वैलेंटाइंस डे पर ऐसा हो आप का अंदाज

फरवरी का महीना प्यार का महीना होता है. सुहाना मौसम और हर तरफ प्यार भरी हवा चल रही होती है. यह समय ही कुछ खास होता है, इस खास समय में हर लड़की सजनासंवरना चाहती है और खूबसूरत दिखने की चाहत रखती है. किसी भी पार्टी या फंक्शन के लिए खुद को तैयार करना बहुत आसान होता है, पर जब वैलेंटाइंस डे जैसे खास मौके की बात आती है तब दिल में एक अलग सा ही अरमान होता है कि अपने प्रेमी के लिए कुछ इस तरह तैयार हुआ जाए कि वह आप को पहली ही नजर में देख कर आप पर फिदा हो जाए.

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अगर आप इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रही थीं तो लीजिए हम आप के लिए इस खास मौके पर कुछ खास ब्यूटी टिप्स ले कर आए हैं, जिन्हें आजमा कर आप खुद को स्पैशल फील करने से नहीं रोक सकेंगी.

तैयार हों कुछ खास अंदाज में

प्यार का इजहार करने में आंखों का अहम महत्त्व होता है. ऐसे में आंखों का मेकअप खास होना जरूरी है. इसलिए इन को सजाते वक्त ध्यान दें कि इन पर ज्यादा भारी मेकअप न किया गया हो क्योंकि वे तो केवल आप के प्राकृतिक रंगरूप से ही प्यार करते हैं. इस दिन कोशिश करें कि काजल, मसकारा और पलकों पर हलका सा ग्लिटर लगा कर ब्रश चलाएं.

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हलके और चमकीले रंगों से सजे आप के होंठ एक अलग सा ही समा बांधेंगे. इसलिए इस वैलेंटाइंस वीक पर आप लिपस्टिक के बजाय लिप ग्लौस का इस्तेमाल करिए. इन दिनों रंगों में पिंक, प्लम रैड और पीच बहुत पसंद किए जा रहे हैं. इस दिन लाल रंग का विशेष महत्त्व होता है. इस दिन अगर आप लाल रंग की ड्रैस या फिर नेलपौलिश लगा कर उन के हाथों में अपना हाथ डालेंगी तो लाल रंग आप के प्यार को दर्शाने में आप की मदद करेगा. इसलिए अपने नाखूनों में बेरी रेड कलर की नेलपौलिश लगाना न भूलें.

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इस दिन आप को लाल रंग की ड्रैस पहननी चाहिए. अगर आप चाहें तो अपने लाल रंग की ड्रैस के साथ सफेद काला रंग भी मैच कर सकती हैं. अब जब बात कपड़ों और मेकअप की हो ही चुकी है तो क्यों न आखिर में एक और ब्यूटी टिप दे दी जाए. वैलेंटाइंस डे के दिन जब आप पूरी तरह से तैयार हो जाएं तब एक भीनी खुशबू वाला परफ्यूम लगाना बिलकुल न भूलें. इस को अपने हाथों की कलाई या फिर अपने गले के पास लगाएं और फिर देखें इस का जादू.

तो अब देर किस बात की, जल्दी से ये खास टिप्स अपनाएं और अपने वैलेंटाइंस डे को और भी ज्यादा खास बनाएं.

डस्की स्किन के साथ यों पाएं कौन्फिडैंट लुक

भले ही एक महिला की खूबसूरती का पैमाना गोरे रंग को माना जाता हो, मगर आज के समय में रंग से ज्यादा अहमियत फैशनसैंस, स्मार्टनैस, कौन्फिडैंस और मेकअप के अंदाज को दी जाती है. यदि आप की स्किन टोन डस्की है, तो अपने दूसरे पक्षों को उभारें. नए साल पर सांवली रंगत को ले कर अपनी निराशा छोड़ें और ठान लें कि पर्सनैलिटी को निखारना है.

बनें स्मार्ट और कौन्फिडैंट

बोल्ड बनें: अपने व्यक्तित्व में बोल्डनैस और स्मार्टनैस लाएं. किसी भी कंपीटिशन में हिस्सा लेने से पीछे न हटें. चुनौतियों को स्वीकारें. कोने में दबीछिपी लड़की बन कर रहने से अच्छा हमेशा आगे बढ़ कर नेतृत्व करने को तैयार रहना है. कोई आप से आगे आने को नहीं कहेगा. खुद में ऐसी काबिलीयत लानी होगी कि हर महत्त्वपूर्ण काम के लिए लोगों को आप की ही तरफ देखना पडे़.

आंखों में आंखें डाल कर बात करें: किसी से भी बात नजरें मिला कर करें. इधरउधर देख कर बात करने वालों पर कोई विश्वास नहीं करता और फिर नीची नजरें रखने वाले हमेशा पीछे रह जाते हैं. पूरे आत्मविश्वास के साथ नजरें सामने रख कर बात करने का अभ्यास डालें.

दूसरों से अपनी तुलना न करें: दूसरों से तुलना करने की आदत आप के विश्वास को डगमगा सकती है. आप अपनी खूबियों के बारे में सोचें न कि यह सोचें कि सामने वाला आप से बेहतर है. खुद को कभी कमजोर महसूस न करें. कामयाबी का विश्वास रख कर ही कोई काम करें.

भय पर विजय पाने का प्रयास करें: जिस चीज से भय लगता हो उसे बारबार कर के भय भगाना जरूरी है न कि उस से डर कर चलना. कुछ लोगों को स्टेज पर जाने से डर लगता है. कुछ को तैरने से, कुछ को ऊंचाई से, कुछ को अकेले सफर करने से तो कुछ को प्रेजैंटेशन देने से डर लगता है. आप अपने डर पर विजय प्राप्त करें. इस से आप का आत्मविश्वास मजबूत होगा और आप बोल्ड और कौन्फिडैंट दिखेंगी.

अपनी स्ट्रैंथ पर फोकस करें: जिंदगी ने हर किसी को कुछ खास खूबियों से नवाजा है. कोई खूबसूरत है, कोई अच्छा गाता है, किसी में तार्किक क्षमता कमाल की होती है, कोई नृत्य अच्छा करता है, तो कोई अच्छा लिखता है. आप का रंग दबा हुआ है तो हीनभावना महसूस करने के बजाय अपनी दूसरी खूबियों को उभारें. जो खूबी आप में है वह किसी और में नहीं हो सकती. अपनी स्मार्टनैस, काबिलीयत और अच्छे व्यवहार से दूसरों की नजरों में चढ़ें.

अंदर से खूबसूरत महसूस करें: आप खूबसूरत और स्मार्ट तभी दिखेंगी जब अंदर से खूबसूरत और दूसरों से बेहतर महसूस करेंगी. मन में दुख, हीनता, संताप, ईर्ष्या जैसी भावनाएं हावी रहेंगी तो ये सब चेहरे पर झलकने लगेंगी, क्योंकि मन की स्थिति से त्वचा की रौनक जुड़ी हुई है. यदि सांवली सूरत चिकनी और स्वस्थ हो तो वह ज्यादा अच्छी लगती है न कि गोरी पर मुंहासों से भरी त्वचा.

अतीत की उपलब्धियां याद करें: आप को जीवन में जब भी सफलता मिली थी, उन पलों को याद कर मन में हमेशा स्फूर्ति, सकारात्मकता और उत्साह कायम रखें. अपने अंदर हमेशा आत्मविश्वास का दीप जलाए रखें.

यों दिखें स्टाइलिश

कपड़े पहनने का सलीका: व्यक्तित्व को आकर्षक बनाने में पहनावे का अहम योगदान होता है. कपड़ों का रंग, पैटर्न, फैब्रिक और स्टाइल ऐसा हो जो आप पर फबे और स्मार्ट लुक दे. अपने लिए कपड़े चुनते वक्त खास बातों का खयाल रखें. जैसेकि चमकदार रंगों का प्रयोग न करें. यलो, औरेंज, नियोन जैसे कलर्स अवौइड करें. ये चटक रंग सांवली सूरत पर अच्छे नहीं लगते. हलके और स्किन टोन से मैच करते रंग आप पर ज्यादा फबेंगे. आप प्लम, ब्राउन, लाइट पिंक, रैड जैसे कलर्स ट्राई कर सकती हैं.

जब बात फौर्मल लुक की हो तो बेज कलर की सिंपल शौर्ट ड्रैस पहन सकती हैं, जिस में हलके प्रिंट का काम किया गया हो. ऐसी शौर्ट ड्रैस के साथ हाई हील्स, स्मार्ट वाच और कोट पहन कर औफिस लुक कैरी किया जा सकता है. सैल्मन पिंक कलर का प्रौपर फौर्मल आउटफिट बहुत शानदार लगेगा.

डस्की ब्यूटी ड्रैसिंग स्टाइल्स

फैशन डिजाइनर, आशिमा शर्मा के अनुसार यदि आप की स्किन टोन डस्की है तो आप इन बातों का खास ध्यान रखें:

– आप डैनिम ड्रैसेज पहनें. जैसे डैनिम जींस, प्लाजो, डैनिम शर्ट आदि. ये सभी कौंबो लाजवाब लगेंगे.

– आप अपने कपड़ों के फैब्रिक के साथ खेल कर भी फैबुलस लुक पा सकती हैं. अगर आप एक ब्लैक कलर की शौर्ट ड्रैस पहन रही हैं और उस में नैट, शिफौन जैसा फैब्रिक मौजूद हो तो यह आप के लुक को निखारने में सहायता करेगा.

– ब्लिंगी गोल्ड आप के लिए बेहद शानदार साबित हो सकता है. यदि आप को गाउन पहनना पसंद है तो आप रैड कलर का फ्लोरलैंथ गाउन पहन सकती हैं. औफशोल्डर्ड, शोल्डरलैस, सिंगलशोल्डर्ड गाउन आप पर खूब फबेंगे. इन के साथ बालों को स्ट्रेट रखें.

– अगर बात फौर्मल्स की करें तो आप के लिए बहुत कुछ है जिसे आप रोज औफिस पहन कर जा सकती हैं. हाईवैस्ट जींस को आप सौलिड ट्विस्ट टौप के साथ पहन सकती हैं. इस तरह के लुक के लिए आप बालों को बांध कर रख सकती हैं.

– पैंसिल स्कर्ट के साथ लाइट मिंट कलर में रूफल स्ट्रिप्ड टौप पहनें. बालों को खुला रखें.

कैसा हो सांवली लड़की का मेकअप

खूबसूरत दिखने के लिए सब से जरूरी है स्वस्थ चमकती त्वचा न कि गोरा रंग. चमकती त्वचा के लिए स्वस्थ जीवनशैली और खानपान, अच्छा स्वास्थ्य, पूरी नींद और मन की शांति जरूरी है. अगर त्वचा प्राकृतिक रूप से चमक रही हो तो कम से कम मेकअप में भी आप आकर्षक दिखेंगी.

पेश हैं, आश्मीन मुंजाल द्वारा सांवली सूरत के लिए कुछ मेकअप टिप्स:

– सब से पहले यह देखें कि आप के चेहरे पर अनचाहे बाल न रह जाएं. आइब्रोज, अपर लिप्स, लोअर लिप्स, फोरहैड, चीकबोन जैसी जगहों के अनचाहे बालों को साफ रखें. जरूरी लगे तो उन्हें कंसील कर लें ताकि आप का लुक उभर कर सामने आए.

– अब मेकअप शुरू करें. स्किन टोन के साथ स्किन टैक्स्चर का भी ध्यान रखें. एक अच्छे प्राइमर से शुरूआत करें. यदि स्किन में ड्राइनैस, पैचीनैस या अनईवननैस है, तो ब्यूटी बाम का प्रयोग कर सकती हैं.

– प्राइमर के बाद फाउंडेशन लगाएं. स्किन टाइप और जरूरत के हिसाब से फाउंडेशन ग्लौसी, जैल बेस्ड, एचडी या सिलीकौन लें. फाउंडेशन सेम स्किन टोन का ही लें. डस्की स्किन पर थोड़ा भी फेयर टोन के फाउंडेशन का प्रयोग किया जाए तो स्किन चोक्ड और व्हाइट लगने लगती है.

– कंटूरिंग भी डस्की स्किन मेकअप में सब से महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है. अपने चेहरे के उभारों को हाईलाइट करें और गड्ढों को भरें. इस से स्किन ईवन और अट्रैक्टिव नजर आती है.

– बेस, फाउंडेशन, कंटूरिंग और ब्लशऔन के बाद लिप मेकअप करें. डस्की स्किन में लिप मेकअप के लिए ब्राउन, मैरून, रैड और चेरी रैड जैसे अर्थी कलर्स या फिर कोरल कलर्स का प्रयोग करें.

– आई मेकअप पर खास ध्यान दें, क्योंकि खूबसूरत आंखें सांवली लड़की के चेहरे को अलग ही आकर्षण प्रदान करती हैं. स्मोकी आईज के लिए ब्लैक ट्राई न करें, बल्कि वाइन स्मोक, ब्राउन स्मोक, ग्रे स्मोक जैसे औप्शन और कोरल कलर्स ट्राई करें. फेक आईलैशेज भी ब्यूटीफुल इंडियन लुक के लिए ट्राई कर सकती हैं.

बनाना चाहती हैं खाना जायकेदार तो इन आसान टिप्स को जरूर आजमाएं

परांठे, पूरी या खस्ता रोटी बनाने का आटा गूंधें तो

2 कप आटे में 1 छोटा चम्मच नमक और 1 कप मलाई वाला दूध मिला लें. परांठे, पूरियां, रोटियां खस्ता बनेंगी. दूध की जगह भी ताजा गाढ़े दही का भी प्रयोग कर सकती हैं.

पूरियां फूलीफूली बनें इस के लिए

2 कप आटे में 1/4 कप बारीक सूजी मिला लें.

स्टफ्ड आलू या मूली के परांठे ज्यादा जायकेदार बनाने हों तो

भरावन में थोड़ा सा भुने चनों का पाउडर और 1 छोटा चम्मच कसूरी मेथी हाथ से क्रश कर मिला दें. परांठों में बढि़या स्वाद आएगा.

– कढ़ी के लिए बेसन पकाते समय थोड़ी सी कच्ची हींग और 1 छोटा चम्मच कौर्नफ्लोर पानी में घोल कर    मिला दें. कढ़ी पकने के बाद उस में हींग, राई, जीरे, करीपत्ते, साबूत लालमिर्च और लालमिर्च पाउडर का    तड़का लगा दें. कढ़ी स्वादिष्ठ लगेगी.

– बाजरे या मक्की की रोटी अथवा परांठे बनाने के लिए आटे में थोड़ा सा मट्ठा मिला कर गूंधें. रोटी या     परांठे स्वादिष्ठ लगेंगे.

– चावल की खीर बनाने के लिए एकचौथाई कप चावल में 1 लिटर फुलक्रीम मिल्क का प्रयोग करें. साथ  ही   इस में काजू और बादाम का पाउडर भी मिला दें. चीनी की जगह बताशे या मिश्री अथवा खजूर का गुड़ डालें. खीर बहुत ही स्वादिष्ठ बनेगी.

– कढ़ी के पकौड़े सख्त न बनें इस के लिए मोटे बेसन का प्रयोग करें और इतना फेंटें कि पकौड़ों वाला    बेसन  पानी में तैरने लगे.

– अगर कढ़ी का दही खट्टा नहीं है तो थोड़ा सा अमचूर पाउडर पानी में घोल कर कढ़ी पकने के बाद मिला    दें.  कढ़ी में खट्टापन आ जाएगा.

– रायता बाजार जैसा क्रीमी बनाना हो तो 1 कप दही में 2 बड़े चम्मच क्रीम मिला दें.

– अरहर व धुली मंगी दाल को पकाने से पहले धीमी आंच पर 4-5 मिनट भून लें. ठंडा होने पर पानी से धो     कर भिगोएं और फिर पकाएं. दाल स्वादिष्ठ बनेगी.

– अरहर की 1 कप भुनी दाल में 1 बड़ा चम्मच चने की दाल मिला कर पकाएं. दाल और भी स्वादिष्ठ     लगेगी.

– धनिए व पुदीने की चटनी बना रही हैं तो 1 कप चटनी में 2 बड़े चम्मच आलू भुजिया या भुनी मूंगफली     मिला कर एक बार पुन: पीस लें. चटनी स्वादिष्ठ व चटपटी लगेगी.

– बिना प्याज के पनीर की सब्जी या पालक पनीर बनाएं तो उस में 1 बड़ा चम्मच काजू पाउडर मिला दें.     सब्जी की ग्रेवी क्रीमी हो जाएगी.

बस, आपमें हिम्मत की जरुरत है : आलिया भट्ट

फिल्म ‘स्टूडेंट औफ द इयर’ में मुख्य अभिनेत्री के रूप में कदम रखने वाली आलिया भट्ट का जन्म फिल्मी परिवार में होने की वजह से उन्हें बचपन से ही अभिनय का शौक था. उनकी पहली फिल्म ‘संघर्ष’ थी, जिसमें उन्होंने बचपन की प्रीटी जिंटा की भूमिका निभाई थी. स्वभाव से विनम्र, हंसमुख और स्पष्टभाषी आलिया अपने फिल्मों को लेकर हमेशा सजग रहती हैं, इसलिए उसकी अधिकतर फिल्में बौक्स औफिस पर सफल रहीं. उन्हें हमेशा नयी कहानियां और भूमिका आकर्षित करती हैं. उनकी फिल्म ‘गली बौय’ रिलीज पर है. उनसे बात हुई पेश है कुछ अंश.

इस फिल्म में काम करने की इच्छा कैसे हुई?

ये फिल्म बहुत ही अलग और मजेदार है इसमें मैंने मुंबई की भाषा का खुलकर प्रयोग किया है. सेट पर भी मैंने वैसे ही बात की है, इससे इस किरदार को समझना आसान रहा. इसमें मुझे अधिक तैयारी नहीं करनी पड़ी. अभिनय के बाद मुझे लगा कि मैं एक सही मुम्बई कर हूं, जिसे टपोरी की तरह बात करना अच्छा लगता है.

आपने कई अच्छी फिल्में की और सफल रहीं, ये कितनी अलग है और इससे उम्मीद कितनी है?

मैं हर तरह की अलग फिल्म करने की कोशिश करती हूं. जोनर एक होने पर भी कहानी अलग होनी चाहिए. ये एक गली के लड़के की कहानी है, जिसमें मैं खास हूं, ऐसा शायद हर व्यक्ति के साथ होता है. यह एक अच्छी जर्नी है. हिपहौप और रैप के साथ कोई फिल्म आज तक बनी नहीं है, जिसमें उसके भाव को दिखाया गया हो और इसमें इसकी सारी सच्चाई को दिखाने की कोशिश की गयी है.

आप हिपहौप और रैप को कितना एन्जाय करती हैं?

अभी तक मुझे रैप के बारें में कुछ भी समझ में नहीं आता था. मैं अधिकतर मेलोडी सुनती हूं और कभी-कभी उसे सुनकर गलत या सही बोल के साथ गा भी लेती हूं, लेकिन इसमें एक कविता और ताल का मिश्रण है. मैंने रैप सुनने की कोशिश की और अब समझ पा रही हूं. ये मुझे आसान भी लग रहा है. इस फिल्म में एक वाक्य ‘अपना टाइम आएगा’ को लोग अपने साथ जोड़ पाएंगे, जिसे अभिनय करने में मजा आया.

आप अधिकतर फिल्मों में नए चरित्र के साथ रिस्क लेती हैं, इस बारें में आप क्या कहना चाहती हैं?

मेरे हिसाब से रिस्क लेने के नाम पर रिस्क नहीं लेना चाहिए. अगर कुछ आपको अच्छा लग रहा है और आप ये भी सोच रहे है कि इसमें रिस्क है, बिना अधिक सोचें उसे स्वीकार कर लेना चाहिए. कोई भी प्रोजेक्ट अच्छी होनी चाहिए और उसमें चुनौती हो, उसे भी स्वीकार कर लेना चाहिए. कई बार ये गलत भी हो सकता है, पर उससे मायूस नहीं होना चाहिए. अगर आप एक्सपेरिमेंट नहीं करेंगे, तो खुद की पोटेंशियल को समझ नहीं पायेंगे.

आपको किस बात पर गुस्सा आता है?

मैं बहुत शोर्ट टेम्पर हूं. किसी चीज को अगर मैं एक स्थान पर देखूं और उसे किसी को हटाने के लिए कहूं और उसे न हटाया जाय, तो मैं तुरंत गुस्सा हो जाती हूं. मैं इसे कंट्रोल करने की कोशिश करती हूं, पर जो होनी चाहिए उस पर मैं अपसेट हो जाती हूं. मैं इमोशनल बिल्कुल भी नहीं हूं और बहुत जल्दी किसी को माफ कर देती हूं.

सोशल मीडिया पर एक लड़की ने आपकी हमशक्ल बनकर आपके कई संवाद बोले हैं, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं, इस बारें में आपका क्या कहना है?

मेरे लिए इससे अच्छा अनुभव कुछ नहीं हो सकता, क्योंकि अगर कोई व्यक्ति, जो आपकी तरह दिखे और आपके ही डायलौग बोले, तो अच्छी बात है. इसका अर्थ है कि आपका चरित्र कहीं पर स्थापित हो चुका है, जिसे लोग सुनना पसंद कर रहे हैं.

आप वेलेंटाइन डे किसके साथ और कैसे मना रही हैं और इस दिन के बारें में आपकी राय क्या है?

मैं इस बार वेलेंटाइन डे नहीं मना रही हूं, क्योंकि मैं शूट पर हूं. स्कूल के दिनों में मुझे ये दिन बहुत पसंद था. तब किसको गुलाब का फूल मिलेगा, कौन किसको किस तरह से प्रपोज करेगा, आदि कई सवाल सबके मन में होते थे, जिसे सभी एन्जाय करते थे. मुझे एक बार किसी ने एक परफ्यूम दिया था. मैं बहुत खुश हो गयी थी और 10 दिन में लगाकर खत्म भी कर दिया था. इसे मनाना बहुत जरुरी है. इसे अच्छी तरह लव्ड वन, परिवार और दोस्तों के साथ मनाये. अपने सभी प्यारे लोगों को उपहार, लेटर, कार्ड आदि सब दें.

रणवीर कपूर आपकी बहुत तारीफ करते हैं, आप उनमें क्या खास देखती हैं?

वे एक साधारण इंसान की तरह हमेशा अभिनय करते हैं, जिससे मुझे बहुत प्रेरणा मिलती है. इसमें उनकी कुलनेस और लाइफ को जीने का अंदाज मुझे बहुत पसंद है.

महिला दिवस पर आप महिलाओं को क्या संदेश देना चाहती हैं?

मैं हमेशा ये कहती रही हूं कि आपके सपने को आप कैसे भी पूरा करें. आप खुद अपने आप को औरत समझकर कभी पीछे न हटें. पुरुष प्रधान समाज में हमेशा लोग कहते रहते है कि आप औरत है और आपसे ये काम नहीं होगा. मेरे हिसाब से ऐसा कुछ भी नहीं है, जो औरतें कर नहीं सकती. आपमें बस हिम्मत की जरुरत है.

मां के अलावा और कौन है, जिसने आपके जीवन को प्रभावित किया?

मेरी बहन पूजा और शाहीन ने मुझे बहुत प्रभावित किया. दोनों ही साहसी, इंटेलिजेंट और बहुत ही अच्छे से अपने मन की बात कह पाती हैं. वे दोनों मेरी शक्ति हैं. मैं उन्हें हमेशा गर्वित महसूस करवाना चाहती हूं.

ट्रिप पर होटल के वाई-फाई का करती हैं इस्तेमाल, तो रखें इन बातों का ख्याल

अगर आपको ट्रिप पर फ्री वाई फाई इस्तेमाल करने के लिए मिल जाए तो बिना सोचे समझे आप इसका इस्तेमाल न करें. आपको वाई फाई इस्तेमाल करने में थोड़ी-सी सावधानी बरतनी होगी वरना आपको कई मुसीबतों का सामना भी करना पड़ सकता है.

ट्रिप पर आमतौर आप होटल में ही रूकती हैं. ऐसे में आप अपने मोबाइल का वाईफाई आन करते हैं और होटल के वाईफाई का इस्तेमाल करने लगती हैं. लेकिन जरा रूकिए, होटल का वाईफाई भी आपको कुछ सूरतों में मंहगा पड़ सकता है. आइए, जानते हैं कैसे?

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हैकर्स निजी जानकारियों को चुराकर ब्लैकमेल करते हैं

फ्री वाई फाई का इस्तेमाल खतरे से खाली नहीं है. वाई फाई इस्तेमाल करने में आपने थोड़ी-सी सावधानी न बरती तो आपको कई मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. सार्वजनिक वाईफाई के इस्तेमाल से आपके स्मार्ट फोन से कई संवेदनशील जानकारियां चुराई जा सकती हैं.

वाई-फाई यूज करते ही बदल दीजिए जरूरी अकाउंट के पासवर्ड

अगर आप ने हाल ही में विदेश यात्रा की है और वहां अपना मोबाइल या लैपटप से वाई फाई कनेक्ट किया है तो आपको अपना सारा डाटा एक बार चेक कर लेना चाहिए. आप को सभी जरूरी पासवर्ड बदल देने चाहिए. हैकर्स आप का पैसा, निजी जिंदगी से लेकर हर वो चीज चुरा सकते हैं जिनसे उन्हें कोई भी फायदा हो सकता है.

ऐथनिक ड्रैस में फ्यूजन का तड़का

आजकल फ्यूजनवियर का खूब चलन है. फ्यूजनवियर का अर्थ है 2 भिन्न संस्कृतियों के मेल से बने परिधान. जैसे, भारतीय परिधानों और विदेशी कपड़ों का एक खूबसूरत मिलाप. इसे ऐसे समझें विदेशी गाउन पर भारतीय कढ़ाई या फिर शीशे का काम अथवा फिर ट्यूब टौप के साथ राजस्थानी घाघरा. फ्यूजन परिधानों ने भारतीय फैशन की दुनिया में नई हलचल मचा दी है. नित नए रचनात्मक परिधान सामने आ रहे हैं.

सुनें फैशन की दुनिया के गुरुओं से

अमीत पांचाल, ‘श्रीबालाजी ऐथ्निसिटी रीटेल’ के निदेशक कहते हैं कि महिलाएं पारंपरिक परिधानों से फ्यूजनवियर की तरफ तेजी से जा रही हैं. ‘कल्की’ के निदेशक निशित गुप्ता के अनुसार फ्यूजनवियर एक सही चयन है उन के लिए जो भीड़ से अलग दिखना चाहते हैं. ज्यादातर 22 से 23 साल तक की महिलाएं इस तरह का फैशन करने में आगे रहती हैं. जो परिधान इस दौड़ में आगे हैं वे हैं साड़ी के साथ औफशोल्डर ब्लाउज, धोती पैंट्स के साथ क्रौपटौप या फिर लहंगा अथवा साड़ी के साथ जैकेट.

‘स्टूडियो बाई जनक’ की निदेशक वैंडी मेहरा कहती हैं कि फ्यूजनवियर न केवल फैशनपरस्तों के लिए है, बल्कि आज की नारी जोकि फैशन के साथसाथ आरामदेह परिधान भी चाहती है, को भी यही चाहिए.

ऐसे अपनाएं यह नया फैशन

कुछ फ्यूजनवियर जिन्हें आप भी अपना सकती हैं:

– लहंगे पर पारंपरिक चोली न पहन कर आप फौर्मल शर्ट पहन सकती हैं. इस के साथ औक्सीडाइज्ड गहने पहनना जंचेगा. लहंगे के साथ टैंक टौप या हाल्टर नैक टौप भी एक अच्छा औप्शन है. ‘कल्की’ फैशन स्टोर पर लहंगा और क्रौप टौप की ब्रिकी सर्वाधिक हो रही है, जो अब पारंपरिक लहंगाचोली का पर्याय बनता जा रहा है.

– जंपसूट काफी फैशन में है. इस विदेशी परिधान में देशी तड़का लगाने के लिए इसे सूती कपड़े में बनवाया जा सकता है. इस के अलावा इस पोशाक को एक सूट की तरह पहन कर साथ में रंगीले दुपट्टे से और भी निखारा जा सकता है. गहने भी साथ हों तो कहने ही क्या.

– कुरता डै्रस नवीनतम फ्यूजन परिधान है. चाहे लंबे कुरते को मैक्सी की तरह पहन लें या फिर अनारकली कुरते को बिना चूड़ीदार सलवार के पहनें. वैकल्पिक रूप से पाश्चात्य गाउन पर भारतीय कढ़ाई या अंबी के नमूने भी बनवाए जा सकते हैं.

– धोती पैंट्स की स्टाइल लैगिंग या मिनी स्कर्ट को भी मात देती है. यह सैक्सी परिधान तब और भी निखर उठता है जब इसे क्रौप टौप के साथ पहना जाए.

– फ्यूजन साड़ी ने फैशन की दुनिया में धूम मचा दी है. बौलीवुड सुंदरियों के साथसाथ आम महिलाओं ने भी पारंपरिक साड़ी के साथ नए प्रयोग करने शुरू कर दिए हैं. रफल साड़ी का शोर आजकल हर ओर है. डिजाइनर निदा महसूद ने जींससाड़ी का नया कलैक्शन निकाला है. वे कहती हैं कि साड़ी जैसे साढ़े 5 मीटर लंबे परिधान को आधुनिकता का जामा पहनाने से ‘पेज-3’ की पार्टियों की शान बन सकती है.

– ब्लाउज की डिजाइन की बहार के बारे में तो पूछें ही नहीं. बैकलैस तो कल की बात है. बदलते जमाने में ब्लाउज के नएनए कट कोई जैकेटनुमा तो कोई कोटस्टाइल, कहीं आगे से कटाव तो कहीं पीछे से गहराई वाले चलन में हैं. रचनात्मक तरीकों की कमी नहीं है.

ऐसा नहीं है कि फ्यूजन का असर केवल भारत में ही दिखाई दे रहा है. विदेशी फैशन डिजाइनरों पर भी भारतीय परिधानों का खुमार चढ़ रहा है. ब्रितानी डिजाइनर जौन गैलियानो सिल्क साड़ी पर छोटी जैकेट पहने दिखाई दें या मशहूर मौडल नाओमी कैंपबेल, न्यूयौर्क में एमटीवी, म्यूजिक अवार्ड के दौरान साड़ी पहन कर आईं.

ऐथनिक डै्रस में फ्यूजनवियर के कुछ प्रचलित ट्रैंड हैं औफशोल्डर ब्लाउज, पोंचू स्टाइल के टौप या फिर कुरतों की केवल एक तरफ बाजू. ऐसा नहीं है कि फ्यूजनवियर पर केवल औरतों का अधिकार है, मर्द भी जब जींस के साथ कुरता पहनने लगे हैं.

वैलेंटाइन डे स्पेशल : हेयर स्टाइलिंग टूल्स से निखर उठेंगे आपके बाल

आजकल हेयर स्टाइलिंग टूल्स का चलन काफी बढ़ गया है. लेकिन इन का इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

हेयर ड्रायर

बालों को नया हेयरस्टाइल देने के लिए बिजली के उपकरणों में हेयर ड्रायर मुख्य है. बालों के अच्छे रखरखाव के लिए आप हफ्ते में 1 बार हेयर ड्रायर का प्रयोग कर सकती हैं. रोज या लगातार प्रयोग करने से बालों में डैंड्रफ, ड्राईनैस जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. हेयर ड्रायर के बेहतर परिणाम के लिए इन जरूरी बातों का ध्यान रखें:

– अगर आप के लिए हेयर ड्रायर का इस्तेमाल जरूरी है, तो बालों की नियमित औयलिंग करें. हफ्ते में ज्यादा से ज्यादा 1 बार ही इसे प्रयोग में लाएं.

– ड्रायर का इस्तेमाल करने से पहले बालों की कंडीशनिंग करना न भूलें.

– हेयर ड्रायर प्रयोग करने से पहले बालों में नरिशमैंट सीरम लगा लें ताकि ड्रायर की हीट से बाल मुलायम हो सकें.

– बालों के प्रकार व आवश्यकतानुसार हेयर ड्रायर इस्तेमाल करें जैसेकि बाल कर्ली हैं, रूखे हैं, सौफ्ट हैं या फिर सिल्की.

– हेयर ड्रायर को 6 से 9 इंच की दूरी से ही प्रयोग करें वरना बालों में रूखापन बढ़ जाएगा.

– रूखे बालों में ड्रायर का इस्तेमाल कम से कम करें. कोल्ड ड्रायर का इस्तेमाल करें.

हेयर आयरन

बालों को स्ट्रेट रखने के लिए हेयर आयरन का आजकल बहुत प्रयोग किया जा रहा है. लेकिन इस के अच्छे परिणाम के लिए बेसिक चीज जो ध्यान में रखनी है वह यह कि हमेशा अच्छी क्वालिटी का फ्लैट और अलगअलग तापमान के लिए सिरेमिक प्लेट्स वाली आयरन लेनी चाहिए, जो औटो शट औफ हो. अगर बाल बहुत पतले और डैमेज हैं, तो शुरुआत लो सैटिंग से करें. अगर बाल कर्ली और मोटे हैं तो हाई सैटिंग पर जाएं.

बालों पर आयरन यूज करने से पहले उन्हें शैंपू और कंडीशनिंग करें. गीले बालों में कभी स्ट्रेटनिंग नहीं की जाती है, इसलिए पहले बालों को ब्लो ड्रायर से सुखा लें. बालों को बीचबीच में ठंडी हवा से भी ब्लो ड्रायर करें वरना उन के जलने का डर रहता है. बालों में अच्छे हीट प्रोटैक्टर का प्रयोग करें ताकि वे हौट आयरन की वजह से खराब न हों. इसे खरीदते वक्त ध्यान रखें कि इस में तेल या ज्यादा मात्रा में सिलिकौन नहीं होना चाहिए. इस की केवल 1 बूंद ही काफी रहेगी.

वाइब्रेटर मसाजर

वाइब्रेटर मसाजर द्वारा की जाने वाली मसाज हाथ के द्वारा की गई मसाज से अलग होती है. वाइब्रेटर सिर की मांसपेशियों और खोपड़ी की त्वचा में कंपन पैदा कर के उत्तेजना बढ़ाता है, जिस से रक्तसंचार तेज होता है और नसों का तनाव दूर हो कर थकान दूर होती है. बालों को स्वस्थ रखने के लिए यह काफी फायदेमंद है.

बालों का आपस में रगड़ खाना उन के लिए हानिकारक होता है. हाथ से की गई मालिश से बाल काफी हद तक आपस में रगड़ खाते हैं. वाइब्रेटर द्वारा की गई मालिश से बालों के आपस में रगड़ खाने की संभावना खत्म हो जाती है, साथ ही रक्तसंचार बढ़ने से बालों की जड़ें अधिक मजबूत हो जाती हैं. वाइब्रेटर मसाजर से मसाज करने के लिए ढक्कन की तरह गोल आकार के दांत वाले ऐंप्लिकेशन का प्रयोग किया जाता है.

बेहतर रिजल्ट के लिए सिर की त्वचा पर मसाज देने के लिए वाइब्रेटर की शक्ति 2000 प्रति मिनट कंपन से अधिक नहीं होनी चाहिए. मसाज करते समय हिलनाडुलना नहीं चाहिए क्योंकि किसी तरह का झटका लगने पर चोट लग सकती है. वाइब्रेटर मसाजर को रूखे बालों में भी तेल लगाने के बाद प्रयोग किया जा सकता है.

स्कैल्प स्टीमर

बिजली से चलने वाला यह उपकरण पानी को थोड़ी देर में भाप बना देता है. हर प्रकार की समस्या से ग्रस्त बालों के लिए भाप उपचार विशेष लाभकारी होता है. भाप से स्किन के पोर खुल जाते हैं और उन में फंसी गंदगी बाहर निकल आती है. रक्तसंचार तेज होने से बालों को पूरी तरह पोषण मिलने लगता है. इस के बेहतर रिजल्ट के लिए स्कैल्प स्टीमर से भाप उपचार को नियमित रूप से 2 हफ्ते तक देना चाहिए. बालों को दिए जाने वाले सभी उपचारों में भाप पद्धति खासतौर पर फायदेमंद है.

भाप देने के बाद बालों को धोना नहीं चाहिए. यदि किसी हेयर टौनिक को लगा कर भाप उपचार दिया गया हो तो बालों को धोने की जरूरत नहीं रहती.

इन्फ्रारेड रेज लैंप

इन्फ्रारेड रेज गरमी प्रदान करने वाली वे किरणें हैं, जो दिखाई नहीं देतीं. यदि इन्हें रोशनी के साथ मिलाया जाए तो ये दिखाई देने लगती हैं. इन्फ्रारेड से लिया गया ताप शुरू में अपनी गति धीमी रखता है, कुछ मिनट में पूरी तरह उच्च तापमान तक पहुंच जाता है. इस के द्वारा त्वचा के अंदर मांसपेशियों और त्वचा पर जो असर पड़ता है वह लंबे समय तक रहता है.

शुद्ध रक्तधमनियों में और अशुद्ध रक्त को हृदय की ओर ले जाने वाली रक्तनलिकाओं में ब्लड सर्कुलेशन की तेज गति होने के कारण उस स्थान पर जरूरी पोषक तत्त्व एवं औक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मिलने लगती है. इस से मांसपेशियों में हुई परेशानियां जैसे सूजन, जकड़न तथा नलियों की थकान और दर्द को दूर करने में विशेष लाभ मिलता है.

इन्फ्रारेड का इस्तेमाल करते समय आंखें क्लीन रखें. कौंटैक्ट लैंस या चश्मा लगाती हों तो उतार दें. सोनेचांदी या किसी अन्य धातु के आभूषण पहने हों तो उन्हें भी उतार दें वरना वे गरम हो कर स्किन को जला सकते हैं. लैंप को इस्तेमाल करने के बाद स्किन के सामान्य होने के बाद शैंपू कर कुनकुने पानी का इस्तेमाल करें. लैंप को 25 से 30 इंच की दूरी पर रखें. उसे प्रयोग करते समय गरदन, कमर और कंधों को तौलिए से ढकना न भूलें.

ओजोन रेज लैंप

बिजली से चलने वाले इस उपकरण से ओजोन रेज का निर्माण होता है. ओजोन किरणें रोग को पूरी तरह खत्म कर देती हैं. इन किरणों का प्रयोग करते रहने से बालों और सिर की स्किन में किसी प्रकार के संक्रमण या कोई बीमारी होने की संभावना नहीं रहती है. सफेद बालों की समस्या, गंजापन, बालों का अधिक मात्रा में झड़ना इन सभी समस्याओं को खत्म करने में ओजोन किरणें पूरी तरह सक्षम होती हैं. उपकरण के साथ एक कंघानुमा बल्ब भी होता है. इस के इस्तेमाल से ओजोन किरणों को आसानी से सही प्रकार से बालों की जड़ों तक पहुंचाया जा सकता है.

ओजोन किरणें हमेशा सूखे बालों में ही दी जाती हैं. गीले बालों में भूल कर भी इन का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इन में विद्युत तरंग होने के कारण करंट लग सकता है.

बालों में किसी संक्रमण या रोग के अधिक बढ़ जाने पर नियमित रूप से डेढ़दो मिनट तक ओजोन रेज दी जा सकती हैं. रोग खत्म होने के बाद कुछ महीनों तक प्रति सप्ताह यह उपचार देना चाहिए और उपचार के बाद किसी हेयर टौनिक को बालों की जड़ों में लगा लेना चाहिए. यह बहुत लाभकारी होता है. इस उपचार द्वारा बालों की वृद्धि को विशेष लाभ मिलता है.

थकान, कमजोरी का इलाज है प्रोटीन

प्रोटीन शरीर में पेशियों, अंगों, त्वचा, ऐंजाइम, हारमोन आदि बनाने के लिए बेहद जरूरी होते हैं. ये छोटे अणु हमारे शरीर में कई महत्त्वपूर्ण काम करते हैं.

हमारे शरीर में 20 प्रकार के एमिनो ऐसिड होते हैं, जिन में से 8 जरूरी एमिनो ऐसिड कहलाते हैं, क्योंकि शरीर इन्हें खुद नहीं बना सकता. इसलिए इन्हें आहार के माध्यम से लेना बहुत जरूरी होता है. शेष 12 एमिनो ऐसिड गैरजरूरी कहे जा सकते हैं, क्योंकि हमारा शरीर खुद इन का उत्पादन कर सकता है. प्रोटीन छोटे अणुओं से बने होते हैं, जिन्हें एमिनो ऐसिड कहते हैं. ये एमिनो ऐसिड एकदूसरे के साथ जुड़ कर प्रोटीन की शृंखला बना लेते हैं.

प्रोटीन से युक्त आहार को पचाने के लिए शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है. इसलिए प्रोटीन को पचाने के दौरान शरीर में जमा कैलोरी (वसा और कार्बोहाइड्रेट) बर्न हो जाती है. इस तरह प्रोटीन का सेवन करने से शरीर का वजन सामान्य बना रहता है.

अगर आप शाकाहारी हैं और ऐनिमल प्रोटीन का सेवन नहीं करते हैं तो आप के लिए प्रोटीन की जरूरत पूरी करना थोड़ा मुश्किल होगा. यही कारण है कि शाकाहारी लोगों में प्रोटीन की कमी होने की संभावना ज्यादा होती है.

एक व्यक्ति को औसतन कितनी मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है?

हर व्यक्ति को अपने शरीर के अनुसार अलग मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है. यह व्यक्ति की ऊंचाई और वजन पर निर्भर करता है. सही मात्रा में प्रोटीन का सेवन कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे आप कितने ऐक्टिव हैं, आप की उम्र क्या है? आप का मसल मास क्या है? आप की सेहत कैसी है?

अगर आप का वजन सामान्य है, आप ज्यादा व्यायाम नहीं करते, भार नहीं उठाते तो आप को औसतन 0.36 से 0.6 ग्राम प्रति पाउंड (0.8 से 1.3 ग्राम प्रति किलोग्राम वजन) प्रोटीन की जरूरत होती है. औसत पुरुष के लिए 56 से 91 ग्राम रोजाना और औसत महिला के लिए 46 से 75 ग्राम रोजाना.

प्रोटीन की कमी क्या है?

प्रोटीन की कमी बहुत ज्यादा होने पर शरीर में कई बदलाव आ सकते हैं. इन की कमी शरीर के लगभग हर काम को प्रभावित करती है. ये 13 लक्षण बताते हैं कि आप अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन का सेवन नहीं कर रहे हैं.

वजन में कमी: प्रोटीन की कमी के 2 प्रकार हैं-

पहला- क्वाशिओरकोर. यह तब होता है जब आप कैलोरी तो पर्याप्त मात्रा में ले रहे हैं, लेकिन आप के आहार में प्रोटीन की कमी है और दूसरा मरैज्मस. यह तब होता है जब आप कैलोरी और प्रोटीन दोनों ही कम मात्रा में ले रहे होते हैं.

अगर आप प्रोटीन का सेवन पर्याप्त मात्रा में नहीं कर रहे हैं, तो हो सकता है कि आप का आहार संतुलित नहीं है. आप के आहार में कैलोरी पर्याप्त मात्रा में नहीं है या आप का शरीर भोजन को ठीक से नहीं पचा पा रहा है. अगर आप बहुत कम मात्रा में कैलोरी का सेवन करते हैं, तो आप का शरीर प्रोटीन का इस्तेमाल ऐनर्जी पाने के लिए करेगा न कि पेशियां बनाने के लिए. इस से आप का वजन कम हो जाएगा. हालांकि कुछ लोगों में वजन बढ़ जाता है, क्योंकि उन के शरीर में प्रोटीन को पचाने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं होती.

बाल, त्वचा और नाखूनों की समस्याएं: प्रोटीन की कमी का बुरा असर अकसर बालों, त्वचा और नाखूनों पर पड़ता है, क्योंकि ये अंग पूरी तरह प्रोटीन से बने होते हैं. प्रोटीन की कमी से अकसर सब से पहले बाल पतले होने लगते हैं, त्वचा पर से परतें उतरने लगती हैं और नाखूनों में दरारें आने लगती हैं.

थकान या कमजोरी महसूस होना: जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं मिलता तो पेशियां कमजोर होने लगती हैं, शरीर पेशियों में से एमिनो ऐसिड पाने की कोशिश करता है, जिस से मसल मास कम हो जाता है और मैटाबोलिक रेट भी कम होने लगता है. इस से शरीर में ताकत और ऐनर्जी कम हो जाती और आप हमेशा थका हुआ महसूस करते हैं.

चीनी या मीठा खाने की इच्छा: प्रोटीन को पचाने में कार्बोहाइड्रेट की तुलना में ज्यादा समय लगता है. जब आप ज्यादा कार्बोहाइड्रेट से युक्त भोजन खाते हैं, तो ब्लड शुगर अचानक बढ़ती है और फिर कम हो जाती है. इसलिए चीनी या मीठा खाने की इच्छा होती है. इस से बचने के लिए अपने आहार में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट दोनों की पर्याप्त मात्रा का सेवन करें ताकि आप का शरीर भोजन को धीरेधीरे पचाए और ब्लड शुगर के स्तर में अचानक बदलाव न आए.

ऐनीमिया या खून की कमी: अगर आप के शरीर में प्रोटीन की कमी है तो विटामिन बी12 और फौलेट की कमी होने की संभावना भी बढ़ जाती है, जिस के कारण खून की कमी यानी ऐनीमिया हो सकता है. इस में शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिस कारण ब्लड प्रैशर कम हो सकता है और आप थकान भी महसूस कर सकते हैं.

प्रतिरक्षा क्षमता/ इम्यूनिटी: प्रोटीन की कमी से इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और फिर बारबार बीमार पड़ने लगते हैं. ठीक होने में भी समय लगता है. इम्यून सैल्स प्रोटीन से बने होते हैं. इसलिए अगर आप का आहार संतुलित नहीं है तो आप डोमिनो इफैक्ट से परेशान हो सकते हैं.

ब्लड प्रैशर और हार्ट रेट कम होना: प्रोटीन की कमी से ब्लड प्रैशर कम होने की संभावना बढ़ जाती है. अगर शरीर को सही पोषण न मिले तो इस का असर शरीर के सभी कार्यों पर पड़ता है.

लिवर की समस्याएं: प्रोटीन की कमी और लिवर रोग एकदूसरे से संबंधित हैं. प्रोटीन के बिना आप का लिवर डिटौक्सीफिकेशन का काम ठीक से नहीं कर पाता.

पेशियों और जोड़ों में दर्द: प्रोटीन की कमी होने पर शरीर ऊर्जा की जरूरत पूरी करने के लिए पेशियों से कैलोरी बर्न करने लगता है, जिस से पेशियों एवं जोड़ों में दर्द, कमजोरी महसूस होने लगती है.

पेशियों में कमजोरी: मध्य आयुवर्ग के पुरुषों में अकसर उम्र बढ़ने के साथ सार्कोपेनिया हो जाता है. उन का मसल मास कम होने लगता है. अगर वे अपने आहार में प्रोटीन का सेवन पर्याप्त मात्रा में न करें तो यह समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है.

सूजन: अगर आप के शरीर में प्रोटीन की कमी है, तो आप एडिमा यानी सूजन से पीडि़त हो सकते हैं. शरीर में पानी भरने से आप अपनेआप में फुलावट महसूस करते हैं. प्रोटीन टिशूज में खासतौर पर आप के पैरों और टखनों में पानी भरने से रोकता है.

चोट जल्दी ठीक न होना: प्रोटीन की कमी से शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता तो कमजोर होती ही है, साथ ही घाव को भरने के लिए नए टिशूज और नई त्वचा बनाने के लिए भी प्रोटीन की जरूरत होती है.

बच्चों का ठीक से विकास न होना: प्रोटीन न केवल पेशियों और हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि शरीर के विकास के लिए भी जरूरी है. इसलिए बच्चों में प्रोटीन की कमी घातक साबित होती है. प्रोटीन की कमी के कारण उन का विकास ठीक से नहीं हो पाता है.

-डा. श्रुति शर्मा

डाइट काउंसलर, बैरिएट्रिक एवं न्यूट्रिशनिस्ट, जेपी हौस्पिटल, नोएडा

पंद्रह फरवरी को नीति मोहन किसकी जीवन संगिनी बनेंगी?

‘‘इश्क वाला लव’’ फेम गायिका नीति मोहन पंद्रह फरवरी को हैदराबाद में अभिनेता निहार पंड्या के संग विवाह रचाकर उनकी जीवन संगिनी बनने जा रही हैं. नीति मोहन के करीबी सूत्रों के अनुसार 14 फरवरी, वेलेंटाइन डे के दिन शाम को मेंहंदी समारोह आयोजित किया जाएगा. उसी दिन रात में संगीत और रिंग सेरेमनी संपन्न होगी. इसके बाद 15 फरवरी को हैदराबाद के ताजफलक नुमा पैलेस में शादी सम्पन्न होगी. इस समारोह में गायिका हर्षदीप कौर परफार्म करेंगी. उसके बाद मार्च माह के पहले सप्ताह में बौलीवुड से जुड़े लोगों के लिए मुंबई में रिसेप्शन पार्टी का आयोजन होगा.

सूत्रों कि माने तो नीति मोहन और निहार पंड्या की मुलाकात एक साल पहले गोवा में एक दोस्त की शादी समारोह में हुई थी. उसके बाद दोनों नजदीक आते चले गए. कुछ दिन पहले कपिल शर्मा के शो में निहार पंड्या और नीति मोहन एक साथ आए थे, जिसमें निहार पंड्या ने इस रिश्ते को कबूल किया था. सूत्रों की माने तो पिछले सप्ताह नीति मोहन ने अपनी बहनों शक्ति, मुक्ति, कीर्ति के अलावा आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा के साथ बैचलर पार्टी भी मनायी.

घर बैठे ऐसे सुधारें पैन कार्ड की गलतियां

वित्तीय लेनदेन के लिहाज से पैन कार्ड आज बेहद जरूरी दस्तावेज बन चुका है. बिना पैन के बड़े आर्थिक लेनदेन संभव नहीं है. यहां तक अब बैंक खातों को खोलने के लिए भी पैन एक बेहद जरूरी है. इस तरह के सरकारी दस्तावेजों में किसी भी तरह की गड़बड़ी को ठीक कराना अपने आप में एक चुनौती भरा काम होता है. ऐसे में  हम आपको पैन कार्ड की गलतियों को सुधारने के कुछ  औनलाइन तरीकों के बारे में बताने वाले हैं. जिसकी सहायता से आप पैन की गलतियों को आसानी से घर बैठे ठीक करा सकती हैं.

  • सबसे पहले एनएसडीएल की वेबसाइट पर जाएं.
  • नए टैब के एप्लिकेशन बौक्स में Changes or corrections in existing PAN Data/ Reprint of PAN card विकल्प पर क्लिक करें.
  • इसके बाद जो बौक्स स्क्रिन पर आएगा उसमें पूछी गईं सारी जानकारी भर कर सब्मिट कर दें. ये प्रौसेस पूरा होने के बाद एक टोकन नंबर जनरेट होगा. उसे कहीं नोट कर के रख लें.
  • टोकन जब जनरेट होने के बाद आधार नंबर, पैन जैसी मांगी गई निजी जानकारियां दर्ज करें.
  • इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा. यहा उम्र का प्रमाण, पते का प्रमाण, पहचान संबंधी दस्तावेजों को अपलोड करें. इसके बाद डिक्लेरेशन भर दें. अपनी फोटो को सेल्फ अटेस्ट कर के अपलोड करें. सारी मांगी गई चीजों को अपलोड करने के बाद एक बार रिव्यू कर लें. इसके बाद आपको पेमेंट करना होगा.
  • अगर आपका पता भारत का है को आपको बतौर प्रोसेसिंग फी 100 रुपये पे करना होगा. वहीं गैर भारतीय पते के लिए आपको 1020 रुपये की रकम अदा करनी होगी.
  • सफल पेमेंट होने के बाद आपकी स्क्रिन पर एक इनक्लोजर आएगा. इसे डाउनलोड कर लें. इसको प्रींट कर के इसका हार्ड कौपी रखें.
  • आपको बता दें कि इंडिविजुअल आवेदकों को दो फोटो लगानी होगी और सेल्फ अटेस्ट करना होगा.
  • इसपर साइन करते वक्त ध्यान देने की जरूरत है कि आपका साइन आधा फोटो पर हो और आधा एक्वौलेजमेंट पर हो. इसे एनएसडीएल ई-गो पर भेज दें.
  • एक्नौलेजमेंट और अन्य जरूरी दस्तावेजों को एनएसडीएल पर सब्मिट करने के 15 दिनों के अंदर पहुंच जाना चाहिए. ध्यान रखें कि आप अपने पैन के करेक्शन फॉर्म को सावधानी से भरें.
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