WELCOME 2020: इस साल शादी के बंधन में बंध सकते हैं ये सितारे

नया साल यानी 2020 शुरू हो गया है. जहां इस साल कई नई फिल्में आने वाली हैं, जिनका फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तो वहीं बौलीवुड और टीवी की कुछ जोड़ियां इस साल शादी के बंधन में बंधने वाली हैं. हालांकि अभी तक ये साथ नही है कि शादी कब होगी, लेकिन कुछ जोड़ियां ऐसी हैं, जिन्होंने अपनी शादी को लेकर खुलासे किये हैं. आइए आपको बताते हैं साल 2020 में शादी के बंधन में बंध सकती है बौलीवुड की ये जोड़ियां…

बौलीवुड एक्टर वरुण धवन और नताशा दलाल

बौलीवुड के हीरो यानी वरुण अपनी बचपन की दोस्त नताशा दलाल से साल 2020 में शादी कर सकते हैं. कौफी विद करण सीजन 6 में, जहां वरुण कैटरीना कैफ के साथ आए, जिसमें अभिनेता ने नताशा के साथ अपने रिश्ते को न केवल स्वीकार किया, बल्कि यह भी कहा कि वह जल्द ही उनसे शादी करेंगे.

 

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रणबीर कपूर और आलिया भट्ट

 

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बौलीवुड में एक्टर रणबीर और आलिया अक्सर अपनी डेटिंग लाइफ को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. वहीं आलिया को अक्सर रणबीर के पेरेंट्स के साथ देखा जा चुका है. वहीं कहा जा रहा है कि रणबीर और आलिया साल 2020 में शादी के बंधन में बंध सकते हैं.

सुष्मिता सेन और रोहमन शॉल

 

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#love ?

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एक्ट्रेस सुष्मिता सेन फिलहाल उनसे 15 साल छोटे मौडल रोहण शॉल को डेट कर रही हैं, जो उनके साथ अक्सर फैमिली फंक्शन में नजर आते हैं. हाल ही में सुष्मिता ने अपना बर्थडे मनाया था, जिसके लिए उनके बौयफ्रैंड सरप्राइज पार्टी रखी थी. अनुमान है कि सुष्मिता सेन और रोहमन शॉल साल 2020 में शादी के बंधन में बंध सकते हैं.

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अर्जुन कपूर और मलाइका अरोड़ा

 

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Sun,star,light,happiness…….2020✨

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अरबाज खान से ब्रेकअप के बाद एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा खान इन दिनों अपने एक्टर अर्जुन कपूर को डेट कर रही हैं. इसी के साथ वह अपने प्यार को सभी के सामने कूबूल भी कर चुकी हैं. इसी के साथ संभावना है कि इस साल दोनों शादी के बंधन में बंध जाएंगे.

अरबाज खान और जॉर्जिया एंड्रियानी

 

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Happy birthday Giorgia ❤️

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तलाक के बाद जैसे मलाइका अर्जुन के साथ अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुकी हैं वैसे ही अरबाज खान भी जॉर्जिया एंड्रियाणी के साथ अपनी जिंदगी शुरू कर चुके हैं. साल 2020 में दोनों की शादी के बंधन में बंधने की अफवाह है.

प्रोटीन सप्लिमैंट से जुड़े मिथ के बारे में भी जानना है जरूरी

प्रोटीन सप्लिमैंट को ले कर बहुत से मिथ हैं, जिन की वजह से लोग इन का सेवन करने से घबराते हैं. आइए फिटनैस ऐक्सपर्ट संकल्प (गुडवेज फिटनैस) से जानें कि क्या प्रोटीन  सप्लिमैंट लेना वाकई खतरनाक हो सकता है?

मिथ: प्रोटीन सप्लिमैंट से वजन बढ़ता है.

सच्चाई: असल में प्रोटीन, प्रोटीन शेक, स्मूथी वजन को कम करने और दुबला बनाने में मदद करते हैं. आप के पेट की चरबी तेजी से कम करते हैं. जब आप किसी भी रूप में प्रोटीन का सेवन करते हैं तो आप को अपना पेट भरा हुआ महसूस होता है. प्रोटीन लेने के बाद आप लंबे समय तक भोजन किए बिना रह सकते हैं और बहुत कम कैलोरी खाते हैं. यह आप के वजन घटाने के पीछे की महत्त्वपूर्ण वजह बनती है. लेकिन प्रोटीन बहुत अधिक मात्रा में लेने पर उलटा असर भी पड़ सकता है.

 

मिथ: प्रोटीन सप्लिमैंट लेने से हड्डियां कमजोर होती हैं.

सच्चाई: जो लोग सही मात्रा में प्रोटीन खाते हैं वे उम्र के अनुसार हड्डियों पर मांस को बेहतर बनाए रखते हैं और उन्हें औस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा बहुत कम होता है. यह महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण है, जो मेनोपौज के बाद औस्टियोपोरोसिस के हाई रिस्क पर होती हैं. भरपूर मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना और सक्रिय रहना एक अच्छा तरीका है.

मिथ: प्रोटीन सप्लिमैंट का सेवन किडनी के लिए हानिकारक है.

सच्चाई: बहुत से लोगों का मानना है कि हाई प्रोटीन का सेवन किडनियों को नुकसान पहुंचाता है. यह बात सही है, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि उच्च प्रोटीन सप्लिमैंट का सेवन किडनियों की समस्याओं वाले व्यक्तियों को नुकसान पहुंचा सकता है, मगर स्वस्थ किडनियों वाले लोगों के लिए इस से कोई संबंध नहीं है. जरूरी है कि प्रोटीन सप्लिमैंट लेने के साथ भरपूर मात्रा में पानी पीया जाए ताकि किडनियों पर लोड न पड़े, साथ ही बाकी शरीर पर भी कोई हानिकारक प्रभाव न पड़े.

मिथ: प्रोटीन सप्लिमैंट मुख्य रूप से पशु प्रोटीन होता है.

सच्चाई: प्रोटीन सप्लिमैंट केवल ऐनिमल बेस्ड प्रोडक्ट्स में ही होता है, यह सोचना गलत है, क्योंकि बाजार में प्लांट प्रोटीन भी पाउडर की फौर्म में मिलते हैं जो शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करते हैं. जो लोग शुद्ध शाकाहारी हैं वे प्लांट बेस्ड प्रोटीन का इस्तेमाल कर सकते हैं. प्रोटीन शुद्ध शाकाहारियों के लिए अच्छा है जो अपने प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल नहीं कर पाते.

आप घर पर भी प्लांट प्रोटीन बना सकते हैं. कुछ नट्स मिला कर पीस कर प्रोटीन तैयार कर सकते हैं. बाजार में सोया प्रोटीन पाउडर भी मिलता है, जो पूरी तरह से नैचुरल और प्लांट बेस्ड होता है. वैसे शाकाहारी बनने का जनून भी निरर्थक है. हम सब दूध पीते हैं जो शाकाहारी नहीं है. बहुत चीजों में जानवरों की चरबी इस्तेमाल होती है. कई कौस्मैटिक उत्पादों में जानवरों के भीतर से निकली चीजें डाली जाती हैं. यह धार्मिक अंधविश्वास है कि शुद्ध शाकाहारी होना हिंदूपने की निशानी है.

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मिथ: प्रोटीन लेने से हमारा पाचन खराब होता है.

सच्चाई: कुछ लोगों को व्हे प्रोटीन को पचाने में समस्या होती है और सूजन, गैस व दस्त जैसे लक्षण महसूस होते हैं. लेकिन इन में से ज्यादातर दुष्प्रभाव लैक्टोज इन्टौलेरैंस से संबंधित हैं. व्हे प्रोटीन में लैक्टोज मुख्य कार्ब है. जो लोग लैक्टोज इन्टौलरैंट हैं वे ऐंजाइम लैक्टोज का पर्याप्त उत्पादन नहीं कर पाते जिस की आवश्यकता शरीर को लैक्टोज को पचाने के लिए होती है. यदि आप लैक्टोज इन्टौलरैंट हैं तो व्हे प्रोटीन का आइसोलेट पाउडर ले सकते हैं.

मिथ: जितना ज्यादा प्रोटीन उतना बेहतर.

सच्चाई: कुछ लोगों का मानना है कि वे जितना ज्यादा प्रोटीन अपने भोजन में शामिल करेंगे उन के लिए उतना ही अच्छा होगा. मगर ऐसा बिलकुल नहीं है. प्रोटीन हमें अपने शरीर के अनुसार निर्धारित मात्रा में ही लेना चाहिए. जैसे 0.5 से 0.8 ग्राम उस व्यक्ति के लिए पर्याप्त है,

जिसे शारीरिक रूप से बहुत कम काम करना होता है. 1 से 1.5 ग्राम ऐथलीट्स के लिए पर्याप्त है, जो बहुत मेहनत का काम करते हैं.

 खूबसूरत वादियों और वनस्पतियों की रानी है ऊटी

प्रकृति से प्रेम करने वाला और खूबसूरत वादियों के नज़ारे को देखने की शौक रखने वाला व्यक्ति अधिकतर अपने परिवार और दोस्तों के साथ सुकून और प्रदूषण रहित स्थान पर जाने की कल्पना करता है, जो आजकल मैदानी इलाकों में खासकर बड़े या छोटे शहरों में मिलना संभव नहीं, जहां नीले खुले आकाश में हरी-भरी वादियाँ और पक्षियों की चहचहाहट सुनने को मिले. आज हम बताते है तमिलनाडू में स्थित बेहतरीन पर्यटन स्थल पहाड़ों की रानी ऊटी के बारें में, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं. दूर-दूर तक फैली हसीन वादियाँ, हरे-भरे पेड़ पौधे इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगाते है. यह बेस्ट हनीमून डेस्टिनेशन है. जहाँ अधिकतर जोड़े शादी के बाद आते है और अपनी खूबसूरत यादे लेकर वापस जाते है.

समुद्र की सतह से करीब 7,700 फीट की ऊँचाई पर स्थित यह पर्यटन स्थल देश में ही नहीं विदेश में भी प्रचलित है. यहाँ का तापमान सर्दियों के अलावा सालभर सुहाना रहता है, केवल जाड़े में तापमान शून्य से भी नीचे चला जाता है, पर यहाँ बर्फ नहीं गिरती. निलगिरी हिल्स पर स्थित चाय के बागान, अलग-अलग तरह की वनस्पतियाँ पर्यटकों को अनायास ही आकर्षित करती है.यहाँ कई टूरिस्ट स्पॉट है मसलन डोडा बेट्टा पीक, लैम्ब्स रॉक, कोडानाद व्यू पॉइंट, बोटानिकल गार्डन, निलगिरी माउंटेन, चर्च आदि है.

आकर्षक जगहें

ऊटी जाने के बाद पहले दिन ऊटी और कुन्नूर को घूमना अच्छा रहता है, अगले दिन पाईकरा  मदुमलाई, उसके बाद अव्लांचे लेक, 3 दिन में पूरी ऊटी को घूमा जा सकता है. सफारी का आनंन्द भी ऊटी में आप उठा सकते है जो सुबह 9 बजे से शाम को 6 बजे तक होता है. इसके लिए परमिशन की जरुरत नहीं होती. जंगल की गाडी ही इस सफारी को करवाती है. जिसका मूल्य प्रति व्यक्ति 400 रुपये होती है. हर दिन इसे आप कर सकते है. कई बार यहाँ हर तरह के जंगली जानवर से भी रूबरू होना पड़ता है.

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डोडा बेट्टा पीक के बारें में कार चालक स्माइल बताते है कि ऊटी शहर से 8 से 9 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ, ये पीक यहाँ की सबसे ऊँची चोटी है. इसकी ऊँचाई 2623 मीटर है इसके बाद पहाड़ी से नीचे की ओर जाना पड़ता है. यहाँ पर्यटक अधिकतर कार से आते है. यहाँ जंगलों में कई प्रकार के जंगली जानवर जैसे बाईसन, हिरण और चीता है. यहाँ चीड़ के पेड़ काफी मात्रा में पाए जाते है.यहाँ बारिश के मौसम में लैंडस्लाइड नहीं होती, इसलिए सैलानी यहाँ हर मौसम में आ सकते है, यहाँ से ऊटी का पूरा नज़ारा देखने लायक होता है. 90 प्रतिशत लोग यहाँ आते है. इसके अलावा लैम्ब्स रॉक कुनूर से केवल 9 किलोमीटर की दूरी पर है. यहाँ से कोयंबटूर के सुंदर और चाय के बागानों के मनमोहक दृश्य आसानी से देखे जा सकते है, जिसे फोटोग्राफी के शौक़ीन व्यक्ति कैमरे में कैद कर सकते है. कोडानाद व्यू पॉइंट भी ऐसी ही एक सुंदर पीक है, यह निलगिरी पर्वत श्रृंखला के पूर्वी छोर पर कोटागिरी से 16 किलोमीटर की दूरी पर है. यहाँ से मयार नदी और चाय के बागान देखे जा सकते है.

निलगिरी माउंटेन के बारें में स्टर्लिंग हॉलीडेज के रीजनल मैनेजर मुत्थुराज रिचार्ड बताते है कि ऊटी की निलगिरी चाय 187 सालों से प्रसिद्ध है, ये 1832 में क्रिस्टी नाम के एक सर्जन ने इसे उगाया था. जब वह एक दिन इन पहाड़ियों के बीच से गुजर रहा था तो चाय के तरह के केमेलिया वेरायटी के पौधों को पहाड़ियों पर देखा और चीन से कुछ चाय के बीज मंगवाकर इन पहाड़ियों पर लगवाएं. जब तक पौधे बड़े होते उनकी मृत्यु हो चुकी थी. इसके बाद सरकार ने 1935 में इस तरफ ध्यान दिया. यहाँ की सरकार ने इसकी पहली नर्सरी केटी वैली में शुरू की और चाय की खेती शुरू हुई. जिसे यहाँ के लोग पहाड़ों की ढलान पर सीढ़ीनुमा खेतो में उगाते है. ये चाय स्वाद और सुगंध के लिए बहुत मशहूर है. सैलानी यहाँ आने पर उसका अच्छा लुत्फ़ उठाते है. कोरा कोंडा सबसे ऊँची चाय के बागान है. कई प्रकार के चाय यहाँ पायी जाती है. यहाँ की पहाड़ियों में ग्रीन टी, ब्लैक टी, वाइट टी आदि कई वैरायटी है. जिसमें वाइट टी सबसे अधिक महँगी और स्वाद में अच्छी होती है. ये निलगिरी पहाड़ियों की सबसे ऊँचाई पर ही पैदा होती है. इसके कली के खिलने से पहले इसे तोड़ी जाती है, ताकि इसकी फ्लेवर बनी रहे. अधिक ऊँचाई पर उगने वाले चाय का स्वाद और सुगंध सबसे अच्छा होता है.

इसके अलावा निलगिरी पर्वत नाम पड़ने के बारें में ऊटी निवासी संतोष कहते है कि इन पहाड़ियों में निलगिरी के पेड़ काफी मात्रा में है, जिसकी महक ऊटी जाते समय ही अनुभव होता है. निलगिरी का तेल सैलानी यहाँ से ले जाते है, जो सर्दी जुकाम और सिरदर्द के लिए काफी उपयोगी होता है. कुछ लोग मानते है कि बसंत ऋतु में एक ख़ास तरह के नीले फूल इन पर्वत श्रृंखलाओं पर खिलते है, जिससे पूरा पर्वत माला नीला दिखाई पड़ता है, इसलिए इसे निलगिरी पर्वत कहा जाता है.

प्रकृति प्रेमियों के लिए वनस्पति उद्यान ऊटी की एक खास जगह है, इसकी स्थापना साल 1847 में की गयी थी. 22 हेक्टेयर में फैले इस वन की रखवाली वनविभाग करती है. यहाँ पेड़-पौधों की 650 प्रजातियाँ है और यह करीब 2 करोड़ वर्ष पुराना है.

ऊटी झील में नौका विहार सबसे अच्छा और खूबसूरत है. मछली के शिकार करने के लिए यहाँ परमिशन लेनी पड़ती है. इसका निर्माण साल 1825 में जॉन सुलिवान ने करवाया था. यह झील 2.5 किलोमीटर लम्बी है. इसके अलावा यहाँ एक बगीचा और जेट्टा भी है.

जाने ऊटी की इतिहास करीब से

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स्टर्लिंग हॉलीडेज के मुख्य मार्केटिंग ऑफिसर पेशवा आचार्य बताते है कि निलगिरी चेर साम्राज्य  का भाग हुआ करती थी. इसके बाद वह गंग साम्राज्य के पास गयी और 12वीं शताब्दी में होयसल साम्राज्य के राजा विष्णुवर्धन के अंतर्गत आ गयी और बाद में यह मैसूर राज्य का हिस्सा बना. 18 शताब्दी में टीपू सुल्तान ने इसे अंग्रेजों के हवाले कर दिया, लेकिन पड़ोसी कोयम्बटूर के गवर्नर जॉन सुलिवान को यहाँ का मौसम बहुत सुहावना लगा और उन्होंने यहाँ बसे आदिवासियों, जिसमें तोडा, इरुम्बा और बडगा प्रमुख थे, उनसे जमीनें खरीदनी शुरू कर दी. इस जगह का अधिक विकास ब्रिटिश राज्य में हुआ. बाद में ऊटी को मद्रास प्रेसिडेंसी की ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा दिया गया. तोडा लोग भैस पालने के लिए जाने जाते थे, जबकि बडगा अच्छी खेती करने में माहिर माने जाते है. यहाँ की अर्थव्यवस्था अधिकतर पर्यटन और कृषि पर ही टिकी हुयी है. ठंडी मौसम होने की वजह से चाय के अलावा यहाँ की आलू, गाजर, गोभी आदि की खेती काफी अच्छी होती है. इसके आगे उनका कहना है कि ऊटी की तोडा आदिवासियों के बारें में जानकारी, उनकी संस्कृति और हेंडीक्राफ्ट को आगे लाने के लिए वे निरंतर प्रयास कर रहे है.

क्या खाए और कहाँ से  

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एक्जीक्यूटिव शेफ सर्वानन्द बताते है कि इस तरह के चाय किसी भी समय आप कभी भी ले सकते है. इसके अलावा ऊटी की स्ट्राबेरी स्मूदी डीटोक्स करने के लिए बहुत अच्छी होती है जो यहाँ के लोग अधिकतर घर पर ही बनाते है. यहाँ का मौसम पूरे साल ठंडा रहता है. इसलिए सैलानी पूरे साल यहाँ घूमने आते है. यहाँ के फ़ूड की बात करें तो यहाँ की अधिकतर व्यंजन कर्नाटक और साउथ इंडियन फ़ूड से ही प्रेरित है. जिसे आप किसी भी रेस्तरां या होटल से खा सकते है. इसके अलावा यहाँ आने पर बडगांव फ़ूड और ऊटी वर्की जो यहाँ के आदिवासी अधिक खाते है. ऊटी वर्की मक्खन और मैदे के साथ मिलाकर बनाया जाता है, उसे अवश्य खाने की कोशिश करें. यहाँ बडगाव के लोग अधिक बसते है. ऊटी की सेव जो बेसन, चावल के आटे, काजू और मसालें से बनायी जाती है, जिसे किसी भी व्यंजन के साथ या खाली खा सकते है ये हर डिश को लज़ीज़ बनाती है. असल में ऊटी 8 जिले के अन्तर्गत विभाजित है. यहाँ हजारों प्रकार की इडली प्रसिद्द है. जो उस समय के राजा-रजवाड़े के खान पान से प्रेरित है. संतागई एक ब्रेकफास्ट फ़ूड है, जिसे चावल और उर्द के पेस्ट से बनायीं जाती है इसके अलावा कांचीपुरम इडली, जैस्मिन इडली आदि कई है. यहाँ के लोग अधिकतर स्टीम्ड फ़ूड खाते है, क्योंकि वे अधिकतर किसान है, इसलिए वे इस तरह के भोजन करने पर पूरा दिन काम कर सकते है. इसे बनाना, खाना और हज़म करना आसान होता है. इतना ही नहीं यहाँ के किसान अधिकतर चावल और मक्खन खाते है.

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कैसे जाएँ

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निकटतम हवाई अड्डा कोयम्बटूर है, यहाँ से गाडी से ऊटी की 87 किलोमीटर की दूरी करीब 3 घंटे की जर्नी कर पहुंचा जा सकता है, जबकि रेलवे स्टेशन उदगमंडलम है, यहाँ से टॉय ट्रेन से ऊटी पहुँचने में साढ़े 6 घंटे लगते है.

ठहरने की सुविधा

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ऊटी में रहने की बहुत सुविधाएँ है. शॉप में काम करने वाले सरजू कहते है कि हर बजट के होटल और हॉलिडे होम्स यहाँ पर उपलब्ध है. 1 हज़ार रुपये प्रतिदिन से लेकर 6 हज़ार रुपये के अच्छे कमरे मिल सकते है. अप्रैल से जून तक का समय घूमने के लिए सबसे अच्छा होता है और अधिकतर सैलानी तभी आते है. ठंड में पर्यटकों की संख्या कम हो जाती है.

क्या खरीदें

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शॉप के ओनर उमेश का कहना है कि ऊटी के चाय, हाथ से बनी चोकलेट, खुशबूदार निलगिरी तेल और मसालों के लिए प्रसिद्द है. बाज़ार में आसपास की दुकानों पर ये आसानी से मिल जाता है. यहाँ के तोडा आदिवासी महिलाएं हाथ से कपड़ा, शाल और स्टोल बुनती है. इसके अलावा तोडा शैली के चांदी के पारंपरिक गहने भी आसानी से मिलते है, जिसे वे सोने में भी बना देते है. तमिलनाडू के हस्तशिल्प केंद्र से इसे ख़रीदा जा सकता है.

छोटी सरदारनी: खतरे में पड़ेगी सरब की जान, क्या साथ आएंगी मेहर और हरलीन?

कलर्स के शो ‘छोटी सरदारनी’ में मेहर के पास अपने बच्चे या सरब और परम के बीच में से किसी एक को चुनने के लिए बहुत कम दिन बचे हैं. तो वहीं हरलीन और सरब के बीच भी मेहर के कारण दूरियां खत्म होने का नाम ही नही ले रही हैं. आइए अब आपको बताते हैं क्या होगा शो में आने वाला नया ट्विस्ट…

सरब ने किया बटवारे का फैसला

अब तक आपने देखा कि मेहर के बच्चे के नाम प्रौपटी करने से गुस्से में हरलीन, सरब को दो रास्ते देती है कि वह घर छोड़कर चली जाएगी या फिर घर का बटवारा होगा, लेकिन सरब दोनों बातों के लिए नही मानता. तो रौबी सरब को कहता है कि घर और प्रौपर्टी को बेच दे. वहीं मेहर इस पूरे मामले में चुप्पी बनाए रखती है.

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मेहर को कंस्ट्रक्शन साइट पर ले जाएगा सरब

आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि सरब, मेहर को कंस्ट्रक्शन साइट पर लेकर जाएगा. जहां वो मेहर को बताएगा कि वो गरीबों के लिए एक अस्पताल बनवाना चाहता है जो उसके पिताजी का सपना था.

मेहर को गोद में उठा लेगा सरब

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मेहर की प्रेग्नेंसी को देखते हुए सरब परेशान होता है, इसीलिए वह मेहर को गोद में उठा लेता है ताकि उसे सीढ़ियों पर चलने में कोई तकलीफ ना हो.

खतरे में पड़ेगी सरब की जान

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कंस्ट्रक्शन साइट पर सरब का पैर फिसल जाएगा और वो ऊंचाई से नीचे गिर जाएगा, जिससे उसकी जान खतरे में पड़ जाएगी. सरब की ये हालत देख मेहर और हरलीन बुरी तरह घबरा जाएंगी.

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अब सवाल ये है कि क्या सरब को बचाने के लिए मेहर और हरलीन अपने गिले-शिकवे भुलाकर एक साथ आएंगी? जानने के लिए देखते रहिए ‘छोटी सरदारनी’, सोमवार से शनिवार, रात 7:30 बजे, सिर्फ कलर्स पर.

फैशन का नया पैमाना बन रहा है खादी

 स्वदेशी आन्दोलन के समय विदेशी कपड़ो के विरोध में जब गाँधी जी ने  जन-जन से खादी पहनने का अवहान किया था तो किसी ने नही सोच था कि एक दिन यही खादी  फैशन का पैमाना बनकर उभरेगा. खादी में डिजायनों में खूबसूरती की नई संभावनाएं नजर आने लगी हैं. इसे देखते हुए अब लग रहा है कि भारत में खादी के वस्त्रों का फैशन भी आने वाले दिनों में चल निकलेगा. इसको लेकर भारत के फैशन डिजायनर कई किस्मों के परिधान और समयानुसार नई डिजाइनों में लेकर उतरने लगे हैं. इससे खादी के उत्पाद को प्रोत्साहन और खादी के व्यवसाय में वृद्धि हुई है. साथ ही  फैशन की दुनिया में अगर फैब्रिक्स की बात करें तो खादी की अपनी अलग जगह है. खादी की शुरूआत तो अंग्रेजों की नीतियों की विरोध करने के लिए हुआ था लेकिन आज ये एक फैशन ट्रेंड बन चुका है. उस वक्त  किसी को ये अंदाजा भी नहीं होगा कि खादी इस तरह फैशन का पैमाना बनकर उभरेगा.

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खादी का क्रेज आपको यंगस्टर से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक सबके बीच मिलेगा. खादी की बढ़ती लोकप्रियता का ही कमाल है कि फैशन डिजाइनर खादी के नए-नए कलेक्शन लान्च कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल क्लॉथस के अलावा बैग, फुटवियर, एक्सेसरीज और शोपीस बनाने में कर रहे हैं. किसी तरह की स्किन एलर्जी में खादी पहनना अच्छा होता है.

कपड़े- आपको चाहे इंडियन पसंद हो या वेस्टर्न ड्रेसेज, खादी में आपको सब मिलेगा. खादी में लॉग स्कर्ट, कुरती, लूज कुरता, शर्ट, शॉट जैकेट, साड़ी, सलवार-सूट, मल्टीकलर दुपट्टा और शेडेड स्टोल का नाम हॉट लिस्ट में है.

फुटवियर- खादी के फुटवियर स्टाइलिश के साथ-साथ आरामदायक होने की वजह से काफी लोकप्रिय है. मार्केट में आपको खादी से बने शूज, सैंडिल, हील्स, चप्पल, फ्लोटर की बड़ी रेंज मिलेगी. अगर आपको ज्याता पसीना आता है तो गर्मियों में कॉटन खादी के फुटवियर पहने.  सर्दियों में वुलेन खादी के शूज पैरों को गरम रखते हैं.

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एक्ससरीज- खादी से बने हैंडबैग और पर्स कॉलेज गर्ल्स के साथ-साथ महिलाएं भी खूब जी भर के खरीद रही हैं. इसके अलावा मार्केट में खादी के इयर रिंग्स, हेयर बैंड्स, हैंड बैंड्स, सजाने के लिए हैंगिग्स और मोबाइल कवर की बेशुमार वैराइटी आपको दीवानी बना देगी.

बच्चों की खुशियों और परेशानियों में उन की दोस्त बन कर रही- मालिनी अवस्थी

मालिनी अवस्थी

लोक कलाकार

सुपर मौम वही है जो खुद तो सफल हो ही उस की परवरिश में बच्चे भी आगे बढ़ते हुए अपना मुकाम हासिल करें. उत्तर प्रदेश के कन्नौज की मालिनी अवस्थी ऐसी ही सुपर मौम हैं. उन की एक बेटी और एक बेटा है. बेटी अनन्या डाक्टर है और बेटा अद्वितीय इंजीनियर. बेटी की शादी हो चुकी है. बेटी खुद भी गायन में पूरी तरह निपुण है.

सुर साधना के साथसाथ परिवार और बच्चों की परवरिश करना मालिनी के लिए आसान न था. वे यह सब अपनी कुशलता और पति के साथ की वजह से कर पाईं. आज के समय में अपने कैरियर में संघर्ष के दौरान मालिनी अवस्थी ने बच्चों को कैसे संभाला, आइए जानते हैं उन्हीं से:

सवाल- कजरी के साथसाथ आप ठुमरी, दादरा, भजन भी कैसे गाना सीख गईं?

मेरे पिता पीएन अवस्थी सरकारी सेवा में डाक्टर थे. उन का छोटेबड़े सभी शहरों में ट्रांसफर होता रहता था. इसीलिए मेरे जीवन पर भी सभी शहरों की छाप पडी. इसी का प्रभाव है कि जिस लय और मधुरता के साथ मैं मिर्जापुर की कजरी गाती हूं उसी लय और मधुरता के साथ ब्रज और अवधी के लोकगीत भी गा लेती हूं. मैं ने देश के बाहर भी भारतीय कला और संस्कृति का प्रदर्शन किया है. मैं ठुमरी, दादरा, निरगुन, चैती, कजरी, भजन और गजल के साथसाथ अवधी और भोजपुरी लोक गीत भी गाती हूं.

सवाल- आप के जीवन में मां का कितना प्रभाव रहा?

मैं ने गायकी का यह मुकाम ऐसे हासिल नहीं किया. हर बेटी की तरह मेरे जीवन पर भी अपनी मां निर्मला अवस्था का बहुत प्रभाव पड़ा. मां को गायकी पसंद थी. वे चाहती थीं कि मैं भी गायकी में अपना हुनर दिखाऊं. 12 साल की उम्र में ही मैं ने संगीत प्रभाकर पास कर लिया. इस के बाद मैं ने गायकी में हर मुकाम हासिल किया. गोरखपुर आकाशवाणी के लिए भी गायन किया. इस के बाद मुड़ कर नहीं देखा.

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1988 में लखनऊ विश्वविद्यालय से एमए करते समय ही मेरी शादी कानपुर में रहने वाले अवनीश अवस्थी के साथ तय हो गई. अवनीश का गायकी में कोई दखल नहीं था. वे इलैक्ट्रिकल इंजीनियर थे. पति के रूप में ऐसा जीवनसाथी मिला जो मेरी उड़ान में मेरा सहायक बना.

शादी के बाद जल्दीजल्दी एक बेटा और एक बेटी हो गए. ऐसे में गाने और रिकौर्डिंग के लिए जाते समय परेशानी होती तो अवनीश पूरी मदद करते. जौनपुर में तैनाती के समय दोनों बच्चे छोटे थे, मु झे एक कार्यक्रम में गाने जाना था. कैसे जाया जाए यह सम झ नहीं आ रहा था. तब बच्चों को संभालने के लिए मेरी मां और सास दोनों मेरे साथ गईं.

जब बच्चे 10वीं कक्षा में पहुंच गए तो कुछ दिन नोएडा में रह कर बच्चों की पढ़ाई पूरी कराई. कक्षा 12वीं  की पढ़ाई के बाद जब बच्चे आगे बढ़े तब थोड़ी राहत मिली.

इस के बाद भी बच्चों के साथ तालमेल बैठाना जरूरी होता है. हम दोनों ने बच्चों से हमेशा दोस्त बन कर बातचीत की. उन की परेशानियों, उन की खुशियों में हर तरह से शामिल रहे. जरूरत के अनुसार एक स्पेस भी रखा. कैरियर में उन की जो रुचि थी उसे ही आगे कर के काम किया. जैसे और जितना भी संभव हुआ अपने काम से समय निकाल कर बच्चों को समय दिया.

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सवाल- बतौर सुपर मौम एक मां का बच्चे के प्रति कितनी जिम्मेदारी होनी चाहिए?

एक मां ही बच्चों को संपूर्ण देखभाल करती है उसे भविष्य के लिए संवारती है. मां से ही बच्चा संस्कार सीखता है. कह सकते हैं कि एक बच्चे के लिए मां ही उस की पहली गुरु होती है. इसलिए जहां तक संभव हो बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए मां को पूरापूरा समय देना चाहिए.

अलविदा 2019: अनन्या से लेकर तारा तक, इस साल बड़े पर्दे पर छाई ये 5 नई हसीनाएं

बौलीवुड में हर साल 100 से ज्यादा ऊपर मूवी बनाई जाती है.  कोई मूवी बड़े बैनर के अंदर बनती है तो कोई छोटे बैनर के अंदर. कई मूवीज़ के लिए तो एक्टर खास ट्रेनिंग लेकर अपने रोल के लिए खास तैयार होते है. कोई वज़न बढ़ाता है तो कोई अगली मूवी के रोल के लिए वज़न घटाता है.  अगर कोई खास मूवी बन रही है तो एक्टर्स रियल लाइफ हीरो का रोल करने के लिए इनकी स्पेशल तकनीक सीखते है. लेकिन आज हम बात करेंगे उन नयी हसीनाओं की जिन्होंने साल 2019 मे बौलीवुड में अपना पहला कदम रखा.

1. अनन्या पांडे

एक्टर चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे ने साल 2019 में स्टूडेंट औफ दी ईयर 2 के जरिए अपना कदम बौलीवुड में रखा. स्टूडेंट औफ दी ईयर 2 में अनन्या पांडे, टाइगर श्रॉफ और तारा सुतारिया तीनों एक साथ नज़र आये.

 

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Exciting news #comingsoon ? Till then, a sneak peek into my world of shoes ? @skechersindia

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अनन्या पांडे की दूसरी मूवी कार्तिक आर्यन-भूमि पेडनेकर के साथ थी जिसका नाम था “पति पत्नी और वो”. ये मूवी 1978 की इसी नाम से बनी फिल्म का रीमेक थी जिसमें पहले एक्टर संजीव कुमार , विद्या सिन्हा और रंजीता कौर काम कर चुके है. अनन्या पांडे की अगली मूवी 12 जून, साल 2020 को बड़े पर्दे पर आएगी जिसमें वो ईशान खट्टर के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करते हुए दिखेंगी.

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2. तारा सुतारिया

 

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More is more with @hazoorilallegacy @taras84 @manekaharisinghani ???

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तारा सुतारिया ने भी बौलीवुड में अपना पहला कदम “स्टूडेंट औफ द ईयर 2” के साथ रखा. आपको बता दें की तारा पहली बार स्क्रीन पर काम नहीं कर रही है. साल 2010 में ही तारा एक्टिंग में अपना हाथ आजमा चुकी है. चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर तारा ने डिजनी इंडिया के साथ “बिग बड़ा बूम ” सीरीज में नज़र आ चुकी है और साथ ही “ओये जस्सी” जैसी टीवी सीरीज में काम कर चुकी है.

स्टूडेंट औफ द ईयर 2 मूवी का प्लॉट पहले पार्ट की तरह ही सेम था. यह मूवी कौलेज स्टूडेंट और कॉलेज  कौम्पिटेशन के ऊपर बेस्ड थी. तारा की दूसरी फिल्म “मरजावा” भी साल 2019 में रिलीज़ हुई, जिसमें तारा के साथ रितेश देशमुख, सिद्धार्थ मल्होत्रा और रकुल प्रीत भी थे. तारा इसमें एक बेज़ुबान म्यूजिक टीचर का रोल निभाती हुई नज़र आई.

तारा की अगली फिल्म 2020 में आने वाली है जिसका नाम “तड़प” है जो की एक रोमांटिक थ्रिलर रहेंगी. तड़प मूवी में तारा सुतरिया के साथ अहान शेट्टी नज़र आने वाले है, आपको बता दे की अहान शेट्टी, सुनील शेट्टी के बेटे है जो, जल्द ही बौलीवुड में कदम रखने जा रहे हैं.

3. अंकिता लोखंडे


अंकिता लोखंडे की पहली बौलीवुड मूवी, कंगना रनौत के साथ थी जिसका नाम “मणिकर्णिका- दी क्वीन ऑफ़ झांसी” है. यह मूवी रियल लाइफ वारियर रानी लक्ष्मी बाई के ऊपर आधारित थी. अंकिता लोखंडे इस मूवी में ‘झलकारी बाई’ के रोल में सभी को एंटरटेन करती हुई नज़र आईं.

इससे पहले अंकिता टीवी स्क्रीन की सबसे फेवरेट एक्ट्रेस रह चुकी हैं. अंकिता लोखंडे ने ज़ी टीवी के सीरियल “पवित्र रिश्ता” के साथ अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. यह सीरियल काफी लम्बे समय तक परदे पर छाए रहा.  इस सीरियल के बाद अंकिता लोखंडे ने एक डांस रियलिटी शो “झलक दिखला जा ” के साथ अपना डांस टैलेंट भी दर्शकों को दिखाया.

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4. साई मांजरेकर

साई मांजरेकर की बौलीवुड में पहली फिल्म ‘दबंग 3’ है जो की साल 2019 में रिलीज हुई है. इस फिल्म में साई की एक्टिंग की काफी तारीफ की गई. साई एक्टर महेश मांजरेकर की बेटी हैं, जिन्होंने दबंग जैसी कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग से फैंस को एंटरटेन किया है.

5. प्रनूतन बहल

 

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I dream with these eyes??

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बौलीवुड एक्टर मोहनीश बहल की बेटी हैं प्रनूतन बहल. उनकी दादी नूतन भी बौलीवुड की एक्‍ट्रेस थीं. बौलीवुड एक्‍ट्रेस काजोल और तनिशा मुखर्जी उनकी बुआ हैं. प्रनूतन, नितिन कक्‍कर की फिल्‍म “नोटबुक” में ज़हीर इकबाल के अपोजिट नजर आईं. फिल्म में दोनों की एक्टिंग को खूब पसंद किया गया.

प्रनूतन बहल की अगली मूवी 2020 में आने वाली है जिसमें वह अपारशक्ति खुराना के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करने वाली है. मूवी का नाम “हेलमेट” है.

WELCOME 2020: कलंक से लेकर स्टूडेंट तक, इस साल फ्लौप हुई बिग बजट की ये 10 फिल्में

1. कलंक
कलंक को इस साल की सबसे बड़ी फिल्म कहा जा रहा था, लेकिन ये साल की सबसे बड़ी फ्लॉप बन गई. आलिया भट्ट और वरुण धवन जैसे स्टार्स भी इस फिल्म को नहीं बचा पाए. न ही करण जौहर का नाम. फिल्म में संजय दत्त और माधुरी भी 22 साल बाद साथ दिखे थे लेकिन फिल्म को चलाने के लिए ये सब काफी नहीं था.

2. स्टूडेंट ऑफ द ईयर
साल 2012 की सुपरहिट फिल्म का सीक्वल, जिसमें टाइगर श्रॉफ के साथ अनन्या पांडे और तारा सुतारिया जैसी न्यू कमर एक्ट्रेसेस ने अपना बौलीवुड डेब्यू किया. लेकिन ये फिल्म वो जादू नहीं चला पाई और बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई.

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3. मणिकर्णिका- द क्वीन ऑफ झांसी
कंगना रनौत की मणिकर्णिका जितने विवादों में रही थी उतनी सक्सेसफुल साबित नहीं हुई. फिल्म ने अपने बजट से कम कमाई की.

4. जबरिया जोड़ी
सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा की फिल्म जबरिया जोड़ी का म्यूजिक तो लोगों को खूब पसंद आया लेकिन फिल्म को दर्शकों ने सिरे से नकार दिया .

5. इंडियाज मोस्ट वांटेड
सच्ची घटनाओं पर आधारित अर्जुन कपूर की फिल्म इंडियाज मोस्ट वांटेड भी इस साल फ्लॉप साबित हुई.

6. व्हाय चीट इंडिया
एजुकेशन सिस्टम के काले सच की कहानी कहती इमरान हाशमी की फिल्म वायचीट इंडिया भी लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आई.

7. एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
सोनम कपूर, अनिल कपूर और राजकुमार राव की फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा का कॉन्सेप्ट काफी अच्छा और हटकर था लेकिन फिल्म को दर्शकों का प्यार नहीं मिला.

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8. द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर
इस साल की सबसे चर्चित और कंट्रोवर्शियल फिल्मों में से एक थी द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, लेकिन फिल्म जितनी सुर्खियों में रही. उसे उतनी सक्सेस नहीं मिली.

9. जजमेंटल है क्या
कंगना रनौत के लिए भी ये साल कुछ खास नहीं था. मणिकर्णिका के बाद उनकी जजमेंटल है क्या भी बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई. हालांकि, फिल्म के गानों को काफी पसंद किया गया. खासक वखरा सॉन्ग को.

10. ठाकरे
बाला साहेब ठाकरे की लाइफ पर बेस्ड नवाजुद्दीन सिद्दिकी की फिल्म ठाकरे भी कुछ कमाल नहीं कर पाई. हालांकि, फिल्म में नवाज की एक्टिंग की काफी तारीफ हुई.

इसके अलावा सोनम कपूर की द जोया फैक्टर, सोनाक्षी सिन्हा की खानदानी शफाखाना, सैफ अली खान की लाल कप्तान, और कृति सेनन-दिलजीत दोसांझ स्टारर अर्जुन पटियाला भी कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई. नए एक्टर्स के लिए भी ये साल लकी नहीं रहा. स्टूडेंट ऑफ द ईयर के अलावा नए सितारो से सजी मलाल (शर्मिन सहगल), पल पल दिल के पास (करण देओल) और नोटबुक (प्रनूतन बहल) जैसी फिल्में भी बॉक्स ऑफिस पर औधें मुंह गिरी.

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WELCOME 2020: जानें साल 2019 की टौप 10 बौलीवुड controversy

बौलीवुड हर साल विवादों में रहता है. खबरों में रहना, विवाद खड़ा करना, लहर पैदा करना और मर्यादा को लांघना शो बिजनेस का अभिन्न अंग है. कभी उनकी निजी ज़िंदगी, कभी उनकी फ़िल्में और कई बार उनकी विचारहीन टिप्पणियां उन्हें मीडिया की चकाचौंध में रखती हैं. इस साल, बॉलीवुड ने कई विवादों को देखा.आइये जानते साल 2019 की 10 सबसे बड़ी controversy…

1. विवेक ओबेरौय meme controversy

पीएम नरेंद्र मोदी की बायोपिक को लेकर खबरों में रहे विवेक ओबेरॉय तब ज्यादा सुर्खियों में आए जब इन्होने अपनी X – गर्लफ्रेंड ऐश्वर्या को लेकर एक meme शेयर कर दिया,जो ज़ाहिर तौर पर ऐश्वर्या राय बच्चन के निजी जीवन में एक झटका था. उनके ट्वीट में तीन तस्वीरों का एक सेट दिखाया गया था – एक में ‘ओपिनियन पोल’ का जिक्र है जिसमें सलमान खान और ऐश्वर्या राय की तस्वीर थी , उसके बाद ‘एक्जिट पोल’ में खुद को एक्ट्रेस के साथ दिखाया गया था  और ‘रिजल्ट ‘तीसरा ऐश्वर्या राय बच्चन को उनके पति अभिषेक बच्चन और उनकी सात वर्षीय बेटी आराध्या के साथ दिखाया गया था. हद तब हो गयी जब विवेक ने अपनी इस हरकत के लिए माफी मांगने से इंकार कर दिया. लेकिन सोशल मीडिया पर गंभीर आलोचना के बाद विवेक ओबेरॉय ने 21 मई को अभिनेत्री  ऐश्वर्या राय बच्चन के निजी जीवन पर meme साझा करने के लिए माफी मांगी और विवादास्पद ट्वीट को हटा दिया.

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2. प्रियंका चोपड़ा ने ‘भारत’ छोड़ो controversy

प्रियंका चोपड़ा ने सलमान खान की फिल्म भारत क्या छोड़ी सलमान खान इस सदमे से बाहर ही नहीं आ पाये. तभी तो हर प्रैस कौन्फ्रेंस और इंटरव्यू में सलमान प्रियंका को ही याद करते दिखे. कई बार तो खुद कैटरीना ने बीच में बोलकर सलमान को चुप कराया.

दरअसल पहले प्रियंका ही भारत मूवी में सलमान की हीरोइन होनी थी, सलमान ने बड़े ही ज़ोरों- शोरों से फिल्म में उनका स्वागत किया था लेकिन फिर अपनी शादी की वजह से प्रियंका ने सलमान की इस बड़ी फिल्म को मना कर दिया.

3. हिना खान controversy

‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ की लीड actress रह चुकी हिना खान का tv serials से सीधे cannes फिल्म फेस्टिवल में पहुंच जाना ये अपने आप में ही बड़ी खबर थी लेकिन इससे भी बड़ी खबर तब बन गयी  जब एक leading magazine के एडिटर ने cannes पहुंची हिना की तुलना मुंबई के चाँदी- वाला स्टूडियो  से कर दी. फिर क्या था हिना के सपोर्ट में tv से लेकर बॉलीवुड जगत के सितारों ने एडिटर की जम कर क्लास लगाई.यहाँ तक की सलमान ने भी इन कांट्रोवर्सी पर हिना का सपोर्ट किया.

4. हार्दिक पाण्ड्या और के.एल. राहुल controversy

coffee with karan का वो सीज़न के.एल. राहुल और हार्दिक पंड्या की कांट्रोवर्सी के लिए हमेशा याद किया जाएगा . हार्दिक पंड्या और केएल राहुल एक लोकप्रिय टीवी शो, coffee with karan पर अपने सेक्सिस्ट और नस्लवादी टिप्पणियों के बाद बड़े पैमाने पर सुर्खियों में आए.

पंड्या ने शो के दौरान कई महिलाओं के साथ संबंध होने का दावा किया था. उन्होंने बताया था कि वे अपने माता-पिता से बहुत ज्यादा खुले हुए हैं. जब उनसे पूछा गया कि वे क्लब में किसी महिला का नाम क्यों नहीं पूछते तो पंड्या ने जवाब दिया, ‘मुझे उन्हें देखना पसंद है. मैं यह देखना चाहता हूं कि वे किस तरह चलती हैं.’ इसके बाद सोशल मीडिया पर पंड्या की आलोचना होने लगी. सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद पंड्या ने सफाई में कहा था- ‘मैं शो के नेचर में खो गया था. उन्होंने ट्वीट कर साफ किया कि उनका इरादा किसी की भावानएं आहत करने का नहीं था. पंड्या ने लिखा था-  ‘कॉफी विद करण में मेरी टिप्पणी के बाद प्रतिक्रियाएं आईं. मेरे बयान से जिनकी भी भावनाएं आहत हुईं हैं, मैं उन सभी से माफी मांगना चाहता हूं. ईमानदारी से, मैं शो के नेचर के मुताबिक उसमें ज्यादा खो गया. मेरा मतलब किसी भावनाओं का अपमान करना या उन्हें आहत करना नहीं था. रिसपेक्ट.’

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5. ज़ायरा वसीम का बौलीवुड त्याग

दंगल गर्ल और राष्ट्रीय पुरुष्कार विजेता ज़ायरा वसीम ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने की घोषणा की और यह कहा कि वह इस काम से खुश नहीं है क्योंकि यह उनके धर्म के रास्ते में आ रहा है. अपने फेसबुक पेज पर विस्तार से लिखे गए एक पोस्ट में जायरा वसीम ने कहा कि ‘उन्हें महसूस हुआ कि भले ही मैं यहा सही तरीके से फिट हो जाऊं लेकिन मैं इस जगह के लिए नहीं बनी हूं.पांच साल पहले मैंने एक फैसला लिया जिसने मेरी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी. मैंने जैसे ही अपने कदम बॉलीवुड में रखे, इसने मेरे लिए लोकप्रियता के दरवाजे खोल दिए.

उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र निश्चित तौर पर मेरे लिए ढेर सारा प्यार, सहयोग और सरहाना लेकर आया लेकिन साथ ही इसने मुझे अज्ञानता के रास्ते पर धकेल दिया क्योंकि मैं चुपचाप और अनजाने में ‘ईमान’ के रास्ते से भटक गई थी. चूंकि मैं लगातार मेरे ‘ईमान’ के बीच आने वाले माहौल में काम कर रही थी, मेरे धर्म के साथ मेरा रिश्ता खतरे में पड़ गया था.’

उन्होने जब धर्म कि वजह से फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने कि बात कही तब उससे न सिर्फ न्यूज़ बनी बल्कि धर्म को लेकर कांट्रोवर्सी फिर से चालू हो गयी.

6. मीका सिंह का पाकिस्तान प्रेम

मीका सिंह और विवादों का तो चोली दामन का साथ है. मीका सिंह अपने गानों से ज्यादा विवादों के लिए जाने जाते हैं. 8 अगस्त 2019 को कराची में परवेज मुशर्रफ के रिश्तेदार की शादी के उत्सव में मीका सिंह के लाइव परफॉर्म करने का वीडियो वायरल हो गया. ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) द्वारा मीका सिंह पर प्रतिबंध लगा दिया गया और उनका बहिष्कार किया गया . यह कहा जाता है कि मीका ने अपने इस परफॉर्मेंस के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि ली .

AICWA के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा कि- वह यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत में मीका सिंह के साथ कोई भी काम न करे और अगर कोई ऐसा करता है तो उसे “कानून की अदालत में कानूनी परिणामों” का सामना करना पड़ेगा.  बयान में आगे कहा गया कि ऐसे समय में जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है (अनुच्छेद 370 को हटाने की वजह से), “मीका ने राष्ट्र के ऊपर धन रखा है.”  मीका के माफी मांगने के कुछ समय बाद उन पर से प्रतिबन्ध हटा लिया गया .

7. रानू मंडल controversy

रानू मंडल ,ये नाम तो आपको याद ही होगा.कुछ समय पहले रेलवे स्टेशन पर गाना गाकर अपना पेट पालने वाली रानू मंडल के एक वीडियो  ने उन्हें रातों रात इन्टरनेट स्टार बना दिया. लोगों ने रानू मंडल के इस वीडियो को इतना पसंद किया की इन्हें हिमेश रेशमिया के ज़रिये बॉलीवुड में ड़ेब्यू करने का मौका भी मिल गया.इसके बाद रानू के हर वीडियो और गाने को लोगों ने काफी पसंद किया और उन्हें सपोर्ट किया.

कुछ समय बाद एक विडियो वायरल हुआ जिसमे रानू एक सुपर मार्किट में सामान खरीदती हुई दिखाई दी .पीछे से एक महिला ने आकर रानू की बांह पर हाथ रखा और selfie लेने को कहा.इस पर रानू को गुस्सा आ गया,पहले तो वो महिला को दूर रहने को कहतीं है फिर उसे छू कर पूछती है की ऐसा करने का मतलब क्या था? इस वीडियो को देखने के बाद रानू मंडल के fans द्वारा उन्हें काफी troll किया गया.

कुछ समय बाद रानू मंडल की एक और कांट्रोवर्सी सामने आई .उनकी एक तस्वीर इन्टरनेट पर काफी वायरल हुई जिसमे उनके चेहरे पर काफी मेकअप था. जिसे लेकर लोगों ने उन्हें काफी troll किया. किसी ने उनकी तुलना nun फिल्म के भूत से कर दी तो किसी ने जोकर से,किसी ने तो मोनालिसा की तस्वीर में रानू की फोटो edit करके लगा दी.

इस मामले पर रानू का मेकओवर करने वाली आर्टिस्ट संध्या ने कहा कि जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है वो असली तस्वीर नहीं है उसे edit किया गया है.

8. स्वरा भास्कर (आंटी) controversy

veery दी wedding actresss स्वरा भास्कर अक्सर अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहती है. अपने एक बयान के कारण स्वरा भास्कर के साथ एक नयी कांट्रोवर्सी जुड़ गयी जो कि स्वरा आंटी और स्वरा भास्कर आंटी के नाम से सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड हुई.

दरअसल स्वरा भास्कर एक कॉमेडी शो son of abish में आयीं थी वहां उन्होंने अपने साथ हुई एक घटना का ज़िक्र करते हुए बताया कि जब इंडस्ट्री में उनकी शुरुवात हुई थी तब उन्हें एक साबुन की ऐड मिली थी .उस ऐड में एक 4 साल का बच्चा शामिल था और उस बच्चे ने उन्हें आंटी कह दिया था .स्वरा भास्कर आंटी कहे जाने पर इतनी नाराज़ हुई की उन्होंने उस बच्चे के बारे में ’कमीने’ जैसे शब्द का इस्तेमाल किया. हालांकि उन्होंने कहा की वो शब्द ‘मैंने उसके मुंह पर नहीं बोले थे लेकिन मैंने अपने मन में उसे कमीना कहा’ इस बयान को लेकर स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हुईं.

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9. अक्षय कुमार controversy

साल 2019 अभिनेता अक्षय कुमार के लिये विवादों से भरा रहा है चाहे वो देशभक्ति और नागरिकता जैसे मुद्दे  हों या  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साक्षात्कार या फिर लोकसभा चुनाव में वोट न डालना. अब अभिनेता को उनके कैनेडियन पासपोर्ट के लिए भी ट्रोल किया गया. इस बात पर अक्षय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर किया जिसमें उन्होंने कहा कि “उन्हें राष्ट्र के लिए अपने प्यार को साबित करने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि भले ही वह कनाडा का पासपोर्ट रखते हैं, लेकिन पिछले सात वर्षों में उन्होंने कनाडा का दौरा नहीं किया है.“

हाल ही में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, अक्षय ने घोषणा की कि“मैंने अब पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है. मैं एक भारतीय हूं और इससे मुझे दुख होता है कि मुझे हर बार यह साबित करने के लिए कहा जाता है. मेरी पत्नी, मेरे बच्चे भारतीय हैं. मैं अपना कर यहाँ चुकाता हूँ और मेरा जीवन यहीं है”.

10. कबीर सिंह मूवी controversy

शाहिद कपूर और कियारा आडवाणी स्टारर ‘कबीर सिंह’ इस साल की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक रही . फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर तो तगड़ी कमाई हुई लेकिन इसको लोगों का गुस्सा भी झेलना पड़ा. लोगों ने फिल्म को सेक्सिस्ट और महिला विरोधी कहा. शाहिद कपूर ने फिल्म में जो किरदार निभाया है, उसे दर्शकों के एक वर्ग द्वारा भ्रामक होने की निंदा की गई है. यह मुद्दा तब और बढ़ा, जब एक साक्षात्कार में, संदीप ने फिल्म और चरित्र का बचाव करते हुए कहा “जब लोग प्यार में गहराई से जुड़े होते हैं, तो उन्हें एक दूसरे के लिए अपना सबसे बुरा पक्ष दिखाने से नहीं बचना चाहिए.”

सोना महापात्रा और विक्रमादित्य मोटवाने ने संदीप को बुलाया, उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी फिल्में बनाना बंद कर देना चाहिए जो सेक्सुअल व्यवहार को महिमामंडित करती हैं.

न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए जाएं संयुक्त राज्य अमेरिका

अगर आप न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए छुट्टी पर जाना पसंद करते हैं लेकिन अभी तक किसी डेस्टिनेशन को नहीं चुना है तो चिंता न करें! अपने परिवार या दोस्तों के साथ नए साल की पूर्व संध्या के अनुभव के लिए अमेरिका की यात्रा करने की योजना बनाएं और इन खास डेस्टिनेशंस का आनंद लें;

1. न्यू ऑरलियन्स, लुइसियाना

ऐतिहासिक फ्रेंच क्वार्टर में नए साल की पूर्व संध्या के जश्न के लिए जैक्सन स्क्वायर जाएं. बैंड वाले और मनोरंजन करने वाले रात भर एंटरटेन करते हैं और मिसिसिपी नदी के ऊपर आधी रात को आतिशबाजी होती है. बाद में शहर के बीचोंबीच स्थित बॉर्बन स्ट्रीट के बार और नाइट क्लब में पार्टी जारी रहती है.

2. सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया

सैन फ्रांसिस्को में नए साल की पूर्व संध्या पर कई कार्यक्रम होते हैं जो काफी अनूठे हैं. इस में एक शानदार बेफ्रंट आतिशबाजी शो भी शामिल है. नावों पर चलने वाले उत्सवों में ब्रंच, डिनर और आतिशबाजी क्रूज़ शामिल हैं. कुछ और स्पेशल करना हो तो आधी रात को आतिशबाजी देखने के लिए ज्यादा ऊंचाई पर जाएं, जैसे कि ट्विन पीक्स या एम्बरकैडरो वॉटरफ्रंट.

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3. एटलान्टा, जॉर्जिया

जो टाइम्स स्क्वायर बॉल ड्रॉप न्यूयॉर्क शहर के लिए है वही पीच ड्रॉप अटलांटा के लिए है, बस एक छोटे स्तर पर.  मध्यरात्रि तक चलने वाले कार्यक्रमों में स्थानीय भोजन और पेय, मनोरंजन, डीजे और नामी संगीतकारों के लाइव शो की सुविधा शामिल है. यहाँ प्रवेश भी नि:शुल्क है.

4. होनोलुलु, हवाई

होनोलुलु में आला मोआना बोलवर्ड से कुछ किलोमीटर की दूरी पर, अलोहा टॉवर मार्केटप्लेस में आप को वार्षिक नववर्ष की पूर्व संध्या “पार्टी ऑफ द ईयर” मिल जाएगी. इस में राइड्स, फूड ट्रक, डीजे और लाइव म्यूजिक है जिस के बाद आधी रात को आतिशबाजी का प्रदर्शन किया जाता है.

5. सैन एंटोनियो, टेक्सास

यहाँ रिवर वॉक के साथ कई रेस्तरां और बार विशेष पैकेज पेश करते हैं जिस में नए साल में प्रिक्स फिक्स भोजन और बैठने की निजी जगह शामिल है. डाउनटाउन सैन एंटोनियो के नए साल की पूर्व संध्या समारोह में संगीत, सवारी और भोजन व आतिशबाजी का भव्य प्रदर्शन होता है.

6. नैशविले, टेनेसी

नैशविले में वार्षिक नव वर्ष की पूर्व संध्या पर संगीत समारोह, म्यूजिक सिटी मिडनाइट आयोजित की जाती है. आखिरकार यह संगीत का शहर है. नैशविले के प्रमुख “म्यूज़िक नोट ड्रॉप” से पहले कई प्रमुख बैंड मंच पर आते हैं जिस के बाद कंफ़ेटी तोपें और आतिशबाजी के प्रदर्शन होते हैं.

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7. लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया

लॉस एंजिल्स की खास बात यह है कि पूरे शहर में सब की दिलचस्पी से जुड़े शानदार कार्यक्रम होते हैं. सब से बड़ा कार्यक्रम लॉस एंजिल्स के डाउनटाउन पार्क में भोजन ट्रकों और लाइव संगीत के साथ 1 बजे तक कई चरणों में होता है. यह एक शानदार पारिवारिक आयोजन है, क्यों कि यह अल्कोहल-मुक्त है. हालांकि आसपास के कई बार नए साल की पूर्व संध्या पर पार्टियों की मेजबानी करते हैं. सब से अनोखे कार्यक्रमों में से एक लॉन्ग बीच में होता है जो डाउनटाउन के दक्षिण में लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है. यहाँ कई अनूठे बार, लाइव संगीत, मनोरंजन और आतिशबाजी की सुविधा है.

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