त्वचा से लेकर वीर्य के लिए लाभकारी है प्याज, जानिए और भी गुण

हमारे रोज रोज के खानपान में प्याज एक अहम हिस्सा है. खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए प्याज जरूरी है, साथ में अपने सेहतमंद गुणों के कारण ये और अधिक खास हो जाता है. इस खबर में हम आपको प्याज से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे.

सर्दी जुकाम में है लाभकारी

सर्दी जुकाम और कफ की समस्या में भी प्याज काफी असरदार होता है. इस दौरान इसके सेवन से गले को काफी आराम मिलता है. कफ होने पर प्याज के रस में मिश्री मिलाकर चाटने से काफी फायदा मिलता है.

बालों का रखे ख्याल

बालों के झड़ने में भी ये काफी असरदार होता है. अगर आपके बाल झड़ रहे हो तो आपको प्याज का सेवन खाने में करना चाहिए. इससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं.

त्वचा के लिए है फायदेमंद

आपको बता दें कि प्याज में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-एलर्जीक, एंटी-औक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं. अपने इन गुणों के कारण ये कई तरह के रोगों में बेहद लाभकारी हो जाता है. इससे बहुत सी बीमारियां दूर होती हैं, कई लोगों का ये भी मानना है कि प्याज के नियमित सेवन से लोगों की आयु भी अधिक होती है. इसके साथ साथ त्वचा की झुर्रियों में भी ये बेहद लाभकारी है   और इससे त्वचा में रौनक बरकरार रहती है.

वीर्य के लिए है फायदेमंद

अपनी इन खूबियों के अलावा वीर्यवृद्धि के लिए भी सफेद प्याज के रस को शहद के साथ इस्तेमाल किया जाता है. नपुंसकता को दूर करने में ये काफी असरदार होता है.

डायबीटिज में है असरदार

डायबिटीज के मरीजों के लिए भी कच्चा प्याज काफी लाभकारी होता है. इसे खाने से शरीर में इंसुलिन पैदा होती है. शरीर में शुगर के लेवल को बैलेंस करने में भी प्याज का अहम योगदान होता है.

 

बोनलेस चिकन रेसिपी

सामग्री:

– बोनलेस चिकन (500 ग्राम)

– हरी मिर्च (4)

– प्याज़ (2)

– पानी (1 कप)

– हरा धनिया (1 टी स्पून)

– लाल मिर्च (1/2 टी स्पून)

– हल्दी (1/2 टी स्पून)

– गरम मसाला (1/2 टी स्पून)

– अदरक लहसून पेस्ट (2 टी स्पून)

– धनिया पत्ता (2 टी स्पून)

– तेल (2 टी स्पून)

– नमक (स्वादानुसार)

बनाने की विधी

– बोनलेस चिकन को बनाने के लिए सबसे पहले चिकन को ले और अच्छे से साफ कर लें.

– इतना करने के बाद हरी मिर्च और प्याज़ को ले और चाकू की मदद से बारीक़ काट लें.

– अब एक कढ़ाई में तेल डालकर गरम करे.

– गरम तेल में बारीक़ कटा हुआ प्याज़ और हरी मिर्च डाले और धीमी आंच पर भून लें.

– इतना करने के बाद इसी मिश्रण में अदरक लहसून का पेस्ट, लाल मिर्च, धनिया और हल्दी डालकर     सभी  मसालों को अच्छे से भून लें.

– इसी मिश्रण में चिकन और नमक डाले अच्छे से मिलाए और कुछ देर तक चिकन को धीमी आंच पर   पकाएं.

– अब इसमें पानी डालकर कुछ देर पकने के लिए छोड़ दें.

– अगर चिकन नहीं पका है तो एक बार मिक्स कर के कढ़ाई को कुछ देर के लिए ढक कर छोड़ दें, करीब   3-  4 मिनट पकने का इंतज़ार करें

– कुछ ही देर में आपका स्वादिष्ट और लजीज बोनलेस चिकन बनकर तैयार है इसे बाउल में निकाले   ऊपर  से धनिया पत्ता और गरम मसाला डाले और सभी को सर्वे करें.

वजन कम करना है तो आज से पीना शुरू करें ये ड्रिंक्स

अगर आप अपने अधिक वजन से परेशान हो रही हैं और लाख कोशिशों के बाद भी अपना वजन कम नहीं कर पा रही हैं तो ये खबर आपके लिए है. आम तौर पर लोग वजन को कम करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाते हैं, इसके लिए वो जिम का सहारा लेते हैं, डाइटिंग करते हैं, तरह तरह के एक्सरसाइजेज करते हैं, पर इन सब से उन्हें कुछ खास फायदा नहीं होता. ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं ऐसे ड्रिंक्स के बारे में जिनके नियमित सेवन से आप अपना वजन कम कर सकती हैं और साथ में शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों से छुटकारा पा सकती हैं. तो आइए जाने इन खास ड्रिंक्स के बारे में.

दालचीनी का ड्रिंक

गुनगुने पानी में  दालचीनी का पाउडर डाल लें और रोजाना सोते वक्त इसे पिएं. इससे ना सिर्फ आपका फैट गलेगा, बल्कि शरीर से विषैले पदार्थ भी बाहर होंगे.

नींबू और अदरक

वजन घटाने में डिटौक्स ड्रिंक्स की भूमिका अहम होती है. ऐसे में गुनगुने पानी में नींबू और अदरक को मिला कर रोज सुबह खाली पेट पिएं. इससे आपके शरीर को ताकत मिलेगी और शरीर का मेटाबौलिज्म भी मजबूत होगा.

खीरे और पुदीने का ड्रिंक

खीरा और पुदीने का ड्रिंक शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में काफी सहायक होते हैं. इसका स्वाद और खुशबू लाजवाब होती है. इसके नियमित सेवन से पाचन बेहतर होता है.

मैं हमेशा शादी में विश्वास करती हूं : कृति सेनन

तेलगू फिल्म से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री कृति सेनन दिल्ली की हैं. उन्हें हिंदी फिल्मों में काम करने का मौका फिल्म ‘हिरोपंती’ से मिला, जिसमें उनके काम को तारीफे मिली और उन्हें पुरस्कार भी मिला. कृति ने जो भी फिल्में की, कमोबेश सफल रहीं, इसलिए आज उन्हें हर तरह की फिल्मों में काम करने का अवसर मिल रहा है. शांत और हंसमुख स्वभाव की कृति से उनकी फिल्म ‘लुकाछिपी’ के प्रमोशन के दौरान बात हुई, पेश है कुछ अंश.

इस फिल्म को चुनने की खास वजह क्या है?

मुझे छोटे शहरों की कहानियां अच्छी लगती है और इससे पहले फिल्म ‘बरेली की बर्फी’ को भी लोगों ने पसंद किया था. आजकल छोटे शहरों के लिए कहानियां लिखी जा रही हैं. ये कहानियां सबके लिए रिलेटेबल होती हैं. ऐसी कहानियां सभी को प्रेरित करती है.

लिव इन रिलेशनशिप’ को इसमें दिखाने की कोशिश की गयी है, आप इस पर कितना विश्वास करती हैं?

मैं शादी में हमेशा विश्वास करती हूं, लेकिन ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में जाना भी कोई गलत बात नहीं है. कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति समझ नहीं पाता है कि उसे अपने पार्टनर से शादी करनी है या नहीं, ऐसे में उसकी अनुकूलता को देखना जरुरी होता है, क्योंकि हर कोई एक बार ही शादी करना चाहता है. ऐसे में यह सही है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन मुंबई जैसे शहर में भी इसे स्वीकार करना मुश्किल होता है.

क्या लिव इन रिलेशनशिप में भी दायरे होने चाहिए?

लिव इन में आपको किसी की छोटी-छोटी बातों का पता चल जाता है. इसमें दायरे की जरुरत नहीं होती. हां इतना जरुर होता है कि आप ऐसा सोच लें कि अगर सब ठीक रहा, तो शादी तक बात पहुंच सकती है.

आप अपनी जर्नी को कैसे देखती हैं? स्क्रिप्ट चुनते समय किस बात का ध्यान रखती हैं?

मैं खुश हूं कि मेरी कई फिल्में अच्छी चली हैं. दर्शकों ने मेरे काम की सराहना की है. अच्छी फिल्म का कोई फार्मूला नहीं है. ऐसे में आपके दिल की बात सुननी चाहिए. किसी भी फिल्म को आप क्यों करना चाहते हैं उसे भी देखना पड़ता है, क्योंकि कोई भी खराब फिल्म बनाना नहीं चाहता. फिल्म की शूटिंग डेज आपको अच्छा लगना चाहिए. मुझे काम पर जाने में रोज मजा आना चाहिए साथ ही फिल्म की जर्नी अच्छी होने की जरुरत है. इसके लिए फिल्म में कुछ ऐसा होना चाहिए, जो आपको उत्साहित करें.

आपको सबसे अधिक काम करने की प्रेरणा कहां से मिलती है?

मेरा पूरा परिवार इसमें मेरा साथ देता है. जब मुझे कोई स्क्रिप्ट मिलती है तो मैं अपनी बहन या मां को पढ़ने के लिए देती हूं. उसके बाद मैं सबसे बात करती हूं. इंडस्ट्री में ऐसे कई हैं, जो चाहते हैं कि आप अच्छा काम करें, वे अच्छी सलाह देते हैं. मुझे अच्छा लगता है कि वैसे कुछ लोग मुझे मिले हैं.

क्या आपको आउटसाइडर होने का अनुभव अभी भी होता है?

आउटसाइडर होने पर थोड़े दिनों तक समस्या आती है. अभी मैं कुछ हद तक इस इंडस्ट्री का हिस्सा बन चुकी हूं. कभी-कभी मुश्किल आज भी होती है. कुछ बाधाएं हैं, जिसे मैं तोडना चाहती हूं. अच्छे निर्देशक के साथ काम करने का मौका अभी भी नहीं मिल पाया है. इससे आपको आगे बढ़ने में आसानी होती है और आप किस स्तर तक अभिनय कर सकते हैं, उसका भी पता चलता है. मेरी विश लिस्ट में निर्देशक इम्तियाज अली, अनुराग बासु, संजय लीला भंसाली, विशाल भारद्वाज, करण जौहर, जोया अख्तर, गौरी शिंदे, मेघना गुलजार आदि हैं. असल में आउटसाइडर होने पर आपको जानने और पहचानने में समय लगता है. कुछ हिट फिल्म उन्हें देने की जरुरत होती है, ताकि आप पर कहानियां लिखी जा सकें.

महिला दिवस पर आप महिलाओं को क्या संदेश देना चाहती हैं?

मैं महिला दिवस को नहीं मानती. पुरुषों के लिए दिन क्यों नहीं बना है? एक दिन महिलाओं को क्यों देना है? सशक्तिकरण की अगर मैं बात करूं, तो सब कुछ सोच से बदलती है. इसकी जिम्मेदारी माता-पिता की है. बचपन से बच्चों को वैसी शिक्षा देने की जरुरत है, तभी हमारा भविष्य अच्छा बनेगा. अगर आप लड़की को रात को बाहर जाने से मना करते हैं, तो लड़के को रात में बाहर न जाने दें. तभी सब बदलेगा और मैं चाहती हूं कि वो दिन आयें, जब हर महिला की सफलता के पीछे एक पुरुष का हाथ हो.

मेरे घर में हमेशा आजादी है और मैंने हमेशा अपनी इच्छानुसार काम किया है.

ऐसे करें अपने बालों की देखभाल

मजबूत बालों की चाहत भला किसे नहीं होती. मगर आज की खराब जीवनशैली के चलते हमारे बालों का हाल बहुत बुरा हो चुका है. किसी के सिर पर बाल ही नहीं हैं तो किसी के बाल कंघी करने पर टूटने लगते हैं. बाल अगर मजबूत नहीं होते हैं, तो दिन रात चिंता सताने लगती है. यहां पर आपको कुछ हेयर केयर टिप्‍स दिये जा रहे हैं, जिन्‍हें आजमा कर आप ना सिर्फ अपने बालों को टूटने से बचा सकती हैं बल्कि उन्हें खूबसूरत और मजबूत भी बन सकती हैं.

जड़ों की मसाज करें

आपको हेयर मास्‍क और कंडीशनर लगाने के अलावा भी सिर की जड़ों में तेल लगाना चाहिये. जब आप सिर की तेल से मसाज करती हैं तो आपके बालों को नमी मिलती है और उनमें ताकत आती है.

केरोटिन का सेवन

बालों में जब प्रोटीन की कमी हो जाती है तो वह टूटने लगते हैं और उसकी शाइन भी चली जाती है. केरोटिन एक प्रोटीन फार्मूला है जो कि कई शैंपू में पाया जाता है, इससे बालों में मजबूती आती है.

बालों को हाइड्रेट रखें

आपके शरीर की तरह ही आपके बालों को भी हाइड्रेट रखने की जरुरत है. अगर आपके बाल हाइड्रेट रहेगें तो उनमें शाइन आएगी. बालों में हेयर मास्‍क लगाएं जिससे इनमें नमी आए. इससे वे टूटेगें भी नहीं.

ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट

आपको बालों में ज्‍यादा ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट जैसे, हेयर कलर, हेयर डाई, जैल आदि से दूर बना कर रखनी होगी.

अच्‍छी डाइट

अच्‍छे बालों के लिये अच्‍छी डाइट का भी होना बहुत जरुरी है. कोशिश करें कि अपनी डाइट में पूरी तरह से विटामिन और मिनरल मिला लें. एक बैलेंस डाइट में मल्‍टीविटामिन वाले आहार होने चाहिये. साथ की कैल्‍शियम का भी ध्‍यान दें.

यात्रा करने के दौरान अपनाएं ये जरूरी टिप्स

हरे-भरे पहाड़ और सुनहरी वादियों के बीच दोस्‍तों और परिवारवालों के साथ समय बिताना वाकई बेहद उत्‍साहजनक होता है. ये हर किसी की ख्वाहिश होती है लेकिन से ऐसे में आपकी जरा सी लपारवाही से सम,या हो सकती हैं. इसलिए आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखना जरूरी है.

travel tips

रात में न करें यात्रा

अगर आप खुद ही ड्राइव कर ट्रैवल करना चाहती हैं तो रात को ट्रैवल करने की योजना न बनाएं. खासतौर पर दिसंबर से जनवरी के बीच. हिल स्टेशन्स की धुंध कभी भी बढ़ सकती है, ये आपकी उम्‍मीद पर शायद ही कभी खरी उतरे. इसलिए जैसे ही सूरज ढले आप किसी होटल में रुक जाएं. आगे का सफर सुबह होने पर ही शुरू करें.

खाना छोटी शाप्स से लें

हर हिल स्‍टेशन की कुछ खास डिश मशहूर होती हैं, उन्‍हें जरूर ट्राई करें. अगर आप स्‍थानीय स्‍वाद का लुत्‍फ उठाना चाहती हैं तो छोटे ढाबों में खाना खाएं. यहां आपको खाना सस्‍ता भी मिलेगा. इसके अलावा अपने साथ पानी की बौटल रखना न भूलें.

selfie during travel

खुद बनें अपने गाइड

जब आप हौलिडेज़ में हिल स्टेशन जाएं तो गाइड से प्रभावित न हों. गाइड के पास कुछ ऐसी जगहों की लिस्‍ट होती है, जो आपको शायद पसंद न आएं और आपका समय भी बर्बाद हो. इसलिए किसी भी जगह पर जाने से पहले वहां के दर्शनीय स्‍थलों की जानकारी पहले ही जुटा लें. अगर वहां पहुंच कर किसी जगह को तलाशने में परेशानी हो तो स्‍थानीय लोगों की मदद लें.

इन पांच बातों का रखें ध्यान, नहीं होंगी औनलाइन लूट का शिकार

आज अधिकतर बैंक ग्राहकों को नेट बैंकिंग की सुविधा दी जाने लगी है. इससे लेनदेन आसान, सुविधाजनक और सुरक्षित हो गई है. आसानी से घर बैठे तमाम तरह के पेमेंट्स नेट बैंकिंग के माध्यम से होते हैं. पर इसकी अपनी चुनौतियां भी हैं. अगर आप इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करती हैं तो आपको सर्तक रहने की भी जरूरत है. इस लिए आपको कुछ जरूरी बातों का खासा ख्याल रखना होगा. इसी बाबत हम आपके लिए लाएं हैं ये खबर. इस खबर में हम आपको कुछ जरूरी टिप्स बताएंगे जिन्हें ध्यान में रख कर आप अपने पैसों को और अधिक सुरक्षित रख सकती हैं.

फर्जी ई-मेल्स से रहें सावधान

जब कोई फ्रौड व्यक्ति या संस्था आपको फर्जी ई-मेल भेजती है तो इसे फिशिंग कहते हैं. इस ई-मेल के माध्यम से अगला इंसान आपके बैंक से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लेने की कोशिश करता है. इन जानकारियों में बैंक अकाउंट नंबर, लौगइन पासवर्ड, पिन जैसी जानकारियां होती हैं. इस तरह  के ई-मेल के किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें.

url बार में लौक का निशान देखें

अपने इंटरनेट बैंकिंग क्रेडेंशियल्स को इंटर करते वक्त ध्यान में रखें कि यूआरएल बार में लौक का निशान आ रहा है या नहीं. अगर लौक का निशान नहीं है तो उस पेज पर अपना अकाउंट लौकइन ना करें. ये निशान वेबसाइट की गोपनीयता और सुरक्षा का सूचक है.

किसी से भी शेयर ना करें गोपनीय जानकारियां

किसी भी सूरत में किसी भी व्यक्ति से अपने बैंक  से जुड़ी गोपनीय जानकारियां शेयर ना करें. इससे आपको निकसान झेलना पड़ सकता है. अगर आपने मोबाइल से पेमेंट के दौरान अपने कार्ड की जानकारी सेव कर दी है तो ध्यान रखें कि मोबाइल लौक रहे और किसी गलत व्यक्ति के हाथों में न जाए.

लौग आउट जरूर करें

जब भी कभी आप अपना नेट बैंकिंग खाता को लौग इन कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि हर हाल में उसे लौगआउट करें. इस चीज में लापरवाही आप पर भारी हो सकती है. ऐसे में खाते का पूरा पैसा लूटा जा सकता है.

किसी भी तरह के फ्रौड की जानकारी बैंक को दें

किसी भी अनजान स्रोत से आपका पैसा निकलता है तो इसकी जानकारी तुरंत बैंक को दें. इसके अलावा अपने इंटरनेट बैंकिंग का पासवर्ड बदल दें. एटीएम का पिन भी तुरंत बदलें.

डांस ऐसा हो जिस से लोगों को कनैक्ट किया जा सके : अनिंदिता नियोगी

औसत कद, घुंघराले बाल, मुसकराता चेहरा और आंखों में कुछ कर गुजरने का जज्बा, यह पहचान है अमेरिका में रहने वाली भारतीय कत्थक डांसर अनिंदिता नियोगी अनाम की. 31 वर्षीय अनिंदिता सिंगर व डांसर मां और इंजीनियर पिता की इकलौती संतान हैं. बचपन से ही उन्हें डांसिंग का शौक रहा है. अनिंदिता ने उमा शर्मा और राजेंद्र गंगानी (जयपुर घराने) से कत्थक नृत्य की तालीम ली. 12 साल की उम्र से ही अपनी मां द्वारा शुरू किए गए कत्थक स्कूल ‘सरगम’ में वे बतौर टीचर बच्चों को डांस सिखाती थीं. अनिंदिता बतौर कंटैंट राइटर और बिजनैस एनालिस्ट भी काम कर चुकी हैं.

अनिंदिता को उड़ीसा सरकार द्वारा ‘जयदेव राष्ट्रीय पुरस्कार’ और ‘उत्कल युवा संस्थान’ कटक द्वारा नैशनल नृत्य शिरोमणि पुरस्कार भी मिल चुका है. तरहतरह के फैस्टिवल्स जैसे ‘रिदम औफ द वर्ल्ड’, ‘नृत्य समर्पण फैस्टिवल’, ‘लौगिंग ऐंड हैरिटेज’ वगैरह में अपनी परफौर्मैंस दे कर वे दर्शकों का दिल जीत चुकी हैं. इस के अलावा ‘विस्कौन्सिन डांस काउंसिल’ में इन्हें पहली इंडियन क्लासिकल डांसर सैक्रेटरी का ओहदा भी मिल चुका है. यूट्यूब चैनल में फ्री ट्यूटोरियल देती हैं. दिल्ली ‘इंटरनैशनल आर्ट्स फैस्टिवल 2018’ में भी इन्होंने सोलो डांस परफौर्मैंस दी थी.

कोलकाता में 2009 में डांस परफौर्मैंस के दौरान अनिंदिता की मुलाकात मर्चेंट नेवी इंजीनियर शाज अनाम से हुई. वे मुसलमान थे और अनिंदिंता बंगाली हिंदू. 2 साल के रिश्ते के बाद दोनों ने शादी कर ली.

क्या ऐंटीरिलीजन मैरिज करने से पहले दोनों को घर वालों के विरोध का सामना नहीं करना पड़ा? इस सवाल पर अनिंदिता का जवाब था, ‘‘शाज के मातापिता नहीं थे. बहन थी, जिन्हें कोई एतराज नहीं था. मेरे मातापिता ने भी कोई विरोध नहीं किया और हम ने सहजता से शादी कर ली.’’

विवाह के बाद पति की अमेरिका में जौब लग गई तो अनिंदिता उन के साथ अमेरिका चली गईं. फिलहाल वे 4 साल के बेटे की मां हैं और अमेरिका में भारतीय डांस फौर्म कत्थक को लोकप्रिय बनाने में जुटी हुई हैं.

वे कहती हैं, ‘‘आश्चर्य की बात यह है कि यहां से बहुत से अमेरिकी योग और दूसरी कलाएं सीख कर अपने देश जाते हैं और वहां इन के जरीए रुपए कमाते हैं.’’

अमेरिका में कत्थक को लोकप्रिय बनाया

जब अनिंदिता ने अमेरिका में डांस टीचिंग का काम शुरू करना चाहा तो इंडियन कम्युनिटी का अप्रोच बहुत कोऔपरेटिव और रिस्पौंसिव नहीं रहा. लेकिन अमेरिकी सरकार के कल्चरल डिपार्टमैंट से बात करने पर उन्हें काफी रिस्पौंसिव रिऐक्शन मिला. अनिंदिता ने उन्हें समझाया कि यह डांस अलग कैसे है. अमेरिका में लोकप्रिय बैले, फ्लैमेंको जैसे डांस फौर्म्स से मिलताजुलता डांस होने के बावजूद इस में जूतों के बजाय बेल्स के जरीए रिदम दी जाती है. ड्रैस सिमिलर होती है, मगर लुक अलग होता है.

अनिंदिता ने जब अमेरिकियों को राधाकृष्ण के थीम से जुड़ा नृत्य दिखाना चाहा तो वह उन की समझ में नहीं आया. तब अनिंदिता को लगा कि उन्हें कुछ नया करना होगा जो इन्हें आसानी से समझ में आ जाए. अनिंदिता ने सोचा कि डांस स्टैप्स तो बदले नहीं जा सकते, मगर कंपोजीशन में बदलाव लाए जा सकते हैं.

अनिंदिता ने यूएस बेस्ड इंडियन रागा कंपनी जो साल में 2 बार इंडियन क्लासिकल वर्क (डांस और म्यूजिक) के लिए फैलोशिप देती है, से संपर्क किया. वहां अनिंदिता को सलाह दी गई कि वे कत्थक में क्रिएटिविटी ले कर आएं और बाकी लोगों के साथ तालमेल बैठा कर नया कंपोजीशन तैयार करें.

अब अनिंदिता फ्यूजन म्यूजिक में अलगअलग डांस फौर्म्स साथ ले कर आ रही हैं. अमेरिका में पौपुलर होने के लिए डांस फौर्म्स में थोड़ा डिफरैंट और सोशल अप्रोच लाना जरूरी था. इस में प्रकृति और वातावरण जैसे पहलुओं को जोड़ा गया है ताकि लोगों को कनैक्ट किया जा सके.

‘पधारो म्हारे देश’ गाने पर कत्थक, घूमर, कलबेलिया आदि का फ्यूजन तैयार किया है. सैन डिएगो में एक हौलीवुड स्टूडियो है जहां अनिंदिता ने अपना कलैक्शन रिकौर्ड करवाया और नैक्स्ट स्प्रिंग में यह वीडियो अमेरिकन मार्केट में आ जाएगा.

किया चुनौतियों का सामना

अमेरिका में इंडियन डांस फौर्म्स को लोकप्रिय बनाने के दौरान अनिंदिता ने इन चुनौतियों का सामना किया:

– अमेरिकी नए थीम और अधिक क्रिएटिविटी पसंद करते हैं. वहां वर्ल्ड फ्यूजन म्यूजिक ज्यादा डिमांड में है. जैज, सालसा, फ्लैमेंको आदि उन के पौपुलर क्लासिकल डांस फौर्म्स हैं. उन के कल्चर के साथ जाने लायक थीम तैयार करना आसान नहीं था.

– अनजान देश में गैरों के बीच घर, बच्चा और काम एकसाथ संभालना काफी कठिन था.

– भले ही सीधे तौर पर नहीं पर अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिका में भारतीयों को वर्णविभेद की स्थिति का सामना करना पड़ता है. अमेरिका में हमारे देश को थर्ड वर्ल्ड कंट्री माना जाता है. वे मानते हैं कि हमारा देश पिछड़ा हुआ है. औरतें दबीकुचली हुई हैं. वे अति धार्मिक हैं और सीमित दायरे में कैद हैं. वे संवाद नहीं कर पातीं. ऐसे में अनिंदिता के लिए एक भारतीय के तौर पर अपनी पहुंच हर जगह बनानी एक बड़ी चुनौती थी.

– अमेरिका में भारतीयों को आसानी से वर्किंग वीजा नहीं मिल पाता है. ग्रीन कार्ड के लिए 18 से 20 साल लग जाते हैं. इंप्लौयमैंट औथराइजेशन कार्ड यानी ईएडी द्वारा काम चलाना पड़ता है. जब तक पति को ईएडी नहीं मिला होता तब तक महिलाएं काम नहीं कर सकतीं. इस तरह पढ़ीलिखी महिलाएं कई साल अमेरिका में घरों में कैद हो कर रह जाती हैं.

– अमेरिकी माहौल में पलबढ़ रहे अपने बच्चे को भारतीय संस्कृति से जुड़ा रखना भी एक चुनौती है.

अमेरिका की कुछ बातें हमें सीखनी चाहिए

नई सोच को जगह देना अमेरिकियों को बहुत अच्छी तरह आता है. वे नई कलाओं को देखना चाहते हैं. यदि आप के पास किसी भी तरह का टेलैंट है तो अमेरिका का रास्ता आप के लिए हमेशा खुला हुआ है.

यहां के समाज की वैल्यूज बहुत स्ट्रौंग है. यदि कोई मुश्किल में हो तो पूरी कम्युनिटी आगे आ जाती है. तरहतरह की ऐक्टिविटीज के द्वारा फंडरेजिंग की जाती है. तकलीफ में व्यक्ति को अकेला नहीं छोड़ा जाता.

यहां की औरतें हर तरह के काम करती हैं. वे स्कूल की बसें, ट्रैक्टर्स जैसे भारी वाहनों से ले कर बड़ीबड़ी मशीनें भी बड़ी सहजता से चलाती हैं. वालमार्ट, मैकडोनाल्ड जैसे स्टोर्स की पूरी व्यवस्था महिलाओं के हाथों में होती है.

महिलाएं फिटनैस के प्रति बहुत जागरूक हैं. 70 साल की उम्र में भी जिम जाती हैं. उन का अलग गु्रप होता है.

क्रेच सुविधा बहुत अच्छी है. क्रेच वाले बच्चे को स्कूल ले जाने और लाने से ले कर उन्हें संभालने का भी काम करते हैं. कभी बच्चे को हौस्पिटल ले जाने या डाक्टर को दिखाने की जरूरत पड़ी तो भी वे तुरंत इंतजाम करते हैं.

वहां किसी भी काम को छोटा या बड़ा नहीं माना जाता. हर व्यक्ति अपने ढंग से जी सकता है. ट्रांसजैंडर हो या डिवोर्सी किसी को भी नीची नजरों से नहीं देखा जाता.

किसी भी उम्र की महिलाएं अकेली भी बहुत आराम से रह लेती हैं. डिवोर्स बहुत आसानी से और तुरंत मिल जाता है. यह कोई टैबू नहीं है.

अमेरिका की जनसंख्या कम और साफसफाई अधिक है. लोग खुल कर जीते हैं. हाटमेले भी बहुत लगते हैं.

कत्थक का फिटनैस कनैक्शन

डांस अपनेआप में एक थेरैपी है. खासकर कत्थक नृत्य एक तरह की कार्डिओवैस्क्युलर ऐक्सरसाइज है. जो लोग तनावग्रस्त रहते हैं उन के लिए यह ऐक्सप्रैशन और स्ट्रैस बर्स्ट करने का एक अच्छा तरीका है.

डांस करने से पोस्चर सुधरता है. यह शरीर के बैलेंस को बना कर रखता है. घुंघरू बांधने पर अपोजिट गुरुत्वाकर्षण के कारण नीचे का हिस्सा संतुलित रहता है. नैक और आइज मूवमैंट्स आप के फेस के मसल्स को स्ट्रौंग करने के साथसाथ चेहरे के फैट को भी घटाते हैं.

कत्थक जितना जल्दी स्टार्ट करें उतना अच्छा. एक समय के बाद शरीर डांस के मूवमैंट्स को सही तरीके से व्यक्ति नहीं कर पाता. पूरी गति नहीं आती. मोटे शरीर में पूरे चक्कर लगाने कठिन होते हैं. शरीर को फिट और संतुलित रखना जरूरी है. निरंतर रियाज करना भी बहुत जरूरी है.

आलू फ्राई रेसिपी

सामग्री:

– बड़े आलू ( 4)

– प्याज (2)

– तेल ( 50 ग्राम)

– जीरा (1/2 चम्मच)

– मिर्च ( 4)

– मिर्च पाउडर (1/2 चम्मच)

– हल्दी पाउडर  (1/2 चम्मच)

– नमक  (स्वादानुशार)

बनाने की विधि

– सबसे पहले आलू और प्याज को चील कर काट लें और उसे अच्छे से धो लें.

– फिर गैस पे कढ़ाई रखे और उसमे तेल, मिर्च और जीरा डालें और उसे 1 मिनट तक पकने दें

– फिर उसमे प्याज डाल दें और उसे थोड़ी देर भुनें.

– फिर उसमे आलू डालकर मिला दें और उसे ढक कर 10 मिनट तक पकायें.

– जब आलू पक जाएं तो उसमे मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर और नमक डालकर मिला दें.

– थोड़ी देर बाद गैस बंद कर दें और उसे किसी बर्तन में निकाल लें.

– आलू फ्राई बनकर बिलकुल तैयार हो गयी है, इसे गरमा गर्म पूरी, रोटी आदि के साथ परोसें.

पिल्स को छोड़िए, इन प्राकृतिक गर्भनिरोधक को अपनाएं

शादीशुदा महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक गोलियां बेहद परेशान करती हैं. इनके सेवन से महिलाओं की शरीर का काफी नुकसान होता है. आज लड़कियां औरते पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर आगे बढ़ रही हैं. ऐसे में कई बार वो मां बनने के लिए मानसिक तौर पर तैयार नहीं रहती. इस सूरत में शादीशुदा महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों का सहारा लेना पड़ता है जिससे उनके सेहत का काफी नुकसान होता है.

इस खबर में हम आपको बताएंगे कुछ प्रकाकृतिक उपायों के बारे में जिसे अपना कर आप प्रेग्नेंसी की संभावना को कम कर सकेंगी. ये गर्भनिरोधक गोलियों का प्राकृतिक स्वरूप है. पर इनके प्रयोग से पहले आप डाक्टर से सलाह जरूर लें.

मछली

प्रेग्नेंसी में उन मछलियों के प्रयोग को साफ तौर पर मना किया जाता है जिसमं मरकरी पाई जाती है. इसमें स्वार्डफिश प्रमुख है. जानकारों की माने तो इन मछलियों में पाए जाने वाला मरकरी गर्भनिरोधक गोली का काम करती है.

पपीता

अक्सर लोग प्रेग्नेंसी के दौरान पपीता खाने से मना करते हैं. गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में तो खासकर के पपीते का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. इसे खाने से गर्भ रुकता नहीं है. अगर आप पिल्स नहीं खाना चाहती तो पपीता आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है.

चीज

कई जानकार ऐसा कहते हैं कि अनपाश्चूराइज्ड मिल्क से बना हुआ चीज भी प्राकृतिक गर्भनिरोधक का काम करता है.

अनानस

अनानस में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो गर्भ के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं. यही कारण है कि प्रेग्नेंसी में इसे खाने की मनाही होती है. ये एक प्राकृतिक गर्भनिरोधक की तरह काम करता है.

कच्चा दूध

कच्चा दूध गर्भनिरोधक का काम करता है. सोने से पहले या सुबह सुबह इसका सेवन गर्भनिरोधक के तौर पर कर सकती हैं.

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