पेपर के रूप में टिश्‍यू पेपर होता ही है. लेकिन क्या आप जानती हैं कि टिश्‍यू पेपर का इस्‍तेमाल मेकअप में भी किया जा सकता है. जी हां, पाउडर या ब्‍लश लगाने के लिए ब्रश की जगह आप टिश्‍यू पेपर का इस्‍तेमाल कर सकती हैं.

त्रिकोण आकार में टिश्‍यू पेपर को फोल्‍ड करें और उससे पाउडर या ब्‍लश लगाएं. गालों पर लगे अधिक ब्‍लश को साफ करने के लिए टिश्‍यू पेपर का इस्‍तेमाल करें. ये ज्यादा रंग को ब्‍लेंड करने में भी मदद करता है लेकिन हर बार साफ टिश्‍यू का ही इस्‍तेमाल करें.

3. एंगुलर पेंट ब्रश

एंगुलर पेंट ब्रश आई मेकअप में बहुत बढ़िया काम करता है और आप एंगुलर पेंट ब्रश से बड़ी आसानी से आईलाइनर या जेल लाइनर लगा सकती हैं. अपर और लोअर लैशेज दोनों पर ही बड़े आराम से इससे मेकअप कर सकती हैं.

4. काजल और आईशैडो लगाने के लिए पतले और प्‍वाइंटेड पेंट ब्रश

पतले और प्‍वाइंटेड पेंट ब्रश से बड़े आराम से काजल लगा सकती हैं. आईशैडो लगाने के लिए छोटा और फ्लैट ब्रिसल वाला पेंट ब्रश बेहतर रहता है.

ये भी पढ़ें- लंबे, घने और मजबूत बाल पाने के 6 बेहतरीन तरीके

5. आईशैडो लगाने के लिए स्पान्‍ज टिप

आपको मार्केट में बड़ी आसानी से स्पान्‍ज टिप मिल जाएंगे. ये बहुत सस्‍ते होते हैं और इनसे परफेक्‍ट आई शैडो लगाया जा सकता है. स्पान्‍ज टिप एप्लिकेटर्स की मदद से आप परफेक्‍ट आई शैडो लगा सकती हैं क्‍योंकि ये शेप में फ्लैट होता है और स्‍मूद लुक देता है. एक स्पान्‍ज टिप एप्लिकेटर से आप शार्प एजिस को ब्‍लेंड कर सकती हैं जोकि आईशैडो लगाते समय उभरते हैं.

मेहमानों को स्टार्टर में परोसें पनीर 65

पनीर 65 एक प्रसिद्ध दक्षिण भारतीय व्यंजन है जिसे नाश्ते के तौर पर सर्व किया जाता है. पनीर 65 के लिए पनीर को मसालेदार घोल में लपेटकर रखते हैं और उसके बाद इसे गरम तेल में तला जाता है.

पनीर 65 पार्टी के लिए भी बहुत उत्तम डिश है क्योंकि यह बहुत देर तक रखने के बाद भी करारा रहता है. तो चलिए आज पनीर 65 बनाते हैं.

सामग्री

पनीर – 250 ग्राम

हरी मिर्च – 2-4

अदरक – 1 इच का टुकड़ा

करी पत्ते – 10-15

हरी धनिया कटी हुई

दही – 2 बड़े चम्मच

चावल का आटा – 2 बड़े चम्मच

ये भी पढ़ें- मोटे अनाजों से बनाएं टेस्टी और हेल्दी डिश

नमक – 1 छोटा चम्मच

कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर – ½ छोटा चम्मच

लेमन जूस – 1 छोटा चम्मच

विधि

पनीर को 2 इंच लंबे और आधा इंच चौड़े टुकड़ों में काटें. अदरक को छील कर धो लें. अब इसे काट लें. हरी मिर्च का डंठल हटाकर इसे भी धो लें. करी पत्ते धोकर साफ करें.

अदरक, हरी मिर्च, करी पत्ते और हरी धनिया को मक्सी में बारीक पीस लें. अगर जरूरत हो तो थोड़ा सा पानी मिला सकते हैं पीसने के लिए.

एक कांच के कटोरे में यह पीसा हुआ पेस्ट लें. अब इसमें दही, चावल का आटा, नमक, कश्मीरी लाल मिर्च का पाउडर, और नीबू मिलाएं. सभी सामग्री को अच्छे से मिलाएं. अब इस मसाले में पनीर के टुकड़े डालें और सभी तरफ से मसाले से अच्छे से लपेटें. 20-25 मिनट के लिए अलग रखें.

ये भी पढ़ें- हरे प्याज से बनाएं टेस्टी चटनी और परांठा

एक कड़ाई में तेल गरम करें. मध्यम से तेज आंच पर मसाला लगे पनीर को तलें. तले पनीर को किचन पेपर पर निकालें.

स्वादिष्ट करारे पनीर 65 अब तैयार है परोसने के लिए. इसे आप धनिया की छाती या फिर अपनी पसन्द की किसी और चटनी के साथ परोस सकते हैं.

Hyundai Creta: खास है इंटीरियर

हुंडई क्रेटा के इंटीरियर की बात करें तो इसके turbo variant को लाल एक्सेंट के साथ पूरे ब्लैक कलर से डिजाइन किया गया है. वहीं कार के इंटीरियर का फोकल प्वाइंट ड्राइवर है, जिसे ध्यान में रखते हुए बड़ी स्क्रिन दी गई है जो कि ड्राइवर के कंट्रोल में रहती है.

ये भी पढ़ें- Hyundai Creta के साथ आप कर सकते हैं अपने वीकेंड को एंजॉय

कार के अंदर सारे कंट्रोल ड्राइवर को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जिसके जरिए ड्राइवर आसानी से यात्रा के दौरान सड़क पर बिना किसी दिक्कत के सेटिंग को बदल सकता हैं. क्रेटा के इन खास इंटीरियर से आपको एक आरामदायक सफर का अनुभव होगा. इसलिए #RechargeWithCreta.

REVIEW: मेडिकल घोटालों पर चोट करती रहस्य प्रधान फिल्म ‘हलाहल’

रेटिंग: तीन स्टार

निर्माता: जीशान कादरी
निर्देशक: रणदीप झा
कलाकार: सचिन खेडेकर, वरुण सोबती, मनु ऋषि चड्ढा, जयदीप अहलावत, अर्चना शर्मा, सानिया बंसल, द्विवेदु भट्टाचार्य व अन्य
अवधि: एक घंटा 36 मिनट
ओटीटी प्लेटफॉर्म : इरोज नाउ

हमारे देश में आए दिन इस तरह की खबरें आती रहती हैं कि भ्रष्टाचार में लिप्त इंसान किस तरह अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए सत्य का साथ देने वाले इंसानों की हत्या कर उन्हें आत्महत्या का रूप देकर अपनी कमीज को सफेद बताते रहते हैं. यह कोई नई बात नहीं है. इसी तरह की कई घटनाओं से प्रेरित होकर जीशान कादरी ने एक काल्पनिक कहानी पर रहस्य और रोमांच प्रधान फिल्म “हलाहल” का लेखन व निर्माण किया है, जिसके निर्देशन की जिम्मेदारी रणदीप झा ने संभाली है .एक घंटा 36 मिनट की यह फिल्म ” इरोज नाउ” पर 21 सितंबर से देखी जा सकती है.मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले की तर्ज पर उत्तर प्रदेश का एक मेडिकल सीट घोटाला जीशान कादरी ने इसकी कहानी में बुना है. कम से कम यह फिल्म देखकर लोग सोचने पर मजबूर जरूर होंगे.

ये भी पढ़ें- झगड़े के बाद साथ आए चारु असोपा और राजीव सेन, 3 महीने बाद सेलिब्रेट की एनिवर्सरी

कहानी:

फिल्म की कहानी गाजियाबाद के हाईवे से शुरू होती है, जहां एक लड़की अर्चना एक लड़के अशीश से रुकने के लिए कह रही है. अर्चना कहती है कि’अशीश रुक जाओ, सब ठीक हो जाएगा.’ पर अचानक एक ट्रक अर्चना को रौंद देता है. अशीश भाग खड़ा होता है. उस ट्रक में सवार तीन लोग उतरते हैं, और अर्चना शर्मा को मृत देखकर उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा देते हैं. पता चलता है कि अर्चना शर्मा ‘गाजियाबाद मेट्रो मेडिकल कॉलेज’ की छात्रा होने के साथ ‘ ए सी ई कोचिंग अकादमी’ में पढ़ाती भी थी.अर्चना शर्मा के पिता डॉक्टर शिव शर्मा(सचिन खेडेकर) रोहतक में रहते हैं और उन्हें अपनी बेटी की मौत की खबर से सदमा लगता है. वह तुरंत पुलिस स्टेशन पहुंचते हैं, जहां उन्हें बताया जाता है कि उनकी बेटी अर्चना ने आत्महत्या कर ली. डॉक्टर शिव को इस बात पर यकीन नहीं होता. डॉक्टर शिव के अनुसार उनकी बेटी अर्चना आत्महत्या नहीं कर सकती. मगर ‘गाजियाबाद मेट्रो मेडिकल कॉलेज’ के डीन डॉ आचार्य द्वारा तैयार की गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी यही कहती है कि अर्चना ने आत्महत्या की है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर डॉक्टर शिव शर्मा को एहसास हो जाता है कि यह आत्महत्या नहीं है, क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अर्चना का ब्लड ग्रुप गलत लिखा होता है. शिव शर्मा प्रतिज्ञा करते हैं कि वह अर्चना की मौत की सच्चाई सबके सामने लाकर रहेंगे. डॉक्टर शिव शर्मा अपनी तरफ से जांच शुरू करते हैं. अर्चना शर्मा के बैंक खाते में 12 लाख से अधिक रकम देखकर भी डॉक्टर शिव शर्मा चौकते हैं. उधर उसी पुलिस स्टेशन में एक भ्रष्ट पुलिस इंस्पेक्टर युसूफ अंसारी(वरुण सोबती) भी है,का जो कि महज पैसे लेकर सारे काम करता है. पुलिस इस्पेक्टर युसूफ हर किसी से पैसे लेते हुए नजर आता है. शिव शर्मा सबसे पहले तो डॉक्टर आचार्य से मिलकर सच जानने की कोशिश करते हैं और उन्हें धमकाते हैं कि उन्होंने सच नहीं बताया ,तो वह इस मुद्दे को मेडिकल काउंसिल में उठाएंगे. उसके बाद डॉक्टर आचार्य के इशारे पर पर कुछ गुंडे शिव शर्मा पर हमला कर देते हैं. इस बीच डॉक्टर शिव शर्मा एक हवलदार के कहने पर पुलिस इंस्पेक्टर युसूफ अंसारी से उनके घर पर मिलते हैं और कहते हैं कि वह आशीश को तलाश कर लें आए, इसके लिए एडवांस में युसुफ को दो लाख रुपए देते हैं. इसके बाद शिव शर्मा व युसुफ जांच शुरू करते हैं, जांच के दौरान शक के घेरे में कई लोग आते हैं. कुछ छात्राओं की भी मौत होती है, कई लोगों की भी हत्याएं हो जाती हैं, जिन पर शक है. तमाम घटनाक्रम तेजी से बदलते हैं.फिर जो सच सामने आता है , वह बहुत भयानक होता है .उसके बाद इस मसले से जुड़े हर इंसान की जिंदगी बदल जाती है .

लेखन व निर्देशन:

हमने यहां पर फिल्म की कहानी को पूरा नहीं बताया है, क्योंकि हम नहीं चाहते कि दर्शकों का फिल्म देखने का मजा किरकिरा हो जाए. पर एक कसी हुई पटकथा में रहस्य रोमांच के जो मोड़ हैं ,वह दर्शकों को बांध कर रखते हैं. फिर क्लाइमेक्स वह फिल्म का जो अंत है, उसकी कल्पना तो दर्शक कभी कर ही नहीं सकता. मगर इस फिल्म का क्लाइमैक्स और इसका अंत, हमारे समाज का सबसे बड़ा कड़वा सच है. इसी वजह से यह फिल्म देखकर हर इंसान सोचने पर और अपने अंदर झांकने पर मजबूर भी होगा. फिल्म देखते समय दर्शक की आंखों के सामने से मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले व उत्तर प्रदेश का एक मेडिकल सीट घोटाला सहित कई घटनाएं घूमेंगी.

शिक्षा व्यवस्था पर करारा चोट करती यह फिल्म इस बात पर रोशनी डालती है कि बच्चे को शिक्षा दिलाना हर इंसान के लिए हलाहल/जहर पीने जैसा है. इस बात को फिल्म का एक संवाद पुख्ता करता है.संवाद है-‘‘क्या करें?इस देश में जैसे ही बच्चा पैदा हेता है,मां बाप उसे डाक्टर या इंजीनियर ही बनाना चाहता है. अब सीटें तो गिनती की हैं.’’

‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से चर्चा में आए आए लेखक,अभिनेता,निर्देशक, निर्माता जीशान कादरी ने कुछ कमियों के बावजूद बतौर निर्माता व लेखक अपनी नई फिल्म ‘हलाहल’में गाजियाबाद को परदे पर चमका दिया है. निर्देशक रणदीप झा का निर्देशन सराहनीय है. कैमरामैन ने तारीफ वाला काम किया है.

ये भी पढ़ें- ऑनस्क्रीन ‘दामाद’ संग रोमांस करना चाहती हैं हिना खान, कही ये बात

अभिनय:

डॉक्टर शिव शर्मा के किरदार में अभिनेता सचिन खेडेकर ने कमाल का अभिनय किया है. एक पिता का दर्द,भूमाफिया से भिड़ने का जज्बा,अपने ही व्यवसाय से जुड़े लोगों पर सवालिया निशान लगाता डॉक्टर षिव और फिर बेटी अर्चना की असलियत सामने आने पर घुटनों के बल आ गया इंसान,इन सारे पड़ाव को सचिन खेड़ेकर ने अपने शानदार अभिनय से जिस तरह से सकार किया है कि पर्दे पर उन्हें देखते हुए लोग भूल जाएंगे कि वह सचिन खेडेकर को देख रहे हैं ,बल्कि उन्हें तो हर जगह डॉ शिव शर्मा ही नजर आएंगे. सचिन खेडेकर ने अब तक जितने भी किरदार निभाए हैं, उन्हें कोई दूसरा नहीं कर सकता. वह एक उम्दा कलाकार हैं, इस बात को उन्होंने इस फिल्म में भी साबित करके दिखाया है. भ्रष्ट पुलिस इंस्पेक्टर रुआबदार मूंछें, चेहरे से झलकता कमीनापन,हर काम में सिर्फ पैसे का लालच,अंत में डाॅ. षिव के हालात देख इंसानियत के नाते उनके पैसे वापस कर देने और अपने वरिष्ठ से भिड़ जाने के रोमांच को वरूण सोबती ने बेहतरीन तरीके से अपने अभिनय से परदे पर उकेरा है. अब तक छोटे पर्दे पर लोगों ने उन्हें जिस रूप में देखा है, उससे उनका यह एक अलग रूप है. राज्य के उपमुख्यमंत्री विजेंद्र सिंह फोटो उर्फ भाई साहब के छोटे किरदार में मनुश्री चड्ढा एक बार फिर दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. इसके अलावा अन्य कलाकार भी अपनी अपनी जगह सही है.

 

झगड़े के बाद साथ आए चारु असोपा और राजीव सेन, 3 महीने बाद सेलिब्रेट की एनिवर्सरी

बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) भले ही सुर्खियों से दूर हों लेकिन उनके भाई भाई राजीव सेन (Rajeev Sen) और उनकी पत्नी व टीवी एक्‍ट्रेस चारु असोपा (Charu Asopa) अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में लंबे समय दोनों के बीच चल रहे तनाव के बाद राजीव सेन और चारु असोपा एक साथ आ गए हैं. इसी बीच दोनों ने अपनी पहली मैरिज एनिवर्सरी सेलिब्रेट की है, जिसकी फोटोज सोशलमीडिया पर वायरल हो रही हैं. आइए आपको दिखाते हैं दोनों के सेलिब्रेशन की फोटोज….

लंबे समय के बाद दोनों आए साथ

दरअसल, चारु असोपा और राजीव सेन की 7 जून 2019 को शादी हुई थी, लेकिन कुछ महीने बाद ही दोनों के बीच दरार की खबरें आने लगीं. वहीं लौकडाउन के बीच दोनों अलग रहने लगे. साथ ही एक दूसरे को लेकर मीडिया में बयान भी देने लगे. हालांकि कुछ समय पहले इस कपल ने अपने सारे गिले-शिकवों को भुलाकर एक हो गए हैं.

 

View this post on Instagram

 

Hie guys watch “ An Amazing Dayout With Hubby” on my YouTube channel. Link is in the bio. ❤️🧿

A post shared by Charu Asopa Sen (@asopacharu) on

ये भी पढ़ें- ऑनस्क्रीन ‘दामाद’ संग रोमांस करना चाहती हैं हिना खान, कही ये बात

वेडिंग एनिवर्सरी की सेलिब्रेट

 

View this post on Instagram

 

My anniversary vlog is live guyssss… link is in the bio….❤️🧿

A post shared by Charu Asopa Sen (@asopacharu) on

एनिवर्सरी के करीब 3 महीने के बाद अब दोनों ने हाल ही में अपनी पहली वेडिंग ऐनिवर्सरी सेलिब्रेट की है, जिसके वीडियो और फोटो कपल ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किए हैं. वहीं इस खास मौके पर राजीव और चारु ने वही कपड़े पहने जो उन्होंने गोवा में अपनी सगाई पर पहने थे.

फैंस को भी किया इनवाइट

राजीव सेन ने फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘हमने अपनी शादी की पहली सालगिरह मनाई और आप सभी लोगों को इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया जाता है.’ वहीं चारु ने अपने इंस्टाग्राम पर सेलिब्रेशन का एक वीडियो शेयर किया.

बता दें, राजीव सेन और चारु असोपा के बीच तनाव का असर उनके सोशलमीडिया अकाउंट पर भी देखने को मिला था, जिसके चलते दोनों ने सोशलमीडिया पर अपनी साथ में ली गई फोटोज को डिलीट कर दिया था. हालांकि दोनों का इस बात को लेकर कोई बयान सामने नही आया था.

ये भी पढ़ें- ब्लैक बिकिनी में बेबी बंप फ्लौंट करती दिखीं अनुष्का शर्मा, Photos Viral

ऑनस्क्रीन ‘दामाद’ संग रोमांस करना चाहती हैं हिना खान, कही ये बात

टीवी की पौपुलर एक्ट्रेस में से एक हिना खान (Hina Khan) इन दिनों बिग बौस 14 को लेकर काफी सुर्खियों में हैं. इसी बीच हाल ही में कुंडली भाग्य एक्टर धीरज धूपर (Dheeraj Dhoopar) संग ‘हमको तुम मिले’ (Humko Tum Mile) म्यूजिक वीडियो में उनकी कैमेस्ट्री फैंस को बेहद पसंद आ रही हैं, जिसके कारण उनका गाना सोशलमीडिया पर वायरल हो रहा है. लेकिन हाल ही में दिया एक बयान के कारण वह सुर्खियों में छाई हुई हैं. दरअसल,  हिना ने टीवी शो ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) में उनके दामाद के रोल में नजर आ चुके मोहसिन खान (Mohsin Khan) संग ऑनस्क्रीन रोमांस की ख्वाहिश जाहिर की है. आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…

उम्र में छोटे एक्टर्स के साथ करना चाहती हैं काम

 

View this post on Instagram

 

Cheers to the weekend 🌸

A post shared by HK (@realhinakhan) on

हिना खान ने एक इंटरव्यू में कहा है कि वह स्क्रीन पर रूढ़ीवादी सोच को खत्म करना चाहती हैं. प्रियांक शर्मा के साथ एक म्यूजिक वीडियो में नजर आ चुकी हिना खान का कहना है कि, वह ‘रांझणा’ में प्रियांक के साथ रोमांस कर चुकी हैं, जबकि वह उनसे उम्र में छोटे हैं. वह कहती हैं कि उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि इससे पहले किसी एक्टर ने उनके बेटे का किरदार निभाया है या दामाद का. उन्हें रोहन मेहरा और मोहसिन खान दोनों के साथ ही रोमांस करने में कोई परेशानी नहीं है.

ये भी पढ़ें- 40 साल की हुईं करीना कपूर, फैमिली के साथ किया सेलिब्रेशन

रूढ़ीवादी सोच को खत्म करना चाहती हैं हिना

 

View this post on Instagram

 

Darling you are Different ☘️

A post shared by HK (@realhinakhan) on

रूढ़ीवादी सोच को खत्म करने को लेकर हिना कहती हैं कि, जब मेकर्स ने उनके सामने इस गाने का प्रस्ताव रखा तो उन्होंने तुरंत हा कर दी. हिना का कहना है कि वह उस सोच को खत्म करना चाहती हैं, जहां लोग एक कैरेक्टर के प्रति अपने मन में उसकी छवि बना लेते हैं. अगर कोई जोड़ी ऑनस्क्रीन अच्छी दिखाई देते ही तो उन्हें साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं है.

बता दें, सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है में अक्षरा के रोल में हिना खान ने काफी सुर्खियां बटोरीं थीं. वहीं सीरियल में रोहन मेहरा ने हिना खान के बेटे नक्क्ष का रोल निभाया था तो वहीं मोहसिन खान उनके ‘दामाद’ के रोल में नजर आए थे.

ये भी पढ़ें- BB14:  सिद्धार्थ के बाद घरवालों को झटका देते नजर आईं हिना और गौहर खान, प्रोमो वायरल

ब्लैक बिकिनी में बेबी बंप फ्लौंट करती दिखीं अनुष्का शर्मा, Photos Viral

कोरोनावारस के कहर के बीच क्रिकेट की शुरूआत हो चुकी है. इन दिनों दुबई में खेले जा रहे मैच के बीच फैमिली टाइम निकालते हुए भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली अपनी वाइफ और बौलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा संग समय बिता रहे हैं. वहीं अपनी प्रैग्नेंसी को एन्जौय करतीं अनुष्का शर्मा भी फैंस के लिए लगातार फोटोज शेयर कर रही हैं. हाल ही में अनुष्का ने मोनोकिनी में एक फोटो शेयर की है, जिसमें वह बेबी बंप को फ्लौंट करती नजर आ रही हैं. जो सोशलमीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. आइए आपको दिखाते हैं वायरल फोटोज की झलक…

मोनोकिनी में शेयर की फोटोज

अगले साल विरुष्का पहले बच्चे का इस दुनिया में स्वागत करेंगे, जिसके चलते अनुष्का अपनी प्रेग्नेंसी टाइम को काफी एंजॉय करती नजर आ रही हैं. वहीं अब अनुष्का ने इंस्टाग्राम पर एक और फोटो शेयर की है, जिसमें वो मस्ती के मूड में नज़र आ रही हैं. फोटो में अनुष्का लंबी से मुस्कुराहट के साथ स्वीमिंग पूल के अंदर ब्लैक कलर की मोनोकनी पहने खड़ी नजर आ रही हैं, जिसमें उनका बेबी बंप साफ नज़र आ रहा है.

ये भी पढ़ें- BB14:  सिद्धार्थ के बाद घरवालों को झटका देते नजर आईं हिना और गौहर खान, प्रोमो वायरल

पहले भी कर चुकीं हैं फोटो शेयर

 

View this post on Instagram

 

Nothing is more real & humbling than experiencing creation of life in you . When this is not in your control then really what is ?

A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on


अनुष्का शर्मा ने इससे पहले भी एक फोटो शेयर की थी, जिसके साथ उन्होंने खूबसूरत कैप्शन शेयर करते हुए लिखा था, ‘आपके अंदर एक नई जिंदगी के निर्माण से ज्यादा कुछ भी रियल और विनम्र नहीं है. जब यह आपके कंट्रोल में नहीं है तो रियल में क्या है?’ वहीं अनुष्का की इस पोस्ट पर पति विराट कोहली ने कमेंट करते हुए लिखा था, ‘मेरी पूरी दुनिया एक ही फ्रेम में है’.

 

View this post on Instagram

 

And then, we were three! Arriving Jan 2021 ❤️🙏

A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on

बता दें कि विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने 27 अगस्त को अपनी जिंदगी में नए मेहमान के आने का खुलासा किया था, जिसके बाद फैंस से लेकर सेलेब्स उन्हें बधाइयां देते नजर आए थे.

ये भी पढ़ें- 40 साल की हुईं करीना कपूर, फैमिली के साथ किया सेलिब्रेशन

मोटे अनाजों से बनाएं टेस्टी और हेल्दी डिश

आज से कुछ दशक पूर्व तक भारत में मोटे अनाजों का बहुतायत से प्रयोग किया जाता था परन्तु 60 के दशक में आयी हरित क्रांति के उपरांत शनैः शनैः हमारे भोजन की थाली से मोटे अनाजों का स्थान गेहूं और चावल ने ले लिया और मोटे अनाज विलुप्त से हो गए. यद्यपि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इनका प्रयोग किया जाता है परन्तु शहरी क्षेत्रों में तो इनका प्रयोग न के बराबर किया जाता है. हाल के वर्षों में चायनीज, थाई, इटालियन और मैक्सिकन जैसे फ़ास्ट फ़ूड के बढ़ते चलन के कारण अधिकांश शहरी रसोईयों में ये अनाज मिलते ही नहीं हैं परन्तु वर्तमान समय में विभिन्न चिकित्सा और आहार विशेषज्ञों द्वारा पुनः मोटे अनाजों को भोजन में शामिल करने की सलाह दी जाने लगी है क्योंकि ये अनाज पौष्टिकता से भरपूर होते हैं.

एक अनुमान के अनुसार 60 के दशक में भारत में मध्य और दक्षिण भारत तथा पहाड़ी इलाकों में मोटे अनाज की भरपूर खेती होती थी. उस समय देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में मोटे अनाज का 40 प्रतिशत उत्पादन किया जाता था. भारत सरकार ने मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा देने के लिए 2018 को मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाया था.
क्या हैं मोटे अनाज
ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी(महुआ), जौ, कोदो, सांवा, कुटकी, और चीना जैसे अनाज मोटे अनाज की श्रेणी में आते हैं. चूंकि इनकी फसल अल्प मेहनत, अल्प पानी, और कम उपजाऊ जमीन में भी बड़ी ही सुगमता से जो जाती है इसीलिए इन्हें मोटे अनाज कहा जाता है. इसके अतिरिक्त ये जलवायु परिवर्तन को भी बड़ी सुगमता से झेल लेते हैं.

क्यों खाएं मोटे अनाज

हमें मोटे अनाजों को अपने भोजन में क्यों शामिल करना चाहिए इसके लिए हम इनके पौष्टिक गुणों पर एक नजर डालते हैं.

ये भी पढ़ें- हरे प्याज से बनाएं टेस्टी चटनी और परांठा

-रागी

आजकल आहार विशेषज्ञ रागी के प्रयोग पर बहुत अधिक जोर दे रहे हैं क्योंकि इसमें कैल्शियम बहुतायत में पाया जाता है. 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है जो शरीर की हड्डियों को मजबूत करता है. मधुमेह रोग में रागी का प्रयोग काफी लाभदायक होता है. इसे खिचड़ी, इडली, हल्वा, परांठा आदि बनाकर प्रयोग किया जा सकता है.

-बाजरा

बाजरे में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, और केरोटीन होता है. यह शरीर को ताकत प्रदान करता है. यद्यपि इसमें पाइटिक अम्ल, पॉलीफेनॉल जैसी कुछ हानिकारक तत्व पाए जाते हैं परंतु पानी में भिगोकर अंकुरित करने और पकाने के बाद ये सभी पोषणरोधी तत्वों में कमी हो जाती है. रोटी के इससे स्वादिष्ट लड्डू, पुए, कटलेट और मलीदा बनाये जाते हैं.

-ज्वार

ज्वार मुख्यतया नाइजीरिया में उगाया जाने वाला अनाज है. अन्य मोटे अनाजों की तुलना में ज्वार का अधिक औद्योगिक उपयोग किया जाता है. यह संसार में उगाया जाने वाला 5 वां महत्वपूर्ण अनाज है. इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कॉपर, आयरन और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में सहायक है. शराब, बेबी फ़ूड, ब्रेड और बिस्किट बनाने में ज्वार का प्रयोग किया जाता है.

-मक्का

विटामिन ए, फॉलिक एसिड, और एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर मक्का दिल के मरीजों, गर्भवती स्त्रियों और कैंसर रोगियों के लिए लाभकारी होता है. चूंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी अधिक मात्रा में पाया जाता है इसलिए जो लोग वजन घटाना चाहते हैं उन्हें इसका प्रयोग बहुत सीमित मात्रा में करना चाहिए. रोटी, परांठा, कटलेट आदि बनाकर इसका उपयोग किया जाता है.

-जौ

जौ अर्थात बार्ले में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, और कैल्शियम जैसे पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसमें पाए जाने वाले 8 तरह के अमीनो एसिड शरीर में इंसुलिन निर्माण का कार्य करते हैं. जौ को दलिया, रोटी आदि बनाकर प्रयोग किया जाता है.

मोटे अनाजों से बनाएं निम्न स्वादिष्ट व्यंजन

-मल्टीग्रेन वेजिटेबल परांठा सभी अनाजों के आटे में मनचाही कटी सब्जियां, नमक, हींग, जीरा मिलाकर स्वादिष्ट और पौष्टिकता से भरपूर परांठा बनायें.

-रागी इडली 1 कप रागी के आटे को 1 कप दही में घोलकर 15 मिनट रखें. इसमें बारीक कटी प्याज, शिमला मिर्च, टमाटर मिलाएं. नमक, और ईनो साल्ट मिलाकर इडली बनाएं. आप इसे चटनी के साथ अथवा फ्राई करके खाएं.

-बाजरे का दलिया 1 कप बाजरे के दलिये को एक पैन में बिना घी के भून लें. इसमें मटर, कॉर्न, मूंगफली के दाने और मनचाही सब्जियां व मसाले डालकर प्रेशर कुकर में तीन चार सीटियां लेकर पकाएं. ऊपर से 1 चम्मच घी डालकर सर्व करें.

ये भी पढ़ें- स्वाद और सेहत का खजाना है सांभर

-मक्के के कटलेट 2 छिले आलू के साथ शिमला मिर्च, गाजर, गोभी, मटर(सभी 2-2 टेबलस्पून), अदरक और हरी मिर्च के साथ 1 कप डालकर उबाल लें. अब इन सब्जियों को 2 कप मक्के के आटे में सभी मसालों के साथ मिलाकर कटलेट बनाएं. चटनी या सॉस के साथ सर्व करें.

-जौ की खिचड़ी 1 कप जौ को धोकर आधे घण्टे के लिए 2 कप पानी में भिगो दें. अब इसे आधा कप धुली मूंग दाल, हल्दी और नमक डालकर प्रेशर कुकर में चार सीटी लेकर पकाएं. ऊपर से हींग जीरे का बघार लगाकर सर्व करें.

पीरियड्स की डेट नैचुरल तरीके से आगे बढ़ाने के लिए ट्राय करें ये 7 टिप्स

महिलाओं को हर महीने पीरियड्स का होना जरूरी हैं क्योंकि इसी प्रक्रिया से उनका हार्मोनल बैंलेस बना रहता है और ब्लड फिल्टर होता है. लेकिन महिलाओं को होने वाले ये मासिक धर्म अपने  कई सारी प्रॉब्लम साथ लाता है,  जिसके चलते पेट, कमर और पैरों में दर्द  बुखार और मूड स्विंग्स का भी सामना करना पड़ता है.

इस बारे में सी के ब्रिला हॉस्पिटल, गुरुग्राम की डायरेक्टर, गायनेकोलॉजिस्ट एंड ऑब्सटेरिशन (Obstetrician) डिपार्टमेंट की डॉक्टर अरुणा कालरा कहतीं हैं कि महिलाओं के लिए पीरियड्स तब और समस्या बन जाता है जब घर, रिश्तेदारों या फ्रेंड के यहां कोई फंक्शन हो. पीरियड्स को आगे बढ़ाने के लिए  कई महिलाएं दवाइयों का सहारा लेती हैं, जोकि  सेहत के लिए अच्छा नहीं होता. कई बार इनसे साइड इफेक्ट भी होते है. यहां हम आपको बता रहें हैं कि बिना किसी साइड इफेक्ट के आप पीरियड्स को नैचुरली तरीके से कुछ दिन के लिए टाल सकती हैं.

1. स्पाइसी खाने से बचें

पीरियड्स को आगे बढ़ाने के लिए मसालादार खाना बिल्कुल भी ना खाएं क्योंकि मसालादार खाना ब्लड के फ्लो को बढ़ाता है.  जिससे पीरियड्स शुरु होने की संभावना जल्द हो जाती है.जब तक आपको डेट आगे बढ़ानी हो तब तक आप लाइट खाना खाएं. लाल,  हरी मिर्च, काली मिर्च और लहसुन तो भूल कर भी ना खाएं.

ये भी पढ़ें- 35 + के बाद हेल्थ का ध्यान रखें कुछ ऐसे 

2- पुदीना

पुदीना खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. आप इसे खीरे के रस के साथ मिलाकर पिएं. इससे पीरियड्स देर से स्टार्ट होते हैं. डॉक्टर अरुणा कालरा कहतीं हैं कि पीरियड्स में देरी के लिए कई फलों और मसालों का इस्तेमाल किया जाता है. यह 100% प्रभाव के लिए साबित नहीं हुआ है.लेकिन उनके विटामिन सी विटामिन बी खनिज और प्रोटीन ऊतकों पर हीलिंग प्रभाव डालते हैं, यही कारण है कि ये फल और मसाले आपके मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करते हैं.

3- सिरका

पीरियड्स को 3-4 दिन टालने के आप सिरका सबसे बेहतर तरीका है.  इसके लिए एक ग्लास पानी में 3 से 4 चम्मच सिरका मिलाकर दिन में दो से तीन बार पिएं.

4- नींबू

पीरियड्स को टालने, ज्‍यादा ब्‍लड फ्लो को कंट्रोल करने और  रोकने के काम भी आता है. इसलिए  नींबू को चबाएं या खाएं. यदि नींबू को चबा और खा नहीं सकती तो पानी में नींबू नीचोड़कर भी पी सकती हैं.

5- जिलेटिन

अगर आपको पीरियड्स को कुछ घंटों के लिए आगे बढ़ाना हो तो एक कटोरे पानी में जिलेटिन  मिलाएं और तुरंत पी लें. लंबे समय तक रोकने के लिए  इस घोल को दो से तीन बार पिएं.

6- रसबेरी

अगर आप नींबू नहीं खा पा रहीं हैं तो आप रसबेरी का भी सेवन करें. रसबेरी में भी भारी मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है, जिसकी वजह से  मासिक धर्म को नियंत्रित कर सकते हैं. डॉक्टर अरुणा कालरा कहतीं हैं कि आयुर्वैदिक औषधीय प्रणाली में डॉक्टर मासिक धर्म चक्र के लिए प्राकृतिक उपचार लिखते हैं.

ये भी पढ़ें- कोलेस्ट्रॉल रखें काबू में

7- एक्सरसाइज़

पीरियड्स की डेट को आगे बढ़ाने के कुछ एक्सरसाइज़ भी हैं जैसे -एरोबिक्स, जॉगिंग और  साइकलिंग. आप इन्हें रेगुलर करें. डॉक्टर अरुणा कालरा कहतीं हैं कि अत्यधिक व्यायाम टेस्टोस्टेरोन जारी करता है. अच्छी मात्रा में शारीरिक गतिविधि का पीरियड्स पर प्रभाव पड़ता है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें