पीरियड पैंटी रखे उन दिनों में टैंशन फ्री

कहते हैं मां सब जानती है और औफिस के लिए निकली अभिलाषा जब घर वापस आई तो मां को बात समझने में जरा भी देर ना लगी और टैंशन में देख अभिलाषा को बौडीकेयर पीरियड पैंटी थमा कर बोली अब टैंशन की नहीं है बात जब पीरियड पैंटी हो साथ, क्योंकि ऐसे समय पर बहुत सारे प्यार व केयर के साथ आपको जरूरत है एक ऐसी पैंटी की जो इन खास दिनों में भी आपकी उड़ान को कम न होने दे. अगर आप भी किसी ऐसी ही पैंटी की तलाश में हैं, तो अब बाजार में ऐसी पैंटी मौजूद है.

1. पीरियड पैंटी क्या है

पीरियड पैंटी महिलाओं के लिए खासतौर पर तैयार की गई पैंटी है, जिसे बनाने में बौडीकेयर ने लीकेज और गंध रहित कपड़े का प्रयोग किया है जिसे पौलीयुरेथेन लैमिनेशन लाइनिंग के नाम से जाना जाता है. यह पैंटी महिलाओं को उन दिनों में सहज रखने का एक शानदार तरीका है.

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2. पीरियड पैंटी का इस्तेमाल कैसे किया जाता है

आमतौर पर बौडीकेयर पीरियड पैंटी कई किस्म की होती हैं लेकिन प्रत्येक पीरियड पैंटी का इस्तेमाल करने का तरीका एक जैसा होता है. आइए, जानते हैं कि पीरियड पैंटी का इस्तेमाल कैसे किया जाता है:

– सबसे पहले आप यह जांच लें कि आपको भारी रक्तस्राव हो रहा है या फिर हल्का.

– उसके बाद आप पीरियड फैंटी में पैड को लगा लें और इसको पहन लें. इसके बाद आप आराम से अपने सभी काम करें.

– पीरियड पैंटी पहनने के बाद आपको आम पैंटी की तरह ही एहसास होगा और पैड खिसकने की चिंता नहीं रहेगी.

– पीरियड पैंटी पहनने के बाद आप सुविधाजनक पीरियड की अवधि बिता सकती हैं.

3. आइए जानें इसके फायदे

आमतौर पर पीरियड हर महिला के लिए किसी परेशानी से कम नहीं होते हैं. ज्यादातर स्कूल एवं कौलेज जाने वाली लड़कियां एवं कामकाजी महिलाएं इस बात से डरती हैं कि कहीं पीरियड का खून रिस कर उनके कपड़े में न लग जाए. लेकिन पीरियड पैंटी आपकी इस चिंता को दूर करन में बेहद फायदेमंद है. आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में.

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4. दुर्गंध से बचाव: पीरियड के दौरान आने वाली गंध से लड़ने में मदद मिलती है. इस पैंटी को इस प्रकार बनाया जाता है कि माहवारी की गंध पैंटी से बाहर न जाए.

5. है लीकेज फ्री: भारी मात्रा में माहवारी होने से कपड़ों पर दाग लगने का डर रहता है, लेकिन बौडीकेयर की पीरियड पैंटी को खास कपड़े से बनाया गया है, जिसमें लीकेज का कोई डर नहीं होता.

6. जब करना हो सफर: पीरियड पैंटी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें लगाया हुआ पैड खिसकता नहीं है जिसके कारण यात्रा के दौरान आपको कोई भी परेशानी नहीं होगी क्योंकि यह लंबे समय तक एक ही जगह पर रहती है.

7. बार-बार इस्तेमाल करें: पीरियड पैंटी को आप धो कर दोबारा भी इस्तेमाल कर सकती हैं.

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8. आरामदायक है: इस पैंटी का कपड़ा बहुत ही आरामदायक फैब्रिक से बना है इसलिए इस को पीरियड के दौरान पैड लगा कर प्रयोग करने के बाद भी आपको कुछ अजीब महसूस नहीं होता और आप अपने रोज के काम आराम से कर सकती हैं.

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गुड अर्थ गुड जौब

दिल्ली के छतरपुर में एक फार्महाउस में बनी ‘गुड अर्थ’ कंपनी की वर्कशौप को देख कर मैं दंग रह गई. यह कंपनी आज किसी परिचय की मुहताज नहीं है. इस में तैयार होने वाला सामान अपनी खूबसूरती, कलात्मकता और ऊंचे दाम की वजह से अमीर वर्ग में काफी लोकप्रिय है.

‘गुड अर्थ’ की मालकिन अनीता लाल उन बड़े उद्योगपतियों में से एक हैं, जिन्होंने अपने शौक को अपना व्यवसाय बना कर न सिर्फ अपनी रचनात्मकता को नए आयाम दिए, बल्कि सैकड़ों महिलाओं के लिए रोजगार के रास्ते भी तैयार कर दिए. उन की लगन, हिम्मत, जिद, कुछ नया करने का शौक और प्रतिभा ने ‘गुड अर्थ’ जैसी कंपनी की नींव डाली.

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आज देशभर में ‘गुड अर्थ’ के तमाम शोरूम्स में विभिन्न प्रकार की कलात्मक वस्तुओं, वस्त्र, ज्वैलरी आदि की बिक्री होती है. इन वस्तुओं पर जो कलाकारी, नक्काशी, रंगरोगन, बेलबूटे दिखाई पड़ते हैं, वे अद्भुत होते हैं और उन्हें बनाने वाली महिलाओं की उच्च रचनात्मकता का परिचय देते हैं.

‘गुड अर्थ’ की वस्तुओं पर मुगलकालीन चित्रकारी, राजस्थानी लोककला के नमूने, लखनवी और कश्मीरी कढ़ाई के जो बेहद खूबसूरत बेलबूटे नजर आते हैं, उस की वजह है स्वयं अनीता लाल का देश की कला के प्रति गहरा लगाव. भारत की कलात्मक विरासत को जीवित रखने और उसे नए रंग में ढाल कर आगे ले जाने वाली अनीता लाल ने 20 साल पहले अपना व्यवसाय तब शुरू किया था, जब अपने बच्चों को उन्होंने सैटल कर दिया था, क्योंकि उन की पहली वरीयता उन का परिवार और उन के बच्चे थे.

वे शुरू से ही आजाद खयाल की थीं उन की अपनी सोच थी, क्षमता और प्रतिभा थी. मातापिता का सहयोग उन्हें प्राप्त था. घर में इस बात की आजादी थी कि अपनी शिक्षा, क्षमता और प्रतिभा का प्रयोग वे जहां और जैसे करना चाहें, कर सकती हैं.

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वे कहती हैं, ‘‘चूंकि घर में कोई दकियानूसी खयालों का नहीं था और लड़कियों को भी लड़कों की तरह शिक्षा, प्यार और पालनपोषण मिला, लिहाजा मेरे काम में कभी कोई व्यवधान नहीं आया. आज मैं एक सफल व्यवसायी हूं

तो अपने परिवार के प्यार और सहयोग के कारण ही.’’

अनीता लाल की शादी एक धनी व्यवसायी परिवार में हुई, जहां पैसे की कोई कमी नहीं थी. वे चाहतीं तो आराम से घर में बैठ कर अपना जीवन व्यतीत कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने हाथ पर हाथ धरे घर में बैठे रहने या हाइप्रोफाइल पार्टियां ऐंजौय करने के बजाय एक ऐसे व्यवसाय को शुरू करने की सोची, जिस में वे ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़ कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा कर सकें. उन का लक्ष्य पैसा कमाना नहीं था, वरन हिंदुस्तान की कला और कारीगरों को नए आयाम देना, महिलाओं को रोजगार से जोड़ना और लीक से हट कर कुछ नया और बेहतर करना था.

अनीता कहती हैं, ‘‘हम ने अपनी महिला कर्मियों के लिए कभी कोई सख्त नियम नहीं रखे. वे अपनी सुविधानुसार अपने काम के घंटे खुद तय करती हैं. यहां उन्हें हर तरह की सुविधा और आजादी है. मेरा मानना है कि औरत की पहली जिम्मेदारी उस का घर और बच्चे हैं. मैं ने भी अपने बच्चों के बड़े होने के बाद ही अपना व्यवसाय शुरू किया था. इसलिए ‘गुड अर्थ’ में कार्यरत किसी भी महिला के लिए उस का घर प्रथम है.

‘‘मेरा मानना है कि जिंदगी भी अच्छी तरह चले और काम भी. इस के लिए जरूरी है कि महिलाएं मानसिक रूप से तनावमुक्त रहें. तनावमुक्त वे तभी रहेंगी जब हम उन की परेशानियों को समझें और उन्हें मिल कर दूर करें.

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‘‘हमारे देश में महिलाएं लगातार हिंसा, बलात्कार, भेदभाव का शिकार हो रही हैं. यदि उन्हें सिर्फ 2 चीजें- पहली शिक्षा और दूसरी रोजगार हासिल हो जाए तो उन पर होने वाले अपराधों पर विराम लग जाए. शिक्षा से समझ बढ़ेगी और रोजगार से पैसा आएगा.’’

सरन कौन, अनीता लाल जैसी महिलाओं को देख कर कहा जा सकता है कि मजबूत और सकारात्मक सोच रखने वाली महिलाएं न सिर्फ खुद सशक्त हो रही हैं, बल्कि दूसरों को भी सशक्त बना रही हैं.

व्यावहारिकता, अनुभव और कौशल विपरीत से विपरीत स्थिति में भी जीवनयापन में सहायता करता है. ऐसा नहीं है कि अशिक्षित महिलाओं में कौशल एवं हुनर कम है. कृषि, कुटीर उद्योग, पारंपरिक व्यवसाय, पशुपालन, दुग्ध व्यवसाय जैसे कार्यों की तरफ महिलाएं तेजी से बढ़ रही हैं.

औरत के सशक्त होने से एक परिवार ही नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र भी सशक्त होता है. महानगरों में एकल परिवार की कितनी ही महिलाएं हैं, जिन के पास खूब खाली वक्त है, जिस का सदुपयोग कर के वे अपनी शिक्षा, शौक और क्षमता को नष्ट होने से बचा सकती हैं और परिवार, समाज और देश को कुछ अद्भुत दे सकती हैं.

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गरमी में चेहरे को ठंडा रखेंगे क्ले के ये 5 फैसपैक

गरमी में आप फेस के लिए कईं तरह के महंगे प्रौडक्टस का इस्तेमाल करते होंगे, जो कभी-कभी आपकी स्किन को भी नुकसान पहुंचा देते हैं. जिसके लिए आप होममेड टिप्स का सहारा लेते होंगे. पर क्या आपने स्किन पर मिट्टी के फेस पैक सुने हैं. हर घर में होममेड टिप्स के तौर पर मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल होता है, लेकिन मुल्तानी मिट्टी के अलावा भी पांच ऐसी मिट्टी हैं, जो आपकी स्किन को गरमी में ठंडक के साथ-साथ शाइन भी देती हैं. आज हम उन्हीं मिट्टी के बारे में बताएंगे जिन्हें आप अलग-अलग स्किन टाइप के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

क्या है क्ले

बाजार में मिलने वाले प्रौडक्टस में आजकल क्ले बहुत इस्तेमाल होता है, जो स्किन के लिए फायदेमंद होता है. इसे आम बोलचाल में मिट्टी भी कहा जाता है.

ड्राई स्किन के लिए बेस्ट है चीनी मिट्टी

चीनी मिट्टी या केओलिनाइट क्‍ले सफेद मिट्टी होती है. जिसका ज्यादा इस्तेमाल बर्तन जैसे चीनी मिट्टी के कप, कटोरी या कई अन्‍य बर्तन बनाने में इस्‍तेमाल किया जाता है. बर्तन बनाने के अलावा इसका इस्‍तेमाल स्किन के लिए भी किया जाता है. अगर आपकी ड्राई स्किन है, तो इसे आप मिट्टी का दूध या पानी के साथ मिलाकर मास्‍क के रूप में फेस पर कर सकते हैं. इससे आपकी स्किन सौफ्ट और शाइनी नजर आएगी.

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औयली स्किन के लिए इस्तेमाल करें बेंटोनाइट क्‍ले 

बेंटोनाइट क्‍ले से बना फेस पैक औयली स्किन लिए बेहद फायदेमंद है. इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण स्किन को फायदा देता है. अगर आप बेंटोनाइट क्‍ले के साथ सेब का सिरका और एक्टिवेटेड चारकोल डालकर इसका इस्‍तेमाल करते हैं, तो यह आप स्किन के पौर्स को क्लीन करने में असरदार साबित होता है. बेंटोनाइट क्‍ले से बने फेस पैक के इस्‍तेमाल से फेस के मुंहासे और स्किन रैसेज को दूर करने में मदद मिलती है.

ग्‍लोइंग स्किन व वाइट स्पौट के लिए लाल मिट्टी है परफेक्ट

लाल मिट्टी में कौपर की ज्यादा मात्रा होती है जिसकी वजह से यह स्किन पर वाइट स्पौट की प्रौब्लम को दूर करने में मददगार होती है. अगर आप लाल मिट्टी के साथ अदरक का रस मिलाकर स्किन पर हुए वाइट स्पौट पर मसाज करते हैं, तो इससे आपके चेहरे के वाइट स्पौट गायब हो जाते हैं. इसके अलावा यदि आप लाल मिट्टी में गुलाब जल और शहद डालकर फेस पैक बनाकर लगाते हैं, तो यह ब्‍लैकहैड्स से छुटकारा दिलाने में भी मदद करते है. इसके इस्‍तेमाल से आपकी स्किन बेदाग और ग्‍लोइंग दिखेगी.

पिंपल्स वाली स्किन के लिए फ्रेंच ग्रीन क्‍ले (सी क्‍ले)

फ्रेंच ग्रीन क्‍ले या सी क्‍ले के बने फेस पैक को चेहरे पर लगाने से यह आपकी स्किन से खराब टौक्सिन्‍स को बाहर निकालने में मदद करती है. अगर आपके फेस में दाग-धब्‍बे और पिंपल्‍स हैं, तो आप इसे मिट्टी के साथ सेब का सिर‍का मिलाकर पेस्‍ट बनाएं. इसके इस्‍तेमाल से आपके चेहरे के पिंपल्‍स और दाग-धब्‍बे दूर होंगे साथ ही आपकी डल स्किन का निखार भी वापस आयेगा.

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एजिंग से बचाने के लिए डेड सी क्‍ले करें ट्राई

इस मिट्टी से बना फेस मास्‍क आपकी स्किन को नेचुरली मौइश्‍चराइज करने में मदद करता है. इस मिट्टी से बने फेस पैक को लगाने से चेह‍रे पर समय से पहले पड़ने वाली झुर्रियों को दूर रखा जा सकता है. जिससे आप यंग और ब्यूटीफुल दिख सकते हैं. आप डेड सी क्‍ले के साथ शहद और दही मिलाकर पेस्‍ट बनाएं और हफ्ते में दो या तीन बार इसका इस्‍तेमाल करें. इसमें मौजूद मिनरल्‍स के कारण यह आपकी स्किन संबंधी प्रौब्लम्स को दूर करने और स्किन को हेल्‍दी रखने में मददगार है.

कैरी एप्पल चाट

सरदी हो या गरमी चाट हर किसी को पसंद आती है और अगर वो हेल्दी हो तो आपकी हेल्थ के लिए भी अच्छी रहती है. इसीलिए आज हम आपको आम की हेल्दी और टेस्टी चाट की रेसिपी के बारे में बताएंगे, जिसे आप अपने फैमिली और फ्रेंड्स को खिला सकते हैं.

हमें चाहिए

ग्रीन मैंगो जूलियन्स (यानी लंबे कटे हुए आम के स्लाइस) 2 कप

हरा सेब जूलियन्स 1 कप

मूंगफली 2 बड़े चम्मच

बेलपत्र ½ कप

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इमली की चटनी 3 बड़े चम्मच

धनिया पत्ती गार्निश के लिए

चाट मसाला 1 चम्मच

नमक मिर्च स्वाद के लिए

बनाने का तरीका

– आम, हरे सेब और बेल मिर्च के जूलियन्स यानी लंबे कटे हुए आम के स्लाइस तैयार करें.

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– एक बाउल में मूंगफली के साथ जूलियन्स के ऊपर डालें. बैलेंस के लिए  कच्चे आम और हरे सेब में थोड़ा इमली मिलाएं. और मसाला मिलाकर धनिया पत्ती से गार्निश करें. और ठंडा परोसें.

लारा दत्ता को भी मिला वेब का सहारा

धीरे धीरे डिजिटल प्लेटफार्म पर हर फिल्म स्टार अपने लिए संभावनाएं तलाशने लगा है. नवाजुद्दीन सिद्दिकी, सैफ अली खान,पंकज त्रिपाठी सहित कई फिल्म कलाकार वेब सीरीज में अभिनय कर डिजिटल प्लेटफार्म पर भी शोहरत बटोर चुके हैं. तो वहीं लंबे समय से अभिनय से दूरी बनाए हुए करिश्मा कपूर भी अब ‘‘आल्ट बालाजी’’की वेब सीरीज ‘‘मेंटलहुड’’में अभिनय कर रही हैं. ऐसे में लारा दत्ता खुद को डिजिटल प्लेटफार्म से कैसे दूर रख पातीं.

 

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सूत्रों के अनुसार अब लारा दत्ता ने ओटीटी प्लेटफार्म ‘‘हौटस्टार’’के लिए स्पेशल सीरीज के तहत पुलिस विभाग पर आधारित कहानी वाली एक वेब सीरीज करने के लिए हामी भरी है,जिसका नाम फिलहाल ‘‘100’’रखा गया है,जो कि बाद में बदल भी सकता है. इस वेब सीरीज में लारा दत्ता ‘नारकोटिक्स  कंट्रोल ब्यूरो’’में पुलिस अफसर का किरदार निभाने वाली हैं. जो कि हर अपराधी पर नकेल कसने में सक्षम है, मगर उसके वरिष्ठ अधिकारी उसे कभी भी महत्वपूर्ण केस हल करने का अवसर नहीं देते हैं. यूं तो यह वेब सीरीज पुलिस पर है, मगर यह गंभीर विषयवस्तु वाली नहीं, बल्कि डौर्क कौमेडी वाली वेब सीरीज होगी.

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रूचि नारायण निर्देशित यह वेब सीरीज नौ एपीसोड की होगी.रूचि नारायण ने 2005 में ‘‘कलःयस्टरडे एंड टुमारो’’ और 2017 में कार्टून@एनीमेशन फिल्म ‘‘हनुमान दा दमदार’निर्देशित की थी.

बता दें कि ब्यूटी क्वीन रहीं लारा दत्ता ने 2011 में टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति के संग शादी करने और 20 जनवरी 2012 को  बेटी  सायरा भूपति की मां बनने के बाद से फिल्मों में कम नजर आ रही हैं.2011 में लारा दत्ता ने फिल्म ‘‘चलो दिल्ली’’का निर्माण भी किया था. उसके बाद 2015 में वह फिल्म‘सिंह इज ब्लिंग’ और 2016 में ‘फितूर’व ‘अजहर’के अलावा 2018 में फिल्म ‘वेलकम टू न्यूयार्क’ में छोटे किरदारों में नजर आयी थी.

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लंदन में सैफ-करीना के साथ छुट्टी का मजा लेते दिखे तैमूर

बौलीवुड में स्टार किड्स में सबके दिलों पर राज करने वाले बौलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर और सैफ अली खान के बेटे तैमूर आए दिन अपनी क्यूट फोटोज को लेकर सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं. वहीं इन दिनों सोशल मीडिया पर तैमूर की अपने पापा-मम्मी के साथ लंदन वेकेशन की फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.

मां करीना की गोद में घूमते नजर आए तैमूर

 

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लंदन में तैमूर मम्मी-पापा के साथ समर वेकेशन का पूरा मजा ले रहे हैं, जिसका अंदाजा उनके मां करीना की गोद में घूमने से लगाया जा सकता है.

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बेबो ने करवाई फैमिली संग फोटोज क्लिक

 

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बेबो यानी एक्ट्रेस करीना काम के साथ-साथ लंदन घूमने और अपनी फैमिली के साथ फोटो क्लिक करवाते हुए वेकेशन का पूरा मजा लेती हुई नजर आईं.

सेल्फी खींचती नजर आईं बेबो

 

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Loveee loveee loveeee ❤️❤️

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मस्ती भर पलों के बीच बेबो सैफ और तैमूर के साथ सेल्फी लेती नजर आईं. जिसमें वह खुश नजर आए.

फैंस को पैम्पर करती दिखीं करीना

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करीना कपूर जहां फैमिली के साथ वेकेशन का मजा ले रही हैं, वहीं अपने फैंस को भी पैम्पर करना नहीं भूलीं. जैसे ही फैंस ने करीना और सैफ को घेरा तो उन्होंने भी जमकर फोटोज क्लिक करवाए.

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पापा सैफ के साथ भी मजे करते नजर आए तैमूर

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करीना ही नही सैफ के साथ मजे करते हुए तैमूर फैंस के बीच फोटो क्लिक करवाते हुए सैफ के कंधे पर बैठे हुए नजर आए तैमूर.

बता दें, सोशल मीडिया पर आए दिन तैमूर की क्यूट फोटोज वायरल होती रहती हैं. वहीं, एक्ट्रेस करीना ने कभी तैमूर को मीडिया के सामने फोटोज क्लिक करवाने से मना भी नही किया.

क्या पापा बनने वाले हैं विराट, क्लीनिक के बाहर नजर आईं अनुष्का !

बौलावुड की कामयाब एक्ट्रैसेस में से एक अनुष्का शर्मा आए दिनों फिल्मी करियर के साथ-साथ पति विराट कोहली के साथ वायरल फोटोज  सुर्खियों में बनी रहती है. वहीं इसी बीच एक बार फिर मीडिया में एक्ट्रेस अनुष्का की प्रेग्नेंसी को लेकर खबरों का बाजार गर्म है. आइए आपको बताते हैं पूरा मामला…

क्लिनिक के बाहर कैजुएल और कंफर्टेबल ड्रेस में स्पौट हुईं अनुष्का

 

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बौलीवुड फिल्मों से दूर एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा को बीते दिनों वर्सोवा में एक क्लिनिक के बाहर देखा गया था. जिसके बाद से लोग उनकी प्रेग्नेंसी से जुड़े कयास लगने लगे हैं. वहीं अनुष्का को क्लिनिक के बाहर कैजुएल और कंफर्टेबल ड्रेस में देखा गया था. इस दौरान अनुष्का ने क्लिनिक जाते वक्त पोज दिए बिना वो तुरंत ही क्लिनिक में चली गई थी.

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पर्सनल लाइफ में बिजा रहती हैं अनुष्का

 

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अपनी निजी जिंदगी में बिजी होने के कारण एक्ट्रेस अनुष्का की प्रेग्नेंसी को लेकर अफवाहें शुरू हो गई है. हालांकि अभी तक इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एक बार फिर से एक्ट्रेस की प्रेग्नेंसी का बाजार गर्म है.

पहले कह चुकी हैं अनुष्का प्रेग्नेंसी को लेकर ये बात

 

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वैसे खुद ‘जीरो’ स्टार ये बात कह चुकी हैं कि ऐसी खबरें आम है. उन्होंने कहा था, ‘मैंने जल्दी शादी एक वजह से की थी. अगर आप मां बनने वाले हैं तो ये बात आप छुपा नहीं सकते. आप अपनी शादी फिर भी छुपा सकते हैं लेकिन ये नहीं कि आप प्रेग्नेंट है.’ उन्होंने कहा था, ‘लोग ऐसे कयास लगात हैं, और 3-4 महीने बात जब उन्हें लगता है कि ये गलत था तो फिर वो पछताते हैं और किसी और के बारे में ऐसी ही अफवाह फैलाने लगते हैं. ऐसा खबरें पैदा करने के लिए किया जाता है. ये बिल्कुल भी सच नहीं है और अभी फिलहाल ऐसी कोई प्लानिंग भी नहीं है.’

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बता दें, बौलीवुड स्टार अनुष्का शर्मा ने साल 2017 के दिसंबर महीने में क्रिकेटर विराट कोहली के साथ शादी की थी. इसके बाद साल 2018 एक्ट्रेस के लिए काफी बिजी रहा. बीते साल अनुष्का 3 बड़ी फिल्मों में दिखाई भी दी लेकिन शाहरुख खान स्टारर ‘जीरो’ के बाद अनुष्का ने अभी तक कोई और नई फिल्म साइन नहीं की है.

हर रोज नहाना क्यों है जरूरी, जानें यहां

नहाना, हमारी डेली रोटिन का एक अहम हिस्सा है. पर क्या आप जानते हैं कि  हर रोज नहाना क्यों जरूरी है?  नहाने के ऐस कई फायदे है, जो जानना हमारे लिए बेहद जरूरी है. तो चलिए जानते हैं, हर रोज नहाने के फायदे.

हर रोज नहाने के फायदे:

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  1. आपके बौडी से पसीने की बदबू क्यों आती है? आपने कभी सोचा है.. दरअसल, पसीने की बदबू बैक्टीरिया के कारण होती है. नियमित रूप से नहाने वालों में बैक्टीरिया के पनपने की आशंका कम होती है. ऐसे में तन से दुर्गंध भी कम आती है. तन की दुर्गंध से राहत पाने के लिए हर रोज नहाना बेहद जरूरी है.
  2. आपके कील- मुंहासों की समस्या से गुजर रहे है तो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है. आप कितना हेल्दी खाना खाते हैं या फिर कौन सी क्रीम लगाते हैं. अगर आपकी त्वचा साफ नहीं है तो कील-मुंहासों के होने की आशंका बढ़ जाती है. जिससे आपकी त्वचा की रौनक जा सकती है. हर रोज नहाने से चेहरे पर गंदगी जमने नहीं पाती, जिससे बैक्टीरिया नहीं पनपते और ये समस्या नहीं होने पाती.

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3. अगर आपको नहाए हुए कुछ दिन बीत चुके हैं तो कुछ दिनों के बाद आपको चेहरे पर दाग-धब्बे नजर आने लगेंगे. जोकि इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आप अपनी त्वचा पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं.

4. आपके त्वचा पर सैकड़ों किस्म के बैक्टीरिया रहते हैं. यूं तो इनमें से ज्यादातर हमारे लिए फयदेमंद होते हैं लेकिन अगर आप नहीं नहाते हैं तो खतरनाक बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं जिससे ये संतुलन बिगड़ जाता है. संतुलन बिगड़ने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.

5. अगर आपको नहाए हुए काफी दिन हो चुके हैं तो आपके बाल औयली हो जाएंगे. औयली बालों में रूसी होने, जूं पनपने की आशंका ज्यादा होती है. इसके अलावा लंबे समय तक बाल साफ नहीं करने पर बालों की जड़ कमजोर हो जाती है और बाल झड़ने लगते हैं.

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6 टिप्स: स्किन टाइप के हिसाब से चुनें साबुन

गरमी हो चाहे सरदी, हमारी स्किन जैमेज किसी न किसी कारण डैमेज हो जाती है. जो कभी हमारे गलत शैम्पू चुनने के कारण होता है या फिर गलत साबुन के इस्तेमाल के कारण होता है, इसलिए जरूरी है कि आप अपने साबुन को अपनी स्किन और बौडी टाइप के अनुसार चुनें. आज हम आपको स्किन और बौडी टाइप के अनुसार कैसे साबुन चुनें इसकी टिप्स के बारे में बताएंगे.

औयली स्किन के लिए बेस्ट है एंटीबैक्टीरियल साबुन

बाजार में उपलब्ध एंटीबैक्टीरियल साबुन में ट्राइक्लोसन और ट्राइक्लोकार्बन जैसे एंटीबैक्टीरियल एजेंट होते हैं. इस प्रकार के साबुन का अधि‍क प्रयोग आपकी स्किन को रूखापन आ सकता है. औयली स्किन वालों के लिए सह साबुन जरूर फायदेमंद हो सकता है. अन्यथा यह रूखापन और परेशानी भी दे सकता है.

ड्राई स्किन के लिए परफेक्ट है मौश्चराइजर साबुन

ड्राई स्किन के लिए खास तौर से कई तरह के मौश्चराइजर सोप बाजार में उपलब्ध है. इस तरह के साबुनों में तेल, शिया बटर, पैराफिन वैक्स, ग्लिसरीन आदि चीजों का प्रयोग किया जाता है, जो आपकी स्किन को सौफ्ट बनाने में मदद करते हैं. ड्राई स्किन के लिए यह फायदेमंद होते हैं.

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कौम्बिनेशन स्किन टाइप के लिए ग्लिसरीन वाले साबुन का करें इस्तेमाल

ग्लिसरीन युक्त साबुन मेडिकेटेड मौश्चराइजर सोप होते हैं और यह मिली-जुली यानी कौम्बिनेशन स्किन टाइप वालों के लिए फायदेमंद होता है. इसके अलावा यह ड्राई और सेंसिटिव स्किन के लिए भी फायदेमंद है.

टेंशन से दूर करने के लिए बेस्ट है अरोमाथैरेपी वाले साबुन

इस तरह के साबुन में एसेंशि‍अल औइल और सु्गंधित फूलों का अर्क होता है. यह आरामदायक, शांतिदायक और प्रसन्न और तनावमुक्त रखने में मदद करते हैं. कौम्बिनेशन स्किन के लिए यह ठीक हैं, लेकिन इन्हें पहले आजमा लेना बेहतर होगा.

पिंपल से बचने के लिए ये साबुन है बेस्ट

खास तौर से मुहांसों से बचने के लिए बनाए गए यह साबुन ज्यादा इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. अन्यथा यह स्किन में लालिमा या लाल निशान के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. सेंसिटिव स्किन के लिए यह बढ़िया होते हैं.

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केमिकल वाले साबुन से बचने के लिए बेस्ट है हर्बल साबुन

जड़ी-बूटियों और तेलों से निर्मित हर्बल साबुन, केमि‍कल से आपकी स्किन को बचाते हैं. कभी-कभी यह स्किन को बेहद रूखा भी बना सकते हैं. कौम्बिनेशन स्किन के लिए यह सही हैं और इनका कोई साइडइफेक्ट भी नहीं है.

यह तो आप भी कर सकती हैं

दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरु जैसे महानगरों में बसने वाले मध्यम और उच्चवर्गीय एकल परिवारों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है. ऐसे परिवारों की महिलाओं के पास शिक्षा, समय और पैसे की कमी नहीं है. पति के काम पर और बच्चों के स्कूल चले जाने के बाद उन के पास काफी खाली वक्त होता है. आज इसी खाली वक्त, शिक्षा और क्षमता का प्रयोग कर के बहुत सी महिलाओं ने बड़े-बड़े व्यवसाय खड़े कर लिए हैं. इस तरह उन्होंने न सिर्फ पैसा कमाने में पति का सहयोग किया, बल्कि घर में रहते हुए, घर को, कामों को नजरअंदाज किए बगैर पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपने समय का बेहतरीन उपयोग किया है.

खाने ने दिया रोजगार

दिल्ली की कैलाश कालोनी में रहने वाली सरन कौर की उम्र करीब 60 साल है. उनके 3 बेटे हैं. तीनों ही अब सैटल हो चुके हैं. उन की पढ़ाई-लिखाई, शादियां और नौकरी में सैटल होने में सरन कौर की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है. वे पंजाब से ब्याह कर दिल्ली आई थीं. पति के पास नौकरी नहीं थी. घर में ही आगे के कमरे में उन्होंने एक किराने की दुकान खोल रखी थी. परिवार में तब सरन कौर के पति, सास, देवर और देवरानी थे.

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सरन कौर के बच्चे हुए, परिवार बढ़ा तो किराने की दुकान से घर का खर्चा निकालना मुश्किल होने लगा. तब सरन कौर ने पति के काम में सहयोग करने की ठानी. उन्हें खाना बनाने का शौक था. पंजाबी खाना बनाने में तो उन्हें महारत हासिल थी. अत: उन्होंने कैलाश कालोनी के थाने में जा कर अपने महल्ले के सीनियर सिटिजन की लिस्ट हासिल कर ली. फिर उन्होंने घरघर जा कर उन बूढ़े लोगों से मुलाकात की, जो अपने बच्चों की नौकरी के सिलसिले में दूसरे शहर या विदेश में बसने के कारण अकेले पड़ गए थे और जिन से चूल्हाचौका अब नहीं हो पाता था.

बहुत से बुजुर्ग होटल से खाना मंगवाते थे या नौकरों के हाथ से बने कच्चे- पक्के खाने पर जी रहे थे. सरन कौर ने उन्हें बहुत कम रेट पर अपने घर से खाना भिजवाने की बात कही. धीरे-धीरे महल्ले के कई घरों में बुजुर्गों को घर का बना ताजा और गरम खाना सरन कौर पहुंचाने लगीं. उन के बनाए खाने की प्रशंसा होने लगी तो जल्द ही उन के ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगी. सरन कौर का टिफिन सिस्टम चल निकला. पैसा बरसने लगा.

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आज सरन कौर के पास एक बड़ी किचन है, जिस में 10-12 नौकर हैं, जो रोजाना करीब 300 टिफिन तैयार करते हैं. डिलिवरी बौय समय से टिफिन ग्राहकों तक पहुंचाते हैं. आज सरन कौर के ग्राहकों में सिर्फ बुजुर्ग लोग ही नहीं, बल्कि पेइंगगैस्ट के तौर पर दूसरे शहरों से आ कर रहने वाले लोग और औफिस में काम करने वाले लोग भी शामिल हैं. होटल या रेहड़ी के मसालेदार और अस्वस्थकर खाने की जगह मात्र 100 रुपए में घर की बनी दाल, चावल, सब्जी, रोटी, सलाद, दही उन्हें ज्यादा स्वादिष्ठ और सेहतमंद लगता है. सरन ने अपनी मेहनत और लगन से न सिर्फ परिवार को संभाला, बल्कि कई अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध कराया.

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Edited by Rosy

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