नाखून चबाने की आदत है तो जरूर पढ़ें ये खबर

बहुत से लोगों को नाखून चबाने की बुरी लत होती है. कुछ लोग खाली वक्त में तो कुछ जब टेंशन में होते हैं नाखून खाते हैं. पर क्या आपको पता है कि इससे आपका कितना नुकसान होता है? ये गंदी आदत सेहत के लिए बहुत खतरनाक होती है. डाक्टरों और जानकारों की माने तो जिन लोगों को ये आदत है उन्हें कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.

इस खबर में हम आपको नाखून चबाने से होने वाले स्वास्थ हानियों के बारे में बताएंगे.

खराब होते हैं नाखून

उंगली के नीचे की एक परत होती है जिसे हम मैट्रिक्स कहते हैं. हमेशा नाखून चबाने से ये परत पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है. आगे चलकर इनसे इनग्रोन नेल्स जैसी समस्याएं हो जाती है.

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फैलता है इंफेक्शन

नाखून चबाने वक्त नाखून में मौजूद बैक्टीरिया आपके मुंह में चली जाती हैं. इससे आपके पेट में इंफेक्शन फैलने का खतरा होता है. इससे पैरोनशिया नामक इन्फेक्शन हो जाता है जिसमें सूजन, दर्द, रेडनेस और पस से भरे हुई गांठे पड़ जाती हैं.

हो सकता है जिन्जवाइटिस

नाखून काटने की वजह से दांतों की जड़ों में मौजूद सौकेट्स खराब हो जाते हैं, जिस वजह से आपके दांत टेढ़े हो जाते हैं. अमेरिका में हुए एक अध्ययनके अनुसार बार बार नाखून काटने की आदत की वजह से आपको जिन्जवाइटिस (gingivitis) जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

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खराब हो सकती हैं उंगलियां

हमेशा नाखून चबाने से आपकी उंगलियां खराब हो सकती हैं. आपके मुंह से निकलने वाले लार में मौजूद रसायन आपकी उमगलियों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. इससे आपकी उंगली की त्वचा में खुरचन के निशान आते हैं और ये देखने में काफी घिनौनी होती हैं.

 

‘‘प्यार की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती..’’-आलिया भट्ट

फिल्म राजी और गली बौय की सुपर सक्सेस के बाद आलिया भट्ट का नाम बौलीवुड की ए-लिस्ट एक्ट्रेसेस में शामिल हो चुका है. आलिया की नई फिल्म कलंक जल्द ही रिलीज होने वाली है. ऐसे में हमने उनसे एक खास बातचीत की, जिसमें आलिया ने अपने एक्सपीरीयंस, पर्सनल लाइफ और अपकमिंग फिल्म कलंक से जुड़ी कई अहम बातें शेयर की.

फिल्म ‘‘कलंक’’ में किस कलंक की बात है?

-इसका जवाब पाने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी. इस फिल्म में मेरे अलावा माधुरी दीक्षित, संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा, आदित्य रौय कपूर व वरूण धवन जैसे बड़े कलाकार हैं. मगर इसमें कोई हीरो नहीं है. फिल्म के सभी किरदार महत्वपूर्ण हैं. इन छह किरदारों की जर्नी  है ‘कलंक’. अंत में फिल्म ‘‘कलंक’’ प्रेम कहानी है. इसमें इंटरनल लव की बात की गयी है. इसमें निडर व बेपनाह प्यार की बात की गयी है. फिल्म की कहानी 1940 की है, तो स्वाभाविक तौर पर इसमें आपको आजादी से पहले का माहौल नजर आएगा.

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‘‘कलंक’’ की कहानी 1940 की है. 1940 में जो प्यार था और अब जो प्यार है, इसमें आपको कितना फर्क नजर आता है?

-पहले के प्यार में सिम्पलीसिटी थी. अभी हम बहुत ज्यादा कनेक्ट रहते हैं. फोन पर एसएमएस भेजकर या बातें करके जुड़े रहते हैं. अब तो वीडियो कौलिंग के साथ ही मिलना-जुलना काफी होता है. लेकिन 1940 में ऐसा नहीं था, यहां तक कि 90 के दशक में मेरे मम्मी व पापा के पास भी फोन नहीं था. यह दोनों कई दिनों तक बात नहीं करते थे. लेकिन इसके यह मायने नहीं होते थे कि प्यार चला गया. पर आज की तारीख में लोग सोचते हैं कि प्यार में एक दूसरे से ज्यादा जुड़े रहना अच्छा होता है, पर मैं इसे सही नहीं मानती. जरुरी यह है कि जब आप प्यार में हैं, तो आप अकेले भी और सामने वाले के साथ भी खुश रह सकते हो. मजबूत प्यार हमेशा दूरी से ही आता है. उस वक्त लोग दूर रह कर ही अपने प्यार को मानते थे और उनके प्यार में ज्यादा मजबूती होती थी. उस वक्त जब लोग प्यार करते थे, तब उनके लिए प्यार में कोई ‘एक्सपायरी डेट’ नहीं हुआ करती थी. लेकिन आज लोग प्यार में कमिटमेंट करने से झिझकते हैं. मैं भी आज के दौर, आज की ही पीढ़ी की हूं, पर मैं भी इस बात को देख रही हूं कि आज की पीढ़ी का युवा कमिटमेंट करने से झिझकता है.

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फिल्मों के चयन में आपके परिवार से कौन मदद करता है?

-देखिए, मैं इस बारे में सिर्फ तीन लोगों से बात करती हूं. एक हैं अयान मुखर्जी, जो कि फिल्म ‘ब्रम्हास्त्र’ के निर्देशक हैं,  दूसरे हैं अभिषेक वर्मन, जो कि फिल्म ‘कलंक’ के निर्देशक हैं और तीसरे करण जोहर. मैं इन तीन लोगों से ही अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट को लेकर बातें करती हूं. अपनी पसंद को लेकर भी बात करती हूं. मैं इनसे सलाह लेती हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि यह तीनों ही अलग इंसान है और इसी वजह से तीनो की सोच में अंतर है और तीनों मुझे बहुत अच्छी तरह से समझते भी हैं. मैं जब उनसे बात करती हूं, तो मुझे अहसास होता है कि मैं खुद से बातें कर रही हूं. मुझे अंदर से पता होता है कि मुझे क्या करना है. पर इन तीनों से बात करके मुझे एक प्रस्पेक्टिब मिल जाता है. जो कि हमेशा मेरे लिए मददगार होता है.

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फिल्म ‘‘कलंक’’ के किरदार पर रोशनी डालेंगी?

-मैंने इसमें रूप का किरदार निभाया है. पीरियड फिल्म होने की वजह से उसकी बौडी लैंगवेज में एक ग्रेस है. ठहराव है. पर आंखों में काफी पावर है. वह अपनी आंखों से बहुत कुछ कह जाती है. वह निडर है. रूप बहुत अलग किरदार है. रूप अपनी जिंदगी में जो कुछ करती है, वह प्यार की वजह से करती है. वह कुछ सहन या बर्दाश्त करती है, तो प्यार की वजह से. वह कोई कदम उठाती है, तो वह भी प्यार की ही वजह से. वह मौडर्न डे लड़की है, पर वह चालीस के दशक में जन्मी है. उसका स्वभाव क्रांतिकारी है. वह हमेशा अपने मन की ही करती है. वह जो भी कदम उठाती है, उसके लिए निडर व बहादुर होना जरुरी है. रूप मोहब्बत का प्रतीक है. रूप का किरदार काफी जटिल है.

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फिल्म ‘‘कलंक’’ के गीत ‘‘घर मोरे परदेसिया’’ की काफी चर्चाएं हैं?

-मुझे यह डांय माधुरी दीक्षित के संग करना था. मैं बहुत नर्वस थी. लेकिन माधुरी दीक्षित ने मुझे काफी सहज बनाया. वह लगातार मुझे समझा रहीं थी कि मुझे क्या करना है. वह चेहरे के भावों से लेकर कदम ताल को लेकर भी मुझे सलाह दे रही थी. इस नृत्य को करने से पहले मैंने एक साल तक शस्त्रीय नृत्य की ट्रेनिंग हासिल की. उसके बाद पूरे दो माह तो मैने सिर्फ इस नृत्य के लिए समर्पित कर प्रशिक्षण लिया. मैने बिरजू महाराज से भी नृत्य की कुछ बारीकियों को समझा. मुझे पता था कि मैं चाहे जितना प्रयास कर लूं, मगर मैं माधुरी दीक्षित मैम के स्तर का नृत्य नही कर सकती. मगर मेरा प्रयास यह रहा कि इस नृत्य से मैं अपने नृत्य का स्तर कुछ तो आगे बढ़ा सकूं. मेरी खुशकिस्मती यह रही कि माधुरी मैम मेरे साथ नृत्य नहीं कर रहीं थीं. यदि वह मेरे साथ नृत्य कर रही होती, तब तो मैं नर्वसनेस के चलते मर ही जाती. पर जैसे ही रेमो डिसूजा ने मुझे समझाया और शूटिंग शुरू हुई, उसके बाद तो मेरी नर्वसनेस खत्म हो गयी.

अब तक के निभाए गए किरदारों में सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण किरदार कौन सा रहा?

-फिल्म ‘‘उड़ता पंजाब’’ के बाद ‘‘कलंक’’ सर्वाधिक कठिन और चुनौतीपूर्ण किरदार है. ‘उड़ता पंजाब’ चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि मैं नहीं जानती थी कि पंजाब में यह सब होता है. ‘‘कलंक’’एक पीरियड ड्रामा है, उस काल के किरदार को कई लेअर के साथ परदे पर निभाना आसान नहीं था. अमूमन मैं हर सीन को एक या दो टेक में ही ओके कर देती हूं. मगर ‘कलंक’ में हर सीन के लिए मुझे ग्यारह से बारह टेक देने पड़ते थे,  इसके वजनदार कास्ट्यूम व ज्वेलरी वगैरह के साथ सीन देने थे. पर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला.

समर ड्रिंक: घर पर ऐसे बनाएं मोहितो

मोहितो गर्मी के मौसम में पीने वाला सबसे हेल्दी ड्रिंक्स है. जिसे पीने के बाद आप ठंडा महसूस करती हैं. यह बनाने में भी काफी आसान हैं. तो चलिए शुरू करते हैं मोहितो बनाना.

सामग्री 

– नींबू  (1)

काला नमक ( 1/2 चम्मच)

चीनी (आवश्यकतानुसार)

पुदीना ( 12 से 15 पत्तियां)

लिमका या स्प्राइट (कोल्ड ड्रिंक)

गरमी के मौसम के लिए बेहद फायदेमंद है वेजिटेबल फ्रूट सलाद

बनाने की विधी

– सबसे पहले पुदीने की पत्तियों को साफ करके डंडियो को अलग कर लें.

– अब आप इन्हें अच्छे से धो लें.

– नींबू को भी धोकर उसके चार टुकड़े कर लें.

– अब बड़ा सा एक गिलास लीजिये और उसमें पुदीने की पत्तियों को और नींबू के टुकड़े डालकर इनको   पीस लें.

– अब इसमें आधा चम्मच काला नमक, 4 चम्मच चीनी का घोल और अंत में इसमें स्प्राइट या लिमका   डालकर फटाफट सिल्वर फोईल से चारों तरफ से ढक दीजिये ताकि इसकी गैस जल्दी से बाहर ना   निकाल  सकें.

– अब आपका मोजिटो ड्रिंक तैयार है.

शाही पोटैटो हलवा की सबसे आसान विधि

जेएनयू के दोस्तों के साथ बेगूसराय में बर्थडे मनाएंगी स्वरा भास्कर, जानें वजह

‘निल बटे सन्नाटा’ और ‘अनारकली आफ आरा’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं बौलीवुड की टैलेंटेड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर 9 अप्रैल को अपना 31 वां जन्मदिन मुंबई में फिल्मी सितारों की बजाय बेगूसराय में कन्हैया कुमार और जेएनयू के अपने पुराने दोस्तों के साथ मनाने वाली हैं.

चुनाव प्रचार के बाद रात में करूंगी पार्टी…

खुद स्वरा भास्कर कहती हैं-‘‘मुझे तो जश्न मनाना पसंद है. मैं सिर्फ जश्न मनाने का बहाना ढूढ़ती रहती हूं. बर्थडे तो हमेशा मजेदार होता है,मैं तो उन दोस्तो व परिवार की शुक्रगुजार हूं, जो मेरे जन्मदिन को खास बनाते हैं. इस बार में अपना जन्मदन बहुत ही अलग अंदाज में मनाने वाली हूं. मैं अपना जन्मदिन बेगूसराय में ही अपने पुराने जेएनयू के दोस्तों और कन्हैया कुमार का चुनाव प्रचार करते हुए मनाने वाली हूं. दिन भर चुनाव प्रचार करने के बाद रात में पार्टी करुंगी.’’

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आपको याद दिला दें कि रक्षा विशेषज्ञ उदय भास्कर की बेटी और अभिनेत्री स्वरा भास्कर इन दिनों एक्टिंग को भुलाकर बिहार के बेगूसराय में पूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष व कम्यूनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार कन्हैया  कुमार के प्रचार के लिए डेरा डाले हुए हैं. ‘निल बटे सन्नाटा’ और ‘अनारकली आफ आरा’ जैसी पौपुलर फिल्मों में काम कर चुकी स्वरा भास्कर का जेएनयू से बहुत पुराना रिश्ता है.स्वरा भास्कर की मां इरा भास्कर भी जेएनयू में प्रोफेेसर हैं. वह सोशल मीडिया पर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर बयानबाजी करती रहती हैं और ट्रोल भी होती रहती हैं.

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पुदीना छाछ बनाने की विधि

पुदीना छाछ आपके शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसे आप खाना के साथ भी ले सकती है. इसे भूख न लगना, पीने से पेट का भारीपन,  आफरा, अपच व पेट की जलन जैसी समस्याएं दूर होती है. तो चलिए बताते हैं पुदीना छाछ की रेसिपी.

 सामग्री :

पुदीना पत्तियां  (02 बड़े चम्मच)

भुना जीरा  (01 छोटा चम्मच)

भुना जीरा पाउडर  (1/2 छोटा चम्मच)

काला नमक  (1/2 छोटा चम्मच)

काली मिर्च पाउडर  (1/2 छोटा चम्मच)

मट्ठा  (02 कप)

दही (1/2 कप)

कुटी हुयी बर्फ  (01 कटोरी)

नमक  (स्वादानुसार)

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मसाला छाछ बनाने की विधि :

सबसे पहले पुदीना की पत्तियों को अच्छी तरह से साफ करके धो लें.

इसके बाद मिक्सर में पुदीना पत्तियां, मट्ठा, दही, भुना जीरा, काली मिर्च, काला नमक और नमक डालें और महीन पीस लें.

अब इसे किसी बर्तन में निकालें और उसमें एक गिलास पानी डालकर अच्छी तरह से मिला लें.

अब आपकी स्‍वादिष्‍ट मसाला छाछ या पुदीना छाछ  तैयार है.

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प्रेग्नेंसी के अलावा पीरियड्स ना आने के हैं ये 4 कारण

हर महीने में 3-4 दिन हर लड़की के लिए मुश्किल भरा होता है. पीरियड्स में ना सिर्फ महिलाओं के आम दिनचर्या को प्रभावित करते हैं, बल्कि इस दौरान होने वाला दर्द उन्हें सबसे अधिक परेशान करता है. अगर पीरियड्स समय पर ना आए तो महिलाएं परेशान हो उठती हैं. आमतौर पर धारणा है कि प्रेग्नेंसी के वक्त ही पीरियड्स मिस होते हैं पर इस खबर में हम आपको ऐसे तमाम कारणों के बारे में बताएंगे जिससे महिलाओं के पीरियड्स मिस होते हैं या देरी से आते हैं.

तो आइए शुरू करें.

शरीर का कम वजन

अगर आपका वजन कम है तो आपका पीरियड साइकल प्रभावित होता है. कम वजन से आपका पीरियड में अनियमितताएं आती हैं.

तनाव

तनाव महिलाओं के पीरियड्स को बुरी तरह से प्रभावित होता है. अधिक तनाव आपके हार्मोंस को बुरी तरह से प्रभावित करता है. इस कारण कई बार पीरियड्स में देरी हो जाती है.

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पौलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

आजकल की जैसी जीवनशैली हो चुकी है, महिलाओं में पौलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic Ovary Syndrome) की समस्या आम हो गई है. इस बीमरी के कारण महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की शिकायत हो रही है. ना सिर्फ पीरियड्स बल्कि इस बीमारी के कारण महिलाओं में वजन बढ़ने, बाल झड़ने, चेहरे पर दाग:धब्बे जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है.

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अधिक एक्सरसाइज

एक्सरसाइज शरीर के लिए बेहद जरूरी है. इससे हमारी सेहत पर काफी सकारात्मक असर पड़ता है. पर अत्यधिक एक्सरसाइज आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसका सीधा असर आपके हार्मोंस पर पड़ता है, और आपके पीरियड्स ठीक समय पर नहीं आते हैं.

गाय का दूध हो सकता है आपके लिए ‘बहुत खतरनाक’

गाय के दूध को लेकर लोगों के मन में धारणा है कि वो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. हड्डियों के लिए दूर काफी फायदेमंद होता है. ये कैल्शियम का प्रमुख स्रोत है. पर इस खबर में हम आपको कुछ ऐसा बताने वाले हैं जो आपकी इस धारणा को बदल कर रख देगी. हम आपको बताएंगे कि दूध पीने से क्या नुकसान होते हैं.

कैल्शियम का प्रमुख स्रोत है दूध

केवल दूध ही कैल्शियम का प्रमुख स्रोत नहीं है. कैल्शियम फल, मेवे, हरी पत्ते्दार सब्जि यां, बींस और अनाजों से भी प्राप्त  हो सकता है.

धारणा है कि मजबूत होती हैं हड्डियां

लोगों का मानना है कि गाय का दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं. हम आपको बता दें कि ये धारणा बिल्कुल गलत है. जानकारों की माने तो अधिक मात्रा में दूध पीने से कुल्हों के टूटने का खतरा रहता है.

होते हैं त्वचा पर दाग धब्बे

ज्यादा दूध पीने वालों को त्वचा पर दाग, धब्बों की शिकायतें आती है. इससे अक्सर लोगों में एक्जिामा और अन्य  तव्चा संबंधी बीमारियां होती हैं. इन परेशानियों से दूर रहना है तो अपनी डाइट से दूध को हटा दें.

होती हैं पेट की बीमारियां

बहुत से लोगों को दूध पीने से पेट की परेशानियां होती हैं. ऐसा इसलिये होता है क्यों कि उन्हें  लैक्टोसज इंटौलरेंस होता है. ऐसे में अगर आप दूध पीना बंद कर देंगे तो आपका पेट हमेशा अच्छा रहेगा.

तेजी से बढ़ता है वजन

दूध में प्रचूर मात्रा में कैलोरीज होती हैं. अगर आप नियमित रूप से दूध पीते हैं तो पका वजन बढ़ने का खतरा बना रहता है. ऐसे में आप लोफैट मिल्क पी सकती हैं. इसमें केवल 2 फीसदी कैलोरी होती है.

 

घर को क्लासी लुक देने में मदद करेंगे ये 5 आसान टिप्स…

गरमियों में घर को सजाने में एक अलग ही मजा है. हल्के कलर और डेकोरेशन से घर को अलग तरह से सजाकर गरमी कम महसूस की जा सकती है. गरमियों में आप बस कुछ सामान और चीजों में बदलाव करके अपने घर को अपडेट या बड़ा दिखा सकते हैं. आज हम आपको ऐसे ही 5 टिप्स देंगे, जिससे आप गरमी में भी घर को एक नया लुक और ठंडक महसूस करा पाएंगे.

  1. गरमी में सजावट का मतलब आउटडोर एंटरटेनमेंट

हम गर्मियों में घर के बाहर या छत पर एंटरटेनमेंट करना पसंद करते हैं, खासकर जब पार्टी करनी हो. जिसके लिए अगर आप अपने घर के बाहर या छत पर लाइटिंग और एक आरामदायक आउटडोर सिटिंग सेट चुनें तो वह आपकी पार्टियों को और मजेदार बनाएगा.

  1. अपने बेडरूम को Duvet कवर से स्विच करें

नया duvet कवर आपके बेडरूम को एक पल में बदल सकता है. गरमी होने पर भी आरामदायक बेड के लिए लिनन और कपास जैसे हल्के कपड़े वाला बैडशीट चुनें. जिसका प्रिंट पैटर्न और रंग समुद्र जैसे नीला और एक्वा हो.

इन टिप्स को अपनाकर अपने घर का माहौल बनाएं पौजिटिव Continue reading घर को क्लासी लुक देने में मदद करेंगे ये 5 आसान टिप्स…

गरमी में स्कैल्प प्रौब्लम से छुटकारा दिलाएंगे ये 5 नेचुरल टिप्स

बिजी लाइफस्टाइल में हम अपनी बौडी का ख्याल तो रखते हैं, लेकिन कई बार अपने बालों और सिर का ख्याल रखना भूल जाते हैं. तेज धूप में शरीर से बहने वाले पसीने को हम साफ करते है, पर जब बात सिर की आती है तो हम उसे सुखा लेते हैं, जिससे हमारे सिर में गंदगी और बदबू आने लगती है. इसीलिए गरमियों में हम जितना अपनी बौडी का ख्याल रखते हैं, उतना ही अपने सिर का ख्याल भी रखना चाहिए. इसलिए आज हम आपको ऐसे 5 टिप्स देंगे जिससे आपको कई प्रौब्लम्स से छुटकारा मिलेगा…

  1. एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल से भरपूर बेकिंग सोडा

बेकिंग सोडा में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल दोनों गुण होते हैं जो इची स्कैल्प के बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं.

ऐसे करें इस्तेमाल

बेकिंग सोडा और पानी के 2-3 बड़े चम्मच एक बाउल में लें और दोनों को मिलाएं. इसे तब तक मिलाएं जब तक कि गाढ़ा पेस्ट न बन जाए. उसके बाद पेस्ट को अपने सिर पर 10 से 15 मिनट तक लगाएं और रोजाना इस्तेमाल होने वाले शैम्पू से धो दें.

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2. औलिव औयल

औलिव औयल में एंटी इनफ्लेमेंटरी और स्किन प्रोटेक्टिंग एंजेट्स होते है जो गरमियों में स्किन की इंचिंग की और इंफेक्शन को खत्म करने में मदद करता है.

ऐसे करें इस्तेमाल

माइक्रोवेव में कम से कम 7 सेकेंड के लिए और्गेनिक औलिव औयल गरम करें और इसे अपने सिर पर लगाएं. और इसे रात भर छोड़ दें और सुबह धों दें. बेहतर परिणाम के लिए इसमें हफ्ते में दो बार लगाएं.

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3. टी ट्री औइल

चाय के पेड़ के तेल में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो स्कैल्प को मौइस्चराइजिंग और पोषण करके इचिंग की प्रौब्लम को खत्म करने में मदद करते हैं.

ऐसे करें इस्तेमाल

तेल की 5-7 बूंदें लें और इसे सीधे सिर पर लगाएं. कुछ मिनट के लिए इससे अच्छी तरह मालिश करें और इसे रात भर छोड़ दें. जिसके बाद सिर को धो लें.

4. नारियल का तेल

नारियल एंटी-फंगल गुणों से भरा हुआ है जो खुजली और फंगल इन्फेक्शन का काफी हद तक इलाज कर सकता है. नारियल के तेल से बालों को लगाने से नमी को बैलेंस करने में मदद मिलती है.

ऐसे करें इस्तेमाल

नारियल का तेल लेकर इसे 10 सेकंड के लिए गर्म करें. इसे अपने सिर पर लगाएं और इसे 15 मिनट तक रहने दें. और बाद में सिर को शैम्पू से धो दें.

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5. एलोवेरा जेल

एलोवेरा जेल एक नेचुरल मौइस्चराइज़र है और इसके एंटी-माइक्रोबियल गुणों के कारण सिर में इचिंग की प्रौब्लम का  इलाज करने में मदद करता है.

ऐसे करें इस्तेमाल

और्गेनिक एलोवेरा जेल लें और इसे सीधे अपने स्कैल्प पर लगाएं. और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें, जिसके बाद गुनगुने पानी से सिर को धो लें. अच्छे रिजल्ट के लिए इसे हफ्ते में दो बार लगाएं.

समर ड्रिंक: बेल का शरबत

बेल  के फल में आयरन, कार्बोहाइड्रेट,  प्रोटीन, फौस्फोरस, फाइबर , कैल्शियम,  विटामिन बी होता है. और यह पेट के लिये फायदेमंद होता है. बेल के शरबत से शरीर को ठंडक मिलती है और आपको बता दें, यह लू से बचाता है. तो फिर झटपट बेल का शरबत बनाने की रेसिपी ट्राई करें.

 सामग्री :

भुना जीरा  (01 छोटा चम्मच)

सेंधा नमक ( 01 छोटा चम्मच)

बेल के फल ( 02 नग)

शक्कर (05 बड़े चम्मच)

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बनाने की विधि :

सबसे पहले बेल को धो कर काट लें और एक बाउल में उसका गूदा निकाल लें.

इसके बाद गूदे से लगभग 2 गुना पानी डालें और अच्छी तरह मसलें, जिससे पूरा गूदा पानी में घुल जाए.

इसके बाद बेल के घोल को एक मोटे छेद वाली चलनी से छान कर फल के रेशे वगैरह निकाल दें.

अब छने हुए रस में चीनी डालें और उसे घोल लें.

उसके बाद सेंधा नमक/नमक और भुना जीरा मिलाएं और अच्छी तरह से चला दें.

अब आपका बेल शरबत तैयार है और इसे सर्विंग गिलास में निकालें और आइस क्यूब डाल कर सर्व करें.

स्वादिष्ट मसालेदार पनीर भुर्जी

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